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Petrol Diesel Price Today: तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम....
4 Nov, 2024 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश की तीन बड़ी सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियां- इंडियन ऑयल (IOCL), हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL), और भारत पेट्रोलियम (BPCL) हर रोज सुबह 6 बजे पेट्रोल-डीजल की कीमतों को अपडेट करती हैं। यह सिलसिला साल 2017 से जारी है। उससे पहले फ्यूल प्राइस में बदलाव का जिम्मा केंद्र सरकार का था।
हालांकि, सरकारी तेल कंपनियां अभी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बड़ा बदलाव नहीं कर रही हैं। आखिरी बार लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मार्च में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2-2 रुपये प्रति लीटर की बड़ी कटौती देखी गई थी। सरकारी तेल कंपनियों ने 4 नवंबर 2024 (सोमवार) को भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया है। आज भी पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं। इसका मतलब कि उपभोक्ता पुरानी दरों पर ही फ्यूल भरवा सकेंगे।
पेट्रोल-डीजल पर नहीं लगता जीएसटी
पेट्रोल-डीजल अभी जीएसटी के दायरे से बाहर हैं। इस पर वैल्यू एडेड टैक्स (वैट) लगता है, जो राज्यों के हिसाब से अलग-अलग होता है। यही वजह है कि आपको अलग-अलग राज्यों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में अंतर भी दिखेगा। पेट्रोल की रिटेल कीमत में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और वैट जैसी चीजें जुड़ने के बाद उसकी अंतिम कीमत तय होती है।
महानगरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 94.81 रुपये और डीजल की कीमत 87.71 रुपये प्रति लीटर है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 103.43 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.95 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 104.93 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.75 रुपये प्रति लीटर है।
चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100.79 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.38 रुपये प्रति लीटर है।
अन्य बड़े शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
नोएडा: पेट्रोल 94.87 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.00 रुपये प्रति लीटर
गुरुग्राम: पेट्रोल 95.24 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.09 रुपये प्रति लीटर
बेंगलुरु: पेट्रोल 102.90 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.98 रुपये प्रति लीटर
चंडीगढ़: पेट्रोल 94.28 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.44 रुपये प्रति लीटर
हैदराबाद: पेट्रोल 107.45 रुपये प्रति लीटर और डीजल 95.69 रुपये प्रति लीटर
जयपुर: पेट्रोल 104.71 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.21 रुपये प्रति लीटर
पटना: पेट्रोल 105.22 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.09 रुपये प्रति लीटर
अपने शहर की फ्यूल प्राइस का कैसे पता लगाएं?
आप अपने शहर में पेट्रोल-डीजल की ताजा कीमतें एसएमएस के जरिए भी जान सकते हैं। इसके लिए अपने फोन से RSP स्पेस पेट्रोल पंप का डीलर कोड टाइप कर 92249 92249 पर भेजें। मिसाल के लिए, नई दिल्ली के लिए “RSP 102072” टाइप कर मैसेज भेजें। डीलर कोड आप इंडियन ऑयल की वेबसाइट से भी देख सकते हैं। इससे आपको पता चल जाएगा कि आपके शहर में फ्यूल किस रेट पर बिक रहा है।
त्योहारी सीजन में वाहनों की खुदरा बिक्री 26 प्रतिशत बढ़ी
3 Nov, 2024 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । अक्टूबर में कार बिक्री में जोरदार बढ़ोतरी रही। इस महीने खुदरा बिक्री में 26 फीसदी इजाफा हुआ है। यह बिक्री नवरात्रि, दशहरा, धनतेरस और दीवाली जैसे त्योहारों के चलते बढ़ी है। अक्टूबर में कुल खुदरा बिक्री का अनुमान 4.8 लाख से 4.9 लाख यूनिट्स के बीच है, जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा 3.9 लाख यूनिट्स था। प्रमुख कंपनियों जैसे मारुति, हुंडई, टाटा मोटर्स, एमजी और महिंद्रा ने मजबूत उपभोक्ता खरीदारी की रिपोर्ट की है और कई ऑटों कंपनियों ने अक्टूबर के सर्वाधिक आंकड़े पेश किए हैं। अप्रैल से अक्टूबर की अवधि में वृद्धि का अनुमान केवल 5 फीसदी है, जो धीमी खुदरा बिक्री के चलते हुआ। इस स्थिति के चलते कंपनियों ने थोक बिक्री में कटौती की है। विशेष रूप से मारुति ने अपने डीलर डिस्पैच को रीकैलिब्रेट किया है, ताकि इन्वेंटरी स्तर को कम किया जा सके। मारुति की अक्टूबर में खुदरा बिक्री 2 लाख यूनिट्स को पार कर गई है, जो पिछले वर्ष की 1.6 लाख यूनिट्स की तुलना में 25 फीसदी अधिक है। पार्थो बनर्जी, बिक्री और मार्केटिंग के सीनियर एग्जीक्यूटिव ऑफिसर ने कहा, सामान्य भावना सकारात्मक थी और ग्रामीण बाजार ने मांग उत्पन्न करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टाटा मोटर्स ने अक्टूबर में उच्च त्योहार मांग के चलते 30 फीसदी अधिक गाड़ियां बेची हैं। शैलेश चंद्र, एमडी ने कहा, टाटा मोटर्स का अक्टूबर में कुल पंजीकरण सबसे उच्चतम रहने की उम्मीद है। इस तरह, त्योहारों का सीधा असर कार बिक्री पर पड़ रहा है, और उपभोक्ता बाजार में तेजी का संकेत मिल रहा है। हुंडई के डीलरशिप को थोक डिस्पैच पिछले वर्ष की तुलना में स्थिर रहे। कंपनी ने अक्टूबर में 55,568 यूनिट्स बेचीं, जो पिछले वर्ष की 55,128 यूनिट्स के करीब है। कंपनी के सीओओ तरुण गर्ग ने बताया कि मांग का नेतृत्व एसयूवी ने किया, जो उनकी कुल बिक्री का 68 फीसदी हिस्सा है। महिंद्रा के लिए अक्टूबर एक मजबूत महीना रहा, जिसमें डीलर डिस्पैच 54,504 यूनिट्स हुई, जो पिछले वर्ष की 43,708 यूनिट्स की तुलना में 25 फीसदी अधिक है।
होम लोन की तरह कार लोन पर भी टैक्स छूट का ले सकते हैं फायदा
3 Nov, 2024 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । होम लोन पर सरकार की ओर से इस पर 3.5 लाख रुपये तक की टैक्स छूट मिल जाती है। इसमें 80सी के तहत ब्याज पर 1.5 लाख रुपये की टैक्स छूट मिलती है, जबकि 24बी के तहत मूलधन पर सालाधाना 2 लाख रुपये तक टैक्स छूट दिया जाता है लेकिन क्या आपको पता है कि होम लोन की तरह कार लोन पर भी टैक्स छूट का फायदा उठा सकते हैं। आखिर कैसे आप इन दोनों लोन पर भी टैक्स छूट ले सकते हैं, इसकी पूरी जानकारी यहां दी जा रही है। दरअसल, कार एक लग्जरी उत्पाद मानी जाती है इसलिए सामान्य तौर पर इसके लोन पर टैक्स छूट का लाभ नहीं मिलता है लेकिन अगर आप पेशेवर हैं यानी डॉक्टर, इंजीनियर या वकील हैं अथवा अपनी कार का इस्तेमाल कारोबार के लिए करते हैं तो आयकर अधिनियम के तहत रिटर्न में दावा कर सकते हैं। नौकरीपेशा व्यक्ति को कार लोन पर टैक्स में रियायत का लाभ नहीं मिलेगा। अगर आप कार लोन पर टैक्स छूट का दावा करना चाहता हैं, तो यह जरूरी है कि इसका इस्तेमाल कारोबारी काम में ही किया जाए। जैसे आप इसे किराये पर चलाते हैं, ट्रेवल एजेंसी में उपयोग करते हैं या कारोबार के काम से खुद चलाते हैं। अगर पेशेवर हैं तो भी आप कार लोन पर सालाना दिए जाने वाले ब्याज के बराबर टैक्स छूट का दावा कर सकते हैं। इसके लिए दिए गए ब्याज की रकम को रिटर्न भरते समय कारोबार की लागत के तौर पर दिखाना होगा। कार लोन के ब्याज पर ही नहीं, बल्कि सालाना इस्तेमाल किए गए ईंधन और कार के रखरखाव पर हुए खर्च को भी आयकर छूट में शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा कार के खरीद मूल्य में सालाना आने वाली कमी यानी डेप्रिसिएशन कॉस्ट पर भी रियायत ले सकते हैं। हालांकि, ईंधन पर हुए खर्च की निश्चित रकम पर ही टैक्स छूट मिलती है और डेप्रिसिएशन कॉस्ट भी कार के मूल्य का 15-20 फीसदी सालाना होता है। इस तरह, अगर आपकी सालाना आय 10 लाख रुपये है और 70 हजार रुपये कार लोन का ब्याज देते हैं, तो आयकर की गणना 9.30 लाख रुपये पर की जाएगी। इसमें ईंधन और डेप्रिसिएशन कॉस्ट शामिल नहीं है।
अडानी पावर ने बांग्लादेश को बिजली आपूर्ति रोकने की चेतावनी दी
3 Nov, 2024 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । बकाया राशि के भुगतान में देरी के कारण अडानी पावर ने बांग्लादेश को बिजली आपूर्ति रोकने की चेतावनी दी है। कंपनी ने बांग्लादेश को 7 नवंबर की समय सीमा दी है, जिसके बाद अगर बकाया राशि के निपटान पर कोई स्पष्टता नहीं होती है तो बिजली की आपूर्ति बंद कर दी जाएगी। अडानी पावर के मुताबिक बांग्लादेश पर 850 मिलियन (लगभग 7,200 करोड़ रुपये) की बकाया राशि है। बकाये का भुगतान नहीं होने पर पिछले गुरुवार से ही अडानी पावर ने बांग्लादेश को दी जाने वाली बिजली सप्लाई में 50 फीसदी की कटौती कर दी है। बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड (बीपीडीबी) को पहले 31 अक्टूबर तक बकाया राशि चुकाने और 170 मिलियन (लगभग 1,500 करोड़ रुपये) का लेटर ऑफ क्रेडिट (एलसी) जारी करने के लिए कहा गया था। बीपीडीबी ने कृषि बैंक के माध्यम से लेटर ऑफ क्रेडिट जारी करने का प्रयास किया, लेकिन यह बिजली खरीद समझौते की शर्तों के अनुरूप नहीं था। सूत्रों के अनुसार, बांग्लादेश में डॉलर की कमी को इस समस्या का मुख्य कारण बताया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अडानी पावर झारखंड ने 31 अक्टूबर से बिजली आपूर्ति में कटौती कर दी, जिससे पहले से ही संकट का सामना कर रहे बांग्लादेश में बिजली की स्थिति और खराब हो गई है। पावर ग्रिड बांग्लादेश की वेबसाइट पर उपलब्ध ताजा रिपोर्ट के अनुसार अडानी का गोड्डा स्थित प्लांट 1,496 मेगावाट की स्थापित क्षमता के मुकाबले केवल 724 मेगावाट बिजली की आपूर्ति कर रहा है। अडानी पावर झारखंड बांग्लादेश को सबसे अधिक बिजली की आपूर्ति करता है। इसके बाद पायरा, रामपाल और एसएस पावर प्लांट्स से बांग्लादेश को बिजली आपूर्ति की जाती है। एनटीपीसी की संयुक्त उद्यम कंपनी बांग्लादेश इंडिया फ्रेंडशिप पावर कंपनी का रामपाल प्लांट और SS पावर कोयले की कमी के कारण पहले से ही आधी क्षमता पर काम कर रहे हैं। उद्योग सूत्रों का कहना है कि बांग्लादेश में आर्थिक संकट के चलते बिजली संयंत्रों ने ईंधन की खरीद कम कर दी है। अडानी पावर को अक्टूबर में 90 मिलियन का भुगतान किया गया, जबकि पहले के महीनों में 90-100 मिलियन के मासिक बिलों के मुकाबले 20-50 मिलियन का भुगतान किया गया था। झारखंड स्थित गोड्डा प्लांट बांग्लादेशी टका 10-12 प्रति यूनिट (7-8.50 रुपये) की दर से बिजली आपूर्ति करता है, जिसकी लागत इंडोनेशिया और ऑस्ट्रेलिया से कोयले की कीमतों पर निर्भर करती है। अडानी पावर ने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही समाधान निकल सकता है।
अक्टूबर में 7 बैंकों ने एफडी ब्याज दरों में संशोधन किया
3 Nov, 2024 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। अक्टूबर 2024 में शिवॉलिक स्मॉल फाइनेंस बैंक, इंडसइंड बैंक, फेडरल बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और पंजाब नेशनल बैंक सहित 7 बैंकों ने अपनी एफडी ब्याज दरों में संशोधन किया है। शिवालिक स्मॉल फाइनेंस बैंक ने 24 अक्टूबर को बैंक ने ब्याज दरों में बदलाव किया था। बैंक की तरफ से एफडी पर ग्राहकों को 3.5 फीसदी से 8.3 फीसदी तक का ब्याज जबकि वरिष्ठ नागरिकों को बैंक की तरफ से 4 फीसदी से लेकर 8.8 फीसदी तक का ब्याज दिया जा रहा है। सबसे ज्यादा ब्याज 18 महीने से 24 महीने की अवधि की एफडी पर दिया जा रहा है, जो आम ग्राहकों के लिए 8.30 फीसदी और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 8.80 फीसदी है। इंडसइंड बैंक ने 7 अक्टूबर को बैंक ने ब्याज दरों में बदलाव किया था। बैंक की तरफ से आम ग्राहकों को एफडी पर 3.5 फीसदी से लेकर 7.75 फीसदी जबकि वरिष्ठ नागरिकों 4 फीसदी से लेकर 8.25 फीसदी तक तक का ब्याज दिया जा रहा है। सबसे ज्यादा ब्याज 1 साल से 2 साल तक की टैन्योर वाली एफडी कराने पर दिया जा रहा है। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक की नई दरें 16 अक्टूबर से लागू हैं। बैंक की तरफ से ग्राहकों को 3 फीसदी से लेकर 7.75 फीसदी तक का ब्याज ऑफर किया जा रहा है। बैंक की तरफ से सबसे ज्यादा ब्याज 7.75 फीसदी 400 से 500 दिन की अवधि की फिक्स्ड डिपॉजिट पर दिया जा रहा है। फेडरल बैंक की नई एफडी दरें 16 अक्टूबर से लागू हैं। बैंक की तरफ से ग्राहकों को 3 फीसदी से लेकर 7.4 फीसदी तक का ब्याज दिया जा रहा है। सबसे ज्यादा ब्याज 777 दिन की अवधि की एफडी पर 7.40 फीसदी ऑफर किया जा रहा है। बैंक ऑफ बड़ौदा की नई एफडी दरें 14 अक्टूबर से प्रभावी हैं। बैंक की ओर से ग्राहकों को 4.25 फीसदी से लेकर 7.30 फीसदी तक का ब्याज दिया जा रहा है। एफडी पर वरिष्ठ नागरिकों को 0.50 फीसदी का अतिरिक्त ब्याज दिया जा रहा है। पंजाब नेशनल बैंक आम ग्राहकों के लिए 7 दिनों से 10 सालों की अवधि के लिए 3.50 से 7.25 फीसदी तक की एफडी दरें दे रहा है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए बैंक 4 फीसदी से 7.75 फीसदी तक की ब्याज दरें और सुपर वरिष्ठ नागरिकों के लिए 4.30 फीसदी से 8.05 फीसदी तक की ब्याज दरें प्रदान करता है। ये दरें 1 अक्टूबर 2024 से प्रभावी हैं। पंजाब एंड सिंध बैंक सामान्य नागरिकों के लिए 7 दिनों से 10 सालों की अवधि के लिए कॉलेबल डिपॉजिट पर 4 फीसदी से 7.45 फीसदी तक की एफडी दरें ऑफर कर रहा है। बैंक 555 दिनों की अवधि के नॉन-कॉलेबल डिपॉजिट पर 7.50 फीसदी की सबसे ज्यादा ब्याज दर दे रहा है।
अमिताभ बच्चन से लेकर राहुल द्रविड़ तक, कई बड़े दिग्गजों ने किया है Swiggy में निवेश
2 Nov, 2024 07:12 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Swiggy IPO: फूड डिलीवरी ऐप Swiggy का IPO अगले हफ्ते सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने जा रहा है। Swiggy का IPO बुधवार, 6 नवंबर को खुलेगा और शुक्रवार, 8 नवंबर को बंद होगा। Swiggy इस IPO के जरिए कुल 11,327.43 करोड़ रुपये जुटाने जा रही है। आपको बता दें कि इस कंपनी में कई बड़ी हस्तियों ने निवेश किया है। यहां हम जिन सेलिब्रिटी निवेशकों की बात करने जा रहे हैं, उन्होंने शुरुआती दौर में कंपनी में पैसा लगाया था।
राहुल द्रविड़ ने Swiggy में किया है निवेश
Swiggy में निवेश करने वाली हस्तियों में फिल्म इंडस्ट्री से लेकर खेल जगत के दिग्गज शामिल हैं। आपको बता दें कि IPO से पहले Swiggy के शेयर अनलिस्टेड मार्केट में सक्रिय रूप से कारोबार कर रहे थे। जहां टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और कोच राहुल द्रविड़, जहीर खान, टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना, करण जौहर और आशीष चौधरी ने कंपनी में हिस्सेदारी खरीदी थी। इसके अलावा अमिताभ बच्चन और माधुरी दीक्षित जैसे बॉलीवुड सितारों ने भी सेकेंडरी मार्केट के जरिए प्री-आईपीओ राउंड में स्विगी के शेयर खरीदे हैं।
अरबपति रामदेव अग्रवाल ने भी कंपनी में निवेश किया है
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के चेयरमैन और सह-संस्थापक रामदेव अग्रवाल ने भी स्विगी में हिस्सेदारी खरीदी है। स्विगी को अपनी 600 मिलियन डॉलर की एंकर बुक के लिए संस्थागत निवेशकों से भी जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। स्विगी के आईपीओ में हिस्सा लेने वाले प्रमुख निवेशकों में वैश्विक निवेश फर्म फिडेलिटी, कैपिटल ग्रुप और नॉर्जेस बैंक इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट भी शामिल हैं।
कंपनी ने 371 रुपये से 390 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है
आपको बता दें कि ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी ने अपने आईपीओ के तहत प्रत्येक शेयर के लिए 371 रुपये से 390 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है। आईपीओ के लिए आवेदन करने वाले कंपनी के कर्मचारियों को प्रत्येक शेयर पर 25 रुपये की छूट दी जाएगी। इस आईपीओ के तहत 4499.00 करोड़ रुपये के 11,53,58,974 नए शेयर जारी किए जाएंगे। इसके साथ ही कंपनी के प्रमोटर ओएफएस के जरिए 6828.43 करोड़ रुपये के 17,50,87,863 शेयर जारी करेंगे।
एल्सिड: एशियन पेंट्स से जुड़ी एक कंपनी का रिकॉर्ड, 10 हजार का निवेश एक ही दिन में ₹67 करोड़ में बदल गया
2 Nov, 2024 05:12 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कुछ दिन पहले, शेयर बाजार में एक अनोखी घटना घटी। BSE पर सूचीबद्ध NBFC (गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी) एल्सिड इन्वेस्टमेंट के शेयरों की कीमत में लगभग 67,00,000% की अभूतपूर्व वृद्धि हुई, जिससे तीन रुपये 53 पैसे का यह शेयर देश के सबसे महंगे शेयर एमआरएफ को पीछे छोड़ते हुए 2,36,250 रुपये के स्तर पर पहुंच गया। आपको यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि इतनी कम कीमत वाले पेनी स्टॉक की कीमत में इतनी बड़ी वृद्धि कैसे हुई। यह कोई चमत्कार नहीं था, बल्कि यह बाजार नियामक सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) द्वारा लागू की गई नई "विशेष कॉल नीलामी" प्रणाली का परिणाम था। यदि आप अभी भी इस प्रक्रिया को नहीं समझते हैं, तो आइए इसे विस्तार से समझते हैं।
कुछ महीने पहले, सेबी ने देखा कि कई निवेश कंपनियां (IC) और निवेश होल्डिंग कंपनियां (IHC) अपनी वास्तविक मूल्य के अनुसार कारोबार नहीं कर रही थीं। निवेश कंपनियां मुख्य रूप से स्टॉक, म्यूचुअल फंड और डिबेंचर में निवेश करती हैं, और इस स्थिति ने सेबी को इस नई प्रणाली को लागू करने के लिए प्रेरित किया।
क्या सभी कंपनियों को यह अवसर प्राप्त होता है?
नहीं, सभी IC और IHC स्टॉक इस नीलामी में भाग लेने के लिए योग्य नहीं होते। इस प्रक्रिया में शामिल होने के लिए कुछ विशेष शर्तें निर्धारित की गई हैं। कंपनी को कम से कम एक वर्ष के लिए एक्सचेंज पर सूचीबद्ध रहना आवश्यक है और इस अवधि में उसे ट्रेडिंग से निलंबित नहीं किया जाना चाहिए। इसके अलावा, उन्हें अपनी कुल परिसंपत्तियों का कम से कम 50% अन्य सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों में निवेश करना होता है। इसके साथ ही, स्टॉक का वॉल्यूम वेटेड एवरेज प्राइस (VWAP) जो कि एक स्टॉक का औसत मूल्य दर्शाता है, उसे छह महीने की अवधि में प्रति शेयर उसकी बुक वैल्यू के 50% से कम होना चाहिए।
एल्सिड इन्वेस्टमेंट ने इन सभी मानदंडों को पूरा किया है। यह एक आईसी है जिसने 93% संपत्तियों को अन्य सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों में निवेश किया है। इसके अलावा, शेयर की कीमत प्रति शेयर अपनी बुक वैल्यू के अनुरूप है, जो इसे इस नीलामी में भाग लेने के लिए योग्य बनाता है।
इस प्रकार, यह स्पष्ट है कि सभी कंपनियों को इस नीलामी में भाग लेने का अवसर नहीं मिलता है, बल्कि केवल वे कंपनियाँ जो निर्धारित मानदंडों को पूरा करती हैं, ही इस प्रक्रिया में शामिल हो सकती हैं। एल्सिड इन्वेस्टमेंट का उदाहरण इस बात का प्रमाण है कि कैसे एक कंपनी इन शर्तों को पूरा करके इस विशेष अवसर का लाभ उठा सकती है।
त्योहारी सीजन में वाहनों की बिक्री में भारी उछाल, मारुति ने रिकॉर्ड 2.06 लाख वाहन बेचे
2 Nov, 2024 04:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नवरात्र से पहले बिक्री में चुनौतियों का सामना कर रहे वाहन उद्योग के लिए त्योहारी सीजन ने सकारात्मक परिणाम दिए हैं। नवरात्र के बाद धनतेरस और दिवाली जैसे प्रमुख त्योहारों के दौरान गाड़ियों की बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिससे वाहन कंपनियों की इन्वेंट्री में कमी आई है। मारुति सुजुकी इंडिया ने अक्तूबर में 2,06,434 इकाइयों की बिक्री की, जो कि चार प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है और यह कंपनी की अब तक की सबसे अधिक मासिक बिक्री है। कंपनी के वरिष्ठ कार्यपालक अधिकारी पार्थो बनर्जी ने बताया कि इस बिक्री के चलते वाहनों की इन्वेंट्री 40,000 इकाइयों तक घट गई है।
एसयूवी की मजबूत मांग
महिंद्रा एंड महिंद्रा ने भी इस त्योहारी सीजन में अच्छा प्रदर्शन किया है, जहां उनकी कुल वाहन बिक्री 20 प्रतिशत बढ़कर 96,648 इकाइयों तक पहुंच गई। विशेष रूप से एसयूवी सेगमेंट में 25 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है, जो इस क्षेत्र की मजबूती को दर्शाता है। इस प्रकार, त्योहारी सीजन ने न केवल बिक्री में वृद्धि की है, बल्कि उद्योग के विकास की संभावनाओं को भी उजागर किया है।
दोपहिया वाहनों की बिक्री में भी उछाल
इसके अलावा, दोपहिया वाहन क्षेत्र में भी सकारात्मक रुझान देखने को मिल रहा है। रॉयल एनफील्ड जैसे ब्रांडों ने इस दौरान अपनी बिक्री में वृद्धि दर्ज की है, जो दर्शाता है कि उपभोक्ता मांग में सुधार हो रहा है। इस प्रकार, त्योहारी सीजन ने वाहन उद्योग के विभिन्न सेगमेंट में मजबूती लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
एनएसई ने नया मोबाइल ऐप और बहुभाषी वेबसाइट लॉन्च की, निवेशकों की भागीदारी बढ़ाने के लिए लिया गया फैसला
2 Nov, 2024 03:52 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
NSE नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (NSE) ने दिवाली के अवसर पर अपना आधिकारिक मोबाइल ऐप NSEIndia लॉन्च किया और अपनी कॉर्पोरेट वेबसाइट www.nseindia.com का विस्तार करके इसे ग्यारह क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध कराया। NSE के अनुसार, यह लॉन्च वित्तीय जानकारी को लोकतांत्रिक बनाने के लिए NSE के समर्पण को दर्शाता है, जिससे देश भर के निवेशकों के लिए भारत के पूंजी बाजारों से जुड़ना आसान हो गया है।
NSE वेबसाइट अब 12 भाषाओं में उपलब्ध है
इस नवीनतम पहल के साथ, NSE वेबसाइट अब कुल बारह भाषाओं में सामग्री प्रदान करती है, जिसमें पहले से उपलब्ध अंग्रेजी, हिंदी, मराठी और गुजराती के अलावा असमिया, बंगाली, कन्नड़, मलयालम, ओडिया, पंजाबी, तमिल और तेलुगु शामिल हैं। यह भाषाई विस्तार भाषाई और क्षेत्रीय बाधाओं से परे निवेशकों तक पहुंचेगा, जिससे जुड़ाव और समावेशिता बढ़ेगी। हाल ही में लॉन्च किया गया NSEIndia मोबाइल ऐप, जो अब Apple App Store और Android Play Store दोनों पर उपलब्ध है, इसका उद्देश्य निवेशकों को एक सहज और सुरक्षित अनुभव प्रदान करना है।
निवेशकों को ऑप्शन ट्रेडिंग डेटा तक आसान पहुंच होगी
ऐप की शुरुआती रिलीज की मुख्य विशेषताओं में सूचकांकों, बाजार के स्नैपशॉट, बाजार के रुझान और टर्नओवर का अवलोकन शामिल है; इस पर निफ्टी 50 के शीर्ष लाभ, हानि और सबसे सक्रिय शेयरों का त्वरित सारांश भी उपलब्ध होगा। इसके साथ ही निवेशकों को सुविधाजनक स्टॉक सर्च और व्यक्तिगत वॉचलिस्ट सुविधा भी मिलेगी। निवेशकों को सक्रिय कॉल, पुट और ओपन इंटरेस्ट सहित ऑप्शन ट्रेडिंग डेटा तक पहुंच जारी रहेगी। एनएसई के मुख्य व्यवसाय विकास अधिकारी श्रीराम कृष्णन ने कहा, "यह दिवाली भारत के पूंजी बाजारों के लिए एनएसई की निरंतर प्रतिबद्धता में एक और मील का पत्थर है। हमारा नया मोबाइल ऐप और हमारी वेबसाइट का ग्यारह क्षेत्रीय भाषाओं में विस्तार एक अधिक समावेशी और सुलभ वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र की दिशा में परिवर्तनकारी कदम हैं।"
शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग 2024 शुरू, सेंसेक्स 634 अंक चढ़ा, निफ्टी 24300 के पार
1 Nov, 2024 06:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शेयर बाजार: शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग 2024 की शुरुआत हो गई है। शुरुआती कारोबार में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 634 अंकों की बढ़त के साथ कारोबार करता नजर आ रहा है, जबकि निफ्टी 100 अंकों की बढ़त के साथ 24300 के पार पहुंच गया है।
शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग 2024 की शुरुआत, सेंसेक्स 634 अंक चढ़ा, निफ्टी 24300 के पार
दिवाली के मौके पर आज यानी 1 नवंबर 2024 को देश के प्रमुख शेयर बाजारों एनएसई, बीएसई और कमोडिटी एक्सचेंज एमसीएक्स पर थोड़ी देर में मुहूर्त ट्रेडिंग शुरू हो जाएगी। मुहूर्त ट्रेडिंग भारतीय शेयर बाजारों में दिवाली के दिन आयोजित होने वाला एक विशेष लाइव ट्रेडिंग सेशन है, जो करीब एक घंटे तक चलेगा। शुभ मुहूर्त पर आयोजित इस विशेष सेशन में निवेशक और ट्रेडर्स ट्रेडिंग करेंगे। इस दौरान वे नए वित्त वर्ष की शुरुआत के तौर पर शेयर और कमोडिटी खरीद सकेंगे।
इस साल मुहूर्त ट्रेडिंग का दिन और समय क्या है?
इस साल आज यानी शुक्रवार, 1 नवंबर 2024 को मुहूर्त ट्रेडिंग का विशेष सत्र आयोजित किया जा रहा है। एनएसई की अधिसूचना के अनुसार, "शुक्रवार, 1 नवंबर 2024 को दिवाली के अवसर पर मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन किया जाएगा।" एमसीएक्स भी अपने सभी कमोडिटी और इंडेक्स कॉन्ट्रैक्ट के लिए इसी दिन मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन करेगा।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की ओर से जारी बयान के अनुसार, इस साल मुहूर्त ट्रेडिंग शुक्रवार, 1 नवंबर 2024 को शाम 6 बजे से शुरू होकर शाम 7 बजे तक चलेगी। पोजीशन लिमिट/कोलैटरल वैल्यू और ट्रेड मॉडिफिकेशन के लिए कट-ऑफ टाइम शाम 7:10 बजे रखा गया है। इस समय के बाद कोई नई पोजीशन नहीं बनाई जा सकेगी और न ही खुले ट्रेड में कोई बदलाव, रद्दीकरण या समायोजन किया जा सकेगा। इसके अतिरिक्त, 1 नवंबर 2024 को मुहूर्त ट्रेडिंग के कारण, 31 अक्टूबर 2024 और 1 नवंबर 2024 की ट्रेड तिथियों के लिए पे-इन/पे-आउट लेनदेन का निपटान 4 नवंबर 2024 को सुबह 8:30 बजे किया जाएगा।
आम आदमी को महंगाई का झटका, 62 रुपए महंगा हुआ LPG सिलेंडर
1 Nov, 2024 05:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। नए महीने की शुरुआत के साथ ही एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में एक बार फिर से इजाफा किया गया है। 1 नवंबर 2024 से, ऑयल कंपनियों ने 19 किलो वाले कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दाम में 62 रुपये की बढ़ोतरी की है। वहीं, घरेलू रसोई गैस सिलेंडर के दाम में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है, जिससे आम उपभोक्ताओं को थोड़ी राहत मिली है।
एलपीजी सिलेंडर के नए दाम
दिल्ली: 19 किलो का सिलेंडर अब 1740 रुपये से बढ़कर 1802 रुपये हो गया है।
कोलकाता: इसमें अब 1850.50 रुपये से बढ़कर 1911.50 रुपये हो गया है।
मुंबई: यहां ग्राहक 1692.50 रुपये की जगह 1754 रुपये में 19 किलो का सिलेंडर खरीद सकेंगे।
चेन्नई: इसमें 1903 रुपये से बढ़कर 1964 रुपये हो गया है।
घरेलू सिलेंडर की कीमतें स्थिर
राहत की खबर यह है कि 14.2 किलो वाले घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। ये दरें पिछले कुछ महीनों से स्थिर बनी हुई हैं। दिल्ली में घरेलू सिलेंडर की कीमत ₹803, कोलकाता में ₹829, मुंबई में ₹802.50, और चेन्नई में ₹818.50 रहेगी। उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के लिए दिल्ली में सिलेंडर की कीमत ₹603 है।
हर महीने के पहले दिन तेल कंपनियों द्वारा एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतें तय की जाती हैं, जो उनके दैनिक खर्च और महंगाई के आधार पर होती हैं। इस महीने केवल कमर्शियल सिलेंडर के दाम बढ़ाए गए हैं, जबकि घरेलू सिलेंडर में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
सरकार ने अगस्त 2023 में घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में लगभग ₹100 की कटौती की थी, जिससे उपभोक्ताओं को थोड़ी राहत मिली थी, और अब भी कीमतें स्थिर बनी हुई हैं।
अक्टूबर में जीएसटी संग्रह बढ़कर 1.87 लाख करोड़ रुपये हुआ, नौ प्रतिशत की वृद्धि
1 Nov, 2024 05:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
GST: अक्टूबर महीने में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का संग्रह 9 फीसदी बढ़कर 1.87 लाख करोड़ रुपये हो गया। यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से घरेलू लेनदेन से आय में वृद्धि के कारण हुई है। इसमें केंद्रीय जीएसटी संग्रह 33,821 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी 41,864 करोड़ रुपये, एकीकृत जीएसटी 99,111 करोड़ रुपये और उपकर 12,550 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल अक्टूबर में जीएसटी संग्रह 1.72 लाख करोड़ रुपये था। इस साल यह बढ़कर 1.87 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो 8.9 फीसदी की वृद्धि है।
जबकि घरेलू लेनदेन से जीएसटी संग्रह 10.6 फीसदी बढ़कर 1.42 लाख करोड़ रुपये हो गया। वहीं आयात पर कर 4 फीसदी बढ़कर 45,096 करोड़ रुपये हो गया। इस महीने 19,306 करोड़ रुपये का रिफंड भी दिया गया, जो पिछले साल से 18.2 फीसदी ज्यादा है। रिफंड सहित शुद्ध जीएसटी संग्रह 8 प्रतिशत बढ़कर 1.68 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया।
UPI Lite यूजर्स के लिए खुशखबर: 1 नवंबर से होने जा रहा बड़ा बदलाव, नए फीचर्स से होंगे फायदे
1 Nov, 2024 04:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। 1 नवंबर 2024 से UPI Lite उपयोगकर्ताओं के लिए दो महत्वपूर्ण बदलाव लागू होने जा रहे हैं, जो उनके डिजिटल लेन-देन को और भी सरल और सुविधाजनक बनाएंगे। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा हाल ही में किए गए इन परिवर्तनों से डिजिटल पेमेंट की प्रक्रिया में सुधार होगा।
पहला महत्वपूर्ण बदलाव UPI Lite के ट्रांजेक्शन लिमिट में वृद्धि है। अब UPI Lite यूजर्स प्रति लेन-देन 1,000 रुपये तक की राशि भेज सकेंगे, जो पहले 500 रुपये तक सीमित थी। यह बदलाव छोटे-मोटे लेन-देन को और अधिक सुविधाजनक बना देगा।
नया ऑटो टॉप-अप फीचर
दूसरा बदलाव UPI Lite का ऑटो-टॉप-अप फीचर है, जो 1 नवंबर से लागू होगा। इस फीचर के अंतर्गत, जब भी आपके UPI Lite वॉलेट का बैलेंस एक निर्धारित सीमा से नीचे चला जाएगा, तो यह आपके लिंक किए गए बैंक खाते से अपने आप रिचार्ज हो जाएगा। इससे मैनुअल टॉप-अप की आवश्यकता समाप्त हो जाएगी, और यूजर्स को बिना किसी रुकावट के भुगतान करने की सुविधा मिलेगी।
कैसे काम करेगा ऑटो-टॉप-अप फीचर?
न्यूनतम बैलेंस सेटिंग: यूजर्स अपने UPI Lite वॉलेट के लिए एक न्यूनतम बैलेंस सेट कर सकेंगे।
स्वचालित रिचार्ज: यदि बैलेंस सेट की गई सीमा से कम हो जाता है, तो आपके वॉलेट को अपने आप पैसे जोड़ दिए जाएंगे।
रिचार्ज राशि: रिचार्ज की राशि भी यूजर्स द्वारा तय की जाएगी, और वॉलेट में अधिकतम बैलेंस 2,000 रुपये रहेगा।
दिन में एक बार टॉप-अप: UPI Lite वॉलेट पर एक दिन में पांच बार तक टॉप-अप किए जा सकेंगे।
UPI Lite की नई लिमिट्स
UPI Lite की एक और नई सुविधा है कि अब इसका कुल बैलेंस 2,000 रुपये से बढ़ाकर 5,000 रुपये किया जाएगा। साथ ही, रोजाना की खर्च लिमिट 4,000 रुपये रहेगी। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने UPI Lite की अधिकतम लेनदेन सीमा को बढ़ाकर 1,000 रुपये करने का निर्णय लिया है, जो इस डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म के लिए एक बड़ा कदम है।
दिवाली के दिन सोना-चांदी के दाम में हलचल, जानें गोल्ड-सिल्वर का रेट
31 Oct, 2024 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Gold-Silver Rate: धनतेरस के मौके पर सोने और चांदी के दामों में फिर बदलाव देखने को मिला है. अगर आप भी आज, 31 अक्टूबर को सोना या चांदी खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो सबसे पहले जान लें कि आज के ताजा भाव क्या हैं. खासतौर पर, 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने के दामों में हलचल है और बाजार में इसकी गूंज सुनाई दे रही है. आज सोने के दाम में 490 रुपये तक की गिरावट आई है, जबकि चांदी की कीमतों में ज्यादा बदलाव नहीं हुआ.
18 कैरेट सोना
दिल्ली: 10 ग्राम – 59,970 रुपये
मुंबई: 10 ग्राम – 59,850 रुपये
इंदौर और भोपाल: 10 ग्राम – 59,890 रुपये
चेन्नई: 10 ग्राम – 60,250 रुपये
22 कैरेट सोना
भोपाल और इंदौर: 10 ग्राम – 73,200 रुपये
दिल्ली, जयपुर और लखनऊ: 10 ग्राम – 73,300 रुपये
मुंबई, हैदराबाद, और कोलकाता: 10 ग्राम – 73,150 रुपये
24 कैरेट सोना
भोपाल और इंदौर: 10 ग्राम – 79,850 रुपये
दिल्ली, जयपुर और चंडीगढ़: 10 ग्राम – 79,950 रुपये
हैदराबाद, बैंगलुरू और चेन्नई: 10 ग्राम – 79,800 रुपये
चांदी के ताजा दाम
चांदी खरीदने की योजना बनाने वालों के लिए दिल्ली, मुंबई, जयपुर, अहमदाबाद, और कोलकाता में 1 किलो चांदी का भाव 98,000 रुपये है. जबकि चेन्नई, मदुरै, हैदराबाद, और केरल में चांदी का दाम थोड़ा अधिक, 1,07,000 रुपये प्रति किलो पर पहुंच चुका है.
भारत में रखे सोने के भंडार में 102 टन की बंपर बढ़ोतरी हुई है, RBI धीरे-धीरे अपना सोना घरेलू तिजोरियों में ट्रांसफर कर रहा है
30 Oct, 2024 05:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अप्रैल-सितंबर की अवधि में घरेलू स्तर पर रखे गए स्वर्ण भंडार में 102 टन की बढ़ोतरी की है। मंगलवार को जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली। केंद्रीय बैंक ने कहा कि 30 सितंबर, 2024 तक स्थानीय तिजोरियों में रखे गए सोने की कुल मात्रा 510.46 टन थी। यह मात्रा 31 मार्च, 2024 तक रखे गए 408 टन सोने से अधिक है। विदेशी मुद्रा भंडार के प्रबंधन पर जारी अर्धवार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में स्वर्ण भंडार में 32 टन की बढ़ोतरी की। इसके साथ ही कुल भंडार बढ़कर 854.73 टन हो गया।
ब्रिटेन से 100 टन सोना वापस आया
पिछले कुछ वर्षों में भारत धीरे-धीरे अपने स्वर्ण भंडार को स्थानीय तिजोरियों में स्थानांतरित कर रहा है। वित्त वर्ष 2023-24 में उसने ब्रिटेन से 100 टन से अधिक सोना घरेलू स्थानों पर पहुंचाया था। यह 1991 के बाद से सोने की सबसे बड़ी चालों में से एक थी। 1991 में विदेशी मुद्रा संकट से निपटने के लिए भारत को अपने स्वर्ण भंडार का एक बड़ा हिस्सा गिरवी रखना पड़ा था। आरबीआई के अनुसार, बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट्स (बीआईएस) के पास 324.01 टन सोना सुरक्षित रखा गया था और 20.26 टन सोना स्वर्ण जमा के रूप में रखा गया था। मई के अंत में ही सूत्रों ने संकेत दिया था कि मानक समीक्षा प्रक्रियाओं के तहत विदेशों में स्वर्ण भंडार को कम करने का निर्णय लिया गया है।
भारत के मंदिरों में है अपार सोना
भारत के मंदिरों में अमेरिकी सरकार के खजाने से तीन गुना अधिक सोना है। पद्मनाभ स्वामी मंदिर, तिरुपति बालाजी मंदिर, जगन्नाथ मंदिर, वैष्णो देवी मंदिर जैसे मंदिरों में 4000 टन से अधिक सोना रखा हुआ है। विश्व स्वर्ण परिषद ने यह आंकड़ा दिया है। भारतीयों को सोने से इतना प्यार है कि हमने 25 हजार टन से अधिक सोना संरक्षित करके रखा हुआ है।