बिहार-झारखण्ड
हथियार के बल पर किशोरी से रेप की कोशिश
5 Jan, 2025 01:06 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। बांका में एक किशोरी के साथ हथियार के बल पर बलात्कार करने की कोशिश का मामला सामने आया है। मामले की शिकायत करने पर किशोरी के परिजनों के साथ मारपीट भी की गई और उसके बार आरोपी फरार हो गया।
जानकारी अनुसार टाउन थाना क्षेत्र में शराब के नशे में युवक ने हथियार दिखाते हुए किशोरी के साथ रेप का प्रयास किया। उक्त किशोरी शौच करने बहियार की ओर गई थी। इसी बीच नशे की हालत में वहां मौजूद आरोपी मंगनी लाल ने हथियार के बल पर किशोरी से दुष्कर्म करने की कोशिश की। किशोरी ने किसी तरह खुद को आरोपी के चंगुल से छुड़ाया और भाग कर अपने घर पहुंची। मामले की शिकायत के बाद स्थानीय पुलिस ने जांच के साथ ही कार्रवाई शुरु कर दी है। वहीं दूसरी तरफ शिकायत किए जाने के बाद आरोपी की तरफ से किशोरी के परिजनों के साथ गाली-गलौज और मारपीट की गई। पुलिस ने आरोपी मंगनी लाल को पकड़ने दबिश दी, लेकिन वह घर छोड़कर फरार हो गया।
रेल ट्रैक पार करने के दौरान मालगाड़ी से महिला के कटने से दर्दनक मौत
5 Jan, 2025 12:59 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भागलपुर | जिले के पीरपैंती रेलवे स्टेशन दो नंबर प्लेटफॉर्म पर आज शनिवार को रेल ट्रैक पार करने के दौरान मालगाड़ी के चपेट में आने से चंदा देवी, उम्र 35 साल कट गई ! जिससे मौके पर ही उसकी दर्दनक मौत हो गई ! मृतका कटिहार जिला के बरारी थाना के ढकना टोला की थी।
मृतका के साथ मृतका की मां राधा देवी थी। ये दोनो मां- बेटी मिर्जाचौकी से पीरपैंती आ रही थी। यह लोग रेल ट्रैक पार कर रही थी, हांलाकि मालगाड़ी को देख मां राधा देवी रूक गई, जबकी बेटी चंदा देवी आगे बढ़ गई ,जिससे कि यह घटना घट गई !
आरपीएफ के एसआई भावेश कुमार से आज शनीवार की देर शाम पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि, मृतका के परिजनों ने पोस्टमॉर्टम ना करने का अनुरोध किया।
घटना के बाद मृतका की मां का रो- रो कर बुरा हाल है। परिजनों में कोहराम मच गया है। -- अतीश दीपंकर/ ईएमएस •
बेऊर जेल अधीक्षक के ठिकानों पर ईओयू का छापा
5 Jan, 2025 11:05 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। पटना के आदर्श केंद्रीय कारा बेऊर के जेल अधीक्षक विद्यु कुमार के ठिकानों में छापामार कार्रवाई की गई है। जेल अधीक्षक विद्यू के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने छापेमारी की है।
ईओयू की यह कार्रवाई दानापुर में जेल अधीक्षक के सरकारी आवास और अन्य ठिकानों पर की गई। ईओयू को विद्यु कुमार की आय से अधिक संपत्ति एकत्र करने के ठोस प्रमाण मिले थे, जिसके बाद छापेमारी को अंजाम दिया गया है। जानकारी अनुसार इस छापेमार कार्रवाई के दौरान अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं, जिनसे इस मामले में और जानकारी हासिल हो सकती है। आर्थिक मामले में गड़बडी को लेकर ईओयू गहन जांच में जुटी हुई है।
गुवा पुलिस थाने के ASI पर विवाहिता से दुष्कर्म के प्रयास का आरोप
4 Jan, 2025 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गुवा। विवाहित महिला से दुष्कर्म के प्रयास के आरोप में गुवा थाने में पदस्थापित ASI अजय सिंह को पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने निलंबित कर दिया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि ASI पर आरोप है कि उसने एक विवाहित महिला को घर से जबरन उठाकर सुनसान जगह पर ले जाकर दुष्कर्म के असफल प्रयास किया है। पीड़ित महिला सेल की गुवा खदान में कार्यरत ठेका श्रमिक की पत्नी है।
देर रात पीड़िता के घर पहुंचे ASI
थाने में दी गई शिकायत में पीड़ित महिला ने बताया है कि घटना बीते 30 दिसंबर की रात लगभग 10.30 बजे के बीच की है। घटना वाली रात उनके पति रात्रि पाली की ड्यूटी हेतु घर से चले गए थे। वह घर पर अकेली थी, तभी ASI अजय सिंह अकेले मोटरसाइकिल से हमारे घर पर आए। वह हमको बोलने लगे की तुम्हारा पति तुम्हारी हत्या करने की गंभीर साजिश रच रहा है, तुम्हारी जान को खतरा है। इसलिए हमको तुम्हारी सुरक्षा के लिए भेजा गया है। हमको घर के अंदर आने दो।
जान को खतरा बताया
पीड़िता ने ASI अजय सिंह को घर के अंदर आने मना किया और कहा कि कल दिन में पति के सामने ही आइएगा, जो बातें करनी है कीजिएगा। लेकिन ASI ने कोई भी बात नहीं सुनी। फिर उसने कहा कि हम आपको आपके पति से बचाएंगे। आप बाहर निकलिए। पीड़िता बाहर नहीं निकल रही थी, लेकिन वह बोला की बहुत बड़ी योजना है, आप समझ नहीं रही हो, आपकी जान को खतरा है। डराकर ASI ने पीड़िता को अपने विश्वास में ले लिया। पीड़िता ने भी पुलिस की बातों पर इतना संदेह नहीं हुआ। इसके बाद रात लगभग 10.30 बजे ASI पीड़िता को मोटरसाइकिल पर बैठाकर गुवा एरोड्राम के अंतिम छोर पर एकांत व सन्नाटे वाली जगह पर ले गया। पीड़िता ने बताया कि उस रात उसने अपनी मौत को सामने देखा, क्योंकि वहां आवाज देने पर भी बचाने वाला कोई नहीं था। अगर वह गलत करने का विरोध करते तो ASI हत्या भी कर सकता था। ऐसे में उसने दिमाग से काम लिया।
पीड़िता ने की खुद को बचाने की कोशिश
पीड़िता ने ASI अजय सिंह को कहा कि ठीक है आप जैसा चाहेंगे, कहेंगे मैं वैसा ही करुंगी, लेकिन यहां काफी ठंड है। यहां से घर चलते हैं, इस पर वह तैयार हो गया। उसके बाद ASI पीड़िता को वापस घर की तरफ ले आया। घर के पास पहुंचने पर उसने कहा कि यहां से चले जाओ, वरना मैं शोर मचाकर सभी को बुला लूंगी। इसके बाद वह डरकर भाग गया। घटना की सूचना गुवा थाना पुलिस द्वारा पुलिस अधीक्षक, एसडीपीओ, इन्स्पेक्टर को शुक्रवार को दिये जाने के बाद पुलिस अधीक्षक ने ASI अजय सिंह को निलंबित करते हुए किरीबुरू एसडीपीओ को जांच का आदेश दिया है।
पूर्णिया में एनकाउंटर में डकैत सुशील मोची ढेर, 10 मिनट तक हुई गोलीबारी
4 Jan, 2025 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पूर्णिया: बिहार की पूर्णिया पुलिस और STF ने डकैत सुशील मोची को एनकाउंटर में मार गिराया है. सुशील मोची पूर्णिया, कटिहार सहित बंगाल में कई डकैती की घटनाओं को अंजाम दे चुका है. यह एनकाउंटर अमौर थाना क्षेत्र के ताराबाड़ी घाट के समीप देर रात हुआ है. पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि सुशील किसी बड़ी घटना को अंजाम देने वाला है. इसके बाद STF की टीम और अनगढ़,अमौर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और सुशील को सरेंडर करने के लिए बोला, लेकिन उसने पुलिस टीम को निशाना बनाकर फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस टीम को देखते ही डकैत सुशील गोली चलाना शुरू कर दिया. वहीं पुलिस की ओर से भी जवाबी फायरिंग की गई. लगभग 10 मिनट तक दोनों तरफ से गोली चलती रही, फिर अचानक गोली चलनी बंद हो गई. इसके बाद पुलिस ने मक्के के खेत मे सर्च अभियान चलाया, जहां एक शव बरामद हुआ. शव की पहचान डकैत सुशील मोची पिता रामेश्वर राम साकिन के रूप में हुई है.
1.50 लाख का इनामी डकैत
सुशील पर बिहार पुलिस ने 1.50 लाख का इनाम घोषित कर रखा था. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पूर्णिया एसपी कार्तिकेय शर्मा, डीआईजी प्रमोद कुमार मण्डल पहुंचकर घटना की जानकारी ली. वहीं पूर्णिया से एफएसएल की टीम मौके पर पहुंच सारे सबूत को इकट्ठा की. इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए पूर्णिया भेज दिया है.
20 डकैतों के गिरोह का सरदार था सुशील मोची
सुशील मोची के गिरोह का नेटवर्क पश्चिम बंगाल एवं झारखंड के अपराधी गिरोह से भी जुड़ा हुआ है. पूर्णिया सहित सीमांचल के कटिहार, अररिया और किशनगंज जिले में करीब 100 से ज्यादा घटनाओं को अंजाम से चुका है. हालांकि, पुलिस थाने में 28 मामले ही दर्ज हैं. इसके गिरोह में ज्यादातर बंगाल के अपराधी शामिल हैं. सुशील मोची के गिरोह में लगभग 20 डकैत शामिल थे. इनमें अधिकतर डकैत बंगाल के हैं.
बम बनाने में एक्सपर्ट था
सुशील मोची बम बनाने में भी एक्सपर्ट था. डकैती की घटना को अंजाम देते वक्त जरूरत पड़ने पर मौके पर ही मिनटों में बम बना लेता था. बताया जाता है कि सुशील मोची किसी भी घटना को अंजाम देने के लिए खाली हाथ जाता था, ताकि रास्ते मे कही पकड़ा न जाए. मगर जहां उसे डकैती की घटना को अंजाम देना होता था, वहां पहले से ही भिखारी के रूप में उसके गिरोह के लोग रहते थे जो डकैतों के पहुंचने पर हथियार दे देते थे. मृतक कटिहार जेल में बंद था. हाल ही में जेल से छुटा था और आपराधिक घटना को अंजाम देना शुरू कर दिया था. एक साल पूर्व पूर्णिया पुलिस ने भी इसकी पत्नी को लूट के सामान के साथ गिरफ्तार किया था.
दरभंगा में पुलिस टीम पर हमला, दो सब इंस्पेक्टर और एक सिपाही घायल
4 Jan, 2025 03:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दरभंगा: दरभंगा जिले के लहेरियासराय थाने की पुलिस पर स्थानीय लोगों द्वारा जानलेवा हमला किया गया। इसमें दो दारोगा सहित एक सिपाही गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। हमले के दौरान सब इंस्पेक्टर आरके दूबे और अमित कुमार से सरकारी पिस्टल भी छीनने का प्रयास किया गया। हमले में घायल सिपाही नीतीश कुमार की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना के संबंध में बताया जाता है, समस्तीपुर कोर्ट से जारी वारंटी को गिरफ्तार करने गई पुलिस को स्थानीय लोगों ने पहले बंधक बनाया और फिर ईंट पत्थर से हमला कर दिया। इस दौरान हमलावरों ने गिरफ्तार आरोपी जितेंद्र कुमार को पुलिस गिरफ्त से छुड़ाकर भगा देने में कामयाब हो गए। इस हमले में घायल दोनों सब इंस्पेक्टर का इलाज DMCH में चल रहा है।
समस्तीपुर फैमिली कोर्ट से जितेंद्र कुमार के खिलाफ कुर्की जब्ती करने गई पुलिस ने जैसे अभियुक्त को देखा तो गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान स्थानीय लोगों ने थाने के पुलिसकर्मियों को चारो तरफ से घेर लिया और पत्थरबाजी करते हुए हमला दिया। इसमें दो सब इंस्पेक्टर सहित एक सिपाही गंभीर रूप से जख्मी हो गए, जिन्हें इलाज के लिए DMCH में भर्ती कराया गया है। इस दौरान हमलावरों ने पुलिस की गिरफ्त से आरोपी जितेंद्र कुमार को भगा दिया है। इसके बाद भारी मात्रा में पहुंची पुलिस पर भी पथराव कर हमला कर दिया।
इस दौरान पुलिस ने आत्मरक्षार्थ एक राउंड हवाई फायरिंग करने की बात मौके पर मौजूद सदर DCP ने बताई है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। वहीं, दोनों वारंटियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। घायल सब इंस्पेक्टर आरके दूबे ने बताया कि समस्तीपुर कोर्ट से जारी वारंटी को गिरफ्तार करने लहेरियासराय थाना क्षेत्र के अभंडा मोहल्ले में जितेंद्र कुमार को गिरफ्तार करने गए थे। इस दौरान स्थानीय लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया। देखते ही देखते पत्थरबाजी करने लगे, जिसमें हम और दो सब इंस्पेक्टर गंभीर रूप से जख्मी हो गए।
बिहार की पहली बांग्लादेशी महिला सुमित्रा रानी को मिली भारतीय नागरिकता
4 Jan, 2025 03:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सुमित्रा रानी साहा बिहार की ऐसी पहली महिला हो गई है. जिनको भारतीय नागरिकता मिल गई है. सुमित्रा रानी साहा बांग्लादेश से करीब 20 साल की उम्र में 1985 में बिहार आई थी. अब तमाम औपचारिकता और नियम पूरे कर लेने के बाद उनको CAA के तहत नागरिकता प्रदान कर दी गई है. एक लंबे इंतजार के बाद उन्होंने भारतीय नागरिकता को हासिल कर लिया है. नागरिकता मिलने के बाद रानी साहा का परिवार बहुत ही खुश नजर आ रहा है. सुमित्रा रानी साहा अपनी बुआ के साथ 5 या 6 साल की उम्र में बांग्लादेश गई थी. उनके घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. जिसके कारण वह बांग्लादेश में ही अपनी पढ़ाई करती रही. करीब 20 साल के बाद वह जनवरी 1985 में बांग्लादेश से अपने पिता के साथ अपने घर बिहार में कटिहार आई. सुमित्रा की शादी 1985 में आरा के रहने वाले परमेश्वर प्रसाद से हुई. शादी के बाद तब से लेकर अब तक सुमित्रा वीजा लेकर भारत में रह रही थी.
CAA के तहत मिली नागरिकता
हर साल उनको अपने वीजा के लिए परेशान होना पड़ता था. पिछले साल उन्होंने वीजा के लिए आवेदन किया, तो उन्हें CAA के बारे में जानकारी मिली. हालांकि उनको करीब तीन साल तक वीजा का एक्सटेंशन भी मिला. CAA की जानकारी मिलने के बाद सुमित्रा की बेटी ऐश्वर्या ने नागरिकता के लिए आवेदन कर दिया और इस काम में लग गई. सुमित्रा की बेटी ऐश्वर्या कहती है कि अब हमें नागरिकता मिल गई है, लेकिन पहले आसपास के लोग हमें कई तरह की बातें कहते थे.
‘लोगों ने किया मानसिक टॉर्चर’
वह यह कहते थे कि हम लोग बांग्लादेश के रहने वाले हैं. आप लोगों को जेल भेज दिया जाएगा. कई प्रकार का मानसिक टॉर्चर किया गया, लेकिन अब हमें नागरिकता मिल गई है. यह हमारे लिए खुशी का लम्हा है. हमें भारत की नागरिकता जब तक नहीं मिली थी, तब तक किसी भी प्रकार की सरकारी सुविधा नहीं मिल पा रही थी. गैस कनेक्शन तक नहीं मिला था. लेकिन अब यह सारी सुविधाएं मिलने लगेगी. ऐश्वर्या का यह भी कहना था कि CAA हमारे जैसे लोगों के लिए एक जीवनदान जैसा है. अब हमें नागरिकता मिली है. अब हम सारे डॉक्यूमेंट बनवाएंगे और देश की मुख्यधारा से जुड़ जाएंगे. वहीं सेंसस ऑफ़ डायरेक्टर ऑपरेशन के तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार एम. रामचंद्रुडु, निदेशक, जनगणना- सह- नागरिक निबंधन कार्यालय, पटना की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय सशक्त समिति ने भोजपुर जिले की सुमित्रा रानी साहा को नागरिकता प्रदान करने का निर्णय लिया.
पटना पुलिस का बयान: प्रशांत किशोर के खिलाफ होगी कार्रवाई, आमरण अनशन को बताया गैर-कानूनी
4 Jan, 2025 01:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: BPSC अभ्यर्थियों के समर्थन में आमरण अनशन पर बैठे प्रशांत किशोर के खिलाफ सरकार बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है. पटना पुलिस का कहना है प्रशांत किशोर गैर-कानूनी तरीके से अनशन पर बैठे हैं. उन पर जल्द एक्शन लिया जाएगा. कहा जा रहा है कि प्रशांत किशोर को पटना पुलिस गिरफ्तार कर सकती है. पटना के जिलाधिकारी के मुताबिक प्रशांत किशोर पर लोगों को उकसाने और गैर-कानूनी तरीके से धरना-प्रदर्शन करने के आरोप में FIR दर्ज है. इस FIR के संबंध में अब उन पर कार्रवाई की तैयारी है. यह कार्रवाई शनिवार शाम तक हो सकती है. जिलाधिकारी के मुताबिक BPSC ने जिन केंद्रों पर परीक्षा को रद्द करने का फैसला किया था, वहां पर आज एग्जाम लिया जा रहा है. परीक्षा समाप्ति के बाद प्रशांत किशोर पर कानूनी तरीके से हम लोग एक्शन लेंगे.
3 दिन से अनशन पर बैठे हैं प्रशांत किशोर
BPSC परीक्षा रद्द करने और बेरोजगारी भत्ते समेत 5 मांगों को लेकर 2 जनवरी को प्रशांत किशोर गांधी मैदान में आमरण अनशन पर बैठ गए थे. प्रशांत किशोर का कहना है कि जब तक सरकार इसको लेकर फैसला नहीं लेती है, तब तक अनशन पर से नहीं उठेंगे. शुक्रवार को प्रशांत किशोर से मिलने बिहार पुलिस के आला अधिकारी पहुंचे थे, लेकिन प्रशांत किशोर ने अनशन तोड़ने से इनकार कर दिया था. प्रशांत किशोर का कहना था कि आप गिरफ्तार करोगे, तब भी यहां आएंगे. प्रशांत किशोर ने बिहार पुलिस पर भी कानूनी तरीके से एक्शन लेने की बात कही थी. उनका कहना था कि बिहार पुलिस गैर-कानूनी तरीके से बच्चों को पीट रही है. इसके लिए पुलिस के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा दर्ज किया जाएगा.
प्रशांत किशोर का आरोप- सीटें बेच दी गई है
वहीं री-एग्जाम की मांग कर रहे प्रशांत किशोर का कहना है कि परीक्षा 15 हजार बच्चों की है जो बच्चे आंदोलित हैं वे 3.5 लाख से ज्यादा हैं. लोग जानते और समझते हैं कि आधे से ज्यादा सीटों पर भ्रष्टाचार की शिकायतें हैं. सीटें बीक गई हैं, जिसने पढ़ाई की है उसे सीट नहीं मिलेगी. हर जिले और गांव-गांव में खबर फैली है कि एक-एक नौकरी के 30 लाख से 1.5 करोड़ तक लिए जा रहे हैं. सरकार को इस पर बोलना चाहिए.
झारखंड की 50 लाख महिलाओं को 'मईया सम्मान योजना' के तहत मिलेगा ₹5000
4 Jan, 2025 12:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी ‘मईया सम्मान योजना’ के तहत जनवरी महीने में 50 लाख से ज्यादा महिलाओं को बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने वादे को पूरा करते हुए महिलाओं के खातों में ₹5000 ट्रांसफर करने का निर्णय लिया है. यह राशि पहले ₹2500 थी, लेकिन इस बार महिलाओं को जनवरी में दो किस्तों में ₹5000 मिलने जा रहे हैं, जिससे राज्य की महिलाओं के लिए नए साल में यह एक बड़ी राहत साबित होगी.
मईया योजना’ का विस्तार
इस योजना के तहत पहले महिलाओं को ₹1000 प्रति माह मिलते थे, जिसे बाद में बढ़ाकर ₹2500 कर दिया गया था. अब इस राशि को और बढ़ाकर ₹5000 किया गया है. राज्य सरकार ने यह निर्णय महिलाओं के आर्थिक स्थिति को मजबूत करने और उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने के उद्देश्य से लिया है.
6 जनवरी को होगा राजकीय समारोह
जनवरी की पहली किस्त 6 जनवरी को रांची के नामकुम स्थित खोजा टोली ट्रेनिंग ग्राउंड में आयोजित राजकीय समारोह में ट्रांसफर की जाएगी. इस समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व्यक्तिगत रूप से महिलाओं के खातों में बढ़ी हुई राशि का हस्तांतरण करेंगे. इसके बाद दूसरी किस्त 11 जनवरी को महिलाओं के खातों में ट्रांसफर होगी, जिससे महिलाओं को इस महीने कुल ₹5000 मिलेंगे.
18 से 50 वर्ष की महिलाओं को मिलेगा फायदा
यह योजना खास तौर पर झारखंड की 18 से 50 वर्ष की महिलाओं को लाभ पहुंचाती है. पहले ₹1000 की सम्मान राशि दी जाती थी, लेकिन चुनाव से पहले हेमंत सोरेन सरकार ने इसे बढ़ाकर ₹2500 कर दिया था. अब इस राशि को और बढ़ाकर ₹5000 किया गया है, जिससे राज्य की महिलाओं को नए साल में राहत मिल रही है.
महिला सशक्तिकरण के लिए सरकार का कदम
यह योजना महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है. सरकार ने पहले 28 दिसंबर को यह राशि ट्रांसफर करने का निर्णय लिया था, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था. अब 6 जनवरी को इस योजना का पहला चरण शुरू होगा और राज्य की महिलाएं इस महीने ₹5000 प्राप्त करने के पात्र बनेंगी.
बिहार में नवनिर्वाचित पैक्स अध्यक्ष की हत्या, अपराधियों ने तेज धारदार हथियार से किया हमला
3 Jan, 2025 01:37 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
खगड़िया: खगड़िया में बेखौफ अपराधियों ने नव निर्वाचित पैक्स अध्यक्ष की तेज धारदार हथियार से हत्या कर दी। घटना महेंशखूंट थाना क्षेत्र के समसपुर जवाहर उच्च विद्यालय के बीच सलीमनगर चौक की है। मृतक पैक्स अध्यक्ष की पहचान महेशखूंट राजधाम निवासी महेशखूंट पंचायत के नवनिर्वाचित पैक्स अध्यक्ष वरुण सिंह के रूप में हुई है। इधर घटना के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है।
मृतक पैक्स अध्यक्ष के परिजनों का कहना है कि वरुण सिंह का किसी से दुश्मनी नहीं थी, वे अपने घर से जरूरी कार्य कह निकले थे। परिजनों ने बताया कि घटना जहां घटित हुई वहां अंधेरा था, जिसका फायदा उठाकर अपराधियों ने उनपर हमला कर दिया। इधर पुलिस का कहना है कि घटना को लेकर छानबीन की जा रही है। हत्या में जिसकी भी संलिप्तता होगी उसे बक्शा नहीं जाएगा। घटना के बाद जिप अध्यक्ष कृष्णा देवी यादव मृतक पैक्स अध्यक्ष वरुण सिंह के घर पहुंची और उनके परिजनों का हौसला बढ़ाया।
घटना के संबंध में लोगों का कहना है कि पैक्स अध्यक्ष वरुण सिंह की बाइक पर उनके साथ एक अन्य आदमी भी सवार था, जो घटना के बाद से फरार है। पुलिस उसकी तलाश में जुट गई है। पुलिस को शक है कि उस शख्स की गिरफ्तारी से इस हत्या की गुत्थी सुलझ सकती है। फिलहाल पुलिस उस क्षेत्र के आसपास लगे CCTV को खंगाल रही है। पुलिस का यह भी कहना है कि यह मामला पैक्स चुनाव को लेकर रंजिश में घटना को अंजाम दिया जाने का शक है, लेकिन फिलहाल कोई ठोस आधार नहीं मिलने के कारण पुलिस हर एंगिल से मामले की तफ्तीश कर रही है। पुलिस का यह भी कहना है कि परिजनों से भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस का दावा है कि बहुत जल्द मामले को सुलझा लिया जायेगा।
मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस: SC ST स्पेशल कोर्ट ने ब्रजेश ठाकुर, शाइस्ता प्रवीण और कृष्ण कुमार को बरी किया
3 Jan, 2025 01:31 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर आश्रय गृह में कई लड़कियों से यौन उत्पीड़न के आरोपी ब्रजेश ठाकुर और उसके दो सहयोगियों को सबूतों के अभाव में विशेष ‘SC-ST’ कोर्ट ने बरी कर दिया. अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश की SC/ST अदालत ने लापता 11 महिलाओं और 4 लड़कियों से संबंधित मामले में सबूतों के अभाव में ब्रजेश ठाकुर, शाइस्ता प्रवीण उर्फ मधु और कृष्ण कुमार को बरी कर दिया. हालांकि ठाकुर, शाइस्ता प्रवीण उर्फ मधु और कृष्ण कुमार जेल में ही रहेंगे, क्योंकि 2018 में देश की अंतरात्मा को झकझोर देने वाली इस भीषण घटना से संबंधित अन्य मामलों में उन्हें 2020 में दिल्ली की एक अदालत ने दोषी ठहराया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी.
SC/ST अदालत में पेश किया गया
मुजफ्फरपुर जिले के एक आश्रय गृह में 2018 में कई लड़कियों के साथ यौन और शारीरिक उत्पीड़न के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे तीनों को गुरुवार को दिल्ली की तिहाड़ जेल से लाया गया. उन्हें कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच SC/ST अदालत में पेश किया गया. यह घटना तब प्रकाश में आई जब ‘टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज’ ने बिहार के समाज कल्याण विभाग में एक रिपोर्ट दाखिल की और उसमें आश्रय गृहों में भयानक यौन शोषण के मामलों का विवरण दिया गया.
40 से अधिक नाबालिग लड़कियों का यौन उत्पीड़न
ठाकुर के राज्य-वित्तपोषित एनजीओ द्वारा संचालित आश्रय गृह में कथित तौर पर 40 से अधिक नाबालिग लड़कियों का यौन उत्पीड़न किया गया था. शुरुआत में इस मामले की जांच बिहार पुलिस ने की थी. हालांकि, बाद में सुप्रीम कोर्ट ने SC/ST एक्ट से संबंधित मामले को छोड़कर बाकी सभी मामलों को बिहार से दिल्ली की एक अदालत में स्थानांतरित कर दिया था और न्यायाधीश को छह महीने के भीतर मामले की सुनवाई पूरी करने का आदेश दिया था, जिसके बाद अधीनस्थ अदालत ने 20 आरोपियों के खिलाफ आरोप तय किए थे.
ब्रजेश ठाकुर सहित 11 दोषियों को सजा
सुप्रीम कोर्ट ने मामले की जांच CBI को सौंपी थी. दिल्ली की एक अदालत ने 2020 में अपने 3,100 पन्नों के फैसले में ठाकुर को दोषी ठहराया था. इसके अलावा नौ महिलाओं सहित 11 अन्य को कई अपराधों के लिए दोषी ठहराया गया था, जिसमें यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के तहत बलात्कार के अपराध शामिल हैं. मुजफ्फरपुर की SC/ST अदालत द्वारा बरी किए जाने के बाद मधु के वकील ने बताया, "सबूतों के अभाव में अदालत ने तीनों को बरी कर दिया है."
मुजफ्फरपुर मे वक्फ बोर्ड का आरोप: नगर निगम आयुक्त ने वक्फ की अनुमति के बिना मंदिर को दी जमीन, केस दर्ज
3 Jan, 2025 01:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर में श्रावण के महीने में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते तत्कालीन नगर आयुक्त ने बाबा गरीबनाथ मंदिर प्रबंधन को अस्थाई नैवेद्यम प्रसाद काउंटर खोलने के लिया जमीन दी थी. जिसके विरुद्ध में सुन्नी वक्फ ने ट्रिब्यूनल में मुकदमा कर दिया था. वक्फ बोर्ड का दावा है कि यह जमीन गलत तरीके से बिनी वक्फ से बात किये हुए श्री गरीब नाथ मंदिर न्यास समिति को दे दी गई थी. हालांकि, इस जमीन को मंदिर न्यास समिति ने अभी तक इस्तेमाल में नहीं लिया है.
जमीन वापसी की मांग पर सुनवाई जारी
इस मामले में वक्फ बोर्ड ने नगर निगम के खिलाफ केस दर्ज कर दिया था, जिसकी सुनवाई चल रही है. मंजर हसन बनाम बिहार राज्य और अन्य मामले में परिवार ने मंदिर के नैवेद्यम प्रसाद निर्माण की जगह को वक्फ की संपत्ति बताई है. वादी ने सम्पति का मनमाना उपयोग करने का आरोप लगाते हुए जमीन वापस करने की मांग वक्फ न्यायाधिकरण से की है. वक्फ न्यायाधिकरण ने दर्ज मामले में मुसहरी सीओ को पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी किया है.
नगर आयुक्त ने मंदिर को दी थी जमीन
साल 2022 में तत्कालीन नगर आयुक्त विवेक रंजन ने 270 वर्ग फुट (18×15) जमीन गरीबनाथ मंदिर न्यास समिति को प्रयोग करने के लिए दी थी. न्यास समिति के आग्रह पर तत्कालीन डीएम के निर्देश पर उन्होंने यह अनुमति दी थी. आयुक्त ने मंदिर समिति को प्रसाद वितरण के लिए जगह दी थी, जो विवाद का कारण बन गई है. इस पर वक्फ बोर्ड की संपत्ती इस्तेमाल करने को लेकर आपत्ति दर्ज कराते हुए बिहार वक्फ ट्रिब्यूनल पटना में केस दर्ज कराया है.
वक्फ ट्रिब्यूनल ने अधिकारियों से मांगा जबाव
इस मामले में 13 और 24 दिसंबर को कोर्ट में सुनवाई हुई थी. अब इस मामले में सुनवाई की अगली तारीख 28 जनवरी निर्धारित हुई है. इस मामले में सुनवाई के दौरान संबंधित अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहेंगे. इस मामले में बिहार स्टेट वक्फ ट्रिब्यूनल ने मुजफ्फरपुर डीएम और मुसहरी सीओ से जवाब मांगा है. इस मामले को लेकर SDM पूर्वी अमित कुमार ने बताया कि यह पुराना जमीन विवाद है.
मेले को देखते हुए दी थी जमीन
नगर आयुक्त ने सावन में लगने वाले मेले की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने मंदिर को प्रसाद वितरण के लिए जमीन दी थी. लेकिन इसके बाद वक्फ बोर्ड मामले में शिकायत दर्ज करते हुए जिम्मेदार अधिकारियों से पूछा है कि जमीन को उपयोग के लिए कैसे दिया गया. जिस जमीन को लेकर विवाद हो रहा है उस जमीन पर फिलहाल मंदिर को कुछ भी नहीं है.
झारखंड के पलामू जिले में बस और ट्रक की टक्कर, एक की मौत, 15 घायल
3 Jan, 2025 01:06 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पलामू: झारखंड के पलामू जिले में 3 जनवरी, 2024 दिन शुक्रवार की सुबह बस और ट्रक के बीच टक्कर हो जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई. जबकि 15 अन्य घायल हो गए. शुक्रवार को पुलिस ने यह जानकारी दी.
बस और ट्रक की टक्कर में एक की मौत
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जिला मुख्यालय मेदिनीनगर से 30 किलोमीटर दूर सतबरवा क्षेत्र में कसियाडीह-बकोरिया मार्ग पर घने कोहरे और कम दृश्यता के कारण मालवाहक वाहन के बस से टकरा जाने के कारण यह हादसा हुआ.
टक्कर में 15 से अधिक यात्री घायल हो गए
मेदिनीनगर के अनुमंडल पुलिस अधिकारी ने बताया कि ट्रक चालक की मौके पर ही मौत हो गई और टक्कर में 15 से अधिक यात्री घायल हो गए. घायलों में से दो को रांची के राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान ले जाया गया है. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि अन्य घायलों को निकटवर्ती तुम्बागडा अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्होंने बताया कि बस मेदिनीनगर से रांची जा रही थी तभी यह दुर्घटना हुई. अधिकारी ने बताया कि पुलिस और स्थानीय निवासी घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव अभियान शुरू किया. उन्होंने बताया कि जांच जारी है.
झारखंड की सलीमा टेटे को अर्जुन अवार्ड, महिला हॉकी टीम की कप्तान को मिलेगा प्रतिष्ठित सम्मान
3 Jan, 2025 12:57 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड: भारत की राष्ट्रीय खेल हॉकी की नर्सरी कहे जाने वाली झारखंड की धरती, फिर एक बार गौरवान्वित होने जा रही है. राज्य के सिमडेगा जिला की रहने वाली अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी और भारतीय महिला हॉकी टीम की महिला कप्तान सलीमा टेटे को अर्जुन अवार्ड से पुरस्कृत किया जाएगा. उनको मिलने जा रहे इस सम्मान से उनके परिजन ही नहीं बल्कि पूरे राज्य के लोग बेहद खुश हैं. खेल मंत्रालय ने चार खिलाडियों को खेल रत्न और 32 को अर्जुन अवार्ड से सम्मानित करने की घोषणा की है. इसमें भारतीय महिला हॉकी टीम की महिला कप्तान सलीमा टेटे भी शामिल हैं. सभी खिलाड़ियों को 17 जनवरी 2025 को किया जाना है. महिला हॉकी खिलाड़ी सलीम टेटे किसान परिवार से हैं. मई 2024 में उन्हें भारत की महिला राष्ट्रीय फील्ड हॉकी टीम का कप्तान नियुक्त किया गया.
लकड़ी के डंडे को बनाया हॉकी
सलीमा टेटे का जन्म 26 दिसंबर 2001 को झारखंड के सिमडेगा जिला अंर्तगत पिथरा पंचायत के बड़की छापर नामक गांव मे हुआ है. उनके पिता का नाम सुलक्षण टेटे और मां का सुभानी टेटे हैं. माता-पिता दोनों ही पेशे से किसान हैं. सलीमा टेटे 4 बहन और 1 भाई हैं. उनके परिजन कहते हैं कि सलीम टेटे को बचपन से ही हॉकी के प्रति ऐसा जुनून था, कि घर की माली स्थिति खराब होने के बावजूद भी वह जमकर हॉकी खेला करतीं थीं. हॉकी स्टिक नहीं मिलने पर वह लकड़ी के डंडे से हॉकी की प्रेक्टिस करती थीं.
महिला हॉकी में दिलाया भारत को सम्मान
सलीमा टेटे एक बेहतरीन डिफेंसर हैं. साल 2016 में जूनियर भारतीय महिला टीम से अपने करियर की शुरुआत करने वाली सलीमा टेटे ने वर्ष 2018 में यूथ ओलंपिक में रजत पदक जीता था. टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत की टीम को चौथे स्थान पर पहुंचाने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी. सलीमा टेटे ने 2022 महिला एशिया कप में भारतीय महिला हॉकी टीम को तीसरा स्थान दिलाया था. उन्होंने 2021-22 में FIH हॉकी महिला प्रो लीग में भारत को तीसरा स्थान दिलाया था. मई 2024 में उन्हें भारत की महिला राष्ट्रीय फील्ड हॉकी टीम का कप्तान नियुक्त किया गया.
12 जनवरी से शुरू हो रहा HIL वूमेंस लीग
झारखंड के खेल प्रेमियों के लिए दोहरी खुशी नव वर्ष लेकर आ रहा है. एक तरफ झारखंड की बेटी सलीमा टेटे को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया जाना है. वहीं दूसरी तरफ 12 जनवरी 2025 से रांची के मोरहाबादी स्थित मारंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा एस्ट्रोटर्फ स्टेडियम में महिला एचआईएल वूमेंस लीग शुरू होने जा रहा है. इस लीग में चार टीमों के बीच मुकाबला होगा, जिसमें दिल्ली एसजी पाइपर्स, उड़ीसा वॉरियर्स, बंगाल टाइगर्स और सुरमा हॉकी क्लब शामिल हैं. इस लीग में झारखंड की 6 हॉकी खिलाड़ी शामिल होंगी. जिसमें सलीमा टेटे, निक्की प्रधान, संगीता कुमारी, दीपिका सोरेग, ब्यूटी डुंगडुंग शामिल हैं.
रांची में एंटी करप्शन ब्यूरो ने सीओ सदर मुंशी राम को 37 हजार रुपये रिश्वत लेते पकड़ा
3 Jan, 2025 12:47 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची: रांची में तैनात अधिकारी बिना रिश्वत खाए कलम नहीं चलाते. इस बात की पुष्टि गुरुवार को ही एंटी करप्शन ब्यूरो की दबिश में हुआ है. यह दबिश रांची में CO सदर के ऑफिस और घर में हुई है. इसमें CO सदर को 37 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया है. वहीं उनके घर पर हुई दबिश में 11 लाख रुपये की नगद रकम मिली है. यह रकम भी रिश्वत से जुटाई गई थी. फिलहाल ACB ने CO सदर मुंशी राम को अरेस्ट कर लिया है. ACB मामले की जांच कर रही है.
37 हजार रुपये बरामद
ACB के अधिकारियों के मुताबिक CO सदर मुंशी राम के पास से एक जमीन के विवाद का मामला आया था. इस मामले को निपटारे के लिए उन्होंने 50 हजार रुपये की रिश्वत की मांगी थी. वहीं जब पीड़ित व्यक्ति ने इतने रुपये दे पाने में असमर्थता जताई तो CO सदर ने काम करने से मना कर दिया. ऐसे में पीड़ित ने ACB कार्यालय में शिकायत दी. इसके बाद ACB ने जाल बिछाया और पीड़ित को फिर से CO सदर के पास जाकर बार्गेनिंग करने के लिए कहा. आखिर में 37 हजार रुपये में सौदा पट गया.
घर से बरामद हुई 11 लाख की नगदी
इस दौरान पीड़ित ने जैसे ही CO सदर को 37 हजार रुपये की रकम बतौर रिश्वत दी, तुरंत ACB के अधिकारियों ने CO को रंगे हाथ दबोच लिया. उनके हाथ में रिश्वत की रकम पकड़े जाने के बाद ACB के अधिकारियों ने उनके घर पर भी दबिश दी और 11 लाख से अधिक की रकम बरामद की है. ACB के अधिकारियों के मुताबिक यह रकम भी रिश्वत के जरिए जुटाई गई है. फिलहाल ACB के कार्यालय में CO सदर मुंशी राम से पूछताछ हो रही है. उनसे ACB के अधिकारी यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि किन किन लोगों के काम उन्होंने रिश्वत लेकर किए हैं.
भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति
इसी के साथ ACB उनके द्वारा हाल फिलहाल में निपटाई गई फाइलों की भी जांच कर रही है. बता दें कि झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रखी है. इसी क्रम में ACB रांची की टीम ने यह कार्रवाई की है. वहीं इस घटना के सामने आने के बाद झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने प्रेस कांफ्रेंस किया. उन्होंने कहा कि राज्य में रिश्वत खाने वाले अधिकारी और कर्मचारी संभल जाएं. अब जिस किसी के खिलाफ शिकायत मिलेगी, तत्काल एक्शन होगा.