व्यापार
Vegetable Price Hike: प्याज के बाद लहसुन की कीमतों में भी उछाल, रसोई का बजट हुआ बिगड़ा
9 Nov, 2024 04:28 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महंगाई की मार का असर फेस्टिव सीजन के बाद भी चालू है। जहां लोगों को उम्मीद थी कि फेस्टिव सीजन के खत्म होने के बाद उन्हें महंगाई से राहत मिलेगी पर हुआ इसका उलटा। बाजार में हरी सब्जियों, टमाटर के दाम में भले ही हल्की नरमी आई है पर अभी भी इनके दाम उच्चतम स्तर पर बने हुए हैं। वहीं, प्याज की कीमतों में फिर से तेजी आई। इसके अलावा अब लहसुन के दाम में शानदार तेजी देखने को मिल रही है।
हाल में क्रिसिल की रिपोर्ट के अनुसार पिछले महीने अक्टूबर में सब्जियों के दाम में हुई बढ़ोतरी के कारण वेज थाली और नॉन-वेज थाली दोनों महंगी रही। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल की रिपोर्ट के मुताबिक वेज थाली एक साल की समान अवधि से 20 फीसदी बढ़कर 33.3 रुपये प्रति प्लेट हो गई है। नॉन-वेज थाली भी 5.11 फीसदी महंगी होकर 61.6 रुपये प्रति प्लेट हो गई।
ऐसे में 12 नवंबर और 14 नवंबर को आने वाले महंगाई के आंकड़े से पहले लोगों ने अनुमान लगाया है कि अक्टूबर में महंगाई ने पक्का कोई रिकॉर्ड तोड़ा होगा।
अब लहसुन हुआ महंगा
अब देश के कई बाजारों में लहसुन 500 रुपये प्रति किलो के भाव पर बिक रहा है। जहां कुछ महीने पहले यह 100 से 150 रुपए किलो बिक रहा था। माना जा रहा है कि लहसुन की कीमतों (Garlic Price Hike) में और इजाफा हो सकता है। इस वजह से कई लोग लहसुन खरीदने से कतरा रहे हैं और यही कारण है कि अनाज मंडियों में इसकी बिक्री काफी कम हो रही है।
राजस्थान के निम्बाहेड़ा कृषि उपज मंडी में लहसुन की सीधी खरीद पर 91 हजार 101 रुपए प्रति क्विंटल की बोली लगी थी। यह अभी तक की सबसे महंगी बोली थी। ऐसे में किसानों ने आशंका जताई है कि आने वाले दिनों में लहसुन के दाम और बढ़ सकते हैं।
क्यों महंगा हो रहा है लहसुन
हर साल सर्दियों में लहसुन की मांग बढ़ जाती है। इसके अलावा लहसुन की बुआई हो जाने के बाद बाजार में पुराने लहसुन की सप्लाई कम हो जाती है। जब भी किसी चीज की डिमांड ज्यादा होती है और सप्लाई कम होता है तो उसके दाम में इजाफा होता है। ऐसे में माना जा रहा है कि जब तक बाजार में नए लहसुन नहीं आएंगे तब तक लहसुन की कीमतों में गिरावट नहीं होगी।
प्याज भी हुआ महंगा
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार प्याज की कीमतों में अभी भी गिरावट नहीं आई है। देश के कई थोक बाजार में प्याज 70 से 8- रुपये प्रति किलो के भाव पर बिक रहा है। राजधानी दिल्ली में 8 नवंबर 2024 को प्याज की कीमत करीब 80 रुपये प्रति किलो थी।
एफआईआई ने पांच सत्र में निकाले 20,000 करोड़ रुपये, शेयर बाजार में भारी बिकवाली
9 Nov, 2024 02:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) भारतीय शेयर बाजार से लगातार बिकवाली कर रहे हैं। उन्होंने इस महीने पांच कारोबारी सत्रों में 19,994 करोड़ की निकासी की है। अक्तूबर में इन निवेशकों ने रिकॉर्ड 94,017 करोड़ के शेयर बेचे थे।
आंकड़ों के मुताबिक, एफआईआई ने कैलेंडर वर्ष 2024 में जनवरी से लेकर अब तक शुद्ध रूप से 13,401 करोड़ के शेयर बेचे हैं। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से अब तक 24,295 करोड़ की शुद्ध बिकवाली की है। इसका सीधा असर यह हुआ कि अक्तूबर में निफ्टी छह फीसदी से ज्यादा टूट गया। यह पिछले साढ़े चार साल में किसी एक महीने में सबसे बड़ी गिरावट थी। बिकवाली के कारण इस महीने के पांच सत्रों में सेंसेक्स 238 अंक टूट गया। कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में भी 3.75 लाख करोड़ रुपये की गिरावट आई।
बैंकिंग शेयरों से सर्वाधिक 26,139 करोड़ की निकासी
विदेशी निवेशकों ने अक्तूबर में सबसे ज्यादा 26,139 करोड़ रुपये के बैंकिंग कपनियों के शेयर बेचे हैं। इसके बाद तेल, गैस, एफएमसीजी और ऑटो क्षेत्र के शेयरों की बिकवाली रही। तेल और गैस क्षेत्र से 21,444 करोड़ रुपये की निकासी हुई है। एफएमसीजी से 11,582 करोड़ रुपये और ऑटो सेक्टर से 10,440 करोड़ रुपये निकाले गए हैं।
आईटी समेत इन क्षेत्रों में भी घटाई हिस्सेदारी
एफआईआई ने उपभोक्ता सेवाओं, आईटी, बिजली, रियल्टी और दूरसंचार जैसे क्षेत्रों में भी अपनी हिस्सेदारी घटा दी। विश्लेषकों का मानना है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था और भारतीय कॉरपोरेट की कमाई घटने का यह असर है। साथ ही, चीन के प्रोत्साहन का भी असर है। हालांकि, घरेलू निवेशक वित्तीय शेयरों में लगातार खरीदी कर रहे हैं।
विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सितंबर में घरेलू बाजार में शुद्ध रूप से 57,723 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे।
पीयूष गोयल बोले- भारत की अर्थव्यवस्था अगले 25 साल में 35 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंचेगी
9 Nov, 2024 01:59 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत की विकास गाथा देश की मौजूदा 3.5 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था को अगले 25 साल में 35 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंचा देगी। 10 गुना की यह तेज बढ़ोतरी भारत की मजबूत आर्थिक बुनियाद के दम पर है।
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को अमेजिंग गोवा ग्लोबल बिजनेस समिट-2024 के उद्घाटन सत्र में कहा, 21वीं सदी भारत की है और यह तीन साल में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी जीडीपी बनने की राह पर है। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सही कहा है कि 21वीं सदी भारत की सदी है। आज हम जो कर रहे हैं, वह सबसे बेहतर व सबसे व्यापक है। मंत्री ने कहा, हम 2047 तक भारत को विकसित और समृद्ध राष्ट्र बनाने के लिए केंद्रित दृष्टिकोण के साथ काम कर रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा, पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत सबसे कम जोखिम वाले देशों में से एक है।
पिछले 10 साल में दोगुना प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आया
गोयल ने कहा, हम सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था हैं। कम महंगाई, मजबूत विदेशी मुद्रा भंडार और निवेशकों के लिए अनुकूल माहौल की वजह से देश में पिछले 10 साल में उससे पिछले दशक की तुलना में दोगुना प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) आया है। इस तीन दिवसीय समिट में तटीय राज्य में निवेश आकर्षित करने के लिए विभिन्न सत्र, बिजनेस-टु-बिजनेस बैठकें और अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
Virtual Credit Card से पेमेंट करना होगा आसान, जानें क्या हैं इसके फायदे और नुकसान
9 Nov, 2024 01:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आज के समय में हम कोशिश करते हैं कि हम ज्यादा से ज्यादा अपना समय कैसे बचाएं। समय की बचत करने में तकनीक ने काफी मदद किया है। जी हां, टेक्नोलॉजी ने जहां एक तरफ हमें स्मार्ट बनाया है तो वहीं दूसरी तरफ इसने किसी भी काम को स्मार्ट तरीके से करना भी सिखाया है। इसका सबसे अच्छा उदाहरण आज के समय में हो रहे लेन-देन की प्रक्रिया है। पिछले 15 साल पहले लेनदेन के लिए हमें बैंक जाना पड़ता था पर अब हम चंद सेकेंड्स में आसानी से ऑनलाइन पेमेंट कर देते हैं।
जहां एक तरफ ऑनलाइन पेमेंट ने ट्रांजैक्शन को आसान बनाया है तो दूसरी तरफ इससे ऑनलाइन धोखाधड़ी में भी वृद्धि देखने को मिली है। क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड के डिटेल्स और डेटा चोरी होने का खतरा बना रहता है। हम भले ही कोशिश करते हैं कि हम सिक्योर तरीके से पेमेंट करें पर इसके बावजूद यह खतरा बना रहता है। ऐसे में अब इस खतरे को कम करने के लिए हमारे पास वर्चुअल क्रेडिट कार्ड का ऑप्शन भी रहता है। हम आपको नीचे इस कार्ड के बारे में विस्तार से बताएंगे।
क्या होता है वर्चुअल क्रेडिट कार्ड?
वर्चुअल क्रेडिट कार्ड फिजिकल क्रेडिट कार्ड की तरह ही होता है। इस कार्ड को मुख्य तौर पर ऑनलाइन पेमेंट करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह कार्ड बैंक द्वारा जारी किया जाता है। बता दें कि यह कार्ड आपके फिजिकल क्रेडिट कार्ड अकाउंट से लिंक होता है। इस कार्ड में अस्थायी नंबर होता है। इस नंबर के जरिये ही आप ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर शॉपिंग आदि कर सकते हैं। यह कार्ड आपकी शॉपिंग और कार्ड डिटेल्स को एक लेयर पर सिक्योरिटी देता है।
वर्चुअल क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए यूजर के पास बैंक अकाउंट होना अनिवार्य है। यह कार्ड बैंक जारी करता है, ऐसे में हर बैंक में इनके फीचर और सर्विस भी अलग होती है। अगर आप वर्चुअल क्रेडिट कार्ड पाना चाहते हैं तो आसानी से बैंक के पोर्टल या औप पर जाकर जनरेट कर सकते हैं।
कैसे काम करता है वर्चुअल क्रेडिट कार्ड
वर्चुअल क्रेडिट कार्ड एडवांस सिक्योरिटी फीचर्स के साथ आते हैं। आप जैसे ही इस कार्ड को जनरेट करेंगे आपको फिजिकल क्रेडिट कार्ड की तरह यूनिक कार्ड नंबर, सीवीवी (CVV) और एक्सपायरी डेट जैसी डिटेल्स मिलेगी। इस कार्ड का नंबर अस्थायी होता है। आमतौर पर यह नंबर सिंग्ल पेमेंट या फिर 24 से 48 घंटे तक वैलिड रहता है।
ऑनलाइन शॉपिंग या पेमेंट करते समय आपको इस कार्ड की डिटेल्स देनी होगी। जिसके बाद पेमेंट अमाउंट आपके फिजिकल कार्ड या बैंक अकाउंट से डिडक्ट हो जाएगी।
वर्चुअल कार्ड के फायदे
- इस कार्ड की एडवांस सिक्योरिटी फीचर होने के कारण इसमें धोखाधड़ी का रिस्क काफी कम रहता है।
- अगर आप ऑनलाइन पेमेंट को निर्धारित करना चाहते हैं तो यह कार्ड काफी मददगार साबित होगा। इससे आप खर्चों को एकहद तक कंट्रोल कर सकते हैं।
- इस कार्ड में ऑनलाइन शॉपिंग करते समय आप कार्ड डिटेल्स को तुरंत जनरेट करके आसानी से पेमेंट कर सकते हैं।
वर्चुअल कार्ड के नुकसान
- इस कार्ड के जरिये आप कुछ ही सर्विस का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह कार्ड ऑनलाइन शॉपिंग करते सम पेमेंट के लिए बना है। इस कार्ड के माध्यम से आप इन-स्टोर खरीदारी या बाकी सर्विस का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं।
- इसकी वैलिडिटी काफी कम रहती है। ऐसे में आपको बार-बार कार्ड डिटेल्स जनरेट करने की जरूरत पड़ सकती है।
- इस कार्ड का नुकसान एक यह भी है कि यह सभी ऑनलाइन मर्चेंट्स इस कार्ड की पेमेंट के एक्सेप्ट नहीं करते हैं। ऐसे में ऑनलाइन पेमेंट करते समय आपको दिक्कत हो सकती है।
अंततः यह कार्ड उन यूजर के लिए काफी फायदेमंद है जो ऑनलाइन शॉपिंग के शौकीन है। जी हां, इन कार्ड में एडवांस सिक्योरिटी फीचर धोखाधड़ी के रिस्क को कम करता है। वहीं जो यूजर ज्यादा ऑनलाइन शॉपिंग नहीं करते हैं उनके लिए यह कार्ड उतना उपयोगी नहीं होगा। इस कार्ड का एक लिमिट भर इस्तेमाल करना उन्हें भारी पड़ सकता है।
तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम....
9 Nov, 2024 01:46 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश की मुख्य ऑयल मार्केटिंग कंपनियां (OMC) प्रति दिन सुबह 6 बजे पेट्रोल और डीजल की दाम अपडेट करती हैं। वर्ष 2017 से रोजाना तेल के दाम अपडेट होते हैं। आज यानी 9 नवंबर 2024 (शनिवार) के लिए भी पेट्रोल-डीजल की कीमत अपेडट हो गए हैं। अगर आप गाड़ी की टंकी फुल करवाने के जाने वाले हैं तो आपको लेटेस्ट रेट चेक कर लेना चाहिए।
देश के अधिकतम शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम अलग होते हैं। यही कारण है कि गाड़ीचालक को सलाह दी जाती है कि वह टंकी फुल कराने से पहले लेटेस्ट रेट जरूर चेक करें। हालांकि, नए अपडेट के अनुसार आज भी तेल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। इस साल मार्च में तेल की कीमतों 2-2 रुपये प्रति लीटर की कटौती हुई थी। इसके बाद से लगभग सभी शहरों में इनके दाम स्थिर बने हुए हैं।
महानगरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपये और डीजल की कीमत 87.62 रुपये प्रति लीटर है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 103.44 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.97 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 104.95 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.76 रुपये प्रति लीटर है।
चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100.75 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.34 रुपये प्रति लीटर है।
अन्य बड़े शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
नोएडा: पेट्रोल 94.83 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.96 रुपये प्रति लीटर
गुरुग्राम: पेट्रोल 95.19 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.05 रुपये प्रति लीटर
बेंगलुरु: पेट्रोल 102.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.94 रुपये प्रति लीटर
चंडीगढ़: पेट्रोल 94.24 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.40 रुपये प्रति लीटर
हैदराबाद: पेट्रोल 107.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल 95.65 रुपये प्रति लीटर
जयपुर: पेट्रोल 104.88 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.36 रुपये प्रति लीटर
पटना: पेट्रोल 105.18 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.04 रुपये प्रति लीटर
क्रूड ऑयल प्राइस
हाल ही में अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप बहुमत के साथ जीते। इस जीत के बाद वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव आया है। अगर क्रूड ऑयल के लेटेस्ट रेट की बात करें तो ब्रेंट क्रूड 75 डॉलर प्रति बैरल के आस-पास है। तेल कंपनियां कच्चे तेल की कीमतों के आधार पर ही पेट्रोल-डीजल के दाम तय करती है।
लाल निशान पर बंद हुआ शेयर बाजार; सेंसेक्स 55 अंक फिसला, निफ्टी 24150 के नीचे
8 Nov, 2024 05:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय शेयर बाजार के बेंचमार्क सूचकांक शुक्रवार को पिछले सत्र के अपने नुकसान को बढ़ाते हुए गिरावट के साथ बंद हुए। सेंसेक्स 55.47 अंक या 0.07 फीसदी की गिरावट के साथ 79,486.32 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 51.15 अंक या 0.21 फीसदी की गिरावट के साथ 24,148.20 अंक पर बंद हुआ।
एनएसई के आंकड़ों के मुताबिक, सेक्टोरल इंडेक्स में पीएसयू बैंक, मीडिया, रियल्टी और ऑयल एंड गैस सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयरों में रहे। बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की ओर से लगातार बिकवाली चिंता का विषय बनी हुई है। अक्तूबर में, एफपीआई ने 94,017 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जिससे बाजार पर दबाव बढ़ा और वे चार महीने तक लगातार खरीदार रहने के बाद भारत में शुद्ध विक्रेता बन गए।
एशियन पेंट्स, टाटा स्टील, एसबीआई और रिलायंस के शेयरों में गिरावट
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से एशियन पेंट्स, टाटा स्टील, भारतीय स्टेट बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एनटीपीसी, टाटा मोटर्स, आईसीआईसीआई बैंक और इंडसइंड बैंक में सबसे ज्यादा गिरावट रही। लाभ पाने वालों में महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाइटन, टेक महिंद्रा, इंफोसिस, नेस्ले और हिंदुस्तान यूनिलीवर का नाम शामिल रहा। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने गुरुवार को 4,888.77 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची।
एशियाई बाजारों में सियोल, शंघाई और हांगकांग में गिरावट दर्ज की गई जबकि टोक्यो में सकारात्मक रुख रहा। यूरोपीय बाजारों में गिरावट दर्ज की गई। वॉल स्ट्रीट गुरुवार को ज्यादातर बढ़त के साथ बंद हुआ। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 1.28 प्रतिशत घटकर 74.66 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। गुरुवार को बीएसई का सेंसेक्स 836.34 अंक या 1.04 प्रतिशत गिरकर 79,541.79 अंक पर बंद हुआ था। निफ्टी 284.70 अंक या 1.16 प्रतिशत गिरकर 24,199.35 अंक पर बंद हुआ।
बाजार की चाल पर क्या है जानकारों की राय?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "निराशाजनक आय और एफपीआई की निरंतर निकासी के कारण निवेशक सतर्कता बरत रहे हैं, इस कारण बाजार में सुस्ती जारी रही। यूएस फेड ने अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करने के लिए अपने दर-कटौती चक्र को जारी रखा है और ब्याज दरों में 25 बीपीएस की कटौती की है। मुद्रास्फीति में नरमी के बीच दिसंबर की आरबीआई की मौद्रिक नीति बैठक में भी इसी तरह की कटौती की उम्मीद है।"
नायर ने कहा, "हालांकि, भारत में अक्तूबर में मुद्रास्फीति बढ़ने की उम्मीद है, और मजबूत अमेरिकी डॉलर के कारण आरबीआई निकट अवधि में दरों को बनाए रखने पर भी विचार कर सकता है।"
रुपया पांच पैसे गिरकर 84.37 के नए सर्वकालिक निचले स्तर पर
लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट के साथ शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया पांच पैसे टूटकर 84.37 (अनंतिम) के नए सर्वकालिक निम्नतम स्तर पर आ गया। विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी और घरेलू शेयर बाजारों में नरम रुख के कारण यह गिरावट आई।
विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती का हालिया निर्णय वैश्विक वित्तीय परिदृश्य में बदलाव का संकेत देता है। इसके अलावा, डोनाल्ड ट्रम्प की कर और व्यापार नीतियों के वैश्विक बाजारों को प्रभावित करने के साथ, रुपये के प्रक्षेपवक्र में फिर से अस्थिरता आ सकती है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 84.32 पर खुला। कारोबार के दौरान स्थानीय मुद्रा ने 84.31 का उच्चतम और 84.38 का न्यूनतम स्तर छुआ। अंत में यह पिछले बंद भाव के मुकाबले 5 पैसे की गिरावट के साथ 84.37 (अनंतिम) पर बंद हुआ।
गुरुवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 1 पैसे गिरकर 84.32 के नए सर्वकालिक निम्नतम स्तर पर बंद हुआ। पिछले तीन सत्रों में स्थानीय मुद्रा डॉलर के मुकाबले 28 पैसे कमजोर हुई है।
होम लोन डिफॉल्ट: क्या प्रॉपर्टी बेचना है सही विकल्प?
8 Nov, 2024 05:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
घर खरीदना हर किसी का सपना होता है। इस सपने को पूरा करने के लिए कई लोग होम लोन लेने का विकल्प भी आजमाते हैं। लेकिन, कभी-कभी हालात ऐसे बन जाते हैं कि होम लोन पर डिफॉल्ट करना पड़ जाता है। यह जाहिर तौर पर किसी के भी लिए काफी मुश्किल अनुभव हो सकता है। लेकिन, आप कुछ कदम उठाकर चीजों को काबू में करने की कोशिश कर रहे हैं।
लोन की शर्तों पर गौर करें
सबसे पहले आपको लोन एग्रीमेंट पर गौर करना चाहिए। इससे डिफॉल्ट होने की स्थिति से जुड़ी शर्तों को बेहतर से समझ पाएंगे। अगर शर्तों को समझने के लिए बैंक या किसी फाइनेंशियल एक्सपर्ट की मदद भी ले सकते हैं। इससे आपको अगला कदम उठाने में मदद मिलेगी।
अपने बैंक से बात करें
अगर आप होम लोन पर डिफॉल्ट कर रहे हैं, तो उसके बारे में अपने बैंक को बताएं। उस परेशानी के बारे में बताएं, जिसके चलते आप किस्त नहीं जमा कर पा रहे हैं। बैंक आपकी प्रॉपर्टी पर कब्जा करने से बचना चाहते हैं, क्योंकि यह जटिल और खर्चीली प्रक्रिया है। वे लोन रीस्ट्रक्चरिंग या रीपेमेंट प्लान जैसी राहत दे सकते हैं।
क्या होती है लोन रीस्ट्रक्चरिंग
लोन रीस्ट्रक्चरिंग के तहत कर्ज देने की शर्तें बदली जा सकती हैं। इसका मकसद रीपेमेंट को ज्यादा आसान बनाना होता है। इसमें लोन की अवधि को बढ़ाना, मंथली पेमेंट्स को कम करना या फिक्स्ड इंटरेस्ट रेट पर स्विच करने जैसे ऑप्शन होते हैं। इस तरह के बदलाव से आपको तात्कालिक राहत मिल सकती है।
लोन की रीफाइनेसिंग का ऑप्शन
अगर मौजूदा बैंक बेहतर रीस्ट्रक्चरिंग प्लान नहीं दे रहा, तो आप किसी अन्य वित्तीय संस्थान के साथ अपने होम लोन की रीफाइनेसिंग पर विचार कर सकते हैं। इसमें मौजूदा लोन के भुगतान के लिए नया लोन लिया जाता है। यह अमूमन कम ब्याज दर पर या फिर लंबी अवधि के लिए होता है। हालांकि, इसके लिए अतिरिक्त शुल्क का भुगतान करना पड़ सकता है और नई शर्तें जोड़ी जा सकती हैं।
प्रॉपर्टी बेचना आखिरी विकल्प
अगर आपकी आर्थिक स्थिति ज्यादा खराब है और उसके जल्दी ठीक होने की संभावना नहीं है, तो आप कर्ज चुकाने और अन्य मुश्किलों से बचने के लिए प्रॉपर्टी बेचने के विकल्प पर भी विचार कर सकते हैं। ऐसे में आपको अपनी प्रॉपर्टी की मौजूदा मार्केट वैल्यू के बारे में पता करना चाहिए। साथ ही, लोन चुकाने के बाद बचे हुए फंड का आकलन करना चाहिए। हो सकता है कि इस फंड से आपको नई शुरुआत करने का मौका मिल जाए।
मल्टीबैगर रेलवे कंपनी का मुनाफा घटा, निवेशकों को लगा झटका
8 Nov, 2024 04:54 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) ने पिछले एक साल के दौरान निवेशकों को जोरदार रिटर्न दिया है। इसने बीते 9 महीने में निवेशकों का पैसा चार गुना कर दिया। लेकिन, आज RVNL के शेयर 7 फीसदी तक गिर गए। इसकी वजह रेलवे कंपनी का कमजोर तिमाही नतीजा है। इसका मुनाफे में भारी भारी कमी आई है। RVNL के शेयर दोपहर 12.30 बजे तक 5.43 फीसदी की गिरावट के साथ 451.90 रुपये पर कारोबार कर रहे थे।
27 फीसदी गिरा RVNL का मुनाफा
RVNL का सितंबर तिमाही में शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 27 फीसदी गिरकर 287 करोड़ रुपये पर आ गया। रेवेन्यू में भी मामूली गिरावट आई है और यह 4,855 करोड़ रुपये रहा। ऑपरेशनल लेवल का कंपनी का EBITDA 9 फीसदी गिरकर 271.5 करोड़ रुपये पर आ गया। वहीं, EBITDA मार्जिन भी 0.40 फीसदी घटकर 5.6 फीसदी रहा।
कमजोर नतीजों का था अनुमान
एनालिस्ट ने पहले अनुमान जताया था कि RVNL के तिमाही नतीजे कमजोर रहेंगे। दरअसल, RVNL के पास ऑर्डर की भरमार है। उसने पिछले कुछ दिनों में भी कई बड़े ऑर्डर जीते हैं। लेकिन, उसके प्रोजेक्ट पूरा करने की रफ्तार काफी सुस्त है। इसका नकारात्मक असर उसके वित्तीय प्रदर्शन पर पड़ रहा है।
क्या करती है RVNL
RVNL एक नवरत्न कंपनी है। नवरत्न कंपनियों को सरकार से अनुमति लिए बगैर 1 हजार करोड़ रुपये तक निवेश करने आजादी होती है। RVNL रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करती है। इसके ग्राहकों की बात करें, तो इस लिस्ट में रेलवे के साथ-साथ केंद्र और राज्य सरकारों के कई अन्य मंत्रालय, विभाग और सरकारी कंपनियां शामिल हैं।
RVNL के शेयरों का हाल?
RVNL के शेयरों ने निवेशकों को शानदार मुनाफा दिया है। पिछले साल 10 नवंबर 2023 को RVNL के शेयर 155.45 रुपये पर थे। यह इसका एक साल का निचला स्तर है। यहां से 9 महीने में यह 316 फीसदी उछलकर 15 जुलाई 2024 को 647.00 रुपये के भाव पर पहुंच गया था, जो इसका रिकॉर्ड हाई है।
हालांकि, RVNL के शेयरों में तेजी का सिलसिला यहीं थम गया। 647 का हाई बनाने के बाद RVNL के शेयर करीब 30 फीसदी तक गिर गए हैं। पिछले एक महीने के दौरान इसमें 7 फीसदी से अधिक की गिरावट आई है। वहीं 6 महीनों के दौरान इसमें करीब 70 फीसदी का उछाल दिखा है।
हरे निशान पर खुला शेयर बाजार; सेंसेक्स 150 अंक फिसला, निफ्टी 24200 से नीचे
8 Nov, 2024 12:07 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
घरेलू शेयर बाजार में शुरुआती कारोबार के दौरान लगातार दूसरे दिन बिकवाली दिखी। सुबह के सत्र में सेंसेक्स 424.42 अंक गिरकर 79,117.37 पर जबकि निफ्टी 132.7 अंक गिरकर 24,066.65 पर कारोबार करता दिखा। हालांकि, जैसे-जैसे समय बीता बाजार में खरीदारी लौटी सुबह 9 बजकर 52 मिनट पर सेंसेक्स 87.79 (0.11%) अंक चढ़कर 79,629.58 अंक पर जबकि निफ्टी 15.06 अंक मजबूत होकर 24,214.40 कारोबार करता दिखा। शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में रुपया डॉलर के मुकाबले 5 पैसे की गिरावट के साथ 84.37 के स्तर पर पहुंच गया।
इससे पहले, विदेशी पूंजी की सतत निकासी और रिलायंस इंडस्ट्रीज व आईसीआईसीआई बैंक जैसे प्रमुख शेयरों में कमजोरी के रुख के बीच शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट दर्ज की गई। बाजार विश्लेषकों का कहना है कि जब तक कॉरपोरेट आय, खपत में तेजी और विदेशी पूंजी प्रवाह के बारे में स्पष्टता नहीं आ जाती, तब तक भारतीय बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहेगा।
इस बीच, अमेरिकी फेड ने लगातार दो बैठकों में ब्याज दरों में कटौती की है, क्योंकि मुद्रास्फीति का स्तर संतोषजनक रहा है। हालांकि, उन्होंने कहा कि दूसरी ओर भारत को खाद्य मुद्रास्फीति की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन विकास की संभावनाएं भी कम हैं। आरबीआई अगले महीने अपनी मौद्रिक नीति बैठक की घोषणा करेगा।
शुरुआती कारोबार में बीएसई का सेंसेक्स 424.42 अंक गिरकर 79,117.37 अंक पर आ गया। वहीं एनएसई का निफ्टी 132.7 अंक गिरकर 24,066.65 अंक पर आ गया। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से टाटा मोटर्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एशियन पेंट्स, मारुति, एनटीपीसी और आईसीआईसीआई बैंक में सबसे ज्यादा गिरावट रही। बढ़त वाले शेयरों में इंफोसिस, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, टाइटन, कोटक महिंद्रा बैंक और एचडीएफसी बैंक शामिल थे।
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने गुरुवार को 4,888.77 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, "बाजार में अब दो अलग-अलग रुझान स्पष्ट हैं: एक, अमेरिका के नेतृत्व में वैश्विक बाजार में मजबूती और दूसरा, भारतीय बाजार में कमजोरी। भारतीय बाजार में कमजोरी का मुख्य कारण एफआईआई द्वारा की जा रही लगातार बिकवाली है, जो इस महीने भी जारी है।"
एशियाई बाजारों में सियोल और टोक्यो सकारात्मक क्षेत्र में कारोबार कर रहे थे, जबकि शंघाई और हांगकांग में गिरावट दर्ज की गई। वॉल स्ट्रीट गुरुवार को अधिकतर बढ़त के साथ बंद हुआ। मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, "फेडरल रिजर्व ने मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए पहले की गई ब्याज दरों में कटौती के बाद अपनी बेंचमार्क ब्याज दर में 25 आधार अंकों की कटौती कर इसे 4.50 प्रतिशत-4.75 प्रतिशत कर दिया है। इस बीच, एफआईआई की लगातार बिकवाली के बीच निफ्टी में सीमित उतार-चढ़ाव देखने को मिला।"
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.71 प्रतिशत घटकर 75.09 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। गुरुवार को बीएसई का सेंसेक्स 836.34 अंक या 1.04 प्रतिशत गिरकर 79,541.79 अंक पर बंद हुआ था। निफ्टी 284.70 अंक या 1.16 प्रतिशत गिरकर 24,199.35 अंक पर बंद हुआ था।
तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम....
8 Nov, 2024 12:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियां (OMC) रोजाना सुबह 6 पेट्रोल और डीजल की प्राइस अपडेट करती हैं। यह सिलसिला साल 2017 से जारी है। तेल कंपनियों ने 10 नवंबर 2024 (शुक्रवार) के लिए भी पेट्रोल-डीजल की कीमत रिवाइज कर दी है। आज भी इनके दाम में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है।
देश के ज्यादातर शहरों में फ्यूल प्राइस अलग-अलग होता है। ऐसे में अगर आप लंबे सफर निकल रहे हैं, तो टंकी फुल कराने से पहले लेटेस्ट रेट जरूर चेक करें। इससे आपको फायदा हो सकता है।
क्रूड ऑयल की प्राइस
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद क्रूड ऑयल की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी है। आज बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड की प्राइस में मामूली गिरावट आई है। ब्रेंट क्रूड का दाम 0.57 फीसदी गिरकर 75.20 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। सरकारी तेल कंपनियों को क्रूड ऑयल की प्राइस के हिसाब से ही पेट्रोल और डीजल की कीमतों को तय करने का जिम्मा मिला है।
हालांकि, तेल कंपनियों ने लंबे समय से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया है। आखिरी बार लोकसभा चुनाव से पहले पेट्रोल और डीजल के दाम में 2-2 रुपये प्रति लीटर की कटौती हुई थी।
आइए इंडियन ऑयल की ऑफिशियल वेबसाइट के जरिए जानते हैं कि महानगर और बाकी शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
महानगरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपये और डीजल की कीमत 87.62 रुपये प्रति लीटर है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 103.44 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.97 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 104.95 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.76 रुपये प्रति लीटर है।
चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100.75 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.34 रुपये प्रति लीटर है।
अन्य बड़े शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
नोएडा: पेट्रोल 94.83 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.96 रुपये प्रति लीटर
गुरुग्राम: पेट्रोल 95.19 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.05 रुपये प्रति लीटर
बेंगलुरु: पेट्रोल 102.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.94 रुपये प्रति लीटर
चंडीगढ़: पेट्रोल 94.24 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.40 रुपये प्रति लीटर
हैदराबाद: पेट्रोल 107.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल 95.65 रुपये प्रति लीटर
जयपुर: पेट्रोल 104.88 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.36 रुपये प्रति लीटर
पटना: पेट्रोल 105.18 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.04 रुपये प्रति लीटर
HDFC बैंक ने 7 नवंबर से लागू की नई ब्याज दरें, एक महीने और तीन साल के लिए बढ़ी दरें
7 Nov, 2024 03:57 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
एचडीएफसी बैंक ने अपनी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट्स (MCLR) को दो छोटी अवधि के लिए 5 बेसिस प्वाइंट (bps) तक बढ़ा दिया है. बदलाव के बाद HDFC बैंक की MCLR ब्याज दर 9.15% से 9.50% के बीच हो गई हैं. नई दर को 7 नवंबर, 2024 से लागू कर दिया गया है. बैंक ने एक महीने के लिए 5 बेसिस प्वाइंट और तीन साल की अवधि के लिए 3 बेसिस प्वाइंट तक ब्याज दर में इजाफा किया है.
एक महीने वाला एमसीएलआर 9.15% से बढ़कर 9.20% हुआ
बैंक ने इन दो अवधियों के अलावा किसी भी लोन दर में बदलाव नहीं किया है. ओवरनाइट एमसीएलआर 9.10% से बढ़कर 9.15% हो गया. इसी तरह एक महीने वाला एमसीएलआर 9.15% से बढ़कर 9.20% हो गया. तीन महीने की अवधि पर बैंक 9.30% की पेशकश करता है. छह महीने की अवधि वाला MCLR 9.45% है. एक साल की अवधि वाला MCLR 9.45% है, जो कि ग्राहकों के लोन से जुड़ा हुआ है वो 9.45% है. दो साल की अवधि के लिए MCLR 9.45% है और तीन साल के लिए यह 9.50% है.
बैंक का नया बेस रेट भी 9.45% हो गया
HDFC बैंक ने इससे पहले 9 सितंबर 2024 से अपनी ब्याज दर में बदलाव किया है. अब यदि आप इस बैंक से लोन लेते हैं, तो आपको 17.95% सालाना की दर से ब्याज देना होगा. साथ ही, बैंक का नया बेस रेट भी 9.45% हो गया है. ये सभी दरें रेपो 6.50% के आधार पर हैं. स्पेशल होम लोन की ब्याज दर रेपो रेट के अलावा 2.25% से 3.15% तक यानी यह 8.75% से 9.65% तक है. इसके अलावा सैलरीड और सेल्फ एम्पलायड के लिए स्टैंडर्ड होम लोन का रेट रेपो रेट के अलावा 2.90% से 3.45% अतिरिक्त है. यानी यह बढ़कर 9.40% से 9.95% हो जाता है.
एचडीएफसी के होम लोन की ब्याज दर
HDFC बैंक की वेबसाइट के अनुसार, 'उपरोक्त होम लोन ब्याज दरें / ईएमआई एचडीएफसी बैंक की एडजस्टेबल रेट होम लोन स्कीम (फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट) के तहत दिए जाने वाले लोन पर लागू होती हैं और ये दरें लोन जारी होने के समय बदल सकती हैं. उपरोक्त होम लोन ब्याज दरें एचडीएफसी बैंक की रेपो रेट से जुड़ी होती हैं और लोन की पूरी अवधि के दौरान बदलती रहती हैं.
एमसीएलआर
MCLR का यूज बैंकों की तरफ से दिये जाने वाले लोन की ब्याज दर को पारदर्शी और स्टैंडर्ड बनाने के लिए किया जाता है. MCLR बैंकों के लिए फंड की मौजूदा लागत पर बेस्ड होता है, जिससे यह नीतिगत दर में बदलाव के प्रति ज्यादा संवेदनशील होता है. यह सुनिश्चित करता है कि देश की मौद्रिक नीति प्रभावी ढंग से लागू हो. MCLR उधार लेने वालों को यह सुनिश्चित करके समर्थन करता है कि उन्हें दर में कमी का लाभ मिले.
अक्तूबर में सभी श्रेणी के वाहनों की बिक्री में वृद्धि, खुदरा बिक्री 32% तक बढ़ी
7 Nov, 2024 01:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मजबूत त्योहारी मांग से देश में वाहनों की कुल खुदरा बिक्री अक्तूबर, 2024 में सालाना आधार पर 32.14 फीसदी बढ़कर 28,32,944 इकाई पहुंच गई। खास बात है कि आकर्षक त्योहारी ऑफर, नए मॉडल पेश होने, बेहतर उपलब्धता व ग्रामीण मांग से यात्री और दोपहिया समेत सभी प्रकार के वाहनों की बिक्री में मजबूत वृद्धि दर्ज की गई।
अक्तूबर, 2023 में खुदरा बाजार में कुल 21,43,929 गाड़ियां बिकी थीं। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) के मुताबिक, हाल के महीनों में चुनौतियों का सामना करने वाले यात्री वाहनों की बिक्री सालाना आधार पर 32.38 फीसदी और मासिक आधार पर 75 फीसदी बढ़ी। इस दौरान कुल 4,83,159 यात्री वाहन बिके।
कर संग्रह में 33 फीसदी बढ़ोतरी
वाहनों की बिक्री में तेजी से रोड टैक्स संग्रह में भी मासिक और सालाना आधार पर क्रमशः 33.4 फीसदी व 63.2 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है। अक्तूबर में रोड टैक्स के रूप में कुल 9,707 करोड़ रुपये का संग्रह किया गया। यह आंकड़ा अक्तूबर, 2023 में 7,278 करोड़ और सितंबर, 2024 में 5,947 करोड़ था।
दोपहिया वाहनों में 36 फीसदी उछाल
पिछले महीने कुल 20,65,095 दोपहिया बिके। यह एक साल पहले की समान अवधि में बिके 15,14,634 दोपहिया वाहनों से 36.35 फीसदी अधिक है।
तिपहिया वाहनों की बिक्री 11.45 फीसदी बढ़कर 1,22,846 इकाई पहुंच गई।
वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में 6.37 फीसदी व ट्रैक्टर में 3.08 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
बैंकिंग-रिलायंस शेयरों में गिरावट, सेंसेक्स 900 अंक लुढ़का, निवेशकों को ₹4 लाख करोड़ का नुकसान
7 Nov, 2024 12:58 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी50 ने गुरुवार को यू-टर्न लिया और निचले स्तर पर खुले। बुधवार को रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप की अमेरिकी राष्ट्रपति पद की दौड़ में जीत के बाद सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए थे। निवेशक अब ब्याज दरों के रुझान का अनुमान लगाने के लिए फेडरल रिजर्व के आगामी दर निर्णय पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। सुबह 10 बजकर 07 मिनट पर बीएसई सेंसेक्स 925 अंक या 1.15% की गिरावट के साथ 79,453.38 पर कारोबार करता दिखा, जबकि निफ्टी 50 288 अंक या 1.18% की गिरावट के साथ 24,196 पर पहुंच गया। बीएसई पर सूचीबद्ध सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 3.97 लाख करोड़ रुपये घटकर 448.61 लाख करोड़ रुपये रह गया।
बुधवार को निफ्टी और बीएसई सेंसेक्स दोनों में 1.1% की हुई वृद्धि
इससे पहले, बुधवार को निफ्टी और बीएसई सेंसेक्स दोनों में 1.1% की वृद्धि हुई, जो डोनाल्ड ट्रम्प की अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद छह सप्ताह से अधिक समय में सबसे बड़ी एकदिवसीय वृद्धि थी। अन्य एशियाई बाजारों में भी तेजी आई, जबकि तीनों प्रमुख वॉल स्ट्रीट सूचकांक रातोंरात रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए। बाजारों ने अमेरिकी चुनाव परिणामों की स्पष्टता पर सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की।
बजाज फिनसर्व और पावर ग्रिड के शेयर टूटे
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में बजाज फिनसर्व, पावर ग्रिड, अल्ट्राटेक सीमेंट, आईसीआईसीआई बैंक, नेस्ले इंडिया और एमएंडएम गिरावट के साथ खुले, जबकि टाटा स्टील, टीसीएस, एचसीएल टेक और जेएसडब्ल्यू स्टील बढ़त के साथ खुले। टाटा स्टील ने सितंबर 2024 को समाप्त तिमाही में पिछले वर्ष की अवधि में दर्ज घाटे के मुकाबले 2% की छलांग लगाई।
अपोलो हॉस्पिटल्स के शेयरों में 6% का उछाल
इस बीच, अपोलो हॉस्पिटल्स के शेयरों में 6% की उछाल आई, जो अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई, क्योंकि कंपनी ने अपने अस्पताल व्यवसाय के नेतृत्व में Q2FY25 में शुद्ध लाभ में 63% की वृद्धि के साथ 379 करोड़ रुपये की रिपोर्ट की। सेक्टर के हिसाब से, निफ्टी मेटल में 1.3% की गिरावट आई, जिसका कारण हिंडाल्को, अदाणी एंटरप्राइजेज और वेदांता के शेयरों का टूटना रहा। निफ्टी बैंक, ऑटो, वित्तीय सेवाएँ, फार्मा और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स भी कटौती के साथ खुले।
यूएस फेड की बैठक पर बाजार की टिकी नजर
हालांकि चुनाव परिणाम कुछ सत्रों के लिए बाजार में तेजी ला सकते हैं, लेकिन विश्लेषकों ने कहा कि घरेलू इक्विटी की भविष्य की दिशा अगली अमेरिकी सरकार के नीतिगत ढांचे और गुरुवार को फेडरल रिजर्व की टिप्पणी पर निर्भर करेगी। यूएस फेड ने अपनी पिछली बैठक में 50 आधार अंकों की दर में कटौती की थी और गुरुवार को दरों में 25 आधार अंकों की कटौती की उम्मीद है।
महंगाई की मार से रसोई पर असर, सब्जियों के दाम बढ़ने से 20% महंगा हुआ खाना
7 Nov, 2024 12:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी से अक्तूबर, 2024 में शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह का घर का बना खाना सालाना आधार पर 20 फीसदी तक महंगा हो गया। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल की बुधवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, शाकाहारी थाली की कीमत एक साल पहले की समान अवधि से 20 फीसदी बढ़कर 33.3 रुपये प्रति प्लेट पहुंच गई है। सितंबर, 2024 में इसकी कीमत 31.3 रुपये थी। वहीं, मांसाहारी थाली सालाना आधार पर 5.11 फीसदी महंगी होकर 61.6 रुपये प्रति प्लेट पहुंच गई। अक्तूबर, 2023 में इसकी कीमत 58.6 रुपये और सितंबर में 59.3 रुपये थी।
‘रोटी चावल दर’ रिपोर्ट में कहा गया है कि प्याज, आलू, टमाटर की कीमतों में बढ़ोतरी से घर का बना खाना महंगा हुआ है। हालांकि, ईंधन की लागत में सालाना आधार पर 11 फीसदी की गिरावट ने भोजन की लागत में तेजी को सीमित करने में मदद की। मांसाहारी थाली की लागत में 22 फीसदी हिस्सा सब्जियों की कीमतों का भी रहा।
टमाटर के दाम 120 फीसदी बढ़े
रिपोर्ट के मुताबिक, अक्तूबर में टमाटर की कीमतें एक साल पहले की समान अवधि के 29 रुपये से 120.68 फीसदी बढ़कर 64 रुपये प्रति किलोग्राम पहुंच गई है। बारिश के कारण टमाटर की आवक प्रभावित हुई है। प्याज की कीमतें सालाना आधार पर 46 फीसदी बढ़ी हैं। आलू की कीमतों में 51 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है।
नवंबर से टमाटर की कीमतें स्थिर होने की उम्मीद
मध्य प्रदेश, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश से आपूर्ति शुरू होने के साथ नवंबर से टमाटर की कीमतें स्थिर होने की उम्मीद है।
दालों की कीमतें 11 फीसदी बढ़ी
रिपोर्ट में कहा गया है कि शाकाहारी थाली में 11 फीसदी योगदान देने वाली दालों की कीमतों में अक्तूबर में 11 फीसदी की वृद्धि हुई है। शुरुआती स्टॉक में कमी और त्योहारी मांग के कारण दालें महंगी हुई हैं। हालांकि, नई आवक के कारण दिसंबर से दाम घटने की उम्मीद है।
तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम....
7 Nov, 2024 12:32 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL), हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) जैसी सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियां रोजाना सुबह 6 पेट्रोल-डीजल की कीमतों को अपडेट करती हैं। यह सिलसिला साल 2017 से चल रहा है।
सरकारी तेल कंपनियों ने आज यानी 7 नवंबर 2024 (गुरुवार) के लिए भी फ्यूल प्राइस अपडेट कर दिया है। आज भी सभी शहरों में तेल के दाम जस के तस बने हुए हैं। इसका मतलब है कि आप पुरानी प्राइस ही पेट्रोल और डीजल खरीद सकते हैं। हालांकि, शहरों के हिसाब से कीमतों में अंतर है।
क्रूड ऑयल की कीमतों में उछाल
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप के जीतने के बाद क्रूड ऑयल की कीमतों में थोड़ा उछाल आया है। बेंचमार्क Brent crude price 0.79 फीसदी बढ़कर 75.51 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। एक्सपर्ट का मानना है कि ट्रंप जीतने के बाद ईरान पर प्रतिबंध सख्त कर सकते हैं। इससे क्रूड ऑयल की सप्लाई बाधित हो सकती है।
सभी शहर में अलग होती फ्यूल प्राइस
देश के महानगरों और बाकी शहरों में पेट्रोल-डीजल की कीमत अलग-अलग होती है। इसकी वजह वैट है। दरअसल, फ्यूल प्राइस पर जीएसटी की जगह वैट लगाया जाता है। इसकी दरें राज्य सरकार तय करती है। ऐसे में हर राज्य में वैट की दर अलग होती है, जिस वजह से सभी शहरों में इसके दाम भी अलग होते हैं।
महानगरों में पेट्रोल- डीजल के दाम
दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपये और डीजल की कीमत 87.62 रुपये प्रति लीटर है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 103.44 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.97 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 104.95 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.76 रुपये प्रति लीटर है।
चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100.85 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.44 रुपये प्रति लीटर है।
बाकी बड़े शहरों में पेट्रोल- डीजल के दाम
नोएडा: पेट्रोल 94.66 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.76 रुपये प्रति लीटर
गुरुग्राम: पेट्रोल 94.99 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.85रुपये प्रति लीटर
बेंगलुरु: पेट्रोल 102.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.94 रुपये प्रति लीटर
चंडीगढ़: पेट्रोल 94.22 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.40 रुपये प्रति लीटर
हैदराबाद: पेट्रोल 107.39 रुपये प्रति लीटर और डीजल 95.65 रुपये प्रति लीटर
जयपुर: पेट्रोल 104.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.05 रुपये प्रति लीटर
पटना: पेट्रोल 105.16 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.37 रुपये प्रति लीटर