बिहार-झारखण्ड
झारखंड उच्च न्यायालय ने प्राइवेट जॉब में 75% स्थानीय आरक्षण पर लगाई रोक
13 Dec, 2024 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांचीः झारखंड उच्च न्यायालय ने राज्य में निजी क्षेत्र में 40,000 रुपये प्रति माह तक के वेतन वाली नौकरियों में स्थानीय लोगों को 75% आरक्षण की गारंटी देने वाले कानून को लागू किए जाने पर रोक लगा दी है। मुख्य न्यायाधीश एमएस रामचंद्र राव और न्यायमूर्ति दीपक रोशन की खंडपीठ ने "झारखंड राज्य के निजी क्षेत्र में स्थानीय उम्मीदवारों का नियोजन अधिनियम, 2021" के प्रावधानों को चुनौती देने वाली एक लघु उद्योग संघ की याचिका पर सुनवाई की।
75% आरक्षण को संविधान के खिलाफ बताया
झारखंड विधानसभा द्वारा 2021 में पारित एक्ट के मुताबिक, प्रत्येक नियोक्ता, जहां सकल मासिक वेतन या मजदूरी 40,000 रुपये से अधिक नहीं है। उसे ऐसे पदों के संबंध में कुल मौजूदा रिक्तियों में 75 % पदों को स्थानीय उम्मीदवारों से भरना होगा। झारखंड लघु उद्योग संघ के वकील ए.के. दास ने कहा कि इस अधिनियम से राज्य के उम्मीदवारों और झारखंड से बाहर के उम्मीदवारों के बीच स्पष्ट विभाजन पैदा हो गया है। दास ने दावा किया कि अधिनियम का कार्यान्वयन संविधान के सिद्धांतों के विरुद्ध है जो रोजगार में समानता की गारंटी देता है।
पंजाब-हरियाणा के फैसलों का किया हवाला
वकील ने दलील दी कि राज्य सरकार निजी कंपनियों को केवल एक निश्चित श्रेणी के लोगों को रोजगार देने के संबंध में निर्देश नहीं दे सकती। उन्होंने कहा कि ऐसे मुद्दों पर पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय की ओर से पहले ही निर्णय दिया जा चुका है, जिसने पंजाब एवं हरियाणा सरकारों की ओर से लाए गए इसी प्रकार के कानून को खारिज कर दिया था।
अगली सुनवाई 20 मार्च को
झारखंड उच्च न्यायालय ने मामले की सुनवाई के बाद राज्य सरकार को याचिका पर जवाब दाखिल करने का आदेश दिया तथा 20 मार्च को इस पर पुनः सुनवाई की जाएगी। झारखंड विधानसभा ने सितंबर 2021 में "झारखंड राज्य के निजी क्षेत्र में स्थानीय उम्मीदवारों का नियोजन अधिनियम, 2021" पारित किया था, जो निजी क्षेत्र में 40,000 रुपये प्रति माह तक के वेतन वाली नौकरियों में स्थानीय लोगों को 75 % आरक्षण प्रदान करता है। इस विधेयक को विधानसभा की एक प्रवर समिति ने कुछ बदलावों के साथ मंजूरी दी थी।
झारखंड में शीतलहर का प्रकोप, कई जिलों में तापमान 10 डिग्री से नीचे
13 Dec, 2024 03:17 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांचीः झारखंड में ठंड का सितम देखने को मिल रहा है। रांची समेत कई जिलों के न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। कांके और मैक्लुस्कीगंज का पारा 5 डिग्री पहुंच गया, वहीं 9 जिलों में पारा 10 डिग्री से नीचे रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग की ओर से राज्य के कई हिस्सों में शीतलहर को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है।
रांची स्थित IMD के वैज्ञानिकों के मुताबिक पिछले 24 घंटों में तापमान में 4.5 डिग्री की गिरावट हुई। दिन में धूप निकलने के बावजूद कनकनी वाली ठंड लग रही है। नौ जिलों में पारा 10 डिग्री से नीचे चला गया है। बोकारो थर्मल का न्यूनतम तापमान 8.1 डिग्री और गढ़वा में 5.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
मौसम विभाग की ओर से अगले 48 घंटों के दौरान राज्य के 10 जिलों में शीतलहर की चेतावनी दी गई है। बोकारो, धनबाद, देवघर, कोडरमा, लोहरदगा, लातेहार, चतरा, गढ़वा और पलामू के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। उत्तरी पछुआ हवा चलने से कनकनी भी बढ़ेगी। मौसम पूर्वानुमान में बताया गया है कि अगले पांच दिनों तक न्यूनतम तापमान में किसी तरह के बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। इस दौरान सुबह में हल्का कोहरा छाये रहने और इसके बाद आसमान साफ रहने की संभावना है। लेकिन शाम और रात में धुंध रहेगी।
दरभंगा में कंकाली मंदिर के पुजारी की हत्या के गवाह को मारी गोली, हालात गंभीर
13 Dec, 2024 12:59 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दरभंगा: बिहार के दरभंगा जिले में स्थित प्रसिद्ध कंकाली मंदिर के पुजारी को अपराधियों ने मारी गोली दी. दो वर्ष पहले कंकाली मंदिर के प्रधान पुजारी की हत्या मामले में पुजारी गवाह है. गोली बारी की घटना को उस समय अंजाम दिया गया जब पीड़ित देर शाम अपने चाचा के अंतिम संस्कार लौट रहा था. इसी दौरान दो बाइक सवार बदमाशों ने घेरकर मारपीट करना शुरू कर दिया और उसके बाद फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस फायरिंग करने वाले बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है.
बाइक सवार बदमाशों ने मारी गोली
दरभंगा के रामबाग किला स्थित कंकाली मन्दिर, कामेश्वर धार्मिक न्यास द्वारा संचालित किया जाता है. मंदिर के प्रधान पुजारी राजीव कुमार झा की हत्या के मामले में गवाह उनके पुत्र वैभव झा को बदमाशों ने गोली मार दी है. घटना उस समय हुई जब वो देर शाम अपने चाचा के अंतिम संस्कार से लौट रहे थे. इसी दौरान चोरौत और पुपरी के बीच बाइक सवार दो बदमाशों ने उन्हें घेर लिया और मारपीट शुरू क दी. उसके बाद फायरिंग शुरू कर दी. फायरिंग के दौरान वैभव झा के दाहिने हाथ में गोली लगी है. जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए. वहीं घायल वैभव को डीएमसीएच में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. अक्टूबर 2021 में कंकाली मन्दिर के प्रधान पुजारी राजीव कुमार झा मंदिर परिसर में गोली मारकर दबंगों ने हत्या कर दी थी. वहीं ये मामले अभी दरभंगा व्यवहार न्यायालय के अधीन है. हत्या के मामले का एक गवाह मृतक का पुत्र आयुष वैभव भी है, इसकी गवाही पिता हत्या मामले में होनी अभी बाकी है.
बदमाशों ने की फायरिंग
आयुष वैभव ने कहा कि वो अपने चाचा के अंतिम संस्कार से लौट रहा था. लौटते समय दो बाइक सवार अज्ञात बदमाशों ने रास्ते में घेर लिया और पिस्तौल तान दी और कहा कि पुजारी हत्या में गवाही क्यों दें रहे हो. जिस पर आयुष ने अपराधियों से कहा कि आप कौन हैं और मुकदमे से क्या मतलब है? यह सुनते ही अपराधी ने फायरिंग कर दी. आयुष वैभव ने फायरिंग के दौरान पिस्तौल पर हाथ मार दिया जिस वजह से गोली हथेली को छेदकर निकल गई. आयुष के चिल्लाने और फायरिंग की आवाज पर लोग दौड़े तो अपराधी फरार हो गए.
परिजनों ने सुरक्षा की मांग की
करीब डेढ़ वर्ष पहले कंकाली मंदिर के प्रधान पुजारी एवं आयुष वैभव के पिता राजीव झा की हत्या गोली मारकर की गई थी. जिसका मुकदमा दरभंगा सिविल कोर्ट के जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश की अदालत में चल रहा है इस मामले में अभियोजन की ओर से 8 गवाहों की गवाही कराई गई है. जल्द ही इसका फैसला आने वाला है. आयुष वैभव के परिजनों ने बताया कि इसी को लेकर गोली मारी गई है. उन्होंने आयुष की सुरक्षा की मांग की है.
डा. दिलीप कुमार जायसवाल: बिहार में भूमि सर्वेक्षण में बदलाव, 50 साल से जमीन पर रहने वालों को राहत
13 Dec, 2024 12:50 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार: 50 साल से एक ही जमीन पर बिना कागजात के रहे लोगों के लिए बिहार सरकार ने राहत दी है. बिहार सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डा. दिलीप कुमार जायसवाल की घोषणा से राज्य के किसानों में खुशी का माहौल है. उन्होंने कहा कि 50 साल पहले जो किसानों ने आपसी बंटवारा कर जमीन पर दखल कब्जा में रह रहे हैं और कोई विवाद नहीं हैं, उन्हें अब कोई कागजात दिखाने की जरूरत नहीं है. राजस्व मंत्री ने कहा है कि वे अपने अपने नाम से सर्वे करा सकते हैं. इसके अलावा राजस्व मंत्री ने बताया कि जिस जमीन पर विभाग के तरफ से रोक लगी है, वह या तो सरकारी जमीन है या खासमहल जमीन है. ऐसी जमीनों के लिए एक कमेटी बनाई गई है. खासमहल जमीन के लिए अलग से एक मसौदा तैयार किया जा रहा हैं. मंत्री दिलीप जायसवाल ने कहा कि शहर क्षेत्र के लगान का भी निर्धारण कर लिया गया है, जल्द ही सभी वार्डो में शिविर लगेगा और सभी का रसीद काटा जाएगा.
शहरी क्षेत्रों में पिछले लगभग 35 वर्षों से लगान निर्धारण नहीं हुआ है, जिसको लेकर शहरी क्षेत्र के लोग काफी परेशान हैं. मंत्री दिलीप जायसवाल ने इसके लिए अधिकारियों को 20 दिसंबर तक का समय दिया है. वहीं, पूर्णिया नगर निगम के कई वार्डों का शुल्क निर्धारण हो चुका है. बहुत जल्द ही रसीद कटना भी शुरू हो जाएगा. 1989 से पूर्णिया शहर के पुराने 21 वार्डों के लगान पर रोक लगा दी गयी थी, जिससे सरकार को भी राजस्व का नुकसान हो रहा है.
मंत्री ने बताया कि किसानों से लगान के रूप में मात्र 5 रूपये की दर से प्रति डिसमिल शुल्क तय किया गया है, जिसे रैयतों को प्रति वर्ष के अनुसार जोड़कर जमा करना होगा. इसके लिए सभी वार्डो में बहुत जल्द शिविर लगाया जाएगा. अपर समाहर्ता रवि राकेश ने बताया कि अब तक 10 हजार 988 खाता की एंट्री का कार्य संपन्न हो चुका है. 99.97 प्रतिशत के लिए रोल रेंट तैयार भी कर लिया गया है. सभी के प्रिंट आउट भी तैयार कर लिए गये हैं.
BPSC 70th Exam 2024: बिहार में प्रारंभिक परीक्षा शुरू, हर जिले में 3 सेट पेपर का आयोजन
13 Dec, 2024 10:40 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
BPSC 2024: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा आज बिहार में सभी केंद्रों पर हो रही है. राज्य में 912 केंद्र पर लगभग 4.80 लाख अभ्यर्थी परीक्षा दे रहे है. BPSC 70वीं प्री परीक्षा को लेकर आयोग ने जरूरी और गाइड लाइन भी जारी करी है. इस बार परीक्षा में कई चीजों पर अलग से निगरानी रखी जा रही है. जिसमें परीक्षार्थियों की ओएमआर शीट भी शामिल है. सभी जिलों के केंद्रों के बाहर कड़ी सुरक्षा लगी हुई है. इस परीक्षा के लिए 9:30 बजे से परीक्षा केंद्रों पर एंट्री शुरू हो गई थी और 11 बजे एंट्री बंद हो गई. वहीं 12 बजे परीक्षा शुरू हो गई है और 2 बजे तक चलेगी.
हर जिले के लिए प्रश्न पत्र 3 अलग-अलग सेट में बनाए गए है. जिसमें हर सेट में 4 सेट पेपर की सीरीज शामिल है. इसके साथ ही केंद्र के अधीक्षक और इंस्ट्रक्टर को इलेक्ट्रॉनिक, उपकरण, इरेजर, इलेक्ट्रॉनिक पेन, व्हाइटनर, इलेक्ट्रॉनिक घड़ियां सहित अन्य चीजों की लिस्ट दी गई है. इन पर निगरानी रखी जा रही है.
दूसरे प्रदेश और राज्य के अलग-अलग हिस्से से परीक्षार्थी परीक्षा देने आए है. राजधानी पटना के अलग-अलग इलाकों में परीक्षार्थी सुबह से ही परीक्षा केंद्र पर पहुंच गए है. परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थी चादर और कंबल डालकर परीक्षा केंद्र पहुंचे है. वहीं सुरक्षा के लिहाज से जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा कई स्तरों पर तैयारी की गई है. जहां अभ्यर्थियों की गहन तलाशी के बाद परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया गया. BPSC परीक्षा को लेकर शेखपुरा में जहां 7 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. वहीं बरबीघा में 5 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. जहां कड़ी जांच के बाद अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र के अंदर जाने दिया गया. जिला में BPSC परीक्षा को लेकर पांच हजार अभ्यार्थी विभिन्न जिलों से शेखपुरा पहुंचे है.
बेगूसराय में अतिक्रमण हटाने के दौरान DM तुषार सिंगला को ग्रामीणों ने बनाया बंधक
13 Dec, 2024 08:10 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बेगूसराय: बेगूसराय जिले में ग्रामीणों ने जिलाधिकारी तुषार सिंगला को बंधक बना लिया. यह घटना लोहिया नगर रेलवे लाइन के पास स्थित महादलित परिवारों के अतिक्रमण को हटाने की कोशिश के दौरान हुई. बता दें कि 12 दिसंबर को सुबह करीब 11.30 बजे प्रशासन की टीम लोहिया नगर में फ्लाईओवर के पास अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची थी. इस दौरान लोगों ने विरोध शुरू कर दिया और रेलवे की भूमि पर अतिक्रमण करने के मामले में विरोध जताया. ग्रामीणों का कहना था कि वह वर्षों से रेलवे लाइन के किनारे बसे हुए हैं और प्रशासन की अचानक अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई से नाराज थे.
सरकार से आश्वासन की मांग
विरोध कर रही महिलाओं ने कहा, "हमें कहा गया था कि 12 तारीख को खाली करने के लिए, लेकिन हम कहां जाएंगे? हमें कोई आश्वासन नहीं मिला. हमारी मांग है कि हमें किसी अन्य जगह बसाने का इंतजाम किया जाए, तब हम यहां से जाएंगे". महिलाओं ने आगे कहा, "अब जब हमसे घर खाली कराने की बात आई तो सरकार का कोई भी प्रतिनिधि हमारी मदद के लिए सामने नहीं आ रहा. मोदी सरकार और नीतीश सरकार दोनों ही हमें नजरअंदाज कर दिया है. हम बाल-बच्चों के साथ कहां जाएंगे?"
विरोध में ग्रामीणों ने DM को घेरा
ग्रामीणों ने प्रशासन की कार्रवाई का विरोध जारी रखा, जिसके बाद मौके पर पहुंचे वरिष्ठ अधिकारियों ने DM तुषार सिंगला को बंधक से मुक्त कराया. हालांकि, एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बंधक बनाने जैसा कुछ नहीं हुआ है और सभी पक्षों की बातें सुन ली गई है. उन्होंने कहा कि मामला बातचीत के जरिए हल किया जाएगा.
जानकारी के अनुसार, बेगूस-चजराय स्टेशन के पास लोहिया नगर गुमटी किनारे बनी 150 झोपड़ियों को हटाने के लिए रेलवे अधिकारी और पुलिस बल JCB के साथ पहुंचे थे. जैसे ही DM तुषार सिंगला निरीक्षण करने पहुंचे तो सैकड़ों लोगों ने DM के वाहन को घेर लिया और विरोध शुरू कर दिया. इस दौरान भारी हंगामा हुआ और DM को एक घंटे तक बंधक बनाए रखा.
नया स्थान देने की मांग
झोपड़पट्टी में रहने वाली महिलाओं ने बताया कि वे पिछले 40-50 वर्षों से यहां बसे हुए हैं. उनका कहना था कि अचानक रेलवे प्रशासन ने नोटिस चिपकाकर उन्हें घर खाली करने का आदेश दिया. महिलाओं ने प्रशासन से समय देने और नए स्थान पर बसने का इंतजाम करने की मांग की, ताकि वे वहां से हट सकें. जिला प्रशासन के अधिकारी SDO राजीव कुमार ने कहा कि इस मामले में बातचीत की जा रही है और समस्या का समाधान निकाला जाएगा.
बिहार के नालंदा में शादी में हर्ष फायरिंग, युवक की गोली लगने से मौत
12 Dec, 2024 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नालंदा: बिहार में हर्ष फायरिंग का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. ऐसा ही एक ताजा मामला बिहार के नालंदा से सामने आया है. जहां शादी में बारात गए एक युवक की हर्ष फायरिंग में मौत हो गई है. ये पूरा मामला नालंदा के बरहोग गांव का है. जहां बरहोग गांव निवासी ज्वाला महतो के पुत्र की शादी थी. शादी समारोह में बारात गए एक युवक की हर्ष फायरिंग में गोली लगने से दर्दनाक मौत घटनास्थल पर ही हो गई है. बरहोग गांव निवासी की शादी बीते बुधवार को थी. जिसके लिए देर रात बरहोग गांव से नेरुत बारात गई थी. इसमें युवक त्रिलोकी कुमार भी शादी में शिरकत करने के लिए बारात में गया हुआ था.
जयमाला के वक्त हर्ष फायरिंग में युवक की मौत
घटना के संबंध में मृतक के भाई ने बताया कि जयमाला के वक्त ताबड़तोड़ हर्ष फायरिंग की गई थी. इसी दौरान जयमाला मंडप के पास खड़े त्रिलोक कुमार को गोली लग गई, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई.
परिजनों ने युवक की हत्या का लगाया आरोप
युवक की मौत के बाद परिजनों ने युवक की हत्या करने का आरोप लगाया है. युवक के परिजनों का आरोप है कि युवक की हत्या हर्ष फायरिंग के आड़ में की गई है. वहीं, इस घटना के बाद शादी समारोह में भाग दौड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी.
पुलिस मामले की जांच में जुटी
घटना की जानकारी मिलने पर सारे थाना पुलिस घटना स्तर पर पहुंचकर सब को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए बिहार शरीफ अस्पताल भेज दिया है. वहीं, स्थानीय पुलिस भी हर्ष फायरिंग में ही युवक की मौत की बात कह रही है. हालांकि, पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
सोहराय पर्व के मौके पर जादोपटिया पेंटिंग से सज रहे आदिवासी घरों की दीवारें
12 Dec, 2024 01:48 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जामताड़ा: आदिवासियों का प्रमुख त्योहार सोहराय के प्रारंभ होने में अब कुछ ही दिन बचे हैं। जनवरी के दूसरे सप्ताह से इस त्योहार का शुभारंभ होता है। जिस कारण अभी से ही आदिवासी समाज इसकी तैयारी में लग गए हैं। महिलाएं जहां घरों की साफ सफाई और रंगाई पुताई में जुट गई हैं। वहीं सोहराय आयोजन को लेकर विभिन्न जगहों पर बैठकों का दौर जारी है। जानकारों की माने तो सोहराय पर्व के बहाने ही लोग आदिवासी समाज के रहन-सहन के तरीकों को जानते समझते हैं। आदिवासी समाज में रहन-सहन का तरीका औरों से भिन्न है। आदिवासी समाज के लोग कई ऐसे शौक रखते हैं, जो अन्य लोगों में कम ही देखने को मिलते हैं। इसमें सबसे ज्यादा प्रमुख पेंटिंग है।
दीवारों पर दिखती है प्रकृति प्रेम
आदिवासी समाज के लोग अपने घरों के दीवारों में रंगा पुताई के दौरान पेंटिंग बनाना नहीं भूलते हैं। संथाल परगना के आदिवासियों में जादोपटिया पेंटिंग काफी प्रचलित है। इस पेंटिंग के माध्यम से वे लोग अपने इतिहास और पर्व त्यौहार व पशु पक्षी प्रेम को प्रदर्शित करते हैं। यही कारण है कि उन लोगों के घर की दीवार पर पशु पक्षी, पेड़ पौधे फुल और आदिवासियों के कार्य करने के चित्र को उकेरा देखा जा सकता है।
प्रकृति प्रेम और सभ्यता की पेंटिंग
आदिवासी समाज के जानकार और राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक सुनील बास्की ने कहा कि हम लोग अपने घरों की दीवारों को लाल मिट्टी और सफेद मिट्टी से सिर्फ रंगा पुताई ही नहीं करते हैं। बल्कि दीवारों पर उकेरी जाने वाली पेंटिंग के माध्यम से आदिवासी समाज के प्रकृति प्रेम, अपनी सभ्यता संस्कृति को प्रदर्शित करते हैं। हम लोग केमिकल युक्त रंग का प्रयोग ना कर प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल करना ज्यादा पसंद करते हैं। इन कलाकृतियों में प्रेम, उर्वरता, जन्म विवाह और त्योहार के बारे में दिखाया जाता है। यही कारण है कि खासकर लड़कियों को घरेलू कामकाज सीखने के दौरान महिलाएं जादोपटिया पेंटिंग भी सिखाती है। ताकि वह खुद इस पेंटिंग का उपयोग करें और दूसरों को इसे सिखाएं। जो कहीं ना कहीं पीढ़ी दर पीढ़ी बढ़ती जा रही है।
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हैं लोग
आदिवासी समाज में घर बनाना हो या फिर रहन-सहन का तरीका दूसरों से भिन्न है। आदिवासी समाज घर बनाने में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हैं। यही कारण है कि जब वह लोग दो घर बनाते हैं तो एक दूसरे के बीच में गैप रखते हैं। यही नहीं उन लोगों के बैठने में भी ऐसा देखा गया है कि अगर आदिवासी समुदाय के लोग एक जगह बैठते हैं तो वे लोग एक दूसरे से दूरी बनाकर बैठते हैं। यही कारण है कि कोरोना काल में उनकी इस रहन सहन पद्धति की काफी सराहना हुई। बहरहाल इन दिनों आदिवासी गांव में घरों की साफ सफाई के दौरान पेंटिंग बनाते महिलाओं को देखा जा सकता है या फिर कई घरों में पूर्व से यह पेंटिंग बनी दिख रही है।
झारखंड विधानसभा में राज्यपाल ने किया बड़ा एलान, महिलाओं को मिलेगा 33% आरक्षण
12 Dec, 2024 01:37 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। झारखंड सरकार महिलाओं को नौकरियों में 33% आरक्षण देगी। बुधवार को झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र के तीसरे दिन राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने अपने अभिभाषण के दौरान इसे अमल में लाने की घोषणा की। इस दौरान उन्होंने मुफ्त शिक्षा सहित कई बड़ी घोषणाएं की। राज्य में दोबारा सत्ता में आई हेमंत सरकार इन घोषणाओं के माध्यम से अपने चुनावी वादे भी पूरी करती नजर आई।
राज्यपाल संतोष कुमार ने की ये बड़ी घोषणाएं:-
सरकार द्वारा केजी से पीजी तक छात्रों को मुफ्त शिक्षा।
15 लाख तक का शिक्षा ऋण।
रोजगार के लिए 50 लाख तक का ऋण।
किसानों को बिना ब्याज ऋण।
एससी, एसटी व ओबीसी का आरक्षण % बढ़ाने का ऐलान।
गरीबों को हर महीने सात किलो चावल व दो किलो दाल देने की घोषणा।
राज्य में मदरसा बोर्ड, अल्पसंख्यक कल्याण बोर्ड व उर्दू अकादमी के गठन करने की घोषणा।
राज्य के निबंधित सभी पत्रकारों के लिए बीमा व पेंशन सरकार सुनिश्चित करेगी।
कानूनी लड़ाई लड़ने की तैयारी
अभिभाषण के दौरान राज्यपाल ने कहा कि केंद्र व राज्य के परस्पर सहयोग से ही चहुंमुखी विकास संभव है। राज्यपाल ने आगे कहा कि कोयला रायल्टी मद में बकाया 1.36 लाख करोड़ रुपये केंद्र से वसूलने के लिए राज्य सरकार कानूनी लड़ाई लड़ेगी। राज्यपाल ने कहा कि सरकार स्थानीय नीति बनाकर आदिवासी, मूलवासी को तृतीय व चतुर्थ श्रेणी की नौकरियों में शत- % आरक्षण दिलाएगी। वहीं, पिछड़ा वर्ग को 27%, आदिवासी को 28% व अनुसूचित जाति को 12% आरक्षण देने का विधेयक व सरना आदिवासी धर्म कोड गृह विभाग में लंबित है, जिसे केंद्र से स्वीकृत कराने की पूरी कोशिश सरकार करेगी। इसके अलावा सरकार हो, मुंडारी, कुड़ुख समेत झारखंड की अन्य जनजातीय भाषाओं को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कराने की पहल करेगी।
एक लाख से अधिक पदों पर होगी बहाली
राज्य सरकार आने वाले दिनों में नियुक्तियों के दरवाजे बड़े पैमाने पर खोलेगी। राज्यपाल ने अभिभाषण में कहा कि राज्य में 60 हजार पदों पर शिक्षकों, 15 हजार पदों पर प्रधानाध्यापकों, विभिन्न कार्यालयों में 2500 पदों पर लिपिकों, विभिन्न थानों में 10 हजार पुलिसकर्मियों तथा क्षेत्रीय एवं जनजातीय भाषाओं को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से 10 हजार पदों पर भाषा शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी।
0% ब्याज पर मिलेगा कर्ज
किसानों को शून्य % पर ब्याज राज्यपाल ने कहा कि किसानों को जीरो % ब्याज पर कृषि ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। मनरेगा मजदूरों को न्यूनतम 350 रुपये प्रतिदिन की मजदूरी दिलाई जाएगी। नदियों व डैम के पानी का सदुपयोग करने के लिए प्रारंभ की गई लिफ्ट इरिगेशन योजना को आगे बढ़ाते हुए 10 हजार करोड़ रुपये की योजनाएं प्रारंभ की जाएगी।
मंइयां सम्मान राशि 2500 रुपये हर माह
राज्य सरकार सभी महिलाओं को मंइयां सम्मान योजना के तहत सम्मान राशि के रूप में 2500 रुपये हर महीने देगी। आंगनबाड़ी सेविका, आंगनबाड़ी सहायिका, रसोइया, पोषण सखी, स्वास्थ्य सहिया, जल सहिया आदि के मानदेय में सरकार ने सम्मानजनक वृद्धि की गई है। इस कार्यकाल में इनके मानदेय में अन्य कर्मियों के अनुरूप वार्षिक वृद्धि की जाएगी। स्वयं सहायता समूह से जुड़ी सखी मंडल की महिलाओं को 15 हजार रुपये का क्रेडिट लिंकेज उपलब्ध कराते हुए स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। प्रत्येक ग्राम संगठन को जीरो % ब्याज पर 15-15 लाख रुपये का क्रेडिट लिंकेज उपलब्ध कराया जाएगा।
15 लाख रुपये तक का शिक्षा ऋण
राज्यपाल ने कहा कि सरकार प्रत्येक प्रखंड में डिग्री कालेज व प्रत्येक अनुमंडल में पालिटेक्निक महाविद्यालय की स्थापना करेगी। दसवीं के सभी विद्यार्थियों को गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना से जोड़ते हुए 15 लाख रुपये तक के शिक्षा ऋण की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। सभी प्रखंड व जिलों में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर लाइब्रेरी सह शिक्षा सहयोग केंद्र की स्थापना होगी। केजी से पीएचडी तक नि:शुल्क शिक्षा प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत 50 लाख तक का ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।
पटना में खुलने जा रहा देश का पहला बाल कैंसर अस्पताल, CM नीतीश कुमार करेंगे शिलान्यास
12 Dec, 2024 01:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। देश में तेजी से बच्चों में कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं। इसे देखते हुए महावीर मंदिर न्यास फुलवारीशरीफ स्थित महावीर कैंसर संस्थान से एम्स पटना जाने वाले रास्ते पर 100 बेड का महावीर बाल कैंसर अस्पताल खुलने जा रहा है। सिर्फ बच्चों में होने वाले कैंसर के उपचार को समर्पित यह अपनी तरह का देश का पहला कैंसर अस्पताल होगा। गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसका शिलान्यास करेंगे।
मुफ्त में होगा इलाज
महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि महावीर बाल कैंसर अस्पताल में 18 वर्ष तक के कैंसर रोगियों का इलाज मुफ्त किया जाएगा। अभी महावीर कैंसर संस्थान में कैंसरग्रस्त बच्चों के उपचार के लिए अलग वार्ड हैं, लेकिन अक्सर बेड की कमी सामने आती है।
26वीं वर्षगांठ पर रखी जाएगी बाल कैंसर अस्पताल की नींव
महावीर कैंसर संस्थान में बच्चों के वार्ड का उद्घाटन तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने किया था। 12 दिसंबर को महावीर कैंसर संस्थान की 26वीं वर्षगांठ के मौके पर महावीर बाल कैंसर अस्पताल की नींव रखी जा रही है। 12 दिसंबर 1998 को महावीर कैंसर संस्थान का उद्घाटन दलाईलामा ने किया था।
सभी धर्मों के गुरू भी पहुंचेंगे
महावीर बाल कैंसर अस्पताल के शिलान्यास के अवसर पर सभी धर्मों के गुरु उपस्थित रहेंगे। अनुवंशिकता, गलत जीवनशैली व खराब खानपान से जीन में परिवर्तन के कारण बच्चे कैंसर की चपेट में आ रहे हैं। इनमें सबसे अधिक मामले ब्लड कैंसर व ब्रेन ट्यूमर के होते हैं।
हर साल 50 हजार से ज्यादा बच्चे हो रहे शिकार
देश में हर वर्ष 50 हजार से अधिक नए रोगी चिह्नित हो रहे हैं। बच्चों में कैंसर के अन्य कारण रेडिएशन के अत्यधिक संपर्क, पैसिव स्मोकिंग आदि भी हैं।
बिहार सरकार द्वारा मुख्यमंत्री उद्यमी और लघु उद्यमी योजना के लाभार्थियों को दूसरी किस्त का वितरण
12 Dec, 2024 12:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। उद्योग विभाग की ओर से मुख्यमंत्री उद्यमी योजना एवं बिहार लघु उद्यमी योजना के लाभार्थियों के बीच द्वितीय किस्त की राशि का वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया है। कार्यक्रम का आयोजन अरण्य भवन के सभागार में होगा। इसमें उद्योग एवं पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा समेत कई विभागों के मंत्री, उद्योग सचिव बंदना प्रेयसी और निदेशक आलोक रंजन घोष समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थिति रहेंगे।
जिला स्तर भी कार्यक्रमों का आयोजन
लाभुकों को दूसरी किस्त की राशि वितरण संबंधी राज्यस्तरीय कार्यक्रम के अलावा जिला स्तर पर भी राशि वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें जिला पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधि समेत अन्य अधिकारी शामिल होंगे। वर्ष 2018 से लागू की गई मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत लाभार्थियों को परियोजना के अनुरूप अधिकतम 10 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता दी जाती है, जिसमें 50 प्रतिशत राशि अनुदान एवं शेष 50 प्रतिशत राशि ऋण के रूप में शामिल है।
बिहार लघु उद्यमी योजना की शुरूआत वर्ष 2023-24 में हुई थी। यह योजना बिहार जाति आधारित गणना में आर्थिक रूप से गरीब परिवारों के आर्थिक उत्थान के लिए लागू की गई है। इस योजना के तहत लाभार्थियों को स्व-रोजगार हेतु अधिकतम दो लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता अनुदान के रूप में दी जाती है।
क्या है मुख्यमंत्री उद्यमी योजना
मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत 10 लाख रुपये तक का ऋण मिलता है। इसके तहत 50 प्रतिशत अनुदान व शेष ब्याज रहित लोन दिया जाता है। लाभार्थी को यह राशि साल साल में लौटानी होती है।
बोकारो के मजदूर की मलेशिया में करंट लगने से मौत, शव मंगवाने की परिजनों ने लगाई गुहार
12 Dec, 2024 12:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बोकारो: झारखंड के बोकारो के गोमिया प्रखंड और उसके आस-पास के प्रवासी मजदूरों का विभिन्न प्रदेशों में जान गंवाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. आए दिन किसी न किसी प्रवासी मजदूर की या तो मौत की खबर आती है या फिर विदेश में बंधक बना लिए जाने की खबर आती है. अभी साउथ अफ्रीका में गोमिया सहित झारखंड के मजदूरों को बंधक बने होने का मामला शांत भी नहीं हो पाया था कि बोकारो के गोमिया के एक और प्रवासी मजदूर का विदेश में जान गवाने का मामला फिर से सामने आ गया है.
मलेशिया में करंट लगने से मौत
गोमिया के प्रवासी मजदूर जगदीश महतो की मलेशिया में टावर लाइन में काम करने के दौरान करंट लगने से मौत हो गई है. जिसकी सूचना परिजनों का दूरभाष के माध्यम से मिली, घटना पर माता-पिता, पत्नी किसी को विश्वास नहीं हो रहा है. ग्रामीण समझा बुझाकर विश्वास दिलाते हुए दुख बांटने में जुटे हैं.
सरकार से शव लाने की मांग
माता-पिता का कहना है कि दो माह पूर्व मलेशिया काम करने गया था. जहां दूसरे के फोन के माध्यम से सूचना मिली की टावर में काम करने के दौरान बिजली का करंट लगने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई है. हम लोग का सहारा लूट गया है. इसलिए संबंधित कंपनी और झारखंड सरकार उचित मुआवजा दे और मलेशिया से शव लाने की व्यवस्था करें. सरकार अगर झारखंड में ही रोजगार की व्यवस्था करती तो इस तरह से हमारा घर ना उजड़ता. वहीं रिश्तेदारों का कहना है कि विदेश चार पैसा कमाने गया बेटा को तो अब दुनिया से चला गया जो घर का इकलौता कमाऊ सदस्य था. सरकार कम से कम शव को घर तक लाने का काम करें. पिता की भी माली हालत ठीक नहीं है.
चुनावी वादों के बावजूद समाधान नहीं
बताते चले कि चुनाव के दौरान पलायन इस क्षेत्र का मुख्य मुद्दा रहा है और पलायन को रोकने और झारखंड में ही रोजगार देने की बाते हरेक दल करते रहे है. लेकिन फिर भी पलायन और प्रवासी मजदूरों के मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. वर्तमान में इस क्षेत्र से विधानसभा में जेएमएम और इंडी गठबंधन से चुनाव जीतकर योगेंद्र प्रसाद मंत्री भी बने है. वहीं एनडीए के आजसू से गिरिडीह लोकसभा से चंद्रप्रकाश चौधरी भी सांसद है.
बेगूसराय में डॉक्टर और उनके कंपाउंडर की संदिग्ध मौत, पुलिस जांच में जुटी
11 Dec, 2024 03:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बेगूसराय: बेगूसराय में संदिग्ध हालत में डॉक्टर और कंपाउंडर की मौत हो गई। आशंका है कि दोनों की मौत शराब पीने से हुई। इनमें एक की आंखों की रौशनी भी चली गई थी। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। आसपास के लोगों की मौत हो गई। इधर, सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई। मृतक की पहचान चेरिया बरियारपुर थाना क्षेत्र के मैदा शाहपुर के रहने वाले डॉक्टर सी सी सिंह एवं उनके कंपाउंडर हरे राम तांती के रूप में की गई है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
ग्रामीणों का कहना है कि मृत डॉक्टर का पोस्टमार्टम भी नहीं कराया गया। लेकिन, स्वास्थ्य विभाग द्वारा गठित एक टीम के देखरेख में हरे राम तांती का पोस्टमार्टम कराया गया। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि आखिर मौत किस वजह से हुई है। मामले में बेगूसराय के सिविल सर्जन ने बताया कि बीते समय हरे राम तांती को उनके क्लीनिक में इलाज के लिए लाया गया था, उस वक्त उसकी आंखों की रोशनी चली गई थी।
शराब से जुड़ी आशंका
परिजनों ने बताया कि हरे राम तांती शराब का भी सेवन किया करता था। आशंका है कि शराब पीने से ही उनकी मौत हुई है। इधर, घटना के बाद लोगों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाया। पुलिस का कहना है कि शराब बंदी वाले बिहार के बेगूसराय में पुलिस निष्क्रिय है। लगातार शराब माफियाओं द्वारा जहरीली शराब बनाकर बेची जा रही है। गौरतलब है कि दोनों ही लोग स्वास्थ्य सेवा से ही जुड़े हुए थे। SP ने बताया है कि संदिग्ध हालत में दो व्यक्ति की मौत हुई है। जिसमें एक व्यक्ति का पोस्टमार्टम कराया गया है। दूसरे व्यक्ति की मौत की सूचना मिलने के बाद पुलिस उसके परिजन से पूछताछ करने के लिए पहुंची है। उन्होंने बताया है कि पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में लगी हुई है।
बिहार में शराब माफिया का नया तरीका, पुलिस को चकमा देने के लिए कोड वर्ड का इस्तेमाल
11 Dec, 2024 03:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: बिहार में शराब बंदी के बावजूद शराब माफिया नए-नए तरीके अपनाकर तस्करी कर रहे हैं। पुलिस की नजरों से बचने के लिए ये लोग शराब के नाम बदलकर बेच रहे हैं। रॉयल स्टैग को 'रॉकी सिंह' और रेड लेबल को 'रवि लाल' कहा जा रहा है। पटना पुलिस ने हाल ही में कई शराब तस्करों को पकड़ा है और उनके मोबाइल पर भी नजर रख रही है। नए साल पर पुलिस शराब माफियाओं पर खास नजर रखेगी, खासकर होम डिलीवरी करने वालों पर।
दरअसल, बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद भी शराब की तस्करी जारी है। शराब माफिया पुलिस से बचने के लिए लगातार अपने तरीके बदल रहे हैं। पुलिस की पकड़ से बचने के लिए ये कोड वर्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं। जैसे रॉयल स्टैग अब "रॉकी सिंह" बन गया है और रेड लेबल को "रवि लाल' कहा जा रहा है। इससे पुलिस को शराब की पहचान करने में मुश्किल हो रही है।
पटना पुलिस ने हाल ही में कई शराब तस्करों के खिलाफ छापेमारी की है। कई होम डिलीवरी करने वाले तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, कई शराब तस्करों के मोबाइल फोन सर्विलांस पर हैं। इस सर्विलांस के जरिए ही इन नए कोड वर्ड का पता चला है। शराब माफिया अपने ग्राहकों और गैंग के सदस्यों से बात करने के लिए WhatsApp का इस्तेमाल करते हैं। शराब का ऑर्डर लेने से लेकर डिलीवरी तक, सारा काम WhatsApp पर ही होता है। इससे पुलिस के लिए इन पर नजर रखना मुश्किल हो जाता है।
नए साल पर शराब की मांग बढ़ने की आशंका के चलते पुलिस ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। पटना पुलिस ने शराब माफियाओं, खासकर होम डिलीवरी करने वालों पर कड़ी नजर रखने की योजना बनाई है। पुलिस पहले से ही शराब माफियाओं के अड्डों पर छापेमारी कर रही हैं। जेल से रिहा हुए शराब माफियाओं की सूची भी तैयार की जा रही है। पुलिस उन पर भी नजर रख रही है।
इस साल नवंबर तक पुलिस ने 70,917 लीटर अंग्रेजी शराब और 1,04,944 लीटर देसी शराब जब्त की है। यह आंकड़ा बताता है कि शराबबंदी के बावजूद बिहार में शराब का कारोबार कितना बड़ा है। पुलिस लगातार कोशिश कर रही है कि इस अवैध कारोबार पर रोक लगाई जा सके। लेकिन शराब माफियाओं के नए-नए हथकंडे अपनाने से यह काम और भी चुनौतीपूर्ण हो गया है।
औरंगाबाद न्यायालय में 19 साल पुराने अपहरण मामले में चार आरोपियों को उम्रकैद की सजा
11 Dec, 2024 01:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
औरंगाबाद: औरंगाबाद में 19 साल पुराने अपहरण के मामले में चार लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। साल 1995 में जम्होर थाना क्षेत्र के महथू गांव में एक ईंट-भट्ठा संचालक के बेटे उमेश कुमार का अपहरण कर लिया गया था। अपहरणकर्ताओं ने 50 हजार रुपये की फिरौती मांगी थी। 3 दिसंबर 2024 को कोर्ट ने रामवचन पाल, अनिल सिंह, राजेश पासवान और मुनारिक राम को दोषी ठहराया। उन्हें भारतीय दंड विधान की धारा 364/ए के तहत मंगलवार को सजा सुनाई गई है। एक आरोपी कपूर धोबी की मौत हो चुकी है, जबकि रामवचन सिंह का मामला अलग से चल रहा है।
यह मामला 19 साल पुराना है। जम्होर थाना क्षेत्र के महथू गांव में गुप्तेश्वर सिंह का ईंट-भट्ठा था। उनका बेटा उमेश कुमार भट्ठे की देखभाल करता था। 24 जुलाई 1995 को उमेश का अपहरण कर लिया गया। अपहरणकर्ताओं ने गुप्तेश्वर सिंह से 50 हजार रुपये की फिरौती मांगी। धमकी दी कि अगर 24 घंटे के अंदर पैसे नहीं दिए तो उमेश को मार देंगे।
घटना के दिन एक आदमी भट्ठे पर आया और कहा कि ओबरा थाने के छोटा बाबू बुला रहे हैं। उमेश अपने पिता के साथ सरसोली गांव पहुंचे। तभी एक जीप आई और उसमें से अपहरणकर्ता निकले। उन्होंने उमेश और गुप्तेश्वर को पकड़ लिया। उनके हाथ पीछे बांध दिए। अपहरणकर्ताओं ने कहा, 'आपसे पैसे मांगे थे, क्यों नहीं दिए?'
अपहरणकर्ता उमेश को अपने साथ ले गए। उन्होंने गुप्तेश्वर को एक कागज पर लिखकर देने को कहा कि अगर 24 घंटे के अंदर 50 हजार रुपये नहीं मिले तो उमेश की मौत के जिम्मेदार वो खुद होंगे। डरे हुए गुप्तेश्वर ने ऐसा ही किया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। सालों तक सुनवाई चलती रही।
आखिरकार 3 दिसंबर 2024 को औरंगाबाद के एडीजे-5 उमेश प्रसाद ने चार आरोपियों को दोषी ठहराया। रामवचन पाल, अनिल सिंह, राजेश पासवान और मुनारिक राम को उम्रकैद और 10 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई गई। जुर्माना नहीं देने पर एक साल की अतिरिक्त सजा होगी। इस मामले में एक और आरोपी कपूर धोबी की मौत हो चुकी है। एक अन्य आरोपी रामवचन सिंह का मामला अलग से चल रहा है। एपीपी शिवपूजन प्रजापति ने बताया कि आरोपियों को भारतीय दंड विधान की धारा 364/ए के तहत सजा सुनाई गई है। यह धारा हत्या के इरादे से अपहरण के मामले में लागू होती है।