बिहार-झारखण्ड
खरना पर बदल सकता है मौसम का मिजाज, पटना में सावधानी बरतने की अपील
6 Nov, 2024 04:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। राजधानी समेत प्रदेश का मौसम छठ के दौरान शुष्क बना रहेगा। उत्तरी भागों में सुबह के समय दक्षिणी भागों की तुलना में कोहरे का प्रभाव अधिक रहेगा। पटना सहित अधिसंख्य भागों में हल्की धुंध का प्रभाव बना रहेगा। तापमान में विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है।
बंगाल की खाड़ी से नमी युक्त पुरवा हवा के चलने से उत्तरी भागों के कुछ स्थानों पर बादलों की आवाजाही बनी रहेगी। जबकि पटना सहित शेष जिलों का मौसम शुष्क बना रहेगा। मंगलवार को पटना सहित 24 जिलों के अधिकतम तापमान में थोड़ी वृद्धि दर्ज की गई।
पटना का अधिकतम तापमान 30.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि 33.7 डिग्री सेल्सियस के साथ सीतामढ़ी (पुपरी) में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। वहीं, पटना समेत नौ जिलों के न्यूनतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। पटना का न्यूनतम तापमान 23.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
19.0 डिग्री सेल्सियस के साथ किशनगंज में प्रदेश का सर्वाधिक न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ। पटना व आसपास इलाकों में पुरवा के कारण मौसम सामान्य बने होने के साथ शाम में आंशिक बादल छाए रहे।
चार दिनों तक आसमान में छाए रहेंगे हल्के बादल
केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के मौसम वैज्ञानिक डा. ए. सत्तार ने बताया कि आगामी चार दिनों तक उत्तर बिहार के जिलों में मौसम साफ रहने का अनुमान है। हालांकि हल्के बादल छाए रह सकते हैं। मौसम शुष्क रहेगा।
पूर्वानुमान की अवधि में अधिकतम तापमान 29 से 32 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 19 से 22 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। मंगलवार को अधिकतम तापमान 31.0 डिग्री और न्यूनतम तापमान 21.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से करीब 3 डिग्री अधिक है।
अगले चार दिनों में पूर्वी हवाएं 4-5 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है। मौसम को देखते हुए उन्होंने किसानों को कुछ सुझाव दिए। गेहूं और चना की बुआई की तैयारी के लिए खेतों के आसपास के मेड़, नालियों और रास्तों की सफाई करने को कहा गया है।
गोबर की सड़ी खाद 150-200 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की दर से खेतों में फैलाकर अच्छी तरह मिला देने की सलाह दी गई है। रबी मक्का की बुआई के लिए संकर किस्में जैसे शक्तिमान-1 सफेद, शक्तिमान-2 सफेद, शक्तिमान-3 पीला, शक्तिमान-4 पीला, शक्तिमान-5 पीला, गंगा-11 नारंगी पीला, राजेंद्र संकर मक्का-1 और राजेंद्र संकर मक्का-2 को अनुशंसित किया गया है।
खेतों की जुताई में 100-150 क्विंटल कम्पोस्ट, 60 किलोग्राम नाइट्रोजन, 75 किलोग्राम फॉस्फोरस और 50 किलोग्राम पोटाश प्रति हेक्टेयर के हिसाब से डालने की सलाह दी गई है।
सीएम हेमंत सोरेन ने किया बीजेपी पर जोरदार हमला, कहा....
6 Nov, 2024 04:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 5 नवंबर, 2024 दिन मंगलवार को कहा कि यह राज्य आदिवासियों का है और वे (आदिवासी) ही इस पर शासन करेंगे. झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के कार्यकारी अध्यक्ष सोरेन ने भारतीय जनता पार्टी की आलोचना करते हुए दावा किया कि राज्य में कोई भी हिंदू खतरे में नहीं है, लेकिन विपक्षी पार्टी केवल अपने हिंदू-मुस्लिम विमर्श के जरिए यहां तनाव पैदा करने की कोशिश कर रही है.
उन्होंने पश्चिमी सिंहभूम जिले के छोटानागरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमने झारखंड को अलग राज्य बनाने के लिए लड़ाई लड़ी और हम अपने अधिकारों को सुरक्षित करने के लिए भी लड़ेंगे. झारखंड आदिवासियों का है, इसलिए यहां आदिवासी ही राज करेंगे.
साल 2011 की जनगणना के अनुसार, झारखंड की कुल जनसंख्या 32,988,134 है. इनमें से 26.21 प्रतिशत (8,645,042) आदिवासी हैं. रघुबर दास को छोड़कर, 2000 में बने राज्य के सभी मुख्यमंत्री आदिवासी समुदाय से थे. सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार ने जनता के सहयोग से अच्छा काम किया है और भविष्य में भी ऐसा ही करती रहेगी.
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि सीबीआई और ईडी के साथ मिलकर बीजेपी मुझे डरा रही है और झूठे आरोपों के लिए मुझे जेल भी भेजा. लेकिन मैं झारखंड की धरती का बेटा हूं. मैं न तो डरता हूं और न ही कभी झुकता हूं. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भूमि घोटाले से जुड़े धनशोधन के मामले में 31 जनवरी को सोरेन को गिरफ्तार किया था, हालांकि हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया था. झारखंड की 81 विधानसभा सीट के लिए दो चरण में 13 नवंबर और 20 नवंबर को चुनाव होंगे, जबकि परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.
पटना के इस थाने में लगी भीषण आग
6 Nov, 2024 03:59 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राजधानी पटना के पत्रकार नगर थाना के बिल्डिंग में आग लगने से अफरा तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया है. बुधवार की सुबह-सुबह आग लगी की घटना सामने आई. पुलिसकर्मी इस बिल्डिंग में जो रहते हैं वह फंस गए थे. दमकल को सूचना देने के बाद दमकल की पांच बड़ी गाड़ियां आग पर काबू पाने के लिए घटनास्थल पर पहुंची, दमकल की हाइड्रोलिक गाड़ी के माध्यम से ऊपरी बिल्डिंग में फंसे हुए तीन पुलिसकर्मियों को रेस्क्यू कर निकाला गया.
जानकारी के अनुसार, अगलगी की घटना का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है. आग काफी तेजी से बिल्डिंग में फैली और ऊपरी मंजिल में होने के कारण ज्यादातर पुलिसकर्मी नीचे से निकल गए. ऊपर की बिल्डिंग में तीन पुलिसकर्मी फस गए थे. जिसको दमकल की बड़ी हाइड्रोलिक गाड़ी से रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया. फिलहाल काफी मशक्कत के बाद अग्निशमन विभाग की टीम ने आग पर काबू पा लिया है.
जानकारी के अनुसार, इस बिल्डिंग में 50 से ज्यादा पुलिसकर्मी मौजूद थे. आग इतनी भयंकर लगी थी कि उसमें 5 पुलिसकर्मी फंस गए. जिनमें से 4 पुलिसकर्मी को फायर ब्रिगेड की क्रेन की सहायता से बाहर निकाला गया. वहीं एक पुलिसकर्मी छत पर फंस गया था. जिसके बाद उस पुलिसकर्मी को भी क्रेन की ही सहायता से बाहर निकाला गया.
इंग्लैंड में रहकर भी नहीं भूले छठ की परंपरा, आरा में आकर किया सूर्य उपासना
6 Nov, 2024 11:27 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छठी मईया की महिमा देश ही नहीं विदेश में रह रहे प्रवासियों के मन में भी हलचल पैदा कर देता है। जब बात बिहार की सांस्कृतिक परंपरा छठ पूजा की हो तो एक बिहारी अपने आप को कैसे रोक सकता है। ऐसा ही कुछ उदाहरण देखने को मिला उदवंतनगर प्रखंड के नवादावेन गांव में, जहां 14 साल बाद एनआरआइ परिवार छठ पर्व के लिए अपने गांव लौटा।
इंग्लैंड से एक एनआरआइ परिवार अपनी सांस्कृतिक समृद्धि व परंपराओं को देखने तथा अपने बच्चों को संस्कार से रूबरू कराने उदवंतनगर प्रखंड के नवादावेन गांव पहुंचा है। ये परिवार 14 वर्षों बाद अपने वतन लौटा है और दीपावली व छठ पूजा मनाई। नवादावेन गांव निवासी रजनीश कुमार सिंह की तरह अनेकों प्रवासी लोक आस्था का महापर्व छठ में सूर्य उपासना करने अपने गांव पहुंचे हैं।
लंदन में एक्शन टू डू संस्था के माध्यम से वंचित व कमजोर बच्चों को शिक्षा देने वाली मिताली ने बताया कि मायके में हमारी मां पूरे परिवार के साथ छठ करती थीं। पूरे घर में उत्सवी माहौल होता था। हम
लोगों ने बचपन से छठ को महसूस किया है। भारत में जैसे ही दुर्गा पूजा बीतता है, विदेश में रह रहे प्रवासियों के मन में छठ पूजा की याद सताने लगती है।
वीडियो कॉल से जुड़ देखती थी छठ पूजा
हर वर्ष आ नहीं सकती तो वीडियो कॉल के माध्यम से घर की पूजा से जुड़ती थीं। शादी के बाद मैं लंदन में पति और बच्चों के साथ रहने लगी। छठ के समय आज भी शारदा सिन्हा का छठ गीत कानों में स्वतः गूंज उठता है।
मिताली ने बताया कि कई बार प्रयास किया लेकिन भारत नहीं आ सकी। इस बार अपने ससुराल दीपावली के पहले लौटी हूं। अपने स्वजनों के साथ छठी मैया की पूजा के साथ ही इसका सुखद अनुभव करना चाहती हूं तथा बच्चों को अपनी परंपरा से अवगत कराना चाहती हूं।
छठी मइया के बुलावे पर पहुंचे देश
लंदन में फाइनेंस सेक्टर में काम करने वाले एनआरआई रजनीश कुमार सिंह ने बताया कि इस बार छठी मैया ने अपने वतन बुलाया है। अपनी महान परंपरा को देखने के लिए आंखें तरस रही थी। 14 वर्षों से हम परिवार सहित स्थाई रूप से लंदन में रहते हैं। हम लोग अब लंदन वाले हो गए हैं,लेकिन हम आज भी सभ्यता और संस्कृति से जुड़े हैं।
बच्चों के दिखाना चाहते हैं संस्कृति की झलक
हमारे दो बच्चे हैं, बड़ा बेटा विस्तृत तो बिल्कुल हिंदी और भोजपुरी नहीं बोल सकता, लेकिन छोटा बेटा विराज थोड़ी बहुत हिंदी समझता और बोलता है। लंदन में रहते-रहते बच्चे अपनी संस्कृति से दूर होते जा रहे हैं, इसलिए मैं और मिताली बच्चों को अपनी महान सांस्कृतिक परंपरा की पहचान कराने अपने पैतृक गांव नवादावेन आए हैं। बच्चों ने दीपावली देखी अब छठ पूजा में शामिल होंगे। उसके बाद लंदन चले जाएंगे। बच्चे पूजा की हर विधि में शामिल हो रहे हैं और बहुत खुश हैं।
बिहार में NRI को विश्वसनीय प्लेटफॉर्म की जरूरत
वहीं रजनीश ने बताया कि एनआरआई का बिहार में कोई कार्ड नहीं है। यहां राज्य सरकार को पता नहीं है कि कितने बिहारी दूसरे देशों में काम करते हैं। अन्य प्रदेशों की तरह कोई एनआरआइ अफेयर्स डिपार्टमेंट भी नहीं है। एनआरआइ भी बिहार प्रदेश के विकास में भूमिका निभाना चाहते हैं, लेकिन एक विश्वसनीय प्लेटफॉर्म की जरूरत है।
मल्लिकाअर्जुन खड़गे का झारखंड में सीटों पर सवाल, शिवराज सिंह ने किया तीखा हमला
6 Nov, 2024 11:04 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। झारखंड में पहले चरण का विधानसभा चुनाव 13 नवंबर को है। इसको लेकर सरगर्मी तेज है। देश भर के फायरब्रांड वक्ताओं का झारखंड आने का सिलसिला तेज हो गया है। आसमान में हेलीकॉप्टर की फटफटाहट गूंजते रहती है।
कभी यूपीए प्रत्याशी के समर्थन में तो कभी एनडीए प्रत्याशी के समर्थन में हेलीकॉप्टर पर सवार वक्ता लगातार अलग अलग जगहों पर पहुंच कर जनसभा को संबोधित कर रहे हैं।
झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने झारखंड में एक जनसभा को संबोधित किया। इस बीच, उन्होंने कुछ ऐसा कर दिया, जिसको लेकर सियासी बवाल मच गया है।
दरअसल, संबोधन के बीच में वह अपने नेता से पूछने लगे कि झारखंड में कितनी विधानसभा सीटें हैं। अब इसपर केंद्रीय मंत्री सह झारखंड भाजपा प्रभारी शिवराज सिंह चौहान ने घेरा है।
उनकी नजरों में झारखंड का कोई सम्मान नहीं- शिवराज
शिवराज सिंह ने कहा कि ये कांग्रेस का छोटापन है, उनके नजरों में झारखंड का कोई सम्मान नहीं है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष आते हैं और मंच पर माइक से पूछते हैं कितनी सीटें हैं? इन्हें सीटों का पता नहीं है और भाषण करने आए हैं। यह बताया रहे हैं छोटा सा चुनाव है। यह एक तरह से महान राज्य का अपमान है।
उन्होंने कहा कि ये कांग्रेस और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष की झारखंड के बारे में जानकारी है। जिन्हें ये नहीं पता कि सीट कितनी हैं, वह झारखंड का विकास क्या करेंगे?
खड़गे का संबोधन
बता दें कि लोगों को संबोधित करते हुते खड़के ने कहा था कि जब सभी पार्टियों से आस टूट जाती है तब कांग्रेस उम्मीद की किरण बनकर सामने आती है। वर्तमान केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार में किसी को कुछ तो नहीं मिला, लेकिन जुमला और झूठे वायदे जरूर मिले।
वहीं, अमित शाह द्वारा गत दिनों दिए गए बयान पर भी उन्होंने तंज कसे और क्षेत्र की जनता से मोदी स्टाइल में ही पूछा, 15 लाख रुपये मिले क्या, दो करोड़ नौकरियां मिली क्या..?
खरगे ने कहा कि मंगलसूत्र खुलवाने वाला आपका पैसा अंबानी और अडानी की जेब में भेज रहा है। हमें सतर्क रहना होगा क्योंकि देश के 5 प्रतिशत लोगों के पास 60 प्रतिशत देश की संपत्ति है जबकि 50 प्रतिशत गरीबों के पास सिर्फ 3 प्रतिशत संपत्ति है। हमें यह देखना होगा कि यह लूट किसने मचा रखी है।
सोहराय पर्व मना रही भीड़ पर बोलेरो का कहर, चार की मौत, एक दर्जन लोग घायल
6 Nov, 2024 10:38 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गोला-रजरप्पा मार्ग के पीपरा जारा गांव के समीप सोमवार की देर रात सोहराय पर्व मना रहे संथाली समाज के लोगों को तेज रफ्तार एक अनियंत्रित बोलेरो वाहन ने रौंद दिया। इसमें दो महिला व दो बच्चे की मौत हो गई। जबकि दर्जन भर लोग घायल हो गए। सभी घायलों को इलाज के लिए अल्पताल में भर्ती कराया गया है।
बोलेरो चोरी करके भाग रहा था आरोपी
उक्त बोलेरो(जेएच01बी जी 4500) को आरोपी रजरप्पा थाना परिसर से चोरी कर भाग रहा था। घटना में संथाली समाज के धुमा मांझी कि पत्नी मुनिया देवी 45 वर्ष, बहु बिलासी देवी, पोता निरंजन मांझी तथा संजय मांझी की 12 वर्षीय पुत्री रोशनी कुमारी की मौत हो गई.
हादसे में 4 लोगों की मौत
वहीं पंचमी कुमारी 15 वर्ष, वीणा देवी 18 वर्ष, पार्वती कुमारी, बसंती देवी, सुरजमुनि कुमारी, तालो कुमारी, हेमंती कुमारी 12 वर्ष, ठाकुरमनी देवी उम्र 50 वर्ष, उर्मिला देवी 40 वर्ष रुपाली कुमारी उम्र 12 वर्ष, लीला देवी उम्र 48 वर्ष सहित एक दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोला में प्राथमिक इलाज के बाद सदर अस्पताल रामगढ़ रेफर कर दिया गया है।
सोहराय पर्व मनाने के दौरान हुआ हादसा
बताया गया कि संथाली समाज के लोग रात में जमा होकर धुमा मांझी के घर के बाहर सोहराय पर्व मना रहे थे। इसी दौरान उक्त बोलेरो दर्जनों लोगों को रौंदते हुए शीशम के पेड़ से टकरा गया।
घटनास्थल पर ही मुनिया देवी की मौत हो गई। वहीं घायल बिलासी देवी व उसके पुत्र निरंजन कि मौत सीएचसी में इलाज के क्रम में हो गई। वहीं रोशनी कि मौत रिम्स में इलाज के दौरान हो गई।
बोलेरो चालक की ग्रामीणों ने की पिटाई
इधर आक्रोशित ग्रामीणों ने बोलेरो चालक राहुल बेदिया की जमकर पिटाई कर दी, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने उसे सीएचसी गोला में भर्ती कराया है। जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए सदर अस्पताल रामगढ़ रेफर कर दिया।
पीड़ितों के लिए मुआवजे का ऐलान
घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने गोला-रजरप्पा मार्ग को पूरी तरह से जाम कर दिया। सूचना पाकर बीडीओ, सीओ, इंस्पेक्टर, थाना प्रभारी घटनास्थल पर पहुंचे और सरकारी प्रावधान के अनुसार मुआवजा देने का आश्वासन दिया। मंगलवार की देर शाम तक शव घटनास्थल पर पड़ा था। सड़क पूरी तरह से अवरुद्ध है।
रांची के 73 नामी अस्पतालों पर होगी कार्रवाई, सरकार को चूना लगा रहे थे; भेजा गया है नोटिस
5 Nov, 2024 10:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड: झारखंड की राजधानी रांची के 73 अस्पतालों पर क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत कार्रवाई की तैयारी चल रही है। इन अस्पतालों में मरीजों को आयुष्मान योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा। इन अस्पतालों ने अपने अस्पताल के नाम के साथ रिसर्च शब्द जोड़ दिया है, जबकि आज तक किसी तरह का कोई रिसर्च नहीं हुआ है। इन अस्पतालों में छोटे नर्सिंग होम से लेकर बड़े अस्पताल शामिल हैं। सिर्फ रिम्स, सीआईपी और रिनपास में ही रिसर्च का काम हो रहा है। सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार ने इन अस्पतालों को नोटिस देकर पूछा है कि आज तक आपके द्वारा क्या रिसर्च का काम किया गया है। इन सभी अस्पताल प्रबंधकों को एक सप्ताह के अंदर अपने रिसर्च के काम की रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।
रिपोर्ट नहीं सौंपने पर इन सभी पर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही रिसर्च जैसे शब्द हटा दिए जाएंगे। बेहद चालाकी से जोड़ा गया रिसर्च शब्द जिला डाटा प्रबंधक संजय तिवारी का कहना है कि इन अस्पतालों ने बेहद चालाकी से अपने अस्पताल के बोर्ड में रिसर्च शब्द जोड़ दिया है। जिससे पहला फायदा यह है कि लोगों का आकर्षण बढ़ता है, जिसमें उन्हें लगता है कि इस अस्पताल में रिसर्च का काम होता है और इसे देखकर मरीजों की संख्या बढ़ जाती है।
दूसरी बात यह कि कई अस्पतालों के उपकरणों की खरीद में रिसर्च शब्द होने के कारण अस्पताल प्रबंधकों को खरीद में बड़ी छूट दी जाती है, जबकि हकीकत यह है कि यहां कोई रिसर्च नहीं होता, सिर्फ मरीजों का इलाज होता है। रिसर्च नाम हटने के बाद आयुष्मान से भी हट सकता है नाम अभी तक ये अस्पताल संचालक अपने अस्पताल के नाम के साथ रिसर्च शब्द का इस्तेमाल करते रहे हैं और इसी नाम से अपने अस्पताल का आयुष्मान भारत योजना में रजिस्ट्रेशन भी करा रखा है। अब रिसर्च शब्द हटने पर इन संचालकों को दिक्कत होगी। इसके बाद अस्पताल का नाम भी आयुष्मान योजना से स्वत: ही हट जाएगा।
ऐसे में इस योजना के तहत मरीजों का इलाज संभव नहीं हो पाएगा। लेकिन इस परेशानी को दूर करने के लिए अस्पताल प्रबंधक को एक शपथ पत्र भरकर अपने अस्पताल का नया नाम बताना होगा और इस शपथ पत्र का इस्तेमाल किसी भी योजना से जोड़ने में करना होगा। इसके लिए संबंधित उच्च स्तरीय अधिकारी से अनुमति लेना भी जरूरी होगा। इसके बाद ही अस्पताल का योजना में दोबारा रजिस्ट्रेशन या नवीनीकरण हो सकेगा।
पटना-बिहटा के लोगों से सतर्क रहने की अपील, एयरफोर्स बाउंड्री के बाहर भागा तेंदुआ
5 Nov, 2024 12:32 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहटा। पटना और बिहटा वाले सावधान हो जाएं क्योंकि एक तेंदुआ, वन विभाग को चकमा देकर फरार हो गया है। सोमवार को तेंदुआ बिहटा में फिर खलबली का कारण बना रहा। कभी एयरफोर्स बाउंड्री के अंदर तो कभी बाहर होने की सूचना से आम लोग के साथ ही वन विभाग की टीम भी हैरान व परेशान रही। हालांकि काफी मशक्कत के बाद भी देर रात तक उसे पकडा नहीं जा सका था।
छठ व्रती भी संशय में
जिससे वायु सेना केंद्र स्थित सूर्यमंदिर में छठ व्रत को लेकर संशय ज्यों का त्यों बना रह गया। बताया जाता है कि पिछले कई दिनों से तेंदुए के कारण वायुसेना केंद्र में जारी उहापोह की स्थिति के बीच सोमवार को तब खलबली मच गई जब अचानक गोखुलपुर गांव के निकट बाधार में एक युवक ने उसे देखने की सूचना दी। इस सूचना से ही कई गांव में खलबली मच गई।
तत्काल इसकी जानकारी प्रशासन एवं वन विभाग को दी गई।करीब दो घंटे बाद वन विभाग एवं पुलिस टीम मौके पर पहुंची और उसकी छानबीन शुरू किया। लगभग 1 घंटे तक चले एक्सरसाइज के बीच में ही वायु सेना से वन विभाग की टीम को कॉल आया कि परिसर में स्थित एक सीसीटीवी में तेंदुआ देखा गया है।सीसीटीवी में तेंदुआ दिखने की पुष्टि होते ही एक बार फिर सारा सामान समेट कर वन विभाग की टीम एयरफोर्स प्रांगण में लौट गई।बताया जाता है कि गोकुलपुर निवासी विनोद राय बाधार में किसी काम से गए थे।
बोरिंग के पास दिख गया तेंदुआ
तभी अचानक एक बोरिंग के पास उसे तेंदुआ दिख गया। तेंदुआ के भय से भयभीत वह भागता हुआ गांव में पहुंचा और इसकी पूरी जानकारी ग्रामीणों को दी। तेंदुआ दिखने की खबर तत्काल आग की तरह पूरे इलाके में फैल गई। कुछ लोगों ने इसकी सूचना बिहटा पुलिस एवं वन विभाग की टीम को भी दिया। इसके बाद इसकी खोजबीन शुरू की गई। तेंदुआ पकड़ा जाता इसके बीच में ही एयर फोर्स के सीसीटीवी में उसके दिखने की बात सामने आ गई। जिससे पूरा प्रशासन की टीम सकते में आ गया।
क्योंकि, किस सूचना पर विश्वास किया जाए इसका अंदाजा लगाना मुश्किल हो रहा था। जल्द पकड़ लिया जायेगा तेंदुआ, लोग अफवाह की सूचना से बचे-फारेस्ट रेंज ऑफिसर दानापुर विजय कुमार सिंह ने वन विभाग की टीम पूरी मुश्तैदी से लगी हुई है। हम उसे जल्द पकड़ लेंगे।
तेंदुआ आसानी से बाउंड्री के बाहर आ सकता है। इसमें हैरानी वाली कोई बात नहीं पर जिस बाहर बधार में जिस जगह पर तेंदुआ दिखने की बात बताई गई वो सही नहीं लग रहा है। क्यूंकि उसके लिए उसे सड़क भी पार करना होगा। अगर ऐसा होता तो उसे कई लोग देखते।इसलिए ऐसे समय में बड़ी सावधानी की जरुरत है। लोग ऐसे अफवाह से बचे उसके बाहर निकलने की सही सूचना हो तो लोग अवश्य समय से दें।ताकि उसे जल्द पकड़ा जा सके।
ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए शिक्षकों को मिलेगा 10 स्कूल चुनने का मौका, जानें पूरी गाइडलाइन
5 Nov, 2024 12:23 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। राज्य के सरकारी विद्यालयों में कार्यरत नियमित शिक्षकों, बिहार लोक सेवा आयोग से नियुक्त शिक्षकों तथा सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षकों के स्थानातंरण व पदस्थापन की घंटी बज गई है। 7 से 22 नवंबर तक शिक्षकों से ऑनलाइन आवेदन लिये जाएंगे। आवेदन शिक्षा विभाग के ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर करना होगा।
इसके बाद शिक्षकों द्वारा दिए गए विकल्प के आधार पर दिसंबर के तीसरे/चौथे सप्ताह में स्थानांतरण व पदस्थापन किया जाएगा। इसमें वरीयता के आधार को प्राथमिकता दी जाएगी। इस संबंध में शिक्षा विभाग की ओर से सोमवार को सभी जिलों को मार्गदर्शिका जारी की गई।
रैंडमाइजेशन के आधार पर विद्यालय का आवंटन
शिक्षा विभाग के मुताबिक शिक्षकों द्वारा दिए गए विकल्प के इकाई अंतर्गत विद्यालयों में रिक्ति के आधार पर साफ्टवेयर के माध्यम से रैंडमाइजेशन से विद्यालय का आवंटन होगा।
प्रथम विकल्प की इकाई के विद्यालयों में रिक्ति नहीं रहने की स्थिति में शिक्षकों द्वारा दिए गए क्रमश अन्य विकल्पों के इकाईयों के विद्यालयों में उपलब्ध रिक्ति के आधार पर विद्यालय आवंटन किया जाएगा। इसलिए शिक्षकों को दस विकल्प आवेदन में देने को कहा गया है।
जनवरी के पहले सप्ताह (एक से सात तारीख तक) में शिक्षकों को अपने आवंटित विद्यालय में योगदान करना सुनिश्चित किया जाएगा।
योगदान की तिथि से सक्षमता पास शिक्षक बन जाएंगे विशिष्ट अध्यापक
आवंटित विद्यालय में योगदान की तिथि से सक्षमता पास शिक्षक विशिष्ट अध्यापक का दर्जा प्राप्त करेंगे और उन्हें विद्यालय में योगदान की तिथि से विशिष्ट शिक्षक का वेतन प्राप्त होगा।
बता दें कि सक्षमता पास एक लाख 87 हजार 818 नियोजित शिक्षक हैं। इनमें से एक लाख 84 हजार 452 नियोजित शिक्षक ही काउंसिलिंग में उपस्थित हुए थे। शेष 3366 नियोजित शिक्षक अनुपस्थित रहे।
उपस्थित एक लाख 84 हजार 452 नियोजित शिक्षकों में से एक लाख 73 हजार 527 नियोजित शिक्षकों की ही काउंसलिंग पूरी हुई है। शेष 10 हजार 925 नियोजित शिक्षकों की काउंसलिंग विभिन्न कारणों से नहीं हो पायी है। ऐसे शिक्षकों को काउंसलिंग में शामिल होने का जल्द मौका दिया जाएगा।
ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया
शिक्षकों को ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर आवेदन एवं दस विद्यालय संबंधी विकल्प देने की प्रक्रिया की जानकारी भी मार्गदर्शिका में दी गई है। इसके मुताबिक शिक्षकों को स्वयं के टीचर आइडी से पोर्टल (https://eshikshakosh.bihar.gov.in) पर लॉगिन कर आवेदन करना है।
लॉगिन के बाद शिक्षकों को डैशबोर्ड पर अंकित "टीचर ट्रांसफर" बटन को क्लिक करना होगा। इसके बाद पोर्टल के स्क्रीन पर बांयी तरफ तीन मेनू प्रदर्शित होगा।
शिक्षक द्वारा "ट्रांसफर एप्लीकेशन फार्म" मेनू को क्लिक करने के बाद संबंधित शिक्षक के पंजीकृत मोबाइल पर एक ओटीपी जाएगा, जिसे पोर्टल पर यथास्थान अंकित करने के बाद "वेरीफाइ ओटीपी" बटन को क्लिक किया जाएगा।
तत्पश्चात संबंधित शिक्षक का ई-शिक्षाकोष पर उपलब्ध प्रोफाइल एवं वर्तमान पदस्थापन का विवरण स्क्रीन पर स्वत प्रदर्शित हो जाएगा। बता दें कि शिक्षक बिना ओटीपी के आवेदन नहीं कर सकेंगे। इसलिए आवेदन भरते समय अपना ओटीपी वाला मोबाइल साथ रखेंगे।
यदि किसी शिक्षक/ शिक्षिका के प्रोफाइल एवं वर्तमान पदस्थापन इत्यादि के विवरण में त्रुटिपूर्ण प्रतिष्टि है, तो अविलंब संबंधित जिला शिक्षा
पदाधिकारी/जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) से संपर्क कर सुधार कराएंगे। यह इसलिए जरूरी है क्योंकि इसी डाटा के आधार पर स्थानांतरण/पदस्थापन किया जाएगा।
छठ के दौरान धुंध का असर, 13 जिलों में जारी हुआ मौसम विभाग का बुलेटिन
5 Nov, 2024 12:07 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। लोक आस्था के महापर्व छठ पर सात व आठ नवंबर को पटना सहित अन्य जिलों में सुबह के समय धुंध रहेगी। मौसम शुष्क बना रहेगा। जबकि, प्रदेश के 13 जिलों में सुबह के समय कोहरे का प्रभाव रहेगा।
छठ को लेकर मौसम विज्ञान केंद्र ने बुलेटिन जारी कर बताया है कि पूर्णिया, पूर्वी पश्चिम चंपारण, सारण, दरभंगा, सुपौल, अररिया, शिवहर, वैशाली, सीतामढ़ी, किशनगंज, सिवान व लखीसराय में सुबह हल्का कोहरा रहेगा।
मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी से आने वाली नम पुरवा हवा के प्रभाव से पटना सहित शेष जिलों में बादलों की आवाजाही बनी रहेगी। आठ व नौ नवंबर को उत्तरी भागों के कुछ जिलों में घने बादल छाए रहने का पूर्वानुमान है। तापमान में विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है।
अधिकतम तापमान में हुई वृद्धि
सोमवार को पटना सहित 18 जिलों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। पटना का अधिकतम तापमान 30.5 डिग्री सेल्सियस व 33.7 डिग्री सेल्सियस के साथ गोपालगंज में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। जबकि पटना सहित 17 जिलों के न्यूनतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई।
पटना का न्यूनतम तापमान 23.1 डिग्री सेल्सियस व 19.0 डिग्री सेल्सियस के साथ किशनगंज में प्रदेश का सर्वाधिक न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया।
चानन में छाया साल का पहला कोहरा, ठंड का हुआ एहसास
लखीसराय के चानन प्रखंड क्षेत्र में इस साल का पहला कोहरा चार नवंबर सोमवार के अल सुबह से नौ बजे तक देखने को मिला। इस वजह से मौसम ठंडा हो गया। लोग इस कुहासे के बीच ठंडी-ठंडी हवा और शीतलहर का आनंद ले रहे थे। घने कोहरे से पेड़ पौधा नजर नहीं आ रहा था।
दौड़ती हुई ट्रेन काफी नजदीक आने पर नजर आ रही थी। घने कोहरे से पेड़ पौधा पहाड़ी इलाका की तरह नजर आ रहा था। दूर से तो पेड़ भी नजर नहीं आ रहा था।
100 मीटर के अंतराल में ही सब कुछ कोहरे में विलीन हो गया। सड़क पर चालकों को गाड़ी चलाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। क्योंकि, नजदीक की ही गाड़ी नजर नहीं आ रही थीं।
बीते रविवार तक मौसम काफी गर्म था। लेकिन, इस कुहासे के अचानक आ जाने से मौसम में बदलाव हुआ और ठंड लगने लगी। ग्रामीण रंजीत सिंह, बिरजू महतो, कृष्णदेव यादव आदि ने बताया कि इस साल का पहला कुहासा है।
उन्होंने बताया कि शिमला की तरह ठंड हवा के साथ शीतलहर भी चल रही है, जिसकी वजह से काफी आनंद मिल रहा है। ठंड भरे इस कोहरे के बीच लोग घर से बाहर निकलकर इसका आनंद ले रहे हैं।
बताया कि कल तक काफी गर्म मौसम था। अचानक कोहारा आया है जिससे ठंड बढ़ रही है। मौसम में बदलाव किसानों के लिए फायदेमंद होगा।
कोहरे से किसान को फायदा
कोहरा छाने से खेत की मिट्टी में नमी बढ़ जाती है। इस वजह से बीज का अंकुरण भी आसानी से धरती से बाहर निकल जाता है। इसलिए किसान इस तरह के मौसम को लेकर काफी खुश हैं।
बताया कि किसान आलू लगा रहे हैं, फिर गेहूं की बोआई कर रहे हैं। सब्जी भी लगा रहे हैं, तो ऐसे में किसान चाहते हैं कि ठंड गिरे और कोहरा अच्छा जाए, ताकि फसल अच्छी हो।
किसानों ने कहा की इस कुहासा से किसानों को अधिक फायदा है। जिस खेत की मिट्टी में नमी नहीं है और नमी आ जाएगी तो उन्हें पानी नहीं डालना पड़ेगा। इसको लेकर किसान काफी खुश हैं।
एसएसबी जवान ने चुनाव ड्यूटी के दौरान की आत्महत्या, इंसास राइफल से खुद को मारी गोली
5 Nov, 2024 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लोहरदगा। लोहरदगा जिले के भंडरा थाना क्षेत्र के राजकीय उत्क्रमित उच्च विद्यालय स्थित कैंप में विधानसभा चुनाव ड्यूटी करने पहुंचे एसएसबी के जवान ने खुद के इंसास रायफल से गोली मार आत्महत्या कर ली। घटना मंगलवार अहले सुबह 4.30 बजे की है।
घटना की सूचना मिलते ही एसएसबी के अधिकारी व जिले के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच में जुट गए हैं। मृतक की पहचान कर्नाटक राज्य निवासी अनप्पा दुग्गल के रूप में हुई है।
बताया जाता है कि अनप्पा दुग्गल अहले सुबह 4.00 बजे तक गार्ड ड्यूटी करने के बाद दूसरे तल्ला के बाथरूम में गया और 4.30 बजे के करीब अपने इंसास रायफल से जबड़ा में गोली मारकर आत्महत्या की घटना को अंजाम दिया है।
हेमंत सोरेन का बीजेपी पर निशाना, कहा- झारखंड के नेताओं पर भरोसा....
5 Nov, 2024 11:49 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को गुमला के सिसई, गढ़वा के भंडरिया, पश्चिमी सिंहभूम के सोनुवा और सिमडेगा में चुनावी सभाओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने भाजपा और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। सीएम सोरेन ने भाजपा के चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान और सह प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा को बोरो प्लेयर बताया ।
हेमंत ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि झारखंड में भाजपा के पास बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा, रघुवर दास, चंपाई सोरेन जैसे कई पूर्व मुख्यमंत्री हैं, लेकिन भाजपा को यहां के किसी नेता पर विश्वास नहीं है। इसलिए बाहरी नेताओं को झारखंड लाया गया है।
हेमंत ने कहा कि केंद्र सरकार पर झारखंड का एक लाख छत्तीस हजार करोड़ रुपये बकाया है, लेकिन इसका भुगतान नहीं किया जा रहा है। दिल्ली में बैठी सरकार के पास गरीबों को देने के लिए पैसे नहीं हैं, जबकि अपने अरबपति- खरबपति व्यापारी साथियों को करोड़ों रुपये माफ कर रही है।
सिमडेगा में मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में एनआरसी- यूसीसी कानून की जरूरत नहीं हैं। यहां के लोगों को पेसा व सीएनटी एक्ट ही चाहिए।
हेमंत ने कहा कि झारखंड के इतिहास में पहली बार एक माह पूर्व चुनाव करा दिया गया। इनके डबल इंजन की सरकार में तो ऐसा नहीं होता था।
जब हम अपने कार्यकाल में आदिवासी-मूलवासी सहित सभी वर्गों के घर-घर तक विकास योजनाएं पहुंचाने लगे तो इन्हें लगा कि अगर यह लंबे समय तक रह गया तो झारखंड में चुनाव लड़ना तो दूर पार्टी का झंडा ढोने वाला भी नहीं मिलेगा।
कठपुतली बन बैठे चुनाव आयोग से जनता लेगी हिसाब
- पश्चिमी सिंहभूम के गुदड़ी प्रखंड के सोनुवा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने चुनाव आयोग पर तंज कसते हुए कहा कि चुनाव आयोग भाजपा की कठपुतली बनकर नाच रहा है। उसकी खूब मनमानी चल रही है। पदाधिकारियों को अपनी मर्जी से हटाया जा रहा है।
- चुनाव आयोग हो, चाहे सरकार, ईडी अथवा सीबीआई आदि कोई भी, अपने अधिकारों का दुरुपयोग नहीं कर सकता। उसका हिसाब सभी को जनता को देना होगा।
- मुख्यमंत्री सोमवार को पश्चिमी सिंहभूम जिला स्थित मनोहरपुर विधानसभा क्षेत्र के गुदड़ी प्रखंड में झामुमो प्रत्याशी जगत माझी के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे।
- उन्होंने यहां तक कहा कि भाजपा ने मेरे प्रस्तावक को ही चुरा लिया। उनका इशारा सिदो कान्हू के वंशज मंडल मुर्मू की ओर था, जो झामुमो छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए हैं।
UCC के मसले पर भड़की कांग्रेस प्रवक्ता, कहा- केंद्र थेथरई ना करे...
5 Nov, 2024 11:40 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने सोमवार को रांची में प्रेस कांफ्रेंस कर केंद्र सरकार और राज्य में चुनाव प्रचार कर रहे भाजपा नेताओं को चुनौती देते हुए कहा कि भाजपा पहले उन राज्यों में यूनिफोर्म सिविल कोड लागू कर जहां उनका शासन है।
झारखंड प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि पांच साल की उपलब्धियों के हिसाब से झारखंड सरकार का रिपोर्ट कार्ड ए प्लस है।
दूसरी ओर, उन्होंने यह भी दावा किया कि जनता भाजपा के कर्मों की सजा देगी, मुख्यमंत्री के तिरस्कार की सजा मिलेगी और झारखंड में एक बार फिर गठबंधन की सरकार बनेगी।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मीडिया कर्मियों से बात करते हुए सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि सरकार ने पांच वर्ष पूरे किए हैं तो रिपोर्ट कार्ड साझा करना भी जरूरी है। उन्होंने सरकार के कार्यों के आधार पर ए प्लस मार्किंग की।
उन्होंने कहा कि झारखंड में 57 लाख महिलाओं को महिला सम्मान राशि दी जा रही है तो 42 लाख उपभोक्ताओं को 200 यूनिट फ्री बिजली और पुराने बिल के भुगतान से मुक्ति मिली है। राज्य के 4.5 लाख किसानों की ऋण माफी हुई तो 26 लाख परिवार को अबुआ आवास योजना का लाभ मिला है।
72 हजार पारा शिक्षकों का मानदेय बढ़ने एवं पुलिस कर्मियों को एक माह अतिरिक्त भुगतान का दावा भी उन्होंने किया। सर्वजन पेंशन की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यहां 50 साल से ज्यादा उम्र वालों को पेंशन मिल रहा है।
भाजपा परिवार वाद पर कैसे कुछ बोल सकती है, जब 68 में से 33 टिकट परिवार के लोगों को दिया है। अर्जुन मुंडा की पत्नी, रघुवर की बहू समेत हर नाते-रिश्तेदार को टिकट दिया।
झारखंड को लौटाए बकाया के 1.36 लाख करोड़
सुप्रिया ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि उन्हें थेथरई छोड़कर 1 लाख 36 हजार करोड़ रुपये के बकाया को चुकाना चाहिए। 11 साल से केंद्र में भाजपा की सरकार है, बहाना बनाना छोड़कर इन्हें चुनाव का मौसम है और जुमलों की बारिश हो रही है। ऐसे में लोगों से सावधान रहने की बात भी की।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा ने हर होली-दीपावली पर गैस सिलेंडर देने की बात कही थी, लेकिन यह हो नहीं सका। राजस्थान में भी 500 रुपये में सिलेंडर देने का वादा फेल हो गया है।
सुप्रिया ने भाजपा से कई सवाल भी पूछे। सरना धर्म कोड पर उन्हें स्टैंड क्लियर करने की चुनौती दी। कहा कि भाजपा संविधान से चिढ़ती है जबकि इससे ज्यादा पवित्र और सम्मानित कुछ नहीं है।
माइक्रो फाइनेंस कंपनी से लोन दिलाने के बहाने महिला व पुरुष समूह से 10 लाख 70 हजार रुपये की ठगी
4 Nov, 2024 04:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
धनबाद: झरिया में दो माइक्रो फाइनेंस कंपनियों से लोन दिलाने के नाम पर एक समूह के पुरुष व महिलाओं से 10.70 लाख रुपये की ठगी कर ली गयी. इस संबंध में पीड़ित महिलाओं ने 28 अक्टूबर को झरिया थाने में ऑनलाइन शिकायत दर्ज करायी है. पुलिस जांच कर रही है. झरिया के इंदिरा चौक निवासी रीना देवी ने ऑनलाइन शिकायत में कहा है कि समूह की लीडर सुनीता मेश्राम, रविशंकर मेश्राम, छोटू मेश्राम, रंजीत मेश्राम, प्रभावती मेश्राम व मदन साव सभी एक ही परिवार के हैं.
इन लोगों ने समूह लोन दिलाने के नाम पर सभी के दस्तावेज लेकर फाइनेंस कंपनी से 10.70 लाख रुपये का लोन ले लिया. छह माह बाद कंपनी ने बताया कि उनके नाम पर लोन लिया गया है. हो-हल्ला मचाने पर सुनीता मेश्राम, रविशंकर मेश्राम, छोटू मेश्राम, मदन साव अपना मकान बेचकर भागने की तैयारी कर रहे थे. तभी उन्हें पकड़ लिया गया. आरोपियों ने तीन लोगों को भागने दिया. ठगी की शिकार महिलाओं ने पुलिस से कार्रवाई की मांग की है। इस संबंध में पूछे जाने पर झरिया इंस्पेक्टर सह थानेदार शशि रंजन कुमार ने बताया कि थाने में कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
ठगी के शिकार
आदित्य पासवान से डेढ़ लाख, सोमेश भुइयां से डेढ़ लाख, मीना देवी से 50 हजार, सविता देवी से 50 हजार, सोनी देवी से एक लाख, रजनी भुइयां से तीन लाख, नीलम देवी से 20 हजार, तेतरी देवी से ढाई लाख की ठगी हुई।
डेंगू का बढ़ता संक्रमण: पटना-गया के बाद दो नए जिले सबसे ज्यादा प्रभावित
4 Nov, 2024 04:07 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। स्वास्थ्य विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग की तमाम कोशिशों के बाद भी राज्य में डेंगू का प्रकोप कम होता नहीं दिखता। प्रदेश की राजधानी पटना सर्वाधिक डेंगू प्रभावित है। जबकि दूसरे पायदान पर गया जिला है।
पटना में इस वर्ष अब तक डेंगू के 3782 केस सामने आ चुके हैं। जबकि गया में 414 केस मिल चुके हैं। राज्य में इस वर्ष अब तक डेंगू के कुल 7641 मामले मिल चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से तीन नवंबर को जारी रिपोर्ट बताती है कि पटना और गया जिले के साथ ही वैशाली, मुजफ्फरपुर, नालंदा, बेगूसराय, औरंगाबाद, सारण में सर्वाधिक मामले मिल चुके हैं। विभाग के अनुसार, पटना में इस वर्ष अब तक डेंगू के 3782 केस सामने आए हैं।
पटना की आबादी का ज्यादा होना इसकी वजह बताई जा रही है। गया में भी विभाग आबादी और साफ-सफाई को डेंगू की बड़ी वजह मानता है। रिपोर्ट के अनुसार, पटना और गया के बाद वैशाली जिले में इस वर्ष डेंगू के 161 मामले सामने आए हैं।
मुजफ्फरपुर में 254, नालंदा में 242, बेगूसराय में 208, सहरसा में 206, सारण में 169 केस मिल चुके हैं। अगर बीते वर्षों के आंकड़ों पर गौर करें तो 2019 में प्रदेश में डेंगू के 6712 केस मिले थे। जबकि 2020 में महज 493 और 2021 में 633 केस मिले थे। जबकि 2022 में डेंगू मरीजों की संख्या 13,972 पर पहुंच गई थी।
इसके बाद 2023 में केस की संख्या बढ़कर 20,224 तक पहुंच गई। इस वर्ष डेंगू के मामले बेकाबू ना हो और 2022, 23 की स्थिति न बने इसके लिए सरकार के कई महकमों द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं बावजूद डेंगू के मामले कम होने की बजाय प्रतिदिन बढ़ रहे हैं।
हर हफ्ते मरीज व बीमारी की देनी होगी जानकारी
उधर, सिवान जिले के सभी निजी अस्पतालों को हर हफ्ते अपने यहां आने वाले मरीजों और उनकी बीमारी की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को देनी होगी। विभाग अपने आइडीएसपी कार्यक्रम में निजी अस्पतालों को भी जोड़ने जा रहा है। निजी अस्पतालों को भी सरकारी की तर्ज पर बीमारियों की जानकारी फार्म भरकर देनी होगी।
इससे पता चलेगा कि जिले में किस बीमारी का प्रकोप है। इससे बीमारियों की रोकथाम में सहूलियत होगी। मामले में सिविल सर्जन डॉ. श्रीनिवास प्रसाद ने बताया कि आइडीएसपी कार्यक्रम में निजी अस्पतालों को भी जोड़ने का काम शुरू कर दिया गया है।
इसमें हर हफ्ते अपने यहां आने वाले मरीजों और उनकी बीमारी की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को देनी होगी। हालांकि अभी अधिकांश निजी अस्पताल इसकी जानकारी नहीं दे रहे हैं।