उत्तर प्रदेश
झारखंड: शादी के बहाने बुलाकर की हत्या, मामा की मौत, भांजा बाल-बाल बचा
17 May, 2025 12:28 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चंदनकियारी: जिले के अमलाबाद ओपी क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां शादी का कार्ड बांटने के बहाने मामा-भांजे को बुलाकर जबरन शराब पिलाई गई और फिर दामोदर नदी में डुबोने की कोशिश की गई।
इस घटना में मामा की मौत हो गई, जबकि भांजा किसी तरह जान बचाकर भाग निकला। पुलिस ने इस संबंध में पांच लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।
घटना को लेकर मटकुरिया (बैंकमोड़ थाना क्षेत्र) निवासी रविंद्र पांडे ने अमलाबाद ओपी में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में उन्होंने बताया कि उनके 20 वर्षीय भतीजे निवास कुमार पांडे और 15 वर्षीय नाती अनुराग पांडे को 24 अप्रैल की सुबह करीब 11 बजे शादी का कार्ड बांटने के बहाने पड़ोसी विवेक दास, विवेक कुमार, अभिषेक यादव, रोहित यादव और विक्रम राय अपने साथ ले गए।
शाम करीब साढ़े तीन बजे अनुराग ने फोन कर परिवार को सूचना दी कि उपरोक्त पांचों आरोपियों ने मामा-भांजे को जबरन शराब पिलाई और शक्ति पुल के पास दामोदर नदी के गहरे पानी में धकेल दिया। पानी कम होने की वजह से अनुराग किसी तरह जान बचाकर भागने में सफल रहा, लेकिन निवास पांडे की डूबने से मौत हो गई।
सूचना मिलने के बाद परिजन तत्काल मौके पर पहुंचे और खोजबीन शुरू की। इसके बाद पुलिस ने शव को बरामद कर मुनीडीह क्षेत्र में अंत्येष्टि करवाई। शुक्रवार को परिजनों ने अमलाबाद ओपी में इस संबंध में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई।
अमलाबाद ओपी पुलिस ने पांचों आरोपियों के खिलाफ हत्या और अन्य संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घटना के बाद से इलाके में तनाव का माहौल है और परिजन न्याय की मांग कर रहे हैं।
मुन्ना शुक्ला को सुप्रीम कोर्ट का झटका, 15 दिन में करना होगा सरेंडर
17 May, 2025 12:21 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के दिग्गज नेता और तीन बार के विधायक व मंत्री बृजबिहारी प्रसाद की हत्या का मामला 26 साल बाद एक बार फिर से सुर्खियों में है. इसी के साथ पूर्व विधायक और बाहुबली मुन्ना शुक्ला भी चर्चा में आ गए हैं. मुन्ना शुक्ला बृजबिहारी प्रसाद हत्याकांड में शामिल रहे थे और इसी मामले में उन्हें पटना हाईकोर्ट ने अक्टूबर 2024 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. हालांकि हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ मुन्ना शुक्ला सुप्रीम कोर्ट चले गए थे. अब सुप्रीम कोर्ट ने भी हाईकोर्ट के फैसले को यथावत रखते हुए मुन्ना शुक्ला को 15 दिन के अंदर सरेंडर करने को कहा है.
बृजबिहारी प्रसाद और मुन्ना शुक्ला कोई साधारण नाम नहीं है. बिहार में राजनीति के अपराधीकरण या कहें बिहार में अपराध के राजनीतिकरण में इन दोनों का बहुत बड़ा योगदान है. यही वजह है कि बिहार में तत्कालीन मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के बेहद खास मंत्री बृजबिहारी को साल 1998 में पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में गोली मार दी गई. यह वारदात उत्तर प्रदेश के ‘डॉन’ श्रीप्रकाश शुक्ला ने अपने साथियों के साथ मिलकर कड़ी सुरक्षा के बावजूद अंजाम दिया था. इस घटना को ठीक से समझने के लिए आइए, शुरू से शुरू करते हैं.
छोटन शुक्ला को राखी बांधती थी रमा प्रसाद
1970 का दशक था. उन दिनों वैशाली से पटना तक लालगंज से बाहुबली छोटन शुक्ला की तूंती बोलती थी. उन दिनों बिहार में जातीय संघर्ष चरम पर था. छोटन शुक्ला ने इलाके के दबंगों की नकेल कसने के लिए मोतीहारी के आरजेडी नेता बृजबिहारी प्रसाद से संपर्क साधा. कहा जाता है कि दोनों में ऐसी दोस्ती हुई कि दोनों एक ही थाली में खाते थे. यहां तक कि बृजबिहारी की पत्नी रमा प्रसाद छोटन को राखी तक बांधने लगी. इसके चलते कुछ ही दिनों में बिहार की राजनीति से लेकर अपराध तक में छोटन शुक्ला का बड़ा नाम हो गया. ऐसे में छोटन ने धीरे-धीरे बृजबिहारी की छत्रछाया को उतारना शुरू कर दिया.
श्रीप्रकाश शुक्ला से कराई बृजबिहारी की हत्या
छोटन अब राजनीति में अपना करियर तलाश रहे थे. इसके चलते बृजबिहारी प्रसाद के ही साथ उनका टकराव होने लगा. कहा जाता है कि इसी टकराव की वजह से बृजबिहारी ने 1994 में छोटन शुक्ला को मरवा दिया. इसके बाद छोटन की विरासत को भाई भुटकुन ने बढ़ाया, लेकिन अगले ही साल वह भी मारे गए. भुटकन को उनके ही सुरक्षा गार्ड ने गोली मारी गई थी. आखिर में सबसे छोटे मुन्ना शुक्ला ने जनेऊ हाथ में लेकर बृजबिहारी के सर्वनाश की शपथ ली और अपराध वाली राजनीति में उतर पड़े. चूंकि इतने समय तक बृजबिहारी अपनी ताकत काफी बढ़ा चुके थे और मुन्ना शुक्ला के लिए बृजबिहारी तक पहुंचना आसान नहीं था. ऐसे में मुन्ना शुक्ला ने श्रीप्रकाश शुक्ला से हाथ मिलाया और साल 1998 में बृजबिहारी प्रसाद की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई.
सीएम निवास तक बृजबिहारी हत्याकांड की दहशत
इस वारदात की दहशत पूरे बिहार में देखी गई. आलम यह था कि हत्या की खबर सुनते ही मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और पूर्व सीएम लालू यादव ने अपने आसपास सुरक्षा घेरा कड़ा कर लिया. यही नहीं, बृजबिहारी प्रसाद के परिवार ने सबकुछ जानकर भी पुलिस में एफआईआर नहीं दर्ज कराई. इस वारदात में श्रीप्रकाश शुक्ला और मुन्ना शुक्ला के अलावा राजन तिवारी और सूरजभान का भी नाम आया था. 1998 में ही श्रीप्रकाश पुलिस एनकाउंटर में मारा गया. वहीं 2009 में पटना की अदालत ने बाकी बचे आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. मुन्ना शुक्ला का नाम 1994 में हुई डीएम जी कृष्णैया की हत्या में आया था. हालांकि इस मामले में मुन्ना शुक्ला तो सबूतों के अभाव में बरी हो गए, जबकि बाहुबली विधायक आनंद मोहन को सजा हो गई. वह हाल ही में जेल से सजा काटकर बाहर आए हैं.
अब राजद में हैं मुन्ना शुक्ला
मुन्ना शुक्ला की राजनीति ही राजद की जातिवादी राजनीति के खिलाफ शुरू हुई. करीब चार दशक तक वह राजद के निशाने पर रहे. राजनीति में कब दोस्त दुश्मन बन जाए और कब दुश्मनी दोस्ती में बदल जाए, कहा नहीं जा सकता. पिछले कुछ दिनों से मुन्ना शुक्ला राजद के साथ गलबहियां करते नजर आ रहे हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में मुन्ना शुक्ला की पत्नी राजद के टिकट पर वैशाली से चुनाव भी लड़ी थी, लेकिन हार गई. अब वह एक बार फिर राजद के ही टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. माना जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मुन्ना शुक्ला भले ही जेल चले जाएंगे, लेकिन उनकी राजनीति जारी रहेगी.
लखनऊ: झूठा केस दर्ज कराने वाले वकील को कोर्ट से 10 साल की सजा
17 May, 2025 11:42 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश में राजधानी लखनऊ में एक हैरान करने वाली घटना हुई है. यहां कोर्ट ने एक वकील को ही 10 साल की सजा सुना दी है. इसी के साथ कोर्ट ने एक टिप्पणी भी की है कि चतुर शिकारी ही जल्दी जाल में फंसता है. इसी के साथ कोर्ट ने वकील पर ढाई लाख का जुर्माना भी लगाया है. मामला राजधानी लखनऊ के विकास नगर थाना क्षेत्र का है. इस मामले में वकील ने पहले अपने पड़ोसी के खिलाफ हत्या का प्रयास, धमकी, तोड़फोड़, गाली गलौज व एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा भी दर्ज कराया था, लेकिन जांच में पता चला कि पूरा मामला ही फर्जी है.
एससी-एसटी कोर्ट में विशेष लोक अभियोजक अरविंद मिश्रा के मुताबिक वकील लाखन सिंह का पड़ोस में रहने वाले सुनील दुबे के साथ ज़मीन विवाद चल रहा था. चूंकि सभी सबूत सुनील दुबे के पक्ष में थे, इसलिए वकील ने उन्हें शिकस्त देने के लिए एससी-एसटी एक्ट में फंसाने का फैसला किया. इसी क्रम में वकील लाखन ने 15 फरवरी 2014 को कोर्ट सुनील दुबे के खिलाफ इस्थगासा दाखिल करते हुए विकास नगर थाने में हत्या का प्रयास, धमकी देना, तोड़फोड़ और गालीगलौज के साथ एससी-एसटी एक्ट के विभिन्न धाराओं में केस दर्ज करा दिया.
वकील के खिलाफ कोर्ट की कड़ी टिप्पणी
कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने मामले की जांच की. इसमें पता चला कि इस तरह की कोई घटना हुई ही नहीं, बल्कि पूरा मामला जमीनी विवाद का है. पुलिस ने कोर्ट को बताया कि वकील द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर ही झूठी है. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कोर्ट ने वकील के खिलाफ कड़ी टिप्पणी कहा. कहा कि चतुर शिकारी ही में जल्दी जाल में फंसता है. इस तरह के शिकारी खुद जाल बिछाते हैं और ज्यादा चालाकी दिखाने के चक्कर में खुद फंस जाते हैं.
कोर्ट में घुसने पर भी लगी रोक
कोर्ट ने कहा कि लाखन एडवोकेट है और रोज कोर्ट आता है. उसने इसी तरह से कई अन्य लोगों पर फर्जी मुकदमे दर्ज कराए है. कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि यह आदमी अपने नाम के साथ एडवोकेट लगाकर कानून का दुरुपयोग कर रहा है. इसके कोर्ट परिसर में प्रवेश पर भी रोक लगनी चाहिए. विशेष लोक अभियोजक के मुताबिक मामले की सुनवाई विशेष न्यायाधीश विवेकानद शरण त्रिपाठी की कोर्ट में हुई है. कोर्ट ने आरोपी के खिलाफ सजा सुनाते हुए अपने फैसले में साफ कहा है कि सजा अलग अलग चलेंगी. इसी के साथ कोर्ट ने लखनऊ पुलिस कमिश्नर और डीएम को भी निर्देश दिया है कि दलित उपीड़न का मुकदमा दर्ज कराने पर आरोपी को जो भी धनराशि दी गई है, उसकी रिक
वृंदावन को मिलेगी नई सौगात, बांके बिहारी कॉरिडोर परियोजना को हरी झंडी
17 May, 2025 11:19 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के वृंदावन में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ठाकुर बांके बिहारी कॉरिडोर का रास्ता साफ कर दिया गया है. इसके बाद अब कॉरिडोर बनाने की तैयारी शुरू की जाएगी. इसके साथ ही मंदिर से 500 करोड़ रुपए का फंड भी लिया जाएगा. इसका इस्तेमाल जमीन खरीदने के लिए किया जाएगा और उस जमीन को भगवान के नाम किया जाएगा. इससे वृंदावन को भी नई सौगात मिल जाएगी.
वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर पर कॉरिडोर बनने का रास्ता साफ हो गया है. सुप्रीम कोर्ट ने भी इसकी इजाजत दे दी है. अब बहुत जल्दी ही वृंदावन में कॉरिडोर का काम शुरू कर दिया जाएगा. वृंदावन में कॉरिडोर बनने पर महामंडलेश्वर रामदास महाराज ने कहा कि अब मुख्यमंत्री की ओर से 500 करोड़ का कॉरिडोर वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर पर बनने जा रहा है.
कॉरिडोर के लिए 500 करोड़ मंजूर
इस कॉरिडोर के बनने के बाद ट्रैफिक की समस्या से निजात मिलेगी और बड़ी-बड़ी सड़कें बनेंगी, जिससे आने वाले तीर्थ यात्रियों को जाम से भी मुक्ति मिलेगी. श्री कृष्ण जन्म भूमि मंदिर का केस लड़ रहे दिनेश फलाहारी ने कहा कि मुख्यमंत्री को हम बहुत-बहुत धन्यवाद देते हैं. उन्होंने वृंदावन मथुरा विकास के लिए काफी धन दिया है. मुख्यमंत्री जी समय-समय पर मथुरा वृंदावन में आ कर निरीक्षण भी करते हैं. मुख्यमंत्री जी ने वृन्दावन के संतों की बात को मान कर कॉरिडोर के लिए 500 करोड़ रूपये मंजूर किए थे. लेकिन यह मामला कोर्ट में चला गया और अब सुप्रीम कोर्ट ने भी इसकी इजाजत दे दी है.
ट्रैफिक समस्या से कैसे निजात मिलेगी?
ठाकुर बांके बिहारी कॉरिडोर बनने के साथ सिग्नेचर ब्रिज भी बनाया जाएगा. सिगनेचर ब्रिज में यमुना एक्सप्रेसवे से आने वाले वाहन जो कि वृंदावन बाईपास से कनेक्ट होंगे. यमुना एक्सप्रेस भी होकर आने वाले श्रद्धालुओं को अब शहर के अंदर आने की जरूरत नहीं होगी. वह अपनी गाड़ियों को वृंदावन बाईपास के जरिए से यमुना पाली पर बन रही पार्किंग पर अपनी गाड़ी खड़े कर सकेंगे.
श्रद्धालु सिग्नेचर ब्रिज के जरिए ठाकुर बांके बिहारी मंदिर पहुंचेंगे. वहीं हाईवे से आने वाले श्रद्धालु जेट कट से होकर वृंदावन बाईपास चढ़कर सिग्नेचर ब्रिज तक पहुंचेंगे और ठाकुर बांके बिहारी महाराज के दर्शन आसानी से कर सकेंगे. इस तरह से शहर के अंदर वाहनों की संख्या कम हो जाएगी और हो सकता है कि ट्रैफिक में भी सुधार हो और भीड़ नियंत्रण में भी व्यवस्था देखने को मिलेगी.
इस मामले पर लोगों ने क्या कहा?
राम की दासी योगेश्वरी देवी जी ने कहा कि अब लोगों को कोई भी समस्या नहीं होगी. वृंदावन में कॉरिडोर बनने से तीर्थ यात्रियों के साथ जो घटनाएं होती थी. वह भी काफी हद तक रुक जाएंगी. श्री कृष्ण जन्म भूमि संघर्ष न्यास की प्रदेश अध्यक्ष गुंजन शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री हमारे ब्रज के विकास के लिए बहुत ध्यान रखते हैं. वृंदावन के विकास के लिए वह हमेशा धन देते रहते हैं. हम बृजवासी मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद देते हैं. क्रांतिकारी संत सत्य मित्रा नन्द ने कहा कि वृंदावन, मथुरा के विकास के लिए मुख्यमंत्री ने 500 करोड़ की कॉरिडोर योजना मंजूर की है. कोर्ट से भी अनुमति मिल गई है. कॉरिडोर बनने से मंदिर में होने वाली दम घुटने की घटनाएं भी रुकेंगी और ट्रैफिक समस्या से निजात मिलेगी.
आकांक्षा ने किया प्रेम विवाह, आरोपी पति पर पहले से दर्ज हैं गंभीर धाराएं
17 May, 2025 09:15 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के बरेली की रहने वाली आकांक्षा ने प्रेम विवाह किया, लेकिन यह शादी उसके लिए किसी नर्क से कम नहीं रही. आकांक्षा की शादी 23 अक्टूबर 2023 को सोनू कश्यप निवासी मोहल्ला सतीपुर, थाना बारादरी से पुलिस की मौजूदगी में हुई थी. शादी से पहले आकांक्षा ने सोनू के खिलाफ रेप, धोखाधड़ी, धमकी और एससी/एसटी एक्ट में केस दर्ज कराया था.
आकांक्षा का आरोप है कि सोनू और उसके परिवार ने दबाव बनाकर उसे इलाहाबाद हाईकोर्ट में जबरन समझौता करने को मजबूर किया. 3 मार्च 2025 को 2 लाख रुपये लेकर केस खत्म करा दिया था और शादी कर ली थी. लेकिन शादी होते ही असली खेल शुरू हो गया.
दहेज की बुलेट और 5 लाख की डिमांड
शादी के कुछ दिन बाद ही सोनू, उसके पिता किशनलाल, मां रामवती, जेठ श्यामसुंदर और ननद रेखा ने आकांक्षा से 5 लाख रुपये नकद और बुलेट बाइक की मांग शुरू कर दी. जनवरी 2025 में लड़की के परिवार ने घरेलू सामान देकर बात संभालनी चाही, लेकिन सोनू का लालच खत्म नहीं हुआ. 12 मई 2025 की सुबह करीब 8 बजे सोनू और उसके परिवार ने फिर 3 लाख रुपये की मांग की. जब आकांक्षा ने पैसे लाने से इनकार किया, तो उसे बुरी तरह पीटा गया और घर से निकाल दिया. साथ ही उसका सारा जेवर, कपड़े जब्त कर लिया.
पहले भी दी शिकायत
आकांक्षा ने बताया कि इस दौरान उसने कई बार पुलिस से शिकायत की, लेकिन हर बार पुलिस ने समझौते का रास्ता दिखाया. कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की गई. अब वह दर-दर भटक रही है, और उसके ससुराल वाले उसे अपनाने को तैयार नहीं हैं. अब आकांक्षा ने महिला थाना बरेली में तहरीर देकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. उसका कहना है कि यह सिर्फ दहेज उत्पीड़न नहीं बल्कि एक सुनियोजित साजिश है जिसमें प्रेम, विश्वास और कानून तीनों का गलत इस्तेमाल हुआ है.
क्या कहती है पीड़िता?
आकांक्षा का आरोप है कि मुझे प्यार के नाम पर धोखा दिया गया. पहले रेप किया गया, फिर शादी का झांसा देकर केस खत्म कराया गया. अब शादी के बाद मुझे दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा है. मैं अब न्याय चाहती हूं. महिला थाना पुलिस ने आकांक्षा की तहरीर पर जांच शुरू कर दी है. हालांकि, अब देखना होगा कि क्या इस बार भी समझौता कराया जाएगा या सच में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी.
मर्जी के खिलाफ शादी का दबाव बना जानलेवा, अमेठी में युवती ने की आत्महत्या
17 May, 2025 07:38 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के अमेठी में एक हैरान करने वाला मामला सामने है, जहां शादी की तारीख पक्की करने आए लड़का पक्ष के लोगों के सामने युवती घर से बाहर गई और घर के पीछे स्थित बाग में जाकर फांसी लगा ली. कुछ देर बाद जब परिजन लड़की को खोजते हुए बाग में पहुंचे तो उसका शव पेड़ के सहारे फांसी पर लटका देखकर सन्न रह गए. मामले की जानकारी पुलिस को दी गई जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस कार्रवाई में जुट गई है.
मामला जामो थाना क्षेत्र के दुलापुर गांव का बताया जा रहा है. .यहां के रहने वाले राम प्रसाद की बेटी गुंजन की शादी वारिशगंज टांडा गांव के रहने वाले राजकुमार के बेटे सत्यनारायण के साथ तय हुई थी. लड़की घर पर लड़के वाले शादी की डेट के लिए आये थे. दोनों परिवार हंसी खुसी बातें कर ही रहे थे कि लड़की मोबाइल से बात करते घर से बाहर निकली. लड़की टमाटर लेने की बात कह कर घर के पीछे बाग में जाकर पेड़ से लटककर फांसी लगा ली.
बाग में पेड़ से लटकता मिला शव
कुछ देर बाद उसकी छोटी बहन शौच के लिए बाग की तरफ गई तो लड़की का शव पेड़ से लटका देखा. चिल्लाते हुए उसकी बहन घर पहुंची और परिजनों को मामले की जानकारी दी. इस दौरान परिजन भी उसकी तलाश करने में जुटे हुए थे. लड़की के पिता राम प्रसाद ने कहा कि उसकी बेटी बीए पास थी और आज लड़के वाले शादी की डेट फिक्स करने आये थे. वहीं उसकी दूसरी बहन शौच के लिए बाग की तरफ गई तो घटना की जानकारी हुई.
शादी से नाराज थी लड़की
गांव के ही रहने वाले लोग बिना नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि लड़की शादी से नाराज थी, वो वहां पर शादी नहीं करना चाहती थी. जिसको लेकर आए दिन वो घरवालों से नाराज रहती थी.
जामो थाना इंस्पेक्टर विनोद कुमार सिंह ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया. इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. प्रथम दृश्य मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है. परिजनों से बातचीत की जा रही है. तहरीर मिलने के बाद केस दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जाएगी.
बिहार कैबिनेट: ऑपरेशन सिंदूर के शहीदों के परिजनों को बिहार सरकार देगी ₹50 लाख
17 May, 2025 07:22 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में शुक्रवार को आयोजित राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में कुल 69 एजेंडों पर मुहर लगी. मंत्रिमंडल विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने बैठक के फैसलों के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अब बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड का गठन करते हुए इसका निबंधन बिहार सहकारी सोसाइटी अधिनियम, 1935 के अधीन किया जाएगा. इससे जीविका का अब अपना बैंक होगा. इसकी मदद से जीविका से जुड़ी दीदियां आसानी से लोन ले सकती हैं.
गौरतलब है कि राज्य में करीब 11 लाख जीविका समूह गठित हैं, जिससे 50 लाख से अधिक महिलाएं जुड़ी हुई हैं. अपर मुख्य सचिव ने बताया कि तत्कालीन उप-मुख्यमंत्री सह सांसद सुशील कुमार मोदी की जन्मतिथि 5 जनवरी को प्रत्येक वर्ष राजकीय समारोह के तौर पर मनाया जाएगा. इसकी मंजूरी मंत्रिपरिषद ने दे दी है.
पाकिस्तान में आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर में शहीद होने वाले बिहार के योद्धाओं के परिजनों को 50-50 लाख रुपये राज्य सरकार मुआवजा के तौर पर देगी. यह नई योजना है, जिसके तहत ऑपरेशन सिंदूर में शहीदों के परिजनों को यह अनुग्रह अनुदान दिया जाएगा. गृह विभाग ने इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया है.
राज्य कर्मियों का भी बढ़ा महंगाई भत्ता
केंद्र सरकार की तर्ज पर राज्य सरकार के कर्मचारियों को दो फीसदी महंगाई भत्ता (डीए) देने की घोषणा राज्य सरकार ने की है. इसके तहत सातवां वेतनमान वाले कर्मियों का महंगाई भत्ता 53 फीसदी से बढ़ाकर 55 फीसदी कर दी गई है. इसी तरह 5वां वेतनमान पाने वाले कर्मियों का डीए 246 प्रतिशत से बढ़ाकर 252 प्रतिशत तथा 6वां वेतनमान वाले कर्मियों को 455 से बढ़ाकर 466 प्रतिशत महंगाई भत्ता कर दिया गया है. इस घोषणा से राज्य के खजाने पर 1 हजार 70 करोड़ रुपये का अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ रहा है. वहीं, वित्तीय वर्ष 2025-26 में राज्य सरकार के स्तर से 54 हजार 213 करोड़ रुपये के बाजार ऋण समेत 58 हजार 193 करोड़ रुपये के ऋण उगाही की स्वीकृति दी गई है.
पंचायत सचिवों को प्रमाण-पत्र बनाने की जिम्मेदारी
अब राज्य में जन्म और मृत्यु प्रमाण-पत्र बनाने की जिम्मेदारी ग्रामीण स्तर पर पंचायत सचिवों को सौंप दी गई है. इसके अलावा राज्य में कैंसर की रोकथाम, चिकित्सा एवं समुचित प्रबंधन के लिए बिहार कैंसर केयर एवं रिसर्च सोसाइटी के गठन को मंजूरी दी गई है. कैंसर की चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के साथ ही इसका विस्तार करने के लिए यह निर्णय लिया गया है. राज्य में कैंसर के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इन्हें समय पर समुचित चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए इस सोसाइटी का गठन किया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत बिहार फिजियोथेरापिस्ट या अकुपेशनल थेरापिस्ट संवर्ग के पर नियुक्ति के लिए संबंधित नियमावली का गठन किया गया है.
राज्य सरकार अपने दिव्यांगजनों को सरकारी नौकरी में सीधे 4 फीसदी क्षैतिज आरक्षण का लाभ दिया जाएगा. अपर मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य के प्रखंड सह अंचल कार्यालयों एवं इसके परिसर की साफ-सफाई की पूरी जिम्मेवारी जीविका समूह को सौंपी गई है. इसका निर्णय भी राज्य सरकार ने लिया है. राज्य में 1 हजार 69 नए पंचायत सरकार भवन के निर्माण को मंजूरी दी गई है. इसके लिए 27 अरब 84 करोड़ 93 लाख 27 हजार रुपये की मंजूरी दी गई है. इन सभी पंचायत सरकार भवनों में एक-एक सुधा मिल्क पार्लर का निर्माण भी कराया जाएगा.
अब गया नहीं गयाजी कहा जाएगा
राज्य सरकार ने गया का नाम बदलकर गयाजी कर दिया गया है. कैबिनेट की बैठक में इससे संबंधित प्रस्ताव पर मंजूरी दी गई. गयाजी के पौराणिक, ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है.
पटना हाईकोर्ट परिसर में बनेंगे कई बहुमंजिला भवन
पटना हाईकोर्ट परिसर में कई बहुमंजिला भवन बनेंगे. इन सभी का उपयोग अलग-अलग कार्यों के लिए किया जाएगा. इसमें प्रशासनिक भवन, आईटी भवन, ऑडोटोरियम, एडीआर भवन के अलावा मल्टी लेबल कार पार्किंग शामिल होंगे. साथ ही टाईप-बी, सी एवं डी श्रेणी के आवासीय भवन भी बनाए जाएंगे. इसके लिए 302 करोड़ 56 लाख रुपये की मंजूरी दी गई है.
ऊर्जा कंपनी के 104 नए उपकेंद्र का निर्माण
राज्य की दोनों उत्तर एवं दक्षिण बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के तहत 104 नए विद्युत शक्ति उपकेंद्र के निर्माण की मंजूरी दी गई है. इसके लिए 1 हजार 576 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है. इसमें केंद्र की 60 और राज्य की 40 फीसदी की हिस्सेदारी होगी.
इन विभागों में विभिन्न पदों पर होगी बहाली
मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के अंतर्गत वायुयान संगठन निदेशालय में सृजित तकनीकी एवं गैर-तकनीकी पदों पर भर्ती एवं प्रोन्नति के लिए बिहार राज्य वायुयान संगठन संवर्ग भर्ती नियमावली, 2025 का गठन किया गया है.
सहकारिता विभाग के अधीन नए बनाए गए कार्यालय समेत सभी विभागीय कार्यालयों में लिपिकीय पद समेत अन्य 498 पदों पर बहाली की जाएगी.
वित्त विभाग में बिहार वाहन चालक संवर्ग अंतर्गत वाहन चालक (साधारण कोटि) के 18 अतिरेक पदों की अस्थाई रूप से स्वीकृति दी गई है.
बिहार मत्स्य लिपिकीय सेवा संवर्ग (भर्ती एवं सेवाशर्त) नियमावली, 2023 के आधार पर बिहार मत्स्य लिपिकीय संवर्ग में स्वीकृत 170 पदों को चिन्हित कर पुनर्गठन किया गया है.
कुछ बड़ी परियोजनाओं को मिली मंजूरी
अमृतसर-दिल्ली-कोलकाता कॉरिडोर परियोजना के तहत डोभी मोड़ से बभनदेव जंगल तक चार लेन सड़क की स्वीकृति मिली. 142 करोड़ 80 मंजूर.
अनुसूचित जनजाति के छात्रों के लिए डॉ. भीमराव अंबेडकर प्लस टू आवासीय विद्यालय प्रखंड इमामगंज (गया) में 720 बेड का, आरा सदर एवं रोसड़ा (समस्तीपुर) में 480-480 बेड के भवन का फिर से निर्माण कराया जाएगा. इस पर 146 करोड़ रुपये का खर्च आएगा.
शिवहर के पुरनहयिया में 720 बेड के आवासीय विद्यालय के निर्माण पर 58 करोड़ की लागत से कराया जाएगा.
720 बेड वाले छह डॉ. भीमराव अंबेडकर आवासीय विद्यालय गया के फतेहपुर, डुमरिया एवं आमस के अलावा जगदीशपुर (भोजपुर),
रामचक (सारण), उचकागांव (गोपालगंज) भवनों का फिर से निर्माण कराया जाएगा. इस पर 394 करोड़ 80 लाख का खर्च होगा.
अल्पसंख्यक छात्रावास की स्वीकृति भागलपुर के पिथना, अररिया तथा गोपालगंज के मांझा में 560-560 बेड की दी गई है.
पर्यटन मंत्रालय के स्वदेश दर्शन योजना के अंतर्गत बोधगया में बौद्ध ध्यान एवं अनुभव केंद्र का निर्माण कराया जाएगा. इसके लिए 165 करोड़ 44 लाख रुपये की मंजूरी दी गई है.
जल जीवन मिशन में धांधली: अधिकारियों पर गिरी निलंबन की तलवार 6 निलंबित, 122 जांच के घेरे में
17 May, 2025 07:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जल जीवन मिशन के तहत निर्माणाधीन पाइप पेयजल योजनाओं की गुणवत्ता और समयबद्धता को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है. सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत बीते चार वर्षों में 183 अफसरों-कर्मचारियों पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है. इनमें से 122 अधिकारियों पर जांच बैठाई गई है और 55 को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है, जबकि 6 को निलंबित कर दिया गया है.
जल जीवन मिशन के कार्यों की गुणवत्ता को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरी तरह से गंभीर हैं. उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि योजनाओं में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. मिशन के अंतर्गत कार्यों की नियमित निगरानी और मूल्यांकन के आधार पर दोषी पाए गए अधिकारियों और कर्मचारियों पर एक्शन लिया जा रहा है.
अधिकारियों के खिलाफ की गई अनुशासनात्मक कार्रवाई
जल जीवन मिशन के अंतर्गत अब तक सबसे अधिक कार्रवाई अधिशासी अभियंताओं पर की गई है. अभी तक 7 मुख्य अभियंताओं पर अनुशासनिक जांच के निर्देश दिए गए हैं. जबकि 4 के खिलाफ कार्रवाई की गई है. इसके अलावा 5 अधीक्षण अभियंताओं पर जांच और 7 के खिलाफ कार्रवाई गई है. 59 अधिशासी अभियंताओं पर जांच बैठाई गई है. वहीं 04 को निलंबित किया गया है. इसके साथ ही 32 सहायक अभियंताओं पर जांच बैठाकर 2 का निलंबन किया गया है. वहीं, 19 अवर अभियंताओं की अनुशासनिक जांच की गई है. इस तरह लापरवाही बरतने वाले कुल 122 अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनिक जांच, 55 को नोटिस जारी किया गया है और 6 का निलंबन किया गया है.
लापरवाही पर होगी कार्रवाई
सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट कहा कि राज्य में विकास योजनाओं में लापरवाही बरतने वालों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. सरकार का लक्ष्य है कि प्रदेश के हर घर तक समय पर और शुद्ध जल पहुंचे. इस दिशा में राज्य सरकार पूरी पारदर्शिता और प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है. राज्य के लोगों के लिए सरकार प्रतिबद्ध है.
अब 2500 नहीं, सीधे 5000: झारखंड सरकार ने दोगुनी की महिलाओं की सहायता राशि
17 May, 2025 06:52 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड राज्य की लगभग 54 लाख मईया (माता एवं बहनों ) की बल्ले बल्ले होने वाली है. राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री मईया सम्मान योजना के तहत इस महीने महिलाओं के खाते में खटाखट 2500 रुपया के जगह पर 5000 आएंगे. इस महीने राज्य की लगभग 54 लाख महिला लाभार्थियों के खाते में महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग के द्वारा अप्रैल और मई महीने की दो किस्त एक साथ भेजी जाएगी. इसके लिए महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए राज्य के सभी 24 जिले के लिए 96 अरब 9 करोड रुपए का आवंटन किया गया है.
जानकारी के मुताबिक, इससे पहले 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला लाभार्थियों के खाते में एक साथ तीन महीने की किस्त राज्य सरकार ट्रांसफर की गई थी. विधानसभा चुनाव 2024 में यही महत्वाकांक्षी योजना एक बड़ा गेम चेंजर साबित हुई और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली महागठबंधन को 56 सीटों के साथ प्रचंड जीत हासिल हुई थी. राज्य की जनता ने हेमंत सोरेन की सत्ता में वापसी कराई थी.
चुनाव के दौरान बढ़ाई थी राशि
विधानसभा चुनाव 2024 से पूर्व 18 वर्ष से 50 वर्ष की महिला लाभार्थियों के खाते में 1000 की सम्मान राशि भेजी जाती थी. विधानसभा चुनाव से पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने घोषणा करते हुए इस राशी को 1000 से बढ़ाकर 2500 रुपए करने का वादा किया था, जिसका असर चुनाव में देखने को मिला था. आधी आबादी ने चुनाव में महागठबंधन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पक्ष में प्रचंड जनादेश देते हुए फिर से सत्ता की चाभी सौंपी थी.
एक साथ मिलेंगे 5 हजार
इसी चुनावी वादे को पूरा करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 6 जनवरी 2025 को राजधानी रांची के नामकुम के खोजा टोली स्थित आर्मी ग्राउंड में आयोजित एक कार्यक्रम में पहली किस्त ट्रांसफर की थी. उन्होंने राज्य की 56 लाख से ज्यादा महिला के खातों में 1000 से बढ़ाकर 2500 रुपए ट्रांसफर कर बड़ी की सौगात दी था.
इसके बाद एक बार फिर से सोरेन सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर 8 मार्च को एक साथ तीन महीनों की किस्त का पैसा लाभार्थियों के खाते में भेजा था. और इस महीने में एक साथ 2500 की जगह 5 हजार रुपए महिलाओं के खाते में आएंगे.
घर बना यातना गृह: पति की हैवानियत से कैसे बची पत्नी की जान?
16 May, 2025 01:54 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के आंवला कस्बे से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां एक पति ने अपनी पत्नी के साथ ऐसी हैवानियत की कि जिसे सुनकर किसी का भी दिल दहल जाए. पति ने महिला को छत से उल्टा लटका दिया था. इस दौरान महिला जोर-जोर से चिल्लाती रही और रहम की भीख मांगती रही. शोर सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे और महिला की जान बचाई. बदायूं के वजीरगंज इलाके के गांव बनियाठेर के रहने वाले रघुनाथ सिंह ने बताया कि उसकी बहन डॉली की शादी 12 साल पहले नितिन सिंह से हुई थी. नितिन आंवला के मोहल्ला लठैता का रहने वाला है. शुरुआत में सब कुछ ठीक चला. लेकिन धीरे-धीरे डॉली के ससुराल वालों का व्यवहार बदलने लगा.
मारपीट के बाद छत से लटकाया उल्टा
डॉली के भाई रघुनाथ ने बताया कि नितिन सिंह ने डॉली के साथ मारपीट शुरू कर दी. जब डॉली का विरोध बढ़ा तो उसने जान से मारने की नीयत से डॉली को छत से उल्टा लटका दिया. यह खौफनाक मंजर देखकर मोहल्ले वाले तुरंत मौके पर पहुंचे और महिला को नीचे से पकड़ लिया.
लोगों ने बनाया वीडियो, सोशल मीडिया पर वायरल
घटना के दौरान किसी पड़ोसी ने इस पूरे मामले का वीडियो बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे महिला को जानबूझकर छत से नीचे गिराने की कोशिश की जा रही थी. लोगों का कहना है कि अगर समय रहते मदद न की जाती तो महिला की जान जा सकती थी.
चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
डॉली के भाई की शिकायत पर पुलिस ने नितिन सिंह, उसके भाई अमित सिंह, अमित की पत्नी और उनकी मां के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
डॉली की हालत स्थिर, परिवार डरा हुआ
घटना के बाद डॉली को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है. परिवार ने प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है. वहीं, मोहल्ले में इस घटना के बाद डर का माहौल है। लोगों का कहना है कि घरेलू हिंसा की ऐसी घटनाएं अब बर्दाश्त से बाहर हो चुकी हैं.
क्या कहती है पुलिस?
थाना आंवला के प्रभारी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए चारों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. वीडियो और चश्मदीदों के बयान जुटाए जा रहे हैं. जल्द ही गिरफ्तारी की कार्रवाई की जाएगी. इस घटना ने एक बार फिर घरेलू हिंसा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं. आखिर कैसे एक पति इस हद तक अमानवीय हो सकता है? क्या 12 साल का रिश्ता इतना कमजोर था कि बात जान लेने तक पहुंच जाए?
विवादों में घिरे रामगोपाल यादव, BJP ने साधा निशाना
16 May, 2025 12:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव ने बीते दिन विंग कमांडर व्योमिका सिंह की जाति को लेकर टिप्पणी की थी, जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया. बीजेपी समाजवादी पार्टी पर हमलावर है तो वहीं अब इस पूरे मामले पर रामगोपाल यादव की सफाई सामने आई है. उन्होंने ये सफाई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर दी है.
राम गोपाल यादव ने लिखा कि उत्तर भारत के कुछ राज्यों में विशेषकर उत्तर प्रदेश में जहां धर्म, जाति और वर्ग देखकर लोगों पर फर्जी मुकदमे लगाए जा रहे हों, जाति-धर्म के आधार पर एनकाउंटर किए जा रहे हों, जाति-धर्म के आधार पर गैंगस्टर लगा कर संपत्ति जब्त की जा रही हो, जाति-धर्म और वर्ग देखकर महिलाओं पर अत्याचार किए जा रहे हों, जाति-धर्म और वर्ग देख कर कर्मचारियों और अधिकारियों की पोस्टिंग की जाती हों, ऐसी विकृत मानसिकता के लोगों के बारे में कल मैंने एक कार्यक्रम में कहा था कि कर्नल सोफिया कुरैशी का धर्म नाम से पहचान लिए, इसलिए गाली दी गई.
उन्होंने पोस्ट में आगे लिखा कि विदेश सचिव मिस्री को गाली दी गई, अगर इन गाली बाजों को ये पता चल जाता कि व्योमिका सिंह जाटव हैं और एयर मार्शल अवधेश भारती यादव हैं तो ये इन अफसरों को भी गालियां देने से बाज नहीं आते.
सीएम योगी पर साधा निशाना
रामगोपाल यादव ने अपनी सफाई पेश करते हुए सीएम योगी पर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि मुझे आश्चर्य इस बात की है कि जिस मुख्यमंत्री की नाक के नीचे अल्पसंख्यकों, दलितों और पिछड़ों पर अकल्पनीय अत्याचार हो रहे हों, उन्होंने मेरा पूरा बयान बगैर सुने ही ट्वीट कर दिया, जिन मीडिया चैनलों ने इस्लामाबाद और रावलपिंडी पर कब्जा कर लिया था, उनसे मुझे कोई शिकायत नहीं क्योंकि उन पर सत्ता पक्ष के अलावा किसी को विश्वास नहीं.
क्या बोले थे रामगोपाल यादव?
समाजवादी पार्टी के महासचिव राम गोपाल यादव ने यूपी में मुरादाबाद जिले के बिलारी विधानसभा क्षेत्र में रामगोपाल यादव ने कहा, कि इनके (बीजेपी) एक मंत्री ने कर्नल सोफिया कुरैशी को गाली तक दी. हाई कोर्ट ने FIR दर्ज करने का आदेश दिया. इसके बाद व्योमिका सिंह को दिव्या सिंह बताते हुए रामगोपाल कहते हैं, दिव्या सिंह के बारे में इनको मालूम नहीं था कि वो कौन हैं. एयर ऑपरेशन के इंचार्ज अवधेश कुमार के बारे में भी इन्हें नहीं मालूम था, वरना उनको भी गाली देते. उन्होंने कहा कि मानसिकता जब खराब होती है तो लोग सेना की उपलब्धियां बताने के बजाय अपनी उपलब्धियां बताने लगते हैं.
कानपुर में सौंदर्य के नाम पर मौत, हेयर ट्रांसप्लांट के बाद दो युवकों की मौत
16 May, 2025 11:57 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट करवाने वाले दो मरीजों की मौत हो चुकी है. जान गंवाने वाले दोनों युवकों ने एक ही डॉक्टर से अपना हेयर ट्रांसप्लांट करवाया था. अपने को हेयर ट्रांसप्लांट डॉक्टर बताने वाली अनुष्का तिवारी के एम्पायर क्लिनिक में ही इन दो लोगों का हेयर ट्रांसप्लांट किया गया था और दोनों की मौत हो गई. इस मामले में एक एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है, जबकि दूसरे मामले में जांच चल रही है. अब इस क्लीनिक से हेयर ट्रांसप्लांट कराने वाला एक मरीज सामने आया है जिसने क्लीनिक और डॉक्टर की पोल खोल दी है. उसके अनुसार क्लीनिक में लेबर टाइप के कारीगर हेयर ट्रांसप्लांट करते थे.
कानपुर के रामजी सचान ने एम्पायर क्लिनिक से अपना हेयर ट्रांसप्लांट कराया था. उनका ट्रांसप्लांट मात्र 30% ही चल पाया जबकि डॉक्टर ने पैसे पूरे लिए थे. रामजी के अनुसार एम्पायर क्लिनिक में जो लड़के हेयर ट्रांसप्लांट करते हैं वो लेबर टाइप के कारीगर होते हैं. उनको देखकर लगता ही नहीं कि उनके पास कोई भी सर्टिफिकेट होगा. उन्होंने बताया कि अभी तक जो दो मामले सामने आए हैं, उसमें पूरी सच्चाई हो सकती है.
रामजी के अनुसार हेयर ट्रांसप्लांट के बाद भी उसके सिर्फ 30 प्रतिशत बाल आए जबकि 70 प्रतिशत आए ही नहीं. जब इस बारे में उन्होंने अनुष्का तिवारी से बोला तो उन्होंने कहा कि दुबारा आ जाना फिर से करवा देंगे. रामजी इसलिए नहीं गए क्योंकि उनको क्लीनिक का माहौल और वहां काम करने वाले लोग सही नहीं लगे.
रामजी ने बताया कि हेयर ट्रांसप्लांट करने वाली कहीं से भी प्रोफेशनल नहीं लगते थे. यहां तक कि अनुष्का तिवारी के पास हेयर ट्रांसप्लांट की कोई डिग्री भी होने की उम्मीद नहीं है, क्योंकि वो जो भी दवा लिखती थी वो सादे पर्चे पर लिखती थी. इसमें उनकी डिग्री का कहीं भी जिक्र नहीं होता था.
रामजी के अनुसार वो किस्मत वाले थे कि उनकी जान बच गई क्योंकि उनके चेहरे में भी सूजन आई थी और सर पत्थर जैसा हो गया था. उन्होंने बताया कि इस पूरे प्रोसेस में तकरीबन 6 घंटे लगते है और पूरी प्रक्रिया काफी दर्दनाक होती है.
शादी के मंडप में मातम: दुल्हन की इंजेक्शन लगते ही मौत
16 May, 2025 11:51 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शादी की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी थीं. घर पर टैंट लगे थे. डीजे बज रहा था और खाना पककर तैयार था. मेहमान भी तैयार होकर बारात के आने का इंतजार कर रहे थे. तभी दुल्हन को अचानक से बेचैनी होने लगी. परिजन उसे तुरंत नजदीक एक डॉक्टर के पास ले गए. डॉक्टर ने दुल्हन को इंजेक्शन लगाया, लेकिन इससे उसकी तबीयत और ज्यादा खराब हो गई और वहीं मौत हो गई.
परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा- डॉक्टर झोलाछाप था. उसने दुल्हन को गलत इंजेक्शन लगाया, जिससे उसकी मौत हो गई. पुलिस ने आरोपी डॉक्टर के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है. उधर, दुल्हन की मौत की खबर जब दूल्हे ने सुनी तो वो हैरान रह गया. फिर रास्ते से ही बारात को वापस लौटना पड़ा.
मामला यूपी के बरेली स्थित बहेड़ी थाना क्षेत्र के देवीपुरा गांव का है. यहां रहने वाले थान सिंह की 20 वर्षीय बेटी शांति की अजयवीर के साथ शादी होनी थी. बुधवार को नवाबगंज के देवीपुरा से बारात आनी थी. सभी लोग बारात की तैयारियों में लगे हुए थे. दोपहर 3 बजे अचानक दुल्हन शांति की तबीयत खराब हो गई. घबराहट और बेचैनी होने की शिकायत पर परिजन उसे इलाज के लिए बहेड़ी कस्बे के शिफा हॉस्पिटल लेकर गए. वहां डॉक्टर तसलीम अहमद उर्फ भूरा ने इलाज शुरू किया.
डॉक्टर बोला- ड्रिप चढ़ानी पड़ेगी
पिता थान सिंह ने बताया- हम लोग बेटी को डॉक्टर तसलीम अहमद उर्फ भूरा के पास ले गए.उसने कहा- कमजोरी के कारण ऐसा हुआ है. फिर डॉक्टर ने उसे इंजेक्शन लगाकर ड्रिप चढ़ा दी. लेकिन, ड्रिप चढ़ाने के बाद उसकी हालात और ज्यादा खराब हो गई. स्थिति को देखते हुए डॉक्टर ने बरेली के लिए रेफर कर दिया. लेकिन रास्ते में ही दुल्हन की मौत हो गई.
अस्पताल में ग्रामीणों ने किया हंगामा
मौत की खबर से दुल्हन के घर मे कोहराम मच गया. उन्होंने अस्पताल पहुंचकर खूब हंगामा किया. हंगामा देख झोलाछाप डॉक्टर वहां से चुपचाप खिसक गया. खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने मृतक के परिजनों को समझाना चाहा, लेकिन वह झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की मांग करने लगे. पुलिस के कार्रवाई करने के आश्वासन पर परिजन शांत हुए. बाद में पुलिस ने पिता की शिकायत पर झोलाछाप डॉक्टर तसलीम अहमद उर्फ भूरा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है.
लखनऊ: 18 पर्यटकों ने तुर्किये की फ्लाइट की टिकटें कीं कैंसल
16 May, 2025 11:43 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पिछले काफी समय से दिनों सीमा पर पाकिस्तान के साथ तनातनी का माहौल रहा. ऐसे में भारतीय पर्यटकों में भारी नाराजगी है. यही वजह है कि वो तुर्किये जाने से परहेज कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश के लखनऊ से भी कई व्यापारी भी शामिल हैं, जिन्होंने तुर्किये जाने की तैयारी की थी, लेकिन अब अपनी टिकट कैंसल कर रहे हैं. लखनऊ से तुर्किए जाने वाले 18 लोगों ने हवाई टिकट रद्द करवाए हैं.
तुर्किये की राजधानी इस्तांबुल के लिए अमौसी एयरपोर्ट से कनेक्टिंग उड़ाने हैं. लखनऊ से पर्यटक, सराफा कारोबारी और महजबी कार्यों से संबंधित लोगों की आवाजाही तुर्किये के लिए होती है. भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया हालात के बाद लोग तुर्किये किए जाने से बचने लगे हैं.
30 पैकेज हुए थे बुक
बीते एक महीने में 30 से ज्यादा हवाई पैकेज बुक हुए थे. इनमें से 18 को कैंसल किया जा चुका है. एयर टिकट होटल की बुकिंग भी इसमें शामिल है. एरवाना ट्रेवल्स के मोहम्मद तनवीर आलम ने बताया कि गर्मियों की छुट्टियों में तुर्किये पैकेज बुक हुए थे. हालिया हालात के बाद संबंधित लोगों की आवाजाही तुर्किये के सराफा कारोबारी व मजहबी कार्यों से है लेकिन वो भी र्यटक तुर्किये जाने से परहेज कर रहे हैं. इनमें व्यापारी भी शामिल हैं. एक ट्रेवल एजेंसी के मुताबिक, गर्मियों की छुट्टियों में अब तुर्किये जाने के बजाय लोग यूरोप के पैकेज बुक करवा रहे हैं और अब वहां की संख्या तेजी से बढ़ रही.
अमौसी से इस्तांबुल के लिए सीधी उड़ानें नहीं हैं. कनेक्टिंग उड़ानों के जरिये यात्री दिल्ली जाते हैं. फिर वहां से इस्तंबुल की यात्रा करते हैं. इसमे 15-22 घंटे तक लगते हैं. लखनऊ से इस्तांबुल के पैकेज में इंडिगो एयरलाइन का किराया 23,680 रुपये और एयर इंडिया का 40,491 रुपये व सऊदिया एयरलाइंस का किराया 44,926 रुपये तक है.
तुर्किए के खिलाफ मुस्लिम समुदाय ने विरोध किया
पाकिस्तान के समर्थन में आए तुर्किये के विरोध में मुस्लिम समुदाय ने प्रदर्शन किया. राष्ट्रपति रजब तैयब इरदुगान के पोस्टर फूंककर नाराजगी जताई. तुर्किये से कारोबार बंद करने की मांग की गईं. हुसैनाबाद स्थित छोटे इमामबाड़ा के बाहर प्रदर्शनकारियों की अगुवाई कर रहे मरकजी शिया चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैयद गफ अब्बास नकवी ने कहा पिछले साल तुर्किये में भूकंप आया था तो भारत सहायता देने वाला पहला देश था.
हम तुर्किये के लोगों को बचाने के लिए इंतजाम करते है. तुर्किये की सरकार भारतीयों को मारने के लिए पाकिस्तान को ड्रोन देती है. यह दुख की बात है. उन्होंने कहा कि आज दुनिया के सामने तुर्किये का चेहरा बेनकाब हो गया है. वह आतंकवादियों को पालने वालों का समर्थन कर रहा है. प्रदर्शन में मौलाना मुस्तफा अली खान, मौलाना अफजल अब्बास, मालाना माहममद रजा इलिया, मीलाना मिरजां वाहिद हुसैन मौजूद रहे हैं.
पटना: दोस्त ने की दरिंदगी, युवती की चाकू मारकर और जलाकर हत्या
16 May, 2025 11:35 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राजधानी पटना से दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है, जहां अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि उन्हें पुलिस का जरा भी खौफ नहीं. बीती रात एसके पुरी थाना क्षेत्र के आनंदपुरी इलाके में संजना नाम की लड़की की उसके घर में घुसकर हत्या कर दी गई. आरोपी ने पहले संजना की गर्दन काटी और शरीर पर कई वार किए. इसके बाद उसने चूल्हे से गैस सिलिंडर का पाइप निकाला और आग लगाकर जिंदा जला दिया.
इस तरह 28 वर्षीय संजना कुमारी की उनके ही फ्लैट में बेरहमी से हत्या कर दी गई. इस जघन्य अपराध को अंजाम देने का आरोप संजना के दोस्त सूरज कुमार पर है, जो हत्या के बाद फरार हो गया. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपी की तलाश में छापेमारी कर रही है.
अगले महीने लगने वाली थी सरकारी नौकरी
मिली जानकारी के अनुसार, मूल रूप से मुजफ्फरपुर के सकरा की रहने वाली संजना कुमारी आनंदपुरी में मनोरमा अपार्टमेंट के पीछे, सिंचाई विभाग से रिटायर अधिकारी राजेश्वर प्रसाद के मकान के दूसरे तल पर अकेली रहती थीं. संजना ने मुजफ्फरपुर के एमडीडीएम कॉलेज से बीबीए किया था और उनका चयन बिहार में सीजीएल (कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल) नौकरी के लिए हो चुका था. अगले महीने उनकी जॉइनिंग होने वाली थी. उनके पिता मिथिलेश कुमार किसान हैं, और उनके दो भाई हैं, जिनमें से छोटा भाई राजगीर में दारोगा की ट्रेनिंग ले रहा है.
पुलिस के अनुसार, बीती रात सूरज कुमार, जो मुजफ्फरपुर का ही रहने वाला है, दोपहर करीब 1 बजे एक पिट्ठू बैग के साथ संजना के फ्लैट में आया. दोनों अच्छे दोस्त थे, लेकिन किसी बात को लेकर उनका विवाद हो गया. विवाद इतना बढ़ा कि सूरज ने किचन से चाकू उठाया और संजना की गर्दन, पेट, और पीठ पर कई वार किए, जिससे वह लहूलुहान हो गईं. इसके बाद सूरज ने किचन से गैस सिलेंडर लाकर उसका पाइप काट दिया और लीक हो रही गैस से संजना को फर्श पर ही जला दिया. इस क्रूर हत्या को अंजाम देने के बाद सूरज संजना का मोबाइल, लैपटॉप, और फ्लैट की चाबी अपने पिट्ठू बैग में लेकर करीब 3 बजे फरार हो गया.
घटना का खुलासा
घटना का पता तब चला जब फ्लैट में काम करने वाली आया वहां पहुंची. उसने संजना का जला हुआ शव देखा और शोर मचाया, जिसके बाद आसपास के लोग जमा हो गए. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा. सीसीटीवी फुटेज में एक अज्ञात व्यक्ति को फ्लैट से भागते हुए देखा गया, जिसकी पहचान सूरज कुमार के रूप में हुई. पुलिस को सूरज और संजना के मोबाइल का आखिरी लोकेशन पूर्वी चंपारण में मिला है.
पुलिस की कार्रवाई
एसके पुरी थाना की पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में हत्या का मकसद स्पष्ट नहीं हो सका है, लेकिन सूरज और संजना के बीच हुए विवाद को मुख्य कारण माना जा रहा है. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों के आधार पर सूरज की तलाश तेज कर दी है. साथ ही, फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से सबूत इकट्ठा किए हैं, जिनकी जांच जारी है.
परिवार में मातम
संजना के भाई ने बताया कि वह घटना के समय घर से बाहर था, तभी उसे फ्लैट में आग लगने की सूचना मिली. घर पहुंचने पर उसे अपनी बहन की हत्या की खबर मिली, जिसने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया. संजना के चयन और आगामी जॉइनिंग से परिवार में खुशी का माहौल था, लेकिन इस घटना ने सब कुछ तहस-नहस कर दिया.
पुलिस ने जनता से अपील की है कि यदि किसी के पास इस मामले से संबंधित कोई जानकारी हो, तो वह तुरंत संपर्क करे. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जल्द से जल्द आरोपी को पकड़ने का दावा किया है.