व्यापार
मोदी-वेंस मुलाकात: निवेश, तकनीक और रणनीति के मोर्चे पर होगी बात
21 Apr, 2025 05:55 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे डी वेंस के साथ व्यापार, शुल्क, क्षेत्रीय सुरक्षा और समग्र द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के तरीकों सहित कई प्रमुख मुद्दों पर सोमवार को बातचीत करेंगे और फिर शाम को उनके एवं भारतीय मूल की उनकी पत्नी उषा के लिए रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे। अमेरिका के उपराष्ट्रपति, उनकी पत्नी उषा और उनके तीन बच्चे – इवान, विवेक और मीराबेल – चार दिवसीय भारत यात्रा के तहत सोमवार पूर्वाह्न 10 बजे पालम एयरबेस पर उतरेंगे।
वेंस ऐसे समय में भारत की अपनी पहली यात्रा करेंगे जब कुछ सप्ताह पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने भारत सहित लगभग 60 देशों के खिलाफ व्यापक शुल्क व्यवस्था लागू करने के बाद उसे स्थगित कर दिया था। भारत और अमेरिका अब द्विपक्षीय व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के लिए बातचीत कर रहे हैं, जिसमें शुल्क और बाजार तक पहुंच सहित कई मुद्दों को शामिल किए जाने की संभावना है।
वेंस के यात्रा कार्यक्रम की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पहुंचने के कुछ घंटों बाद वेंस और उनका परिवार स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर जाएगा तथा वे पारंपरिक भारतीय हस्तनिर्मित सामान बेचने वाले एक ‘शॉपिंग कॉम्प्लेक्स’ भी जा सकते हैं। वेंस के भारत आगमन पर केंद्र का कोई वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री पालम एयरबेस पर उनका स्वागत करेगा। वेंस अपने परिवार के साथ दिल्ली के अलावा जयपुर और आगरा की भी यात्रा करेंगे। इस मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने बताया कि अमेरिकी रक्षा मंत्रालय एवं विदेश मंत्रालय के अधिकारियों सहित कम से कम पांच वरिष्ठ अधिकारियों के वेंस के साथ भारत आने की संभावना है। प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को शाम साढ़े छह बजे अपने 7 लोक कल्याण मार्ग निवास पर वेंस और उनके परिवार का स्वागत करेंगे जिसके बाद आधिकारिक वार्ता होगी। अधिकारियों ने बताया कि बैठक में प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार संधि साथ-साथ दोनों देशों के बीच संबंधों को बढ़ावा देने के तरीके पर चर्चा होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, विदेश सचिव विक्रम मिसरी और अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाले भारतीय दल का संभवत: हिस्सा होंगे। मोदी वार्ता के बाद वेंस और उनके साथ आए अमेरिकी अधिकारियों के लिए रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे।
अमेरिकी उपराष्ट्रपति और उनका परिवार दिल्ली में आईटीसी मौर्य शेरेटन होटल में ठहरेगा। अधिकारियों ने बताया कि वेंस और उनका परिवार सोमवार रात जयपुर रवाना होगा। वेंस 22 अप्रैल को आमेर किले सहित कई ऐतिहासिक स्थलों पर जाएंगे। संभवत: 23 अप्रैल की सुबह आगरा जाएगा। वे वहां ताजमहल और शिल्पग्राम जाएंगे। वेंस और उनका परिवार 24 अप्रैल को अमेरिका रवाना होंगे।
एचडीएफसी बैंक ने जारी किए नतीजे, डिविडेंड देने का भी ऐलान
20 Apr, 2025 07:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। भारतीय बाजार में एचडीएफसी बैंक ने एक बार फिर अपनी ताकत दिखाई है जब वह वित्त वर्ष 2025 के चौथे तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। बैंक ने नेट प्रॉफिट में अनुमान से अधिक बढ़ोतरी दर्ज कराई है, जिस कारण उसने अपने शेयरहोल्डर्स को 22 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड देने का भी ऐलान किया है। बैंक ने साल दर साल आधार पर वित्त वर्ष 2025 के मार्च तिमाही में 6.7 फीसदी की ग्रोथ देखी है, जो नेट प्रॉफिट को 17,616 करोड़ रुपये पहुंचाती है। इस ग्रोथ दर की वर्तमान चली दुर्गम परिस्थितियों में बैंक की मजबूती को दर्शाती है। बोर्ड ने डिविडेंड का ऐलान करते हुए 1 रुपये के फेस वैल्यू पर शेयरहोल्डर्स को 22 रुपये प्रति शेयर देने का फैसला किया है। इसकी रिकॉर्ड डेट 27 जून 2025 को रखी गई है। बैंक के नपा रेशियो में भी धीमी गिरावट दर्ज की गई है। 31 दिसंबर 2024 को 1.42 प्रतिशत से 31 मार्च 2025 को इसे 1.33 प्रतिशत पर कम किया गया है। यह बैंक की स्थिरता के संकेत माना जा सकता है। इसी तरह, एनपीए रेशियो 0.43 फीसदी पर है, जो पिछली तिमाही में 0.46 फीसदी पर था। ग्रॉस एनपीए भी पिछली तिमाही के मुकाबले धीमा रहा है, लेकिन यह वीर्य दिखाता है कि बैंक संकटों का सामना करने में सक्षम है।
कावासाकी ने भारतीय बाजार में लॉन्च की क्रूजर बाइक एलिमिनेटर
20 Apr, 2025 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । जापानी टू-व्हीलर निर्माता कंपनी कावासाकी ने हाल ही में अपडेटेड मॉडल वाली अपनी प्रसिद्ध क्रूजर बाइक एलिमिनेटर को भारतीय बाजार में लॉन्च कर दिया है। यह बाइक नवीनतम तकनीकी और डिज़ाइन फीचर्स के साथ आता है। 2025 कावासाकी एलिमिनेटर में 451 सीसी लिक्विड-कूल्ड 4-स्ट्रोक पैरलल ट्विन इंजन दिया गया है, जो 45पीएस :का पावर और 42.6 एनएम का पीक टॉर्क जनरेट करता है। इस बाइक में हार्डवेयर भी कमाल का है, जैसे डुअल-चैनल एबीएस, डिस्क ब्रेक, टेलिस्कॉपिक फॉर्क, डुअल शॉक एब्जॉर्वर और बहुत कुछ। एलिमिनेटर के फीचर्स में एक सर्कुलर एलसीडी इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, राइडोलॉजी ऐप के साथ स्मार्टफोन कनेक्टिविटी, डुअल चैनल एबीएस, और कई और डिजिटल इंवोवेशनें शामिल हैं। इस नई बाइक का ओवरऑल डिज़ाइन भी मॉडर्न और एलिगेंट है।
पेट्रोल-डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं
20 Apr, 2025 05:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । भारतीय पेट्रोलियम कंपनियों ने रविवार को सुबह 6 बजे ईंधन के नए दाम जारी कर दिए हैं। जारी रेट के अनुसार रविवार को भी पेट्रोल-डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 65-78 डॉलर प्रति बैरल, जो कि पिछले दिनों के मुकाबले कम है। दिल्ली में पेट्रोल 94.77 रुपए लीटर, डीजल 87.67 रुपए लीटर, मुंबई में पेट्रोल 103.50 रुपए लीटर, डीजल 90.03 रुपए लीटर, कोलकाता में पेट्रोल 105.01 रुपए लीटर, डीजल 91.82 रुपए लीटर, चेन्नई में पेट्रोल 100.80 रुपए लीटर, डीजल 92.39 रुपए लीटर, नोएडा में पेट्रोल 94.87 रुपए लीटर, डीजल 88.14 रुपए लीटर, बेंगलुरु में पेट्रोल 102.92 रुपए लीटर, डीजल 88.99 रुपए लीटर, पटना में पेट्रोल 105.60 रुपए लीटर, डीजल 92.04 रुपए लीटर, लखनऊ में पेट्रोल 94.69 रुपए/लीटर, डीजल 87.55 रुपए लीटर, चंडीगढ़ में पेट्रोल 94.30 रुपए लीटर, डीजल 82.38 रुपए लीटर, हैदराबाद में पेट्रोल 107.46 रुपए लीटर, डीजल 95.63 रुपए लीटर, गुरुग्राम में पेट्रोल 95.17 रुपए लीटर, डीजल 88.03 रुपए लीटर, जयपुर में पेट्रोल 104.72 रुपए लीटर, डीजल 90.36 रुपए लीटर है।
वनप्लस 13टी 24 अप्रैल को चीन में होगा लॉन्च
20 Apr, 2025 04:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । प्रीमियम स्मार्टफोन वनप्लस 13टी को 24 अप्रैल को चीन में लॉन्च करने जा रही है। वनप्लस 13टी का लॉन्च जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, यूजर्स की उत्सुकता और भी बढ़ती जा रही है। लॉन्च से पहले इस फोन को लेकर कई लीक सामने आ चुकी हैं, जिनमें इसके डिजाइन से लेकर फीचर्स और स्पेसिफिकेशन्स तक की जानकारी दी गई है। हाल में सामने आए एक हैंड्स-ऑन वीडियो में फोन की झलक देखने को मिली, जिससे इसके प्रीमियम लुक की पुष्टि होती है। नई लीक के मुताबिक,वनप्लस 13टी में 50 मेगापिक्सल का सोनी मेन कैमरा और 50 मेगापिक्सल का 2 एक्स टेलीफोटो लेंस दिया जाएगा। वहीं, फ्रंट कैमरा 32 मेगापिक्सल का हो सकता है। फोन में 6.3 इंच का 1.5के फ्लैट ओलेड डिस्प्ले मिलेगा, जो 120 एचझेड रिफ्रेश रेट को सपोर्ट करेगा। परफॉर्मेंस के लिए इसमें स्नेपड्रेगन 8इलाइट ई- चिपसेट होगा, जिसे एलपीडीडीआर एक्स रैम और यूएफएस 4.0 स्टोरेज का साथ मिलेगा। कनेक्टिविटी के लिए फोन वायफाय 5/6/7, ब्ल्यूटूथ 5.4 और एनएफसी सपोर्ट करेगा। खास बात ये है कि इस बार वनप्लस का अलर्ट स्लाइडर एक्शन बटन से रिप्लेस हो सकता है।
फोन तीन कलर ऑप्शन मॉर्निंग मिस्ट ग्रे, हार्ट बीटिंग पिंक और क्लाउड इंक ब्लैक में लॉन्च किया जाएगा। बैटरी के मामले में फोन काफी दमदार रहेगा, जिसमें 6100 एमएएच की बैटरी दी जा सकती है जो 80वॉट की फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करेगी। वनप्लस 13टी एंड्राएड 15 पर रन करेगा और इसमें एक्स-अक्सिस लीनियर मोटर, आईआर ब्लास्टर और आईपी68/69 रेटिंग जैसे प्रीमियम फीचर्स मिलेंगे।
Yes Bank ने मारी लंबी छलांग, मार्च तिमाही में कमाए ₹9,355.4 करोड़
19 Apr, 2025 03:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
YES Bank ने मार्च 2025 को समाप्त तिमाही में शानदार प्रदर्शन करते हुए 738.12 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया। यह पिछले साल की इसी तिमाही के 451.9 करोड़ रुपये के मुनाफे की तुलना में 63.7 प्रतिशत अधिक है। बैंक की इस मजबूत उपलब्धि के पीछे ब्याज आय में बढ़ोतरी, प्रावधानों में कमी और संपत्ति की गुणवत्ता में सुधार जैसे कारण रहे।
आय में बढ़ोतरी और प्रावधानों में कमी
इस तिमाही में YES Bank की कुल आय बढ़कर 9,355.4 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 9,015.8 करोड़ रुपये थी। ब्याज से होने वाली आय 7,447.2 करोड़ रुपये से बढ़कर 7,616.1 करोड़ रुपये रही। इसके अलावा, अन्य स्रोतों से आय भी 1,568.6 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,739.3 करोड़ रुपये हो गई। बैंक का परिचालन मुनाफा (प्रावधानों से पहले) 902.5 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,314.4 करोड़ रुपये रहा। प्रावधान और आकस्मिक खर्चों में भी कमी आई और यह 470.9 करोड़ रुपये से घटकर 318.1 करोड़ रुपये हो गया, जिससे मुनाफे को और बल मिला।
संपत्ति की गुणवत्ता में सुधार
YES Bank की संपत्ति की गुणवत्ता में भी उल्लेखनीय सुधार देखा गया। सकल गैर-निष्पादित संपत्ति (NPA) 3,935.6 करोड़ रुपये रही, और सकल NPA अनुपात 1.7 प्रतिशत से घटकर 1.6 प्रतिशत हो गया। शुद्ध NPA 800 करोड़ रुपये रहा, और शुद्ध NPA अनुपात 0.6 प्रतिशत से सुधरकर 0.3 प्रतिशत हो गया। यह बेहतर प्रबंधन और जोखिम नियंत्रण का संकेत है।
17 अप्रैल को बीएसई पर YES Bank के शेयर 1.1 प्रतिशत की बढ़त के साथ 18 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुए। बैंक का यह प्रदर्शन निवेशकों और बाजार के लिए पॉजेटिव मैसेज देता है।
3 दिन में लोन, जीरो EMI! LIC की इस स्कीम ने मचाया तहलका
19 Apr, 2025 03:05 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Personal Loan on LIC Policy: अचानक पैसों की जरूरत होती है, तो लोग आमतौर पर क्रेडिट कार्ड या पर्सनल लोन का रुख करते हैं। लेकिन बहुत कम लोगों को पता है कि LIC की पॉलिसी पर मिलने वाला एक लोन ऐसा विकल्प है, जो न केवल सस्ता पड़ता है बल्कि इसमें हर महीने EMI देने का कोई दबाव भी नहीं होता। आसान प्रोसेस, कम ब्याज और लचीले रीपेमेंट ऑप्शन की वजह से यह लोन मुश्किल समय में बड़ी मदद साबित हो सकता है। आइए जानते हैं इस खास लोन के बारे में पूरी जानकारी।
LIC पॉलिसी पर कैसे मिलता है लोन?
अगर आपके पास LIC की कोई पॉलिसी है और उसमें लोन लेने का ऑप्शन होता है, तो आप बहुत ही कम पेपरवर्क में इस पर लोन ले सकते हैं। आमतौर पर यह लोन 3 से 5 दिन में मिल जाता है।
पर्सनल लोन के मुकाबले सस्ता
LIC लोन की ब्याज दर आमतौर पर 9% से 11% के बीच होती है, जबकि पर्सनल लोन पर ब्याज 10.30% से 16.99% तक जा सकता है। इसके अलावा, इसमें न कोई प्रोसेसिंग फीस होती है, न ही हिडन चार्जेज।
EMI की नहीं कोई झंझट
इस लोन में EMI चुकाने का कोई फिक्स सिस्टम नहीं होता। लोन की न्यूनतम अवधि 6 महीने होती है और अधिकतम अवधि पॉलिसी की मैच्योरिटी तक हो सकती है। ग्राहक अपनी सुविधा के अनुसार रीपेमेंट कर सकता है। हालांकि ध्यान रखें कि ब्याज हर साल जुड़ता रहता है। यदि आप 6 महीने से पहले ही लोन चुका देते हैं, तो भी आपको 6 महीने का ब्याज भरना होता है।
कैसे करें रीपेमेंट?
LIC लोन को आप तीन तरीकों से चुका सकते हैं:
ब्याज और मूलधन दोनों एक साथ चुकाएं
पॉलिसी मैच्योर होने पर क्लेम अमाउंट से लोन का निपटान करें
हर साल ब्याज भरते रहें और मूलधन बाद में चुकाएं
कितना लोन मिलेगा?
इस लोन की राशि आपकी पॉलिसी की सरेंडर वैल्यू पर निर्भर करती है। आपको सरेंडर वैल्यू का 80% से 90% तक लोन मिल सकता है।
सिक्योर्ड लोन है यह
यह लोन सिक्योर्ड होता है, यानी LIC आपकी पॉलिसी को गिरवी रखती है। अगर लोन समय पर नहीं चुकाया गया और बकाया राशि सरेंडर वैल्यू से अधिक हो गई, तो LIC आपकी पॉलिसी को समाप्त कर सकती है।
LIC की एंडोमेंट पॉलिसियों पर लोन: जानिए कौन-सी पॉलिसी पर कितना मिल सकता है लोन
अगर आपके पास LIC की कोई एंडोमेंट पॉलिसी है और आपने कम से कम दो साल तक उसका प्रीमियम भरा है, तो आप उस पर लोन की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। यह लोन पर्सनल लोन के मुकाबले सस्ता होता है और इसका ब्याज दर सरकारी बेंचमार्क रेट से जुड़ा होता है। LIC की कई लोकप्रिय पॉलिसियों पर यह सुविधा मिलती है। आइए जानते हैं किस पॉलिसी पर कितना लोन मिल सकता है और ब्याज दर क्या होती है:
LIC बीमा ज्योति
योग्यता: कम से कम दो साल का प्रीमियम भुगतान आवश्यक
लोन राशि:
सक्रिय पॉलिसी पर: सरेंडर वैल्यू का 90%
पेड-अप पॉलिसी पर: सरेंडर वैल्यू का 80%
ब्याज दर: 10-वर्षीय सरकारी बॉन्ड दर + 3% तक, ब्याज अर्धवार्षिक रूप से जुड़ता है
LIC बीमा रत्न
योग्यता: दो साल का प्रीमियम भुगतान
लोन राशि: 90% (सक्रिय), 80% (पेड-अप)
ब्याज दर: 10-वर्षीय G-Sec + 3% या नॉन-लिंक्ड फंड की कमाई + 1% में से जो अधिक हो
LIC धन संचय
योग्यता:
रेगुलर/लिमिटेड प्रीमियम: 2 साल का भुगतान
सिंगल प्रीमियम: पॉलिसी जारी होने के 3 महीने बाद या फ्री-लुक अवधि के बाद
लोन राशि:
रेगुलर प्रीमियम: 90% (सक्रिय), 80% (पेड-अप)
सिंगल प्रीमियम: 75%
ब्याज दर: G-Sec + 3% या नॉन-लिंक्ड फंड की कमाई + 1% (जो अधिक हो)
नोट: पेआउट पीरियड के दौरान लोन नहीं मिलेगा
LIC जीवन आज़ाद
योग्यता: दो साल तक प्रीमियम भरना जरूरी
लोन राशि: 90% (सक्रिय), 80% (पेड-अप)
ब्याज दर: G-Sec + 3% या नॉन-लिंक्ड फंड रिटर्न + 1%
LIC न्यू एंडोमेंट प्लान
योग्यता: कम से कम दो साल प्रीमियम भुगतान
लोन राशि: 90% (सक्रिय), 80% (पेड-अप)
ब्याज दर: IRDAI द्वारा स्वीकृत पद्धति के अनुसार निर्धारित
LIC न्यू जीवन आनंद
योग्यता: दो साल का प्रीमियम भुगतान
लोन राशि: 90% (सक्रिय), 80% (पेड-अप)
ब्याज दर: IRDAI के अनुसार निर्धारित
LIC सिंगल प्रीमियम एंडोमेंट प्लान
योग्यता: एक पॉलिसी वर्ष पूरा होना चाहिए
लोन राशि: सरेंडर वैल्यू का 90%
ब्याज दर: IRDAI के दिशानिर्देश अनुसार
LIC जीवन लक्ष्य
योग्यता: दो साल तक प्रीमियम भरना जरूरी
लोन राशि: 90% (सक्रिय), 80% (पेड-अप)
ब्याज दर: IRDAI द्वारा अनुमोदित प्रणाली के अनुसार
LIC जीवन लाभ
योग्यता: दो साल का प्रीमियम भुगतान
लोन राशि: 90% (सक्रिय), 80% (पेड-अप)
ब्याज दर: नियामक प्राधिकरण की स्वीकृति के अनुसार
LIC आधार शिला
योग्यता: दो साल तक प्रीमियम का भुगतान आवश्यक
लोन राशि: 90% (सक्रिय), 80% (पेड-अप)
ब्याज दर: G-Sec + 3% या नॉन-लिंक्ड फंड रिटर्न + 1%
LIC आधार स्तंभ
योग्यता: कम से कम दो साल प्रीमियम भरना जरूरी
लोन राशि: 90% (सक्रिय), 80% (पेड-अप)
ब्याज दर: G-Sec + 3% या नॉन-लिंक्ड फंड रिटर्न + 1%
LIC पॉलिसी पर लोन के लिए ऐसे करें आवेदन, ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों का विकल्प मौजूद
अगर आपके पास LIC की बीमा पॉलिसी है और आप उस पर लोन लेना चाहते हैं, तो यह काम अब आसान हो गया है। पॉलिसी होल्डर अपनी जरूरत के मुताबिक LIC से लोन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से ले सकते हैं। हालांकि, इसके लिए कुछ शर्तें हैं जिनकी जानकारी होना जरूरी है।
ऑनलाइन कैसे करें आवेदन?
LIC की ओर से ‘प्रीमियम सेवा’ (Premier Service) ग्राहकों को ऑनलाइन लोन एप्लिकेशन की सुविधा दी गई है। इसके लिए आपको LIC की आधिकारिक कस्टमर पोर्टल (https://ebiz.licindia.in/D2CPM/#Login) पर लॉग-इन करना होगा। लेकिन ध्यान रहे, यह सुविधा सिर्फ उन्हीं पॉलिसीधारकों के लिए है जो इस पोर्टल पर प्रीमियम सेवा के तहत पहले से रजिस्टर्ड हैं।
अन्य ग्राहक क्या करें?
जो ग्राहक प्रीमियम सेवा के तहत रजिस्टर्ड नहीं हैं, उन्हें लोन के लिए नजदीकी LIC ब्रांच ऑफिस जाना होगा। वहां वे आवश्यक KYC दस्तावेजों के साथ आवेदन कर सकते हैं।
बैंक से भी मिल सकता है लोन
कुछ बैंक भी बीमा पॉलिसी के बदले लोन की सुविधा देते हैं। इनमें LIC पॉलिसी भी शामिल होती है। ऐसे में ग्राहक LIC और बैंकों के ब्याज दरों की तुलना कर सकते हैं और जहां बेहतर ऑफर मिले, वहां से लोन ले सकते हैं।
BluSmart की विदाई, Uber की चांदी! मार्केट में बढ़ा ग्राहकों का भरोसा
19 Apr, 2025 02:57 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कभी भारत की इलेक्ट्रिक टैक्सी सेवा प्रदाताओं में अग्रणी मानी जाने वाली ब्लूस्मार्ट अचानक बाजार से बाहर हो गई। जिससे इस क्षेत्र में खालीपन हो गया है और इसका सीधा बड़ा फायदा उबर, ओला, रैपिडो और इनड्राइव जैसी अन्य प्रतिस्पर्धियों को मिलने की पूरी संभावना दिख रही है। शुरुआती संकेत बता रहे हैं कि इसका सबसे ज्यादा फायदा उबर हो सकता है, क्योंकि अधिकतर उपयोगकर्ताओं ने इशारा किया है कि वह उनके चुनिंदा विकल्पों में से एक है और निवेशकों का भी मानना है कि बाजार की यह दिग्गज कंपनी अपना दबदबा और मजबूत बढ़ाएगी।
इस साल जनवरी में आई ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल के आंकड़ों के मुताबिक, देश के टैक्सी बाजार में औसत दैनिक सवारी और सक्रिय मासिक उपयोगकर्ताओं के मामले में उबर सबसे आगे हैं। अमेरिका की यह कंपनी रोजाना 8.40 लाख सवारी के साथ बाजार के अन्य प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले काफी आगे है। उसके बाद ओला (4.6 लाख) और रैपिडो (3.20 लाख) का स्थान है। इसी तरह, उबर के पास 3.36 करोड़ सक्रिय मासिक ग्राहकों का आधार है, जबकि रैपिडो के पास 3.18 करोड़ और ओला के पास 2.86 करोड़ सक्रिय मासिक ग्राहक हैं।
मोबाइल ऐप्लिकेशन डाउनलोड के लिहाज से भी 50 करोड़ डाउनलोड के साथ उबर का दबदबा है और यह 10 करोड़ डाउनलोड वाले रैपिडो, इनड्राइव और ओला से कहीं ज्यादा आगे है। कैब के कुछ सक्रिय उपयोगकर्ताओं ने बिज़नेस स्टैंडर्ड के साथ बातचीत में कहा कि ब्लूस्मार्ट की सेवाएं नहीं मिलने के कारण वे उबर का रुख कर सकते हैं। गुरुग्राम के मार्केटिंग पेशेवर और ब्लूस्मार्ट के भरोसेमंद ग्राहकों में से एक सोमिल अग्रवाल ने कहा कि अब वह रोजाना की आवाजाही और हवाईअड्डा जाने के लिए उबर का रुख किया, क्योंकि वह एक सर्वश्रेष्ठ विकल्प है।
अग्रवाल की बातों से इत्तफाक रखते हुए ब्लूस्मार्ट की एक अन्य सक्रिय उपयोगकर्ता यशस्वी शैली ने भी कहा कि वह अन्य ऐप्लिकेशन के बजाय रोजाना की आवाजाही के लिए उबर का ही उपयोग करेंगी। शैली ने कहा, ‘ब्लूस्मार्ट की सेवाएं बंद होने का मुझे अफसोस है। वह काफी आरामदायक थी और मुझे भुगतान के लिए भी मोल-तोल नहीं करना पड़ता था। इसके अलावा उसके ड्राइवर भी काफी अच्छे थे। अब मैं उबर का उपयोग क्योंकि क्योंकि रैपिडो में मुझे भुगतान के कई विकल्प नहीं मिलते हैं। ओला के साथ मेरा अनुभव खराब रहा है क्योंकि वे एसी नहीं चलाते हैं र गूगल मैप्स पर दिखाए गए मार्गों से भी नहीं चलते हैं, जिससे कभी-कभी असुरक्षा की भावना आती है।’उन्होंने बताया कि उनके ब्लूस्मार्ट वॉलेट में जमा 16,474 रुपये की राशि शुक्रवार को पूरी तरह से वापस कर दी गई, एक दिन पहले उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था और कंपनी की हेल्पलाइन पर संपर्क किया था।
टॉप ब्रांड बनने की होड़ में मैक्स एस्टेट, ₹15,000 करोड़ से बदलेगा दिल्ली-NCR का स्काईलाइन
19 Apr, 2025 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मैक्स समूह की रियल एस्टेट इकाई मैक्स एस्टेट राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में दूसरे स्थान पर काबिज होने का प्रयास कर रही है। कंपनी अगले तीन से चार वर्षों में 1.7 करोड़ वर्गफुट आवासीय और वाणिज्यिक स्थान बनाएगी और जमीन के साथ 15,000 करोड़ रुपये का निवेश भी करेगी। मैक्स एस्टेट के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी साहिल वचानी ने बताया कि मैक्स दिल्ली-एनसीआर में बरकरार रहेगी और परियोजनाओं का अधिग्रहण करेगी।
मैक्स एस्टेट की पांच वर्षीय योजना क्या है?
अगले पांच वर्षों में हम 13 परियोजनाओं की ओर देख रहे हैं। हमारे पास 1.7 वर्गफुट जगह है, जिसमें से 30 से 40 लाख वर्गफुट का निर्माण पूरा हो चुका है और शेष स्थान पर निर्माण कार्य चल रहा है, जो अगले पांच वर्षों में पूरा हो जाएगा। सिर्फ निर्माण पर ही हमारा निवेश 7.500 करोड़ रुपये से अधिक होगा।
निकट अवधि में राजस्व का लक्ष्य क्या है?
हमारा स्पष्ट लक्ष्य है कि हमें एनसीआर में दूसरे नंबर का ब्रांड बनना है और इस इलाके में सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले ब्रांडों में से एक बनने पर केंद्रित है और मुझे पूरा भरोसा है कि यह आय में तब्दील होगा। वित्त वर्ष 2024 में हमने 2,400 करोड़ रुपये की प्री-सेल्स किया था, बीते वित्त वर्ष 2025 में हम 5,000 करोड़ रुपये के पार हो गए।
फिलहाल 150 करोड़ किराये के तौर पर आय है और अगले तीन से पांच वर्षों में इसके 700 करोड़ रुपये के पार होने की उम्मीद है। रणनीतिक रूप से बात करें तो हम उच्च गुणवत्ता वाले काम करना चाहते हैं और निष्पादन पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।
नंबर 2 बनने के लिए क्या करना होगा?
हम सिर्फ छह से सात साल पुरानी कंपनी हैं, लेकिन, हमारा नजरिया रियल एस्टेट क्षेत्र में खुशहाली लाने का है। हमने इसे कुछ चीजों के जरिये स्पष्ट किया है। पहला, हम दिल्ली-एनसीआर पर काफी ध्यान दे रहे हैं और हम बाहर नहीं जाना चाह रहे हैं। दूसरा, हम आवासीय और वाणिज्यिक परिसंपत्ति वर्घ पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। तीसरा, हम वित्तीय नजरिये काफी सतर्क भी हैं। न्यूयॉर्क लाइफ हमारी इक्विटी पार्टनर है, जिनके पास मैक्स एस्टेट में 23 फीसदी हिस्सेदारी है और हर परियोजना में उनकी हिस्सेदारी 49 फीसदी हो जाती है। पिछले साल उनसे हमने करीब 2,000 करोड़ रुपये और पात्र संस्थागत निवेशकों (क्यूआईपी) के जरिये 800 करोड़ रुपये जुटाए थे। इसलिए हमारी बैलेंसशीट मजबूत है और हम पर कोई कर्ज भी नहीं है।
जमीन की कीमत लगातार तेजी से बढ़ रही है। क्या जमीन खरीदना कंपनी के लिए चुनौतीपूर्ण होगा?
हां, जमीन की कीमत बढ़ी है मगर ग्राहक की बिक्री कीमत भी बढ़ रही है। साथ ही जमीन के हमारे सारे अधिग्रहण भी सीधे नहीं है। हमने जमीन मालिकों के साथ साझेदारी की है। इसलिए, आप मान लीजिए कि अगर आपके पास कोई जमीन है तो हम राजस्व के तौर पर कुछ प्रतिशत देंगे। हम अपनी वृद्धि योजनाओं को पूरा करने में रणनीतिक तरीके से भूखंड खरीदने के लिए आश्वस्त हैं।
क्या आप किसी दिवाला परियोजनाओं जैसी संपत्ति का अधिग्रहण करेंगे?
हां। सही मायने में अगर कहें तो हमने अभी-अभी राष्ट्रीय कंपनी विधि अधिकरण (एनसीएलटी) से इस पूरी परियोजना का अधिग्रहण किया है, जिसके लिए हमने साल 2018 में बोली लगाई थी। मंजूरी अभी-अभी मिली है और यह हमारा पहला मिला-जुला उपयोग वाला परिसर होगा, जिसमें दफ्तर, आवासीय और खुदरा क्षेत्र भी होंगे।
10 हजार परिवारों को झटका – BluSmart की मुश्किलें बढ़ीं, SEBI ने कसा शिकंजा
19 Apr, 2025 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ब्लूस्मार्ट मोबिलिटी में वित्तीय कुप्रबंधन की नियामकीय जांच ने भारत में इलेक्ट्रिक वाहन व्यवसाय को बढ़ाने की उबर की योजना पर पानी फेर दिया है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने हाल में ब्लूस्मार्ट के संस्थापकों अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी द्वारा कोष गबन के मामले पर सख्ती बरती है। इस घटनाक्रम की वजह से ईवी राइड-हेलिंग फर्म का परिचालन बंद हो गया है।
इस मामले से अवगत लोगों का कहना है कि एक समय ब्लूस्मार्ट को खरीदने की योजना बना चुकी उबर अब इस कंपनी से किसी भी तरह का जुड़ाव रखने से परहेज कर रही है। इस घटनाक्रम की वजह से पैदा हुई अनिश्चितता ने देश में उबर द्वारा व्यापक स्तर पर ईवी को पेश किए जाने के प्रयासों को भी प्रभावित किया है, क्योंकि इन पेशकशों के तहत उसके प्लेटफॉर्म पर लगभग 8,000 ब्लूस्मार्ट वाहनों को शामिल करने की योजना थी।
इस मामले से अवगत एक व्यक्ति ने कहा, ‘एक महीने पहले उबर और ब्लूस्मार्ट के अधिकारियों के बीच संभावित अधिग्रहण के बारे में चर्चा हुई थी, लेकिन वह बातचीत आगे नहीं बढ़ पाई थी। लेकिन उबर ने हाल में ब्लूस्मार्ट के ईवी बेड़े से जुड़ने के लिए भागीदारी की संभावना तलाशी थी। लेकिन सेबी के खुलासे के बाद, उबर द्वारा अब इस कंपनी के साथ किसी भी तरह का संबंध नहीं बनाए जाने की संभावना है।’
भारत में उबर की ईवी महत्वाकांक्षाएं वर्ष 2040 तक अपने प्लेटफॉर्म पर हर सवारी को ईवी से जोड़ने के लक्ष्य के साथ शून्य-उत्सर्जन को बढ़ावा देने पर केंद्रित हैं। कंपनी अगले कुछ वर्षों में अपने प्लेटफॉर्म पर 25,000 इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) शामिल करने की योजना बना रही है। ईवी संबंधित योजनाओं पर ब्लूस्मार्ट विवाद का प्रभाव पड़ने के बारे में उबर को भेजे गए सवाल का जवाब अभी तक नहीं मिला है।
कंपनी अब अपने ईवी प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए अन्य वाहन भागीदारों- रिफेक्स ग्रीन मोबिलिटी, लीथियम अर्बन टेक्नोलॉजीज, एवरेस्ट फ्लीट और मूव पर ज्यादा ध्यान दे सकती है। मौजूदा संकट की वजह से ब्लूस्मार्ट के लगभग 10,000 ड्राइवर बेरोजगार हो गए हैं। इनमें से कई ड्राइवर समान 8,000 कारों का इस्तेमाल करके शिफ्ट में काम करते थे। अब वे उबर, रैपिडो और ओला जैसे दूसरे राइड-हेलिंग प्लेटफॉर्म पर काम करने के अवसर तलाश सकते हैं।
ब्लूस्मार्ट के पास स्वयं के करीब 8,000 वाहन हैं और जग्गी बंधुओं को निवेशकों का पैसा लौटाने के लिए इन कारों समेत परिसंपत्तियां बेचने की जरूरत पड़ सकती है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि उबर के इन कारों से जुड़ने की संभावना नहीं है, क्योंकि वह वाहन नहीं खरीदती, बल्कि उन्हें केवल अपने प्लेटफॉर्म से जोड़ती है।
टेकलेगिस एडवोकेट्स ऐंड सॉलिसिटर्स में मैनेजिंग पार्टनर सलमान वारिस ने कहा, ‘सेबी के निष्कर्षों और ब्लूस्मार्ट के परिचालन पर प्रतिबंध का उबर के साथ किसी भी संभावित सौदे की व्यवहार्यता और शर्तों पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा।’ लॉ फर्म केएस लीगल ऐंड एसोसिएट्स में मैनेजिंग पार्टनर सोनम चांदवानी ने जग्गी बंधुओं द्वारा कोष गबन के सेबी के खुलासे और ब्लूस्मार्ट द्वारा परिचालन बंद किए जाने के बारे में कहा, ‘साख संबंधित जोखिम और नियामकीय जांच स्वाभाविक रूप से उबर को रुकने और अपने जोखिम का आकलन करने के लिए मजबूर करेगी।’
हेल्दी फूड की ओर कदम – ITC ने 24 मंत्रा ऑर्गेनिक को किया अधिग्रहित
19 Apr, 2025 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अलग-अलग क्षेत्रों में कारोबार करने वाले आईटीसी समूह ने गुरुवार को श्रेष्ठ नैचुरल बायोप्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (एसएनबीपीएल) में 100 फीसदी शेयर पूंजी खरीदने के लिए खरीद समझौता किया। 24 मंत्र ऑर्गेनिक ब्रांड की मूल कंपनी की शेयर पूंजी आईटीसी ने 472.50 करोड़ रुपये में खरीदी है।
यह अधिग्रहण वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में पूरा होने उम्मीद है, जिसमें 400 करोड़ रुपये का एकमुश्त भुगतान किया जाएगा और शेष 72.5 करोड़ रुपये अगले दो साल के दौरान दिया जाएगा। श्रेष्ठ नैचुरल बायोप्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के पोर्टफोलियो में 100 से अधिक जैविक उत्पाद शामिल हैं। इनमें रोजमर्रा के ब्रांडेड सामान, मसाले, खाद्य तेल, पेय पदार्थ सहित अन्य वस्तु शामिल है। कंपनी भारतीय प्रवासियों के साथ मिलकर विदेश में भी मौजूद है।
आईटीसी ने बयान जारी कर कहा है कि श्रेष्ठ नैचुरल बायोप्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड की एकीकृत आपूर्ति श्रृंखला देश के 10 राज्यों में लगभग 1.4 लाख एकड़ प्रमाणित जैविक भूमि में फैले लगभग 27,500 किसानों के नेटवर्क के लिए स्थायी आजीविका को बढ़ावा देती है।
अधिग्रहण के बारे में आईटीसी के पूर्णकालिक निदेशक हेमंत मलिक ने कहा, ’24 मंत्र ऑर्गेनिक ने एक मजबूत बैकएंड और सोर्सिंग नेटवर्क बनाया है जो इसके विश्वसनीय जैविक उत्पाद पोर्टफोलियो का मूल है।
RBI का नया सर्कुलर – पाकिस्तानी बैंकों की शाखाओं को लेकर बढ़ी सख्ती
18 Apr, 2025 03:08 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गुरुवार को कहा कि बैंक केंद्रीय बैंक को सूचना दिये बिना अपनी विदेशी शाखाओं या प्रतिनिधियों के नाम पर रुपया खाते (ब्याज रहित) खोल/बंद कर सकते हैं। हालांकि, शीर्ष बैंक ने जमा और खाते पर जारी ‘मास्टर’ निर्देश में कहा कि पाकिस्तान के बाहर संचालित पाकिस्तानी बैंकों की शाखाओं के नाम पर रुपया खाते खोलने के लिए रिजर्व बैंक की विशेष मंजूरी की आवश्यकता होगी।
मास्टर निर्देश में कहा गया है कि एक नॉन-रेजिडेंट बैंक के खाते में जमा करना प्रवासियों को भुगतान की एक स्वीकृत तरीका है और इसलिए, यह विदेशी मुद्रा में ट्रांसफर पर लागू नियमों के अधीन है।
नॉन-रेजिडेंट बैंकों के खातों की फंडिंग पर RBI ने क्या कहा
आरबीआई ने कहा कि एक नॉन-रेजिडेंट बैंक के खाते से निकासी वास्तव में विदेशी मुद्रा का रेमिटेंस है। नॉन-रेजिडेंट बैंकों के खातों की फंडिंग पर, आरबीआई ने कहा कि बैंक भारत में अपनी वास्तविक जरूरतों को पूरा करने के लिए अपने खातों में राशि रखने को लेकर अपने विदेशी प्रतिनिधियों/शाखाओं से चालू बाजार दरों पर स्वतंत्र रूप से विदेशी मुद्रा खरीद सकते हैं।
हालांकि, आरबीआई ने कहा है कि खातों में लेन-देन पर कड़ी निगरानी रखी जानी चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि विदेशी बैंक भारतीय रुपये पर सट्टा लगाने वाला नजरिया न अपनाएं। ऐसे किसी भी मामले की सूचना रिजर्व बैंक को दी जानी चाहिए। आरबीआई ने यह भी कहा कि रीपार्टेशन/फंडिंग के लिए रुपये के मुकाबले विदेशी मुद्राओं की अग्रिम खरीद/बिक्री प्रतिबंधित है। साथ ही, अनिवासी बैंकों को रुपये में दोतरफा कोटेशन देने पर भी रोक है।
क्या है रुपया खाता (Rupee Accounts)
रुपया खाता या रुपी अकाउंट एक तरह का फाइनेंशियल सिस्टम है, जिसके जरिए विदेशी बैंक घरेलू बैंकों के साथ भारतीय रुपये में लेनदेन कर सकते हैं। इसे रुपया वोस्ट्रो खाता सिस्टम भी कहते हैं। रिजर्व बैंक (RBI) रुपया वोस्ट्रो खाता प्रणाली को कंट्रोल करता है, जो विदेशी बैंकों को भारत में ट्रेड और इन्वेस्टमेंट को आसान बनाने के लिए घरेलू बैंकों के साथ अकाउंट बनाए रखने की मंजूरी देता है। यह सिस्टम विदेशी बैंकों को भारत में एक स्थानीय ब्रांच ऑपरेट किए बिना भारतीय रुपये में लेनदेन करने के लिए एक सुरक्षित और पारदर्शी मैकेनिज्म उपलब्ध कराता है।
IT सेक्टर में खतरे की घंटी! Nifty IT ने दिखाया 2008 जैसा मंजर
18 Apr, 2025 03:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश की दिग्गज सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनियों जैसे टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), इंफोसिस, विप्रो और एचसीएलटेक के शेयर बाजार में लगातार कमजोर होते जा रहे हैं। यह गिरावट उस समय हो रही है जब बाकी बाजार में तेजी लौटी है।अप्रैल महीने में अब तक निफ्टी आईटी इंडेक्स में 9.5% की गिरावट आई है, जबकि इसी दौरान निफ्टी 50 में 1.4% की बढ़त दर्ज की गई है। गुरुवार को भी जब निफ्टी 50 में 1.8% की उछाल आई, तब निफ्टी आईटी महज 0.23% ही बढ़ पाया।इस गिरावट के चलते निफ्टी 50 में आईटी सेक्टर का वेटेज अब सिर्फ 10.2% रह गया है, जो पिछले 17 सालों में सबसे कम है। यह मार्च 2008 के रिकॉर्ड न्यूनतम 9.7% के बेहद करीब है, जब वैश्विक वित्तीय संकट से पहले बाजार में उथल-पुथल थी। मार्च 2022 में यह वेटेज 17.7% था यानी दो साल में इसमें करीब 42% की गिरावट आई है। ताजा गिरावट के साथ निफ्टी आईटी इंडेक्स अब उन सभी लाभों को गंवाने के करीब है, जो उसे कोविड-19 महामारी के दौरान और बीते 21 वर्षों (2004 से अब तक) में निफ्टी 50 की तुलना में मिले थे।
फिलहाल निफ्टी 50 में शामिल पांच आईटी कंपनियों का कुल मार्केट कैप ₹25.5 लाख करोड़ रह गया है, जबकि पूरे निफ्टी 50 का कुल मार्केट कैप ₹189.4 लाख करोड़ है। देश का IT सेक्टर 2025 की शुरुआत से ही भारी दबाव में है। निफ्टी IT इंडेक्स इस साल अब तक 23% तक गिर चुका है, जो पिछले दो दशकों की सबसे खराब शुरुआत मानी जा रही है। इससे पहले 2022 में भी सेक्टर ने साल के पहले चार महीनों में 18.3% की गिरावट दर्ज की थी, लेकिन इस बार की गिरावट उससे भी ज्यादा गहरी साबित हो रही है।
निफ्टी-50 में IT सेक्टर की औसत हिस्सेदारी 2001 से अब तक करीब 13.8% रही है। लेकिन मौजूदा गिरावट के चलते इसका वजन भी लगातार घट रहा है। यह हालात 2008 की वैश्विक वित्तीय संकट (GFC) से पहले के दौर की याद दिला रहे हैं, जब IT शेयरों का प्रदर्शन कमजोर हो गया था।
विशेषज्ञों का मानना है कि 2024-25 की चौथी तिमाही (Q4FY25) के कमजोर नतीजों और 2025-26 (FY26) के लिए निराशाजनक कमाई के अनुमानों ने निवेशकों को और बेचैन कर दिया है। इक्विनॉमिक्स रिसर्च के फाउंडर और रिसर्च प्रमुख Chokkalingam G का कहना है, “पहले IT कंपनियां हर साल डॉलर में 2-4% की रफ्तार से रेवेन्यू बढ़ा रही थीं। लेकिन अब FY26 में इसके ठहराव या गिरावट की आशंका है। जब TCS और Infosys ने Q4 में सालाना आधार पर मुनाफे में गिरावट और रेवेन्यू में लगभग स्थिरता दिखाई, तो निवेशकों की चिंता और बढ़ गई।”
इसके अलावा, अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप द्वारा फिर से टैरिफ लगाने की चेतावनी ने भी IT सेक्टर की हालत और बिगाड़ दी है, क्योंकि अमेरिकी बाजार इस क्षेत्र की सबसे बड़ी आय का स्रोत है।
HSBC ग्लोबल रिसर्च ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा, “IT कंपनियों की स्थिति अमेरिका की मैक्रो इकोनॉमिक तस्वीर से गहराई से जुड़ी हुई है। हमने 2025 और उसके बाद के आउटलुक में अमेरिकी बाजार पर निर्भर कंपनियों की सिफारिश की थी, लेकिन अब केवल तीन महीने में ही अमेरिका की आर्थिक दिशा सबसे अनिश्चित हो गई है।”
अगर यही रुझान जारी रहा, तो IT इंडेक्स लगातार चौथे कैलेंडर वर्ष भी निफ्टी बेंचमार्क से पीछे रह सकता है—जो सेक्टर के लिए एक लंबा और गहरा मंदी वाला दौर होगा।
शेयर मार्केट में फ्रॉड अलर्ट! Gensol ने कैसे किया 96% हिस्सेदारी का खेल?
18 Apr, 2025 02:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जेनसोल इंजीनियरिंग ने जब सितंबर 2019 में SME IPO के जरिए शेयर बाजार में एंट्री की थी, तब इसके प्रमोटरों की हिस्सेदारी 96% थी। लेकिन अब यह अर्श से लुढ़कर फर्श पर आ चुकी है। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के एक आदेश के अनुसार, यह गिरावट स्वाभाविक नहीं थी—बल्कि इसे फर्जी खुलासों, दिखावटी सौदों और धन के दुरुपयोग के जरिए योजनाबद्ध ढंग से अंजाम दिया गया, जिसके चलते प्रमोटरों ने लगभग पूरी हिस्सेदारी बेच दी और रिटेल निवेशक जोखिम में पड़ गए।
Gensol के IPO को मिला था ठंडा रिस्पॉन्स
जेनसोल का ₹18 करोड़ का यह IPO ज्यादा चर्चा में नहीं रहा और इसे केवल 1.3 गुना सब्सक्रिप्शन मिला, जिसमें कुल ₹23 करोड़ की बोलियां आईं। लिस्टिंग के बाद प्रमोटरों की हिस्सेदारी 70.72% रह गई थी। जुलाई 2023 में कंपनी को मेनबोर्ड में माइग्रेट कर दिया गया, जिससे उसे ज्यादा व्यापक और लिक्विड निवेशक आधार तक पहुंच हासिल हो गई। माइग्रेशन से ठीक पहले जून 2023 में प्रमोटरों की हिस्सेदारी और घटकर 64.67% रह गई थी। उस समय कंपनी में 2,700 से भी कम व्यक्तिगत शेयरधारकों के पास कुल 24.85% हिस्सेदारी थी और कुल सार्वजनिक शेयरधारकों की संख्या 3,000 से भी कम थी।
IREDA जब्त कर सकता हैं प्रमोटरों के गिरवी रखें शेयर
हालांकि प्रमोटर अनमोल सिंह जग्गी (Anmol Singh Jaggi) और पुनीत सिंह जग्गी (Puneet Singh Jaggi) — जो क्लीन-टेक स्टार्टअप सेक्टर में जानी-मानी हस्तियां माने जाते हैं—पर कथित धोखाधड़ी में शामिल होने का आरोप है। इसके बावजूद पब्लिक शेयरधारकों की संख्या बढ़कर लगभग 1.1 लाख तक पहुंच गई। सार्वजनिक हिस्सेदारी बढ़कर करीब 65% हो गई, जबकि प्रमोटर की हिस्सेदारी घटकर लगभग 35% तक आ गई। सेबी का कहना है कि प्रमोटर की हिस्सेदारी और भी गिरकर “नगण्य” स्तर तक पहुंच गई हो सकती है, क्योंकि इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (IREDA) जैसे ऋणदाताओं ने गारंटी के रूप में रखे गए शेयरों को जब्त कर लिया था।
सेबी के आदेश में कहा गया, “हमें 11 अप्रैल 2025 को ईमेल के माध्यम से IREDA द्वारा सूचित किया गया है कि प्रमोटरों ने जेनसोल के 75.74 लाख शेयरों को गिरवी रखा है। इसके अलावा, BSE की वेबसाइट पर उपलब्ध ताजा जानकारी के अनुसार इस महीने और भी कई गिरवी रखें शेयरों को जब्त किया गया है। इससे यह निष्कर्ष निकल सकता है कि अगर IREDA अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी द्वारा गिरवी रखे शेयरों को जब्त कर लेता है, तो जेनसोल में प्रमोटरों की हिस्सेदारी और भी कम—या शायद शून्य—रह जाएगी।”
जग्गी बंधुओं ने स्टॉक एक्सचेंजों को दी झूठी जानकारियां
आदेश में आगे कहा गया कि जग्गी बंधुओं ने निवेशकों का विश्वास बढ़ाने बढ़ाने के लिए स्टॉक एक्सचेंजों को कई झूठी जानकारियां दीं। उदाहरण के तौर पर, 28 जनवरी 2025 को जेनसोल ने यह जानकारी दी कि उसे 30,000 इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए प्री-ऑर्डर मिले हैं। इस घोषणा के बाद दो दिनों में कंपनी के शेयरों में 15% की तेजी आई। हालांकि, सेबी की जांच में सामने आया कि ये ऑर्डर सिर्फ 9 कंपनियों के साथ 29,000 वाहनों को लेकर गैर-बाध्यकारी समझौता ज्ञापन (MOU) थे, जिनमें न तो कीमत का ज़िक्र था और न ही डिलीवरी की कोई समयसीमा तय थी।
एक्सचेंज अधिकारियों की जांच के दौरान यह भी पाया गया कि पुणे स्थित जेनसोल के इलेक्ट्रिक व्हीकल प्लांट में सिर्फ दो से तीन मजदूर ही मौजूद थे। दिसंबर 2024—जो कि मैन्युफैक्चरिंग के लिहाज से भारी बिजली खर्च वाला महीना होता है—का बिजली बिल मात्र ₹1.6 लाख से भी कम था। सेबी के आदेश में कहा गया, “इससे यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि लीज पर ली गई इस प्रॉपर्टी पर किसी प्रकार की मैन्युफैक्चरिंग गतिविधि नहीं हो रही थी।”
फर्जी डील से शेयरों को दी रफ्तार
16 जनवरी को जेनसोल ने रिफेक्स ग्रीन मोबिलिटी (Refex Green Mobility) के साथ एक रणनीतिक समझौते की घोषणा की थी, जिसके तहत 2,997 इलेक्ट्रिक वाहनों का ट्रांसफर किया जाना था और रिफेक्स ₹315 करोड़ का लोन अपने ऊपर लेने वाला था। हालांकि, यह डील बाद में 28 मार्च 2025 को रद्द कर दी गई।
इसके बाद 25 फरवरी को जेनसोल ने एक गैर-बाध्यकारी टर्म शीट का खुलासा किया, जिसमें ₹350 करोड़ की एक रणनीतिक डील की बात थी। यह डील अमेरिका स्थित इसकी सब्सिडियरी कंपनी स्कॉर्पियस ट्रैकर्स इंक (Scorpius Trackers Inc) की बिक्री से जुड़ी थी, जिसे जुलाई 2024 में स्थापित किया गया था। जब सेबी ने इस वैल्यूएशन का आधार पूछा, तो जेनसोल उसे उचित तरीके से स्पष्ट नहीं कर पाया। इस घोषणा से पहले एक बार फिर कंपनी के शेयरों में जबरदस्त तेजी आई थी।
वेलरे ने जेनसोल के शेयरों में की भारी ट्रेडिंग
सेबी के आदेश में यह भी खुलासा हुआ कि वेलरे सोलर इंडस्ट्रीज (Wellray Solar Industries), जो कि जेनसोल की एक संबंधित पार्टी है, ने जेनसोल के शेयरों में एक्टिव रूप से ट्रेडिंग की और इससे भारी मुनाफा कमाया। सिंह बंधुओं, जो वेलरे के डायरेक्टर भी थे, अप्रैल 2020 तक इस कंपनी के मालिक थे। इसके बाद कंपनी की हिस्सेदारी जेनसोल के पूर्व रेगुलेटरी अफेयर्स मैनेजर ललित सोलंकी को ट्रांसफर कर दी गई।
वेलरे को एक पब्लिक शेयरहोल्डर के रूप में लिस्ट किया गया था, लेकिन इसने वर्षों से जेनसोल के साथ वित्तीय लेन-देन होते रहे, जिन्हें सेबी ने राजस्व (revenue) बढ़ा-चढ़ाकर दिखाने के लिए इस्तेमाल किया गया बताया है। दोनों कंपनियों के बीच जो फंड ट्रांसफर हुए, उनका बड़ा हिस्सा असली व्यावसायिक गतिविधियों से जुड़ा हुआ नहीं था।
जेनसोल के शेयरों में अपनी ट्रेडिंग को छुपाने के लिए वेलरे ने टाटा मोटर्स, टाटा केमिकल्स और रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसी कंपनियों में कुछ मामूली निवेश किए थे। हालांकि, अप्रैल 2022 से दिसंबर 2024 के बीच वेलरे के कुल ट्रेडिंग वॉल्यूम का लगभग 99% हिस्सा सिर्फ जेनसोल के शेयरों में केंद्रित था।
सेबी के अनुसार, जेनसोल और इसके प्रमोटरों—या उनसे जुड़ी पार्टियों—ने वेलरे को उसके ही शेयरों में ट्रेडिंग के लिए फंड मुहैया कराए थे, जो कंपनियों अधिनियम, 2013 की धारा 67 का उल्लंघन है। वेलरे ने इन सौदों से भारी मुनाफा भी कमाया।
स्टॉक स्प्लिट से रिटेल निवेशकों को लुभाने की कोशिश
रिटेल निवेशकों को आकर्षित करने के लिए कंपनी ने स्टॉक स्प्लिट का एक और हथकंडा अपनाया। मार्च में हुई बोर्ड मीटिंग के दौरान कंपनी ने 1:10 स्टॉक स्प्लिट (शेयर विभाजन) का प्रस्ताव रखा गया। इसका तर्क यह दिया गया कि इससे छोटे निवेशकों के लिए शेयरों को खरीदना आसान हो जाएगा। हालांकि, अब सेबी ने जेनसोल को यह प्रस्ताव वापस लेने का निर्देश दिया है।
सेबी ने अपने आदेश में कहा, “कंपनी में प्रमोटर हिस्सेदारी पहले ही काफी घट चुकी है, और यह आशंका है कि प्रमोटर अपनी और हिस्सेदारी बेच सकते हैं, जिससे अनजान निवेशकों को नुकसान हो सकता है। इसलिए, ऊपर बताए गए कथित कदाचार को उपयुक्त नियामक कार्रवाई के जरिए सार्वजनिक करना आवश्यक है।”
ITC की डील से निवेशकों में उत्साह! जानिए क्या हो सकता है अगला कदम
18 Apr, 2025 02:29 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आईटीसी (ITC) ने ‘24 मंत्रा ऑर्गेनिक’ (24 Mantra Organic) ब्रांड के मालिक श्रेस्ता नेचुरल बायोप्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (SNBPL) को पूरी तरह से खरीदने के लिए ₹472.50 करोड़ में डील साइन की है। इसके तहत कंपनी SNBPL के 100% शेयर खरीदेगी।
आईटीसी ने बताया कि यह अधिग्रहण वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही तक पूरा हो जाएगा। कंपनी शुरुआत में ₹400 करोड़ का भुगतान करेगी, जबकि SNBPL के संस्थापकों को अगले दो सालों में ₹72.5 करोड़ अतिरिक्त दिए जाएंगे।
SNBPL का पोर्टफोलियो 100 से अधिक ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स को कवर करता है—जैसे कि ब्रांडेड ग्रॉसरी, मसाले, तेल, बेवरेजस आदि। कंपनी की मजबूत अंतरराष्ट्रीय मौजूदगी भी है, खासकर भारतीय प्रवासी समुदाय के बीच।
आईटीसी ने कहा कि SNBPL की सप्लाई चेन करीब 1.4 लाख एकड़ जैविक जमीन और 27,500 किसानों के नेटवर्क पर आधारित है, जिससे सस्टेनेबल आजीविका को बढ़ावा मिलता है।
आईटीसी के होलटाइम डायरेक्टर हेमंत मलिक ने कहा, “24 मंत्रा ऑर्गेनिक ने मजबूत बैकएंड और सोर्सिंग नेटवर्क खड़ा किया है, जो इसके भरोसेमंद प्रोडक्ट्स का आधार है। यह ब्रांड आईटीसी की जैविक प्रोडक्ट्स में पकड़ को और मजबूत करेगा।”
SNBPL के फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर राजशेखर रेड्डी सीलम ने कहा, “हमने 21 साल भारतीय किसानों के साथ मिलकर काम किया। अब ITC हमारे ब्रांड की अगली ग्रोथ स्टोरी को आगे बढ़ाएगा।” उन्होंने यह भी बताया कि वह अगले दो साल तक ट्रांजिशन में कंपनी के साथ जुड़े रहेंगे।
FY24 में SNBPL का टर्नओवर ₹306.1 करोड़ रहा, जिसमें से लगभग 50% रेवेन्यू अमेरिका से आया।
Mother Sparsh में हिस्सेदारी बढ़ाई
FMCG कंपनी ITC लिमिटेड ने मदर स्पर्श में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने का ऐलान किया है। कंपनी ने शेयर सब्सक्रिप्शन, शेयर खरीद और शेयरधारकों के साथ एक समझौता किया है, जिसके तहत वह अगले 2 से 3 सालों में एक या अधिक चरणों में मदर स्पर्श की बाकी 73.50% हिस्सेदारी खरीदेगी।
ITC ने सबसे पहले साल 2021 में मदर स्पर्श में निवेश किया था और इस समय कंपनी की इसमें 26.50% हिस्सेदारी है।
ITC का कहना है कि वह वित्त वर्ष 2026-27 की पहली तिमाही तक दो चरणों में कुल 81 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। यह निवेश प्राइमरी सब्सक्रिप्शन और सेकेंडरी शेयर खरीद के जरिए किया जाएगा। इस निवेश के बाद कंपनी की हिस्सेदारी बढ़कर 49.3% हो जाएगी।
बाकी बची हुई हिस्सेदारी ITC वित्त वर्ष 2027-28 की पहली तिमाही तक खरीदेगी, जिसकी वैल्यूएशन पहले से तय मानकों के आधार पर की जाएगी।
इस डील के पूरा होने के बाद ITC का कुल निवेश मदर स्पर्श में लगभग 126 करोड़ रुपये हो जाएगा।
ITC के शेयरों में हल्की बढ़त, ₹427 पर बंद हुए
आईटीसी लिमिटेड (ITC Ltd) के शेयर गुरुवार को मामूली बढ़त के साथ बंद हुए। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर कंपनी का शेयर 0.60% की तेजी के साथ ₹427.00 पर बंद हुआ। गुरुवार, 17 अप्रैल को बाजार बंद होने तक इसमें ₹2.55 की बढ़त देखने को मिली। इस ऐलान के बाद सोमवार को कंपनी के शेयरों में तेजी देखने को मिल सकती है।