गुजरात
बांग्लादेशियों के अवैध प्रवास का मास्टरमाइंड मोहम्मद आलम गिरफ्तार
17 May, 2025 01:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गुजरात एटीएस ने बांग्लादेशी घुसपैठियों को भारत में बसाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया, जो एक स्थानीय लोगों के साथ मिल कर अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों को भारतीय नागरिकता दिलाने के लिए नकली दस्तावेज बनवाता था। एटीएस को जानकारी मिली कि एक बांग्लादेशी नागरिक, जिसका नाम राणा सरकार उर्फ मोहम्मद ददल आलम है, वर्तमान में अहमदाबाद के नारोल क्षेत्र में बागे कौसर, कनाल रोड पर रह रहा है और वहीं "वीआईपी मोबाइल एंड मनी ट्रांसफर" नाम की दुकान चला रहा है।
आरोपी ने अपने फर्जी पहचान दस्तावेजों के आधार पर भारतीय पासपोर्ट बनवाया है। इसके अलावा राणा सरकार और रोहुल इस्लाम ने अल रश इंटरप्राइजेज नाम की दुकान के मालिक सोएब कुरैशी के साथ मिलकर अन्य बांग्लादेशी नागरिकों और व्यक्तियों के लिए भी आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर कार्ड जैसे नकली दस्तावेज तैयार कर भारतीय पासपोर्ट बनवाने में मदद की है।
13-14 बांग्लादेशियों को भारत में बसाया
पुलिस उपायुक्त वीरजीत सिंह परमार के नेतृत्व में बनाई गई टीम ने 12 मई 2025 को राणा सरकार की दुकान पर छापा मारा, जहां से आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर कार्ड, बांग्लादेश का नेशनल आईडी कार्ड, भारत सरकार का ई-मेल कार्ड, बैंक ऑफ बड़ौदा की पास बुक इत्यादि जब्त किए गए। पूछताछ में राणा सरकार ने बताया कि रोहुल इस्लाम 13-14 बांग्लादेशी नागरिकों को भारत लाया था। उसने सोएब मोहम्मद कुरैशी की मदद से उनके नकली पहचान पत्र बनावाए थे। इन नकली पहचान पत्र की मदद से उसने सभी के भारतीय पासपोर्ट ऑनलाइन आवेदन कर बनवाए थे।
17 बांग्लादेशियों के फर्जी पासपोर्ट बनवाए
पुलिस की टीम अल रश इंटरप्राइजेज नाम की दुकान में भी छापा मारा, जहां से नकली आधार कार्ड बनाने के लिए 22 फर्जी स्टांप की प्रतियां बरामद की गईं। आरोपी के कंप्यूटर और लैपटॉप से 300 से ज्यादा फर्जी आधार कार्ड फॉर्मेट, पैन कार्ड की प्रतियां, जन्म प्रमाणपत्रों की नकली प्रतियां और अन्य दस्तावेज बरामद हुए। इनका उपयोग अवैध गतिविधियों में हो सकता है। सोएब कुरैशी ने राणा सरकार और रोहुल इस्लाम के साथ मिलकर कुल 17 बांग्लादेशी नागरिकों के फर्जी दस्तावेजों पर पासपोर्ट बनवाए और 9 अन्य के लिए आवेदन किया था।
आरोपियों की जानकारी
1. मोहम्मद ददल आलम उर्फ राणा सरकार, निवासी जिला किशोरगंज, बांग्लादेश: साल 2012 में अवैध रूप से भारत में घुसपैठ कर पश्चिम बंगाल के दिनहाटा क्षेत्र में आया था। इसके बाद वह विभिन्न शहरों से होता हुआ 2015 में अहमदाबाद पहुंचा। 2017 में पासपोर्ट बनवाया और 2018 से फर्जी दस्तावेज बनवाने का काम करने लगा।
2. सोएब मोहम्मद कुरैशी, निवासी नवलगढ़, राजस्थान: साल 2015 से अल रश इंटरप्राइजेज नामक दुकान के माध्यम से आधार, पैन और पासपोर्ट के लिए ऑनलाइन आवेदन करता रहा है।
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बनाए गए पासपोर्टों का उपयोग सिर्फ धोखाधड़ी के लिए नहीं, बल्कि आतंकवाद, जासूसी, तस्करी, अवैध आव्रजन और अन्य कामों के लिए किया जा सकता है। इससे सुरक्षा के गंभीर खतरे हो सकते हैं। इसके साथ ही भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा पर सीधा खतरा उत्पन्न होता है।
आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई
आरोपी (1) मोहम्मद ददल आलम उर्फ राणा सरकार, (2) सोएब मोहम्मद कुरैशी और (3) रोहुल इस्लाम (वर्तमान में दक्षिण कोरिया में) के खिलाफ दिनांक 12/05/2025 को एटीएस पुलिस स्टेशन में एफआईआर नंबर 03/2025 दर्ज की गई है। इनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 336(2), 337, 338, 340(2), पासपोर्ट अधिनियम की धारा 12(1)(ख), 12(2) और विदेशी अधिनियम, 1946 की धारा 14(ए)(बी), 14(सी) के तहत कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
भारत सरकार और गुजरात सरकार ने वर्तमान सुरक्षा स्थिति को ध्यान में रखते हुए देश में अवैध रूप से रह रहे घुसपैठियों और उन्हें मदद देने वाले व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इन निर्देशों के तहत गुजरात पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को ठोस कार्रवाई करने के आदेश मिले हैं और इसके अंतर्गत एटीएस अधिकारियों को विशेष निगरानी रखने को कहा गया है।
श्वान हमले के बाद जागी मनपा, पालतू कुत्तों के पंजीकरण में आई तेजी
17 May, 2025 01:31 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हाथीजण में श्वान के हमले में बच्ची की मौत के बाद मनपा हुई सख्त, पंजीकरण में आई तेजी
अहमदाबाद शहर के हाथीजण इलाके में पालतू श्वान के हमले में चार महीने की बच्ची की मौत की घटना के बाद अहमदाबाद महानगर पालिका पालतू श्वानों को लेकर सख्त हुई है। महानगरपालिका ने पालतू श्वानों का पंजीकरण 31 मई तक कराने का निर्देश जारी किया है। ऐसा नहीं करने वाले श्वान मालिकों के विरुद्ध कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। इसके चलते पालतू श्वानों के पंजीकरण में तेजी आई है। बीते तीन दिनों में 1300 से अधिक पालतू श्वानों का पंजीकरण कराया गया है, जबकि साढ़े चार माह में साढ़े पांच हजार पालतू श्वानों का ही पंजीकरण हुआ था।अहमदाबाद महानगरपालिका के पशु उपद्रव नियंत्रण विभाग (सीएनसीडी) ने पालतू श्वानों के रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 31 मई घोषित की है। ऐसा नहीं करने पर श्वान मालिकों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मनपा ऐसे श्वान मालिकों के घर का सीवरेज और पानी कनेक्शन काटने की तैयारी कर रही है।
सीएनसीडी के अध्यक्ष नरेश राजपूत ने बताया कि हाथीजण में चार माह की बालिका की श्वान के हमले में मौत हुई थी। इस मामले में जिस श्वान ने हमला किया था उसका पंजीकरण नहीं करवाया गया था। ऐसे गंभीर मामलों को ध्यान में रखकर बिना पंजीकृत के मामलों में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।तीन दिन में 1177 मालिकों ने कराया श्वानों का रजिस्ट्रेशनशहर में पिछले तीन दिनों में रजिस्ट्रेशन की बात की जाए तो 14 मई को 173 मालिकों ने अपने 188 श्वानों का रजिस्ट्रेशन करवाया था। इसके बाद बुधवार को 498 ने 560 और गुरुवार को 506 मालिकों ने 581 श्वानों का रजिस्ट्रेशन करवाया। इस तरह से तीन दिनों में 1177 लोंगों ने 1329 श्वानों का रजिस्ट्रेशन करवाया है। इससे पहले एक जनवरी 2025 से 13 मई तक 4874 लोगों ने 5548 श्वानों का रजिस्ट्रेशन करवाया था। इस वर्ष गुरुवार तक कुल 6051 ने 6877 श्वानों का रजिस्ट्रेशन करवाया है।
सीजफायर के बीच भुज से आई हुंकार, राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को दी सख्त चेतावनी
16 May, 2025 01:27 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत-पाकिस्तान सीजफायर के बाद पीएम मोदी से लेकर तमाम नेता सेना का मनोबल बढ़ाने में लगे हुए हैं. इसके साथ ही वे उनसे मुलाकात कर रहे हैं. पहले पीएम मोदी पंजाब के आदमपुर एयरबेस पहुंचे थे. इसके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी श्रीनगर एयरबेस पहुंचे. यहां उन्होंने सेना के जवानों से मुलाकात की. इसके साथ ही ऑपरेशन सिंदूर के दौरान के हालातों के बारे में जानकारी ली थी.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को गुजरात के भुज एयरबेस पहुंचे, जहां उन्होंने जवानों को संबोधित किया. उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि अभी तो सिर्फ ट्रेलर दिखाया है, सीजफायर तोड़ा तो देखना.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को मिलने वाले IMF की फंडिंग पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि आईएमएफ का धन आतंकवादियों तक पहुंचेगा. क्या IMF आतंकवाद को इन -डायरेक्ट फंडिंग करना चाहता है? पाकिस्तान को फंडिंग देने पर आईएमएफ पुनर्विचार करे.
क्या बोले रक्षा मंत्री?
राजनाथ सिंह ने कहा, मैं आज आपके बीच में आपका अभिनंदन करने के लिए आया हूं. ऑपरेशन सिंदूर में सचमुच में आप लोगों ने करिश्माई काम किया है और भारत का मस्तक आपने सारी दुनिया में ऊंचा किया है… ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जो हमारे सैनिक अथवा हमारे नागरिक शहीद हुए हैं, मैं सबको नमन करता हूं और जो हमारे बहादुर जवान घायल हुए हैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की मैं ईश्वर से कामना करता हूं.
उन्होंने कहा, ‘यह कोई छोटी बात नहीं है कि हमारी एयरफोर्स की पहुंच पाकिस्तान के हर कोने तक है और यह बात पूरी तरह से साबित हो चुकी है… आज स्थिति यह है कि भारत के फाइटर प्लेन बिना सरहद पार किए ही, यहीं से उनके हर कोने तक सीधा प्रहार करने में पूरी तरह से सक्षम है. पूरी दुनिया ने देख लिया है कि कैसे आपने पाकिस्तान की धरती पर मौजूद 9 ठिकानों को ध्वस्त कर दिया है. बाद में की गई कार्रवाई में उनके अनेक एयरबेस भी तबाह कर दिए… आपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नए भारत का संदेश पूरी दुनिया तक इस बार पहुंचा दिया है.’
गुरुवार को श्रीनगर गए थे राजनाथ
इससे पहले राजनाथ गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर गए थे. आज शुक्रवार को वे भुज एयरबेस पर वायुसेना के अधिकारियों-कर्मचारियों से मुलाकात करेंगे. ऑपरेशन सिंदूर के बाद राजनाथ सिंह का ये पहला दौरा है. इसकी जानकारी खुद राजनाथ सिंंह ने सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्म X पर दी है.
गुजरात भी पाकिस्तान के साथ सीमा साझा करता है. पाकिस्तानी सेना ने पिछले दिनों संघर्ष के दौरान, गुजरात के कई शहरों में भी ड्रोन अटैक की कोशिश की थी. भुज पर भी पाकिस्तान ने ड्रोन से हमला किया था. हालांकि, भारतीय डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तानी ड्रोनों को मुंहतोड़ जवाब दिया था. गुजरात और पाकिस्तान 508 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करते हैं.
आतंकी कहीं भी नहीं सुरक्षित- राजनाथ सिंह
श्रीनगर में सेना से बातचीत में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान में छिपे आतंकवादी संगठनों और उनके आकाओं को एक कड़ा और स्पष्ट संदेश दिया है कि वे कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं. उन्होंने कहा, हमारी सेनाओं ने दुनिया को दिखा दिया है कि उनका निशाना सटीक है तथा गिनती का काम दुश्मनों पर छोड़ दिया गया है.
पीएम और रक्षा मंत्री के दौरे खास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की ये विजिट कई मायनों में खास है. ऐसा इसलिए क्योंकि पाकिस्तानी सेना की तरफ से ऐसा दिखाया गया था कि आदमपुर एयरबेस, श्रीनगर और भुज एयरबेस को हमलों में नुकसान हुआ है. इन विजिट से साफ है कि पाकिस्तानी हमलों से भारत की इन जगहों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. वे पूरी तरह से सेफ हैं.
1000 साल पुराना कंकाल 'समाधि वाले बाबाजी' वडनगर संग्रहालय में पहुँचा
16 May, 2025 01:21 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गुजरात में 15 मई को पांच घंटे की कवायद और 15 विशेषज्ञों की निगरानी के बाद 1000 साल पुराने कंकाल को वडनगर पुरातत्व अनुभव संग्रहालय में स्थानांतरित कर दिया गया. इस संग्रहालय का उद्घाटन इस साल जनवरी में किया गया था. 1000 साल पुराने कंकाल को ‘समाधि वाले बाबाजी’ कहा जाता है.
इस कंकाल को मेहसाणा जिले से साल 2019 में खुदाई करके निकाला गया था. तब से इसे अस्थायी तंबू के अंदर रखा गया था. अब कंकाल को नया घर मिल गया है. वडनगर पुरातत्व अनुभव संग्रहालय के क्यूरेटर महिंदर सिंह सुरेला ने बताया- कंकाल को गुरुवार शाम 6 बजे के आसपास संग्रहालय में स्थानांतरित कर दिया गया है. इसे एहतियाती बैरिकेड के साथ रिसेप्शन क्षेत्र के पास ग्राउंड फ्लोर पर रखा गया है. वर्तमान में, यह प्रदर्शन के लिए नहीं है. जैसे ही निर्देश प्राप्त होंगे, संरक्षण के दृष्टिकोण से कंकाल की जांच के बाद, इसे संग्रहालय की गैलरी में स्थानांतरित करने की योजना बनाई जाएगी.
साल 2023 से ही कंकाल को वडनगर के पुराने शहर के बाहरी इलाके में सरकारी आवास के खुले मैदान में 12×15 फीट के तिरपाल और कपड़े के तंबू के अंदर रखा गया था. इससे पहले इसे आवास की सीढ़ियों के नीचे गलियारे में रखा गया था.
अधिकारियों ने बताया- कंकाल को टेंट से बाहर निकालने के लिए क्रेन का इस्तेमाल किया गया. खुदाई स्थलों पर काम करने वाले 15 से ज्यादा एएसआई और राज्य सरकार के अधिकारियों की देखरेख में इसे एक ट्रेलर में ले जाया गया. इस प्रक्रिया में पांच घंटे से ज्यादा का समय लगा. 2019 में रेलवे लाइन के पार अनाज गोदाम से सटी बंजर जमीन से कंकाल की खुदाई की गई थी.
समाधि की स्थिति में कंकाल दफनाया
इससे पहले गुजरात के पुरातत्व एवं संग्रहालय निदेशक पंकज शर्मा ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया था- लोथल के संग्रहालय में भी कंकाल रखने पर विचार किया जा रहा है. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के वडोदरा सर्कल के पूर्व अधीक्षण पुरातत्वविद् अभिजीत आंबेकर, जो वडनगर उत्खनन से करीब से जुड़े थे, उन्होंने कहा था कि पिछले कई वर्षों में खोजी गई 9,000 से अधिक पुरावशेषों के साथ यह कंकाल गुजरात सरकार को सौंप दिया गया है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह कंकाल किसी ऐसे व्यक्ति का है जिसे बैठी हुई या ‘समाधि’ की स्थिति में दफनाया गया था, जो उस समय ‘गुजरात में सभी धर्मों में’ प्रचलित प्रथा थी.
पेपर में किया गया था इस कंकाल का जिक्र
हेरिटेज: जर्नल ऑफ मल्टीडिसिप्लिनरी स्टडीज इन आर्कियोलॉजी में प्रकाशित वडनगर: ए थ्राइविंग कम्पोजिट टाउन ऑफ हिस्टोरिकल टाइम्स शीर्षक वाले एक पेपर में आंबेकर और अन्य ने इस खोज का वर्णन कुछ इस प्रकार किया था- एक गड्ढे में क्रॉस-लेग्ड मुद्रा में बैठा हुआ एक अक्षुण्ण. अच्छी तरह से संरक्षित कंकाल. उत्तर की ओर मुख किए हुए सिर सीधा है, दाहिना हाथ गोद में रखा हुआ है. जबकि, बायां हाथ छाती के स्तर तक उठा हुआ है. संभवतः एक लकड़ी की छड़ी (डंडा) पर टिका हुआ है जो नष्ट हो चुका है. इस समाधि प्रकार के दफन की प्राचीनता संभवतः 9वीं-10वीं शताब्दी ईस्वी से शुरू की जा सकती है. संभवतः तब जब चौकोर स्मारक स्तूप का उपयोग नहीं किया जाता था.
आइसक्रीम में छिपकली की पूंछ मिलने से हड़कंप, महिला की तबीयत बिगड़ी
15 May, 2025 05:35 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद: कुछ समय पहले मुंबई में आइसक्रीम में कटी उंगुली मिलने का मामला सामने आया था। अब गुजरात के अहमदाबाद में एक महिला को आइसक्रीम के कोन में छिपकली की पूंछ मिली है। महिला ने आइसक्रीम का कोन खा लिया था लेकिन जैसे ही महिला को छिपकली की पूंछ दिखी तो उसकी तबीयत बिगड़ गई। महिला को उलटी आ गई। महिला एक हैवमोर ब्रांड की यह आइसक्रीम अहमदाबाद में मणिनगर स्थित एक दुकान से खरीदी थी। आइसक्रीम के कोन मे छिपकली की पूछ मिलने की घटना के बाद अहमदाबाद नगर निगम ने कार्रवाई की है। निगम ने महालक्ष्मी कॉर्नर नाम की दुकान को सील कर दिया है। निगम ने दुकान के ऊपर 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है।
महिला ने वीडियो में बताई आपबीती
सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में महिला ने कहा कि बच्चों के कुल चार कोन खरीदे थे। महिला ने कहा कि उनमें से एक कोन में छिपकली की पूंछ निकली। इसके चलजे मुझे लगातार उल्टी हो रही है। शुक्र है कि मेरे बच्चों ने इसे नहीं खाया। अगर कुछ हुआ तो हम कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज करेंगे। कृपया कुछ भी खाने से पहले उत्पाद की जांच कर लें। महिला ने अहमदाबाद नगर निगम में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद आइसक्रीम पार्लर, महालक्ष्मी कॉर्नर को सील कर दिया गया क्योंकि उसके पास खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत लाइसेंस नहीं था। आइसक्रीम ब्रांड हैवमोर पर भी 50,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
विभाग ने लिए आइसक्रीम के नमूने
खाद्य विभाग के अधिकारी डॉ. भाविन जोशी ने बताया कि हमें मीडिया के माध्यम से मणिनगर क्षेत्र में आइसक्रीम कोन में छिपकली मिलने की शिकायत मिली थी। हमने तुरंत महिला से संपर्क किया और पता चला कि उसने महालक्ष्मी कॉर्नर नामक दुकान से हैवमोर की आइसक्रीम कोन खरीदी थी। आगे की जांच में पता चला कि आइसक्रीम कोन का निर्माण नरोदा जीआईडीसी फेज 1 में हैवमोर आइसक्रीम प्राइवेट लिमिटेड कारखाने में किया गया था। अधिकारियों ने कहा कि आइसक्रीम कोन के नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए हैं और कंपनी को बाजार से पूरे बैच को वापस लेने के लिए सूचित किया गया है।
गुजरात के कच्छ में 3.4 तीव्रता का भूकंप, कोई नुकसान नहीं
15 May, 2025 05:21 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गुजरात के कच्छ जिले में बुधवार शाम को 3.4 तीव्रता का भूकंप आया. यह जानकारी भूकंपीय अनुसंधान संस्थान (आईएसआर) ने दी. एक जिला आपदा प्रतिक्रिया अधिकारी ने कहा कि इसके कारण किसी के हताहत होने या संपत्ति को नुकसान होने की कोई सूचना नहीं है. गांधीनगर स्थित आईएसआर ने में कहा कि 3.4 तीव्रता का भूकंप शाम 6.55 बजे दर्ज किया गया और इसका केंद्र जिले के भचाऊ से 12 किलोमीटर उत्तर-उत्तर पूर्व में था.
जिले के अधिकारियों ने कहा कि जान-माल के किसी नुकसान की सूचना नहीं है. कच्छ जिला “बहुत उच्च जोखिम” वाले भूकंपीय क्षेत्र में स्थित है और वहां अक्सर कम तीव्रता के भूकंप आते रहते हैं.
गुजरात में 23 अप्रैल 2025 को भी भूकंप आया था. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) ने उस दिन कच्छ में आए भूकंप की तीव्रता 4.3 दर्ज किया था. एनसीएस ने बताया कि रात 11.26 बजे आए भूकंप का केंद्र राजकोट से 160 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में स्थित था. भूकंप की गहराई 20 किलोमीटर थी.
24 साल पहले आया था 6.9 तीव्रता का भूकंप
26 जनवरी 2001 को गुजरात में 6.9 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसका केंद्र कच्छ के भचाऊ के पास था. जीएसडीएमए के आंकड़ों के अनुसार भूकंप ने कच्छ सहित पूरे राज्य को प्रभावित किया था. इसे गुजरात की अर्थव्यवस्था को भी काफी नुकसान पहुंचा था. करीब 13,800 लोगों की मौत हुई और 1.67 लाख लोग घायल हुए थे.
गुजरात राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (जीएसडीएमए) के आंकड़ों के मुताबिक पिछले 200 वर्षों में प्रदेश में नौ बड़े भूकंप आए हैं. इसमें 2001 का कच्छ भूकंप पिछली दो शताब्दियों में भारत में तीसरा सबसे बड़ा और दूसरा सबसे विनाशकारी भूकंप था. कच्छ में आए उस भूकंप ने एक बड़े भूभाग को तबाह कर दिया था.
2001 के भूकंप में भुज में भारी तबाही हुई थी. लगभग 10 हजार लोग मारे गए थे. भूकंप की वजह से 95 प्रतिशत इमारतें नष्ट हो गईं या रहने लायक नहीं रहीं थीं. शहर में 38,653 घर आंशिक रूप से या पूरी तरह से ढह गए थे. भूकंप ने भुज में 8 स्कूल, दो अस्पताल और 4 किलोमीटर सड़क को भी नष्ट कर दिया था.
अहमदाबाद में एकतरफा प्यार बना जानलेवा, मैनेजर की सोसाइटी में ही हत्या
14 May, 2025 05:28 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद: गुजरात के अहमदाबाद में एकतरफा प्यार का खूनी अंजाम सामने आया है। शहर के निकोल एरिया में एक युवक ने सड़क पर लड़की को रोका तो उसके दोस्त ने चाबी से वार करके मार डाला। अहमदाबाद पुलिस ने इस सनसनीखेज घटना में आरोपी को अरेस्ट कर लिया है। मृतक लड़की को एकतरफा प्यार करता था। वह लड़की का रिश्ता तय होने के बाद परेशान था। उसने सड़क पर रोक बात करनी चाही तो साथ में मौजूद लड़के ने उसकी जान ले ली।
कब क्या हुआ?
अहमदाबाद पुलिस को मिली शिकायत के एक प्राइवेट कंपनी में मैनेजर भावेश श्रीमाली अपनी ही सोसायटी में रहने वाली संजना को एकतरफा मोहब्बत थी। संजना की मंगनी होने की बात जब भावेश को पता चली तो वही उसका पीछा करता था। वह संजना से बात करना चाहता था और अपने दिल की बात रखना चाहता था रविवार जब संजना अपने पड़ोस में रहने वाले हर्ष परमार के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर अपने गांव जा रही थी। तभी भावेश ने पीछे से आकर दोनों को बीच सड़क पर रोककर झगड़ा शुरू कर दिया। इस दौरान हर्ष ने भावेश के सीने के नीचे के हिस्सों में मोटरसाइकिल की चाबी से कई हमले किए। जिसमें भावेश बुरी तरह जख्मी हुआ। बाद में भावेश श्रीमाली की मौत हो गई।
पिता ने दर्ज कराई हत्या की FIR
निकोल पुलिस थाना के इंस्पेक्टर वी एस वाघेला के अनुसार मृतक भावेश के पिता मुकेश श्रीमाली ने बेटे की हत्या को लेकर एफआईआर दर्ज कराई है। इसमें बताया गया है कि भावेश श्रीमाली रविवार की दोपहर तीन बजे के आसपास अपने पिता मुकेश श्रीमाली को कुछ काम से बाहर जाने की बात कहकर निकला था। पिता का कहना है कि कुछ देर बाद पड़ोस में रहने वाली संजना ने फोन करके बाहर आने के लिए कहा था। पिता जब सोसायटी के बाहर निकलकर नैन्सी ब्यूटी पार्लर पहुंचे तो वहां पर भीड़ जमा थी। जहां मुकेशभाई ने अपने बेटे भावेश को लहूलुहान हालत में देखा और चौंक उठे। वे अस्पताल लेकर गए लेकिन मौत हो गई।
गार्ड की नौकरी करता है हत्यारोपी
पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपी हर्ष परमार और मृतक भावेश श्रीमाली एक ही सोसायटी में रहते थे। भावेश की हत्या के बाद निकोल पुलिस ने हर्ष परमार को गिरफ़्तार करके उसकी पूछताछ शुरू की है। संजना की भी पुलिस पूछताछ कर रही है। हर्ष जो गांधीनगर स्थित प्राइवेट कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड के तौर पर नौकरी करता है। निकोल पुलिस ने हत्या के इस मामले में मृतदेह का पोस्टमार्टम करवाया है। यह घटना गुजरात के निकोल एरिया में चर्चा का विषय बनी हुई है।
गुजरात: पालतू रोटवीलर का हमला, चार महीने की बच्ची की दर्दनाक मौत
14 May, 2025 05:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद: गुजरात के अहमदाबाद शहर से एक बेहद सनसनीखेज खबर सामने आई है। अहमदाबाद शहर में एक रिहायशी सोसायटी में चार महीने की बच्ची को पालतू रोटवीलर कुत्ते ने मार डाला। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि कुत्ता मालिक से कंट्रोल से बाहर हो गया था।
घटना सोमवार रात शहर के हाथीजन इलाके में हुई
उन्होंने बताया कि यह घटना सोमवार रात शहर के हाथीजन इलाके में हुई। बच्ची की मौसी उसे हाउसिंग सोसायटी के कॉमन गार्डन में ले गई। पुलिस इंस्पेक्टर हितेश बारिया ने बताया कि उस समय एक महिला निवासी अपने पालतू रोटवीलर कुत्ते को फोन पर बात करते हुए नीचे ले आई।
कुत्ता अचानक आक्रामक हो गया
उन्होंने बताया कि अचानक कुत्ता आक्रामक हो गया और मालिक की पकड़से छूटते ही उसने बच्ची और उसकी मौसी पर हमला कर दिया। दोनों घायलों को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बच्ची की मौत हो गई, जबकि उसकी मौसी अभी भी अस्पताल में भर्ती है।
इंस्पेक्टर ने बताया कि हमने बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद एफआईआर दर्ज की जाएगी।
सीसीटीवी फुटेज में हमला करते दिखाई दे रहा है कुत्ता
हाउसिंग सोसाइटी द्वारा साझा किए गए सीसीटीवी फुटेज में एक बड़े रोटवीलर कुत्ते ने शिशु और उसकी मौसी पर हमला किया, जब वे अन्य लोगों के साथ बगीचे के पास बैठे थे। इससे पहले कि मालिक कुछ कर पाता और स्थिति को संभाल पाता, आक्रामक कुत्ते ने शिशु को नोच डाला और उसकी मौसी को घायल कर दिया।
शिशु के मामा राजू चौहान ने संवाददाताओं को बताया कि शिशु की गर्दन और खोपड़ी पर गहरे घाव के कारण मृत्यु हो गई। घटना की जानकारी मिलने के बाद अहमदाबाद ग्रामीण की विवेकानंदनगर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।
गुजरात: हिमखिमड़ी गांव में संदिग्ध मदरसे पर चला बुलडोजर,
13 May, 2025 05:47 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गुजरात के अमरेली जिले के धारी तालुका के हिमखिमड़ी गांव में बंद मदरसे में चल रही संदिग्ध गतिविधियों के बाद प्रशासन ने आज सख्त कार्रवाई की है। इस अवैध रूप से संचालित मदरसे पर बुलडोजर चला दिया गया है।
पुलिस जांच में पता चला है कि इस मदरसे में पढ़ाने वाले मौलाना मोहम्मद फजल अब्दुल अजीज शेख के तार पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से जुड़े हैं। फिलहाल गुजरात एटीएस इस मौलाना से गहन पूछताछ कर रही है।
क्या है पूरा मामला?
इस कार्रवाई की जानकारी देते हुए धारी प्रांत अधिकारी हर्षवर्धनसिंह जाडेजा ने बताया कि मौलाना की गिरफ्तारी के बाद पूरे मामले की जांच राजस्व विभाग को सौंप दी गई है। जब विभाग ने भवन के स्वामित्व की जांच की तो पता चला कि मकान लगभग 100 वर्ग मीटर के प्लॉट पर बना हुआ है।
यह भूखंड पहले लेन समिति द्वारा गरीब लाभार्थियों को दिया किया गया था। प्रारंभिक जांच से यह भी पता चला कि यह मदरसा या तो लाभार्थी द्वारा दान किया गया था या बेचा गया था। प्रांतीय अधिकारी ने आगे कहा कि लेन समिति के नियमों के अनुसार, इस तरह के काम को शर्तों का उल्लंघन माना जाता है। इसलिए इस प्लॉट को सरकार ने अधिग्रहित कर लिया है और इस पर हुए अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया है।
पुलिस कर रही मामले की जांच
फिलहाल पुलिस और एटीएस की टीम इस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है और मौलाना के अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन के बारे में और जानकारी हासिल की जा रही है। इस घटना से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है।
गुजरात में सामूहिक विवाह का मज़ाक, तोहफे में दिए नकली गहने
13 May, 2025 05:41 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गुजरात में कई समुदायों द्वारा सामूहिक विवाह का आयोजन किया जाता है, जिसमें विवाहित जोड़ों को उपहार स्वरूप कपड़े और आभूषण दिए जाते हैं. राराजकोट में भी आयोजित सामूहिक विवाह में जोड़ों को आभूषण और अन्य सामान दान में दिए गए थे, लेकिन जब उन्होंने घर जाकर आभूषणों की जांच की तो वो नकली निकले.
दरअसल, राजकोट जिले के कुवाडवा क्षेत्र में शिवाजी सेना द्वारा सामूहिक विवाह विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. सामूहिक विवाह का ये कार्यक्रम 27 अप्रैल को आयोजित किया गया था. इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम के दौरान आभूषण के नाम पर धोखाधड़ी की घटना सामने आई है. लखतर के एक परिवार ने आयोजकों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. ये शिकायत कुवाडवा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है.
आयोजकों ने कहा- हम आभूषण बदलने के लिए तैयार
परिवार ने आरोप लगया है कि सामूहिक विवाह कार्यक्रम में असली आभूषणों के बजाय नकली आभूषण उपहार में दिए गए. हालांकि, आयोजकों ने विवाद पर स्पष्टीकरण दिया है. आयोजकों ने कहा, ” परिवार को उपहार स्वरूप एक सोने और एक चांदी का आभूषण दिया गया था. अगर परिवार को उपहार में मिले आभूषण नकली हैं, तो हम आभूषण बदलने के लिए तैयार हैं.”
आयोजकों ने माफी भी मांगी
इसके अलावा आयोजकों की ओर से एक वीडियो बनाकर इस घटना के लिए माफी भी मांगी गई है. आयोजक ने आगे कहा कि सामूहिक विवाह की व्यवस्था की जिम्मेदारी हमारी है और पीड़ितों से भी अपील की है कि ऐसी कोई घटना होने पर वो सीधे उनसे संपर्क करें.
पहलगाम हमला: पीड़ितों ने 'ऑपरेशन सिंदूर' को सराहा, कहा - यह आतंकवाद पर करारा प्रहार
12 May, 2025 04:28 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम के बाद पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए व्यक्ति के भतीजे यतीश ने आपरेशन सिंदूर के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सेना के प्रति आभार व्यक्त किया और आतंकवाद के सफाए की मांग की।
यतीश ने कहा कि पीएम मोदी और हमारी सेना ने आपरेशन सिंदूर शुरू करके बदला लिया और हम इसके लिए उनका धन्यवाद करते हैं।
हमेशा के लिए समाप्त होना चाहिए आतंकवाद
प्रधानमंत्री को हमेशा के लिए आतंकवाद को खत्म करना चाहिए। इस बीच, पुणे में एक अन्य पीड़ित परिवार ने भी ऐसी ही भावनाएं व्यक्त कीं। पहलगाम हमले में मारे गए कौस्तुभ गणबोटे के पुत्र कुणाल गणबोटे ने सरकार के प्रयासों पर संतोष व्यक्त किया है।
'सेना ने किया बड़ा काम'
उन्होंने कहा कि सरकार ने जो भी कदम उठाए हैं, हम उससे संतुष्ट हैं और उसका समर्थन करते हैं। सरकार ने जो सैन्य कार्रवाई की, वह पहलगाम में जान गंवाने वालों के लिए एक श्रद्धांजलि थी। हम भारत के लोगों और सेना का धन्यवाद करते हैं, क्योंकि वे इस कठिन परिस्थिति में हमारे साथ रहे हैं।
भारतीय सेना के कदम ने विश्वास जगाया
इसके अलावा पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए संतोष जगदाले की बेटी असावरी जगदाले ने भारतीय सेना द्वारा की गई कार्रवाई पर कहा कि हम खुशी से रो रहे थे। मोदी ने बदला लिया है, और जिस तरह से आपरेशन का नाम रखा गया, हमारे आंसू नहीं रुक रहे हैं।
जिन बहनों के सिंदूर को इन आतंकवादियों ने मिटाया, भारत ने उन पर नौ स्थानों पर हमला किया है। पहलगाम हमले के एक अन्य पीड़ित शुभम द्विवेदी के पिता संजय द्विवेदी ने कहा कि भारतीय सेना द्वारा उठाए गए कदम ने देश की सरकार में विश्वास की भावना पैदा की है।
कौन हैं कर्नल सोफिया कुरैशी, जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के दावों की उड़ाई धज्जियाँ?
12 May, 2025 04:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पाकिस्तान में आतंकी अड्डों को नष्ट करने वाली भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर का चेहरा बनी गुजरात मूल की कर्नल सोफिया कुरैशी के पिता व दादा भी सेना में रह चुके हैं। उनके माता-पिता ने बेटी पराक्रम पर गर्व जताते हुए कहा कि उसने देश के लिए कुछ किया है। बचपन में सोफिया सेना के पराक्रम की कहानी सुना करती थी, आज खुद पराक्रम कर दिया।
उन्होंने कहा पाकिस्तान गंदा देश है उसका नाम भी लेना पसंद नहीं। भारत को एक अच्छा प्रधानमंत्री मिला है, भारत जल्दी ही पीओजेके भी वापस लेगा।
सोफिया के पिता ताजुद्दीन कुरैशी का कहना है कि पढ़ाई के दौरान ही एक दिन सोफिया ने कहा कि सेना में अभी हमारे परिवार से कोई नहीं है तो क्यों नहीं मैं शामिल हो जाऊं। सोफिया की बहन सायना नेशनल कैडेट कोर एनसीसी में फायरिंग गोल्ड मेडलिस्ट हैं तथा वजन कम होने के कारण वह सेना में नहीं जा सकीं, लेकिन सोफिया का चयन हो गया।
'अब गुलाम जम्मू-कश्मीर को भी वापस लाना है'
पिता कहते हैं, भारत सरकार ने बेटी को एक शानदार मौका दिया, हमारा मकसद पूरा हुआ। बेटी ने देश के लिए कुछ किया, अब गुलाम जम्मू-कश्मीर को भी वापस लाना है। देश को नरेन्द्र मोदी जैसा प्रधानमंत्री मिला, ऐसा नेता और कहां मिलता है। ताज कहते हैं कि हमारा दुश्मन एक गंदा देश है उसका नाम लेना भी ठीक नहीं है। भारत ने उसके खिलाफ जो एक्शन लिया वह उसी के लायक है।
वायुसेना में भर्ती की तैयारी कर रहा बेटा
मां अलीमा का कहना है कि बेटा हो या बेटी दोनों समान होते हैं, बेटी के पराक्रम से सिर गर्व से ऊंचा हो गया। सोफिया को पिता सेना के पराक्रम की कहानियां सुनाया करते थे आज सोफिया ने खुद एक महान पराक्रम कर बताया। सोफिया का बेटा समीर वायुसेना में भर्ती की तैयारी कर रहा है, वहीं भतीजी सायरा भी सेना में शामिल होना चाहती है। भाई संजय कुरैशी बताते हैं कि आज खुशी बयां नहीं कर सकता, सीना चौड़ा हो गया, जैसे दुनिया जीत ली। पाकिस्तान को ऐसा जवाब देना जरूरी था।
पीएचडी अधूरी छोड़कर शार्ट सर्विस कमिशन में हुई भर्ती
गुजरात के फौजी परिवार की कर्नल सोफिया कुरैशी सेना में सिग्नल अफसर हैं। उन्होंने हिंदी में ऑपरेशन सिंदूर में सैन्य कार्रवाई का ब्योरा दिया। कर्नल सोफिया की स्कूली शिक्षा वडोदरा के केंद्रीय विद्यालय में हुई उसके बाद उसने एमएस विश्व विद्यालय से विज्ञान में स्नातक कर बायोकेमिस्ट्री में स्नात्तकोत्तर किया और पीएचडी में प्रवेश लिया।
वर्ष 1999 में मौका मिला तो पीएचडी अधूरी छोड़कर शार्ट सर्विस कमिशन के जरिए सेना में भर्ती हो गईं। जब वह एकेडमी में आईं तो कारगिल युद्ध चल रहा था। 2006 में वह कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के अभियान में शामिल हो चुकी हैं। वर्ष 2016 में उन्होंने बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास में भी हिस्सा लिया। आसियान सैन्य दस्ते में वह अकेली महिला अफसर थीं।
विंग कमांडर व्योमिका सिंह वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह हेलीकॉप्टर पायलट हैं और उन्होंने अंग्रेजी में आपरेशन सिंदूर का ब्योरा दिया। व्योमिका ने भारतीय वायुसेना के एक पायलट से विवाह किया है।
व्योमिका सिंह ने वर्ष 2023 में एक टीवी चैनल को बताया था कि 1990 की शुरुआत में एक परिचर्चा में भाग लेने के दौरान उन्हें वायुसेना ने आकर्षित किया। जब वह छठीं क्लास में थीं तब उनमें पायलट बनने की ललक जगी। उसी दौरान उन्हें उनके नाम का अर्थ 'आकाश की स्वामिनी' पता लगा। वह 2500 से अधिक घंटों की उड़ानें भर चुकी हैं। उन्होंने जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर के ऊंचे अक्षांशों में उड़ान भरी है और नागरिकों के कई रेस्क्यू ऑपरेशन किए हैं।
गुजरात के सीएम का बड़ा बयान: 'दवाइयों से लेकर ईंधन तक, हर चीज का पर्याप्त स्टॉक मौजूद
10 May, 2025 08:52 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मौजूदा हालात में राज्य सरकार के पास जीवन जरूरी वस्तुओं, दवाइयों, ईंधन आदि का भंडार पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। राज्य के सीमावर्ती जिलों के कलेक्टर उनके जिलों में ऐसी किसी भी वस्तु की जरूरत प्रतीत हो कि वे तुरंत ही राज्य सरकार से संपर्क कर तत्काल प्राप्त कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल द्वारा राज्य के जिला प्रशासनों के साथ की गई वीडियो कॉन्फ्रेंस समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी गई। बैठक में यह भी बताया गया कि सम्बद्ध सीमावर्ती जिला प्रभारी सचिवों को मौजूदा स्थिति में जिला प्रशासन का मार्गदर्शन करने के लिए भेजा गया है।
जिलों की स्थिति का जायजा लिया
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने देश में पैदा हुए मौजूदा हालात में सीमावर्ती राज्य के रूप में गुजरात और विशेषकर सीमावर्ती जिलों के नागरिकों के जान-माल की सुरक्षा हो तथा जनजीवन सामान्य बना रहे, इसके लिए जिला प्रशासन के आयोजनों की विस्तृत समीक्षा गांधीनगर स्थित स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर (एसईओसी) में गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी तथा मुख्य सचिव पंकज जोशी की उपस्थिति में की।
पटेल ने बनासकांठा, कच्छ, पाटण, जामनगर जैसे सीमावर्ती जिलों के प्रशासनिक प्रमुखों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस कर उनके जिलों की स्थिति का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने मौजूदा स्थिति में सीमावर्ती जिलों में कम्युनिकेशन नेटवर्क बना रहे तथा लोगों तक समय-समय पर सूचनाएं एवं निर्देश उचित ढंग से पहुंच सकें।
इसके लिए सैटेलाइट फोन, वायरलेस सिस्टम, वॉकी-टॉकी की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने को भी सम्बद्ध जिला अधिकारियों से कहा। उन्होंने सीमावर्ती गांवों में जरूरत पड़ने पर लोगों का सुरक्षित स्थानांतरण हो सके, इसके लिए विलेज इवैक्यूएशन प्लान को अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए मार्गदर्शन दिया।
रोजमर्रा के सामानों का पर्याप्त भंडार
उन्होंने सेफर प्लेस पर तत्काल पहुंचे जा सकने वाले स्थल तैयार करने तथा स्थानांतरण के लिए पर्याप्त वाहनों का प्रबंध करने के भी दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मौजूदा स्थिति में यदि कोई विकट स्थिति के समय सड़कों को नुकसान हो, तो परिवहन प्रभावित न हो एवं प्रभावित सड़क मार्ग तीव्रता से मोटरेबल हो सकें, इसके लिए सीमावर्ती जिलों सहित राज्य में सड़क एवं भवन विभाग की टीमों को अत्याधुनिक साधन-सामग्री एवं पर्याप्त मैनपावर के साथ सतर्क रहने के निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि राज्य में गेहूं, चावल, दाल, आलू-ब्याज जैसी रोजमर्रा के उपयोग की वस्तुओं का पर्याप्त भंडार है। जिला प्रशासन द्वारा यह स्टॉक प्रतिदिन अपडेट किया जा रहा है। पेट्रोल-डीजल की कोई किल्लत पैदा न हो, इसके लिए पेट्रोलियम कंपनियों के साथ को-ऑर्डिनेशन किया जा रहा है।
अतिरिक्त एंबुलेंस की तैनात
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव धनंजय द्विवेदी ने राज्य के स्वास्थ्य विभाग की सज्जता की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि सीमावर्ती जिलों में अन्य जिलों के मेडिकल स्टाफ व चिकित्सकों को पहुंचाया गया है। इतना ही नहीं, भुज, जामनगर, पाटण, बनासकांठा में अतिरिक्त एम्बुलेंसें आवंटित की गई हैं।
रक्त की आवश्यकता के समय सरलता से रक्त उपलब्ध हो सके; इस उद्देश्य से मेगा ब्लड डोनेशन कैम्प भी आयोजित किए जा रहे हैं। मुख्य सचिव पंकज जोशी ने राज्य के सभी जिलों के कलेक्टरों को लगातार सतर्क रहकर राज्य सरकार के कंट्रोल रूम के साथ सतत संपर्क में रहने के निर्देश दिए।
इस समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव एम. के. दास, पुलिस महानिदेशक विकास सहाय, राजस्व, सामान्य प्रशासन, ऊर्जा तथा श्रम एवं रोजगार विभाग के अपर मुख्य सचिव, सीमा सुरक्षा बल एवं सेना के अधिकारी, मुख्यमंत्री की सचिव अवंतिका सिंह, राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडे और अन्य वरिष्ठ अधिकारी सहभागी हुए।
सीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक, जरूरी वस्तुओं की कीमतें बनीं चर्चा का विषय
10 May, 2025 08:50 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गांधीनगर: मौजूदा हालात में राज्य सरकार के पास जीवन जरूरी वस्तुओं, दवाइयों, ईंधन आदि का भंडार पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। राज्य के सीमावर्ती जिलों के कलेक्टर उनके जिलों में ऐसी किसी भी वस्तु की जरूरत प्रतीत हो कि वे तुरंत ही राज्य सरकार से संपर्क कर तत्काल प्राप्त कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल द्वारा राज्य के जिला प्रशासनों के साथ की गई वीडियो कॉन्फ्रेंस समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी गई। बैठक में यह भी बताया गया कि सम्बद्ध सीमावर्ती जिला प्रभारी सचिवों को मौजूदा स्थिति में जिला प्रशासन का मार्गदर्शन करने के लिए भेजा गया है।
जिलों की स्थिति का जायजा लिया
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने देश में पैदा हुए मौजूदा हालात में सीमावर्ती राज्य के रूप में गुजरात और विशेषकर सीमावर्ती जिलों के नागरिकों के जान-माल की सुरक्षा हो तथा जनजीवन सामान्य बना रहे, इसके लिए जिला प्रशासन के आयोजनों की विस्तृत समीक्षा गांधीनगर स्थित स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर (एसईओसी) में गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी तथा मुख्य सचिव पंकज जोशी की उपस्थिति में की।
पटेल ने बनासकांठा, कच्छ, पाटण, जामनगर जैसे सीमावर्ती जिलों के प्रशासनिक प्रमुखों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस कर उनके जिलों की स्थिति का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने मौजूदा स्थिति में सीमावर्ती जिलों में कम्युनिकेशन नेटवर्क बना रहे तथा लोगों तक समय-समय पर सूचनाएं एवं निर्देश उचित ढंग से पहुंच सकें।
इसके लिए सैटेलाइट फोन, वायरलेस सिस्टम, वॉकी-टॉकी की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने को भी सम्बद्ध जिला अधिकारियों से कहा। उन्होंने सीमावर्ती गांवों में जरूरत पड़ने पर लोगों का सुरक्षित स्थानांतरण हो सके, इसके लिए विलेज इवैक्यूएशन प्लान को अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए मार्गदर्शन दिया।
रोजमर्रा के सामानों का पर्याप्त भंडार
उन्होंने सेफर प्लेस पर तत्काल पहुंचे जा सकने वाले स्थल तैयार करने तथा स्थानांतरण के लिए पर्याप्त वाहनों का प्रबंध करने के भी दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मौजूदा स्थिति में यदि कोई विकट स्थिति के समय सड़कों को नुकसान हो, तो परिवहन प्रभावित न हो एवं प्रभावित सड़क मार्ग तीव्रता से मोटरेबल हो सकें, इसके लिए सीमावर्ती जिलों सहित राज्य में सड़क एवं भवन विभाग की टीमों को अत्याधुनिक साधन-सामग्री एवं पर्याप्त मैनपावर के साथ सतर्क रहने के निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि राज्य में गेहूं, चावल, दाल, आलू-ब्याज जैसी रोजमर्रा के उपयोग की वस्तुओं का पर्याप्त भंडार है। जिला प्रशासन द्वारा यह स्टॉक प्रतिदिन अपडेट किया जा रहा है। पेट्रोल-डीजल की कोई किल्लत पैदा न हो, इसके लिए पेट्रोलियम कंपनियों के साथ को-ऑर्डिनेशन किया जा रहा है।
अतिरिक्त एंबुलेंस की तैनात
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव धनंजय द्विवेदी ने राज्य के स्वास्थ्य विभाग की सज्जता की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि सीमावर्ती जिलों में अन्य जिलों के मेडिकल स्टाफ व चिकित्सकों को पहुंचाया गया है। इतना ही नहीं, भुज, जामनगर, पाटण, बनासकांठा में अतिरिक्त एम्बुलेंसें आवंटित की गई हैं।
रक्त की आवश्यकता के समय सरलता से रक्त उपलब्ध हो सके; इस उद्देश्य से मेगा ब्लड डोनेशन कैम्प भी आयोजित किए जा रहे हैं। मुख्य सचिव पंकज जोशी ने राज्य के सभी जिलों के कलेक्टरों को लगातार सतर्क रहकर राज्य सरकार के कंट्रोल रूम के साथ सतत संपर्क में रहने के निर्देश दिए।
इस समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव एम. के. दास, पुलिस महानिदेशक विकास सहाय, राजस्व, सामान्य प्रशासन, ऊर्जा तथा श्रम एवं रोजगार विभाग के अपर मुख्य सचिव, सीमा सुरक्षा बल एवं सेना के अधिकारी, मुख्यमंत्री की सचिव अवंतिका सिंह, राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडे और अन्य वरिष्ठ अधिकारी सहभागी हुए।
सीमा तनाव के बीच PM मोदी ने भूपेंद्र पटेल से जानी राज्य की स्थिति
9 May, 2025 07:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से टेलीफोन पर बातचीत की और सीमावर्ती राज्य के रूप में गुजरात की तैयारियों तथा सीमा पर तनाव की वर्तमान स्थिति में राज्य सरकार द्वारा की गई अग्रिम योजना का विवरण प्राप्त किया तथा इस संबंध में आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया.
प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार ने नागरिकों की सुरक्षा के लिए उठाए गए पर्याप्त कदमों के बारे में भी जानकारी प्राप्त की. खासतौर पर कच्छ, बनासकांठा, पाटन, जामनगर जैसे संवेदनशील जिलों में, जिनकी सीमा पाकिस्तान से लगती है.
7 घंटे तक रहा ब्लैक आउट
अधिकारियों ने बताया कि भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच गुरुवार रात गुजरात के कच्छ और बनासकांठा के सीमावर्ती जिलों के कई हिस्सों में 7 घंटे से अधिक समय तक बिजली गुल रही. कच्छ और बनासकांठा दोनों जिले पाकिस्तान की सीमा से सटे हैं. अधिकारियों ने पुष्टि की कि भुज, नलिया, नखत्राणा और गांधीधाम कस्बों सहित कच्छ के कई हिस्सों में पाकिस्तान की किसी भी आक्रामक हरकत को रोकने के लिए एहतियाती उपाय के तौर पर पूरी तरह से बिजली गुल कर दी गई.
ड्रोन मिसाइलों को रोका
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने 7-8 मई की रात को उत्तरी और पश्चिमी भारत में सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाकर पाकिस्तान कू ओर से लॉन्च किए गए सभी ड्रोन और मिसाइलों को सफलतापूर्वक रोक दिया था.
अवंतीपोरा से भुज तक फैले हमलों के प्रयासों को तकनीकि से लैस एंटी-यूएवी और मिसाइल रक्षा प्रणालियों का इस्तेमाल करके प्रभावी ढंग से मुकाबला किया गया. जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि भारतीय धरती पर कोई नुकसान या हताहत न हो. रिपोर्टों के मुताबिक, भारत ने अपने एस-400 वायु रक्षा प्रणाली के जरिए से सभी ड्रोन और मिसाइलों को बेअसर कर दिया. इसी तरह बनासकांठा जिले के सुईगाम और उसके आसपास के 20 गांवों में ब्लैकआउट घोषित कर दिया गया.
इससे पहले गुरुवार को गुजरात के कच्छ जिले के खावड़ा गांव के पास ‘ड्रोन जैसी’ वस्तु का मलबा मिला था, जो भारत की पाकिस्तान सीमा के करीब है.