बिहार-झारखण्ड
पुलिस वाहन और ट्रैक्टर के बीच जोरदार टक्कर: ट्रैक्टर चालक की मौत, 4 पुलिसकर्मी घायल
31 Dec, 2024 04:06 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जमुई: बिहार के जमुई जिले में सोमवार शाम एक भीषण सड़क हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया. मुख्य मार्ग पर मोना चिमनी के पास गश्ती के लिए निकले पुलिस वाहन और पाइप लदे ट्रैक्टर के बीच जोरदार टक्कर हो गई. इस हादसे में पुलिस वाहन चालक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 4 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए.
गड्ढे में पलटा पुलिस वाहन
मिली जानकारी के अनुसार यह दुर्घटना तब हुई जब जमुई की ओर से आ रहा पुलिस गश्ती वाहन सिकंदरा की ओर से आ रहे ट्रैक्टर से टकरा गया. टक्कर इतनी जोरदार थी कि पुलिस वाहन सड़क किनारे गड्ढे में पलट गया. घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और घायलों को बाहर निकाला. हादसे में घायल पुलिसकर्मियों की पहचान महिला सब इंस्पेक्टर लक्ष्मी कुमारी, सिपाही धर्मेंद्र शर्मा, अमित कुमार सिंह और जनार्दन के रूप में हुई है. घायलों को पहले सिकंदरा के CHC ले जाया गया. उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें जमुई सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. महिला सब इंस्पेक्टर लक्ष्मी कुमारी की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है.
पास लेने के दौरान हुआ हादसा
स्थानीय लोगों के अनुसार यह दुर्घटना उस समय हुई जब पुलिस का गश्ती वाहन 3 ट्रकों का पीछा कर रहा था. ट्रकों से पास लेने की कोशिश में सामने से आ रहे ट्रैक्टर से जोरदार टक्कर हो गई. घटना के दौरान पुलिस वाहन असंतुलित होकर गड्ढे में पलट गया. इस हादसे के बाद पुलिस विभाग में हलचल मच गई है. घटनास्थल पर सिकंदरा के SDOP और अन्य वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे. उन्होंने मामले की छानबीन शुरू कर दी है. पुलिस वाहन चालक की मौत और घायलों की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं.
जनता की प्रतिक्रिया
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने कहा कि पुलिस की तेज गश्त और ट्रकों का पीछा करने के दौरान लापरवाही से यह हादसा हुआ. लोगों ने प्रशासन से सड़कों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम और तेज गति से चलने वाले वाहनों पर नियंत्रण लगाने की मांग की है.
झारखंड में NIA की छापेमारी, नक्सली समूह से जुड़ा जबरन वसूली और धनशोधन का सामान जब्त
31 Dec, 2024 01:39 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चतरा: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने सोमवार को झारखंड के चतरा जिले में 3 जगहों पर तलाशी ली। यह तलाशी नक्सली समूह द्वारा जबरन वसूली और धन शोधन की जांच के तहत की गई। NIA के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार तलाशी के दौरान कई मोबाइल फोन, सिम कार्ड और अन्य सामान जब्त किया गया। यह तलाशी प्रतिबंधित नक्सली संगठन CPI (माओवादी) के एक और गुट, TSPC, से जुड़े एक मामले में की गई।
21 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र
मामले में NIA ने आगे बताया कि यह जांच TSPC के प्रमुख नेताओं और उनके मददगारों से जुड़ी है, जिनके ठिकानों पर तलाशी ली गई। बता दें कि यह मामला पहली बार जनवरी 2016 में टंडवा पुलिस ने दर्ज किया था और बाद में फरवरी 2018 में NIA ने इसे अपने हाथ में लिया। अब तक NIA ने इस मामले में 21 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किए हैं और जांच जारी है।
बीते दिनों इन राज्यों में की थी छापेमारी
गौरतलब है कि NIA ने बीते 18 दिसंबर को अंतरराज्यीय हथियार तस्करी मामले में चार राज्यों में कई स्थानों पर तलाशी ली। आधिकारिक बयान के अनुसार, यह तलाशी बिहार (12 स्थान), नागालैंड (3 स्थान), हरियाणा (1 स्थान) और जम्मू-कश्मीर (1 स्थान) में 15 आरोपियों के घरों पर की गई थी।
315 राइफल किए थे जब्त
मामले में NIA के बयान में कहा था कि तलाशी के दौरान .315 राइफल, 11 राउंड, 3 खाली कारतूस, मोबाइल फोन, मेमोरी कार्ड, पेन ड्राइव और अन्य डिजिटल डिवाइस के अलावा, हथियार बनाने में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल और उपकरण बरामद हुए। इसके अलावा एक कार और 13,94,840 रुपये की नकदी, साथ ही कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज भी जब्त किए गए।विज्ञापन
प्रतिबंधित हथियारों से जुड़ा मामला
यह मामला AK-47 राइफल और अन्य प्रतिबंधित हथियारों की तस्करी से जुड़ा था, जिन्हें नगालैंड और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों से तस्करी करके लाया जा रहा था। जांच में यह भी सामने आया कि बिहार तस्करी के लिए मुख्य गंतव्य था और इसे पारगमन मार्ग के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता था। अब तक की जांच में पता चला है कि आरोपी कई सालों से हथियारों की तस्करी में शामिल थे।
पटना पुलिस ने भारी मात्रा में पकड़ी 5 लाख रुपये की नशीला कफ सीरप
31 Dec, 2024 01:29 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: पटना में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पटना पुलिस ने नए साल से ठीक एक दिन पहले भारी मात्रा में नशीला कफ सीरप पकड़ा है। कुम्हरार थाना क्षेत्र के एक गोदाम से 35 कार्टन सीरप जब्त किया गया। पुलिस का मानना है कि इसे नए साल पर बेचने के लिए रखा गया था। इसकी कीमत लगभग 5 लाख रुपये आंकी गई है। हालांकि, अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
गुप्त सूचना पर कार्रवाई
दरअसल, सोमवार देर शाम पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी। सूचना वृंदावन कॉलोनी के एक गोदाम के बारे में थी। बताया गया कि वहां भारी मात्रा में नशीला कफ सीरप जमा है। इस पर कुम्हरार थानाध्यक्ष के नेतृत्व में पुलिस टीम ने छापा मारा। गोदाम से 35 कार्टन कफ सीरप बरामद हुआ। पुलिस को शक है कि नए साल के जश्न में इस सीरप का इस्तेमाल किया जाना था। कफ सीरप की इतनी बड़ी खेप देखकर पुलिस भी हैरान है। इसकी कीमत लगभग 5 लाख रुपये बताई जा रही है। अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि यह कफ सीरप किसने मंगवाया था और इसे कहां बेचा जाना था। छापेमारी के दौरान कोई भी मौके पर नहीं मिला। इसलिए किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। पुलिस अब गोदाम मालिक और सीरप सप्लायर की तलाश कर रही है।
पुलिस ने गोदाम किया सील
पुलिस ने गोदाम को सील कर दिया है। मामले की जांच जारी है। पुलिस आस-पास के CCTV फुटेज भी खंगाल रही है। जल्द ही इस मामले में कुछ और खुलासे होने की उम्मीद है। छापेमारी करने वाली पुलिस टीम में कुलवंत कुमार, शशि ठाकुर, साहेब गुप्ता, स्मृति रानी और ब्रज किशोर ठाकुर शामिल थे। पुलिस की इस कार्रवाई से नए साल के जश्न में नशे के कारोबार पर लगाम लगने की उम्मीद है। देखना होगा कि पुलिस आगे क्या कार्रवाई करती है।
पटना में भाई-बहन की हत्या का आरोप, फंदे से लटके मिले शव
31 Dec, 2024 01:06 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: पटना में दिल दहला देने वाली घटना घटी है. इस घटना से पटना में एक परिवार पर गमों का पहाड़ टूट गया है. पटना में भाई-बहन का शव घर में फंदे से लटकता मिला है. इस घटना से परिवार में हाहाकार मच गया है. क्षेत्र में मातम पसर गया है.
दरअसल, पटना सिटी अनुमंडल खुसरुपुर थाना क्षेत्र के मोसिमपुर में दिल दहला देने वाली घटना हुई है. यहां एक ही घर परिवार से भाई-बहन की एक साथ मौत की खबर से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई. निर्माणाधीन मकान से भाई की बॉडी फंदे से लटकती हुई मिली है. उसी घर से बहन की बॉडी भी फंदे से लटकी हुई मिली है. इस घटना के बाद पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है.
पुलिस ने मृतक की पहचान मोसिमपुर के रहने वाले रौशन कुमार और रौशनी कुमारी के रूप में किया है. दोनों भाई-बहन जीविका उपार्जन के लिए अलग अलग काम करते थे. रौशन अपने काम के बाद घर नहीं लौटी थी, बाद में दोनों की बॉडी फांसी के फंदे से अलग अलग मिली. मृतक के परिवार वाले दोनों की हत्या किए जाने की बात कह रहे है. वहीं, पुलिस पारिवारिक कलह में दोनों ने आत्महत्या करने की बात कही रही है.
खुशरुपुर थानाध्यक्ष ने बताया कि दोनों की मौत का मामला स्पष्ट नहीं हो सका है. फिलहाल, पुलिस ने दोनों के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नालंदा मेडिकल कालेज भेज दिया है और दोनों बिंदुओं पर जांच शुरू कर दिया है.
BPSC 70वीं प्रारंभिक परीक्षा के खिलाफ शिक्षा सत्याग्रह में सियासी रंग, विपक्षी दलों की भागीदारी
31 Dec, 2024 12:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: बिहार एक बार फिर से चर्चा में है. वजह केवल एक है, BPSC 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को लेकर चल रहा शिक्षा सत्याग्रह. पटना के गर्दनीबाग स्थित धरना स्थल पर जिस सत्याग्रह को लेकर BPSC के अभ्यर्थी लगातार अपनी मांगों को बुलंद किए हुए हैं, उसी शिक्षा सत्याग्रह में जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर द्वारा अभ्यर्थियों से कही गई बात ने इसे चर्चा के दूसरे मोड पर ला कर के खडा कर दिया है. इसलिए क्योंकि इस शिक्षा सत्याग्रह में सियासत की एंट्री हो गई है. बात यही नहीं रुकी, एक तरह से इस पूरे आंदोलन को हाईजैक भी कर लिया गया और इसमें कोई एक दल नहीं बल्कि बारी-बारी से बिहार के सभी विपक्षी दल शामिल रहे.
दरअसल इस पूरे शिक्षा सत्याग्रह की नींव जिस छात्र नेता ने रखी, वही इससे अलग हो गया. BPSC में कथित रूप से धांधली, नॉर्मलाइजेशन और अन्य बातों को लेकर सबसे पहले छात्र नेता दिलीप ने अपनी आवाज को उठाया. दिलीप की बातों का असर भी हुआ. छात्रों ने उसका साथ भी दिया, लेकिन दिलीप ने बाद में अपनी राह को जुदा कर लिया. दिलीप से जुड़े लोगों की मानें तो उन्होंने अपनी राह को इसलिए बदला क्योंकि उसे यह लग रहा था कि उनके आंदोलन को हैक करने की कोशिश की जा रही है.
कोचिंग संचालकों का जुड़ाव
इस शिक्षा सत्याग्रह की शुरुआत के बाद शुरू के कुछ दिन तो दिलीप जुड़े रहे लेकिन बाद में कई कोचिंग संचालक इससे जुड़ते चले गए. मूल शुरुआत करने वाले नेपथ्य में चले गए. जबकि एक खास बात यह भी है कि अब तक इस मामले में किसी को जेल हुई तो वह एकमात्र नाम दिलीप को ही हुई है.
राजनीति की रोटी सेंकने की कोशिश
इस शिक्षा सत्याग्रह से जुड़े कई अभ्यर्थियों का कहना था कि में विभिन्न दलों ने अपनी राजनीतिक रोटी को भी सेंकने का काम किया. इन अभ्यर्थियों से मिलने के लिए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, सांसद पप्पू यादव, जन सुराज के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज भारती और जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर के अलावा राजद के भी कई नेता धरना स्थल पर गए थे. इन अभ्यर्थियों ने ही खुद यहां तक कह दिया था कि अगर यहां कोई राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए आ रहा है तो वह इस जगह से चले जाए लेकिन अगर कोई इंसाफ दिलाने की नियत से साथ देना चाहता है तो उसका स्वागत है. BPSC अभ्यर्थियों ने इसी प्रकार की सीधी बात जन सुराज के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज भारती से तब कही थी, जब वह धरना स्थल पर गए हुए थे.
फंडिंग की बात से हड़कंप
इस शिक्षा सत्याग्रह को लेकर एक वीडियो भी तेजी से वायरल हुआ, जिसमें जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर रविवार की देर रात धरना स्थल पर जाड़े में ओढ़े जाने वाले कंबल की फंडिंग की बात कह रहे हैं. हालांकि उनकी इस बात का मौके पर उपस्थित अभ्यर्थी पुरजोर तरीके से विरोध भी करते दिखे. प्रशांत किशोर जिस तरह की बातें करते हुए नजर आए हैं उससे ये तो साफ है कि यह आंदोलन अब हाईजैक हो चुका है.
BPSC छात्रों पर लाठीचार्ज के खिलाफ दरभंगा जंक्शन पर प्रदर्शन, बिहार संपर्क क्रांति रोकी गई
31 Dec, 2024 12:29 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दरभंगा: बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं संयुक्त परीक्षा को अभ्यर्थी रद्द करने की मांग कर रहे हैं. पुलिस ने रविवार को अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज कर दिया था. जिसके विरोध में सोमवार 30 दिसंबर को बिहार बंद का ऐलान किया गया है. छात्र पुनर्परीक्षा से कम पर बात मानने को तैयार नहीं हैं. बिहार बंद का असर दरभंगा में भी दिखा. दरभंगा रेलवे स्टेशन पर सोमवार की सुबह प्रदर्शनकारियों ने पुलिस लाठीचार्ज के विरोध में दरभंगा से दिल्ली जा रही बिहार संपर्क क्रांति सुपरफास्ट ट्रेन को दरभंगा स्टेशन पर ही रोक दिया.
दरभंगा स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने रेल की पटरी पर उतर कर जमकर विरोध जताया है. कई छात्रों ने ट्रेन के इंजन पर चढ़कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के खिलाफ राज्य के छात्रों का रोष बढ़ता ही चला जा रहा है. छात्र 13 दिसंबर को हुई परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं.
चक्का जाम का किया ऐलान
आयोग ने इस मांग को सिरे से खारिज कर दिया है. रविवार को राजधानी पटना में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों छात्रों पर वाटर कैनन और हल्के बल का भी इस्तेमाल किया. इस कदम से छात्रों में और ज्यादा आक्रोश है. सोमवार को बिहार बंद और चक्का जाम का ऐलान किया गया है. छात्रयुवाओं की तरफ से आयोजित चक्का जाम को अलग-अलग पार्टियों के छात्र संगठनों ने भी समर्थन दिया है. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि BPSC अभ्यर्थियों के चल रहे आंदोलन के प्रति सरकार का दमनात्मक और अड़ियल रवैया निंदनीय है. हमारी मांग है कि सरकार उनकी मांगों पर गंभीरतापूर्वक विचार करें और पीटी परीक्षा अविलंब रद्द करें.
बिहार सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी
पटना में BPSC छात्रों के आंदोलन के समर्थन में और छात्रों के ऊपर लाठीचार्ज के खिलाफ दरभंगा जंक्शन पर विरोध प्रदर्शन देखने को मिला. इस दौरान बिहार संपर्क क्रांति सुपरफास्ट ट्रेन को घंटों तक रोक कर रखा गया. यही नहीं, प्रदर्शनकारियों ने बिहार सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि बिहार की सबसे बड़ी सिविल सर्विसेज की परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली की गई. इसी धांधली का विरोध कर छात्रों पर बिहार की सरकार अपनी हठधर्मिता दिखाते हुए परीक्षा रद्द नहीं करना चाहती है. परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर पटना रैली कर रहे छात्रों पर बिहार की सरकार लाठी चार्ज करवा कर अपने मंसूबे को दिखा दिया है. सरकार ने छात्र हित की बात करने से इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरीके से शिक्षा माफियाओं के चंगुल में पूरी तरीके से फंस चुकी है, जिस कारण सरकार पूरी परीक्षा को रद्द करने से इंकार कर रही है.
रांची में केंद्रीय मंत्री आवास के पास होटल मैनेजर को गोली मारकर बदमाशों ने 13 लाख रुपये लूटे
31 Dec, 2024 12:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची: झारखंड की राजधानी रांची में अपराधियों के हौंसले बुलंद हैं. बदमाशों ने केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ के आवास के पास दिनदहाड़े एक युवक को गोली मार दी और उसके पास से 13 लाख रुपये लूट कर फरार हो गए. गोली लगने से घायल युवक की पहचान स्टार लोटस होटल के मैनेजर सुमित कुमार गुप्ता के रूप में हुई है. इस घटना के बाद आस-पास के इलाके में सनसनी फैल गई. वहीं सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में भी हड़कंप मच गया.
पैसे छीनने के दौरान होटल मैनेजर को गोली मारी
ITC कंपनी के कर्मचारी सुमित कुमार अपनी कंपनी से 13 लाख रुपए लेकर पंडरा ओपी थाना क्षेत्र स्थित ICICI बैंक पहुंचे थे. इसी दौरान तीन हथियारबंद बदमाश आए और उनके हाथ से रुपयों से भरा बैग लूटने लगे. इस दौरान वहां होटल स्टार लोटस के मैनेजर सुमित कुमार भी मौजूद थे. उन्होंने छीना झपटी देखा और अपराधियों से भिड़ गए. इस दौरान बदमाश कमजोर पड़ने लगे तो होटल मैनेजर सुमित कुमार गुप्ता को गोली मार दी.
रक्षा मंत्री के घर के पास हुई वारदात
इसके बाद बदमाश ITC कंपनी के कर्मचारी सुमित कुमार के हाथ से रुपयों का बैग छीन कर मौके से फरार हो गए. बता दें कि झारखंड पुलिस की ओर से नए साल पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध के दावे किए जा रहे है. कहा जा रहा है कि राजधानी रांची समेत राज्य भर में कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है. बावजूद इसके केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री के घर से महज 50 फुट की दूरी पर हुई इस वारदात ने झारखंड पुलिस के दावे की पोल खुल गई है.
बदमाशों के निकलने के बाद नाकाबंदी में जुटी पुलिस
बदमाशों ने ना केवल इस वारदात को दिनदहाड़े अंजाम दिया, बल्कि वारदात के बाद वह सुरक्षित तरीके से भाग भी गए. पुलिस के मुताबिक बदमाशों की धरपकड़ के लिए रांची के विभिन्न एंट्री और एग्जिट प्वाइंट पर नाकाबंदी की गई है. इससे पहले रांची के ही नामकुम थाना क्षेत्र में एक जमीन कारोबारी को बदमाशों ने दिनदहाड़े गोलियों से छलनी कर दिया था. बदमाशों ने कारोबारी को 10 राउंड गोली मारी थी.
RSS ने आचार्य किशोर कुणाल के निधन पर जताया शोक
30 Dec, 2024 02:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: पटना में महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल का 29 दिसंबर को निधन हो गया है. डॉक्टरों के मुताबिक, उनकी अचानक तबीयत बिगड़ी थी और फिर उन्हें फौरन अस्पताल ले जाया गया था. डॉक्टरों ने बताया उन्हें हार्ट अटैक आया था. पूरी कोशिश के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका. आचार्य किशोर कुणाल के निधन पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) ने शोक व्यक्त किया है. RSS ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, भूतपूर्व वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एवं महावीर मंदिर न्यास, पटना के सुयोग्य सचिव आचार्य किशोर कुणाल जी के निधन की सूचना अत्यंत दु:खद है. हमारी संवेदनायुक्त भावनाएं उनके परिवार और प्रियजनों के साथ हैं.
RSS ने दुख जताया
RSS ने पूर्व एसपी के देश के लिए किए गए सामाजिक कार्य को याद करते हुए कहा, कुणाल जी एक कुशल प्रशासक और सामाजिक- सांस्कृतिक एवं धार्मिक-आध्यात्मिक क्षेत्र के दिग्गज थे. वे भारतीय ज्ञान परंपरा के विद्वान और अयोध्या श्री राम जन्मभूमि आंदोलन एवं मंदिर निर्माण के कार्य में सक्रिय सहभागी रहे. ईश्वर उनकी आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान देकर परम शांति प्रदान करें.
कई सम्मानों से नवाजा गया
पढ़ाई पूरी करने के बाद किशोर कुणाल साल 1983 में SP बने थे. रिटायर होने के बाद वो सामाजिक कार्यों से जुड़ गए थे और वर्तमान में वो बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष और पटना के चर्चित महावीर मंदिर न्यास के सचिव की जिम्मेदारी निभा रहे थे. किशोर कुणाल ने मुजफ्फरपुर जीले के गांव बरुराज में शुरुआती पढ़ाई की. उन्होंने पटना यूनिवर्सिटी से हिस्ट्री और संस्कृत की पढ़ाई की और साल 1970 में ग्रेजुएट हुए. 1983 में उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएशन किया. किशोर कुणाल को साल 2008 में उनके सामाजिक कार्यों के लिए सम्मान से नवाजा गया. उन्हें भगवान महावीर पुरस्कार मिला. भारत की राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने उन्हें इस सम्मान से सम्मानित किया. यह पुरस्कार पाने वाले वो बिहार-झारखंड के पहले व्यक्ति हैं.
पटना के पीएमसीएच के गेट पर एंबुलेंस चालक की हत्या, पांच आरोपी की गिरफ्तार
30 Dec, 2024 02:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: तीन दिन पहले बेखौफ अपराधियों ने बिहार के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल के गेट पर एक एंबुलेंस चालक की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान झारखण्ड राज्य के हजारीबाग जिला के डोगरी निवासी जवाहर दास के पुत्र विनय कुमार दास के रूप में की गई है। विनय कुमार दास वर्तमान में पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र में रहते थे। पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
हत्या करने के बाद पहुंच गए बंगाल
पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार आरोपियों में जगनपुरा निवासी मोनू, मैन पूरा निवासी अमन और भोजपुर जिला के मुख्यालय स्थित मिल्की मोहल्ला निवासी राजेश उर्फ़ चौसा, दार्जिलिंग निवासी निखिल गुप्ता सहित पांच अपराधी शामिल हैं। निखिल के पास से पुलिस ने हथियार और बाइक बरामद किया है। पुलिस का कहना है कि हत्या की घटना के बाद के बाद सभी अपराधी बंगाल के सिमराज भाग गए। बताया जा रहा है कि सभी आरोपी मोनू के पिता जो रेलवे कर्मी हैं, उन्ही के सरकारी क्वार्टर में छिपे हुए थे। घटना के बाद उन आरोपियों ने वहां शराब पार्टी की। पुलिस लगातार सभी आरोपियों का मोबाइल सर्विलांस पर रखी हुई थी, जिसके बाद सभी की गिरफ्तारी हुई।
इस वजह से हुई थी हत्या
घटना के कारण के संबंध में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि पीएमसीएच में रात्रि में एम्बुलेंस चलाने को लेकर हत्या हुई थी। डेड बॉडी को ले जाना है तो दिन का अलग रेट होता है और अगर रात में ले जाना है तो 3 गुना रेट हो जाता है। इसी को लेकर दस दिन पहले मोनू कुमार और विनय दास के बीच रात में एंबुलेंस नहीं चलाने को लेकर विवाद हुआ था। घटना के दिन आरोपियों ने पहले शराब पी। गुरुवार की शाम करीब 9:30 बजे विनय दास पीएमसीएच के मरीन ड्राइव के पास अपने एंबुलेंस में बैठे हुए थे। तभी आरोपी वहां पहुंचे और विनय दास से गाली गलौज करने लगे। धीरे-धीरे बात बढ़ने लगी और दोनों के बीच मारपीट होने लगी। जब विनय अपने आप को बचाने के लिए भागने लगा तब आरोपियों ने विनय कुमार को गोली मार दी जिससे उसकी मौत हो गई।
नवादा में साइबर लुटेरों ने सेवानिवृत्त प्रोफेसर को डिजिटल अरेस्ट कर 14.33 लाख रुपये ठगे
30 Dec, 2024 02:07 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नवादा: साइबर लुटेरों ने नवादा में एक सेवानिवृत्त प्रोफेसर को डिजिटल अरेस्ट कर 14.33 लाख रुपये ठग लिए। ठगों ने उन्हें फोन कर किसी गड़बड़ी को लेकर केस में नाम आने की धमकी देते हुए 4 दिनों तक पूछताछ के नाम पर डिजिटल अरेस्ट करके रखा। यही नहीं बदमाशों ने वाट्सएप कॉल कर खुद को ED का अधिकारी बताया।
रिटायर्ड प्रोफेसर से ठगी
पूछताछ के नाम पर प्रोफेसर के बैंक खाते से जुड़ी जानकारी हासिल कर ली। पीड़ित को जब ठगी का एहसास हुआ तो उन्होंने तत्काल इसकी सूचना साइबर थाना पुलिस को दी। जिसके बाद नवादा साइबर थाना में DSP ने मामला दर्ज कर लिया। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।
डिजिटल अरेस्ट का पहला मामला
डिजिटल अरेस्ट का यह जिल का संभवत: पहला मामला है, जिसमें साइबर लूटेरों ने एक सेवानिवृत्त प्रोफेसर को 4 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा। सेवानिवृत्त प्रोफेसर से 14 लाख 33 हजार 487 रुपए की ठगी की गई है। पीड़ित इंजीनियरिंग कॉलेज नवादा के सेवानिवृत्त प्रोफेसर कामता प्रसाद सिंह हैं। ये रजौली थाना क्षेत्र अमावां गांव के रहने वाले हैं।
24 से 27 दिसंबर तक रखा डिजिटल अरेस्ट
24 से 27 दिसंबर तक ठगों ने सेवानिवृत्त प्रोफेसर को डिजिटल अरेस्ट रखा। डिजिटल लुटेरों ने प्रोफेसर के वाट्सएप पर कॉल कर खुद को प्रवर्तन निदेशालय ED का एक अधिकारी बताया। ठगों ने कहा कि प्रोफेसर के नाम पर कई फ्रॉड के मामले दर्ज है। इस दौरान लुटरों ने प्रोफेसर को धमकाया कि रुपये उसके खाते में टांसफर करें अन्यथा वे उसे गिरफ्तार कर लेंगे। ठगों के झांसे में आकर प्रोफेसर ने तीन दिनों में अपने 5 फिक्स डिपॉजिट को तोड़कर 14 लाख से ज्यादा रुपये लुटेरों द्वारा बताए गए खाते में ट्रांसफर कर दिया। इस बीच वह 24 से 27 दिसंबर तक डिजिटल अरेस्ट रहे। ठगों की ओर से ED और CBI के अलावा महाराष्ट्र पुलिस बनकर भी उनसे बातचीत की जाती रही।
बदमाशों ने प्रोफेसर को फोन बंद करने अथवा उनकी बात नहीं मानने पर उन्हें तुरंत गिरफ्तार करने तक की धमकी दी थी। उनके आधार कार्ड से उनका फोटो स्कैन कर उनका नाम और फोटो लगा साइबर ठगों ने वारंट दिखाया। इस दौरान प्रोफेसर से कहा गया कि उनके मोबाइल नंबर से कई फ्रॉड किए गए हैं। उनके खिलाफ अलग-अलग राज्यों में 15 अपराधिक मामले दर्ज हैं। वे यदि पैसे उनके नाम ट्रांसफर करेंगे, तभी बच सकते हैं। अन्यथा वे लोग उसे तुरंत गिरफ्तार कर लेंगे। बताया जाता है कि डिजिटल लूट के इस पूरे कांड में कम से कम चार-पांच लूटेरों ने अधिकारी बनकर उनसे बातचीत की। बहरहाल, साइबर थाना की पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।
बिहार के सुपौल में स्वर्ण व्यवसायी को मारी गोली, 500 ग्राम चांदी और 30 ग्राम सोने के जेवरात लूटे
30 Dec, 2024 01:01 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सुपौल: सुपौल में सदर प्रखंड के बरैल गांव में बरूआरी-परसरमा मुख्य मार्ग पर रविवार की रात 2 बाइक पर सवार 4 अपराधियों ने एक स्वर्ण व्यवसायी से लूटपाट की। इस दौरान अपराधियों ने स्वर्ण व्यवसायी को गोली मारकर जख्मी कर दिया। जख्मी व्यवसायी का उपचार शहर के मिथिला हॉस्पिटल में चल रहा है। जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। वही सदर SDOP ने अस्पताल पहुंच कर घटना की जानकारी ली और परिजनों को उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया। बताया जा रहा है जख्मी स्वर्ण व्यवसायी सदर प्रखंड के मल्हनी वार्ड 04 निवासी 35 वर्षीय विकास ठाकुर रोजाना की तरह बाइक से घर के लिए निकला था। इसी दौरान अपराधियों ने वारदात को अंजाम दिया। घटनास्थल से उसका ससुराल भी कुछ ही दूरी पर है। बरैल वार्ड 01 निवासी उसकी पत्नी के भाई नीरज कुमार ठाकुर ने बताया कि बरूआरी पश्चिम स्थित तेजेंद्र उच्च माध्यमिक विद्यालय के समीप दोनों मिलकर आभूषण की दुकान चलाते हैं। रात करीब 07:30 बजे विकास दुकान से घर के लिए निकला था।
बैग झपटने नहीं दिया तो अपराधियों ने चला दी गोली
नीरज के अनुसार दुकान से निकलने के बाद 2 बाइक पर सवार 4अपराधियों ने खरही घाट जाने वाली सड़क के मोड़ से ही विकास का पीछा किया। इस दौरान अपराधियों ने उससे बैग झपटने का प्रयास किया। लेकिन जब सफल नहीं हुए तो दुकान से करीब 800 मीटर दूर बरैल मोड़ के समीप गोली मारकर विकास को जख्मी कर दिया और बैग छीन कर भाग गए। विकास के दाएं जांघ में गोली लगी है। नीरज ने बताया कि अपराधियों द्वारा लूटी गई बैग में 500 ग्राम चांदी और 25 से 30 ग्राम सोना के जेवरात सहित 17 हजार 500 रुपए नगद था। घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी परसरमा की ओर भाग निकले।
घायल ने ही फोन कर दी गोली लगने की सूचना
नीरज के अनुसार, घटना के कुछ देर बाद उसके बहनोई विकास ने फोन कर अपराधियों द्वारा गोली मारे जाने की सूचना दी। जिसके बाद वह तत्काल दुकान बंद कर घटनास्थल पहुंचा। इस बीच मौके पर स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गई थी। स्थानीय लोगों के सहयोग से विकास को शहर के मिथिला हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज जारी है।
SDOP ने ली जानकारी, जांच में जुटी पुलिस
घटना की सूचना पर सदर SDOP भी मिथिला हॉस्पिटल पहुंचे। जहां उन्होंने घायल के परिजनों से जानकारी ली। वही दूसरी ओर पुलिस ने घटना को लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। सदर SDOP ने बताया कि पीड़ित पक्ष से फिलहाल कोई आवेदन नहीं मिला है। पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। आस-पास के CCTV फुटेज को भी खंगाला जा रहा है। शीघ्र ही अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी।
अफ्रीका के कैमरून में फंसे झारखंड के 47 श्रमिकों में से 11 की घर वापसी, 36 की वापसी के प्रयास जारी
30 Dec, 2024 12:48 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां अफ्रीका के कैमरून में फंसे 47 श्रमिकों में से 11 श्रमिकों को झारखंड लाया गया। मामले में झारखंड सरकार ने रविवार को बताया कि मध्य अफ्रीका के देश कैमरून में फंसे 47 श्रमिकों में से 11 को राज्य में लाया गया है। जबकि बाकी श्रमिकों की सुरक्षित वापसी के प्रयास जारी हैं। यह घटनाक्रम उस समय हुआ, जब राज्य सरकार ने मुंबई स्थित एक कंपनी और कुछ बिचौलियों के खिलाफ FIR दर्ज की। इन पर आरोप था कि उन्होंने इन श्रमिकों को मजदूरी नहीं दी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर यह कदम उठाया गया। इसके साथ ही राज्य सरकार ने बताया कि श्रमिकों की सुरक्षित वापसी के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं और विदेश मंत्रालय को इस बारे में सूचित कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री सचिवालय ने जारी किया बयान
आगे की जानकारी के लिए मुख्यमंत्री सचिवालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि कैमरून में फंसे झारखंड के 47 श्रमिकों में से 11 को राज्य में लाया गया है और उन्हें श्रम विभाग द्वारा उनके घर भेज दिया गया है। बाकी 36 श्रमिकों की वापसी के प्रयास किए जा रहे हैं।
बकाया मजदूरी का भुगतान शुरू
इसके साथ ही मामले में झारखंड सरकार ने कार्रवाई करते हुए श्रमिकों को उनकी बकाया मजदूरी का भुगतान शुरू कर दिया है। बयान में कहा गया कि कुल 39.77 लाख रुपये की बकाया राशि का भुगतान किया गया है। साथ ही आरोप यह भी है कि इन श्रमिकों को बिना पंजीकरण और लाइसेंस के कैमरून भेजा गया था। मुख्यमंत्री के ध्यान में यह मामला लाने के बाद, राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष ने श्रमिकों और नियोक्ताओं से संपर्क किया और उनके अनुबंध तथा वेतन विवरण मांगे।
श्रण आयुक्त ने दर्ज कराया था FIR
गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत में श्रम आयुक्त ने सोरेन के निर्देश पर पुलिस स्टेशनों में बिचौलियों और नियोक्ताओं के खिलाफ FIR दर्ज करवाई थी। श्रमिकों ने शिकायत की थी कि उन्हें तीन महीने से वेतन नहीं मिला था।
प्रशांत किशोर का बड़ा बयान: "BPSC आंदोलन को लेकर 2 जनवरी से खुद धरने ........"
30 Dec, 2024 12:38 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: पटना में BPSC अभ्यर्थियों पर किए गए लाठीचार्ज के बाद सियासत तेज हो गई है. इस बीच BPSC आंदोलन से भागने के लगे आरोपों पर जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने अपनी चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने कहा कि वह गांधी मैदान से नहीं भागे हैं. ये आंदोलन और तेज होगा. छात्रों ने कोई तोड़फोड़ नहीं की है. गांधी मैदान में प्रदर्शन करने के लिए परमिशन की जरूरत नहीं होती है. प्रशांत किशोर ने कहा कि आंदोलन को लेकर परसों तय किया गया था कि गांधी मैदान में बैठेंगे, जहां छात्र संसद होगी और आगे की रणनीति को लेकर तय किया जाएगा. अगर सरकार कह रही है कि हमने परमिशन नहीं लिया, ये बिल्कुल सरासर गलत है. गांधी मैदान में परमिशन का कोई सवाल ही नहीं है. गांधी मैदान एक सार्वजनिक जगह है. वहां लोग दौड़ने के लिए, बातचीत करने के लिए और बैठने के लिए जाते ही रहते हैं. अभ्यर्थी वहां कोई धरना प्रदर्शन नहीं कर रहे थे. सभी छात्र वहां जमा हुए और कोई हल्ला हंगामा नहीं हुआ.
उन्होंने कहा कि गांधी मैदान में छात्रों ने आपस में बातचीत की. उन्होंने अपने आगे के नेतृत्व का चयन किया. फिर से हम लोगों ने तय किया कि अपनी मांगों लेकर सरकार को ज्ञापन देंगे. चलने से पहले दो फैसले लिए गए, जिसमें सड़क पर हम कोई ऐसी चीज नहीं करेंगे जिसे सरकार गैरकानूनी कह सके. पैदल चलेंगे और कोई तोड़फोड़ और हल्ला-हंगामा नहीं होगा. सरकार जहां पर रोकेगी, हम लोग वहीं बैठ जाएंगे.
हमारे जाने के बाद पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज किया- प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने कहा कि 10 हजार से ज्यादा छात्र हमारे साथ गांधी मैदान से निकले, जब मौर्या के आसपास पहुंचे हैं तो पुलिस ने हमको रोक दिया. सभी छात्र वहां शांति से बैठे हुए थे. उस दौरान हम लोगों ने इस स्थिति को खत्म करने के लिए वहां के प्रशासन से बातचीत शुरू की. पहला प्रस्ताव प्रशासन की ओर से ये आया कि छात्रों के प्रतिनिधिमंडल से BPSC के सचिव मिलने को तैयार हैं, जिसको छात्रों ने खारिज कर दिया. इसके बाद मुख्य सचिव ने कहा कि वह छात्रों के प्रतिनिधिमंडल से मिलने के लिए तैयार हैं. इस बात की हम लोगों ने घोषणा की.
प्रशांत किशोर ने कहा कि हमारे जाने के बाद पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज किया. ये गलत है, जिन लोगों ने भी ये गलती की है उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा. अब आंदोलन नीचे होने वाला नहीं है. पटना में 2-4 पुलिस अफसर को ‘हीरोइज्म’ करने की आदत हो गई है. आज हम यहां की पुलिस पर FIR करेंगे, कोर्ट में और मानव अधिकार के सामने भी लेकर जाएंगे. अगर ये मामला नहीं निपटा तो 2 जनवरी से मैं खुद धरने पर बैठूंगा.
वायरल वीडियो को लेकर क्या बोले प्रशांत किशोर?
वायरल वीडियो पर पीके ने कहा कि कुछ कांग्रेस नेताओं ने कल रात मेरा विरोध किया. छात्र अगर मुझे गाली भी दें तो कोई परवाह नहीं है. दरअसल, कांग्रेस, आरजेडी पीके पर आरोप लगा रही है कि वे BPSC के अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज के दौरान गांधी मैदान छोड़कर भाग गए. सांसद पप्पू यादव ने प्रशांत किशोर पर हमला बोलते हुए कहा कि वे खुद नया नेता बने हैं और छात्रों को धमका रहे हैं अपनी औकात का धौंस दिखा रहे हैं. आज जब धेले भर की चुनावी औकात नहीं है तो अहंकार टपक रहा है. छात्रों के सामने बड़ी-बड़ी सरकार उड़ गईं, आप क्या चीज हैं? छात्र पुलिस से पिट रहे थे आप पीठ दिखा भाग गए, सवाल पूछने पर गाली दी हैं?
तेजस्वी यादव के खिलाफ चुनाव लड़ें प्रशांत किशोर, जनसुराज पार्टी के कार्यकर्ताओं की मांग
29 Dec, 2024 07:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। वैशाली के बिदुपुर प्रखंड स्थित जनसुराज कार्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक हुई। बैठक जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर के हर घर जन सुराज अभियान को सफल बनाने एवं लोगों के बीच पार्टी के सिद्धांतों एवं विचारों को पहुंचाने तथा संगठन विस्तार के संबंध में बात हुई। बैठक में कार्यकर्ताओं के स्तर पर पार्टी से जुड़े कई आवश्यक सुझाव एवं परामर्श पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर के राघोपुर से चुनाव लड़ाने के लिए आमंत्रण दिया गया है। उसी क्रम में जनसंपर्क किया जाना है।
कार्यकर्ताओं ने बताया कि अगर प्रशांत किशोर राघोपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ते हैं, तब बिहार की राजनीति पर बहुत ही दूरगामी प्रभाव पड़ने की संभावना होगी और माना जाएगा कि तेजस्वी यादव का विकल्प तैयार हो चुका है। बैठक की अध्यक्षता अध्यक्ष जनसुराज पार्टी बिदुपुर चंद्रभूषण सिंह ने की।
राघोपुर विधानसभा सीट वैशाली जिले में स्थित है। यह सीट राघोपुर और बिदुपुर समुदाय विकास खंडों से बनी है। राघोपुर विधानसभा क्षेत्र हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। इस सीट का एक महत्वपूर्ण इतिहास रहा है, जहां लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी दोनों ने चुनाव जीता है और मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया है। वर्तमान में, तेजस्वी इस सीट से विधायक हैं और उन्होंने 2015 और 2020 में यहां से चुनाव जीता है।
बता दें कि राघोपुर विधानसभा चुनाव के इतिहास में आज तक कमल नहीं खिला है। यहां से 2015 के चुनाव में भाजपा की ओर से सतीश खड़े हुए थे पर हार का सामना करना पड़ा। इस बार के चुनाव में भी तेजस्वी के मुकाबले सतीश ही चुनावी मैदान में हैं।
मेरा पूरा फोकस बिहार पर, 2030 में विधानसभा चुनाव भी लडूंगा : चिराग पासवान
29 Dec, 2024 06:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना । केंद्रीय मंत्री और एलजेपी (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान ने कहा कि वह आने वाले दिनों में बिहार पर अधिक ध्यान केंद्रित करुंगा और सदन के सदस्य के रूप में चुनने के लिए 2030 में विधानसभा चुनाव भी लडूंगा। पासवान ने कहा कि वह बिहार की बेहतरी के लिए काम करने के उद्देश्य से राजनीति में आए हैं। एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि यह मेरी योजनाओं का हिस्सा था कि मैंने 2020 के विधानसभा चुनावों के दौरान पार्टी के बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट के नारे पर जोर दिया।
पासवान ने कहा कि मैं खुद को 2030 में बिहार विधानसभा के सदस्य के रूप में देखना चाहता हूं। मैं खुद को राज्य की राजनीति से अधिक परिचित देखता हूं। राजनैतिक जानकारों ने कहा कि चिराग ने 2025 का विधानसभा चुनाव लड़ने से परहेज किया है क्योंकि एनडीए, जिसमें उनकी पार्टी एक भागीदार है, पहले ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी है। ऐसी परिस्थितियों में, चिराग 2030 में राज्य की राजनीति में अपनी जगह तलाशने में जुड़ गए है। क्योंकि बताया जाता हैं कि ये नीतिश का आखिरी चुनाव हैं। इसकारण 2030 में नीतिश के चेहरे की जगह किसी अन्य चेहरे पर एनडीए दांव लगाएगी। इस स्थिति में चिराग अपने लिए मौका बना रहे है।
वहीं चिराग ने भविष्य में राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के साथ किसी भी तरह की संभावना से इंकार किया। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के प्रति अपनी वफादारी की पुष्टि कर कहा कि मैं दबाव की राजनीति में विश्वास नहीं करता। जब एनडीए अच्छा प्रदर्शन कर रहा है, तब संबंध तोड़ने का सवाल ही नहीं उठता। पासवान ने कहा कि अगर चीजें उम्मीद के मुताबिक आगे बढ़ीं, तब राज्य में 2025 के विधानसभा चुनाव में एनडीए 225 सीटें जीतेगी।