उत्तर प्रदेश
बड़ा हादसा : पत्थर खदान में मलबे में दबे मजदूर, 2 की मौत, कई फंसे!
16 Nov, 2025 08:28 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Sonbhadra News: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में खनन के दौरान बड़ा हादसा हो गया. जिसमें 2 मजदूरों की मौत हो गई. जबकि कई मजदूर मलबे में दब गए हैं. वहीं सूचना पाकर मौके पर पहुंची प्रशासन की टीम रेस्क्यू में जुटी हुई है. बताया जा रहा है कि बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र के पास में ही मुख्यमंत्री का कार्यक्रम था. जिसके कारण खनन पर रोक थी. लेकिन इसके बावजूद खनन किया गया.
पत्थर दरकने से हुआ हादसा
पूरा मामला बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र का है. यहां कृष्णा माइनिंग वर्क्स के खदान में अचानक पहाड़ दरक गया. जिसके मलबे में दबकर दो मजदूरों की मौत हो गई. जबकि कई मजदूर अभी भी मलबे में दबे हुए हैं. जिन्हें निकालने के लिए रेस्क्यू किया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक हादसा दोपहर करीब 3 बजे हुआ है.
हादसे के वक्त 15 से ज्यादा मजदूर कर रहे थे काम
बताया जा रहा है कि जिस वक्त हादसा हुआ, उस समय खदान में 15 से ज्यादा मजदूर काम कर रहे थे. इनमें से अभी तक किसी का पता नहीं चल सका है. 2 मजदूरों के मौत की पुष्टि हो गई है, जबकि कई मजदूर मलबे में दबे बताए जा रहे हैं.
9 कंप्रेशर मशीनों से पत्थर में किया जा रहा था होल
जानकारी के मुताबिक 9 कंप्रेशर मशीनों से पत्थर में होल किया जा रहा था. तभी अचानक एक पत्थर दरक गया. जिससे नीचे खड़े सभी मजदूर दब गए. हादसे के बाद राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी. जिसके बाद पुलिस और बचाव टीम मौके पर पहुंची.
लालू की बेटी रोहिणी आचार्य ने छोड़ी राजनीति, परिवार से भी तोड़ा नाता - जानिए क्या है पूरा मामला?"
15 Nov, 2025 07:24 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद आरजेडी और लालू यादव के परिवार में उथल-पुथल बढ़ती जा रही है। इसी बीच रोहिणी आचार्य राजनीति छोड़ने को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। लालू यादव की छोटी बेटी और तेजस्वी यादव की बहन रोहिणी आचार्य ने शनिवार को एक्स पर पोस्ट करते हुए घोषणा की कि वह राजनीति से दूरी बना रही हैं और अपने परिवार से नाता तोड़ रही हैं। उनकी इस पोस्ट ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है।
रोहिणी ने अपनी एक्स पोस्ट में लिखा कि संजय यादव और रमीज ने उन्हें इस कदम के लिए प्रेरित किया और वह सारा दोष खुद पर ले रही हैं। यह कदम न केवल लालू परिवार में गहराती दरार की ओर इशारा करता है, बल्कि आरजेडी के भीतर बढ़ते तनाव को भी उजागर करता है।
इससे पहले लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप भी बागी हो चुके हैं। उन्होंने अपनी अलग पार्टी बनाई और इस विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार भी बने, लेकिन जीत हासिल नहीं कर सके। इन घटनाओं से साफ है कि राजद परिवार के भीतर मतभेद लगातार गहराते जा रहे हैं।
रोहिणी आचार्य के राजनीति छोड़ने के ऐलान के बाद आरजेडी की लीडरशिप पर भी सवाल उठने लगे हैं। खासकर इसलिए क्योंकि संजय यादव—जो तेजस्वी यादव के बेहद करीबी और आरजेडी की रणनीति के प्रमुख माने जाते हैं—पर सीधे तौर पर आरोप लगाए गए हैं। इससे पार्टी पर दबाव बढ़ गया है कि वह इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करे।
हालिया चुनाव में आरजेडी सिर्फ 25 सीटों पर सिमट गई, जबकि एनडीए ने भारी बहुमत के साथ सरकार बनाई। इन नतीजों ने पार्टी के भीतर नेतृत्व और संगठन दोनों पर सवालों को और तेज कर दिया है।
नीतीश कुमार ही होंगे बिहार के मुख्यमंत्री, JDU नेता ने दिया दो टूक जवाब - 'लव करो या हेट, नीतीश ही होंगे CM'
15 Nov, 2025 03:42 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Nitish Kumar Oath: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे आ चुके हैं, जिसमें एनडीए ने बंपर जीत अपने नाम की है. अब सबसे बड़ा सवाल है कि सीएम कौन बनेगा? चुनाव के पहले और परिणाम आने के बाद भी चर्चा है सीएम नीतीश कुमार ही बनेंगे लेकिन अभी तक आधिकारिक रूप से किसी के नाम की घोषणा नहीं की गई है. हालांकि (जनता दल यूनाइटेड) जदयू नेता श्याम रजक ने सीएम फेस को लेकर बड़ा बयान दिया है.
फुलवारी विधानसभा सीट से JDU के विजयी उम्मीदवार श्याम रजक ने कहा, “यह बिहार की जनता की जीत है जिसने हमारे नेता नीतीश कुमार पर भरोसा जताया और उनके काम के आधार पर उन्हें फिर से मुख्यमंत्री बनाया. हम बिहार के मतदाताओं का आभार व्यक्त करते हैं. यहां (मुख्यमंत्री पद के लिए) कोई जगह खाली नहीं है. नीतीश कुमार ने अपने काम के दम पर जनता का दिल जीता है.”
सबसे ज्यादा सीटों पर BJP का कब्जा
इस बार के विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा सीटें भाजपा को मिली हैं. चर्चा यह भी है कि भाजपा अपना सीएम बना सकती है, लेकिन अभी तक बीजेपी हाई कमान ने कोई टिप्पणी नहीं की है. इस बीच जदयू की तरफ से सीएम पद को लेकर बयान आने लगे हैं.
नीतीश कुमार ही बनेंगे सीएम: संतोष सुमन
जदयू ही नहीं, एनडीए के घटक दल हम (HAM) के नेता संतोष सुमन ने भी सीएम पद को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, “नीतीश कुमार ही सीएम होंगे”. एलजेपी-आर प्रमुख चिराग पासवान भी नीतीश को सीएम के तौर पर देखना चाहते हैं. ऐसे में नीतीश कुमार की 10वीं बार ताजपोशी में कोई अड़चन नहीं होनी चाहिए. हालांकि भाजपा नेता विनोद तावड़े ने कहा था कि चुनाव परिणाम के बाद हम बैठक करेंगे और तय करेंगे कि बिहार का सीएम कौन होगा. इस बयान के बाद अटकलों का बाजार गर्म हो गया था.
BJP को पहली बार मिलीं 89 सीटें
बिहार में भाजपा पहली बार इतनी ज्यादा सीटों के साथ चुनाव जीती है. इस चुनाव में भाजपा को 89 तो वहीं जदयू को 85 सीटें मिली हैं. जबकि पिछले चुनाव में सबसे ज्यादा सीट पाने वाली आरजेडी सिर्फ 25 सीटों पर आकर टिक गई है. बिहार में भाजपा की इतनी सीट आने के बाद सीएम फेस को लेकर काफी चर्चा हो रही है. बात करें सीएम की दौड़ की तो, नीतीश कुमार के अलावा नित्यानंद राय, सम्राट चौधरी, राजीव प्रताप रूडी और रेणु देवी का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है.
10वीं बार बनेंगे सीएम
बता दें, नीतीश कुमार पहली बार 3 मार्च 2000 को 7 दिनों के लिए सीएम बने थे. पहली बार साल 1985 में लोकदल के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़कर विधानसभा पहुंचे थे. नीतीश कुमार 2023 में 9वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले चुके हैं. वे बिहार के सबसे लंबे समय तक रहने वाले मुख्यमंत्री हैं. ऐसे में अगर उन्हें इस बार सीएम बनाया जाएगा, तो नीतीश कुमार 10वीं बार सीएम पद की शपथ लेंगे.
RJD का 'वोट शेयर' बनाम NDA का 'सीट शेयर': कैसे BJP-JDU गठबंधन ने खेला बिहार में मास्टर स्ट्रोक?
15 Nov, 2025 03:37 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Bihar Election Results: बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों ने तमाम राजनीतिक पंडितों को हैरान कर दिया. यहां तक कि एग्जिट पोल देने वाली सर्वे एजेंसियों ने भी जो अनुमान जताए थे, उससे कहीं बढ़कर बिहार में नतीजे आए. नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले एनडीए ने 202 सीटों पर जीत के साथ इतिहास रच दिया, तो राजद-महागठबंधन का सूपड़ा साफ हो गया. डिप्टी सीएम बनने का ख्वाब देखने वाले मुकेश सहनी पार्टी के एक उम्मीदवार को नहीं जीता पाए. बिहार में बदलाव की बात करने वाले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के 90 फीसदी उम्मीदवार अपनी जमानत नहीं बचा पाए. असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने 2020 की सफलता को दोहराते हुए फिर 5 सीटों पर कब्जा जमा लिया. बिहार चुनावों के नतीजे भले ही आरजेडी के लिए सीटों के लिहाज से झटका देने वाले रहे, लेकिन वोट पाने के मामले में पार्टी ने अन्य दलों को काफी पीछे छोड़ दिया.
बिहार चुनाव के ऐतिहासिक नतीजों के पीछे ऐतिहासिक वोटर टर्नआउट भी रहा. वोट प्रतिशत की बात करें तो आरजेडी के खाते में सबसे अधिक 23% वोट आए. ये प्रतिशत अन्य दलों से अधिक रहा. बिहार चुनाव में भाजपा को 20.08% वोट मिले. नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू को 19.25% वोट मिले. वहीं महागठबंधन में दूसरे नंबर की पार्टी कांग्रेस को 8.71 फीसदी वोट मिले. कांग्रेस का वोट प्रतिशत दर्शाता है कि महागठबंधन कहां पिछड़ गया.
RJD वोट प्रतिशत के मामले में सबसे बड़ी पार्टी
कुल वोटों के आंकड़ों पर गौर करें तो यहां भी आरजेडी ने अन्य दलों को पीछे छोड़ दिया. आरजेडी को 1 करोड़ 14 लाख से ज्यादा वोट मिले, जो इस चुनाव में किसी भी सिंगल पार्टी को मिले सबसे अधिक वोट हैं. कांग्रेस को 43.7 लाख मिले, भाकपा (माले) को 14.2 लाख, सीपीआई को 3.72 लाख, आईआईपी को 1.84 लाख और वीआईपी को 6. 84 लाख वोट मिले. इस तरह, बिहार चुनाव में महागठबंधन को करीब 1.88 करोड़ वोट मिले.
गठबंधन के तौर पर NDA रहा हावी
वहीं एनडीए को बिहार चुनाव में 2 करोड़ 33 लाख वोट मिले. इसमें बीजेपी को करीब 1 करोड़, जेडीयू को 96 लाख 67 हजार, लोजपा को 24 लाख 97 हजार, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को 5 लाख 87 हजार और राष्ट्रीए लोक मोर्चा को 5 लाख 33 हजार वोट मिले. यानी, आरजेडी ने सिंगल पार्टी के तौर पर सबसे ज्यादा वोट तो पाए, लेकिन गठबंधन के तौर पर एनडीए हावी रहा और 202 सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाब रहा.
महागठबंधन को बिहार में 37.54 फीसदी वोट मिले, जबकि एनडीए को उसके मुकाबले करीब 47 फीसदी वोट मिले, जो करीब 10 फीसदी के अंतर को दर्शाता है. एनडीए के घटक दलों को जो वोट मिले, उसने चुनावी जीत में बड़ी भूमिका निभाई. यानी जीतन राम मांझी की पार्टी ‘हम’ 6 सीटों पर लड़ रही थी और 5 पर कब्जा किया, उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी ने भी 6 में से 4 पर जीत दर्ज की. चुनावी नतीजों पर गौर करें तो एनडीए में बीजेपी-जेडीयू को अपने सहयोगियों से 28 सीटों का साथ मिला. जबकि महागठबंधन में आरजेडी खुद 25 सीटों पर तो सिमटी ही, सहयोगियों ने भी निराश किया.
भाजपा और RJD की सीटों में बड़ा फासला
बिहार चुनाव में आरजेडी ने बीजेपी से 14 लाख से ज्यादा वोट हासिल किए लेकिन सीटों के मामले में पार्टी काफी पीछे रही. राजद को केवल 25 सीटों पर जीत मिली और 89 सीटों के साथ बीजेपी सबसे अधिक पाने वाली पार्टी बनी. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि राजद का वोट बैंक बिखरा हुआ था और यही वजह है कि वोट प्रतिशत अधिक होने के बाद भी पार्टी को इसका ज्यादा फायदा नहीं मिल पाया. अन्य दलों की बात करें तो AIMIM ने 1.85 फीसदी वोट शेयर के साथ 5 सीटों पर कब्जा जमाया. वहीं बसपा को 1.62 वोट शेयर के साथ एक सीट हासिल हुई.
धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा में जोरदार संबोधन, बोले– ‘जय श्रीराम’ पर आपत्ति करने वालों पर साधा निशाना
15 Nov, 2025 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मथुरा: बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री की सनातन एकता पदयात्रा मथुरा के कोसी में पहुंच चुकी है। इस दौरान धीरेंद्र शास्त्री का एक बयान चर्चा में है। शुक्रवार शाम उन्होंने कहा कि जिन्हें राम नाम, वंदे मातरम और जय श्रीराम से दिक्कत है, वे लाहौर का टिकट कटवा लें। अगर उनके पैसा न हो तो वे खुद कर्ज लेकर ऐसे लोगों का टिकट करवा देंगे। शास्त्री ने यह भी कहा कि जो राम का नहीं वह किसी काम का नहीं।
धीरेंद्र शास्त्री ने स्पष्ट किया कि वे मुसलमानों के विरोधी नहीं हैं। वे उन लोगों के विरोधी हैं जो राम और राष्ट्र के नहीं हो सकते। वे उन लोगों के भी विरोधी हैं जो खाते भारत का हैं और गुणगान उन लोगों का करते हैं। उन्होंने कुछ हिंदुओं द्वारा गीता, गंगा, संतों और सनातन एकता पद यात्रा का विरोध करने पर टिप्पणी की। शास्त्री ने कहा कि जैसे शुगर होने पर शुगर चेक करवाया जाता है, वैसे ही जो हिंदुओं का विरोध करते हैं, वे अपना डीएनए टेस्ट करवा लें।
गदा और चांदी का मुकुट पहनाया गया
इस अवसर पर राष्ट्रगान और वंदेमातरम के साथ एकजुट होने की शपथ दिलाई गई। इस मौके पर बाल्मीकि समाज ने धीरेंद्र शास्त्री को गदा एवं चांदी का मुकुट पहनाकर स्वागत किया।
धीरेंद्र शास्त्री की कई बार तबीयत खराब हुई
आपको बता दें कि सनानत एकता यात्रा के मथुर पहुंचते समय धीरेंद्र शास्त्री की तबीयत कई बार खराब हुई। कोसीकलां की मंडी से शुरू हुई 15 किलोमीटर की यात्रा के दौरान कई बार कमजोरी के चलते उनको सड़क पर लेटना पड़ गया। तेज बुखार और थकान के चलते उनको दिक्कतों का सामना करना पड़ा। डॉक्टरों ने उनको आराम करने की सलाह दी थी लेकिन सनातन प्रेमियों के उत्साह को देखते हुए उन्होंने विश्राम नहीं किया।a
AAP की ‘रोजगार दो–सामाजिक न्याय दो’ पदयात्रा में तीसरे दिन भी उमड़ा जनसैलाब, संजय सिंह ने बोली बड़ी बात
15 Nov, 2025 01:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी और सामाजिक अन्याय के खिलाफ आम आदमी पार्टी की “रोज़गार दो- सामाजिक न्याय दो” पदयात्रा शुक्रवार को तीसरे दिन भी जनता का जबरदस्त समर्थन मिला। आप यूपी प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह के नेतृत्व में यह यात्रा अयोध्या के बीकापुर से शुरू होकर खजुरहट होते हुए सुल्तानपुर के कूरेभार पहुंची। जहां पर सैंकड़ों लोगों ने पदयात्रा का जोरदार तरीके से स्वागत किया।
वहीं, रास्ते भर युवाओं, वकीलों, महिलाओं और बुजुर्गों ने पदयात्रा का गर्मजोशी से स्वागत किया। जगह-जगह पुष्पवर्षा हुई और लोग “रोज़गार दो- सामाजिक न्याय दो” के नारे लगाते हुए शामिल हुए। राज्यसभा सांसद संजय सिंह की अगुवाई में यह पदयात्रा धीरे-धीरे जनआंदोलन का रूप ले रही है। यह 13 दिन की करीब 200 किलोमीटर लंबी पदयात्रा अयोध्या से सुल्तानपुर, अमेठी होते हुए प्रयागराज तक जाएगी।
संजय सिंह ने कहा कि यह यात्रा दलित, पिछड़े, शोषित और वंचित समाज को उनका हक दिलाने और युवाओं को रोजगार देने की मांग के लिए निकली है। उन्होंने कहा कि यूपी में जातीय भेदभाव, असमानता और भ्रष्टाचार ने गरीबों और युवाओं की जिंदगी मुश्किल बना दी है। उन्होंने कहा, “रामराज्य तभी आएगा जब हर व्यक्ति को समान अवसर और हर हाथ को काम मिलेगा। बिना रोजगार और न्याय के समाज आगे नहीं बढ़ सकता।
सांसद संजय सिंह ने कहा कि यूपी के नौजवान बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं। भर्ती परीक्षाओं में लगातार पेपर लीक हो रहे हैं और चयन प्रक्रिया में भारी गड़बड़ियां हो रही हैं। सरकार केवल वादे कर रही है, लेकिन रोजगार देने की नीयत नहीं दिखती। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में विभिन्न प्रमुख विभागों में स्वीकृत पदों और रिक्तियों के बीच बड़ा अंतर साफ दिखाई देता है। शिक्षा विभाग में जहां स्वीकृत पद 5 लाख से अधिक हैं, वहीं लगभग 2 लाख से ज्यादा पद अभी भी खाली पड़े हैं। स्वास्थ्य और चिकित्सा विभाग में 1.5 लाख स्वीकृत पदों के मुकाबले लगभग 50 हजार पद रिक्त हैं। पुलिस और सुरक्षा विभाग में 4 लाख स्वीकृत पद मौजूद हैं, पर इनमें लगभग 1 लाख से अधिक पद खाली बताए जाते हैं। यही वजह है कि आम आदमी पार्टी ने सड़क पर उतरकर युवाओं की लड़ाई शुरू की है।
सांसद संजय सिंह ने कहा कि यूपी में हर रोज दलितों और पिछड़ों के साथ भेदभाव और हिंसा की घटनाएं सामने आती हैं। आरक्षण में हेराफेरी और पुलिस थानों में पक्षपात आम हो गया है। उन्होंने कहा कि जब तक समाज के आखिरी व्यक्ति को न्याय नहीं मिलेगा, लोकतंत्र मजबूत नहीं हो सकता। उन्होंने कहा, “आम आदमी पार्टी का मकसद है हर गरीब, हर दलित, हर नौजवान को समान अवसर और सम्मान मिले। यही असली विकास है। उन्होंने कहा कि यूपी का नौजवान अब चुप नहीं बैठेगा। यह पदयात्रा रोजगार और सम्मान की लड़ाई की शुरुआत है। जनता आम आदमी पार्टी के साथ खड़ी हो रही है, क्योंकि उसे पता है कि केवल आप ही जनता की सच्ची आवाज है।
पंजाब के तरनतारन उपचुनाव में आम आदमी पार्टी की शानदार जीत पर संजय सिंह ने कहा कि यह जीत अरविंद केजरीवाल की ईमानदार राजनीति और मुख्यमंत्री भगवंत मान की जनहितकारी नीतियों की जीत है। उन्होंने कहा, “तरनतारन की जीत ने दिखा दिया है कि जनता अब विकास, शिक्षा और रोजगार चाहती है, और यही आम आदमी पार्टी का रास्ता है। उन्होंने कहा कि यूपी की यह पदयात्रा उसी सोच को आगे बढ़ा रही है, “जनता की लड़ाई जनता के साथ मिलकर लड़ी जाएगी। यात्रा में आम आदमी पार्टी के निवर्तमान अध्यक्ष सभाजीत सिंह और पंचायत प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष मनोज मिश्रा जी ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर जगह जगह नेता सांसद संजय सिंह का स्वागत कार्यक्रम कराया।
राजा भैया ने थामा बाबा बागेश्वर का हाथ, पदयात्रा में बेटों के साथ दिया साथ
15 Nov, 2025 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सनातन एकता पदयात्रा मथुरा पहुंच चुकी है। शुक्रवार को पदयात्रा के दौरान जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया धीरेंद्र शास्त्री का हाथ पकड़कर चलते दिखे। दोनों ने हाथ उठाकर जयकारे भी लगाए। सड़क पर बैठकर पत्तल में पूड़ी-सब्जी खाई। इस बार की यात्रा में उनके दोनों पुत्र कुंवर शिवराज प्रताप सिंह और कुंवर बृजराज प्रताप सिंह भी साथ रहे। यात्रा स्थल पर एमएलसी कुंवर अक्षय प्रताप सिंह सहित बड़ी संख्या में समर्थक मौजूद रहे
इससे पहले भी राजा भैया बागेश्वर धाम की पदयात्राओं में सक्रिय रूप से हिस्सा ले चुके हैं। मीडिया से बातचीत में राजा भैया ने कहा कि सनातन धर्म ही हमें एक सूत्र में बांधे रखता है। यह हमारी संस्कृति, परंपरा और पहचान है। आज आवश्यकता है कि सभी जातियों और समाज के लोग भेदभाव से ऊपर उठकर एकजुट हों। तभी हमारा धर्म और हमारी संस्कृति सुरक्षित रह पाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि धीरेंद्र शास्त्री की एकता की पुकार पूरे देश को जोड़ने का काम कर रही है। समाज को इसे पूरे मन से अपनाना चाहिए।
सनातन के लिए खूब सोचते हैं राजा भैया: धीरेंद्र शास्त्री
इस मौके पर धीरेंद्र शास्त्री ने राजा भैया की जमकर तारीफ की थी। उन्होंने कहा कि राजा भैया के स्वभाव में बहुत विनम्रता है। वह सनातन के लिए खूब सोचते हैं। उन्होंने राजा भैया को हनुमान भक्त और सनातन प्रेमी बताया।
शिल्पा शेट्टी और चिन्मयानंद बापू भी यात्रा में शामिल हुए
इससे पहले सनातन हिंदू एकता पदयात्रा में शामिल होने के लिए देवकीनंदन महाराज, चिन्मयानंद बापू, राजपीठ से कुंवर रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया जी, एक्टर राजपाल यादव और अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी भी मथुरा पहुंचे।
झारखंड में ठंड का कहर, 11 जिलों में शीतलहर का अलर्ट, जानिए अपने जिले का हाल!"
15 Nov, 2025 11:03 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Jharkhand Weather Update: झारखंड में सर्दी ने अचानक तेजी पकड़ ली है। हिमालयी क्षेत्रों में लगातार बर्फबारी और उत्तर से चल रही ठंडी हवाओं ने पूरे राज्य के तापमान में भारी गिरावट दर्ज कराई है। दिन में धूप निकलने के बाद भी ठंडक कम नहीं हो रही, जबकि सुबह और शाम के समय तीखी कनकनी महसूस की जा रही है।
पिछले 24 घंटों में राज्य के 9 जिलों का न्यूनतम तापमान 10°C से नीचे चला गया। इनमें खूंटी सबसे ठंडा जिला रहा, जहां रात का तापमान 7°C तक गिर गया। लगातार तीन दिनों से खूंटी में तापमान 8°C के आसपास बना हुआ है, जिससे सर्दी का प्रभाव साफ दिख रहा है।
शीतलहर का येलो अलर्ट जारी
रांची मौसम विज्ञान केंद्र ने 15 और 16 नवंबर के लिए 11 जिलों में शीतलहर का येलो अलर्ट जारी किया है। इनमें रांची, खूंटी, पलामू, गढ़वा, चतरा, गुमला, लातेहार, लोहरदगा, सिमडेगा, हजारीबाग और रामगढ़ शामिल हैं। मौसम विभाग के अनुसार, रात का तापमान सामान्य से 3–5 डिग्री तक नीचे जा सकता है। साथ ही दिन का तापमान भी उम्मीद के मुताबिक नहीं बढ़ रहा, जिससे पूरे दिन ठंड बनी रह सकती है।
ठंडी हवा का असर जारी रहेगा
मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि हिमालय में बर्फबारी के चलते वहां का तापमान बहुत तेजी से गिरा है। यही बर्फीली हवा झारखंड के मैदानी इलाकों में प्रवेश कर रही है, जिसके कारण न्यूनतम तापमान लगातार गिर रहा है। अगले कुछ दिनों तक ठंडी हवाओं का असर जारी रहने की संभावना है।
कोहरा और स्वास्थ्य सतर्कता
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 48 घंटों में कई जिलों में सुबह-शाम कोहरा बढ़ सकता है। स्वास्थ्य विभाग ने बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों को ठंड से बचाव के उपाय अपनाने की सलाह दी है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि नवंबर के दूसरे पखवाड़े में ठंड और तेज हो सकती है।
झारखंड हाईकोर्ट का बड़ा फैसला...ग्रामीण क्षेत्रों में भवन नक्शा पास करने का अधिकार RRDA के पास नहीं, जानिए आगे क्या होगा!
15 Nov, 2025 11:01 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची: झारखंड हाईकोर्ट ने ग्रामीण क्षेत्रों में भवन नक्शा पास करने से जुड़े एक महत्वपूर्ण मामले में बड़ा फैसला सुनाया है। अदालत ने अपने स्पष्ट रुख में कहा कि पंचायत राज अधिनियम से शासित ग्रामीण इलाकों में भवन योजना स्वीकृत करने का अधिकार रांची क्षेत्रीय विकास प्राधिकार (RRDA) को नहीं है। जस्टिस दीपक रोशन की अदालत ने कई रिट याचिकाओं पर संयुक्त सुनवाई करते हुए यह महत्वपूर्ण आदेश पारित किया।
RRDA Vice-Chairman का आदेश रद्द
कोर्ट ने RRDA उपाध्यक्ष के उस आदेश को अवैध करार दिया, जिसमें याचिकाकर्ता के भवन को ध्वस्त करने और सील लगाने के निर्देश दिए गए थे। अदालत ने कहा कि यह कार्रवाई अधिकार क्षेत्र के बिना की गई थी, इसलिए इसे तुरंत प्रभाव से रद्द किया जाता है। साथ ही अपीलीय न्यायाधिकरण द्वारा जारी आदेश को भी Court ने निरस्त कर दिया, क्योंकि वह भी अधिकार क्षेत्र के बाहर पारित किया गया था।
ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकार केवल पंचायत प्रणाली के पास
कोर्ट ने अपने फैसले में स्पष्ट किया कि 10 मई 2001 से लागू झारखंड पंचायत राज अधिनियम-2001 के तहत आने वाले ग्रामीण क्षेत्रों में झारखंड क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण अधिनियम स्वतः लागू नहीं होता। संविधान की 11वीं अनुसूची और भाग-IX के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में विकास योजनाओं का विनियमन पंचायत प्रणाली का अधिकार है, न कि RRDA का।
सीलिंग हटाने और हर्जाने का आदेश
हाईकोर्ट ने RRDA द्वारा याचिकाकर्ता की संपत्ति को सील करना गैरकानूनी बताया और तत्काल प्रभाव से सील हटाने व संरचना खोलने का आदेश दिया। अदालत ने RRDA अधिकारियों पर ₹1000 का सांकेतिक हर्जाना भी लगाया तथा कहा कि यदि याचिकाकर्ता चाहे, तो वह नुकसान की भरपाई के लिए सिविल मुकदमा दायर कर सकता है।
बेगूसराय में राहुल गांधी के 'मछली प्रेम' का नहीं चला जादू, NDA प्रत्याशी ने 31 हजार वोटों से रही बाजी!
15 Nov, 2025 11:01 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Bihar results 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम शुक्रवार (14 नवंबर) को आ गए. जिसमें महागठबंधन को करारा झटका लगा है. इस चुनाव में एनडीए-महागठबंधन दोनों दलों के बड़े-बड़े दिग्गज चुनावी मैदान में प्रचार करते नजर आए. चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी इस बार पूरे दमखम के साथ अगल अंदाज में नजर आए. उन्होंने इस दौरान बेगूसराय विधानसभा क्षेत्र में मछुआरों के साथ गहरे पानी में जाकर मछली पकड़ी, जो उनकी जनता से सीधे जमीनी जुड़ाव माना जा रहा था. लेकिन बेगूसराय में महागठबंधन के प्रत्याशी की करारी हार हुई. कांग्रेस उम्मीदवार अमिता भूषण करीब 31 हजार मतों के अंतर से हार गईं.
इस दौरान राहुल गांधी के साथ वीआईपी पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी भी साथ रहें. उनकी भी पार्टी का इस चुनाव में खाता नहीं खुला. कांग्रेस उम्मीदवार अमिता भूषण की हार यह दिखाती है कि मतादाताओं को आकर्षित करने में नाकामयाब रहीं. जिसकी वजह से इतने बड़े अंतर से हार हुई. इस सीट पर पहले ही चरण में मतदान हो गया था, जिसमें कांग्रेस ने अमिता भूषण, भाजपा ने कुंदन कुमार और जनसुराज ने सुरेंद्र कुमार सहाय को प्रत्याशी बनाया था.
बिहार हार के बाद कांग्रेस में घमासान: मुमताज पटेल ने उठाए तीखे सवाल, कहा- पार्टी मुट्ठीभर लोगों के हाथों में कैद
15 Nov, 2025 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार में महागठबंधन की करारी हार के बाद जहां राहुल गांधी ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवा उठाए, तो वहीं कांग्रेस नेता मुमताज पटेल ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि कांग्रेस मुट्ठीभर लोगों के हाथों में कैद है. शशि थरूर ने कांग्रेस पार्टी की नीतियों पर सवाल उठाया है. उन्होंने पूछा कि कब तक कांग्रेस का वफादार कार्यकर्ता इंतजार करे? इसके अलावा बिहार कांग्रेस नेता अखिलेश प्रताप सिंह और शकील अहमद ने भी हार के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी है.
कांग्रेस नेता मुमताज पटेल ने कहा, “जब हमें पता है कि हम एक ऐसी व्यवस्था से लड़ रहे हैं जो इतनी शक्तिशाली है, जिसका पूरा नियंत्रण है, तो जाहिर है कांग्रेस पार्टी को सतर्क रहना होगा. जमीन से वाकिफ लोगों को मौका ही नहीं दिया जाता. फैसले लेने का काम चंद लोगों के हाथों में सिमट जाता है. कांग्रेस पार्टी के देश भर में ऐसे कार्यकर्ता हैं, जो जीत हो या हार, मैं हमेशा कहती हूं कि दिल से कांग्रेसी हैं. लेकिन उन्हें कोई पूछता नहीं, कोई मानता नहीं, और उन्हें कोई पद या अधिकार नहीं दिया जाता. हमारी पार्टी में भी, अगर हम लोकतंत्र के लिए लड़ रहे हैं, अगर हम लोकतंत्र बचाने की बात करते हैं, अगर हम चुनावी प्रक्रिया बचाने की बात करते हैं, तो हमारी अपनी पार्टी में भी सत्ता चंद लोगों के हाथों में सिमट जाती है, और उन्हीं लोगों को बार-बार इनाम मिलता है.”
“किसी भी तरह की कोई जवाबदेही नहीं है, और आप असली कार्यकर्ताओं का इस्तेमाल नहीं करते, आप उनसे पूछते भी नहीं, आप उन्हें पहचानते भी नहीं और मैं यह भी कहना चाहूंगी कि अगर चुनावी प्रक्रिया भ्रष्ट है, तो या तो पूरा विपक्ष एकजुट हो जाए और कहते हैं कि हम चुनावों का बहिष्कार करेंगे. कांग्रेस पार्टी को लोगों का दिल और विश्वास फिर से जीतना होगा. राहुल गांधी कड़ी मेहनत कर रहे हैं, लेकिन मेरा मानना है कि हमारी पार्टी के भीतर सत्ता का दुरुपयोग करने वाले कुछ लोग जो सत्ता का दुरुपयोग करते हैं, वही हमारी पार्टी को बार-बार हार का सामना करवा रहे हैं.”
राहुल गांधी ने निष्पक्षता पर उठाए सवाल
वहीं, बिहार में मिली करारी हार के बाद राहुल गांधी ने कहा, “बिहार का यह परिणाम वाकई चौंकाने वाला है. हम एक ऐसे चुनाव में जीत हासिल नहीं कर सके, जो शुरू से ही निष्पक्ष नहीं था. यह लड़ाई संविधान और लोकतंत्र की रक्षा की है. कांग्रेस पार्टी और INDIA गठबंधन इस परिणाम की गहराई से समीक्षा करेंगे और लोकतंत्र को बचाने के अपने प्रयासों को और अधिक प्रभावी बनाएंगे.”
अखिलेश प्रताप ने ‘फ्रेंडली फाइट’ को बताया नुकसान
कांग्रेस नेता अखिलेश प्रताप सिंह ने ‘महागठबंधन’ की हार के लिए RJD के रणनीतिकार संजय यादव और कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावरू को जिम्मेदार ठहरा दिया. उन्होंने कहा कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान सीट शेयरिंग में देरी और कई जगहों पर ‘फ्रेंडली फाइट’ ने महागठबंधन को भारी नुकसान पहुंचाया है. वहीं शकील अहमद ने मीडिया से बातचीत में कहा कि फलां व्यक्ति ने गलत कारणों से टिकट बांटे हैं. हालांकि उन्होंने उसका नाम नहीं लिया.
लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम लेकर 1.17 करोड़ की ठगी, हॉस्पिटल संचालक को जान से मारने की धमकी
15 Nov, 2025 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आगरा: ताजनगरी आगरा में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। हॉस्पिटल संचालक से 1.17 करोड़ रुपये की ठगी की है। आरोपियों ने महाराष्ट्र के पुणे में होटल दिलाने का लालच देकर रकम ट्रांसफर कराई और जब पैसे वापस मांगे गए तो लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम पर जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित ने थाना ट्रांस यमुना कॉलोनी में तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
कालिंदी विहार के रहने वाले रविंद्र सिंह बघेल ने बीएचएमएस की पढ़ाई करने के बाद टेडी बगिया में आरबी नाम से हॉस्पिटल बनाया है। उनके बड़े भाई जरजोधन सिंह महाराष्ट्र के पुणे में हलवाई का काम करते थे। तभी उनकी मुलाकात कोल्हापुर के रमेश कोकारामजी से हुई।
दोनों साथ काम करने लगे। रिश्ते इतने बेहतर हो गए कि रविंदर सिंह रमेश को अपना बड़ा भाई मानने लगे। साल 2017 में रमेश ने मिठाई की दुकान में घाटा होने की बात बताकर 5 लाख मांगे। रविन्द्र ने भाई के खाते से 4.5 लाख रूपए खाते में ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद कई बार रुपए मांगे मगर उसने नहीं लौटाए।
सस्ता होटल बिकने का दिखाया लालच
पीड़ित रविंद्र ने बताया कि वर्ष 2023 में रमेश का उसके पास फोन आया था। पुणे में एक सस्ता होटल बिकने की जानकारी दी। उसने वीडियो कॉल पर होटल की तस्वीर भी दिखाई और 2500 वर्ग मीटर का एरिया भी बताया। रमेश ने उसे बताया कि होटल का मालिक होटल बेचकर अमेरिका जाने वाला है। होटल के 3 करोड रुपए देने हैं । फिलहाल उसे एक करोड़ 10 लाख रुपए की जरूरत है।
बाद में इस होटल को 4 करोड़ रुपए का मुनाफा लेकर बेच देंगे। पीड़ित रविंद्र ने बताया कि उसने अपनी पत्नी के खाते से उमेश भरत कुमार, किरण रामचंद्र फड़तरे और रमेश के खाते में 1.17 करोड़ रुपए ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद बनाना करने के लिए लगातार टालमटोल करता रहा।
पैसे वापस मांगने पर दी धमकी
पीड़ित ने बताया कि अचानक एक दिन कहा कि होटल मालिक गायब हो गया है। जिससे पीड़ित को शक हुआ। पैसे वापसी की मांग की तो फोन पर धमकी दी गई कि पैसे मांगे तो बिश्नोई गैंग से उठवा लेंगे। धमकियों से सहमे डॉ. रविन्द्र बघेल और उनका परिवार 6 महीने तक चुप रहा।
आखिरकार हिम्मत जुटाकर उन्होंने ट्रांस यमुना थाना पहुंचकर एफआईआर दर्ज कराई। डीसीपी सिटी अली अब्बास का कहना है कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम से दी गई धमकी वाली बात की जांच की जा रही है। फिलहाल नामजद केस दर्ज कर दिया है। मामले में साक्ष्य संकलित किए जा रहे हैं।
बिहार चुनाव: इतिहास रचने वाले और सबसे कम मार्जिन से जीतने वाले उम्मीदवारों की लिस्ट!"
15 Nov, 2025 10:19 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Bihar Election Result में इस बार कई सीटों पर बेहद कड़ा मुकाबला देखने को मिला। कुल 11 ऐसे प्रत्याशी रहे, जिनकी जीत का अंतर बेहद कम रहा। खासकर जेडीयू के रामचरण शाह ने तो इतिहास रचते हुए मात्र 27 वोटों के बेहद मामूली अंतर से जीत दर्ज की। यह परिणाम बताता है कि कई क्षेत्रों में मुकाबला कितना रोमांचक और टक्कर वाला था।
इन चुनावों में नीतीश सरकार के 29 मंत्री भी चुनावी मैदान में थे। इनमें से 28 मंत्रियों ने जीत हासिल कर अपनी राजनीतिक पकड़ और जनाधार को साबित किया। उनकी जीत ने जेडीयू-एनडीए गठबंधन के मनोबल को और मजबूत किया है। हालांकि, चकाई सीट से मंत्री सुमित सिंह को करारी हार का सामना करना पड़ा, जो इस बार के चुनाव परिणामों का सबसे चौंकाने वाला पहलू रहा।
कम अंतर वाली सीटों पर परिणाम यह संकेत देते हैं कि मतदाता हर बार बदलाव और विकास को ध्यान में रखकर वोट कर रहे हैं। कई क्षेत्र ऐसे रहे जहां कुछ सौ या कुछ दर्जन वोटों ने जीत-हार तय की। यही कारण है कि Bihar Election Result को लेकर पूरे राज्य में उत्सुकता और चर्चा बनी हुई है।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि इतने करीबी मुकाबले भविष्य की रणनीतियों, बूथ प्रबंधन और ग्राउंड लेवल पर संगठन की ताकत का संकेत देते हैं। इस बार के नतीजों से यह भी साफ है कि मतदाताओं ने हर उम्मीदवार को परखकर ही वोट दिया है।
लखीमपुर खीरी में रफ्तार का कहर: तेज कार की टक्कर से तीन दोस्तों की दर्दनाक मौत
15 Nov, 2025 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखीमपुर खीरी: यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में शनिवार देर रात दो बजे भीषण हादसा हो गया। भीरा थाना क्षेत्र में तेज रफ्तार कार ने बाइक सवार तीन दोस्तों को कुचल दिया। टक्कर इतनी तेज थी कि तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। बाइक कई फीट उछलकर दूर जा गिरी और उसके परखच्चे उड़ गए। रात होने के कारण काफी देर तक तीनों सड़क पर घायल पड़े रहे। कार सवार हादसे के बाद फरार हो गया। सुबह राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी।
हादसे में मरने वाले युवकों की पहचान रोहित गुप्ता, हाशिव और संदीप शुक्ला के रूप में हुई है। रोहित पहड़ियां का रहने वाला था। तीनों एक ही बाइक से पलिया से खीरी लौट रहे थे। टक्कर के बाद कार सड़क किनारे नहर में घुस गई। कार का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था।
कार का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त
दुर्घटना के समय अंधेरा था, जिस कारण काफी समय तक किसी को मदद के लिए नहीं बुलाया जा सका। बाद में, कुछ राहगीरों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। टक्कर के बाद कार में सवार लोग अपनी गाड़ी को वहीं छोड़कर मौके से भाग गए। कार का अगला हिस्सा भी इस टक्कर में बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। यह घटना शनिवार तड़के लगभग 2 बजे हुई।
आतिशबाजी की चिंगारी ने बढ़ाई मुसीबत, फोम गोदाम में लगी भीषण आग
15 Nov, 2025 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आगरा: आगरा के मंटोला के ढ़ोलीखार इलाके में शुक्रवार रात को एक बजे जूते में लगने वाली फोम के दो मंजिला गोदाम में भीषण आग लग गई। आग से घनी आबादी वाले इलाके में अफरातफरी मच गई। सूचना पर पुलिस पहुंच गई। मौके पर दमकल की चार गाड़ियों को बुला लिया गया। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद दमकल की टीम ने आग बुझा दी।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मंटोला में देर रात एक बरात निकल रही थी। उसमें कुछ लोग आतिशबाजी कर रहे थे। पास ही फोम का गोदाम था। इस गोदाम में हाजी इरफान और हाजी कलुआ समेत चार व्यापारियों का सामान रखा जाता है। गोदाम खुला होने की वजह से जलता हुआ पटाखा गिर गया। इससे आग भड़क गई।
कुछ ही देर में लपटें निकलने लगीं। यह देखकर अफरातफरी मच गई। लोग घरों से बाहर निकल आए। सूचना पर थाना मंटोला की फोर्स पहुंची। दमकल कर्मचारियों ने कड़ी मशक्कत कर आग बुझा दी। पुलिस के अनुसार आग पहली मंजिल पर लगी थी, इसके बाद भूतल तक पहुंच गई।

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