बिहार-झारखण्ड
छात्रा के अपहरण का प्रयास, सूझबूझ दिखाकर छात्रा किडनेपर्स के चंगुल से छूटी
8 Dec, 2024 04:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना । पटना के बिहटा में होने वाली एक घटना ने लोगों को हैरान कर दिया। क्लास 4 की एक छात्रा को स्कॉर्पियो सवार तीन बदमाशों ने अपहरण करने की कोशिश की, लेकिन उसने बड़ी बहादुरी दिखाई और अपने आपको उनके हाथों से छुड़ा लिया। घटना के अनुसार छात्रा घर से स्कूल जा रही थी जब बदमाशों ने उसे जबरन अपहरण कर लिया। इन अपराधियों का मकसद केवल पैसे नहीं था, बल्कि उन्होंने छात्रा को गाड़ी में बंद करके जान से मारने की धमकी भी दी। तब एक अद्वितीय सूझबूझ के कारण, छात्रा ने उनकी गाड़ी की डिक्की खोली और फिर दौड़कर मॉल पहुंच गई। वहां उसने अपनी मदद के लिए लोगों से संपर्क किया और खुद को सुरक्षित पाया। इस घटना के बाद छात्रा के परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से आरोपियों की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। पटना के इस घटनाक्रम ने सामाजिक सुरक्षा को संकेत दिया है और साथ ही दर्शाया है कि हमारी बच्चों को संरक्षण प्राथमिकता देना चाहिए।
IAS पूजा सिंघल को ED कोर्ट से 28 महीने बाद मिली जमानत, दो लाख रुपये के मुचलके पर रिहाई
7 Dec, 2024 05:31 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची: निलंबित IAS अधिकारी पूजा सिंघल को मनी लांड्रिंग मामले में बड़ी राहत मिली है। EDकोर्ट ने उन्हें 28 महीने बाद जमानत दे दी है। पूजा सिंघल 11 मई 2022 को गिरफ्तार हुई थीं। उन्हें दो-दो लाख रुपये के निजी मुचलके पर रिहा किया जाएगा। साथ ही, उन्हें अपना पासपोर्ट कोर्ट में जमा करना होगा।
28 महीने बाद मिली जमानत
पूजा सिंघल पर मनी लांड्रिंग का आरोप है। ED ने उन्हें मई 2022 में गिरफ्तार किया था। तब से वह जेल में थीं। 28 महीने बाद अब उन्हें जमानत मिली है। इससे उन्हें बड़ी राहत मिली है। जमानत के लिए उन्हें दो-दो लाख रुपये के मुचलके भरने होंगे। इसके अलावा उन्हें अपना पासपोर्ट कोर्ट में जमा करना होगा। यह शर्त उनकी जमानत का हिस्सा है।
मनरेगा घोटाले में शामिल होने का आरोप
गिरफ्तारी से पहले पूजा सिंघल झारखंड सरकार में एक वरिष्ठ IAS अधिकारी थीं। ED ने मनरेगा घोटाले की जांच के दौरान उन पर शिकंजा कसा था। EDका आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग कर अवैध धन अर्जित किया। इस मामले में ED ने पूजा सिंघल के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान करोड़ों रुपये नकद बरामद हुए थे।
पूजा सिंघल झारखंड की निलंबित IAS अधिकारी हैं। उन पर मनरेगा घोटाले में शामिल होने का आरोप है। ED ने 6 मई 2022 को उनके ठिकानों पर छापेमारी की थी और 11 मई 2022 को उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। निलंबन से पहले पूजा सिंघल उद्योग सचिव और खान सचिव का प्रभार संभाल रही थीं। वह झारखंड राज्य खनिज विकास निगम (JSMDC) की चेयरमैन भी रह चुकी हैं। भाजपा सरकार में उन्होंने कृषि सचिव के रूप में भी काम किया था। मनरेगा घोटाले के समय वह खूंटी में DC के पद पर तैनात थीं।
BNS धारा 479 के तहत मिली राहत
पूजा सिंघल ने BNS की धारा 479 के तहत जमानत मांगी है। इस धारा के अनुसार, अगर किसी आरोपी का यह पहला अपराध है और उसने अधिकतम सजा का एक तिहाई हिस्सा जेल में बिता लिया है, तो वह जमानत का हकदार है। पूजा सिंघल ने जेल से ही बंदी पत्र लिखकर यह याचिका दायर की थी। बता दें कि पूजा सिंघल का करियर काफी शानदार रहा है। लेकिन मनरेगा घोटाले ने उनके करियर पर ग्रहण लगा दिया।
आयकर विभाग की बड़ी कार्रवाई, 40 गाड़ियों के साथ बराती बनकर रक्सौल में छापा
7 Dec, 2024 05:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रक्सौल: बिहार के रक्सौल जिले में आयकर विभाग की बरात पहुंची. 40 गाड़ियों में आयकर विभाग के अफसर और कर्मचारी बाराती बनकर पहुंचे. कार पर दूल्हा और दुल्हन ने नाम के पोस्टर चिपके हुए थे. लेकिन बरात का यह काफिला किसी मैरिज हॉल में नहीं बल्कि रक्सौल की बड़ी चावल कंपनी रिपुराज एग्रो प्राइवेट लिमिटेड पर पहुंची. यहां टीम ने छापामार कार्रवाई की. टीम ने 16 घंटों से ज्यादा तलाशी अभियान चलाया. इसमें आयकर अधिकारी और कर्मचारी, एसएसबी के जवान शामिल थे.
15 से अधिक परिसरों पर तलाशी
शुक्रवार को आयकर के पटना जांच निदेशालय ने रक्सौल, मोतिहारी, पटना और दिल्ली में इस समूह के 15 से अधिक परिसरों में तलाशी और छापेमारी अभियान चलाया. बिहार और झारखंड के 150 से अधिक आयकर अधिकारियों और 70 एसएसबी, केंद्रीय अर्धसैनिक बल के अधिकारियों ने दोपहर में उनके परिसरों पर छापा मारा. सूत्रों से पता चला है कि यह समूह काफी समय से उनके रडार पर था और आयकर विभाग ने उनकी हरकतों पर भी कड़ी नजर रखी थी. साथ ही नेपाल सीमा के जरिए उनके चावल के निर्यात पर भी विभाग की नजर बनी हुई थी.
करोड़ों के निवेश और आयकर रिटर्न में अंतर का खुलासा
शुरुआती जांच में पुष्टि हुई है कि आयकर विभाग ने पहले ही भूमि में उनके निवेश का विश्लेषण किया है और पाया है कि उनके आयकर रिटर्न उन निवेशों से मेल नहीं खा रहे हैं, जो करोड़ों में हैं. आयकर विभाग की टीमें अपनी साइबर फोरेंसिक टीम और मूल्यांकनकर्ताओं के साथ मिलकर निदेशकों और उनकी बिक्री टीम के अन्य कर्मचारियों के कंप्यूटर, मोबाइल और ईमेल की जांच कर रही है. बताया जा रहा है कि वहां भारी मात्रा में नकदी और कीमती सामान मिला है . 16 घंटों से छापेमारी जारी है.
रिपुराज ग्रुप पर आयकर विभाग का छापा
रिपुराज ग्रुप का नेतृत्व रामेश्वर प्रसाद गुप्ता और उनके दो बेटे रिपु रमन और रिषु रमन करते हैं, जिन्होंने मेसर्स रिपुराज एग्रो प्राइवेट लिमिटेड के नाम से बिहार के रक्सौल में गैर-बासमती चावल पर चावल मिलिंग उद्योग में खुद को प्रमुख उद्योगपति के रूप में स्थापित किया है. कंपनी को वित्तीय वर्ष 2010-11 में शुरू किया गया था. कम्पनी की पहली चावल मिल ने 12 जून 2012 को परिचालन शुरू किया था. 2018 में दूसरी मिल और 2023 में तीसरी मिल के साथ कारोबार का विस्तार हुआ.
थोड़े समय में, ‘रिपुराज’ चावल उद्योग में एक प्रतिष्ठित ब्रांड बन गया, जिसकी आपूर्ति बिहार के अलावा भारत के अन्य राज्यों और भारत के बाहर भी फैल गई. रामेश्वर गुप्ता परिवार ने वित्तीय वर्ष 2019-20 में एक और प्रमुख कंपनी मेसर्स डिग्गा फूड्स प्राइवेट लिमिटेड भी शुरू की. इन दो कंपनियों के अलावा, मेसर्स एम.आर. फूड्स, मेसर्स राधिका एंटरप्राइजेज और मेसर्स त्रिकाल ब्रदर्स गुप्ता परिवार के पारिवारिक सदस्यों के नाम पर उनके स्वामित्व वाली कंपनियां हैं. समूह का कुल कारोबार लगभग 1100 करोड़ रुपये है.
गोवा जा रहे बिहार के परिवार को गूगल मैप्स ने कर्नाटक के जंगल में भटकाया
7 Dec, 2024 01:44 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार का एक परिवार गोवा जा रहा था। गूगल मैप्स के चक्कर में, वे बेलागवी जिले के खानपुर तालुक के घने जंगल में फंस गए। शुक्रवार को पुलिस और ग्रामीणों ने उन्हें बचाया। रात भर वे अपनी कार में फंसे रहे। यह घटना काफी डरावनी थी। इसमें बच्चों समेत छह-सात लोग थे। खानपुर के पुलिस इंस्पेक्टर, मनोजुनाथ नायक ने बताया कि परिवार जंगल में लगभग 8 किलोमीटर अंदर फंसा था। बिहार के राजदास रंजीतदास इस परिवार के मुखिया थे।
7 किलोमीटर जंगल में फंसा
बिहार का ये परिवार गोवा जाने के लिए गूगल मैप्स का इस्तेमाल कर रहा था। खानपुर शहर से गुजरने के बाद, मैप्स ने परिवार को शिरोडगा और हेममडगा गांवों के बीच के रास्ते पर भेज दिया। यह रास्ता उन्हें भीमघाड वन्यजीव क्षेत्र में 7 किलोमीटर अंदर ले गया। गुरुवार को यह घटना हुई। उस इलाके में मोबाइल नेटवर्क नहीं था। इसलिए परिवार रात भर कार में फंसा रहा। वे किसी से संपर्क नहीं कर पा रहे थे। वे पूरी तरह से अकेले थे।
3 किलोमीटर चलकर मिला मोबाइल नेटवर्क
इंस्पेक्टर ने बताया कि परिवार को जंगल से बाहर निकलने का रास्ता नहीं पता था। उन्होंने पूरी रात अपनी बंद कार में जंगली जानवरों के बीच बिताई। अगली सुबह, परिवार लगभग 3 किलोमीटर तक अपने रास्ते पर वापस लौटा, जहां उन्हें मोबाइल नेटवर्क कवरेज फिर से मिल गया। उन्होंने तुरंत पुलिस हेल्पलाइन पर फोन करके अपनी स्थिति की सूचना दी।
GPS लोकेशन से बचाया
इंस्पेक्टर के अनुसार, बेलागवी पुलिस कंट्रोल रूम ने खानपुर पुलिस को सूचना दी। GPS लोकेशन की मदद से पुलिस और ग्रामीणों ने परिवार को ढूंढ निकाला। इंस्पेक्टर नायक ने कहा कि परिवार खुशनसीब था कि वह ऐसी जगह फंसा था जहां उन्हें अंततः मोबाइल सिग्नल मिल सका। वह जंगल वन्यजीवों के लिए जाना जाता है। हाल ही में, उसी इलाके में एक किसान का भालू के हमले में पैर का एक हिस्सा कट गया था।
पटना में BPSC अभ्यर्थियों के प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया, खान सर और दिलीप की गिरफ्तारी की खबर झूठी
7 Dec, 2024 01:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: पटना में BPSC परीक्षा के नॉर्मलाइजेशन के विरोध में हुए प्रदर्शन के दौरान शुक्रवार शाम कोचिंग संचालक खान सर और छात्र नेता दिलीप को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। सुबह से ही अभ्यर्थी नॉर्मलाइजेशन नीति के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे, जिसके दौरान पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा। खान सर प्रदर्शनकारियों के समर्थन में गर्दनीबाग धरनास्थल पर पहुंचे थे। प्रशासन ने जल्द ही प्रदर्शनकारियों को हटाने की बात कही है। हालांकि बाद में पुलिस ने खान सर को हिरासत में लिए जाने की खबर का खंडन किया और कहा कि उनके आग्रह पर ही पुलिस खान सर को उनकी गाड़ी तक पहुंचाने गई थी। इसको लेकर पुलिस ने सोशल मीडिया हैंडलर्स को आगाह भी किया है कि वो अफवाह न फैलाएं।
पटना में BPSC परीक्षा नॉर्मलाइजेशन नीति के खिलाफ प्रदर्शन
दरअसल बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को लेकर छात्रों में काफी आक्रोश है। वे इस नीति को हटाने की मांग कर रहे हैं। शुक्रवार सुबह से ही पटना में बड़ी संख्या में अभ्यर्थी सड़कों पर उतर आए और प्रदर्शन शुरू कर दिया। लगभग चार घंटे तक पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच नोकझोंक चलती रही। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा।
खान सर ने गर्दनीबाग में छात्रों का किया समर्थन
इस घटना के बाद प्रदर्शनकारी गर्दनीबाग धरनास्थल पर जमा हो गए और अपना विरोध जारी रखा। प्रसिद्ध कोचिंग संचालक खान सर भी छात्रों के समर्थन में प्रदर्शन में शामिल हुए। उन्होंने गर्दनीबाग धरनास्थल पर पहुंचकर अभ्यर्थियों की मांगों का समर्थन किया। खान सर ने छात्रों से कहा कि वे उनके साथ हैं और उनका पूरा समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि नॉर्मलाइजेशन की नीति छात्रों के हित में नहीं है।
खान सर को गिरफ्तार नहीं किया
इसी बीच खबर दौड़ी कि शाम को पटना पुलिस ने खान सर और छात्र नेता दिलीप को हिरासत में ले लिया। गर्दनीबाग थाना पुलिस उन्हें थाने ले गई। लेकिन बाद में पटना पुलिस ने एक बयान जारी किया। इसमें कहा गया कि 'कल दिनांक 06.12.24 को BPSC अभ्यर्थियों द्वारा अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा था। इसी क्रम में कोचिंग संचालक खान सर द्वारा स्वयं गर्दनीबाग थाना आकर वहां उपस्थित मजिस्ट्रेट से मिले, और छात्रों को समझने का आश्वासन दिया, तत्पश्चात उनके आग्रह पर की उन्हें उनकी गाड़ी तक सुरक्षित छोड़ दिया जाये उसके लिए इन्हें पुलिस वाहन से अटल पथ के पास सुरक्षित इनकी गाड़ी के पास छोड़ दिया गया। पटना पुलिस उनकी गिरफ्तारी की खबरों का खंडन करती है।'
झारखंड में रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ से 50 लाख की रंगदारी की मांग, पुलिस ने शुरू की जांच
7 Dec, 2024 01:21 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची: झारखंड में शुक्रवार को रक्षा राज्य मंत्री और रांची के सांसद संजय सेठ को मोबाइल पर मैसेज करके धमकी दी गई. अपराधियों ने उनसे 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी. घटना का पता चलते ही पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है. पुलिस ने मामले में FIR दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है. वहीं, दिल्ली पुलिस, रांची पुलिस और झारखंड ATS आरोपी की तलाश में जुट गई हैं.
धमकी भरे मैसेज आने के बाद रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने दिल्ली के DGP से शिकायत की है. पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज की है. जानकारी के अनुसार, शुक्रवार दोपहर 4 बजे रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ के मोबाइल में टेक्स्ट मैसेज के जरिए रंगदारी का मैसेज भेजा गया था.
एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने मामले में FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस की जांच में सामने आया है कि धमकी भरा मैसेज रांची के कांके थाना क्षेत्र के तहत आने वाले होसिर इलाके से भेजा गया था. लेकिन किसने भेजा था, अभी तक इसका पता नहीं चल पाया है. दिल्ली के DGP ने झारखंड के DGP को मामले की जानकारी दी है और आरोपियों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई की बात कही है. पुलिस ने 2 संदिग्धों को पकड़ा है. हालांकि, अब तक इस मामले में मुख्य आरोपी को पुलिस की गिरफ्तार नहीं कर पाई है.
मामले की जांच दिल्ली और झारखंड दोनों ही राज्य की पुलिस कर रही है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. धमकी भरे मैसेज आने के बाद से ही पुलिस के साथ प्रशासनिक महकमे में भी हड़कंप मचा हुआ है.
पटना में छात्रा का किडनैप, जाम में फंसी कार से छात्रा ने भागकर जान बचाई
7 Dec, 2024 01:14 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: बिहार की राजधानी पटना में बेखौफ बदमाशों ने दिन दहाड़े छात्रा को किडनैप कर लिया. पता पूछने के बहाने बदमाश उसे कार में डालकर ले जाने लगे. सड़क जाम में बदमाशों की कार फंस गई. मौका पाकर छात्रा कार से निकल कर भाग गई. उसने घटना की जानकारी परिजनों को दी. मामला सुनकर परिजनों के होश उड़ गए. घटना की शिकायत पुलिस से की गई. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
घटना पटना के थाना बिहटा इलाके की बताई जा रही है. यहां कार पर सवार बदमाशों ने एक स्कूली छात्रा का अपहरण कर लिया. लेकिन, कार के जाम में फंस जाने के कारण छात्रा किसी तरह बदमाशों के चंगुल से निकल भागी. थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस जांच में जुटी है. इलाके के CCTV कैमरों की जांच की जा रही है.
कार सवार अपराधियों ने किया अपहरण
मिली जानकारी के अनुसार, राजधानी के बिहटा इलाके में शनिवार को कार सवार अपराधियों ने बिहटा के जिनपुरा स्थित एक प्राइवेट स्कूल के पास से एक स्कूली छात्रा का अपहरण कर लिया. घटना के बाद अपराधी छात्रा को लेकर भागने लगे. लेकिन भागने के दौरान ही उनकी कार बिहटा में लगे ट्रैफिक जाम में फंस गई, जिसके बाद छात्रा मौके का फायदा उठाकर कार से उतरकर किसी तरह भाग कर अपने घर पहुंची.
छात्रा ने जाम में फंसी कार से भागकर बचाई अपनी जान
पीड़िता के परिजनों के मुताबिक, छात्रा सुबह जिनपुरा रोड स्थित अपने घर से विद्यालय जाने के लिए निकली थी. तभी बीच रास्ते में पता पूछने के बहाने कार सवार अपराधियों ने छात्रा को रोक लिया और जबरन कार में बैठाकर भागने लगे. इसी दौरान अपराधियों की कार बिहटा के ही राघोपुर बाजार समिति के पास सड़क जाम में फंस गयी, जिसके बाद छात्रा ने मौके का फायदा उठाया और कार का गेट खोल भागने में सफल हो गई. इधर घटना के बाद परिजनों ने थाना पहुंच कर घटना की लिखित शिकायत पुलिस को दी है. सूचना के बाद पुलिस घटना की जांच में जुट गई है.
पटना के मौजीपुर में सरिया कारोबारी की गोली मारकर हत्या, परिजनों ने किया सड़क जाम
6 Dec, 2024 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: बिहार की राजधानी पटना को अपराधियों ने फिर थर्रा दिया। पटना के नदी थाना इलाके के मौजीपुर में सरिया कारोबारी की गोली मारकर हत्या कर गई। बताया जा रहा है कि तीन अपराधियों ने इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया। गोली से घायल कारोबारी उदय को फौरन पटना स्थित निजी अस्पताल ले जाया गया। लेकिन इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद घटना से गुस्साए मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने मौजीपुर के समीप स्टेट हाइवे को जाम कर दिया। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझाया। मृतक की पहचान मौजीपुर गांव निवासी उदय राय के रूप में की गई जो फतुहां के समीप सरिया, गिट्टी और बालू का कारोबार करते थे। हत्या का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस की तफ्तीश जारी है।
ग्रामीणों ने स्टेट हाईवे किया जाम
घटना से गुस्साए मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने मौजीपुर के समीप स्टेट हाईवे को जाम कर दिया है. सड़क पर आगजनी कर स्टेट हाईवे को जाम किया. वहीं मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची आक्रोशितों को समझाने में है जुटी है. हालांकि लोगों में इस घटना के बाद से काफी आक्रोश है.
कारोबारी हत्या के बाद लॉ एंड ऑर्डर पर चिंता
वहीं इस मामले में हत्या के कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो सके हैं. पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है. वहीं इस घटना के बाद से पटना में लॉ एंड ऑर्डर को लेकर एक बार फिर से सवाल उठने लगे हैं. बता दें, गुरुवार को पटना के फतुहा में एक किराना कारोबारी की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. अब ऐसे में पटना सिटी के लोगों का कहना है कि एक बार फिर से पटना के कारोबारी अपराधियों के निशाने पर हैं.
भागलपुर में सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल, जीजा ने साली को अश्लील फोटो भेजकर किया ब्लैकमेल
6 Dec, 2024 02:07 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भागलपुर: भागलपुर जिले में अपने ही रिश्तेदारों पर एक युवती ने ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है. एक जीजा को अपनी ही साली को ब्लैकमेल करना भारी पड़ गया. साली की अश्लील फोटो को सोशल मीडिया के फेक अकाउंट पर अपलोड कर उसके साथ संबंध बनाने की चाहत ने जीजा को जेल की हवा खिला दी. पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर भागलपुर साइबर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. वहीं आरोपी ने भी अपना जुर्म स्वीकार लिया है.
देश में अपराध को अंजाम देने के लिए सोशल मीडिया की मदद लेना आम बात हो गई है. चाहे साइबर क्राइम की बात हो या ब्लैकमेलिंग की. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को अपराधियों द्वारा ढाल बनाया जाता है. वहीं ताजा मामला भागलपुर जिले से सामने आया है जहां एक जीजा ने अपनी साली को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया. उसकी एडिटेड अश्लील फोटो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर डालने की धमकी देने लगा. वहीं मना करने पर वो संबंध बनाने का दबाव बनाने लगा. मामले में युवती के मंगेतर ने कड़ा कदम उठाया और ब्लैकमेलर के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.
ब्लैकमेलिंग का मामला दर्ज
घटना को लेकर बिहार पुलिस मुख्यालय के आर्थिक एवं साइबर अपराध विभाग ने अज्ञात युवक के खिलाफ मिले शिकायत पर संज्ञान लेते हुए जांच का निर्देश दिया था. मामले में भागलपुर जिला पुलिस के साइबर थाना को केस दर्ज कर आरोपी की गिरफ्तारी के लिए निर्देशित किया गया. वहीं इस मामले में साइबर पुलिस ने शिकायत में अज्ञात पर लगाए गए आरोपों को सही पाया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपी शख्स जिले के कहलगांव के मोहम्मदपुर काजीपुर रोड का रहने वाला 44 वर्षीय रविंद्र शर्मा है, उसके ऊपर ब्लैकमेलिंग का केस लगाया गया है.
तीन फेक फेसबुक अकाउंट बरामद
साइबर पुलिस ने आरोपी रविंद्र का मोबाइल फोन जब्त कर जांच शुरू की. उसके मोबाइल में तीन फेसबुक की फेक एकाउंट लॉगिन मिली. उसके मोबाइल पर एक लड़की के नाम और फोटो का इस्तेमाल कर तीन अलग-अलग फेक फेसबुक अकाउंट बनाया गया था और उसी आईडी पर पीड़िता की कुछ अश्लील फोटो भी अपलोड की गई थीं. इसके बाद साइबर थाना अध्यक्ष के लिखित आवेदन पर केस दर्ज किया गया.
फेक आईडी बनाकर युवती को किया ब्लैकमेल
दरअसल साइबर थाना अध्यक्ष के द्वारा दर्ज किए गए केस में कहा गया था कि शिकायत करने वाले ने अपनी मंगेतर का नाम और फोटो इस्तेमाल कर फेक आईडी बनाकर उसे अपलोड करने की शिकायत की थी. जिसकी वजह से युवती डिप्रेशन में है, उसे शिकायत के साथ कुछ फेसबुक आईडी के यूआरएल एड्रेस का भी उल्लेख किया गया था. जांच के बाद शिकायत में लगाए गए उक्त आरोपों को सही पाया गया जिसके बाद आरोपी की गिरफ्तारी की गई.
जानकारी के अनुसार, आरोपी रविंद्र शर्मा ने पुलिस पूछताछ के दौरान अपना जुर्म स्वीकार किया. रविंद्र ने अपने बयान में बताया कि उसने अपनी साली की अश्लील फोटो अपलोड की थी. वह उससे जबरदस्ती बात करता था, उसके द्वारा बात नहीं करने पर उसे ब्लैकमेल करने के इरादे से उसकी एडिटेड फोटो फेक अकाउंट पर अपलोड की थी.
नीति आयोग की रैंकिंग में बेगूसराय पहले स्थान पर, शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे में किया सुधार
6 Dec, 2024 01:52 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आकांक्षी जिलों में बेगूसराय ने उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। नीति आयोग द्वारा की गई 112 आकांक्षी जिलों की रैंकिंग में बेगूसराय देश में प्रथम स्थान पर रहा है। नवादा, सीतामढ़ी, बांका और जमुई भी शीर्ष दस जिलों में सम्मिलित हैं। रैंकिंग में नवादा को तीसरा, सीतामढ़ी को चौथा, बांका को छठा और जमुई को दसवां स्थान मिला है। आकांक्षी जिलों की सूची में बेगूसराय लगातार अपनी रैंकिंग को सुधार रहा है। कई पैमानों पर प्रदर्शन के आधार पर यह रैंकिंग होती है। शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचा आदि के क्षेत्र में बेगूसराय ने उल्लेखनीय सुधार किया है। शिक्षा क्षेत्र में तो वह देश में शीर्ष स्थान पर रहा है। केंद्रीय योजनाओं, स्थानीय प्रशासन के प्रयासों और निजी संगठनों के सहयोग से ऐसा संभव हुआ।
49 पहलुओं पर हुआ आकलन
केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित 49 पहलुओं पर 28 राज्यों के आकांक्षी जिलों का आकलन किया गया। बेगूसराय का कुल औसत स्कोर 57.6 रहा है। शिक्षा में 71.5 स्कोर के साथ इसने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। स्वास्थ्य व पोषण में इसे 73.5 स्कोर के साथ 15वां स्थान मिला है। कृषि एवं जल संसाधन में 23.3 स्कोर के साथ 13वां, जबकि वित्तीय समावेशन व कौशल विकास में 27.5 स्कोर के साथ 86वां स्थान प्राप्त हुआ है। इसे आधारभूत संरचना में 67.6 स्कोर मिला है।
बेगूसराय जिला के बारे में प्रमुख बातें
शिक्षा केंद्र: बेगूसराय को शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण केंद्र माना जाता है। यहाँ कई प्रतिष्ठित शैक्षिक संस्थान हैं, जिनमें बेगूसराय कॉलेज, टीएनबी कॉलेज और बेगूसराय इंजीनियरिंग कॉलेज प्रमुख हैं।
कृषि और उद्योग: बेगूसराय कृषि और उद्योग दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है। यहाँ के किसान गेहूं, चावल, मक्का और दाल जैसी विभिन्न फसलें उगाते हैं। इसके अलावा, शहर में कई छोटे और मध्यम उद्योग भी हैं, जो रोजगार के अवसर प्रदान करते हैं।
सांस्कृतिक महत्व: बेगूसराय में कई प्राचीन मंदिर और स्मारक हैं, जो इसके सांस्कृतिक महत्व को दर्शाते हैं। यहाँ के प्रमुख आकर्षणों में कन्हौली मंदिर, अजगैबीनाथ मंदिर और बेगूसराय किला शामिल हैं।
परिवहन सुविधाएं: बेगूसराय शहर में परिवहन सुविधाएं अच्छी तरह से विकसित हैं। यहाँ से पटना, भागलपुर, मुंगेर और अन्य प्रमुख शहरों के लिए नियमित बस सेवाएं उपलब्ध हैं। इसके अलावा, शहर में रेलवे स्टेशन भी है, जो यहाँ को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ता है।
इन विशेषताओं के अलावा, बेगूसराय शहर अपनी मेहमाननवाजी और सांस्कृतिक विरासत के लिए भी प्रसिद्ध है। यहाँ के लोग मेहमानों का स्वागत करने में गर्व महसूस करते हैं और शहर की सांस्कृतिक विरासत को बनाए रखने के लिए प्रयासरत रहते हैं।
BPSC कार्यालय के पास अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज, नॉमलाइजेशन के खिलाफ प्रदर्शन
6 Dec, 2024 01:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: पटना में बिहार लोक सेवा आयोग के पास पहुंचे अभ्यर्थियों पर पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया। अभ्यर्थी 70वीं सिविल सेवा परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन के विरोध में बीपीएससी कार्यालय के पास पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने अभ्यर्थियों को वहां जाने से रोक दिया। जब अभ्यर्थियों ने पुलिस का विरोध किया तो पुलिस ने उन अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज कर दिया। पुलिस ने अभ्यर्थियों को सड़क पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा है। इस घटना से वहां भगदड़ की स्थिति बन गई। अभ्यर्थियों की मांग थी कि नॉर्मलाइजेशन लागू नहीं होना चाहिए। वहीं उन्होंने वन शिफ्ट- वन पेपर की मांग की है।
क्या है मामला
बीपीएससी की 70 वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों का आवेदन चयन आयोग ने ले लिया है. इस बीच कहा जा रहा है कि बीपीएससी इस बार प्रश्न पत्र अलग-अलग तरीके से तैयार करेगी, साथ ही नॉर्मलाइजेशन को भी लागू करेगी. इसके विरोध में शुक्रवार को छात्र नेता बीपीएससी कार्यालय का घेराव करेंगे. छात्रों को आशंका है कि नार्मलाइजेशन की प्रक्रिया की आड़ में गड़बड़ी हो सकती है.
घोटाले की आशंक
छात्र नेता दिलीप कुमार कहते हैं कि नॉर्मलाइजेशन किसी भी राज्य के सिविल सेवा परीक्षा में लागू नहीं है, फिर बिहार सरकार इसे क्यों लागू करना चाहती है. निश्चित तौर पर यह गलत है. उन्होंने कहा कि प्रारंभिक परीक्षा में जो पैटर्न पहले से चलते आ रहा था उसी पैटर्न के तहत एग्जाम लेना चाहिए. साथ ही प्रश्न पत्र भी एक ही होना चाहिए. प्रारंभिक परीक्षा में कुल 150 प्रश्न पत्र होते हैं और उसके अलग-अलग भागों में बांटने से घोटाला होने का अंदेशा है.
क्या होता है नॉर्मलाइजेशन?
जब अभ्यर्थियों की संख्या बहुत अधिक हो जाती है तो दो पाली या उससे अधिक पाली में परीक्षा ली जाती है. एक पाली के अभ्यर्थियों के कम अंक आए तो माना जाता है कि उस पाली में कठिन प्रश्न होंगे. वहीं दूसरी पाली में अगर नंबर ज्यादा आए तो माना जाएगा कि प्रश्न पत्र आसान होंगे. परीक्षा के हर पेपर के लेवल में थोड़ा-बहुत अंतर हो सकता है, इसी अंतर को खत्म करने के लिए यह सिस्टम लागू किया जाता है. नॉर्मलाइजेशन के अनुसार दोनों पालियों के छात्रों के नंबर में सामंजस्य बनाया जाएगा.
हेमंत सोरेन सरकार का बड़ा फैसला: मंईयां सम्मान योजना के तहत महिलाओं को 2500 रुपये की राशि
6 Dec, 2024 01:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांचीः झारखंड की महिलाओं के लिए खुशखबरी! मंईयां सम्मान योजना के तहत अब उन्हें 2500 रुपये मिलेंगे। यह राशि दिसंबर से उनके खातों में आना शुरू हो जाएगी। इसके लिए राज्य सरकार बजट में प्रावधान कर रही है। पहले यह राशि 1000 रुपये थी, जिसे बढ़ाकर 2500 रुपये कर दिया गया है। इस योजना का लाभ राज्य की 57 लाख से ज्यादा महिलाओं को मिलेगा। झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने बताया कि 11 दिसंबर से पैसा आना शुरू हो जाएगा।
महिला एवं बाल विकास विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। सरकार बजट में इसके लिए ज़रूरी पैसे का इंतज़ाम कर रही है। इस महीने गरीब महिलाओं के खाते में 1000 रुपये की जगह 2500 रुपये डीबीटी के माध्यम से ट्रांसफर किए जाएंगे। सरकार अभी भी ज़रूरतमंद महिलाओं का रजिस्ट्रेशन कर रही है। इसलिए लाभार्थियों की संख्या और भी बढ़ सकती है। क्योंकि बड़ी संख्या में महिलाएं अपना रजिस्ट्रेशन करवा रही हैं। इससे पता चलता है कि इस योजना को लेकर महिलाओं में कितना उत्साह है।
महिलाओं के मन में इस योजना के पैसे कब मिलेंगे, इसे लेकर कई तरह के सवाल थे। लेकिन अब इस पर से पर्दा उठ गया है। झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 11 दिसंबर से महिलाओं के खातों में 2500 रुपये आने शुरू हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि 11 दिसंबर को मंईयां सम्मान योजना के तहत महिलाओं के खाते में खटाखट 2500 रुपये मिलने लगेंगे। यह खबर राज्य की महिलाओं के लिए वाकई एक बड़ी सौगात है। इससे उन्हें अपने परिवार की ज़रूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी।
रांची के सेंट्रल यूनिवर्सिटी कैंपस में छात्रा से दिनदहाड़े दुष्कर्म का प्रयास
6 Dec, 2024 12:54 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची: रांची के ब्रांबे स्थित झारखंड सेंट्रल यूनिवर्सिटी कैंपस में एक छात्रा से दिनदहाड़े दुष्कर्म का प्रयास किया गया। घटना 4 दिसंबर को दोपहर 1.30 बजे की बताई जा रही है। छात्रा हॉस्टल जा रही थी। इसी दौरान रास्ते में विश्वविद्यालय के ही चार छात्रों ने उसे घेर लिया और उससे दुष्कर्म का प्रयास किया। छात्रा ने हल्ला मचाना शुरू किया। इसके बाद आरोपितों ने छात्रा का मोबाइल छीन लिया। किसी तरह छात्रा हॉस्टल पहुंची।
यौन उत्पीड़न मामले को दबाने के आरोप
बीएड प्रथम वर्ष में पढ़ने वाली छात्रा ने घटना की सूचना विश्वविद्यालय प्रबंधन को दी। मगर, प्रबंधन ने इसे दबाने की कोशिश की। हालांकि, पुलिस के पास फिलहाल घटना को लेकर कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। इस घटना से आक्रोशित विद्यार्थियों ने गुरुवार को कैंपस में जमकर विरोध-प्रदर्शन किया और यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी छात्र अविलंब आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। प्रदर्शनकारी विद्यार्थियों का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन इस मामले को दबाने और आरोपी छात्रों को बचाने की कोशिश में है।
छात्रा ने ऑनलाइन शिकायत की
घटना की जानकारी मिलने पर संबंधित थाने की पुलिस भी कैंपस पहुंची। पीड़ित छात्रा ने सीयूजे के वाइस चांसलर और रजिस्ट्रार सहित विश्वविद्यालय प्रशासन से संबंधित सभी अधिकारियों को टैग करते हुए यौन उत्पीड़न और बलात्कार के प्रयास के संबंध में ऑनलाइन शिकायत भी की है। उसने कहा है कि वह सभी चारों आरोपी छात्रों को पहचान सकती है।
कैंपस और विभागों में सीसीटीवी की मांग
छात्रा ने अपने शिकायत पत्र में आरोप लगाया है कि इस घटना से हम सभी छात्राएं सीयूजे कैंपस के अंदर और बाहर असुरक्षित महसूस कर रही हैं। छात्राओं ने सेंट्रल यूनिवर्सिटी प्रशासन से आग्रह किया है कि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए। पूरे कैंपस और सभी विभागों को सीसीटीवी के दायरे में लाया जाना चाहिए। इस घटना के संबंध में यूनिवर्सिटी प्रशासन के अधिकारियों से संपर्क साधा गया, लेकिन उनका पक्ष नहीं मिल सका।
गुमला में दर्दनाक सड़क हादसा: शादी से लौट रहे कार सवार ट्रक से टकराए, 3 की मौत
5 Dec, 2024 03:50 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गुमला। रांची-सिमडेगा मुख्य सड़क पर बसिया थाना के समीप रात लगभग 2 बजे भीषण सड़क हादसे की खबर सामने आई, जिसमें कार सवार तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं इस हादसे में दो घायल हो गए। सभी लोग सिमडेगा से किसी वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होकर वापस लौट रहे थे, तभी बसिया थान के समीप कार खड़े ट्रक से जा टकराई। इस घटना में कार के परखच्चे उड़ गए।
घायलों को सदर अस्पताल रेफर किया गया
सड़क हादसे की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से सभी को कार से बाहर निकालकर रेफरल अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में चिकित्सकों ने तीन लोगों को मृत घोषित कर दिया। वहीं घायलों को इलाज के बाद सदर हॉस्पिटल रेफर कर दिया। मृतकों की पहचान कार मालिक पवन साहू, रांची के हेसल देवी मंडप रोड निवासी प्रवीण कुमार व रतन घोष के रूप में की गई। वहीं घायल विश्वजीत घोष और अशीम घोष को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बिहार में गोमांस पर बैन की मांग, JDU सांसद दिलेश्वर कामैत ने किया समर्थन
5 Dec, 2024 01:57 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
असम के बाद अब बिहार में गोमांस पर बैन लगाने की मांग उठी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी JDU के सांसद दिलेश्वर कामैत ने बिहार में बीफ बैन होना चाहिए. असम सरकार ने ठीक निर्णय लिया है. दिलेश्वर कामैत लोकसभा में JDU संसदीय दल के नेता हैं. इससे पहले बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने भी बीफ को लेकर बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि सारे फसाद की जड़ नेहरू हैं. नेहरू अगर भारत में गौ हत्या पर प्रतिबंध लगा दिए होते आज यह दशा नहीं होती.
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने की घोषणा
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने घोषणा की कि राज्य सरकार ने रेस्तरां, होटल एवं सार्वजनिक स्थलों पर गोमांस परोसे जाने और खाने पर रोक लगाने का फैसला किया है. राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस संबंध में मौजूदा कानून में संशोधन कर नए प्रावधानों को शामिल करने का निर्णय लिया गया.
मुख्यमंत्री ने कानून में किए संशोधन
उन्होंने कहा कि गोमांस सेवन पर मौजूदा कानून सख्त है, लेकिन रेस्तरां, होटल और धार्मिक या सामाजिक समारोहों में गोमांस खाने पर अभी तक कोई प्रतिबंध नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा, अब हमने असम में सार्वजनिक स्थानों पर भी गोमांस सेवन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए कानून को और सख्त बनाने का फैसला किया है. असम में गोमांस का सेवन अवैध नहीं है, लेकिन असम मवेशी संरक्षण अधिनियम 2021 उन क्षेत्रों में पशु वध और गोमांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाता है जहां हिंदू, जैन और सिख बहुसंख्यक हैं और मंदिर के पांच किलोमीटर के दायरे में हैं. यह प्रतिबंध अब पूरे राज्य में होटल, रेस्तरां और सार्वजनिक स्थानों पर लगाया गया है.
संजय राउत ने उठाए सवाल
विपक्ष असम सरकार के फैसला का विरोध कर रहा है. शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा कि आरएसएस के प्रमुख नेताओं ने भी पहले बोला है कि खान-पान निजी मामला है. गोवा में बीफ बैन क्यों नहीं है. नॉर्थ ईस्ट में क्यों नहीं है. विपक्ष के हमले का जवाब बीजेपी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने दिया है. उन्होंने ‘वोट बैंक की राजनीति’ के लिए इस प्रतिबंध का विरोध करने के लिए कई कांग्रेस नेताओं पर सवाल उठाए हैं. शहजाद पूनावाला ने असम में हिंदुओं की परवाह न करने के लिए कांग्रेस पर हमला किया है.