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हरियाणा के नूंह में धार्मिक समागम की तैयारी, तब्लीगी जमात का होगा भव्य जलसा
18 Apr, 2025 06:52 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नूंह: हरियाणा के नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका में 19 से 21 अप्रैल तक आयोजित किए जा रहे तीन दिवसीय तब्लीगी जमात जलसे को लेकर तैयारियां जोरों पर चल रही है। जलसे में तब्लीगी जमात के अमीर मौलाना साद साहब शिरकत करेंगे। इस जलसे में विभिन्न राज्यों के 15 लाख मुस्लिम हिस्सा लेंगे। जलसे को लेकर जहां प्रशासन के साथ बैठकें चल रही है, वहीं स्थानीय लोगों के साथ भी बैठक कर सहयोग मांगा जा रहा है। कमेटी के सदस्यों ने बताया कि जलसे की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। करीब 21 एकड़ भूमि पर पांडाल लगाया गया है। जबकि 100 एकड़ से अधिक जमीन को बैठने के लिए रिजर्व किया गया है। इसके अतिरिक्त यातायात की व्यवस्था के लिए शहर की सभी दिशाओं में 20-20 एकड़ की पार्किंग बनाई गई है। कार्यक्रम स्थल के आस पास पैदल पथ यात्रा रहेगी यातायात की सभी गतिविधियों को बंद रखा जाएगा। पंडाल के बाहर यातायात को लेकर पुलिस के जवान भी तैनात किए जाएंगे। बाकी अंदर का कार्य जमात से जुड़े वालंटियर ही करेंगे।
मेवात में हर वर्ष होता है जलसा
कमेटी की ओर से नियुक्त किए गए मीडिया कोऑर्डिनेटर रफीक मास्टर ने बताया कि मेवात में हर वर्ष जलसा का आयोजन किया जाता है। राजस्थान,उत्तर प्रदेश और दिल्ली सहित कई राज्यों में मेवात के नाम से ही जलसा आयोजित होता है। पिछली बार जलसा का आयोजन राजस्थान के मेवात क्षेत्र में किया गया था। इस बार नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका शहर को चुना गया है। यहां से 60 किलोमीटर अलवर, 60 किलोमीटर कामां, 60 किलोमीटर सोहना इत्यादि जगह, जहां पर मेवात बसता है, यहां से लाखों की संख्या में लोग शामिल होंगे।
क्या है इस जलसे उद्देश्य
तब्लीगी जमात के जलसे का मुख्य उद्देश्य दुनिया और आखिरत के अमन के लिए और दुनिया में रहकर अल्लाह ताआला का हुकुम जिंदगी में लाने और नबी के तरीके पर चलना सिखाया जाता है। इस कार्यक्रम की तैयारी करीब 4 महीने से चल रही थी। लगातार एक्सपर्ट की टीम हर व्यवस्था के ऊपर नजरे बनाए हुए हुई है। ट्रैफिक के लिए एक मैप तैयार किया गया है राजस्थान की ओर से आने वाले लोगों के लिए अलग से पार्किंग की व्यवस्था की गई है तो वहीं दिल्ली की तरफ से आने वाले लोगों के लिए अलग से पार्किंग की व्यवस्था है।
मौलाना साद साहब के साथ काफी मौलाना होंगे शामिलमास्टर रफीक ने बताया कि हजरत निजामुद्दीन से मौलाना साद साहब के साथ काफी मौलाना शामिल होंगे। पूरी जमात वहां से चलेगी जो यहां लोगों को इस्लामिक रास्तों पर चलने के लिए प्रेरित किया जाएगा। सभी व्यवस्थाएं यहां पर कमेटी द्वारा की गई है। यहां कयामगाह, बैतुल खला, वुजु खाना और आरजी मस्जिद बनाने के साथ ही शौचालय की व्यवस्था भी की गई है।
10 साल की बच्ची की बेरहमी से हत्या, आरोपी ने नाले में फेंकी लाश
18 Apr, 2025 03:01 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरियाणा के गुरुग्राम से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां पत्नी की बेरुखी से परेशान पति ने अपनी 10 साल की साली से खौफनाक बदला लिया है. उसने साली की हत्या कर उसकी लाश को नाले में फेंक दिया. पुलिस ने लड़की का शव बरामद कर आरोपी युवक को गिरफ्तार किया है. हत्या के आरोपी ने अपना जुर्म कबूल करते हुए इसे अपनी पत्नी और ससुराल वालों के जरिए की गई बेइज्जती का बदला बताया है.
युवक की पहचान बिहार के मुंगेर निवासी मोहित कुमार के रूप में हुई है. वर्तमान में वह गुरुग्राम के बजघेड़ा में रह रहा था. उसकी 6 साल पहले पहले गुरुग्राम के ओम विहार निवासी युवती से शादी हुई थी. उसके एक बच्चा भी है. शादी के बाद दोनों में मनमुटाव हो गया. मोहित की पत्नी उसे छोड़कर अपने मायके चली गई. उसने पुलिस को बताया कि वह कई बार उसे बुलाता लेकिन वह नहीं आई.
12 अप्रैल को गायब हुई लड़की
पुलिस के अनुसार, 14 अप्रैल को मोहित के ससुरालियों ने अपनी 10 साल की बेटी सानिया की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. बताया गया कि उनकी बेटी 12 अप्रैल से गायब है. उन्होंने अपने दामाद मोहित पर शक जताया. पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर उससे सख्ती से पूछताछ की. मोहित ने अपना गुनाह कुबूल करते हुए सपना की हत्या किए जाने की बात बताई. उसने बताया कि वह अपनी साली को बहला-फुसलाकर अपने घर ले गया. वहां उसने उसका गला दबाकर हत्या कर दी.
लाश को फेंका नाले में
आरोपी मोहित ने बताया कि उसने सानिया की लाश को एक बोरी में बंद कर उसे नाले में फेंक आया. पुलिस ने एसडीआरएफ की मदद से सपना की लाश नाले से निकलवाई. आरोपी ने हत्या के कारण बताया. उसने बताया कि उसकी पत्नी उसके पास नहीं आती. उसने एक बार उसके पिता का गला दबाने की कोशिश की थी. उसके ससुरालवालों ने भी उसकी बेइज्जती की. आरोपी का कहना है कि उसी का बदला लेने एक लिए उसने अपनी साली की हत्या की.
हाईजैक के बाद पलटे हालात, बहादुर शख्स ने बचाई सैकड़ों जानें
18 Apr, 2025 12:03 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बेलीज में एक विमान ने सामान्य उड़ान भरी और सभी यात्री यात्रा का आनंद उठा रहे थे, उन्हें क्या पता था कि अगले ही छड़ कुछ ऐसा होने वाला है कि आसमान में विमान लहराने लगेगा और पूरे देश में हलचल पैदा कर देगा. दरअसल, ये विमान अमेरिकी शख्स ने हाईजैक किया, जिसके बाद तूफान आ गया. विमान में मौजूद सभी यात्रियों की सांसें अटक गईं और उन्हें अपनी जिंदगी का आखिरी दिन होने का अहसास होने लगा, लेकिन शख्स ने ऐसी बहादुरी दिखाई कि इमरजेंसी स्थिति को पार पाते हुए विमान को सकुशल लैंड करवाया.
मामला बेलीज का है. अधिकारियों का कहना है कि गुरुवार को एक अमेरिकी शख्स ने छोटे विमान को हाईजैक कर लिया. शख्स ने दो यात्रियों और एक पायलट पर चाकू से हमला कर दिया. तीनों बुरी तरह से घायल हो गए. इसी बीच चाकू मारने से घायल एक यात्री ने हमलावर को गोली मार दी. इसके बाद विमान को सुरक्षित तरीके से लैंड करवाया गया. इस ट्रॉपिक एयर के विमान में 14 यात्री और दो चालक दल के सदस्य मौजूद थे. ये विमान बेलीज की मैक्सिको सीमा के पास एक छोटे से शहर कोरोजल से उड़ान भरकर सैन पेड्रो के लोकप्रिय टूरिस्ट स्थल की ओर जा रहा था. इस दौरान विमान को हाईजैक कर लिया गया.
दो घंटे तक आसमान में मंडराया विमान
हाईजैक होने के बाद विमान लगभग दो घंटे तक आसमान में मंडराता रहा और हाईजैकर से लड़ाई होती रही. विमान के तटीय शहर लेडीविले के एयरपोर्ट पर लैंड होने से पहले पुलिस के हेलीकॉप्टर ने भी पीछा किया. बेलीज एयरपोर्ट कंसेशन कंपनी के एक बयान के अनुसार, बेलीज के अधिकारियों ने घटना शुरू होने के तुरंत बाद स्थानीय समयानुसार सुबह साढ़े 8 बजे पूरी तौर से इमरजेंसी का ऐलान कर दिया.
एयरलाइन कंपनी के सीईओ मैक्सिमिलियन ग्रीफ का कहना है कि विश्वास नहीं हो रहा है कि इतने प्रेशर के बावजूद भी हमारे पायलट ने असाधारण साहस दिखाया और शांति के साथ काम लिया. उसने विमान को सुरक्षित लैंडिंग के लिए कहा. ये काम वीरता का परिचय देता है. वहीं, अधिकारियों का कहना है कि दो घायल यात्रियों और पायलट का अस्पताल में इलाज चल रहा है. अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने वाशिंगटन में कहा कि अधिकारी अभी भी घटना के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं.
हमलावर को उतारा मौत के घाट
बेलीज पुलिस आयुक्त चेस्टर विलियम्स ने हाईजैकर की पहचान अकिनीला टेलर के रूप में की. उनका कहना है कि वह एक अमेरिकी की पूर्व सैनिक है. हालांकि अमेरिकी अधिकारी बेलीज पुलिस आयुक्त के इस कथन की पुष्टि नहीं कर सके कि टेलर एक पूर्व सैनिक था. विलियम्स का कहना है कि चाकू से घायल यात्रियों में से एक ने टेलर पर गोली चलाई, जो मारा गया. यात्री के पास बंदूक रखने का लाइसेंस था और बाद में उसने अपना हथियार पुलिस को सौंप दिया. यात्री की पीठ में चाकू घोंपा गया और उसके फेफड़े में छेद हो गया. उसकी हालत गंभीर बनी हुई है.
पाकिस्तान-बांग्लादेश संबंधों में नई हलचल, इशाक डार के दौरे पर टिकी निगाहें
18 Apr, 2025 11:55 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पाकिस्तान के विदेश मंत्री और उप प्रधान मंत्री इशाक डार बांग्लादेश का दौरा करने वाले हैं. पाकिस्तान एक बार फिर अपने पड़ोसी देशों के साथ रिश्ते सुधारने की कोशिश कर रहा है. यही कारण है कि ये दौरा खास माना जा रहा है. ये दौरा ना सिर्फ पाकिस्तान की विदेश नीति बल्कि एशियाई राजनीति के लिहाज से भी अहम है. इस दौरे की तारीख भी सामने आ चुकी है.
पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार 27 अप्रैल को दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर ढाका पहुंचेंगे. विदेश सचिव मोहम्मद जशीम उद्दीन ने विदेश मंत्रालय में पत्रकारों को यह जानकारी दी है.
दोनों देशों के साथ हो सकते हैं कई समझौते
इस दौरे को लेकर विदेश सचिव ने कहा कि आज की बैठक में हमने पाकिस्तानी विदेश मंत्री की यात्रा पर चर्चा की और तारीखों को अंतिम रूप दिया. वह 27 से 28 अप्रैल तक ढाका का दौरा करेंगे. इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कई समझौते होने की संभावना है. विदेश मंत्री ने बताया कि अभी इसको लेकर बात चल रही है.
उन्होंने कहा, “पाकिस्तानी विदेश मंत्री की यात्रा को ध्यान में रखते हुए, हमने अपने विदेश मंत्रालय और पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारियों का एक कार्य समूह बनाया है. इसका लक्ष्य संबंधित मंत्रालयों के साथ परामर्श के माध्यम से उन समझौता ज्ञापनों को अंतिम रूप देना है.
13 साल बाद किसी पाकिस्तानी विदेश मंत्री ढाका दौरा
पाकिस्तान की तरफ से करीब 13 साल बाद कोई विदेश मंत्री बांग्लादेश दौरे पर जा रहा है. इशाक डार से पहले साल 2012 में हिना रब्बानी खार बांग्लादेश गई थीं. खास बात ये है कि विदेश मंत्री का दौरान उनके कार्यकाल के 1 साल पूरे होने वाले दिन हो रहा है. पाकिस्तान में करीब 11 साल बाद डार के रूप में उप प्रधानमंत्री मिला था. ऐसे में इशाक डार का ढाका दौरा पूरे क्षेत्र के लिहाज से अहम है.
शेख हसीना की सत्ता के समय पाकिस्तान और बांग्लादेश के रिश्तों में तनाव था, लेकिन देश में अगस्त में हुए तख्तापलट के बाद सियासी तस्वीर बदल गई और दोनों देशों की तरफ से रिश्ते फिर से मजबूत करने की कोशिश नजर आ रही है.
लगातार हो रहे पाकिस्तानियों के दौरे
हाल ही में पाकिस्तान की विदेश सचिव अमाना बलोच के साथ बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के चीफ मोहम्मद यूसुफ ने मुलाकात की है. इस दौरान विदेश सचित स्तर की बैठक में बांग्लादेश की तरफ से मोहम्मद जशीम उद्दीन और पाकिस्तान की तरफ से अमना बलोच शामिल हुए. दोनों देशों के बीच बातचीत हुई. बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद से ही पाकिस्तानी अधिकारी लगातार बांग्लादेश दौरे पर आ रहे हैं.
यूक्रेन में भारतीय कंपनी को झटका, गोदाम पर हमला, रूस ने पल्ला झाड़ा
18 Apr, 2025 11:38 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रूस-यूक्रेन के बीच जंग जारी है, जो खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. इस लड़ाई में कई देशों को नुकसान हो रहा है. यूक्रेन की राजधानी कीव में पिछले हफ्ते भारतीय दवा कंपनी के गोदाम पर मिसाइल अटैक हुआ था. इस हमले के बाद गोदाम में आग लग गई थी. हमले के पीछे रूस को माना जा रहा था, लेकिन रूस ने इन सभी दावों को खारिज कर दिया है. इस बारे में राजधानी दिल्ली स्थित रूस एंबेसी की तरफ ये आधिकारिक बयान जारी किया गया है.
नई दिल्ली स्थित रूसी दूतावास ने कहा कि भारत में यूक्रेन के दूतावास की तरफ से लगाए गए आरोपों के जवाब में नई दिल्ली स्थित रूसी दूतावास ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. उन्होंने बताया कि रूसी सशस्त्र बलों ने 12 अप्रैल, 2025 को कीव के पूर्वी हिस्से में कुसुम हेल्थकेयर के फार्मेसी गोदाम पर हमला नहीं किया था या हमला करने की योजना नहीं बनाई थी.
रूस ने आरोपों पर रखा अपना पक्ष
यूक्रेन की राजधानी कीव में कुसुम हेल्थकेयर के गोदाम पर मिसाइल हमले के बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है. भारत में रूसी दूतावास ने यूक्रेन के आरोपों को “फर्जी खबर” बताकर खारिज कर दिया है. रूस ने इस हमले को लेकर यूक्रेन की रक्षा प्रणालियों पर कई तरह के आरोप लगाए हैं.
दूतावास ने बताया कि टेजिक बॉम्बर, यूएवी स्ट्राइक यूनिट और मिसाइल रेजीमेंट ने यूक्रेनी सैन्य औद्योगिक परिसर के एक एयरक्राप्ट प्लांट को निशाना बनाया गया था. इसके अलावा उसी दिन एक मिलिट्री एयरफील्ड के बुनियादी ढांचे और एक अलग स्थान पर असेंबली वर्कशॉप को निशाना बनाया था. स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन के दौरान रूसी सशस्त्र बलों ने कभी भी नागरिक सुविधाओं को निशाना नहीं बनाया.
यह एक यूक्रेनी मिसाइल थी जो मिसफ़ायर हो गई, ऐसा इसलिए क्योंकि इस तरह की घटनाएं पहली भी हुईं हैं. जब मिस फायर हुए हों.
मिसाइल या ड्रोन अटैक?
कुसुम फार्मा यूक्रेन की सबसे बड़ी फार्मा कंपनियों में से एक है. जहां कई तरह की दवाइयां बनाई जाती हैं. मिसाइल हमले को कई रिपोर्ट ड्रोन अटैक भी बता रही हैं. हालांकि इसको लेकर अब तक कोई स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आ पाई है. इस हमले में कंपनी जलकर खाक हो गई है. हालांकि इस हमले में किसी भी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई है, लेकिन इस हमले ने भारत-रूस और यूक्रेन के बीच टेंशन पैदा कर दी है.
23 साल की लड़की ने बताया उत्तर कोरिया का सच, स्कूल बने हैं यातना गृह
18 Apr, 2025 11:29 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर कोरिया की बंद दुनिया से एक बार फिर ऐसा सच सामने आया है, जिसने वहां के स्कूलों हकीकत का पर्दाफाश कर दिया है. देश से भागी 23 साल की बेला सियो ने उत्तर कोरिया के स्कूलों की भयावह तस्वीर पेश की है. इस जगह बच्चों को न सिर्फ शारीरिक श्रम करने के लिए मजबूर किया जाता है, बल्कि किम जोंग-उन की पूजा भी अनिवार्य होती है. यहां शिक्षा की आड़ में बच्चों को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है.
बेला ने बताया कि उत्तर कोरियाई स्कूलों में पढ़ाई का मतलब होता है, किम परिवार का गुणगान. एक दिन में सात पीरियड्स होते हैं, जिनमें दो से तीन पीरियड सिर्फ किम जोंग-उन और उनके पूर्वजों की ‘क्रांतिकारी जीवनी’ पढ़ने के लिए तय होते हैं. बच्चों का मूल्यांकन भी इन्हीं विषयों पर आधारित होता है, चाहे वे गणित, विज्ञान या किसी और विषय में अच्छे क्यों न हों. हर दिन की शुरुआत किम परिवार की तस्वीरें साफ करने और वफादारी के गीत गाने से होती है.
बच्चों से करवाई जाती है मजदूरी
स्कूल की पढ़ाई खत्म होते ही बच्चों के लिए असली संघर्ष शुरू होता है. बेला के मुताबिक, बच्चों को स्कूल के मैदान को समतल करने जैसे कठिन कार्य दिए जाते हैं, जिसमें तीन से चार घंटे का शारीरिक मजदूरी करनी पड़ती है. उन्हें 25 किलो वजन वाले रेत और पत्थरों से भरे बोरे ढोने होते हैं. कड़क सर्दियों में, जब बर्फ गिरती है, तब भी छात्रों को स्कूल शुरू होने से पहले बर्फ साफ करनी पड़ती है. बेला ने बताया कि उनके गृहनगर ह्येसान में साल भर में औसतन 63 दिन बर्फबारी होती थी.
नॉर्थ कोरिया को स्कूलों की काली सच्चाई
उत्तर कोरिया भले ही खुद को मुफ्त शिक्षा देने वाला देश बताता हो, लेकिन हकीकत इससे उलट है. बेला के अनुसार, छात्रों को ‘युवा परियोजनाओं’, स्कूल आयोजनों, यहां तक कि शिक्षकों के जन्मदिन और पारिवारिक समारोहों के लिए भी पैसे देने पड़ते हैं. इससे कई माता-पिता खाने तक के पैसे बचाकर बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाते हैं. बेला का कहना है कि शिक्षा के नाम पर किम जोंग की भक्ति और मजदूरी ही बच्चों का भविष्य तय करता है.
फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी में फायरिंग से दहशत, दो की मौत, पांच गंभीर
18 Apr, 2025 11:04 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी के एक कैंपस में गुरुवार को दोपहर के समय में फायरिंग हुई. इसी के बाद पूरे कैंपस में दहशत फैल गई. पुलिस ने इसको लेकर एक्शन लिया और अभी तक एक संदिग्ध को हिरासत में ले लिया गया है. अधिकारियों ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि संदिग्ध का नाम फीनिक्स इकनेर है. इस फायरिंग में अब तक दो लोगों की मौत हो गई है. वहीं, 5 की हालत गंभीर बनी हुई है.
फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी (एफएसयू) मामले के शूटर के रूप में फीनिक्स इकनेर की पहचान की गई है. इकनेर की उम्र 20 साल है. साथ ही इकनेर लियोन काउंटी शेरिफ डिप्टी का बेटा है और लियोन काउंटी शेरिफ कार्यालय (एलसीएसओ) युवा सलाहकार परिषद का सदस्य है. पुलिस ने बताया कि इकनेर ने शूटिंग के लिए अपनी मां की बंदूक का इस्तेमाल किया था, साथ ही पुलिस ने बताया कि हथियार तल्हासी में एफएसयू परिसर में अपराध स्थल पर पाया गया.
फायरिंग की आवाज सुनते ही मची दहशत
कैंपस में दोपहर के समय स्टूडेंट यूनियन बिल्डिंग में अचानक गोलियों की आवाजें सुनाई दीं, गोलियों की आवाज सुनते ही लोगों में दहशत मच गई. इसी के बाद तुरंत एक्शन लेते हुए कैंपस को लॉकडाउन कर दिया गया. पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने छात्रों, फैकल्टी और स्टाफ को सुरक्षित स्थानों पर शेल्टर लेने की सलाह दी. इस फायरिंग के चलते सभी क्लास और यूनिवर्सिटी से जुड़े कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं.
कौन है संदिग्ध फीनिक्स इकनेर?
फीनिक्स इकनेर एक एक्टिव एफएसयू स्टूडेंट है. लियोन काउंटी के शेरिफ वॉल्ट मैकनील ने इस बात की पुष्टि की है कि इकनेर के पास अपनी मां का हथियार था और वो अपनी मां की ही पिस्तौल कैंपस में लाया था.
इकनेर के पास एक बंदूक भी पाई गई, हालांकि, इस बात की जानकारी फिलहाल नहीं है कि उस ने कथित हमले के दौरान इसका इस्तेमाल किया था या नहीं. रिपोर्ट के अनुसार, कुछ मौके पर मौजूद लोगों ने कहा कि बंदूकधारी ने पिस्तौल पर स्विच करने से पहले राइफल के आकार के हथियार का इस्तेमाल किया था.
यूनिवर्सिटी में फायरिंग
पिछले दशक में परिसरों या यूनिवर्सिटी में सबसे दुखद सामूहिक गोलीबारी में 2007 में हुआ वर्जीनिया टेक नरसंहार शामिल है, जिसके दौरान 32 लोगों की हत्या कर दी गई थी और 23 घायल हो गए थे. इसी के साथ साल 2023 में दो कॉलेजों में सामूहिक गोलीबारी हुई, जिसमें मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी में हुई गोलीबारी भी शामिल थी, जब तीन छात्रों की जान चली गई और कम से कम पांच लोग घायल हो गए. दूसरी गोलीबारी नेवादा यूनिवर्सिटी, लास वेगास में हुई, जब पुलिस के साथ गोलीबारी में संदिग्ध की मौत से पहले यूनिवर्सिटी के तीन सदस्यों की जान चली गई.
थाईलैंड में छुट्टियां मना रहा ब्रिटिश नागरिक लापता, मिलने पर चौंक गए सभी
18 Apr, 2025 10:58 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ब्रिटेन के 26 साल के डैनियल डेविस जो छुट्टीयां बिताने थाईलेंड गये थे. वहां वो अचानक लापता हो गए. इसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा तो ब्रिटेन और थाईलैंड की पुलिस उन्हें खोजने में जुट गइ. जब वे मिले तो सब दंग रह गए. दरअसल, डैनियल डेविस की आंटी ने पुलिस में मिसिंग रिपोर्ट दर्ज कराई थी. उनके परिवार ने पुलिस को बताया की 13 मार्च के बाद से उनका संपर्क डैनियल से टूट गया था.
वेल्स में रहने वाला उनके परिवार ने कहा कि डैनियल ऐसा कभी नहीं करता है. डैनियल इतने लंबे समय तक परिवार के साथ बिना बात किए बिना रहा है, जब अखिरी बार उसकी आंटी से डैनियल कि बात हुई थी तब वे कोह फी फी डॉन आईलेंड पर थे. हालांकि संपर्क टूटने के बाद परिवार ने थाईलेड के पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज कराई. साथ ही सोशल मीडिया के जरिए से लोगों से उन्हें ढूढ़ने की अपील भी की.
आखिर पुलिस ने कैसे ढूंढ़ा
15 अप्रैल को मुआंग के एक होटल में थाई पुलिस ने डैनियल को ढूढ़ लिया. पुलिस के मुताबिक डैनियल अपने होशों हावाज में पाये गये. पुलिस ने बताया कि हम सारे टूरिस्टों से अपील करते हैं की वे ऐसी सिचुएशन से बचने के लिए बेसिक सुरक्षा का ध्यान रखें.
वहीं, डैनियल कि आंटी निकोला डोरान ने, अपनी फेसबुक पोस्ट के जरिए लोगों का धन्यवाद कर डैनियल के मिलने कि खबर दी. उन्होनें लिखा वह मिल गया हैं. आपकी मदद के लिए धन्यवाद (He has been found, Thank you for all your help). हालांकि, पुलिस का कहना है कि इस तरह की घटनाएं परेशानी पैदा कर सकती हैं, भले ही व्यक्ति पूरी तरह सुरक्षित हो. थाई और ब्रिटिश पुलिस की साझा कोशिशों के बाद डैनियल की सलामती की खबर ने दोनों देशों को राहत पहुंचाई.
फी फी आईलेड क्यों हैं मशहूर?
द व्हाइट हाऊस एचबीओ कीएक ड्रामा सीरीज हैं. ये आलीशान रिसॉर्ट्स में ठहरने वाले अमीर मेहमानों की जिंदगी को दिखाती है. इसका हर सीजन एक नए लग्जरी होटल में सेट होता है, इसका सीजन तीन थाईलेड के शूट हुआ हैं. तब से फी फी आईलेड पर टूरिस्टों का आना बढ़ गया हैं. फी फी आईलेड थाईलैंड की सबसे पसंदीदा जगहों में से एक हैं, जिसे वेस्टर्न टूरिट के बीच साल 2000 में आई द बीच फिल्म से पहचान मिली.
जींद: फर्जीवाड़ा कर दूसरे का प्लॉट बेचने वाला आरोपी गिरफ्तार
17 Apr, 2025 04:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जींद: हरियाणा के जींद जिले के नरवाना में हरियल चौक के नजदीक किसी दूसरे शख्स के प्लॉट को अपना बताकर बेचकर 13 लाख 80 हजार रुपये हड़पने के मामले में एक आरोपित को गिरफ्तार किया है।
प्लॉट पर नही था जसवंती का कब्जा
पकड़े गए आरोपित की पहचान गांव धनौरी निवासी सुभाष के रूप में हुई है। गांव दबलैन निवासी दिलबाग सिंह ने पुलिस को बताया था कि उसने 600 वर्ग गज का प्लाट हरियल चौक के पास 23 सौ रुपये प्रति गज के हिसाब से नरवाना के धौला कुआं निवासी सुनील के मार्फत हनुमान नगर वासी जसवंती से लिया था।
प्लॉट लेने के मामले में उन दोनों के अलावा जसवंती का पति सुरेश कुमार, सुरेंद्र सिंह तथा सुभाष शामिल थे। उसने बताया कि उससे तथा गांव खेड़ी मसानियां वासी वीरेंद्र से 13 लाख 80 हजार रुपये प्लॉट के ले लिए थे और 25 मई, 2021 को फुल पेमेंट का इकरारनामा लिखवा लिया था।
जबकि प्लॉट पर जसवंती का कब्जा ही नहीं था। वे प्लॉट पर कब्जा लेने के लिए गए तो वहां गांव सुदकैन कलां निवासी जगदीश व अन्य तीन ने उस प्लॉट पर अपना कब्जा बताया। उन्होंने बताया कि जसवंती का इस प्लॉट से संबंध नहीं है।
पुलिस ने आरोपी सुभाष को किया गिरफ्तार
उन्होंने जसवंती व अन्य से उनके साथ धोखाधड़ी करने की बात कही और उनसे रुपये वापस मांगे तो उन्होंने रुपये देने से इनकार कर दिया। पुलिस ने इस मामले में हनुमान नगर नरवाना निवासी जसवंती, धोला कुआं नरवाना निवासी सुनील, नरवाना निवासी सुरेंद्र, गांव धनौरी निवासी सुभाष, गांव ईस्माइलपुर निवासी सुरेश कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गांव धनौरी निवासी सुभाष को गिरफ्तार कर लिया।
हरियाणा: विदेश भेजने के नाम पर 7.30 लाख की ठगी, मामला दर्ज
17 Apr, 2025 04:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरियाणा के सिरसा में विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने के मामले में बड़ागुढ़ा क्षेत्र के एक युवक की शिकायत पर पुलिस ने एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
क्या है पूरा मामला?
पुलिस को दी शिकायत में पीड़ित गुरप्रीत सिंह ने आरोपित कालांवाली निवासी गुरप्रीत सिंह उर्फ घौना पर धोखाधड़ी की नियत से अंग्रेजी के शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करवा लेने का आरोप लगाया है।
पुलिस को दिए बयान में गांव रघुआना निवासी गुरप्रीत सिंह ने बताया कि कालांवाली का गुरप्रीत सिंह लोगों को विदेश भेजने का काम करता था। गुरप्रीत के अनुसार उसने आरोपित गुरप्रीत सिंह उर्फ घौना ने सात लाख 30 हजार रुपये की राशि पहले देने तथा बाकी राशि विदेश जाने के लिए टिकट कंफर्म होने पर देने को कहा।
आरोपी के झांसे में आ गया पीड़ित
पीड़ित उसकी बातों में आ गया और डेढ़ लाख रुपये अपने साले गुरजीत सिंह से 25 अक्टूबर 2022 को आरोपित द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर पर ऑनलाइन ऐप के माध्यम से कर दिए। जबकि बाकि पांच लाख 80 हजार रुपये की राशि दो अलग-अलग किश्तों में दोषी की माता, बहन व एक अन्य व्यक्ति को आरोपित के कहने पर नकद दी।
विदेश न भेजने पर आरोपित के खिलाफ उसने बड़ागुढ़ा थाना में एक शिकायत दी जिसके बाद आरोपित को जब पुलिस ने बुलाया तो उसने कालांवाली आकर गुरप्रीत को कुछ कागजात पर हस्ताक्षर कर राशि ले जाने बारे कहा। आरोपित के कहे अनुसार वह गांव के ही गुरनात सिंह को साथ लेकर कालांवाली तहसील कार्यालय में गया, जहां आरोपित गुरप्रीत पहले से ही अंग्रेजी में कुछ कागजात लेकर बैठा था।
धोखाधड़ी से हस्ताक्षर करवाने का भी लगाया आरोप
उसने गुरनाम सिंह के सामने उक्त कागजात पर पीड़ित से हस्ताक्षर करवा लिए और कहा कि अब आप चले जाओं, जल्द ही आपके खाते में राशि ऑनलाइन माध्यम से डाल दी जाएगी। पीड़ित के अनुसार वह अनपढ़ है और आरोपित ने इसी बात का फायदा उठाते हुए उससे धोखाधड़ी कर उक्त कागजातों पर हस्ताक्षर करवाकर व राशि वापिस न कर धोखाधड़ी कर ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू की है।
39 साल की उम्र में मिशेल ट्रेचेनबर्ग का निधन, डायबिटीज़ बनी मौत की वजह
17 Apr, 2025 02:38 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री मिशेल ट्रेचेनबर्ग की मौत को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. मेडिकल रिपोर्ट में दावा किया गया है कि टेचेनबर्ग की मौत डायबटीज से उत्पन्न जटिलताओं के कारण हुई थी. फरवरी में 39 वर्षीय टेचेनबर्ग की मौत मैनहट्टन के एक फ्लैट में हो गई थी. टेचेनबर्ग की मौत के बाद अमेरिका में सवाल उठ रहे थे. मौत की खबर सुन उनके प्रशंसक स्तब्ध रह गए थे.
हालांकि, पुलिस का कहना था कि पहले दिन से ही उनके खिलाफ अपराध के कोई सबूत नहीं थे, जिसके कारण अधिकारियों ने उनके मेडिकल जांच पर ज्यादा फोकस किया.
डायबिटीज की वजह से बेहोश हो गईं
न्यूयॉर्क सिटी मेडिकल परीक्षक कार्यालय ने जो रिपोर्ट जारी की है, उसके मुताबिक मिशेल को मधुमेह की बीमारी थी, जिसने धीरे-धीरे जटिल रूप ले लिया. कहा जा रहा है कि टैचेनबर्ग ने मौत से पहले अपना लीवर भी ट्रांसप्लांट कराया था.
जिस दिन टेचेनबर्ग की मौत हुई, उस दिन वो अचानक बेहोश हो गई. कहा जा रहा है कि बेहोशी के बाद वे फिर से उठ नहीं पाईं. आखिरी में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
मरने के बाद शव का नहीं हो पाया परीक्षण
मिलेश टेचेनबर्ग यहूदी परिवार से ताल्लुक रखती थीं, इसलिए मरने के बाद उनका पोस्टमार्टम नहीं किया जा सका, जिसके बाद पुलिस के आला अधिकारियों ने उनके शव से कुछ सैंपल लिए, जिसे न्यूयॉर्क के अस्पताल में भेजा गया.
पहले उनकी मौत को लेकर कई सवाल उठे थे, लेकिन अब रिपोर्ट के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि टेचेनबर्ग की मौत मधुमेह की वजह से ही हुई थी. 39 साल में किसी व्यक्ति की मधुमेह से मौत ने लोगों की टेंशन और भी बढ़ा दी है.
अब टैचेनबर्ग के बारे में जानिए
यहूदी परिवार से आने वाली टेचेनबर्ग की फिल्मी दुनिया में 8 साल की उम्र में ही एंट्री हो गई. उन्होंने गॉसिप गर्ल जैसी मशहूर फिल्मों में काम किया है. एमी पुरुस्कार के लिए भी उन्हें नामित किया गया था. टेचेनबर्ग का परिवार पलायन कर अमेरिका आ गए थे. 1986 में यहीं पर टेचेनबर्ग का जन्म हुआ था.
अमेरिका-साउथ कोरिया की सैन्य ड्रिल पर भड़का उत्तर कोरिया, दी जवाबी हमले की चेतावनी
17 Apr, 2025 01:26 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सियोल: अमेरिका और दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यास के लेकर उत्तर कोरिया भड़का हुआ है। उत्तर कोरिया ने धमकी दी है कि अगर अमेरिका की ओर से दक्षिण कोरिया में लंबी दूरी के बमवर्षक विमान उड़ाए गए, तो जवाबी कार्रवाई की जाएगी। उत्तर कोरिया का मानना है कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया इस प्रकार का सैन्य अभ्यास उस पर हमले की तैयारी के लिए करते हैं।
अमेरिकी सुरक्षा को होगा नुकसान
उत्तर कोरिया के रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने सरकारी मीडिया में जारी एक बयान में कहा, "अमेरिका और दक्षिण कोरिया का हालिया सैन्य कदम हमारे देश की सुरक्षा के लिए खतरा है। यह एक गंभीर उकसावे की कार्रवाई है जो क्षेत्र में सैन्य तनाव को खतरनाक स्तर तक बढ़ाती है।" बयान में चेतावनी देते हुए कहा गया है कि इस कार्रवाई से अमेरिकी सुरक्षा को निश्चित रूप से नुकसान पहुंचेगा।
अमेरिकी और दक्षिण कोरिया ने किया सैन्य अभ्यास
बता दें कि, अमेरिकी और दक्षिण कोरिया के लड़ाकू विमानों ने मंगलवार को सैन्य अभ्यास किया था। अभ्यास के दौरान अमेरिका ने 'बी-1बी' बमवर्षक विमान उड़ाए थे। दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि इस अभ्यास का मकसद उत्तर कोरिया के बढ़ते परमाणु कार्यक्रम के खिलाफ दोनों देशों की संयुक्त क्षमता का प्रदर्शन करना था।
क्या रहता है उत्तर कोरिया का रुख
गौरतलब है कि, अमेरिका और दक्षिण कोरिया नियमित रूप से संयुक्त सैन्य अभ्यास करते रहे हैं। संयुक्त सैन्य अभ्यास को लेकर दोनों देशों का कहना है कि यह सुरक्षा के लिए हैं। भले ही अमेरिका और दक्षिण कोरिया की ओर से कुछ भी कहा जाता रहा हो। लेकिन, उत्तर कोरिया इसे आक्रमण के अभ्यास के तौर पर देखता है। इस बीच यहां यह भी बता दें कि, अमेरिका और अन्य पश्चिमी देश मिसाइल और हथियारों के निर्माण संबंधी उत्तर कोरिया के प्रयासों को क्षेत्र के लिए गंभीर खतरे के रूप में देखते हैं। वहीं, उत्तर कोरिया अपने परमाणु जखीरे को आधुनिक बनाने के लिए हथियारों का लगातार परीक्षण कर रहा है।
क्रेमलिन में पुतिन की भावुक मुलाकात, पूर्व बंदियों से की बातचीत
17 Apr, 2025 12:42 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार शाम को मॉस्को के क्रेमलिन में हमास ने जिन बंधकों को रिहा किया उन से मुलाकात की. इन तीनों रिहा हुए बंधकों से पुतिन ने बातचीत की. पुतिन ने रिहा की गई बंधक साशा ट्रूफ़ानोव से मुलाकात की, साथ ही उनकी मां एलेना ट्रूफ़ानोवा और साथी सपिर कोहेन, जो दोनों भी पूर्व बंदी हैं से बातचीत की.
पुतिन ने इस मुलाकात के दौरान पूर्व बंधकों को बताया, यह फैक्ट कि आप मुक्त होने में कामयाब रहे, यह इस वजह से है कि रूस के फिलिस्तीनी लोगों, उसके प्रतिनिधियों और कई तरह के संगठनों के साथ स्थिर और लॉन्ग टर्म संबंध हैं. साथ ही पुतिन ने कहा, हमें हमारे साथ सहयोग करने और इस मानवीय कार्य को अंजाम देने के लिए हमास के प्रति आभार व्यक्त करने की जरूरत है.
बंधकों ने बताया अपना दर्द
इस मौके पर पुतिन ने सभी बंधकों के रिहा होने की कामना की. रूसी राष्ट्रपति ने कहा, सभी लोग जो अभी भी उन्हीं परिस्थितियों में हैं जिनमें आप थे, जल्द हा हो जाएं. साशा ने राष्ट्रपति को बताया कि उन्हें गाजा में 498 दिनों तक हिरासत में रखा गया था. ट्रौफ़ानोव और कोहेन को 7 अक्टूबर, 2023 को साशा की मां और दादी इरेना ताती के साथ किबुत्ज़ नीर ओज़ से फिलिस्तीनी आतंकवादियों ने बंधक बना लिया था, जबकि उनके पिता विटाली हमास के नेतृत्व वाले अत्याचारों के दौरान मारे गए थे. नवंबर 2023 के युद्धविराम के दौरान कैदी बनाई गई तीन महिलाओं को मुक्त कर दिया गया.
रूसी विदेश मंत्री ने हमास से की मुलाकात
इजरायली विदेश मंत्रालय के अनुसार, फरवरी में इस्लामिक जिहाद की कैद से ट्रौफानोव की रिहाई से कुछ दिन पहले, एक उप रूसी विदेश मंत्री ने मास्को में हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी से मुलाकात की और फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह से दोहरे रूसी-इजरायल नागरिक ट्रौफानोव और यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र से वर्तमान इजरायली बंधक मैक्सिम हर्किन, जिनके रूसी रिश्तेदार हैं, को रिहा करने के “वादे” को निभाने का आग्रह किया था.
एफ-1 वीजा पर पढ़ाई कर रहे छात्र के पक्ष में आया अमेरिकी संघीय जज का फैसला
17 Apr, 2025 12:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अमेरिका के एक संघीय जज ने 21 वर्षीय भारतीय छात्र को राहत दी है। जज ने ट्रंप प्रशासन को छात्र को निर्वासित करने से अस्थायी रूप से रोक दिया है।
एफ-1 छात्र वीजा पर पढ़ाई कर रहा है छात्र
एफ-1 छात्र वीजा पर विस्कांसिन-मेडिसन यूनिवर्सिटी में 2021 से कंम्यूटर इंजीरियरिंग में स्नातक कर रहे कृष लाल इस्सरदासानी का वीजा रद कर दिया गया है। उसका वीजा ऐसे समय रद किया गया, जब स्नातक की पढ़ाई पूरी होने में महज कुछ सप्ताह ही बचे हैं।
अदालती दस्तावेज के अनुसार, कृष क्लास में उपस्थित रहता था और उसकी अकादमिक स्थिति भी अच्छी रही है। वह अंतिम सेमेस्टर में है और 10 मई तक स्नातक कोर्स खत्म होने की संभावना है।
कृष को खराब आचरण के कारण गिरफ्तार किया गया था
विस्कांसिन के जिला कोर्ट में दाखिल दस्तावेज में मंगलवार को बताया गया कि कृष ने स्वीकार किया है कि एक बार से देर रात दोस्तों के साथ घर लौटते समय रास्ते में कुछ लोगों के साथ बहस होने पर उसे 22 नवंबर, 2024 को गिरफ्तार किया गया था। कृष को खराब आचरण के कारण गिरफ्तार किया गया था, लेकिन मामले की समीक्षा के बाद डिस्टि्रक्ट अटार्नी ने आरोपों को आगे बढ़ाने से इनकार कर दिया था।
मामला पूरी तरह सुलझ गया है
नतीजन उसे अदालत में पेश नहीं होना पड़ा और यह माना गया कि मामला पूरी तरह सुलझ गया है। हालांकि चार अप्रैल को विस्कांसिन-मेडिसन यूनिवर्सिटी के अंतरराष्ट्रीय छात्र सेवा (आइएसएस) कार्यालय ने उसे ईमेल के माध्यम से सूचित किया कि उसका स्टूडेंट एंड एक्सचेंज विजिटर सिस्टम (सेविस) रिकॉर्ड समाप्त कर दिया गया है।
कोर्ट 28 अप्रैल को अगली सुनवाई करेगा
अदालती दस्तावेज में बताया गया कि कृष को वीजा रद किए जाने के बारे में अमेरिकी आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन, यूनिवर्सिटी या विदेश विभाग की ओर से सूचना नहीं मिली। कृष के परिवार ने अमेरिका में उसकी पढ़ाई पर लगभग दो लाख 40 हजार डॉलर खर्च किए हैं। कोर्ट 28 अप्रैल को अगली सुनवाई करेगा।
एक भारतीय समेत चार छात्र पहुंचे कोर्ट
अमेरिका के मिशिगन की यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले एक भारतीय समेत चार छात्र देश से संभावित निर्वासन के खिलाफ कोर्ट पहुंचे हैं। भारत के चिन्मय देवरे समेत चार छात्रों ने अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग और आव्रजन अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। इनका आरोप है कि पर्याप्त नोटिस और स्पष्टीकरण के बगैर उनका सेविस रिकार्ड समाप्त कर दिया गया है।
ढाका में 15 साल बाद पाक-बांग्लादेश के डिप्लोमैट्स आमने-सामने
17 Apr, 2025 12:35 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बांग्लादेश की राजधानी ढाका के पॉश पद्मा स्टेट गेस्ट हाउस में एक ऐसी मुलाकात होने जा रही है, जिसने भारत की विदेश नीति से जुड़े हलकों में हलचल मचा दी है. लगभग 15 साल बाद पाकिस्तान और बांग्लादेश के टॉप डिप्लोमैट्स आमना बलोच और एमडी जाशिमुद्दीन एक ही टेबल पर आमने-सामने बैठने वाले हैं.
ये मीटिंग ऐसे वक्त में होने जा रही है जब भारत बांग्लादेश के रिश्ते पहले जैसे मजबूत नहीं रहे हैं. दूसरी ओर पाकिस्तान की बांग्लादेश में इस तरह की कूटनीतिक एंट्री को कई सवालों की नजर से भी देखा जा रहा है.
विदेश स्तर की बातचीत 15 साल बाद
पाकिस्तानी विदेश सचिव आमना बलोच इस दौरान बांग्लादेश के विदेश सचिव जाशिमुद्दीन के साथ विदेश मंत्रालय स्तर की बातचीत यानी फॉरेन ऑफिस कंसल्टेशन (FOC) करेंगी. दोनों देशों के बीच आखिरी फॉरेन ऑफिस कंसल्टेशन की बैठक 2010 में हुई थी. इसके अलावा, वो बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार तौहीद हुसैन और मोहम्मद यूनुस से भी मुलाकात करेंगी. इस दौरे पर पाकिस्तान और बांग्लादेश के रिश्तों को नई दिशा देने की तैयारी है. चर्चा है कि इस दौरे के बाद पाकिस्तानी विदेश मंत्री इशाक डार भी ढाका आ सकते हैं जो कि 2012 के बाद किसी पाकिस्तानी विदेश मंत्री का पहला बांग्लादेश दौरा होगा.
मीटिंग का ऐजेंडा क्या है?
इस बैठक का एजेंडा काफी दिलचस्प है. रिपोर्ट्स के अनुसार, ढाका यूनिवर्सिटी में पाकिस्तानी छात्रों पर लगा बैन हटा दिया गया है, और वीजा नीतियों में भी ढील दी गई है. पाकिस्तान सीधी हवाई सेवा शुरू करने, व्यापारिक संपर्क बढ़ाने और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने की दिशा में कदम उठा रहा है. इससे ये तो साफ है कि इस बार पाकिस्तान की दिलचस्पी सिर्फ कूटनीतिक बैठकों तक सीमित नहीं है, बल्कि बांग्लादेश में अपनी खोई हुई पकड़ दोबारा पाने के इरादे से आया है.
भारत के लिए डिप्लोमैटिक अलार्म?
2024 में 15 साल से प्रधानमंत्री के पद पर बैठी शेख हसीना सरकार के पतन के बाद बांग्लादेश की सत्ता एक अंतरिम सरकार के हाथ में है. जिसके चीफ एडवाइजर मोहम्मद यूनुस पर पहले ही चीन के प्रति झुकाव और भारत को नजरअंदाज करने के आरोप लग चुके हैं. अब जब पाकिस्तान को भी वहां कूटनीतिक स्पेस मिलता दिख रहा है, तो यह भारत के लिए एक डिप्लोमैटिक अलार्म जैसा है. चीन के बाद अब पाकिस्तान को बांग्लादेश में तवज्जो मिलना इस बात का संकेत है कि दक्षिण एशिया की राजनीति में समीकरण तेजी से बदल रहे हैं.