उत्तर प्रदेश
साइबर ठगी का नया गढ़! बिहार के इन जिलों से हो रहा बड़ा खेल
19 Apr, 2025 11:32 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार में नालंदा और नवादा साइबर क्राइम का एक बड़ा केंद्र बन गया है. यहां नालंदा गिरोह के अपराधी लगातार क्राइम कर रहे थे. साइबर क्राइम के अलावा यह गिरोह पिछले तीन महीने में महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश और झारखंड के सात कारोबारियों को पटना एयरपोर्ट से अगवा कर लगभग दो करोड़ रुपए की वसूली कर चुका है. पटना पुलिस, एसटीएफ और एमपी पुलिस की संयुक्त करवाई में इस गिरोह के 8 अपराधियों को पकड़ने के बाद यह खुलासा हुआ है.
झारखंड के जामताड़ा की तर्ज पर बिहार में नालंदा गिरोह खड़ा हुआ है. इनका जाल बिहार ही नहीं देश भर के अलावा सिंगापुर तक फैला हुआ है. नालंदा साइबर गिरोह ने पिछले तीन माह में देश के अलग-अलग राज्यों के सात कारोबारियों से 1.60 करोड़ रुपए वसूल चुका है. नालंदा और नवादा के इस गिरोह ने इस साल अब तक गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, झारखंड के सात कारोबारियों को पटना एयरपोर्ट से ही अगवा कर एक करोड़ 60 लाख की वसूली कर चुका है. इस गिरोह का सरगना रंजीत पटेल उर्फ मुन्ना जब पकड़ में आया तो यह खुलासा हुआ है. इसके साथ सात अन्य अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है.
एयरपोर्ट से अगवा कर लूटे 12 लाख
11 अप्रैल को पुणे के एक स्क्रैप कारोबारी लक्ष्मण साधु शिंदे को इस गिरोह ने झांसे से पटना बुलाया और एयरपोर्ट से अगवा कर लिया. उसे नालंदा के हिलसा में बंधक बना कर रखा. मारपीट किया और ATM कार्ड छीन लिया. पिन पूछने के लिए मारपीट किया और 12 लाख की निकासी कर ली. लेकिन मारपीट के दौरान ही उसकी मौत हो गई. जिसका शव जहानाबाद में फेंक दिया.
इन राज्यों के कारोबारियों को बनाया शिकार
जनवरी में पुणे के कारोबारी शंभा जी से 17 लाख, फरवरी में अहमदाबाद के कारोबारी दीपेश भाई से 60 लाख, गुजरात के कारोबारी कौशिक भाई से 30 लाख, बेंगलुरु के कारोबारी महेंद्र चौधरी से 7 लाख, 27 मार्च को राजकोट के आशीष पटेल से 3 लाख रुपए लूटे. झारखंड के कारोबारी दीपक कनौडिया को अगवा कर नालंदा ले जाकर 50 लाख वसूल कर छोड़ दिया.
सीबीआई के आपरेशन ‘चक्र’ में फंसे अपराधी
सीबीआई के आपरेशन चक्र के तहत बिहार के नालंदा और नवादा के कई साइबर अपराधी टारगेट पर हैं. सीबीआई ने अंतर्राष्ट्रीय साइबर गिरोह का भंडाफोड़ किया है और इस सिलसिले में कई जगहों पर छापेमारी भी हुई. इन साइबर अपराधियों ने सिंगापुर के कारोबारियों को भी कई तरह के साइबर तकनीक का इस्तेमाल कर लाखों रुपए हड़प चुके हैं. इसमें फिशिंग, स्मिशिंग, विशिंग जैसी तकनीक शामिल है.
आइसक्रीम पर बवाल! दुकानदार ने मांगे पैसे, मिला खंजर
19 Apr, 2025 11:25 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड की राजधानी रांची में अपराधियों को कानून का कोई खौफ नहीं है. सरेआम गुंडागर्दी करते हुए अपराधियों ने रांची के सुखदेव नगर थाना क्षेत्र आइसक्रीम और मिल्कशेक बेच रहे दुकानदार को चाकू मार दी. इतना ही नहीं उसके पैसे भी लूट लिए. इसके बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए. वहीं दुकानदार गंभीर रुप से घायल हो गया. पुलिस ने घायल दुकानदार को इलाज कि लिए अस्पताल पहुंचाया.
रांची के सुखदेव नगर थाना क्षेत्र में गाड़ीखाना कुम्हार टोली मार्ग पर एक दुकानदार पर अपराधियों ने चाकू से हमला कर दिया. दरअसल, दुकानदार ने आइसक्रीम खाने के बाद आरोपियों से पैसे की मांगे थे. दुकानदार के द्वारा पैसे की मांग करना अपराधियों को इस कदर नागवार गुजरा की दुकानदार पर चाकू निकाला और उसकी गर्दन पर ताबड़तोड़ वार कर दिया. चाकू के हमले में दुकानदार जख्मी होगा. वहीं सभी आरोपी फरार हो गए.
आइस्कीम बेचने पर चाकू से हमला
मामले की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे सुखदेव नगर थाना की पुलिस ने घायल दुकानदार दिलखुश को इलाज के लिए रांची के सदर अस्पताल पहुंचाया. घायल युवक राजस्थान का रहने वाला है और रांची में रहकर आइसक्रीम और मिल्क शेक बेचने का काम करता है. पूरे मामले को लेकर राजधानी रांची के सुखदेव नगर थाना की पुलिस जांच में जुट गई है. इस दौरान एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. जबकि अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.
लगातार बढ़ रहे अपराधिक मामले
इस घटना से महज एक दिन पूर्व ही झारखंड की राजधानी रांची के सबसे पाश इलाकों में भी अपराधियों ने इसी तरह की घटना का अंजाम दिया था. मामला गोंडा थाना क्षेत्र के कांके रोड का था. मुख्यमंत्री आवास से सिर्फ एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक फ्लावर डेकोरेशन की दुकान में घुसकर दो अपराधियों ने दिनदहाड़े लूट की घटना की अंजाम दिया था. दोनों अपराधियों ने हथियार के दम पर 1.67 लाख रुपए की लूट की थी.
'फिर से नीतीश' बनाम 'अब नहीं चाहिए' – चुनाव से पहले सियासी मोर्चाबंदी शुरू
18 Apr, 2025 05:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार विधानसभा चुनाव की औपचारिक घोषणा भले ही न हुई हो, लेकिन सियासी तपिश गर्म हो गई है. सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों ही अपने-अपने एजेंडे सेट करने के साथ-साथ सियासी दांव भी चल रहे. चुनाव की बढ़ती सरगर्मी के बीच शह-मात का खेल हो रहा और पोस्टर वार भी छिड़ गया है. जेडीयू ने पार्टी आफिस के बाहर पोस्टर लगाया, ’25 से 30 फिर से नीतीश’ तो जवाब में कांग्रेस ने पोस्टर लगाया, ‘देख लिया है साल 20, नहीं चलेंगे चचा नीतीश.’.
नीतीश कुमार दो दशक से बिहार के सत्ता की धुरी बने हुए हैं और 2025 के चुनाव में एक बार फिर से सीएम बनना चाहते हैं. मिशन-2025 को लेकर नीतीश कुमार एक्टिव हो गए हैं और अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए हर एक दांव चल रहे हैं. ऐसे में आरजेडी से लेकर कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दल नीतीश कुमार के खिलाफ सियासी माहौल बनाने में लगे हैं, जिसके चलते ही जेडीयू बनाम कांग्रेस में पोस्टर वार छिड़ गई है.
जेडीयू का ’25 से 30 फिर से नीतीश’
बिहार में बीजेपी ने भी मान लिया है कि 2025 का विधानसभा चुनाव सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ेगी, लेकिन हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी के द्वारा सम्राट चौधरी को सीएम का चेहरा बताए जाने के बाद जेडीयू ने फिर से नीतीश के पक्ष में माहौल बनाना शुरू कर दिया है. जेडीयू ऑफिस के बाहर पार्टी की ओर से एक पोस्टर लगवाया गया है, जिसमें लिखा-’25 से 30 फिर से नीतीश’. इस तरह जेडीयू ने पोस्टर के जरिए एक बार फिर से यह बताने की कोशिश की है कि बिहार में फिर से 2025 से 2030 तक नीतीश कुमार की अगुवाई में ही सरकार रहेगी.
25 से 30 फिर से नीतीश
जेडीयू नेताओं के मुताबिक, यह संदेश स्पष्ट है कि नीतीश का जादू बरकरार है और नीतीश कुमार के अगुवाई में ही एनडीए चुनाव में उतरेगी. नीतीश एनडीए का चेहरा होंगे और उन्हीं के नेतृत्व में सरकार बनेगी. जेडीयू नेता नीरज कुमार का कहना है कि पार्टी के कार्यकर्ताओं के जरिए जो विचार आते हैं, उन्हीं को पोस्टर के जरिए लोगों तक पहुंचाया जाता है. पोस्टर में जो लिखा गया है, उसमें किसी भी तरह का कोई भ्रम नहीं है, क्योंकि जेडीयू ही नहीं बल्कि बीजेपी भी कह चुकी है कि नीतीश कुमार ही सीएम होंगे. यह बताकर अपना सियासी दांव चल दिया है.
जेडीयू के जवाब में कांग्रेस का पोस्टर
जेडीयू ने नीतीश कुमार को 2025 से 2030 तक का सीएम वाला पोस्टर पटना में लगाया तो जवाब में कांग्रेस ने भी पोस्टर जारी किया. कांग्रेस ने एक पोस्टर जारी कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है. यह पोस्टर बिहार प्रदेश युवा कांग्रेस की ओर से जारी किया गया है. इस पोस्टर में लिखा गया है, ‘देख लिया है साल 20, नहीं चलेंगे चचा नीतीश.’ अब कांग्रेस ने इस पोस्टर के जरिए नीतीश सरकार पर करारा हमला किया है.
देख लिया है साल 20, नहीं चलेंगे चचा नीतीश
इसी पोस्टर में चारों तरफ अलग-अलग मुद्दों की तस्वीर लगी हुई है, जिसमें असुरक्षित महिलाएं, बेरोजगारी, पलायन, अपराध और भ्रष्टाचार का जिक्र है. इस पोस्टर निवेदक के तौर पर बिहार प्रदेश युवा कांग्रेस लिखा हुआ है. कांग्रेस इस पोस्टर के जरिए बता रही है कि नीतीश कुमार के 20 साल का कार्यकाल देख लिया गया है कि अपराध और भ्रष्टाचार का बोलबाला है. बेरोजगारी है और लोग बिहार से पलायन कर रहे हैं. इसीलिए अब नीतीश कुमार नहीं चाहिए. कांग्रेस ने नीतीश सरकार पर करारा हमला बोला है.
नकली प्यार, असली शिकार! साहिल-गुलशन ने कैसे बर्बाद की लड़कियों की जिंदगी
18 Apr, 2025 04:46 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के वैशाली जिले से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. इस घटना को जिसने भी सुना, वह सन्न रह गया. दरअसल वैशाली में एक प्रेमी जोड़ा पॉर्न वीडियो का बिजनेस कर रहा था. प्रेमी जोड़े ने पॉर्न वीडियो बनाया और उसे विदेश में बेचकर पैसा भी खूब कमाया. अब यह प्रेमी जोड़ा पुलिस की गिरफ्त में आ गया है. पुलिस बहुत बारीकी से मामले की जांच कर रही है.
राजधानी पटना से सटे हाजीपुर में लव, सेक्स और धोखा के जाल में दर्जनों लड़कियों को फंसाया गया है. हाजीपुर के जंदाहा थाना क्षेत्र के रहने वाले मोहम्मद साहिल का प्रेम प्रसंग गुलशन खातून नाम की लड़की से चल रहा था. गुलशन और साहिल दोनों हमेशा एक दूसरे से मुलाकात करते रहते थे. साहिल अपनी प्रेमिका गुलशन को इस बात के लिए राजी करता था कि वह अपनी अन्य सहेलियों से उसकी मुलाकात कराए.
प्रेमिका सहेलियों को प्रेमी से मिलवाती थी
इस पूरी कहानी का सबसे हैरान कर देने वाला पहलू यह है कि प्रेमिका अपनी सहेलियों को अपने प्रेमी से मिलने के लिए तैयार करती थी. पहले उन लड़कियों को नशे का डोज दिया जाता था और उसके बाद आरोपी प्रेमी साहिल उन लड़कियों से शारीरिक संबंध बनाता था. शारीरिक संबंध बनाने का वीडियो रिकॉर्ड किया जाता था. उन वीडियो को दूसरे देशों में बेचने की भी खबर सामने आ रही है. साहिल और गुलशन मोबाइल से खुद अपनी पॉर्न वीडियो भी बनाते थे. गुलशन नशा करती थी और दूसरी लड़कियों को भी जबरन नशे की गोली देती थी.
दरअसल इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब बीते दो अप्रैल को एक लड़की ने स्थानीय थाने में अश्लील वीडियो बनाकर उसे वायरल करने की धमकी दिए जाने का मामला दर्ज कराया था. पुलिस ने जांच शुरू की तो तीन दिन के बाद आरोपी साहिल को हाजीपुर के ही महनार थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया.
ऐसे सामने आया सच
दर्ज एफआईआर में पीड़िता ने बताया था कि वह अपने घर से पांच किलोमीटर दूर जनदाहा बाजार में कंप्यूटर की क्लास करने के लिए जाती थी. इसी बीच उसकी दोस्ती गुलशन खातून नाम की लड़की से हुई. गुलशन ने ही पीड़िता की मुलाकात अपने प्रेमी साहिल से करवाई थी. साहिल ने पीड़िता के साथ शारीरिक संबंध बनाया और वीडियो बनाकर उसे वायरल करने की धमकी दी.
अब इस पूरी घटना के सामने आने के बाद पुलिस बारीकी से जांच कर रही है. साथ ही इस बात की भी जानकारी जुटाने की कोशिश की जा रही है कि यह काम किसी सिंडिकेट का तो नहीं है? और इसके पीछे अगर कोई सिंडिकेट है तो वह कितना बड़ा है? पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है.
बिहार में तस्करी का ‘ड्रेस कोड’ – बुर्के में छिपाई जा रही थी शराब
18 Apr, 2025 03:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के कटिहार जिले में उत्पाद विभाग ने शराब तस्करी के एक चौंकाने वाले और अनोखे तरीके का खुलासा किया है. यह मामला शराब तस्करी के अब तक के सबसे हैरान कर देने वाले तरीकों में से एक माना जा रहा है. इस बार शराब तस्करी का माध्यम बनी एक महिला, जिसने बुर्का पहनकर अपने शरीर में शराब की टेट्रा पैक छिपा रखे थे. जैसे ही महिला का बुर्का उतरवाया तभी उसमें छिपी शराब के टेट्रा पैक बाहर आ गए.
घटना की शुरुआत पश्चिम बंगाल के कुमेदपुर से हुई, जहां से संध्या देवी नामक महिला ट्रेन से यात्री के रूप में सवार हुई. उसने बुर्का पहन रखा था और देखने में बिल्कुल सामान्य लग रही थी. लेकिन, उसके इरादे कुछ और ही थे. महिला ने अपने शरीर पर सेलोटेप की मदद से लगभग नौ लीटर अंग्रेजी शराब के टेट्रा पैक चिपका रखे थे. ऊपर से बुर्का पहनकर वह आराम से ट्रेन में सफर कर रही थी, ताकि किसी को उस पर शक न हो.
शरीर से चिपके थे अंग्रेजी शराब के टेट्रा पैक
उत्पाद विभाग को इस तस्करी की गुप्त सूचना पहले ही मिल चुकी थी. सूचना के आधार पर मनिया स्टेशन के पास उत्पाद विभाग की टीम ने जाल बिछाया. विशेष रूप से महिला कांस्टेबल को तैनात किया गया, ताकि महिला तस्कर की तलाशी ली जा सके. जैसे ही संध्या देवी को रोका गया और महिला कांस्टेबल द्वारा बुर्का उतरवाकर तलाशी ली गई, तो अधिकारियों के होश उड़ गए. महिला के शरीर से अंग्रेजी शराब के टेट्रा पैक एक के बाद एक निकलने लगे.
बुर्का उतरते ही पुलिस हुई हैरान
पूछताछ में महिला तस्कर ने अपना नाम संध्या देवी बताया, जो कटिहार जिले के माझेली गांव की रहने वाली है. उसने स्वीकार किया कि वह शराब की तस्करी में पहले भी शामिल रही है और इस बार उसने बुर्के का सहारा लिया ताकि आसानी से जांच से बच सके.उत्पाद विभाग ने महिला को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
अधिकारियों के अनुसार, यह तरीका अब तक के देखे गए तरीकों से बिलकुल अलग और नया है. इससे पहले पुरुष तस्करों द्वारा शराब को बैग, गाड़ी के हिस्सों या अन्य सामानों में छिपाकर ले जाने के कई मामले सामने आए हैं. लेकिन, महिला द्वारा बुर्का पहन कर इस तरह शरीर में शराब छिपाना, पहली बार देखा गया है.
'बच्चों की खातिर माफ कर दूंगा पत्नी को' – अलीगढ़ केस में पति जितेंद्र का बड़ा बयान
18 Apr, 2025 02:37 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अलीगढ़ में अपने ही होने वाले दामाद संग भागी सास का पति ने अपनी पत्नी को माफ करने की बात कही है. साथ ही एक शर्त भी रखी है. पति जितेंद्र का कहना है कि उसकी बीवी अगर माफी मांग ले तो वो उसे माफ करने को तैयार है. जहां पहले जितेंद्र ने कहा था कि वो पत्नी के मिलने पर उसका फैसला खुद करेगा, उसे सजा दिलवाएगा. वहीं, अब जितेंद्र पत्नी को माफ करने की बात कह रहा है.
जितेंद्र का कहना है कि बच्चों की खातिर वो बीवी को तलाक नहीं देगा. बच्चे अभी छोटे हैं और उन्हें मां की जरूरत है. मैं अकेले उन्हें कैसे संभालूंगा? अपना देवी ने पति पर इल्जाम लगाया था कि वो उससे मारपीट करता है. घर खर्च के नाम पर सिर्फ 1500 रुपये ही देता है, जिसका पूरा हिसाब रखता है. साथ ही 6-6 महीने तक कोई काम नहीं करता. इस पर जितेंद्र ने कहा- ये सभी आरोप गलत हैं. मैं उसे घर खर्च देता था और कभी उसका हिसाब नहीं रखा. मेरा बेंगलुरु में खुद का बिजनेस है. साथ ही दूध बेचने का भी काम है. इसलिए बेरोजगारी का तो सवाल ही पैदा नहीं होता.
इसके अलावा अपना देवी ने आरोप लगाया था कि जितेंद्र और उसकी बेटी दोनों ही मिलकर राहुल के साथ उसका गलत नाम जोड़ते थे. अगर वो राहुल से बात करे तो उससे झगड़ते थे. यही नहीं, पति ने तो ये तक कह दिया कि राहुल के साथ ही भाग जाओ. इसलिए मैं भाग गई. जितेंद्र ने इन आरोपों को भी निराधार बताया.
बेटी से बात करना बंद किया
कहा कि रिश्ता बेटी का तय हुआ था राहुल से और अपना देवी खुद ही उससे 20-20 घंटे बातें करती थी. जबकि, राहुल मेरी बेटी शिवानी से बात ही नहीं करता था. हमें शक था पर हमने कभी उसे कुछ नहीं कहा. बेटी ने जरूर अपनी मां से कहा था कि राहुल से इतनी बात मत किया करो. इसपर अपना देवी भड़क गई थी. उसने बेटी से बात करना तक छोड़ दिया था. फिर एक दिन बेटी के ही होने वाले दूल्हे संग भाग गई. इतना सब होते हुए भी हम उसे अपनाने को तैयार हैं.
हरदोई में मिलेगा सारा सामान
जितेंद्र ने दावा किया कि साढ़े पांच लाख के गहने और तीन लाख रुपये जो अपना देवी लेकर भागी है, वो राहुल ने अपनी बुआ के घर पर छिपाए हैं. राहुल की बुआ हरदोई में रहती है. अगर पुलिस वहां जाकर तफ्तीश करे तो उन्हें सारा सामान मिल जाएगा.
बरेली में रिश्तों का कत्ल, प्रेमी के लिए पति को मार डाला
18 Apr, 2025 02:28 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के बरेली से सौरभ-मुस्कान जैसा मामला सामने आया है. यहां एक पत्नी ने प्रेमी की खातिर अपने ही पति को मार डाला. प्रेमी ने इस कांड में उसका साथ दिया. दोनों ने हत्या के बाद उसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सब कुछ सामने आ गया. पता चला कि युवक की हत्या की गई है. पुलिस ने तफ्तीश की तो कातिल कोई और नहीं, बल्कि मृतक की पत्नी और उसका प्रेमी निकले.
भाई की तहरीर पर मृतक केहर सिंह की पत्नी और उसके प्रेमी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है. फिलहाल दोनों पुलिस गिरफ्त में हैं. पुलिस ने जब पत्नी से सख्ती से पूछताछ की तो वो टूट गई. उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
पति था सफाईकर्मी
फतेहगंज पश्चिमी थाना क्षेत्र में रविवार शाम को संविदा पर काम करने वाले सफाई कर्मी केहर सिंह का शव फंदे से लटका मिला था. शुरुआत में मामला आत्महत्या का लग रहा था. लेकिन जब पोस्टमार्टम हुआ तो उसमें गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई, जिसके बाद केहर सिंह के भाई की तहरीर पर फतेहगंज पश्चिमी थाने में पत्नी रेखा और उसके आशिक पिंटू के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया. पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो आरोपी रेखा ने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
शादी को हो गए थे 16 साल
केहर सिंह की पत्नी रेखा की शादी के 16 साल हो चुके थे. उनके 4 बच्चे भी हैं, जिसमें राहुल सिंह (13), वंश सिंह (10), रितिक सिंह (7) और बेटी परी कुमारी (5) हैं. केहर सिंह के बड़े भाई अशोक कुमार ने बताया कि रेखा मेडिकल कॉलेज में खाना बनाने का काम करती थी. वहां पर बिजनौर निवासी पिंटू से रेखा की मुलाकात हुई. दोनों में पहले अच्छी दोस्ती हुई उसके बाद दोनों एक दूसरे से मोहब्बत करने लगे, जिसके बाद केहर सिंह को इस बात की जानकारी हुई तो उसने नौकरी छोड़ने को कहा. लेकिन रेखा ने नौकरी छोड़ने से मना कर दिया.
रेखा के प्रेमी को लेकर झगड़ा
मृतक केहर सिंह का उसकी पत्नी रेखा से आए दिन उसके प्रेमी को लेकर विवाद होता था. रविवार को रेखा ने अपने पति को ठिकाने लगाने की योजना बनाई. जिसके बाद चाय में चूहा मारने ती दवा मिलाकर पति को बेहोश कर दिया. फिर रेखा और उसके प्रेमी ने मिलकर केहर सिंह का गला घोंट दिया. इसके बाद लाश को फांसी के फंदे पर लटका दिया, ताकि मामला आत्महत्या का लगे.
किराए के मकान में रहता था केहर सिंह
बरेली के अलीगंज थाना क्षेत्र के गांव खेलम देहाजागीर के रहने वाला 35 साल का केहर पाल सिंह नगर पंचायत फतेहगंज पश्चिमी में संविदा पर सफाई कर्मी के रूप में पिछले 10 सालों से काम कर रहा था. केहर अपनी पत्नी रेखा और चारों बच्चों के साथ मोहल्ला ठाकुर द्वारा में किराए पर रहता था. रविवार शाम करीब साढ़े पांच बजे कमरे के अंदर उसका शव पंखा के कुंडे से लटका मिला. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबा कर हत्या करने की पुष्टि होने के बाद केहर सिंह के भाई अशोक ने पत्नी रेखा और उसके प्रेमी पिंटू के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी.
'दूल्हा मेरा नहीं था तैयार...' रो-रोकर बताई सुहागरात की रात की हैरान कर देने वाली कहानी
18 Apr, 2025 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शादी करना किसी भी लड़की का एक सपना होता है. हर लड़की चाहती है कि उसे एक परफेक्टर पार्टनर पति के रूप में मिले. हालांकि, कई चीजों में लड़कियों के एडजस्ट भी करना पड़ता है. लेकिन क्या हो जब पता चले कि आपने जिससे लड़के से शादी की है, वो गे है. यानी उसे महिलाओं में नहीं बल्कि मर्दों में दिलचस्पी है. जी हां, ऐसा ही एक मामला बिहार के बेगूसराय से सामने आया है. यहां एक दुल्हन बड़े ही अरमानों के साथ ब्याह कर अपनी ससुराल आई. लेकिन शादी के कुछ दिन बाद दुल्हन को पति की ऐसी असलियत पता चली कि उसके पैरों तले जमीन ही खिसक गई.
मामला सिंघौल थाना क्षेत्र का है. महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि उसकी शादी में करीब दो करोड़ रुपये खर्च हुए. शादी के बाद पता चला कि उसका पति समलैंगिक है. महिला ने अपनी शिकायत में ससुराल वालों पर आरोप लगाया है कि ससुराल वालों ने मोटे दहेज के लिए धोखे से उसकी शादी कराई है.
हालांकि, पुलिस ने महिला की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है. महिला ने अपनी शिकायत में यह भी बताया कि शादी के बाद से ससुराल वाले उसे दहेज के लिए प्रताड़ित भी करते थे.
महिला ने बताया कि जब उसे पता चला कि उसका पति समलैंगिक है तो उसने थाने में शिकायत दर्ज कराई है. वहीं, पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और जल्द ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है. अब इस घटना की चर्चा चारों तरफ हो रही है. बता दें कि कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिसमें शादी के बाद पति और पत्नी के राज खुले हैं और फिर पुलिस कार्रवाई हुई है.
सुहागरात पर टच नहीं किया
पीड़िता ने कहा- जब मेरा रिश्ता हुआ था तो पति मीठी-मीठी बातें करता था. मुझे लगा कि यही मेरा मिस्टर परफेक्ट है. लेकिन शादी के बाद सुहागरात पर पति ने मुझे टच भी नहीं किया. इससे मुझे अटपटा जरूर लगा, लेकिन मैंने दिल का मना लिया. फिर यही चीज रोज होने लगी. उसके बाद मुझे पता चला कि मेरा पति तो गे है. यह बात मैं बर्दाश्त न कर पाई. ससुराल में जब मैंने इ, बारे में बात की तो भी मेरा किसी ने समर्थन नहीं किया. उल्टा मुझे ही प्रताड़ित किया जाने लगा.
‘सुशासन बाबू’ की छवि बचाने की जद्दोजहद, DM की तैनाती बना ब्रह्मास्त्र?
18 Apr, 2025 01:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार की सियासत में दो दशक से सत्ता के धुरी बने नीतीश कुमार के लिए 2025 का चुनाव काफी मुश्किल भरा माना जा रहा है. एनडीए का चेहरा नीतीश जरूर हैं, लेकिन विपक्ष ही नहीं बीजेपी नेताओं के बयान जरूर चिंता बढ़ाते रहते हैं. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से लेकर प्रशांत किशोर और कांग्रेस तक ने नीतीश के खिलाफ जबरदस्त तरीके से सियासी चक्रव्यूह रच रखा है. ऐसे में नीतीश कुमार ने अपने पुराने सियासी रुतबे को हासिल करने और लगातार पांचवीं बार चुनावी जंग जीतने के लिए डी-एम फार्मूला यानी दलित और महिला वोटों को साधने की स्ट्रैटेजी बनाई है.
नीतीश कुमार बिहार विधानसभा चुनाव की जंग को फतह करने के लिए पूरी तरह से मैदान में उतर गए हैं. उनका पूरा फिलहाल फोकस जातीय समीकरण को साधने का है क्योंकि बिहार की सियासत आज भी जातीय के इर्द-गिर्द सिमटी हुई है. दो दशक से बिहार की सत्ता पर काबिज नीतीश कुमार की नजर दलित और महिला वोटों पर है, जिसे रिझाने का भरसक प्रयास कर रहे हैं. दलित वोटों के लिए भीम संसद, भीम संवाद के बाद अब भीम महाकुंभ करने की योजना नीतीश ने बनाई है, तो महिला वोटों को साधने के लिए प्रदेश में महिला संवाद कार्यक्रम शुरू करने जा रहे हैं.
साइलेंट वोटरों को साधेंगे नीतीश कुमार
बिहार में महिला वोटर किसी भी दल का खेल बनाने और बिगाड़ने की ताकत रखती है. नीतीश कुमार महिला वोटों के सहारे ही सत्ता की धुरी बने हुए हैं. 2025 चुनाव से पहले फिर से एक बार महिला वोटों को साधने के लिए कार्यक्रम शुरू कर रहे हैं. जेडीयू ने इसके बहाने तेजस्वी यादव के ‘माई बहिन मान योजना’ के दांव को काउंटर करने कीस्ट्रैटेजीबनाई है. शुक्रवार को पटना से नीतीश कुमार महिला संवाद अभियान की शुरुआत करेंगे, जो समूचे बिहार में अगले 2 महीने तक चलेगी.
जेडीयू ने इस अभियान के तहत बिहार के करीब 2 करोड़ महिलाओं तक पहुंचने का टारगेट रखा है, जिसके लिए सीएम नीतीश कुमार 50 प्रचार वाहनों को पटना से रवाना करेंगे. बिहार में अगले 2 महीने तक 70 हजार जगहों पर महिला संवाद कार्यक्रम होंगे. इस अभियान के जरिए बिहार के गांव-गांव में महिलाओं के बीच सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी, जिसमें खासकर महिलाओं से जुड़ी योजनाओं की बात होगी. इस संवाद कार्यक्रम में बिहार की करीब सवा लाख से ज्यादा जीविका दीदियां भी शामिल होंगी.
नीतीश सरकार महिला संवाद कार्यक्रम के जरिए ना सिर्फ महिलाओं के लिए चल रही कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देगी, बल्कि बिहार में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए सरकार के बड़े निर्णयों जिसमें महिला आरक्षण, शराबबंदी, बाल विवाह, दहेज उन्मूलन, जीविका कार्यक्रम, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, छात्रा पोशाक योजना शामिल है. इन सारे फैसलों और सरकारी योजनाओं को भी बिहार की एक-एक महिला तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है. इस तरह महिलाओं को साधने की स्ट्रैटेजी मानी जा रही है.
दलित वोटों को साधने की जुगत में जेडीयू
बिहार में 18 फीसदी दलित वोटर हैं, जो किसी भी दल को सत्ता तक पहुंचाने और उसे हटाने की क्षमता रखते हैं. दलित वोटों की ताकत को देखते हुए नीतीश कुमार उन्हें साधने की कवायद में जुट गए हैं. दलित समाज से कनेक्ट करने के प्रयास में जेडीयू ने पिछले साल नवंबर-दिसंबर में भीम संसद की शुरुआत की थी. इस साल 13 अप्रैल को नीतीश कुमार ने भीम संवाद को संबोधित करते हुए दलित समाज के लिए शुरू की गई योजनाओं से वाकिफ कराया था. 14 अप्रैल को आंबेडकर जयंती के मौके पर नीतीश ने आंबेडकर सम्रग योजना का आगाज किया.
चुनाव तपिश को देखते हुए नीतीश कुमार की कोशिश दलित केंद्रित योजनाओं से दलित समाज को वाकिफ कराने की है ताकि उनका विश्वास जेडीयू के साथ बना रहे. जेडीयू विधानसभा चुनाव की हलचल को देखते हुए भीम महाकुंभ करने की रूपरेखा बना रही है. इसके जरिए जेडीयू दलित समाज को बताएगी कि नीतीश सरकार ने उनके लिए क्या-क्या कदम उठाएं हैं. अगर 2025 में सत्ता में आते हैं तो क्या-क्या काम दलित समाज के लिए कराएंगे.
बिहार में नीतीश का डी-एम फॉर्मूला
बिहार में नीतीश कुमार दोबारा से अपना सियासी रुतबा हासिल करने की जुगत में है, जिसके लिए लगातार एक्टिव हैं. ऐसे में उनकी नजर दलित और महिला वोटों पर है, जिसे डी-एम फार्मूला भी कहा जा रहा है. 2005 में पहली बार बिहार की सत्ता में आने के बाद नीतीश कुमार दलित और महिलाओं को अपना मजबूत वोट बैंक बनाने में सफल रहे हैं, जिसके सहारे 2010, 2015 और 2020 में सत्ता में आए. हालांकि, 2020 में जेडीयू कमजोर हुई है, लेकिन बीजेपी के सहयोग से नीतीश सीएम बनने में कामयाब रहे हैं. अब नीतीश कुमार 2025 में कोई सियासी रिस्क नहीं लेना चाहते हैं.
बिहार के दलित समाज के वोटों पर कांग्रेस से लेकर प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी की नजर है. कांग्रेस ने दलित समाज के राजेश कुमार को प्रदेश अध्यक्ष और सुशील पासी को बिहार का सह प्रभारी बना रखा है. इसके अलावा राहुल गांधी का पूरा फोकस दलित वोटों पर है, जिसे जोड़ने के लिए सामाजिक न्याय का एजेंडा सेट कर रहे हैं. आरजेडी भी दलित वोटों पर नजर गढ़ाए हुए है, जिसके चलते ही नीतीश कुमार दलित समाज के विश्वास को जीतने के लिए लगातार मशक्कत कर रहे हैं. महिला वोटों को साधने के लिए भी तेजस्वी यादव एक्टिव हैं, जिसके लिए उन्होंने ‘माई बहिन मान योजना’ का भी ऐलान कर रखा है. इसके चलते ही नीतीश कुमार भी महिला वोटों को साधने के लिए निकल रहे हैं.
‘भाई’ बनकर घर आता था... पर अंदर ही अंदर चल रहा था धोखे का खेल!
18 Apr, 2025 01:47 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड के गोड्डा में दो दोस्तों के बीच हाई वोल्टेज ड्रामा और मारपीट का मामला सामने आया है. एक युवक ने अपने ही दोस्त की पत्नी से प्यार की पींगे बांध उससे संबंध बनाने लगा. इसकी खबर दोस्त को हुई तो उसने बीच सड़क अपने दगाबाज दोस्त को पकड़कर धुन डाला. इस पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. मामला बिगड़ने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद दोनों दोस्तों को उठाकर थाना ले गई. यह घटना जिले के महागामा थाना क्षेत्र के बसुआ चौक के पास हुई.
मिली जानकारी के मुताबिक, गोड्डा जिला के महागामा थाना क्षेत्र के छोटा सिमड़ा गांव के रहने वाले डेनियल मुर्मू नामक व्यक्ति की दोस्ती विजेंद्र किस्कू नामक व्यक्ति के साथ थी. दोनों की दोस्ती नेटवर्क मार्केटिंग से जुड़े एक कार्यक्रम के दौरान हुई थी. अक्सर विजेंद्र अपने मित्र डेनियल के घर आया जाया करता था. इसी क्रम में डेनियल की पत्नी पर दोस्त विजेंद्र का दिल आ गया. धीरे-धीरे यह प्यार इस कदर परवान चढ़ा कि डेनियल की गैर मौजूदगी में उसका दोस्त विजेंद्र उसके घर आने-जाने लगा.
बीच सड़क कर दी पिटाई
दोस्त विजेंद्र की करतूत की जानकारी जैसे ही उसके दोस्त डेनियल को लगी वह आग बबूला हो उठा. विजेंद्र को सबक सिखाने के लिए उसे खोजने लगा. इसी बीच एकाएक डेनियल मुर्मू और उसके दोस्त विजेन्द्र किस्कू की मुलाकात गोंडा जिला अंतर्गत महागामा थाना क्षेत्र के बसुआ चौक के पास हो गई. विजेंद्र को देखते ही डेनियल अपना आपा खो दिया और बीच सड़क उसकी पिटाई शुरू कर दी. सड़क पर चल रहे हैं हाई वोल्टेज ड्रामा को देख वहां हड़कंप मच गया. इसी बीच किसी ने मामले की सूचना महागामा थाना की पुलिस को दे दी.
दोनों दोस्तों को पुलिस ने लिया हिरासत में
मौके पर पहुंची महागामा का थाना की पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद दोनों को उठकर थाना ले गई. पूछताछ के क्रम में पूरे मामले की जानकारी मिली जो चर्चा का विषय बन गया है. विजेंद्र पहले से शादीशुदा है और चार बच्चों का पिता है. जबकि, पीड़ित दोस्त डेनियल मुर्मू भी तीन बच्चों का पिता है. दोस्ती में दगाबाजी और दोस्त की पत्नी के साथ एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर का बवाल पूरे गोड्डा जिला में चर्चा का विषय बन गया है.
बीच सड़क हुई हाई वोल्टेज ड्रामा की कुछ वीडियो भी तेजी से वायरल हो रही हैं. फिलहाल पूरे मामले को लेकर महागामा थाना की पुलिस जांच कर रही है.
रवीन्द्र कुमार सिंह को कोर्ट की चेतावनी, झूठे तथ्यों पर लगाया जुर्माना
18 Apr, 2025 12:58 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गलत तथ्यों के साथ एक ही मामले पर दो बार याचिका करने वाले याची रवीन्द्र कुमार सिंह को कोर्ट ने जमकर फटकार लगाई है. इसके साथ ही चेतावनी देते हुए 25 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है. इसके साथ ही जिलाधिकारी जौनपुर को चार हफ्ते में हर्जाना वसूल कर कोर्ट में जमा करने का निर्देश दिया है.
कोर्ट ने कहा याची ने गलत बयानी कर कपट किया है. कोई ऐक्शन लेने के बजाय हर्जाने के साथ याचिका खारिज कर दी. यह आदेश न्यायमूर्ति मनीष कुमार निगम की एकलपीठ ने रवीन्द्र कुमार सिंह की याचिका विपक्षी अधिवक्ता राजेश कुमार सिंह की संपत्ति पर खारिज करते हुए दिया है.
क्या था मामला जिस दो बार लगाई गई याचिका?
याचिका में गांव सभा की जमीन का घोटाला करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करने, पांच सदस्यीय जांच कमेटी को बहाल कर रिपोर्ट मंगाने एवं विपक्षियों को अनुचित तौर पर आवंटित राशि की वसूली करने की मांग की गई थी. विपक्षी अधिवक्ता ने कहा इससे पहले भी याचिका दायर की थी.
कोर्ट ने जब याची की सत्यता पर हलफनामा मांगा तो याचिका वापस ले ली गई और उन्हीं तथ्यों को लेकर दोबारा याचिका दायर की. दोनों बार गलत तथ्यों को लेकर याचिका दायर की गई. जिसे कोर्ट ने कपट माना और हर्जाना लगाया है.
क्या कहता है नियम?
नियम के अनुसार एक ही मामले में दो बार याचिका दायर नहीं की जा सकती है. इसमें कुछ अगर नए तथ्य होते है तो ऐसा किया जा सकता है. अगर उन्हीं तथ्यों के साथ दोबारा याचिका पेश होती है तो ये कोर्ट का अपमान माना जाता है. न तो एक ही मामले में दो बार एफआईआर दर्ज नहीं की जा सकती है और न ही याचिका दायर हो सकती है. किसी आपराधिक मामले में अगर कोई एफआईआर रद्द की जा चुकी है तो उस मामले में फिर से दूसरी एफआईआर दर्ज कराई जा सकती है.
प्रयागराज, वाराणसी से होकर चलेंगी विशेष ट्रेनें
18 Apr, 2025 12:44 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गर्मियों के दौरान यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उत्तर रेलवे ने एक दर्जन से अधिक स्पेशल ट्रेनों को चलाने का फैसला किया है. ये स्पेशल ट्रेनें दिल्ली से बिहार के सीतामढ़ी, पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा और जोगबनी तक जाएंगी. इस बीच प्रयागराज, वाराणसी, गाजीपुर सिटी, बलिया, छपरा, हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, लखनऊ, सुलतानपुर, डीडीयू, बक्सर, सुलतानपुर, जौनपुर, कटिहार, पूर्णिया और आरा में इन ट्रेनों का स्टॉपेज होगा.
दिल्ली से अयोध्या और ऋषिकेश के लिए भी स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाएगा. उत्तर रेलवे के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक कुलदीप तिवारी ने बताया कि इन विशेष ट्रेनों का संचालन भीड़भाड़ को कम करने और यात्रियों को सुविधाजनक यात्रा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से किया जा रहा है.
ट्रेनों की जानकारी…
1. आनंद विहार टर्मिनल-सीतामढ़ी विशेष ट्रेन (04098/04097)- यह ट्रेन दोनों दिशाओं में 24 फेरे लगाएगी.
04098 (आनंद विहार से सीतामढ़ी): 22 अप्रैल से 11 जुलाई 2025 तक, हर मंगलवार और शुक्रवार को प्रातः 5:00 बजे प्रस्थान, अगले दिन 2:30 बजे आगमन.
04097 (सीतामढ़ी से आनंद विहार): 23 अप्रैल से 12 जुलाई 2025 तक, हर बुधवार और शनिवार को प्रातः 4:00 बजे प्रस्थान, अगले दिन 1:30 बजे आगमन.
इस ट्रेन का गोविंदपुरी, प्रयागराज, वाराणसी, गाजीपुर सिटी, बलिया, छपरा, हाजीपुर, और मुजफ्फरपुर में ठहराव होगा.
2. चंडीगढ़-पटना विशेष ट्रेन (04504/04503) – यह ट्रेन दोनों दिशाओं में 6 फेरे लगाएगी.
04504 (चंडीगढ़ से पटना): 24 अप्रैल से 29 मई तक, हर गुरुवार को रात 11:35 बजे प्रस्थान, अगले दिन रात 10:10 बजे पटना आगमन.
04503 (पटना से चंडीगढ़): 25 अप्रैल से 30 मई तक, हर शुक्रवार को रात 11:30 बजे प्रस्थान, अगले दिन रात 11:10 बजे चंडीगढ़ पहुंच.
ट्रेन लखनऊ, सुलतानपुर, वाराणसी, डीडीयू, बक्सर और आरा समेत अन्य प्रमुख स्टेशनों पर रुकेगी.
3. आनंद विहार-मुजफ्फरपुर विशेष ट्रेन (04030/04029)- ये ट्रेन दोनों दिशाओं में 8 फेरे लगाएगी.
04030: 22 अप्रैल से 17 मई तक, मंगलवार और शनिवार को सुबह 9:00 बजे आनंद विहार से प्रस्थान, अगले दिन सुबह 4:30 बजे मुजफ्फरपुर पहुंच.
04029: 23 अप्रैल से 18 मई तक, बुधवार और रविवार को सुबह 6:15 बजे मुजफ्फरपुर से प्रस्थान, अगले दिन सुबह 3:10 बजे आनंद विहार आगमन.
रास्ते में लखनऊ, सुलतानपुर, जौनपुर, गाजीपुर, बलिया, छपरा, हाजीपुर आदि स्टेशन शामिल हैं.
4. दिल्ली-दरभंगा विशेष ट्रेन (04012/04011) – 24 फेरे दोनों दिशाओं में.
04012: 22 अप्रैल से 11 जुलाई तक, मंगलवार और शुक्रवार को रात 7:30 बजे दिल्ली से रवाना, अगले दिन रात 8:20 बजे दरभंगा पहुंचेगी.
04011: 23 अप्रैल से 12 जुलाई तक, बुधवार और शनिवार को रात 10:20 बजे दरभंगा से रवाना, अगले दिन रात 10:40 बजे दिल्ली पहुंचेगी.
रास्ते में लखनऊ, सुलतानपुर, जौनपुर, वाराणसी, हाजीपुर, समस्तीपुर, आदि स्टेशनों पर ठहराव.
5. आनंद विहार टर्मिनल-जोगबनी विशेष ट्रेन (04094/04093) – 12-12 फेरे दोनों दिशाओं में.
04094: 24 अप्रैल से 10 जुलाई तक, हर गुरुवार रात 11:55 बजे प्रस्थान, अगले दिन सुबह 7:30 बजे जोगबनी पहुंच.
04093: 26 अप्रैल से 12 जुलाई तक, हर शनिवार सुबह 9:30 बजे जोगबनी से प्रस्थान, अगले दिन शाम 4:00 बजे आनंद विहार पहुंच.
ट्रेन रास्ते में लखनऊ, वाराणसी, छपरा, कटिहार, पूर्णिया, फॉर्ब्सगंज समेत कई प्रमुख स्टेशनों पर रुकेगी.
6. अयोध्या कैंट-आनंद विहार विशेष ट्रेन (04213/04214)- 36-36 फेरे दोनों दिशाओं में.
04213: 20 अप्रैल से 10 जुलाई तक, हर रविवार, मंगलवार और गुरुवार को शाम 6:20 बजे अयोध्या से रवाना, अगले दिन सुबह 6:00 बजे आनंद विहार पहुंचेगी.
04214: 21 अप्रैल से 11 जुलाई तक, हर सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को सुबह 9:00 बजे आनंद विहार से रवाना, रात 10:00 बजे अयोध्या कैंट पहुंचेगी.
बाराबंकी, लखनऊ, बरेली, मुरादाबाद, गाज़ियाबाद में ठहराव.
7. योगनगरी ऋषिकेश-मुजफ्फरपुर विशेष ट्रेन (04302/04301)- 13-13 फेरे दोनों दिशाओं में.
04302: 22 अप्रैल से 15 जुलाई तक, हर मंगलवार को दोपहर 3:20 बजे ऋषिकेश से रवाना, अगले दिन दोपहर 1:00 बजे मुजफ्फरपुर पहुंचेगी.
04301: 23 अप्रैल से 16 जुलाई तक, हर बुधवार को दोपहर 3:00 बजे मुजफ्फरपुर से प्रस्थान, अगले दिन दोपहर 2:20 बजे ऋषिकेश पहुंचेगी.
लखनऊ, सुलतानपुर, वाराणसी, छपरा, हाजीपुर आदि प्रमुख ठहराव.
प्रेम प्रसंग बना जानलेवा, अंबेडकरनगर में छात्रा की निर्मम हत्या
18 Apr, 2025 12:31 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर में छात्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई. बेखौफ दबंगों ने बीच रास्ते में ही छात्रा को रोक लिया. पहले कुछ कहासुनी हुई फिर छात्रा को गोली मार दी. गोली लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई. हत्या की वजह प्रेम प्रसंग बताया जा रहा है. जिस छात्रा की हत्या हुई है, उसकी हाल ही में शादी होने वाली थी. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर हत्यारों की तलाश शुरू कर दी है. हत्या की वारदात से पूरे गांव में तनाव का माहौल है.
जानकारी के मुताबिक, हसवर थाना क्षेत्र के ग्राम नरकटा बैरागी की रहने वाली चांदनी बीएससी द्वितीय वर्ष की छात्रा थी. बीती देर रात्रि वह घर से दूध लेकर जब वापस लौट रही थी, तभी गांव के ही दो युवकों ने उसे रास्ते में रोक लिया. पहले इन तीनो में कुछ कहासुनी हुई, इसके बाद एक युवक ने चांदनी को गोली मार दी. गोली लगने से चांदनी वहीं गिर गई और मौके पर ही उसकी मौत हो गई. हत्या की वारदात को अंजाम देकर हत्यारे फरार हो गए. गोली की आवाज सुनकर मौके पर गांव के लोग पहुंच गए और इसकी सूचना पुलिस को दी.
प्रेम प्रसंग में मारी गोली
चांदनी की हत्या के पीछे प्रेम प्रसंग को हत्या की वजह बताया जा रहा है. छात्रा का रिश्ता तय हुआ था. उसकी कुछ दिनों में शादी होने वाली थी. गांव के ही दो युवकों ने चांदनी को गोली मारी दी. जिन युवकों पर गोली मारने का आरोप है, उनमें से एक का नाम संदीप यादव और दूसरे का नाम खुशीराम मौर्या बताया जा रहा है. हत्या के बाद से दोनों युवक फरार हैं. पुलिस ने केस दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है.
हत्यारों की तलाश में जुटी पुलिस की चार टीमें
चांदनी के हत्या की खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया. वारदात की जानकारी मिलते ही एसपी केशव कुमार घटना स्थल पर पहुंच गए. एसपी ने लोगों से पूछताछ कर घटना के बारे में जानकारी ली. एसपी ने बताया कि 20-22 वर्षीय छात्रा की गोली मार कर हत्या की गई है. हत्या में दो लोग शामिल हैं, जिसमे एक सजातीय है. परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें लगाई गई हैं. जल्द ही इन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
इलाहाबाद हाईकोर्ट में अनोखा मामला, सास ने बहू पर लगाए घरेलू हिंसा के आरोप
18 Apr, 2025 12:26 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सास-बहू का रिश्ता बहुत ही खट्टा-मीठा सा होता है. इसमें तकरार भी होती है और प्यार भी. कई केस आपने सुने होंगे जिसमें सास पर अपनी बहू को प्रताड़ित करने का आरोप लगा होता है. लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि सास भी खुद बहू से प्रताड़ित होती है. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक ऐसे ही केस में फैसला सुनाया. इसमें एक सास ने बहू पर घरेलू हिंसा की शिकायत दी.
सुनवाई के दौरान यह भी सवाल उठा कि क्या सास अपनी बहु के खिलाफ इस तरह का मामला दर्जा करा सकती है? इस मामले पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने इसकी इजाजत दी. हाईकोर्ट ने एक महत्वपूर्ण निर्णय में कहा कि सास भी अपनी बहू के खिलाफ घरेलू हिंसा अधिनियम, 2005 के तहत शिकायत दर्ज करा सकती है.
यह फैसला न्यायमूर्ति आलोक माथुर ने दिया, जिन्होंने लखनऊ की एक निचली अदालत द्वारा बहू और उसके परिवार के खिलाफ जारी समन को सही ठहराया. मामला स्मृति गरिमा एवं अन्य बनाम उत्तर प्रदेश राज्य के नाम दाखिल हुआ था, जिसमें बहू और उसके परिवार ने निचली अदालत द्वारा जारी समन को चुनौती दी थी.
आदेश में कोर्ट ने क्या कहा?
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा- अधिनियम की धारा 12 के तहत राहत की याचिका कोई भी ऐसी महिला दाखिल कर सकती है, जो घरेलू संबंध में साझा घर में रह रही हो और पीड़ित हो. कोर्ट ने कहा- यदि सास को उसकी बहू या परिवार के किसी अन्य सदस्य द्वारा मानसिक या शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है, तो वह भी पीड़ित महिला की परिभाषा में आएगी और अधिनियम की धारा 12 के तहत याचिका दाखिल करने का अधिकार रखती है.
क्या है पूरा मामला?
मूल शिकायत में सास ने आरोप लगाया था कि बहू अपने पति (शिकायतकर्ता का बेटा) पर उसके मायके में जाकर रहने का दबाव बना रही है. इसके अलावा, बहू द्वारा ससुरालवालों के साथ दुर्व्यवहार और झूठे केस में फंसाने की धमकी देने का आरोप भी लगाया गया था. वहीं, बहू के वकील ने कोर्ट में दलील दी कि यह शिकायत बहू द्वारा दर्ज कराए गए दहेज उत्पीड़न और घरेलू हिंसा के मामले के जवाब में बदले की भावना से की गई है.
‘पीड़ित मानी जाएगी सास’
कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद कहा- सास की ओर से दर्ज शिकायत में घरेलू हिंसा अधिनियम की धारा 12 के तहत प्रथम दृष्टया मामला बनता है और इसलिए ट्रायल कोर्ट द्वारा जारी समन वैध है. कोर्ट ने आगे कहा- धारा 2(f), 2(s) और धारा 12 को एक साथ पढ़ने पर स्पष्ट होता है कि कोई भी महिला जो उत्तरदाता के साथ घरेलू संबंध में साझा घर में रह चुकी है, वह पीड़ित महिला मानी जाएगी.
सास-दामाद पर टूटा गांव वालों का गुस्सा, थाने में भड़के परिजन
18 Apr, 2025 12:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अलीगढ़ की बहुचर्चित सास-दामाद की कहानी इन दिनों हर किसी की जुबान पर है. सास अपना देवी और दामाद राहुल इस वक्त पुलिस गिरफ्त में हैं. गुरुवार के दिन दोनों से पुलिस ने पूछताछ की. इस दौरान उनके घर वालों को भी मडराक थाने में बुलाया गया था. सास अपना देवी के पति और बेटी सहित गांव के तमाम लोग भी थाने पहुंचे थे. उन्होंने सास-दामाद को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की. इस दौरान अपना देवी का भाई राजेश भी जीजा के साथ थाने पहुंचा था. राजेश ने बहन को इस दौरान खूब कोसा.
राजेश ने कहा- मेरी बहन अपना देवी ने जीजा जितेंद्र के साथ अच्छा नहीं किया. वो तो मेरी बहन कहलाने लायक नहीं है. अगर अपना देवी मेरे जीजा के घर वापस नहीं लौटती तो उसे पुलिस कड़ी से कड़ी सजा दे. मेरे घर पर भी बहन की एंट्री बैन है अब. मेरे पास आई तो मैं उसे अपने घर पर घुसने भी नहीं दूंगा. मैं मेरी बहन पहले ऐसी नहीं थी. राहुल ने ही उस पर जादू टोना किया है. वो होली के रोज बीमार पड़ा था. तब मेरी बहन उसका हालचाल लेने राहुल के गांव गई थी. वहां उसने न जाने मेरी बहन पर क्या जादू किया कि वो उसके कहे अनुसार सब कुछ करती गई.
अपना देवी के भाई ने राहुल पर और भी कई गंभीर इल्जाम लगाए. राजेश ने आरोप लगाते हुए कहा- राहुल तो पहले भी दो बार ऐसे कांड कर चुका है. महिलाओं को फंसाकर वो उनसे पैसे ऐंठता है. 10 से 15 दिन उन्हें घुमाता है. फिर पैसे जब उसके हाथ आ जाते हैं तो वो महिलाओं को गायब कर देता है. महिलाओं को बेवकूफ बनाना उसका पेशा है. वो पहले देखता है कि कौन सी महिला उसके लिए सही रहेगी, जो आसानी से उसके झूठे प्यार के झांसे में भी फंस जाए और जो वो कहे वही वो करती जाए.
‘मेरी बहन से कोई प्यार नहीं राहुल को’
राजेश ने कहा- मेरी बहन को भी राहुल ने ऐसे ही फंसाया. इससे पहले दो युवतियों को भी इसी तरह झांसे में लेकर भगा चुका है. वो लड़कियां कहां है और कौन हैं, ये हम नहीं जानते. लेकिन राहुल के ही गांव वालों ने मेरे जीजा को ये सब बताया है. मेरी बहन से भी उसे कोई प्यार नहीं है. वो बस उसका फायदा उठा रहा है. यह बात मेरी बहन नहीं समझ पा रही. मेरी बहन उल्टा अपने ही पति को गलत समझ रही है. जबकि, जीजा अच्छे हैं. हम चाहते हैं कि वो जीजा के पास वापस लौट आए.
पांच घंटे तक समझाया गया दोनों को
मडराक थाने में पहुंचे अपना देवी के परिजनों ने पांच घंटे तक दोनों को खूब समझाया. लेकिन अपना देवी और राहुल एक ही जिद पर अड़े रहे कि अब दोनों साथ-साथ रहेंगे. फिलहाल पुलिस ने अपना देवी को डाक्टरी परीक्षण के लिए मलखान सिंह अस्पताल भेजा. उसके बाद उसे वन स्टॉप सेंटर भेज दिया गया. पुलिस का कहना है कि दोनों की गुमशुदगी का मामला दर्ज किया गया है. इसलिए उसी आधार पर कार्रवाई हो रही है. जितेंद्र ने आरोप लगाया है कि उसकी बीवी घर से लाखों के गहने और कैश लेकर गई थी, लेकिन अपना देवी इन आरोपों को गलत बता रही है.