बिहार-झारखण्ड
बिहार में ठंड के स्वागत के लिए हो जाइये रेडी, इस समय से होने लगेगा सर्दी का अहसास
13 Oct, 2024 07:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना. बिहार में मौसम का मिजाज अब बदलता जा रहा है और बारिश के दिन बीत गए हैं और अब हल्की ठंड का अहसास भी रात में होने लगी है. मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, आने वाले 2 से 3 सप्ताह में प्रदेश में पछुआ हवा का प्रवेश पूरे तरीके से हो जाएगी जिसके कारण ठंड का अनुभव होने लगेगा. इस दौरान रात के तापमान में और गिरावट देखने को मिलेगी. हालांकि, दिन के तापमान में थोड़ी बढ़त बढ़ोतरी हो सकती है जिसके कारण लोग उमस से भी परेशान हो सकते हैं.
दरअसल, बिहार के निचले इलाकों से पश्चिमी हवा अब ऊपर की ओर बढ़ रही है जिसके कारण धीरे-धीरे तापमान में कमी आने की संभावना है. मौसम विभाग ने बताया है कि दीपावली और छठ महापर्व के आसपास अच्छी ठंड की शुरुआत हो सकती है. मौसम विभाग के अनुसार, बिहार में अभी किसी भी तरह की मौसमी गतिविधियां नहीं है जिसके कारण मौसम शुष्क बना रहेगा, लेकिन कई जिलों में बादल छाए रहेंगे. हालांकि, बारिश का कोई पूर्वानुमान नहीं है और बिहार के सभी जिलों में मौसम शुष्क बने रहने की के आसार हैं.
18 अक्टूबर को इन जिलों में बारिश
बिहार में इस दौरान दिन में दिन के तापमान में सामान्य से एक से दो डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है. वहीं, रात के तापमान में गिरावट आएगी. इस बीच मौसम विभाग ने आने वाले 18 अक्टूबर के लिए 11 जिलों में बारिश की संभावना जताई है. मौसम विभाग के अपडेट के अनुसार, 18 अक्टूबर को मधेपुरा, पूर्णिया, सहरसा, कटिहार, भागलपुर, सुपौल, अररिया, किशनगंज, जमुई, मुंगेर और बांका जिले में एक या दो स्थानों पर बारिश की संभावना व्यक्त की गई है .
बिहार के विभिन्न शहरों का तापमान
वहीं, पिछले 24 घंटे के दौरान अगर तापमान की बात करें तो सबसे अधिक बांका जिले में 34.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया. विभिन्न शहरों के तापमान पर नजर डालें तो मोतिहारी में 34.2 डिग्री सेल्सियस, कटिहार और नालंदा में 34 डिग्री सेल्सियस, शेखपुरा में 33.4 डिग्री सेल्सियस, मधुबनी में 33.1 डिग्री, अररिया में 33.1 डिग्री, पश्चिम चंपारण और भागलपुर में 33 डिग्री, जमुई में 32.8 डिग्री, बेगूसराय में 32.5 डिग्री, छपरा में 32.3 डिग्री, गया में 32.4 डिग्री और समस्तीपुर में 31.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया.
आज किसी जिले में बारिश नहीं होगी
बिहार में अब ठंड की एंट्री की तैयारी के बीच आज प्रदेश के किसी भी जिले में बारिश होने की संभावना नहीं है. सभी जिलों में मौसम शुष्क बना रहेगा. इस दौरान दिन के तापमान में सामान्य से 1 से 2 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी देखने को मिलेगी, जबकि रात के तापमान में गिरावट आएगी.
बिहार के लोगों के लिए दुआ करता हूं...बाबा सिद्दीकी ने कब और क्यों कही थी ये बात? लालू यादव से था बेहद गहरा नाता
13 Oct, 2024 06:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गोपालगंज. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) के सीनियर लीडर और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. उन्होंने हाल में ही कांग्रेस का दामन छोड़कर एनसीपी का हाथ थामा था. उनकी हत्या ऐसे समय में की गई है, जब महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. बाबा सिद्दीकी मूल रूप से बिहार के गोपालगंज जिले के मांझा थाना क्षेत्र के शेख टोली के रहनेवाले थे. बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद हर कोई जानने की कोशिश कर रहा है कि बिहार से उनका कैसा रिश्ता था. ऐसे में बता दें कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के करीबी माने जाते थे. बिहार जब भी आते थे तब लालू प्रसाद से जरूर मुलाकात करते थे. बिहार की राजनीति से उनका कोई लगाव तो नहीं रहा, लेकिन बिहार की विकास पर बात करते थे.
बाबा सिद्दीकी बिहार के हैं इस बात की जानकारी भी उन्होंने खुद ही साझा की थी. चार साल पहले जून 2020 में उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर पोस्ट किया था जिससे यह बात लोगों ने जानी. दरअसल, वर्ष 2020 में बिहार के गोपालगंज में 83 लोगों की बिजली का करंट लगने की वजह से मौत हो गई थी. इस घटना पर दुख जताते हुए बाबा सिद्दीकी ने फेसबुक पर लिखा था, मेरे पिताजी का जन्म बिहार गोपालगंज मांझा में हुआ था, मुझे मांझा में बचपन की यादें हैं. 83 लोगों के परिवारों के लिए मेरी हार्दिक संवेदना है जो बिजली के वोल्ट के कारण गुजर गए. इन कठिन समय में मैं बिहार के लोगों के लिए दुआ करता हूं. मांझा में पिछली यात्रा से कुछ तस्वीरें साझा कर रहा हूं.
बता दें कि बाबा सिद्दीकी का पुश्तैनी घर माझा ब्लॉक के शेख टोली गांव में है. बाबा सिद्दीकी का बचपन गोपालगंज के शेख टोली गांव में गुजरा. वे मुंबई के बांद्रा में अपने पिता अब्दुल रहीम के साथ वॉच मेकर (घड़ी कारीगर) का काम करने 1977 में मुंबई गए. अपने मेहनत के बल पर बाबा सिद्दीकी ने मुंबई युवा कांग्रेस का महासचिव बने. फिर फिल्म अभिनेता और कांग्रेस नेता सुनील दत्त के संपर्क में आये. उसके बाद फिर बाबा सिद्दीकी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार मुंबई के बांद्रा पूर्व से तीन बार विधायक बने और इसी दौरान उन्हें राज्यमंत्री बनाया गया.
बाबा सिद्दीकी ने अपने जीवन के शुरुआती पांच साल गोपालगंज के शेख टोली गांव में गुजारे थे. हाल ही में गोपालगंज आये बाबा सिद्दीकी ने अपने गांव के पुराने मित्र और परिवार के सदस्यों से मुलाकात की थी. यहां एक सरकारी विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में शिक्षा संबंधित सामग्री का वितरण भी किया था. बाबा सिद्दीकी ने अपने फेसबुक पर भी लिखा था कि गोपालगंज से मेरा बचपन जुड़ा है और यहां काफी दिनों बाद आया हूं.
बाबा सिद्दीकी के ममेरे भाई मोहम्मद जलालुद्दीन का परिवार आज भी इसी गांव में रहता है. बाबा सिद्दीकी ने 26 जून 2020 में एक फेसबुक पोस्ट की थी, जिसमें उन्होंने अपने और गोपालगंज के मांझा शहर से रिश्ता बताया था. यादें शेयर करते हुए उन्होंने लिखा था कि मेरे पिता का जन्म मांझा में हुआ था और मुझे मेरे बचपन की कई यादें इसी शहर से जोड़ती हैं.
बाबा सिद्दीकी ने गोपालगंज में क्रिकेट अकादमी और क्रिकेट के क्षेत्र की विकास के लिए अहम योगदान दिए. शिक्षा से जुड़ी हुई बात हुई या फिर क्रिकेट की विकास की बात हो, गोपालगंज के खिलाड़ियों को हमेशा मदद करते थे. आज उनकी हत्या की खबर पाकर शेख टोली गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. लोग शोक संवेदना भी व्यक्त कर रहे हैं.
बता दें कि सितंबर, 1956 में जन्म के बाद बाबा ने छात्र जीवन से ही सियासत की शुरुआत कर दी थी. 1977 में बाबा सिद्दीकी कांग्रेस पार्टी की छात्र इकाई (नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया) NSUI से जुड़े थे और बाद में मुंबई के बांद्रा पश्चिम में बाबा सिद्दीकी आकर बस गए जहां फिल्मी सितारों का जमघट लगता था. उनके बॉलीवुड के कई सितारों से बेहतर ताल्लुकात थे.
बाबा सिद्दीकी के मर्डर पर तेजस्वी यादव ने उर्दू लफ्ज में ऐसा क्या लिख दिया जो यूजर्स पीछे पड़ गए?
13 Oct, 2024 05:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजीत पवार गुट) के नेता बाबा सिद्दीकी की मुंबई में सरेआम गोली मार हत्या कर दी गई. शनिवार की देर शाम हुई हत्या की इस घटना से सनसनी फैल गई. एक कद्दावर और बेहद लोकप्रिय शख्सियत बाबा सिद्दीकी की सरेआम हत्या से महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किये जा रहे हैं. बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी इसको लेकर महाराष्ट्र की एनडीए सरकार को कठघरे में खड़ा किया है. हालांकि, सोशल मीडिया में उनके किये गए पोस्ट को लेकर हंगामा मच गया है क्योंकि उन्होंने अपने पोस्ट में अधिकतर उर्दू लफ्जों (शब्दों) का ही इस्तेमाल किया है और इसको लेकर वह ट्रोल किये जा रहे हैं.
तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया अकाउंट पर शोक व्यक्त करते हुए महाराष्ट्र की एनडीए सरकार को कानून-व्यवस्था के सवाल पर घेरते हुए अपने शोक संदेश में लिखा, महाराष्ट्र के वरीय नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या का समाचार बेहद दुखद है. परवरदिगार से इल्तिजा है कि मरहूम को जन्नत में आला मकाम दें और परिजनों को सब्र और हिम्मत. महाराष्ट्र में NDA शासन में लगातार हो रही ऐसी आपराधिक घटनाओं को क्या नाम देंगे? तेजस्वी यादव के उर्दू लफ्जों (शब्दों) पर अब सोशल मीडिया में बवाल मच गया है और वह जमकर ट्रोल किये जा रहे हैं. कोई उनकी योग्यता पर सवाल उठा रहा है तो कोई उनकी तुष्टिकरण की राजनीति को लेकर शब्द बाण चला रहा है.
काला जादू करने के 2 आरोपियों की रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत
13 Oct, 2024 04:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जहानाबाद। बिहार के जहानाबाद में काला जादू करने के आरोपी दो व्यक्ति रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक की पहचान काशी चंद्रवंशी और रामबली यादव के रूप में हुई है, दोनों को गोली लगी है। वास्तविक कारण अज्ञात है। वहीं, ग्रामीणों का दावा है कि दोनों काले जादू में शामिल थे। मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है। काको थाने के एसएचओ सुनील कुमार ने शुक्रवार को यह जानकारी दी है।
पुलिस का कहना है कि मामले में एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। वहीं, ग्रामीणों का दावा है कि दोनों काले जादू में शामिल थे। काको थाने के एसएचओ सुनील कुमार ने बताया, ग्रामीणों के अनुसार, चंद्रवंशी और यादव गुरुवार रात से लापता थे। शुक्रवार सुबह हमें जिले के एनवा गांव में एक तालाब के पास झाड़ी में दो शव पड़े होने की सूचना मिली। हम मौके पर पहुंचे और शवों को कब्जे में लिया, जिन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। बता दें कि बिहार के औरंगाबाद जिले में जादू-टोना करने के संदेह में एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी। इस मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने दो महिलाओं सहित 16 लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। इसी के साथ अदालत ने प्रत्येक पर 25,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश-द्वितीय (औरंगाबाद) धनंजय मिश्रा की अदालत ने 07 जून 2024 को 16 लोगों को सजा सुनाई। जानकारी के मुताबिक, 13 अगस्त 2020 को इब्राहिमपुर गांव के रहने वाले 65 वर्षीय जगदीश राम की जादू-टोना करने के संदेह में हत्या कर दी गई थी।
हॉर्न बजाने पर विवाद, सिपाही और युवक पर गोली चलने से फैली सनसनी
12 Oct, 2024 04:34 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जहानाबाद के सिकरिया थाना क्षेत्र के सिकरिया विद्यालय के समीप शुक्रवार की रात मोटरसाइकिल का हॉर्न बजाने को लेकर दो युवकों को गोली मार दी गई, जिसमें एक सिपाही बताया जाता है। गंभीर अवस्था में दोनों को सदर अस्पताल लाया गया।
जहां से विशेष इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर कर दिया गया। थानाध्यक्ष ने बताया कि दुर्गा पूजा का मेला घूम कर जहानाबाद से एक ही मोटरसाइकिल से विक्की कुमार उर्फ गौरव और पिंटू कुमार अपने घर थाना क्षेत्र के बिस्टौल लौट रहे थे। इसी बीच स्कूल के समीप वे लोगों मोटरसाइकिल का हार्न बजाने लगे। पास में हीं पटना जिले के भगवानगंज थाना क्षेत्र का रहने वाला गुंजन कुमार अपने साथियों के साथ मौजूद था।
उसने मोटरसाइकिल सवार युवकों को हॉर्न बजाने से मना किया। इस पर विवाद हो गया। इतने में गुंजन कुमार द्वारा बाइक सवार दोनों युवको को गोली मार दी गई। थानाध्यक्ष ने बताया कि गुंजन कुमार अपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है। उसके विरुद्ध पहले से भी कई मामले चल रहे हैं।
अपनी दबंगता दिखाने के लिए उसने घटना को अंजाम दिया है। पुलिस गुंजन और उसके साथियों की तलाशी के लिए जगह-जगह छापेमारी कर रही है। इस संबंध में बताया जाता है कि जख्मी विक्की कुमार उर्फ गौरव नालंदा जिले के किसी थाने में सिपाही के पद पर कार्यरत है। दशहरा में छुट्टी लेकर अपने घर आया हुआ था और दोस्त के साथ मेला घूमने गया था। इसी दौरान इस घटना को अंजाम दिया गया। सरेराह घटित इस घटना से इलाके में दहशत का माहौल कायम हो गया है।
अरवल में 20 लोग गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर जिले की पुलिस ने अलग-अलग थाना क्षेत्र में समकालीन छापेमारी अभियान चलाकर 20 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें तीन वारंटी व दो पोक्सो एक्ट के अभियुक्त समेत शराब मामले के आरोपित शामिल हैं।
गिरफ्तार लोगों में प्रमोद राजवंशी बालगढ़, धनंजय सिंह दोरा, मंगलेश्वर रामपुरवैना, अंतूराम बालगढ़, जमुना यादव महावीरगंज, सलमान अंसारी बेलखारा, रामबाबू चौधरी सनतावन बिगहा, विनोद चौधरी मदन सिंह टोला, बाल्मीकि कुमार बेलदारी बिगहा, शिवमंझी मेदनीपुर, कृष्ण मांझी झुनाठी,प्रयाग कुमार आजाद नगर, संतोष कुमार आजाद नगर, सुरेश मांझी आजाद बिगहा, छोटू मांझी कुर्था मुसहरी, अमरजीत मांझी कुर्था मुसहरी, संजय यादव कैथा लोदीपुर, छोटू यादव मानिकपुर, मंटू मांझी आजाद नगर शामिल हैं।
इसके अलावा पुलिस ने 41 लीटर देसी महुआ शराब जब्त किया है। 6100 लीटर जावा महुआ भी विनष्ट किया है। एसपी ने बताया कि त्योहार को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए सभी थाना अध्यक्ष को अपने-अपने थाना क्षेत्र में विशेष छापेमारी अभियान चलाने को निर्देशित किया गया है।
दशहरे के दिन बारिश की संभावना, मौसम विभाग ने दिया अपडेट
12 Oct, 2024 01:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार में दशहरे मेले के लिए लोग उत्साह से भरे हुए हैं। लोग मां दुर्गा के आखिरी दर्शन के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुटनी शुरू हो गई है। ऐसे में लोग आज मौसम के साथ देने की भी उम्मीद कर रहे हैं, ताकि मेले का मजा किरकिरा न हो। तो आइए हम आपलोगों को आज के मौसम को लेकर ताजा जानकारी देते हैं कि क्या आज दशहरे मेले के दौरान बारिश होगी या नहीं?
बिहार का मौसम आज का
बारिश की स्थिति वर्तमान में शुष्क और साफ है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान बारिश की कोई संभावना नहीं है। औसत तापमान दिन के समय 33 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है, जबकि रात के समय यह 24 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है । लोगों को सुबह के समय ठंड का एहसास होगा। विजयादशमी से पछुआ हवा चलने की संभावना है, जिससे पूरे राज्य का मौसम साफ हो जाएगा।
प्रमुख शहरों का तापमान
पटना: अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस
गया: अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस
मुजफ्फरपुर: अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस
भागलपुर: अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस
दरभंगा: अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस
बाढ़ की पीड़ा अथाह, फीका पड़ा दुर्गा पूजा का उत्साह
मुजफ्फरपुर के औराई प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ की अथाह पीड़ा के बीच दुर्गा पूजा का उत्साह फीका दिख रहा है। बाढ़ का पानी कम होने के बाद भी घर से बेघर होकर ऊंचे स्थानों पर शरण लेने वाले लोगों की मुसीबत में कमी नहीं आई है। घरों तक लौटने के रास्ते में अभी तक जलजमाव है।
बाढ़ के दर्द के बीच क्षेत्र में आस्था की पूजा तो हो रही, लेकिन उत्साह उतना नहीं दिख रहा। उल्लेखनीय है कि सीतामढ़ी के बेलसंड में बागमती परियोजना का बांध टूटने के बाद औराई में भी बाढ़ आफत बनकर आई। लगभग 15 हजार परिवार बेघर हो गए। अचानक आई बाढ़ ने लोगों को संभलने का मौका ही नहीं दिया।
सांसद पप्पू यादव ने पूर्णिया के कई गांव में जाकर बाढ़ पीड़ितों की मदद की
लोकसभा क्षेत्र के सांसद पप्पू यादव ने आज बनमनखी प्रखंड के जियनगंज पंचायत के कुशहा क्वाटर टोला, महादेवपुर पंचायत के महादेवपुर गांव, कोशी सरन देवोत्तर पंचायत के महादलित टोला और बरियाही गांव, बहोरा पंचायत के सरस्वती गांव के वार्ड नं. 01-04, काझि ह्र्दग नगर पंचायत के दलित टोला और कचहरी बलुवा पंचायत के नशाघाट में बाढ़ प्रभावितों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना और तुरंत समाधान किया। सांसद ने मौके पर हजारों से अधिक महिलाओं को साड़ियां और एक लाख रुपये की नगद राशि वितरित की।
सड़क हादसा, कार और बाइक की भीषण टक्कर; दो युवकों की मौत
12 Oct, 2024 01:37 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सारण के तरैया थाना क्षेत्र के रामबाग (स्टेट हाईवे )73 पर शुक्रवार (11अक्टूबर) की रात कार व बाइक की आमने -सामने टक्कर में दो युवकों की मौत हो गई। मृतक कार सवार युवक गंडार गांव निवासी ललन राय के 21 वर्षीय पुत्र हैप्पी कुमार और दूसरा बाइक सवार पोखड़ेरा गांव निवासी वीरेंद्र प्रसाद राय के 30 वर्षीय पुत्र धनंजय कुमार यादव है।
जानकारी के अनुसार हैप्पी कुमार गांव गंडार के ही अपने दोस्त के कार से घूमने के लिए तरैया बाजार आ रहे थे।
तभी रामबाग जयहिंद ढाबा के पास कार ने पहले एक बाइक में टक्कर मारी और फिर कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे लगे बिजली के पोल में टकरा गई।
इसके बाद कार पलटकर नीचे खेत में चली गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंच दो घायल युवक को लेकर रेफरल अस्पताल तरैया में पहुंची। जहां कार सवार हैप्पी को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। बाइक सवार धनंजय को प्राथमिक उपचार के बाद रेफर कर दिया गया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
धनंजय गोरेया बाबा के स्थान से भाई को लाने के लिए जा रहा था
इस हृदय विदारक घटना से दोनों गावों में मातमी सन्नाटा पसर गया है। तो वहीं दोनों मृतक की स्वजनों के चीख -चित्कार देख लोगों की आंखे नम हो जा रही है। मृतक धनंजय बाहर से अपने घर तीन दिन पहले लौटा था। वह दिल्ली के एक निजी कंपनी में कार्यरत था।
जानकारी के अनुसार वह अपने स्वजनों के साथ गंडार गांव स्थित गोरेया बाबा के स्थान पर पूजा अर्चना करने आया था। पूजा के बाद वह बाइक से अपनी मां, पत्नी व बच्चे को अपने घर पोखड़ेरा पहुंचा कर। पुनः गंडार गोरेया बाबा के स्थान पर बाइक से अपने भाई को लाने जा रहा था। तभी रामबाग एसएच पर कार की ठोकर से घायल हो गया। जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई।
15 महीने पहले सरिता से हुई थी धनंजय की शादी
मृतक की शादी से पंद्रह माह पहले सरिता देवी के साथ हुई थी। जिससे एक बच्चा है। मृतक की मां मीरा देवी व पत्नी इस घटना से रो रो बेसुध हो गई है। वही भाई अजय व नितेश का रो - रो कर बुरा हाल है।
हैप्पी गुजरात में करता था काम, दशहरा में आया था घर
इधर मृतक हैप्पी भी गुजरात से पूजा के दौरान अपने घर लौटा था। वहां वह धागा मिल में कार्य करता था। गांव के ही एक युवक के कार में बैठ तीन युवकों के साथ तरैया बाजार आ रहा था। तभी वह रामबाग जय हिंद ढाबा के पास कार पहले एक बाइक में ठोकर मारने के बाद सड़क किनारे पोल में जोरदार तरीके से टकरा गई।
जहां, घटनास्थल पर ही हैप्पी की मौत हो गई। शेष कार में सवार दो युवक बाल बाल बच गए। हैप्पी चार भाई बहनों में सबसे बड़ा था। जिसकी सहारे घर चलता है। घटना के बाद मां राधिका देवी, छोटा भाई आलोक और बहन पूजा व मनीषा का रो - रो कर बुरा हाल है। वही पुलिस ने छानबीन करते हुए दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल छपरा भेज दिया है।
पुराने मुजफरपुर जंक्शन में होंगे बदलाव, प्लेटफार्म नंबर बदलेंगे और मिलेंगी 5 नई सुविधाएं
12 Oct, 2024 11:58 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुजफ्फरपुर जंक्शन के विश्वस्तरीय बनने के साथ सबकुछ बदल जाएगा। एयरपोर्ट की तरह चारों ओर जंक्शन दिखाई देगा। स्टेशन के पश्चिम तरफ बनकर तैयार हो रहे कंबाइंड टर्मिनल (सीबीटी) के सामने आठ नंबर प्लेटफार्म को बढ़ाकर जीआरपी की बाउंड्रीवाल तक ले-लाइन का विस्तार किया जाएगा। यह लाइन आठ नंबर प्लेटफार्म से आगे का शौचालय तोड़कर हटा दी जाएगी।
अभी जहां साधारण टिकट काउंटर है उसके बगल से लाइन जाएगी। इसे एलिवेटेड रोड के बगल में दक्षिण की तरह से सीधे फूड प्लाजा के पीछे से जीआरपी थाने तक ले जाया जाएगा। इसके बाद उस लाइन को एक नंबर प्लेटफार्म के रूप में विकसित किया जाएगा।
बदल जाएंगे प्लेटफॉर्म के नंबर
आठ नंबर प्लेटफार्म को एक नंबर प्लेटफार्म बना दिया जाएगा। वहीं आठ, सात व छह नंबर प्लेटफार्म को क्रमबद्ध कर आठ, सात व छह को दो-तीन-चार नंबर प्लेटफार्म में कंवर्ट किया जाएगा। इधर एक-दो नंबर प्लेटफार्म चार-पांच हो जाएगा। तीन-चार नंबर, छह-सात व पांच नंबर प्लेटफार्म आठ नंबर प्लेटफार्म हो जाएगा। रेल अधिकारियों की टीम ने इसका प्रस्ताव बनाकर सोनपुर डीआरएम को भेजा है।
हालांकि, मुजफ्फरपुर जंक्शन का क्रमबद्ध नहीं होना यह रेल अधिकारियों को खटक रहा था। इसे बनाने के लिए करोड़ों रुपये की फंडिंग नहीं होने से अधिकारी पीछे हाथ खींच ले रहे थे। इस बीच प्रधानमंत्री ने गतिशक्ति योजना से मुजफ्फरपुर सहित देश के 1300 से अधिक जंक्शन बनाने को करोड़ों रुपये दिए। इस बीच रेल भूमि विकास प्राधिकरण में काम कर चुके सोनपुर डीआरएम को सोनपुर रेलमंडल में पदस्थाना हुई।
उन्होंने जब जंक्शन पर एक-एक जगह का जयजा लिया उसी वक्त रेल अधिकारियों के बीच प्लेटफार्म को एक क्रमबद्ध में करने की ठानी। सीनियर डीओएम से इस पर प्रस्ताव बनाकर भेजने को कहा। इसका एक नक्शा बनाया गया। उसके बाद पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक को भी इसकी जानकारी दी। उनको यह प्रस्ताव अच्छा लगा।
30 सितंबर को नरकटियागंज जाने के दौरान पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक छत्रसाल सिंह मुजफ्फरपुर में थोड़ी देर के लिए रुके थे। उनको इसकी जानकारी दी गई। उसके बाद रेल सीनियर डीओएम को इसका प्रस्ताव जल्द बनाकर भेजने कहा। गुरुवार को परिचालन, कोचिंग, सिग्नल, कामर्शियल आदि विभाग के रेल अधिकारियों से मनतव्य लेकर प्रस्ताव भेजा गया है।
पुराने यूटीएस भवन के पास बनेगा तीन तल्ले का भवन
पुराना अनारक्षित टिकट घर टूटकर जो नया भवन बनेगा, वह तीन तल्ले का होगा। वह एक नंबर प्लेटफार्म के अंदर में हो जाएगा। उसमें आरपीएफ से लेकर परिचालन, कामर्शियल आदि का कार्यालय बनेगा। साथ ही पार्सल घर भी टूटेगा। वहां तक छह-सात नंबर प्लेटफार्म का विस्तार कर दो-तीन नंबर प्लेटफार्म बनाया जाएगा। इससे दोनों प्लेटफार्म की लंबाई भी बढ़ जाएगी और मुजफ्फरपुर जंक्शन पर क्रमबद्ध में सभी प्लेटफार्म हो जाएंगे। अभी छह, सात व आठ नंबर प्लेटफार्म खोजने में बाहर से आने वाले यात्रियों को परेशानी होती है।
मेरे आन के साथ ही मुजफ्फरपुर जंक्शन को क्रमबद्ध करने की बात काफी दिनों से चल रही थी। इसके बन जाने से यात्रियों को काफी सुविधा होगी। इसको लेकर अधिकारियों को एक प्रस्ताव बनाकर भेजने को कहा था। प्रस्ताव आने के बाद अप्रूवल के लिए उच्चाधिकारियों को भेजा जाएगा।
झारखंड में सत्ता वापसी के लिए बीजेपी की नई रणनीतियां
12 Oct, 2024 11:54 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरियाणा फतह के बाद भारतीय जनता पार्टी की नजर झारखंड पर है, जहां पिछले 5 सालों से बीजेपी सत्ता से दूर चल रही है. झारखंड की सत्ता में वापसी के लिए बीजेपी ने कई रणनीतियों पर एक साथ काम करना शुरू कर दिया है. इनमें परिवर्तन यात्रा से लेकर अलग-अलग मेनिफेस्टो जारी करना शामिल है. हालांकि, पार्टी के लिए झारखंड की राह आसान नहीं है. आदिवासी बहुल इस राज्य में मूल वोट ही बीजेपी से छिटक चुका है, जिसे वापस लाना पार्टी के लिए बड़ी चुनौती माना जा रहा है.
झारखंड में आदिवासी वोटर्स कितने अहम?
झारखंड एक आदिवासी बहुल राज्य है. 2011 की जनगणना के मुताबिक यहां पर आदिवासी करीब 26 प्रतिशत हैं. राज्य के 5 में से 4 प्रमंडल में आदिवासियों का ही दबदबा है. झारखंड में विधानसभा की 81 में से 28 सीट आदिवासियों के लिए रिजर्व है. इसी तरह लोकसभा की 14 में से 5 सीट भी आदिवासी के लिए रिजर्व है. कुल मिलाकर कहा जाए तो झारखंड की सत्ता की चाबी आदिवासियों के पास ही है. यहां 2005 से लेकर अब तक के हर चुनाव में आदिवासी ही मुद्दा रहा है. झारखंड में अब तक बाबू लाल मरांडी, अर्जुन मुंडा, शिबू सोरेन, मधु कोड़ा, हेमंत सोरेन, चंपई सोरेन और रघुबर दास मुख्यमंत्री बने हैं. रघुबर दास को छोड़कर बाकी के सभी 6 मुख्यमंत्री आदिवासी समुदाय से ही ताल्लुक रखते हैं. दिलचस्प बात है कि इनमें से चार पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा, बाबू लाल मरांडी, चंपई सोरेन और मधु कोड़ा अभी बीजेपी में हैं.
झारखंड में बीजेपी से आदिवासी कैसे छिटके?
झारखंड राज्य का जब गठन हुआ, तो 2000 में पहली बार विधानसभा के चुनाव हुए. बीजेपी को आदिवासी बहुल 28 में से 11 सीटों पर जीत मिली. इस जीत के बूते पार्टी झारखंड में सरकार बनाने में कामयाब रही. बाबू लाल मरांडी मुख्यमंत्री बनाए गए. 2005 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को आदिवासी बहुल इलाकों में करारी शिकस्त मिली. पार्टी को 28 में से सिर्फ 5 सीटों पर जीत मिली. गठबंधन के सहयोग से बीजेपी किसी तरह सरकार बनाने में कामयाब हो गई. 2009 में बीजेपी को आदिवासी बहुल 9 सीटों पर जीत मिली. 2014 के चुनाव में बीजेपी ने बड़ी वापसी की और फिर से आदिवासी बहुल 28 में से 11 सीटें जीतने में कामयाब रही. बीजेपी ने इस बार झारखंड में गैर-आदिवासी सीएम बनाने का प्रयोग किया. ओबीसी समुदाय के रघुबर दास मुख्यमंत्री बनाए गए. 2019 के चुनाव में बीजेपी के लिए यह बैकफायर कर गया. बीजेपी सिर्फ 2 सीटों पर जीत पाई. हेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने आदिवासी इलाकों में एकतरफा जीत हासिल की. 2024 के लोकसभा चुनाव में भी आदिवासियों के लिए रिजर्व 5 लोकसभा सीटों पर इंडिया गठंबधन ने जीत दर्ज कर ली.
2019 के लोकसभा चुनाव में इन 5 में से 3 पर एनडीए को जीत मिली थी.
चुनाव से पहले इसलिए भी टेंशन में है बीजेपी झारखंड में मुस्लिमों की आबादी करीब 14 प्रतिशत है, जो आमतौर पर बीजेपी को वोट नहीं करते हैं. आदिवासियों के साथ मुसलमानों के मिलने से दोनों का गठजोड़ 40 प्रतिशत के पास पहुंच जाता है. संथाल परगना और कोल्हान में आदिवासियों के साथ-साथ मुसलमानों का भी दबदबा है. 2019 के चुनाव में दोनों ही इलाकों से बीजेपी साफ हो गई थी. बीजेपी इस बार इस गठजोड़ को तोड़ने की कवायद में जुटी है.
आदिवासियों को साधने के लिए क्या कर रही बीजेपी?
जहां एक तरफ बीजेपी ने झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस गठबंधन के आदिवासी-मुस्लिम वोटबैंक में सेंध लगाने की कवायद कर रही है, वहीं पार्टी लोकल स्तर पर आदिवासी नेताओं को भी जुटा रही है. 2019 के बाद से अब तक बीजेपी ने दूसरी पार्टी के बाबू लाल मरांडी, चंपई सोरेन, लोबिन हेम्ब्रम, सीता सोरेन, मधु कोड़ा और गीता कोड़ा को अपने पाले में लाने का काम किया है. बीजेपी को उम्मीद है कि आने वाले चुनाव में इन नेताओं के जरिए वो आदिवासी सीटों को जीतने में कामयाब होगी. चंपई सोरेन, बाबू लाल मरांडी और मधु कोड़ा झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रहे हैं.
झारखंड की 81 सीटों पर होने हैं चुनाव
झारखंड विधानसभा की 81 सीटों पर नवंबर-दिसंबर में विधानसभा के चुनाव होने हैं. यहां पर मुख्य मुकाबला बीजेपी, आजसू और जेडीयू गठबंधन का कांग्रेस, झामुमो और आरजेडी गठबंधन से है. झारखंड में इन दोनों गठबंधन के अलावा जेकेएलएम जैसी पार्टियां भी मैदान में उतरी है, जो मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने में जुटी है. झारखंड में सरकार बनाने के लिए 41 विधायकों की जरूरत होती है. 2019 में झामुमो और कांग्रेस गठबंधन को 47 सीटों पर जीत मिली थी. बीजेपी 25 सीटों पर ही सिमट गई थी.
बागमती एक्सप्रेस हादसे के बाद कई ट्रेनों के रूट में बदलाव, देखें पूरी लिस्ट
12 Oct, 2024 11:47 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
12578 मैसूर-दरभंगा बागमती एक्सप्रेस के चेन्नई के कवरापेट्टई स्टेशन के पास दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के कारण शुक्रवार को रवाना हुई धनबाद- अलेप्पी, अलेप्पी- धनबाद एक्सप्रेस और कोयंबटूर-धनबाद स्पेशल ट्रेन समेत कई ट्रेनों के रूट को डायवर्ट कर दिया गया है।
परिवर्तित मार्ग से चलने वाली ट्रेनें
ट्रेन नंबर 13351 धनबाद- अलेप्पी एक्सप्रेस को रेणीगुंटा, मेलपक्कम और काटपाडी होकर चलाया जाएगा।
ट्रेन नंबर 13352 अलेप्पी- धनबाद एक्सप्रेस मेलपक्कम, अरक्कोणम व रेणीगुंटा होकर चलेगी।
ट्रेन नंबर 06063 कोयंबटूर-धनबाद स्पेशल ट्रेन मेलपक्कम, अरक्कोणम व रेणीगुंटा होकर चलेगी।
ट्रेन नंबर 18190 एर्नाकुलम-टाटानगर एक्सप्रेस का रूट बदलकर मेलापलायम-अरक्कोणम-रेनिगुंटा के मार्ग से कर दिया गया है
ट्रेन नंबर 12621 डॉ. एमजीआर चेन्नई सेंट्रल-तमिलनाडु एक्सप्रेस का रूट बदलकर अरक्कोणम-रेनिगुंटा से विजयवाड़ा के रास्ते कर दिया गया है।
ट्रेन नंबर 12664 तिरुचिरापल्ली-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस को मेलपालयम-अराक्कोनम-रेनिगुंटा के रास्ते चलाने के लिए डायवर्ट किया गया है।
ट्रेन नंबर 07696 रामनाथपुरम-सिकंदराबाद एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन का रूट बदलकर अरक्कोणम-रेनिगुंटा के रास्ते कर दिया गया है।
15 अक्टूबर से 22 तारीख तक रूट बदलकर चलेगी गांधीधाम व जम्मूतवी एक्सप्रेस
उत्तर पूर्व रेलवे के कुसमही और गौरखपुर कैंट स्टेशनों के बीच तीसरी लाइन और आटोमेटिक सिग्नल का काम होगा। इसके कारण नान इंटरलाकिंग कार्य होगा। इसकी वजह से भागलपुर रेलखंड की दो ट्रेनों गांधीधाम और जम्मूतवी एक्सप्रेस का रूट डायवर्ट किया गया है।15 अक्टूबर से 22 तारीख तक दोनों ट्रेनें रूट बदलकर चलेगी।
09452 भागलपुर-गांधीधाम स्पेशल ट्रेन गौरखपुर, बढ़नी, गोंडा होकर चलेगी। जबकि 15098 जम्मूतवी-भागलपुर अमरनाथ एक्सप्रेस भी 15 अक्टूबर से 22 तारीख तक बाराबंकी, अयोध्या कैंट, शाहगंज, जौनपुर, वाराणसी होकर चलेगी। यह जानकारी पूर्व रेलवे के सीपीआरओ दीप्तिमोय दत्ता ने दी है।
इंटरलाकिंग कार्य के कारण पूर्वा समेत कई ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित
उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज स्टेशन पर यार्ड री-माडलिंग कार्य व इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग कार्य को लेकर प्री-नान इंटरलाकिंग/नान इंटरलाकिंग कार्य किया जाना है। इस वजह से आठ अक्टूबर से चार नंवबर तक कई ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित किया जाएगा।
इस दौरान 12381 हावड़ा-नई दिल्ली पूर्वा एक्सप्रेस 20 अक्टूबर और 12382 नई दिल्ली-हावड़ा पूर्वा एक्सप्रेस 18 अक्टूबर को होनेवाली यात्रा को पं. दीनदयाल उपाध्याय-वाराणसी-प्रयाग-प्रयागराज जंक्शन के बजाए पं. दीनदयाल उपाध्याय-मिर्जापुर-प्रयागराज जंक्शन के मार्ग से होकर चलाया जाएगा।
वहीं 12307 हावड़ा-जोधपुर एक्सप्रेस 19 व 20 अक्टूबर और 12308 जोधपुर-हावड़ा एक्सप्रेस 17 व 18 अक्टूबर को आगरा फोर्ट- टूंडला- प्रयागराज-पं. दीनदयाल उपाध्याय के बजाए आगरा कैंट-वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी जंक्शन-मानिकपुर-प्रयागराज छिवकी-पं.दीनदयाल उपाध्याय के मार्ग से होकर चलाया जाएगा। ट्रेनें प्रयागराज छिवकी और आगरा कैंट स्टेशन पर पांच मिनट के लिए रूकेगी।
22307 हावड़ा-बीकानेर एक्सप्रेस 17 व 18 अक्टूबर व 22308 बीकानेर-हावड़ा एक्सप्रेस 19 व 20 अक्टूबर को आगरा फोर्ट- टूंडला- प्रयागराज-पं.दीनदयाल उपाध्याय के बजाए आगरा कैंट-वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी जंक्शन-मानिकपुर - प्रयागराज छिवकी-पं.दीनदयाल उपाध्याय के मार्ग से होकर चलाया जाएगा। उक्त ट्रेनें प्रयागराज छिवकी और आगरा कैंट स्टेशन पर पांच मिनट के लिए रूकेगी।
वहीं 12987 सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस 17 से 20 अक्टूबर तक और 12988 अजमेर-सियालदह एक्सप्रेस 17 से 20 अक्टूबर को आगरा फोर्ट-टूंडला-प्रयागराज-पं.दीनदयाल उपाध्याय के बजाए आगरा कैंट-वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी जंक्शन-मानिकपुर-प्रयागराज छिवकी-पं.दीनदयाल उपाध्याय के मार्ग से होकर चलाया जाएगा तथा उक्त ट्रेनें प्रयागराज छिवकी और आगरा कैंट स्टेशन पर पांच मिनट के लिए रुकेगी।
साहिबगंज-हावड़ा इंटरसिटी एक्सप्रेस की शुरुआत, झारखंड में रेलवे के लिए 56,000 करोड़ के निवेश का ऐलान
11 Oct, 2024 05:06 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि रेलवे ने झारखंड में बुनियादी ढांचे के विकास पर 56,000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई है। इससे न केवल रेल संचार लिंक विकसित होगा, बल्कि झारखंड में रोज़गार के अवसर भी पैदा होंगे।
रेल मंत्री गुरुवार को नई दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से साहिबगंज-हावड़ा इंटरसिटी एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाने के बाद संबोधित कर रहे थे।
उनके साथ नई दिल्ली में गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे थे तो राजमहल स्टेशन पर विधायक अनंत ओझा ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। गुरुवार से राजमहल स्टेशन पर तेजस राजधानी एक्सप्रेस का ठहराव भी शुरू हो गया।
125 रुपये किराया देकर पहुंच सकते हैं हावड़ा
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि साहिबगंज-हावड़ा इंटरसिटी कमजोर वर्ग के लिए बहुत उपयोगी है। मात्र 125 रुपये किराया देकर कोई भी व्यक्ति हावड़ा पहुंच सकता है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में झारखंड में रेलवे के लिए बजट आवंटन में 16 गुना वृद्धि की गई है।
आज से 10 साल पहले झारखंड के लिए रेल बजट आवंटन महज 450 करोड़ रुपये था, लेकिन आज यह बढ़कर 7,300 करोड़ रुपये हो गया है।
यह विकास के लिए निवेश में 16 गुना वृद्धि है। इसके अलावा पिछले 10 वर्षों में झारखंड में 1200 किलोमीटर नए रेलवे ट्रैक का निर्माण हुआ। इसका शत प्रतिशत विद्युतीकरण भी कर लिया गया है।
मील का पत्थर साबित होगा गंगा पुल व बंदरगाह
सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने अपने संबोधन में कहा कि दो राज्यों के बीच पुल बनना हो तो, केंद्र सरकार की भूमिका अहम हो जाती है।
पहले समुद्र किनारे बंदरगाह बनता था, लेकिन मोदी सरकार ने साहिबगंज में बंदरगाह बनवाया। आने वाले दिनों में गंगा पुल व बंदरगाह मील का पत्थर का साबित होगा।
राजमहल व सकरीगली को विकास किया जाएगा। यहां हमारा बचपन गुजरा है। यहां की धरती से लगाव है। इसी का नतीजा रहा कि दो नई एक्स्प्रेस ट्रेन का परिचालन साहिबगंज से शुरू हो गया।
दुर्गा पूजा में खराब मौसम का खतरा, बिहार के 14 जिलों में बिगड़ सकता है मिजाज
11 Oct, 2024 12:52 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दक्षिण पश्चिम मानसून के कमजोर होने से दुर्गापूजा पर पटना सहित प्रदेश के कुछ जिलों में मौसम सामान्य बना रहेगा। लेकिन उत्तरी बिहार में बारिश का अनुमान लगाया गया है। लोगों के मेले का मजा किरकिरा हो सकता है। वहीं व्यापारियों को भी भारी घाटा सहना पड़ सकता है।
दुर्गा पूजा पर इन जिलों में बारिश के आसार
सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, कटिहार, सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर व समस्तीपुर में दशहरा पर छिटपुट वर्षा की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने के कारण ही अगले 24 घंटों में इन जिलों में बारिश की संभावना बन रही है।
हल्की ठंड की शुरुआत
24-48 घंटों के दौरान उत्तर पछुआ हवा का प्रवाह होने से दिन के तापमान में वृद्धि व रात के तापमान में कमी आने के कारण सिहरन का प्रभाव बने रहने की संभावना है। अब सुबह-सुबह थोड़ी-थोड़ी ठंड लगने लगी है। तीन से चार दिनों के दौरान तापमान में विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है। सूर्य के दक्षिणायन होने से धीरे-धीरे सूर्य के ताप में कमी आएगी।
बीते 24 घंटो में बारिश का हाल
बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अलग-अलग भागों में हल्की वर्षा दर्ज की गई। समस्तीपुर के शिवजी नगर में सर्वाधिक वर्षा 36.4 मिमी दर्ज की गई। 34.2 डिग्री सेल्सियस पटना का तापमान दर्ज किया गया। 36.5 डिग्री सेल्सियस के साथ मधुबनी में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। राजधानी के आसपास बादलों की आवाजाही बने होने से मौसम सामान्य बना रहा।
समस्तीपुर के सरारी रंजन में 35.2 मिमी, समस्तीपुर के रोसड़ा में 35.2 मिमी, बक्सर में 23.2 मिमी, भोजपुर के उदवंत नगर में 22.2 मिमी, समस्तीपुर के खानपुर में 16.8 मिमी, आरा में 14.6 मिमी, बक्सर के ब्रह्मपुर में 12.2 मिमी, सुपौल में 11.0 मिमी, वैशाली के पातेपुर में 8.4 मिमी, समस्तीपुर में 8.2 मिमी, सुपौल के पिपरा में 7.6 मिमी, भोजपुर के बिहिया में 7.6 मिमी वर्षा दर्ज हुई।
बिहार ने केंद्र के सामने बाढ़ के साथ गंगा और गाद का मुद्दा भी उठाया
केंद्र सरकार के साथ गुरुवार को नई दिल्ली में हुई बिहार के अधिकारियों की बैठक में राज्य में जल संसाधन प्रबंधन के पहलुओं पर सार्थक चर्चा हुई। गंगा के सतत प्रवाह, नदियों में गाद की समस्या, कोसी-मेंची लिंक परियोजना आदि विचारणीय विषय रहे। बाढ़ प्रबंधन कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने और बाढ़ से होने वाले नुकसान को कम करने के उपायों पर चर्चा हुई।
जल शक्ति मंत्रालय की सचिव देबाश्री मुखर्जी और बिहार के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा की अध्यक्षता में हुई बैठक में जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल आदि उपस्थित रहे। कोसी-मेची लिंक परियोजना के क्रियान्वयन की प्रगति और इसमें आ रही चुनौतियों पर विचार करते हुए इसे शीघ्र पूरा करने के लिए आवश्यक कदमों पर चर्चा हुई।
इंद्रपुरी जलाशय योजना और तिलैया ढ़ाढर अपसरण योजना के तहत जल संचयन, वितरण और जलाशयों के समुचित प्रबंधन पर विचार हुआ। बैठक के दौरान गंगा के सतत प्रवाह को बनाए रखने और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से इसका संरक्षण सुनिश्चित करने के लिए पर्यावरणीय प्रवाह के मानकों को सख्ती से लागू करने पर जोर दिया गया।
बिहार की नदियों में गाद को नियंत्रित करने और इसके प्रभावी प्रबंधन के लिए एक व्यापक और वैज्ञानिक नीति की आवश्यकता पर बल दिया गया। इसके लिए नदियों में गाद हटाने और उनके पुनः भराव को नियंत्रित करने के ठोस उपायों पर विचार किया गया।
इसके साथ ही जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को संयुक्त परियोजना कार्यालय में सम्मिलित करने का मुद्दा उठाया गया, ताकि बिहार के जल संसाधन प्रबंधन परियोजनाओं में राज्य सरकार की प्रभावी भागीदारी सुनिश्चित हो सके। इसके अलावा, नेपाल में प्रस्तावित वाटर ट्रांसफर/डायवर्सन परियोजनाओं पर भी चर्चा की गई, जो क्षेत्रीय जल संसाधन प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण हैं।
पटना में अपराधियों का आतंक, 2 लोगों पर ताबड़तोड़ फायरिंग से फैली सनसनी
11 Oct, 2024 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार की राजधानी पटना में 11 अक्टूबर की सुबह-सुबह क्राइम का करंट बढ़ता दिखाई दिया. शुक्रवार की सुबह दानापुर के शाहपुर थाना क्षेत्र में अपराधियों ने दो लोगों को गोलियों से भून डाला. जिसमें एक की मौत हो गई. वहीं, दूसरे का इलाज अस्पताल में जारी है. घायल शख्स की भी हालत नाजुक बताई जा रही है. अपराधियों ने शाहपुर थाना क्षेत्र के उसरी खुर्द के पास इस वारदात को अंजाम दिया है.
मृतक का नाम कनौजी शाह बताया जा रहा है. घायल का नाम राजू मांझी है. मिली जानकारी के अनुसार, वारदात 11 अक्टूबर, 2024 दिन शुक्रवार की सुबह तकरीबन 6 बजकर 30 मिनट हुई. बताया जा रहा है कि अपराधी आए और एक के बाद एक गोलियां बरसाना शुरू कर दिया. सबसे पहले कनौजी शाह को चार गोलियां मारी, उसके बाद राजू पर भी गोली बरसाईं. जिसमें राजू घायल हो गया और कनौजी शाह के इलाज के दौरान मौत हो गई.
पुलिस को घटना की जानकारी काफी देर बाद मिली, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस वारदात वाली जगह पहुंचकर मामले की जांच कर रही है. घटना की दानापुर एएसपी ने पुष्टि की. उन्होंने कहा कि कनौजी शाह की मौत हो चुकी है. जबकि राजू मांझी पीएमसीएच में भर्ती है. पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है और हत्या के पीछे के विवाद का पता लगा रही है.
बिहार के लिए खुशखबरी! पटना से दिल्ली के बीच चलेगी वंदे भारत, जानें किराया और समय
11 Oct, 2024 12:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दीपावली और छठ में पटना से दिल्ली के बीच सभी ट्रेनों में नो-रूम है। ऐसे में रेलवे ने पहली बार पटना से दिल्ली के बीच स्पेशल वंदे भारत ट्रेन का शिड्यूल जारी कर टिकट का प्रयास कर रहे यात्रियों को राहत देने की कोशिश की है।
ट्रेन लगभग साढ़े 11 घंटे में दिल्ली से पटना का सफर तय करेगी। हालांकि, दिल्ली से पटना तक का सफर यात्रियों को बैठकर पूरा करनी होगी, क्योंकि स्पेशल ट्रेन के रूप में चलने वाली ट्रेन स्लीपर वंदे भारत नहीं होगी। स्लीपर वंदे भारत अभी ट्रायल के फेज में है और संभावना जताई जा रही है कि ट्रायल पूरा होने के बाद उस ट्रेन को इस स्पेशल वंदे भारत की जगह रेगुलर कर दिया जाएगा।
रेल मंडल के अंतर्गत आरा और बक्सर जंक्शन रुकते हुए दिल्ली पटना वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को ट्रायल के रूप में स्पेशल ट्रेन चलाने का पत्र रेलवे मंत्रालय ने जारी कर दिया है। ट्रेन 30 अक्टूबर तथा एक, तीन और छह नवंबर को दिल्ली से तथा 31 अक्टूबर के बाद दो, चार और सात को पटना से दिल्ली के लिए खुलेगी। बीच में आरा, बक्सर, डीडीयू, प्रयागराज और कानपुर में ट्रेन का ठहराव दिया गया है।
11 घंटे 35 मिनट में तय होगी दूरी, पढ़ें टाइमिंग और स्टॉपेज
नई दिल्ली से सुबह करीब 8:25 खुलेगी कानपुर, प्रयागराज, डीडीयू बक्सर रुकते हुए आरा जंक्शन पर शाम 7:10 बजे आएगी और शाम आठ बजे पटना में अपना सफर पूरा करेगी। वहीं, पटना से सुबह 7:30 में खुलकर आरा जंक्शन पर सुबह 8:7 मिनट पर और दिल्ली शाम 7 बजे पहुंचेगी।
दीपावली व छठ में आरा सहित बिहार आने वालों के लिए रेलवे ने कई स्पेशल ट्रेनों का ऐलान किया है। दिवाली-छठ के दौरान ट्रेनों में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अलग-अलग रूट्स से 283 फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं। रेलवे मंत्रालय ने आरा सहित बिहार आने व जाने वालों को राहत देने के लिए स्पेशल वंदे भारत ट्रेन चलाने का ऐलान कर दिया है।
कितना है किराया
वंदे भारत में दिल्ली से पटना का सफर भले ही बैठ कर तय करना होगा, लेकिन किराया तेजस एक्सप्रेस में थर्ड एसी में सोकर सफर करने से ज्यादा चुकाना होगा। वंदे भारत स्पेशल ट्रेन में एससी चेयर कार कोच का किराया 2575 रुपये है। वहीं एसी एग्जीक्यूटिव चेयर कार के लिए आपको हर टिकट 4655 रुपये देना होगा। इसमें चार-नाश्ता और खाना भी शामिल है। तेजस में पटना से दिल्ली के सफर में थर्ड एसी के बर्थ के लिए 2485 रुपये देने पड़ते हैं।
खैनी के लिए हुआ विवाद, युवक की पिटाई के बाद मौत से मचा हड़कंप
11 Oct, 2024 12:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
स्थानीय थाना क्षेत्र के सुंदरगंज गांव के पचबिगहवा टोला में बुधवार की देर रात एक युवक की पिटाई से मौत हो गई है। मृतक विकास कुमार 18 वर्ष विजय चौहान के पुत्र थे। घटना का कारण खैनी को लेकर उपजा विवाद बताया जाता है। जिसमें मृतक के भाई और उसे पिटाई करने वाले तीन लोगों को पुलिस हिरासत में लेकर थाने ले गई है।
जानें क्यों हुआ विवाद?
एसडीपीओ ने बताया कि विकास गांव के ही जितेंद्र चौहान के पास खैनी मांगने गया था। इसी पर दोनों के बीच तू तू मैं मैं हुई। जिसे लेकर जितेंद्र चौहान, सिकंदर चौहान, इंदल कुमार ने जमकर उसकी पिटाई कर दी। उसके बाद विकास के बड़े भाई फुलेंद्र चौहान को बुलाया गया। फुलेन्द्र ने भी उसे डांट डपट कर थप्पड़ से पिटाई करते हुए उसे घर लाया।
जिसके बाद उसकी तबियत बिगड़ने लगी। जिसे लेकर उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रोहतास ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने फुलेंद्र के साथ जितेंद्र चौहान, इंदल कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ की। वहीं मृतक विकास के बड़े भाई फुलेंद्र को हिरासत में लिए जाने के विरोध में ग्रामीणों ने डेहरी रोहतास राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 119 को एक घंटे से जाम कर दिया।
हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ की जा रही
एसडीपीओ ने कहा कि हिरासत में लिए गए लोगो से घटना के बारे में पूछताछ की गई है। सड़क जाम स्थल पर एसडीपीओ, प्रखंड विकास पदाधिकारी बबलू कुमार,सीओ सुशी कुमारी,थानाध्यक्ष निकुज भूषण,समाजसेवी रवि पासवान समेत पुलिस बल पहुंच ग्रामीणों को समझा बुझा कर सड़क जाम हटवाया गया।
ग्रामीण मृतक के भाई को पुलिस हिरासत से मुक्त करने की मांग पर अड़े हुए थे। विजयादशमी पर्व होने के कारण जाम स्थल के दोनों ओर गाड़ियों की लंबी कतार लग गई थी। सड़क जाम लगभग डेढ़ घंटे तक रहा। एसडीपीओ ने कहा कि अंत्यपरीक्षण कराकर शव स्वजनों को सौंप दिया गया। हिरासत में लिए गए मृतक के भाई समेत तीनों को पुलिस अभिरक्षा में जेल भेजा जाएगा।