उत्तर प्रदेश
आत्मनिर्भर नारी, सशक्त बिहार: जीविका सहकारी संस्था का बड़ा कदम, महिलाओं के लिए नई योजनाएं
31 May, 2025 12:43 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार में महिला सशक्तिकरण और सामुदायिक वित्तीय व्यवस्था को नई ऊंचाई देने की दिशा में ऐतिहासिक पहल की गई है. बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी लिमिटेड पटना का रजिस्ट्रेशन कराया गया है. महिला नेतृत्व की सहकारी संस्था जीविका का उद्देश्य राज्य की ग्रामीण महिलाओं को सुलभ, समयबद्ध ऋण सुविधा उपलब्ध कराना है ताकि वे अपने व्यवसाय, कृषि और आत्मनिर्भरता के साथ आगे बढ़ा सकें.
इस अवसर पर सहकारिता विभाग, बिहार सरकार के सचिव धर्मेन्द्र सिंह एवं रजिस्टार इनायत खान ने संयुक्त रूप से बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी लिमिटेड का निबंधन प्रमाणपत्र जीविका के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी हिमांशु शर्मा को सौंपा.
ऋण प्रणाली में पारदर्शिता और सरलता
राज्य की संकुल स्तरीय संघों (CLF) ने दीर्घकालीन जमा राशि के रूप में योगदान दिया है. इसके अतिरिक्त बिहार सरकार द्वारा भी वित्तीय सहायता इस संस्था को उपलब्ध कराई गई है, जिससे यह स्वावलंबी एवं सशक्त संस्था बन सके.
जीविका निधि का मकसद केवल ऋण देना नहीं है बल्कि एक ऐसी व्यवस्था तैयार करना है जो महिला उपयोगकर्ताओं की जरूरतों, उनके कार्य-चक्र, ऋण की समयबद्धता एवं स्थानीय आर्थिक परिदृश्य को ध्यान में रखकर कार्य करे. इस संस्था के माध्यम से ग्रामीण महिलाएं सुगमतापूर्वक ऋण प्राप्त कर सकेंगी, जिससे वे स्थानीय महाजनों के ऊंचे ब्याज दरों से बच सकेंगी.
आर्थिक आत्मनिर्भरता और समृद्धि की मिसाल
बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी लिमिटेड के गठन से यह स्पष्ट है कि अब बिहार की ग्रामीण महिलाएं केवल आर्थिक सहायता प्राप्त करने वाली इकाई नहीं रह गई हैं, बल्कि वे वित्तीय संस्थाओं की संरचना, संचालन और नीति निर्माण की मुख्य धुरी बन चुकी हैं. यह संस्था न केवल उन्हें तत्कालीन ऋण आवश्यकताओं की पूर्ति में सहयोग करेगी, बल्कि दीर्घकालिक आर्थिक आत्मनिर्भरता और समृद्धि की राह भी प्रशस्त करेगी.
यह पहल आने वाले वर्षों में एक मॉडल के रूप में स्थापित हो सकती है, जो दिखाएगा कि कैसे समुदाय आधारित, महिला नेतृत्व वाली वित्तीय व्यवस्थाएं ग्रामीण भारत के सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य को बदल सकती हैं.
मधेपुरा में मातम: एक सहेली डूबी, बचाने गईं दो अन्य भी नहीं बचीं, दोस्ती बचाने की कोशिश पड़ी भारी
31 May, 2025 12:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के मधेपुरा में एक साथ तीन बच्चियां नदी में डूब गईं. तीनों लड़कियां नदी के पास गेंद से खेल रही थीं. तभी उनकी गेंद अचानक नदी में गिर गई. एक बच्ची गेंद लेने के लिए नदी में गई. लेकिन वह डूबने लगी. ऐसे में उसको डूबता देख दूसरी बच्ची ने भी नदी में छलांग लगा दी. फिर जब वह भी डूबने लगी तो तीसरी बच्ची भी दोनों को बचाने के इरादे नदी में कूद गई.
नदी में पानी गहरा था, जिसकी वजह से बच्चियां संभल नहीं पाईं और तीनों की डूबकर मौत हो गई. ये मामला मधेपुरा के गम्हरिया के बेलही गांव से सामने आया है, जहां नदी के किनारे ही ये तीनों बच्चियों खेल रही थीं. खेलते-खेलते ही उनकी गेंद नदी में चली गई थी, जिसे निकालने के लिए वह नदी में गईं और डूब गईं. जब तक बच्चियों के घर वालों को उनके बारे में पता लगा. तब तक बच्चियों की मौत हो चुकी थी.
एक को बचाने के लिए दोनों कूदीं
जब बच्चियां देर तक घर नहीं पहुंची. तब उनके घर वालों ने बच्चियों को ढूंढना शुरू किया तो पता चला कि वह खेलते समय अपनी गेंद लेने के लिए नदी में चली गई थीं. जब एक दोस्त नदी में गेंद लेने गई और डूब गई तो सहेली को बचाने के लिए एक के बाद दोनों लड़कियों ने नदी में छलांग लगा दी और तीनों ही नदी में डूब गईं. मामले की जानकारी पुलिस को दी गई. पुलिस और नाविकों की टीम मौके पर पहुंची.
तीनों को डॉक्टरों मे कर दिया मृत घोषित
पुलिस और नाविकों की मदद से नदी से बच्चियों को ढूंढ़ा गया और बाहर निकाला गया. इसके बाद तीनों को अस्पताल पहुंचाया गया. लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. अस्पताल में डॉक्टरों ने चेकअप के बाद तीनों बच्चियों को मृत घोषित कर दिया. बच्चियों ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया था. एक साथ गांव में तीन मौत से मातम पसरा हुआ है और तीनों बच्चियों की मौत से उनके घर वालों का रो-रोकर बुरा हाल है.
₹48,500 करोड़ की योजनाओं से बिहार का कायाकल्प: PM मोदी ने किया लोकार्पण, CM नीतीश ने दिया धन्यवाद
31 May, 2025 12:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार के बिक्रमगंज में 48 हजार 500 करोड़ रूपये से अधिक की विकास परियोजनाओं के उद्घाटन, शिलान्यास एवं लोकार्पण किया. ये परियोजनाएं विद्युत, सड़क, रेल और शिक्षा से जुड़ी हैं. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल हुए. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विकास कार्यों की तारीफ की. उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य विकसित बिहार और विकसित देश है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि विकास कार्यों में दो सड़क परियोजनाएं, तीन रेल परियोजनाएं, बिजली उत्पादन, पथों और पुलों के निर्माण शामिल हैं. सबकी कुल लागत 48 हजार 500 करोड़ रुपये से भी अधिक है. इन योजनाओं के निर्माण से बिहार को काफी फायदा होगा. मैं इसके लिये प्रधानमंत्री का अभिनंदन करता हूं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जाति जनगणना कराने के निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फैसला बहुत महत्वपूर्ण है. पहले भी हम ही इस मांग को उठाते थे. अन्य पार्टियों के लोग बेवजह बातें कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 24 नवंबर 2005 से पहले की सरकारों ने कोई काम नहीं किया. जदयू-भाजपा की सरकार ने बिहार के विकास के लिए बहुत काम किया है.
आज इतनी महिलाएं दिख रही हैं, पहले की सरकारों ने महिलाओं के लिए कोई काम नहीं किया. जैसे ही हमलोग सरकार में आये तब से सबके लिये काम किया है. बिहार के विकास में हमलोग लगे हुए हैं और तेजी से काम हो रहा है. शुरू से ही शिक्षा के क्षेत्र में, स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया गया. बड़े पैमाने पर सड़क और पुल-पुलियों का निर्माण कराया गया. महिलाओं को पंचायती राज व्यवस्था और नगर निकाय चुनावों में 50 प्रतिशत हमलोगों ने आरक्षण दिया. नौकरी में महिलाओं के लिये कम से कम 35 प्रतिशत का आरक्षण दिया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सात निश्चय-1 के तहत हमलोगों ने हर घर तक बिजली, हर घर नल का जल, पक्की गली नाली का निर्माण, हर घर शौचालय तथा टोलों को भी पक्की सड़क से जोड़ने का काम किया. अभी हाल में कुछ नई बसावटें और कुछ नये घर बन रहे हैं उनके लिए भी हमलोग काम कर रहे हैं और तय कर दिया है कि इसी साल के जून महीने तक बाकी सब काम हो जायेगा.
सात निश्चय 2 के तहत भी सभी योजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है. युवक-युवतियों को सरकारी नौकरी और रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है. पिछले साल के अंत में और इस वर्ष के जनवरी-फरवरी माह में सब जगह हमलोग गए हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि फरवरी 2025 के केन्द्रीय बजट में बिहार में मखाना बोर्ड, एयरपोर्ट की स्थापना, पश्चिमी कोशी नहर के लिये वित्तीय सहायता आदि की घोषणा की गयी. पहले 6 राज्यों में खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन किया गया था. अब इसके बाद इस बार बिहार में भी इसका आयोजन किया गया है. यह बहुत खुशी की बात है.
लापरवाही की हद! स्कूल के खाने में छिपकली, 20 बच्चे बीमार पड़ते ही अस्पताल पहुंचाए गए
31 May, 2025 12:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के बक्सर जिले के सदर प्रखंड में मिडिल स्कूल हरीकिशुनपुर में शुक्रवार को मिड डे मील के दौरान बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है. यहां भोजन में छिपकली गिरने से दर्जनों बच्चों की तबीयत अचानक बिगड़ गई. बच्चों को उल्टी, चक्कर और पेट दर्द की शिकायत के चलते उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया. टीचर्स और स्थानीय लोगों ने तुरंत बच्चों को सदर अस्पताल बक्सर में भर्ती कराया जहां सभी का इलाज जारी है.
सिविल सर्जन डॉ. शिव कुमार प्रसाद चक्रवर्ती ने जानकारी दी कि यह मामला फूड प्वाइजनिंग का है. उन्होंने बताया कि अस्पताल में कुल 20 बच्चों को भर्ती कराया गया है जबकि कुछ बच्चों ने बाहर इलाज करवाया है. सभी की हालत अब स्थिर बताई जा रही है. स्वास्थ्य विभाग की एक विशेष टीम को जांच के लिए स्कूल भेजा गया है जो यह पता लगाएगी कि भोजन में छिपकली कैसे गिरी और किस स्तर पर लापरवाही हुई
बच्चे की थाली में निकली छिपकली
स्थानीय शिक्षकों और ग्रामीणों के अनुसार, शुक्रवार दोपहर बच्चों को चावल और चने की सब्जी परोसी गई थी. तभी एक बच्चे की थाली में मरी हुई छिपकली दिखी, जिसके बाद अन्य बच्चों ने खाना छोड़ दिया. थोड़ी ही देर में कई बच्चों को उल्टी और पेट दर्द की शिकायत होने लगी जिससे स्कूल परिसर में अफरा-तफरी मच गई.
बच्चों की तबीयत बिगड़ने की खबर मिलते ही परिजन स्कूल और अस्पताल पहुंच गए. उन्होंने स्कूल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि मिड डे मील की गुणवत्ता की निगरानी नहीं होती और साफ-सफाई का अभाव है. घटना के बाद जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग सक्रिय हो गया है. स्वास्थ्य विभाग ने भोजन के नमूने लिए हैं और जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.
मुरादाबाद में खाकी को चुनौती! IAS अधिकारी के घर में घुसकर दबंगों ने की अभद्रता, जांच शुरू
31 May, 2025 12:05 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में तैनात एक आईएएस अधिकारी दिव्यांशु पटेल के साथ तीन दबंगों ने अभद्रता की. दबंगों ने उनके घर में घुसकर पहले उन्हें धमकी दी. इसके बाद उन्होंने नगर आयुक्त मुरादाबाद दिव्यांशु पटेल के घर के बाहर हुड़दंग मचाया. हालांकि दिव्यांशु पटेल के आवास पर तैनात होमगार्ड्स ने हुड़दंग करने वाले व्यक्तियों को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया. मुरादाबाद पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है.
दरअसल घटना को लेकर नगर आयुक्त के आवास पर तैनात सुरक्षा कर्मियों ने एक शिकायत थाने में दी, जिसमें तीन दबंग के ऊपर आवास में घुसकर नगर आयुक्त मुरादाबाद को देखने की धमकी देने की बात कही गई. हुड़दंग मचाने और धमकी देने की पूरी घटना सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई है. मुरादाबाद में नगर आयुक्त दिव्यांशु पटेल ने कई विकास कार्य कराए हैं, जिसके चलते वह कई बार कट्टरपंथियों और असामाजिक तत्वों का निशाना बनते रहे हैं.
पहले भी मिल चुकी हैं धमकियां
मुरादाबाद पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले तीनों दबंगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है. आईएएस अधिकारी दिव्यांशु पटेल को इससे पहले भी कई बार धमकियां मिल चुकी हैं. जिसको लेकर इससे पहले सांसद साक्षी महाराज ने आईएएस अधिकारी दिव्यांशु पटेल की सुरक्षा बढ़ाने को लेकर एक पत्र भी लिखा था. पहले भी बाराबंकी, उन्नाव की पोस्टिंग के दौरान उनके आवास पर संदिग्ध लोग पकड़े गए थे. इसके बाद उन्नाव में बतौर सीडीओ रहते भ्रष्टाचार पर कार्रवाई और ओवैसी की धमकी के बाद खुद सांसद साक्षी महाराज ने अपर मुख्य सचिव गृह से अतिरिक्त सुरक्षा दिलाई थी.
सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने नाराजगी जाहिर की
अंबेडकर नगर में बुलडोजर कार्रवाई पर सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने एक वीडियो पोस्ट कर सरकार पर जमकर निशाना साधा और मुरादाबाद में बतौर नगर IAS आयुक्त दिव्यांशु पटेल को लेकर भी नाराजगी जाहिर की गई थी. अंबेडकर नगर के जलालपुर में बुलडोजर कार्रवाई को लेकर आईएएस दिव्यांशु पटेल के नाम की चर्चा काफी हुई थी, जिसमें लोगों ने मनगढ़ंत कहानी बनाते हुए आईएएस अधिकारी दिव्यांशु पटेल के दबाव में कार्रवाई की बात कही जा रही थी, जिसमें जांच में लगाए गए तमाम आरोप गलत पाए गए थे.
‘जब वो खुश है तो मैं विरोध क्यों करूं’: पति ने पत्नी और प्रेमी को थाने ले जाकर किया चौंकाने वाला काम
31 May, 2025 11:57 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पति-पत्नी का रिश्ता 7 जन्मों तक का होता है. मगर आज की तारीख में रिश्तों की कोई गारंटी नहीं रह गई. शादी के बाद भी लोग एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर चलाते ही हैं. और जो उनके असल पार्टनर्स हैं, उन्हें इसका पता न लगे, ऐसी कोशिश करते हैं. लेकिन कहते हैं न कि झूठ को चाहे जितना छिपाओ, एक न एक दिन सच बाहर आ ही जाता है. उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में भी कुछ ऐसा ही हुआ. यहां दो बच्चों की मां अपने पति को धोखा देकर दूसरे मर्द से अफेयर चला रही थी.
पति ने फिर एक दिन दोनों को रोमांस करते पकड़ लिया. उसके बाद पति ने जो किया, वाकई हैरान कर देने वाला है. पति ने थाने जाकर पत्नी को उसके बॉयफ्रेंड को सौंप दिया. साथ ही बच्चों को भी पत्नी को ही दे दिया. फिर पत्नी और उसके बॉयफ्रेंड को आशीर्वाद देकर चला गया. यह मामला अब पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है.
मामला अहमदगढ़ इलाके का है. पति ने जब पत्नी को प्रेमी के साथ रंगे हाथों आशिकी करते पकड़ा तो उसे बहुत दुख हुआ. वो उन्हें लेकर थाने पहुंचा. वहां उसने पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी और एक चौंकाने वाला फैसला सुनाया. पति ने पुलिस को लिखित रूप में सूचना दी कि वह अपनी पत्नी और दोनों बच्चों को प्रेमी को सौंप रहा है और दोनों को साथ रहने की अनुमति दे रहा है. इसके बाद पति ने दोनों के सिर पर हाथ रख उन्हें आशीर्वाद दिया. वहां से रोते हुए चला गया. उसने कहा- जब वो अपने बॉयफ्रेंड के साथ खुश है तो उसे उसी के साथ रहना चाहिए. मैं चाहता हूं कि दो प्यार करने वाले ही साथ रहें.
पुलिस भी रह गई हैरान
पुलिस भी इस अनोखे और असामान्य घटनाक्रम से हैरान रह गई. जानकारी के मुताबिक, युवक की पत्नी का प्रेम संबंध पड़ोस में ही रहने वाले युवक के साथ कई महीनों से चल रहा था. पति ने जब सारी सच्चाई सामने से देखी तो विवाद या हिंसा की बजाय शांति से पत्नी को उसके प्रेमी के साथ छोड़ने का फैसला लिया. अब हर कोई पति के इस अनोखे बलिदान की चर्चा कर रहा है. इसका वीडियो भी वायरल हुआ है. कोई उसके फैसले को सही तो कोई गलत बता रहा है. वहीं पति का बस यही कहना है कि उसने जो किया सही किया.
मुस्लिम समाज में विग पर बढ़ती बहस, मौलाना ने पेश किया शरीयत का नजरिया
30 May, 2025 07:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जमीयत दवातुल मुस्लिमीन के संरक्षक व प्रसिद्ध देवबंदी उलेमा मौलाना कारी इसहाक गोरा ने हाल ही में एक वीडियो बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने मौजूदा दौर में मुसलमानों के बीच कृत्रिम बालों (विग) के बढ़ते प्रचलन पर शरीयत का नजरिया पेश किया. उन्होंने कहा कि आजकल समाज में विग पहनने का चलन तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन इसके दीन-ओ-शरीयत से जुड़े पहलुओं को लेकर आम लोगों में गलतफहमियां और असमंजस का माहौल है. विशेष रूप से नमाज के संदर्भ में यह सवाल उठता है कि क्या विग पहनकर नमाज अदा की जा सकती है?
मौलाना कारी इसहाक गोरा ने इस सिलसिले में दारुल उलूम देवबंद के एक पूर्ववर्ती फतवे का हवाला देते हुए कहा कि यदि कोई व्यक्ति विग या नकली दाढ़ी लगाकर नमाज अदा करता है तो ऐसी नमाज अधूरी मानी जाएगी, क्योंकि इससे न सिर्फ तबीअत में बनावट आती है, बल्कि वुजू और गुस्ल की शरई शर्तें भी पूरी नहीं हो पातीं.
वुजू पर पड़ता है असर
मौलाना कारी इसहाक गोरा ने स्पष्ट किया कि इस्लाम में वुजू (नमाज से पहले शारीरिक शुद्धता के लिए हाथ, मुंह, सिर व पांव धोना) और गुस्ल (पूरे शरीर की पाकीजगी) का बड़ा अहम मुकाम है, लेकिन जब सिर पर कृत्रिम बालों की टोपी (विग) चढ़ी हो तो पानी बालों के आर-पार होकर त्वचा तक नहीं पहुंच पाता. नतीजतन, वुजू और गुस्ल का मूल उद्देश्य ही पूरा नहीं होता और जिस्म पाक नहीं माना जाता.
हेयर ट्रांसप्लांट पर क्या बोले उमेला?
इस दौरान उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विग और हेयर ट्रांसप्लांट दो अलग-अलग चीजें हैं. दारुल उलूम देवबंद ने अपने फतवे में हेयर ट्रांसप्लांट को शरीयत के खिलाफ नहीं बताया है, बशर्ते यह हिला (धोखा) न हो और न ही किसी गैर-इस्लामी तर्ज पर किया गया हो. मौलाना कारी इसहाक गोरा ने कहा कि आज की बदली हुई जीवन शैली ने मुसलमानों, विशेषकर नौजवानों में नई-नई आदतें पैदा की हैं.
ऐसे में दीन और शरीयत से जुड़ी बुनियादी बातों को समझना और उन पर अमल करना पहले से कहीं ज्यादा जरूरी हो गया है. उन्होंने अंत में यह ताकीद की कि मुसलमानों को दिखावे और बनावट के बजाय सादगी, पाकीजगी और ईमानदारी को अपनाना चाहिए.
पीएम मोदी ने गोपालगंज को दी बड़ी सौगात, वर्षों पुराना सपना हुआ पूरा
30 May, 2025 06:35 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गोपालगंज: शहर के बीच से गुजरने वाले एनएच-27 पर बने बंजारी-हजियापुर एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण कार्य पूरा होने बाद शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्चुअल इसका उद्घाटन किया। ई-उद्धाटन कार्यक्रम का आयोजन भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की तरफ से शहर के हजियापुर मोड़ के समीप एसपी आवास के सामने किया गया।
जानकारी के अनुसार, एनएच 27 पर बंजारी से हजियापुर तक 2.75 किलोमीटर लंबाई में बने इस एलिवेटेड कॉरिडोर पर 184.9 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। निर्माण कार्य की जिम्मेदारी एएससी इंफ्रा कंपनी को सौंपी गई थी। कार्य की निर्धारित समय सीमा 31 अगस्त 2024 थी, मगर निर्माण कार्य करीब नौ माह की देरी से मई 2025 में जाकर पूरा हो सका।
इस मौके पर उद्धाटन कार्यक्रम में पहुंचे बिहार सरकार के मंत्री जनक राम ने कहा कि एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण को लेकर आम जनता के साथ एनडीए के नेताओं ने प्रयास किया। इसके बाद पीएम व पथ निर्माण मंत्री की तरफ से इसे बनाने की मंजूरी दी गई थी। एलिवेटेड कॉरिडोर काफी सुंदर दिख रहा है। इससे यातायात जाम की समस्या से सबसे अधिक राहत मिली है।
सांसद डाॉ. आलोक कुमार सुमन ने कहा कि एनएच 27 पर एलिवेटेड रोड का सपना करीब नौ साल बाद हकीकत में बदला है। शहरवासियों ने फ्लाईओवर निर्माण का विरोध करते हुए बंजारी से हजियापुर तक एलिवेटेड कॉरिडोर की मांग की थी। इसके बाद इसे बनाने को लेकर काफी प्रयास किया गया। इसके बाद 2021 में निविदा जारी हुई और मार्च 2022 में निर्माण कार्य आरंभ किया गया, जो बनकर तैयार हो गया है।
उद्घाटन कार्यक्रम में सदर विधायक कुसुम देवी, विधान परिषद के सदस्य राजीव कुमार, भाजपा जिलाध्यक्ष संदीप गिरि, जदयू जिलाध्यक्ष आदित्य शंकर शाही सहित कई नेता मौजूद रहे।
कोयलांचल में नक्सली दहशत, प्रशासन के आश्वासन के बावजूद डर कायम
30 May, 2025 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पिपरवार कोयलांचल एक बार फिर नक्सली आतंक की चपेट में है। बुधवार को पुरनाडीह, चिरैयाटांड़ और अशोका परियोजनाओं के दर्जनों प्रमुख कांटाघरों में गतिविधियां ठप हो गईं, जिससे सीसीएल को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। कभी कोयले की ट्रकों और मजदूरों की चहल-पहल से गुलजार रहने वाला यह क्षेत्र अब सन्नाटे और दहशत से घिरा हुआ है।
सूत्रों के अनुसार, नक्सलियों ने सीसीएल के कांटा कर्मचारियों और कोयला लिफ्टरों को सीधे व्हाट्सएप कॉल के जरिए जान से मारने की धमकी दी। धमकियां टीएसपीसी के चिराग के नाम से आईं, जिनमें स्पष्ट रूप से काम बंद करने का फरमान सुनाया गया। इस डर से बुधवार दोपहर के बाद तीनों कांटाघरों पर ताले लग गए और रोड सेल कोयले की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई।
कोयला लिफ्टरों ने बताया कि दो दिनों से दोपहर करीब 2:30 बजे के बाद ही लोडिंग की गाड़ियां रवाना की जा रही थीं, लेकिन गुरुवार को पूरी तरह वजन कार्य बंद करने का निर्णय ले लिया गया। इसके चलते सीसीएल को लाखों रुपये का राजस्व नुकसान हुआ है, जबकि स्थानीय मजदूरों की रोजी-रोटी पर भी संकट खड़ा हो गया है।
पुरनाडीह-पिपरवार थाना क्षेत्र के आसपास रहने वाले सैकड़ों परिवार जो कोयला परियोजनाओं पर निर्भर हैं, इस समय अपने घरों में कैद हैं। लोगों का कहना है कि प्रशासनिक सुरक्षा की कमी ने डर को और गहरा कर दिया है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए टंडवा एसडीपीओ प्रभात रंजन बरवार और पिपरवार थाना प्रभारी अभय कुमार ने मौके पर पहुंचकर कर्मचारियों से बातचीत की और कांटाघरों को दोपहर तीन बजे से चालू करने का निर्देश दिया।
हालांकि, कर्मचारियों ने पहले सुरक्षा की मांग की। देर शाम कांटाघरों को आंशिक रूप से खोला गया, लेकिन क्षेत्र में भय का वातावरण अब भी जस का तस बना हुआ है। यह घटना महज तीन कांटाघरों का बंद होना नहीं है, बल्कि यह कोयलांचल में नक्सलियों के बढ़ते वर्चस्व की गंभीर चेतावनी है।
सवाल यह है कि राज्य सरकार और प्रशासन इस चुनौती से निपटने के लिए कितनी तत्परता से कार्रवाई करेगा? क्या कोयलांचल के लोग हमेशा इस खौफ के साए में जीने को मजबूर रहेंगे? बावजूद इसके, पिपरवार जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में नक्सलियों की पकड़ अब भी चिंता का विषय बनी हुई है।
रांची-गोड्डा, रांची-वाराणसी एक्सप्रेस में बढ़ेगा कोच, यात्रियों को मिलेगी सुविधा
30 May, 2025 06:24 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची: रांची रेल मंडल ने गर्मी के मौसम में यात्रियों की बढ़ती भीड़ और प्रतीक्षा सूची में बढ़ोतरी को देखते हुए यात्रियों की सुविधा के लिए कुछ प्रमुख ट्रेनों में अस्थायी रूप से अतिरिक्त कोच जोड़ने का निर्णय लिया है। इससे उन यात्रियों को राहत मिलेगी, जो टिकट नहीं मिलने के कारण यात्रा नहीं कर पा रहे थे।
इन ट्रेनों में लगेंगे अतिरिक्त कोच
रेलवे प्रशासन ट्रेन संख्या 18603 रांची–गोड्डा एक्सप्रेस में 29 मई, 31 मई और 3 जून 2025 को द्वितीय श्रेणी स्लीपर का एक अतिरिक्त कोच जोड़ा जाएगा। इसी प्रकार 18611 रांची–वाराणसी एक्सप्रेस में 29 मई, 30 मई और 31 मई 2025 को स्लीपर श्रेणी का एक अतिरिक्त डिब्बा लगाया जाएगा। वहीं, ट्रेन संख्या 18640 रांची–आरा एक्सप्रेस में 29 मई, 31 मई और 2 जून 2025 को अतिरिक्त स्लीपर कोच की सुविधा दी जाएगी।
रामगढ़: आईसीएफ कोच के स्थान पर अत्याधुनिक एलएचबी कोच से होगा कई ट्रेनों का परिचालन
यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, भारतीय रेलवे ने कई ट्रेनों का परिचालन आईसीएफ कोच के स्थान पर अत्याधुनिक एलएचबी कोच से करने का निर्णय लिया है।
12 जुलाई से पटना से खुलने वाली गाड़ी संख्या 13348 पटना-बरकाकाना पलामू एक्सप्रेस और 13 जुलाई से बरकाकाना से खुलने वाली गाड़ी संख्या 13347 बरकाकाना-पटना पलामू एक्सप्रेस में यह परिवर्तन किया जाएगा।
इन ट्रेनों में द्वितीय वातानुकूलित श्रेणी के 02 कोच, तृतीय वातानुकूलित श्रेणी के 04 कोच, शयनयान श्रेणी के 06 कोच और साधारण श्रेणी के 06 कोच शामिल होंगे। एलएचबी कोच यात्रियों को अधिक आरामदायक यात्रा का अनुभव प्रदान करते हैं। स्टेनलेस स्टील से बने इन कोचों का वजन हल्का और मजबूती में आईसीएफ कोचों से बेहतर होता है।
इन कोचों में आधुनिक सीबीसी कपलिंग और एंटी-क्लाइम्बिंग विशेषताएं सुरक्षा को बढ़ाती हैं, जिससे दुर्घटनाओं के दौरान कोच एक-दूसरे पर चढ़ने से बचते हैं।
बेहतर ब्रेकिंग सिस्टम, सस्पेंशन और शौचालय जैसी सुविधाओं के साथ, एलएचबी कोच से सुसज्जित ट्रेनों में यात्रा करना सुरक्षित और आरामदायक है। यह जानकारी मोहम्मद इकबाल, वरीय मंडल वाणिज्य प्रबंधक, धनबाद एवं वरीय जनसंपर्क अधिकारी ने दी है।
रामपुर के टांडा में 15 हजार पासपोर्ट बने, पुलिस जांच में जुटी
30 May, 2025 06:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के टांडा कस्बा में लगभग 15 हजार से अधिक लोगों के पासपोर्ट बने हुए हैं. एक छोटे से कस्बे में इतनी बड़ी संख्या में बने पासपोर्ट को लेकर पुलिस भी अलर्ट हो गई है. मुरादाबाद में हुई सोना तस्करी के बाद पुलिस उन लोगों की ट्रैवेल हिस्ट्री को चेक कर रही है जिनके पासपोर्ट बने हुए हैं. पुलिस की खुफिया विभाग की टीम टांडा में बने पासपोर्टों की जांच कर रही हैं. करीब 18 से अधिक लोगों के पासपोर्ट बने हुए हैं. उनकी ट्रैवल हिस्ट्री को भी चेक किया जा रहा है. एसपी रामपुर के अनुसार, जिन लोगों की ट्रैवल हिस्ट्री ज्यादा है. उनकी भी जांच करवाई जा रही है. पुलिस को जानकारी मिली है कि टांडा में रहने वाले 150 युवक तस्करी में शामिल हैं.
मुरादाबाद पुलिस के द्वारा सोना तस्करी करने के मामले में रामपुर जिले के टांडा क्षेत्र के मोहम्मद मुतालिब, शाने आलम, जहीरूद्दीन और जुल्फिकार अली 23 मई को दुबई की फ्लाइट से मुंबई पहुंचे थे. मुंबई से फ्लाइट लेकर दिल्ली आईजीआई एयरपोर्ट पर उतरे थे. यहां से टैक्सी करके रामपुर पहुंचे थे, तभी दिल्ली-लखनऊ नेशनल हाईवे पर मुरादाबाद जिले में बाईपास के पास बंद पड़े टोल प्लाजा पर कुछ लोगों ने कस्टम ऑफिसर बताकर उनकी कार को रुकवा लिया था. जांच के बहाने तमाम लोगों को एक जंगल में ले गए थे. इस दौरान तस्कर का एक साथी चलती गाड़ी से कूद कर भाग निकला था. उसने नजदीकी गांव वालों को किडनैपिंग की जानकारी दी थी.
तस्करों के पेट से मिले 29 कैप्सूल
ग्रामीणों ने डायल 112 पर सूचना दी थी. ग्रामीणों से मिली जानकारी पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो दो किडनैपर और चार सोना तस्करों को पकड़ लिया गया था. चारों के पेट से पुलिस को 29 कैप्सूल मिली थीं. जिनका वजन लगभग 30 ग्राम से लेकर 40 ग्राम है. इन कैप्सूलों की कीमत करीब एक करोड़ रुपए बताई जा रही है.
कौन है सोना तस्करों का फाइनेंसर?
मुरादाबाद पुलिस ने सोना तस्करी में फाइनेंस कर रहे शाहिद को पकड़ा है. शाहिद इस तस्करी गैंग का फाइनेंसर है जो खुद गैंग का मेंबर है. यह फाइनेंसर तस्करों को दुबई भेजा करता था जिन्हें 20 हजार से लेकर 40 हजार रुपए एक बार तस्करी करने के दिए जाते थे. मुरादाबाद पुलिस ने चार सोना तस्करों के पास से उनके पेट से 29 सोने के कैप्सूल बरामद किए हैं. तस्करों के पास से जो कैप्सूल बरामद किए गए हैं उनका वजन 1 किलो से ज्यादा है. मुरादाबाद पुलिस के द्वारा जो सोना बरामद किया है उसकी कीमत लगभग 1 करोड़ से ज्यादा बताई जा रही है.
यौन उत्पीड़न का आरोप: मुस्लिम टीचर पर छात्राओं को अश्लील मैसेज भेजने का आरोप, ABVP ने किया हंगामा
30 May, 2025 05:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में श्री वार्ष्णेय कॉलेज में मुस्लिम टीचर पर गंभीर आरोप लगे हैं. एवीबीपी के कार्यकर्ताओं और अन्य छात्र-छात्राओं ने टीचर पर आरोप लगाया है कि उसने कॉलेज की एक पूर्व छात्रा को आपत्तिजनक मैसेज किए हैं. बताया जा रहा है कि विरोध के दौरान एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने मुस्लिम टीचर के साथ मारपीट भी की है. मारपीट के दौरान पुलिस पहुंची और जैसे-तैसे आरोपी टीचर को बचाया गया. छात्र संघ ने आरोपी टीचर को सस्पेंड करने की बात कही है.
श्री वार्ष्णेय कॉलेज में एबीवीपी कार्यकर्ताओं के साथ अन्य छात्र-छात्राओं ने कॉलेज में हंगामा किया गया. छात्रों ने बताया है कि पूर्व छात्रा ने पुलिस और महिला आयोग से टीचर के खिलाफ शिकायत की है. वार्ष्णेय महाविद्यालय के प्राचार्य ने जानकारी देते हुए बताया कि हमको कोई भी शिकायत लिखित नहीं मिली है. प्रदर्शन करने वाले छात्र शिक्षक को निलंबित करने की मांग कर रहे हैं.
क्या बोले प्रिंसिपल?
श्री वार्ष्णेय महाविद्यालय के प्रिंसिपल प्रोफेसर ब्रजेश कुमार ने बताया कि छात्र-छात्राओं को आश्वासन दिया गया है कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी है. इस बात को भी देखा जाएगा कि छात्रा वर्तमान में कॉलेज में पढ़ रही है या नहीं. अगर कोई पुलिस रिपोर्ट हुई है और छात्रा कॉलेज में नहीं पढ़ती है तो इस संबंध में पुलिस ही कार्रवाई करेगी.
नंबर बढ़ाने का देता है झांसा
एबीवीपी के पदाधिकारियों सीटू चौधरी और आशुतोष ने बताया कि मुस्लिम टीचर सलाउद्दीन हिंदू छात्राओं को टारगेट करके उन्हें अपने जाल में फंसाता है. छात्राओं को लालच देता है कि वह पीएचडी करने में हेल्प करेगा. इतना ही नहीं आरोपी टीचर छात्राओं से ये भी कहता है कि वह एग्जाम में उनके नंबर्स भी बढ़ा देगा. छात्राओं को व्हाट्सएप पर आपत्तिजनक मैसेज भेजता है. आरोप है कि टीचर अभी तक अपने जाल में कई छात्राओं को फंसा चुका है. पूरे मामले में एक छात्रा ने हिम्मत करके एसपी सिटी, गांधी पार्क थानाध्यक्ष और महिला आयोग से शिकायत की है.
स्वास्थ्य व्यवस्था का मखौल: बिहार में एंबुलेंस पर नाचती दिखी डांसर, नीचे खड़े लोगों ने लुटाए नोट
30 May, 2025 12:52 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार में कब क्या हो जाए, कोई नहीं जानता. कभी भी कोई भी चीज वायरल हो जाती है. ताजा तरीन मामला एक वीडियो का है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वायरल वीडियो में एक महिला डांसर एंबुलेंस की छत पर डांस कर रही है. एंबुलेंस को देखकर के ऐसा लग रहा है कि वह सरकारी एंबुलेंस है. अब सोशल मीडिया पर इसके वायरल होने के बाद नेटिजंस तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं.
एंबुलेंस पर इस तरह की डांस देख करके लोगों ने शायद यह उम्मीद भी नहीं की होगी कि एंबुलेंस की छत पर इस तरीके का डांस हो सकता है. हालांकि, यह वीडियो बिहार में कहां का है इसके बारे में अभी कोई स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है. इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं है. इस वीडियो में स्पष्ट रूप से यह दिखाई दे रहा है कि भोजपुरी गाना बज रहा है और एक डांसर जबरदस्त तरीके से ठुमके लगा रही है.
एंबुलेंस की छत पर डांस
साथ ही साथ कुछ लोग डांसर को पैसे भी दे रहे हैं. इतना ही नहीं इस वायरल वीडियो में कुछ लोग भी एंबुलेंस के अंदर बैठे हुए दिख रहे हैं. इस एंबुलेंस के आगे के शीशे पर जीवंत बिहार, सपना हो सरकार लिखा हुआ दिखा रहा है. खास बात यह कि डांसर के इस तरीके को डांस करते हुए बड़ी संख्या में लोग देख रहे हैं, लेकिन कोई डांसर की इस हरकत को रोकने की कोशिश नहीं कर रहा है, बल्कि मौके पर उपस्थित सभी लोग इस डांस का मजा ले रहे हैं.
वायरल हो रहा वीडियो
वीडियो में एंबुलेंस एक टेंट की नीचे खड़ी हुई दिखाई दे रही है. जिस पर महिला डांस कर रही है.विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस वायरल डांस वीडियो को लेकर के लोग तरह-तरह की प्रतिक्रिया कर रहे हैं. वहीं, नेटिजेंस भी कई तरह के कमेंट कर रहे हैं.
मायके जाने की 'आदत' ने खोली पोल: ससुर ने किया बहू का पीछा, हुआ गंदा राज' का पर्दाफाश
30 May, 2025 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कहा जाता है कि शादी के बाद लड़की का अपना घर उसका ससुराल ही होता है. लेकिन बिहार के पूर्णिया में एक महिला शादी के बाद बार-बार मायके जाती रहती थी. महीनों तक वहीं रहती फिर वापस ससुराल लौट आती. ससुराल वाले जब इसका कारण पूछते तो वो बातों को गोलमोल कर जाती. लेकिन ससुर को अपनी बहू का इस कदर बार-बार मायके जाना अखर रहा था. उन्होंने इसके पीछे की वजह पता लगाई तो मालूम हुआ बहू का मायके में गैर मर्दों के साथ अवैध संबंध है.
बस फिर क्या था. एक रोज मायके से जब बहू ससुराल लौटी तो ससुर ने उससे सख्ती से पूछा- किनसे मिलने जाती हो वहां? आरोप है कि यह सुनते ही बहू भड़क गई. उसने उनसे गालीगलौच की. फिर दोबारा मायके चली गई. इसके बाद बहू ने अपने पति एवं ससुराल वालों पर दहेज उत्पीड़न एवं शारीरिक प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया. अब वो दोनों बच्चों की कस्टडी की मांग कर रही है.
इधर ससुरालियों ने भी कोर्ट की शरण ली. उन्होंने आरोप लगाया है कि उनकी बहू के गैर मर्दों से संबंध हैं. वह बार-बार मायके चली जाती है. जब समझाया जाता है, तो वह गाली-गलौज करने लग जाती है. मामला रौटा थाना क्षेत्र के एक गांव का है. पीड़ित परिवार की ओर से अदालत में आवेदन दायर कर मदद की गुहार लगाई है. परिवार ने बच्चों और घर की सुरक्षा के लिए कोर्ट से हस्तक्षेप करने की मांग की है.
10 साल पहले हुई थी शादी
ससुर की ओर से कोर्ट में दिए गए आवेदन में बताया गया कि उनके बेटे की शादी लगभग 10 साल पहले मुस्लिम रीति-रिवाज से किशनगंज जिले की एक युवती से हुई थी. शादी के बाद पति-पत्नी के दो बच्चे हुए. परिवार का आरोप है कि शादी के कुछ समय बाद ही बहू का व्यवहार संदेहास्पद हो गया. ससुर ने आरोप लगाया कि बहू बार-बार मायके जाने लगी और कई बार बच्चों को लेकर अकेले चली जाती थी. जब परिजन ने समझाने की कोशिश की तो वह गाली-गलौज पर उतर आती थी. सुसराल वालों ने उसका चाल-चलन भी ठीक नहीं होने का आरोप लगाते हुए उसके कई लोगों से अवैध संबंध होने का दावा किया है.
8 महीने बाद ससुराल लौटी
पीड़ित परिवार के मुताबिक हाल ही में 8 महीने बाद बहू फिर से ससुराल लौटी है. वह अपने पति एवं ससुराल वालों पर दहेज उत्पीड़न एवं शारीरिक प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए दोनों बच्चों की कस्टडी की मांग कर रही है. परिवार का कहना है कि बहू का चरित्र और आचरण बच्चों की भलाई के लिए खतरा बन सकता है.
हाइवे पर खूनी खेल: मछली लेकर लौट रहे ड्राइवर को बदमाशों ने मारी गोली, मौके पर मौत
30 May, 2025 12:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार में अपराध की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. आए दिन हो रही लूट, हत्या, डकैती और दुष्कर्म जैसी घटनाओं से प्रदेश में डर का माहौल है. ऐसा ही एक मामला मुजफ्फरपुर जिले से सामने आया है, जहां बदमाशों ने पिकअप ड्राइवर की गोली मारकर हत्या कर दी है. इसके बाद वह उसका शव सड़क पर ही छोड़कर फरार हो गए. घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है.
मुजफ्फरपुर के जैतपुर थाना क्षेत्र से पिकअप ड्राइवर की गोली मारकर हत्या करने की घटना सामने आई है. मृतक की पहचान मानिकपुर गांव के रहने वाले राजकुमार (38) के तौर पर हुई है. मंगलवार की रात राजकुमार बाजार समिति से मछली लेने के लिए गया था. वह मछली लेकर लौट ही रहा था कि इस बीच रास्ते में बदमाशों ने उसे सीने में गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया. रात में 2 बजे पत्नी ने पति राजकुमार को फोन किया, लेकिन इस बीच मोबाइल फोन स्विच ऑफ था.
खून से लथपठ मिला शव
घटना की जानकारी होते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने देखा कि एक व्यक्ति का शव खून से लथपथ मछली से भरे ट्रक के पीछे पड़ा हुआ था. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. वहीं, मौके से पुलिस को गोली का एक खाली खोखा भी बरामद हुआ है. घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर दी थी. इस दौरान सड़क पर गाड़ियों की लंबी कतार लग गई थी. ये सभी लोग हत्यारों की गिरफ्तार की मांग कर रहे थे.
‘लूट के लिए नहीं हुई हत्या’
जाम की सूचना पर सरैया एसडीपीओ कुमार चंदन ने मौके पर पहुंचकर लोगों को कार्रवाई का आश्वासन देते हुए शांत कराया. घटना की जानकारी देते हुए पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पिकअप का गेट खुला हुआ था. गाड़ी के पीछे राजकुमार का शव पड़ा हुआ था. गाड़ी की चाबी भी वहीं पड़ी हुई थी. पुलिस ने लूट के लिए नहीं हत्या करने की बात से इंकार किया है. पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेजों की जांच शुरू कर दी है.
मामले में ग्रामीण एसपी विद्यासागर ने बताया कि वारदात कहीं और की गई है. प्लान के तहत शव को पोखरैरा टोल प्लाजा के पास रख दिया गया है. जल्द हत्यारों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा.