बिहार-झारखण्ड
झारखंड में ओवैसी के प्रचार में नहीं आने की असली वजह आई सामने
12 Nov, 2024 11:29 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जमशेदपुर। एआईएमआईएम (AIMIM) की तरफ से जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे बाबर खान के प्रचार के लिए अंतिम दिन सोमवार को एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी झारखंड नहीं पहुंच सके। जिसके चलते सभा में आए मुस्लिम समुदाय के लोगों को निराशा झेलनी पड़ी। बता दें कि ओवैसी की सभा मानगो आजादनगर स्थित ईदगाह मैदान में आयोजित की गई थी।
आयोजक सह प्रत्याशी बाबर खान ने पहले बताया कि एक बजे, बाद में बोला तीन बजे असदउद्दीन ओवैसी आएंगे। लोगों की अच्छी खासी भीड़ भी जमा हो गई थी। मौलाना शमसादुल कादरी समेत अन्य मौलाना सभा को संबोधित कर रहे थे। धीरे-धीरे भीड़ जुट रही थी। लेकिन इसी बीच पता चला कि असदुद्दीन औवैसी नहीं आएंगे। सूचना मिलते ही मैदान खाली हो गया।
अनुमति में देरी की वजह से ओवैसी नहीं आ पाए झारखंड
वहीं बाबर खान ने कहा कि ओवैसी को आना था, लेकिन अनुमति मिलने में देर होने के कारण नहीं आ सके। उन्होंने कहा कि सभा के दौरान कुछ लोगों ने व्यवधान पैदा करने की कोशिश की लेकिन यहां के मुसलमान समझ गए हैं कि अब किसी के झांसे में नहीं आने वाले हैं। उन्होंने पतंग छाप पर मुहर लगाने की अपील की।
ओवैसी ने 2024 में 7 सीटों पर उतारे प्रत्याशी
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लेमिन (एआइएमआइएम) ने झारखंड विधानसभा चुनाव में सात सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। इन सीटों में पाकुड़, महागामा, रांची, जमशेदपुर पश्चिम, बड़कागांव, चतरा और गढ़वा शामिल हैं।माना जा रहा है कि इसके अलावा दूसरे चरण की सीटों पर भी पार्टी उम्मीदवार उतार सकती है।
इन्हें बनाया प्रत्याशी
एआइएमआइएम के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष मो शाकिर ने बताया कि पार्टी ने सात सीटों से उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है।
पाकुड़ से हाजी तनवीर आलम, महागामा से कमरान खान, रांची से महताब आलम, जमशेदपुर पश्चिम से बाबर खान, चतरा से सुबोध पासवान, बड़कागांव से शमीम अंसारी, गढ़वा से डा एम एन खान को पार्टी ने टिकट दिया है।
किस विधानसभा सीट में कितनी मुस्लिम आबादी
एआइएमआइएम ने जिन सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए हैं, उनपर मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 22 से 38 प्रतिशत तक है। संथाल परगना के देवघर, गोड्डा, जामताड़ा, साहेबगंज और पाकुड़ के अलावा लोहरदगा और गिरिडीह में मुसलमानों की आबादी सबसे ज्यादा है।
वहीं, साहिबगंज और पाकुड़ में मुसलमान कुल आबादी के 30 प्रतिशत तक हैं। इसी तरह देवघर, गोड्डा, जामताड़ा, लोहरदगा और गिरिडीह जिले में भी मुसलमानों की आबादी लगभग 20 प्रतिशत है।
विधानसभा चुनाव-2019 में 14 सीटों पर लड़ी थी पार्टी
झारखंड में पिछले चुनाव में एआइएमआइएम ने 16 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। इनमें डुमरी में एआइएमआइएम को सबसे ज्यादा 24 हजार 132 वोट मिले थे।
मतदान के दौरान झारखंड में ठंड का असर, IMD ने दी ताजा जानकारी
12 Nov, 2024 11:17 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। एक ओर जहां राजधानी रांची समेत पूरे राज्य के तापमान में लगातार गिरावट हो रही है तो दूसरी ओर 13 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर शहर में सरगर्मी तेज है। लोग ठंड के बढ़ने से अभी से ही परेशान हो रहे हैं।
राजधानी का तापमान 17 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है और मौसम विज्ञान केंद्र रांची की ओर से जारी पूर्वानुमान में इस बात का उल्लेख किया गया है कि आगामी दो से तीन दिनों तक राजधानी रांची समेत पूरे राज्य का तापमान 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक गिरने लगेगा।
हालांकि, रांची में 13 नवंबर को सुबह में कोहरा या धुंध और बाद में आसमान मुख्यत: साफ रहेगा और मौसम शुष्क बना रहेगा। मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद की मानें तो राजधानी व आसपास के जिलों में तापमान गिरने का सिलसिला 17 नवंबर तक जारी रहेगा। कमोबेश यही स्थिति पूरे राज्य की भी रहेगी।
अब तक राज्य के 11 जिलों में अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के पार है, जबकि शेष जिलों में तापमान 30 डिग्री के नीचे है।
मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में अगले 24 घंटों में न्यूनतम तापमान में कोई बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। इसके बाद अगले तीन दिनों में तापमान में धीरे-धीरे 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है।
ऐसा रहा मौसम
पिछले 24 घंटे के मौसम की बात करें तो राज्य के सभी जिलों का मौसम शुष्क बना रहा। सबसे अधिक अधिकतम तापमान 32.9 डिग्री सेल्सियस गोड्डा का जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस रांची का रिकार्ड किया गया। जबकि राजधानी का अधिकतम 27 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
कोहरे और खराब मौसम में सुरक्षित यातायात के लिए तैयार रेलवे
उधर, कोहरे और खराब मौसम को देखते हुए पूर्व रेलवे ने ट्रेनों के सुरक्षित संचालन के लिए तैयारी आरंभ कर दी है। सुरक्षा की जांच के लिए पर्यवेक्षकों एवं शाखा अधिकारियों द्वारा रात्रिकालीन फुटप्लेट निरीक्षण आरंभ किया गया है।
पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया जैसे-जैसे सर्दी का मौसम करीब आ रहा है, पूर्व रेलवे ने ग्रामीण इलाकों में कोहरे की स्थिति को देखते हुए विभिन्न खंडों में दृश्यता के साथ सुरक्षा पहलुओं की जांच के लिए रात्रिकालीन फुट प्लेट निरीक्षण पर जोर देते हुए मुख्य लोको निरीक्षकों और अन्य पर्यवेक्षकों के अलावा शाखा अधिकारियों ने फुट प्लेट निरीक्षण आरंभ कर दिया है।
इसके तहत के बर्द्धमान-रामपुरहाट, रामपुरहाट-अजीमगंज, हावड़ा-बंदेल-बर्द्धमान, बर्द्धमान-बोलपुर आदि विभिन्न खंडों में विशेषकर रात्रिकालीन फुट प्लेट निरीक्षण आरंभ कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि आगामी दिनों कोहरे और खराब मौसम के दौरान सुरक्षित ट्रेन संचालन सुनिश्चित करने के लिए रेलवे बोर्ड के निर्देशों का सख्ती से पालन करते हुए यात्रियों और परिचालन कर्मचारियों की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करते हुए रेल बुनियादी ढांचे और ट्रेन चालक दल को तैयार करने के लिए आवश्यक कदम उठा रहा हैं।
इंजनों में लगा कोहरा कोहरा-सुरक्षित उपकरण
सीपीआरओ कौशिक मित्रा ने बताया कि कोहरे से प्रभावित क्षेत्रों में परिचालन करने वाले इंजनों में उन्नत कोहरा-सुरक्षित उपकरण लगाए गए हैं। इन उपकरणों के साथ, अधिकतम स्वीकार्य गति 60 किमी प्रति घंटे से बढ़ाकर 75 किमी प्रति घंटे कर दी गई है, जिससे कम दृश्यता की स्थिति में सुरक्षित और कुशल यात्रा सुनिश्चित हो रही है।
कोहरे से प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में डेटोनेटर उपलब्ध सिग्नल बोर्ड, सीटी बोर्ड और लेवल क्रासिंग गेट सहित सभी महत्वपूर्ण साइनेज को बेहतर के लिए चमकदार पीली काली पट्टियों से फिर से रंगा गया है, बेहतर ट्रैकिंग के लिए ट्रेनों की टेल लाइट को एलईडी फ्लैशर में अपग्रेड किया गया है।
दृश्यता कम होने पर डेटोनेटर प्लेसमेंट
सीपीआरओ ने बताया स्टेशन मास्टर लगातार दृश्यता जांच और कोहरे का अनुपालन सुनिश्चित करेंगे। अत्यधिक कोहरे की स्थिति में, जहां दृश्यता 180 मीटर से कम है, आने वाली ट्रेनों को सचेत करने के लिए डेटोनेटर रणनीतिक रूप से लगाए जाएंगे।
कोहरे-संकेतन में प्रशिक्षित कर्मचारी इस प्रयास में सहायता के लिए उपलब्ध रहेंगे। लोको पायलट मौसम की स्थिति के आधार पर सख्त गति सीमा का पालन करेंगे, लेवल क्रासिंग गार्ड और सड़क उपयोगकर्ताओं को सचेत करने के लिए लगातार सीटी बजाएंगे।
अत्यधिक खराब मौसम में, सुरक्षित रुकने की दूरी बनाए रखने के लिए ट्रेनें कम गति से चलेंगी। स्वचालित सिग्नल क्षेत्रों में, किसी भी दुर्घटना से बचने के लिए सिग्नल संकेत के आधार पर गति को सावधानीपूर्वक प्रबंधित किया जाएगा।
झारखंड के रामगढ़ में युवक का शव प्रेमिका के घर से हुआ बरामद
11 Nov, 2024 04:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रामगढ़ (दुमका)। झारखंड के रामगढ़ थाना क्षेत्र के कुशेबदिया गांव से पुलिस ने शनिवार की शाम युवक मंगल हांसदा का शव उसकी ही प्रेमिका के घर से बरामद किया। युवक की गुरुवार की रात मौत हो गई थी। जानकारी के मुताबिक दोनों के बीच जमकर मारपीट हुई थी। इस दौरान मंगल ने दम तोड़ दिया। डर के कारण शुक्रवार व शनिवार की शाम तक महिला घर से बाहर नहीं निकली।
शनिवार शाम को शक होने पर ग्रामीणों ने दरवाजा खुलवाया तो घटना का पता चला। रविवार को पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। देर शाम तक इस मामले में प्राथमिकी नहीं हो सकी थी। पुलिस महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
मंगल ने विधवा महिला से कर बैठा था प्यार
ग्रामीणों के अनुसार मंगल हांसदा की पत्नी काफी दिन पूर्व उसे छोड़कर चली गई। वहीं गांव की ही एक महिला के पति का काफी दिन पहले निधन हो गया था। जिसके बाद महिला विधवा हो गई। लेकिन इसी दौरान वह बिना पत्नी के रह रहे मंगल के संपर्क में आई और दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ गई। दोनों साथ रहने लगे। मंगल काफी दिन से महिला के घर में ही रह रहा था। गुरुवार को उसने हाट में शराब पी और मांस खरीद कर लाया। खाना खाने के बाद दोनों के बीच किसी बात पर मारपीट हुई। इसके बाद दोनों सो गए। शुक्रवार सुबह मंगल नहीं उठा। महिला ने देखा कि मंगल की मौत हो गई है तो शुक्रवार को उसने डर से घर का दरवाजा नहीं खोला।
ग्रामीणों ने दरवाजा खुलवाया तो मचा हड़कंप
इसके बाद ग्रामीणों ने जबरन दरवाजा खुलवाया तो महिला ने बताया कि अत्यधिक शराब पीने से मंगल का निधन हो गया है। लोगों ने मंगल का शव देखा तो शरीर पर मारपीट के कई निशान थे। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। रामगढ़ थाना प्रभारी ने बताया कि अभी तक किसी की ओर से लिखित शिकायत नहीं की है। इसीलिए मामला दर्ज नहीं किया जा सका है। महिला से पूछताछ चल रही है।
पहले चरण के पैक्स चुनाव के लिए तैयारी पूरी, आज से नामांकन प्रक्रिया शुरू
11 Nov, 2024 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सिवान। प्राथमिक कृषि साख सहयोग समिति (पैक्स) चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी करने के बाद जिले के 19 प्रखंडों में पांच चरणों में होने वाले निर्वाचन प्रक्रिया में तेजी आ गई है।
पहले चरण में बसंतपुर, भगवानपुर हाट, गोरेयाकोठी व नौतन प्रखंड के 44 पंचायतों में पैक्स अध्यक्ष व कार्यकारी समिति के लिए 26 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए सोमवार से संभावित उम्मीदवारों का नामांकन शुरू हो जाएगा। नाम निर्देशन की प्रक्रिया 13 नवंबर तक चलेगी।
जिला सहकारिता विभाग कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार 14 से 16 नवंबर तक नामांकन पत्रों की संविक्षा होगी। 19 को उम्मीदवार अभ्यर्थिता वापस ले सकते हैं। इसके बाद उन्हें चुनाव चिह्न आवंटित किया जाएगा।
मतदाता सुबह सात बजे से शाम 4.30 बजे तक निर्धारित मतदान केंद्रों पर पहंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। 26 नवंबर को मतदान के बाद मतों की गणना की जाएगी।
पहले चरण में 95 हजार 341 मतदाता करेंगे वोट
पहले चरण के पैक्स चुनाव में चारों प्रखंड के कुल 95 हजार 341 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर पैक्स अध्यक्ष व कार्यकारी समिति का चुनाव करेंगे। इसमें बसंतपुर प्रखंड के 13 हजार 357, भगवानपुर हाट प्रखंड के 24 हजार 765, गोरेयाकोठी के 41 हजार 171 व नौतन प्रखंड के 16 हजार 48 मतदाता शामिल हैं।
नामांकन के दौरान उम्मीदवार व उनके प्रस्तावक को ही दी जाएगी प्रवेश की अनुमति
नामांकन के दौरान विधि व्यवस्था संधारित करने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इसको लेकर प्रखंड कार्यालय परिसर में दंडाधिकारियों के साथ पुलिस पदाधिकारियों व पुलिस जवानों की तैनाती की गई है। नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए कार्यालय परिसर में उम्मीदवार व उनके प्रस्तावक को ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।
वहीं, अभ्यर्थियों के समर्थकों सहित अन्य लोगों को प्रखंड कार्यालय परिसर से बाहर ही रोक दिया जाएगा। नामांकन के दौरान निर्धारित दूसरी व कार्यालय परिसर के आसपास नारेबाजी करने पर भी रोक लगाई गई है।
अलग-अलग पांच रंगों के मतपत्र से होगा पैक्स चुनाव
उधर, नवादा के मेसकौर प्रखंड में नौ प्राथमिक कृषि साख समितियों (पैक्स) के अध्यक्ष पद एवं प्रबंधकारिणी समिति के सदस्य यानी नौ पंचायत में कुल 108 पदों के लिए 27 बूथों पर प्रथम चरण यानी 26 नवंबर को मतदान होगा। इसे लेकर प्रशासनिक तैयारियां तेज हो गई है।
नामांकन के लिए प्रखंड कार्यालय में तीन काउंटर बनाए गए हैं। जहां एक काउंटर पर तीन पंचायत के उम्मीदवार अपना नामांकन करवा सकेंगे। प्रखंड कार्यालय के जानकारी के अनुसार अध्यक्ष व सदस्य पदों के लिए अभी तक नामांकन से पहले लगभग 230 एनआर कटाया जा चुका है।
प्रशिक्षु बीडीओ ने बताया कि विभिन्न पांच रंगों के मतपत्र से टैक्स चुनाव संपन्न कराया जाएगा जो इस प्रकार है। लाल रंग का मतपत्र, अध्यक्ष के चुनाव के लिए होगा। इस मतपत्र पर अंकित उम्मीदवारों में से अपनी पसंद के एक पुरुष अथवा महिला उम्मीदवार के नाम के सामने आपको स्वास्तिक चिह्न की मुहर लगानी है।
आसमानी रंग का मतपत्र, अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति कोटि से प्रबंध समिति के सदस्य के दो पदों के लिए एक महिला उम्मीदवार एवं शेष उम्मीदवारों में से एक पुरूष अथवा अन्य महिला उम्मीदवार के नाम के सामने मुहर लगानी है।
सफेद रंग का मतपत्र, अति पिछड़ा वर्ग एनेक्सचर-एक कोटि से प्रबंध समिति के सदस्य के दो पदों के लिए एक महिला उम्मीदवार एवं शेष उम्मीदवारों में से एक पुरुष अथवा अन्य महिला उम्मीदवार के नाम के सामने मुहर लगानी है।
हरा रंग का मतपत्र, पिछड़ा वर्ग एनेक्सचर-दो कोटि से प्रबंध समिति के सदस्य के दो पदों के लिए एक महिला उम्मीदवार एवं शेष उम्मीदवारों में से एक पुरुष अथवा अन्य महिला उम्मीदवार के नाम के सामने मुहर लगानी है।
नारंगी रंग का मतपत्र, सामान्य कोटि से प्रबंध समिति के सदस्य के पांच पदों के लिए दो महिला उम्मीदवार एवं शेष उम्मीदवारों में से तीन पुरुष अथवा अन्य महिला उम्मीदवार के नाम के सामने मुहर लगानी है। इस तरह से मतदाता अपना वोट मतपत्र पर मुहर लगाकर दे सकेंगे।
निर्धारित एक से अधिक मुहर आपके वोट को कर सकता है बेकार
बीडीओ ने कहा कि मतदाता को ध्यान रखने की जरूरत है, निर्धारित संख्या से अधिक उम्मीदवारों के नाम के आगे मुहर लगाने से आपका मत बेकार हो जाएगा। अपने मत का प्रयोग गोपनीय ढंग से करें।
संबंधित मतदान केन्द्र पर इस हेतु मतदान कोष्ठ की व्यवस्था रहती है। मत अंकित करने हेतु स्वास्तिक चिह्न वाली मुहर स्याही पैड के साथ मतदान कोष्ठ में उपलब्ध रहेगी।
Women Asian Hockey Champions Trophy: जापान-दक्षिण कोरिया का पहला अंतरराष्ट्रीय मैच आज राजगीर में
11 Nov, 2024 11:50 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। एशियन महिला हॉकी चैंपियनशिप ट्रॉफी का आगाज आज दोपहर 12:15 बजे से राजगीर में शुरू होगा। पहले दिन पहला मुकाबला जापान और दक्षिण कोरिया के बीच होगा।
दूसरा मुकाबला चीन बनाम थाईलैंड और तीसरा मुकाबला भारत बनाम मलेशिया का होगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कार्यक्रम का उद्घाटन शाम 4:15 बजे करेंगे। चैंपियनशिप ट्रॉफी में भारत, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना, जापान, रिपब्लिक ऑफ कोरिया, मलेशिया और थाईलैंड की टीम शामिल हैं।
पहला मैच जापान एवं दक्षिण कोरिया के बीच दोपहर 12.15 बजे से होगा। दूसरा मुकाबले में चाइना की टीम दोपहर 2.30 बजे से थाईलैंड से भिड़ेगी। शाम 4.45 बजे सलीमा टेटे की अगुआई वाली भारतीय टीम अपना पहला मैच खेलने उतरेगी।
खिताब के लिए भिड़ेंगी टीमें
2016 एवं 2023 में खिताब अपने नाम कर चुकी भारतीय टीम मलेशिया के साथ भिड़कर अपने अभियान की शुरुआत करेगी। भारत, चीन, मलेशिया, जापान, दक्षिण कोरिया एवं थाईलैंड की टीमें खिताब के लिए भिड़ेंगी। प्रतियोगिता का सीधा प्रसारण सोनी लाइव एवं सोनी टेन स्पोर्ट्स पर होगा।
172 देशों के खेल प्रेमी मुकाबले देख सकेंगे। 20 नवंबर तक खेली जाने वाली प्रतियोगिता में 13, 15 एवं 18 को कोई मुकाबला नहीं होगा। 18 को देश में राष्ट्रीय खेल की बेहतरी के लिए आयोजित होकी पर चर्चा के दौरान खेल के दिग्गज राजगीर में अपने अनुभव साझा करेंगे।
होर्डिंग और बैनर से पूरा स्टेडियम भरा
11 से 20 नवंबर तक के बीच 10 दिनों तक आयोजित इस टूर्नामेंट की लगभग सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। टूर्नामेंट में शामिल होने के लिए भारत, मलेशिया, दक्षिण कोरिया, चीन, जापान, और थाईलैंड, की टीम राजगीर पहुंच गई है। सभी टीम हॉकी ग्राउंड में अपने अभ्यास सत्र शुरू कर दिया गया है।
मैच को लेकर प्रशासन द्वारा लगभग सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। बाहरी क्षेत्र में बचे कुछ कामों को रातों रात पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। होर्डिंग और बैनर से पूरा स्टेडियम क्षेत्र पट गया है।
होर्डिंग में भारतीय टीम के कप्तान सहित सभी मेजबान टीमों के कप्तानों का फोटो, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का फोटो, हाकी खिलाड़ियों का फोटो, आदि लगाए गए हैं। निकास और प्रवेश द्वार अलग-अलग बनाए गए हैं। स्टेडियम के बाहर वीआइपी पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
स्टेट हाईवे से स्टेडियम तक जाने वाले सड़क को बीच से बैरिकेडिंग किया गया है। सड़क के पश्चिम तरफ से दर्शक एवं पदाधिकारी का प्रवेश दिया गया है। जबकि सड़क के पूर्वी तरफ से हाकी खिलाड़ियों का प्रवेश होगा। खेल परिसर के बाहरी क्षेत्र में अनेकों जगह पेय जल की व्यवस्था की गई है।
पीएचईडी विभाग द्वारा जगह जगह पेयजल हेतु स्टैंड पोस्ट बनाये गये हैं। जिससे गंगा जल की आपूर्ति को पेयजल हेतु किया जाना है।
सुरक्षा का रहेगा पुख्ता प्रबंध
हॉकी मैदान के साथ पूरे खेल परिसर में सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है। चप्पे-चप्पे पर पुरुष और महिला पुलिस अधिकारी व पदाधिकारियों को तैनात किया गया है। खेल परिसर से बाहर भी बड़ी संख्या में पुलिस पदाधिकारी को तैनात किया गया है।
झारखंड चुनाव प्रचार के बीच चिराग के भाई पर हमला, पार्टी अलर्ट
11 Nov, 2024 11:46 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चौथम (खगड़िया)। बिहार के खगड़िया जिले में चौथम थाना क्षेत्र अंतर्गत धमारा-खरैता घाट पथ पर ठुठ्ठी पुलिया के समीप रविवार की शाम खरैता निवासी सह कात्यायनी न्यास समिति के सचिव राजेंद्र पासवान के पुत्र देवेंद्र कुमार पासवान के साथ हथियार से लैस बदमाशों ने मारपीट और छिनतई की।
देवेंद्र कुमार पासवान केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के फुफेरे भाई हैं। घटना को लेकर उन्होंने चौथम थाना में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। आवेदन में देवेंद्र ने कहा है कि वे बेगूसराय से अपनी निजी वाहन से घर लौट रहे थे।
हथियार के बल पर वाहन को रोककर मारपीट
दियारा में स्थित ठुठ्ठी पुलिया के समीप शिशवा निवासी स्व. राजेंद्र यादव के पुत्र संतोष यादव, मोहन यादव, स्व. रामबालक यादव के पुत्र मुकेश यादव, ठुठ्ठी निवासी नागो सहनी के पुत्र सतीश कुमार समेत छह बदमाशों ने हथियार के बल पर वाहन को रोककर उनके साथ मारपीट की।
इस क्रम में गाड़ी में रखे साढ़े चार लाख रुपये व सोने की चेन भी छीन ली। स्थानीय लोगों को आते देख सभी बदमाश जान से मारने की धमकी देते हुए भाग निकले। इस संबंध में थानाध्यक्ष राजीव कुमार ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। सभी आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इधर, जानकारी मिलते ही लोजपा (आर) के जिलाध्यक्ष शिवराज यादव, मोहन कुमार समेत कई लोग पीड़ित से मिलकर घटना की जानकारी ली।
आरक्षण और संविधान पर कोई आंच नहीं आने दूंगा : चिराग
बता दें कि झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर इन दिनों चिराग पासवान काफी व्यस्त चल रहे हैं। उन्होंने रविवार को हैदरनगर उच्च विद्यालय मैदान में भाजपा प्रत्याशी कमलेश कुमार सिंह के समर्थन में चुनावी सभा की।
इस दौरान कहा कि मैं अपने पिता रामविलास पासवान के संघर्षों की कसम खाकर कहता हूं कि जब तक चिराग पासवान जिंदा है तब तक आरक्षण और संविधान पर कोई आंच नहीं आएगा।
उन्होंने हेमंत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जेएमएम, कांग्रेस की सरकार ने झारखंड को खतरे में डाल दिया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार में गरीबों का पैसा लूटकर अपने घरों में भरने का काम कर रही है। जेएमएम व कांग्रेस ने राज्य में महिलाओं को असुरक्षित कर दिया है।
युवाओं को पांच लाख नौकरी देने के नाम पर पांच सालों तक ठगा। राज्य में बालू के लिए गरीबों को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ी। सरकार तमाशबीन बनकर देखती रही। इसलिए झारखंड को भ्रष्टाचार और लूट की सरकार से मुक्त करने के लिए भाजपा की सरकार बनानी जरूरी है।
चिराग पासवान ने आगे क्या कहा?
चिराग पासवान ने कहा कि भाजपा सरकार में राम मंदिर बना। जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी। उन्होंने राम मंदिर के बारे में सोचा तक नहीं। 500 सालों से रामलला धूप, धूल, गर्मी, बरसात सहते रहे।
कांग्रेसी सरकार के दौरान भगवान राम को टेंट में रहना पड़ा और उनकी कोई सुध लेने वाला नहीं था, लेकिन देश में भाजपा की सरकार बनते ही भगवान राम के भक्तों को भव्य राम मंदिर देखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
उन्होंने कहा कि हुसैनाबाद से उनके पिता रामविलास पासवान का गहरा लगाव रहा है। वह हमेशा आया जाया करते थे। उनके साथ बचपन में वह भी आते थे। हुसैनाबाद से उनका पारिवारिक संबंध है।
ठंड की दस्तक से पहले बिगड़ेगा मौसम का मिजाज, IMD ने दी चेतावनी
11 Nov, 2024 11:22 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। राजधानी समेत प्रदेश के मौसम में तीन से चार दिनों के बाद यानी 14 नवंबर से बदलाव देखने को मिलेगा। इस दौरान पछुआ के प्रवाह से न्यूनतम तापमान में गिरावट आने से ठंड में वृद्धि की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार इस वर्ष ला नीना के प्रभाव से ठंड में वृद्धि की संभावना है।
हालांकि, पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय नहीं होने के मौसम समान्य बना हुआ है। तीन से चार दिनों के दौरान प्रदेश की हवा में बदलाव आने के साथ सुबह के समय धुंध से राहत मिलने के आसार हैं।
इन दिनों बंगाल की खाड़ी से नम पुरवा हवा के कारण न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक होने के साथ मौसम में कोई विशेष बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है। मौसम विभाग के अनुसार बीते पांच
वर्षों के दौरान इस वर्ष नवंबर में मौसम सामान्य है। जबकि बीते वर्ष नवंबर के प्रथम सप्ताह से ही ठंड का अहसास लोगों को होने लगा था।
खगड़िया में दर्ज हुआ सबसे अधिक तापमान
न्यूनतम तापमान भी 10-15 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ था। जबकि इस बार नवंबर में न्यूनतम तापमान 19-23 डिग्री सेल्सियस के आसपास है। रविवार को पटना का अधिकतम तापमान 31.0 डिग्री सेल्सियस व 33.5 डिग्री सेल्सियस के साथ खगड़िया में प्रदेश का सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
पटना का न्यूनतम तापमान 23.1 डिग्री सेल्सियस व 17.5 डिग्री सेल्सियस के साथ डेहरी में प्रदेश का सर्वाधिक न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। रविवार को पटना सहित आसपास इलाकों का मौसम दिन में धूप निकलने से सामान्य बना रहा।
बदलते मौसम में शिशुओं को निमोनिया का खतरा अधिक
सर्दी के मौसम में बच्चों को निमोनिया का अधिक खतरा होता है। इसलिए इस मौसम में बच्चों को निमोनिया से बचाव पर अधिक ध्यान देने की जरूरत होती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार बच्चों में होने वाली मौतों में निमोनिया एक प्रमुख कारण है।
सरकार ने निमोनिया से बचाव के लिए नियमित टीकाकरण में पीसीवी टीके को शामिल किया है। यह टीका निमोनिया से बचाव में काफी असरदार है। सिविल सर्जन डा. वीरेंद्र प्रसाद ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कहा कि बदलते मौसम में शिशुओं की बेहतर देखभाल जरूरी है।
इस मौसम में शिशुओं में निमोनिया होने का खतरा अधिक हो जाता है। निमोनिया एक संक्रामक रोग है जो एक या दोनों फेफड़ों के वायु के थैलों को द्रव या मवाद से भरकर उसमें सूजन पैदा करता है। इससे बलगम वाली खांसी, बुखार, ठंड लगना और सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।
निमोनिया साधारण से जानलेवा भी हो सकता है। इसलिए इस मौसम में शिशुओं को ठंड से बचाना चाहिए। इससे बचाव के लिए पीसीवी का टीका बच्चे को जरूर लगवाना चाहिए।
शिशुओं व 65 वर्ष उम्र से अधिक व्यक्तियों को खतरा
आमतौर पर निमोनिया से शिशुओं, बच्चों एवं 65 वर्ष से ऊपर आयु वाले लोगों या कमजोर प्रतिरोधक प्रणाली वाले लोगों को अधिक खतरा होता है। यह एक संक्रामक रोग है जो छींकने या खांसने से फैल सकता है। सर्दी के मौसम के शुरुआत से ही बच्चों में निमोनिया एवं ठंड से जुडी अन्य बीमारियों में बढ़ोतरी होने लगती है।
सीएस ने बताया कि पीसीवी वैक्सीन बच्चों को निमोनिया से बचाने में सहायक होता है। इसे सरकार की ओर से नियमित टीकाकरण में शामिल किया गया है।
इसे तीन खुराकों में दिया जाता है तथा यह बच्चों को निमोनिया से बचाने में अहम भूमिका अदा करता है। सीएस ने बताया धुम्रपान से परहेज, स्वस्थ एवं संतुलित जीवन शैली तथा साफ सफाई का ध्यान रख निमोनिया से बचा जा सकता है। बस इसके लिए सतर्कता की जरूरत है।
झारखंड चुनाव: 43 सीटों पर थमेगा आज प्रचार, पहले चरण का इंतजार
11 Nov, 2024 11:17 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव-2024 के पहले चरण की 43 सीटों पर सोमवार को चुनाव प्रचार थम जाएगा। इसके बाद कोई जनसभा नहीं होगी। रोड शो और माइक से प्रचार भी नहीं होगा। प्रत्याशी सिर्फ डोर टू डोर कैंपेन ही कर सकेंगे। इन सीटों पर 13 नवंबर को सुबह सात बजे से मतदान होगा। कुछ संवेदनशील बूथों को छोड़कर अधिसंख्य बूथों पर शाम पांच बजे तक मतदान होगा।
कुछ संवेदनशील बूथों पर शाम चार बजे तक ही वोट पड़ेंगे। इनमें सभी सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के बूथ सम्मिलित हैं। जहां शाम पांच बजे तक मतदान होना है, वहां के लिए शाम पांच बजे और जहां शाम चार बजे तक मतदान का समय है, वहां चुनाव प्रचार 48 घंटे पहले अर्थात सोमवार को शाम चार बजे थम जाएगा।
पहले चरण में जिन 43 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है उनमें छह एससी तथा 20 एसटी सीटें सम्मिलित हैं। इस चरण में कुल 683 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होना है। इनमें 334 निर्दलीय हैं। कुल प्रत्याशियों में 87 प्रत्याशी राष्ट्रीय पार्टियों के हैं।
वहीं, 32 प्रत्याशी झारखंड के मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के हैं। 42 प्रत्याशी ऐसे हैं जो दूसरे राज्यों के मान्यता प्राप्त दलों से टिकट लेकर चुनाव लड़ रहे हैं। कुल 188 प्रत्याशी गैर मान्यता प्राप्त निबंधित दलों से जुड़े हैं। इस चरण में कुल 73 महिला प्रत्याशियों के भाग्य का भी निर्णय होना है, जिनमें 34 निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं।
पहले चरण में एक थर्ड जेंडर प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में हैं। हटिया विधानसभा क्षेत्र से नगमा रानी निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं।
इन बड़े प्रत्याशियों के भाग्य का होगा फैसला
इस चरण के चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, मंत्री रामेश्वर उरांव, रामदास सोरेन, बन्ना गुप्ता, मिथिलेश ठाकुर, दीपक बिरूवा, बैद्यनाथ राम के अलावा सीपी सिंह, सरयू राय, भानू प्रताप शाही, नीरा यादव, नीलकंठ सिंह मुंडा, रामचंद्र चंद्रवंशी, कमलेश कुमार सिंह, केएन त्रिपाठी, गोपाल कृष्ण पातर उर्फ राजा पीटर आदि नेताओं के भाग्य का फैसला होना है।
ओडिशा के राज्यपाल सह राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की बहू पूर्णिमा दास, मंत्री सत्यानंद भोक्ता की बहू रश्मि प्रकाश, चंपई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन के भविष्य का भी फैसला भी इस चरण के चुनाव में होना है।
पूर्व आईएएस अधिकारी शिशिर सिन्हा बने बिहार खेल विश्वविद्यालय के कुलपति
10 Nov, 2024 08:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के पूर्व अधिकारी शिशिर सिन्हा को बिहार खेल विश्वविद्यालय, राजगीर का प्रथम कुलपति नियुक्त किया गया है. राज्यपाल के आदेश से खेल विभाग ने खेल विश्वविद्यालय राजगीर के प्रथम कुलपति के लिए पूर्व आईएएस अधिकारी शिशिर सिन्हा के नाम से अधिसूचना जारी कर दिया है. शिशिर सिन्हा बिहार कैडर के 1982 बैच के आईएएस अधिकारी रहे हैं और 2018 में उन्होंने वीआरएस लेकर रिटायरमेंट लिया था. मालूम हो कि राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर बिहार के मुख्यमंत्री ने राज्य की पहली खेल अकादमी और बिहार खेल विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया जो राजगीर में अंतर्राष्ट्रीय खेल परिसर का एक हिस्सा है. हालांकि रिटायरमेंट के बाद शिशिर सिन्हा को नीतीश कुमार ने यह तीसरा मौका दिया है. सबसे पहले उन्हें बीपीएससी का अध्यक्ष बनाया गया था. उसके बाद वह इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी अथॉरिटी का चेयरमैन भी रहे हैं और अब तीसरी बार नीतीश कुमार ने उन्हें अपने गृह क्षेत्र राजगीर में नवनिर्मित बने खेल विश्वविद्यालय का प्रथम कुलपति बनाकर बड़ी जिम्मेदारी दी है. शिशिर सिन्हा काफी चर्चा में रहने वाले आईएएस अधिकारी रहे हैं. वह भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद सी.पी.ठाकुर के दामाद हैं.
पटना में तनिष्क ज्वेलरी शॉप में लूटपाट
10 Nov, 2024 07:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। हाल ही में बिहार के पूर्णियां में बदमाशों ने तनिष्क ज्वेलरी शॉप में लूटपाट की घटना को अंजाम दिया था और अब पटना में अज्ञात बदमाशों ने तनिष्क ज्वेलरी शॉप में लूटपाट किया है। घटना शनिवार शाम सात बजे कंकड़बाग के कॉलोनी मोड़ के पास की बताई जा रही है। प्राप्त खबर के अनुसार चार अज्ञात बदमाश ग्राहक बनकर तनिष्क ज्वेलरी शॉप में पहुंचे और वहां से लाखों रूपये मूल्य के सोने के जेवरात लूटकर फरार हो गए। बताया गया है कि चारों बदमाश दो बाइक पर आए थे और उनके पास हथियार थे। लूटपाट के दौरान ज्वेलरी शॉप में कोई भी ग्राहक अंदर नहीं था। शॉप के स्टॉफ के मोबाइल भी लेकर बदमाश भाग गए। छह मोबाइल लेकर भागने की जानकारी मिली है। उधर घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुटी है। आपको बता दें कि बिहार सहित पूरे देश में पूर्णिया लूटकांड काफी चर्चा में रहा था। इस घटना में बदमाशों ने पौने चार करोड़ों की लूट की घटना अंजाम दिया था। इस घटना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था। हालांकि इस मामले में पुलिस की कार्रवाई में सफलता भी मिली थी। अब बिहार की राजधानी पटना में बदमाशों ने तनिष्क ज्वेलरी शॉप को निशाना बनाया है।
दक्षिण बिहार को नक्सल मुक्त बनाने के लिए उठाए जा रहे बड़े कदम, 11 नए सुरक्षा कैंप होंगे स्थापित
9 Nov, 2024 12:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। बिहार में नक्सलियों का क्षेत्र लगातार सिमटता जा रहा है। उत्तर बिहार के नक्सल मुक्त होने के बाद अब दक्षिण बिहार की बारी है। इसके लिए झारखंड से सटे नक्सलियों के बचे प्रभावित क्षेत्रों को चिह्नित कर सुरक्षा और संचार के माध्यम मजबूत किए जा रहे हैं। इसी क्रम में झारखंड की सीमा पर 11 नए सुरक्षा कैंप स्थापित करने की योजना है। वहीं संचार को मजबूत करने के लिए मोबाइल टावर भी लगाए जाएंगे।
झारखंड की सीमा पर स्थापित होंगे नए सुरक्षा कैंप
बिहार को नक्सल मुक्त बनाने के लिए झारखंड की सीमा पर 11 नए सुरक्षा कैंप स्थापित किए जाएंगे। वहीं दूरस्थ पहाड़ी और जंगली क्षेत्रों के 55 स्थलों को चिह्नित कर मोबाइल टावर लगाने का भी प्रस्ताव केंद्र सरकार को सौंपा गया है। विभागीय रिपोर्ट के अनुसार पिछले छह सालों में नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या आधी हो गई है। वर्ष 2018 में जहां 16 जिले नक्सल प्रभावित थे वहीं 2024 तक महज आठ जिले ही नक्सली असर वाले रह गए हैं। इनमें गया है।
सबसे ज्यादा नक्सली प्रभाव वाले एरिया
औरंगाबाद क्षेत्र और जमुई-लखीसराय-मुंगेर क्षेत्रों में नक्सली प्रभाव अधिक है। इन इलाकों में नए सुरक्षा कैंप स्थापित किए जाने हैं, ताकि नक्सली गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। इसके लिए जगह भी चिह्नित कर ली गई है।
जल्द पूरा होगा फोर-जी अपग्रेडेशन का कार्य
इसके साथ ही मोबाइल टावर प्रोजेक्ट फेज-एक के तहत 250 चिह्नित साइट पर संचार की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए फोर-जी अपग्रेडेशन का काम लंबित है। यह काम पिछले साल दिसंबर में ही होना था जो नहीं हो सका मगर अब इसे जल्द शुरू करने का प्रस्ताव है।
नक्सलियों के विरुद्ध आसूचना संकलन पर जोर
नक्सलियों के विरुद्ध आसूचना संकलन पर भी लगातार जोर देने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए विशेष कार्य बल (एसटीएफ) में विशेष आसूचना शाखा (एसआइबी) का गठन किया गया है।
इसके अंतर्गत स्पेशल इंटेलिजेंस ग्रुप (एसआइजी) के साथ एसटीएफ की तकनीकी एवं एनालिसिस विंग (एस-टा) आदि को लगाया गया है। इनकी आसूचना पर नक्सलियों के विरुद्ध कई सफल अभियान भी चलाए गए हैं। अब आसूचना को और मजबूत करने के लिए इन ग्रुप और विंग के कर्मियों को उन्नत प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
छठ का पर्व बना शोक का सागर: बिहार में 59 की डूबने से मौत, 11 लापता
9 Nov, 2024 12:44 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार में छठ पूजा के दौरान पिछले 36 घंटे में नदियों व तालाब में डूबने से 59 लोगों की मौत हो गई, जबकि 11 लापता हैं। इनकी तलाश की जा रही है। मृतकों में बेगूसराय के सात, समस्तीपुर व रोहतास के पांच-पांच, पटना व मुजफ्फरपुर के चार-चार, गया, मुंगेर, पूर्णिया, खगड़िया, मधेपुरा व सहरसा के तीन-तीन, सारण, औरंगाबाद व आरा के दो-दो, सीतामढ़ी, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, लखीसराय, अररिया, कटिहार, रोहतास, वैशाली, जहानाबाद और नालंदा जिले के एक-एक लोग शामिल हैं।
इन जिलों में हुआ हादसा
बेगूसराय में गुरुवार को अलग-अलग घाटों पर तीन व शुक्रवार को चार लोग डूब गए।
रोहतास जिले में गुरुवार को नहर व नदी में डूबने से चार लोगों की, वहीं शुक्रवार को एक की मौत हो गई।
पटना जिले के फुलवारी शरीफ में दो, मनेर व बख्तियारपुर में एक-एक की मौत हुई है।
मनेर में शुक्रवार को तीन अलग-अलग स्थानों पर भाई-बहन समेत छह लोग डूब गए। जिसमें से दो को बचा लिया गया। वहीं एक का शव बरामद किया गया। तीन लोगों की नदी में तलाश जारी है।
मनेर में बरामद शव झारखंड के गुमला जिले के निवासी का है, जो खासपुर में भट्ठा मजदूर था।
पुनपुन प्रखंड में दो लोग डूब गए, एक को ग्रामीणों ने बचा लिया। दूसरे की तलाश जारी है।
भोजपुर जिले के सोन नदी में पांच बच्चे डूब गए। दो का शव बरामद किया गया है। एक बालक लापता है। दो बच्चियों को स्थानीय लोगों के प्रयास से बचा लिया गया।
सारण में पलटी नाव
सारण जिले के तरैया के पाचभिंडा में छठ पूजा के दौरान शुक्रवार सुबह युवकों से भरी नाव पोखर में पलट गई। नाव में बच्चे के साथ लगभग दस युवक सवार थे। इसमें दो युवकों की डूबने से मौत हो गई है। मृतक पचभिंडा गांव के दसई मांझी के पुत्र सूरज कुमार मांझी (18) व वैद्यनाथ सिंह पुत्र बिट्टू कुमार (20) थे।
गांव के सरकारी पोखर पर छठ पूजा के दूसरे दिन उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने छठ व्रती पहुंचे थे। इसी बीच एक नाविक कुछ युवकों को नाव में बैठा कर पोखर में घुमाने लगा। तभी अचानक नाव पोखर में पलट गई। इस घटना को कुछ युवकों ने अपने मोबाइल में कैद कर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दिया, जिसमें दिख रहा है कि नाव सीधे पानी में डूब रही है।
औरंगाबाद में दो लोगों की मौत
औरंगाबाद जिले में अलग-अलग घटनाओं में तालाब में डूबने से दो की मौत हो गई। पहली घटना में नगर थाना क्षेत्र के शाहपुर स्थित सूर्य मंदिर के समीप घाट पर 12 वर्षीय किशोरी की डूबकर मौत हुई है। किशोरी साधनी कुमारी शहर के वार्ड नंबर 32 के रामडीहा निवासी प्रदीप चौधरी की पुत्री थी। दूसरी घटना बारुण में तालाब में डूबने से खैरा गांव निवासी धर्मेंद्र यादव की नौ वर्षीय पुत्री वैष्णवी कुमारी की मौत हुई है।
वैशाली जिले के राजापाकड़ थाना के जाफर पट्टी पंचायत में पोखर में शुक्रवार की सुबह डूबने से रविंद्र पासवान के 17 वर्षीय पुत्र धर्मवीर कुमार की मौत हो गई। वहीं काजीपुर थाना क्षेत्र के चांदी घाट पर बीते गुरुवार की दौलतपुर चांदी निवासी बाबन राम के पुत्र राजू कुमार की नदी में स्नान करने के दौरान डूबने की आशंका है।
गया जिले में नदी व सरोवर में डूबने से अलग-अलग जगहों पर तीन की मौत हो गई। मुंगेर में गुरुवार की शाम में प्रिंस कुमार बेलहरणी नदी में डूब गया। शुक्रवार की सुबह सन्नी कुमार व शीतल कुमारी की डूबने से मौत हो गई। वहीं, अभिषेक कुमार की तलाश जारी है।
मधेपुरा में आनंद कुमार, सोनू कुमार व कामेश्वर मंडल की डूबने से मौत हो गई। वहीं 24 वर्षीय युवक लापता है। खगड़िया में विजय कुमार, मुकेश कुमार व पारो कुमारी उर्फ पार्वती कुमारी डूब गई। वहीं साधना कुमारी की तलाश की जा रही है।
पूर्णिया में ज्योति देवी, तारा रिषी और पप्पू कुमार की डूबने से मृत्यु हो गई। जबकि आसु कुमार लापता है। लखीसराय के हिमांशु कुमार, कटिहार में 10 वर्ष के बच्चे व अररिया के राजेश कुमार मल्लिक की मौत डूबने से हो गई।
उत्तर बिहार के जिलों में छठ घाट पर डूबने से 9 लोगों की मौत हो गई। समस्तीपुर में विशाल कुमार, निशांत कुमार, बादल पंडित व कृष्ण कुमार की डूबने से मौत हो गई।
वहीं, हरिपुर गांव के पोखरा में भैंस को नहलाने के दौरान डूबने से पितांबर पासवान की मृत्यु हो गई। सीतामढ़ी में लव कुमार, दरभंगा में भाग्यरंजन कुमार, पूर्वी चंपारण में संजय साह व मुजफ्फरपुर में अरुण राम, रीतू कुमारी, निधि कुमारी व राजहंस की मौत हो गई।
बिहार में ठंड बढ़ने के साथ कोहरे का असर, सर्दियों की हुई शुरुआत
9 Nov, 2024 12:38 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। दीपावली के बाद 4 दिवसीय छठ महापर्व का भी समापन हो गया है, बावजूद इसके राज्य में ठंड के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। हालात ये हैं कि दिन के समय लोगों को गर्मी महसूस हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों तक मौसम में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।
राजधानी पटना में मौसम लगातार बदल रहा है। वहीं अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बड़ा अंतर देखने को मिल रहा है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 32 डिग्री और न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया है।
स्थिति ये है कि दिन में गर्मी महसूस हो रही है, श्रमसाध्य कार्यों पर पसीना चल रहा है, लेकिन रात जैसे गहराती है, तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। सुबह होते-होते सिहरन महसूस होती है। हाल के दिनों की कई सुबह धुंध भरी रहीं। खेत-खलिहानों में कुहासा नजर आया, लेकिन दिन में सूरज की तपिश का अनुभव हुआ।
5 दिनों तक कोई बड़ा बदलाव नहीं
राज्य में आगामी पांच दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में बड़े बदलाव का संभावना नहीं है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, गुरुवार व शुक्रवार को सुबह में कोहरा या धुंध के साथ आंशिक बादल छाए रहे। वहीं मौसम शुष्क बना रहा।
9 से 12 नवंबर तक कैसा रहेगा मौसम
9 से 11 नवंबर तक सुबह में कोहरा या धुंध छाया रहेगा, इसके बाद आसमान साफ रहेगा।
12 नवंबर को सुबह में कोहरा या धुंध रहने की संभावना है, वहीं मौसम शुष्क बना रहेगा।
मौसम विभाग के अभिषेक आनंद ने बताया कि बांग्लादेश के सेंट्रल पार्ट के ऊपर बना साइक्लोनिक सर्कुलेशन अब बांग्लादेश के दक्षिणी भाग में व समुद्रतल से ऊपर 1.5 किलोमीटर में प्रभावी है।
बदलते मौसम से बढ़ा बीमारियों का खतरा
पिछले कुछ दिनों से जारी मौसम में बदलाव का असर लोगों की सेहत पर भी देखने को मिल रहा है। दिन के समय गर्मी और रात को ठंड होने की वजह से लोग सर्दी-जुकाम और बुखार का शिकार हो रहे हैं। मौसम के बदलाव को देखते हुए डॉक्टर भी लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। इस मौसम में ठंडा पानी पीने से बचें, हल्के गर्म पानी का सेवन करें।
पटना में एंबुलेंस सेवा पर संकट, प्राइवेट कंपनी की जिम्मेदारी से बढ़ी परेशानियां
9 Nov, 2024 12:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गढ़पुरा (बेगूसराय)। स्वास्थ्य चिकित्सा की स्थिति खराब होती चली जा रही है। सरकार द्वारा एंबुलेंस की व्यवस्था बदलने के बाद से इमरजेंसी रोगियों को एंबुलेंस सेवा मिलना कठिन हो गया है। दरअसल, एंबुलेंस के संचालन की जिम्मेदारी बिहार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जेन प्लस प्राइवेट लिमिटेड पटना को दी गई है, जिसकी व्यवस्था ठीक नहीं है। 102 पर फोन किए जाने पर फोन नहीं लगता है।
किसी भी आपात स्थिति में अगर डॉयल 102 पर फोन किया जाता है तो फोन नहीं लगता। काफी प्रयास के बाद फोन लगता भी है तो काफी देर बाद एंबुलेंस के ड्राइवर या ईएमटी को जेन प्लस के द्वारा एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया जाता है। इस बीच इमरजेंसी रोगी इलाज के लिए छटपटाते रहते हैं।
सरकारी एंबुलेंस के अस्पताल में उपलब्ध रहने के बावजूद आपातकालीन सेवा के लिए सरकारी एंबुलेंस समय पर नहीं मिल पा रहा है। इस नई व्यवस्था से अब तो अस्पताल के प्रभारी या किसी भीचिकित्सा पदाधिकारी को एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराए जाने का अधिकार नहीं रह गया है।
प्राइवेट कंपनी को मिली जिम्मेदारी
1 नवंबर 2024 से एंबुलेंस का संचालन जेन प्लस प्राइवेट लिमिटेड कर रहा है। उसी के हेडक्वार्टर पटना से एंबुलेंस का संचालन किया जाता है। अब इमरजेंसी रोगियों की जान बचाना भी मुश्किल हो गया है।
पहचान पत्र जरूरी
परेशानी यहीं खत्म नहीं होती है। आपात मरीज के पास यदि पहचान पत्र नहीं है, तब उसे एंबुलेंस सेवा नहीं मिलती है। ऐसी स्थिति में ग्रामीणों द्वारा अस्पताल पीएचसी में हंगामे की स्थिति भी बन सकती है । एंबुलेंस चालक या उसके सहयोगी ईएमटी को आक्रोशित लोगों का कोपभाजन बनना पड़ सकता है।
प्राइवेट वाहन का इस्तेमाल करने को मजबूर लोग
गुरुवार की सुबह पीएचसी पहुंचने पर एंबुलेंस सेवा की इस स्थिति से अवगत होने के बाद देखा कि बुधवार की रात्रि में छह प्रसव की मरीज अपनी व्यवस्था से पीएचसी आईं। इनमें पगुराहा के सुशील पासवान की पत्नी सावित्री देवी, शीतल रामपुर के रविंद्र कुमार की पत्नी भवानी कुमारी, सोनमा गांव के पंकज पासवान की पत्नी पूजा कुमारी, सकड़ा गांव के सोमल कुमार की पत्नी मधु कुमारी, मनिकपुर गांव के मिथुन यादव की पत्नी फुलवंती कुमारी, लखीसराय के मजदूर दिलीप माझी की पत्नी मोहिनी देवी शामिल थीं।
इनके स्वजनों का कहना है कि बुधवार की रात प्रसव होने के बाद सुबह से एंबुलेंस के लिए 102 पर प्रयास करते-करते थक हारकर गुरुवार को 11 बजे दिन में ई-रिक्शा कर घर जाना पड़ रहा है। 102 पर फोन किए जाने बाद पीएचसी में लगा एंबुलेंस काम नहीं आया।
इस संबंध में पीएचसी में उपलब्ध चिकित्सा पदाधिकारी डा. बीके ठाकुर ने बताया कि एक नवंबर 2024 से एंबुलेंस सेवा नई कंपनी को दी गई है। 102 नंबर सही तरीके से काम नहीं कर रहा है। अब इमरजेंसी रोगी को कैसे बेगूसराय भेजा जाएगा, यह समस्या बन गई है।
छठ पूजा के बाद यात्रियों के लिए राहत, 25 स्पेशल ट्रेनें दो दिन में होंगी रवाना
9 Nov, 2024 12:26 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। 4 दिवसीय छठ महापर्व के समापन के बाद यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने बड़ा फैसला किया है। भारतीय रेलवे द्वारा 2 दिन में पटना जंक्शन से 10 एवं दानापुर स्टेशन से 13 स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा। इसके अलावा राजेन्द्रनगर से दो ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा। नियमित ट्रेनों के अलावा ये ट्रेन भीड़ को नियंत्रित करने में काफी सहायक साबित होंगी।
इन स्टेशनों से चलेंगी स्पेशल ट्रेन
पटना जंक्शन के निदेशक एवं नोडल अधिकारी अरूण कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि पटना जंक्शन से नई दिल्ली, उधना, न्यू जलपाईगुड़ी, कोटा, आनंद विहार, हावड़ा एवं पुरी के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। इसके अलावा दानापुर स्टेशन से पुणे, बेंगलुरू, जबलपुर, लोकमान्य तिलक टर्मिनल, आनंद विहार, रानी कमलापति, कोटा एवं अहमदाबाद के लिए ट्रेन रवाना की जाएगी।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि नियमित ट्रेनें पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चलाई जा रही हैं। इसके अतिरिक्त स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसके लिए हर प्लेटफॉर्म पर विशेष अधिकारी तैनात किए गए हैं।
यात्रियों को मिलेगी राहत
राजेन्द्रनगर से नई दिल्ली के लिए शनिवार एवं रविवार दोनों दिन स्पेशल ट्रेन चलाने की तैयारी की गई है। ये ट्रेन राजेन्द्रनगर से खुलने के बाद पटना, दानापुर, आरा एवं बक्सर रुकते हुए आगे जाएगी। इन ट्रेनों के परिचालन से यात्रियों को काफी राहत मिलने की उम्मीद है।
यात्री सुविधाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दें अधिकारी
वहीं पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक छत्रसाल सिंह ने शुक्रवार को पटना एवं दानापुर स्टेशन का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने छठ महापर्व को लेकर यात्रियों सुविधाओं का जायजा लिया। महाप्रबंधक ने छठ पर्व में यात्रियों की सुविधा हेतु स्टेशनों पर बनाए गए होल्डिंग एरिया का भी निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान भीड़ प्रबंधन, यात्री सुविधा एवं सुरक्षा सहित सभी प्रकार की तैयारियों की समीक्षा की तथा ट्रेनों एवं स्टेशनों पर आवश्यक सुविधाओं की निरंतरता को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
छत्रसाल सिंह ने कहा कि पूर्व मध्य रेल द्वारा छठ पूजा बाद श्रद्धालु यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को देखते हुए उनकी सुविधा के लिए बिहार एवं आस-पास के दूसरे राज्यों और शहरों को जाने वाले यात्रियों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
इनमें स्पेशल ट्रेनों का परिचालन, स्टेशनों पर यात्रियों को बैठने के लिए सभी सुविधायुक्त होल्डिंग एरिया का निर्माण, अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी की तैनाती सहित यात्री सुविधा एवं सुरक्षा से जुड़ी और भी कई व्यवस्था शामिल हैं। निरीक्षण के दौरान दानापुर के मंडल रेल प्रबंधक जयंत कुमार चौधरी, एडीआरएम आधार राज एवं स्टेशन निदेशक अरूण कुमार सहित मुख्यालय एवं मंडल के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।