बिहार-झारखण्ड
रांची में 16 साल में तीन बार हमले का शिकार बने जमीन कारोबारी की हत्या, 4 परिवार के सदस्य गिरफ्तार
24 Jan, 2025 11:48 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची: रांची के नामकुम थाना क्षेत्र अंतर्गत रिंग रोड कव्वाली इलाके में 15 दिसंबर 2024 को जमीन कारोबारी मधुसूदन राय की दिनदहाड़े गोलियों से छलनी करके हत्या कर दी थी. जमीन कारोबारी मधुसूदन राय को अपराधियों ने 10 गोलियां मारी गई थी. रांची में दिनदहाड़े हुए इस हत्याकांड के खुलासे के लिए पुलिस अधिकारियों एक एसआईटी का गठन किया था. एसआईटी को डीएसपी मुख्यालय 1 अमर कुमार पांडेय और थाना प्रभारी नामकुम लीड कर रहे थे. आखिरकार हत्याकांड मामले में पुलिस ने कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में मृतक मधुसूदन राय के ही पारिवार के सदस्यों को गिरफ्तार किया है. जिनमें दीपक कुमार राय, राजकिशोर राय उर्फ गुड्डू, अशोक कुमार और मानवेल खलखो को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने एक देसी कट्टा, 7 जिंदा कारतूस, 3 स्मार्टफोन, एक कीपैड फोन और घटना में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल जब्त की है.
4 आरोपी गिरफ्तार, एक फरार
जमीन कारोबारी मधुसूदन राय हत्याकांड को लेकर रांची के एसएसपी सह डीआईजी चंदन कुमार सिन्हा ने खुलासा करते हुए चार आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ-साथ हथियार बरामद की की सूचना दी है. हालांकि इस हत्याकांड में संलिप्त उमेश राय नामक आरोपी अभी भी फरार है. जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस के समक्ष अपने जुर्म को स्वीकार करते हुए बताया कि नामकुम थाना क्षेत्र में 8 एकड़ जमीन पर मालिकाना हक को लेकर लंबे समय से मधुसूदन राय का उनके ही पारिवार के सदस्यों से विवाद चल रहा था. इसी विवाद के कारण 2008 में उमेश राय और गिरफ्तार दीपक राय, राज किशोर राय उर्फ गुड्डू और अन्य अपराधियों ने मधु राय पर गोलीबारी की थी. इस घटना में मृतक बच गए थे, लेकिन उनकी पत्नी की गोली लगने से मौत हो गई थी.
पहले दो हमलों में बची थी जान
इसे लेकर नामकुम थाना में कांड संख्या 117 / 08 दर्ज किया गया था. इस हमले के बाद एक बार फिर से 2016 में जमीन कारोबारी मधु राय पर फायरिंग की गई थी. उस दौरान भी मधुसूदन राय की जान बच गई थी. इसे लेकर भी नामकुम थाना में कांड संख्या 62/16 दर्ज है. 8 साल के बाद आरोपियों ने योजनाबद्ध तरीके से 15 दिसंबर 2024 को जमीन कारोबारी मधुसूदन राय की उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी जब वह किसी काम से रिंग रोड कव्वाली से गुजर रहे थे. गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस के सामने अपना अपराध कबूल कर लिया है. मधुसूदन राय की हत्या को लेकर सितंबर 2024 से ही प्लानिंग की जा रही थी.
बिहार सरकार ने सरकारी स्कूलों में छात्रों के लिए एक समान ड्रेस कोड किया लागू
24 Jan, 2025 11:19 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के शिक्षा विभाग ने एक बड़ा कदम उठाया है और सभी सरकारी स्कूलों में बच्चों के लिए एक जैसा ड्रेस कोड निश्चित कर दिया है. विभाग ने पहली-8वीं तक के छात्र-छात्राओं और 9वीं-12वीं तक की छात्राओं की पोशाक का रंग तय कर लिया है. विभाग की तरफ से जारी निर्देशों के मुताबिक की पहली-8वीं के छात्र-छात्राओं तथा 9वीं-12वीं की छात्राओं को पोशाक खरीदने के लिए राशि दी जाती है. विभाग ने बताया कि एक सर्वे के दौरान पता चला कि प्रदेश के सभी जिलों के सरकारी स्कूलों में छात्र छात्राओं की ड्रेस का अलग अलग रंग है. ऐसे में इसका सबसे बड़ा कारण ये है कि स्कूलों में कोई रंग निर्धारित नहीं था, जिस वजह से विभाग को ये फैसला लिया.
सलवार-स्कर्ट का नया रंग तय
विभाग के निर्देशों के मुताबिक पहली से 8वीं की लड़कियों की समीज-शर्ट आसमानी नीला तथा सलवार-स्कर्ट गहरा नीला होगा. साथ ही दुपट्टा-हाफ जैकेट गहरा नीला होगा. वहीं पहली से 8वीं के लड़कों की शर्ट आसमानी नीला और पैंट गहरा निले रंग का होगा. इसी तरह नौवीं से 12वीं की छात्राओं की कमीज का रंग आसमानी नीला और सलवार गहरा नीला होगा. साथ ही दुपट्टा-हाफ जैकेट गहरे नीले रंग का होगा.
ड्रेस कोड की तस्वीरें ई-शिक्षा पोर्टल पर अपलोड
विभाग ने बताया कि शिक्षक-अभिभावक की अगली बैठक में सभी को इसकी जानकारी दी जाएगी. साथ ही बताया कि मार्च में सभी छात्र-छात्राओं की पोशाक की तस्वीर खींच कर ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर अपलोड की जाएगी. इससे कुछ महीनों पहले राज्य के शिक्षा विभाग ने एक बड़ा कदम उठाते हुए स्कूल के टीचरों के लिए ड्रेस कोड जारी किया था. विभाग ने टीचर्स के स्कूल में जींस और टी शर्ट पहनने पर रोक लगा दी थी.विभाग ने अपने आदेश में कि टीचर्स के स्कूल कैंपस में इस तरह का आचरण एजुकेशन के माहौल को खराब करता है.
पटना नगर निगम की शोभा देवी गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति भवन में आयोजित 'स्वागत समारोह' में होंगी शामिल
24 Jan, 2025 09:19 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: पटना नगर निगम में कार्यरत शोभा देवी का नाम देश की उन चुनिंदा कर्मियों में शामिल किया गया है, जो 26 जनवरी 2025 को दिल्ली में आयोजित 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति भवन में आयोजित 'स्वागत समारोह' में शामिल होंगी. ज्ञात हो कि इस स्वागत समारोह के लिए पूरे देश से केवल पांच कर्मियों को ही चुना गया है, जिनमें एक शोभा देवी भी हैं. शोभा देवी 'NAMASTE' योजना के तहत चयनित पटना नगर निगम में कार्यरत लाभार्थी हैं.
हमारा काम चलता रहे, यही मेरी प्राथमिकता है
मूलरूप से पटना के ही सबलपुर गांव की निवासी शोभा देवी अपनी मां, भाई और बच्चों के साथ पटना के ही दीघा इलाके में रहती हैं. शोभा कहती हैं कि उन्होंने तीन साल पहले पटना नगर निगम में जॉइन किया था. शोभा कहती हैं कि राष्ट्रपति से मिलने के बाद उनसे जरूर कुछ सीखने की कोशिश करूंगी. हालांकि इस बात की खुशी ही इतनी है कि मैंने सीखने को लेकर कुछ सोचा नहीं है. शोभा कहती हैं कि मेरी कोशिश यही है कि हमारा काम हमेशा चलता रहे. राष्ट्रपति हमारे सामने होंगी तो हम कुछ बोल भी पाएंगे या नहीं?
राष्ट्रपति भवन में शामिल होने पर दी बधाई
शोभा देवी को स्वागत समारोह के लिए चुने जाने पर राज्य के नगर विकास एवं आवास मंत्री नितिन नवीन ने बधाई दी है. बुधवार को नगर विकास विभाग के सचिव अभय सिंह और अपर सचिव वर्षा सिंह ने शोभा देवी को आमंत्रण पत्र दिया. इस संबध में मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की यह कल्याणकारी योजना सफाई मित्रों के हित में उठाया गया एक बड़ा कदम है. ऐसी योजनाओं से सभी वर्ग के लोगों को मजबूती मिलती है. वहीं, विभागीय सचिव ने कहा कि हम बिहारवासियों के लिए आज गर्व का दिन है. मैं शोभा देवी को इस सम्मान के लिए बधाई देता हूं.
क्या है ‘NAMASTE’ योजना?
बता दें कि केंद्र सरकार की ‘NAMASTE’ योजना (National Action for Mechanised Sanitation Ecosystem) का उद्देश्य सीवर और सेप्टिक टैंक सफाई कर्मियों की सुरक्षा और जीवन स्तर में सुधार लाना है, जिसके अंतर्गत पटना नगर निगम में कार्यरत लाभार्थी शोभा देवी का चयन 26 जनवरी को राजधानी नई दिल्ली में आयोजित 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति भवन में आयोजित ‘स्वागत समारोह’ के लिए हुआ है. इस विशिष्ट कार्यक्रम में शोभा देवी को राष्ट्रपति साथ राष्ट्रपति भवन में भोजन करने का गौरव प्राप्त होगा. ‘NAMASTE’ योजना के तहत उन्हें आयुष्मान कार्ड और PPE किट का लाभ प्रदान किया गया है.
यूट्यूबर मनोज डे की सफेद फॉर्च्यूनर ने ऑटो को मारी टक्कर, हादसे में दो लोग घायल
24 Jan, 2025 08:01 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
धनबाद: धनबाद जिले में फेमस यूट्यूबर मनोज डे की सफेद फॉर्च्यूनर गाड़ी ने ऑटो में जोरदार टक्कर मारी है. वहीं इस दुर्घटना में दो लोगों के घायल होने की सूचना है. घायलों का SNMMCH में इलाज चल रहा है. घटना तीसरा थाना क्षेत्र के चांदकुइयां मोड के पास हुई है. सड़क हादसे के बाद यूट्यूबर मनोज डे का बयान भी सामने आया है. जानकारी के मुताबिक, राज्य के धनबाद जिले के तीसरा थाना क्षेत्र के चांदकुइया मोड के बार एक दर्दनाक हादसा हो गया. इस हादसे में दो लोग घायल हो गई है. हालांकि घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. गाड़ी फॉर्च्यूनर ने सामने से आ रहे एक ऑटो को जोरदार टक्कर मार दी. घटना के बाद फॉर्च्यूनर गाड़ी का ड्राइवर मौके से फरार हो गया.
हादसे में दो लोग घायल
फॉर्च्यूनर को चलाने वाला एक प्रसिद्ध यूट्यूबर बताया जा रहा है. जिसका नाम मनोज दे है. वहीं घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने दुर्घटना में घायलों को इलाज के अस्पताल पहुंचाया है. वहीं गाड़ी और ऑटो की टक्कर से मौके पर अफरा-तफरी मच गई. हादसे में दोनों गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गई है. गाड़ियों को देखकर हादसे का अंदाजा लगाया जा सकता है. जिस तरह से गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुए हैं, उससे ऐसा लगता है कि टक्कर बहुत तेजी से हुई है.
हादसे में मैं कार में मौजूद नहीं था: मनोज डे
वहीं पूरी घटना को लेकर यूट्यूबर मनोज डे ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है. उन्होंने कहा कि एक्सीडेंट की घटना सही है, पर उसमें उनकी कोई संलिप्ता नहीं है. उन्होंने कहा कि कल शादी समारोह में वह शामिल होने के लिए आए थे. इसी दौरान बड़े पापा का लड़का गाड़ी की चाभी लेकर कब निकल गया, यह उन्हें भी नही पता था. वह अपनी फैमिली को लेकर शादी में ही जा रहा था, और कब उसने उनकी गाड़ी का एक्सीडेंट कर दिया यह उन्हें पता नहीं. यूट्यूबर मनोज डे ने वीडियो जारी कर स्पष्ट किया है कि दुर्घटना के वक्त वह फार्च्यूनर कार में मौजूद नहीं थे.
पुलिस ने गाड़ियों को लिया कब्जे में
मौके पर पहुंची टीम ने दुर्घटना में घायल लोगों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया. अस्पताल में घायलों का इलाज चल रहा है. वहीं पुलिस हादसे की जांच में जुट गई है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हादसे की जानकारी मिली थी. जिसके बाद मौके पर पहुंच कर घायलों की मदद की गई. वहीं इस हादसे के बारे में जानकारी की जा रही है. जिस गाड़ी ने ऑटो का टक्कर मारी है वो एक यूट्यूबर की बताई जा रही है. मामले की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. दोनों गाड़ियों को कब्जे में ले लिया गया है.
बिहार के मोकामा में बाहुबली अनंत सिंह और सोनू-मोनू गैंग के बीच हुई जमकर फायरिंग
23 Jan, 2025 04:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मोकामा: मोकामा के नौरंगा जलालपुर गांव में बुधवार को बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह के समर्थकों और सोनू-मोनू गैंग के बीच जमकर फायरिंग हुई. फायरिंग से पूरा इलाका दहल गया. अब इस पर सवाल उठने लगे हैं कि कौन है सोनू-मोनू जिसने अनंत सिंह पर हमला कर दिया? क्या सोनू-मोनू गैंग अब डर जाएगा? जो बातें सामने आ रही हैं उससे साफ लग रहा है कि अभी ये लड़ाई थमने वाली नहीं है. सोनू सिंह ने मीडिया से बातचीत में अनंत सिंह को चैलेंज कर दिया है. कहा है कि हम 34 वर्ष के हैं और वे 68 के हैं. देखते हैं कौन तीव्र गति से चलता है. सोनू सिंह ने अपने आप की तुलना भगवान विष्णु करते हुए अनंत सिंह को भस्मासुर बना दिया है.
'उनसे राजनीतिक बगावत जारी रहेगी'
सोनू सिंह ने कहा कि जिस समय घटना हुई उस समय वे खेत पटा रहे थे. लेकिन कोई अगर हमारे घर पर आकर गोली चलाएगा तो हमें क्या करना चाहिए या तो मर जाएं या पुलिस प्रोटेक्शन में चले जाएं या फिर गांव छोड़कर भाग जाएं. हम क्या करें? हम शस्त्र उठाएंगे तो लोग कहेंगे उचित नहीं है. हम दो अक्षर पढ़े हुए हैं. उनसे राजनीतिक बगावत जारी रहेगी. सोनू ने कहा आने वाले विधानसभा चुनाव में देखते हैं पूर्वी में उनकी क्या व्यवस्था है, उस व्यवस्था पर हम काम करेंगे.
अनंत सिंह से नहीं है कोई दुश्मनी
सोनू ने अपने आप को विवेका पहलवान का शिष्य बताया है. विवेका पहलवान अनंत सिंह के भाई हैं और दोनों कभी एक-दूसरे के कट्टर दुश्मन हुआ करते थे. सोनू ने कहा कि अनंत सिंह से हमारी कोई अदावत नहीं रही. विवेका पहलवान और अनंत सिंह दोनों मेरे रिश्तेदार हैं. विवेका पहलवान ने पुत्र जैसा हमारा पालन पोषण किया. पढ़ने-लिखने खाने-पीने में उन्होंने सहयोग किया. हम गरीब व्यक्ति थे. सोनू ने कहा हम गरीब घर से आते हैं लेकिन कई प्रतिष्ठित और शिक्षित लोग हमारे घर में हैं. हमारे पिताजी, हमारे चाचा, हमारे भाई ये सब गजटेड अफसर हैं.
'हमारे साथ राजनीतिक साजिश हुई है'
सोनू ने मुकेश के घर पर ताला लगाने के आरोप पर कहा कि हम वहां गए भी नहीं. हमारे साथ राजनीतिक साजिश हुई है. उनके ऊपर जितने केस हुए अनंत सिंह के कारण हुए. जेल से बाहर आने के बाद वे गृहस्थ जीवन में हैं. सोनू ने अनंत सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि इधर कुछ टेंडर हुआ था. टेंडर में उन्होंने कमीशन मांगा. हमने कमीशन देने से मना कर दिया. इसकी वजह से उनके घर पर फायरिंग की गई है. सोनू ने रामायण की लिखी बातों को दोहराते हुए कहा कि अनंत सिंह अपने आप को विधायक, सांसद, भगवान मानते हैं तो बाली ने भी श्री राम से पूछा था कि हमारे भाई की बात को मानकर आपने मुझे तीर मार दिया, लेकिन मेरा कसूर तो बताइए कि हमने गलती क्या की थी? यही बात मैं अनंत सिंह से पूछ रहा हूं.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची में निर्माणाधीन विधायक आवास का लिया जायजा, जल्द पूरा करने का दिया निर्देश
23 Jan, 2025 03:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची: रांची के जगन्नाथपुर में बन रहे विधायकों के आवास का मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बुधवार 22 जनवरी को अचानक जायजा लेने पहुंचे. इस दौरान निर्माण कार्य का निरीक्षण करते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश दिए. निर्माणाधीन विधायक आवास का निरीक्षण करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यहां बन रहे हेल्थ सेंटर, शॉपिंग कंपलेक्स, बिजली, पानी, सड़क, प्लेग्राउंड, पार्किंग, ड्रेनेज सिस्टम सहित अन्य निर्माण कार्यों का अवलोकन किया. साथ ही निर्माण कार्य में तेजी लाने का निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे जल्द से जल्द पूरा किया जाए ताकि विधायकों को आवास मुहैया कराया जा सके.
कब तक पूरा होगा काम?
इस दौरान निर्माण कार्य कर रही कंपनी के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री सोरेन को आगामी जून महीने तक निर्माण कार्य पूरा होने का आश्वासन दिया. बता दें जगन्नाथपुर में बन रहा विधायक आवासीय परिसर अत्याधुनिक सुविधा से लैस होगा. निर्माणाधीन इस परिसर में 70 डुपलेक्स बन रहे हैं, जिसकी आधारशिला 20 नवंबर 2022 को रखी गई थी.
216 करोड़ की लागत से बन रहा परिसर
43.5 एकड़ में 216 करोड़ की लागत से बन रहे इस परिसर में डुपलेक्स के अलावा ऑडिटोरियम, इनडोर स्टेडियम, चिल्ड्रेन पार्क आदि की सुविधा रहेगी. निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने परिसर में वृक्षारोपण कराने का निर्देश देते हुए कहा कि अभी विधायकों के लिए आवासीय व्यवस्था व्यवस्थित नहीं है. इस वजह से राजधानी के अलग-अलग जगह में ये रह रहे हैं. यहां एक साथ आवासीय सुविधा होने से काफी सहूलियत मिलेगी. इस दौरान सीएम के साथ अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार और भवन निर्माण विभाग के सचिव अरवा राजकमल और अन्य अधिकारी मौजूद थे.
बिहार के बेतिया में जिला शिक्षा पदाधिकारी के आवास पर विजिलेंस की छापेमारी, करोड़ों का कैश बरामद
23 Jan, 2025 02:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बेतिया: बेतिया में गुरुवार के दिन जिला शिक्षा पदाधिकारी के आवास पर विजिलेंस की छापेमारी चल रही है. बेतिया में अवैध रूप से संपत्ति अर्जित की शिकायत मिली है , जिसके बाद विजिलेंस की टीम ने छापेमारी की है. छापेमारी से जिले के शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है. पटना से पहुंची विजिलेंस की टीम सुबह से जिला शिक्षा पदाधिकारी के किराए के मकान में रेड की है. साथ ही शिक्षा पदाधिकारी से पूछताछ कर रही है. रेड के दौरान भारी मात्रा में कैश बरामद हुआ है.
DEO के पद पर हैं पदस्थापित
विजिलेंस की टीम ने स्थानीय पुलिस से शिक्षा पदाधिकारी के आवास पर नोट गिनने वाली मशीन मंगाई गई है. DEO के घर पर विजिलेंस की सुबह से रेड चल रही है. बेतिया जिला शिक्षा पदाधिकारी पर आरोप है कि अवैध रूप से संपत्ति अर्जित की शिकायत मिली, जिस मामले में विजिलेंस की टीम ने रेड डाली है. जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण लगभग 3 साल से जिला में DEO के पद पर पदस्थापित हैं.
करोड़ो में कैश हुआ बरामद
शिक्षा पदाधिकारी मुफस्सिल थाना क्षेत्र में स्थित बसंत बिहार मोहल्ले में किराए के घर में रहते हैं, जहां छापेमारी चल रही है. साथ ही टीम उनके घर पर कई घंटों से पूछताछ कर रही है. बताया जा रहा है कि करोड़ो में कैश बरामद हुआ है. घर के अंदर पुलिस बल तैनात है. मिली जानकारी के अनुसार शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत के कई ठिकानों पर पुलिस और विजिलेंस की टीम रेड कर रही है. बेतिया के अलावा अन्य ठिकानों पर हो रही छापेमारी में क्या कुछ मिला है, अभी इसकी जानकारी सामने नहीं आई है. फिलहाल इस कार्रवाई से हड़कंप मचा है.
बिहार शिक्षा विभाग ने पांच विश्वविद्यालयों के शिक्षकों और कर्मचारियों की सैलरी पर लगाई रोक
23 Jan, 2025 01:17 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार में शिक्षा विभाग ने पांच विश्वविद्यालयों पर बड़ा एक्शन लिया. विभाग ने इन पांच विश्वविद्यालयों की सैलरी और पेंशन पर रोक लगा दी है. सैलरी देने की नई व्यवस्था के तहत यह कार्रवाई की गई है. इसी के साथ विभाग ने राज्य के आठ अन्य विश्वविद्यालयों के लिए करोड़ों रुपये का फंड जारी कर दिया है. इस फैसले के बाद से ही शिक्षकों और कर्मचारियों काफी परेशान है. शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालयों से पे-रोल मैनेजमेंट पोर्टल पर कर्मचारियों और शिक्षकों की जानकारी अपलोड करने के लिए कहा था, लेकिन पांच विश्वविद्यालयों ने जानकारी अपलोड नहीं की थी. इस वजह से विभाग ने सैलरी पर रोक लगा दी है. यह राशि नवंबर और दिसंबर की है.
सैलरी और पेंशन पर लगी रोक
पांच विश्वविद्यालयों सैलरी और पेंशन पर रोक लगाई गई है. उसमें पटना विश्वविद्यालय, तिलकामांझी भागलपुर, आरा और मुंगेर विश्वविद्यालय विश्वविद्यालय, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय और कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय शामिल हैं. इसी के साथ विभाग ने राज्य के बाकी आठ विश्वविद्यालयों में काम करने वाले कर्मचारियों और शिक्षकों के लिए सैलरी, सेवानिवृत्त अध्यापकों तथा कर्मियों को पेंशन के लिए 171 करोड़ 96 लाख रुपये का भुगतान जारी कर दिया है.
शिक्षा विभाग ने जारी किए करोड़ों रुपये
शिक्षा विभाग के मुताबिक बुधवार को जिन आठ विश्वविद्यालयों को राशि जारी की गई है. उन संस्थानों ने प्रमाण पत्र दिया है कि उन्होंने जो भी जानकारी पे-रोल मैनेजमेंट पोर्टल दी है,वह सभी जानकारी सही हैं. इस प्रमाण पत्र के पुष्टि के बाद शिक्षा विभाग ने जय प्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा को 13.66 करोड़, दरभंगा को 33.74 करोड़, मगध विश्वविद्यालय, बोधगया को 25.28 करोड़, पूर्णिया विश्वविद्यालय को 9.64 करोड़, मौलाना मजहरूल हक अरबी एवं फारसी विश्वविद्यालय को 01.66 करोड़.
10 नवंबर को जारी किया था निर्देश
इसी के साथ मधेपुरा को 17.62 करोड़, बीएन मंडल विश्वविद्यालय, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय को 37.7 करोड़ और बीआर अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर को 32.66 करोड़ की राशि जारी की हैं. पिछले साल 10 नवंबर को शिक्षा विभाग ने सभी विश्वविद्यालय के कुलसचिवों के लिए निर्देश जारी किया था. शिक्षकों और कर्मचारियों के वेतन भुगतान के लिए नई व्यवस्था शुरू की गई है, जिसमें शिक्षकों और कर्मचारियों का डाटा पे-रोल मैनेजमेंट पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य है. अगर ऐसा नहीं होता है, तो उस विश्वविद्यालय की वेतन रोक दिया जाएगा.
झारखंड के बोकारो जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़, एके-47 और इंसास राइफल बरामद
23 Jan, 2025 01:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बोकारो: बोकारो जिले में सुरक्षबलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हो गई. जिले के नावाडीह प्रखंड के पेंक नारायणपुर क्षेत्र के जंगल में हुई मुठभेड़ में दो नक्सली ढेर हुए हैं. इनमें एक महिला नक्सली भी शामिल है. सुरक्षाबलों को उनके पास से एके-47, इंसास समेत भारी मात्रा में हथियार और गोलियां बरामद हुई हैं. मुठभेड़ में झारखंड के दो जवानों के घायल होने की खबर भी है. मारे गए नक्सलियों की पहचान की जा रही है. इन जंगलों में बुधवार सुबह से ही मुठभेड़ जारी है.
सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़
नक्सली मुक्त झारखंड बनाने के उद्देश्य से लगातार सुरक्षाबलों के द्वारा नक्सलियों के खात्मे को लेकर अभियान चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में बुधवार को राज्य के बोकारो जिला अंतर्गत नावाडीह प्रखंड के पेंक नारायणपुर क्षेत्र के जंगल में बड़ी संख्या में नक्सलियों के मौजूदगी की गुप्त सूचना मिलने पर सुरक्षाबल वहां पहुंचे. सर्च अभियान के दौरान सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई, जिसमें दो नक्सली ढेर हुए हैं.
दो नक्सली ढेर, महिला भी शामिल
सर्च अभियान के उपरांत सुबह जंगलों में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई. भीषण मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने दो नक्सलियों को ढेर कर दिया. उनके पास से एके-47, इंसास समेत भारी मात्रा में हथियार और गोलियां बरामद हुआ है. जानकारी के मुताबिक, भीषण मुठभेड़ में झारखंड पुलिस के दो जवान भी घायल हुए हैं. उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है. बताया जा रहा है कि बुधवार अहले सुबह से ही नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ जारी है.
एक दिन पहले गिरफ्तार किया था इनामी नक्सली
मंगलवार की शाम बोकारो जिला के ही चंद्रपुरा बीएड कॉलेज मोड़ के समीप से पुलिस की टीम ने एक 15 लाख के इनामी हार्डकोर नक्सली रणविजय महतो को गिरफ्तार किया था. आशंका व्यक्त की जारी है कि पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया नक्सली से पूछताछ के आधार पर ही बुधवार को यह कार्रवाई की गई. इसी क्रम में नक्सली और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हो गयाम. जिसमें दो नक्सली मारे गए हैं, जबकि दो पुलिसकर्मियों के भी घायल होने की बात सामने आ रही है.
झारखंड आवास बोर्ड रांची में 181 फ्लैटों का आवंटन लॉटरी के माध्यम से करेगा
23 Jan, 2025 12:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड राज्य आवास बोर्ड, रांची के हरमू और अरगोड़ा हाउसिंग कॉलोनी में बने 181 फ्लैटों का आवंटन लॉटरी के माध्यम से करने जा रहा है. इसके लिए 10 फरवरी 2025 से आवेदन की प्रक्रिया शुरू होगी, जो 10 मार्च 2025 तक चलेगी. वहीं 11 मार्च से 4 अप्रैल तक आवेदन पत्रों की जांच की जाएगी. जबकि 7 अप्रैल को जांच के उपरांत औपबंधिक लिस्ट जारी की जाएगी. 9 अप्रैल को रांची के ही हरमू चौक स्थित झारखंड राज्य आवास बोर्ड के कार्यालय में ही ऑनलाइन लॉटरी के माध्यम से 181 फ्लैटों का आवंटन किया जाएगा.
झारखंड राज्य आवास बोर्ड देगा फ्लैट
झारखंड राज्य आवास बोर्ड ने जैसा है और जहां है के आधार पर 90 वर्ष के लिए फ्लैटों के आवंटन करने का निर्णय लिया है. हरमू हाउसिंग कॉलोनी में आर्थिक रूप से कमजोर आय वर्ग (EWS) कैटेगरी के लिए 15 फ्लैट, जबकि लो-इनकम ग्रुप ( LIG) के लिए 91 फ्लैट, मिडिल इनकम ग्रुप (MIG) के लिए 66 फ्लैट, वहीं हाई इनकम ग्रुप (HIG) के लिए कल 9 फ्लैट आवंटन के लिए उपलब्ध है.
लॉटरी के जरिये मिलेंगे फ्लैट
आय मापदंड की बात करें, तो 3 लाख सालाना आय वाले आर्थिक रूप से कमजोर आय वर्ग की श्रेणी में होंगे. जबकि 6 लाख रुपए तक लो-इनकम ग्रुप में, जबकि 12 लख रुपए वाले मिडिल इनकम ग्रुप में और 12 लाख से ऊपर सालाना आय वाले को हाई इनकम ग्रुप में होंगे. झारखंड राज्य आवास बोर्ड ने लॉटरी से आवंटन किए जाने वाले फ्लैट के लिए आवेदन के साथ लोगों को फ्लैट की निर्धारित राशि का 10% ऑनलाइन जमा करना होगा.
181 फ्लैटों का किया जाएगा आवंटन
जबकि आवंटन मिलने पर एक महीने के भीतर 25% राशि का भुगतान करना होगा. ऑनलाइन आवेदन के लिए EWS कैटेगरी को 1000 रुपया, वहीं LIG और MIG वर्ग में 2000-2000 रुपये और उच्च आय वर्ग यानी HIG के लिए 3000 रुपये आवेदन शुल्क देना होगा. रांची के जिन 181 फ्लैट का आवंटन किया जाना है. उसकी राशि 15 लाख से लेकर 72.21 लाख तक की होगी.
15 लाख से शुरू होगी कीमत
झारखंड राज्य आवास बोर्ड ने सभी आय वर्ग के लोगों को ध्यान में रखकर फ्लैट बेचने का निर्णय लिया है. जिसके तहत न्यूनतम 15 लाख से लेकर अधिकतम 72.21 लाख तक फ्लैट का मूल्य रखा गया है. अगर आप भी रांची में अपने सपनों का आशियाना चाहते है, तो आप भी https;//jshbelottery.jharkhand.gov.in पर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.
ACB ने रांची में अंचल निरीक्षक के आवास पर की छापेमारी
22 Jan, 2025 01:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची। रांची में भ्रष्टाचार को रोकने को लेकर लगातार कार्रवाई की जा रही है। ACB टीम ने मोरहाबादी में राम कृष्ण मिशन के पास नामकुम अंचल के अंचल निरीक्षक राजेश कुमार के आवास पर छापा मारा है। ACB की यह कार्रवाई शहर अंचल के पूर्व अंचल अधिकारी मुंशी राम की गिरफ्तारी मामले में हो रही है। मुंशी राम को ACB ने रिश्वत लेते पिछले दिनों गिरफ्तार किया था। इसके अलावा गुमला जिले के घाघरा स्थित राजेश कुमार के किराये के मकान पर भी ACB छापेमारी कर रही है। राजेश बिशुनपुर और घाघरा अंचल में भी कई वर्षों तक पदस्थापित रहे हैं। वर्तमान में राजेश कुमार नामकुम अंचल कार्यालय में कार्यरत हैं।
बिहार में ED की छापेमारी से मचा हड़कंप, 100 करोड़ का रेलवे घोटाला
22 Jan, 2025 01:32 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ED Raid: बिहार में बुधवार 22 जनवरी की सुबह-सुबह ED की छापेमारी से हड़कंप मच गया. जानकारी के मुताबिक, ED ने रेलवे क्लेम घोटाला मामले में बिहार के पटना, नालंदा और कर्नाटक के बेंगलुरु तक कई जगहों पर एक साथ रेड मारी. यह घोटाला 100 करोड़ से अधिक का माना जा रहा है. यह घोटाला रेलवे कर्मचारियों के नाम पर फर्जी दस्तावेजों के सहारे किया गया है. अब तक मिली जानकारी के अनुसार ED ने पटना समेत देश के तीन शहरों के पांच लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन चलाया है. पटना और नालंदा के अलावा बेंगलुरु में भी ED की छोपमारी चल रही है. पटना में 3, नालंदा में 1 और बेंगलुरु में 1 स्थान पर रेड पड़ने की सूचना मिल रही है.
रेलवे हादसों में फर्जी मुआवजे का दावा
बता दें कि रेलवे का यह घोटाला रेलवे में हादसे के बाद घायलों और मृतकों के नाम पर फर्जी तरीके से मुआवजा हासिल करने से संबंधित है. इस मामले में रेलवे की आपत्ति के बाद शिकायत दर्ज की गई थी. शिकायत में कहा गया था कि बड़े पैमाने पर हादसों में फर्जी मौतों के नाम पर मुआवजे का दावा किया गया था. इस मामले में कई न्यायिक अधिकारियों, वकीलों और सरकारी कर्मचारियों की भूमिका की जांच कर रही है.
CBI ने रेलवे घोटाले में की कार्रवाई
इस मामले में पटना में CBI की टीम ने आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी समेत कुछ अन्य धाराओं में केस दर्ज किया था. सुप्रीम कोर्ट के तत्कालीन न्यायमूर्ति रंजन गोगोई और न्यायमूर्ति उदय यू. ललित की पीठ के निर्देश पर CBI ने यह मामला दर्ज किया था. यह मामला वर्ष 2015-2018 के बीच का है. सूत्रों की माने तो एक-एक व्यक्ति के नाम पर चार-चार बार धन की उगाही की गई थी.
हेमंत सोरेन: सरकारी और गैर सरकारी कर्मियों को मिलेगा 10 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा
22 Jan, 2025 01:26 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हेमंत सोरेन सरकार ने नए साल पर सरकारी और गैर सरकारी कर्मियों को बड़ा तोहफा दिया है. सरकार ने सरकारी कर्मियों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ देने के साथ-साथ 10 लाख रुपए तक के इलाज का पूरा खर्च उठाने का फैसला किया है. अगर इससे ज्यादा की राशि खर्च होगी तो उस राशि का भुगतान कॉर्पस फंड से दिया किया जाएगा. राज्य सरकार के इस फैसले से लाखों सरकारी कर्मियों, सभी मौजूदा विधायकों, पूर्व विधायकों, अधिवक्ताओं तथा ऐसे तमाम लोगों के परिजनों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिलेगा. सरकार इसके लिए कर्मियों के वेतन से 500 रुपए हर महीने की कटौती करेगी. दूसरी ओर गैर सरकारी कर्मियों को इस सेवा का लाभ लेने के लिए हर साल 6 हजार रुपए का भुगतान करना होगा.
15 दिनों के लिए छुट्टी भी मिलेगी
राज्य के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह ने सरकार के फैसले के बारे में बताते हुए कहा कि सरकारी कर्मियों और उनके आश्रितों के इलाज का खर्च अगर 10 लाख की राशि से ज्यादा होता है उसका भुगतान कार्पस फंड किया जाएगा. इसके अलावा इस योजना के लाभान्वितों को प्री-हॉस्पिटलाइजेशन और पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन प्रक्रिया के 15 दिनों के लिए छुट्टी मिलेगी.
ज्ञानोदय योजना के तहत कंप्यूटर शिक्षा
इसके अलावा सोरेन कैबिनेट ने ज्ञानोदय योजना के तहत सरकारी मध्य विद्यालयों में कंप्यूटर आधारित शिक्षा के कार्यान्वयन को मंजूरी दे दी. कैबिनेट सचिव वंदना दादेल ने कहा कि ज्ञानोदय योजना के तहत 2024-25 से 2029-30 के बीच 94.95 करोड़ रुपए की लागत से सरकारी मध्य स्कूलों में कंप्यूटर शिक्षा और कंप्यूटर आधारित शिक्षा शुरू की जाएगी. कैबिनेट ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
लैटरल नियुक्ति बंद
बैठक में राज्य सरकार की ओर से एक और बड़ा फैसला लिया गया जिसमें सरकारी विभागों में प्राइवेट सेक्टर से संविदा के आधार पर लैटरल नियुक्ति की प्रक्रिया रुक जाएगी. सरकार ने इसके लिए पहले जारी आदेश को निरस्त करने का फैसला किया है. झारखंड सरकार ने केंद्र सरकार के फैसले के आधार पर अपने कुछ विभागों में लैटरल एंट्री के जरिए नियुक्ति का आदेश जारी किया था. इसी आधार पर सोरेन सरकार ने भी एंट्री के लिए आदेश जारी किया था. केंद्र सरकार के लैटरल एंट्री के फैसले का कांग्रेस ने जमकर विरोध भी किया था.
बिहार के मोतिहारी में प्रेम-प्रसंग के कारण 15 वर्षीय लड़की की हत्या, पिता, भाई और चाचा गिरफ्तार
22 Jan, 2025 01:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मोतिहारी: मोतिहारी से सनसनीखेज मामला सामने आया है. एक नाबालिग लड़की की हत्या के आरोप में उसके पिता, भाई और चाचा को गिरफ्तार किया गया है. मोतिहारी के कल्याणपुर थाना क्षेत्र में 15 वर्षीय किशोरी का गांव के दो लड़कों से अफेयर चल रहा था. जिसके चलते सोमवार को परिजनों ने उनकी हत्या कर शव को सरेह में फेंक दिया. पुलिस ने शव को बरामद करते हुए लड़की के पिता गणेश सहनी, उसके भाई और चाचा को गिरफ्तार कर लिया.
ग्रामीणों ने परिजनों को शव फेंकते हुए देखा
पूरा मामला पूर्वी चंपारण जिले के कल्याणपुर थाना क्षेत्र के सिसवा खरार पंचायत का है. जहां गणेश की 15 वर्षीय बेटी का गांव के दो लड़कों से प्रेम-प्रसंग चल रहा था. जिसको लेकर पिता और परिवार के अन्य सदस्यों ने लड़की को कई बार समझाया. इसके बावजूद जब वो नहीं मानी तो पिता ने अपने भाई और बेटे के सहयोग से बेटी की हत्या कर दी. इसके बाद शव को घर से कुछ ही दूरी पर फेंक दिया. ग्रामीणों ने परिजनों को बेटी के शव को फेंकते हुए देख लिया, उन्होंने कल्याणपुर थाने को मामले की सूचना दी. सूचना मिलने पर कल्याणपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और लड़की के शव को कब्जे में ले लिया.
मामले पर पुलिस ने क्या कहा?
मंगलवार को घटना के बारे में जानकारी देते हुए चकिया SDPO ने बताया कि बीती रात सूचना मिली कि कल्याणपुर के सिसवा पंचायत में एक 15 वर्षीय लड़की की हत्या की गई है और परिजन शव को ठिकाने लगाने के लिए सरेह में गए हैं. जिसके बाद घटना की जानकारी पुलिस अधीक्षक को दी गई. मामले में मोतीहारी पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने एक टीम का गठन करते हुए कार्रवाई करने का आदेश दिया.
लड़की का शव सरेह से बरामद
वहीं कल्याणपुर थाना की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सिसवा गांव के सरेह से लड़की का शव बरामद कर लिया. मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए मोतिहारी सदर अस्पताल भिजवाया गया है. घटना में संलिप्त मृतका के पिता और भाई के साथ चाचा को गिरफ्तार कर लिया गया. SDPO ने घटना का मूल कारण प्रेम-प्रसंग बताया है.
बिहार के लखीसराय में चलती ट्रेन में युवक की गोली मारकर हत्या, बदमाश फरार
22 Jan, 2025 01:03 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखीसराय: लखीसराय में बदमाशों ने चलती ट्रेन में युवक की गोली मारकर हत्या कर सनसनी फैला दी. आरोपी युवक की हत्या कर चलती ट्रेन से कूदकर फरार हो गए. घटना के बाद ट्रेन के कोच में कोहराम मच गया. जानकारी मिलते ही ट्रेन को रोका गया और रेलवे पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. पुलिस को जांच के दौरान युवक के पास से जमीन के दस्तावेज बरामद हुए हैं. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. ट्रेन के कोच में युवक की हत्या से लोग दहशत में आ गए. बदमाशों ने युवक के सिर पर गोली मारी थी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. कोच में गोली की आवाज से लोग सन्न रह गए.
सिर में मारी थी गोली
घटना के अनुसार, लखीसराय जिले के किऊल-भागलपुर रेलखंड के किऊल आउटर सिग्नल के पास हावड़ा-गया एक्सप्रेस ट्रेन में एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि किऊल स्टेशन से जैसे ही ट्रेन खुली, उसी दौरान आउटर सिग्नल के पास चलती ट्रेन में अपराधियों ने युवक के सिर में गोली मार दी और चलती ट्रेन से कूदकर फरार हो गए. गोली लगने से युवक की ट्रेन में ही मौत हो गयी. घटना के बाद ट्रेन के कोच में यात्रा कर रहे यात्रियों में दहशत फैल गई. अचानक घटी इस घटना के कारण सभी यात्री सन्न रह गए.
युवक के पास मिले जमीनी दस्तावेज
घटना के बाद ट्रेन के रूकने पर लोगों की भीड इकट्ठा हो गई. मृतक की पहचान लखीसराय प्रखंड के महिसोना गांव के निवासी धर्मेंद्र कुमार साहू के रूप में हुई है. घटना की जानकारी मिलते ही किऊल रेल डीएसपी सहित बड़ी संख्या में रेलवे पुलिस मौके पर पहुंच गई. घटना की जांच की जा रही है. किऊल रेल डीएसपी ने बताया कि घटना का कारण प्रथम दृष्टया जमीन विवाद सामने आ रही है. मृतक के पास से जमीन से जुड़े कई दस्तावेज बरामद हुए हैं. घटनास्थल पर एफएसएल की टीम को भी बुलाया गया है.