बिहार-झारखण्ड
पटना के फेमस रेस्टोरेंट में लगी भीषण आग
10 May, 2024 01:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। पटना के सिपारा में एक फेमस रेस्टोरेंट में भीषण आग लग गई है। दमकल की कई गाड़ियां मौके पर मौजूद है। आग लगने से धुएं का गुबार आसपास फैलने लगा है। बताया जा रहा है कि रेस्टोरेंट के किचन में भीषण आग लगी है। आसपास के लोगों के बीच अफरातफरी मच गई है। लोग आग बुझाने की हिम्मत नहीं कर पा रहे थे। हालांकि, इस दौरान कंकड़बाग फायर स्टेशन प्रभारी भी मौके पर भेजे गए है।
ताजा जानकारी के मुताबिक अब आग पर काबू पा लिया गया है। सही समय पर दमकल की गाड़ियां पहुंचने के चलते तुरंत एक्शन लिया जा सका।
इससे पहले पटना के पाल होटल में लगी थी आग
बता दें कि इससे पहले पटना स्टेशन के पास के पाल होटल में भीषण आग लग गई थी। इस हादसे में 8 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई थी। किचन में सिलेंडर ब्लास्ट होने के बाद आग ने विकराल रूप पकड़ लिया था। जिसके बाद आग पर काबू पाना मुश्किल हो गया था।
आरा में उम्मीदवारों की बढ़ी धड़कन
10 May, 2024 01:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। आरा लोकसभा क्षेत्र में एनडीए व महागठबंधन के बीच टक्कर है। ऐसे में जातीय समीकरण को साधने के लिए दोनों गठबंधन के उम्मीदवारों को खूब पसीना बहाना पड़ रहा है। केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को तीसरी बार उम्मीदवार बनाकर भाजपा यहां से जीत की हैट ट्रिक लगाकर इतिहास रचने की तैयारी में है।
वहीं भाकपा माले के उम्मीदवार सुदामा प्रसाद भी जीत हासिल कर इतिहास दोहराने की पुरजोर कोशिश में हैं। 1989 में आरा से रामेश्वर प्रसाद जो इंडियन पीपुल्स फ्रंट (अब भाकपा माले) के उम्मीदवार थे, ने जीत दर्ज कर की थी।
2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के आरके सिंह को 5,66,480 वोट मिले थे और उनके प्रतिद्वंद्वी भाकपा माले के राजू यादव को 4,19,195 वोट मिले थे। तब जीत का अंतर 13.6 प्रतिशत का था। तब मोदी लहर थी, लेकिन इस बार भीषण गर्मी में हवा का रुख अलहदा है।
इसलिए आरा हॉट सीट बन गया है। लगातार दो जीत से चर्चा में आए केंद्रीय मंत्री आरके सिंह और माले के तरारी विधानसभा विधायक सुदामा प्रसाद के बीच इस बार यहां की चुनावी जंग आर-पार के मोड में दिख रही है, जिसमें जातीय समीकरण की मुख्य भूमिका होगी।
यदि आरके सिंह यहां से जीते तो वे लगातार तीसरी जीत का रिकार्ड बनाएंगे, क्योंकि आरा ने किसी को लगातार तीसरी बार चुनकर संसद नहीं भेजा है। चंद्रदेव प्रसाद वर्मा यहां से एकमात्र सांसद हुए, जो 1977 और 1980 में लगातार दो बार जीते। इसके बाद 1996 में उन्हें जीत मिली।
हर जगह रोजगार अहम मुद्दा
आरा के चुनावी रण में जातीय समीकरण अपनी जगह है। रोचक यह है कि इस जंग में रोजगार अहम मुद्दा बनकर उभरा है। इसे यूं समझें कि वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के प्रो.एसएन सिन्हा कहते हैं कि मोदी सरकार के दस वर्षों में रोजगार पर काम नहीं हुआ। पढ़े-लिखे युवाओं में बेरोजगारी बढ़ रही है, युवा हताश भी हैं।
वहीं रोजगार के सवाल पर उदवंतनगर निवासी समाजसेवी डा.राजेन्द्र सिंह भी मुखर होकर कहते हैं कि यदि बच्चों को पढ़ा रहे हैं तो नौकरियां भी चाहिए। सरकार धीरे-धीरे नौकरियां खत्म करती जा रही हैं। ऐसे में पढ़े-लिखे युवा क्या करेंगे?
हालांकि, प्रो.केसी तिवारी स्वीकार करते हैं-हां, रोजगार अहम मुद्दा है। बीते 10 सालों में देश में नौकरियों की अपेक्षा रोजगार सृजन में तेजी जरूर आई है। लेकिन, चुनाव में तो जातीय समीकरण का रंग ही हर जगह चढ़ रहा है। इसने इलाके के लोगों को भी बांट दिया है।
अगड़ी और पिछड़ी जाति का समीकरण
जाहिर है, अगड़ी जाति के ज्यादातर मतदाता जहां आरा सीट पर एनडीए के आरके सिंह की जीत का दावा कर रहे हैं, वहीं महागठबंधन पिछड़ी, अतिपिछड़ी और दलित जातियों के पक्ष में गोलबंदी में जुटा है। वैसे समाज के वंचित तबकों से ताल्लुक रखने वाले लोगों का एक बड़ा हिस्सा नीतीश कुमार का भी समर्थन करता नजर आ रहा है।
विज्ञान स्नातक योगेश कुमार ने बताया अपना दर्द
आरा से हर रोज पटना आकर मेडिकल स्टोर में काम करने वाले विज्ञान में स्नातक उत्तीर्ण योगेश कुमार सिंह नाराजगी से कहते हैं-मुझको एक अदद नौकरी की जरूरत है, जो उन्हें बीते 10 वर्षों से नहीं मिली है। पहले ट्यूशन पढ़ाकर अपना गुजर-बसर करता था। अब ब्याह हो गया तो परिवार चलाने के लिए मेडिकल स्टोर में काम करता हूं। योगेश अपनी बेरोजगारी का ठीकरा नीतीश सरकार पर फोड़ते हैं। कहते हैं-इस सरकार ने पिछड़ी जातियों के लिए रोजगार तो दे दिया, लेकिन हमारा क्या? हम भी गरीब हैं लेकिन हमारी बात कोई नहीं सुन रहा। चुनाव में नेता सब तो जातियों को ही रिझाने में जुटे हुए हैं।
वोटों का समीकरण
आरा में वोटों का समीकरण जातीय गोलंबदी में उलझा हुआ है। यदि जाति की बात की जाए तो यहां यादव से लेकर राजपूत-भूमिहार, मुस्लिम से लेकर ब्राह्मण और अत्यंत पिछड़ी जातियों की संख्या ज्यादा है। दलित वर्ग भी खासा है। हर जाति का अपना-अपना महत्व है। जिन्हें कोई भी पार्टी नजरअंदाज नहीं कर सकती है। इसमें अत्यंत पिछड़ी एवं दलित जातियों का वोट चुनाव में निर्णायक साबित होने वाला है।
Hemant Soren के केस में ED ने कर दी एक और बड़ी कार्रवाई
10 May, 2024 01:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। जमीन घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत अनुसंधान कर रही ईडी ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जुड़े केस में हजारीबाग में मुंशी का काम करने वाले डीड राइटर इरशाद सहित तीन आरोपितों को गुरुवार की देर रात गिरफ्तार कर लिया है।
तीनों आरोपितों की आज कोर्ट में पेशी
गिरफ्तार दो अन्य आरोपितों में द रजिस्ट्रार ऑफ एश्योरेंस कोलकाता के दो कर्मी संजीत कुमार व तापस घोष शामिल हैं। तीनों की गिरफ्तारी रांची से बताई जा रही है। ईडी (ED) ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया और गिरफ्तार किया है। अब तीनों ही गिरफ्तार आरोपितों को ईडी शुक्रवार को रांची स्थित पीएमएलए की अदालत में प्रस्तुत करेगी, जहां उन्हें रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में आवेदन देकर अनुमति मांगेगी।
डीड लिखने के एवज में इरशाद लेता था आठ लाख
जमीन घोटाला मामले में पूर्व में गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ व दस्तावेजों की छानबीन के बाद तीनों गिरफ्तार किए गए हैं। हजारीबाग के मुंशी डीड राइटर इरशाद मूल दस्तावेज में हेराफेरी करता था और फर्जी डीड तैयार करता था। यह डीड लिखता था और इसके एवज में इसने अन्य आरोपितों से आठ लाख रुपये लिए थे। द रजिस्ट्रार ऑफ एश्योरेंस कार्यालय के कर्मी तापस घोष ने कार्यालय से जमीन के मूल दस्तावेज को गायब कर अन्य आरोपितों को देने के एवज में 21 लाख रुपये लिए थे। वहीं, दूसरा कर्मी संजीत कुमार ने भी कार्यालय से डीड गायब कर आरोपितों को दिया और इसके एवज में उसने आठ लाख रुपये लिए थे।
भानु प्रताप से जुड़े केस में पकड़े गए हैं तीनों
ईडी ने रांची के सदर थाने में एक जून 2023 को बड़गाईं अंचल के तत्कालीन राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप पर दर्ज प्राथमिकी के मामले में तीनों को पकड़ा है। भानु प्रताप प्रसाद पर भारी मात्रा में सरकारी दस्तावेज अपने निजी आवास में रखने, मूल दस्तावेज में छेड़छाड़ करने आदि के आरोपों की पुष्टि हो चुकी है।
इसी केस में ईडी ने दर्ज ईसीआइआर में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया था। उन पर बरियातू रोड की 8.86 एकड़ प्रतिबंधित श्रेणी की भुइहरी जमीन हड़पने का आरोप है। इसमें गिरफ्तार अन्य आरोपितों पर इन्हें सहयोग करने का आरोप है। इसमें आरोपितों ने जमीन की प्रकृति तक बदल डाली और गलत तरीके से उसकी खरीद-बिक्री भी कर दी।
तापस व संजीत ने अफसर, सद्दाम को दिए थे मूल डीड
ईडी ने अनुसंधान में पाया कि रांची में भारी मात्रा में जमीन के जाली कागजात तैयार कर खरीद-बिक्री की गई। इनमें सर्वाधिक वैसी जमीन की खरीद-बिक्री में फर्जीवाड़ा हुआ, जिसके डीड द रजिस्ट्रार आफ एश्योरेंस कोलकाता के थे। कुछ आजादी के पहले व कुछ आजाद भारत के कुछ वर्षों के भीतर के थे।
रांची के जमीन के धंधेबाजों अफसर अली, सद्दाम हुसैन, इरशाद ने द रजिस्ट्रार आफ एश्योरेंस कोलकाता के कर्मी तापस घोष व संजीत कुमार को जालसाजी के धंधे से जोड़ा। तापस को 21 लाख, संजीत को आठ लाख रुपये देकर उनसे पुराने मूल डीड निकालवाए और उसमें जमीन की प्रकृति बदलने से लेकर रैयत का नाम बदलने तक का खेल किया, मूल डीड में जाली कागजात घुसेड़कर डीड के रैयत को ही बदल डाला और जमकर खरीद-बिक्री की। इसमें हजारीबाग के डीड राइटर इरशाद ने डीड लिखने में मदद की और उसके एवज में आठ लाख रुपये लिए।
इस केस में अब तक जो हो चुके हैं गिरफ्तार
पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, बड़गाईं अंचल के पूर्व राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, बरियातू का जमीन कारोबारी सद्दाम हुसैन, जालसाजी का मास्टर माइंड अफसर अली, मोहम्मद इरशाद, झामुमो नेता सह जमीन कारोबारी अंतु तिर्की, जमीन कारोबारी विपिन सिंह व प्रियरंजन सहाय।
भागलपुर में रेस्टोरेंट में छापेमारी, 3 प्रेमी जोड़े हिरासत में
9 May, 2024 05:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भागलपुर । बिहार के भागलपुर में पुलिस ने एक रेस्टोरेंट में छापेमारी कर 3 प्रेमी जोड़े को हिरासत में लिया है। पुलिस ने छापेमारी की और उनको पकड़कर थाने ले आई। बताया जा रहा है कि पुलिस कई दिनों से रेस्टोरेंट में संदिग्ध गतिविधि की सूचना मिल रही थी जिसके बाद सिटी एसपी राज सिंह के निर्देश पर पुलिस पहुंची और रेस्टोरेंट की जांच की। सिटी एसपी के निर्देश पर भारी पुलिस बल के साथ जोगसर थाना प्रभारी कृष्णानंद कुमार सिंह ने रेस्टोरेंट में छापेमारी की।
इस दौरान टीम ने 3 प्रेमी जोड़ों को आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा। बताया जा रहा है कि लड़कियों को पूछताछ करने के बाद छोड़ दिया गया है। वहीं लड़कों के परिजनों को बुलाकर उनसे बॉन्ड भरवाया गया उसके बाद समझाबुझाकर उन्हे घर जाने दिया गया। बताया जा रहा है कि रेस्टोरेंट के भीतर आधा दर्जन से भी अधिक केबिन बने थे। बताया जा रहा है कि सभी केबिन में बिस्तर भी लगे हुए थे। छापेमारी के दौरान पुलिस ने हर एक जगह की तलाशी ली। इस दौरान किचन और बाथरूम की भी तलाशी ली। तलाशी के दौरान पाया गया कि बाथरूम में एक एक सीक्रेट दरवाजा है जो रेस्टोरेंट के बाहर जाता है। वहीं स्थनीय लोगों में चर्चा थी कि रेस्टोरेंट संचालक की ओर से प्रेमी जोड़ों को 500 से 1000 रुपये प्रति घंटा के दर से केबिन उपलब्ध कराये जाते थे। ये प्रेमी जोड़े केबिन के भीतर बंद होकर कुछ भी कर सकते थे। सिटी एसपी राज ने बताया कि पुलिस को लगातार सूचना मिल रही थी कि जोगसार थाना क्षेत्र अंतर्गत स्मोकीज रेस्टोरेंट में कपल को केबिन दिया जाता है और वहां आपत्तिजनक कार्य होता है। सूचना के सत्यापन के लिए महिला पुलिस पदाधिकारियों की मौजूदगी में छापामारी की गयी। कुछ लड़के-लड़कियों को पकड़ा गया जिन्हें उनके परिजनों को बॉन्ड भरवा कर छोड़ दिया गया है। वहीं रेस्टोरेंट संचालक के विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
नेपाल बॉर्डर पर नाबालिग लड़का बेहोश मिला, इलाज के दौरान मौत, परिजनों ने किया हंगामा
9 May, 2024 02:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सीतामढ़ी । नेपाल बॉर्डर पर एक 17 साल का नाबालिग लड़का संदिग्ध अवस्था में बेहोशी की हालत में पड़ा मिला। मंगलावर को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने शव को टेबल पर रखकर जमकर हंगामा किया। वे डीएसपी को बुलाने की मांग करने लगे। मृतक की पहचान मेजरगंज थाना क्षेत्र के मजकोटवा गांव निवासी अरविंद सिंह के पुत्र किशन कुमार के रूप में हुई है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू की। जानकारी के मुताबिक किशन सोमवार की शाम नेपाल से अपनी दुकान बंद कर लौट रहा था। इसी दौरान बांध के पास से उसने अपनी मां को फोन कर बताया कि बाइक के कागजात कम होने के चलते पुलिस ने जबरन उससे एक हजार रुपये छीन लिए हैं।
फोन पर आने की बात बोलकर जब वह घर नहीं लौटा तो मां ने फिर से उसे फोन किया तो उसका मोबाइल बंद आया। परिजनों ने जब उसकी तलाशी शुरू की तो वह बांध के पास बेहोशी की हालत में पड़ा मिला। तुरंत ही उसे मेजरगंज पीएचसी लाया गया जहां उसकी नाजुक हालत को देखते हुए बड़े अस्पताल रेफर किया गया। इसके बाद पटना में उसे भर्ती कराया गया। इसके बाद ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया और एसपी व डीएसपी और डीएम को बुलाने की मांग करने लगे। मेजरगंज बाजार के दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद कर दीं। डीएसपी रामकृष्ण ने गुस्साए लोगों को समझाकर मामले को शांत कराया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा। इस मामले पर डीएसपी रामकृष्ण ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने बाद ही मौत के सही कराणों का पता चल पाएगा। मृतक के परिजनों की तहरीर पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कलयुगी बेटे ने बांस से पीट-पीटकर पिता की हत्या की, आरोपी बेटा गिरफ्तार
9 May, 2024 01:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुजफ्फरपुर । बिहार के मुजफ्फरपुर में एक कलयुगी बेटे ने बांस से पीट-पीटकर पिता की हत्या की हत्या कर दी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। कोर्ट में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया है।
बताया जा रहा है कि अहिरौलिया के रहने वाले राजेंद्र पासवान के 5 बेटे हैं। जिसमें से 3 प्रदेश में ही रहते हैं व दूसरे नंबर वाला बेटा विनोद पासवान मानसिक विक्षिप्त है। मृतक राजेंद्र पासवान के दूसरे बेटा विजय पासवान ने बताया कि उसके बड़े भाई विनोद पासवान ने सोमवार देर रात बांस से पीट-पीटकर पिता को अधमार कर दिया। तुरंत ही वो उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया है। आरोपी मानसिक रूप से बीमार बताया जा रहा है उसकी जांच की जा रही है। वहीं घटना के बाद से मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। इस मामले पर सब इंस्पेक्टर विजय गोस्वामी ने बताया कि ग्रामीण के द्वारा सूचना मिली कि एक पुत्र ने अपने पिता पर बांस से हमला कर उन्हें जख्मी कर दिया। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। आरोपी बेटे विनोद पासवान को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।
पत्नी की हत्या मामले में पति जेल में बंद, अब मिली जिंदा, हैरान कर देगा बिहार का ये मामला
9 May, 2024 12:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जिस पत्नी के अपहरण और हत्या के आरोप में पति 34 महीने से जेल में बंद है वो जिंदा है. इस केस में उसकी सास भी सात महीने तक जेल में रह चुकी है. गोपालगंज का ये पूरा मामला हैरान करने वाला है. महिला अपने प्रेमी के साथ जिंदा मिली है. पुलिस ने महिला को यूपी के बलिया से बरामद किया है. नगर थाने की पुलिस कोर्ट में गुरुवार (09 मई) को पेश करेगी.
2016 में महिला ने किया था प्रताड़ना का केस
यह पूरा मामला नगर थाना क्षेत्र के अरार मोहल्ले का है. बरौली थाना क्षेत्र के नधना गांव निवासी लता देवी की शादी नगर थाने के अरार मोहल्ले में वार्ड नंबर-28 निवासी सुनील चौहान के साथ हुई थी. शादी के बाद दो बेटियां हुईं. एक बड़ी बेटी अपने मामा के पास रहती है जबकि छोटी बेटी अपनी दादी व पापा के पास रहती है. 2016 में महिला ने प्रताड़ना का केस पति समेत ससुराल वालों पर किया था.
जुलाई 2021 में दर्ज हुआ हत्या का केस
इस मामले में लॉकडाउन के दौरान पति-पत्नी में समझौता हुआ. महिला अपने ससुराल आकर रहने लगी. इधर, लता देवी के भाई चंद्रभूषण प्रसाद ने 10 जुलाई 2021 को दहेज के लिए हत्या कर शव गायब करने का आरोप लगाया. 25 जुलाई 2021 को नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई. केस में महिला के पति सुनील चौहान, देवर धर्मराज प्रसाद, देवराज चौहान, राहुल चौहान, सास आशा देवी समेत पांच को लोगों को अभियुक्त बनाया गया.
मां-बेटे बेकसूर होकर भी गए जेल
बताया जाता है कि ससुराल पक्ष के लोगों की ओर से मिली कुछ जानकारी के आधार पर लता देवी को पुलिस ने बीते बुधवार (08 मई) को यूपी के बलिया से पकड़ लिया. उसे जिंदा देख पुलिस भी हैरान रह गई. अब सवाल है कि किसकी लापरवाही से महिला का पति 34 महीने तक जेल में रहा? सास भी सात महीने जेल में रही. बेकसूर की भरपाई कौन करेगा?
बलिया में दूसरी शादी कर चुकी है लता
लता देवी को पुलिस को बताया कि वह दूसरी शादी कर चुकी है. यूपी के बलिया में बस के ड्राइवर से उसने शादी करने की बात कही है. बताया कि एक बेटी भी है. महिला ने कहा कि 2016 में दहेज के लिए प्रताड़ित करने का केस किया था. उसके बाद से ससुराल में यातना झेलनी पड़ रही थी, इसलिए घर छोड़कर स्टेशन भाग गई जहां बलिया के नागेंद्र सहनी ने सहारा दिया और वो अपने घर लेकर चला गया. उसी समय से उसके साथ रहने लगी. चार महीने के बाद उससे शादी कर ली. दोनों पति-पत्नी के रूप में बलिया में रहने लगे थे.
महिला और शिकायतकर्ता पर चलेगा मुकदमा
पीड़ित ससुराल पक्ष के अधिवक्ता राजेश पाठक ने कहा कि महिला और उसके भाई ने कानून को गुमराह किया. अपहरण कर दहेज हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई. पुलिस ने भी इस केस की सही तरीके से जांच नहीं की और आनन-फानन में गिरफ्तार कर महिला के पति को जेल भेज दिया. केस के अनुसंधान में जिसकी लापरवाही हुई है उस पर भी कार्रवाई होनी चाहिए. महिला और शिकायतकर्ता पर केस चलेगा.
बाहुबली आनंद मोहन के छोटे बेटे अंशुमन अपनी मां लवली आनंद के खिलाफ! शिवहर से भरा पर्चा
9 May, 2024 11:33 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शिवहर लोकसभा चुनाव पर एक नया मोड़ सामने आया है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन समर्थित जनता दल यूनाईटेड की प्रत्याशी लवली आनंद और महागठबंधन के राष्ट्रीय जनता दल कोटे से ऋतु जायसवाल की आमने-सामने की लड़ाई में एक नए चेहरे ने नामांकन दाखिल किया है। शिवहर के सियासी संग्राम में अब बात मां-बेटे की लड़ाई की चर्चा होने लगी है। दरअसल, जदयू प्रत्याशी लवली आंनद के छोटे बेटे अंशुमान आनंद ने शिवहर से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामंकन दाखिल किया है।
आज नाम वापसी नहीं हुई तो कारण पता चलेगा
अंशुमान आनंद के अपनी मां लवली आनंद के सामने शिवहर लोकसभा सीट पर नामांकन के बाद एक बार फिर से बाहुबली आंनद मोहन का परिवार चर्चा में आ गया है। यह चर्चा इसलिए भी है क्योंकि आंनद मोहन की पत्नी लवली आनंद के नामांकन में अंशुमान आनंद भी मौजूद रहे थे। लेकिन, चौंकाने वाली बात है कि शिवहर लोकसभा प्रत्याशी लवली आंनद के पुत्र अंशुमान आनंद ने शिवहर लोकसभा से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया है। ऐसा क्यों किया गया है, इसको लेकर राजनीतिक अटकलें तेज हैं। लेकिन, कोई इसका साफ और स्पष्ट कारण नहीं बता पाने की स्थिति में नहीं है। हर गली और चौराहे पर तरह-तरह की चर्चा है। हालांकि, आगामी 9 मई तक नाम वापसी के बाद यह स्थिति स्पष्ट होने की उम्मीद जताई जा रही है और तब यह सामने आ पाएगा कि वाकई में लवली आनंद के बेटे अंशुमन आनंद ने जो नामांकन दिया है उसके क्या मायने हैं।
बिहार का मौसम कैसा रहेगा, जानें यहां; स्कूलों में अब गर्मी छुट्टी की तारीख लगभग हो गई तय
9 May, 2024 11:31 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार में मौसम का राहत वाला रुख अभी कायम है। भीषण गर्मी से राहत मिली रहेगी। अपने यहां नहीं, तो आसपास के जिलों में हुई बारिश और चली तेज हवा के कारण ही सही- राहत की स्थिति अमूमन बड़े हिस्से में बनी रहेगी। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की ओर से अबतक जारी पूर्वानुमान के अनुसार पटना के साथ-साथ सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, खगड़िया, बेगूसराय, भागलपुर, पूर्णिया, बांका, जमुई, कटिहार, सहरसा, वैशाली आदि में बादलों का जमघट रहेगा। इसके कारण सूरज की तपिश नहीं परेशान करेगी। पांच मिलीमीटर से कम बारिश का अनुमान है, लेकिन तेज हवा का माहौल बना रहेगा। इन जिलों में से कुछ जगहों पर आंधी-तूफान जैसी स्थिति भी हो सकती है, हालांकि हवा की गति 40 किलोमीटर प्रति घंटा से कम रहेगी। मौसम विभाग ने बेगूसराय, खगड़िया, दरभंगा और मधुबनी में बारिश का अलर्ट जारी किया है।
मौसम के कारण स्कूली बच्चों को भी राहत
भीषण गर्मी के कारण राज्य के ज्यादातर जिलों में जिला दंडाधिकारी के आदेश से दोपहर के पहले ही स्कूल बंद करने का आदेश आया हुआ था। शेखपुरा जैसे कुछ जिलों को छोड़कर ज्यादातर जिलों में जिलाधिकारी के आदेश का पालन भी हो रहा था। अब मौसम ने राहत दी है, जिसके कारण स्कूलों का समय वापस सामान्य करने को लेकर विचार चल रहा है। इसका आदेश मौसम पूर्वानुमान का अध्ययन करने के बाद पटना के जिलाधिकारी जारी करेंगे तो इसी के हिसाब से बाकी जिलों में भी आदेश आ सकता है। फिलहाल स्कूलों ने अपना समय कहीं साढ़े 10 तो कहीं 11 बजे तक रखा है।
गर्मी छुट्टी अब 18 मई के बाद से मिलना भी तय
पटना समेत राज्यभर के लगभग सभी जिलों के प्राइवेट स्कूलों में 18 मई के बाद से ग्रीष्मावकाश मिलने की पहले से सूचना थी। सरकारी स्कूलों में भी अमूमन 15 मई से गर्मी की छुट्टी की संभावना मानी गई थी। भीषण गर्मी के कारण एक हफ्ते पहले तक माना जा रहा था कि 10 मई से सारे स्कूलों को बंद करना पड़ जाएगा, लेकिन अब राहत है। तापमान में 10 डिग्री तक गिरावट है, जिसके कारण रात में हल्की ठंड में महसूस हो रही है। ऐसे में प्राइवेट स्कूलों ने 18 मई तक पढ़ाई के बाद गर्मी की छुट्टी देने की तैयारी कर ली है।
झारखंड में ईडी की छापेमारी लगातार चल रही है
8 May, 2024 03:47 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। झारखंड में ईडी की तीसरे दिन भी छापेमारी जारी है। बुधवार को झारखंड मंत्रालय स्थित ग्रामीण विकास विभाग के दफ्तर में ईडी की छापेमारी चल रही है। जहां ईडी की तलाशी चल रही, वहां मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल का कार्यालय है। ईडी की छापेमारी के दौरान संजीव लाल भी साथ मे मौजूद हैं।
ईडी के अधिकारी ग्रामीण विकास विभाग के सभी टेंडर से संबंधित दस्तावेज खंगाल रहे हैं। संजीव लाल के माध्यम से होने वाले सभी कार्यों, निपटाए गए फाइलों की छानबीन चल रही है। ग्रामीण विकास विभाग के सभी कर्मियों को बाहर जाने की इजाजत नहीं है। सभी कार्यालय में मौजूद हैं।
कार्यालय के बाहर सीआरपीएफ जवान मौजूद
वहीं, ग्रामीण विकास विभाग के कार्यालय के बाहर सीआरपीएफ जवान मौजूद हैं। इस दौरान बाहरी लोगों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई है। फिलहाल, ग्रामीण विकास विभाग अभी पूरी तरह से ईडी के कब्जे में है और तलाशी चल रही है।
केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा कोझारखंड हाई कोर्ट से बड़ी राहत मिली है
8 May, 2024 03:43 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा को झारखंड हाई कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। उनकी ओर से कोर्ट द्वारा 1.25 लाख के हर्जाना लगाए जाने के खिलाफ याचिका दाखिल की गई थी। सुनवाई के दौरान कहा गया कि याचिका में त्रुटि में उनकी कोई गलती नहीं है।
शीघ्र सुनवाई के लिए मेंशन करने की वजह से यह मामला तत्काल कोर्ट में सुनवाई के लिए लग गया था। इसलिए हर्जाना की राशि को माफ किया जाए। अदालत ने अर्जुन मुंडा के खिलाफ लगाए गए हर्जाना की राशि को माफ कर दिया।
क्या है मामला
बता दें कि केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा 11 अप्रैल, 2023 को सचिवालय मार्च के दौरान धुर्वा थाना में दर्ज प्राथमिकी को निरस्त करने के लिए हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की है। प्राथमिकी के अनुसार, सचिवालय की ओर मार्च कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ झड़प हो गई थी।
इसमें केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, बाबूलाल मरांडी और रघुवर दास, सांसद निशिकांत दुबे सहित 41 नामजद एवं कई अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसी एफआईआर को चुनौती देते हुए उन्होंने याचिका दायर की थी।
कोर्ट में सुनवाई के दौरान जस्टिस राजेश कुमार ने कहा कि ऑफिस द्वारा जो गलती बताई गई थी, याचिका में उसमें सुधार नहीं किया गया है। ऐसे में अर्जुन मुंडा को झारखंड हाई कोर्ट के एडवोकेट्स क्लर्क एसोसिएशन के नाम 1.25 लाख का जुर्माना भरना होगा। इस मामले की अगली सुनवाई के लिए 8 मई की तारीख तय की गई थी।
इन प्रधानमंत्रियों ने दी अपनी कैबिनेट में जगह
8 May, 2024 03:38 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। चौथे चरण के तहत बिहार के जिन पांच लोकसभा क्षेत्रों में मतदान होना है उनमें बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र की खासियत इस मायने में है कि वहां के लोगों ने जिन्हें सांसद चुना उन्हें पंडित जवाहरलाल नेहरू से लेकर नरेंद्र मोदी तक के मंत्रिमंडल में जगह मिली।
चौधरी चरण सिंह, राजीव गांधी व पीवी नरसिंह राव ने भी अपने मंत्रिमंडल में बेगूसराय को जगह दी। इसके अलावा बेगूसराय के लोगों ने ऐसे लोगों को भी अपना सांसद चुना है, जो अपने जमाने में राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य तो रहे ही साथ में प्रदेश की राजनीति में उनकी दमदार उपस्थिति रही।
दो बार बेगूसराय से चुने गए श्यामनंदन मिश्र विदेश मंत्री भी रहे
बेगूसराय से दो बार सांसद चुने गए श्यानंदन मिश्र जुलाई 1979 से 1980 तक केंद्र में विदेश मंत्री रहे। तब चरण सिंह प्रधानमंत्री थे। उसके पहले पंडित जवाहरलाल नेहरू ने श्यामनंदन मिश्र को 1951-52 में अपना संसदीय सचिव बनाया था। वर्ष 1957 में उन्होंने केंद्र में योजना विभाग के उप मंत्री का काम भी संभाला।
श्यामनंदन मिश्र के बाद सांसद बनीं कृष्णा शाही भी केंद्र में मंत्री बनीं
श्यामनंदन मिश्र के बाद कांग्रेस के टिकट पर कृष्णा शाही बेगूसराय की सांसद बनी थीं। वर्ष 1991 में भी वह जीतीं थीं। राजीव गांधी जिस समय प्रधानमंत्री थे उस समय वह केंद्र में मानव संसाधन विकास तथा जल संसाधन मंत्री थीं। इसके बाद पीवी नरसिंह राव के कार्यकाल में वह उद्योग, भारी उद्योग व सिविल सप्लाई व कंज्यूमर्स अफेयर्स विभाग की मंत्री रहीं।
कृष्णा शाही के बाद सांसद बने ललित विजय सिंह भी केंद्र में मंत्री बने
कृष्णा शाही के बाद जनता दल के टिकट पर ललित विजय सिंह बेगूसराय के सांसद बने। वह प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के कैबिनेट में रक्षा राज्य मंत्री थे।
रमेंद्र कुमार एटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे
वर्ष 1991 में कांग्रेस की कृष्णा शाही के बाद निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में 1996 में रमेंद्र कुमार बेगूसराय के सांसद बने। वह सीपीआइ के नेता थे और श्रमिक आंदोलन के बड़े नेता के रूप में शुमार थे। वह एटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे।
राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य रहे बड़े चेहरे भी लगातार जीतते रहे
राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य रहे बड़े चेहरे भी बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र से लगातार जीतते रहे। बिहार की राजनीति में बड़ी हैसियत रखने वाले राजो सिंह यहां से रमेंद्र कुमार के बाद कांग्रेस के टिकट पर सांसद बने। राजो सिंह के बाद जदयू के वरिष्ठ नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को बेगूसराय का सांसद बनने का मौका मिला। उनके बाद राज्य मंत्रिमंडल में भवन निर्माण मंत्री मोनाजिर हसन यहां से जदयू के टिकट पर सांसद चुने गए। बाद में नगर विकास मंत्री रहे भोला सिंह ने यहां से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीता।
नरेंद्र मोदी की सरकार में मंत्री रहे गिरिराज सिंह
केंद्रीय मंत्रिमंडल में बेगूसराय का प्रतिनिधित्व यहां से 2019 में चुने गए गिरिराज सिंह के माध्यम से भी हुआ। इस बार भी भाजपा ने उन्हें बेगूसराय से मैदान में उतारा है।
गौरव टूरिस्ट ट्रेन से करें वैष्णो देवी
8 May, 2024 03:34 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
समस्तीपुर। जिलेवासियों को भारत गौरव स्पेशल टूरिस्ट ट्रेन से सफर करने का आनंद मिलने वाला है। इस ट्रेन से माता वैष्णो देवी, हरिद्वार, ऋषिकेश, मथुरा, वृंदावन और रामलला की जन्मस्थली अयोध्या के दर्शन कर सकते हैं।
भारत गौरव ट्रेन 18 मई की सुबह न्यू जलपाईगुड़ी से चलेगी। 19 मई को पटना स्टेशन पर रात्रि 12:30 बजे रुकेगी। ऐसे में जिले के तीर्थयात्री पटना जंक्शन से इस ट्रेन में सफर कर तीर्थयात्रा कर सकते हैं। समस्तीपुर से पटना जाने की सुविधा आईआरसीटीसी द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी।
उक्त जानकारी शहर के ताजपुर रोड स्थित एक होटल में मंगलवार को आईआरसीटीसी के संयुक्त महाप्रबंधक राजेंद्र बोरबन ने प्रेस वार्ता के दौरान दी। बताया कि समस्तीपुर के लोग भारत गौरव स्पेशल टूरिस्ट ट्रेन की बुकिंग कर इन तीर्थ यात्राओं का आनंद ले सकते है। वहीं, इससे आमलोगों को भी राहत मिलेगी।
मुख्य पर्यवेक्षक संजीव कुमार ने बताया कि समस्तीपुर के तीर्थ यात्रियों को पटना से इस ट्रेन पर सवार होना होगा। वहीं, समस्तीपुर से यहां तक के लिए उनको किराया का भी भुगतान किया जाएगा। बताया कि 18 मई से चलकर विशेष ट्रेन कुल आठ रात और नौ दिन की यात्रा के दौरान उपरोक्त तीर्थ स्थलों का भ्रमण कराएगी।
ग्रुप बुकिंग पर प्रति व्यक्ति 500 रुपये की मिलेगी छूट
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगभग 33 प्रतिशत की रियायत देते हुए प्रति यात्रा शुल्क रखा गया है। इसमें दो श्रेणी को शामिल किया गया है। इकोनॉमी श्रेणी (स्लीपर) का किराया 17,900 और कंफर्ट श्रेणी (थ्री एसी) का किराया प्रति व्यक्ति 29,500 है। 10 व्यक्तियों का एक साथ बुकिंग करने पर किराया में प्रति व्यक्ति को 500 रुपये की छूट दी जाएगी।
यात्रा के दौरान मिलेगा शुद्ध शाकाहारी भोजन व नाश्ता
पैकेज में शुद्ध शाकाहारी भोजन, नाश्ता, रात्रि विश्राम, यात्रा बीमा शामिल है। टूर पैकेज में सभी जगह पर रुकने के लिए नॉन एसी रूम और बस की व्यवस्था रहेगी। ट्रेन के प्रत्येक कोच में टूर एस्कार्ट और सुरक्षा व्यवस्था रहेगी।
इन स्थानों पर करेंगे दर्शन
यात्री कटरा में माता वैष्णो देवी मंदिर, हरिद्वार में भारत माता देवी मंदिर व हर की पौड़ी में गंगा आरती, ऋषिकेश में राम झूला व त्रिवेणी घाट, मथुरा, वृंदावन और अयोध्या में राम जन्म भूमि मंदिर और सरयू नदी का दर्शन करेंगे।
IRCTC की वेबसाइट से करा सकते हैं बुकिंग
ट्रेन की यात्रा करने चाह रहे पर्यटक यात्रा संबंधित विस्तृत जानकारी एवं बुकिंग के लिए समस्तीपुर में एरिया मैनेजर प्रमोद कुमार से संपर्क कर सकते हैं। इच्छुक व्यक्ति यात्रा के लिए आईआरसीटीसी वेबसाइट पर भी संपर्क स्थापित कर सकते हैं। इसके लिए हेल्पलाइन 8595937732 नंबर जारी किया गया है।
पटना देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर
8 May, 2024 01:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। बिहार की राजधानी पटना में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 316 दर्ज किया गया, जिससे यह भारत के सबसे दूषित शहरों में दूसरे स्थान पर आ गया है। गौरतलब है कि एक्यूआई 316 बहुत खराब श्रेणी में लिया जाता है। राज्य के अन्य चार शहरों में रविवार को खराब एक्यूआई दर्ज किया गया इनमें सीवान (282), मुजफ्फरपुर (233), हाजीपुर (232) और बेतिया (221) एक्यूआई शामिल हैं।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने शाम चार बजे जारी अपने बुलेटिन में बताया था कि उत्तर प्रदेश का ग्रेटर नोएडा देश का सबसे प्रदूषित शहर है, जहां एक्यूआई 346 दर्ज किया गया है। सीपीसीबी ने चेतावनी देते हुए बताया कि लंबे समय तक बहुत खराब वायु गुणवत्ता रहने के चलते इंसान को सांस लेने संबिधित बीमारियों का सामना करना पड़ सकता हे।
फेरे पूरे नहीं हुए तो 10वें दिन दुल्हन पहुंच गई थाने
8 May, 2024 12:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। एक नई नवेली दुल्हन बनी लड़की ने पुलिस थाने में अरजी लगाई है कि उसके फेरे पूरे कराए जाएं। दुल्हन के मुताबिक बारात आई और स्टेज पर वरमाला के बाद दूल्हा मंडप में सात फेरे लेने भी पहुंचा था, लेकिन रुकावट आ गई और 10 दिन बीत जाने के बाद भी वो फेरे पूरे नहीं हो सके, जिस कारण वह अधूरी दुल्हन बनी बैठी है। यह फेरों की अजीब कहानी बिहार के आरा की बताई गई है।
जानकारी अनुसार जिले के रामपुर गांव में बीते 28 अप्रैल को एक बारात लड़की को ब्याहने के लिए पास के गांव से आई थी। द्वाराचार से लेकर जयमाला तक हर्षोल्लास से संपन्न हो गया। अब जबकि मंडप में फेरों का समय आया तो दुल्हन के चाचा और दूल्हे के भाई के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि लड़के पक्ष और लड़की पक्ष के बीच हाथापाई हो गई। यह देख मंडप में बैठा दूल्हा बगैर फेरे लिए ही अधूरी रस्मों के बीच उठकर वापस चला गया। ऐसे में सभी ने बहुत समझाया लेकिन कोई मान मनुहार काम नहीं आई। इसके दूसरे दिन 29 अप्रैल को रिश्ता तय करवाने वालों ने मध्यस्थता कर दूल्हे पक्ष को मनाने की कोशिश की। हुआ यह कि लड़के के घरवाले तो मान गए और गांव के ही नजदीक बाबा मठिया मंदिर में विवाह की बची रस्में पूरी करने के लिए वो पहुंच भी गए, लेकिन यहां पर दूल्हा नहीं पहुंचा।
इसके बाद थक-हारकर दुल्हन के परिजन थाने पहुंचे हैं, जहां उन्होंने पुलिस से मदद की गुहार लगाई है। दुल्हन ने भी थाना प्रभारी से बिनती की है कि उसकी शादी की अधूरी रस्मों को पूरा करवा दें, ताकि वो पूरी दुल्हन बन अपने ससुराल जा सके। वहीं लड़की वालों ने कहा कि यदि शादी नहीं हुई तो परिवार लड़के पक्ष पर कानूनी कार्रवाई करवाने के लिए बाध्य होगा। फिलहाल यह सिर्फ अर्जी दी गई है, न कि किसी के खिलाफ कोई मामला दर्ज करवाया गया है। दोनों ही परिवार के लोग बातचीत से मसला का हल निकालने की कोशिश कर रहे हैं।