गुजरात
गुजरात में 40 डिग्री से ऊपर पहुंचा तापमान; लेकिन यहां बदलेगा मौसम
13 Apr, 2024 07:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद। गुरुवार को कम से कम छह राज्यों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो गया, जबकि गुजरात में पांच जिलों में तापमान 41 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया। राजकोट 41.7 डिग्री सेल्सियस के उच्चतम तापमान के साथ सबसे गर्म स्थान रहा, उसके बाद अहमदाबाद और सुरेंद्रनगर दोनों में 41.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
भुज में तापमान 41.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गुरुवार को भुज का तापमान 41.1 डिग्री सेल्सियस और गांधीनगर का तापमान 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आईएमडी ने गर्मियों के बीच मौसम बदलने की चेतावनी जारी की है।
रविवार, सोमवार और मंगलवार को दक्षिण गुजरात के भरूच, सूरत, नवसारी और वलसाड के अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। शुक्रवार को भी तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बना रहेगा, हालांकि आईएमडी ने आंशिक रूप से बादल छाए रहने की भविष्यवाणी की है।
पहाड़ों में ओलावृष्टि और वर्षा का अलर्ट
उत्तराखंड में शुक्रवार को पहाड़ से मैदान तक चटख धूप खिली रही। इससे अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री की वृद्धि दर्ज की गई। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम ¨सह के अनुसार, अगले तीन दिन पर्वतीय क्षेत्रों में आंशिक से लेकर आमतौर पर बादल छाए रह सकते हैं।
उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, पिथौरागढ़, देहरादून, टिहरी और अल्मोड़ा में कहीं-कहीं गरज के साथ बौछार पड़ने और ओलावृष्टि को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। हिमाचल में शनिवार से मौसम करवट बदलेगा और तीन दिन वर्षा के साथ आंधी चलने व ओलावृष्टि की आशंका है।
बौद्ध समेत इन धर्मों में मतांतरण के लिए भी लेनी होगी अनुमति
12 Apr, 2024 06:59 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गांधी नगर। गुजरात सरकार द्वारा एक परिपत्र जारी किया गया है, जिसमें स्पष्ट किया गया है कि बौद्ध धर्म को एक अलग धर्म माना जाना चाहिए और यदि कोई हिंदू धर्म से बौद्ध धर्म, जैन धर्म और सिख धर्म में परिवर्तित होना चाहता है तो उसे गुजरात स्वतंत्रता अधिनियम 2003 के प्रावधानों के तहत संबंधित जिला मजिस्ट्रेट की पूर्व अनुमति लेनी होगी।
गृह विभाग द्वारा 8 अप्रैल को परिपत्र जारी किया गया था जब यह देखा गया कि बौद्ध धर्म में परिवर्तन की मांग करने वाली याचिकाओं पर नियमों के अनुसार कार्रवाई नहीं की जा रही थी।
मनमाने ढंंग से हो रही थी व्याख्या
उप सचिव (गृह) विजय बधेका द्वारा हस्ताक्षरित परिपत्र में कहा गया है कि यह देखा गया है कि जिला मजिस्ट्रेट के कार्यालय गुजरात धर्म स्वतंत्रता अधिनियम की मनमाने ढंग से व्याख्या कर रहे हैं।
यह भी देखा गया है कि हिंदू धर्म से बौद्ध धर्म में परिवर्तित होने की अनुमति मांगने वाले आवेदनों में उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया जा रहा है। इसके अलावा कभी-कभी आवेदकों और स्वायत्त निकायों से अनुरोध प्राप्त होते हैं कि हिंदू धर्म से बौद्ध धर्म में परिवर्तन के लिए पूर्व अनुमति की आवश्यकता नहीं है।
परिपत्र में आगे कहा गया है कि ऐसे मामलों में जहां पूर्व अनुमति के लिए आवेदन दायर किए जाते हैं, संबंधित कार्यालय ऐसे आवेदनों का निपटान करते हैं और कहते हैं कि सिख धर्म, जैन धर्म और बौद्ध धर्म संविधान के अनुच्छेद 25 (2) के तहत हिंदू धर्म में शामिल हैं और इसलिए आवेदक को इसकी आवश्यकता नहीं है कि वे धर्मांतरण के लिए अनुमति ले।
निर्धारित प्रारूप में जिला मजिस्ट्रेट को देनी होगी सूचना
यह संभव है कि कानूनी प्रावधानों के पर्याप्त अध्ययन के बिना धार्मिक रूपांतरण जैसे संवेदनशील विषय पर याचिकाकर्ताओं को दिए गए जवाबों के परिणामस्वरूप न्यायिक मुकदमेबाजी हो सकती है।
परिपत्र में उल्लेख किया गया है कि "गुजरात स्वतंत्रता अधिनियम के संबंध में, बौद्ध धर्म को एक अलग धर्म के रूप में माना जाएगा"।
अधिनियम के अनुसार, जो व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति को हिंदू धर्म से बौद्ध धर्म/सिख धर्म/जैन धर्म में परिवर्तित कर रहा है, उसे निर्धारित प्रारूप में जिला मजिस्ट्रेट की पूर्व अनुमति लेनी होगी। साथ ही धर्म परिवर्तन करने वाले व्यक्ति को निर्धारित प्रारूप में जिला मजिस्ट्रेट को सूचना देनी होगी।
जूनागढ़ में भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों पर बाल्टी से नोटों की बारिश
11 Apr, 2024 06:35 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जूनागढ़: गुजरात के जूनागढ़ के मोगलधाम में चैत्र नवरात्रि के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कीर्तिदान गढ़वी और जिग्नेश कविराज सहित प्रसिद्ध लोक गायकों ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान लोक कलाकारों के साथ ही भाजपा उम्मीदवार राजेश चुडासमा और कांग्रेस उम्मीदवार हीराभाई जोतवा पर पैसों की बारिश की गई। कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशियों पर उनके समर्थकों ने बाल्टी भर भरके नोटों की बारिश की।
इन कलाकारों ने बिखेरे रंग
चैत्र नवरात्रि के पहले दिन जूनागढ़ के मोगलधाम में मां मोगल की पूजा की गई। इसके बाद रात में मोगल धाम में एक भव्य लोक डायरा का आयोजन किया गया। इस डायरे में गुजरात के प्रसिद्ध डायरा कलाकारों, कीर्तिदान गढ़वी, राजभा गढ़वी और जिग्नेश कविराज सहित विभिन्न कलाकारों ने लोक डायरा में अपनी प्रतिभा के रंग बिखेरे।
लाखों रुपये की हुई बारिश
इस डायरा में कलाकारों पर लाखों रुपये की बारिश की गई। कलाकारों पर 100 और 500 के नोटों की वर्षा की गई। विधायक देवभाई मलाम, भाजपा के जूनागढ़ लोकसभा उम्मीदवार राजेश चुडासमा और कांग्रेस उम्मीदवार हीराभाई जोतवा समेत कई प्रमुख साधु-संत इस भव्य लोक डायरा में मौजूद रहे।
26 साल से हत्या मामले में थी तलाश
10 Apr, 2024 07:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद। हत्या के मामले में 26 साल से वांछित 50 वर्षीय मिथलेशिया उत्तम पटेल को पुलिस ने उत्तर प्रदेश के चित्रकूट से दबोच लिया। राजकोट के जेतपुर में एक टाइल्स फैक्ट्री के चौकीदार की साल 1999 में हत्या कर दी गई थी, इस मामले में मिथलेशिया पटेल को आरोपी बनाया गया था। अपराध रोकथाम शाखा इस मामले की जांच कर रहा था।
क्या है पूरा मामला?
मिथलेशिया पटेल अपने तीन दोस्तों के साथ मिलकर फैक्ट्री से चोरी करते हुए पकड़े गये थे। चौकीदार ने उनको रोकने की कोशिश की तो उन्होंने चौकीदार के सिर पर पत्थर से हमला कर दिया। जिसकी वजह से चौकीदार बुरी तरह जख्मी हो गया और बाद में उसकी मौत हो गई।
पुलिस निरीक्षक आरएस सुवेरा ने बताया कि हत्या के मामले में वांछित के उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले के रुकमा खुर्द गांव में छिपे होने की सूचना मिली थी। आरोपी एक आदतन अपराधी था इसलिए पुलिस ने जाल बिछाकर उसके बारे में जानकारी हासिल की और फिर दबिश देकर उत्तर प्रदेश पुलिस की मदद से पकड़ लिया। बीते 26 साल में आरोपी गुजरात, दिल्ली व उत्तर प्रदेश में छिपता फिर रहा था।
सड़कों पर दिखेगा शक्ति प्रदर्शन
9 Apr, 2024 06:59 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गांधीनगर संसदीय सीट पर आगामी 19 अप्रैल को नामांकन करेंगे। शाह के अलावा केंद्रीय मंत्री परशोत्तम रुपाला, केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया, गुजरात भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल समेत कई दिग्गज नेता अगले सप्ताह रोड शो के जरिये शक्ति प्रदर्शन कर नामांकन दाखिल करेंगे।
गांधीनगर संसदीय सीट से लगातार दो लोकसभा चुनाव जीत चुके अमित शाह 19 अप्रैल को दूसरी बार अपना नामांकन भरेंगे। इससे पहले अहमदाबाद से गांधीनगर कलेक्टर कार्यालय तक रोड शो के जरिये शक्ति प्रदर्शन किया जाएगा। शाह ने गत चुनाव पांच लाख 50 हजार से अधिक मतों के अंतर से जीता था। जबकि, इस बार पार्टी ने 10 लाख मतों के अंतर से चुनाव जिताने का लक्ष्य रखा है।
सीआर पाटिल 18 अप्रैल को नवसारी से भरेंगे नामांकन
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल 18 अप्रैल को नवसारी सीट से नामांकन भरेंगे। गत चुनाव उन्होंने रिकॉर्ड छह लाख से अधिक मतों के अंतर से जीता था। केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया को पोरबंदर लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है। वह 15 अप्रैल को रोड शो करने के बाद नामांकन भरेंगे।
केद्रीय मंत्री रुपाला के प्रति समाप्त नहीं हो रही नाराजगी
विवादित टिप्पणी के चलते राजपूत समाज की नाराजगी केद्रीय मंत्री रुपाला के प्रति समाप्त नहीं हो रही है। उन्होंने अपने समर्थकों से 16 अप्रैल को बड़ी संख्या में राजकोट के बहुमाली चौक पर नामांकन रैली के लिए एकत्र होने की अपील की है।
गुजरात में 7 मई को वोटिंग के दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित
8 Apr, 2024 07:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद। गुजरात सरकार ने 7 मई (वोटिंग का दिन) को सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया है। इस दिन गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीटों और पांच विधानसभा उपचुनावों के लिए वोटिंग होगी। बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए 19 अप्रैल को पहले फेज की वोटिंग की जाएगी। इसके लिए चुनाव आयोग ने लगभग सभी तैयारियां कर ली हैं।
एक अधिकारी ने सोमवार को जानकारी देते हुए कहा कि गुजरात के सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) द्वारा इस संबंध में एक अधिसूचना जारी की है।
सभी कर्मचारी पेड छुट्टी पाने के हकदार होंगे
अधिसूचना में कहा गया है, "किसी औद्योगिक इकाई या निर्वाचन क्षेत्र के बाहर स्थित किसी कंपनी में काम करने वाले लोग, जहां वे मतदाता के रूप में पंजीकृत हैं, लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 135 (बी) (1) के अनुसार 7 मई को "पेड छुट्टी" पाने के हकदार होंगे। ताकि वे अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।"
जिन पांच विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं वे विजापुर, खंभात, वाघोडिया, मनावदर और पोरबंदर हैं।
गुजराती फिल्म अवॉर्ड समारोह 2024 में आश्चर्यजनक रूप से दस पुरस्कार मिले
6 Apr, 2024 06:39 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गुजराती सिनेमा उद्योग के लोकप्रिय फिल्म निर्माता विरल शाह शहर में चर्चा का विषय बने हुए हैं क्योंकि उनकी फिल्मों को तीन प्रतिष्ठित पुरस्कार समारोहों में शीर्ष सम्मान मिला है। गोलकेरी, गुलाम चोर और कच्छ एक्सप्रेस ने द वाइब्रेंट गुजराती फिल्म अवार्ड सेरेमनी 2024, ट्रांसमीडिया गुजराती स्क्रीन एंड स्टेज अवार्ड्स और गुजरात आइकॉनिक फिल्म अवार्ड्स (जीआईएफए) में कई पुरस्कार जीतकर दर्शकों और आलोचकों को समान रूप से आश्चर्यचकित कर दिया।
विरल शाह को स्वयं उनके निर्देशन की कुशलता के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के दो पुरस्कारों के साथ प्रशंसा मिली। एक ट्रांसमीडिया गुजराती स्क्रीन एंड स्टेज अवार्ड्स में गुलाम चोर के लिए था, जबकि दूसरा द वाइब्रेंट गुजराती फिल्म अवार्ड समारोह 2024 में गोलकेरी के लिए था।
कच्छ एक्सप्रेस ने GIFA और ट्रांसमीडिया गुजराती स्क्रीन एंड स्टेज अवार्ड्स में उल्लेखनीय संख्या में पुरस्कार जीते। इसकी सफलताओं में सर्वश्रेष्ठ फिल्म, सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (मानसी पारेख), सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका, सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता और सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखक (राम मोरी) शामिल हैं।
गोलकेरी ने दर्शकों और आलोचकों को गहराई से प्रभावित किया, जिससे उसे द वाइब्रेंट गुजराती फिल्म अवॉर्ड समारोह 2024 में आश्चर्यजनक रूप से दस पुरस्कार मिले। उल्लेखनीय पुरस्कारों में मल्हार ठाकर के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता, सर्वश्रेष्ठ मेकअप आर्टिस्ट (सस्मिता दास), सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री (वंदना पाठक) और सर्वश्रेष्ठ शामिल हैं। इमेजरी (विकास जोशी) |
इसके अलावा, मानसी पारेख को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए परीक्षा समिति द्वारा विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
विरल शाह की फिल्मों की सफलता न केवल उनके निर्देशन की प्रतिभा को रेखांकित करती है, बल्कि गुजराती फिल्म उद्योग की बढ़ती प्रतिभा और जीवंतता को भी उजागर करती है। चूंकि ये फिल्में दर्शकों को लुभाती रहती हैं, प्रशंसकों को उम्मीद है कि विरल शाह ऐसी और सिनेमाई उत्कृष्ट कृतियां लेकर आएंगे।
रूपाला के समर्थन में आए पाटीदार युवक संगठन
5 Apr, 2024 08:24 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद। केंद्रीय मंत्री परशोत्तम रूपाला के खिलाफ राजपूत समाज की संस्थाओं के विरोध प्रदर्शन के बाद अब पाटीदार युवकों की संस्थाएं भी रूपाला के समर्थन में आ गई हैं। सरदार पटेल ग्रुप व सरदार पटेल सेवादल ने रूपाला को हर संभव मदद का एलान किया है। उधर, कांग्रेस के पूर्व विधायक ललित वसोया ने पाटीदार समाज से इस विवाद को दो समाज की लड़ाई न बनाने की अपील करते हुए कहा कि राजपूत समाज की नाराजगी भाजपा नेता के विरुद्ध है।
पाटीदार युवकों के दो प्रमुख संगठन सरदार पटेल ग्रुप (एसपीजी) तथा सरदार पटेल सेवादल ने केंद्रीय मंत्री रूपाला का समर्थन करते हुए कहा है कि पाटीदार समाज इस चुनाव में उनकी हरसंभव मदद करेगा। सौराष्ट्र एसपीजी के अध्यक्ष कल्पेश टांक व अन्य पदाधिकारियों ने इंटरनेट मीडिया पर भी पोस्ट जारी कर बताया कि रूपाला के बार-बार माफी मांगने के बावजूद राजपूत समाज उन्हें माफ करने को तैयार नहीं है। माफी के बाद कोई विवाद नहीं रहना चाहिए।
उधर, करणी सेना महिला मोर्चा की अध्यक्ष पद्मिनी बा वाला ने रूपाला की उम्मीदवारी खारिज न करने तक अन्न त्यागने का एलान किया है। इससे पहले करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया था।
करणी सेना का आंदोलन को देशव्यापी बनाने का एलान
राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराणा ने भी गुजरात आकर आंदोलन को देशव्यापी बनाने का एलान किया है तो राजपूत समाज की महिलाओं ने जामनगर में बड़ी संख्या में रैली निकालकर कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। केंद्रीय मंत्री रूपाला ने गत 22 मार्च को दलित समाज के एक सम्मेलन में कहा था कि भारत के राजे-रजवाड़ों ने मुगलों से मैत्री कर रोटी-बेटी का संबंध बनाया। इस टिप्पणी से नाराज गुजरात के क्षत्रिय समाज के संगठन कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं।
'तीन ब्लाउज, दो ड्रेस की खराब सिलाई से महिला को मानसिक आघात'
4 Apr, 2024 07:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गुजरात के वडोदरा में शादी समारोह से पहले गलत तरीके से कपड़ों की सिलाई करने की दोषी महिला के बुटीक पर 5000 रुपये का जुर्माना लगाया गया है। उपभोक्ता फोरम के मुताबिक बुटीक ने एक महिला के कपड़ों को गलत तरीके से सिलकर उसे 'मानसिक आघात' पहुंचाया। इस कारण शादी समारोह के दौरान उसे दूसरे कपड़े पहनने पड़े। महिला के मुताबिक उसने 2017 में बुटीक से संपर्क किया, सेवाओं से असंतुष्ट होने के बाद उपभोक्ता फोरम में 2018 में मुकदमा किया।
बुटीक ने नोटिस का जवाब नहीं दिया
महिला के मुताबिक बुटीक के मालिक से उसके लिए नए ब्लाउज के टुकड़े खरीदने और उन्हें बिना किसी अतिरिक्त लागत के दोबारा कपड़े सिल कर देने से इनकार कर दिया। दलीलों को सुनने के बाद उपभोक्ता फोरम ने अपने आदेश में कहा, नोटिस मिलने के बावजूद विपक्षी पार्टी- बुटीक न तो सुनवाई के दौरान हाजिर हुआ और न ही शपथ पत्र दायर कर शिकायतकर्ता के दावों को चुनौती दी।
तीन ब्लाउज और दो ड्रेस - ठीक से सिले नहीं गए
वडोदरा जिला उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग (अतिरिक्त) ने 7 मार्च को पारित अपने आदेश में कहा कि शिकायतकर्ता महिला ने अपने भतीजे की शादी के दौरान ये कपड़े पहनने की योजना बनाई थी। फोरम ने अपने आदेश में कहा, महिला के परिधान - तीन ब्लाउज और दो ड्रेस - ठीक से सिले नहीं गए थे। बुटीक को मानसिक उत्पीड़न का दोषी पाया गया है। इसलिए शिकायतकर्ता को 5,000 रुपये का भुगतान करना होगा।
सात साल पुराने मामले में आया आदेश
शिकायत करने वाली महिला की शिकायत पर उपभोक्ता फोरम ने कहा कि बुटीक महिला को सिलाई शुल्क के तीन हजार रुपये और कानूनी लागत के लिए 2000 रुपये का भुगतान करेगा। अहमदाबाद की दीपिका दवे ने अक्तूबर, 2017 में तीन मैचिंग ब्लाउज पीस के लिए बुटीक गई थीं। महिला का आरोप है कि उन्हें उनके कपड़े दूसरी दुकान से खरीदी गई तीन साड़ियों के साथ सिलकर मिलीं। महिला के मुताबिक उन्होंने अपनी बेटी का एक और ब्लाउज पीस के अलावा दो ड्रेस भी सिलाई के लिए दीं। सिलाई के लिए 5,000 रुपये का भुगतान किया, लेकिन उन्हें ठीक कपड़े नहीं मिले।
एस. जयशंकर ने मंगलवार को जवाहरलाल नेहरू पर निशाना साधा
3 Apr, 2024 09:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को जवाहरलाल नेहरू पर निशाना साधा और दावा किया कि गुलाम कश्मीर और चीन द्वारा भारतीय क्षेत्र के कुछ हिस्सों पर कब्जे जैसी समस्याओं के लिए अतीत की गलतियां जिम्मेदार हैं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत को स्थायी सदस्यता की पेशकश किये जाने के समय के इसके रुख का जिक्र करते हुए जयशंकर ने दावा किया कि एक समय था जब देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू ने कहा था कि भारत बाद में, चीन पहले।
यहां गुजरात चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री को संबोधित करते हुए जयशंकर इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या भारत को गुलाम कश्मीर और चीन द्वारा कब्जाए गए भारतीय क्षेत्रों की स्थिति के साथ सामंजस्य बिठाना चाहिए या इन्हें वापस पाने के लिए प्रयास करना चाहिए।
जयशंकर ने क्या कुछ कहा?
जयशंकर ने कहा कि 1950 में तत्कालीन गृह मंत्री सरदार बल्लभभाई पटेल ने नेहरू को चीन के प्रति आगाह किया था। पटेल ने नेहरू से कहा था कि आज पहली बार हम दो मोर्चों पाकिस्तान और चीन पर ऐसी स्थिति का सामना कर रहे हैं जिसका सामना भारत ने पहले कभी नहीं किया था। पटेल ने नेहरू से यह भी कहा था कि वह चीन की बातों पर विश्वास नहीं करते क्योंकि उनके इरादे कुछ और ही प्रतीत होते हैं और हमें सावधानी बरतनी चाहिए।
जयशंकर का आश्वासन भारतीयों की सुरक्षित घर वापसी पर
2 Apr, 2024 07:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राजकोट। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में स्थायी सीट के लिए भारत की दावेदारी पर भरोसा जताते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि कोई भी बड़ी उपलब्धि कभी भी कड़ी मेहनत के बिना नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि देश को इस बार थोड़ा ज्यादा कोशिश करती होगी।
साथ ही विदेश मंत्री जयशंकर ने दुनिया भर में भारतीय नागरिकों की सुरक्षित घर वापसी का आश्वासन दिया और याद किया कि कैसे भारत की विदेश नीति हिंसा प्रभावित हैती से अपने नागरिकों को निकालने के लिए ऑपरेशन इंद्रावती और यूक्रेन में ऑपरेशन गंगा के तहत भारतीय नागरिकों को निकालने में सबसे आगे थी।
सरकार हर संकट में अपने नागरिकों के साथ खड़ी रहेगी
उन्होंने कहा कि भारतीयों को पूरा भरोसा होना चाहिए कि सरकार हर तरह की स्थिति और संकट में उनके साथ खड़ी रहेगी, चाहे वह यूक्रेन हो, नेपाल में भूकंप हो, यमन में युद्ध हो या अन्य कोई देश हमारे नागरिकों को कभी भी उनके भाग्य पर नहीं छोड़ा जाएगा।
हम इस उपलब्धि को जरूर हासिल करेंगे
गुजरात के राजकोट में एक कार्यक्रम में जयशंकर ने कहा, "हम इस उपलब्धि को जरूर हासिल करेंगे। लेकिन, कोई भी बड़ी उपलब्धि कड़ी मेहनत के बिना नहीं मिलती। इसलिए हमें इसके लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। इस बार हमें अतिरिक्त प्रयास करना होगा क्योंकि अब तक जो हुआ है वह यह है कि संयुक्त राष्ट्र का गठन लगभग 80 साल पहले हुआ था। उस समय, पांच देश थे जिन्होंने निर्णय लिया था कि वे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य बनेंगे।"
जयशंकर ने जोर देते हुए कहा कि यह बड़ी अजीब बात है कि जिन पांच देशों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अपना नियंत्रण बनाए रखा है, उन्हीं से पूछा जा रहा है कि सुरक्षा परिषद में बदलाव होना चाहिए या नहीं।
यूएनएससी पर पांच देशों ने अपना नियंत्रण बनाए रखा है
विदेश मंत्री ने कहा, "उस समय 50 स्वतंत्र देश थे। पिछले 80 सालों में स्वतंत्र देशों की संख्या अब 193-194 तक पहुंच गई है। लेकिन, इन पांच देशों ने अपना नियंत्रण बनाए रखा है और अजीब बात यह है कि उन्हीं पांच देशों से पूछा जा रहा है कि वो परिवर्तन करना चाहते हैं या नहीं। इन पांचों देशों में से कुछ देश इस पर सहमत हैं और कुछ नहीं। कुछ अपनी स्थिति स्पष्ट रूप से रखते हैं, कुछ पिछे से अन्य दूसरी बातें करते हैं। यह सालों से होता आ रहा है।"
व्यवस्था अब बदलनी चाहिए
उन्होंने कहा कि हालांकि, इस भावना में तेजी से बढ़ोतरी हुई है कि व्यवस्था अब बदलनी चाहिए। जयशंकर ने कहा, "यह व्यवस्था बदलनी चाहिए और भारत को यूएनएससी में स्थायी सीट मिलनी चाहिए।" उन्होंने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में बहुत सारी बातचीत चल रही है और भारत को इस पर कायम रहना होगा।
विदेश मंत्री ने आगे कहा, "इन दिनों भारत की बहुत सारी बातचीत चल रही है। कई विचार सामने रखे गए हैं, जिसमें कुछ अरब और अफ्रीकी देश शामिल हैं। जापान, जर्मनी और ब्राजील के साथ हमने भी एक प्रस्ताव रखा है। मुझे लगता है कि हमें इसे लगातार जारी रखना चाहिए।
इस राज्य में हुआ सबसे बड़ा राजनीतिक परिवर्तन कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बदल लिया पाला
1 Apr, 2024 08:17 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जामनगर। Lok Sabha Election 2024। लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को लगातार जोर के झटके लग रहे हैं। चाहे असम हो या गुजरात, कांग्रेस के कद्दावर नेता भाजपा में शामिल हो रहे हैं। अमूमन एक, दो या तीन नेता एक साथ पाला बदलते हैं, लेकिन गुजरात के जामनगर में तो 800 कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया।
जामनगर की लोकप्रिय सांसद पूनमबेन मैदम के कुशल नेतृत्व में और भाजपा की विकासवादी विचारधारा के कारण कांग्रेस को एक बार फिर हलार क्षेत्र में बड़ा झटका लगा है।
जिले में कांग्रेस का पूरी तरह हुआ सफाया
जामनगर जिले में कांग्रेस नेताओं के भाजपा में शामिल होने के बाद, देवभूमि द्वारका जिले में इतिहास का सबसे बड़ा राजनीतिक परिवर्तन देखा गया है। जिले में कांग्रेस का लगभग पूरी तरह से सफाया हो गया है। जिला कांग्रेस के महासचिव और तालुका पंचायत के विपक्ष के नेता सहित कई महत्वपूर्ण कांग्रेस नेता कांग्रेस से अलग होकर भाजपा पार्टी में शामिल हो गए।
भाजपा में शामिल हुए 800 कांग्रेस कार्यकर्ता
भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं में द्वारका जिला कांग्रेस के महासचिव और विपक्ष के जिला पंचायत सदस्य ईभाभाई करमूर शामिल हैं। नेता और तालुका पंचायत सदस्य योगेशभाई नंदनिया, तालुका पंचायत सदस्य लक्ष्मणभाई चावड़ा, द्वारका कांग्रेस ओबीसी सेल के अध्यक्ष किशनभाई भाटिया, तालुका पंचायत सदस्य मालसीभाई दहिया, द्वारका जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष सावन करमूर, खंभालिया के एपीएमसी निदेशक बाबूभाई गोजिया और 14 सरपंचों सहित लगभग 800 कांग्रेस कार्यकर्ता हैं।
कांग्रेस मुक्त का माहौल बन गया है: पूनमबेन मैडम
जामनगर की सांसद पूनमबेन मैडम, राज्य के कैबिनेट मंत्री मुलुभाई बेरा और जिला भाजपा अध्यक्ष मयूरभाई गढ़वी ने खंभालिया में एक बैठक में सभी कांग्रेस नेताओं का स्वागत किया। पूनमबेन मैडम ने कहा,"देश की तरह जामनगर लोकसभा क्षेत्र में भी कांग्रेस मुक्त का माहौल बन गया है। भारत के लोगों ने भी देश को कांग्रेस से मुक्त करने का फैसला किया है।"
उन्होंने आगे कहा, "कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता हमारे प्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश को विकसित बनाने के लिए जुट गए हैं।" कांग्रेस पार्टी को सबसे बड़ा झटका देवभूमि द्वारका जिले में लगा है।
केंद्रीय मंत्री फंसे राजपूतों पर बयान देकर मुश्किल में....
30 Mar, 2024 06:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद। राजपूत समाज व राजे-रजवाडों को लेकर की गई टिप्पणी के चलते केंद्रीय मंत्री परशोत्तम रूपाला के खिलाफ कांग्रेस के नेता ने राजकोट में मानहानि का मामला दर्ज कराया है। मामले को शांत कराने को पूर्व विधायक जयराजसिंह जडेजा ने गोंडल में क्षत्रिय समाज की बैठक बुलाई। विवाद बढ़ता देख राज्य सरकार ने केंद्रीय मंत्री की सुरक्षा बढा दी है।
लोकसभा चुनाव से पहले गुजरात में केंद्रीय डेयरी एवं पशुपालन मंत्री रूपाला के बयान को लेकर राजनीति गरमा गई है। हालांकि रूपाला ने अपने बयान को लेकर राजपूत समाज से सार्वजनिक रूप से माफी मांग ली, लेकिन गुजरात समस्त राजपूत समाज उनकी राजकोट संसदीय सीट से दावेदारी खारिज कराने पर अड़ा है।
सुरेंद्रनगर में राजपूत समाज ने रूपाला का पुतला जलाया
सुरेंद्रनगर में राजपूत समाज के युवाओं ने रूपाला का पुतला जलाया वहीं विवाद के चलते राज्य सरकार ने केंद्रीय मंत्री के गांधीनगर एवं अमरेली आवास की सुरक्षा बढा दी, उनके काफीले में भी सुरक्षाकर्मी की संख्या बढाई गई है। कांग्रेस नेता आदित्य सिंह गोहिल ने राजकोट चीफ ज्युडिशियल कोर्ट में रूपाला के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज कराया है। गोहिल ने कहा है कि केंद्रीय मंत्री ने एक समाज को खुश करने के लिए राजपूत समाज का सार्वजनिक रूप से अपमान किया है।
जयराजसिंह ने राजपूत समाज के लोगों की बैठक बुलाई
गोंडल के पूर्व विधायक जयराजसिंह जडेजा ने मामले को शांत कराने के लिए शुक्रवार को राजपूत समाज के लोगों की बैठक बुलाई। भाजपा के अन्य राजपूत नेता भी समाज के वरिष्ठ व युवाओं को समझाने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन समस्त गुजरात राजपूत समाज संकलन संस्था ने रूपाला की राजकोट लोकसभा सीट से दावेदारी खारिज करने की मांग रखी है।
केंद्रीय मंत्री रूपाला की माफी को किया क्षत्रिय समुदाय ने खारिज......
29 Mar, 2024 06:43 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद। गुजरात के क्षत्रिय समुदाय ने पूर्ववर्ती रियासतों के शासकों पर केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला की टिप्पणी को गंभीरता से लिया है। क्षत्रिय समुदाय ने उनकी माफी को खारिज करते हुए कहा है कि भाजपा राजकोट से अपना उम्मीदवार बदल दे, नहीं तो उसे हार का सामना करना पड़ेगा।
इस मामले को लेकर क्षत्रिय समुदाय के प्रमुख नेताओं ने एक बैठक कर राज्यभर में रूपाला का पुतला फूंकने का फैसला किया। इस मामले को लेकर आने वाले दिनों में राजकोट में एक बड़ी सभा भी आयोजित की जाएगी।
रूपाला ने अपने बयान के लिए मांगी माफी
विगत 22 मार्च को राजकोट में एक जनसभा को संबोधित करते हुए रूपाला ने कहा था कि महाराजाओं ने विदेशी शासकों के साथ ही अंग्रेजों के उत्पीड़न के आगे घुटने टेक दिए थे। उन्होंने कहा था कि इन महाराजाओं ने उनके साथ रोटी तोड़ी और अपनी बेटियों की शादी भी उनसे की। हालांकि, रूपाला ने पहले ही अपने इस बयान के लिए माफी मांग ली थी, लेकिन समुदाय की समन्वय समिति ने इसे स्वीकार नहीं किया और कहा कि वह लोकसभा चुनाव के बाद भी यही भाषा बोल सकते हैं।
'हम भाजपा के खिलाफ नहीं'
समिति के सदस्यों में से एक वीरभद्र सिंह ने कहा कि हम उनकी माफी को अस्वीकार करते हैं, क्योंकि उन्होंने दिल से माफी नहीं मांगी है। वह चुनाव के बाद भी यही भाषा बोल सकते हैं। यदि रूपाला को नहीं हटाया गया तो हम यह सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें चुनाव में हार का सामना करना पड़े। हम भाजपा के खिलाफ नहीं हैं। रूपाला को हटाकर पार्टी किसी को भी यहां से टिकट दे सकती है। कहा कि टिकट वितरण के दौरान विचार न किए जाने के बावजूद क्षत्रिय कभी भी परेशानी नहीं पैदा करते। लेकिन, इस बार हमारा सम्मान दांव पर है।
'हम उन्हें माफ करने के मूड में नहीं'
हम उन्हें माफ करने के मूड में नहीं हैं। क्षत्रिय लंबे समय से भाजपा के साथ हैं। एक अन्य क्षत्रिय नेता वासुदेव ¨सह गोहिल ने कहा कि यदि रूपाला को नहीं हटाया गया तो हर जिले में उनका पुतला फूंका जाएगा। हम चाहते हैं कि भाजपा राजपूतों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के लिए रूपाला की राजकोट लोकसभा सीट से उम्मीदवारी को रद कर दे। हम किसी भी समझौते के फार्मूले पर सहमत नहीं होंगे।
पूर्व IPS अधिकारी संजीव भट्ट को 20 साल की जेल....
28 Mar, 2024 07:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अहमदाबाद। पूर्व आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट को साल 1996 एनडीपीएस (NDPS) मामले में पालनपुर के द्वितीय अतिरिक्त सत्र न्यायालय ने सजा सुनाई है। कोर्ट ने पूर्व आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट को 20 साल के कठोर कारावास और 2 लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है।
11 अलग-अलग धाराओं के तहत हुई सजा
पूर्व अधिकारी को अलग-अलग 11 धाराओं के तहत 20 साल की कैद और दो लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनाई गई है। वहीं, जुर्माना न देने पर एक वर्ष अतिरिक्त साधारण कारावास का प्रावधान किया गया है। मालूम हुआ कि कोर्ट ने इससे पहले बुधवार को पूर्व आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट को एनडीपीएस मामले में दोषी करार दिया था।
इस मामले में हुई है सजा
मालूम हुआ कि यह ड्रग्स को जब्त करने का मामला है। सत्र अदालत ने पूर्व अधिकारी को राजस्थान के रहने वाले एक वकील को झूठे आरोप में फंसाने के मामले में दोषी पाया है। संजीव भट्ट गुजरात दंगा मामलों में गलत बयानी के लिए काफी विवादास्पद रहे थे। 1996 में पुलिस ने पालनपुर के एक होटल के कमरे से ड्रग्स की बरामदगी की थी।
क्या है पूरा मामला?
पुलिस के अनुसार, आरोपित वकील भी उसी कमरे में रह रहा था। उस समय भट्ट बनासकांठा जिले के पुलिस अधीक्षक के रूप में कार्यरत थे। उनके अधीन जिला पुलिस ने राजस्थान के वकील सुमेर सिंह राजपुरोहित को इस मामले में एनडीपीएस एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत गिरफ्तार किया था। उस समय भट्ट ने यह दावा किया था कि पालनपुर के जिस होटल के कमरे से ड्रग्स को जब्त किया गया, वकील उसी में रह रहा था।
बाद में राजस्थान पुलिस ने कहा कि राजपुरोहित को बनासकांठा पुलिस ने राजस्थान के पाली में स्थित एक विवादित संपत्ति को स्थानांतरित करने के लिए मजबूर किया था। इसी मकसद के लिए पुरोहित को झूठा फंसाया था। पूर्व पुलिस इंस्पेक्टर आइबी व्यास ने मामले की गहन जांच की मांग करते हुए 1999 में गुजरात हाई कोर्ट का रुख किया था।