उत्तर प्रदेश
प्रशांत किशोर ने की लालू यादव की तारीफ, कहा- बच्चों की चिंता उनसे सीखें
5 Jun, 2025 11:29 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार विधानसभा चुनाव की हलचल के बीच जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बिहार के सारन में लोगों को संबोधित करते हुए आरजेडी के नेता लालू यादव की तारीफ की. उन्होंने लालू यादव पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बच्चों की चिंता क्या होती है यह आपको लालू जी से सीखना चाहिए.
प्रशांत किशोर ने लालू यादव और तेजस्वी यादव पर तीखा प्रहार किया. पीके ने कहा, लालू जी के लड़के ने नौवीं क्लास पास नहीं की, लेकिन लालू जी को अपने बच्चे की चिंता है, वो चाहते हैं कि वो बिहार का राजा बने. हम ने यह बात कही तो कुछ लोगों को लगेगा कि हम लालू जी की शिकायत कर रहे हैं, लेकिन हम तो लालू जी की तारीफ कर रहे हैं. देखिए उन्हें अपने बेटे की चिंता है.
क्यों की लालू यादव की तारीफ
प्रशांत किशोर ने लालू यादव की तारीफ नहीं की बल्कि उन पर बेटे तेजस्वी यादव को लेकर कटाक्ष किया. पीके ने कहा, लालू जी इतने अच्छे बाप हैं, लड़के ने नौवीं नहीं पास की है, लेकिन चाहते हैं कि हमारा लड़का बिहार का राजा बने. आप अपनी हालत देखिए. आपके बच्चे ने मैट्रिक पास कर लिया, बीए कर लिया, लेकिन उस के लिए चपरासी की भी नौकरी नहीं है, लेकिन उसकी आपको कोई चिंता नहीं है. पांच महीने के बाद चुनाव होंगे, तब खूब घर-घर चर्चा होगी लालू का लड़का बनेगा या बीजेपी बनेगी.
पीके ने आगे कहा, आपके गांव में ज्यादातर बच्चों के शरीर पर पूरे कपड़े नहीं है, आधे से ज्यादा बच्चों के पैरों में चप्पल नहीं है, सुबह से शाम हो गई लेकिन किसी गरीब का बच्चा पढ़ता हुआ नहीं मिला. आपके बच्चों के शरीर पर कपड़ा नहीं है, पैर में चप्पल नहीं है, खाने के लिए भर पेट भोजन नहीं है, बच्चा आपका बीमार पड़ जाए तो दवा, डॉक्टर और अस्पताल नहीं है, लेकिन आपको उसकी कोई चिंता नहीं है. आप जात लेकर चल रहे हैं.
पीके निकाल रहे हैं यात्रा
प्रशांत किशोर इस समय बिहार में बदलाव यात्रा निकाल रहे हैं. उनकी यह यात्रा सिताब, दियारा से शुरू हुई जोकि 15 दिनों में लगभग 20 विधानसभा घूम चुके हैं. कई सभाएं कर चुके हैं. अपनी सभाओं के दौरान पीके लालू यादव, तेजस्वी यादव के साथ-साथ नीतीश कुमार और बीजेपी को भी घेर रहे हैं.
बिहार चुनाव को लेकर चर्चा तेज हो गई है. इसी बीच बिहार में लोगों का पसंदीदा सीएम फेस कौन है इसको लेकर एक सर्वे हुआ. इंडिया टुडे के सी वोटर ने यह सर्वे किया. इस सर्वे में सामने आया कि सबसे ज्यादा तादाद में लोग तेजस्वी यादव को सीएम फेस के रूप में पसंद करते हैं.
बिहार में फिर सियासी किस्मत आजमाएंगे असदुद्दीन ओवैसी
5 Jun, 2025 11:24 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुस्लिम सियासत के सहारे असदुद्दीन ओवैसी अपनी पार्टी AIMIM को हैदराबाद के चार मिनार के दायरे से बाहर निकालकर राष्ट्रीय फलक पर पहचान दिलाने की कवायद में लगातार जुटे हुए हैं. इस मिशन के तहत ओवैसी ने बिहार में पांच साल पहले किस्मत आजमाई थी और पांच सीटें जीतने में भी कामयाब रहे. तब प्रदेश के सीमांचल के इलाके में बड़ा झटका कांग्रेस-आरजेडी को दिया था. बिहार विधानसभा चुनाव में फिर से ओवैसी अपना सियासी दमखम दिखाना चाहते हैं, लेकिन इस बार उनकी इच्छा इंडिया गठबंधन के साथ मिलकर लड़ने की है.
AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने कहा है कि बिहार में सांप्रदायिक ताकतों को सत्ता से दूर रखने के लिए एक बड़े गठबंधन की जरूरत है. इसी सोच के तहत AIMIM ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस के साथ गठबंधन करने की बात की है. हालांकि, इस पर अंतिम फैसला आरजेडी और कांग्रेस को ही लेना है. ऐसे में सवाल उठता है कि इंडिया गठबंधन का हिस्सा बनने के लिए ओवैसी की पार्टी बेचैन क्यों है, क्या इसके जरिए उसकी कोशिश बीजेपी बी-टीम का नैरेटिव तोड़ने की है या फिर उसे अपना वोटबैंक खिसकने का डर सता रहा है.
बिहार में ओवैसी की सियासत
बिहार में 2020 के विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी ने सभी को अपने प्रदर्शन से चौंका दिया था. AIMIM ने बिहार के सीमांचल के इलाके की 20 सीटों पर चुनाव लड़कर पांच मुस्लिम बहुल सीटें जीती थी. ओवैसी के चुनाव लड़ने का सियासी नुकसान कांग्रेस और आरजेडी पर पड़ा था और इसका फायदा उठाकर एनडीए कई सीटें जीतने में सफल रही थी. हालांकि, चुनाव के बाद AIMIM के पांच में से चार विधायकों ने आरजेडी का दामन थाम लिया. लेकिन अख्तारुल ईमान ही इकलौते ऐसे विधायक रहे, जो पार्टी के साथ मजबूती से खड़े रहे.
ओवैसी का सियासी आधार सीमांचल के इलाके में है, जहां पर मुस्लिम वोटर 40 से 55 फीसदी के बीच हैं. सीमांचल में कई सीटों पर 60 फीसदी से भी ज्यादा मुस्लिम मतदाता हैं. इस बार सीमांचल ही नहीं बल्कि बिहार के दूसरे इलाके में भी ओवैसी ने अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है. पार्टी ने प्रदेश की 50 सीटों पर चुनाव लड़ने का प्लान बनाया है.
पिछले दिनों असदुद्दीन ओवैसी ने बिहार दौरे पर आरजेडी को खुली चुनौती देते हुए ऐलान किया था कि इस बार 4 विधायकों का हिसाब 25 सीटें जिताकर लेंगे, लेकिन चुनावी तपिश बढ़ने के साथ ही पार्टी का सियासी स्टैंड बदलने लगा है. AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने साफ कहा कि बिहार में सांप्रदायिक ताकतों को सत्ता से दूर रखने के लिए उन्होंने गठबंधन की पहल की है, लेकिन निर्णय आरजेडी और कांग्रेस को लेना है. अगर यह गठबंधन बनता है तो बिहार की राजनीतिक फिजा में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. इस तरह से सवाल उठता है कि AIMIM का सियासी स्टैंड क्यों बदल रहा है.
बीजेपी की बी-टीम का टैग हटाने का दांव
असदुद्दीन ओवैसी की मुस्लिम सियासत को लेकर कांग्रेस सहित सपा और आरजेडी जैसी पार्टियां सवाल उठाती रही हैं. ओवैसी पर बीजेपी की बी-टीम के तौर पर काम करने का आरोप भी लगते रहे हैं. आरजेडी और कांग्रेस कहती रही है कि 2020 के ओवैसी बिहार में चुनाव नहीं लड़ते तो बीजेपी सत्ता में नहीं सकती थी. इस तरह विपक्षी दलों के द्वारा यह संदेश देने की कोशिश की जाती थी कि असदुद्दीन ओवैसी चुनाव लड़कर बीजेपी को जिताने का काम करते हैं.
कांग्रेस और आरजेडी जैसी तथाकथित सेकुलर पार्टियों के इस नैरेटिव के चलते मुसलमानों के मन में ओवैसी को लेकर एक संदेह पैदा हो गया है, जिसके चलते मुस्लिम समुदाय का वोटों के छिटकने का खतरा भी है. माना जा रहा है कि बीजेपी की बी-टीम के नैरेटिव को तोड़ने के सियासी मंसूबें के तहत ही अख्तारुल ईमान ने इंडिया गठबंधन के साथ हाथ मिलाने का संकेत दिया है. इस तरह से ओवैसी की पार्टी की स्ट्रैटेजी है कि बिहार में बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस और आरजेडी के साथ हाथ मिलाने के लिए तैयार हैं, लेकिन वो ही हमें नहीं लेना चाहते हैं.
AIMIM गठबंधन का सियासी दांव 2024 के लोकसभा चुनाव और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में आजमाने की कोशिश कर चुकी है, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी. ओवैसी इस बात को बाखूबी जानते हैं कि कांग्रेस या फिर जो भी सेकुलर दल हैं, उन्हें अपने साथ नहीं लेंगे. इसीलिए गठबंधन करने का दांव फेंककर उन्होंने सिर्फ सियासी संदेश देने की है ताकि मुस्लिमों के बीच जाकर ओवैसी कह सकें कि हमने तो गठबंधन करने तक का ऑफर दिया, पर वो ही तैयार नहीं हुए.
मुस्लिम वोट बिखरने का दिख रहा खतरा
बिहार के विधानसभा चुनाव में मुकाबला बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए और कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन के बीच ही है. एनडीए के सीएम पद के चेहरे नीतीश कुमार हैं तो इंडिया गठबंधन का फेस तेजस्वी यादव हैं. इस तरह नीतीश बनाम तेजस्वी के बीच सिमटते बिहार चुनाव में ओवैसी की पार्टी की राह काफी मुश्किल भरी हो जाएगी. आरजेडी और कांग्रेस का कोर वोटबैंक मुस्लिम है और ओवैसी की नजर भी मुस्लिमों पर ही टिकी है.
मुस्लिम समाज के लोगों ने 2020 में बिहार चुनाव में ओवैसी की पार्टी वोट देकर देख लिया है कि AIMIM एक-दो सीटें तो जीत सकती है, लेकिन सरकार नहीं बना सकती. बिहार में बीजेपी को सत्ता में आने से रोकने की ताकत ओवैसी नहीं रखते हैं. वक्फ संशोधन कानून से लेकर मुस्लिमों के खिलाफ होने वाले हमले के विरोध में ओवैसी से कहीं ज्यादा कांग्रेस और आरजेडी खड़ी नजर आईं हैं. ऐसे में ओवैसी को अपना मस्लिम समीकरण बिहार में गड़बड़ता हुआ नजर आ रहा है.
बिहार में मुस्लिमों के बीच कांग्रेस और आरजेडी के प्रति सॉफ्ट कार्नर है. इसके अलावा सीमांचल के इलाके में जिस तरह AIMIM के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने ओवैसी का साथ छोड़ा है, उसके चलते ही बिहार चुनाव में मुस्लिम वोटों के खिसकने का डर सता रहा है. क्या यही वजह है कि ओवैसी की पार्टी बिहार में कांग्रेस और आरजेडी के साथ गठबंधन करने के लिए बेचैन नजर आ रही है?
जल्द पटना-भोपाल के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू, यात्रियों को बड़ी राहत
5 Jun, 2025 11:16 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के लोगों को जल्द ही एक और खुशखबरी मिलने वाली है. रेलवे जल्द ही पटना से भोपाल के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सौगात दे सकता है. इस सेमी हाई स्पीड ट्रेन के चलने से तीन राज्यों के यात्रियों को सुविधा मिलेगी. बिहार, एमपी और यूपी के यात्रियों का सफर आसान होगा. पटना और भोपाल के बीच की दूरी को 12 से 13 घंटों में पूरा किया जा सकेगा. पटना से भोपाल की दूरी एक हजार किलोमीटर से भी अधिक है. आगामी दो महीनों में ट्रेन का परिचालन शुरू करने की बात कही जा रही है.
जानकारी के अनुसार, भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से दो नई वंदे भारत ट्रेनें शुरू करने की तैयारियां चल रही हैं. इसमें से एक भोपाल-पटना और दूसरी भोपाल-लखनऊ रूट पर चलाई जानी है. इन दोनों ट्रेनों के संचालन से यात्रियों को आसानी होगी. पटना से भोपाल के बीच सफर करने में करीब 6 से 7 घंटे का समय बचेगा. अभी लोगों को पटना से भोपाल का ट्रेन से सफर करने में 18 से 19 घंटे का समय लगता है.
जल्द मिलेगी रेलवे की मंजूरी
रेलवे बोर्ड की मंजूरी मिलने के बाद ही पटना-भोपाल के बीच चलने वाली वंदे भारत का रूट और किराया तय किया जाएगा. संभावना जताई जा रही है कि वंदे भारत ट्रेन को भोपाल से सतना, प्रयागराज, वाराणसी होते हुए चलाया जा सकता है. वहीं ये माना जा रहा है कि इस ट्रेन के संचालन की जिम्मेदारी दानापुर रेल मंडल को मिल सकती है. यानी ट्रेन का रखरखाव पटना में ही होगा.
यात्रियों को मिलेगी सुविधा
पटना से रांची, हावड़ा समेत बिहार से कई रूटों पर वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन होने से यात्रियों को सुविधा मिल रही है. वहीं माना जा रहा है कि भोपाल के लिए सेमी हाई स्पीड ट्रेन शुरू होने के बाद एमपी की ओर जाने वाले यात्रियों को भी इसका लाभ मिल सकेगा.
रांची शराब घोटाले में एसीबी करेगी 19 जुलाई तक चार्जशीट दाखिल
5 Jun, 2025 11:04 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची: शराब घोटाला मामले में भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत जांच कर रही एसीबी गिरफ्तार आरोपितों के विरुद्ध साक्ष्य जमा करने में जुटी है। एसीबी को तय समय सीमा में चार्जशीट दायर करना होगा।
एसीबी ने 20 व 21 मई को उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के पूर्व प्रधान सचिव विनय कुमार चौबे, संयुक्त आयुक्त उत्पाद गजेंद्र सिंह, महाप्रबंधक वित्त सुधीर कुमार दास, पूर्व महाप्रबंधक वित्त सह अभियान सुधीर कुमार तथा प्लेसमेंट एजेंसी मेसर्स मार्शन इनोवेटिव सिक्यूरिटी सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के स्थानीय प्रतिनिधि नीरज कुमार सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। सभी पांचों आरोपित न्यायिक हिरासत में हैं।
इनकी गिरफ्तारी के 60 दिनों के भीतर यानी 19 जुलाई तक हर हाल में एसीबी को गिरफ्तार सभी पांचों आरोपितों पर चार्जशीट करना होगा।
अगर 60 दिनों के भीतर एसीबी चार्जशीट करने में विफल होगी तो सभी आरोपित जेल से बाहर हो जाएंगे। यही वजह है कि एसीबी इस पूरे प्रकरण में एक-एक कर सभी संदिग्धों का बयान ले रही है, संबंधित साक्ष्य व कागजात जुटा रही है, ताकि कोर्ट में मजबूती से आरोप पत्र दाखिल किया जा सके।
डीजी अनुराग गुप्ता हर दिन ले रहे हैं अनुसंधान की गुणवत्ता की जानकारी
शराब घोटाला मामले की जांच कर रहे अनुसंधानकर्ता से डीजी अनुराग गुप्ता हर दिन अनुसंधान की गुणवत्ता की जानकारी ले रहे हैं। वे अनुसंधानकर्ता सहित एसीबी के अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर उनसे अनुसंधान की अद्यतन जानकारी ले रहे हैं।
एसीबी कोर्ट में मजबूती के साथ साक्ष्य प्रस्तुत कर सके, अनुसंधान में कोई कमी न रहे और दोषियों को सजा दिलाई जा सके, इसपर डीजी का फोकस है।
एसीबी गिरफ्तार आरोपितों के विरुद्ध पुख्ता सबूत के साथ विशेष अदालत में पहुंचेगी। इसके लिए एसीबी आइएएस विनय कुमार चौबे के सहयोगियों, प्लेसमेंट एजेंसी के प्रतिनिधियों, शराब निर्माता कंपनियों का बयान ले रही है।
नकली होलोग्राम आपूर्ति करने वाली प्रिज्म कंपनी के संचालक को भी होगा समन
राज्य में मई 2022 से शुरू उत्पाद नीति के दौरान शराब की बोतलों के लिए होलोग्राम आपूर्ति करने की जिम्मेदारी प्रिज्म कंपनी को दी गई थी।
आरोप है कि उत्पाद अधिकारियों ने प्रिज्म के साथ मिलकर राज्य में नकली होलोग्राम पर शराब की अवैध तरीके से आपूर्ति कराई। इससे करोड़ों रुपये की हेराफेरी का भी आरोप है।
इस मामले की जांच ईडी कर रही है, अब एसीबी भी इस पूरे प्रकरण को भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम में जांचेगी और इससे संबंधित तथ्य कोर्ट में प्रस्तुत करेगी।
इसके लिए एसीबी के अधिकारी प्रिज्म कंपनी के संचालक को भी समन करेंगे, ताकि पूछताछ कर उनका पक्ष ले सकें।
जामताड़ा पुलिस की छापेमारी, चार शातिर ठग धराए
5 Jun, 2025 10:57 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जामताड़ा: जामताड़ा साइबर थाने की पुलिस ने छापेमारी के दौरान बाप-बेटे समेत चार शातिर साइबर ठगों को रंगेहाथों दबोचा है।
पुलिस की गिरफ्त में आया नारायणपुर थाना क्षेत्र के महतोडीह का रहने वाला शेख मुजाहिद हुसैन साइबर ठगी की घटना को अंजाम देता था।
उसका पिता शमशुद्दीन शेख ठगी के पैसों को अलग-अलग बैंक खातों के जरिए एटीएम से निकासी करने का काम करता था।
इनके साथ दबोचा गया आरोपित सलाउद्दीन अंसारी करमाटांड़ थाना क्षेत्र के अमराटांड़ का रहने वाला है। चौथा साथी इम्तियाज फैजी इसी थाना क्षेत्र के फोफनाद गांव का रहने वाला है।
सभी आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज करने के बाद जेल भेज दिया गया। बुधवार को प्रेस कान्फ्रेंस में जामताड़ा के एसपी राजकुमार मेहता ने यह जानकारी दी।
एक जंगल में बैठकर कर रहे थे ठगी
उन्होंने बताया कि आरोपित मोहनपुर गांव के पास एक जंगल में बैठकर ठगी कर रहे थे। आरोपितों के पास से 13 मोबाइल, 28 सिम कार्ड, पांच एटीएम कार्ड, दो पासबुक, एक चेकबुक, एक आधार कार्ड, एक पैन कार्ड व एक वोटर आइडी बरामद किया गया।
ये शातिर लोगों को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के क्रेडिट व डेबिट कार्ड में केवाईसी अपडेट कराने की बात कहकर काल करते थे।
झांसे में लेने के बाद सारी डिटेल्स ले लेते थे। इन शातिरों के निशाने पर इन दिनों बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश व असम के लोग थे। पुलिस शातिरों के मोबाइल डिटेल्स भी खंगालने में जुटी है।
नशे में धुत दूल्हा बार-बार गिरा, दुल्हन ने शादी तोड़ी
5 Jun, 2025 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड के गढ़वा में दूल्हे की करतूत देख दुल्हन ने शादी तोड़ दी. मामला रंका थाना क्षेत्र के बरदरी गांव का है. यहां एक शादी समारोह के दौरान खूब हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ. शराब के नशे में धुत दूल्हा मंडप पर जाने के दौरान बार-बार गिरता रहा. झूमते हुए किसी तरह वो मंडप पर पहुंचा तो वहां नशे में सोने लगा. बगल में खड़ी दुल्हन सारा तमाशा देखती रही. इसके बाद दुल्हन ने कहा- मैं इससे शादी नहीं करूंगी.
जानकारी के मुताबकि, पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र के निमिया गांव के रहने वाला युवक देवव्रत कुमार करीब 50 बारातियों को लेकर अपनी शादी में रंका थाना क्षेत्र के बरदरी गांव पहुंचा. रास्ते में उसने अपने दोस्तो और करीबियों के साथ शादी की खुशी में जमकर शराब पी. बारात लेकर जब वो रामशरण राम के घर उनकी बेटी आसिता कुमारी के साथ शादी करने पहुंचा तो शराब का नशा उसे चढ़ चुका था. इसी बीच जयमाल का कार्यक्रम संपन्न हो गया. फिर दूल्हा अपने दोस्तों के साथ जनमासा चला गया. वहां करीब दो घंटे तक उसने फिर शराब पी.
दूल्हा हो गया बेहोश
इस बीच शादी की रस्में शुरू हो गई. महिलाएं गीत गाकर शादी का माहौल सुंदर बनाने का प्रयास कर रही थी. शराबी दूल्हा शादी करने मंडप पर पहुंचा गाली गलौज करते हुए सेहरा को फेंक दिया और वहीं बेहोश हो कर सो गया. इस दौरान करीब आठ घंटे तक बाराती गांव में बंधक बने रहे. सुबह जब लड़के की नींद शराब का नशा खत्म होने के बाद टूटा तो दुल्हन ने शादी करने से इंकार कर दिया. दुल्हन पक्ष के लोगों ने बारातियों से दो लाख रुपए कैश, एक लाख 54 हजार की आपाचे बाइक, फ्रिज-कूलर सहित 5 लाख 84 हजार खर्च की डिमांड रख दी.
खाली हाथ लौटा दूल्हा
मांग नहीं पूरी होने तक बैंड पार्टी सहित करीब 50 बारातियों को आठ घंटे तक दुल्हन पक्ष ने बंधक बनाये रखा. जब पूरे मामले की जानकारी पुलिस को हुई तो वो मौके पर पहुंची. दोनों पक्षों को बुलाकर बातचीत की. पुलिस के सामने भी दुल्हन ने शराबी दूल्हे से शादी करने से इंकार कर दिया. इसके बाद 15 दिनों के अंदर दूल्हे पक्ष की ओर से दहेज की रकम सहित अन्य सामान देने की बात पर समझौता हुआ और दूल्हा सहित बारातियों को गांव से बाहर जाने दिया गया.
रामश्री की गोली मारकर हत्या, आरोपी ने चेहरा भी कुचला
5 Jun, 2025 10:37 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरदोई: जादू टोना करने के शक में सजायाफ्ता ने खोआ बेचकर घर लौट रही महिला की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी। हमलावर की गोली लगने से महिला जान बचाकर झोपड़ी में घुस गई। पीछा करते हुए हमलावर वहां भी पहुंच गया और दो गोलियां मारकर तमंचा के बट से मुंह भी कुचल दिया।
सनसनीखेज हत्या से नाराज ग्रामीणों ने बिलग्राम कन्नौज मार्ग पर जाम लगा दिया। एएसपी, एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर सभी को समझा बुझाकर जाम खुलवाया। पिता की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है, शाम को पुलिस ने जब आरोपित को गिरफ्तार किया तो हत्या का कारण पता चला।
बिलग्राम के मक्कूपुरवा निवासी रामश्री पत्नी सूरजबली का मकान बाढ़ से कट गया था तो वह झोपड़ी डालकर परिवार के साथ रहती थी। उन्होंने भैंस पाल रखी थी। उसी का खोआ बेचने इसरापुर बाजार जाती थी।
बुधवार की सुबह भी वह गांव की ही फूलमती पत्नी बालकराम के साथ खोआ बेचकर वापस लौट रही थी। गांव के कुछ आगे पहुंची ही थीं, कि पीछे से बाइक पर इसरापुर का निवासी पंचम आ गया।
बाइक रोककर उसने तमंचा से रामश्री के गोली मार दी। गोली लगने से वह गिर गईं फिर जान बचाकर शोर करती हुई भागकर कुछ दूरी पर पड़ी इस्माइल की झोपड़ी में घुस गईं।
हमलावर पंचम वहां पर भी पहुंच गया। यहां उसने रामश्री की दोबारा फिर दो गोली मारी। जब वह मर गई तो तमंचा के बट से उसका मुंह कुचल दिया। फिर बाइक छोड़कर फरार हो गया।
यह घटना देख झोपड़ी में खाना बना रही इस्माइल की पुत्री गुलशन चीखती हुए बाहर निकली। शोर सुनकर आसपास के लोग आ गए। रामश्री के पति और पुत्र भी मौके पर पहुंचे। घटना से नाराज होकर बिलग्राम कन्नौज मार्ग पर जाम लगा दिया।
उनका कहना था कि बिना किसी रंजिश के पंचम ने दबंगई दिखाते हुए हत्या की है। उसे तुरंत गिरफ्तार किया जाए।
थाना प्रभारी बालेंद्र मिश्र ने समझाने का प्रयास किया पर ग्रामीण नहीं मानें। आरोपित की बाइक में तोड़फोड़ करते हुए उसे जलाने का प्रयास करने लगे। पुलिस ने बाइक को कब्जे में ले लिया।
एएसपी एमपी सिंह, सीओ रवि प्रकाश, एसडीएम बिलग्राम पूनम भास्कर ने ग्रामीणों को समझा बुझाकर जाम खुलवाया। पुलिस ने मृतका के पति सूरजबली की तहरीर पर आरोपित के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।
आरोपित पंचम ने 10 अप्रैल 1999 को तेरवा कुल्ली के प्रधान रामसिंह की हत्या की थी, जिसमें उसे आजीवन कारावास की सजा हुई थी। कुछ वर्ष पहले ही वह जमानत पर छूटकर आया था।
पहले तो हत्या का कोई कारण ही समझ में नहीं आया, लेकिन शाम को पुलिस ने जब गिरफ्तार कर लिया तो उसने बताया कि उसे शक था कि रामश्री ने उसके ऊपर जादू टोना कर दिया है, जिससे वह काफी परेशान रहा और उसी की नाराजगी में उसने रामश्री की गोली मारकर हत्या कर दी।
यूपी में हैरान कर देने वाला मामला: बेटी के दूल्हे से सास ने रचाई शादी
5 Jun, 2025 10:28 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में एक शादी इन दिनों खूब चर्चा में बनी हुई है. कारण है इस शादी की फिल्मी कहानी. दरअसल, एक विधवा महिला अपनी बेटी के लिए दूल्दा तलाश रही थी. कई रिश्ते देखे, लेकिन कहीं बात न बनी. महिला चाहती थी कि उसकी बेटी के लिए एक परफेक्ट दूल्हा मिले. एक घर पर जाकर उसकी यह तलाश खत्म हुई. यहां एक युवक उस महिला को अपनी बेटी के लिए भा गया. बात बनी तो महिला ने युवक का फोन नंबर लिया. फिर दोनों में बात होने लगी. लेकिन यहां तो कुछ और ही खिचड़ी पकने लगी. सास को अपने होने वाले दामाद से ही प्यार हो गया.
सास ने एक रोज होने वाले दामाद से पूछ ही लिया- क्या तुम मुझसे शादी करोगे? दामाद ने भी बिना देर किए उसे हां कह दिया. जैसे ही असली दुल्हन को यह बात पता चली तो वो दंग रह गई. उसने जो कदम उठाया, उससे हर कोई दंग रह गया.
मामला बंडा के देवकली अंतर्गत रंमस्तपुर क्षेत्र का है. यहं एक महिला के पति का तीन साल पहले निधन हो गया था. तभी से वह अपनी बेटी के साथ रह रही थी. बेटी शादी के लायक हुई तो महिला ने उसके लिए योग्य वर की तलाश में थी. कई जगह पर उसने लड़के देखे लेकिन बात नहीं बनी. इसी सिलसिले में महिला शाहजहांपुर के पास एक गांव में रिश्ते के लिए गई थी, जहां एक युवक उसे अपनी बेटी के लिए सही लगा.
सास ने किया दामाद को प्रपोज
महिला ने उस युवक से बेटी का रिश्ता तय कर दिया. इसके बाद महिला ने युवक का मोबाइल नंबर ले लिया और फिर दोनों की फोन पर बातचीत होने लगी. पहले दोनों दोस्त बने और फिर एक-दूसरे को दिल दे बैठे. इसके बाद महिला ने युवक से शादी की बात की और युवक ने भी हामी भर दी. इसके बाद महिला ने अपनी बेटी को पूरी बात बताई.
सास-दामाद ने कर ली शादी
बेटी ने भी मां की भावनाओं को समझते हुए साथ देने का फैसला किया. बेटी ने खुद अपनी मां को इस रिश्ते और विवाह के लिए प्रेरित किया. इसके बाद करीब चार दिन पहले दोनों ने शाहजहांपुर के एक मंदिर में वरमाला डालकर विवाह कर लिया. वहीं जब शादी करके महिला गांव पहुंची तो हर कोई हैरान रह गया. कोई यह मानने को तैयार नहीं था कि बेटी की शादी के लिए निकली महिला खुद दुल्हन बनकर लौटी. यह शादी अब पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है. वहीं, दूल्हा-दुल्हन इस शादी से बेहद खुश हैं.
सांप से भिड़ गई कुतिया, मालिक के बेटे के लिए दे दी कुर्बानी
5 Jun, 2025 10:24 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आपने कभी देखा या सुना है कि एक कुतिया (स्वान) सांप से भिड़ गई हो. ज्यादाकर लोगों का जवाब ना में होगा, लेकिन ऐसा हुआ है. ऐसा उत्तर प्रदेश के मेरठ में हुआ है. यहां एक पालतू कुतिया अपने मालिक के बेटे को बचाने के लिए सांप से टकरा गई. हालांकि इस दौरान सांप से उसे डस लिया और उसकी मौत हो गई. सांप बेहद जहरीला था. परिवार वालों ने जहरीले सांप को किसी तरह डंडे के सहारे डिब्बे में बंद किया.
ये पूरी घटना मेरठ में एक किसान के घर में घटी. किसान का नाम अजय कुमार उर्फ कल्लू है. वो कोल्हू का संचालन करते हैं. बताया जा रहा है कि किसान का 23 साल का इकलौता बेटा वंश मंगलवार रात अपने कमरे में सो रहा था. परिवार वाले छत पर सो रहे थे. वंश की देर रात एक बजे जब नींद खुली तो उसने देखा कि एक सांप उसकी चारपाई पर चढ़ने की कोशिश कर रहा था. वंश ने सांप से बचने की कोशिश की.
परिवार वालों ने बनाया वीडियो
इसी दौरान पालतू अमेरिकन बुली नस्ल की कुतिया मिनी कमरे में आ गई और भोंकते हुए सांप से भिड़ गई. सांप ने कुतिया को डस लिया और उसकी मौत हो गई. इसके बाद परिवार वालों ने सांप को बाहर निकाला. फिर उसे डिब्बे में बंद करके नहर में छोड़ दिया गया. परिवार वालों ने इसका वीडियो भी बनाया. वहीं रेंजर्स को सांप के बारे में जानकारी नहीं मिली.
वफादारी की मिसाल है घटना
हम सभी सभी सुनते और जानते हैं कि कुत्ता सबसे वफादार जानवर होता है. इस घटना ने एक बार फिर इस बात को सही साबित कर दिया, जहां कुतिया ने अपने मालिक की जान जहरीले सांफ से बचाने के लिए अपनी जान दे दी. ये घटना कुत्तों के वफदार होने की एक और बड़ी मिसाल है.
रिश्ते हुए तार-तार: लखनऊ में भांजे ने मामा को उतारा मौत के घाट
5 Jun, 2025 10:16 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से हत्या की एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है. यहां एक भांजा ही मामा की हत्या कर फरार हो गया है. घटना की जानकारी होते ही इलाके में हड़कंप मच गया. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है. मामा अपने भांजे के साथ रहकर मजदूरी किया करता था. पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कई टीमों की गठन कर दिया है.
लखनऊ के अलीगंज थाना क्षेत्र की शिवलोक कॉलोनी में एक भांजे ने ही अपने मामा की बेरहमी से हत्या कर दी. मृतक की पहचान बाबूलाल के तौर पर हुई है, जो कि सीतापुर के अटरिया थाना क्षेत्र का रहने वाला था. वह अपने भांजे के साथ रहकर मजदूरी का काम करता था. बुधवार रात भांजे ने मामा की गला काटकर हत्या कर दी और फिर वह मौके से फरार हो गया. आरोपी ने जिस समय घटना को अंजाम दिया उस समय परिवार के अन्य सदस्य कहीं बाहर गए थे.
आरोपी दीवार तोड़कर फरार
बेहद शातिर तरीके से भांजे ने पहले तो अपने मामा की हत्या की और फिर गेट को अंदर से लॉक कर दीवार तोड़कर फरार हो गया. मामला की सूचना मिलते ही अलीगंज थाने की पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई. इसी के साथ फॉरेंसिक टीम भी तुरंत मौका ए वारदात पर पहुंच गई. घटना की जानकारी देते हुए डीसीपी गोपाल चौधरी ने बताया कि अलीगंज थाने को सूचना मिली थी बाबूलाल नाम के एक व्यक्ति की गला काटकर हत्या कर दी गई है.
आरोपी फरार
सूचना मिलते ही FSL टीम के साथ कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए. आरोपी की पहचान हो गई है, जो कि घटना के बाद से ही फरार हैं. हत्यारोपी की गिरफ्तारी के लिए कई टीमों का गठन किया गया है. क्राइम टीम और सर्विलांस टीम भी जांच पड़ताल में जुट गई. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.
शादी का मंडप सजा, मेहमान पहुंचे – लेकिन दूल्हा-दुल्हन गायब!
5 Jun, 2025 10:13 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शादी का घर सजा, लोग पहुंचे पर दूल्हा और दुल्हन लापता रहे. इंतजार करने के बाद बाराती और घराती लोग भी खाना खाकर चले गए… ये मामला यूपी के हमीरपुर जिले का है, जहां मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह की विवाहिता युवती का उसके परिजनों ने दूसरी जगह रिश्ता तय कर गुपचुप तरीके से विवाह कर दिया. फिलहाल अब दूल्हा-दुल्हन और उसके परिजन गायब हैं. हालांकि बारात में शामिल होने पहुंचे लोगों ने दावत का खूब मजा उड़ाया और अपने घर लौट गए.
मझगवां थाना क्षेत्र के रहने वाले अवध नरेश की शादी पास के ही गांव रौरौ की रहने वाली युवती से 23 जनवरी 2025 को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में संपन्न हुई थी. शादी के बाद लड़की पक्ष के लोगों ने हिंदू रीति-रिवाज से दुल्हन को बाद में विदा करने करने की बात कही थी. इसे लेकर दोनों पक्षों में पंचायत भी हुई. दोनों पक्ष बाद में विदा करवाने को सहमत हो गए. लड़का इस विवाह सम्मेलन से बगैर दुल्हन के ही लौट गया.
जब दूल्हे को मिला दुल्हन की दोबारा शादी का कार्ड
दुल्हन पक्ष के लोगों ने पहले वाले दूल्हे से कहा था कि वो 2 जून को लड़की को विदा करेंगे. इसी के चलते दूल्हा तीन महीने तक दुल्हन का इंतजार करता रहा. फिर 19 मई को उसको एक कार्ड मिला, जिसमें दो जून की शादी का निमंत्रण था. उसमें दुल्हन का नाम तो लिखा था, लेकिन दूल्हे की जगह उसका नाम न होकर किसी और का नाम था. अपनी पत्नी की दूसरी शादी की जानकारी अवध नरेश को हुई तो उसने पुलिस से शिकायत कर शादी रुकवाने की मांग की, लेकिन जब पुलिस शादी समारोह में पहुंची तो वहां न दूल्हा था, न दुल्हन थी. बस बाराती और घराती थे, जो खाना खा रहे थे और कुछ अपने घर जा चुके थे.
अनुदान के रुपयों के लालच में सामूहिक विवाह में की शादी!
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में शादी करने वाले जोड़ों को सरकार द्वारा कुछ रुपए लड़की के बैंक एकाउंट में डाले जाते हैं. पीड़ित दूल्हे की मानें तो इन्हीं रुपयों के लालच में ही लड़की पक्ष के लोगों ने विवाह तो करवा दिया था, लेकिन लड़की को विदा नहीं किया. 2 जून को उसकी दूसरी जगह शादी की जा रही थी. वो खुद उस बारात में पहुंचा था, जहां शादी हो रही थी. हालांकि दुल्हन और दूल्हा परिजनों सहित गायब थे. शादी में शामिल होने आए लोग दावत का मजा उठा रहे थे. लड़की के परिजनों को जानकारी हो गई थी कि पुलिस इस शादी को रुकवा सकती है तो उन्होंने किसी अन्य जगह से उसकी दुल्हन को विदा कर दिया.
यूपी से निकली और बंगाल-बिहार पहुंची: दलालों ने दो लड़कियों की जिंदगी को कैसे नरक बनाया
4 Jun, 2025 03:35 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के पूर्णिया में मानव तस्करी का मामला सामने आया है. उत्तर प्रदेश की रहने वाली 2 नाबालिग बहनों को इंस्टाग्राम के माध्यम से फंसाकर देह व्यापार के दलालों ने बिहार के पूर्णिया में बेंच दिया. यहां नाबालिग से रेडलाइट एरिया में जबरन देह व्यापार का धंधा कराया जा रहा था. हालांकि, पुलिस ने दो दलालों को अरेस्ट कर लिया है.
दोनों दलाल बिहार के पूर्वी चंपारण के तुरकौलिया थाना के रहने वाले महेश और उसकी पत्नी गीता हैं. दोनों पति-पत्नी लड़कियों को फंसाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लेते थे. बताया जाता है कि उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के खोड़ाबार थाना क्षेत्र की रहने वाली 2 बहनें इंस्टाग्राम पर रिल्स बनाया करती थीं. दोनों बहनों से आरोपि़यों ने पहले इंस्टाग्राम के माध्यम से दोस्ती की, फिर उन्हें काम दिलाने और अच्छी कमाई का सपना दिखाया.
दलाल 3 माह से दोनों लड़कियों के संपर्क में थी
चूंकि दोनों के परिजन एक किसान थे और सब्जी की खेती कर अपना जीविकोपार्जन चलाते हैं. दलाल महिला गीता करीब 3 माह से दोनों लड़कियों के संपर्क में थीं. फिर दोनों के लिए नौकरी, मुफ्त रहना खाना पीना की व्यवस्था हो जाने की बात कहकर जल्दी आने को कहा. इसके बाद दोनों नाबालिग लड़कियां बिना कुछ बताये अपना घर छोड़कर निकल गईं.
बताया जाता है कि लड़कियों ने गोरखपुर रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़ने से पहले दलाल महिला गीता को फोन कर दिया था. इसके बाद गीता अपने एक साथी को रेलवे स्टेशन रिसीव करने के लिए भेजा. वहीं दूसरी और गीता अपने पति के साथ पूर्णियां जीरो माइल स्थित रेडलाइट एरिया पहुंच गई और फोटो दिखाकर दोनों लड़कियों का सौदा कर डाला.
बताया जाता है कि छोटी बहन जिसकी उम्र 15 साल थी, उसे 1 लाख 20 हजार और बड़ी बहन उम्र 16 वर्ष को 1 लाख 10 हजार में बेचा गया. वहीं रेलवे स्टेशन से ऑटो के माध्यम से दोनों लड़कियों की डिलिवरी पूर्णिया जीरो माइल में दी गई. लड़की देने के बाद गीता पैसे लेकर गायब हो गई.
इंस्टाग्राम ने खोला महिला दलाल गीता का राज
इधर, घर से गायब दोनों लड़कियों के एक साथ गायब होने से परिजन काफी परेशान हो गए. सभी जगह ढूंढने के बाद खोड़ाबार थाने में मामला दर्ज कराया गया. पुलिस ने प्रेम प्रसंग से लेकर सभी एंगल को खंगाल लिया, मगर पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं लगा. वहीं जब पुलिस ने दोनों लड़कियों का सोशल मीडिया एकाउंट खंगालना शुरू किया तो महिला दलाल गीता का चैट नजर आया. इसके बाद पुलिस गीता की कुंडली खंगालते हुए बिहार के मोतिहारी पहुंची, जहां से गीता और उसके पति महेश को गिरफ्तार किया.
वही पुलिस की पूछताछ में पता चला कि उसने दोनों लड़कियों को बिहार के पूर्णियां जिले में बेच दिया है. इसके बाद बिना समय गंवाए पूर्णियां पुलिस को इसकी सूचना दी. इसके बाद सदर थाना पुलिस ने गुलाबबाग जीरो माइल कब्रिस्तान टोला मोहल्ले से एक नाबालिग लड़की को बरामद किया, जहां 3 दिनों से उससे देह व्यापार कराया जा रहा था. वहीं दूसरी लड़की को पश्चिम बंगाल के इस्लामपुर रेडलाइट एरिया से बरामद किया. दोनों लड़कियों ने बताया कि उसे डरा धमका कर उसकी बहन को मार देने की धमकी देकर देह व्यापार कराया जा रहा था. इसलिए दोनों को अलग-अलग जगहों पर रखा गया था. बरामद दोनों लड़कियों को यूपी पुलिस अपने साथ लेकर गोरखपुर चली गई है. यहां मेडिकल और 164 का बयान कराकर परिजन को सौंप दिया जाएगा.
अब मिनटों में पूरा होगा लखनऊ-कानपुर का सफर: रैपिड रेल प्रोजेक्ट को मिली कैबिनेट की मुहर
4 Jun, 2025 03:29 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊ और कानपुर के बीच अब सफर और भी आसान व तेज होने जा रहा है. नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (NCRTC) की रैपिड रेल परियोजना को लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) से हरी झंडी मिल गई है. इस परियोजना के तहत लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट से कानपुर तक रैपिड रेल दौड़ेगी. ये ट्रेन दोनों शहरों के बीच की दूरी को मात्र 40 से 50 मिनट में तय कर लेगी. यह रेल परियोजना न केवल यात्रियों के लिए फायदेमंद साबित होगी, बल्कि पर्यावरण और क्षेत्रीय विकास को भी इससे बढ़ावा मिलेगा.
NCRTC की एक टीम ने हाल ही में लखनऊ का दौरा कर रैपिड रेल परियोजना के लिए जरूरी प्रक्रियाओं को पूरा किया. लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने इस प्रोजेक्ट के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) जारी कर दिया है. LDA के साथ हुई बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि रैपिड रेल का निर्माण लखनऊ की महायोजना के अनुरूप होगा.
कितना बचेगा समय?
रैपिड रेल का रूट अमौसी एयरपोर्ट से शुरू होकर बनी, उन्नाव, जैतीपुर, अजगैन, मगरवारा होते हुए कानपुर के गंगा बैराज तक पहुंचेगा. यह रेल रूट, सड़क और रेलमार्ग के साथ-साथ तैयार किया जाएगा. फिलहाल इस रूट पर सड़क मार्ग से सफर में डेढ़ से दो घंटे लगते हैं. हालांकि, रैपिड रेल से यह समय घटकर 40 से 50 मिनट रह जाएगा.
कितनी होगी रैपिड रेल की रफ्तार?
यह रैपिड रेल 160 किमी/घंटा की रफ्तार से चलेगी और कोहरे या भारी बारिश जैसे मौसम की मार से प्रभावित नहीं होगी. रैपिड रेल को लखनऊ और कानपुर के मेट्रो स्टेशनों से जोड़ा जाएगा. इससे यात्रियों को बिना रुकावट सफर का अनुभव मिलेगा. मेरठ-दिल्ली रैपिड रेल की तर्ज पर इस रूट पर भी हाई-स्पीड, ऑटोमैटिक डोर, तेज ब्रेकिंग सिस्टम और स्मार्ट टिकटिंग जैसी सुविधाएं होंगी.
कैसा होगा रूट?
रैपिड रेल सड़क यातायात और प्रदूषण को कम करेगी. इससे पर्यावरण को लाभ होगा. रैपिड रेल परियोजना से न केवल यात्रा आसान होगी, बल्कि क्षेत्रीय विकास को भी बढ़ावा मिलेगा. प्रस्तावित रूट अमौसी से बनी, बनी से जैतीपुर, जैतीपुर से अजगैन और उन्नाव से गंगा बैराज तक होगा.
लखनऊ-कानपुर रैपिड रेल परियोजना क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और आर्थिक विकास के लिए गेम-चेंजर साबित होगी. NCRTC ने कहा कि मेरठ मॉडल की तर्ज पर आधुनिक तकनीक और सुविधाओं के साथ इस प्रोजेक्ट को जल्द पूरा करने की कोशिश होगी.
कब तैयार हुआ था प्रस्ताव?
इस परियोजना का प्रस्ताव पहली बार 2015 में तैयार हुआ था. 2021 में तत्कालीन प्रमुख सचिव दीपक कुमार ने रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (RFP) तैयार करने की बात कही थी. 2022 में शासन स्तर पर हुई बैठक के बाद प्रक्रिया ने गति पकड़ी. हालांकि, कोरोना महामारी के कारण काम में देरी हुई, लेकिन अब यह परियोजना फिर से पटरी पर है.
लखनऊ और कानपुर के बीच हर दिन हजारों लोग सफर करते हैं. यह रैपिड रेल न केवल समय बचाएगी, बल्कि दोनों शहरों के बीच आर्थिक और सामाजिक विकास को भी नई दिशा देगी. अब देखना यह है कि यह परियोजना कब तक धरातल पर उतरती है और यात्रियों को इसका लाभ मिलना शुरू होता है.
NEET छात्रा का नहाते हुए वीडियो बनाया, हॉस्टल मैनेजर ने दी वायरल करने की धमकी
4 Jun, 2025 03:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कानपुर के एक हॉस्टल में रहकर नीट की तैयारी करने वाली छात्रा ने हॉस्टल के मैनेजर पर चुपके से प्राइवेट वीडियो बनाने का आरोप लगाया है. साथ ही मैनेजर पर वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव बनाने की भी बात कही है. मामला रावतपुर थाने का है. पीड़िता ने पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराई है. छात्रा ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि हॉस्टल मैनेजर ने नहाते समय उसका वीडियो बना लिया था. ऐसा करके उसने उसकी निजता का उल्लंघन किया और उसकी गरिमा को ठेस पहुंचाई.
जानकारी के अनुसार, पीड़िता ने बताया कि वह नीट की तैयारी के लिए कानपुर के रावतपुर क्षेत्र में एक निजी हॉस्टल में रह रही है. उसने पुलिस को एक लिखित शिकायत सौंपी, जिसमें उसने आरोप लगाया कि हॉस्टल प्रबंधक द्वारा बाथरूम में गुप्त रूप से कैमरा लगाया गया और उसके नहाते समय का वीडियो रिकॉर्ड किया गया. इस शर्मनाक हरकत की जानकारी मिलते ही छात्रा भयभीत हो गई और उसने तुरंत इसकी सूचना अपने परिजनों और पुलिस को दी.
शिकायत मिलने के बाद थाना रावतपुर पुलिस ने त्वरित संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने संबंधित धाराओं के अंतर्गत एफआईआर पंजीकृत कर, हॉस्टल प्रबंधक सहित मामले में संलिप्त दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया है. दोनों से पूछताछ की जा रही है और तकनीकी साक्ष्यों को संकलित कर विवेचना की जा रही है.
इस पूरे मामले को लेकर कल्याणपुर क्षेत्र के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) अभिषेक पाण्डेय ने जानकारी देते हुए बताया कि, छात्रा द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले में दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. विवेचना नियमानुसार की जा रही है तथा दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस ने आश्वस्त किया है कि पीड़िता की पहचान को गोपनीय रखा जाएगा और उसकी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. यह मामला न केवल कानून और व्यवस्था का प्रश्न है, बल्कि महिलाओं की गरिमा और निजता की रक्षा से भी जुड़ा हुआ है. पुलिस का कहना है कि ऐसे मामलों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. दोषियों को कठोरतम सजा दिलाने के लिए पूरी तत्परता से कार्रवाई की जा रही है.
लखनऊ में बेलगाम कार ने मचाई तबाही, सड़क हादसे में 1 की जान गई, मां-बेटा गंभीर हालत में
4 Jun, 2025 01:26 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तेज रफ्तार ब्रेजा कार ने 3 लोगों को रौंद दिया. बेकाबू कार कैफे के काउंटर को टक्कर मारते हुए बिजली के पोल से टकराकर रुकी. कार एक महिला चला रही थी. घायलों को इलाज के लिए बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, वहां इलाज के दौरान एक KGMU के संविदा कर्मी की मौत हो गई. बच्चे और महिला की स्थिति गंभीर बनी है.
घटना में बाइक, साइकिल, स्कूटी, कैफे का काउंटर और इलेक्ट्रॉनिक्स दुकान का सामान क्षतिग्रस्त हो गया. घटना मंगलवार को शिया पीजी कॉलेज के सामने हुई. पुलिस ने कार चला रही महिला को हिरासत में ले लिया. कार पंकज कुमार गुप्ता के नाम पर रजिस्टर्ड है. पूरा मामला मदेयगंज इलाके का है.
KGMU के संविदा कर्मी की मौत
घटना में घायल रवींद्र पांडेय (45) की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. वह लखनऊ के खदरा में ज्वाला देवी मंदिर के पास रहते थे. रविंद्र KGMU में संविदाकर्मी थे, उनके भाई सुनील पांडेय ने बताया कि रविंद्र निजी काम से घर से बाजार गए थे. साइकिल से घर लौटते समय कार ने उन्हें रौंद दिया. परिवार में रविंद्र की पत्नी सरोज, बेटा कृष्णा और बेटी अन्या पांडेय है
सड़क के किनारे खड़ा था बच्चा
हादसे में घायल 10 साल के बच्चे की पहचान बांसमंडी भानूटोला, सीतापुर रोड लखनऊ निवासी दक्ष सोनकर के रूप में हुई है. उसके चेहरे, सिर और अन्य जगहों पर चोट आई है. फिलहाल बच्चे की स्थिति गंभीर बनी है. वह किसी काम से शिया पीजी कॉलेज के पास आया था और हादसे का शिकार हो गया. वहीं, अज्ञात महिला का भी अस्पताल में इलाज चल रहा है. वह क्षेत्र में भीख मांगकर जीवनयापन करती थी.
रियल एस्टेट का काम करती है कार चला रही महिला
कार चला रही महिला का नाम तनु गुप्ता (35) है. वह लखनऊ के सआदतगंज इलाके की रहने वाली है, जो कि रियल स्टेट का काम करती है. वह डालीगंज क्रॉसिंग की ओर से आ रही थी. घटनास्थल काफी भीड़भाड़ वाला इलाका है. हादसे के समय वहां काफी भीड़ थी.
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया- अलीगंज की ओर से बेकाबू कार आई और लोगों को रौंदती चली गई. जब तक लोग कुछ समझ पाते महिला, बच्चे समेत 3 लोगों को रौंद कर फ्रेंड्स कैफे के काउंटर और इलेक्ट्रॉनिक्स दुकान के सामान को टक्कर मारते हुए बिजली के खंभे से टकरा गई.
टक्कर होने से क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई. थोड़ी ही देर में काफी लोग इकट्ठे हो गए. लोगों ने महिला कार चालक को घेर लिया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया.
3-4 मिनट में हुआ पूरा हादसा
प्रत्यक्षदर्शी मुजाहिद ने बताया- मैं साइकिल से क्रॉसिंग की ओर जा रहा था. तभी मैंने दूसरी पटरी पर देखा कि एक कार बहुत तेज स्पीड से जा रही है. जब मैं शिया पीजी कॉलेज के गेट के पास पहुंचा, तो तेज आवाज सुनाई दी. साइकिल रोककर देखा, तो वही कार कई लोगों को रौंद चुकी थी. भागकर मौके पर पहुंचा. घायल को ई-रिक्शा पर रखा, लेकिन देखने से लगा कि उसकी मौत हो गई है. यह सब कुछ 3-4 मिनट के अंदर हो गया.