व्यापार
अमेरिका में ट्रंप की जीत से सेंसेक्स-निफ्टी में उछाल, 1% से अधिक की मजबूती के साथ बंद
6 Nov, 2024 04:48 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत की खबरों के बीच भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख बेंचमार्क सूचकांक एक प्रतिशत से अधिक की बढ़त के साथ बंद हुए। सेंसेक्स 901.50 अंक उछलकर 80,378.13 पर जबकि निफ्टी 270.75 अंक बढ़कर 24,484.05 पर पहुंच गया।
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की जीत तय होने के बीच आईटी और फार्मा शेयरों में भारी लिवाली दिखी। बीएसई सेंसेक्स में दूसरे दिन भी तेजी जारी रही और यह 901.50 अंक या 1.13 प्रतिशत उछलकर 80,378.13 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 1,093.1 अंक या 1.37 प्रतिशत बढ़कर 80,569.73 अंक पर पहुंच गया। एनएसई निफ्टी 270.75 अंक या 1.12 प्रतिशत बढ़कर 24,484.05 पर बंद हुआ।
टीसीएस और इंफोसिस के शेयरों में चार फीसदी से ज्यादा की तेजी
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और इंफोसिस में 4 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई। एचसीएल टेक्नोलॉजीज, टेक महिंद्रा, अडानी पोर्ट्स, लार्सन एंड टूब्रो, मारुति और रिलायंस इंडस्ट्रीज भी बड़ी बढ़त वाले शेयरों में शामिल रहे। टाइटन, इंडसइंड बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एक्सिस बैंक और एचडीएफसी बैंक पिछड़ गए।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "अमेरिकी चुनाव के नतीजों के बाद वैश्विक बाजारों में राहत भरी तेजी देखी गई। ट्रंप को मजबूत जनादेश मिलने से राजनीतिक अनिश्चितता कम हुई। इससे कर कटौती और सरकारी खर्च में वृद्धि की उम्मीदों के कारण जोखिम को लेकर मजबूत धारणा बनी है।"
घरेलू खरीद व्यापक आधार पर हुई, जिसमें आईटी क्षेत्र ने अमेरिका में आईटी खर्च में उछाल की उम्मीद से बढ़त हासिल की। नायर ने कहा, "आईटी की दूसरी तिमाही के नतीजों के अनुसार अमेरिका में बीएफएसआई खर्च में सुधार हुआ है, जो भारतीय कंपनियों के लिए सकारात्मक है।"
वैश्विक बाजारों में दिखा सकारात्मक रुख, अमेरिकी बाजार बढ़त के साथ हुए बंद
एशियाई बाजारों में, टोक्यो में तेजी रही, जबकि सियोल, शंघाई और हांगकांग में गिरावट रही। यूरोपीय बाज़ार हरे निशान पर थे। मंगलवार को वॉल स्ट्रीट तेज़ी से ऊपर बंद हुआ। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 2 प्रतिशत घटकर 74.02 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 2,569.41 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 3,030.96 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
सोमवार की तेज गिरावट से उबरते हुए मंगलवार को बीएसई का सूचकांक 694.39 अंक या 0.88 प्रतिशत उछलकर 79,476.63 अंक पर बंद हुआ था। निफ्टी 217.95 अंक या 0.91 प्रतिशत चढ़कर 24,213.30 अंक पर बंद हुआ था।
अमेरिकी चुनावों के बीच रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर,अब RBI के दखल की आस
6 Nov, 2024 03:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अमेरिकी चुनाव के नतीजों की तस्वीर जैसे-जैसे थोड़ी साफ होती जा रही है, वहीं डॉलर में मजबूती बढ़ती जा रही है. इसके बाद डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में गिरावट बढ़ गई और ये अपने रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया है. बुधवार को रुपये में 84.19 रुपये प्रति डॉलर के निचले लेवल देखे जा रहे हैं और ये ऐतिहासिक निचला स्तर है. आज सुबह डॉलर के मुकाबले रुपये में 5 पैसे की गिरावट के साथ कारोबार खुला था. डॉलर के मुकाबले 5 पैसे गिरकर 84.16 रुपये प्रति डॉलर पर करेंसी की शुरुआत हुई थी. इससे पहले मंगलवार को रुपया 84.11 के लेवल पर बंद हुआ था.
क्या रिजर्व बैंक करेगा रुपये को सपोर्ट
रुपये में कमजोरी इतनी ज्यादा हो गई है कि अब ऐसा लग रहा है कि देश के केंद्रीय बैंक को इस मामले में दखल देना होगा और रुपये की कमजोरी थामने के उपाय करने होंगे. अमेरिकी डॉलर में मजबूती का रिवर्स असर भारतीय रुपये पर आ गया है और ये गिरावट के साथ खुला और लगातार निचले स्तर तोड़ता जा रहा है.
प्रतिशत के हिसाब से कितनी है रुपये की गिरावट
आज की करेंसी गिरावट को देखें तो रुपया 0.1 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है.
अन्य एशियाई करेंसी की भी हालत पतली
चाइनीज युआन से लेकर कोरियन वॉन, मलेशियाई रिंगिट और थाई करेंसी में भी आज जोरदार गिरावट है और ये 1 फीसदी से लेकर 1.3 फीसदी तक नीचे कारोबार कर रही हैं. इस लिहाज से देखें तो प्रतिशत के हिसाब में भारतीय करेंसी इन एशियाई मुद्राओं से बेहतर स्थिति में है लेकिन घरेलू स्तर पर तो ये रिकॉर्ड लो लेवल पर आ ही चुकी हैं.
डॉलर इंडेक्स उछलकर 4 महीने के ऊंचे भाव पर
डॉलर इंडेक्स में 4 महीने का ऊंचा भाव देखा जा रहा है और ये 1.5 फीसदी उछलकर 105.19 पर आ गया है. ये तेजी खासतौर पर इसलिए भी आई है क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत की उम्मीद बढ़ती जा रही है जिसके चलते वहां ट्रंप टेड्स कहे जाने वाले ट्रेड में निवेशकों का इंटरेस्ट बढ़ता जा रहा है.
अमेरिकी बॉन्ड यील्ड 10 साल के उच्च स्तर पर
अमेरिकी बॉन्ड यील्ड 15 बेसिस पॉइंट चढ़कर 4.44 फीसदी पर आ गई है जो कि इसका 10 साल का हाई लेवल है. इसके साथ ही यूएस इक्विटी फ्यूचर्स में तेज रैली देखी जा रही है.
महंगे राशन के साथ शुरू हुआ भारत ब्रांड का दूसरा चरण, गेहूं और चावल की बढ़ीं कीमतें
6 Nov, 2024 12:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
केंद्र सरकार ने उपभोक्ताओं को ऊंची कीमतों से राहत देने के लिए भारत ब्रांड के तहत रियायती दर पर गेहूं के आटे और चावल की खुदरा बिक्री का दूसरा चरण मंगलवार को शुरू कर दिया है। हालांकि, पहले चरण की तुलना में दूसरे में खरीदारों को अधिक कीमत पर राशन मिलेगा।
इतने दामों पर बेचा जाएगा गेहूं-आटा
सहकारी समितियों भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ (एनसीसीएफ), भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नेफेड), केंद्रीय भंडार और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के जरिये राशन बेचा जाएगा। दूसरे चरण में गेहूं का आटा 30 रुपये प्रति किलोग्राम और चावल 34 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से पांच और 10 किलोग्राम के पैकेट में बेचा जाएगा।
पहले चरण में ऐसे थे गेहूं-आटे के दाम
पहले चरण मे दरें क्रमशः 27.5 रुपये और 29 रुपये प्रति किलोग्राम थीं। दूसरे चरण में भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) से 3.69 लाख टन गेहूं और 2.91 लाख टन चावल आवंटित किया गया है। खाद्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इन सहकारी समितियों की मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाने के बाद कहा, यह तब तक जारी रहेगा जब तक आवंटित भंडार समाप्त नहीं हो जाता। यदि और जरूरत होगी तो हमारे पास पर्याप्त भंडार है। पहले चरण में अक्तूबर, 2023 से 30 जून, 2024 तक 15.20 लाख टन गेहूं के आटे और 14.58 लाख टन चावल का वितरण किया गया था।
अक्तूबर 2023 में शुरू किया गया था पहला चरण
इस योजना का पहला चरण अक्तूबर 2023 में शुरू किया गया था। उस दौरान सरकार की ओर से किफायती दरों पर चावल और गेहूं के आटे के साथ-साथ चना दाल, मूंग दाल और साबुत मूंग की खुदरा बिक्री की गई थी। प्रथम चरण के तहत भारत ब्रांड के गेहूं के आटे का भाव 30 रुपये प्रति किलोग्राम (27.50 रुपये से ऊपर), चावल का 34 रुपये प्रति किलोग्राम (29 रुपये से ऊपर), चना दाल का 70 रुपये प्रति किलोग्राम (60 रुपये से ऊपर) हैं, जबकि मूंग दाल और साबुत मूंग का भाव क्रमशः 107 रुपये प्रति किलोग्राम और 93 रुपये प्रति किलोग्राम तय किया गया था।
हरे निशान पर खुला शेयर बाजार, सेंसेक्स-निफ्टी में हरियाली बरकरार
6 Nov, 2024 11:43 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को बढ़त की खबरों के बीच बुधवार को भारतीय शेयर बाजार में हरे निशान पर कारोबार की शुरुआत हुई। सुबह 9 बजकर 50 पर बीएसई सेंसेक्स 543.14 (0.68%) अंकों की बढ़त के साथ 80,017.16 पर पहुंच गया। दूसरी ओर, निफ्टी 168.50 (0.70%) अंक चढ़कर 24,381.80 पर पहुंच गया।
अमेरिकी चुनावी नतीजों का बाजार क्या असर पड़ने वाला है?
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आने के बीच वित्तीय और आईटी शेयरों में बढ़त के चलते बुधवार को भारतीय बेंचमार्क इक्विटी सूचकांक, सेंसेक्स और निफ्टी 50 बढ़त के साथ खुले। इस बीच, अन्य एशियाई बाजारों में गिरावट देखी गई, जिसमें एमएससीआई एशिया एक्स-जापान सूचकांक 0.4% गिर गया, क्योंकि शुरुआती अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों से पता चला कि मुकाबला अब भी बहुत करीबी है। मीडिया रिपोर्ट्स से पता चलता है कि ट्रम्प ने आठ राज्यों में जीत हासिल की है, जबकि हैरिस ने तीन राज्यों और वाशिंगटन, डीसी को सुरक्षित किया है। चुनाव टक्कर कांटे का है, अंतिम परिणाम सात स्विंग राज्यों पर निर्भर रहने की संभावना है।
ट्रंप-हैरिस की जीत के अलग-अलग मायने
विश्लेषकों का कहना है कि ट्रम्प की जीत से अमेरिका में कॉर्पोरेट कर की दरें कम हो सकती हैं, जिससे संभावित रूप से खर्च में वृद्धि होगी और भारत में कई इक्विटी क्षेत्रों को लाभ होगा। दूसरी ओर, हैरिस की जीत को नीति निरंतरता के संकेत के रूप में देखा जाता है, जिसका भारतीय शेयरों पर तटस्थ से लेकर हल्के-सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। सेंसेक्स के शेयरों में एचसीएल टेक, मारुति , इंफोसिस , बजाज फाइनेंस , सन फार्मा और बजाज फिनसर्व बढ़त के साथ खुले, जबकि टाइटन टाटा स्टील , जेएसडब्ल्यू स्टील , एचयूएल और कोटक महिंद्रा बैंक कटौती के साथ खुले।
टाइटन के शेयरों में 3% की गिरावट
टाइटन के शेयर 3 फीसदी से अधिक गिरकर खुले, जब कंपनी ने बताया कि उसका दूसरी तिमाही का समेकित लाभ साल-दर-साल 23.1 फीसदी गिरकर 704 करोड़ रुपये रह गया, जिसका मुख्य कारण सीमा शुल्क में कटौती का प्रभाव है। इस बीच , स्वास्थ्य सेवा की प्रमुख कंपनी डॉ रेड्डीज लैब्स के शेयरों में शुरुआती कारोबार में 3 फीसदी तक की तेजी आई, निफ्टी आईटी, फार्मा और रियल्टी में 1% से अधिक की वृद्धि हुई, जबकि निफ्टी ऑटो, मीडिया, पीएसयू बैंक, हेल्थकेयर और ऑयल एंड गैस में भी 0.5% से अधिक की वृद्धि हुई।
एफआईआई ने मंगलवार को 2569 करोड़ रुपये के शेयर बेचे
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 2,569.41 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 3,030.96 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
स्विगी का आईपीओ आज से शुरू, पैसे लगाने से पहले जानें एक्सपर्ट की राय
6 Nov, 2024 11:38 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म स्विगी का आईपीओ आज यानी 6 नवंबर 2024 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल रहा है। कंपनी 11.3 अरब डॉलर यानी लगभग 95,000 करोड़ रुपये के मूल्यांकन पर पैसे जुटाने वाली है। स्विगी का आईपीओ से 11,327 करोड़ रुपये जुटाने का प्लान है। इसमें 4,499 करोड़ रुपये की फ्रेश इक्विटी और 6,828 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल होगा।
कितना होगा आईपीओ का प्राइस बैंड
स्विगी ने आईपीओ के लिए 371 रुपये से 390 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है। इसके एक लॉट में 38 शेयर होंगे। इसका मतलब कि अपर प्राइस बैंड के हिसाब से रिटेल इन्वेस्टर्स को कम से कम 14,820 रुपये का निवेश करना होगा। इस आईपीओ में निवेशक 6 नवंबर से 8 नवंबर तक पैसे लगा सकेंगे। शेयरों का अलॉटमेंट 11 नवंबर होगा। वहीं, एनएसई और बीएसई पर इसकी लिस्टिंग 13 नवंबर को हो सकती है।
स्विगी के आईपीओ का जीएमपी
स्विगी के आईपीओ को ग्रे मार्केट में काफी सुस्त प्रतिक्रिया मिल रही है। इसका जीएमपी फिलहाल गिरकर 12 रुपये है, जो 3 फीसदी के मामूली लिस्टिंग गेन का संकेत दे रहा है। ग्रे मार्केट एक अन-लिस्टेड मार्केट है। यहां पर आईपीओ की लिस्टिंग से पहले शेयरों की खरीद-बिक्री होती है। हालांकि, यहां भाव लगातार बदलते रहते हैं।
IPO पर ब्रोकरेज की राय
ब्रोकरेज हाउस एसबीआई सिक्योरिटीज ने स्विगी के आईपीओ को लॉन्ग टर्म के लिए सब्सक्राइब करने की सलाह दी है। उसने स्विगी के कुछ पॉजिटिव फैक्टर बताए हैं। मसलन, हाई-फ्रीक्वेंसी हाइपरलोकल कॉमर्स सेगमेंट में कंपनी लीडर्स में शामिल है। हालांकि, आदित्य बिरला कैपिटल ने स्विगी के आईपीओ से दूरी बनाने की सलाह दी है। उसने कड़ी प्रतिस्पर्धा और वैल्यूएशन घटाने जैसे नेगेटिव फैक्टर गिनाए हैं।
कितना सही है स्विगी का वैल्यूएशन
वैल्यूएशन के बारे में बात करते हुए स्विगी फूड मार्केटप्लेस के सीईओ रोहित कपूर ने कहा, "हमें लगता है कि हमने इसकी सही कीमत तय की है और हम अगले कुछ दिनों का इंतजार कर रहे हैं।" स्विगी का मूल्यांकन ऊपरी मूल्य बैंड पर लगभग 11.3 बिलियन डॉलर (लगभग 95,000 करोड़ रुपये) आंका गया है। जुलाई 2021 में लिस्ट हुई प्रतिद्वंद्वी जोमैटो का बाजार मूल्यांकन 2.13 लाख करोड़ रुपये है।
स्विगी का वैल्यूएशन घटा है?
स्विगी के मूल्यांकन में कटौती के बारे में मीडिया रिपोर्टों के बारे में पूछे जाने पर कपूर ने स्पष्ट किया कि मूल्यांकन में कोई कमी नहीं की गई है। उन्होंने पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि कंपनी का वास्तविक मूल्य तब निर्धारित होता है जब वास्तव में लेनदेन होता है। कपूर ने कहा, "यह सब मीडिया में मूल्य के बारे में अटकलें हैं। इसलिए मामले का तथ्य यह है कि मूल्य में न तो वृद्धि हुई है और न ही कमी आई है। मूल्य ठीक वहीं है, जहां इसे होना चाहिए।'
तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम....
6 Nov, 2024 11:32 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आज यानी 6 नवंबर 2024 को अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में मामूली गिरावट आई है। ब्रेंट क्रूड ऑयल आज (बुधवार) सुबह 9 बजे के करीब 75.03डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड कर रहा है। भारत की सरकारी ऑयल कंपनियां इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल की प्राइस के हिसाब से पेट्रोल और डीजल के दाम तय करती हैं।
तेल कंपनियों ने आज राष्ट्रीय स्तर पर फ्यूल प्राइस में कोई बदलाव नहीं किया है। लेकिन, पेट्रोल और डीजल अभी जीएसटी के दायरे से बाहर हैं और उन पर राज्य स्तर पर टैक्स लगता है। इसके चलते अलग-अलग शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में मामूली परिवर्तन देखा जा सकता है.
महानगरों में पेट्रोल और डीजल का लेटेस्ट रेट
दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल 96.72 रुपये और डीजल 89.62 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल 106.03 रुपये प्रति लीटर और लीटर डीजल 92.76 लीटर है।
चेन्नई में एक लीटर पेट्रोल 102.63 रुपये और डीजल 94.24 रुपये प्रति लीटर है।
मुंबई में पेट्रोल 102.63 रुपये प्रति लीटर और लीटर डीजल 94.27 रुपये लीटर है।
बाकी बड़े शहरों में पेट्रोल-डीजल के रेट
नोएडा: पेट्रोल 94.66 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.76 रुपये प्रति लीटर
गुरुग्राम: पेट्रोल 94.99 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.85रुपये प्रति लीटर
बेंगलुरु: पेट्रोल 102.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.94 रुपये प्रति लीटर
चंडीगढ़: पेट्रोल 94.22 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.40 रुपये प्रति लीटर
हैदराबाद: पेट्रोल 107.39 रुपये प्रति लीटर और डीजल 95.65 रुपये प्रति लीटर
जयपुर: पेट्रोल 104.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.05 रुपये प्रति लीटर
पटना: पेट्रोल 105.16 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.37 रुपये प्रति लीटर
SMS से चेक कर सकते हैं पेट्रोल-डीजल का भाव
आप SMS के जरिए भी रोज अपने शहर में पेट्रोल-डीजल की कीमत चेक कर सकते हैं। इंडियन ऑयल (IOCL) के ग्राहकों को RSP कोड लिखकर 9224992249 नंबर पर भेजना होगा।
रोजानाअपडेट होती हैं पेट्रोल-डीजल की कीमतें
अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल के आधार पर ऑयल मार्केटिंग कंपनियां कीमतों की समीक्षा करती हैं। इसी के आधार पर प्राइस को रोजाना अपडेट भी किया जाता है। इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम जैसी सरकारी तेल कंपनियां रोज सुबह 6 बजे विभिन्न शहरों की पेट्रोल और डीजल की कीमतों की डिटेल अपडेट करती हैं।
ऐसे में गाड़ी की टंकी फुल कराने से पहले एक बार लेटेस्ट रेट चेक कर लेना बेहतर रहता है। हालांकि, सरकारी तेल कंपनियों ने लंबे समय से पेट्रोल-डीजल के भाव में कोई बड़ा फेरबदल नहीं किया है।
तेजी के साथ बंद हुआ शेयर बाजार; सेंसेक्स 694 अंक चढ़ा, निफ्टी 24200 पार
5 Nov, 2024 04:46 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वैश्विक शेयर बाजारों में मजबूती के रुख के बीच मंगलवार को बैंकिंग, इस्पात और तेल व गैस सेक्टर के शेयरों में देर से हुई खरीदारी से सेंसेक्स शुरुआती नुकसान से उबरकर 694 अंक की तेजी के साथ बंद हुआ। इस दौरान रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 84.11 रुपये (अनंतिम) पर स्थिर रहा।
कैसी रही मंगलवार को बाजार की चाल?
सोमवार की तेज गिरावट से उबरते हुए बीएसई सेंसेक्स 694.39 अंक या 0.88 प्रतिशत उछलकर 79,476.63 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 740.89 अंक या 0.94 प्रतिशत बढ़कर 79,523.13 पर पहुंच गया। एनएसई निफ्टी 217.95 अंक या 0.91 प्रतिशत चढ़कर 24,213.30 पर पहुंच गया।
शेयर बाजार कमजोर रुख के साथ खुले और पहले हाफ में नकारात्मक रुझान के साथ एक सीमा में कारोबार होता दिखा। सेंसेक्स ने 78,296.70 का निचला स्तर छुआ जबकि निफ्टी ने 23,842.75 को छुआ। दोपहर के सत्र में वैल्यू खरीदारी ने सूचकांकों को नुकसान से उबरने में मदद की और हरे निशान में बंद हुआ।
जेएसडब्ल्यू स्टील के शेयरों में पांच फीसदी की तेजी
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से जेएसडब्ल्यू स्टील में करीब 5 फीसदी की तेजी आई जबकि टाटा स्टील में करीब 4 फीसदी की उछाल आई। एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और अल्ट्राटेक सीमेंट भी बड़ी बढ़त वाले शेयरों में शामिल रहे।
अदाणी पोर्ट्स, आईटीसी, भारती एयरटेल और एशियन पेंट्स पिछड़ने वालों में शामिल थे। एशियाई बाजारों में टोक्यो, शंघाई और हांगकांग सकारात्मक दायरे में बंद हुए, जबकि सियोल में गिरावट रही।
यूरोपीय बाजार में दर्ज की गई बढ़त, अमेरिकी बाजार में गिरावट
यूरोपीय बाजार में बढ़त दर्ज की गई। सोमवार को अमेरिकी बाज़ार गिरावट के साथ बंद हुए। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 4,329.79 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.60 प्रतिशत बढ़कर 75.53 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। सोमवार को बीएसई का बेंचमार्क सूचकांक 941.88 अंक या 1.18 प्रतिशत गिरकर 78,782.24 पर बंद हुआ था, जो 6 अगस्त के बाद का सबसे निचला बंद स्तर है। निफ्टी 309 अंक या 1.27 प्रतिशत गिरकर 23,995.35 पर बंद हुआ था।
दिवाली के बाद बाजार में आई सुस्ती, सोना-चांदी की कीमतों में गिरावट जारी
5 Nov, 2024 04:42 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दीपावली से पहले सोने और चांदी दोनों के दाम में तेजी आई और इनके दाम रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गए. सोना 82000 के पार चला गया और चांदी भी एक लाख के करीब पहुंच गई. लेकिन दिवाली का त्योहार निकलते ही दोनों कीमती धातुओं की तेजी की हवा निकल गई और सोने-चांदी में बड़ी गिरावट देखी गई. दिवाली के ठीक बाद राजधानी दिल्ली के सर्राफा मार्केट में सोमवार को स्टॉकिस्टों और फुटकर विक्रेताओं की बिकवाली के कारण सोना रिकॉर्ड ऊंचाई से फिसल गया और इसका रेट 1,300 रुपये लुढ़ककर 81,100 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया. अखिल भारतीय सर्राफा संघ की तरफ से यह जानकारी दी गई.
82400 रुपये के रिकॉर्ड हाई से नीचे आया सोना
अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार दिवाली वाले दिन गुरुवार को दिल्ली में 99.9 प्रतिशत प्योरिटी वाला गोल्ड 82,400 रुपये प्रति 10 ग्राम के अपने नये शीर्ष स्तर पर अपरिवर्तित बना रहा. चांदी की कीमत भी बिकवाली के दबाव में रही और यह 95,000 से नीचे आ गई. चांदी 4,600 रुपये की जोरदार गिरावट के साथ 94,900 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई, जबकि पिछले कारोबारी सत्र में गुरुवार को यह 99,500 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई थी. व्यापारियों ने कहा कि स्थानीय मार्केट में आभूषण विक्रेताओं और खुदरा विक्रेताओं की सुस्त मांग के कारण सोने की कीमत पर असर पड़ा.
सोने की कीमत में 1300 रुपये की गिरावट
सोमवार को 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 1,300 रुपये घटकर 80,700 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई. बृहस्पतिवार को पिछले सत्र में यह 82,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी, जो इसका अबतक का रिकॉर्ड हाई लेवल था. एलकेपी सिक्योरिटीज में वाइस प्रेसीडेंट, रिसर्च एनालिस्ट (जिंस और मुद्रा) जतिन त्रिवेदी ने कहा, ‘सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिली क्योंकि कॉमेक्स पर सोने को 2,730 डॉलर के आसपास समर्थन मिला, लेकिन 2,750 डॉलर से ऊपर जाने में संघर्ष करना पड़ा.’
मिली-जुली धारणा रहने की उम्मीद
उन्होंने बताया, ‘अगले दो दिन में अमेरिकी चुनाव के नतीजे आने वाले हैं, इसलिए बाजार प्रतिभागियों में मिली-जुली धारणा रहने की उम्मीद है. इसका असर यह होगा कि एमसीएक्स में 78,000 रुपये से 79,000 रुपये के बीच सीमित दायरे में कारोबार हो सकता है.’’ ग्लोबल लेवल पर कॉमेक्स सोना वायदा 0.13 प्रतिशत या 3.6 डॉलर प्रति औंस बढ़कर 2,752.80 डॉलर प्रति औंस हो गया. दूसरी तरफ, एशियाई मार्केट में कॉमेक्स चांदी वायदा 0.78 प्रतिशत बढ़कर 32.94 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया.
आज क्या रहेगा हाल
एमसीएक्स पर शुरुआती ट्रेडिंग के दौरान सोने और चांदी की कीमत में गिरावट देखी जा रही है. मंगलवार सुबह करीब 9.15 बजे सोना 138 रुपये की गिरावट के साथ 78284 रुपये प्रति 10 ग्राम पर और चांदी 140 रुपये टूटकर 94144 रुपये प्रति किलो पर कारोबार करती देखी गई. जानकारों ने उम्मीद जताई है कि मंगलवार के कारोबारी सत्र में सोने और चांदी के रेट में मामूली उठा-पठक देखने को मिल सकती है. एक दिन पहले बाजार में आई बड़ी गिरावट दूसरे दिन देखे जाने की उम्मीद कम ही है.
शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी, सेंसेक्स 75 अंक टूटा, निफ्टी 24950 से नीचे
5 Nov, 2024 01:03 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बाजार में लगातार दूसरे दिन भी गिरावट दिखी। सुबह 9 बजकर 58 मिनट पर सेंसेक्स 18.91 (0.02%) अंक गिरकर 78,782.12 पर कारोबार करता दिखा। दूसरी ओर, निफ्टी 13.25 अंक फिसलकर 24,008.60 पर पहुंच गया।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव और फेडरल रिजर्व की ब्याज दर के फैसले से पहले विदेशी फंडों की निरंतर निकासी और निवेशकों की सतर्क धारणा के बीच मंगलवार को शुरुआती कारोबार में शेयर बाजारों में गिरावट आई।
शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 326.58 अंक गिरकर 78,455.66 पर आ गया। वहीं एनएसई निफ्टी 86.7 अंक गिरकर 23,908.65 पर आ गया। रुपया दो पैसे की गिरावट के साथ अपने अब तक के सबसे निचले स्तर 84.13 रुपये पर पहुंच गया।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से अदाणी पोर्ट्स, आईटीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक, पावर ग्रिड और हिंदुस्तान यूनिलीवर में सबसे ज्यादा गिरावट रही। जेएसडब्ल्यू स्टील, टाटा स्टील, इंडसइंड बैंक, टाटा मोटर्स, मारुति और सन फार्मा लाभ में रहे।
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 4,329.79 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची। एशियाई बाजारों में, टोकियो, शंघाई और हांगकांग में सकारात्मक रुख रहा, जबकि सियोल में गिरावट रही। सोमवार को अमेरिकी बाजार गिरावट के साथ बंद हुए।
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, "अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा होने के कारण वैश्विक स्तर पर निवेशक बाजार में अस्थिरता बढ़ने की आशंका जता रहे हैं..." वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.12 प्रतिशत बढ़कर 75.17 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
रिलायंस सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख विकास जैन ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव और इस सप्ताह के अंत में होने वाले अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर निर्णय से पहले निवेशक सतर्क बने हुए हैं।
सोमवार को बीएसई का बेंचमार्क सूचकांक 941.88 अंक या 1.18 प्रतिशत गिरकर 78,782.24 पर बंद हुआ, जो 6 अगस्त के बाद का सबसे निचला स्तर है। निफ्टी 309 अंक या 1.27 प्रतिशत गिरकर 23,995.35 पर बंद हुआ।
RBI का बड़ा अपडेट: 2000 ₹ के नोट बंद होने के बाद भी दबाकर बैठे हैं लोग
5 Nov, 2024 12:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रिजर्व बैंक (RBI) ने करीब डेढ़ साल पहले 2000 रुपये के नोटों (2000 Rupee Note) को चलन से बाहर किया था। केंद्रीय बैंक ने लोगों को बाकायदा मोहलत भी दी कि वे इन नोटों को वापस बैंक को लौटा सकें। अब तक 2000 के करीब 98 फीसदी नोट आरबीआई के पास आ भी चुके हैं। लेकिन, अभी भी हजारों करोड़ के गुलाबी नोटों को लोग दबाए बैठे हैं।
लोगों के पास 6,970 करोड़ रुपये मूल्य के नोट
आरबीआई ने 2000 के नोट पर बड़ा अपडेट दिया है। उसका कहना है कि सर्कुलेशन से बाहर होने के बाद से ज्यादातर 2000 के नोट वापस आ गए हैं। लेकिन, अभी भी लोगों के पास 6,970 करोड़ रुपये मूल्य के नोट मौजूद हैं। यह आंकड़ा 31 अक्टूबर 2024 तक का है। आरबीआई का लेटेस्ट अपडेट बताता है कि 98.04 फीसदी 2000 रुपये के नोटों की वापसी हो चुकी है।
हालांकि, अब समस्या यह है कि केंद्रीय बैंक के पास नोट वापस आने की रफ्तार काफी सुस्त हो गई है। इसका मतलब यह भी हो सकता है कि जिनके पास ये नोट हैं, वे इसे लौटाना नहीं चाहते। पिछले एक महीने में महज 147 करोड़ रुपये मूल्य के गुलाबी नोट ही वापस आ सके हैं।
सुस्त पड़ रही नोट वापसी की रफ्तार
आरबीआई ने 1 जुलाई 2024 को जो डेटा शेयर किया था, उसके मुताबिक 7581 करोड़ रुपये के 2000 रुपये के नोट बाजार में बचे हुए थे। 1 अक्टूबर को ये 7,117 करोड़ रुपये और अब 31 अक्टूबर को 6,970 करोड़ रुपये है। इसका मतलब कि जुलाई से अब तक महज 611 करोड़ रुपये मूल्य के नोटों की वापसी हो सकी है।
पिछले साल मई 2023 में 2000 रुपये के नोट को चलन से बाहर किया गया था। उस वक्त बाजार में 3.56 लाख करोड़ रुपये मूल्य के करेंसी नोट मौजूद थे। 29 दिसंबर 2023 तक ये आंकड़ा घटकर 9,330 करोड़ रुपये रह गया, क्योंकि लोगों ने युद्ध स्तर पर 2000 के नोट जमा कराए। लेकिन, उसके बाद वापसी की रफ्तार लगातार धीमी होती गई।
2000 के नोट को चलन से बाहर क्यों किया गया था?
RBI ने क्लीन नोट पॉलिसी (Clean Note Policy) के तहत 19 मई 2023 को 2000 रुपये के नोट को वापस लेने की घोषणा की थी। केंद्रीय बैंक ने 2000 के नोट को बदलवाने के लिए
पहले 30 सितंबर 2023 तक की मोहलत दी थी। हालांकि, इसे समय-समय पर बढ़ाया भी गया। 2000 के नोट नवंबर 2016 में पेश किए गए थे। उस वक्त सरकार ने चलन में मौजूद 500 और 1000 रुपये के नोटों बंद कर दिया था।
आरबीआई ने कहा कि 2018-19 में 2000 रुपये के बैंक नोटों की छपाई बंद करने का एलान किया। उसका कहना था कि अन्य मूल्य के नोटों की पर्याप्त उपलब्धता होने के बाद अब 2000 के नोटों की जरूरत नहीं रह गई।
तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम....
5 Nov, 2024 12:38 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियां रोजाना सुबह 6 पेट्रोल और डीजल की कीमतों को अपडेट करती हैं। उन्हें यह जिम्मेदारी साल 2017 से ही मिली हुई है। आज यानी मंगलवार (5 नवंबर 2024) को भी सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के रेट को अपडेट कर दिया है। आज भी इन दोनों फ्यूल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों को अपडेट करने का जिम्मा देश की मुख्य ऑयल मार्केटिंग कंपनियां जैसे इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL), हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) पर है।
क्रूड ऑयल का रेट
वैश्विक अस्थिरता के चलते क्रूड ऑयल की कीमतों में भी भारी उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। ओपेक प्लस देशों ने फिलहाल कच्चे तेल के उत्पादन में बढ़ोतरी का फैसला टाल दिया है। इससे कच्चे तेल के दाम में मजबूती देखी जा रही है। आज अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव 75.21 डॉलर प्रति बैरल है।
पेट्रोल-डीजल पर वैट
फ्यूल प्राइस पर अभी जीएसटी (GST) नहीं लगता है। राज्य सरकारें पेट्रोल और डीजल पर वैट (Value Added Tax) लगाती हैं। इसके चलते सभी शहरों में इनके दाम अलग होते हैं। ऐसे में अगर आप किसी अन्य शहर में जा रहे हैं, तो टंकी फुल कराने से पहले चेक कर लें कि किस शहर में पेट्रोल सस्ता मिलेगा। इससे आप पैसे बचा पाएंगे।
महानगरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपये और डीजल की कीमत 87.62 रुपये प्रति लीटर है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 103.44 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.97 रुपये प्रति लीटर है।
कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 104.95 रुपये प्रति लीटर और डीजल 91.76 रुपये प्रति लीटर है।
चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100.85 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.44 रुपये प्रति लीटर है।
बाकी शहरों में पेट्रोल-डीजल के रेट
नोएडा: पेट्रोल 94.66 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.76 रुपये प्रति लीटर
गुरुग्राम: पेट्रोल 94.99 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.85रुपये प्रति लीटर
बेंगलुरु: पेट्रोल 102.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 88.94 रुपये प्रति लीटर
चंडीगढ़: पेट्रोल 94.22 रुपये प्रति लीटर और डीजल 82.40 रुपये प्रति लीटर
हैदराबाद: पेट्रोल 107.39 रुपये प्रति लीटर और डीजल 95.65 रुपये प्रति लीटर
जयपुर: पेट्रोल 104.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल 90.05 रुपये प्रति लीटर
पटना: पेट्रोल 105.16 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.37 रुपये प्रति लीटर
अपने शहर की फ्यूल प्राइस कैसे चेक करें?
आप अपने शहर में पेट्रोल-डीजल की लेटेस्ट प्राइस एसएमएस से भी पता कर सकते हैं। इसके लिए फोन से RSP स्पेस पेट्रोल पंप का डीलर कोड टाइप कर 92249 92249 पर भेजें। उदाहरण के लिए, नई दिल्ली के लिए “RSP 102072” टाइप कर मैसेज भेजें। डीलर कोड आप इंडियन ऑयल की वेबसाइट से भी देख सकते हैं। इससे आप आसानी से चेक कर सकेंगे कि आपके शहर में फ्यूल किस रेट पर बिक रहा है।
गिरावट के साथ बंद हुआ शेयर बाजार; सेंसेक्स 942 अंक फिसला, निफ्टी 24000 से नीचे
4 Nov, 2024 04:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
विदेशी निवेशकों की बिकवाली के कारण भारतीय शेयर बाजार के बेंचमार्क सूचकांक सोमवार को गिरावट के साथ बंद हुए। सेंसेक्स 941.88 अंक या 1.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 78,782.24 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 309.00 अंक या 1.27 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23,995.35 अंक पर बंद हुआ। सोमवार के दिन सभी सेक्टोरल इंडेक्स में गिरावट आई और निफ्टी रियल्टी 2.93 प्रतिशत के साथ इनमें शीर्ष पर रहा। सत्र के दौरान एक समय, सेंसेक्स लगभग 1,500 अंक तक गिर गया लेकिन बाद में यह अपने कुछ नुकसान को कम करने में सफल रहा।
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग से पहले बाजार में दिखा बिकवाली का रुझान
विश्लेषकों ने कहा कि 5 नवंबर को होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले अनिश्चितता और चीन द्वारा विकास को बढ़ावा देने के लिए नए प्रोत्साहन पैकेज की उम्मीदों ने भारतीय शेयरों में बिकवाली को बढ़ावा दिया। विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली ने भी इक्विटी बाजार में धारणा को कमजोर किया।
सेंसेक्स के 30 शेयरों वाले शेयरों में अडानी पोर्ट्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज, सन फार्मा, बजाज फिनसर्व, एनटीपीसी, टाटा मोटर्स, एक्सिस बैंक और टाइटन प्रमुख रूप से पिछड़ गए। महिंद्रा एंड महिंद्रा, टेक महिंद्रा, भारतीय स्टेट बैंक, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, इंफोसिस और इंडसइंड बैंक के शेयरों में लाभ रहा।एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 211.93 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
विदेशी निवेशकों ने अक्तूबर में 94,000 करोड़ रुपये के शेयर बेचे
विदेशी निवेशकों ने अक्टूबर में भारतीय शेयर बाजार से 94,000 करोड़ रुपये (लगभग 11.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर) निकाले, जिससे यह निकासी के मामले में अब तक का सबसे खराब महीना बन गया। घरेलू इक्विटी के ऊंचे मूल्यांकन और चीनी शेयरों के आकर्षक मूल्यांकन के कारण यह निकासी हुई।
चीन की नेशनल पीपुल्स कांग्रेस की एक समिति की इस सप्ताह बैठक होने जा रही है, जिससे यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि सरकार अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए बड़े व्यय संबंधी पहलों को मंजूरी दे सकती है। एशियाई बाजारों में सियोल, शंघाई और हांगकांग में तेजी रही। यूरोपीय बाजारों में ज्यादातर तेजी रही। शुक्रवार को अमेरिकी बाजार सकारात्मक दायरे में बंद हुए। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 2.57 प्रतिशत बढ़कर 74.98 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के दौरान बाजार में दिखी थी बढ़त
इससे पहले प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज बीएसई और एनएसई ने 1 नवंबर को दिवाली के अवसर पर एक घंटे का विशेष 'मुहूर्त ट्रेडिंग' सत्र आयोजित किया था, जो नए संवत 2081 की शुरुआत का प्रतीक है।
शुक्रवार को विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के दौरान बीएसई का बेंचमार्क इंडेक्स 335.06 अंक या 0.42 फीसदी चढ़कर 79,724.12 पर बंद हुआ था। वहीं, निफ्टी 99 अंक या 0.41 फीसदी बढ़कर 24,304.35 पर बंद हुआ था।
इंडिगो की बिजनेस क्लास में एंट्री, स्ट्रेच के साथ मिलेगी नई सुविधाएं
4 Nov, 2024 01:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत की किफायती विमानन कंपनी- इंडिगो एयरलाइंस भी अब बिजनेस-क्लास सर्विस देने वाली है। इसने अपने नए बिजनेस क्लास विमान के अंदरूनी हिस्से की झलक दिखाई है, जिसे इंडिगो स्ट्रेच नाम दिया गया है। इंडिगो ने इस नए प्रोडक्ट का एलान अगस्त में किया था, अपनी 18वीं वर्षगांठ के जश्न के तौर पर।
अब इंडिगो से सफर करने वाले यात्री बेंगलुरु, चेन्नई, कोलकाता और हैदराबाद जैसे प्रमुख मेट्रो शहरों को जोड़ने वाली फ्लाइट के लिए बिजनेस क्लास की सीटें बुक कर सकेंगे। इससे इंडिगो अब टाटा समूह के मालिकाना हक वाली एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस और विस्तारा की कतार में आ गई है, जो फिलहाल में देश में बिजनेस-क्लास सेवाएं प्रदान करने वाली बड़ी एयरलाइन हैं।
हालांकि, इंडिगो का कहना है कि उसका अफोर्डेबल सेगमेंट पर फोकस बरकरार रहेगा। बिजनेस क्लास पेश करने का मकसद सिर्फ यात्रियों को ज्यादा विकल्प देना है। एयरलाइन ने दिल्ली-मुंबई मार्ग के लिए 18,018 रुपये के शुरुआती किराए पर अपनी बिजनेस क्लास सेवा शुरू की। इसके लिए बुकिंग अगस्त में ही शुरू हो गई थी। इंडिगो स्ट्रेच अगले साल के अंत तक सभी 12 रूट को कवर करना चाहती है।
इंडिगो स्ट्रेच में क्या खास है?
इंडिगो स्ट्रेच यात्रियों को बेहतरीन ट्रैवल एक्सपीरियंस देने का वादा करती है। इसमें 2 सीटों वाली विशाल संरचना में व्यवस्थित कूप-शैली की सीटिंग है। प्रत्येक सीट में 38 इंच की पिच और 21.3 इंच की चौड़ाई है, जिससे यात्रियों को आराम के लिए पर्याप्त जगह मिलती है।
- इंडिगो स्ट्रेच सीट के हेडसेट को छह-तरफ एडजस्ट किया जा सकता है।
- इसमें अधिक आराम के लिए 5 इंच तक झुकने वाली कुर्सी भी है।
- थ्री-पिन यूनिवर्सल पावर आउटलेट और 60-वाट यूएसबी टाइप-सी पावर सप्लाई भी है।
लजीज खाने का भी मिलेगा अनुभव
इंडिगो ने अपने यात्रियों को लजीज खाने का अनुभव देने के लिए ओबेरॉय कैटरिंग सर्विसेज के साथ साझेदारी की है। यह बिजनेस क्लास यात्रियों के लिए विशेष रूप से तैयार स्वस्थ भोजन के विकल्प उपलब्ध कराएगा। यात्रियों को मुफ्त शाकाहारी फूड बॉक्स और अलग-अलग पेय पदार्थ चुनने का विकल्प भी मिलेगा।
इंडिगो स्ट्रेच यात्रियों को कई कॉम्प्लिमेंट्री सर्विसेज भी मिलेंगी। जैसे कि उन्हें कोई सुविधा शुल्क नहीं देना होगा। वे बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के एडवांस सीट सेलेक्शन कर सकते हैं। उन्हें चेक-इन प्रायोरिटी और बोर्डिंग प्रीविलेज भी मिलेगा।
इंडिगो स्ट्रेच के लिए विशेष केबिन डिजाइन
इंडिगो स्ट्रेच केबिन में 12 सीटें होंगी, जो आरामदायक 2-2 लेआउट में व्यवस्थित होंगी। वहीं, मानक 6E केबिन में 208 सीटों की व्यवस्था बनी रहेगी, जिसमें विमान के मध्य भाग में XL सीटिंग विकल्प भी शामिल है।
इंडिगो 2027 तक एयरबस A350-900 विमानों का संचालन शुरू कर सकती है। इसका मकसद घरेलू मार्गों पर अधिक आराम चाहने वाले यात्रियों को लुभाना है। फिलहाल 34 इंटरनेशनल डेस्टिनेशन सहित 400 से अधिक मार्गों पर सेवा प्रदान करने वाली इंडिगो अपनी वैश्विक उपस्थिति का और विस्तार करने के लिए तैयार है।
एनटीपीसी ग्रीन का आईपीओ; कब खुलेगा और क्या होगा प्राइस बैंड?
4 Nov, 2024 01:38 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
NTPC लिमिटेड की सहायक कंपनी- NTPC ग्रीन एनर्जी लिमिटेड का 10 हजार करोड़ का आईपीओ जल्द ही प्राइमरी मार्केट में दस्तक दे सकता है। इसके लिए कंपनी को मार्केट रेगुलेटर सेबी से जरूरी मंजूरी मिल गई है।
इस आईपीओ में कोई ऑफर फॉर सेल नहीं होगा। इसका मतलब कि कंपनी आईपीओ में फ्रेश इक्विटी शेयरों का इश्यू लेकर आएगी और आईपीओ का पूरा पैसा कंपनी को आगे बढ़ाने में खर्च होगा।
शेयरहोल्डर्स कोटा भी रहेगा
NTPC ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने 18 सितंबर, 2024 को सेबी के पास अपने आईपीओ दस्तावेज दाखिल किए थे। उसके आईपीओ में पात्र कर्मचारियों के लिए कोटा भी है। उन्हें शेयर डिस्काउंट पर भी मिलेंगे।
इस आईपीओ में शेयरहोल्डर्स कोटा भी होगा। इसका मतलब कि जिन लोगों के पास RHP की तारीख तक पैरेंट कंपनी एनटीपीसी के शेयर होंगे, वे आईपीओ में शेयरहोल्डर्स कोटा के जरिए अप्लाई कर सकेंगे। आप एनटीपीसी का एक शेयर खरीदकर भी शेयरहोल्डर्स कोटा के जरिए अप्लाई कर सकते हैं। इससे आईपीओ अलॉट होने का चांस बढ़ सकता है।
कब खुलेगा आईपीओ
अभी तक NTPC ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के आईपीओ के लिए किसी आधिकारिक तारीख का एलान नहीं किया गया है। लेकिन, इस बहुप्रतीक्षित आईपीओ के इसी महीने लॉन्च होने की पूरी उम्मीद है।
NTPC ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने अभी आईपीओ के लिए प्राइस बैंड की जानकारी नहीं दी है। आईपीओ सब्सक्रिप्शन की तारीख के साथ या उसके कुछ समय बाद प्राइस बैंड की जानकारी दी जानकारी दी जा सकती है।
क्या है एक्सपर्ट की राय
एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी आईपीओ को मार्केट एनालिस्ट काफी बुलिश हैं। ICICI सिक्योरिटीज ने एनटीपीसी के शेयरों को 'खरीदें' रेटिंग दी है। एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एनजीईएल) के बारे में ICICI सिक्योरिटीज का कहना है कि इसमें ग्रोथ की काफी संभावनाएं रहेंगी। उसने एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी के वैल्यूएशन मीट्रिक को भी अच्छा बताया है। वहीं, एनटीपीसी पर उसका टारगेट प्राइस 495 रुपये का है।
वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज में इक्विटी स्ट्रैटजी की डायरेक्टर क्रान्ति बाथिनी ने कहा, "आईपीओ ऐसे समय में आ रहा है, जब थर्मल पावर सेक्टर की दिग्गज कंपनी एनटीपीसी अपने कारोबार में विविधता लाने और राजस्व बढ़ाने के लिए अन्य ऊर्जा स्रोतों की तलाश कर रही है। निकट भविष्य में ग्रीन एनर्जी पर अधिक फोकस रहेगा, ऐसे में निवेशक इसमें जाहिर तौर पर पैसे लगाना चाहेंगे।'
आईपीओ के पैसों का इस्तेमाल
आईपीओ से मिले 7,500 करोड़ रुपये की राशि का उपयोग एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (एनआरईएल) में निवेश के लिए किया जाएगा। इसकी उधारी को कम किया जाएगा और सामान्य कॉर्पोरेट कामकाज के लिए भी पैसे खर्च किए जाएंगे।
30 जून, 2024 तक, एनटीपीसी ग्रीन के "पोर्टफोलियो" में 14,696 मेगावाट शामिल थे। इसमें 2,925 मेगावाट की परिचालन परियोजनाएं और 11,771 मेगावाट की अनुबंधित और पुरस्कृत परियोजनाएं शामिल थीं। इसके अतिरिक्त, इसके पास 10,975 मेगावाट की "पाइपलाइन के तहत क्षमता" है, जो इसके पोर्टफोलियो के साथ मिलकर 25,671 मेगावाट है।
आईडीबीआई कैपिटल मार्केट्स एंड सिक्योरिटीज लिमिटेड, एचडीएफसी बैंक लिमिटेड, आईआईएफएल सिक्योरिटीज लिमिटेड और नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट लिमिटेड इस इश्यू के बुक-रनिंग लीड मैनेजर हैं और केफिन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड इस ऑफर का रजिस्ट्रार है।
बाजार में गिरावट की वजह से सेसेंक्स 1400 अंक गिरा, निवेशकों का बड़ा नुकसान
4 Nov, 2024 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
विदेशी निवेशकों की ओर से लगातार बिकवाली के बीच सोमवार को शेयर बाजार में फिर बड़ी गिरावट दर्ज की गई। पहले दो घंटों के कारोबार में सेंसेक्स 1400 अंकों तक फिसल गया। इस दौरान निफ्टी 23900 से नीचे चला गया। इस दौरान निवेशकों को करीब आठ लाख करोड़ रुपये के नुकसान उठाना पड़ा। बीएसई पर लिस्टेड सभी कंपनियों का मार्केट कैप 8.44 लाख करोड़ रुपये घटकर 439.66 लाख करोड़ रुपये हो गया।
मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन बढ़त के बाद भारतीय बाजारों में बिकवाली का दबाव फिर से लौट आया और सोमवार को दोनों प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी फिसलते नजर आए। सुबह 10 बजकर 15 मिनट पर सेंसेक्स 1,014 अंकों या 1.27% की गिरावट के साथ 78,710.36 के स्तर पर पहुंच गया। दूसरी ओर, निफ्टी 308 अंक या 1.27% टूटकर 23,997 के स्तर पर कारोबार करता दिखा। इस दौरान निवेशकों को करीब 6.8 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ और बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का मार्केट कैप 6.8 लाख करोड़ रुपये गिरकर 441.3 लाख करोड़ रुपये हो गया।
इससे पहले, बीएसई सेंसेक्स इंडेक्स 10 अंक या 0.01 प्रतिशत की गिरावट के साथ 79,713 अंक पर खुला, जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स 11 अंक या 0.05 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 24,315.75 अंक ओपन हुआ। शुरुआती कारोबार में दोनों सूचकांकों में और गिरावट आई।
सन फार्मा, बजाज ऑटो और इंफोसिस के शेयरों में गिरावट
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर सेक्टोरल इंडेक्स में, निफ्टी आईटी इंडेक्स में 0.57 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि अन्य इंडेक्स शुरुआती सत्र के दौरान बढ़े। निफ्टी 50 स्टॉक लिस्ट में सिर्फ 9 शेयर बढ़त के साथ खुले, जबकि अन्य 41 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। महिंद्रा एंड महिंद्रा 3 प्रतिशत की बढ़त के साथ दिन का शीर्ष लाभार्थी बनकर उभरा। उसके बाद सिप्ला, टेक महिंद्रा और एचसीएल टेक का स्थान रहा। गिरावट वाले शीर्ष शेयरों में सन फार्मा, बजाज ऑटो, इंफोसिस और अदाणी पोर्ट्स के शेयर शामिल रहे।
इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉर्प, आईआरसीटीसी, एक्साइड इंडस्ट्रीज, रेमंड, सुंदरम फाइनेंस और एबीबी इंडिया आज वित्त वर्ष 2025 के लिए अपनी दूसरी तिमाही के परिणामों की घोषणा करेंगे। अन्य एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कोस्पी सूचकांक 1.49 प्रतिशत की बढ़त के साथ बढ़त में रहा। जापान का निक्केई सोमवार को सांस्कृतिक अवकाश के कारण बंद था, जबकि हांगकांग का हैंग सेंग 0.16 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ। ताइवान के ताइवान वेटेड में भी 0.23 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई।
विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली से बाजार की धारणा हुई प्रभावित
रिलायंस इंडस्ट्रीज और अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव व फेडरल रिजर्व की ब्याज दर के फैसले से पहले निवेशक सतर्कता बरतते दिखे। विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली से भी शेयर बाजार की धारणा प्रभावित हुई। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 211.93 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची।
विदेशी निवेशकों ने अक्टूबर में भारतीय शेयर बाजार से 94,000 करोड़ रुपये (लगभग 11.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर) निकाले, जिससे यह निकासी के मामले में अब तक का सबसे खराब महीना बन गया। घरेलू इक्विटी के ऊंचे मूल्यांकन और चीनी शेयरों के आकर्षक मूल्यांकन के कारण यह निकासी हुई।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.49 प्रतिशत बढ़कर 74.19 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज बीएसई और एनएसई ने 1 नवंबर को दिवाली के अवसर पर एक घंटे का विशेष 'मुहूर्त ट्रेडिंग' सत्र आयोजित किया, जो नए संवत 2081 की शुरुआत का प्रतीक है। शुक्रवार को विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र में बीएसई का बेंचमार्क इंडेक्स 335.06 अंक या 0.42 फीसदी चढ़कर 79,724.12 पर बंद हुआ। निफ्टी 99 अंक या 0.41 फीसदी बढ़कर 24,304.35 पर बंद हुआ।