उत्तर प्रदेश
आयकर विभाग के दफ्तर में बवाल: ट्रांसफर और पुराने विवाद को लेकर दो IRS अधिकारियों के बीच हाथापाई
30 May, 2025 12:08 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुरुवार को इनकम टैक्स का ऑफिस अखाड़ा बन गया. यहां दो IRS अधिकारियों योगेंद्र मिश्रा और गौरव गर्ग के बीच मारपीट हो गई. यह घटना हजरतगंज क्षेत्र में आयकर कार्यालय में दोपहर करीब 3 बजे हुई.
इस हमले में अधिकारी गौरव गर्ग घायल हो गए और उन्हें इलाज के लिए सिविल अस्पताल ले जाया गया. पुलिस ने बताया कि उनकी चोटों की प्रकृति की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. पुलिस उपायुक्त (मध्य लखनऊ) आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि गर्ग ने हजरतगंज पुलिस थाने को हमले की सूचना दी, जिसके बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और उनका इलाज कराया. डीसीपी ने बताया कि वह खतरे से बाहर हैं.
IRS अधिकारियों में झगड़ा क्यों हुआ?
जानकारी के मुताबिक दोनों अधिकारियों में लंबे समय से अनबन थी. इस झगड़े के बारे में फिलहाल सब चुप्पी साधे हैं. गौरव गर्ग की पत्नी रवीना त्यागी हैं. वह यूपी कैडर की IPS अधिकारी हैं. अभी तक इस मामले में कोई केस दर्ज नहीं हुआ है. मारपीट में घायल गौरव गर्ग को लखनऊ के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. डॉक्टरों के मुताबिक उनकी हालत खतरे से बाहर है. दोनों IRS अधिकारियों में झगड़ा क्यों हुआ. ये पता नहीं चल पाया है. लेकिन सूत्रों के अनुसार दोनों अधिकारियों के बीच पहले भी कई बार बहस और कहासुनी हो चुकी थी. आज यह विवाद इतना बढ़ गया कि बात हाथापाई और फिर हिंसक हमले तक पहुंच गई.
क्रिकेट लीग के दौरान हुआ विवाद
बता दें कि योगेंद्र मिश्रा 2014 बैच के आईआरएस अधिकारी हैं और वर्तमान में जॉइंट कमिश्रर काशीपुर की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. वहीं गौरव गर्ग 2016 बैच के आईआरएस अफसर हैं. वह लखनऊ में असिस्टेंट के पद पर तैनात हैं. हमले के पीछे की वजह इनकम टैक्स विभाग की एक निर्माणधीन बिल्डिंग के हैंडओवर लेने और दोनों अधिकारियों के बीच क्रिकेट लीग के दौरान हुआ विवाद बताया जा रहा है.
क्रिकेट लीग के दौरान हुआ विवाद का वीडियो मैच के एक महीने बाद लीक हो गया था. इसमें आरोप था कि योगेंद्र मिश्रा को मैच खिलाया नहीं गया तो उन्होंने पिच पर लेटकर मैच रोकने की धमकी दी थी. हालांकि बाद में किसी तरह मैच कराया गया.
अखिलेश यादव का योगी सरकार पर तंज
इस बीच, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार पर कटाक्ष किया. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, बीजेपी सरकार में अब तक पुलिस बनाम पुलिस थी, अब अधिकारी बनाम अधिकारी है. लखनऊ में एक मामला सामने आया है, जिसमें एक आयकर अधिकारी ने एक आईआरएस अधिकारी को बंधक बनाकर पीटा.
अखिलेश यादव ने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए और पता लगाया जाना चाहिए कि एक आईपीएस अधिकारी के पति के साथ ऐसी घटना क्यों हुई और इससे कौन-कौन जुड़े हैं. पोस्ट में उन्होंने गौरव गर्ग की पत्नी रवीना त्यागी का भी जिक्र किया, जो लखनऊ में तैनात एक आईपीएस अधिकारी हैं.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने जाना हाल
बता दें कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी आईआरएस अधिकारी गौरव गर्ग का हालचाल जानने के लिए लखनऊ के सिविल अस्पताल पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि वह गौरव गर्ग की कुशलता जानने आए हैं. भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि कानून अपना काम करेगा और जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की टिप्पणी पर कहा कि यह राजनीति करने का विषय नहीं है, बल्कि एक दुर्घटना है.
लखनऊ में जाम पड़ गया भारी! DCP ने दारोगा को किया सस्पेंड, 5 पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
30 May, 2025 11:57 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के लखनऊ के लुलु मॉल के पास गुरुवार को 4 घंटे तक जाम लगा रहा. ये जाम ओवरलोड गिट्टी से भरे एक डंपर के दूसरे डंपर से टकराने के बाद लगा था. क्योंकि घटना के बाद ये डंपर सड़क के बीचों-बीच खड़ा कर दिया गया, जिसे पूरे चार घंटे बाद हटाया गया. इस दौरान VVIP मार्ग पर जाम लग गया, जो लंबे समय तक लगा रहा. इसी को लेकर DCP ने पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया, जो इस दौरान ड्यूटी पर तैनात थे.
पांचों पुलिसकर्मियों पर लंबे समय तक जाम न हटवाने का आरोप लगा है. सस्पेंड किए गए पुलिसकर्मियों में तीन दारोगा और दो सिपाही शामिल हैं. दरअसल, 29 मई को शहीद पथ पर लुलु मॉल के पास VVIP मूवमेंट के बाद भीषण जाम लग गया था. इस जाम के लगने की जानकारी अधिकारियों को भी नहीं दी गई और न ही जाम को समय से हटाया जा सका.
10 बजे तक नहीं खुलवाया जा सका जाम
इसके बाद सुबह 10 बजे तक जाम नहीं खुलवाया जा सका, जिसके चलते डीसीपी दक्षिणी निपुण अग्रवाल ने सख्त कार्रवाई की और पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया. इन पुलिसकर्मियों में चौकी प्रभारी अवध विहार विपिन कुमार, रात्रि अफसर दरोगा राम सिंह, श्रीनेत पॉलीगन पर तैनात दरोगा अंकुर, हेड कांस्टेबल राकेश चौधरी और सिपाही जय सिंह शामिल हैं. इन पर जाम की सूचना न देने और समय पर जाम न हटाने का आरोप है.
जानकारी के मुताबिक, गुरुवार सुबह करीब 5:39 बजे लुलु मॉल के पास एक ओवरलोड गिट्टी भरे डंपर के चालक ने आगे चल रहे डंपर में टक्कर मार दी. चालक ने डंपर को बीच सड़क पर छोड़ दिया, जिसके कारण लंबा जाम लग गया. सुबह 10 बजे डंपर को हटाने के बाद ही यातायात सामान्य हो सका.
गोल्फ सिटी थाने में FIR दर्ज
इस मामले को लेकर डीसीपी निपुण अग्रवाल ने बताया कि सुशांत गोल्फ सिटी थाने में आरोपी डंपर चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिसकर्मियों की लापरवाही के चलते यह कार्रवाई की गई. विभागीय जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. ये पुलिसकर्मी गोल्फ सिटी थाने में तैनात थे. लेकिन उन्होंने समय पर जाम नहीं हटवाया और न ही अधिकारियों को जानकारी दी. इसी आरोप के चलते उन्हें निलंबित कर दिया गया.
दहशत का अंत! रॉड से वार कर हत्याएं करने वाला 'साइको किलर' पुलिस मुठभेड़ में घायल, गिरफ्तार
30 May, 2025 11:55 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में पुलिस ने एक साइको किलर को गिरफ्तार किया है. इसने जालौन में 2 लोगों की हत्या के बाद हमीरपुर में घर में सो रहे पति-पत्नी को अपना निशाना बनाया था. जहां पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई थी. पुलिस की कई टीमें उसकी तलाश कर रही थीं और आज पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान आरोपी के दोनों पैरों में गोली मार कर इसे पकड़ लिया. पुलिस के मुताबिक आरोपी कई बार हत्या के आरोप में जेल जा चुका है और जेल से छूटते ही वह फिर से हत्या करना शुरू कर देता है.
दरअसल, जालौन के चिल्ली गांव में रहने वाले चरन सिंह के बेटे रामबाबू विश्वकर्मा ने गांव के ही अनिल राजपूत के घर में घुसकर उनकी पत्नी गीता देवी और तीन साल की बेटी के सिर पर टैक्टर के साइलेंसर से वार कर दिया था. जिसमें गीता देवी की मौके पर ही मौत हो गई थी और अनिल राजपूत और उनकी बेटी गंभीर रूप से घायल हो गए थे. अब पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ के बाद पता चला कि वो एक साइको किलर है. उसने खुद कई वारदातों को कबूल किया है. हत्या के लिए वह लोहे की चीजों का ही इस्तेमाल करता था. जब भी वह किसी की हत्या करता है तो वह उसके सिर पर ही वार करता है और तब तक वार करता है, जब तक सामने वाले की मौत न हो जाए. हत्या करने के बाद वह खून को देखकर खुश होता था.
ट्यूबबेल में छुपकर बैठा था आरोपी
सीओ राठ राजीव प्रताप सिंह की मानें तो 30 वर्षीय आरोपी रामबाबू विश्वकर्मा ने जालौन में भी 2 हत्याओं को अंजाम दिया था. यह हत्याएं भी उसने सिर पर लोहे की रॉड से वार कर की थी. वहां गिरफ्तार होकर वो जेल भी जा चुका है. जेल से छूटते ही उसने फिर से हत्या करनी शुरू कर दी. 2017 के हत्या के एक मुकदमे में कोर्ट में सुनवाई पूरी हो चुकी है. उसे सजा होने वाली थी, जिसके चलते वो भागने की फिराक में था. इसके लिए उसे पैसों की जरूरत थी.ऐसे में वो अपने गांव चिल्ली पहुंचा और चोरी की नियत से एक घर में घुस गया, जहां घर में सो रहा कपल जाग गया, जिनपर उसने हमला कर दिया.
मुठभेड़ में दोनों पैरों में लगी गोली
पुलिस को जानकारी मिली कि आरोपी अपने चाचा के ट्यूबवेल में छिपा है. जिसके बाद पुलिस की टीमों ने घेराबंदी शुरू की तो पुलिस को देखकर रामबाबू ने फायरिंग करनी शुरू कर दी. इस पर जवाबी कार्रवाई में उसके दोनों पैरों में गोली लग गई. पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया और उसके पास से एक तमंचा, कई कारतूस और हत्या के दौरान पहने गए खून से सने कपड़े भी मिले हैं.
एक साइको किलर है आरोपी
पुलिस के मुताबिक आरोपी एक साइको किलर है. वो हत्या करते समय ताबड़तोड़ सिर पर हमले करता है और हत्या करने का उसका एक ही पैटर्न है. वह सिर्फ सिर को ही निशाना बनाता है और वार करने के लिए लोहे के रॉड, वाहनों के हैवी पार्ट का मुख्य रूप से इस्तेमाल करता है. लोगों के चीखने-चिल्लाने, शोर मचाने का उस पर कोई असर नहीं पड़ता. जालौन में भी उसने इसी तरह दो हत्याएं की थीं. सीओ राजीव प्रताप कि मानें तो रामबाबू की शादी नहीं हुई है. वो अपने पिता चरन सिंह की हत्या की कोशिश भी कर चुका है. लेकिन किसी तरह उनकी जान बच गई. घटना करने से पहले वो रेकी करता था और मौका मिलते ही वारदात को अंजाम देता था. आरोपी जालौन में अपनी बहन के यहां रहता था. यहां वो गोलगप्पे का ठेला लगाता था. वो 2024 में हत्या के मामले में जेल से जमानत पर छूटा था. अब उसने हमीरपुर में वारदात को अंजाम दे दिया.
बेगूसराय में हम नेता राकेश की हत्या, अपहरण के 5 दिन बाद गड्ढे से मिला शव
29 May, 2025 05:46 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बेगूसराय: बेगूसराय के साहेबपुर कमाल इलाके से अगवा हम नेता राकेश कुमार उर्फ विकास का शव 5 दिन बाद बेगूसराय और मुंगेर के सीमावर्ती इलाके के जफर नगर पंचायत के फूल मलिक दियारा से बरामद किया है. अपराधियों ने हत्या कर दियारा क्षेत्र में शव को 5 फीट गड्ढे में गाड़ दिया. हालांकि परिजनों ने काफी प्रयास के बाद शव को पहचाना. लाश की स्थिति देखकर ऐसा लग रहा है कि शनिवार रात को ही हत्या करने बाद दियारा क्षेत्र में 5 फीट के गड्ढे में गाड़ दिया गया था. आज सुबह तीन बजे हाथ बाहर निकला देखकर लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. इसके बाद मुफस्सिल पुलिस ने मिट्टी में गाड़े गए लाश को बाहर निकाला.
मुंगेर मुफस्सिल थानाध्यक्ष ने बताया कि ग्रामीणों ने सीता चरण दियारा में खेत में एक लाश गड़े होने की सूचना दी थी. जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. जमीन के अंदर से एक हाथ बाहर निकला था. खोदकर शव को बाहर निकाला. मृतक की पहचान साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के संदलपुर निवासी राकेश कुमार उर्फ विकास के तौर पर हुई है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. वहीं पुलिस ने पोस्टमार्टम करने के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया. राकेश उर्फ विकास कुमार का शव लेकर परिजन गांव पहुंचे तभी गांव के लोगों की भीड़ काफी लग गई.
इस घटना के बाद परिजनों के बीच कोहराम मचा हुआ है. इस दौरान परिजनों ने कहा कि अपराधी को पुलिस जल्द से जल्द पकड़ कर एनकाउंटर करे. बता दें कि साहेबपुर कमाल के संदलपुर गांव में 24 मई को शनिवार देर शाम 7:30 बजे हथियार के बल पर अपराधी डब्लू यादव ने विकास का अपहरण कर लिया था. फायरिंग करते हुए बदमाश उसे लेकर दियारा की ओर चले गए. उसी समय से पुलिस की कई टीम अलग-अलग जगह पर लगातार छापेमारी कर रही थी. लेकिन कुछ पता नहीं चल सका.
हम नेता के पिता इंद्रदेव साह ने इस मामले में डब्ल्यू यादव, उसकी सरपंच पत्नी सीता देवी, रोशन कुमार, उमा यादव, राजीव यादव, टीकर यादव, रॉबिन यादव, परशुराम कुमार, सतीश यादव, गौरव कुमार एवं उसकी मां रानी देवी को नामजद किया है. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नामजद आरोपी संदलपुर के सरपंच सीता देवी एवं फुलमलिक निवासी रानी देवी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. जबकि शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 10-10 हजार का इनाम घोषित किया है.
बुधवार को न्यायालय के आदेश पर नामजद आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलना शुरू हो गया है. एसपी मनीष सहित बड़ी संख्या में पुलिस टीम जेसीबी के साथ संदलपुर गांव पहुंची. यहां मुख्य आरोपी डब्ल्यू यादव के घर की कुर्की-जब्ती की गई. इस दौरान जेसीबी से घर को तहस-नहस कर दिया है. अब सिर्फ घर का स्ट्रक्चर खड़ा है. बाकी सब कुछ पुलिस टीम ने निकाल लिया. हालांकि हम पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष राकेश कुमार उर्फ विकास का शव गांव पहुंचने के बाद गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है.
सेक्स रैकेट का पर्दाफाश, दो युवक गिरफ्तार, युवतियों को परिजनों के हवाले किया गया
29 May, 2025 05:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लहलादपुर: जनता बाजार पुलिस ने जनता बाजार नदिया पार एक होटल में चल रहे सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है। छापेमारी के दौरान पुलिस ने दो युवक युवतियों को आपत्तिजनक हालत में पकड़ा है।
जिले के कोपा थाना क्षेत्र के साधपुर निवासी चंदन कुमार और सिवान जिले के भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र के ब्रह्मस्थान निवासी रंजीत कुमार को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए दोनों युवकों को पुलिस ने न्यायालय में समर्पित किया है। दोनों युवतियों के अभिभावक को बुलाकर उनके हवाले कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार, जनता बाजार पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि भेटवलिया गांव के आकाश कुमार के द्वारा जनता बाजार के नदिया पार स्थित कृष्णा होटल में देह व्यापार का धंधा चलवाया जाता है।
उसके उपरांत पुलिस ने टीम गठित कर होटल में छापेमारी की। छापेमारी के क्रम में पुलिस ने दो युवक युवतियों को होटल के दो अलग-अलग कमरों से आपत्तिजनक हालत में पकड़ा।
मौके से पुलिस ने दो एटीएम कार्ड, नकदी और आपत्तिजनक सामान भी बरामद किया है। गौरतलब है कि जनता बाजार में सेक्स रैकेट का धंधा कोई नया नहीं है। पिछले एक सालों में पुलिस ने जनता बाजार के लगभग आधा दर्जन होटल, रेस्टोरेंट और मैरेज हाल में छापेमारी कर सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है।
इस तरह की छापेमारी के बाद पुलिस पर आरोप भी लगते हैं। कई लोगों का मानना है कि होटल, गेस्ट हाउस या रेस्टोरेंट में सेक्स रैकेट का धंधा नहीं चलता है। बल्कि बालिग प्रेमी जोड़े अपनी मर्जी से होटल में आते हैं। इसमें होटल संचालकों की कोई मिलीभगत नहीं होती है।
रेस्टोरेंट संचालक सिर्फ इन प्रेमी जोड़ों को होटल का कमरा उपलब्ध कराते हैं और उन कमरों का किराया वसूलते हैं। छापेमारी में पकड़े जाने के बाद पुलिस इसको अनैतिक देह व्यापार से जोड़ देती है। बाद में न्यायालय में जाने के बाद ये मामले आपसी सहमति या प्रेम प्रसंग का निकलता है।
हालांकि, कुछ मामलों में पुलिस ने नाबालिग लड़कियों को भी आपत्तिजनक हालत में इन रेस्टोरेंट से गिरफ्तार किया था। इस संबंध में जनता बाजार थाना प्रभारी ने बताया कि दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
झारखंड में शराब बिक्री को लेकर बदलाव, उत्पाद विभाग खुद संभालेगा संचालन
29 May, 2025 02:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची: राज्य में एक जुलाई से शराब की खुदरा दुकानों का संचालन उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। झारखंड राज्य बेवरेजेज कारपोरेशन लिमिटेड(जेएसबीसीएल) के अधीन राज्य में चल रही खुदरा दुकानों का संचालन प्लेसमेंट एजेंसियों के माध्यम से कराया जा रहा है।
उन दुकानों में प्लेसमेंट एजेंसियों के माध्यम से मैनपावर की आपूर्ति की गई है। इन प्लेसमेंट एजेंसियों को 30 जून तक के लिए ही ठेका मिला हुआ है। ऐसी स्थिति में एक जुलाई से शराब दुकानों का संचालन कौन करेगा, यह विभाग के लिए बड़ी चुनौती है। इस चुनौती को देखते हुए विभागीय मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने बुधवार को अधिकारियों से बैठक की और आगे का प्लान बनाया।
बैठक में यह समस्या सामने आई कि हाल के दिनों में एसीबी की कार्रवाई से विभाग में वरीय अधिकारियों की भारी कमी हो गई है। आयुक्त उत्पाद भी प्रशिक्षण के सिलसिले में बाहर हैं। यही वजह है कि प्रस्तावित नई उत्पाद नीति एक जुलाई से लागू नहीं हो सकेगी।
एक जुलाई से शराब दुकानों में ताला नहीं लटके, इसके लिए बैठक में यह सहमति बनी कि विभाग स्वयं शराब दुकानों का संचालन कराएगा। इसके लिए शराब दुकानों में विभाग अपने स्तर से कर्मचारी रखेगा और उनके वेतन भुगतान विभाग के स्तर से होगा।
मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने अधिकारियों को एक जुलाई से दुकान संचालन संबंधित प्रस्ताव तैयार करने को कहा है। प्रस्ताव यह तैयार किया जा रहा है कि नई उत्पाद नीति लागू होने तक एक जुलाई से विभाग अपने कर्मचारियों के माध्यम से शराब की खुदरा दुकानों का संचालन कराएगा।
विभाग के इस प्रस्ताव पर कैबिनेट की स्वीकृति के बाद ही आगे कोई कार्रवाई होगी। इसके लिए विभाग के पास सिर्फ जून महीना ही बचा है। इस एक महीने में वैकल्पिक व्यवस्था कर ली जानी है।
लंबित कार्यों के निष्पादन के लिए मंत्री ने अधिकारियों को सौंपा अतिरिक्त प्रभार
उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के संयुक्त आयुक्त उत्पाद गजेंद्र सिंह, महाप्रबंधक वित्त सुधीर कुमार दास के जेल जाने, आयुक्त उत्पाद विजय कुमार सिन्हा के प्रशिक्षण पर जाने से विभाग में कई महत्वपूर्ण कार्य लंबित पड़े हैं।
इन लंबित कार्यों के निपटारे के लिए विभागीय मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने विभाग में बचे हुए अन्य अधिकारियों को अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। अधिकारियों को सभी रूटीन कार्यों को शीघ्र निष्पादित करने को कहा गया है।
आठ महीने से बकाया भुगतान के लिए प्लेसमेंट एजेंसियां स्वयं जिम्मेदार
मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने कहा कि शराब की खुदरा दुकानों के कर्मचारियों को आठ महीने से वेतन नहीं मिलने के लिए विभाग नहीं, बल्कि प्लेसमेंट एजेंसियां स्वयं जिम्मेदार है। प्लेसमेंट एजेंसियां जानबूझकर ब्योरा (अबसेंटी) नहीं दे रही है, जिसके चलते आठ महीने तक का बकाया हो गया है।
प्लेसमेंट एजेंसियों के मन में चोर है कि ब्योरा देने पर उन्हें नुकसान हो जाएगा। जब तक ये एजेंसियां ब्योरा नहीं देगी, तब तक बकाया भुगतान कैसे होगा। दो प्लेसमेंट एजेंसियां ने अपना ब्योरा दिया तो विभाग ने उनका भुगतान कर दिया है, जो नहीं दे रही हैं उनका बकाया है।
बिरसा मुंडा एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय बनाने की कवायद तेज, सभी जरूरी सुविधाएं पूरी
29 May, 2025 02:34 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची: नागर विमानन मंत्रालय को बिरसा मुंडा एयरपोर्ट की आधारभूत संरचनाओं की रिपोर्ट सौंप दी गई। एयरपोर्ट प्रबंधन ने रिपोर्ट में उन सभी सुविधाओं की जानकारी दी है, जो एक इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए आवश्यक है। रिपोर्ट में रांची एयरपोर्ट को देश में सुरक्षित और स्मूथ एयर ट्रैफिक सुविधा वाला बताया गया है।
कस्टम्स और इमिग्रेशन विंग शुरू होने के बाद विदेशी विमान उड़ान भर सकेगा। मंत्रालय से रांची एयरपोर्ट को इंटरनेशनल श्रेणी में बहाल करने का आग्रह किया गया है। बता दें कि देश के सभी राज्यों की राजधानी में संचालित होने वाले एयरपोर्ट की आधारभूत संरचना की सूची नागर विमानन मंत्रालय ने मांगी थी।
राजधानी में संचालित ऐसे एयरपोर्ट, जो इंटरनेशनल एयरपोर्ट की श्रेणी में शामिल नहीं हैं, उन पर सुविधा बहाल कर इंटरनेशनल उड़ान शुरू करने की योजना पर मंत्रालय काम कर रहा है। रांची से दुबई और थाइलैंड के लिए इंटरनेशन उड़ान शुरू करने की मांग भी उठ चुकी है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए जो आधारभूत संरचना चाहिए, वह सभी रांची एयरपोर्ट पर उपलब्ध है। रांची भारत का पहला टियर-टू हवाई अड्डा है, जिसमें आठ विमान पार्किंग वे हैं। 138 करोड़ की लागत से इंट्रीग्रेटेड टर्मिनल बिल्डिंग संचालित है, जो 19,600 वर्ग मीटर के क्षेत्र को कवर करता है।
एक ही समय में 500 घरेलू और 200 विदेशी यात्रियों को सफलतापूर्वक प्रबंधित कर सकता है। यहां अत्याधुनिक आइएलएस लोकलाइजर एंटीना बनाई है, जिसके सहारे किसी भी मौसम की स्थिति में विमान सटीक और सुरक्षित रूप से उतर सकें। रांची में इंटरनेशन एयरपोर्ट वाली सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
एयरपोर्ट पर वायु प्रदूषण से मुक्त करने के लिए विशेष उपकरण लगे हैं। इससे ओजोन लेयर को क्षति पहुंचाने वाली गैसों को उत्सर्जन रुकता है। एयरपोर्ट में फ्यूल लीकेज नियंत्रण नहीं के बराबर है। मेनटेनेंस में होने वाले लीकेज भी बंद किए जा रहे हैं।
क्या है कस्टम और इमिग्रेशन जांच प्रक्रिया?
कस्टम प्रक्रिया में यात्रियों द्वारा ले जाए जा रहे सामान की जांच की जाती है। एजेंसी किसी देश में आने-जाने वाले सामान पर नियंत्रण रखती है। यह सुनिश्चित करती है कि कोई भी सामान देश में अवैध रूप से नहीं लाया जाए और देश में उत्पादित सामानों की सुरक्षा की जाती है।
इमिग्रेशन एक सरकारी एजेंसी है, जो किसी देश में आने-जाने वाले लोगों पर नियंत्रण रखती है। एजेंसी की अनुमति के बिना कोई भी व्यक्ति बिना उचित दस्तावेज या वीजा के देश में प्रवेश नहीं कर सकता है। इमिग्रेशन प्रक्रिया में पासपोर्ट और वीजा की जांच गहनता से होती है।
इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने में बाधा
कम विजिविलिटी में विमान की लैंडिंग में परेशानी होगी। पर्याप्त जमीन नहीं मिलने की वजह से पहले एयरपोर्ट पर 18 करोड़ का कैट-टू लाइट नहीं लग सका। अतिक्रमण और ऊंची इमारतों की वजह से करीब 2700 मीटर रनवे का ही उपयोग हो पाता है। 900 मीटर रनवे बढ़ाने की योजना है। मगर राज्य सरकार से 303 एकड़ जमीन नहीं मिलने की वजह से एयरपोर्ट में कई निर्माण कार्य अधर में लटक गए हैं।
यात्रियों को राहत: दक्षिण पूर्व रेलवे ने 5 ट्रेनों में 4 जून तक लगाए अतिरिक्त कोच
29 May, 2025 02:27 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दक्षिण पूर्व रेलवे ने चक्रधरपुर रेल मंडल के गुजरने वाली एक ट्रेन में, खड़गपुर मंडल से गुजरने वाली एक ट्रेन में और रांची रेल मंडल से चलने वाली तीन ट्रेनों में 04 जून तक विभिन्न तिथियों में एक अतिरिक्त कोच लगा कर चलाने का निर्णय लिया है। ताकि इन ट्रेनों में होने वाली यात्रियों की अत्यधिक भीड़ से निपटा जा सके और यात्री बडे़ आराम के साथ सफर कर सकेंगे।
इन ट्रेनों में लगेंगे अतिरिक्त कोच
29 से 31 मई और 02 एवं 04 जून को ट्रेन नंबर 18183 टाटानगर - बक्सर एक्सप्रेस में एक अतिरिक्त एक नन एसी चेयर कार कोच लगेगा।
29 व 31 मई और 03 जून को ट्रेन नंबर 18603 रांची -गोड्डा एक्सप्रेस में एक अतिरिक्त थ्री टीयर स्लीपर कोच लगेगा।
29 से 31 मई को ट्रेन नंबर 18611 रांची - बनारस एक्सप्रेस में एक अतिरिक्त स्लीपर कोच लगेगा।
29 व 31 मई और 02 जून को ट्रेन नंबर 18640 रांची -आरा एक्सप्रेस में एक अतिरिक्त थ्री टीयर स्लीपर कोच लगेगा।
29 से 31 मई और 01 से 4 जून तक ट्रेन नंबर 12837 हावड़ा -पुरी सुपरफास्ट एक्सप्रेस में एक अतिरिक्त स्लीपर कोच और एक थर्ड एसी कोच लगेगा।
कोडरमा : स्कूलों की छुट्टियों के साथ ट्रेनों में आरक्षित सीटों की लंबी प्रतीक्षा सूची
स्कूलों में गर्मी की छुट्टियों के शुरू होने के साथ ही ट्रेनों में भीड़ बढ़ने लगी है। उत्तर भारत की ओर जाने वाली ट्रेनों में आरक्षित सीटें नहीं मिल रही हैं। जून मध्य तक ट्रेनों में जगह खाली नहीं है। कई ट्रेनों में अगले दो महीने तक सीट बुक हो चुकी हैं। इसके बावजूद हावड़ा, सियालदह व कोलकाता से धनबाद-कोडरमा होकर पर्यटन स्थलों के लिए स्पेशल ट्रेन नहीं चलाई जा रही हैं।
कोडरमा से जम्मू व हरिद्वार जाने वाली ट्रेनों में लंबी वेटिंग है। राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश व महाराष्ट्र के शहरों में जाने वाली ट्रेनों में भी अगले दो महीनों तक सीट खाली नहीं मिल रही है। पूर्व के वर्षों में गर्मी छुट्टी के दौरान पश्चिम बंगाल से कोडरमा होकर कई पर्यटन स्थलों के लिए ट्रेन चलती रही है।
इस वर्ष भारत-पाकिस्तान के बीच माहौल बिगड़ते ही लंबी दूरी की ट्रेनों में तेजी से बुकिंग भी रद्द हुई थीं, इसलिए रेलवे बोर्ड ने समर स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा नहीं की।
धनबाद होकर गुजरात जाने वाली ट्रेन आसनसोल-भावननगर पारसनाथ एक्सप्रेस, हावड़ा-गांधीधाम गरबा एक्सप्रेस और कोलकाता-अहमदाबाद एक्सप्रेस में अगले दो महीने तक किसी भी श्रेणी में सीट खाली नहीं है।
हाथरस हत्याकांड: मासूम बच्चियों के कातिलों को कोर्ट से मौत की सजा
29 May, 2025 02:14 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के हाथरस में देर रात हत्या को अंजाम देने वाले दो आरोपियों को मौत की सजा सुनाई गई. मासूम बच्चियों की हत्या कर माता-पिता पर भी मारने की नीयत से हमला किया गया, लेकिन आरोपी माता-पिता को बुरी तरह से घायल कर फरार हो गए. वहीं इस मामले में आज कोर्ट ने फैला सुनाया. आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिलने पर कोर्ट ने दोनों आरोपियों को मासूम बच्चियों की हत्या के मामले में मौत की सजा सुनाई.
हाथरस विशेष न्यायाधीश (एससी-एसटी एक्ट) रामप्रताप सिंह ने 2 मासूम बच्चियों की हत्या के दोषियों को मृत्युदंड की सजा सुनाई. दोनों दोषी विकास और लालू पाल ने 7 साल की विधि और 13 साल की सृष्टि की हत्या करने के बाद टीचर और उनकी पत्नी पर भी हमला कर घायल कर दिया था. इस मामले मेंं कोर्ट ने सिर्फ 4 महीने 6 दिन में फैसला सुना दिया. 29 मार्च को दोनों आरोपियों के खिलाफ इस मामले में एक दर्जन से अधिक लोगों ने गवाही दी थी जिसके बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था.
सिर्फ 10 मिनट में सुनाई सजा
कोर्ट ने आरोपियों को 26 मई को ही दोषी मान लिया था.आज यानी 28 मई को कोर्ट में सजा पर सुनवाई हुई. सिर्फ 10 मिनट के अंदर कोर्ट ने दोषियों को मौत की सजा सुना दी. कोर्ट ने माना कि आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं और हत्या में शामिल दोनों आरोपी मुजरिम है. जिसके बाद कोर्ट ने दोनों आरोपियों को मौत की सजा सुना दी.
दोषियों को दी मौत की सजा
एडीजीसी दिनेश यादव ने कहा कि हाथरस शहर के आगरा रोड निवासी टीचर छोटेलाल गौतम की दो बेटियां सृष्टि और विधि की 22 जनवरी को निर्मम हत्या कर दी गई थी. छोटेलाल गौतम सदर कोतवाली क्षेत्र स्थित आशीर्वाद धाम कॉलोनी में रहते हैं. आरोपियों ने बच्चियों के माता-पिता पर भी जानलेवा हमला किया गया था. इस जघन्य हत्याकांड में आज विशेष न्यायाधीश (एससी/एसटी एक्ट) रामप्रताप सिंह ने दोनों आरोपियों को दोषी करार देते हुए मृत्युदंड की सजा सुनाई है.
सगा चाचा बना मुखबिर, भतीजे की फर्जी नौकरी का किया पर्दाफाश, पुलिस ने दर्ज किया केस
29 May, 2025 02:08 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के अमरोहा में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां फर्जी मार्कशीट लगाकार पुलिस में 14 साल तक नौकरी करने का मामला सामने आया है. हैरानी की बात यह है कि कांस्टेबल को नौकरी के लिए जिसने फर्जी मार्कशीट बनवा कर दी, उसने शिकायत भी की है और जांच में पूरा मामला सामने आने के बाद कांस्टेबल को नौकरी से बर्खास्त किया गया है. यह व्यक्ति कोई और नहीं, बल्कि खुद इस कांस्टेबल का सगा चाचा है. कांस्टेबल की बर्खास्तगी के बाद पुलिस ने अब उसके चाचा के खिलाफ भी केस दर्ज कर लिया है.
जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश में बलिया जिले के गांव सेमरी का रहने वाला अखिलेश कुमार पुलिस में भर्ती होना चाहता था, लेकिन हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा में फेल हो जा रहा था. ऐसे में उसके सगे चाचा विनोद ने फर्जी मार्कशीट बनवा दिया और इसी मार्कशीट को लगाकर साल 2009 में अखिलेश उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती भी हो गया. इसी बीच करीब दो साल पहले किसी बात को लेकर अखिलेश की अपने चाचा विनोद के साथ ठन गई. ऐसे में विनोद ने भी गोपनीय शिकायत दे दी और बता दिया कि अखिलेश की मार्कशीट फर्जी है.
कांस्टेबल ने खोल दी चाचा की पोल
पुलिस ने इस शिकायत की जांच कराई और शिकायत सही पाए जाने पर अखिलेश को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया. कांस्टेबल अखिलेश ने ज्योति इंटर कॉलेज की मार्कशीट लगाई थी. पुलिस ने इस मार्कशीट को यूपी बोर्ड में भेजकर चेक कराया तो पता चला कि असली मार्कशीट को स्कैन कर फर्जी मार्कशीट तैयार किया गया है. इसमें रोल नंबर और नाम मैच नहीं कर रहे थे. मामले की जांच अमरोहा के एडिशनल एसपी ने की थी. इस दौरान उन्होंने कांस्टेबल अखिलेश को अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया. इस दौरान अखिलेश ने जो खुलासा किया, वह सुनकर एडिशनल एसपी भी हैरान रह गए. उन्होंने अखिलेश के खिलाफ कार्रवाई के साथ ही उसके चाचा के खिलाफ भी मामला दर्ज करा दिया है.
भतीजे को फंसाने के चक्कर में खुद फंसा चाचा
अमरोहा पुलिस के आरआई घनश्याम के मुताबिक आरोपी कांस्टेबल अखिलेश कुमार की पोस्टिंग अमरोहा में थी. इसलिए अमरोहा पुलिस ने उसे बर्खास्त कर दिया है. चूंकि उसके लिए फर्जी मार्कशीट उसके चाचा द्वारा ही बनवाने की बात सामने आई है, इसलिए अमरोहा देहात थाने में उसके चाचा के खिलाफ भी धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है. इस मामले में यदि जरूरी हुआ तो आरोपियों को अरेस्ट भी किया जाएगा.
अलीगढ़: भीड़ ने पीटा, लेकिन जांच में गाय का मांस नहीं मिला
29 May, 2025 01:59 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अलीगढ़ के अलहदादपुर गांव से हाल ही में एक मामला सामने आया, जहां 4 मुस्लिम युवकों पर शक था कि वो गाय का मीट लेकर जा रहे हैं और इसी के चलते उनके साथ बेरहमी से मारपीट की गई थी. हालांकि, अब जांच के बाद सामने आया है कि वो मीट गाय का नहीं था.
अलीगढ़ में युवकों के साथ हुई मारपीट की घटना के बाद पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड में है. ADM सिटी अमित कुमार भट्ट ने बताया कि लंबी जांच रिपोर्ट में पाया गया कि मीट गाय का नहीं था. व्यापारियों से मिले मीट के चार नमूने जांच के लिए मथुरा भेजे गए थे. जांच में पाया गया कि मीट भैंस का था. एडीएम सिटी ने कहा कि भ्रामक स्थिति ना रहे इसके लिए संचालकों के माध्यम से डेडीकेटेड गाड़ी से लाइसेंस धारकों को मीट पहुंचने का काम किया जाएगा.
पुलिस ने क्या कहा?
डेडीकेटेड वाहन इंसुलेटिड भी रहेंगे और वाहन का नंबर पुलिस और खाद्य औषधि विभाग के पास रहेगा, इससे दोनों विभाग अलर्ट रहेंगे और गाड़ी के नंबर से जांच-पड़ताल करने में आसानी रहेगी. ऐसे हालात दोबारा पैदा न हो, इसी को लेकर ADM सिटी अमित कुमार भट्ट ने कहा, पहले से ही लाइसेंस धारकों को फैक्ट्री से मीट दिया जाता था अब इन पर और निगरानी की जाएगी.
क्या है पूरा मामला?
हाल ही में अलहदादपुर से मामला सामने आया था, जहां 4 युवकों पर प्रतिबंधित मीट ले जाने का शक किया गया था और इसी शक के आधार पर इन युवकों के साथ बेरहमी से मारपीट की गई थी. हालांकि, इन लोगों के साथ जब मारपीट की जा रही थी और यह लहूलुहान हो गए, तभी बीच में पुलिस आ गई और पुलिस ने व्यापारियों को बचाया. इसी के बाद हमलावर और पीड़ित दोनों पक्षों की तरफ से थाना हरदुआगंज में मुकदमा दर्ज कराया गया. इसी के बाद पुलिस ने मारपीट करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने अब तक विजय कुमार गुप्ता, विजय बजरंगी, लवकुश को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही 27 मई को एक और आरोपी भानु प्रताप उर्फ भूरा को भी गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि, चारों घायल व्यापारी अभी मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं.
जांच में क्या-क्या खुलासा हुआ?
इस मामले की जांच की जा रही है. जहां जांच में बड़ा खुलासा हुआ कि मीट गाय का नहीं था. वहीं जांच में यह भी खुलासा हुआ है कियुवक मीट व्यापारी थे और उनके पास वैध लाइसेंस भी था. वो अल-तबारक नाम की मीट फैक्ट्री से मीट ला रहे थे. उनके पास से फैक्ट्री की रसीद भी मिली.
आलमबाग में मुठभेड़, पुलिस की गोली से घायल बदमाश गिरफ्तार
29 May, 2025 01:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ की खबर है. बताया जा रहा है कि पुलिस और बदमाशें के बीच ये मुठभेड़ बुधवार देर रात लखनऊ के आलमबाग इलाके में हुई. पुलिस की कार्रवाई में एक बदमाश के पैर में गोली लगी है. मुठभेड़ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. उसको अस्पताल भेजा गया है. बदमाश का नाम गौरव कनोजिया बताया जा रहा है. गिरफ्तार बदमाश के पास से 2700 सौ रुपए, तमंचा, कारतूस और बाइक बरामद हुई है.
गौरव बस कंडक्टर से लूट का मुख्य आरोपी है. पुलिस मामले में एक आरोपी की गिरफ्तारी कर चुकी है. वहीं बताया जा रहा है कि एक बदमाश शुभम उर्फ शिवम अंधेरे का फायदा उठाकर पुलिस को चकमा देकर मौके से फरार हो गया. जानकारी के अनुसार, लखनऊ के आलमबाग बस टर्मिनल के बाहर मेट्रो स्टेशन के नीचे 22 मई को रात में एक लूट की घटना हुई थी. 22 मई को रात लगभग 12 बजकर 15 मिनट पर तीन बाइक सवार बदमाशों ने आजमगढ़ डिपो के कंडक्टर से लूट की. तीनों ने कंडक्टर का बैग लूट लिया.
पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी थी
कंडक्टर संविदा पर कार्यरत हैं. उनका नाम चमन कुमार है. कंडक्टर चमन कुमार ने बताया कि बैग में 15,800 रुपए नगद के साथ टिकट, भार टिकट और ई-टिकट मशीन रखी थी. लूट की घटना के तुरंत बाद उन्होंने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम को इसकी जानकारी दी. इसके बाद से ही पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी थी. पुलिस ने बताया कि देर रात आलमबाग पुलिस ने एसीपी कैंट दफ्तर के पास बाइक सवार दो बदमाशों की घेराबंदी की.
बदमाशों ने पुलिस को देखते ही की फायरिंग
पुलिस को देखते ही बदमाशों ने फायरिंग कर दी.जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश के पैर में गोली लगी. उसकी पहचान गौरव कनोजिया के रूप में की गई है. पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया है. पुलिस ने बताया कि उसके पास से 2700 सौ रुपए, तमंचा, कारतूस और बाइक बरामद की गई है. उसका साथी शुभम उर्फ शिवम मौके से फरार हो गया. मामले में पुलिस बीते सोमवार को लुटेरे नाका निवासी पीयूष वर्मा की गिरफ्तारी की थी.
दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर जाम से स्थायी निजात, ब्रजघाट में बाईपास को मिली मंजूरी
29 May, 2025 01:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से अमरोहा, मुरादाबाद या रामपुर-बरेली जाने के लिए अब जद्दोजहद नहीं करनी होगी. दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर जोया में हाइवे के चौड़ीकरण का काम पहले ही पूरा हो चुका है. अब एनएचएआई ने ब्रजघाट में भी बाईपास और गंगा पर नया पुल बनाकर जाम का स्थाई समाधान निकालने की योजना बनाई है. इस योजना को केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है और जल्द से जल्द डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करने को कहा है. उम्मीद है कि इस प्रोजेक्ट पर अगले दो से तीन महीने के अंदर काम शुरू कर दिया जाएगा.
इस योजना की बड़ी बात यह है कि बाईपास बनने से वाहनों को स्नान घाट पर लगने वाले जाम से जूझने की जरूरत नहीं होगी. वहीं गंगा पर नया पुल बन जाने से मौजूदा ब्रिज पर भी दबाव कम हो जाएगा. इससे ब्रजघाट पर स्नान, पूजा-पाठ के अलावा अपनों के अंतिम संस्कार के लिए आने वालों को भी किसी तरह के जाम में फंसने की नौबत नहीं आएगी. इसके लिए एनएचएआई ने करीब 8 किमी लंबा और 6 लेन तक चौड़ा बाईपास बनाने का फैसला किया है. इसी के साथ गंगा पर एक नया पुल भी बनाया जाएगा.
50 हजार वाहनों का है ट्रैफिक
एनएचएआई के अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर ब्रजघाट में करीब 50 हजार वालों का ट्रैफिक लोड है. वहीं पर्व-त्योहारों के समय यह ट्रैफिक लोग लगभग डबल हो जाता है. चूंकि ब्रजघाट में गंगा नदी पर पहले से चार लेन का ही ब्रिज है, ऐसी स्थिति यहां बॉटलनेक की स्थिति बन जाती है. इसके चलते आए दिन जाम लगता रहता है. कई बार तो स्थिति ऐसी बन जाती है 12 से 15 घंटे तक वाहन जाम में फंसे रहते हैं. ऐसे हालात में कोई गाड़ी खराब हो जाए तो स्थिति और भी बिगड़ जाती है.
श्मशान के पास से निकलेगा बाईपास
इस समस्या को देखते हुए सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने पिछले साल बाईपास का प्लान तैयार किया था. उस समय भी बाईपास की लंबाई 8 किमी और चौड़ाई 6 लेन ही थी, लेकिन तकनीकी खामियों की वजह से इस प्लान को रिजेक्ट कर दिया गया. अब विभाग ने एक नया प्लान तैयार किया और इस प्लान को मंजूरी भी मिल गई है. इस प्लान में गंगा पर नए पुल की मंजूरी दी गई है. यह पुल बाईपास पर मौजूदा पुल की पूर्व दिशा में बनेगा और श्मशान के पास से होकर टोल प्लाजा के पास वापस हाईवे को कनेक्ट करेगा. एनएचएआई के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार के मुताबिक इस योजना पर जल्द काम शुरू किया जाएगा.
महिलाओं की सुरक्षा पर फोकस, यूपी में सार्वजनिक वाहनों के लिए नई गाइडलाइन
29 May, 2025 12:52 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी जिलों में ऑटो, ई-रिक्शा, टैक्सी और ओला-उबर जैसी कैब सेवाओं पर बड़ा नियम लागू कर दिया है. अब हर ड्राइवर को अपनी गाड़ी में स्पष्ट रूप से अपना नाम और मोबाइल नंबर लिखना अनिवार्य होगा. जब तक यह जानकारी गाड़ी में नहीं लिखी होगी, ड्राइवर को वाहन चलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. यह कदम खासकर महिलाओं की सुरक्षा के मद्देनजर उठाया गया है. सरकार के फैसले पर राज्य महिला आयोग ने खुशी जाहिर की है. आयोग महिलाओं की सुरक्षा के लिए इसे बड़ा कदम मान रही है.
राज्य महिला आयोग ने इस संबंध में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह को पत्र लिखकर सख्ती से नियम लागू करने की मांग की थी. जिसके बाद सरकार ने सभी जिलों में यह नियम लागू कर दिया है. सरकारी की मंशा है कि इससे महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित होगी. वहीं सरकार का ये फैसला महिला सुरक्षा से जोड़ कर देखा जा रहा है.
गाड़ी में लिखना होना नाम और मोबाइल नंबर
यह नियम महिलाओं के लिए यात्रा को और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक अहम पहल माना जा रहा है. यूपी सरकार की तरफ जारी किए गए नियम में कहा गया है कि राज्य के सभी जिलों के ऑटो, ई-रिक्शा, टैक्सी और ओला-उबर जैसी कैब सेवाओं उपलब्ध कराने वाले सभी वाहन चालकों को अपनी गाड़ी पर नाम और मोबाइल नंबर लिखना जरूरी है. जिस ड्राइवर ने गाड़ी पर अपना नाम और मोबाइल नंबर नहीं लिखा होगा उसे गाड़ी चलाने की अनुमति नहीं है.
महिला आयोग ने मंत्री को लिखा था पत्र
यह भी कहा गया है कि अगर कोई नियम का पालन नहीं करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. परिवाहन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी इस नियम को सख्ती से लागू कराने के लिए प्रतिबद्ध हैंं. वहीं राज्य महिला आयोग ने इस संबंध में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह को पत्र लिखकर सख्ती से नियम लागू करने की मांग की.
एनकाउंटर में ढेर हुआ लॉरेंस बिश्नोई गैंग का शार्प शूटर, 20 केस थे दर्ज, एक साथी फरार
29 May, 2025 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हापुड़। नोएडा एसटीएफ यूनिट व दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की टीम ने कोतवाली क्षेत्र के आनंद विहार में मुठभेड़ के दौरान लॉरेंस गैंग के शार्प शूटर को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। मारा गया बदमाश गाजियाबाद के लोनी का नवीन कुमार है।
बदमाश से एक बाइक, पिस्टल, दो कारतूस व एक खोखा बरामद हुआ है। बदमाश के खिलाफ दिल्ली व उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में 20 आपराधिक मुकदमे दर्ज थे।एसपी ज्ञानंजय सिंह ने बताया कि एसटीएफ नोएडा यूनिट व दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल को इनपुट मिला था कि लॉरेंस गैंग का शार्प शूटर गाजियाबाद के लोनी का नवीन कुमार किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हापुड़ की तरफ आ रहा है।टीम ने हापुड़ पुलिस से संपर्क किया। जिसके बाद संयुक्त पुलिस टीमों ने कोतवाली क्षेत्र के आनंद विहार के पास चेकिंग शुरू कर दी। इसी बीच पुलिस को एक संदिग्ध बाइक सवार आता दिखाई दिया। रुकने का इशारा करने पर बदमाश ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी।
दो मुकदमों में सुनाई जा चुकी थी सजा
जवाबी फायरिंग में पुलिस की गोली लगने से बदमाश मौके पर ही मारा गया। पुलिस ने बदमाश के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। जानकारी मिली है कि बदमाश के खिलाफ दिल्ली व उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों हत्या, अपहरण, हत्या का प्रयास, लूट, डकैती समेत अन्य मामलों में 20 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। दो मुकदमों में उसे न्यायालय ने सजा भी सुनाई थी।
दिल्ली में लूट को दिया था अंजाम
पिछले दिनों दिल्ली के फर्श बाजार में बदमाश ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। मामले में वह वांछित चल रहा था। बदमाश के खिलाफ मकोका की कार्रवाई भी की गई थी।आरोपितों ने 8 दिसंबर को दिल्ली के फर्श बाजार में बर्तन व्यापारी सुनील जैन की हत्या की थी। एक बदमाश फरार बताया जा रहा है। वहीं, मुठभेड़ के दौरान एसटीएफ के अंकुर और दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के विजेंद्र घायल हुए हैं।