उत्तर प्रदेश
ललितपुर में 4 बेटों की मां प्रेमी संग फरार, बहुओं के ज़ेवर भी ले गई साथ
3 Jun, 2025 11:10 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के ललितपुर में चार शादीशुदा बेटों की मां अपने से करीब 30 साल छोटे प्रेमी के साथ फरार हो गई है. इस मामले ने तब और भी ज़्यादा हैरान कर दिया, जब पता चला कि महिला जाते समय अपनी बहुओं के सारे ज़ेवर भी साथ ले गई है. परिवार का आरोप है कि पुलिस ने उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है.
ललितपुर के जखौरा थाना क्षेत्र के एक गाँव से सामने आया यह प्रेम-प्रसंग का मामला अब चर्चा का विषय बन गया है. बुजुर्ग महिला के पति ने बताया कि उनकी पत्नी का एक 30 वर्षीय युवक से प्रेम-प्रसंग चल रहा था. करीब 20 दिन पहले वह उसी युवक के साथ घर छोड़कर चली गई. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि महिला अपनी चार बहुओं के कीमती ज़ेवर भी अपने साथ ले गई है, जिससे परिवार सदमे में है.
पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप
पीड़ित पति ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में जखौरा थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया. पुलिस की निष्क्रियता से निराश होकर परिवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर अपनी व्यथा सुनाई है. इसके अलावा, उन्होंने पुलिस अधीक्षक को भी पत्र लिखकर न्याय की मांग की है. इस घटना से प्रेमी की पत्नी भी बेहद परेशान है. उसका कहना है कि पति की इस हरकत ने उसके पूरे परिवार को बिखेर दिया है और उसे समाज में शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है. उसने भी पुलिस से अपने पति को ढूंढने की गुहार लगाई है.
पूरे इलाके में चर्चा का विषय
यह पूरा मामला इलाके में गर्मागर्म चर्चा का विषय बना हुआ है और ग्रामीण इस पर तरह-तरह की बातें कर रहे हैं. घटना की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस ने अब महिला और उसके प्रेमी की तलाश शुरू कर दी है. यह देखना बाकी है कि इस अनोखे मामले में आगे क्या मोड़ आता है और पीड़ित परिवार को कब तक न्याय मिल पाता है.
मुरादाबाद में मुस्लिम लड़की ने अपनाया हिंदू धर्म, प्रेमी से की शादी
3 Jun, 2025 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की एक मुस्लिम लड़की ने हिंदू धर्म अपनाया और एक हिंदू युवक से शादी की. लड़की ने बताया कि चार साल से हिंदू युवक से प्यार करती है. जब इस बात का पता लड़की के घरवालों को चला तो उसके परिवार वालों ने पिछले साल जबरदस्ती उसकी शादी किसी और मुस्लिम लड़के से करा दी थी. लेकिन अब लड़की अपने पति को छोड़कर अपने प्रेमी के पास आ गई और हिंदू रीति रिवाज से उसके साथ शादी रचा ली.
दरअसल, बुलंदशहर के खुर्जा में एक प्रेमी जोड़े ने हिंदू रीति रिवाज के साथ शादी रचाई, जो पिछले चार साल से एक-दूसरे प्यार करते हैं. युवती का नाम सायमीन है, जो मुरादाबाद की रहने वाली है. सायमीन चार सालों से रूपेंद्र उर्फ गोलू से प्यार करती है. वह दोनों पिछले साल एक साथ घर छोड़कर भाग गए थे. लेकिन सायमीन के परिवार वालो नें उन्हें पकड़ लिया था.
सायमीन ने अपनाया सनातन धर्म
इसके बाद सायमीन की शादी दिल्ली के रहने वाले सैफ नाम के शख्स से कर दी थी, जो एक पैर से विकलांग है. सैफ से शादी के बाद सायमीन ने एक बच्चे को जन्म दिया. लेकिन अब वह अपने पति और बच्चे दोनों को छोड़कर अपनी पहली मोहब्बत के पास आ गई और रुपेंद्र संग सात फेरे लिए. रूपेंद्र और सायमीन ने खुर्जा के आर्य समाज मंदिर में शादी की और साथ ही सायमीन ने सनातन धर्म भी अपनाया.
सायमीन से बन गई श्रुति
सायमीन ने अपना नाम भी बदल लिया है. सायमीन अब श्रुति बन गई है. उसने कहा कि जिस शख्स से मेरे घर वालों ने मेरी शादी की थी. वह वो मुझे मारता-पीटता था. मुझे हिंदू धर्म पसंद है. मुझे मुस्लिम धर्म पसंद नहीं है. क्योंकि उसमें मारते-पीटते हैं और तलाक देकर चार-चार औरतें रखते हैं. मुझे हिंदू रीति रिवाज पसंद हैं और इसलिए मैंने रुपेंद्र से प्यार किया और अब शादी कर भी ली है. अब मैं रुपेंद्र के साथ ही रहना चाहती हूं. रुपेंद्र ने कहा कि उन्होंने आर्य समाज में शादी कर ली है. लेकिन अब उन्हें सायमीन के रिश्तेदारों और गांव वालों से जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं.
ADG की जांच के बाद जौनपुर पुलिस पर गिरी गाज, फर्जी केस में 9 आरोपी
3 Jun, 2025 10:57 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के जौनपुर में फर्जी मुकदमा दर्ज करने के मामले में तत्कालीन इंस्पेक्टर, दारोगा समेत 9 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज हुआ है. आरोप है कि इंस्पेक्टर ने बागपत के रहने वाले निश्चय राणा के खिलाफ उसके पिता के हत्यारोपियों से मिलकर फर्जी केस दर्ज किया था. फिलहाल अपर पुलिस महानिदेशक वाराणसी जोन से शिकायत करने पर लाइन बाजार थाने में तत्कालीन इंस्पेक्टर, दारोगा समेत 9 लोगों पर केस दर्ज हुआ है.
बागपत जिले के दोघट थाना क्षेत्र के निरपुड़ा निवासी बृजपाल सिंह की 29 सितंबर 2012 को गोली मारकर कर कर दी गई थी. मृतक के बेटे निश्चय राणा ने हत्यारों के खिलाफ केस दर्ज कराया था, जिसमें रिटायर्ड इंस्पेक्टर प्रेमवीर सिंह राणा, ग्राम प्रधान प्रताप सिंह राणा पीड़ित पर सुलह समझौते का दबाव बना रहे थे. इस पर दोघट थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था.
रिटायर्ड इंस्पेक्टर प्रेमवीर सिंह राणा, ग्राम प्रधान प्रताप सिंह राणा समेत अन्य लोगों ने पीड़ित और दबाव बनाया कि मुकदमा खत्म करके सुलह समझौता कर लो. पीड़ित द्वारा ऐसा न करने पर उसके खिलाफ यूपी, दिल्ली, उत्तराखंड समेत कई अन्य शहरों में फर्जी मुकदमे दर्ज करा दिए गए. इतना ही नहीं सुलह-समझौता न करने पर महिलाओं से उसके ऊपर फर्जी सामूहिक दुष्कर्म तक के केस दर्ज कराए गए थे, जिसमें वह बरी होता गया.
जौनपुर में दर्ज हुआ था फर्जी केस
पीड़ित का आरोप है कि उपरोक्त लोगों ने जौनपुर के लाइन बाजार थाना क्षेत्र के राम आसरे सिंह को रुपयों का लालच देकर उसके खिलाफ लाइन बाजार थाने में वर्ष 2019 में शिकायत कराई थी. पीड़ित का आरोप है कि उसके खिलाफ जौनपुर के लाइन बाजार के तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक संजय वर्मा ने वर्ष 2019 की झूठी तहरीर पर वर्ष 2023 में धोखाधड़ी, गाली-गलौज समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर दिया था. इतना ही नहीं इस केस के विवेचक दारोगा गोपाल जी तिवारी ने विवेचना के दौरान गैर इरादतन हत्या की धारा बढ़ाते हुए, फर्जी नोटिस और बिना गिरफ्तारी कोर्ट में चार्जशीट भी दाखिल कर दी.
ADG के निर्देश पर केस दर्ज
पीड़ित ने इसकी शिकायत वाराणसी जोन के एडीजी से की. मामले की गंभीरता को देखते हुए एडीजी के आदेश पर लाइन बाजार थाने में तत्कालीन इंस्पेक्टर संजय वर्मा, दारोगा गोपाल जी तिवारी, राम आसरे सिंह, बाबू, नीरज, रतनवीर उर्फ मोनू , रिटायर्ड इंस्पेक्टर प्रेमवीर सिंह राणा और प्रताप सिंह राणा के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 469, 471, 506 और 120-B के तहत केस दर्ज किया गया.
बता दें कि तत्कालीन इंस्पेक्टर संजय वर्मा प्रमोशन के बाद बतौर सीओ इस समय फतेहगढ़ में तैनात हैं, जबकि फर्जी विवेचना करके न्यायालय की आंख में धूल झोंकने वाले दारोगा गोपाल जी तिवारी जौनपुर में ही सेवारत हैं. फिलहाल, आरोपियों से मिलकर पीड़ित के खिलाफ सुनियोजित साजिश करके कर्जी केस दर्ज करने और फर्जी नोटिस पर बिना गिरफ्तारी के न्यायालय में चार्जशीट दाखिल करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद पुलिसिया कार्यशैली पर सवालिया निशान लग रहे हैं.
नो एंट्री हटने से छपरा शहर में ट्रैफिक जाम और हादसों का खतरा बढ़ा
2 Jun, 2025 02:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छपरा शहर के बीच से होकर गुजर रहे पुराने राष्ट्रीय राजमार्ग 19 की सड़क अब सिर्फ ट्रैफिक रूट नहीं, आम लोगों के लिए एक खतरनाक चुनौती बन गई है।
खासकर रात नौ बजे से सुबह नौ बजे तक जब नो एंट्री हट जाती है, तब भारी वाहन शहर की तंग गलियों और रिहायशी इलाकों से होकर गुजरते हैं। यह रास्ता अब हादसों का रास्ता बन चुका है।
हर सुबह की शुरुआत डर और अनिश्चितता के साथ
विशुनपुरा, भिखारी ठाकुर चौक, यूनिवर्सिटी, नेवाजी टोला, रामनगर, साढ़ा ढ़ाला होते हुए शहर से होकर ब्रह्मपुर की ओर या मेथवलिया की ओर जाने वाले ट्रकों की लाइनें सुबह पांच बजे से ही रिहायशी इलाकों को पार करने लगती हैं।
कई वाहन वहीं से शहर की ओर भी मुड़ते हैं। यह करीब आठ किलोमीटर का ट्रक रूट है, लेकिन यह शहर की तंग गलियों, स्कूलों, कालोनियों और बाजारों से होकर गुजरता है।
सुबह की सैर पर निकले बुजुर्ग, अखबार बांटते कर्मयोगी और स्कूल जाने वाले बच्चे सभी अपनी जान जोखिम में डालकर इस रास्ते से गुजरते हैं।
स्थानीय सब्जी विक्रेता ओम कुमार कहते हैं कि दुकान लगाने से पहले यही सोचते हैं कि कहीं ट्रक की चपेट में न आ जाएं। सड़क अब व्यापार का नहीं, डर का माध्यम बन चुकी है।
रफ्तार और लापरवाही का खौफनाक मेल
भारी वाहनों की तेज रफ्तार और तंग गलियों का मेल शहर के लिए जानलेवा साबित हो रही है। रिहायशी इलाकों में न स्पीड ब्रेकर हैं, न ट्रैफिक नियंत्रण की व्यवस्था है।
कई बार वाहन बिना किसी चेतावनी के सीधे गलियों में घुस जाते हैं, जिससे हादसे टलते-टलते रह जाते हैं या कई बार हो ही जाते हैं।
जनता की प्रमुख मांगें
अखबार विक्रेता विनोद कुमार, संदीप कुमार, छोटू कुमार व स्थानीय लोगों की ओर से अब लगातार ये मांगें उठ रही हैं कि नो एंट्री के समय में बदलाव नहीं, बल्कि प्रभावी क्रियान्वयन और निगरानी हो। सुबह पांच बजे से से नौ बजे तक ट्रैफिक पुलिस की तैनाती सभी मुख्य चौराहों पर अनिवार्य हो।
रिहायशी इलाकों में स्पीड नियंत्रक अवरोधक तत्काल लगाए जाएं। एलिवेटेड रोड या बाइपास निर्माण तेजी से हो। इसपर प्रशासन ठोस पहल करे। बाइपास के दोनों ओर सीमित निर्माण की नीति लागू हो, ताकि भविष्य में वहां फिर से आबादी न बसे।
स्थायी समाधान की ज़रूरत
विशेषज्ञों की राय है कि छपरा जैसे जनसंख्या-घनत्व वाले शहर में अब स्थायी समाधान की आवश्यकता है। शहर की संरचना को देखते हुए निर्माणाधीन एनएच सड़क जो एलिवेटेड रोड की तरह है अगर उसे जल्द बनाया जाए तो यह एक व्यवहारिक विकल्प हो सकता है।
इसके साथ यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि भविष्य में बाइपास या एलिवेटेड रोड के दोनों ओर ज्यादा बसावट न हो। सिविल अभियंता धर्मेंद सिंह की राय है कि अब डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करने की दिशा में पहल हो और ऐसी योजना बने, जिसमें सुरक्षा, सीमित निर्माण और ट्रैफिक नियंत्रण का संतुलन हो।
जनता की आवाज़ बनेगा माध्यम
...ताकि सुरक्षित रहें हम अभियान के माध्यम से दैनिक जागरण यह प्रयास कर रहा है कि आम नागरिकों की चिंता और दर्द सिर्फ खबर बनकर न रह जाए, बल्कि नीति निर्माण की दिशा में पहल की जाए।
शहर की गलियों में रफ्तार का आतंक और हर सुबह की चिंता यह अब सामान्य नहीं रह गई है। छपरा को एक वैकल्पिक और सुरक्षित ट्रक रूट की आवश्यकता है।
बिहार में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति
2 Jun, 2025 01:50 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार सरकार के स्वास्थ्य एवं विधि मंत्री मंगल पांडेय ने अधिवेशन भवन, पटना में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत चुने गए 228 विशेषज्ञ चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि प्रदेश के हर नागरिक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुचे. स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के इस मिशन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कुशल नेतृत्व और दूरदर्शी मार्गदर्शन में निरंतर काम किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग राज्य के हर नागरिक तक उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए संकल्पित है. विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति इसी दिशा में एक पहल है. इन नवनियुक्त विशेषज्ञ चिकित्सकों में 30 ऑर्थापेडिक सर्जन, 27 जनरल सर्जन, 17 नेत्र रोग विशेषज्ञ, 25 मेडिसिन विशेषज्ञ (एमडी), 38 बाल रोग विशेषज्ञ, 55 स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ, 13 ईएनटी सर्जन, 12 मनोरोग विशेषज्ञ, 3 त्वचा रोग विशेषज्ञ, 8 एनेस्थेटिस्ट आदि शामिल हैं.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में 41,000 पदों पर नियुक्तियों का विज्ञापन जारी किया गया है. इन पदों में अनेक श्रेणियों के स्वास्थ्यकर्मी शामिल हैं. विशेष रूप से 8,500 सामान्य और विशेषज्ञ चिकित्सकों की बहाली प्रक्रिया भी जारी है. इन सभी नियुक्तियों को आगामी तीन महीनों में पूरा कर लिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत पिछले 5 दिनों में राज्य में 17 लाख से अधिक आयुष्मान और वय वंदना कार्ड बनाए गए हैं. अब तक कुल 3.96 करोड़ आयुष्मान कार्ड जारी किए जा चुके हैं और यह आंकड़ा शीघ्र ही 4 करोड़ को पार कर जाएगा. राज्य में 1.79 करोड़ परिवारों को इस योजना के तहत कवर किया जाना है, जिनमें से अब तक 1.62 करोड़ परिवारों को शामिल किया जा चुका है.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य में तकनीक आधारित चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. आज नियुक्त किए गए चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र के साथ-साथ लैपटॉप भी प्रदान किए गए हैं, ताकि वे डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाएं और अधिक प्रभावी ढंग से प्रदान कर सकें. यह पहल बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करने, तकनीक से जोड़ने और आम जनता को सुलभ व गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने की दिशा में एक बड़ा कदम है.
इस अवसर पर प्रत्यय अमृत, विकास आयुक्त सह अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग, मनोज कुमार सिंह, सचिव, स्वास्थ्य विभाग, सुहर्ष भगत, कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार, आदित्य प्रकाश, अपर सचिव, स्वास्थ्य, अनुपमा सिंह, संयुक्त सचिव, स्वास्थ्य विभाग, अमिताभ सिंह, माननीय स्वास्थ्य मंत्री के आप्त सचिव, डॉ. प्रमोद कुमार, निदेशक प्रमुख, स्वास्थ्य विभाग के साथ स्वास्थ्य विभाग के अन्य पदाधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे.
सत्ता पर पकड़ मजबूत करने के लिए नीतीश ने आयोगों का पुनर्गठन कर सियासी चाल चली
2 Jun, 2025 01:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार विधानसभा चुनाव की सियासी तपिश के साथ ही शह-मात का खेल शुरू हो गया है. सीएम नीतीश कुमार प्रदेश की सत्ता पर अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखने के लिए एक के बाद एक बड़ा दांव चल रहे हैं. चुनावी सरगर्मी के बीच नीतीश कुमार सियासी और जातिगत समीकरण दुरुस्त करने के लिए तमाम आयोगो के गठन में जुट गए हैं. बिहार के अभी तक पांच आयोग का पुनर्गठन कर चुके हैं, जिसमें अल्पसंख्यक आयोग से लेकर सवर्ण आयोग, महादलित आयोग, एसस-एसटी आयोग और मछुआरा आयोग तक शामिल हैं. बिहार में बनाए गए इन सभी आयोग में जातीय समीकरणों से लेकर सियासी गुणा-गणित का नीतीश सरकार ने पूरा ध्यान रखा गया है.
नीतीश कुमार के अगुवाई वाली बिहार की एनडीए सरकार का सामान्य प्रशासन विभाग विभिन्न आयोगों की अलग-अलग अधिसूचना जारी कर रहा है. सरकार ने आयोग के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के साथ सदस्यों के नाम जारी किए हैं. बिहार में विभिन्न अयोगों के गठन की मांग लंबे समय से हो रही थी, लेकिन चुनाव को देखते हुए माना जा रहा है कि नीतीश सरकार ने ताबड़तोड़ सियासी नियुक्तियां शुरू कर दी हैं. इस तरह नीतीश कुमार एक तीर से कई शिकार करने की कवायद करते हुए नजर आ रहे हैं, तो साथ ही चिराग पासवान और जीतनराम मांझी को साधकर बीजेपी के साथ सियासी बार्गेनिंग पावर बढ़ाने की स्ट्रैटजी है.
नीतीश ने चिराग-मांझी को किया सेट
बिहार का अनुसूचित जाति आयोग का गठन कर नीतीश कुमार ने चिराग पासवान और जीतनराम मांझी को खुश कर दिया है. एससी कमीशन का चेयरमैन चिराग के बहनोई मृणाल पासवान को बनाया है, तो उपाध्यक्ष की कुर्सी जीतनराम मांझी के दामाद देवेंद्र मांझी को सौंपी है. इन दोनों नेताओं के अलावा एससी आयोग में संजय कुमार रविदास, रुबेल रविदास, अजीत कुमार चौधरी, ललन राम, राम नरेश कुमार, राम ईश्वर रजक और मुकेश मांझी को सदस्य बनाया गया है. केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और चिराग पासवान सार्वजनिक रूप से कई अपनी मांग उठाते रहे हैं. अब सीएम नीतीश कुमार की ओर से यही संदेश देने की कोशिश मानी जा रही है कि उनकी मांगों को सुना गया है और एनडीए एकजुट है.
मृणाल पासवान, जो अध्यक्ष बने हैं, एलजेपी संस्थापक रामविलास पासवान की पहली पत्नी राजकुमार देवी के दामाद हैं. राजकुमार देवी से दो बेटियां आशा और उषा पासवान हैं. आशा की शादी आरजेडी नेता साधु पासवान से हुई है, तो उषा की शादी धनंजय कुमार उर्फ मृणाल पासवान से हुई है. रामविलास पासवान की दूसरी पत्नी रीना पासवान हैं, जिनसे बेटे चिराग पासवान और बेटी निशा पासवान हैं. इस तरह मृणाल पासवान रिश्ते में चिराग के बहनोई लगते हैं, जिन्हें नीतीश ने एससी आयोग की कमान सौंपी है.
बिहार एससी आयोग के उपाध्यक्ष देवेंद्र मांझी केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के दामाद हैं. देवेंद्र मांझी तब चर्चा में आए थे जब सीएम रहते हुए जीतन राम मांझी ने उन्हें अपना पीए बनाया था. विवाद होने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था, लेकिन अब एससी आयोग का उपाध्यक्ष बनवाकर सेट कर दिया है. विधानसभा चुनाव की सियासी तपिश को देखते हुए नीतीश ने मांझी और चिराग दोनों के साथ सियासी बैलेंस बनाने का दांव चला है ताकि बीजेपी के साथ मजबूत तरीके से सियासी बार्गेनिंग पावर को बढ़ा सकें.
महादलित और मछुआरा आयोग
नीतीश सरकार ने महादलित आयोग में बिहार वैशाली के राम नरेश कुमार, भोजपुर के राम ईश्वर रजक, पटना के अजीत कुमार चौधरी, मुंगेर के मुकेश मांझी को सदस्य बनाया गया है. इसके साथ ही मछुआरा आयोग का गठन भी किया गया है, जिसको लेकर पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने अधिसूचना जारी की. इसमें पूर्वी चंपारण के चूड़ी हरवा टोला के ललन कुमार को आयोग का अध्यक्ष बनाया गया है. पश्चिम चंपारण जिले के निवासी शैलेंद्र कुमार को राज्य अनुसूचित जनजाति यानी एसटी कमिशन का अध्यक्ष बनाया गया है.
मछुआरा समाज के हितों को देखते हुए मछुआरा आयोग का गठन किया गया है, जो मछुआरों के कल्याण, सुरक्षा और आर्थिक विकास के लिए काम करेगा. ललन कुमार को आयोग का अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि बक्सर के अजीत चौधरी को उपाध्यक्ष बनाया गया है. इसके अतिरिक्त समस्तीपुर के विद्यासागर सिंह निषाद, पटना के राजकुमार और भागलपुर की रेणु सिंह को आयोग का सदस्य नियुक्त किया गया है. बिहार में मछुआरा समाज की करीब 7 फीसदी आबादी है, जो सत्ता का खेल बनाने और बिगाड़ने की ताकत रखता है.
विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी इस बार महागठबंधन के साथ हैं. मुकेस सहनी निषाद समाज यानी मछुआरा समाज की राजनीति करते आए हैं और लगातार निषाद आरक्षण की मांग उठा रहे हैं. मुकेश सहनी वर्तमान में महागठबंधन में हैं, तो ऐसे में नीतीश सरकार का यह बड़ा सियासी दांव माना जा रहा है, जो कि मुकेश साहनी के राजनीतिक प्रभाव को कम करने के साथ ही मछुआरा समाज को अपने पाले में रखने की स्ट्रैटेजी है.
नीतीश ने एक तीर से किए कई शिकार
विधानसभा चुनाव से पहले चिराग पासवान और मांझी दोनों ही बिहार में पूरी तरह सक्रिय हैं. 2020 विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान ने नीतीश कुमार को काफी नुकसान पहुंचाया था, तो मांझी भी आक्रामक तेवर किसी से छिपे नहीं है. नीतीश कुमार ने आयोगों का गठन करके एक तीर से कई निशाने साधे हैं. वक्फ संशोधन कानून पर मोदी सरकार के समर्थन करने के चलते मुस्लिम मतदाता नीतीश कुमार से नाराज हैं, जिसे साधने के लिए मौलाना गुलाम रसूल बलियावी को अल्पसंख्यक आयोग का अध्यक्ष बनाया है. बलियावी ने वक्फ कानून को लेकर विरोध करते रहे हैं. इसके अलावा मौलाना नूरानी को उपाध्यक्ष बनाया है. इस तरह नीतीश सरकार ने मुस्लिमों की नाराजगी को दूर करने की स्ट्रेटेजी मानी जा रही है.
नीतीश कुमार ने अल्पसंख्यक आयोग ही नहीं उच्च जातियों, दलितों और मछुआरों को साधने की कोशिश की है. चिराग पासवान और जीतनराम मांझी को भी खुश रखने का प्रयास किया है. विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश ने कदम उठकर राजनीतिक समीकरण बनाने के साथ सियासी माहौल को अपने पक्ष में करने का दांव माना जा रहा है. इस तरह से नीतीश कुमार 2020 वाली सियासी गलती नहीं दोहराना चाहते हैं क्योंकि उन्हें पता है कि इस बार सिर्फ 47 सीटों से सत्ता की स्टेरिंग नहीं मिलने वाली है. ऐसे में फिर से 70 से 80 विधानसभा सीटों पर जीत का परचम फहराने का टारगेट जेडीयू का है, जिसे पूरा करने के लिए ही नीतीश एक बाद एक बड़ा दांव चल रहे हैं?
रांची में शराब घोटाले की जांच में तेज़ी, 15 अधिकारियों को नोटिस जारी
2 Jun, 2025 01:31 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची: झारखंड में शराब घोटाले की जांच कर रही एसीबी की जांच का दायरा बढ़ेगा। एसीबी ने मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग के सचिव मनोज कुमार सहित 15 लोगों को समन जारी किया है। सभी को पूछताछ के लिए तलब किया गया है।
एसीबी ने वर्तमान उत्पाद सचिव मनोज कुमार और तत्कालीन उत्पाद आयुक्त अमित प्रकाश को समन भेजा है। इसके अलावा अलग-अलग जोन में कार्यरत प्लेसमेंट एजेंसियों के सीईओ, बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को भी नोटिस भेजा गया है। इन सभी से आठ जून के बाद पूछताछ होगी।
अब तक इन लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी
एसीबी अबतक की जांच में पूर्व उत्पाद सचिव विनय कुमार चौबे, संयुक्त उत्पाद आयुक्त गजेंद्र सिंह, जेएसीबीसीएल के दो पूर्व जीएम फाइनेंस सुधीर कुमार और सुधीर कुमार दास के साथ नीरज कुमार सिंह को गिरफ्तार कर चुकी है।
इस मामले में विजन हॉस्पीटिलिटी सर्विसेज एंड कंसल्टेंट प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स मार्शन इनोवेटिव सेक्यूरिटी सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के सात निदेशकों को नोटिस हो चुका है। इन कंपनियों के निदेशकों से अगले दो दिनों में पूछताछ होनी है।
रांची: पंडरा पुलिस ने हथियारों के साथ पांच अपराधियों को किया गिरफ्तार
2 Jun, 2025 01:27 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची: पंडरा थाने की पुलिस ने देसी कट्टा और गोली के साथ अनुज महतो, अंकुर कुमार सिंह, अभिषेक कुमार, मंतोष सिंह और हर्ष कुमार को गिरफ्तार किया है।
सभी आरोपित से पूछताछ करने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। कोतवाली डीएसपी प्रकाश सोय ने बताया कि उन्हों सूचना मिली थी कि हेहल अंचल के पीछे कुछ अपराधकर्मी हथियार की खरीद बिक्री करने के लिए पहुंचे है।
पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। सभी आरोपितों को मौके पर पकड़ लिया गया। पुलिस का कहना है कि यह गिरोह हथियार खपाने वाले इंटरस्टेट गिरोह है।
आरोपित बिहार के मुंगेर से हथियार खरीद कर राजधानी के विभिन्न इलाकों में बेचते थे। हर्ष कुमार और अनुज हथियार लाने का काम करते थे।
आरोपित पिछले ढाई वर्ष से यह काम कर रहे थे। पुलिस को हथियार खरीदने वाले कई लोगों का नाम मिला है। पुलिस सभी का सत्यापन कर रही है ताकि उन्हें भी पकड़ा जा सका।
लोहरदगा ने कॉमर्स में दिखाया सुधार, लातेहार ने दोनों संकायों में बढ़त बनाए रखी
2 Jun, 2025 01:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची: जैक इंटरमीडिएट की परीक्षा में नक्सल प्रभावित लातेहार जिले के बच्चों ने दिखा दिया कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता। इंटर साइंस और कॉमर्स संकाय में लातेहार जिले के बच्चों ने परचम लहराया है।
लेकिन, राजधानी रांची (साइंस में 76 प्रतिशत रिजल्ट), पूर्वी सिंहभूम (70.9 प्रतिशत रिजल्ट), सरायकेला (68 प्रतिशत रिजल्ट), उपराजधानी दुमका (65 प्रतिशत रिजल्ट) जहां बेहतर स्कूली सुविधा है, वहां के बच्चे इंटर साइंस में पिछले वर्ष की तुलना में और निचले पायदान पर चले गए।
इसके बाद विभाग ने रांची सहित अन्य वैसे जिले जहां का रिजल्ट खराब रहा है, उन जिलों के शैक्षणिक कार्यों की समीक्षा करने की बात कही है। उसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।
जेसीईआरटी के निदेशक शशि रंजन सिंह ने बताया कि जिन जिलों का रिजल्ट कमजोर रहा है, उसकी पहले समीक्षा की जाएगी, उसके बाद देखा जाएगा कि आखिर कमी कहां रही। जरूरत पड़ी तो संबंधित जिलों को शोकाज किया जा सकता है।
इससे पहले मैट्रिक के खराब रिजल्ट देने वाले जिलों के स्कूलों को शोकाज किया जा चुका है, जिसमें रिजल्ट कमजोर होने का स्पष्ट कारण पूछा गया है। ऐसी स्थिति में शिक्षकों की योग्यता और उनके पढ़ाने के तरीके पर भी सवाल उठता है।
लातेहार ने किया है रिकॉर्ड प्रदर्शन
पिछली बार इंटर साइंस में लातेहार दूसरे स्थान पर था, लेकिन इस बार शानदार प्रदर्शन करते हुए पहला स्थान हासिल किया, पिछली बार की तुलना में इस बार 1.38 प्रतिशत बच्चों ने अधिक सफलता पाई।
जबकि कॉमर्स संकाय में पिछले बार की तरह ही इस बार भी लातेहार ने पहला स्थान बनाए रखा। पिछली वर्ष की तुलना में शानदार प्रदर्शन करते हुए रिकॉर्ड 100 प्रतिशत छात्र-छात्राओं ने सफलता पायी है। जबकि पिछली वर्ष यह सफलता का दर 98.38 प्रतिशत था।
कॉमर्स में रांची औसत रिजल्ट
रांची जिले के बच्चों ने इंटर कॉमर्स के छात्र-छात्राओं का औसत रिजल्ट रहा है। पिछली बार कॉमर्स में रांची 16वें स्थान पर था, जबकि इस बार रांची 12वें स्थान पर रही। लेकिन साइंस संकाय में यह उल्टा हो गया, पिछली बार साइंस में रांची 13वें स्थान पर थी, लेकिन इस बार यह लुढ़क कर 16वें स्थान पर पहुंच गई है।
लोहरदगा आगे बढ़ा तो कोडरमा दूसरे रैंक पर पहुंचा
कॉमर्स में लोहरदगा जिला के बच्चों ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए आठवें स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचा। जबकि, सांइस में कोडरमा कुछ अंक से चूक गया और पहले स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंच गया।
दूसरी ओर कॉमर्स में पाकुड़, कोडरमा ओर गोड्डा जिला की रैंकिंग पिछले वर्ष की तुलना में घटी है। इसमें गोड्डा का सबसे खराब प्रदर्शन रहा, पिछली बार गोड्डा 19वें स्थान पर था, जबकि इस बार 24वें स्थान पर पहुंच गया है। वहीं साइंस संकाय में खूंटी पिछली वर्ष भी 24वें स्थान पर था और इस वर्ष भी इसी स्थान पर रहा।
लेकिन पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 13.32 प्रतिशत अधिक बच्चों ने सफलता पायी है, जो संतोषजनक है। खूंटी का पिछले वर्ष का रिजल्ट 47.49 था, जबकि इस बार 60.81 प्रतिशत है।
मेरठ: खेत में निकले दर्जनों सांप, किसान ने एक-एक कर मारकर दफनाए
2 Jun, 2025 12:48 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक हैरान करने वाली घटना हुई है. यहां एक किसान अपने घेर में काम कर रहा था. इसी दौरान उसे करीब डेढ़ फीट लंबा सांप नजर आया. किसान ने इस सांप को मारकर जमीन में दबा दिया. इतने में दूसरा, फिर तीसरा और देखते ही देखते भरभराकर सांप निकलने लगे. ऐसे में किसान और उसके परिजनों ने एक-एक कर सांपों का मारना और जमीन में दफनाना शुरू कर दिया. यह क्रम देर रात तक जारी रहा.
हालांकि इस संबंध में किसान या उसके परिवार की ओर से वन विभाग को सूचना नहीं दी गई है. मामला मेरठ के समौली गांव का है. इस गांव में रहने वाले महफूज ने बताया कि रविवार की शाम को वह अपने परिवार के लोगों के साथ घेर में काम कर रहा था. इसी दौरान उन्हें एक डेढ़ फीट का सांप नजर आया. खतरा महसूस होने पर उन्होंने पास पड़ी लकड़ी उठाकर सांप को मार दिया और उसे गड्ढा खोदकर दफन कर दिया.
सभी सांपों को मारकर दफनाया
इस सांप को मारकर वह फ्री ही हुए कि दूसरा, तीसरा और चौथा सांप नजर आया. किसान ने इन सांपों को भी मार दिया. किसान ने सोचा कि सांपों से मुक्ति मिल गई, लेकिन दरवाजे की ओर नजर पड़ी तो उसके होश उड़ गए. वहां दरवाजे के पीछे से 40 से अधिक सांप निकलते नजर आए. ऐसे में किसान और उसके परिवार के लोगों ने इन सांपों को भी मार दिया और जमीन में दफन कर दिया.
गांव में दहशत की स्थिति
इतने में खबर गांव में फैल गई और बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंच गए. स्थानीय लोगों के मुताबिक देर रात तक सांपों के निकलने का सिलसिला जारी था. हालांकि इस संबंध में किसान या उनके परिवार की ओर से वन विभाग को कोई सूचना नहीं दी गई. स्थानीय लोगों के मुताबिक इस घटना से किसान या उसके परिजनों में ही नहीं, बल्कि पूरे गांव में दहशत की स्थिति है. अभी तक लोगों की समझ में नहीं आ रहा कि एक साथ इतनी संख्या में सांप कहां से आ गए.
आगरा: प्रेम संबंध का खुलासा होते ही परिजनों ने कर दी महिला की हत्या
2 Jun, 2025 12:44 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के आगरा के खैरागढ़ के एक गांव में एक महिला की उसके ही घर वालों ने बेरहमी से हत्या कर दी. महिला के पति ने उसके पैर पकड़े, देवर ने हाथ पकड़े और पिता ने महिला का गला दबा दिया. इस दौरान महिला दर्द से चीखती रही. लेकिन हैवानों को महिला पर रहम नहीं आया और उन्होंने महिला को मार डाला. महिला का किसी और शख्स के साथ अवैध संबंध था, जिसके बारे में उसके घर वालों को पता चल गया था.
ये घटना 31 मई की है, जहां खैरागढ़ के भोपुर गांव में शनिवार को एक महिला का शव पड़ा मिला था. पुलिस ने शव की पहचान कराने के लिए उसके फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर वायरल किए. इसके बाद महिला के पिता कोमल सिंह ने पुलिस से संपर्क किया और महिला की पहचान सुनीता के रूप में हुई. पिता ने कॉल पर बताया कि वह धौलपुर के गांव बसई नवाब के रहने वाले हैं और ये उनकी बेटी सुनीता है, जिसके बाद वह पूरे परिवार के साथ आगरा पहुंचे.
परिवार वालों से पूछताछ की गई
आगरा पहुंचने पर सुनीता के शव को देखकर पिता ने रोने का नाटक किया. पुलिस ने सुनीता के परिवार वालों से पूछताछ की. उन्होंने बताया कि सुनीता की शादी उन्होंने खैरागढ़ के रहने वाले पवन के साथ की थी. लेकिन पवन और सुनीता के बीच अक्सर लड़ाई-झगड़े होते थे. इसलिए कुछ समय से सुनीता अपने मायके में रह रही थी. लेकिन पुलिस को पिता के जवाब पर शक हुआ और पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई.
सुनीता की बहन का आया फोन
इसके बाद सुनीता की बहन पूजा का फोन पुलिस के पास आता है. पूजा बताती है कि वह तीन बहनें हैं और तीनों बहनों की शादी खैरागढ़ में ही हुई थी. सुनीता के बारे में जब पूजा से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि सुनीता का पति उसके साथ मारपीट करता था और सुनीता अपने चचेरे देवर विष्णु से शादी करना चाहती थी. सुनीता और उसका चचेरा देवर दोनों एक-दूसरे से प्यार करते थे. पूजा ने कहा कि वह शुक्रवार को ही सुनीता को मां के घर छोड़कर आई थी.
‘पिता और पति उसे जान से मार देंगे’
अब केस में एक और नाम विष्णु का जुड़ गया था. पुलिस ने विष्णु की जानकारी निकाली और उससे संपर्क कर सुनीता के बारे में जानकारी ली गई. विष्णु ने पुलिस को बताया कि सुनीता ने उसे शुक्रवार, 29 मई की रात को ही कॉल की थी और कहा था कि उसके पिता और पति उसे जान से मार डालेंगे. सुनीता ने सिर्फ इतना कहा और फोन रख दिया. इसके बाद मैंने सुनीता के पिता को कई बार कॉल की, लेकिन उन्होंने मेरी कॉल एक बार भी पिक नहीं की. इसके बाद उसने सुनीता की बहन पूजा को उसकी कॉल के बारे में जानकारी दी.
तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया
पूजा को जब विष्णु ने सुनीता के बारे में बताया तो पूजा अपनी मां के घर पहुंची. पूजा ने कहा कि मां डरी हुई थी और उन्होंने मुझे डरते-डरते बताया कि सुनीता अब नहीं आएगी. क्योंकि उसे पिता ने उसके पति और देवर जल सिंह के साथ मिलकर मार डाला है. पूजा ने बताया कि उन्होंने मां को धमकी भी दी थी. इसके बाद पूरे मामले का खुलासा हो गया फिर पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनसे पूछताछ की.
खैरागढ़ में लाकर फेंक दिया था शव
पिता, पति और देवर ने फिर महिला की हत्या की बात कबूल कर ली. सुनीता के पिता को लग रहा था कि बेटी के अवैध संबंध से उसकी बदनामी हो रही है. ऐसे में उसने अपनी इज्जत बचाने के लिए बेटी को जान से मारने का प्लान बनाया और बेटी के पति और देवर के साथ मिलकर धौलपुर में ही उसकी हत्या कर दी. महिला एक बार तीनों से बचकर कमरे में छिप गई थी. लेकिन तीनों ने खिड़की तोड़कर महिला को बाहर निकाला और उसे बेरहमी से मार डाला. इसके बाद पिता और पति सुनीता के शव को बाइक पर खैरागढ़ ले गए और वहां फेंक दिया.
बहराइच में बदमाशों के बीच झगड़े के दौरान पहुंची पुलिस, मुठभेड़ में बदले हालात
2 Jun, 2025 12:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश में आए दिन पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ होने की खबरें आती रहती हैं. अब ऐसी ही एक खबर उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले से आई है. बहराइच जिले में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हो गई. ये मुठभेड़ जिले के फखरपुर थाना इलाके के भाकला गांव के गांधी घाट पर हुई. बताया जा रहा है पुलिस और बदमशों में ये मुठभेड़ उस समय हुई जब बदमाश चोरी के समान के बंटवारे के दौरान आपस में झगड़ा कर रहे थे.
जानकारी के अनुसार, मुठभेड़ में पुलिस ने चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि इस मुठभेड़ में एक बदमाश घायल हुआ है. घायल बदमाश को इलाज के लिए फखरपुर सीएचसी ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उसका प्राथमिक इलाज किया. पुलिस ने बदमाशों के पास से असलहे, कारतूस, दो बाइकें और चोरी किया गया माल बरामद किया है.
पुलिस ने शांत अंदाज में की बदमाशों की घेरांबदी
मामले में फखरपुर के एसएचओ ने बताया कि रविवार आधी रात को बदमाशों से मुठभेड़ हुई. पुलिस को पता चला कि भाखला गांव के गांधी घाट पर बदमाशों का जमावड़ा लगने वाला है. ये भी पता चला कि बदमाश किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं. इस सूचना पर स्वाट टीम के साथ गांव भकला के गांधी घाट पर पुलिस बल ने बदमाशों को चारों तरफ से घेरा. पुलिस ने शांत अंदाज में बदमाशों की घेराबंदी की.
बदमाशों ने पुलिस टीम पर की फायरिंग
उन्होंने बताया कि फिर बदमाशों को भनक लग गई की पुलिस ने उनको घेर लिया है. इसके बाद बदमाशों ने पुलिस टीम पर दो राउंड फायरिंग कर दी. इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की. इसमें एक बदमाश के पैर में गोली लग गई और वो घायल हो गया. तीन और बदमाशों को दबोच लिया गया. घायल बदमाश हिस्ट्री शिटर है. उसका नाम रज्जब अली है.
बाकी बदमाशों के नाम अबरार, तसव्वुर, त्रिलोकी पासवान हैं. बदमाशों के पास से मौके से 2 तमंचा 12 बोर, दो कारतूस 12 बोर और अन्य चोरी के समान के साथ दो बाइकें बरामद की गई हैं.
मुरादाबाद में देश का पहला 3D होलोग्राफिक प्रोजेक्टर का सफल ट्रायल
2 Jun, 2025 12:29 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जनपद के थाना सिविल लाइंस इलाके के कंपनी बाग पार्क में देश का पहला 3D होलोग्राफिक प्रोजेक्टर का ट्रायल संपन्न किया गया है. रविवार को पहले ट्रायल शो का आयोजन किया गया. ट्रायल शो सफल रहा. मुरादाबाद में दूसरा 5D मोशन थिएटर भी बनकर तैयार हो गया है.ट्रायल शो में जिले के बारे में जानकारी दी गई. यहां की संप्रदायिक एकता दर्शायी गई. जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन दोनों चीजों का उद्घाटन करेंगे और जंनता को सौंप देंगे.
मुरादाबाद नगर निगम ने 5D मोशन थिएटर में क्लिप और 3D होलोग्राफिक प्रोजेक्टर पर शो दिखाने दिखाने के लिए 75 से लेकर 100 रुपए का शुल्क रखा है. मुरादाबाद के महापौर विनोद अग्रवाल के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया मुरादाबाद जिले के वासियों के लिए यह नगर निगम के द्वारा दी गई बड़ी सौगात है. मुरादाबाद वासी इसका जल्दी लाभ ले सकेंगे. मुरादाबाद को और भी बेहतर बनाने के लिए लगातार नगर निगम के द्वारा कार्य किया जा रहा है.
शो में ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जाएगा बताया
उन्होंने कहा कि हमारा यह प्रयास है कि शहर के लोग अन्य जगहों पर ना जाएं. साथ ही बाहर के लोग मुरादाबाद में आएं और हमारी सुविधाओं का लाभ उठाएं, बहुत जल्दी 3D होलोग्राफिक प्रोजेक्टर में शो में ऑपरेशन सिंदूर और सेना के शौर्य के बारे में लोगों को जानकारी देने का काम किया जाएगा. इसके अलावा मुरादाबाद में उत्तर प्रदेश का दूसरा 5D मोशन थिएटर भी बनकर तैयार हो गया है. जल्दी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन दोनों चीजों का उद्घाटन करते हुए जनता को सौंपेंगे.
जिले को बेहतर बनाने पर हो रहा काम
वहीं नगर आयुक्त मुरादाबाद दिव्यांशु पटेल के द्वारा जानकारी देते हुए बताया कि मुरादाबाद जनपद को लगातार सुविधा युक्त बनाने का काम किया जा रहा है. शहर के अंदर कुछ ऐसी सुवुधाएं लाई गई हैं, जो पूरे देश में सिर्फ मुरादाबाद में हैं. यहां कई पार्क ऐसे सुवुधाजनक बनाए गए हैं, जो वह प्रदेश में मुरादाबाद के अलावा कहीं और नहीं हैं. मुरादाबाद शहर को और भी बेहतर बनाने लिए लगातार नगर निगम की ओर से काम किया जा रहा है.
क्या है 3D होलोग्राफिक टेक्नोलॉजी?
होलोग्राम तकनीक 3D इमेज या होलोग्राम बनाने के लिए प्रकाश तरंगों और लेजर किरणों का उपयोग करती है, जो अंतरिक्ष में तैरती हुई प्रतीत होती हैं. ये इमेज ऑप्टिकल होलोग्राफी के विज्ञान के माध्यम से बनाई जाती हैं, जो किसी वस्तु से प्रकाश को पकड़ती है और उसे तीन आयामी रूप में प्रक्षेपित करती है जिसे कई कोणों से देखा जा सकता है. ये बिल्कुल रियल लगता है.
उत्तर प्रदेश के एटा में पति पर गहरा साया, दो पत्नियों की मौत से हड़कंप
2 Jun, 2025 12:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के एटा में एक दिल दहलाने वाली घटना हुई है. यहां चार साल पहले एक युवक की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई थी. उस समय इस युवक ने अपने बच्चों के पालन पोषण का हवाला देकर ससुराल वालों को राजी किया और फिर अपनी साली से दूसरी शादी कर ली. अब दूसरी पत्नी की भी मौत हो गई है. इसका भी शव घर में फंदे से लटका हुआ मिला है. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया है. इसमें पता चला कि दूसरी पत्नी भी करीब पांच महीने से प्रेग्नेंट थी.
पुलिस ने इस संबंध में परिजनों की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया है. पुलिस को दिए शिकायत में महिला के परिजनों ने आरोपी दामाद के खिलाफ हत्या का आरोप लगाया है. मामला एटा के जैथरा थाना क्षेत्र में नगला डांडा गांव का है. पुलिस के मुताबिक इस गांव में रहने वाली काजल पत्नी उपेंद्र का शव घर में फंदे से लटका मिला है. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे फर्रुखाबाद के शमशाबाद थाना क्षेत्र में मोहल्ला चोहटटा निवासी पिता विनोद उर्फ मुन्नालाल मौके पर पहुंचे और उन्होंने अपने दामाद के खिलाफ तहरीर दी है.
लॉकडाउन में की थी दूसरी शादी
उन्होंने पुलिस को दिए शिकायत में बताया कि काजल से पहले उसकी बड़ी बहन की शादी आरोपी उपेंद्र के साथ हुई थी. उससे तीन बच्चे हैं. साल 2018 में उनकी बड़ी बेटी की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई थी. इसके बाद आरोपी ने अपने बच्चों के पालन पोषण का झांसा दिया और फिर साल 2019 में लॉकडाउन के दौरान उनकी छोटी बेटी काजल से शादी कर ली. पीड़ित पिता के मुताबिक काजल आए दिन ससुराल में मारपीट होने की शिकायत करती थी.
पिता ने लगाया बड़ी बेटी की भी हत्या का आरोप
इसी क्रम में शनिवार को उसका शव फांसी के फंदे पर लटका मिला है. पीड़ित पिता ने आरोप लगाया है कि उसके दामाद ने खुद उसकी हत्या करने के बाद शव को फंदे से लटकाया है. पीड़ित पिता ने आरोप लगाया कि उसकी बड़ी बेटी की भी हत्या आरोपी ने की थी. फिलहाल पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
ट्रक से टकराई कार, बाराबंकी में शादी की खुशी बनी मौत का कारण
2 Jun, 2025 11:56 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में सगाई की खुशियां पल भर में मिट्टी में मिल गईं. सोमवार की सुबह सगाई से लौट रहे लोगों की कार ट्रक से टकरा गई. ये टक्कर इतनी भयानक थी कि इस हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई और परिवार के लोग एक झटके में खत्म हो गए. इस भीषण सड़क हादसे में चार लोगों की दर्दनाक मौत हो गई.
हादसा रामनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत गणेशपुर के गुप्ता ढाबे के पास हुआ. ढाबा के निकट सुबह करीब साढ़े पांच बजे ट्रक और अर्टिगा कार की आमने-सामने टक्कर में तीन पुरुष और एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई. मृतकों में पति-पत्नी, उनके जीजा और गाड़ी का ड्राइवर शामिल है. जबकि एक महिला और दो बच्चे गंभीर रूप से घायल हुए हैं. यह सभी लोग कानपुर में एक सगाई कार्यक्रम करने के बाद वापस गोंडा जा रहे थे.
हादसे में सुधीर मौर्य (35 साल), उनकी पत्नी शांति मौर्या (33 साल), जीजा रमाशंकर मौर्या (38 साल) और ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि रमाशंकर के बच्चे अश्क (9 साल), अनवी (5 साल) और उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हुए हैं. हादसे के बाद सभी घायलों को स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर में प्राथमिक उपचार के लेकर जाया गया. इसके बाद उनकी हालत को देखते हुए जिला अस्पताल रेफर किया गया और वहां से लखनऊ भेज दिया गया.
जानकारी के मुताबिक कानपुर में इस हादसे में जान गंवाने वाले मृतक सुधीर के भाई की सगाई का कार्यक्रम का आयोजन हुआ था. वहीं से यह सभी लोग वापस गोंडा जा रहे थे. तभी रास्ते में यह हादसा हो गया. टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि अर्टिगा कार के परखच्चे उड़ गए. हादसे के बाद क्षेत्राधिकारी रामनगर गरिमा पंत और थाना प्रभारी अनिल कुमार पांडे सहित कई पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे. चारों मृतकों के शवों का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.