उत्तर प्रदेश
एक ने नेत्रदान किया दो लोगों को मिली आंख की रोशनी
1 Jun, 2025 07:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। अब वो अंधेरी दुनिया से लौट आए हैं। सबकुछ बेहतर दिख रहा है और नेत्र देने वाले को धन्यवाद दे रहे हैं। पटना एम्स में नेत्र बैंक बनने के 10 माह बाद किसी व्यक्ति ने नेत्रदान दिया। इसके बाद पहली बार कॉर्निया ट्रांसप्लांट किया गया। इससे लोगों को रोशनी वापस लौटी। इस ट्रांसप्लांट को नेत्र विभाग के हेड डॉ अमित राज के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने पूरा किया। इस मौके पर डॉ। अमित ने बताया कि एम्स पटना में कॉर्नियल ब्लाइंडनेस से पीडित 100 से अधिक मरीज पंजीकृत हैं लेकिन डोनर नहीं मिलने के कारण सभी इंतजार कर रहे हैं।
पटना एम्स में पहली बार कॉर्निया ट्रांसप्लांट कर दुल्हिन बजार के 55 वर्षीय पुरुष और संपतचक की 30 वर्षीया महिला की आंखों की रोशनी लौटाई गई। एक ट्रांसप्लांट में 45 मिनट से एक घंटे का समय लगता है। बता दें कि 55 वर्षीय व्यक्ति की आंखों का कॉर्निया 14 वर्ष की उम्र में चोट लगने की वजह से सफेद और धुंधला हो चुका था। एम्स पटना में नेत्र विशेषज्ञों की टीम ने पहले मोतियाबिंद की सर्जरी की और कॉर्नियल ट्रांसप्लांट सर्जरी से नया कॉर्निया प्रत्यारोपित किया। अब इस मरीज को पहले की तरफ साफ-साफ दिखाई दे रहा है।
दूसरी मरीज, 30 वर्षीया महिला पटना के संपतचक की रहने वाली हैं। कुछ समय पहले उनकी आंखों में इन्फेक्शन हुआ था। यह इतनी तेजी से फैला कि देखते ही देखते इंफेक्शन एक आंख की कॉर्निया को पिघलाने लगा। धीरे-धीरे उनकी आंखों की रोशनी पूरी तरह से खत्म हो गई। चिकित्सीय केराटोप्लास्टी के माध्यम से नया कार्निया प्रत्यारोपित किया गया और संक्रमण फैलने से रोका गया।
इन दोनों लोगों की रोशनी तभी लौट पाई जब एक व्यक्ति ने नेत्रदान किया। जमीनी हकीकत यह है कि लोग नेत्रदान के प्रति जागरूक नहीं हैं। इस वजह से कॉर्निया नहीं मिल पा रहा है। इसके इंतजार में पटना एम्स में 100 से अधिक मरीज पंजीकृत हैं, वे लंबे समय से कॉर्निया ट्रासप्लाट का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन दुर्भाग्यवश, कॉर्निया डोनर की संख्या बिल्कुल सीमित है। इसीलिए नेत्रदान करना बेहद जरूरी है। नेत्रदान के लिए पटना एम्स ने नंबर जारी किया है। डॉक्टरों ने बताया कि एड्स, हेपेटाइटिस बी-सी, सेप्टीसीमिया जैसे संक्रामक रोगों के मरीजों के अलावा 18 साल से अधिक का कोई भी व्यक्ति मृत्यु के बाद कार्निया दान कर सकता है।
महिला आरक्षी कनक प्रिया की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत
1 Jun, 2025 06:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। पटना के यादव चक गांव में एक किराए के मकान में महिला आरक्षी कनक प्रिया का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला है। कनक कंट्रोल रूम में 112 डायल पर आरक्षी के पद पर तैनात थीं।
उनके पति प्रभात कुमार भी पटेल भवन में डायल 112 के आरक्षी हैं। पति ने बताया शनिवार को फोन पर किसी से बात करने को लेकर पति-पत्नी के बीच विवाद हुआ था।
इसके बाद कनक नाराज होकर अपने कमरे में गईं। प्रभात का दावा है कि उन्होंने फांसी लगाकर आत्महत्या की। पति ने उन्हें फंदे से उतारा और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे परिजन ने प्रभात कुमार पर हत्या का आरोप लगाया है।
घटना के बाद गांव में अफरा-तफरी का माहौल रहा। कनक की बहन मीनाक्षी कुमारी ने आरोप लगाया है कि उनके पति प्रभात हमेशा कनक प्रिया के साथ मारपीट करते थे। उन्होंने बताया कि प्रभात के बहन-बहनोई और उसने मिलकर कनक की पहले जमकर पिटाई की। उसके बाद गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
बहन ने आरोप लगाया हैं कि साक्ष्य छुपाने के लिए आत्महत्या का रूप दे दिया। उन्होंने बताया कि वे मूल रूप से गया की रहने वाली है। कनक प्रिया का जॉब 2018 में बिहार पुलिस के डायल 112 आरक्षित के रूप में हुई थी। फिर उनकी शादी 2020 में प्रभात कुमार से हुई थी। शादी के बाद उनके लगभग 3 साल का एक बेटा प्रणव राज है।
शिक्षा के मंदिर में 'गंदा खेल'! हेडमास्टर ने स्कूल को बनाया 'बेडरूम', महिला टीचर संग वीडियो वायरल
1 Jun, 2025 05:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के वैशाली के महुआ के एक अपर सेकेंडरी स्कूल के हेडमास्टर को सस्पेंड कर दिया गया है. उनका स्कूल की एक टीचर के साथ सीसीटीवी में कैद वीडियो सामने आया, जिसमें स्कूल प्रयोगशाला के अंदर बेड पड़ा हुआ नजर आया था. इसके बाद बाद उन पर ये कार्रवाई की गई है. हेडमास्टर को जिला शिक्षा पदाधिकारी ने निलंबित किया है. इसके साथ ही उन पर विभागीय जांच करने के आदेश भी दिए गए हैं.
यही नहीं हेडमास्टर के साथ-साथ टीचर पर भी अनुशासनिक कार्रवाई करने की बात कही गई है. दरअसल वैशाली के कार्यक्रम पदाधिकारी ने उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हरपुर मिर्जानगर के प्रभारी प्रधानाध्यापक हेमंत कुमार को उनके पद से निलंबित कर दिया. उनके स्कूल की एक टीचर के साथ आचरण को लेकर ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर शिकायत की गई थी.
मामले की जांच के आदेश दिए गए
उनकी शिकायत पोर्टल पर सबूत के साथ पदाधिकारी से की गई थी. इसके तुरंत बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी ने मामले पर एक्शन लिया और महुआ के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को मामले की जांच के आदेश दिए. फिर जब मामले की जांच करने के लिए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अर्चना कुमारी उस स्कूल में पहुंची और पूछताछ शुरू की तो स्कूल के सभी टीचरों ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.
प्रयोगशाला में बनाया हुआ था बेडरूम
स्कूल के नाइट चार्ज से जब पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि प्रयोगशाला की चाबी उनके पास नहीं रहती हैं. प्रयोगशाला की चाबी हेडमास्टर के पास ही रहती हैं. जब प्रयोगशाला की चाबी लेकर जांच की गई तो उसके अंदर एक बेड पड़ा हुआ था. यानी स्कूल के अंदर बेडरूम बनाया हुआ था और बेडरूम की तरह ही इसका इस्तेमाल भी किया जा रहा था. साथ ही हेडमास्टर और टीचर का बिहेवियर संदेहास्पद पाया गया था.
ऐसे में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी शशि रंजन ने स्कूल के माहौल को खराब करने और अपने दायित्व को ईमानदारी से न निभाने को लेकर ही हेडमास्टर हेमंत कुमार पर एक्शन लिया गया और उन्हें सस्पेंड कर दिया गया. इस जांच को 45 दिन में पूरी करने की बात कही गई है. इसके साथ ही टीचर पर भी अनुशासनिक कार्रवाई करने की भी बात कही गई है.
लालू प्रसाद यादव को झटका, दिल्ली उच्च न्यायालय से याचिका खारिज
1 Jun, 2025 05:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। दिल्ली उच्च न्यायालय ने राजद प्रमुख और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव की उस याचिका को सिरे से खारिज किया है। जिसमें उन्होंने जमीन के बदले नौकरी घोटाले से संबंधित कथित भ्रष्टाचार मामले में निचली अदालत की कार्यवाही पर रोक की मांग की थी। इस घोटाले की जांच सीबीआई ने की थी। आरजेडी सुप्रीमो लालू की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने हाईकोर्ट में दायर याचिका में कहा था कि मामले में प्राथमिकी व जांच कानूनसंगत नहीं है।
याचिका में तर्क दिया कि जब प्राथमिकी और जांच ही सही नहीं है, तब आरोपपत्र कानूनी रूप से कायम नहीं रह सकता। मामले में सीबीआई ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 17ए के तहत पूर्व केन्द्रीय मंत्री के खिलाफ मुकदमा चलाने की पूर्व मंजूरी प्राप्त करने में विफल रही है। यह कानून की अनिवार्य आवश्यकता है।
सिब्बल ने कहा सत्र अदालत 2 जून को आरोपों पर दलीलें सुनेगा है। सीबीआई की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता डी.पी. सिंह ने याचिका का विरोध किया। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार विरोधी कानून की धारा 19 के तहत आवश्यक मंजूरी प्राप्त कर ली गई है।
वहीं 29 मई को राउज एवेन्यू अदालत ने भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) होटल भ्रष्टाचार मामले में फैसला सुरक्षित रखा है। इसमें पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटा तेजस्वी यादव और अन्य आरोपी हैं। विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने की अदालत ने मामले को 23 जुलाई के लिए सूचीबद्ध किया है।
"पाकिस्तान जितनी नफरत RSS से": बिहार की डिप्टी मेयर के बयान पर हंगामा,माफी के बाद भी नहीं थमा बवाल
1 Jun, 2025 05:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आरएसएस को लेकर बिहार की एक डिप्टी मेयर के बयान के बाद बवाल मच गया. दरभंगा नगर निगम की डिप्टी मेयर नाजिया हसन ने करीब 4 दिन पहले अपने सोशल मीडिया पर लिखा था, “हम लोग हिंदू भाई से उतनी ही स्नेह रखते है जितनी मुस्लिम भाई से, हम लोग पाकिस्तान से उतनी ही नफरत करते हैं जितनी आरएसएस से क्योंकि दोनों 2 नेशन थ्योरी के समर्थक रहे हैं.” लेकिन उनके इस पोस्ट पर वहां बवाल हो गया और प्रदर्शनकारी निगम के ऑफिस में ही हंगामा करने लगे. बाद में डिप्टी मेयर को माफी मांगनी पड़ी.
डिप्टी मेयर नाजिया हसन का कथित आपत्तिजनक पोस्ट तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. अब इस पोस्ट के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के लोग जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. आरोप-प्रत्यारोप के बीच आखिरकार बीजेपी और आरएसएस समर्थित लोगों ने दरभंगा नगर निगम में पहले डिप्टी मेयर नाजिया हसन के खिलाफ प्रदर्शन किया और उनका पुतला दहन किया.
पुतला जलाने के बाद ऑफिस में घुसने की कोशिश
नाजिया के खिलाफ जब प्रदर्शन किया जा रहा था तब वह नगर निगम के अपने ऑफिस में ही बैठी थीं. पुतला दहन के बाद प्रदर्शनकारी डिप्टी मेयर नाजिया के चेंबर तक जबरन घुसने की कोशिश की, लेकिन दरवाजा बंद होने के कारण लोग अंदर नहीं पहुंच सके. इस वजह से लोगों का गुस्सा और भड़क गया.
इसके बाद वहां मौजूद महिला और पुरुष प्रदर्शनकारियों ने डिप्टी मेयर नाजिया हसन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दफ्तर में लगे नेमप्लेट उखाड़ दिया. लोग उनके ऑफिस के बाहर तोड़फोड़ करने लगे. हालांकि मौके पर उपस्थित पुलिस ने तुरंत रोकने की कोशिश भी की.
दबाव में डिप्टी मेयर को मांगनी पड़ी माफी
मामला उग्र होता देख कई थाने की पुलिस दल बल के साथ सदर SDPO अमित कुमार के नेतृत्व में मौके पर पहुंच गई. उन्होंने दोनों पक्षों से बातचीत कर बीच का रास्ता निकाला. डिप्टी मेयर से पूरे मामले पर माफी मांगने का प्रस्ताव रखा गया, इस पर नाजिया हसन ने तत्काल अपने इस पोस्ट के लिए माफी तो मांग ली.
लेकिन मीडिया से बात करते हुए नाजिया हसन ने कहा कि अभी जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली बात है, सरकार उन्हीं की, प्रशासन भी उनका. नाजिया ने प्रशासन से समय पर मदद नहीं मिलने का आरोप लगाते कहा कि उन्हें प्रशासन के दबाव में माफी मांगनी पड़ी है. उन्होंने यह भी कहा कि अगर उनकी बात से किसी को कोई आपत्ति थी तो वे उनसे बात करते या फिर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाते लेकिन यह सब नहीं हुआ लोग सीधे उनके खिलाफ हमलावर ही हो गए.
लिखित शिकायत हुई तो जांच करेंगेः SDPO
दूसरी ओर, बीजेपी और आरएसएस से जुड़े लोगों ने साफ किया कि नाजिया के पाकिस्तान के साथ रिश्ते हैं और पाकिस्तानी खुफिया संगठन ISI से मोटी रकम लेकर उन्होंने यह पोस्ट सोशल मीडिया पर पोस्ट किया ताकि समाज मे अशांति फैले. प्रदर्शनकारी ने यह मांग भी रखी कि नाजिया हसन को इस पोस्ट के लिए डिप्टी मेयर पद से बर्खास्त भी किया जाए, साथ ही उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा भी दर्ज हो, सिर्फ माफी मांगने से काम नही चलने वाला. अगर ऐसा नहीं हुआ तो आगे चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा.
इस बीच सदर SDPO अमित कुमार ने बताया कि डिप्टी मेयर के एक आपत्तिजनक पोस्ट पर बीजेपी और आरएसएस से जुड़े लोगों की नाराजगी थी, इस वजह से यहां पर कुछ लोगों ने हंगामा किया गया. फिर मामले की गंभीरता को देखते हुए दोनों पक्षों से बात की गई. डिप्टी मेयर नाजिया हसन ने अपने पोस्ट पर लोगो से माफी मांग ली है. तत्काल मामला शांत दिख रहा है अगर कोई लिखित शिकायत करता है तो आगे फिर जांच कर कार्रवाई की जाएगी.
माफिया को जेल में 'आराम फरमाते' देख भड़के लोग, रिजवान के VIP ट्रीटमेंट पर अधिकारियों पर एक्शन
1 Jun, 2025 04:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर के बसपा के पूर्व सांसद रिजवान जहीर ललितपुर जिला कारागार में हत्या की साजिश के आरोप में बंद है. लेकिन उन्हें जेल में ही VIP सुविधाएं दी जा रही थीं. इन VIP सुविधाएं मिलने का खुलासा तब हुआ, जब जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव मयंक जायसवाल निरीक्षण के लिए पहुंचे. उन्होंने इन सुविधाओं को लेकर जेल अधीक्षक से सवाल किया गया तो वह कोई जवाब नहीं दे पाए. अब उन पर कार्रवाई होगी.
हत्या की साजिश के आरोपी रिजवान जहीर को ललित पुर जिला कारागार में वीआईपी सुविधाएं दी जा रही थी. उनकी बैरक में ब्रांडेड खाने-पीने का सामान मिला. इसके साथ ही उसके तकिए के नीचे से 30000 रुपये भी मिले. इसका खुलासा शनिवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव मयंक जायसवाल के निरीक्षण के दौरान हुआ. जब वह जेल की बैरक संख्या 5A में गए तो वहां की सुविधाएं VIP थीं.
रिजवान को मिल रही थीं ये सुविधाएं
जब सचिव मयंक जायसवाल जेल की बैरक संख्या 5A में पहुंचे तो वहां डनलप ब्रांड का गद्दा, तकिया, बैटरी वाला पंखा, देसी घी, अचार, मिठाई खाने की अच्छी क्रॉकरी, टिफिन, ब्रांडेड तेल, साबुन, शैंपू, क्रीम और सभी बाकी जरूरी चीजें रखी थीं. वहीं, बैरक में दीवारों पर गुटखा थूकने के निशान भी पाए गए थे. बाहर तंबाकू और गुटखा पाउच भी पड़े हुए नजर आए. जब इस मामले को लेकर पूछताछ की गई तो पता चला कि इस बैरक में बलरामपुर के पूर्व सांसद रिजवान जहीर को रखा गया है.
हत्या की साजिश का आरोप
पूर्व सांसद रिजवान जहीर बलरामपुर की नगर पंचायत तुलसीपुर के पूर्व अध्यक्ष फिरोज अहमद पप्पू की हत्या की साजिश के आरोप में जेल में बंद है. अभी वह सपा में हैं. इससे पहले प्रशासन की ओर से उसकी करीब 10 करोड़ 80 लाख कीमत की संपत्ति को जब्त किया गया था. यूपी एसटीएफ रिजवान जहीर के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट तक की कार्रवाई कर चुकी है और उसका नाम ब्लैक लिस्ट माफियाओं की लिस्ट में दर्ज किया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक रिजवान ने एक बार तत्कालीन रक्षामंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को भी चैलेंज दे दिया था.
सुभासपा की बैठक में बनी 10 जून को आयोजित विजय उत्सव की रणनीति
1 Jun, 2025 04:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लेंगे कार्यक्रम में हिस्सा- विनोद कुमार राजभर
बस्ती । रविवार को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की बैठक जिलाध्यक्ष मनोज कुमार राजभर की अध्यक्षता में सर्किट हाउस में सम्पन्न हुई। बैठक में आगामी 10 जून को चक्रवर्ती सम्राट महाराजा सुहेलदेव के विजय दिवस पर बहराइच जनपद के चित्तौडा झील नानपारा के मैंदान में आयोजित कार्यक्रम की रूप रेखा, पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं की उपस्थिति पर विचार किया गया।
सुभासपा के राष्ट्रीय सचिव विनोद कुमार राजभर ने बैठक में बताया कि विजय उत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हिस्सा लेंगे। राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश के पंचायतीराज मंत्री ओम प्रकाश राजभर स्वयं कार्यक्रम की सफलता के लिये निरन्तर प्रयास कर रहे हैं। कहा कि यह विजय उत्सव ऐतिहासिक होगा और चक्रवर्ती सम्राट महाराजा सुहेलदेव के योगदान पर विस्तार से चर्चा होगी जिससे देश प्रदेश की जनता को ऐसे राष्ट्रवीर के बारे में विस्तार से जानकारी मिले।
पूर्व मंत्री रामललित चौधरी, वृजभूषण मिश्र, चर्तुभुजी पाण्डेय, डा. तुलसीराम, अमन राजभर, उमेश राजभर, राजेश राजभर आदि ने बैठक को सम्बोधित करते हुये महत्वपूर्ण सुझाव दिये। मुख्य रूप से लक्ष्मी देवी राजभर, अर्जुन राजभर, सत्येन्द्र शुक्ल, रामकिशुन राजभर, विजय कुमार राजभर, अजय राजभर, राजन राजभर, बब्लू यादव, दीपक यादव, टिम्मल राजभर, राजकुमार राजभर, जितेन्द्र राजभर, उमेश चन्द यादव, परशुराम चौधरी, लालमन पासवान, दिनेश राजभर, नन्दलाल राजभर, शिव प्रताप सिंह, अर्जुन राजभर के साथ ही पार्टी के अनेक पदाधिकारी, कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
विवादों में अमेठी पुलिस: 'कट्टे का जुगाड़ कर ब्राह्मण को जेल भेजने' की बात पर दरोगा की सफाई, सपा हमलावर!
1 Jun, 2025 04:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के अमेठी में वायरल हो रहे एक दरोगा के ऑडियो क्लिप पर पुलिस की सफाई आ गई है. पुलिस ने दावा किया है कि ऑडियो तो सही है, लेकिन इसे गलत तरीके से पेश किया जा रहा है. खुद दरोगा ने भी इस ऑडियो की पुष्टि की है. कहा कि इसमें जिसे मुखबिर बताया जा रहा है, वह कोई मुखबिर नहीं, बल्कि एक छंटा हुआ अपराधी है और उसे पुलिस एक मामले में पकड़ कर थाने ले आई थी. इसी के साथ दरोगा ने किसी ब्राह्मण को जेल भेजने की बात को भी खारिज किया है.
दरोगा हेम नारायण सिंह ने बताया कि वायरल हो रहा आडियो उनका ही है. लेकिन जिस तरह से इसे बताया जा रहा, ऐसी कोई बात नहीं है. उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति से बातचीत का ऑडियो वायरल किया जा रहा है, खुद उसे ही पुलिस ने एक मामले में बैठा रखा था और उससे पूछताछ हो रही थी. दरोगा के इस जवाब के बाद भी पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं. पूछा जा रहा है कि क्या ऐसे ही पुलिस किसी को भी तमंचे के साथ जेल भेजती है, दूसरा सवाल यह कि क्या पुलिस की सह पर अवैध तमंचे खरीदे और बेचे जाते हैं?
क्या है ऑडियो में?
अमेठी में वॉयरल ऑडियो में दो लोगों की आवाजें आ रही हैं. एक आवाज दरोगा हेम नारायण सिंह का बताया जा रहा है. वहीं दूसरी आवाज मुखबिर हिमांशु की है. इस ऑडियो में दारोगा हिमांशु को कह रहे हैं कि दो घंटे के अंदर एक 315 बोर तमंचे की व्यवस्था करो. वह कह रहे हैं कि यही तमंचा दिखाकर एक ब्राह्मण को जेल भेजना है. उसे थाने में बैठा रखा है. फिर दरोगा कहते हैं कि जो भी पैसा लगेगा देंगे, लेकिन इसे जेल भेजना है.
पुलिस ने जारी किया प्रेस नोट
इस मामले में खूब किरकिरी होने के बाद अमेठी पुलिस ने प्रेस नोट जारी कर सफाई दी है. पुलिस ने अपने प्रेसनोट में बताया कि जिस व्यक्ति का ऑडियो वायरल हो रहा है, वह अपराधिक किस्म का आदमी है. आठ मई को उसे पूछताछ के लिए थाने में बुलाया गया था. इसका पूरा रिकार्ड पुलिस के पास मौजूद है. वहीं, ऑडियो में जिस ब्राह्मण व्यक्ति को जेल भेजने की बात हो रही है, ऐसे किसी व्यक्ति को न तो थाने लाया गया और न ही चालान किया गया है.
कल से वायरल हो रहा ऑडियो
बता दें कि अमेठी के मुसाफिरखाना थाने में तैनात एक दरोगा का ऑडियो शनिवार से ही सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. इस ऑडियो में एक ब्राह्मण व्यक्ति को थाने में बैठाने की बात कही जा रही है. दावा किया जा रहा है कि दरोगा किसी मुखबिर से बात कर उसे एक कट्टा लाने को कह रहा है. मुख्य विपक्षी पार्टी सपा ने इस ऑडियो पर बवाल काटना शुरू कर दिया है. सपा ने आरोप लगाया है कि इस सरकार में पहले दलितों और पिछड़ों को निशाना बनाया गया और अब ब्राह्मणों को चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है.
मथुरा में बांके बिहारी मंदिर को लेकर वायरल हुई पोस्ट फर्जी, 3 साल के लिए बंद होने का दावा झूठा
1 Jun, 2025 04:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के मथुरा में स्थित विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में लाखों की संख्या में दर्शन के लिए आते हैं. ये मंदिर काफी प्रसिद्ध है. लेकिन इन दिनों मंदिर को लेकर अफवाह फैलाई जा रही है. मंदिर को लेकर कहा गया कि मंदिर 3 साल के लिए बंद हो रही है. इसको लेकर एक पोस्ट भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई, जिसके बाद प्रशासन ने इस मामले का संज्ञान लिया.
प्रशासन ने मामले में कार्रवाई की और बताया कि मंदिर बंद होने की बात महज एक अफवाह है. मथुरा जिलाधिकारी चंद्रप्रकाश सिंह ने इस मामले को लेकर बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल हुई पोस्ट, जिसमें ठाकुर बांके बिहारी मंदिर बंद होने की बात कही गई है. वह बिल्कुल गलत और झूठी अफवाह है. ऐसा कुछ भी नहीं है. मंदिर यथार्थ समय से खुल रहा है और भक्त दर्शन कर रहे हैं.
मंदिर के गोस्वामी ने क्या कहा?
वहीं जब इस बारे में ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के गोस्वामी से बात की गई तो निखिल गोस्वामी ने बताया कि सोशल मीडिया पर जो पोस्ट वायरल हो रही है. वह झूठी अफवाह है. मंदिर बंद नहीं है और श्रद्धालुओं के लिए मंदिर खुला हुआ है. साथ ही मंदिर पर श्रद्धालु लगातार अपने आराध्य के दर्शन करने के लिए आ रहे हैं. उन्होंने लोगों से अपील की है कि इस तरह की पोस्ट पर ध्यान न दें. क्योंकि वह सब झूठी अफवाह हैं. मंदिर अपने समय पर ही खुल रहा है और भक्त दर्शन कर रहे हैं.
पोस्ट में दी गई जानकारी अफवाह
जब ठाकुर बांके बिहारी मंदिर पर कॉरिडोर बनाए जाने की जानकारी सामने आई. उसके बाद से ही मंदिर बंद होने की पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हुई है, जिसमें 3 साल के लिए मंदिर बंद होने की बात कही गई. हालांकि ऐसा कुछ भी नहीं है अभी श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. मथुरा जिलाधिकारी चंद्रप्रकाश सिंह और मंदिर के गोस्वामी दोनों ने ही इस पोस्ट में दी गई जानकारी को गलत बताया और मंदिर बंद होने की बात को महज एक अफवाह बताई.
बिहार में जनसुराज की जीत की गारंटी नहीं: प्रशांत किशोर
1 Jun, 2025 04:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना।बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ही प्रशांत किशोर ने हार मान ली है। दरअसल जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने इसी साल के अंत में बिहार में होने वाले चुनाव को लेकर कहा है कि राज्य में बदलाव तो तय है लेकिन जन सुराज ही होगा इसकी गारंटी नहीं है। इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी की काफी चर्चा हो रही है। प्रशांत किशोर ने कुछ वक्त पहले ही बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर यात्रा करने का ऐलान किया था। इस कड़ी में प्रशांत किशोर बिहार बदलाव यात्रा कर भी रहे हैं। वो अपने संबोधनों में दूसरी राजनीतिक पार्टियों पर जमकर हमला भी बोल रहे हैं।
इस बीच चैनल से बातचीत में प्रशांत किशोर ने कहा है कि इस बार बिहार चुनाव के बाद बिहार में सत्ता का बदलना तय है। हालांकि, उन्होंने यह भी कह दिया है कि जन सुराज की जीत की गारंटी नहीं है। साक्षात्कार के दौरान जब रिपोर्टर ने प्रशांत किशोर से पूछा कि एक विश्लेषक के तौर पर वो 2025 के चुनाव को कैसे देखते हैं और चुनाव परिणाम क्या हो सकते हैं? इसपर जवाब देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, विशलेषक के तौर पर इतना ही कह सकते हैं कि बिहार में बदलाव होगा।
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि साल 2020 में जब जनता को दिक्कत हुई तो जनता ने एनडीए को 125 पर रोक दिया। सारा जातीय समीकरण धरा का धरा ही रह गया। बिहार में लोगों को इतनी परेशानी है कि इसके बाद एंटी इनकंबेंसी ना हो यह संभव नहीं है। इसका असर यह होगा कि बिहार में नया मुख्यमंत्री बनेगा, कौन बनेगा इसपर डिबेट हो सकता है।नीतीश कुमार नवंबर के बाद मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे। बिहार में नया मुख्यमंत्री होगा। क्योंकि बिहार में बदलाव के लिए 60 फीसदी से ज्यादा जनता तैयार बैठी हुई है। अब उस बदलाव का मतलब यह नहीं है कि जन सुराज ही होगा। इसकी गारंटी नहीं है। वो तो आगे 4-5 महीने में तय होगा। लेकिन यह तय है कि बदलाव होगा।
1991 बैच के आईपीएस राजीव कृष्ण होंगे यूपी के नए डीजीपी
31 May, 2025 10:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊः उत्तर प्रदेश को नया पुलिस महानिदेशक (DGP) मिल गया है। 1991 बैच के सीनियर आईपीएस अधिकारी राजीव कृष्ण यूपी के नए डीजीपी नियुक्त किए गए हैं। राजीव कृष्ण यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। अभी वह यूपी पुलिस के डीजी पद पर तैनात हैं। राजीव कृष्ण वर्तमान समय में डीजी विजिलेंस के रूप में सेवाएं दे रहे थे। वह पुलिस भर्ती बोर्ड की जिम्मेदारी भी निभा रहे हैं।
प्रशांत कुमार को आज हो रहे हैं रिटायर
यूपी के निर्वतमान कार्यवाहक डीजीपी प्रशांत कुमार आज रिटायर हो रहे हैं। उनकी जगह अब राजीव कृष्ण लेंगे। यूपी के नए डीजीपी के रेस में कई पुलिस अधिकारी शामिल थे लेकिन सरकार ने राजीव पर भरोसा जताया।
सीएम योगी के भरोसेमंद अधिकारी हैं राजीव
यूपी के नए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कृष्ण को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सबसे भरोसेमंद अधिकारियों में से एक माना जाता है। हाल ही में पेपर लीक विवादों के बाद उन्हें यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा आयोजित करने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई थी, ऐसा कहा जाता है कि उन्होंने इस कार्य को प्रभावी और पारदर्शी तरीके से अंजाम दिया है।
कौन हैं राजीव कृष्ण?
राजीव कृष्ण 1991 बैच के सीनियर आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में एक प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारी के रूप में अपना पुलिसिंग करियर शुरू किया था। उसके बाद से वे बरेली, कानपुर और अलीगढ़ में एएसपी के रूप में काम कर चुके हैं और फिरोजाबाद, इटावा, मथुरा, गौतम बुद्ध नगर, आगरा, लखनऊ और अन्य में एसपी और एसएसपी के रूप में महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं। वे मायावती शासन के दौरान लखनऊ के डीआईजी और बाद में मेरठ रेंज के आईजी भी रहे। 2012 में राजीव कृष्ण केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए और 2017 में यूपी लौट आए। बाद में उन्होंने एडीजी लखनऊ जोन और एडीजी आगरा जोन जैसे पदों पर काम किया।
परिवार के कई सदस्य सिविल सेवा में हैं कार्यरत
नोएडा से आने वाले राजीव कृष्ण एक ऐसे परिवार से ताल्लुक रखते हैं जिसके कई सदस्य सिविल सर्विस में हैं। उनकी पत्नी मीनाक्षी सिंह आईआरएस अधिकारी हैं और लखनऊ में आयकर आयुक्त हैं। उनके साले राजेश्वर सिंह पूर्व ईडी अधिकारी और सरोजनीनगर से वर्तमान विधायक हैं, जबकि गौतम बुद्ध नगर की पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह सरहज हैं। उनके ससुर भी डीआईजी के पद पर रह चुके हैं।
NIA की बड़ी कार्रवाई: माओवादी हमले की साजिश में दो और आरोपी नामजद
31 May, 2025 05:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड में सुरक्षा बलों पर हमले की साजिश रचने के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 2 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है. प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) पर आतंकी साजिश के तहत हथियार और गोला-बारूद जब्त करने के मामले में यह कार्रवाई की गई है. इसके साथ ही इस मामले में साल 2022 के बाद से अब तक चार्जशीट दाखिल करने वाले कुल आरोपियों की संख्या 25 हो गई है.
झारखंड निवासी रंथू उरांव और नीरज सिंह खेरवार के खिलाफ एनआईए ने चार्जशीट दाखिल की है. दोनों के खिलाफ आईपीसी, आर्म्स एक्ट, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और यूए (पी) एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत चार्जशीट दाखिल की गई है. यह कार्रवाई आरसी-02/2022/एनआईए/आरएनसी मामले में की गई है. इससे पहले अगस्त 2023 से मई 2025 के बीच 23 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी.
सुरक्षा बलों पर हमले की थी योजना
एक गुप्त सूचना के आधार पर, स्थानीय पुलिस और सीआरपीएफ कर्मियों ने फरवरी 2022 में झारखंड के लोहरदगा के बुलबुल वन क्षेत्र में एक संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया. जहां सीपीआई (माओवादी) के कार्यकर्ता अपने शीर्ष कमांडर प्रशांत बोस की गिरफ्तारी का बदला लेने के लिए बॉक्साइट खदान क्षेत्र में सुरक्षा बलों पर हमले की योजना बनाने के लिए एकत्र हुए थे. इस सभा का नेतृत्व आतंकी संगठन के क्षेत्रीय कमांडर रवींद्र गंझू ने किया था.
इसमें सक्रिय कैडर बलराम उरांव, मुनेश्वर गंझू और 45-60 अन्य कैडर भी मौजूद थे. बहाबर जंगल के रास्ते में, हरकट्टा टोली और बांग्ला पाट में सीपीआई (माओवादी) के कार्यकर्ताओं द्वारा सुरक्षा बलों पर अंधाधुंध गोलीबारी की गई. इसके कारण मुठभेड़ हुई, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने इलाके की व्यापक तलाशी ली और बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद जब्त किया. झारखंड पुलिस ने मामले में शुरुआत में 9 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी.
सरकार को अस्थिर करने के थे उद्देश्य
इसके बाद अगस्त 2023 से मई 2025 के बीच एनआईए ने 23 लोगों के खिलाफ पांच पूरक आरोप पत्र दाखिल किए. इनमें झारखंड पुलिस द्वारा पहले से ही आरोपित किए गए 9 आरोपी शामिल हैं, जिन पर एनआईए ने नई धाराओं के तहत आरोप लगाए हैं. जांच के दौरान एनआईए ने पाया कि साजिश का उद्देश्य देश की अखंडता, सुरक्षा, संप्रभुता को खतरे में डालने और सरकार को अस्थिर करने के उद्देश्य से आतंकवादी और हिंसक कृत्य और सशस्त्र विद्रोह करना था.
एनआईए द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों, जिनमें जोनल कमांडर, सब-जोनल कमांडर, एरिया कमांडर और सशस्त्र कैडरों के खिलाफ एकत्र किए गए विश्वसनीय सबूत शामिल हैं, ने अन्य सीपीआई (माओवादी) कैडरों और जमीनी समर्थकों की मिलीभगत का भी खुलासा किया है. देश में सीपीआई (माओवादी) नेटवर्क को खत्म करने के अपने प्रयासों के तहत एनआईए अन्य सह-षड्यंत्रकारियों की तलाश कर रही है.
बोकारो में गैंगरेप की हैवानियत, चार ऑटो चालकों ने दंपति को बनाया शिकार
31 May, 2025 05:07 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड के बोकारो से गैंगरेप की खौफनाक वारदात सामने आई है. इससे इलाके में हड़कंप मच गया है. पुलिस ने चारों दरिंदों को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन इस वारदात के बाद से ही लोगों में रोष व्याप्त है. दरअसल, एक दंपति बाजार से लौट रहा था. रात का वक्त था. दोनों नहीं जानते थे कि आगे उनके साथ क्या होने वाला है. पीछे से चार ऑटोरिक्शा चालक दंपति का पीछा कर रहे थे.
आगे जाकर उन्होंने दंपति को रोका. जबरन सुनसान जगह पर ले गए. वहां उन्हें कहा- लो शराब पियो, नहीं तो मार डालेंगे. पति-पत्नी सहम गए. अब जान तो सभी को प्यारी होती ही है. पहले तो दोनों गिड़गिड़ाए कि हमें जाने दो. लेकिन दरिंदे बोले- शराब पी लो फिर जाने देंगे. दंपति ने शराब पी ली. उन्हें लगा अब शायद दरिंदे दोनों को छोड़ देंगे. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. दरिंदों ने पति के सामने पत्नी से बारी-बारी गैंगरेप किया. फिर उन्हें धमकाकर भाग गए.
घटना सेक्टर-12 थानाक्षेत्र की है. गुरुवार देर रात शराब के नशे में धुत चार दरिंदे बाजार से लौट रहे पति-पत्नी को धमकाते हुए स्कूल के पीछे ले गए. वो जगह सुनसान थी. वहां उन्होंने पति-पत्नी को जबरन शराब पिलाई. फिर पति को पीटा और उसी के सामने पत्नी से गैंगरेप किया. पत्नी चीखती रही, चिल्लाती रही. लेकिन दरिंदों को उस पर रहम नहीं आया. पति चाहकर भी पत्नी की अस्मत नहीं बचा पाया क्योंकि दरिंदों ने उसे पकड़ रखा था. उसे भी पीट रहे थे.
गैंगरैप की घटना को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी, पीड़िता और उसके पति को धमकी देते हुए वहां से फरार हो गए. इधर किसी तरह पीड़िता और उसका पति स्थानिय लोगो की मदद से बोकारो जिला के सेक्टर-12 थाना पहुंचे. वहां सामूहिक दुष्कर्म मामले की जानकारी देते हुए शिकायत दर्ज करवाई.
चारों आरोपियों को किया अरेस्ट
मामले की गम्भीरता को देखते हुए देर रात ही पीड़िता का मेडिकल करवाया गया. फिर पुलिस ने छापेमारी कर चारों आरोपी ऑटोरिक्शा चालकों को गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए आरोपियों में अजय कुमार, दिलीप कुमार, जय कुमार सहित एक अन्य शामिल है.
धनबाद का रहने वाला है दंपति
पीड़ित दम्पति झरखण्ड के धनबाद जिला के रहने वाले है. दोनो बोकारो जिला में मजदूरी करते हैं. काम खत्म होने पर गुरुवार की रात दोनों दूदीबाद बाजार गए थे. वहीं से घर लौटते वक्त उनके साथ यह दर्दनाक घटना हुई, जिसे वो ताउम्र नहीं भूलेंगे.
भारत की सफलता की नींव है संविधान: CJI बीआर गवई
31 May, 2025 04:58 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश के चीफ जस्टिस (CJI) बीआर गवई ने शनिवार को इलाहाबाद उच्च न्यायालय परिसर में आयोजित एक समारोह में कहा कि जब भी देश पर संकट आया, भारत हमेशा एकजुट और मजबूत रहा. उन्होंने इसके लिए भारतीय संविधान को श्रेय देते हुए कहा कि हमारे आसपास के देशों में जहां आज भी अस्थिरता और संकट है, वहीं भारत 75 वर्षों बाद भी निरंतर प्रगति कर रहा है और यह संविधान की देन है.
सीजेआई गवई ने आगे कहा कि संविधान ने न केवल देश को जोड़े रखा, बल्कि हमें सामाजिक और आर्थिक समानता की दिशा में आगे बढ़ाया. स्वतंत्रता के बाद भारत ने जिस लोकतांत्रिक मजबूती के साथ तरक्की की है, वह पूरी दुनिया के लिए मिसाल है.
प्रयागराज से खास जुड़ाव
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चीफ जस्टिस ने कहा कि शपथ लेने के बाद इलाहाबाद उच्च न्यायालय का यह मेरा पहला आधिकारिक कार्यक्रम है और यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है. उन्होंने प्रयागराज से अपने व्यक्तिगत संबंधों का उल्लेख करते हुए कहा कि जब वे 2019 में सुप्रीम कोर्ट पहुंचे, तब जस्टिस विनीत सरन, कृष्ण मुरारी और बाद में विक्रम नाथ से पारिवारिक रिश्ते बन गए.
उन्होंने हंसते हुए कहा कि योगी जी तो पावरफुल हैं ही, लेकिन इलाहाबाद भी कम पावरफुल लोगों की धरती नहीं है. विक्रम नाथ देश के सबसे मजबूत न्यायाधीशों में से एक हैं. उनके निमंत्रण को अस्वीकार करने की मुझमें हिम्मत नहीं थी. उन्होंने आज सच नहीं बोला, उनको डिफेंड करने की मुझमें हिम्मत नहीं है. इसलिए कहूंगा कि इलाहाबाद बार बहुत ही अनुशासित बार है.
बार-बेंच के तालमेल की तारीफ
सीजेआई ने इलाहाबाद हाईकोर्ट की बार एसोसिएशन को अनुशासित बताते हुए कहा कि जब बार और बेंच साथ मिलकर काम करते हैं, तभी न्याय तंत्र बेहतर ढंग से काम कर सकता है. उन्होंने कहा कि अधिवक्ताओं के लिए बनाए गए नवनिर्मित चैंबर और मल्टीलेवल पार्किंग का स्तर अद्भुत है. इतनी बड़ी और सुविधा युक्त इमारत मेरी जानकारी में पूरी दुनिया में नहीं होगी. इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मैं धन्यवाद देना चाहता हूं. मुख्यमंत्री ने न्यायमूर्तियों का ही नहीं वकीलों का ही नहीं, बल्कि आम आदमी का भी ध्यान रखा है.
चीफ जस्टिस ने कहा कि मुख्यमंत्री ने हाई कोर्ट आने वाले वादकारियों के लिए जो नए भवन के निर्माण की स्वीकृति दी है यह काबिले तारीफ है. यह भी कहा कि बेहतर न्याय व्यवस्था के लिए बार और बेंच का अच्छा तालमेल होना चाहिए.
प्रयागराज की ऐतिहासिक विरासत को किया याद
सीजेआई गवई ने प्रयागराज की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत का उल्लेख करते हुए कहा कि न्याय के क्षेत्र में इलाहाबाद का नाम बड़े ही सम्मान से लिया जाता है. मोतीलाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरू जैसे अधिवक्ता हुए तो वहीं महादेवी वर्मा, हरिवंश राय बच्चन, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, सुभद्रा कुमारी चौहान जैसे साहित्यकार भी दिए. स्वतंत्रता आंदोलन में चंद्रशेखर आजाद के वरदान को देश सैल्यूट करता है. आजादी के आंदोलन में चंद्रशेखर आजाद के योगदान को नहीं भुलाया जा सकता.
जौनपुर: बच्चे की मौत पर किन्नरों का हंगामा, अस्पताल में घुसकर कपड़े उतारे और कर्मचारियों को पीटा
31 May, 2025 01:24 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के जौनपुर के जिला अस्पताल में डॉक्टर्स और स्टाफ तक सुरक्षित नहीं हैं. दरअसल, जिला अस्पताल में शुक्रवार की शाम करीब नौ बजे एक दर्जन से अधिक की संख्या में अर्द्धनग्न अवस्था में पहुंचे किन्नरों ने तांडव मचाया. अस्पताल के सायरन बजने लगे. किन्नरों ने डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ की जमकर पिटाई की. किन्नरों द्वारा डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ की बेरहमी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
वीडियो में देखा जा सकता है कि किन्नर डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ को दौड़ा-दौड़ाकर पीट रहे हैं. हैरान करने वाली बात ये है कि पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में एमरजेंसी वार्ड में ये घटना हुई है. फिलहाल, पीड़ित डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ की शिकायत के बाद पुलिस कार्रवाई में जुट गई है. जिला अस्पताल में हुई इस घटना से मरीज और उनके तीमारदार भी डरे सहमे हैं. वायरल वीडियो जौनपुर के अमर शहीद उमानाथ सिंह जिला अस्पताल का है.
नर्सिंग ऑफिसर को बुरी तरह पीटा
वीडियो में एमरजेंसी वार्ड के अंदर किन्नर ड्यूटी पर तैनात नर्सिंग ऑफिसर को टेबल पर चढ़कर पीटते देखे जा सकते हैं. वायरल वीडियो में दिख रहे नर्सिंग ऑफिसर का नाम डॉ आशीष सिंह हैं. अपनी जान बचाने के लिए डॉ आशीष टेबल पर चढ़ गए, लेकिन किन्नरों ने उन्हें वहां भी नहीं छोड़ा. टेबल पर रखी पानी की बोतल, लात घूंसो से जमकर उनकी पिटाई की गई. डॉ आशीष किसी तरह एमरजेंसी वार्ड से निकलकर बाहर की तरफ भागने लगे, लेकिन वहां मौजूद अन्य किन्नरों ने उनको पकड़ लिया.
पीड़ित नर्सिंग ऑफिसर ने क्या बताया
इसके बाद उन्हें फिर जमकर पीटा. डॉ आशीष को काफी चोटें आई हैं. पीड़ित नर्सिंग ऑफिसर डॉ आशीष सिंह ने बताया कि शाम आठ बजे से सुबह आठ बजे तक उनकी ड्यूटी रहती है. शुक्रवार की शाम जैसे ही वो अस्पताल पहुंचे. एमरजेंसी में कोई पेशेंट आया था, जिसका इलाज चल रहा था. इसी बीच एक महिला को लेकर कुछ लोग मेडिकल मुआयना के लिए पहुंचे. वो लोग एमरजेंसी वार्ड में घुस गए.
गला दबाकर जान से मारने की कोशिश
पीड़ित नर्सिंग ऑफिसर ने बताया कि जब उन लोगों से वहां से बाहर जाने के निवेदन किया गया तो वह लोग फर्जी मेडिकल मुआयना करने के लिए दबाव बनाने लगे, लेकिन उनको वापस लौटा दिया गया. इसी बात को लेकर वो लोग नाराज हो गए. फिर कुछ देर बाद एक दर्जन से अधिक अर्द्धनग्न किन्नरों के साथ आए और गला दबाकर जान से मारने की कोशिश की.
जिला अस्पताल में घुसकर तांडव मचाने और बेरहमी से डॉक्टर्स और स्टाफ को पीटने के मामले में पीड़ित जिला अस्पताल के ईएमओ डॉ पवन कुमार द्वारा नगर कोतवाली थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की गई है. फिलहाल पुलिस अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में लेकर आवश्यक कार्रवाई में जुट गई है.