धर्म एवं ज्योतिष
राशिफल: कैसा रहेगा आपका आज का दिन
11 Mar, 2025 12:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मेष राशि :- कार्य-कुशलता से संतोष तथा मनोबल उत्सावर्धक होगा, कार्य का ध्यान रखें।
वृष राशि :- स्वभाव में खिन्नता होने से हीन भावना से बचिये अन्यथा झगड़ा होगा।
मिथुन राशि :- अशांति तथा विलासिता से बचिये तथा विवाद होने की संभावना है सावधान रहें।
कर्क राशि :- स्त्री वर्ग से भोग-ऐश्वर्य की प्राप्ति होगी, रुके कार्यों से परेशानी होगी, धैर्य रखें।
सिंह राशि :- आलोचनाओं से बचिये, कार्य-कुशलता से संतोष होगा, समय का ध्यान रखें।
कन्या राशि :- धीमी गति में सुधार अपेक्षित होगा तथा सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
तुला राशि :- स्त्री वर्ग से हर्ष-उल्लास, शत्रु वर्ग से चिन्ता होगी, कुटुम्ब की समस्यायें खत्म होंगी।
वृश्चिक राशि :- योजना फलीभूत होगी तथा इष्ट मित्र सुखवर्धक होगा, कार्य अवरोध होगा।
धनु राशि :- मित्रों से सहयोग मिलेगा, रुके कार्य बनेंगे, अधिकारियों का सहयोग मिलेगा।
मकर राशि :- कुटुम्ब में सुख, मान-प्रतिष्ठा बढ़ेगी, बड़े-बड़े लोगों से मेल-मिलाप होगा।
कुंभ राशि :- भाग्य का सितारा प्रबल होगा, दैनिक गति मंद तथा बिगड़े कार्य अवश्य बनेंगे।
मीन राशि :- कार्य व्यवस्था में अनुकूलता बनेगी, समृद्धि के साधन अवश्य बनेंगे।
चमत्कार या विश्वास! शनिदेव को क्यों चढ़ाया जाता है तेल? रहस्य जान हो जाएंगे हैरान
10 Mar, 2025 06:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शनि देव की पूजा विशेष रूप से शनिवार के दिन की जाती है, क्योंकि यह दिन शनि देव को समर्पित माना जाता है. हिंदू मान्यताओं के अनुसार, शनि देव की कृपा पाने के लिए श्रद्धालु विधि-विधान से उनकी पूजा करते हैं. पूजा में काले तिल, तेल, गुड़, लोहे की वस्तुएं, नीले या काले फूल, और दीपक अर्पित किए जाते हैं. भक्त प्रातः स्नान कर शुद्ध वस्त्र धारण कर शनि देव के मंदिर जाते हैं और तेल चढ़ाकर, धूप-दीप जलाकर, शनि चालीसा का पाठ करते हैं. साथ ही, जरूरतमंदों को दान देना भी अत्यंत शुभ माना जाता है.
धनबाद के सरायडेला क्षेत्र में स्थित शनि मंदिर भक्तों की आस्था का एक प्रमुख केंद्र है. यह मंदिर लगभग 25 वर्ष पुराना है और इसकी मान्यता है कि यहाँ सच्चे मन से मांगी गई हर मन्नत पूरी होती है. यही कारण है कि हर शनिवार को इस मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है. श्रद्धालु दूर-दूर से यहाँ शनि देव के दर्शन और पूजा के लिए आते हैं. मंदिर के पुजारी सुभाष भार्गव ने ‘लोकल 18’ से बातचीत में इस मंदिर की महिमा और विशेषताओं के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि इस मंदिर में आने वाले श्रद्धालु सरसों का तेल, काले तिल, लोहे की वस्तुएं, और अगरबत्ती चढ़ाते हैं. कहा जाता है कि शनि देव को तेल अर्पित करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है और जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं.
इस मंदिर में शनिवार को सुबह 4 बजे से लेकर रात के 10 बजे तक कंटिन्यु पूजा होती है. इस मंदिर के महत्व को समझाने के लिए पुजारी शुभाष भार्गव ने एक प्राचीन कथा भी सुनाई. कथा के अनुसार, जब बजरंगबली (हनुमान जी) ने शनि देव को उनके अहंकार के कारण मूर्छित कर दिया, तब शनि देव ने उनसे प्रार्थना की –
\”प्रभु! आपने मुझे मूर्छित कर दिया, अब मेरे शरीर की पीड़ा कैसे दूर होगी?\” तब हनुमान जी ने शनि देव को यह वरदान दिया –
\”जैसे-जैसे भक्त तुम्हें सरसों का तेल चढ़ाएंगे, वैसे-वैसे तुम्हारी सारी पीड़ा दूर हो जाएगी.” इसी कारण से शनि देव को तेल चढ़ाने की परंपरा चली आ रही है, और आज भी श्रद्धालु शनि देव को तेल अर्पित कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं.
सरायडेला स्थित यह शनि मंदिर धनबाद और आसपास के क्षेत्रों में अत्यंत प्रसिद्ध है. यहाँ हर शनिवार को विशेष पूजा और हवन का आयोजन होता है. मंदिर में भक्तों की बढ़ती संख्या इस बात का प्रमाण है कि यहाँ मांगी गई हर मन्नत पूरी होती है, जो भी व्यक्ति सच्चे मन से शनि देव की आराधना करता है और उनके बताए नियमों का पालन करता है, उसकी सभी परेशानियाँ दूर हो जाती हैं. इसलिए, यदि आप भी शनि देव की कृपा पाना चाहते हैं, तो श्रद्धा और विश्वास के साथ इस पवित्र मंदिर में दर्शन कर सकते हैं.
अद्भुत रत्न है 4 मुखी रुद्राक्ष, धारण करते ही होते हैं गजब के लाभ, एक्सपर्ट से जानें 7 तरह के फायदे
10 Mar, 2025 06:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रुद्राक्ष एक ऐसा दिव्य रत्न है, जो न सिर्फ धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसके शारीरिक और मानसिक लाभ भी बहुत हैं. इनमें से एक विशेष प्रकार का रुद्राक्ष है, जिसे “चार मुखी रुद्राक्ष” कहा जाता है. इस रुद्राक्ष को भगवान ब्रह्मा का प्रतीक माना जाता है और यह विशेष रूप से ज्ञान, बुद्धि और आत्मविश्वास में वृद्धि करने के लिए जाना जाता है. अगर आपकी कुंडली में बुध ग्रह कमजोर है या कोई शारीरिक और मानसिक पीड़ा है, तो यह रुद्राक्ष आपके लिए एक अद्भुत उपचार का काम कर सकता है. इस रुद्राक्ष का इस्तेमाल कई समस्याओं के समाधान के रूप में किया जा सकता है और यह जीवन के हर क्षेत्र में सकारात्मक प्रभाव डालता है. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं
चार मुखी रुद्राक्ष को धारण करने के बाद इसके लाभों का अनुभव किया जा सकता है. यह न सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, बल्कि मानसिक और बौद्धिक दृष्टिकोण से भी इसे धारण करने वालों के लिए कई तरह के फायदे होते हैं. आइए जानते हैं इसके कुछ प्रमुख लाभों के बारे में.
1. मानसिक और बौद्धिक लाभ
चार मुखी रुद्राक्ष का सबसे प्रमुख लाभ मानसिक और बौद्धिक दृष्टिकोण से होता है. यह व्यक्ति की बुद्धि और स्मरण शक्ति को तेज करता है. इसके अलावा, यह एकाग्रता और ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है, जिससे अध्ययन और काम में उत्तमता आती है.
2. विद्यार्थियों के लिए विशेष लाभ
चार मुखी रुद्राक्ष विद्यार्थियों के लिए बहुत लाभकारी होता है. जो विद्यार्थी पढ़ाई में कमजोर महसूस करते हैं, उनके लिए यह रुद्राक्ष एक वरदान साबित हो सकता है. शोधकर्ता, लेखक और विभिन्न प्रकार के विद्वान इस रुद्राक्ष का लाभ उठाकर अपने कार्यों में सुधार कर सकते हैं.
3. संचार और व्यक्तित्व विकास
इस रुद्राक्ष का एक और बड़ा फायदा यह है कि यह आत्मविश्वास को बढ़ाता है और बोलने की शक्ति को अधिक प्रभावशाली बनाता है. जो लोग पब्लिक स्पीकिंग, शिक्षण, या नेतृत्व की भूमिका में होते हैं, उनके लिए यह रुद्राक्ष बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है. यह व्यक्ति की झिझक और डर को भी दूर करता है, जिससे वह अपने विचारों को बेझिजक तरीके से व्यक्त कर पाता है.
4. शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार
चार मुखी रुद्राक्ष सिर्फ मानसिक लाभ ही नहीं, बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभकारी होता है. यह विभिन्न मानसिक रोगों, ज्वर, मस्तिष्क और मुखर अंगों के विकारों, बवासीर, गर्दन संबंधी रोग, खसरा, यकृत और तंत्रिका अवसाद जैसी बीमारियों में भी लाभकारी माना जाता है.
5. रिश्तों में सुधार
इस रुद्राक्ष को धारण करने से व्यक्ति के रिश्तों में भी सुधार आता है. विशेष रूप से मित्रों, मामा-मामी, मौसा-मौसी, दत्तक पुत्र और परिवार के अन्य रिश्तों में सौहार्द्र बढ़ता है. यह रिश्तों में विश्वास और समझ को मजबूत करता है.
6. पेशेवर जीवन में फायदा
जो लोग पेशेवर जीवन में हैं, जैसे कि मुनीम, चार्टर्ड अकाउंटेंट, और व्यवसाय से जुड़े लोग, वे भी इस रुद्राक्ष के लाभ से अधिक फायदा प्राप्त कर सकते हैं. यह उनके कार्यक्षेत्र में सफलता पाने में मदद करता है और जीवन में संतुलन बनाए रखता है.
7. गले और श्वसन संबंधी समस्याओं में राहत
चार मुखी रुद्राक्ष गले, थायरॉइड और श्वसन संबंधी समस्याओं में भी राहत देने वाला माना जाता है. यह सिरदर्द, माइग्रेन और मानसिक तनाव को कम करने में मदद करता है, जिससे व्यक्ति मानसिक शांति और राहत महसूस करता है.
होली पर जरूर खरीदें ये 3 चीजें, कभी नहीं होगी धन की कमी, मां लक्ष्मी की बनी रहेगी कृपा!
10 Mar, 2025 06:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
होली का पर्व रंगों और खुशियों का प्रतीक है, लेकिन धार्मिक दृष्टि से भी इसका विशेष महत्व है. पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास की पूर्णिमा को होलिका दहन किया जाता है और इसके अगले दिन रंगों की होली खेली जाती है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यह दिन न केवल बुरी शक्तियों को दूर करने के लिए बल्कि धन, समृद्धि और सुख-शांति की प्राप्ति के लिए भी शुभ माना जाता है. होली के दिन कुछ विशेष चीजों की खरीदारी करने से घर में मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है और आर्थिक संकट कभी नहीं आता.
लोकल 18 के साथ बातचीत के दौरान उत्तराखंड के ऋषिकेश में स्थित गृह स्थानम के ज्योतिषी अखिलेश पांडेय ने कहा कि होली केवल रंगों का त्योहार ही नहीं, बल्कि धन, समृद्धि और सुख-शांति प्राप्त करने का भी उत्तम अवसर है. इस साल होली का त्योहार 14 मार्च, शुक्रवार को मनाया जाएगा. होली से एक दिन पहले होलिका दहन करने की परंपरा है यानी 13 मार्च को होलिका दहन होगा. इस दिन चांदी का सिक्का, चांदी का छल्ला और चांदी की बिछिया खरीदने से मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है और घर में धन की कभी भी कमी नहीं होती. यह सरल उपाय जीवन में खुशहाली और आर्थिक स्थिरता लाने में सहायक होता है. इसलिए, इस होली पर इन चीजों की खरीदारी जरूर करें और अपने जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का स्वागत करें.
इन तीन चीजों का महत्व और उनसे जुड़े लाभ:
1. चांदी का सिक्का:
चांदी का सिक्का खरीदना और उसकी विधिवत पूजा करना मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु को प्रसन्न करने का एक श्रेष्ठ उपाय है. यह घर में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है और धन की वृद्धि करता है. होली के दिन चांदी का सिक्का खरीदकर उसे तिजोरी या पूजास्थल में रखने से घर में आर्थिक स्थिरता बनी रहती है.
2. चांदी का छल्ला:
चांदी का छल्ला पहनना मानसिक शांति और सकारात्मकता को बढ़ाता है. यह राहु-केतु के बुरे प्रभावों को कम करता है और व्यक्ति के भाग्य को मजबूत बनाता है. होली के दिन चांदी का छल्ला खरीदकर उसे धारण करने से धन और उन्नति के नए रास्ते खुलते हैं.
3. चांदी की बिछिया:
चांदी की बिछिया महिलाओं के लिए शुभ मानी जाती है. यह वैवाहिक सुख को बढ़ाने के साथ-साथ आर्थिक स्थिति को भी सुदृढ़ करती है. होली के दिन चांदी की बिछिया खरीदकर पहनने से घर में सुख-शांति बनी रहती है और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है.
चांदी की खरीदारी के अन्य लाभ:
चांदी शुद्धता और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है. यह बुरी नजर और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती है. चांदी की वस्तुएं धारण करने से मानसिक शांति और आत्मविश्वास बढ़ता है.होली जैसे शुभ अवसर पर चांदी खरीदने से ग्रह दोष शांत होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है.
गंगा की तरह पवित्र है इस तालाब का पानी, नहाने से ठीक हो जाते हैं कई रोग
10 Mar, 2025 06:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आधुनिकता की चकाचौंध में तालाबों का अस्तित्व खतरे में है, अतिक्रमण के चलते जल के प्रमुख स्रोत विलुप्ति की कगार पर हैं. लेकिन कोरबा जिले के पटियापाली गांव के ग्रामीणों ने अपने गांव के एक पुराने तालाब को सहेज कर रखा है. यह तालाब न केवल जल का स्रोत है, बल्कि ग्रामीणों की अटूट आस्था का केंद्र भी है.
ग्रामीण इसे ‘तरिया देवी’ के नाम से पुकारते हैं और मानते हैं कि इसमें सात देवियों का वास है. मान्यता है कि इस तालाब का पानी गंगा के समान पवित्र है और इसमें औषधीय गुण मौजूद हैं. ग्रामीणों का कहना है कि इस तालाब में स्नान करने से त्वचा रोग और कई तरह की बीमारियां ठीक हो जाती हैं.
यह तालाब लगभग 100 से 120 साल पुराना है और इसे ‘बड़ा तालाब’ के नाम से जाना जाता है. पुराने समय में यह तालाब आसपास के कई गांवों के लिए ना सिर्फ निस्तारी, बल्कि पीने के पानी का भी एकमात्र स्रोत था.
आधुनिकता की चकाचौंध में तालाबों का अस्तित्व खतरे में है, अतिक्रमण के चलते जल के प्रमुख स्रोत विलुप्ति की कगार पर हैं. लेकिन कोरबा जिले के पटियापाली गांव के ग्रामीणों ने अपने गांव के एक पुराने तालाब को सहेज कर रखा है. यह तालाब न केवल जल का स्रोत है, बल्कि ग्रामीणों की अटूट आस्था का केंद्र भी है.
ग्रामीण इसे ‘तरिया देवी’ के नाम से पुकारते हैं और मानते हैं कि इसमें सात देवियों का वास है. मान्यता है कि इस तालाब का पानी गंगा के समान पवित्र है और इसमें औषधीय गुण मौजूद हैं. ग्रामीणों का कहना है कि इस तालाब में स्नान करने से त्वचा रोग और कई तरह की बीमारियां ठीक हो जाती हैं.
यह तालाब लगभग 100 से 120 साल पुराना है और इसे ‘बड़ा तालाब’ के नाम से जाना जाता है. पुराने समय में यह तालाब आसपास के कई गांवों के लिए ना सिर्फ निस्तारी, बल्कि पीने के पानी का भी एकमात्र स्रोत था.
राशिफल: कैसा रहेगा आपका आज का दिन
10 Mar, 2025 12:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मेष राशि :- किसी आरोप से बचिये, मान-प्रतिष्ठा, प्रभुत्व वृद्धि के योग अवश्य ही बनेंगे।
वृष राशि :- कुछ बाधायें कष्टप्रद होंगी, स्त्री शरीर कष्ट होगा, समय का ध्यान रखें।
मिथुन राशि :- स्त्री वर्ग से हर्ष, चिन्ता, व्यवसाय कार्य में आरोप-प्रत्यारोप से बचिये।
कर्क राशि :- दैनिक व्यवसाय गति मंद रहेगी, असमर्थता का वातावरण बना ही रहेगा।
सिंह राशि :- धन का व्यर्थ व्यय होगा, दूसरों के कार्यों में हस्ताक्षेप न करें।
कन्या राशि :- विशेष कार्य स्थगित रखें फिर भी कार्य सफलता पूर्वक अवश्य होंगे।
तुला राशि :- आशानुकूल सफलता से हर्ष, दैनिक व्यवसाय गति उत्तम बनेगी।
वृश्चिक राशि :- अधिकारियों का मेल-मिलाप फलप्रद होगा तथा चिन्ता कम होगी।
धनु राशि :- विशेष कार्य स्थगित रखें, कार्यगति में सुधार होगा, कार्य योजना बनेगी।
मकर राशि :- मनोबल उत्साहवर्धक होगा, कार्यगति में सुधार होगा, कार्य पर ध्यान दें।
कुंभ राशि :- कार्य क्षमता में अचानक असमर्थता का वातावरण बनेगा, धैर्य पूर्वक आगे बढ़ें।
मीन राशि :- अर्थ व्यवस्था में सुख, संतोष, धन प्रप्ति व समृद्धि के योग बनेंगे।
जौ के इस कारगर उपाय से हो जाएंगे मालामाल! आजमाएं लाल किताब का ये अचूक नुस्खा
9 Mar, 2025 06:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव माना जाता है. अगर जीवन में परेशानियां, आर्थिक तंगी, स्वास्थ्य समस्याएं या अन्य बाधाएं आ रही हैं तो ग्रहों को शांत करने के कुछ उपाय किए जा सकते हैं. नियमित रूप से सही उपाय करने से जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं. लाल किताब में कई ऐसे अचूक उपाय बताए गए हैं, जिन्हें अपनाने से धन, स्वास्थ्य और सफलता की बाधाएं दूर हो सकती हैं. यहां कुछ सरल और प्रभावी उपाय दिए जा रहे हैं, जो सभी ग्रहों को संतुलित कर सकते हैं. इन उपायों के बारे में बता रहे हैं ज्योतिषाचार्य धर्मेंद्र कुमार शर्मा.
रोज़ पक्षियों को दाना डालें
हर दिन पक्षियों को सात प्रकार के अनाज खिलाएं. यह राहु, केतु, शनि और बुध ग्रह के नकारात्मक प्रभाव को कम करता है और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है.
सरसों के तेल का दान करें
शनिवार को सरसों के तेल का दान करें और पीपल के पेड़ की जड़ में जल चढ़ाएं. इससे शनि और राहु ग्रह शांत होते हैं और जीवन में स्थिरता आती है.
चंद्रमा के लिए ठंडे जल का सेवन करें
चंद्रमा मन का कारक ग्रह होता है. रोज़ ठंडा जल पिएं और अपने घर में शांति बनाए रखें. इससे मानसिक तनाव कम होता है और धैर्य बना रहता है.
अखरोट और नारियल प्रवाहित करें
शनिवार को बहते जल में अखरोट या नारियल प्रवाहित करें. यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और सफलता के मार्ग खोलता है.
लाल किताब के अनुसार धन प्राप्ति का उपाय
रात को सोते समय पलंग के नीचे एक कटोरी में जौ रखें और सुबह उसे गरीबों में बांट दें. इससे आर्थिक संकट धीरे-धीरे समाप्त होगा. साथ ही परिवार में कभी धन की कमी नहीं रहेगी.
रोगों से मुक्ति के लिए उपाय
जब सूर्य मेष राशि में प्रवेश करे, तो नीम की कोपल, गुड़ और मसूर का सेवन करें. इससे पूरे वर्ष स्वास्थ्य अच्छा रहेगा.
पुरानी बीमारी से मुक्ति के लिए गोमती चक्र को चांदी के तार में बांधकर अपने तकिए के पास रखें.
दुर्भाग्य से बचने के लिए उपाय
अमावस्या के बाद आने वाले पहले मंगलवार को 400 ग्राम दूध से धोए हुए चावल बहते जल में प्रवाहित करें. नजर दोष से बचने के लिए मिर्ची से उतारा करें और जलती आग में डाल दें.
इन 4 मंदिरों में दर्शन के बिना अधूरे हैं कैंचीधाम के दर्शन ! आप भी जानें नीम करोली बाबा के चारधाम
9 Mar, 2025 06:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
यदि आपको कैंची धाम जाना चाहते हैं, आपके ऊपर बाबा की कृपा बना रही है तो आप जरूर जाइये. लेकिन कैंची धाम जाने से पहले इस लेख के माध्यम से यह जानकारी अवश्य कर लीजिए कि कैंची धाम के अलावा उसके आसपास में कौन से अन्य स्थान है जिन्हें बाबा का धाम कहा जाता है. कैंची धाम के आसपास बाबा के चार धाम माने जाते हैं. यदि आप इन चार धाम की यात्रा एक बार में करते हैं तो निश्चित रूप से आपको नीम करोली बाबा की कृपा प्राप्त होगी.आइये विस्तार से इन चार धाम के बारे में जानते हैं.
बाबा में है अटूट विश्वास : कैंची धाम उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित है यह भारत के प्रमुख धार्मिक स्थल के रूप में जाना जाता है. विश्व प्रसिद्ध संत नीम करोली बाबा ने इस आश्रम की स्थापना की थी. यह आश्रम देश और दुनिया में शांति और अध्यात्म का केंद्र बन गया है. कैंची धाम में इस आश्रम की स्थापना 1960 में हुई थी.इस मंदिर की स्थापना स्वयं बाबा के द्वारा की गयी थी. दुनियाभर के भक्तों के लिये यहां आकर मानसिक शांति मिलती है औऱ उनका भाग्योदय होता है. बाबा की भक्तों में बाबा की प्रति अटूट श्रद्धा और विश्वास भरा हुआ है. अपने साथ हर पल बाबा के होने का आशीर्वाद प्राप्त है. लोगों को एहसास होता है कि बाबा हर समय उनके करीब में मौजूद रहते हैं.
चार धाम के दर्शन के बिना यात्रा अधूरी : यदि आप कैंची धाम जाते हैं तो आपको बाबा की चार धाम के दर्शन करने चाहिए क्योंकि बिना चार धाम दर्शन किए आपकी यात्रा अधूरी मानी जाएगी. बाबा की चार धाम में सबसे पहले धाम कैंची धाम है. नीम करोली बाबा के दूसरे धाम के रूप में नैनीताल शहर के पास में स्थित हनुमानगढ़ी मंदिर है. जय हनुमान जी का एक बहुत प्रसिद्ध मंदिर माना जाता है इसे नीम करोली बाबा ने बनवाया था. इस मंदिर की दूरी नैनीताल शहर से करीब 3 किलोमीटर पड़ती है. बाबा का तीसरा धाम है भूमियाधार आश्रम नैनीताल से लगभग 12 किलोमीटर भवाली ज्योलीकोट के रास्ते में भूमियाधार नामक जगह पर स्थित है.
पूज्य महाराज जी इस जगह पर आया करते थे. चार धाम का चौथा और महत्वपूर्ण केंद्र काकडी घाट आश्रम है. भवाली से अल्मोड़ा की ओर जाते समय काकडीघाट आश्रम पड़ता है. महान संत सोमवारी महाराज की तपोस्थली काकडी घाट बाबा के द्वारा यहां पर एक शिवलिंग की स्थापना की गई थी. नीम करोली बाबा की सोमवारी बाबा पर विशेष श्रद्धा थी. यदि आप कैंची धाम की यात्रा का प्लान बना रहे हैं तो निश्चित रूप से आपको नीम करोली बाबा के इन चार धाम की यात्रा जरूर करनी चाहिए इन चार धाम की यात्रा के बाद ही आपकी कैंची धाम की यात्रा सफल मानी जाएगी और आपको नीम करोली बाबा का विशेष आशीर्वाद भी प्राप्त होगा.
होली पर ब्रज में घूमने के लिए जा रहे हैं तो भूलकर भी वहां से ना लाएं ये चीजें, शुरू हो जाएगा बुरा समय
9 Mar, 2025 06:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मथुरा-वृंदावन समेत पूरे ब्रज की होली केवल देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी काफी प्रसिद्ध है. यहां की होली का आनंद लेने के लिए लाखों की संख्या में भक्त पहुंचते हैं और ब्रज की संस्कृति की आनंद लेते हैं. होली केवल एक पर्व नहीं बल्कि यह भगवान कृष्ण और राधा रानी की लीलाओं का सबसे बड़ा संगम है. यहां कई तीर्थ स्थल हैं, जो धार्मिक होने के साथ साथ सांस्कृतिक दृष्टि से भी काफी अधिक महत्वपूर्ण हैं. बहुत से लोग याद के तौर पर वहां से कुछ ना कुछ लेकर आते हैं. अगर आप भी होली के लिए ब्रज जा रहे हैं तो ध्यान रखें कि कुछ चीजें वहां से भूलकर भी घर पर ना लेकर आएं, अन्यथा आपको लेने के देने पड़ सकते हैं. आइए जानते हैं ब्रज में आएं तो कौन सी चीजों को घर पर लेकर ना आएं…
भूलकर भी ना लाएं यह चीज
ब्रज में हर दिन किसी ना किसी जगह पर होली के कार्यक्रम होते रहते हैं, जो 40 दिन तक चलते हैं. अगर आप ब्रज में जा रहे हैं तो गोवर्धन की परिक्रमा अवश्य लाएं. गोवर्धन की परिक्रमा सात कोस यानी 21 किलो मीटर की है. भगवान कृष्ण के जमाने से ही इस पर्वत की पूजा अर्चना और परिक्रमा की जा रही है. लेकिन अगर आप वहां जा रहे हैं तो भूलकर पर्वत का पत्थर अपने साथ लेकर ना आएं. ऐसा करना अशुभ माना जाता ह, इसका उल्लेख गर्ग संहिता शास्त्र में दिया गया है.
सबसे बड़ा तीर्थ है गोवर्धन पर्वत
गर्ग संहिता शास्त्र के अनुसार, ब्रज में गोवर्धन पर्वत का विशेष महत्व है और यहां होली के जबरदस्त कार्यक्रम देखने को मिलते हैं. वृंदावन को जहां भगवान कृष्ण का लोक कहा जाता है तो गोवर्धन पर्वत को मुकूट कहा जाता है इसलिए गोवर्धन पर्वत का विशेष महत्व है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, स्वयं राधारानी गोवर्धन पर्वत पर वास करती हैं क्योंकि वह पर्वत के बिना नहीं रह सकतीं. गर्ग संहिता के अनुसार, पृथ्वी और स्वर्ग में इस तीर्थ स्थल के बराबर कोई दूसरा स्थल नहीं है.
शुरू हो जाता है बुरा समय
मान्यता है कि गोवर्धन पर्वत का एक भी टुकड़ा 84 कोस से बाहर नहीं जाना चाहिए. अगर इस पर्वत के एक भी टुकड़े या पत्थर को कोई घर पर लेकर जाता है तो उसका बुरा समय शुरू हो जाता है. घर पर कोई ना कोई समस्या शुरू हो जाती है और अंत में वह पत्थर वापस गोवर्धन पर्वत पर छोड़कर आना पड़ता है. गोवर्धन पर्वत के अलावा आप ब्रज की रज यानी धूल भी लेकर नहीं जाना चाहिए. जब आप तीर्थ स्थल से निकलें और पैर धोकर ही निकलें, ताकि ब्रज की रज ब्रज में ही रहे.
ब्रह्मा मंदिर के अलावा पुष्कर में ये खास मंदिर, जहां आपको जरूर जाना चाहिए
9 Mar, 2025 06:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पुष्कर की नागपहाड़ी पर अन्नपूर्णा माता का अति प्राचीन मंदिर मौजूद है. इस दिव्य अन्नपूर्णा माता मंदिर में प्रतिमा के पास अखंड दीपक जलता रहता है. इसकी रोशनी में ही माता के दर्शन होते हैं.
पुष्कर के मध्य स्थित नागपहाड़ी पर 4500 साल पुराना पांडेश्वर महादेव मंदिर है. यह मंदिर आस्था का प्रमुख केंद्र है. मान्यता है कि यहां श्रद्धापूर्वक पूजा करने से सभी की मनोकामनाएं पूरी होती है .
पुष्कर में ब्रह्मा मार्ग पर प्राचीन सिद्धि विनायक का मंदिर मौजूद है . यह मंदिर अपनी विशेषता पर प्राचीनता के कारण विशेष महत्व रखता है. यहां मंदिर में भगवान गणेश की 7 फीट की प्रतिमा मौजूद है .
अजमेर में पुष्कर की नाग पहाड़ी पर प्राचीन नीलकंठ महादेव मंदिर है. यह मंदिर चिरकाल से बिना किसी नींव के खड़ा है.मंदिर के भीतर गर्भ ग्रह में नीलकंठ महादेव का शिवलिंग स्थित है. भगवान नीलकंठ यहां अपने परिवार के साथ विराजमान है.
यह मंदिर भगवान ब्रह्मा की दूसरी पत्नी देवी गायत्री को समर्पित है. यह मंदिर पुष्कर के महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक है. यहां पहुंचने के लिए एक छोटी पहाड़ी पर चढ़ाना होता है .
पुष्कर झील के तट पर स्थित आप्तेश्वर महादेव का मंदिर है. यहां संगमरमर से बनी पंचमुखी भगवान शिव की प्रतिमा है, जो सुंदर आभूषणों से सुसज्जित है. यह मंदिर स्थापत्य कला का एक अद्भुत नमूना है.
पुष्कर में डेढ़ सौ साल पुराना भगवान रंगजी का मंदिर स्थित है, जिन्हें भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है. यह मंदिर पुष्कर में सबसे लोकप्रिय धार्मिक स्थलों में से एक है.
राशिफल: कैसा रहेगा आपका आज का दिन
9 Mar, 2025 12:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मेष राशि :- कुटुम्ब की समस्या में समय बीतेगा, धन का व्यय होगा, लाभ मिलेगा।
वृष राशि :- मानसिक बेचैनी, क्लेश व अशांति के योग बनेंगे तथा कार्य व्यवसाय से लाभ होगा।
मिथुन राशि :- व्यर्थ भ्रमण से धन हानि होगी, आरोप व क्लेश से बचें, मानसिक स्थिति पर नियंत्रण अवश्य रखें।
कर्क राशि :- परिश्रम से कुछ सफलता मिले, अर्थ-व्यवस्था की अनुकूलता होगी ध्यान दें।
सिंह राशि :- मनोबल उत्साहवर्धक होगा, कार्यगति में सुधार होगा, समय का ध्यान रखें।
कन्या राशि :- सामाजिक कार्य में प्रभुत्व वृद्धि होगी, धन का लाभ अवश्य ही मिलेगा।
तुला राशि :- अधिकारी वर्ग से विशेष समर्थन फलप्रद होगा तथा व्यय भार बढ़ेगा।
वृश्चिक राशि :- धन लाभ, कार्य कुशलता से संतोष, पराक्रम एवं समृद्धि के योग बनेंगे।
धनु राशि :- व्यवसाय गति उत्तम, मित्रों से सहयोग मिलेगा, रुके कार्य बनेंगे।
मकर राशि :- मनोबल उत्साहवर्धक होगा, दैनिक कार्यगति में सुधार, सफलता मिलेगी।
कुंभ राशि :- कार्य व्यवसाय में धन का व्यय अधिक होगा, व्यय संभलकर करें।
मीन राशि :- समृद्धि के साधन जुटायें, इष्ट मित्र सुखवर्धक होंगे, कार्य पर ध्यान रखें।
घर में सौभाग्य के लिए लगाये शमी का पेड़
8 Mar, 2025 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्राचीन मान्यता है कि शमी का पेड़ घर में सौभाग्य लाता है। शमी का पेड़ लगाने से उसमें रहने वालों पर देवी-देवताओं की कृपा बनी रहती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा के साथ सुख-समृद्धि भी बनी रहती है। भगवान शिव को शमी के फूल अति प्रिय माने जाते हैं। रोजाना पूजा के वक्त उन्हें यह फूल अर्पित करने से भगवान प्रसन्न होते हैं और सभी प्रकार के संकटों से दूर रहते हैं। शमी का पेड़ आपको शनि के प्रकोप से भी बचाता है।
ईशान कोण में लगायें
शमी के पौधे को घर के ईशान कोण यानी पूर्वोत्तर कोने में लगाना सबसे लाभकारी माना जाता है। इनमें प्राकृतिक तौर पर अग्नि तत्व भी छिपा होता है। न्याय के देवता शनि को प्रसन्न करने के लिए भी शमी के पेड़ का प्रयोग किया जाता है। हर शनिवार को शमी के पेड़ की जड़ के पास सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए। वैसे तो शनि के प्रभाव में पीपल का वृक्ष भी आता है। परंतु पीपल के वृक्ष की विशालता के कारण इसे घर के अंदर लगा पाना संभव नहीं हो पाता है। इस कारण आप घर में शमी का पेड़ लगा सकते हैं।
नकारात्मक शक्तियों को समाप्त करता है
शमी के कांटों का प्रयोग तंत्र, मंत्र बाधा और नकारात्मक शक्तियों के नाश के लिए होता है। शमी के फूल, पत्ते, जड़ें, टहनी और रस का प्रयोग शनि संबंधी दोषों को दूर करने के लिए भी किया जाता है। आयुर्वेद में शमी के वृक्ष का प्रयोग गुणकारी औषधि के रूप में भी किया जाता है। पुराणों में भी शमी के वृक्ष का वर्णन देखने को मिलता है। मान्यता है कि लंका पर विजय प्राप्त करने के बाद भगवान राम ने भी शमी के पेड़ की पूजा की थी। हर शनिवार शमी के पत्ते शनिदेव को चढ़ाने से शनि के दोष कम होते हैं।
भगवान शिव और गणेश को हैं प्रिय
मान्यता है कि शमी भगवान शिव और गणेश को भी अति प्रिय है। सोमवार के दिन भगवान शिव का शनि के पत्ते को पुष्प चढ़ाने से लाभ होगा। गृहस्थ लोगों के जीवन में सुख-शांति आती है। वहीं गणेशजी को बुधवार के दिन दूर्वा के साथ आप शमी के पुष्प अर्पित करके लाभ प्राप्त कर सकते हैं। ऐसा करने से आपके घर में कभी पैसों की तंगी नहीं आती और मां लक्ष्मी का वास सदैव बना रहता है। एक मान्यता में यह भी बताया गया है कि पांडवों ने अज्ञातवास के वक्त शमी के पेड़ की जड़ में ही अपने अस्त्र-शस्त्र छिपा दिए थे, इसलिए शमी के पेड़ को इतना महत्वपूर्ण माना जाता है।
हाथ में कलावा कितनी बार लपेटना चाहिए? 99% लोग करते हैं गलती, पंडित जी से जानें रक्षासूत्र बांधने का तरीका और महत्व
8 Mar, 2025 07:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Kalawa Rules: हिन्दू धर्म में पूजा-पाठ या फिर मांगलिक कार्य में कलावा का प्रयोग जरूर किया जाता है. कलावा बांधने का धार्मिक ही नहीं वैज्ञानिक कारण भी है. कलावा को देवी-देवताओं को अर्पित करने के साथ ही हाथ में भी रक्षासूत्र के रूप में बांधा जाता है. माना जाता है कि रक्षासूत्र को हाथ में बांधने से बुरी बलाओं से बचाओ होता है. साथ ही कलावा बांधने वालों पर ईश्वर की कृपा बनी रहती है. हालांकि इसका लाभ आपको तभी मिलेगा, जब इसको बांधने के सही नियम फॉलो करेंगे. बता दें कि, शास्त्रों में कलावा धारण करने और उतारने के कई नियम बताए गए हैं. इन नियमों का ध्यान रखा जाए तो व्यक्ति कई समस्याओं से बच सकता है. आइए कासगंज की तीर्थ नगरी सोरों के ज्योतिषाचार्य डॉ. गौरव कुमार दीक्षित से जानते हैं क्यों बांधा जाता है कलावा? कलावा बांधने और उतारने के नियम और धार्मिक महत्व?
क्यों पहना जाता है मौली या कलावा
कलावा बांधने से त्रिदेवों के साथ तीनों देवियों मां लक्ष्मी, पार्वती और सरस्वती का आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे जो भी कार्य करने जा रहे हैं, वह बिना किसी बाधा के पूर्ण होता है. मौली व कलावा को रक्षा सूत्र भी कहते हैं, जो हमारे बुरे समय में रक्षा करता है, इससे घर में सुख-समृद्धि भी बनी रहती है. मौली व कलावा बांधने से व्यक्ति का स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है. इसके पीछे वैज्ञानिक कारण भी है. हमारे शरीर की संरचना का प्रमुख नियत्रंण कलाई में होता है, इसलिए मौली धागा एक तरह से एक्यूप्रेशर की तरह काम करता है, जो हृदय रोग, मधुमेह व लकवा जैसे रोगों से सुरक्षा करता है.
कलावा बांधने का मंत्र
कलावा को हमेशा किसी योग्य कर्मकांडी ब्राह्मण या अपने से बड़े व्यक्ति से बंधवाना चाहिए. ऐसा करने से आपके साथ होनी वाली अनहोनी से बचा जा सकता है. पुरुष को कलावा हमेशा अपने दाएं हाथ में और स्त्री को अपने बाएं हाथ में बंधवाना चाहिए. हालांकि, कलावा बांधने वाले को हाथ पर बांधते समय ”येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबल:। तेन त्वामनुबध्नामि रक्षे मा चल मा चल।।” मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए.
ऐसे टोटके बदल सकते हैं किस्मत
8 Mar, 2025 06:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रोटी, कपड़ा और मकान यह इंसान की 3 सबसे पहली जरुरत है। रोटी के कुछ ऐसे उपाय हमें किताबों में मिलते हैं जो आश्चर्य में डाल देते हैं। आइए जानते हैं कुछ ऐसे टोटके रोटी के, जो हमारा नसीब भी बदल सकते हैं।
घर की रसोई में पहली रोटी सेंकने के बाद उसमें शुद्ध घी लगाकर चार टुकड़े कर लें और चारों टुकड़ों पर खीर अथवा चीनी या गुड़ रख लें। इसमें से एक को गाय को, दूसरे को कुत्ते को, तीसरे को कौवे को और चौथे को किसी भिखारी को दे दें। इस उपाय के तहत गाय को रोटी को खिलाने से पितृदोष दूर होगा, कुत्ते को रोटी खिलाने से शत्रुभय दूर होगा, कौवे को रोटी खिलाने से पितृदोष और कालसर्प दोष दूर होगा और अंतिम रोटी का टुकड़ा किसी गरीब या भूखे को भोजन के साथ खिलाने से आर्थिक कष्ट दूर होंगे और बिगड़े काम बनने लगेंगे।
यदि आपके जीवन में शनि पीड़ा है या फिर राहु-केतु की अड़चनें हो तो रोटी का यह उपाय आपके लिए रामबाण साबित हो सकता है। इन सभी ग्रहों की अशुभता को दूर करने के लिए रात के समय बनाई जाने वाली अंतिम रोटी पर सरसों का तेल लगाकर काले कुत्ते को खाने के लिए दें। यदि काला कुत्ता उपलब्ध न हो तो किसी भी कुत्ते के बच्चे को खिलाकर इस उपाय को कर सकते हैं।
हमारे यहां अतिथि को देवता के समान माना गया है फिर वह धनवान हो या फिर आम आदमी। यदि कोई निर्धन या भिखारी आपके घर के दरवाजे पर आए तो यथासंभव भोजन अवश्य कराएं। भोजन में भी रोटी जरूर खिलाएं या हाथ से परोसें।
यदि तमाम प्रयासों के बावजूद सफलता आपके हाथ नहीं लग रही है तो आप के लिए रोटी का यह उपाय वरदान साबित हो सकता है। रोटी और चीनी को मिलाकर छोटे-छोटे टुकड़े चीटियों के खाने के लिए उनके बिल के आस-पास डालें। इस उपाय से आपकी बाधाएं धीरे-धीरे दूर होने लगेंगी।
यदि आपके घर की शांति को किसी की नजर लग गई है और आए दिन लड़ाई झगड़ा होता रहता है तो आप रोटी से जुड़े चमत्कारी उपाय को जरूर अपनाकर देखें। दोपहर के समय जब आप अपनी रसोई में पहली रोटी सेंके तो उसे गाय के लिए और अंतिम रोटी कुत्ते के लिए जरूर निकाल लें। उसे भोजन से पूर्व गाय और कुत्ते को खिलाने का प्रयास करें। यदि यह न संभव हो तो बाद में उसे खिला दें।
अगर करियर में रुकावट है, नौकरी नहीं मिल रही है तो यह उपाय करें। कटोरदान की नीचे से तीसरे नंबर की रोटी लें, तेल की कटोरी में अपनी बीच वाली अंगुली और तर्जनी यानी पास वाली बड़ी अंगुली को एक साथ डुबोएं अब उस रोटी पर दोनों अंगुलियों से एक साथ लाइन खींचें। अब इस रोटी को बिना कुछ बोले दो रंग के कुत्ते को डाल दें। यह उपाय गुरुवार या रविवार को करेंगे तो करियर की हर बाधा दूर होगी।
8 March 2025 Rashifal: कैसा रहेगा सप्ताह का आखरी दिन जानें 8 मार्च 2025 का राशिफल
8 Mar, 2025 06:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
8 March 2025 Rashifal: आइए जानते हैं, 8 मार्च 2025 को किन राशि वालों को होगा लाभ और किन राशि वालों को बरतनी होगी सावधानी। राशिफल जीवन में आने वाली संभावित घटनाओं, स्वास्थ्य, प्रेम, व्यवसाय, आर्थिक स्थिति आदि के बारे में जानकारी प्रदान करता है। राशिफल में दिये गये फलादेश को जन्म राशि के अनुसार देखना बेहतर है। अगर आपको अपनी जन्म राशि नहीं पता तो आप अपनी नाम राशि से भी भविष्यफल देख सकते हैं। पढ़ें मेष से लेकर मीन राशि तक 8 March 2025 Rashifal....
मेष राशिफल (Mesh Rashifal 8 March 2025)
ऊर्जा के अपने ऊँचे स्तर को आज अच्छे काम में लगाएँ। आपका धन कहां खर्च हो रहा है इसपर आपको नजर बनाए रखने की जरुरत है नहीं तो आने वाले समय में आपको परेशानी हो सकती है। क़रीबी दोस्त और साझीदार नाराज़ होकर आपकी ज़िंदगी मुश्किल बना सकते हैं। विवादित मुद्दों को उठाने से बचें, अगर आप आज ‘डेट’ पर जा रहे हैं तो। आज आपके करीबी लोग आपके करीब आने की कोशिश करेंगे लेकिन अपने मन को शांत बनाए रखने के लिए आप एकांत में समय बिताना पसंद करेंगे। किराने की ख़रीदारी को लेकर जीवनसाथी से तक़रार मुमकिन है। आपकी बात को यदि सुना नहीं जा रहा तो आपा न खोएं बल्कि परिस्थिति को समझने की कोशिश करें।
उपाय :- पारिवारिक जीवन की खुशहाली के लिए घर में क्रीम रंग के परदे लगाएं।
वृषभ राशिफल (Vrshabh Rashifal 8 March 2025)
अपने जीवन को चिर-स्थायी न मानें और जीवन के प्रति सजगता को अपनाएँ। आपकी लगन और मेहनत पर लोग ग़ौर करेंगे और आज इसके चलते आपको कुछ वित्तीय लाभ मिल सकता है। घर में उल्लास का माहौल आपके तनावों को कम कर देगा। आप भी इसमें पूरी सहभागिता करें और महज़ मूक दर्शक न बने रहें। अपने प्रिय से दूर होने के बावजूद आप उसकी मौजूदगी महसूस करेंगे। आप खुद को समय देना जानते हैं और आज तो आपको काफी खाली समय मिलने की संभावना है। खाली समय में आज आप कोई खेल-खेल सकते हैं या जिम जा सकते हैं। अपने जीवनसाथी के साथ आप प्यार और रुमानियत से भरे पुराने दिन एक बार फिर जी पाएंगे। काम की अधिकता आज आपको मानसिक रुप से परेशान कर सकती है। हालांकि शाम के वक्त थोड़ी देर ध्यान करके आप अपनी ऊर्जा वापस पा सकते हैं।
उपाय :- साबुत हल्दी बहते जल में प्रवाहित करने से सेहत अच्छी रहेगी।
मिथुन राशिफल (Mithun Rashifal 8 March 2025)
तली-भुनी चीज़ों से दूर रहें और रोज़ाना कसरत करते रहें। फ़ौरी तौर पर मज़े लेने की अपनी प्रवृत्ति पर क़ाबू रखें और मनोरंजन पर ज़रूरत से ज़्यादा ख़र्च करने से बचें। आपका जीवनसाथी आपकी सहायता करेगा और मददगार साबित होगा। आपका प्रिय आपको ख़ुश रखने के लिए कुछ ख़ास करेगा। सेमिनार और प्रदर्शनी आदि आपको नई जानकारियाँ और तथ्य मुहैया कराएंगे। आप अपने जीवनसाथी के प्यार की मदद से ज़िन्दगी की मुश्किलों का आसानी से सामना कर सकते हैं। आज आप गुस्से में परिवार के किसी सदस्य को भला-बुरा कह सकते हैं।
उपाय :- चने की दाल गाय को खिलाने से आर्थिक स्थिति सुधरेगी।
कर्क राशिफल (Kark Rashifal 8 March 2025)
ख़ुद को ज़्यादा आशावादी बनने के लिए प्रेरित करें। इससे न सिर्फ़ आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और व्यवहार लचीला होगा, बल्कि डर, ईर्ष्या और नफ़रत जैसे नकारात्मक मनोभावों में भी कमी आएगी। अपने जीवनसाथी के साथ मिलकर आज आप भविष्य के लिए कोई आर्थिक योजना बना सकते हैं और उम्मीद है कि यह योजना सफल भी होगी। काम का तनाव आपके दिमाग़ पर छा सकता है जिसकी वजह से परिवार और मित्रों के लिए वक़्त नहीं निकाल सकेंगे। सावधान रहें, कोई आपसे दिल्लगी या फ़्लर्ट करके अपना उल्लू सीधा कर सकता है। कोई आध्यात्मिक गुरू या बड़ा आपकी सहायता कर सकता है। अगर आपके जीवनसाथी का मन खिन्न है और चाहते हैं की दिन अच्छा गुज़रे, तो चुप्पी साधे रहें। आप कुछ समय अपने व्यक्तित्व को निखारने में लगा सकते हैं, क्योंकि आकर्षक व्यक्तित्व का आत्म-निर्माण में अहम योगदान होता है।
उपाय :- ॐ गं गणपतये नमः इस मंत्र का सुबह-शाम 11 बार उच्चारण करने से पारिवारिक जीवन अच्छा रहेगा।
सिंह राशिफल (Sinh Rashifal 8 March 2025)
जीवन-साथी ख़ुशी की वजह साबित होगा। आर्थिक दृष्टि से आज का दिन मिलाजुला रहने वाला है। आज आपको धन लाभ तो हो सकता है लेकिन इसके लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी। यह परिवार में दबदबा बनाए रखने की अपनी आदतों को छोड़ने का वक़्त है। ज़िंदगी के उतार-चढ़ाव में उनके कंधे से कंधा मिलाकर साथ दें। आपका बदला हुआ बर्ताव उनके लिए ख़ुशी का सबब साबित होगा। रोमांस के लिए बढ़ाए गए क़दम असर नहीं दिखाएंगे। छात्र-छात्राओं को आज अपने काम को कल पर नहीं टालना चाहिए, आपको जब भी खाली समय मिले अपने काम को पूरा कर लें। ऐसा करना आपके लिए हितकारी है। अपने जीवनसाथी को सरप्राइज़ देते रहें, नहीं तो वह ख़ुद को आपके जीवन में महत्वहीन समझ सकता है। आज किसी बुजुर्ग के साथ आपकी कहासुनी हो सकती है ऐसे में अपने गुस्से को काबू में रखें।
उपाय :- दूध में हल्दी डालकर पीने व नहाने वाले पानी में हल्दी डालकर स्नान करने से पारिवारिक जीवन अच्छा होगा।
कन्या राशिफल (Kanya Rashifal 8 March 2025)
ज़रूरत से ज़्यादा खाने से बचें और सेहतमंद रहने के लिए नियमित व्यायाम करें। नए क़रार फ़ायदेमंद दिख सकते हैं, लेकिन वे उम्मीद के मुताबिक़ लाभ नहीं पहुँचाएंगे। निवेश करते समय जल्दबाज़ी में निर्णय न लें। परिवार के सदस्यों का आपके जीवन में विशेष महत्व होगा। आज के इस ख़बसूरत दिन प्रेम-संबंध में आपकी सभी शिकायतें ग़ायब हो जाएंगी। आज समय की नजाकत को देखते हुए आप अपने लिए समय निकाल सकते हैं लेकिन ऑफिस के किसी काम के अचानक आ जाने के कारण आप ऐसा करने में सफल नहीं हो पाएँगे। वैवाहिक जीवन में गर्मजोशी और गर्म खाने की बहुत एहमियत है; आप आज दोनों का ही लुत्फ़ उठा सकते हैं। कोई वाद्ययंत्र बजाते हैं तो आज आपका दिन संगीतमय बीत सकता है।
उपाय :- अच्छी आर्थिक स्थिति के लिए पत्नी का मान-सम्मान व आदर करें।
तुला राशिफल (Tula Rashifal 8 March 2025)
मौज-मस्ती और मनपसंद काम करने का दिन है। अपने ख़र्चों पर क़ाबू रखें और आज हाथ खोलकर व्यय करने से बचें। आज आपका ऊर्जा से भरपूर, ज़िंदादिल और गर्मजोशी से भरा व्यवहार आपके आस-पास के लोगों को ख़ुश कर देगा। ज़िन्दगी की हक़ीक़त का सामना करने के लिए आपको अपने प्रिय को कम-से-कम कुछ वक़्त के लिए भूलना पड़ेगा। आज आपको अपनेे ससुराल पक्ष से कोई बुरी खबर मिल सकती है जिसके कारण आपका मन दुखी हो सकता है और आप काफी समय सोच विचार करने में गंवा सकते हैं। मुमकिन है कि आपका जीवनसाथी आज आपके लिए पर्याप्त समय न निकाल पाए। आपकी बात करने का तरीका आज बहुत खराब होगा जिसकी वजह से समाज में आप अपना मान सम्मान खो सकते हैं।
उपाय :- दुर्गाजी के मंदिर में प्रसाद चढ़ाकर ग़रीबों में बांटना आपको सुकून भरा अहसास दे सकता है।
वृश्चिक राशिफल (Vrshchik Rashifal 8 March 2025)
चोट से बचने के लिए सावधानी से बैठें। साथ ही सही तरीक़े से कमर सीधी करके बैठना न केवल व्यक्तित्वमें सुधार लाता है, बल्कि सेहत और आत्म-विश्वास के स्तर को भी ऊपर ले जाता है। दीर्घावधि निवेश से बचिए और अपने दोस्तों के साथ बाहर जाकर कुछ ख़ुशी के पल बिताएँ। परिवार के सदस्यों का आपके जीवन में विशेष महत्व होगा। सावधान रहें, क्योंकि कोई आपकी छवि धूमिल करने की कोशिश कर सकता है। छात्र-छात्राओं को आज अपने काम को कल पर नहीं टालना चाहिए, आपको जब भी खाली समय मिले अपने काम को पूरा कर लें। ऐसा करना आपके लिए हितकारी है। अपने जीवनसाथी के किसी काम की वजह से आप कुछ शर्मिन्दगी महसूस कर सकते हैं। लेकिन बाद में आपको महसूस होगा कि जो हुआ, अच्छे के लिए ही हुआ। आपके घर का कोई सदस्य आज आपसे प्यार से जुड़ी कोई समस्या शेयर कर सकता है। आपको उन्हें उचित सलाह देनी चाहिए।
उपाय :- किचन में बैठकर खाना खाने से प्रेम सम्बन्ध मजबूत होंगे।
धनु राशिफल (Dhanu Rashifal 8 March 2025)
शकी स्वभाव के चलते आपको हार का मुँह देखना पड़ सकता है। धन का आगमन आज आपको कई आर्थिक परेशानियों से दूर कर सकता है। परिवार के लिए किसी अच्छे और ऊँचे लक्ष्य को हासिल करने के नज़रिए से समझ-बूझकर थोड़ा ख़तरा उठाया जा सकता है। चूके मौक़ों की वजह से डरें नहीं। आपके प्रिय के कड़वे शब्दों के कारण आपका मूड ख़राब हो सकता है। आपका चुम्बकीय और ज़िन्दादिल व्यक्तित्व आपको सबके आकर्षण का केन्द्र बना देगा। सम्भव है कि आपके जीवनसाथी की वजह से आपकी प्रतिष्ठा को थोड़ी ठेस पहुँचे। आपके दिन की शुरुआत शानदार रहेगी और इसलिए आज पूरे दिन आप ऊर्जावान महसूस करेंगे।
उपाय :- लव लाइफ को बेहतर रखने के लिए गुलाब के फूलों का गुलदस्ता तांबे के जार में घर में रखें।
मकर राशिफल (Makar Rashifal 8 March 2025)
दूसरों के लिए ख़राब नीयत रखना मानसिक तनाव को जन्म दे सकता है। इस तरह के विचारों से बचें, क्योंकि ये समय की बर्बादी करते हैं और आपकी क्षमताओं को ख़त्म करते हैं। सट्टेबाज़ी से फ़ायदा हो सकता है। बच्चे की तबियत परेशानी का कारण बन सकती है। आज के दिन अपने प्रिय से कोई तल्ख़ बात न कहें। नए विचारों और आइडिया को जाँचने का बेहतरीन वक़्त। अगर आप जीवनसाथी के अलावा किसी और को अपने ऊपर असर डालने का मौक़ा दे रहे हैं, तो जीवनसाथी की ओर से आपको नकारात्मक प्रतिक्रिया मिलना संभव है। खुलकर गाना गाना और जमकर नाचना आपकी हफ़्ते भर की थकान व तनाव को रफ़ूचक्कर कर सकता है।
उपाय :- ध्यान, योग व मेडिटेशन करने से पारिवारिक जीवन अच्छा रहेगा।
कुंभ राशिफल (Kumbh Rashifal 8 March 2025)
आज आपकी सेहत पूरी तरह अच्छी रहेगी। आप अच्छा पैसा बना सकते हैं, बशर्ते आप पारंपरिक तौर पर निवेश करें। घर में शांति और सुकून का माहौल बनाए रखने के लिए तालमेल से काम करें। ज़ाहिर तौर पर रोमांस के लिए पर्याप्त मौक़े हैं- लेकिन ऐसा बहुत कम समय के लिए है। आप उन लोगों की तरफ़ वादे का हाथ बढ़ाएंगे, जो आपसे मदद की गुहार करेंगे। आज आप अपने जीवनसाथी के साथ सैर-सपाटे का मज़ा ले सकते हैं। साथ में समय गुज़ारने का यह बढ़िया मौक़ा है। इंटरनेट सर्फ़िंग करना आपकी अंगुलियों की अच्छी वर्जिश करने के साथ-साथ आपके ज्ञान को भी बढ़ा सकता है।
उपाय :- प्रेमी/प्रेमिका को हरे रंग के कपड़े गिफ्ट में देने से प्रेम सम्बन्ध मजबूत रहेंगे।
मीन राशिफल (Meen Rashifal 8 March 2025)
मुमकिन है कि आपको किसी अंग मे दर्द या तनाव से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़े। करीबी रिश्तेदारों के घर जाना आज आपकी आर्थिक स्थिति को बिगाड़ सकता है। आपको अपना बाक़ी वक़्त बच्चों के संग गुज़ारना चाहिए, चाहे इसके लिए आपको कुछ ख़ास ही क्यों न करना पड़े। मुमकिन है कि आपके आँसुओं को पोंछने के लिए कोई ख़ास दोस्त आगे आए। आज खाली वक्त्त किसी बेकार के काम में खराब हो सकता है। यह दिन आपके सामान्य वैवाहिक जीवन से कुछ हटकर होने वाला है। आपको अपने जीवनसाथी की ओर से कुछ ख़ास देखने को मिल सकता है। आपकी खूबियां आज लोगों को बीच आपको प्रशंसा का पात्र बनाएंगी।
उपाय :- विष्णु या दुर्गा जी के मंदिर में कांसे का बर्तन दान करने से स्वास्थ्य बना रहेगा।