उत्तर प्रदेश
विश्व हिंदू परिषद नेता की चेतावनी – घटती जन्म दर से हिंदू समाज को खतरा
15 May, 2025 01:03 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची: विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय महामंत्री बजरंग बागड़ा ने कहा कि भारतवर्ष के हिंदुओं ने साढ़े सात सौ वर्ष तक इस्लामिक शासन और दो सौ वर्षों का ईसाई शासन को झेला, इसके बावजूद अपने अस्तित्व को बचा कर रखने में सफल रहा है। इसका मुख्य कारण कारण विवाह और कुटुम्ब प्रणाली रहा।
परंतु आज के मौजूदा दौर में हिंदुओं के कुटुंब और विवाह प्रणाली में हो रहे परिवर्तन के कारण हमारा अस्तित्व खतरे में है और यह हिंदू समाज के नाश का कारण बन सकता है। इसलिए समय इसे हर हाल में ठीक करना होगा।
दो दिवसीय प्रवास पर मंगलवार को रांची पहुंचने के बाद वे होटल ग्रीन एकर्स में विहिप से जुड़े अधिवक्ताओं और कार्यकर्ताओं को संबंधित कर रहे थे। उन्होंने हटिया में सामाजिक समरसता से जुड़े लोगों और मोरहाबादी में व्यापारियों के साथ भी बैठक की।
ऐसी जागृति हम हिंदुओं को अपने मूल जीवन बिंदु और जीवन दर्शन के क्षेत्र में भी खास तौर पर दिखाने की जरूरत है।
उन्होंने आगाह किया और कहा कि यदि हम अभी नहीं संभले, तो निकट कुछ वर्षों में हमारी जनसंख्या मुसलमानों से कम हो जाएगी। ऐसी स्थिति में हमारे वोट करने का प्रतिशत घटा, तो हम शासन प्रणाली में अपनी भागीदारी को गवां बैठेंगे और हमपर अत्याचार बढ़ जाएगा।
कार्यक्रम में विहिप के क्षेत्र मंत्री वीरेन्द्र विमल, झारखंड प्रांत मंत्री मिथिलेश्वर मिश्र, संयोजक रंगनाथ महतो, संगठन मंत्री देवी सिंह, विधि प्रकोष्ठ प्रांत प्रमुख और वरिष्ठ अधिवक्ता राजेंद्र कृष्णा, सेवानिवृत जज शिवपाल सिंह सहित झारखंड उच्च न्यायालय एवं सिविल कोर्ट रांची के अधिवक्ता ने इस बैठक में हिस्सा लिया।
सभी हिंदू सहोदर हैं
बिरसानगर हटिया में समरसता संगोष्ठी को संबंधित करते हुए बजरंग बागड़ा ने कहा कि हम सभी हिंदू भारत मां की संताने हैं इस नाते सहोदर हैं। कोई छोटा या बड़ा नहीं है।
उन्होंने सभी से आग्रह किया कि जातिगत भावना से ऊपर उठकर हम सभी हिंदू एक हैं। यह भाव अपने अंदर भरते हुए समरसतायुक्त समाज के निर्माण में सहभागी बनें। भेद भाव मुक्त संगठित हिंदू समाज ही राष्ट्र एवं धर्म की रक्षा में सहायक सिद्ध होगा।
बिहार की रणभूमि में उतरेंगे राहुल गांधी, दलित समाज को साधने की तैयारी
15 May, 2025 12:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे सियासी तपिश बढ़ती जा रही है. पलायन और रोजगार के मुद्दे राजनीतिक दलों के अभियानों के केंद्र में आ गए हैं. सत्तापक्ष और विपक्ष के सभी दल इन मुद्दों को अपनी रणनीति का मुख्य आधार बना रहे हैं. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार को अपने नेताओं की पूरी फौज के साथ बिहार की रणभूमि में उतर रहे हैं, जहां उनके सियासी एजेंडे के केंद्र में दलित समाज रहने वाला है. दलित छात्रों के साथ संवाद करने से लेकर सिनेमा देखने तक की स्ट्रैटेजी राहुल गांधी ने बनाई है.
कांग्रेस के युवा नेता कन्हैया कुमार की अगुवाई में ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ यात्रा निकालकर पहले ही बिहार में प्रवास और बेरोजगारी के मुद्दों को सियासी केंद्र में ला दिया है. अब राहुल गांधी उसे सियासी धार देने और सियासी समीकरण सेट करने के लिए कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के साथ उतर रहे हैं. बिहार में सभी जिलों में कांग्रेस नेता ‘शिक्षा न्याय संवाद’ कार्यक्रम के जरिए दलित और अतिपिछड़े वर्ग के छात्रों के साथ रोजगार और शिक्षा के मुद्दे पर चर्चा करेंगे.
राहुल करेंगे ‘शिक्षा न्याय संवाद’ का आगाज
बिहार के दरभंगा से राहुल गांधी ‘शिक्षा न्याय संवाद’ कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे. राहुल का यह कार्यक्रम अंबेडकर हॉस्टल में होना था, लेकिन अनुमति नहीं मिली. ऐसे में दरभंगा के नगर भवन में राहुल गांधी दलित छात्र-छात्राओं से संवाद करेंगे. इसी दौरान कांग्रेस के 60 से ज्यादा राष्ट्रीय स्तर के नेता बिहार के अलग-अलग जिलों में करीब 75 जगह पर संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. ये कॉलेज, विश्वविद्यालय एवं छात्रावासों का दौरा करके छात्रों से संवाद करेंगे. इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों व युवाओं के बीच शिक्षा के अधिकार और सामाजिक न्याय को लेकर जागरूकता फैलाना है.
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और बिहार के सह प्रभारी सुशील पासी कहते हैं कि बिहार में सबसे बड़ी समस्या बेहतर शिक्षा और रोजगार की है. बिहार के छात्रों को बेहतर शिक्षा और नौकरी के लिए लगातार पलायन करना पड़ रहा है, जिसमें सबसे बड़ी समस्या दलित समाज के लोगों को उठानी पड़ रही है. आर्थिक और सामाजिक रूप से दलित समाज के लोग काफी कमजोर हैं, जिसके चलते वो न तो अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा दिला पा रहे हैं और न ही रोजगार मिल पा रहा है. इसके चलते ही उनको पलायन करना पड़ रहा है, राहुल गांधी और कांग्रेस नेता दलित समाज की समस्या को जानने और समझने के लिए भी शिक्षा न्याय संवाद करेंगे.
कांग्रेस के ‘शिक्षा न्याय संवाद’ का मकसद?
सुशील पासी ने बताया कि कांग्रेस के ‘शिक्षा न्याय संवाद’ कार्यक्रम का मतलब दलित, पिछड़े और अतिपिछड़े वर्ग के लोगों को शिक्षा-नौकरी में सामाजिक न्याय दिलाने का है. शिक्षा न्याय संवाद’ के माध्यम से कांग्रेस शैक्षणिक सत्र में देरी, प्रश्न पत्र लीक, चरमराती शिक्षा-व्यवस्था जैसे मुद्दों को जोर-शोर से उठाएगी. कांग्रेस के शिक्षा न्याय संवाद को पांच प्वाइंट में समझ सकते हैं…
1 आरक्षण की 50 फीसदी सीमा हटाने का है. आरक्षण की लिमिट 50 फीसदी है, जिसे ज्यादा बढ़ाने पर सुप्रीम कोर्ट रोक लगा रही है. कांग्रेस इस लिमिट को खत्म कर उसे ज्यादा करने की मांग कर रही है. कांग्रेस चाहती है कि समाज में जिसकी जितनी भागीदारी है, उसे उतना आरक्षण दिया जाए.
2 दलित-आदिवासी पर सब-प्लान लागू करें. अनुच्छेद 46 और 47 के अनुसार एससी और एसटी के विकास के लिए संविधान द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करना. एससी और एसटी के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देना व सामाजिक न्याय प्रदान करना. विकास योजनाओं में एससी-एसटी की भागीदारी सुनिश्चित करने व समान अवसर प्रदान करने की है. जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और सामाजिक सुरक्षा.
3 शिक्षा का इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर करने की मांग- कांग्रेस बिहार में शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने और उसे बेहतर बनाने की मांग कर रही है. कांग्रेस के नेता शिक्षा न्याय संवाद के जरिए इसी मांग को उठाने का काम करेंगे.
4 कर्ज नहीं, नौकरी दो- कांग्रेस नेता शिक्षा न्याय संवाद के जरिए मांग उठाएंगे कि कर्ज नहीं बल्कि रोजगार दीजिए. इसके जरिए कांग्रेस नेता और राहुल गांधी की रणनीति बीजेपी की मोदी सरकार को टारगेट पर रखने की है.
5 3 साल की डिग्री, 3 साल में ही दो- कांग्रेस नेता बिहार में मांग उठाएंगे कि परीक्षा समय पर कराई जाए और रिजल्ट में देर न की जाए. हाल के दिनों में देखा गया है कि बिहार के कई विश्वविद्यालयों में परीक्षा में देर-सबेर हो रही है. तीन साल की डिग्री को पूरा करने में चार से पांच साल लग जा रहे हैं. बिहार के छात्र इस बात को लेकर लगातार मांग उठाते रहे हैं.
पटना में फुले फिल्म देखेंगे राहुल गांधी
राहुल गांधी बिहार के दरभंगा में शिक्षा न्याय संवाद कार्यक्रम का आगाज करने के बाद सीधे पटना पहुंचेंगे. पटना में वे विभिन्न सामाजिक संगठन के प्रतिनिधियों के साथ पहले बातचीत करेंगे. पी एंड एम मॉल में ईबीसी विचारक ज्योतिराव फुले पर आधारित ‘फुले’ सिविल सोसायटी के प्रतिनिधि दलित समुदाय के लोगों के साथ दिखेंगे. यह फिल्म समाज सुधारक महात्मा ज्योतिबा फुले और उनकी पत्नी सावित्रीबाई फुले के जीवन पर आधारित है, जिन्होंने समाज के वर्ण व्यवस्था पर गहरी चोट की है. दलित-पिछड़ों के बीच ज्योतिबा फुले की अपनी सियासी अहमियत है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी बिहार में सामाजिक न्याय के एक्टिविस्टों के साथ फुले फिल्म देखकर सियासी संदेश देने की कवायद करेंगे. बिहार सामाजिक न्याय के आंदोलन की भूमि रही है. ज्योतिबा फुले भले ही महाराष्ट्र से ताल्लुक रखते रहे हों, लेकिन बिहार में उनकी अपनी सियासी अहमियत है, खासकर दलित और अति पिछड़े समुदाय उन्हें अपना मसीहा मानता है. बसपा के संस्थापक कांशीराम की राजनीति में ज्योतिबा फुले का अहम रोल हुआ करता था. सामाजिक न्याय की धुरी माने जाते हैं.
कांग्रेस दलित राजनीति को देगी धार
कांग्रेस का छात्र-युवाओं पर फोकस है, लेकिन उसकी नजर दलितों को साधने की है. बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस जोर शोर से लगी हुई है. राहुल गांधी बिहार में कांग्रेस संगठन में जान फूंकने में लगे हुए हैं. संगठन को धारदार बनाना चाहते हैं. ऐसे में कांग्रेस की नजर दलित वोट बैंक पर है. कांग्रेस ने पिछले दिनों अखिलेश प्रसाद सिंह को हटाकर राजेश कुमार को बिहार का प्रदेश अध्यक्ष बनाया. इसके अलावा सुशील पासी को बिहार का सह-प्रभारी बनाकर कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि इस बार वह बिहार में दलित समीकरण पर ही केंद्रित राजनीति करेगी.
सूबे में 17 फीसदी दलित वोट हैं. बिहार की कुल 243 विधानसभा सीटों में से 38 सीटें अनुसूचित समुदाय और दो सीटें अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षित हैं. दलित वोटर किसी एक पार्टी से जुड़ा हुआ नहीं है, यही वजह है कि राहुल गांधी 17 फीसदी दलित वोटों को अपने साथ जोड़ने की कोशिश में है, जिसके लिए लगातार बिहार के दौरे कर रहे हैं. पांच महीने में राहुल गांधी का चौथा बिहार दौरा है.
दरभंगा में अनोखी विदाई: पति ने पत्नी की शादी बॉयफ्रेंड से करवाई
15 May, 2025 12:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के दरभंगा में तीन साल पहले एक युवती ने लव मैरिज की. पति से उसे एक बेटा भी हुआ. लेकिन तभी उसकी जिंदगी में दूसरे शख्स की एंट्री हुई. दोनों को प्यार हुआ तो वो छिप-छिपकर मिलने लगे. लेकिन एक दिन ससुर ने दोनों को रोमांस करते देख लिया. बस फिर क्या था. बेटे को उन्होंने सारी बात बताई. फिर बहू की शादी उसके बॉयफ्रेंड से करवा दी. पति ने खुद पत्नी को बॉयफ्रेंड संग विदा किया.
जानकारी के मुताबिक, मुजफ्फरपुर के बेरुआ (गायघाट) गांव का की रहने वाली खुशी कुमारी का दरभंगा के बनौली निवासी राजू कुमार के साथ अफेयर था. दोनों ने 2021 में लव मैरिज कर ली. दोनों शादी से बहुत खुश थे. साल 2022 में दोनों को एक बेटा हुआ. फिर 2024 में खुशी अपने पति संग बिहार से दिल्ली चली गई. यहां खुशी की मुलाकात बेतिया के रहने वाले बुलेट कुमार से हो हुई. मुलाकात दोस्ती फिर प्यार में बदल गई.
दोनों के बीच अफेयर की जानकारी पति राजू को नहीं थी. इस बीच खुशी अपने पति और बच्चे के साथ अपने गांव में बनौली पहुंच गई. लेकिन खुशी का मन वहां नहीं लग रहा था. उसे पल-पल अपने बॉयफ्रेंड की याद सता रही थी. यही हाल बुलेट का भी था. खुशी ने फिर बॉयफ्रेंड बुलेट कुमार को बेतिया से मिलने के लिए अपने घर बुला लिया. वो उसे बेडरूम में ले गई.
ससुर ने रोमांस करते पकड़ा
दोनों यहां रोमांस कर ही रहे थे कि ससुर ने उन्हें देख लिया. युवक वहां से भागने लगा. लेकिन ससुर सियाराम ने उसे पकड़ लिया. देर रात तक काफी हाई वोल्टेज ड्रामा चला. सभी बातों को सुनकर पंचायत के सरपंच रमेश सहनी और सिमरी थानाध्यक्ष के सामने प्रेमी के साथ शादी करने की तैयारी की गई. दोनों की शादी के बाद पति और अपने बेटे को छोड़ प्रेमी संग खुशी को लोगों ने विदा कर दिया.
जिद पर अड़ गई खुशी कुमारी
बताया जाता है कि महिला को बॉयफ्रेंड के साथ घर में पकड़े जाने के बाद लोगों ने उसे काफी समझाने की कोशिश की. लेकिन खुशी ने पति के साथ रहने से इंकार कर दिया. वो अपनी जिद पर अड़ी रही कि मैं बुलेट के साथ ही रहूंगी. समझाने की सारी कोशिशें बेकार जाने के बाद बच्चे को दादी के पास छोड़कर खुशी अपने प्रेमी संग दूसरे ससुराल के लिए रवाना हो गई. अब ये अजब-गजब लव स्टोरी इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है.
बेटी की पहचान पर शक में पिता ने ली जान, फिर पत्नी से माफी मांगता रहा
15 May, 2025 12:14 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के पूर्णिया से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है. यहां एक पिता ने अपनी 18 साल की बच्ची का मुंह और नाक दबाकर उसे मार डाला. मामला भवानीपुर थानाक्षेत्र के भमेठ गांव का है. पुलिस ने आरोपी पिता, दादी और चाचा के खिलाफ केस दर्ज किया है. पिता फिलहाल पुलिस गिरफ्त में है. मामले में आगामी कार्रवाई जारी है.बच्ची की मां ने ही इनके खिलाफ केस दर्ज करवाया था. जानकारी के मुताबिक, ब्रह्मदेव कुमार ने अपनी 18 महीने की पुत्री जाह्नवी कुमारी की मुंह और नाक दबाकर निर्मम हत्या कर डाली. मृतका की मां हीना कुमारी ने बेटी की हत्या को लेकर पति ब्रह्मदेव कुमार, सास राधा देवी और देवर कैलाश राम पर हत्या का आरोप लगाकर भवानीपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है.
हीना कुमारी ने बताया- मेरा पति, सास और देवर जाह्नवी को जन्म के समय से ही किन्नर बता रहे थे. पति ने मासूम बच्ची को किन्नर बताकर पहले भी उसे मारने का प्रयास किया था, लेकिन मैंने किसी तरह अपनी बच्ची को बचा लिया था. हीना ने बताया कि मंगलवार को वो मक्का छीलने बहियार गई थी. इसी बीच उसके पति ब्रह्मदेव कुमार ने सास राधा देवी और देवर कैलाश राम के बहकावे में आकर बच्ची की नाक और मुंह दबाकर हत्या कर दी. जब वो घर वापस आई तो उसका पति पैर पकड़ कर कहने लगा कि उसने अपनी बेटी की हत्या कर दी है. वो इस बात का हल्ला न करे.
पिता गिरफ्तार, दादी-चाचा फरार
लेकिन हीना ने थाने जाकर मामला दर्ज करवा दिया. घटना की जानकारी पाकर भवानीपुर थाना के सहायक अवर निरीक्षक बिनोद कुमार घटनास्थल पर पहुंचे. मृतक बच्ची के शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा. थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया- मृतक बच्ची के हत्यारे पिता ब्रह्मदेव कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. बहुत जल्द अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. घटना की जानकारी पाकर धमदाहा एसडीपीओ संदीप गोल्डी भवानीपुर थाना पहुंचकर गिरफ्तार ब्रह्मदेव कुमार से पूछताछ की.
औरंगाबाद रेलवे स्टेशन पर महिला ने बच्चों संग खाया जहर, तीन की मौत
15 May, 2025 12:14 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार में एक महिला ने पहले अपने चार बच्चों को जहर खिलाया. फिर खुद भी जहर का सेवन किया. इस घटना में तीन बच्चों की मौत हो गई. जबकि, महिला और एक बच्चे की हालत गंभीर बनी हुई है. बताया जा रहा है कि पारिवारिक विवाद के चलते महिला ने यह कदम उठाया है. मामला औरंगाबाद के रफीगंज रेलवे स्टेशन का है.
रेलवे स्टेशन पर पांचों को छटपटाते देख वहां मौजूद लोगों में सनसनी फैल गई. इसके बाद आरपीएफ के जवानों ने सभी को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया. यहां इलाज के दौरान तीन बच्चों की मौत हो गई. जबकि, मां और एक बच्चे की हालत गंभीर बनी हुई है. उनका इलाज चल रहा है.
महिला कि पहचान बन्देया थाना क्षेत्र के झिकटिया गांव निवासी रवि बिंद की पत्नी सोनिया देवी के रूप में हुई है. वहीं मृतकों में सूर्यमणि, शिवानी और राधा के रूप में हुई है. मामले में सीएचसी प्रभारी ने कहा कि तीनों बच्चों की जहर खाने से मौत हुई है. फिलहाल तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
पति-पत्नी में हुआ था विवाद
मामले में मृत बच्चों के चाचा ने बताया कि मंगलवार की रात को रवि बिंद और सोनिया में झगड़ा हो गया था. सुबह रवि बिंद कहीं काम करने चले गए थे और सोनिया चारों बच्चों के साथ मायके जाने के लिए रफीगंज स्टेशन चली गई.
बच्चों को खोकर सदमे में है पति
उन्होंने कहा कि कुछ समय बाद हमें सूचना मिली कि सोनिया और चारों बच्चों ने जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की. जानकारी मिलने के बाद हम अस्पताल आए हैं. तीन बच्चों को मृत घोषित कर दिया है. जबकि, भाभी सोनिया और एक बच्चे की हालत गंभीर बनी हुई है. इस घटना के बाद पूरे परिवार में अफरा-तफरी मच गई है. पति सदमे में है. फिलहाल पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
औरैया में शादी के दिन टूटा दुल्हन का सपना, दूल्हा गर्लफ्रेंड से कर बैठा शादी
15 May, 2025 11:57 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के औरैया में एक घर में बारात आनी थी. दुल्हन सज-धजकर बैठी थी और दूल्हे राजा का इंतजार कर रही थी. लेकिन तभी कुछ ऐसा हुआ कि दुल्हन के रोंगटे खड़े हो गए. वो फूट-फूटकर रोने लगी. दरअसल, दूल्हे ने अपनी गर्लफ्रेंड से शादी कर ली थी. दुल्हन ने भी फिर उसी दिन शादी की, लेकिन अपनी दीदी के देवर से. फिर उसके साथ ससुराल विदा हो गई.
जानकारी के मुताबिक, जिस दूल्हे से लड़की की शादी होने वाली थी, उसकी गर्लफ्रेंड ने दूल्हे के घर वालों से कहा- आपका बेटा मेरा बॉयफ्रेंड है. उसे शादी करने से रोकिए. लेकिन दूल्हे पक्ष ने कहा- हम तुम्हारे साथ शादी नहीं करवाए. तब गर्लफ्रेंड से पुलिस से मदद मांगी. पुलिस ने जब दूल्हे से इस बारे में पूछा तो वो कहने लगा मैं दुल्हन नहीं, प्रेमिका से ही शादी करूंगा. फिर उसने प्रेमिका से शादी कर ली. इस बात की जानकारी जब दुल्हन और उसके परिवार को हुई तो वो लोग हैरान रह गए.
शादी की पूरी तैयारी हो चुकी थी. बस बारात के आने का इंतजार था. ऐसे में दुल्हन की शादी फिर उसकी ही दीदी के देवर संग करवाई गई. जानकारी के मुताबिक, कंचौसी के एक गांव निवासी युवक की शादी घरवालों ने घाटमपुर में तय कर दी थी और रविवार को बरात जानी थी, लेकिन प्रेमिका ने परिजनों से सारी बात बताई, लेकिन प्रेमी के घर वाले तैयार नहीं हुए, जिसके बाद प्रेमिका ने पुलिस को सूचना दे दी.
सोमवार को प्रेमी प्रेमिका की शादी परिजन ने करवा दी. साथ ही घाटमपुर में दुल्हन की कानपुर देहात के एक गांव निवासी बहन के देवर के साथ कर दी. दूल्हे की प्रेमिका बिहार की रहने वाली है. दोनों नोएडा में मिले थे और तीन साल से लिव-इन-रिलेशनशिप में थे.
प्रेमी की शादी कहीं और तय हुई
कुछ दिन पहले युवक के घर वालों ने उसकी शादी घाटमपुर से तय कर दी. रविवार को उसकी युवक की बरात जानी थी. इसी बीच युवती ने प्रेमी को फोन किया तो उसने शादी होने की बात कही. जानकारी होते ही युवती 10 मई को नोएडा से युवक के घर पहुंची. परिवार के लोगों को दोनों के बीच के प्रेम संबंध के बारे में बताया. बात न बनते देख युवती दिबियापुर थाने पहुंची पुलिस को घटना की जानकारी दी.
प्रेमी के लिए करवाया था गर्भपात
पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया. इसके बाद उसने यूपी 112 पर काल कर दी. पुलिस मौके पर पहुंची. जांच के बाद थाना पुलिस को घटना की जानकारी दी, जिसके बाद चौकी प्रभारी प्रवीन कुमार फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और प्रेमिका व प्रेमी सहित घर वालों को चौकी ले गए. प्रेमिका ने बताया कि वह एक बार गर्भवती हो चुकी है. प्रेमी के कहने पर गर्भपात कराया था. इस जानकारी के बाद प्रेमी के घर वाले शादी को राजी हो गए और आर्य समाज मंदिर में शादी कर दी.
पहले से ही दुल्हन को पसंद करता था
इधर, घाटमपुर में दुल्हन ने अपने बहन के देवर के साथ शादी कर ली. जानकारी के मुताबिक, देवर पहले ही शादी करने को तैयार था, लेकिन दुल्हन के पिता ने एक घर में दो बेटियों की शादी करने से मना कर दिया था. रविवार को घटनाक्रम की जानकारी होने पर परिजनों ने देवर के साथ शादी करना उचित करना समझा.
तंत्र-मंत्र के चक्कर में गई दो जानें, नीम के पेड़ के नीचे मिले शव
15 May, 2025 11:51 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां तांत्रिक क्रिया से जमीन में दबा खजाना पाने के लालच में दो लोगों को जहरीला लड्डू खाने से मौत हो गई. दोनों मृतक आपस में रिश्तेदार था. उन्हें जहरीला लड्डू तांत्रिक ने दिया था. दोनों के शव एक नीम एक पेड़ के नीचे पाए गए. जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस में शवों को कब्जे में लिया और उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. पुलिस को शवों के पास से बूंदी का लड्डू, नींबू और पानी से भरा गिलास मिला है.
घटनास्थल पर मौजूद नीम के पेड़ पर सुई से गोदा गया गुड्डा भी बरामद हुआ है. पुलिस ने आरोपी तांत्रिक को गिरफ्तार किया है. उसने अपना जुर्म कुबूल किया है. तांत्रिक ने दोनों को आत्महत्या के लिए उकसाया और फिर उन्हें जहरीला लड्डू खिलाया. उन्हें बताया गया था कि जहरीला लड्डू खाने से जिन्न हाजिर होगा और उन्हें जमीन में दबा हुआ खजाना देगा. पुलिस ने आरोपी तांत्रिक को कोर्ट ने पेश कर उसे जेल भेजा है.
खजाने का लालच देकर खिलाया जहरीला लड्डू
मामला फिरोजाबाद जिले के मक्खनपुर का है. एका थाना क्षेत्र के गांव गोकुल का नगला निवासी रामनाथ और थाना उत्तर के इंदिरानगर निवासी पूरन सिंह आपस में रिश्तेदार थे. इनमें पूरन खुद तांत्रिक था. पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि पूरन का गुरु कमरुद्दीन भगतगिरी (तांत्रिक) का काम करता है. उसने जमीन में गड़े खजाने को पाने का लालच देकर दोनों को आत्महत्या के लिए उकसाया और फिर उन्हें जहरीला लड्डू खिलाया, जिससे उनकी मौत ही गई. मामले में मृतक रामनाथ के भाई रामसिंह ने रामगढ़ के अजमेरी गेट निवासी तांत्रिक कमरुद्दीन के खिलाफ केस दर्ज कराया है.
‘जिन्न आकर देगा खजाना’
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने दोनों मृतकों से तंत्र-मंत्र के नाम पर काफी रकम ली थी. उन्होंने काम न होने पर अपने रुपये वापस मांगे, जिससे आरोपी तांत्रिक रंजिश मानने लगा. पुलिस के मुताबिक, आरोपी तांत्रिक ने 8 मई को दोनों को अपने पास बुलाया और उन्हें जमीन में गड़े खजाने का लालच दिया. उन्हें बताया कि नीम के पेड़ के नीचे आत्महत्या करने से जिन्न आकर उन्हें जमीन से खजाना निकाल कर देगा. इसके लिए उसने दोनों को जहरीले लड्डू खिलाए, जिससे उनकी मौत हो गई.
BJP नेता का ऑर्केस्ट्रा गर्ल संग अश्लील वीडियो वायरल, सियासी भूचाल
15 May, 2025 11:44 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश की सियासत में सोशल मीडिया में वायरल एक वीडियो लगातार चर्चा में है. वायरल वीडियो में दिख रहे शख्स भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक बुजुर्ग नेता हैं और वह ऑर्केस्ट्रा गर्ल के साथ अश्लील हरकत करते नजर आ रहे हैं. वीडियो के वायरल होने के बाद बीजेपी नेता ने अपनी सफाई में कहा कि यह उन्हें बदनाम करने की साजिश है. साथ ही इसके लिए उन्होंने अपनी ही पार्टी के नेताओं पर आरोप भी लगाए. वहीं विपक्ष भी इस वीडियो के लेकर पार्टी पर हमलावर हो गया है.
समाजवादी पार्टी नेता और सपा के प्रदेश उपाध्यक्ष युवजनसभा पंकज राजभर की ओर से सोशल मीडिया पर शेयर किए गए इस वीडियो में उत्तर प्रदेश के बलिया जिले की रसड़ा सीट से बीजेपी के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी बब्बन सिंह रघुवंशी एक महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिख रहे हैं. फुटेज में यह भी दिख रहा है कि यह सब कुछ एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान हुआ. वहां पर इस दौरान काफी लोग भी मौजूद थे.
वीडियो को लेकर विपक्ष का हमला
वायरल वीडियो में एक महिला बब्बन सिंह रघुवंशी की गोद में बैठी हुई है, इस दौरान वह उसे गलत तरीके से छूता है और चूमता भी है. वहां मौजूद लोग उन्हें देख भी रहे होते हैं. बब्बन सिंह अपने इलाके के संपन्न आदमी हैं और वह रसड़ा चीनी मिल के चेयरमैन भी हैं.
वीडियो को लेकर विपक्षी नेताओं की ओर से तीखी प्रतिक्रिया की जा रही है. पंकज राजभर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वीडियो क्लिप पोस्ट करते हुए बीजेपी नेता पर पाखंड करने का आरोप लगाया और कहा कि कैसे खुलेआम एक महिला को अपने ऊपर बैठाकर डांस करवा रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता का चरित्र देखिए. जो लोग दिन रात नैतिकता और संस्कृति का भाषण देते हैं, असलियत में यही उनका असली चेहरा है. समाज को ऐसे ढोंगी और दोहरे चरित्र वालों से सावधान रहना चाहिए.
विधानसभा चुनाव लड़ चके हैं बब्बन सिंह रघुवंशी
कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने भी इस घटना की निंदा की और इसे बेहद शर्मनाक बताया. उन्होंने इस हरकत को महिलाओं की गरिमा पर बीजेपी के सार्वजनिक रुख से अलग बताया. हालांकि, बाद में उन्होंने अपनी यह पोस्ट डिलीट कर दी.
दूसरी ओर, वीडियो वायरल होने के बाद, 1993 के यूपी विधानसभा चुनाव में चुनाव लड़ चुके और वर्तमान में रसड़ा चीनी मिल के चेयरमैन बब्बन सिंह ने मीडिया से अपनी सफाई में कहा कि वायरल वीडियो बिहार में एक शादी समारोह के दौरान रिकॉर्ड किया गया था. उन्होंने 2022 में भी विधानसभा चुनाव लड़ा था.
विधायक केतकी सिंह ने रची साजिशः बब्बन सिंह
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि स्थानीय विधायक केतकी सिंह और उनके पति ने उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए वीडियो वायरल किया है. उन्होंने ही यह वीडियो बनाया है. केतकी सिंह बीजेपी से विधायक हैं. उनका यह भी कहना है कि जिलाध्यक्ष चुनाव को लेकर विवाद चल रहा था.
बब्बन सिंह ने अपना बचाव करते हुए कहा कि वह 70 साल के हैं और इस तरह के काम करने में असमर्थ हैं. उन्होंने इस वीडियो को फर्जी करार दिया. उनका कहना है कि उन्हें नहीं पता कि इस तरह का वीडियो किसने बनाया.
लखनऊ में डबल डेकर बस में भीषण आग, 5 लोगों की जिंदा जलकर मौत
15 May, 2025 11:25 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुरुवार सुबह एक डबल डेकर बस में भीषण आग लग गई. इस हादसे में 5 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई. बस दिल्ली से बिहार जा रही थी. हादसा लखनऊ के मोहनलालगंज के नजदीक किसान पथ पर हुआ. इस दौरान बस में अचानक आग लग गई. इस दौरान बस का ड्राइवर और कंडक्टर बस से कूदकर भाग गए.
6 से अधिक दमकल वाहनों से आये कर्मियों ने घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग बुझाई. पुलिस ने मृत यात्रियों के शवों को बस से बाहर निकलवाकर एम्बुलेंस की मदद से पोस्टमार्टम के लिए भेजा. बताया जा रहा हैं बस में करीब 60 से अधिक यात्री सवार थे. बस बागपत की थी.
जानकारी के मुताबिक, हादसे के समय ज्यादातर यात्री सो रहे थे. बस में धुंआ भरने के बाद यात्रियों की नींद खुली. वहीं ड्राइवर के कैबिन में एक अतिरिक्त सीट लगी थी जिसके कारण यात्रियों को नीचे उतरने में दिक्कत हुई. इस दौरान आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और बस में सवार यात्रियों को नीचे उतारने में मदद की. सूचना पर पुलिस और फायर बिग्रेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची और बचाव अभियान शुरू किया. प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो आग इतनी भीषण थी कि 1 किलोमीटर दूर तक आग की लपटें दिखाई दे रही थीं.
1 किलोमीटर दूर तक दिखाई दी लपटें
मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड ने घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. पुलिस की जांच में सामने आया कि बस का इमरजेंसी गेट नहीं खुला इस वजह से पीछे बैठे लोग बस में फंस गए. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बस महज 10 मिनट में ही पूरी तरह जलकर राख हो गई.
गियर के पास स्पार्क होने से लगी आग
बस में सवार यात्री ने बताया कि जब आग लगी तब सभी यात्री सो रहे थे. शोर मचने पर मेरी भी नींद खुली. देखा तो बस में भगदड़ और चीख पुकार मची हुई थी. इसके बाद मैंने तुरंत पत्नी को जगाया. हम दोनों बस से उतरे. इस दौरान कई यात्री फंसे हुए थे. वहीं एक अन्य यात्री ने बताया कि आग गियर के पास स्पार्क होने की वजह से लगी. ड्राइवर बिना किसी को बताए भाग गया. आगे के यात्री तो निकल गए लेकिन पीछे के यात्री फंस गए.
हरदोई में बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या से हड़कंप, गन्ने के खेत में मिला शव
15 May, 2025 10:50 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में 50 वर्षीय बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या से सनसनी फैल गई. हत्यारों ने बुजुर्ग कार्यकर्ता की चाकू से गर्दन गोदकर हत्या की फिर शव को गन्ने के खेत में छिपा दिया. वह दो दिन से लापता थे. वारदात का पता तब चला जब जानवरों को चराने आया चारवाह ने शव देखा. घटना की जानकारी पुलिस को दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने गन्ने की पत्तियों से ढके शव को बरामद किया और शिनाख्त कराने के बाद परिवारी जनों को सूचना दी.
घटना की जांच के लिए मौके पर फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया. टीम को शव से थोड़ी दूरी पर चिलम बरामद की है. मृतक की पहचान हरदोई जिले के शाहबाद कोतवाली क्षेत्र के अल्लापुर गांव निवासी रामपाल के रूप में हुई है. परिजनों के मुताबिक, रामपाल दो दिन पहले अपनी बेटी के लिए लड़का देखने के लिए घर से निकले थे. दो दिन तक जब वह घर वापस नहीं लौटे तो शिकायत पुलिस से की गई. रामपाल की मौत से परिवार में कोहराम मच गया.
BJP कार्यकर्ता था मृतक
मृतक रामपालभारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता थे. उनका शव कौहरिया गांव के निकट गन्ने के खेत में मिला. शव को गन्ने की पत्तियों के नीचे ढका हुआ था. इसकी सूचना बकरी चराने वाले चरवाहों ने पुलिस को दी. घटना की सूचना मिलने के बाद शाहबाद पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंच कर शव की शिनाख्त रामपाल के रूप में करते हुए, उनके परिजनों को को सूचना दी. फॉरेंसिक टीम ने घटना से कुछ दूरी पर खेत की मेड़ पर गांजा और चिलम बरामद किया है.
हत्या कर गन्ने के खेत में छिपाया
पुलिस पुरानी रंजिश के एंगल पर जांच करते हुए मृतक के साथियों से पूछताछ कर रही है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.मृतक रामपाल की पत्नी रामकांति ने बताया कि उसके 2 बेटे और 3 बेटियां हैं. उनके पति 12 मई की शाम को दूसरे नंबर की बेटी के लिए गांव के सुरेश और रतिराम के साथ लड़का देखने के लिए गए थे. रामकांति ने बताया कि रामपाल की हत्या करने के बाद उसे गन्ने के खेत में छुपाया गया है. आरोप है कि उनकी हत्या रंजिशन की गई है.
पुलिस ने 2 साथियों को लिया हिरासत में
पुलिस ने दोनों साथियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. सीओ शाहाबाद अनुज मिश्रा ने बताया कि अल्लापुर से कौहरिया की दूरी लगभग 1 से 2 किलोमीटर के बीच की है. घटना वाली जगह से कुछ मीटर की दूरी पर चिलम और गांजा मेढ़ पर बरामद हुआ है. पुलिस मौका-ए-वारदात से मिले सबूत और पारिवारिक जनों के द्वारा जताई गई शंका के आधार पर हत्याकांड के मामले में जांच कर रही है. मामले में पूछताछ भी की जा रही है. शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है.
3.60 करोड़ की लागत से उझानी स्टेशन का नवीनीकरण, यात्रियों को मिलेंगी आधुनिक सुविधाएं
14 May, 2025 04:46 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय रेलवे देश के ज्यादातर रेलवे स्टेशनों के पुनर्रुद्धार का काम करवा रहा है. कई रेलवे स्टेशन का तो कायाकल्प हो गया है और कई स्टेशनों पर काम तेजी से चल रहा है. उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले का उझानी रेलवे स्टेशन को आधुनिक तरीके से बनाया गया है, यहां पर काम अब पूरा हो चुका है. स्टेशन अब नए लुक में यहां के लोगों को लुभा रहा है, साथ ही यहां आने वालों को अब बेहतर सुविधाएं भी मिल सकेंगी. अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देश के ज्यादातर रेलवे स्टेशनों को नए रूप में तैयार किया जा रहा है. यात्रियों को बेहतर अनुभव के लिए अत्याधुनिक तरीके से स्टेशन को तैयार किया गया है. यहां पर प्लेटफार्म को बढ़िया तरीके से तैयार किया गया है. साथ ही यात्रियों को पार्किंग से लेकर टॉयलेट आदि तक के लिए कहीं भटकना नहीं पड़ेगा. टॉयलेट ब्लॉक को आधुनिक रूप दिया गया है.
स्टेशन के पुनर्विकास का काम पूरा
भारतीय रेलवे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने पोस्ट में बताया कि उझानी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का काम पूरा हो चुका है. इस स्टेशन पर नए तरीके से तैयार किए गए स्टेशन बिल्डिंग, वेटिंग हॉल, साइनेज, पोर्च, टॉयलेट्स, फेसाड के अलावा सर्कुलेटिंग रोड और पार्किंग का काम पूरा हो चुका है. यह स्टेशन अपने शानदार लुक से लोगों को आकर्षित कर रहा है.
इस छोटे से स्टेशन को नए सिरे से तैयार करने का काम पिछले साल शुरू किया गया था. इसके पुनर्विकास में करीब 4 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. यह स्टेशन पूर्वोत्तर रेलवे के तहत आता है. इस स्टेशन के मुख्य भवन का नवीनीकरण का काम पहले ही पूरा हो गया था. यहां पर यात्रियों को किसी तरह की दिक्कत न हो इसके लिए दो मुख्य द्वार बनाए गए हैं जिसमें एक से निकास तो दूसरे को प्रवेश द्वार बनाया गया है.
पूर्वोत्तर रेलवे की ब्रॉडगेज लाइन से जुड़े बदायूं जिले का उझानी रेलवे स्टेशन पर काफी यात्री आते रहते हैं. कछला ब्रिज स्टेशन यहां से करीब 14 किलोमीटर दूर है, लोग यहां पर गंगा स्नान आते हैं. ऐसे में यहां पर यात्रियों की भीड़ रहती हैं.
जदयू की झारखंड में नई रणनीति, संगठन विस्तार के साथ खोला नया दफ्तर
14 May, 2025 12:48 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची: जदयू के प्रदेश महासचिव श्रवण कुमार ने पार्टी संगठन को गतिशील एवं सशक्त बनाने के लिए जिला संगठन प्रभारियों का मनोनयन कर दिया है। इसके तहत जगदीश महतो को रांची, आशीष शीतल मुंडा को खूंटी, संजय ठाकुर को पश्चिमी सिंहभूम, पीएन सिंह को पूर्वी सिंहभूम का जिला संगठन प्रभारी बनाया गया है।
इसके अलावा कौशल कुमार को सरायकेला-खरसावां, उपेंद्र नारायण सिंह को गुमला, अजय सोनी को सिमडेगा, संतोष सोनी को लोहरदगा, दिलीप पांडेय को लातेहार, सुयश पांडेय को पलामू , डा. राजनारायण पटेल को गढ़वा, मिथिलेश सिंह को चतरा, सरयू गोप को कोडरमा, सुशील कुमार सिंह को गिरिडीह, संजय कुमार सिंह को हजारीबाग, कुमेश्वर महतो को रामगढ़, रुद्रकांत लाल दास को देवघर, त्रिवेणी वर्मा को गोड्डा, उदय सिंह को दुमका, रमाकांत मंडल को साहिबगंज, राजेंद्र प्रसाद को पाकुड़, बेनी माधव को धनबाद, दीप नारायण सिंह को बोकारेा, रंजीत जायसवाल को जामताड़ा का जिला संगठन प्रभारी बनाया गया है। यह जानकारी प्रदेश प्रवक्ता सागर कुमार ने दी।
झारखंड में जेडीयू ने खोला अपना पहला प्रदेश कार्यालय
बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल (यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने सोमवार को ऑनलाइन मोड के माध्यम से रांची शहर में बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मोड़ के पास अपनी पार्टी की झारखंड इकाई के कार्यालय का उद्घाटन किया। नीतीश ने राज्य के वरिष्ठ नेता को बधाई दी और उन्हें झारखंड में संगठन को आगे बढ़ाने के लिए कहा।
राज्यसभा सांसद और राज्य इकाई के अध्यक्ष खीरू महतो और विधायक सरयू राय ने फीता काटकर उद्घाटन किया। महतो ने कहा कि लंबे समय के बाद एक नए कार्यालय की इच्छा पूरी हुई है। रांची में रॉय का निवास अतिरिक्त कार्यालय के रूप में कार्य करना जारी रखेगा।
पटना में गर्मी ने तोड़ा पसीना, अगले 24 घंटे में राहत की उम्मीद
14 May, 2025 12:36 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राजधानी समेत प्रदेश के मौसम का अलग मिजाज बना हुआ है। सोमवार की देर रात राजधानी में मेघ गर्जन के साथ छिटपुट वर्षा से मौसम सामान्य हुआ, जबकि मंगलवार को पुरवा के कारण नमी में वृद्धि होने से उमस भरी गर्मी से लोग परेशान रहे।
13 जिलों में बारिश की संभावना नहीं
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान पटना सहित 13 जिलों में गर्म व आर्द्र दिन रहेगा।
27 जिलों में एक या दो जगहों पर बारिश की संभावना
पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, अररिया, मधेपुरा, सुपौल, सहरसा, खगड़िया, बेगूसराय, सीतामढ़ी और मधुबनी के कुछ स्थानों पर मेघ गर्जन के साथ तेज बारिश के आसार हैं। जबकि दक्षिण-मध्य, दक्षिण-पश्चिम भागों के एक या दो स्थानों पर मेघ गर्जन, वज्रपात और 30-40 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवा चलने को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
प्रदेश के कुछ भागों में गर्म व आर्द्र दिन जबकि शेष जिलों में मेघ गर्जन, वज्रपात के साथ वर्षा की बनी रहेगी। अगले सात दिनों कुछ इसी प्रकार की स्थिति बने रहने के आसार है।
बीते 24 घंटे में कैसा रहा मौसम
बीते 24 घंटों के दौरान पटना सहित अधिसंख्य भागों में वर्षा दर्ज की गई। मुजफ्फरपुर के मोतीपुर में 59 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
बीते 24 घंटों के दौरान पटना सहित 11 जिलों के अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। पटना के अधिकतम तापमान में 1.3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 37.7 डिग्री सेल्सियस एवं 42.0 डिग्री सेल्सियस के साथ डेहरी में प्रदेश का सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। शेष जिलों के तापमान में वृद्धि दर्ज की गई।
महिलाओं के लिए सुरक्षित सफर, पटना में जल्द शुरू होंगी पिंक बसें
14 May, 2025 12:27 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: राजधानी में अगले माह जून से सड़कों पर महिलाओं के लिए विशेष पिंक बसें दौड़ने लगेंगी। पटना में इन बसों के परिचालन का रूट भी निर्धारित कर लिया गया है।
पहली पिंक बस गांधी मैदान से दानापुर स्टेशन तक के लिए चलेगी। इसके अलावा गांधी मैदान से पटना एम्स, पटना साहिब, कुर्जी आदि रूट पर भी बसों का परिचालन किया जाएगा।
बस का परिचालन शुरुआत में हर दिन सुबह 7 बजे से रात 8 बजे तक गांधी मैदान से होगा। इन बसों का संचालन सीएनजी से होगा।
परिवहन विभाग के अनुसार, पिंक बस में सफर करने के लिए किफायती दर पर मासिक पास बनेगा। इसके लिए छात्राओं से 400 रुपये और कामकाजी महिलाओं से 550 रुपये शुल्क लिया जाएगा। रोजाना सफर करने वाली महिलाओं का टिकट शुल्क छह से लेकर 25 रुपये तक होगा।
परिवहन मंत्री शीला कुमारी ने बताया कि बसों में उन सभी सुविधाओं को जोड़ा गया है, जिससे महिलाओं को सफर में सहूलियत होगी।
बस का किराया भी बेहद कम है, ताकि सुविधाजनक सफर छात्राओं से लेकर रोजाना काम पर जाने वाली महिलाओं तक को मिले।
भागलपुर, पूर्णिया और मुजफ्फरपुर में भी चलेंगी पिंक बसें
पहले चरण में परिचालन के लिए अब तक 20 पिंक बसें आ चुकी हैं, जिनमें जून से पटना में 10 बसें चलेंगी। इसके एनओसी, रजिस्ट्रेशन एवं परमिट का काम जल्द पूरा हो जाएगा।
आने वाले दिनों में बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (बीएसआरटीसी) की देखरेख में भागलपुर, पूर्णिया और मुजफ्फरपुर में भी पिंक बस सेवा शुरू करने की योजना है।
राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट में प्रदेश के मुख्य शहरों में महिलाओं और छात्राओं के लिए सुरक्षित एवं सुविधाजनक परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पिंक बस योजना लागू की है।
इस योजना के तहत 25 सीटों वाले पिंक बस में सीसीटीवी कैमरे के साथ पैनिक बटन, चार्जिंग प्वाइंट और माइक की भी सुविधा दी गयी है। ड्राइवर के हाथ में ही सारे फीचर कंट्रोल की सुविधा होगी।
पटना में पिंक बस की होगी यह रूट
गांधी मैदान-मगध महिला कॉलेज-पटना महिला कॉलेज-जेडी वीमेंस कॉलेज-आइजीआइएमएस-सगुना मोड़-दानापुर स्टेशन।
गांधी मैदान-मगध महिला कॉलेज-पटना जंक्शन-पुराना सचिवालय-चितकोहरा-अनीसाबाद-महावीर कैंसर संस्थान-फुलवारी चौक-एम्स अस्पताल।
गांधी मैदान-मगध महिला कॉलेज-पटना जंक्शन-राजेंद्र नगर-एनएमसीएच-कुम्हरार-ढनकी मोड़-जीरो माइल-टेंट सिटी मोड़-पटना साहिब स्टेशन।
गांधी मैदान-मगध महिला कॉलेज-पटना वीमेंस कॉलेज-बोरिंग रोड गोलंबर-एएन कॉलेज-पानी टंकी-पाटलिपुत्र गोलंबर-पीएंडएम मॉल-कुर्जी-दीघा-बाटा मोड़-दानापुर बस स्टैंड।
गांधी मैदान-आरटीए कार्यालय (गोलघर)-पुलिस लाइन मोड़-बांस घाट-राजापुर पुल-एलसीटी घाट-कुर्जी-दीघा-दानापुर बस स्टैंड।
IGIMS में बड़ी सौगातें तय, अगस्त में खुलेंगे नए अस्पताल भवन और मेडिसिन ब्लॉक
14 May, 2025 12:17 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पटना: आइजीआइएमएस शासी निकाय की बैठक मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की अध्यक्षता में हुई। इसमें बीएमएसआइसीएल के पदाधिकारियों को अगस्त के पूर्व निर्माणाधीन 1,200 बेड के नए अस्पताल भवन व 500 बेड के मेडिसिन ब्लाक के शेष 300 बेड की तीन विंग तैयार करने का निर्देश दिया गया। 15 अगस्त के पहले इन दोनों भवनों का उद्घाटन कराने का लक्ष्य है।
मेडिकल सिमुलेटर खरीदारी की मिली अनुमति
इसके अलावा क्षेत्रीय चक्षु संस्थान के लिए नौ नए डाक्टरों की नियुक्ति के प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई। यही नहीं, पीजी छात्रों व डाक्टरों का कौशल बढ़ाने के लिए जटिल सर्जरी को वास्तिवक जैसे आभासी माहौल में सिखाने के लिए सिमुलेटर खरीदारी को भी स्वीकृत दी गई।
इस मेडिकल सिमुलेटर से डाक्टरों का सर्जरी कौशल बढ़ाने में मदद मिलेगी। इसमें अभ्यास के दौरान आभासी मरीज सांस लेते, उसकी धड़कन, रक्तस्राव आदि के लक्षण दिखने से डाक्टर सटीक अभ्यास कर सकेंगे। सिमुलेटर से आंखों की पुतलियों व अन्य जटिल सर्जरी सिखाई जाएगी।
अभ्यास के दौरान मानव आंखों की तरह ही व्यवहार करता है। शासी निकाय की बैठक में स्वास्थ्य मंत्री के आप्त सचिव अमिताभ सिंह, आइजीआइएमएस के निदेशक प्रो. डा. बिंदे कुमार, डीन प्रो. डा. ओम कुमार, डा. राजेश कुमार तिवारी, डा. भीम कुमार, मनोनीत सदस्य डा. सुभाष प्रसाद, डा. राजीव रंजन व पद्मश्री अलंकृत डा. विजय प्रकाश आदि शामिल थे।
न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर की होगी नियुक्ति
बैठक में न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति को स्वीकृति दी गई। इसके अलावा फैकल्टी के प्रमोशन, छात्र-छात्राओं के लिए नए हास्टल निर्माण, हास्टल निर्माण के लिए बीएमएसआइसीएल को टेंडर करने समेत कई आदेश दिए गए।
संस्थान में एक नया लेक्चर हाल बनाने का भी निर्णय लिया गया। वार्ड में देखरेख की निगरानी सेवा शुरू करने का निर्णय लिया गया।
डेंटल कॉलेज शुरू करने के प्रस्ताव को स्वीकृति संस्थान में लंबे समय से प्रस्तावित पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट़्यूट आफ डेंटल एजुकेशन एंड रिसर्च सेंटर स्थापित किया जाएगा।
इसे न्यूक्लियर मेडिसिन भवन के बगल में स्थापित किया जाएगा। बताते चलें कि प्रदेश में डेंटल क्षेत्र में परास्नातक की पढ़ाई मात्र दो सीटों पर हो रही है। आइजीआइएमएस में डेंटल के सभी विभागों में पीजी पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा।