बिहार-झारखण्ड
पटना : सीएम नीतीश कुमार पीएम मोदी के नॉमिनेशन में नहीं होंगे शामिल
14 May, 2024 03:58 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अस्वस्थ हो गए हैं। सीएम हाउस में डॉक्टरों की टीम लगातार उनका देखरेख कर रही है। स्वास्थ्य को देखते हुए मुख्यमंत्री के कार्यालय की ओर से एक चिट्ठी जारी की गई है। इसमें स्पष्ट लिखा गया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अस्वस्थ हो गए हैं। इसलिए आज उनके सारे कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। बताया जा रहा है आज सीएम नीतीश पीएम नरेंद्र मोदी के नॉमिनेशन में वाराणसी जाने वाले थे। लेकिन, अस्वस्थ होने के कारण अब वह पीएम के कार्यक्रम में नहीं शामिल हो पाएंगे। इतना ही नहीं आज शाम में सीएम नीतीश कुमार भाजपा के दिग्गज नेता व पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के अंतिम संस्कार में भी शामिल होने वाले थे लेकिन अब वहां भी नहीं जा पाएंगे।
इधर, सीएम नीतीश कुमार के अस्वस्थ होने की खबर आने से पहले मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से एक चिट्ठी जारी की गई थी। इसमें लिखा गया था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूर्व उपमुख्यमंत्री और पूर्व राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी के निधन पर मर्माहत हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्व. सुशील कुमार मोदी का पार्थिव शरीर दिल्ली से पटना विशेष विमान से लाया जायेगा। उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ संपन्न होगा।
मुख्यमंत्री ने उनकी धर्मपत्नी जेसिस जार्ज से दूरभाष पर वार्ता कर उन्हें सांत्वना दी। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति तथा सुशील कुमार मोदी के परिजनों, समर्थकों और प्रशंसकों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है। वहीं सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि स्व. सुशील कुमार मोदी जेपी आंदोलन के सच्चे सिपाही थे। उपमुख्यमंत्री के तौर पर भी उन्होंने हमारे साथ काफी वक्त तक काम किया। मेरा उनके साथ व्यक्तिगत संबंध था और उनके निधन से मैं मर्माहत हूं। मैनें आज सच्चा दोस्त और कर्मठ राजनेता खो दिया है। उनके निधन से राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है।
सुशील मोदी का पार्थिव शरीर पहुंचा पटना
14 May, 2024 03:47 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी के निधन की सूचना मिलते ही देश भर में सोमवार की देर शाम शोक की लहर दौड़ गई। पक्ष और विपक्ष के लगभग सभी नेताओं ने शोक प्रकट किया। उन्होंने लिखा उनका निधन बिहार भाजपा के लिए अपूरणीय क्षति है।बता दें कि सुशील मोदी का अंतिम संस्कार पटना में होगा। दिल्ली से उनके पार्थिव शरीर को विशेष विमान से पटना लाया गया है। सुशील मोदी के पार्थिव शरीर को एयरपोर्ट से उनके आवास ले जाया जाएगा, जहां लोग श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे।सुशील मोदी का पार्थिव शरीर पटना एयरपोर्ट पर पहुंच गया है। बता दें कि सुशील मोदी के पार्थिव देह को दोपहर 12 बजे पटना एयरपोर्ट पर लाया जाना था।
परंतु इसमें करीब डेढ़ घंटे की देरी हुई है। ऐसे में अंतिम संस्कार के लिए पूर्व में तय किए गए समय से अधिक वक्त लग सकता है। प्रदेश भाजपा ने आज के अपने सभी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है।सुशील मोदी की अंतिम यात्रा राजेंद्र नगर आवास से संघ कार्यालय विजय निकेतन दिनकर चौराहा- नाला रोड, भट्टाचार्य मोड़, एक्जीबिशन रोड चौराहा, डाकबंगला चौराहा, कोतवाली थाना, इस्कॉन मंदिर, बुद्ध मार्ग पुल होते हुए सप्तमूर्ति पहुंचेगी, बिहार विधान सभा में उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी। इसके बाद वहां से भाजपा प्रदेश कार्यालय में उनको श्रद्धांजलि दी जाएगी।
भाजपा प्रदेश कार्यालय से आयकर गोलंबर, पुनाईचक, विश्वेश्वरैया भवन से अटल पथ होते हुए दीघा घाट सुशील मोदी की अंतिम यात्रा पहुंचेगी। यहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार होगा।बता दें कि एयरपोर्ट पर सुशील मोदी का पार्थिव शरीर लाए जाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी के कई नेता हवाई अड्डे पर पहुंचे हुए हैं।इनमें उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा, पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन, पद्मश्री विमल जैन के अलावा कई भाजपा विधायक और प्रदेश पदाधिकारी, कार्यकर्ता भी मौजूद हैं।इधर, राज्य सरकार के स्वास्थ्य एवं कृषि मंत्री मंगल पांडेय के अलावा मंत्री नीतीश मिश्रा, नीरज बबलू कई नेता राजेंद्र नगर स्थित सुशील मोदी के आवास पर पहुंच गए हैं।
चुनाव ड्यूटी में तैनात जवानों को मिलेगा सत्तू-प्याज, नींबू और कच्चा आम, साफ पानी के साथ पौष्टिक भोजन का भी इंतजाम
14 May, 2024 03:41 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
धनबाद। भीषण गर्मी के बीच चुनाव ड्यूटी करने वाले सभी प्रकार के सुरक्षा बलों को सुरक्षित रखने के लिए पुलिस महानिदेशक ने खान-पान से लेकर चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर अपना आदेश दे दिया है। इसके तहत चुनाव ड्यूटी करने वाले जवानों के लिए प्लाटूनवार सत्तू, नींबू, प्याज, कच्चा आम, ओआरएस, इलेक्ट्राल पाउडर की पूर्ण व्यवस्था करने की बात कही गई।
जवानों को फर्स्ट एड किट देने का भी आदेश
इसके साथ ही फर्स्ट एड किट भी इन्हें दिए जाने का आदेश दिया गया है। जहां भी जवानों को तैनात किया जा रहा है वहां गुणवत्तापूर्ण भोजन के साथ स्वच्छ पानी देने का आदेश है। यह भी हिदायत दी गई है कि ड्यूटी में लगे जवानों को जो दवाएं दी जा रही हैं वह एक्सपायरी डेट की ना हो।
जवानों को नहीं मिली अग्रिम राशि
चुनाव ड्यूटी में जाने वाले जवानों को अग्रिम राशि देने का भी प्रविधान है, लेकिन विशेष कर होमगार्ड जवानों को यह राशि उपलब्ध नहीं हो सकी है। झारखंड गृह रक्षा वाहिनी धनबाद से कुल 463 जवानों को चुनाव ड्यूटी में तैनात किया गया है। झारखंड होमगार्ड वेलफेयर एसोसिएशन के रवि मुखर्जी ने बताया कि धनबाद के जो जवान जिले से बाहर अथवा धनबाद में चुनाव ड्यूटी कर रहे हैं, उन्हें जरूरी सामग्री भी उपलब्ध नहीं करायी गई है। जबकि अभी तक अग्रिम का भी भुगतान नहीं किया गया है। धनबाद के होमगार्ड जवानों को थाना, एफएसटी एवं जिले की समीओं पर तैनात किया गया है। जवान पूरी मुश्तैदी से अपनी ड्यूटी तो कर रहे हैं, लेकिन उन्हें कोई व्यवस्था नहीं मिल रही है। विभाग को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है।
'काम के नाम पर किया लूट-भ्रष्टाचार...', सीता सोरेन ने चंपई सरकार पर साधा निशाना, लोगों से कर दिया ये वादा
14 May, 2024 03:32 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जामताड़ा। सोमवार को दुमका लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी सीता सोरेन ने जामताड़ा विधानसभा के तरणी आदिवासी टोला क्षेत्र में जनसंपर्क अभियान चलाया। इस दौरान उनके साथ भाजपा नेता वीरेंद्र मंडल समेत तमाम पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
सीता सोरेन तरणी गांव के आदिवासी टोला के सभी आदिवासी भाई-बहनों से मिली और उनकी समस्याओं से अवगत हुई। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में किए गए विकास कार्यों के बारे में जानकारी दी। वहीं, ग्रामीणों ने सीता सोरेन का स्वागत किया। वीरेंद्र मंडल ने भाजपा प्रत्याशी सीता सोरेन के समर्थन में वोट मांगा और उन्हें भारी बहुमत से जिताकर केंद्र में नरेंद्र मोदी को फिर से देश का प्रधानमंत्री बनाने की बात कही।
इंडी गठबंधन पर सीता सोरेन ने साधा निशाना
वहीं, सीता सोरेन ने इस दौरान इंडी गठबंधन की सरकार पर भी निशाना साधा। सीता सोरेन ने कहा कि झारखंड में मौजूदा इंडी गठबंधन की सरकार ने प्रदेश को सिर्फ लूटने का काम किया है। यहां विकास का काम रसातल में चला गया हैं। किसी प्रकार का विकास कार्य नहीं हो रहा है। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि जामताड़ा विधानसभा के आदिवासी भाई-बहनों का लगातार शोषण हो रहा है। उन्हें मूलभूत सुविधाओं से दूर रखा जा रहा है। दुमका लोकसभा का चुनाव जीतने के बाद जामताड़ा विधानसभा में सभी विकास कार्य करवाना हमारी प्राथमिकता होगी। वहीं, मंडल ने संबोधन के दौरान कहा कि दुमका लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी सीता सोरेन को जिताकर दिल्ली भेजना है।
कार्यक्रम के दौरान ये लोग रहे मौजूद
मौके पर मुख्य रूप से जामताड़ा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष रणजीत राणा, भाजपा जिला अध्यक्ष सुकुमार सरखेल, पबिया मंडल अध्यक्ष कार्तिक भंडारी, जामताड़ा नगर मंडल अध्यक्ष पिंटू गुप्ता, जिला परिषद प्रतिनिधि सुनील हांसदा मुकेश यादव, प्रधान टुडू, सुरेश टुडू निशिकांत टुडू ,वलदेव मुर्मू, मोहन टुडू अवेश्वर हांसदा, रुक्मिणी सोरेन समेत सैंकड़ो की संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
चर्चित BJP नेता हत्याकांड मामले में कोर्ट ने सुनाया फैसला, RJD के बाहुबली विधायक रितलाल यादव को किया बरी
14 May, 2024 01:32 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। चर्चित भाजपा नेता सत्यनारायण सिन्हा हत्याकांड मामले में एमपी/एमएलए अदालत के विशेष न्यायाधीश सारिका बहालिया की अदालत ने मामले के आरोपित दानापुर के विधायक रीतलाल यादव सहित चारों आरोपितों को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया है। मामले के अन्य आरोपित रंजन, श्रवण और सुनील हैं।
एक टिकट से दो खेल! NDA-RJD का 4 जून से पहले विधानसभा के लिए अलग दांव, सियासी गोलबंदी तेज
14 May, 2024 01:28 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। चार जून को जब लोकसभा चुनाव के परिणाम निकलेंगे तो उसमें अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम की भी झलक मिलेगी। लोकसभा चुनाव के प्रचार के समय ही लोगों को अगले चुनाव के लिए सतर्क किया जा रहा है। राजग (NDA) के डबल इंजन सरकार के प्रचार में विधानसभा चुनाव में गठबंधन के पक्ष में वोट करने की अपील अंतरनिहित है। महागबंधन के प्रचार में भी अगली बार, तेजस्वी सरकार (Tejashwi Yadav) की मांग साफ सुनाई देती है। महागठबंधन युवाओं को आश्वासन दे रहा है कि केंद्र और राज्य में महागठबंधन यानी आईएनडीआईए की सरकार बनती है तो उनके लिए सरकारी नौकरियों का इतना बड़ा दरवाजा खुलेगा, जिसमें सभी बेरोजगार प्रवेश कर जाएंगे।
सोशल इंजीनियरिंग के आधार पर लड़ा जाता है राज्य का चुनाव
राज्य का चुनाव हमेशा सामाजिक समीकरण यानी सोशल इंजीनियरिंग के आधार पर लड़ा जाता है। विभिन्न जाति समूहों को किसी गठबंधन के पक्ष में वोट करने के लिए सहमत कर लेना ही यहां सोशल इंजीनियरिंग है। कभी कांग्रेस की जीत सवर्ण, मुसलमान और वंचितों (अनुसूचित जातियों)की एकमुश्त गोलबंदी के आधार पर बनती थी। भागलपुर का कुख्यात सांप्रदायिक दंगा और मंडल के प्रादुर्भाव के बाद तत्कालीन जनता दल ने मुसलमानों को उस समीकरण से बाहर कर अपने साथ जोड़ लिया। कांग्रेस के पास वंचित और सवर्ण रह गए। मंडल आंदोलन में तेजी आई और उसके मुकाबले मंदिर आन्दोलन शुरू हुआ तो सवर्ण भाजपा से जुड़ गए। वंचितों के वोट कई हिस्से में विभाजित हुए। लेकिन, 1995 के विधानसभा चुनाव के साथ एक बड़ी सामाजिक गोलबंदी सामने आई, जिसने उस समय के जनता दल और उसके नेता लालू प्रसाद को अपराजेय बना दिया। यही वह समय था, जब मंडल और मंदिर से इतर लालू प्रसाद (Lalu Yadav) के पक्ष और विपक्ष में गोलबंदी होने लगी।
2005 में लालू प्रसाद बिहार की सत्ता से बाहर हो गए
इसका परिणाम ठीक 10 साल बाद आया, जब 2005 में लालू प्रसाद बिहार की सत्ता से बाहर हो गए। उनके पास सोशल इंजीनियरिंग के नाम पर माय समीकरण बचा रह गया था। बिहार में इस समय लोकसभा चुनाव की रणनीति और प्रचार-प्रसार पर ध्यान दें तो साफ लगेगा कि यह वर्तमान से अधिक अतीत पर आश्रित है। लालू प्रसाद महागठबंधन को 1995 के जनाधार के स्तर पर लाना चाह रहे हैं। उधर राजग की रणनीति का मूल पाठ यह है कि कैसे लालू प्रसाद और उनके गठजोड़ को 2005 की तरह किनारे कर दिया जाए।
यही कारण है कि राजग के नेता केंद्र में दस साल और राज्य में 19 साल की सरकार की उपलब्धियों के साथ लालू प्रसाद के शासन का डर दिखा रहे हैं। क्योंकि विकास की भौतिक उपलब्धियों के बाद भी लालू प्रसाद का डर विरोधी वोटों की गोलबंदी का अबतक सबसे बड़ा सूत्र रहा है। यही वह डर है, जिसने अगड़े-पिछड़े के भेद को मिटाकर बड़ी आबादी को राजग के पक्ष में गोलबंद कर दिया था। राजग की रणनीति से लालू प्रसाद परिचित हैं। लोकसभा चुनाव के टिकट बंटवारे में महागठबंधन ने चतुराई का परिचय दिया। 2005 से लेकर उसके बाद तक कई जातियां लालू प्रसाद से छिटक कर राजग के पाले में चली गई।
किस समाज को नहीं इस बार नहीं मिली टिकट
इनमें पिछड़ी और अति पिछड़ी जातियों के अलावा सवर्ण और वंचित हैं। महागठबंधन ने लोकसभा की 40 में से 20 टिकट उन जातियों के बीच बांट दिए, जिन्हें 2005 और उसके बाद राजग के घटक दलों से जोड़ कर देखा जाता था। कुशवाहा, वैश्य और भूमिहार के अलावा वंचितों में पासवान को राजग के कट्टर समर्थक के रूप में देखा जाता था। महागठबंधन के 20 उम्मीदवार इन्हीं जातियों के हैं। हां, 36 प्रतिशत की आबादी वाली अति पिछड़ी जातियों को उनकी संख्या के अनुपात में उम्मीदवारी नही दी गई। इनके दो उम्मीदवार बनाए गए।
इन्हें अब भी राजग के खाते में माना जाता है। लोकसभा चुनाव परिणाम से यह भी पता चलेगा कि लालू प्रसाद अपनी सोशल इंजीनियरिंग में किस हद तक सफल हुए। अगर उन्हें सफलता मिल जाती है तो विधानसभा चुनाव में भी इसी पैटर्न पर टिकट का वितरण कर वे 20 साल बाद 2025 में फिर से सत्ता में आने का सपना देेख सकते हैं। तब वे 1995 के अपने आधार को छूने के बारे में सोच सकते हैं। यही कारण है कि राजग पुराने शासन की याद दिला रहा है। इधर राजद (RJD) खुल कर मंडल के दौर की वापसी का प्रयास कर रहा है।
बोधगया में अग्निपथ योजना के लिए भर्ती रैली 25 जून से
14 May, 2024 01:23 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गया। अग्निपथ योजना के लिए भर्ती रैली 25 जून से पांच जुलाई तक चलेगी। यह रैली बोधगया के बिहार स्पेशल आर्म्ड पुलिस ग्राउंड में होगी। इसमें 11 जिलों के अभ्यर्थी शामिल होंगे। इनमें लखीसराय, नवादा, जहानाबाद, रोहतास, जमुई, नालंदा, औरंगाबाद, शेखपुरा, कैमूर गया एवं अरवल के साढ़े चार हजार अभ्यर्थी भाग लेंगे।
भर्ती रैली के लिए तैयारियां जोरो पर
इससे पहले लिखित परीक्षा में लगभग 11 हजार युवाओं ने भाग लिया था। इनमें से सफल अर्भ्यथियों को दौड़ एवं मेडिकल जांच के लिए बुलाया गया है। भर्ती रैली के आयोजन को लेकर सोमवार को समाहरणालय में बैठक हुई। डीएम डा. त्यागराजन एसएम ने कहा कि भर्ती रैली के लिए ग्राउंड को समतल कराया जाएगा। सेना बहाली के पदाधिकारी ने डीएम से वाटरप्रूफ पंडाल, ट्रैफिक कंट्रोल, पर्याप्त चिकित्सीय व्यवस्था इत्यादि की मांग की।
रैली में इन चीजों का रहेगा इंतजाम
डीएम ने कहा कि फायर सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए पूरी व्यवस्था रखें। जून में प्रचंड गर्मी की संभावना है, इसके देखते हुए हर अभ्यर्थी के पास ओआरएस पैकेट उपलब्ध रखवाएं। पैरासिटामोल दवा के साथ आइस पैक, ठंडे पानी की व्यवस्था रहे। इस रैली के नोडल पदाधिकारी जिला सामान्य शाखा प्रभारी पदाधिकारी राहुल कुमार बनाए गए हैं। बैठक में नगर पुलिस अधीक्षक प्रेरणा कुमार, जिला आपूर्ति पदाधिकारी जर्नादन प्रसाद अग्रवाल, पुलिस उपाधीक्षक यातायात निशु मलिक आदि उपस्थित थे।
क्या है अग्निपथ योजना
गौरतलब है कि भारत सरकार ने तीनों सेनाओं में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना लांच की है, जिसका उद्देश्य भारत के युवाओं को आर्म्ड फोर्सेस में बतौर अग्निवीर सेवा का मौका देने का है। इन्हें चार साल तक सेवा देने का मौका मिलेगा। इसके बाद 75 फीसद अग्निवीर सेवानिवृत्त हो जाएंगे, जबकि 25 फीसदी युवाओं की स्थायी भर्ती की जाएगी। हालांकि, सेवानिवृत्त अग्निवीरों को मंत्रालय-कॉरपोरेशन में नौकरी के लिए तवज्जो दी जाएगी।
पहली शादी के बाद मांगा 10 लाख, नहीं मिले तो रचाया दूसरा विवाह
14 May, 2024 01:19 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। पटना हाई कोर्ट ने दो दशक पहले सार्वजनिक क्षेत्र के एक संगठन में साथ काम करते हुए प्रेम विवाह करने वाले एक जोड़े की वैवाहिक स्थिति को बरकरार रखते हुए, अपनी कानूनी रूप से विवाहित पहली पत्नी को छोड़ने के लिए पति पर एक लाख रुपये का मुकदमा खर्च लगाया। न्यायाधीश पीबी बजनथ्री एवं न्यायाधीश अरुण कुमार झा की खंडपीठ ने भागलपुर के तिलकामांझी निवासी नीरज कुमार सिंह की अपील को खारिज करते हुए भागलपुर के परिवार न्यायालय के निर्णय को बरकरार रखा, जिसने अपीलकर्ता (पति) को पहली पत्नी टेसू कुमारी के साथ अपने वैवाहिक संबंध को बहाल करने का निर्देश दिया था, जिसे उसने शादी के दो वर्ष बाद ही छोड़ दिया था।
खंडपीठ ने कहा कि नीरज ने बिना किसी उचित कारण के टेसू को छोड़ दिया और इसलिए वह इस निर्णय की तारीख से छह महीने के भीतर मुकदमे की लागत की राशि का भुगतान करने के लिए उत्तरदायी है।
क्या है मामला
एलआईसी की भागलपुर स्थित एक शाखा में अपीलकर्ता ने 9 नवंबर, 2003 को बगैर पारिवारिक सहमति से भागलपुर में हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार प्रतिवादी टेसू कुमारी के साथ विवाह किया। अपीलार्थी एवं प्रतिवादी लगभग दो वर्षों तक शांतिपूर्वक वैवाहिक जीवन व्यतीत करता रहा, लेकिन जब यह तथ्य अपीलार्थी के माता-पिता को ज्ञात हुआ, उन्होंने अपीलार्थी पर समान जाति की दूसरी महिला के साथ अच्छा दहेज लेकर विवाह करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया।
धन के लालच में पहली पत्नी से बनाई दूरी
धन के लालच में और अपनी मां के उकसावे में आकर अपीलार्थी ने प्रतिवादी से 10 लाख रुपये की मांग की और मांग पूरी न होने पर अपीलार्थी ने प्रतिवादी से दूरी बनानी शुरू कर दी और बाद में दहेज लेकर दूसरी महिला के साथ विवाह कर लिया। अपीलार्थी की दूसरी शादी के बारे में पता चलने पर प्रतिवादी अपीलार्थी के पैतृक निवास पर गई, लेकिन अपीलार्थी के परिवार के सदस्यों ने प्रतिवादी के साथ दुर्व्यवहार किया और उसे धमकाया।
लगातार दहेज की मांग के कारण प्रतिवादी ने अपीलार्थी और उसकी मां के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता की धारा 498ए और दहेज प्रतिषेध अधिनियम की धारा 3/4 के तहत अपराध के लिए एफआईआर दर्ज कराई। प्रतिवादी ने वैवाहिक अधिकारों की बहाली के लिए परिवार न्यायालय के समक्ष याचिका दायर की। तथ्यों के मद्देनजर परिवार न्यायालय ने शादी को वैध ठहराते हुए पहली पत्नी के साथ वैवाहिक अधिकारों की बहाली का आदेश दिया था। अपीलकर्ता पति ने परिवार न्यायालय के इसी निर्णय को हाई कोर्ट में चुनौती दी थी।
पढ़ाई का था दबाव, शाम को पिता से बोला- हमसे नहीं होगा...; रात में फंदे से झूल गया
13 May, 2024 02:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भागलपुर। विश्वविद्यालय थानाक्षेत्र स्थित अंबेडकर आवासीय विद्यालय, कंपनीबाग में कक्षा आठवीं के छात्र ने फांसी लगा आत्महत्या कर ली। छात्र की पहचान गौराडीह निवासी मनोज पासवान के पुत्र अखिलेश पासवान के रूप में हुई है।
छात्रावास प्रबंधन को घटना की जानकारी सोमवार की सुबह सफाईकर्मी के आने के बाद तब हुई जब सफाईकर्मी कमरे की सफाई करने पहुंचा। वहां फंदे पर अखिलेश का शव लटक रहा था। उसने शोर मचाया फिर घटना की जानकारी विश्वविद्यालय थाने को दी गई। विश्वविद्यालय थानाध्यक्ष सुप्रिया कुमारी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंची और प्रारंभिक छानबीन बाद फारेंसिक जांच टीम को भी सूचना देकर नाथनगर से बुलाया। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल और उसके इर्दगिर्द से कुछ नमूने लिए हैं। प्रारंभिक छानबीन में फारेंसिक टीम और पुलिस आत्महत्या किए जाने की बात कही है।
आत्महत्या या हत्या? दोनों बिंदुओं पर जांच कर रही पुलिस
हालांकि, पुलिस आत्महत्या और हत्या दोनों बिंदुओं पर छानबीन कर रही है। पुलिस की प्रारंभिक छानबीन में यह बात सामने आई है कि अखिलेश ने रविवार की शाम अपने पिता मनोज पासवान से बात की थी। पढ़ाई को लेकर वह काफी दबाव में था। पिता से बोला भी कि हमसे पढ़ाई नहीं हो सकेगी।
छात्र पर था पढ़ाई का प्रेशर
थानाध्यक्ष सुप्रिया कुमारी ने पिता से इस संबंध में पूछताछ भी की तो पिता ने कहा कि पुत्र से रविवार को जो बात हुई वह पढ़ाई को लेकर काफी दबाव में था। पुलिस टीम छात्रावास के कुछ बच्चों से भी पूछताछ की है। शव का पंचनामा कर उसे पोस्टमार्टम के लिए नौलखा कोठी भेज दिया है।
एक तरफ खाता खोलने का दबाव, दूसरी तरफ जीत बचाए रखने की चुनौती
13 May, 2024 02:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना। बिहार में लोकसभा के छठे चरण में आठ सीटों पर 25 को मतदान होना है। जिन सीटों पर चुनाव होना है उनमें वाल्मीकि नगर, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, शिवहर, गोपालगंज, सिवान, महाराजगंज और वैशाली हैं। ये सभी सीटें फिलहाल एनडीए गठबंधन के पास हैं।
इन आठ सीटों में एक तरफ तो खाता खोलने का दबाव है तो दूसरी ओर जीत बनाए रखने की चुनौती। बीते 10 वर्षों से महागठबंधन अलग-अलग राजनीतिक दलों का गठजोड़ बना यहां से जीत के प्रयास कर रहा है, लेकिन सफलता उससे दूर रही है।
छठे चरण की 8 सीटों का समीकरण
छठे चरण की इन आठ सीटों पर बीते 10 वर्षों की बात करें तो यहां से महागठबंधन के तमाम प्रयास लोकसभा चुनाव के दौरान फेल होते रहे हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव के आंकड़े बताते हैं कि आठ में चार सीट पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर और महाराजगंज में भाजपा के उम्मीदवार जीते थे। जबकि तीन सीटों वाल्मीकि नगर, सिवान और गोपालगंज सीटों पर जदयू उम्मीदवार जीते थे।
वहीं, लोजपा ने वैशाली सीट पर जीत दर्ज कराई थी। 2019 में वाल्मीकि नगर में जदयू उम्मीदवार का मुकाबला कांग्रेस से था। पश्चिम और पूर्वी चंपारण में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के उम्मीदवार भाजपा के सामने थे। शिवहर, वैशाली, गोपालगंज, महाराजगंज, सिवान पर जीत का जिम्मा राजद उम्मीदवारों पर था, लेकिन इन सभी सीटों पर एनडीए उम्मीदवारों ने विरोधियों को शिकस्त देकर सीटें अपने नाम कर ली थी।
इसके पूर्व 2014 के चुनाव में सात सीटों वाल्मीकि नगर, पूर्वी और पश्चिम चंपारण, शिवहर, गोपालगंज, सिवान, महाराजगंज पर भाजपा ने अपने उम्मीदवार उतारे थे जबकि वैशाली सीट पर लोजपा उम्मीदवार रामा किशोर सिंह मैदान में थे। मुकाबले की बात करें तो वाल्मीकि नगर और गोपालगंज में भाजपा का मुकाबला कांग्रेस से था।
पश्चिम चंपारण में जदयू भाजपा आमने-सामने थे। जबकि अन्य पांच सीटों पर मुकाबले में राजद खड़ा था, लेकिन पहले 2014 और इसके बाद 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में इन सीटों पर भाजपा और लोजपा की रणनीति के आगे और मोदी लहर में विरोधी एक भी सीट जीत नहीं पाए।
2024 के लोकसभा चुनाव में इस बार वाल्मीकि नगर में जदयू उम्मीदवार के सामने राजद होगा। पूर्वी चंपारण और पश्चिम चंपारण सीट पर भाजपा के दो कद्दावर उम्मीदवारों के सामने पूर्वी चंपारण में वीआइपी जबकि पश्चिम चंपारण में कांग्रेस उम्मीदवार होंगे। गोपालगंज में भी जदयू का सामना वीआइपी उम्मीदवार से होगा।
महाराजगंज में भाजपा की लगातार तीसरी जीत रोकने का जिम्मा इस बार कांग्रेस के पास है। इन सीटों के अलावा सिवान, वैशाली और शिवहर में एनडीए की जीत के रथ को रोकने का दारोमदार राजद उम्मीदवार के पास होगा। छठे चरण के इस चुनाव में दोनों गठबंधनों के लिए रण का मैदान आसान नहीं।
यह जरूर है कि भाजपा अधिकांश सीटों पर जीत दर्ज कराती रही है। जाहिर है उसके पास अपनी सीटें बचाए रखने की चुनौती है। लेकिन तमाम दबाव के बाद भी महागठबंधन दस वर्ष बाद अपना खाता खोलने के लिए जी जान लगा रहा है।
Hemant Soren की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई
13 May, 2024 02:27 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी कोर्ट से राहत नहीं मिली है। अदालत में उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी है। भूमि घोटाला मामले में उनकी ओर से जमानत याचिका दाखिल की गई थी। इस मामले में बीते 4 मई को सुनवाई पूरी होने के बाद अदालत में फैसला सुरक्षित रख लिया था। इससे पहले बीते तीन मई को झारखंड हाई कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी थी।
सुप्रीम कोर्ट में हुई जमानत याचिका पर सुनवाई
पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान अदालत ने ईडी को नोटिस जारी किया है। मामले में अगली सुनवाई 17 मई को होगी। हाई कोर्ट से राहत नहीं मिलने के बाद हेमंत सोरेन ने सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल की है, जिसमें ईडी की गिरफ्तारी को चुनौती दी गई है। पूर्व मुख्यमंत्री ने जमीन घोटाले से जुड़े धन शोधन के मामले में ईडी की गिरफ्तारी को चुनौती दी है। ईडी ने उन्हें 31 जनवरी की रात को पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। इसके बाद से वह रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारावास में बंद हैं। आज जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की पीठ ने उनकी याचिका पर सुनवाई की।
10 मई को सुप्रीम कोर्ट में हुआ एक याचिका का निपटारा
10 मई को सुप्रीम कोर्ट ने हेमंत सोरेन की एक अन्य याचिका का निपटारा किया था। इसमें पूर्व सीएम ने ईडी की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका पर फैसला सुनाने के लिए हाई कोर्ट को निर्देश देने की मांग की थी, जिसे अप्रासंगिक बताते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें अंतरिम जमानत देने से इनकार कर दिया। चूंकि इससे पहले ही हाई कोर्ट का फैसला आ गया था इसलिए याचिका को प्रभावहीन बताया गया, जिस पर सुनवाई नहीं की जा सकती।
इस मामले में हुई थी हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी
बता दें कि रांची के बरियातु स्थित सेना के कब्जे वाली 8.86 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा करने के आरोप में ईडी ने पूछताछ के बाद 31 जनवरी, 2024 को गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तारी के बाद ईडी को हेमंत सोरेन की 13 दिन की रिमांड मिली थी। वहीं गिरफ्तारी के बाद 15 अप्रैल 2024 को हेमंत सोरेन ने कोर्ट में जमानत याचिका डाली थी।
झारखंड के इस गांव में कोई नहीं कर रहा मतदान
13 May, 2024 02:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चक्रधरपुर। सिंहभूम लोकसभा के चक्रधरपुर प्रखंड के बरकानी गांव में सड़क नहीं बनने से ग्रामीणों में आक्रोश दिखा। इसका असर सोमवार को होने वाले लोकसभा चुनाव के मतदान में देखने को मिला। ग्रामीणों ने एकजुट होकर वोट बहिष्कार करने का निर्णय लिया।
मतदान केंद्र नहीं पहुंचे एक भी मतदाता
पश्चिमी सिंहभूम के चक्रधरपुर प्रखंड बूथ संख्या 83 प्राथमिक विद्यालय बारकनी के मतदान केंद्र में एक भी मतदाता नहीं पहुंचे। मतदाताओं को समझने के लिए चक्रधरपुर अंचल अधिकारी व टोकलो थाना प्रभारी परमेश्वर उरांव पहुंचे लेकिन मतदाता पदाधिकारी का बात तक नहीं सुनी।
बारिश के समय और हो जाती हालत खराब
ग्रामीणों का एक ही मांग है कि गांव में सड़क व पेयजल की सुविधा नहीं होने के कारण वोट बहिष्कार किया जा रहा है। लगातार जिला प्रशासन से सड़क व पेयजल संकट को लेकर अवगत कराया गया, लेकिन अभी तक गांव में सड़क तक नहीं बना। पक्की सड़क नहीं होने के कारण ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि वर्षा के दिनों में सड़क पूरी तरह से कीचड़मय हो जाती है।
लगातार पत्राचार के बाद भी नहीं समस्या का समाधान
गर्भवती महिलाओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। अस्पताल ले जाने में काफी कठिनाई होती है। स्थानीय जनप्रतिनिधि को भी लगातार पत्राचार किया गया था, लेकिन इसका समाधान नहीं हो पाया जिसके कारण ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। इधर, पीठासीन पदाधिकारी के मुताबिक एक घंटा हो चुका है, लेकिन एक भी मतदाता मतदान केंद्र नहीं पहुंचे।
तराजू पर तौलते वक्त हुआ जोरदार धमाका
13 May, 2024 01:31 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मेदिनीनगर (पलामू)। पलामू जिले के मनातू थाना क्षेत्र अंतर्गत नौडीहा गांव में कबाड़ में विस्फोट होने से तीन बच्चे समेत चार की मौत हो गई। मृतकों में इश्तियाक अंसारी, उसका बेटा शहादत अंसारी, अकबर अंसारी का बेटा वारिस अंसारी, हजरत अंसारी का बेटा शाहिद अंसारी शामिल है। जबकि तीन गंभीर रुप से घायल हैं।
घायलों का अस्पताल में इलाज जारी
घायलों में मृतक इश्तियाक की पत्नी महरूमा, बेटा मजीद अंसारी, बेटी रुखसाना खातून व अफसाना खातून शामिल है। सभी घायलों का मेदिनीराय मेडिकल काॅलेज सह अस्पताल लाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। बताया गया कि इश्तियाक अंसारी गांव-गांव घूम कर आइसक्रीम के बदले कबाड़ की खरीद करता था। रविवार को भी वह आइसक्रीम के बदले कबाड़ की खरीद कर आया था। उस कबाड़ में डीजल पंप सेट का सक्शन पाइप था। संभवत: उसमें बम था।
कबाड़ को तराजू पर चढ़ाते ही हुआ विस्फोट
उसको जैसे ही अन्य कबाड़ के साथ तौलने के लिए तराजू पर चढ़ाया, उसमें जोरदार विस्फोट हो गया। जिसमें इश्तियाक अंसारी समेत उपरोक्त तीन बच्चों की मौत हो गई। मृत वारिस अंसारी के पिता अकबर अंसारी ने बताया कि इश्तियाक अंसारी आइसक्रीम बेचता था। शाम को लौटने पर वह बच्चों को बचा हुआ आइसक्रीम देता था। इसलिए उसके आने पर बच्चे चले थे।
घटना की छानबीन जारी
बच्चे रविवार को आइसक्रीम के लालच में उसके घर गए थे, इस दौरान हादसा हो गया। जिसका शिकार इश्तियाक के साथ-साथ बच्चे हो गए। इस संबंध में मनातू थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। छानबीन के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि उसका क्या कारण है।
झारखंड में पहले चरण के मतदान के दिन कुछ ऐसा रहेगा मौसम
13 May, 2024 01:27 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। बीते कुछ दिनों से राजधानी रांची समेत आसपास के जिलों में लोगों को तपिश भरी गर्मी से राहत मिल रही है। रांची के आसपास के जिलों में हुई वर्षा ने तापमान गिरा दिया है। रविवार को हजारीबाग में सबसे अधिक वर्षा 30.6 मिमी हुई। जबकि रांची में खिली धूप का असर देखा गया, लेकिन तपिश कम होने से लोगों को राहत मिल रही है।
आज भी कहीं-कहीं मेघगर्जन के साथ होगी हल्की वर्षा
मौसम विज्ञान केंद्र रांची के पूर्वानुमान में बताया गया है कि 14 मई तक राजधानी समेत राज्य के अधिकांश हिस्सों में आंशिक बादल छाए रहेंगे। साथ ही मेघगर्जन के साथ वज्रपात को ले यलो अलर्ट भी जारी किया गया है। बता दें कि 13 मई को राज्य के उत्तर-पूर्वी हिस्से देवघर, दुमका, गोड्डा, पाकुड़, जामताड़ा, गिरिडीह और साहिबगंज के साथ दक्षिणी हिस्से पूर्वी व पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा और सरायकेला खरसावां में मेघगर्जन के साथ हल्की वर्षा हो सकती है।
अगले कुछ दिनों में फिर से बढ़ेगा तापमान
14 मई को उत्तर पूर्वी क्षेत्रों में यही स्थिति बनी रहेगी। इस दौरान 30 से 40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा बहने की भी संभावना है। मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद ने बताया कि राजधानी समेत पूरे राज्य में अगले दो दिनों में अधिकतम तापमान में बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। इसके बाद अगले तीन दिनों में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस तापमान बढ़ सकता है।
ऐसा रहा मौसम
पिछले 24 घंटे में राज्य में अधिकांश जगहों पर मेघगर्जन और आंधी के साथ मध्यम दर्जे की वर्षा हुई। सबसे अधिक अधिकतम तापमान 40.6 डिग्री सेल्सियस डाल्टेनगंज का, जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 21.2 डिग्री सेल्सियस रांची का रिकाॅर्ड किया गया। वहीं राजधानी रांची में अधिकतम 34.8 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकाॅर्ड किया गया।
आरा में डीजे संचालक की हत्या से परिजन व ग्रामीणों में आक्रोश
12 May, 2024 02:14 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आरा । आरा में एक डीजे संचालक की हत्या करके बदमाशों ने उसके शव को फेंक दिया। यह घटना शोभी डुमरा गांव में पासवान टोली की है जहां से शव बरामद किया गया। मृतक की पहचान नीरज कुमार के रूप में की गयी है। इस हत्या को लेकर मृतक के परिजन व ग्रामीणों में आक्रोश है। घटना के विरोध में आरा-सरैया मुख्य मार्ग को जाम कर दिया गया है। हत्यारे को गिरफ्तार करने की मांग पुलिस से की जा रही है।
जानकारी के अनुसार नीरज कुमार डीजे का व्यवसाय करता था। बदमाशों ने उसकी हत्या कर दी। वहीं उसका शव बरामद किया गया तो परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम कराने की तैयारी की जा रही है। वहीं इस हत्याकांड ने ग्रामीणों व मृतक के परिजनों का आक्रोश बढ़ा दिया है। इस हत्या के विरोध में ग्रामीण नाराज होकर सड़क पर उतरे और प्रदर्शन किया। आरा-सरैया मुख्य मार्ग को प्रदर्शनकारियों ने बंद कर दिया। जिससे वाहनों को आने-जाने में काफी बाधा पहुंची। लोग हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।