उत्तर प्रदेश
सीएम योगी के बयान पर अखिलेश यादव का हमला, कहा- "पार्ट टाइम राजनीति नहीं होती"
2 Apr, 2025 08:26 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश की राजनीति में सियासी बयानबाजी चलती ही रहती है. ये कभी बीजेपी की तरफ से शुरू होती है तो कभी अन्य विपक्षी दलों की तरफ से इसकी शुरुआत की जाती है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में एक इंटरव्यू दिया है, जिसके बाद विपक्ष जमकर तंज कस रहा है. इंटरव्यू के दौरान सीएम योगी से उनके भविष्य को लेकर सवाल किया गया था, जिस पर उन्होंने कहा कि राजनीति उनके लिए फुल टाइम जॉब नहीं है और वह दिल से योगी हैं. सीएम योगी के इसी बयान पर अखिलेश यादव ने बिना नाम लेते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी है.
समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज करते हुए कहा कि उनको राजनीति करनी ही नहीं चाहिए जो इसे पार्ट टाइम समझते हैं. क्योंकि सच्ची राजनीति सेवा का क्षेत्र होती है जिसके लिए दिन के 24 घंटे और पूरा जीवन भी कम होता है.
क्या बोले थे सीएम योगी?
इंटरव्यू में एक सवाल के जवाब में सीएम योगी ने कहा था कि राजनीति मेरे लिए फुल टाइम जॉब नहीं है. फिलहाल, हम यहां काम कर रहे हैं. मगर असल में मैं एक योगी हूं. जब तक हम यहां हैं, हम काम कर रहे हैं. इसकी भी एक समय सीमा होगी. मुख्यमंत्री ने कहा था कि उनकी प्राथमिक भूमिका उत्तर प्रदेश के लोगों की सेवा करना है, जो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उन्हें सौंपा है.
सड़क पर नमाज को लेकर क्या बोले थे सीएम योगी?
उन्होंने कहा कि सड़कें चलने के लिए होती हैं. उन्होंने कहा कि जो लोग सड़क पर नमाज पढ़ने की बात करते हैं उन्हें हिन्दुओं से अनुशासन सीखना चाहिए. महाकुंभ के दौरान करोड़ों की संख्या में श्रद्दालु संगम स्नान के लिए प्रयागराज आए थे. सभी बहुत ही संयमित होकर सड़क पर चले. कहीं कोई झगड़ा, मारपीट, दुर्घटना या अव्यवस्था नहीं फैलने पाई. यही वजह है कि महाकुंभ का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ.
योगी आदित्यनाथ ने कहा- 'बुलडोजर मॉडल' मेरी उपलब्धि नहीं, कानून और व्यवस्था की मजबूती है मुख्य उद्देश्य
1 Apr, 2025 10:52 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देशभर में बुलडोजर कार्रवाई को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. कई राज्यों में एक समय पर बुलडोजर कार्रवाई चर्चा में रही. इसको लेकर विपक्ष कई बार सवाल खड़े कर चुकी है. पिछले दिनों मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं बुलडोजर कार्रवाई का पक्षधर नहीं हूं. तो वहीं पंजाब के सीएम भगवंत मान ने साफ कहा कि वे बुलडोजर कार्रवाई आगे जारी रखेंगे. इस बीच सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ का बयान भी बुलडोजर कार्रवाई पर सामने आया है.
सीएम योगी आदित्यनाथ से हाल में एक इंटरव्यू के दौरान पूछा गया कि बुलडोजर काफी चर्चा में है और एक तरह से आपका ही मॉडल है. जो कई बीजेपी शासित राज्यों में इस्तेमाल हुआ है. इसे आप अपनी उपलब्धि समझते हैं?
सीएम ने जवाब दिया कि ये कोई उपलब्धि नहीं है. ये यहां की आवश्यकता थी और उस आवश्यकता के अनुरूप हम लोगों को उचित लगा वो हमने किया. आज भी हम लोग जहां कहीं भी अतिक्रमण होता है, उसको खाली कराने के लिए उसी का इस्तेमाल होता है. बुलडोजर यह इर्फ्रासटर्चर को भी दे सकता है, इसके साथ ही अतिक्रमण को हटा भी सकता है. मुझे लगता है कि हम लोगों ने बुलडोजर का सही इस्तेमाल किया है.
बुलडोजर एक्शन पर पंजाब सीएम का बयान
पिछले दिनों व्हाट इंडिया थिंक्स टुडे समिट के दूसरे दिन पंजाब के सीएम भगवंत मान ने शिरकत की थी. इस दौरान उन्होंने बुलडोजर एक्शन पर खुलकर बात की. बुलडोजर एक्शन को लेकर सत्ता सम्मेलन में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि पंजाब में बुलडोजर कार्रवाई जरूरी है. पंजाब में नशाखोरी धंधा करने वालों के घर तोड़कर न्याय कर रहा हूं. इलेक्टर फैसला करेंगे, सलेक्टर नहीं. कोर्ट में कई मामलों में सालों लग जाते हैं. 20 साल तक मुकदमे चलते हैं. कोर्ट ही नहीं सरकारें भी फैसला करती हैं. उन्होंने कहा कि ये एक तरह से न्याय ही हो रहा है, जो मैं पंजाब में कर रहा हूं.
बीजेपी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने लगाए गंभीर आरोप, बोले- पार्टी में नाराजगी की लहर,खुद न्याय की तलाश में
1 Apr, 2025 10:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद की लोनी विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक नंदकिशोर गुर्जर इन दिनों चर्चाओं में बने हुए हैं. चर्चा में बने रहने की वजह पार्टी की तरफ से मिले कारण बताओ नोटिस और फिर उसका जवाब प्रदेश की राजनीति में चर्चा का विषय बना हुआ है. आज यानी कि मंगलवार को विधायक लखनऊ पहुंचे और उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर की.
नंदकिशोर गुर्जर ने अपने बयान में कहा कि वे न्याय के लिए भटक रहे हैं और बीजेपी के कई विधायक पार्टी से नाराज हैं. उन्होंने कहा कि सरकार में कुछ ऐसी आसुरी शक्तियां हैं जो मेरी बात मुख्यमंत्री तक नहीं पहुंचने दे रहे हैं. विधायक ने सीएम योगी से मिलने का समय मांगा है.
राणा सांगा पर दिए गए मौलाना तौकीर रजा के बयान पर बीजेपी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा ऐसे लोगों को फांसी दे देनी चाहिए. उन्होंने कहा हिंदुस्तान में एक भी मुसलमान नहीं है, सारे ही हिंदू हैं. सारे ही लोगों ने अपनी बहन बेटियों को बचाने के लिए मुस्लिम धर्म अपनाया है. सारे ही हमारे भाई हैं, और ये सब 300 साल के अंदर हुआ है.
बलात्कारियों को समर्थन करने वाली पार्टी – बीजेपी विधायक
राणा सांगा पर दिए गए सपा सांसद रामजीलाल सुमन के बयान और माफी ना मांगने की बात पर भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर ने कहा ये वो पार्टी के लोग हैं जिन्हें गायों से बदबू आती है. जिस पार्टी के नेताओं को ब्रह्मांड की जननी से बदबू आती हो उनका सर्वनाश होना तय है. उन्होंने सपा पार्टी को आतंकवादियों को रिहा करने वाली पार्टी कहा है. उन्होंने सपा पर तंज कसते हुए कहा ये बलात्कारियों को समर्थन करने वाले हैं, गाय का अपमान करने वाले हैं.
क्या है पूरा मामला जिसके कारण मचा घमासान?
दरअसल नंद किशोर गुर्जर राम कथा को लेकर कलश यात्रा निकाल रहे थे. इसी दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके साथ धक्का-मुक्की और बदसलूकी की जिसमें उनके कपड़े फट गए. बीजेपी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने अपनी हत्या करने की साजिश रचने का भी आरोप लगाया था.उन्होंने कहा था कि आप कथा की अनुमति लेंगे नहीं तो टकराव होगा लाठी चार्ज होगा गोलीबारी का आदेश होगा और विधायक की हत्या कर दी जाएगी.
विधायक ने कहा था कि मुख्यमंत्री ने कार्रवाई का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक उस दिशा में कुछ नहीं हुआ है. उन्होंने आगे कहा, आदित्यनाथ गोरख पीठाधीश्वर और गौ भक्त हैं. फिर भी गोहत्या हो रही है. मुझे इससे दुख होता है.इसी बयान के बाद उन्हें पार्टी की तरफ से नोटिस दिया गया था.
हफ्ता क्यों नहीं दिया?' ASI की ट्रक चालक से मारपीट का वीडियो वायरल, SP ने किया सस्पेंड
1 Apr, 2025 07:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वैसे तो बिहार पुलिस आमजन से मित्र भाव रखने का दावा करती है. सभी थानों के बाहर इस तरह के श्लोगन भी लिखे हैं, लेकिन यह श्लोगन व्यवहार में नहीं है. बिहार के ही कैमूर में पुलिस का असली चेहरा देखने को मिला है. यहां एक एएसआई और दो होमगार्ड मिलकर वसूली कर रहे थे. एक ट्रक चालक ने पैसे देने से मना किया तो इन तीनों ने ना केवल बुरी तरह से पिटाई की, बल्कि डंडे के दम पर धकेलकर थाने में बंद कर दिया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है.इस वीडियो से किरकिरी होने पर एक्शन में आए एसपी कैमूर ने एएसआई को सस्पेंड कर दिया है, वहीं दोनों होमगार्ड की सेवाएं खत्म करने के लिए डीएम को पत्र लिखा है. कैमूर के मोहनिया थाना क्षेत्र में एनएच 19 पर समेकित चेक पोस्ट पर हुई यह घटना दो दिन पहले की बताई जा रही है. वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि एक एएसआई रैंक का पुलिस कर्मी एक व्यक्ति का बाल पकड़ कर डंडे से पिटाई कर रहा है. बाद यह पुलिस कर्मी डंडे से धक्का देते हुए पुलिस जीप में धकेल देता है.
वायरल वीडियो में सामने आई पूरी कहानी
इस एएसआई की पहचान डायल 112 में तैनात प्रभात कुमार के रूप में हुई है. इसी वायरल वीडियो में बताया जा रहा है कि पीड़ित व्यक्ति ट्रक चालक है. पुलिसकर्मी चेकपोस्ट पर उगाही कर रहे थे, वहीं यह ट्रक चालक पैसा देने में आनाकानी कर रहा था. इसी बात पर भड़के एएसआई ने उसकी पिटाई शुरू कर दी. इसकी वजह से मौके पर वाहनों की लंबी कतार लग गई. जाम में फंसे किसी वाहन में बैठे व्यक्ति ने ही अपने मोबाइल कैमरे से घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में डाल दिया.
एसपी ने किया एएसआई को सस्पेंड
कैमूर एसपी हरिमोहन शुक्ला के मुताबिक उन्हें आज सुबह ही इस वीडियो के वायरल होने की जानकारी मिली. उन्होंने खुद वीडियो देखा. यह वीडियो पुलिस की छवि के बिल्कुल खिलाफ है. ऐसे में उन्होंने तत्काल एक्शन लेते हुए एएसआई प्रभात कुमार को सस्पेंड करते हुए उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं. वहीं इस दौरान उनके साथ रहे दोनों होमगार्ड को कार्य मुक्त करते हुए उनकी सेवाएं खत्म करने के लिए डीएम को पत्र लिखा है. इस मामले की जांच एसडीपीओ मोहनिया से कराई जा रही है.
शादी न करने पर प्रेमी से नाराज महिला ने अपने बेटे का किडनैप किया, थाने में पहुंचकर की फर्जी शिकायत
1 Apr, 2025 07:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के मुजफ्फरपुर में 5 बच्चों की मां ने अपने प्रेमी से इंतकाम लेने के लिए ऐसी साजिश रची की पुलिस वालों के पसीने निकल गए. दरअसल, मनियारी थाना क्षेत्र के जम्हरुआ की रहने वाली रेणु देवी 19 जनवरी 2025 को दौड़ते हुए मनियारी थाना पहुंची और अपने बेटे के अपहरण होने की बात बताई. महिला ने पुलिस को बताया कि वैशाली जिले के इमराहिमपुर के रहने वाले कौशल कुमार और अभिषेक कुमार ने उसके छोटे बेटे का बहला फुसला कर अपहरण कर लिया. दोनों बच्चे के साथ किसी घटना को अंजाम दे सकते है. महिला ने पुलिस को बताया कि उसने कौशल कुमार को कुछ पैसे उधार दिए थे, जब-जब उससे पैसे की मांग की जाती थी, तो कौशल कोई न कोई बहाना बना देता था. महिला ने बताया कि पैसा मांगने के वजह से ही उसके बेटे का अपहरण कर लिया गया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए मनियारी थाना की पुलिस ने मामले में FIR दर्ज कर ली और जांच की जिम्मेदारी इंस्पेक्टर प्रीति कुमारी को सौंप दी.
पूछताछ में हुआ हैरान करने वाला खुलासा
मामला दर्ज होते ही पुलिस ने बच्चे को बचाने के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू कर दी. वहीं, पुलिस ने दोनों नामजद आरोपियों से पूछताछ की तो ऐसा कोई मामला नजर नहीं आया. दोनों आरोपी अपने गांव मे आराम से रह रहे थे. वही मामले में जब मनियारी थाना की पुलिस ने जांच शुरू की तो एक के बाद एक कई रहस्य सामने आने लगे. दोनों आरोपियों से पूछताछ के क्रम में पुलिस को पता चला कि आरोपी कौशल का महिला से कई सालों से प्रेम-प्रसंग चल रहा था.
शादी नहीं करना चाहता था युवक
दोनों एक ही गांव के है. पति के बाहर काम करने की वजह से रेणु अक्सर अपने मायके कौशल से मिलने चली जाती थी. वहीं, करीब डेढ़ साल से रेणु अपने लवर कौशल पर शादी करने का दबाब बना रही थी. कौशल अभी तक कुंवारा था और वह 5 बच्चों की मां से शादी नहीं करना चाहता था. जिसके बाद पुलिस ने बड़े ही गोपनीयता के तौर पर पूरे मामले का की जांच करते हुए बच्चे को आवेदनकर्ता महिला के बहन के घर से सकुशल बरामद किया.
महिला ने दर्ज कराई थी फर्जी शिकायत
महिला रोजाना थाने जाकर अपहरणकर्ता के फोन आने और धमकी देने की बात बताती थी. साथ ही बच्चें के लिए दहाड़ मार-मार कर रोती भी थी. पूरे मामले को लेकर एसडीपीओ वेस्ट 2 अनिमेष चंद्र ज्ञानी ने बताया कि मनियारी थाना क्षेत्र के जम्हरुआ की रहने वाली रेणु देवी ने 19 जनवरी 2025 को मनियारी थाना के पुलिस को एक लिखित आवेदन सौंपा, जिसमें उसने अपने बेटे के अपहरण होने की बात लिखी थी.
महिला से पूछताछ में जुटी पुलिस
मामले की जांच शुरू की तो पता चला की 40 साल की रेणु देवी का अपने मायके के रहने वाला 26 साल कौशल कुमार से कई सालों तक प्रेम प्रसंग चल रहा था और रेणु देवी अपने प्रेमी से शादी रचाना चाहती थीं, लेकिन उस युवक ने अपनी प्रेमिका के अरमानों पर पानी फेरते हुए तकरीबन 10 महीने पहले ही कहीं और शादी कर ली थी, जिसके बाद महिला ने अपने प्रेमी से बदला लेने का मौका ढूंढने लगी. इसके बाद उसने बेटे के फर्जी अपहरण की योजना बनाई थी. पुलिस ने मामले में महिला को हिसार में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है.
बिहार में स्वच्छता अभियान के तहत 1.46 करोड़ शौचालयों का निर्माण, खुले में शौच मुक्त होने की ओर अग्रसर
1 Apr, 2025 06:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्रामीण इलाकों में शौचालय निर्माण और स्वच्छता के क्षेत्र में बिहार ने बड़ी सफलता हासिल की है. राज्यभर में साल 2014 से अब तक करीब 10 सालों में 1 करोड़ 46 लाख से अधिक व्यक्तिगत शौचालयों का निर्माण लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत किया गया है. आंकड़े बताते हैं बिहार सरकार के ग्रामीण विकास विभाग का यह अभियान पूरे राज्य में सफल रहा है.इस अभियान में सभी श्रेणी के परिवारों को 12 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान किया गया.इसके साथ ही लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत अब तक 9 हजार 824 सामुदायिक स्वच्छता परिसरों का निर्माण कराया गया है. वहीं, लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान द्वितीय चरण (वर्ष 2021-22 से 2025 26) के तहत 24.70 लाख शौचालयों का निर्माण किया गया है. इस तरह पिछले 10 वर्षों में एक करोड़ 46 लाख से अधिक व्यक्तिगत शौचालयों का निर्माण हुआ है.
8 लाख और शौचालय का होगा निर्माण
बिहार को पूर्ण स्वच्छ बनाने के उद्देश्य से केंद्र प्रायोजित स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) एवं राज्य वित्त संपोषित लोहिया स्वच्छता योजना को राज्य सरकार द्वारा समेकित करते हुए लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान का संचालन किया जा रहा है. लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के द्वितीय चरण के तहत अब वित्तीय वर्ष 2025-26 में करीब 8 लाख नये परिवार या किसी कारणवश छूटे हुए परिवारों को व्यक्तिगत शौचालय की सुलभता प्रदान करने का राज्य सरकार ने लक्ष्य रखा है.
ग्रामीण अपशिष्ट प्रबंधन के लिए डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण के लिए 1 लाख से अधिक रिक्शों का उपयोग किया जा रहा है. इसके साथ ही भूमिहीन परिवारों, चलंत आबादी और अस्थायी आबादी को शौचालय उपलब्ध कराने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार सामुदायिक स्वच्छता परिसर/ क्लस्टर शौचालय का भी निर्माण किया जाएगा.
लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान का प्रभाव
इस अभियान के सफल क्रियान्वयन से न केवल बिहार खुले में शौच मुक्त हुआ है बल्कि ग्रामीण परिवारों को स्वच्छता और स्वास्थ्य सुरक्षा भी मिली है. बिहार सरकार की यह पहल राज्य को स्वच्छता के नए आयाम तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रही है और आने वाले वर्षों में इसे और मजबूती प्रदान की जाएगी.
बिहार में ईद के मौके पर सियासी गर्मी, नीतीश कुमार के विधायक पहुंचे लालू के घर
1 Apr, 2025 01:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर हलचल तेज हो गई है. चुनाव में अभी काफी वक्त है, लेकिन सियासी नफे-नुकसान को देखते हुए राजनेताओं ने अपने स्तर पर कोशिशें भी शुरू कर दी हैं. राज्य में सत्तारुढ़ एनडीए के अहम घटक दल जनता दल यूनाइटेड (JDU) के विधायक गुलाम गौस ने ईद के मौके पर लालू प्रसाद यादव से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की है. इस मुलाकात के सियासी मायने भी निकाले जाने लगे हैं.
देशभर में आज ईद का त्योहार मनाया जा रहा है. ईद के मौके पर बिहार में सियासी हलचल तब तेज हो गई जब नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के विधायक (MLC) गुलाम गौस आज सोमवार को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के शीर्ष नेता लालू प्रसाद यादव से मुलाकात करने उनके घर पहुंच गए.
लालू के घर पर हुई मुलाकात
यह मुलाकात ऐसे समय हुई जब वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर नीतीश कुमार पहले से ही मुस्लिम नेताओं और संगठनों के निशाने पर बने हुए हैं. ऐसे में नीतीश कुमार के एमएलसी का आज ईद के दिन राबड़ी आवास जाकर लालू प्रसाद यादव से मिलने के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं.
लालू यादव कई मुस्लिम संगठनों की ओर से वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ आयोजित धरने पर बैठ चुके हैं. इसके पहले भी जेडीयू के मुस्लिम नेताओं ने नीतीश कुमार से मिलकर इस विधेयक पर अपनी आपत्ति जताई थी. हालांकि गुलाम गौस ने किसी तरह की कयासबाजी के इतर दावा किया कि उनके लालू यादव जी से बेहतर रिश्ते रहे हैं, इसलिए आज ईद के दिन उन्हें मुबारकबाद देने आए थे.
वक्फ पर तारिक ने क्या कहा
इस बीच वक्फ को लेकर कांग्रेस के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री तारिक अनवर ने उम्मीद जताई कि उन्हें अब भी उम्मीद है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार संसद में विवादास्पद वक्फ विधेयक के पेश किए जाने पर उसके खिलाफ रुख अपनाएंगे. अनवर ने ईद के अवसर पर ऐतिहासिक गांधी मैदान में स्थानीय निवासियों के साथ नमाज अदा करने के बाद यह बात कही
जब अनवर को बताया गया कि अरशद मदनी जैसे मुस्लिन नेताओं की ओर से जेडीयू के अध्यक्ष की ओर से आयोजित इफ्तार के बहिष्कार की घोषणा से अप्रभावित नीतीश कुमार भी ईद की बधाई देने के लिए गांधी मैदान में मौजूद थे. अनवर ने कहा, “यह अच्छी बात है कि नीतीश ने उस परंपरा को बनाए रखा जिसका वे लंबे समय से पालन करते आ रहे हैं. लेकिन, हम यह भी चाहते हैं कि वह साबित करें कि कोई दिखावा नहीं कर रहे हैं.
चिराग पासवान के परिवार में संपत्ति को लेकर घमासान, बड़ी मां राजकुमारी देवी ने आरोप लगाए
1 Apr, 2025 01:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
केंद्रीय मंत्री रहे रामविलास पासवान के घर में पारिवारिक विवाद का मामला सामने आया है. यह विवाद संपत्ति के बंटवारे को लेकर है. रामविलास पासवान की पहली पत्नी राजकुमारी देवी अब संपत्ति का बंटवारा चाहती हैं क्योंकि उनके घर के कमरों में ताला जड़ दिया गया है. बताया जाता है कि खगड़िया जिले के शहर बन्नी गांव स्थित राजकुमारी देवी की प्रॉपर्टी पर उनके परिजनों ने अपना मालिकाना हक जताते हुए उनके दो कमरों में ताला जड़ दिया है. चिराग की बड़ी मां बीमार हैं, उनकी तबीयत ठीक नहीं है.
राजकुमारी देवी ने कहा है कि चिराग पासवान को बुलाकर बंटवारा किया जाए. पशुपति पारस तीन भाई हैं तो तीनों को हिस्सा मिलना चाहिए. पांच साल पहले खेत भी ले लिया था. राजकुमारी देवी ने पशुपति पारस और रामचंद्र पासवान की पत्नी पर घर छोड़कर चले जाने का आरोप लगाया है.
चिराग की बड़ी मां बीमार हैं, हम उन्हें देखने आए थे
बताया जाता है कि पशुपति पारस के परिजनों ने मालिकाना हक जताते हुए शहरबन्नी आवास के कुछ कमरों में ताला जड़ दिया है, इससे राजकुमारी देवी आहत हैं. ग्रामीणों का कहना है कि हम तो आते-जाते रहते हैं. चिराग पासवान की बड़ी मां बीमार हैं. हम उन्हें देखने आए थे. वो ऑक्सीजन सपोर्ट पर थीं. बात करने पर पता चला कि रात में घर में ताला लगा दिया गया था.
उनकी पत्नी घर से बेघर होती हैं तो ये कष्टदायी होगा
राजकुमारी देवी मानसिक रूप से काफी परेशान हो गई हैं. यह पारिवारिक मामला है. आपस में बैठकर समाधान निकाल लेना चाहिए. ग्रामीणों ने कहा कि रामविलास पासवान सबके लिए आदर्श हैं. रामविलास पासवान ने हजारों लोगों को रोजी-रोजगार दिया था. आज उन्हीं की धर्मपत्नी अगर घर से बेघर होती हैं तो ये कष्टदायी है.
बता दें कि रामविलास पासवान के निधन के बाद उनके परिवार का विवाद लंबे समय तक सुर्खियों रहा था. पार्टी के नेतृत्व का मामला बिहार की सीमाओं से निकलकर देश में चर्चा में रहा था. रामविलास के निधन के बाद उनके बेटे चिराग पासवान और रामविलास के छोटे भाई पशुपति पारस के बीच लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के नेतृत्व को लेकर विवाद हुआ था.
अटूट प्रेम का प्रतीक: पति ने पत्नी का मंदिर बनवाया,रिटायरमेंट के 60 लाख खर्च किए
1 Apr, 2025 12:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मोतिहारी के मधुचाई गांव के रहने वाले रिटायर्ड पंचायत सचिव बालकिशुन राम ने अपनी पत्नी शारदा देवी की याद में एक भव्य मंदिर का निर्माण करवाया है. उन्होंने न सिर्फ मंदिर बनवाया है बल्कि पति और पत्नी के बीच जो सात जन्मों का बंधन होता है उसे भी यादगार बना दिया है. आज के जमाने में बात करें तो तलाक की घटनाएं बेहद सामान्य हो गई हैं. वहीं, लोग इतने ज्यादा उग्र हो गए हैं कि वह छोटी-छोटी बातों पर हत्या करने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं, लेकिन मोतिहारी के बालकिशुन की कहानी पति-पत्नी के गहरे संबंध को दर्शाती है.
पत्नी की याद में बनवाया मंदिर
बालकिशुन राम की पत्नी शारदा का निधन 6 साल पहले हो गया था. इसके बाद से ही बालकिशुन गमजदा और अकेलापन महसूस करने लगे थे. इसी अकेलेपन को दूर करने के लिए वह अपनी पत्नी की यादों को अनोखी तरीके से संजोने में जुट गए. रिटायरमेंट के दौरान उन्हें करीब 60 लाख मिले थे, जिससे उन्होंने पत्नी की याद में एक मंदिर बनवाया है. मंदिर इतना भव्य और बड़ा है कि उसे बनाने में 3 सालों का समय लगा है.
पर्यटन मंत्री ने किया उद्घाटन
इस मंदिर में बालकिशुन ने किसी देवी की नहीं बल्कि अपनी पत्नी की मूर्ति स्थापित की है, जिसका उद्घाटन बिहार राज्य के पर्यटन मंत्री राजू कुमार सिंह ने किया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह काम आज के समय में कोई साधारण काम नहीं है बल्कि सबसे उत्तम काम है. क्योंकि पति-पत्नी का संबंध उन्हीं को समझ में आता हैं, जो दिल के सच्चे होते हैं.
अजय सिंह का विवादित बयान: 'मैं सूर्यवंशी क्षत्रिय हूं, मैं भी श्राप दे सकता हूं'
1 Apr, 2025 11:03 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश की बस्ती के हर्रेया विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक अजय सिंह का एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में अजय सिंह उनपर लगे आरोपों को लेकर सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाने वालों को श्राप देते दिखाई दे रहे हैं. दरअसल, एक लड़के की 25 मार्च को मौत हो गई थी. घरवालों ने आरोप लगाया कि पुलिस की पिटाई से उसकी मौत हुई. इसी मामले में एक अफवाह उड़ी कि विधायक पुलिस को सपोर्ट कर रहे हैं और प्राथमिकी दर्ज नहीं होने दे रहे हैं. इसके बाद विधायक ने अपनी सफाई दी.
वीडियो में बीजेपी विधायक कहते दिख रहे हैं कि ‘ मेरे खिलाफ भ्रम फैलाया जा रहा है. ऐस अफवाहों से बचें. नवरात्रि में व्रत किया है. ये मत समझिए कि जो मठ और पुजारी हैं, वो ही श्राप दे सकते हैं. मैं एक सूर्यवंशी क्षत्रिय हूं. मैं माता दुर्गा की सौगंध खाकर कहता हूं कि मैं भी श्राप दे सकता हूं. इस तरह की राजनीति करने वालों का विनाश हो जाएगा. ‘
क्या है मामला?
बस्ती जिले के दुबौलिया थाना क्षेत्र के उभाई गांव में आदर्श उपाध्याय की 25 मार्च को मौत हो गई थी. परिजन ने पुलिस की पिटाई से मौत का आरोप लगाया था. इस घटना के विरोध में बीजेपी, सपा और कांग्रेस के नेता पीड़ित परिवार मिले और उनके साथ खड़े नजर आए. इसके बाद एसओ जितेंद्र को लाइन हाजिर किया गया और एक दरोगा एक सिपाही को निलंबित किया गया.
इस घटना को लेकर बीजेपी विधायक अजय सिंह पर पुलिस वालों का साथ देने की अफवाह फैलने लगी. इसके बाद अजय सिंह पीड़ित परिवार से मिले और अपने ऊपर लगाए जा रहे आरोपों पर भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि जो लोग भ्रम फैला रहे कि हम पुलिस की साथ दे रहे हैं, मैं उनको श्राप दे सकता हूं. इतनी बड़ी घटना हुई है. एक ब्राह्मण की हत्या हुई है और उसके बाद कोई कह रहा है कि विधायक संरक्षण दे रहे हैं, एफआईआर नहीं होने दे रहे हैं, जो लोग इस तरह की राजनीति कर रहे हैं, उनका विनाश हो जाएगा, नोट कर लो मैं भी श्राप दे सकता हूं.
क्या बोले विधायक?
विधायक अजय सिंह ने कहा कि घटना के दिन सबसे पहले पहुंचने वाला नेता मैं ही हूं. पोस्टमार्टम मेरी देखरेख में हुआ. वीडियोग्राफी कराई गई है. एसओ को मैंने लाइन हाजिर करवाया. दारोगा और सिपाही को सस्पेंड कराया. लड़का गरीब परिवार का था. मैंने उसके परिवार की आर्थिक सहायता के लिए मुख्यमंत्री जी के सचिव से संपर्क किया. लेकिन कुछ लोग मेरे बारे में अफवाह फैला रहे हैं. लेकिन पीड़ित परिवार जानता है कि मैं उन के साथ खड़ा हूं.
सीएम योगी ने कांवड़ यात्रा के आयोजन को अनुशासन का उदाहरण बताया, सड़कों पर नमाज पर सख्त रुख अपनाया
1 Apr, 2025 10:55 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़क पर होने वाली नमाज को लेकर सीधे तौर पर कहा है कि ये नहीं हो सकती है. साथ ही साथ उन्होंने सड़कों से गुजरने वाली कांवड़ यात्रा पर भी अपनी बात रखी है. इसके अलावा वक्फ (संशोधन) विधेयक को लेकर विरोध करने वालों को आड़े हाथ लिया है. सीएम ने वक्फ प्रॉपर्टी पर चंद लोगों का कब्जा बताया है और कहा है कि इन प्रॉपर्टीज के जरिए किसी भी गरीब मुसलमान का भला नहीं किया गया है.
सड़कों पर नमाज पढ़ने को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘सड़कें चलने के लिए होती हैं और जो लोग ऐसा कह रहे हैं… उन्हें हिंदुओं से अनुशासन सीखना चाहिए. प्रयागराज में 66 करोड़ लोग आए. कहीं कोई लूटपाट नहीं हुई, कहीं कोई आगजनी नहीं हुई, कहीं कोई छेड़छाड़ नहीं हुई, कहीं कोई तोड़फोड़ नहीं हुई, कहीं कोई अपहरण नहीं हुआ, यही अनुशासन है, यही धार्मिक अनुशासन है. वे श्रद्धा के साथ आए, ‘महास्नान’ में भाग लिया और फिर अपने गंतव्य की ओर बढ़ गए. त्योहार और उत्सव या ऐसे कोई भी आयोजन उदंडता का माध्यम नहीं बनने चाहिए. अगर आप सुविधा चाहते हैं, तो उस अनुशासन का पालन करना भी सीखें.’
कानून सभी के लिए बराबर- सीएम योगी
सीएम ने कहा, ‘कांवड़ यात्रा से तुलना की जा रही है, कावंड़ यात्रा हरिद्वार से लेकर गाजियाबाद और एनसीआर के क्षेत्रों तक जाती है. वो सड़क पर ही चलेगी. क्या हमने कभी परंपरागत मुस्लिम जुलूस को रोका…कभी भी नहीं रोका…मुहर्रम के जुलूस निकलते हैं. हां, ये जरूर कहा है कि ताजिया का साइज थोड़ा छोटा रखें क्योंकि तुम्हारी सुरक्षा के लिए है. रास्ते में हाईटेंशन तार होंगे, जोकि आपके लिए बदले नहीं जाएंगे. हाईटेंशन की चपेट में आने से मर जाओगे. यही होता है, कांवड़ यात्रा में भी यही बोला जाता है कि डीजे का साइज छोटा करो, जो ऐसा नहीं करता है तो सख्ती की जाती है. कानून सभी के लिए बराबर लागू होता है. फिर कैसे तुलना की जा रही है.’
उन्होंने कहा, ‘ईद में कौन सा प्रदर्शन करेंगे? नमाज पढ़ने के नाम पर क्या घंटों सड़क जाम करेंगे? नमाज पढ़ने के लिए ईदगाह और मस्जिद हैं, न कि सड़क. इसके लिए ठीक तो बोला जा रहा है. ‘
सुधार समय की मांग- वक्फ बिल पर बोले सीएम
वक्फ (संशोधन) विधेयक पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सुधार समय की मांग है. उन्होंने कहा, ‘हर अच्छे काम का विरोध होता है. इसी तरह वक्फ संशोधन विधेयक पर भी हंगामा हो रहा है, जो लोग इस मुद्दे पर हंगामा कर रहे हैं, मैं उनसे पूछना चाहता हूं…क्या वक्फ बोर्ड ने कोई कल्याण किया है? सब कुछ छोड़िए, क्या वक्फ ने मुसलमानों का भी कोई कल्याण किया है? वक्फ निजी स्वार्थ का केंद्र बन गया है. यह किसी भी सरकारी संपत्ति पर जबरन कब्जा करने का माध्यम बन गया है और सुधार समय की मांग है और हर सुधार का विरोध किया जाता है.’
अलीगढ़ में पत्नी के मना करने पर युवक ने जूस में मिलाकर जहर पी लिया, एक बेटी की मौत
1 Apr, 2025 10:48 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक युवक ने मौसमी के जूस में जहर मिलाकर पी लिया. इसी जूस को उसने अपने दो बच्चों को पिलाया. जूस पीने से तीनों की तबीयत बिगड़ गई और एक बेटी की मौत हो गई. ऐसा युवक ने सिर्फ इसलिए किया, क्योंकि उसकी पत्नी ने ईद पर घर आने से मना कर दिया था. इस घटना से घर में कोहराम मचा हुआ है. मौके पर पुलिस पहुंची है और घटना की जांच में जुटी है.
घटना रविवार शाम की है. युवक का नाम गुड्डू है और उसकी उम्र 32 साल बताई जा रही है. जहर पीने के बाद पिता और बेटे की हालत गंभीर बनी हुई है. दोनों आईसीयू में भर्ती हैं. बताया जा रहा है कि गुड्डू को इस बात का शक था कि उसकी पत्नी का किसी से अफेयर है. इसको लेकर दोनों में झगड़े होते थे. एक दिन पत्नी मोबाइल पर किसी से बात कर रही थी, तो वह गुस्से में आ गया और पत्नी के साथ मारपीट की. इसी के बाद पत्नी गुस्से में मायके चली गई. वह वहीं रह रही थी.
10 साल पहले हुई थी शादी
इस्लाम नगर तेलीपाड़ा में भाई के साथ गुड्डू राशन डीलर की दुकान चलाता है. उसकी बेटी का नाम खुशी था, जिसकी मौत हो गई. वहीं 5 साल का बेटा आहिल अभी अस्पताल में भर्ती है. पत्नी का नाम रुखसार है. गुड्डू के घरवालों ने बताया कि 10 साल पहले दोनों की शादी हुई थी. आरोप लगाया कि रुखसार आए दिन गुड्डू से झगड़ा करती थी. वह मायके में रह रही थी. वह रिश्ता खत्म के लिए पैसों की डिमांड कर रही थी.
ईद पर घर आने से किया मना
घरवालों के मुताबिक, शनिवार को गुड्डू ने रुखसार को ईद पर घर आने के लिए फोन किया, लेकिन रुखसार ने आने से साफ मना कर दिया. इसके बाद रविवार को उसने जूस में जहर मिलाकर पी लिया. घरवालों ने ही तीनों को मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती कराया था, जहां बच्ची की मौत हो गई. वहीं, पुलिस ने बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है.
गोंडा में पत्नी से बचने के लिए पति ने अधिकारियों से की मदद की गुहार
1 Apr, 2025 10:42 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के गोंडा में एक पति अपनी ही पत्नी से बचाने को लेकर अधिकारियों से गुहार लगाता हुआ नजर आया. युवक जल निगम विभाग में जेई के पद पर है. पीड़ित का नाम धर्मेंद्र कुशवाहा है. उसका आरोप है कि उसकी पत्नी माया मौर्या ने मेरठ कांड जैसा हॉल करके ड्रम में काटकर भरने की धमकी दी है. पीड़ित युवक का कहना है कि उसकी पत्नी उसके साथ मारपीट करती है. इस संबंध में उसने पहले भी थाने में केस दर्ज कराया है.
धर्मेंद्र कुशवाहा ने बताया कि घर के सेकंड फ्लोर पर रख ड्रम और सीमेंट की बोरियां रखी हैं. पत्नी ने उसे दिखा करके मेरठ जैसा कांड करने की धमकी दी है. धर्मेंद्र झांसी का रहने वाले है. धर्मेंद्र और माया मौर्या ने साल 2016 में दोनों परिवारों की सहमति से लव मैरिज की थी. दोनों को एक भी है, जिसकी उम्र 3 साल है.
पत्नी का दूसरे से अफेयर
पति का आरोप है कि पत्नी ने अपने नाम तीन टैक्सी गाड़ियां खरीदवाईं, ताकि उसे चलवा करके वो भी कमाई कर सके. साथ ही खुद धर्मेंद्र ने गाड़ियों की किस्त भी भरी. 2022 में डिहवा में एक जमीन ली थी. उसी जमीन पर मकान बनाने के लिए पत्नी माया मौर्या ने एक दूर के रिश्तेदार नीरज मौर्या को निर्माण का काम दिया था. धर्मेंद्र का आरोप है कि इसी दौरान माया का नीरज मौर्या से अफेयर हो गया. नीरज की पत्नी का कोरोना कॉल में निधन हो गया था.
धर्मेंद्र के मुताबिक, 7 जुलाई 2024 को वह अचानक घर आय़ा. उसने देखा कि माया और नीरज साथ लेटे हैं. इसका विरोध किया तो पत्नी और उसके प्रेमी ने उसके साथ मारपीट की और घर से दोनों फरार हो गए. 25 अगस्त 2024 को पत्नी दोबारा अपने प्रेमी के साथ घर आई और जबरदस्ती ताला तोड़कर घर पर कब्जा कर लिया. इस दौरान घर में घुसकर मारपीट करके 15 ग्राम सोना और 14400 रुपये कैश लेकर फरार हो गई.
थाने में केस दर्ज
पीड़ित पति ने 1 सितंबर 2024 को अपनी पत्नी और उसके प्रेमी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. फिर इसके बाद पत्नी दोबारा अपने पति के घर पहुंची और अपने प्रेमी और तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर 2 सितंबर 2024 को पति के साथ जमकर मारपीट की. इसको लेकर पति द्वारा 10 अक्टूबर 2024 को भी नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया था.
धर्मेंद्र कुशवाहा ने बताया कि 25 अगस्त 2024 से ही अपनी पत्नी की धमकी के डर से वह अलग किराए का मकान लेकर रह रहा है. यह विवाद दोबारा फिर से इसलिए अब शुरू हुआ, क्योंकि 19 मार्च 2025 को पीड़ित के पास पत्नी माया और उसका प्रेमी पहुंचा. वहां फिर मारपीट की. इसके बाद धर्मेंद्र ने मौके पर पुलिस बुलाई. नगर कोतवाली में दोनों के बीच समझौता हुआ कि 2 दिन में पत्नी माया मौर्या पति का मकान खाली कर देगी. लेकिन 21 मार्च 2025 से माया ने फिर मारपीट करनी शुरू कर दी. मारपीट की पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद है, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है.
कैसे हुई थी मुलाकात?
धर्मेंद्र कुशवाहा ने बताया कि 2012 में हमारी मुलाकात माया मौर्या से एक मैग्जीन के माध्यम से हुई थी. इस मुलाकात के बाद दोनों का रिश्ता दोस्ती में तब्दील हो गया और 2016 में दोनों ने शादी कर ली. लेकिन फिर कुछ दिन बाद ही उसकी पत्नी ने मारपीट शुरू कर दी. अब मेरी पत्नी धमकी दे रही है कि ज्यादा बोलोगे तो तुमको ड्रम में भरवा देंगे नीरज (प्रेमी) के गुंडो से कटवा देंगे. उसने हमारी जिंदगी नरक बना दी.
अखिलेश यादव ने किया तंज: "ईद पर बैरिकेडिंग, क्या यह तानाशाही या इमरजेंसी है?
31 Mar, 2025 09:19 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने सोमवार को उत्तर प्रदेश पुलिस पर ईद के मौके पर लखनऊ में उनके काफिले को रोकने का आरोप लगाया और बैरिकेडिंग पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि पुलिस ने अपनी कार्रवाई के लिए कोई कारण नहीं बताया और योगी सरकार की आलोचना करते हुए इसे तानाशाही और आपातकाल जैसा कृत्य बताया.
अखिलेश यादव ने कहा, ‘जब मैं आज यहां (ईद समारोह में शामिल होने) आ रहा था तो जानबूझकर मुझे पुलिस ने रोका. आधे घंटे तक बातचीत करने के बाद मुझे आगे जाने दिया गया. जब मैंने जानना चाहा कि आखिरकार ऐसा क्यों किया जा रहा है तो किसी अधिकारी के पास कोई जवाब नहीं था. क्या ऐसा दबाव इसलिए बनाया जा रहा है कि हम दूसरे लोगों के समारोह में शामिल ना हों? बीजेपी यह देश संविधान से नहीं चला रही है.’
त्योहार ना मना पाएं इसलिए ऐसी बैरिकेडिंग की- अखिलेश
उन्होंने कहा, ‘हम वक्फ की बात कर रहे हैं. 80 करोड़ लोगों की प्रति व्यक्ति आय क्या है, ये लोग नोटबंदी लाए, जीएसटी लाए. ये जो काम करते हैं वो अपने पॉलिटिकल फायदे के लिए करते हैं. लोग त्योहार ना मना पाएं इसलिए ऐसी बैरिकेडिंग की, ऐसा कभी नहीं देखा. इसको मैं तानाशाही समझूं, इमेरजेंसी समझूं, क्या समझूं?’
अखिलेश यादव ने कहा, ‘आज पूरे प्रदेश, देश और दुनिया के सभी लोगों को मैं आज बहुत-बहुत मुबारकबाद देता हूं. ईद का त्योहार हम सभी एक-दूसरे से गले मिलकर खुशी के साथ मनाते हैं और उम्मीद करते हैं कि हम सब गले मिलकर एक-दूसरे का सम्मान करें. यही हमारे देश की खूबसूरती है, जहां पर अलग-अलग धर्म के रास्ते पर चलने वाले लोग एक साथ मिलकर रहते हैं.’
PDA के चलते बीजेपी अखिलेश को रोक रही- सपा
वहीं, समाजवादी पार्टी ने कहा, ‘भाजपा सरकार की आत्मा में नफरत घुस चुकी है, भाजपा सरकार जिस तरह का असम असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक एवं नफरती व्यवहार आजकल दलित पिछड़ा नेताओं के साथ कर रही है वो अस्वीकार्य है. अखिलेश यादव देश के दलित पिछड़ा PDA के सर्वोच्च नेतृत्वकारी नेता हैं और डरी हुई भाजपा सरकार अखिलेश यादव को रोकने का हर असंवैधानिक अलोकतांत्रिक प्रयास कर रही है जो निंदनीय है. दलितों पिछड़ों मुसलमानों यानी PDA के पक्ष में आवाज उठाने के कारण ऐसा भाजपा सरकार कर रही है, लेकिन समाजवादी लोग डरेंगे नहीं.’
संभल में ईदगाह पर सांसद बर्क और हजारों मुस्लिमों ने अदा की नमाज, भारी सुरक्षा के बीच सम्पन्न हुआ कार्यक्रम
31 Mar, 2025 09:07 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
माह-ए-रमजान का पाक महीना खत्म हो गया है और आज पूरे में देश में ईद-उल-फितर की धूम है. देश के सभी मुसलमानों ने अपने-अपने इलाकों की मस्जिदों और ईदगाहों में नमाज अदा की. सभी ने गले मिलकर एक दूसरे को ईद की बधाई दी. ईद के मौके पर सभी जगह जश्न का माहौल है. ईद को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम भी किए गए हैं ताकि शांति और सौहार्द का माहौल बना रहे.
उत्तर प्रदेश में ईद को लेकर विशेष सुरक्षा की गई है. संभल, मेरठ, लखनऊ और प्रयागराज में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. संभल ईदगाह के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी और पैरामीलीट्री फोर्स की तैनाती की गई है. सांसद जियाउर रहमान वर्क समेत हजारों की संख्या में मुसलमान ईद की नमाज अदा करने ईदगाह पहुंचे. शांतिपूर्ण तरीके से नमाज अदा की गई. अमन और शांति के लिए दुआ की गई.
संभल में मुसलमानों ने अमन चैन की मांगी दुआ
नमाज अदा करने के बाद संभल में मुस्लिम लोगों का कहना है कि उन्होंने दुआ मांगी है कि संभल में पहले जैसी हिंसा कभी ना हो, हिंदू मुस्लिम में भाईचारा हो, पूरी तरह संभल में अमन और शांति हो. मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के आह्वान पर मुसलमानों ने कहा कि वह वक्फ संशोधन बिल का विरोध करते हैं लेकिन काली पट्टी नहीं पहनी है और ईद पर नए कपड़े पहनना जरूरी होता है. वहीं, संभल के सांसद जियाउर रहमान बर्क ने कहा कि उन्होंने दुआ मांगी है कि जो भी बेगुनाह गिरफ्तार किए गए हैं, जल्द से जल्द उनकी रिहाई हो. संभल में शांति हो.
कुछ जगह काली पट्टी बांधकर अदा की गई नमाज
ईद के इस खास मौके पर कई जगह काली पट्टी बांधकर नमाज अदा की गई. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के आह्वान पर मुसलमानों ने वक्फ संशोधन बिल के विरोध में ऐसा किया है. आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा के इंदिरा गांधी स्टेडियम में काली पट्टी बांधकर ईद की नमाज अदा की गई. इसके अलावा मध्य प्रदेश में भी वक्पफ बिल के विरोध में ऐसा किया गया.
पीएम मोदी ने लोगों को ईद-उल-फित्र की दी बधाई
देश के कई हिस्सों में रविवार शाम ईद-उल-फित्र का चांद नजर आने के साथ ही रमजान का महीना संपन्न हो गया और सोमवार को देशभर में ईद का त्योहार मनाया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईद के मौके पर सभी को बधाई दी. उन्होंने कहा कि यह त्योहार समाज में आशा, सद्भाव और दयालुता की भावना को बढ़ाए. पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि ईद-उल-फित्र की हार्दिक बधाई. यह त्योहार आपके लिए खुशहाली लाए और आपको आपके सभी प्रयासों में सफलता मिले. ईद मुबारक.