उत्तर प्रदेश
नवादा में रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण अटका, टेंडर प्रक्रिया में देरी बनी बाधा
23 May, 2025 12:44 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नवादा: सरकार की ओर से रेल मंत्रालय के माध्यम से रेलवे में विकास कार्य निरंतर जारी है। इसके बाद भी नवादा शहरवासियों की महत्वपूर्ण मांग आरओबी निर्माण कार्य अबतक शुरू नहीं हो सका है।लोग निराश दिख रहे हैं।
राशि मंजूर होने के बाद भी नहीं शुरू हुआ निर्माण
बता दें कि किउल-गया रेलखंड के नवादा-जमुई पथ पर मिर्जापुर स्थित 33-81 नंबर रेलवे गुमटी के पास रेलवे ओवरब्रिज निर्माण के लिए भारत सरकार के रेल मंत्रालय की ओर से पूर्व में ही स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। यहां तक की आरओबी निर्माण के लिए राशि भी स्वीकृत कर दी गई है।
साथ ही राज्य सरकार के अधीनस्थ बिहार स्टेट रोड डेवल्पमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड पटना को निर्माण कार्य की जिम्मेवारी सौंपी गई है।
बीएसआरडीसीएल की ओर से आरओबी निर्माण के लिए पत्र जारी कर टेंडर भी निकाला गया था। टेंडर भरने की अंतिम तिथि सात अप्रैल थी। टेंडर भरने की प्रक्रिया समाप्त हुए डेढ़ माह बीत चुके हैं। लेकिन अबतक निर्माण कंपनी की सूची जारी नहीं की गई है।
अब तक टेंडर भरने की चार तिथि हो चुकी समाप्त, नहीं हो सका चयन
नवादा में आरओबी निर्माण के लिए बीएसआरडीसीएल की ओर से अबतक चार बार तिथि निकाली गई। सबसे पहले टेंडर भरने की तिथि 12 दिसंबर 2024 से 08 जनवरी 2025 तक निर्धारित की गई थी।
इसके बाद टेंडर की तिथि बढ़ाकर 15 फरवरी तक कर दिया गया था। तीसरी बार टेंडर की तिथि बढ़ाकर 02 मार्च तक कर दिया गया। बावजूद टेंडर की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी।
चौथी बार बीएसआरडीसीएल की ओर से समाचार पत्र में निविदा की तिथि 18 मार्च से 07 अप्रैल तक कर दिया गया। जिसकी अंतिम तिथि 07 अप्रैल को समाप्त हो चुकी है। अंतिम तिथि समाप्त होने के बाद 08 अप्रैल को बीएसआरडीसीएल द्वारा टेंडर भरने वाले निर्माण कंपनी की सूची वेबसाइट पर अपलोड करना था।
तिथि समाप्त होने के डेढ़ माह बाद भी चयन कर निर्माण कंपनी की सूची अबतक जारी नहीं की गई है। जिसके कारण शहरवासियों के चेहरे पर मायूसी देखी जा रही है। आमजनों में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है। लोगों में यह भी चर्चा है कि विधानसभा चुनाव भी इसी साल है। चुनावी घोषणा होने के बाद नया कार्य शुरू नहीं हो सकेगा।
ट्रेन आने पर फाटक गिरते ही दोनों तरफ लगता महाजाम
नवादा स्टेशन के ठीक बगल में मिर्जापुर रेलवे गुमटी अतिव्यस्ततम मार्ग है। यहां से होकर नवादा के रास्ते पकरीबरावां, काैआकोल, जमुई, लखीसराय, भागलपुर व अन्य जगहों पर लोग जाते हैं।
हाल में जब किउल-गया रेलखंड का दोहरीकरण हो गया है और यात्री ट्रेनों के साथ ही मालगाड़ी का आवागमन बढ़ा है तो ऐसे में बार-बार रेलवे फाटक बंद होने से जाम की समस्या और बढ़ गई है।
शहरवासियों की लंबे समय से मांग रही है कि यहां पर रेलवे ओवर ब्रिज बनाई जाए। अब देखना यह है कि कब तक ओवर ब्रिज का निर्माण होता है।
बिहार में बढ़ा हरियाली का दायरा, 20 वर्षों में वन क्षेत्र में 7.4% की वृद्धि
23 May, 2025 12:34 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार में पिछले 20 साल में हरित क्षेत्र में दो गुना से अधिक की बढ़ोतरी हुई है. 2005 में वन क्षेत्र महज 7.65 फीसदी था. 2024 में यह बढ़कर 15.05 प्रतिशत हो गया. ये जानकारी पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री डॉ. सुनील कुमार ने एक कार्यक्रम में रखी है. वो अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस पर शहर के चिड़ियाघर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. हर साल 22 मई को अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस का आयोजन कराया जाता है.
इस मौके पर पर्यावरण मंत्री ने कहा कि सरकार की योजना 2028 तक सूबे के हरित आवरण को बढ़ाकर 17 फीसदी करने की है. इसके लिए विभागीय स्तर पर तेजी से कवायद शुरू कर दी गई है. उन्होंने कहा कि 2005 का बिहार अंधकार और गड्ढों का बिहार था. आज का बिहार देश में सबसे तेज गति से चलने वाला राज्य है.
बिहार की विकास दर 12 फीसदी
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय विकास दर से कहीं अधिक बिहार की विकास दर 12 फीसदी के आसपास है. उन्होंने कहा कि जैव विविधता में तेजी से आ रहे बदलाव या इसमें हुए नुकसान का दुष्प्रभाव जलवायु पर सीधे तौर से पड़ रहा है. इससे जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग, भूमि क्षरण जैसे अनेक कुप्रभाव सामने आ रहे हैं.
मंत्री ने कहा कि राज्य के सभी आदिवासी और अनुसूचित जाति के गांवों को चिन्हित करके इन्हें विकसित किया जाएगा. इन गांवों के लोगों को 20 एकड़ भूमि दी जाएगी, जिस पर फल के पेड़ लगाए जाएंगे. इससे हरित आवरण बढ़ने के साथ ही जैव विविधता का विकास भी होगा.
विभाग की अपर मुख्य सचिव हरजोत कौर बम्हारा ने कहा कि राज्य में 133 आद्र भूमि है, जिसका क्षेत्रफल 100 एकड़ से अधिक है. इन्हें संरक्षित करके रखेंगे, तो जैव विविधता को बनाए रखने में यह बड़ा सहायक साबित होगा. उन्होंने कहा कि राज्य में तीन प्रमुख रामसर साइट बेगूसराय का कांवर झील, जमुई का नागी नकटी समेत अन्य शामिल हैं.
वन विकसित करने की आगे की योजना
इसके अलावा राज्य में अन्य साइट्स की खोज की जा रही है. इसमें छपरा में चिरांद, औरंगाबाद के भीम इलाके और बिहारशरीफ में ऐसा स्थान शामिल हैं. इन स्थानों को मिलाकर 2 हजार 592 हेक्टेयर क्षेत्र को विकसित करने की योजना है. उन्होंने कहा कि जैव विविधता को लेकर कॉमन एक्शन प्लान तैयार किया जा रहा है. इसमें सभी विभागों और सिविल सोसाइटी के लोगों को भी शामिल किया जाएगा.
इस मौके पर सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों के 1165 विद्यार्थियों को चित्रांकन एवं फोटोग्राफी प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने के लिए पुरस्कृत किया गया. कार्यक्रम के दौरान सचिव एस. चन्द्रशेखर, वन संरक्षक प्रधान प्रभात कुमार गुप्ता एवं अन्य अधिकारी भी मौजुद थे.
झारखंड की सरोज लकड़ा को 1,200 किलोमीटर दूर जाकर पता चला पति का असली रंग
23 May, 2025 12:26 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आपने लुटेरी दुल्हनों के कई घटनाएं सुनी होंगी. लेकिन राजस्थान का एक दूल्हा इन लुटेरी दुल्हनों से भी कहीं आगे निकला. उसने 15 महीने तक एक दुल्हन का इस्तेमाल किया. यही नहीं, उसके 80 रिश्तेदारों से 5 करोड़ रुपये भी ऐंठ लिए. झारखंड की सरोज लकड़ा अपने पति की तलाश में 1,200 किलोमीटर दूर से राजस्थान के झुंझुनूं आ पहुंची. तब उसे पति की असलियत पता चली.
आरोप है कि जिले के मुकुंदगढ़ निवासी सुनील कुमार ने न सिर्फ उससे लव मैरिज की. बल्कि उसके 80 रिश्तेदारों से करोड़ों की ठगी कर फरार हो गया. राजस्थान पुलिस ने महिला की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.
सरोज लकड़ा ने पुलिस को बताया- 17 मई 2023 को झारखंड में सुनील कुमार से मेरी कोर्ट मैरिज हुई थी. फिर 28 दिसंबर को हम दोनों ने चर्च में धूमधाम से शादी की. कुछ महीने तक सब कुछ फिल्मी रोमांस की तरह चलता रहा, लेकिन अचानक 5 अगस्त 2024 को सुनील घर से काम का बहाना मारकर निकला. बोला कि मैं अभी आता हूं. फिर वो कहीं गायब हो गया. फोन भी उसने बंद कर दिया.
नहीं मिला पति का सुराग
अब खुलासा हुआ कि सुनील कुमार ने सरोज के करीब 80 रिश्तेदारों से ट्रेडिंग बिजनेस के नाम पर 5 करोड़ रुपये ठग लिए. और तो और सरोज के नाम से गहने गिरवी रखकर 8 लाख का लोन भी लिया है. सरोज ने अपने पति के खिलाफ झारखंड में एफआईआर भी दर्ज करवा दी है, लेकिन आरोपी अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर है. झारखंड पुलिस भी झुंझुनूं आई थी, लेकिन सुनील का कोई सुराग नहीं मिला. अब राजस्थान पुलिस भी महिला की मदद करने में जुटी है.
राजस्थान पुलिस करेगी मदद
अब पत्नी खुद न्याय की गुहार लेकर अपने 10-12 परिजनों के साथ झुंझुनूं एसपी ऑफिस पहुंची. सरोज ने एएसपी फूलचंद मीणा को ज्ञापन सौंपकर सुनील कुमार को जल्द से जल्द पकडऩे और ठगे गए पैसों की वापसी की मांग की. सरोज ने गुहार लगाई है कि पुलिस आरोपी पति सुनिल को ढूंढकर उससे लूटे गए पैसे वापस दिलवाए. पुलिस ने कहा- हम आरोपी की तलाश कर रहे हैं. जल्द ही वो सलाखों के पीछे होगा.
31 केस झेल चुका अपराधी बोला – अब बनना है अच्छा इंसान, SP से लगाई गुहार
23 May, 2025 12:08 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में एक शख्स पर 31 से ज्यादा केस चल रहे हैं. उसके खिलाफ लूट, चेन स्नेचिंग समेत कई मामले चल रहे हैं. उसने दो साल तक जेल भी काटी, लेकिन अब वह अपने बीवी और बच्चों के साथ एसपी ऑफिस पहुंचा, जहां उसने गुहार लगाई कि अब वह सुधरना चाहता है और अपराध के रास्ते को छोड़ना चाहता है. उसने अपने परिवार की कसम खाई और कहा कि उसे जीने का एक मौका दिया जाए.
दरअसल मैनपुरी में दलवीर सिंह नाम का व्यक्ति एसपी ऑफिस पहुंचा. वह अपने साथ अपने दोनों बच्चों और पत्नी को भी लेकर गया. एसपी कार्यालय पहुंचकर उसने गुहार लगाई की वह अपने बच्चों के लिए अपराध को पूरी तरह से छोड़ना चाहता है और सच्चाई के रास्ते पर चलना चाहता है. उसने कहा कि मैं लुटेरा बदमाश हूं, साहब. लेकिन मैं अपराध छोड़ना चाहता हूं. मुझे जीने दिया जाए.
तीन दिन पहले जेल से आया बाहर
दलवीर सिंह ने बताया कि उसके खिलाफ कई केस दर्ज हैं और इन्हीं में से एक मामले में वह पिछले दो साल से जेल में बंद था. तीन दिन पहले ही वह जेल से बाहर आया था. उसने कहा कि उसके बार-बार जेल जाने की वजह से उसकी पत्नी और बच्चों पर बुरा असर पड़ रहा है. साथ ही बच्चों के पालन-पोषण में भी परेशानियां आ रही हैं. उसने अपने बच्चों की कसम खाई और कहा कि अब से वह कोई अपराध नहीं करेगा. उसे बस एक मौका दे दिया जाए.
सुधरने के लिए मौके की लगाई गुहार
दलवीर सिंह की पत्नी एक दुकान चलाती है. उससे जो भी पैसे आते हैं. उसी से वह बच्चों की देखभाल करती है और घर का खर्चा उठाती है. अब दलवीर सिंह ने कहा कि वह पत्नी की दुकान पर ईमानदारी से काम करेगा और अपने बच्चों की अच्छे से परवरिश करेगा, बस उसे एक मौका दे दिया जाए. इस मामले पर एएसपी राहुल मिठास ने कहा अगर कोई सुधरना चाहता है तो उसे एक मौका जरूर दिया जाना चाहिए. ऐसे में दलवीर को भी एक मौका दिया जाएगा और उसकी पूरी मदद की जाएगी. लेकिन उसे समय-समय पर थानों में पहुंचकर अपनी हाजिरी देने होगी.
गर्लफ्रेंड को रोका तो सहेली बनी निशाना, युवक ने चाकू से किया वार
23 May, 2025 11:58 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर में एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिसने अपनी प्रेमिका की सहेली पर चाकू से जानलेवा हमला कर दिया था. क्योंकि वह युवक की गर्लफ्रेंड को ये सब करने से मना कर रही थी और उससे दूर रहने के लिए कह रही थी. ऐसे में युवक ने गर्लफ्रेंड की दोस्त को रास्ते से हटाने के लिए उस पर हमला कर दिया. ये मामला टांडा नगर के छज्जापुर से सामने आया है, जहां रहने वाले असगर ने अपनी प्रेमिका की सहेली आरती पर चाकू से जानलेवा हमला कर दिया था.
असगर ने आरती के गर्दन और हाथ पर चाकू से हमला किया. आरती बस्ती के चिलमा बाजार की रहने वाली है. टांडा में वह एक दुकान पर काम करती थी और कुछ ही दूरी पर किराए का कमरा लेकर रह रही थी. आरती का इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा है. बताया जा रहा है कि असगर का आरती की एक सहेली से प्रेम प्रसंग चल रहा था. आरती ने अपनी सहेली को ऐसा करने से मना किया. यह बात जब असगर को पता चली तो उसने आरती को रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया और उस पर हमला कर दिया.
असगर ने पुलिस पर भी की फायरिंग
लड़की पर हमला करने के दौरान स्थानीय लोगों ने असगर को पकड़ लिया था.असगर की पिटाई करने के बाद उसे पुलिस को सौंप दिया गया था. पुलिस असगर को इलाज के लिए अस्पताल ले गई. जब पुलिस उसे अस्पताल से लेकर आ रही थी तो उसने पेशाब करने के बहाने पुलिस की गाड़ी को रुकवाई. पुलिस उसे नीचे उतार ही रही थी कि उसने एक सिपाही से उसका राइफल छीन लिया और भागने लगा. पुलिस ने जब असगर को रोकने की कोशिश की तो उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी. पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिसमें असगर के पैर में गोली लगी. घायल अवस्था में पुलिस ने असगर को गिरफ्तार कर लिया है.
जवाबी कार्रवाई में पैर में लगी गोली
टांडा कोतवाली प्रभारी दीपक सिंह रघुवंशी ने बताया कि बीती शाम असगर ने एक लड़की पर हमला किया था, जिसके बाद पुलिस उसे पकड़ कर अस्पताल ले गई थी. आज जब पुलिस उसे अस्पताल से थाने लेकर आ रही थी. तभी उसने रास्ते में पुलिस की बंदूक छीन कर भागने की कोशिश की. पुलिस ने जब रोकने की कोशिश की तो उसने पुलिस पर ही फायरिंग दी. जवाबी कार्रवाई में असगर के पैर में गोली लगी है, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है.
मुरादाबाद में अनोखी शादी: एक रात में टूटा सात जन्मों का बंधन
23 May, 2025 11:46 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक दूल्हा गाजे-बाजे के साथ दुल्हनिया को ब्याह कर लाया. दुल्हन का धूम-धाम से स्वागत किया गया. सुहागरात पर दुल्हन ने दूल्हे की कुछ हरकतों पर गौर किया, जिससे वो तमतमा उठा. फिर मायके चली गई. उसके बाद दूल्हे से तलाक मांगने लगी. दोनों परिवार ये बात सुनकर सन्न रह गए. दुल्हन बोली- मैं इस दूल्हे के साथ अपनी जिंदगी नहीं बिता सकती. तमाश कोशिशों के बाद भी जब वो नहीं मानी तो उनका तलाक करवा दिया गया.
साथ ही दूल्हे पर 6 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है. पंचायत के फैसले के मुताबिक, अब दूल्हा अपनी दुल्हनिया को 6 लाख रुपये बतौर जुर्माना देगा. मामला पाकबड़ा थाना क्षेत्र के समाथल गांव का है. यहां रहने वाली युवती की शादी कटघर थाना क्षेत्र के गांव वसंतपुर रामराय गांव निवासी एक युवक के साथ हुई थी. शादी 30 अप्रैल को हुई थी. इसके चार दिन के बाद दुल्हन अपने मायके वापस आ गई.
फिर दुल्हन ने ससुराल वापस जाने से इनकार करते हुए कहा- सुहागरात से ही मैं दूल्हे की हरकतें नोट कर रही थी. वो सीधा है. इसलिए मैं उसके साथ नहीं रहना चाहती. हमें धोखा दिया गया है. लड़के वालों ने दूल्हे की बातें हमसे छिपाईं. यह कहते हुए दुल्हन ने थाने में शिकायत कर दी. पुलिस भी हैरान थी शादी के चार दिन बाद ही ऐसा क्या विवाद हो हो गया कि मामला पुलिस के पास आ गया. दोनों पक्षों को थाने पर बुलाया गया. शादी को ठीक से से चलने के लिए कई दिन प्रयास किए गए. दुल्हन को समझाने की तमाश कोशिशें की गईं. लेकिन दुल्हन ने दूल्हे के साथ जाने से साफ इनकार कर दिया.
दूल्हे ने अदा किए 6 लाख रुपये
बुधवार को पुलिस ने थाने में दोनों पक्षों के लोगों को थाने पर बुलाया. दोनों पक्षों के लोगों ने मामले को हल करने के लिए पंचायत बैठाते हुए दोनों के बीच तलाक करा दिया. वर पक्ष पर साढे़ छह लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया. जुर्माना अदा भी कर दिया गया है. थाना प्रभारी विनोद कुमार ने बताया की दोनों पक्ष के लोगों ने अपना-अपना पक्ष रखा. अपनी आपसी सहमति से अपना फैसला कर लिया है. काई भी पक्ष अब इस मामले में कार्रवाई नहीं चाहता है. मामले को स्टांप पर लिखा गया है.
ईडी की जांच में खुलासा, उपायुक्त को अंधेरे में रख हुआ जमीन का खेल
23 May, 2025 11:42 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची: बोकारो के तेतुलिया मौजा में 74.38 एकड़ वन भूमि घोटाला मामले में मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी को जांच में जालसाजी से संबंधित कई महत्वपूर्ण साक्ष्य मिले हैं। ईडी को जांच में जानकारी मिली है कि राजस्व उप निरीक्षक की अनुशंसा को दबाकर आरोपितों ने वन भूमि की 74.38 एकड़ जमीन को प्रतिबंधित सूची से बाहर कर दिया।
बदली गई रिपोर्ट
सीओ ने राजस्व उप निरीक्षक की अनुशंसा को दबाकर अपनी रिपोर्ट बदली थी। इस पर वन विभाग से एनओसी भी नहीं लिया गया था और फर्जी कागजात तैयार कर उक्त जमीन की खरीद-बिक्री भी कर दी थी।
ईडी को इससे संबंधित पर्याप्त साक्ष्य मिले हैं, जिसका एजेंसी विश्लेषण व सत्यापन कर रही है। इस पूरे मामले की जांच कर रही ईडी ने 22 अप्रैल को झारखंड व बिहार से जुड़े 16 ठिकानों पर एक साथ छापामारी की थी।
इस छापामारी में जालसाजी से संबंधित सबूत भी मिले थे, जिसके विश्लेषण के बाद ही ये जानकारियां सामने आई हैं
उपायुक्त को भी अंधेरे में रखा गया
बोकारो के उपायुक्त को भी नीचे के अधिकारियों ने अंधेरे में रखकर वन भूमि की उक्त जमीन को प्रतिबंधित सूची से बाहर कराया था। उपायुक्त बोकारो ने तेतुलिया मौजा की विवादित 74.38 एकड़ जमीन के संबंध में 12 जून 2024 को अंचलाधिकारी चास से 11 बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी थी और प्रतिबंधित सूची से हटाने या नहीं हटाने के बिंदु पर स्पष्ट अनुशंसा सहित मंतव्य की मांग की थी।
इस अनुशंसा में भी तत्कालीन सीओ ने राजस्व उप निरीक्षक की रिपोर्ट के तथ्यों को बदलकर अपनी रिपोर्ट दी थी। राजस्व उप निरीक्षक ने वन विभाग से रिपोर्ट मंगाकर ही आगे कुछ निर्णय लेने की अनुशंसा की थी, जिसे सीओ ने अपनी रिपोर्ट में अनदेखी की थी। ईडी की जांच में इसका खुलासा हुआ है।
फर्जी पोस्टल लिंक से किया शिकार, गिरिडीह में साइबर ठगों ने दिखाया नया पैंतरा
23 May, 2025 11:32 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गिरिडीह: इस्लाम धर्म के पवित्र ग्रंथ कुरान शरीफ को हैदराबाद से मंगाने के लिए ऑनलाइन आर्डर करने वाले शख्स को यह आर्डर महंगा पड़ा और साइबर ठगों ने अपने बुने जाल में फांसते हुए उसके खाते से पलक झपकते ही 85,300 रुपये उड़ा लिए।
पीड़ित युवक इमामुल अंसारी बगोदर थाना क्षेत्र के डोरियो गांव का रहने वाला है। उसने इसकी एनसीसीआरपी पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत करने के बाद साइबर थाने में आवेदन देकर गुहार लगाई है।
उसने बताया कि साइबर ठगों ने उसे एक लिंक भेजकर अपने घर का पता अपडेट करने को बोला और जैसे ही उसने लिंक को अपडेट किया, उसके खाते से 85,300 रुपये गायब हो गए।
यह रकम फिलिपींस करेंसी के रूप में टपाई गई। फिलिपींस करेंसी के रूप में इसका 55,200 रुपये मूल्य है, जबकि उसकी भारतीय करेंसी में 85,300 रुपये मूल्य है। पवित्र ग्रंथ कुरान शरीफ तो घर पर आया नहीं, लेकिन ठगों ने अपनी करतूत दिखा दी।
इंस्टाग्राम के माध्यम से किया था आर्डर
इंटरनेट मीडिया इंस्टाग्राम पर आने वाले ऑनलाइन खरीदारी के लिंक पर पवित्र कुरान शरीफ के लिए पहले उसमें दिए गए नंबर पर संपर्क किया। इसके बाद कुरान शरीफ का आर्डर किया। दूसरी ओर से बात करने वाले ने इमामुल को कोई भी लिंक टच करने के लिए एहतियातन मना किया था, लेकिन उसके ही बुने जाल में वह फंस गया।
पता अपडेट करने का दिया झांसा
पीड़ित के वाट्सएप नंबर पर इंडियन पोस्टल का एक लिंक भेजा गया और घर का पता अपडेट नहीं रहने का हवाला देते हुए आर्डर की प्राप्ति के लिए पता अपडेट करने बोला गया। अपडेट करने के बाद खाते से राशि टपा ली गई।
रिडिलीवर्ड के लिए 25 रुपये चार्ज का दिया चकमा
ठगों ने पता अपडेट करने के लिए जो लिंक भेजा उसे अपडेट करने के एवज में 25 रुपये का चार्ज कटने की बात कही। इसके बाद पीड़ित ने लिंक खोलकर उसमें एटीएम कार्ड होल्डर का नाम, कार्ड का नंबर, कार्ड की वैधता व पिन नंबर डाला। इसके बाद जन्मतिथि डालने के लिए कहा तथा ओटीपी आने पर उसे भी डालने के लिए बताया गया। इतना करने के बाद खाते में पड़ी राशि साफ हो गई।
इंडियन पोस्टल का भेज था लिंक
ठगों ने पीड़ित को जो लिंक भेजा था, वह लिंक इंडियन पोस्टल का बनाया हुआ था। इसमें इंडिया पोस्ट का लोगो भी लगा हुआ था जिससे पीड़ित को विश्वास हो गया था कि वह डाक के लिंक से अपडेट कर रहा है।
पैरालाइसिस मरीजों के इलाज को रखा था पैसा
इमामुल ने बताया कि घर में दो-दो सदस्यों को पैरालाइसिस अटैक कर गया है जिससे वे बीमार रहते हैं। उनके इलाज के लिए कब पैसे की जरूरत पड़ जाए, इसी को ध्यान में रखकर खाते में उक्त राशि को जमा कर रखे थे ताकि समय पर इलाज में काम आ सके, लेकिन किन ठगों ने झांसा देकर चपत लगा दी।
सजा माफ कराने पहुंचे थे कोर्ट, BJP विधायक को मिली जेल की सजा
23 May, 2025 11:26 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के दरभंगा जिले से हैरान कर देने वाली खबर है. यहां के बीजेपी विधायक को केस की सुनवाई होने से एक दिन पहले ही जेल भेज दिया गया. विधायक अपनी सजा माफ कराने के लिए कोर्ट पहुंचे थे लेकिन एमपी एमएलए कोर्ट से उनको हिरासत में लेने का आदेश जारी कर दिया गया. जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
जानकारी के अनुसार दरभंगा जिले के अलीनगर विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक मिश्री लाल यादव को तीन माह पहले हुए एक मारपीट के मामले में दोषी ठहराया गया था. कोर्ट ने उनको तीन माह की सजा के साथ ही पांच सौ रुपए का जुर्माना भी लगाया था. कोर्ट का फैसला आने के बाद मिश्री लाल यादव ने अपनी सजा की माफी के लिए एक याचिका दायर की थी.
गुरुवार को विधायक मिश्री लाल यादव अपनी सजा की माफी के लिए कोर्ट पहुंचे थे. इस मामले पर शुक्रवार को सुनवाई होनी थी लेकिन एमपी एमएलए कोर्ट के न्यायधीश करूणा निधि प्रसाद आर्य की बेंच ने सुनवाई से पहले ही उन्हें हिरासत में लेने का आदेश दे दिया.
कोर्ट ने अरेस्ट करने का दिया आदेश
मामले की जानकारी देते हुए वकील अरुण चौधरी ने कहा कि विधायक मिश्री लाल यादव और सुरेश यादव ने अपनी सजा के खिलाफ अपील की थी. लेकिन कोर्ट को यह आशंका थी कि फैसले के दिन ये उपस्थित नहीं रहेंगे. इसलिए कोर्ट ने आदेश दिया कि मिश्री लाल यादव को उपस्थित होना होगा. इसके बाद हिरासत में लेने का आदेश दे दिया गया.
सजा कम कराने पहुंचे थे बीजेपी विधायक
जानकारी के अनुसार पूरा मामला जनवरी 2019 का है. विधायक मिश्री लाल यादव के खिलाफ समैला निवासी उमेश मिश्र ने एक मामला दर्ज कराया था. उमेश मिश्रा ने आरोप लगाया था कि 29 जनवरी 2019 की सुबह छह बजे मार्निंग वॉक के दौरान विधायक मिश्री लाल यादव, सुरेश यादव के साथ करीब बीस से 25 लोगों ने कदम चौक पर घेर कर उनके ऊपर हमला कर दिया था. जिसमें वह घायल हो गए थे. उमेश मिश्रा ने यह भी आरोप लगाया था कि सुरेश यादव ने मारपीट करने के बाद जेब से 2300 रुपये भी निकाल लिए थे.
ये है पूरा मामला
इस पूरी घटना में जांच अधिकारी ने 12 अक्तूबर 2019 को चार्जशीट दाखिल की थी. 17 अप्रैल 2020 को कोर्ट ने संज्ञान लिया था. हालांकि विधायक मिश्री लाल यादव ने इस पूरे केस को झूठा और राजनीति से प्रेरित बताया था. उनका कहना है कि उनको उम्मीद है कि न्यायालय से न्याय मिलेगा.
शिक्षकों और कर्मियों के लिए खुशखबरी, सरकार ने खोला खजाना
22 May, 2025 12:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची: राज्य सरकार ने अपने सभी विश्वविद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों, पदाधिकारियों एवं कर्मियों के वेतन, संविदा पर कार्यरत शिक्षकों एवं कर्मियों के मानदेय तथा सेवानिवृत्त शिक्षकों, पदाधिकारियों एवं कर्मियों की पेंशन के लिए 1191. 69 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं। यह राशि वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए है।
वेतन और पेंशन के लिए जारी की गई राशि
रांची विश्वविश्वविद्यालय को सेवानिवृत्त शिक्षकों, पदाधिकारियों एवं कर्मियों की पेंशन एवं अन्य सेवानिवृत्ति लाभ के लिए 233.77 करोड़ तथा कार्यरत शिक्षकों, पदाधिकारियों एवं कर्मियों के वेतन व मानदेय के लिए 207.60 करोड़ रुपये निर्गत किए गए हैं।
इन विश्वविश्वविद्यालयों के लिए जारी की गई राशि
इसी तरह, विनोबा भावे विश्वविद्यालय के लिए क्रमश: 148.80 करोड़ तथा 93.39 करोड़ रुपये, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के लिए क्रमश: 5.33 करोड़ तथा 22.68 करोड़ रुपये, कोल्हान विश्वविद्यालय के लिए क्रमश: 57.91 तथा 66 करोड़ रुपये, विनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के लिए क्रमश: 26 करोड़ तथा 71.97 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं
सिदो कान्हू विश्वविद्यालय के लिए क्रमश: 75.14 करोड़ तथा 107.01 करोड़ रुपये, नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय के लिए क्रमश: 23.14 करोड़ तथा 39.31 करोड़ रुपये तथा जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के लिए क्रमश: दो करोड़ तथा 11.64 कराेड़ रुपये जारी किए गए हैं।
यह राशि डोरंडा कोषागार से निकासी कर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा संबंधित विश्वविद्यालयों को रजिस्ट्रारों को दी गई है। जारी आदेश में कहा गया है कि वेतन एवं पेंशन आदि का भुगतान वित्त विभाग के नियमों के अनुसार पूरी तरह जांच कर ही किया जाएगा। अधिक भुगतान पर राशि की वसूली की जाएगी तथा इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
38 करोड़ के घोटाले में ACB का शिकंजा, JSBCL के वित्त महाप्रबंधक गिरफ्तार
22 May, 2025 12:50 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची: राज्य में शराब घोटाला मामले में एसीबी ने लगातार दूसरे दिन बड़ी कार्रवाई करते हुए बुधवार को झारखंड राज्य बेवरेजेज कॉरपोरेशन लिमिटेड (जेएसबीसीएल) के वित्त महाप्रबंधक सुधीर कुमार दास, पूर्व महाप्रबंधक सुधीर कुमार और मेसर्स मार्शन इनोवेटिव सिक्योरिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड प्लेसमेंट एजेंसी के स्थानीय प्रतिनिधि नीरज कुमार सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ के बाद गिरफ्तारी
गिरफ्तारी से पहले तीनों से दिनभर पूछताछ की गई। इससे पहले मंगलवार को एसीबी ने उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के पूर्व प्रधान सचिव सह जेएसबीसीएल के पूर्व महाप्रबंधक विनय कुमार चौबे तथा संयुक्त आयुक्त उत्पाद गजेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया था।
अब तक 5 आरोपितों की हुई गिरफ्तारी
इस तरह एसीबी ने दो दिनों के भीतर शराब घोटाला मामले में पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। सभी आरोपितों पर एक साजिश के तहत नियमों को ताक पर रखकर मनमाने तरीके से सरकारी शराब दुकानों में मैन पावर की आपूर्ति करने वाली प्लेसमेंट एजेंसियों के चयन का आरोप है।
प्लेसमेंट एजेंसियों को नियम विरुद्ध जाकर लाभ पहुंचाया गया, जिससे राज्य सरकार को करीब 38 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचा। गिरफ्तार वर्तमान व पूर्व महाप्रबंधक वित्त सुधीर कुमार व सुधीर कुमार दास के अधीन प्लेसमेंट एजेंसियों, शराब आपूर्ति कंपनियों, जेएसबीसीएल के कर्मचारियों के भुगतान की जिम्मेदारी रहती थी।
इतना ही नहीं, ये जेएसबीसीएल की थोक शराब बिक्री वाले गोदामों के भी प्रभारी थे। गोदामों का लाइसेंस भी इनके ही नाम होता है। तीसरे आरोपित मेसर्स मार्शन इनोवेटिव सिक्योरिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी पर फर्जी बैंक गारंटी के आधार पर खुदरा शराब दुकानों के लिए मैनपावर आपूर्ति करने का आरोप है।
उत्पाद विभाग के दफ्तर में भी पहुंची थी एसीबी की टीम
एसीबी रांची में 20 मई को दर्ज प्राथमिकी मामले में जांच के सिलसिले में बुधवार को एसीबी की टीम उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के कांके रोड के उत्पाद भवन स्थित मुख्यालय में भी एसीबी के अधिकारी पहुंचे थे।
अधिकारियों के आने के बाद वहां के कई कर्मचारी व अधिकारी अपनी सीट से हट गए थे। इसके बाद जेएसबीसीएल के महाप्रबंधक वित्त सुधीर कुमार दास को अपने साथ लेकर एसीबी की टीम अपने साथ लेकर चली गई। जहां पूछताछ के बाद उन्हें हिरासत में लिया था और देर रात उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी से पूर्व तीनों आरोपितों की स्वास्थ्य जांच के लिए एसीबी ने सदर अस्पताल से मेडिकल टीम बुलाई थी। टीम ने तीनों की स्वास्थ्य जांच की। देर रात तीनों गिरफ्तार किए गए।
चंपई सोरेन बोले – “पाकिस्तान को मिला ऐसा जख्म, तीन पीढ़ियां नहीं भूलेंगी”
22 May, 2025 12:46 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राजनगर में बुधवार को भारतीय जनता पार्टी की ओर से ऑपरेशन सिंदूर की सफलता व भारतीय सेना के शौर्य के सम्मान में तिरंगा यात्रा निकाली गई। तिरंगा यात्रा की अगुवाई पूर्व मुख्यमंत्री व स्थानीय विधायक चंपई सोरेन ने किया।
हदेव चौके से रामदू चौक तक निकाली गई तिरंगा यात्रा
तिरंगा यात्रा सहदेव चौके से रामदू चौक तक निकाली गई। इस दौरान वीर शहीद सिदो कान्हू की प्रतिमा पर चंपई सोरेन ने माल्यार्पण किया। यात्रा में हजारों की संख्या में तिरंगा झंडा थामे महिला पुरुष शामिल हुए। इस दौरान भारतीय सेना जिंदाबाद, पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए।
चंपई ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान पोषित आतंकवादियों ने जिस तरह से कश्मीर के पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों का धर्म पूछ कर निर्मम हत्या की थी। उससे देश की 140 करोड़ जनता में भारी आक्रोश था।
पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कुशल नेतृत्व एवं भारतीय सेना के अचूक रणनीति से ऑपरेशन सिंदूर सफल रहा। भारतीय सेना ने आतंकवादियों के ठिकाने व पाकिस्तान की एयरबेस को तहस-नहस कर दिया, जिससे पाकिस्तान घुटनों पर आ गया और युद्ध विराम के लिए गिड़गिड़ाया।
पाकिस्तान की तीन पीढ़ियां रखेंगी याद
ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान को ऐसा जख्म दिया कि उनकी तीन पीढ़ी तक भारत की इस कार्रवाई को याद रखेंगी। चंपई सोरेन ने इसके लिए पीएम मोदी के कुशल नेतृत्व व भारतीय सेना के शौर्य को सैल्यूट किया।
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने पहलगाम में अपने सिंदूर को खोने वाली महिलाओं को गर्व करने का क्षण दिया। यह सब भारत के ओजस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी के कुशल नेतृत्व में ही संभव हो पाया।
पीएम मोदी ने इसके लिए सेना को खुली छूट दी थी और भारतीय सेना के पराक्रम को आज पूरी दुनिया ने देखा।
तिरंगा यात्रा के दौरान हाता चाईबासा मुख्य मार्ग व सरायकेला राजनगर मार्ग पर काफी देर तक जाम की स्थिति देखी गई। कार्यक्रम को लेकर पुलिस की तैयारी नाकाफी देखी गई।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के बाद भी पर्याप्त संख्या में पुलिस बल नहीं थी। जिससे लोगों को काफी देर तक जाम में फंसते देखा गया। तिरंगा यात्रा में सिमल सोरेन, बबलू सोरेन, जिप सदस्य मालती देवगम, छायाकांत गोराई सहित हजारों की संख्या में महिला पुरुष शामिल थे।
पहला प्यार बना अधूरी कहानी, सालों बाद आमने-सामने आए पुराने प्रेमी
22 May, 2025 12:28 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कहते हैं कि पहला प्यार कभी भुलाए नहीं भूलता. चाहे फिर जमाने बीत जाएं, पहला प्यार हमेशा याद रहता है. बिहार के पूर्णिया में ऐसी ही बानगी देखने को मिली. लेकिन यहां लव स्टोरी में कुछ ऐसा हुआ, जो वाकई हैरान कर देने वाला है. किसी जमाने में गर्लफ्रेंड-बॉयफ्रेंड रहे एक कपल ने सालों बाद अचानक एक दूसरे को देख लिया. दोनों में बातचीत शुरू हुई. दोनों का रिश्ता घर वालों को मंजूर न था. इसलिए उनकी अलग-अलग जगह शादी करवा दी गई थी.
साल बीते और दोनों के बच्चे भी हो गए. दोनो अपने-अपने परिवारों के साथ खुश थे. लेकिन फिर से हुई मुलाकात ने सब कुछ बदल दिया. 60 साल के वकील को जब सालों बाद अचानक से उनकी एक्स-गर्लफ्रेंड दिखी तो उन्हें यकीन ही नहीं हो पाया. पेशे से डॉक्टर गर्लफ्रेंड भी एक्स-बॉयफ्रेंड को देख इमोशनल हो गई. दोनों ने बातचीत शुरू की. तब डॉक्टर गर्लफ्रेंड के पति को इसकी भनक लग गई. वो इस रिश्ते का विरोध करने लगा.
फिर उसे एक दिन ऐसी खबर मिली जिससे उसके होश उड़ गए. उसकी पत्नी अपने एक्स-बॉयफ्रेंड संग भाग गई थी. हालांकि, हाईप्रोफाइल मामला होने के चलते पुलिस एक्टिव हुई और एक बार फिर दोनों एक-दूसरे से जुदा हो गए. अब यह प्रेम कहानी इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है.
60 साल के वकील संग फरार हुई 50 साल की डॉक्टर
जानकारी के मुताबिक, 50 साल की महिला डॉक्टर अपने 60 साल के प्रेमी वकील के साथ फरार हो गई थी. महिला डॉक्टर के पति ने पुलिस में वकील के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. महिला डॉक्टर का पति भी डॉक्टर है. उसने बताया कि उसके दो बेटे और एक बेटी है. दोनों बेटे एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं. जबकि, बेटी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुटी है. इस बीच पत्नी के प्रेमी के साथ फरार होने से समाज में सम्मान को धब्बा लग रहा है. साथ ही बच्चों पर भी इसका गलत असर पड़ रहा है.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो महिला डॉक्टर और वकील बचपन में एक-दूसरे से प्यार करते थे. उस समय दोनों दिल्ली में साथ-साथ पढ़ाई करते थे. जब परिजनों को दोनों के इस प्यार का पता चला तो उन्हें ये रिश्ता मंजूर नहीं हुआ. इसके चलते दोनों के परिवार वालों ने उनकी शादियां अलग-अलग जगह कर दीं. महिला डॉक्टर को डॉक्टर पति मिला. जबकि, वकील को भी उसकी जीवनसंगिनी मिल गई. हालांकि अलग-अलग शादियां होने के बाद भी दोनों का प्यार जिंदा रहा। दोनों परिवार हंसी-खुशी फल फूल रहे थे.
एक मुलाकात और दोबारा शुरू हो गई लव स्टोरी
इसी बीच एक दिन अचानक महिला डॉक्टर की अपने प्रेमी वकील से मुलाकात हो गई. इस मुलाकात में बचपन के दिन ताजा हो गए और दोनों में फिर से प्यार की पींगे बढ़ने लगीं. इसकी जानकारी जब महिला डॉक्टर के पति को हुई तो उसने वकील का विरोध किया. हालांकि, वकील चोरी-छिपे अपनी प्रेमिका महिला डॉक्टर से मिलने जाता रहा. पिछले सप्ताह डॉक्टर पति के क्लीनिक जाते ही महिला डॉक्टर अपने प्रेमी वकील के साथ फरार हो गई. इसकी जानकारी जब दोनों के परिवारों को लगी तो वो भी सन्न रह गए.
24 घंटे के अंदर दोनों को सहरसा से किया बरामद
क्लीनिक छोड़कर घर पहुंचे डॉक्टर ने पत्नी के प्रेमी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया. केस हाईप्रोफाइल था. इसलिए पुलिस ने आनन-फानन में दोनों के मोबाइल सर्विलांस पर डाले और 24 घंटे के अंदर दोनों को सहरसा से बरामद कर लिया. महिला डॉक्टर के पति ने पुलिस को बताया कि उसने कई बार पत्नी के प्रेमी वकील को घर आने से मना किया, लेकिन वह उसके क्लीनिक जाते ही घर पहुंच जाता था. इस बात को लेकर पत्नी से कई बार उसकी लड़ाई हो गई. पत्नी से लड़ाई के दौरान बच्चे बीच में आकर समझौता कराते थे. इस बार तो पत्नी हद पार करते हुए अपने प्रेमी के साथ भाग निकली. हालांकि पुलिस ने दोनों को बरामद कर लिया है. बाद में दोनों पक्षों में समझौता हो गया.
CM की कुर्सी से ऊपर सोचते हैं प्रशांत किशोर, सारण में दिया बड़ा बयान
22 May, 2025 12:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के सारण में जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सब सोचते होंगे कि ये भाई ये आदमी इतना बढ़िया-बढ़िया बतिया रहा है अपने लिए क्या चाहता है? वोट भी नहीं मांगा और न ही पैसा चंदा लिया तो फिर ये इतना मेहनत क्यों कर रहा है? कुछ लोग कह रहे हैं कि हम मुख्यमंत्री बनने आए हैं. आप हमको नहीं जानते हैं हम इतना छोटा सपना लेकर पैदा नहीं हुए हैं.
एक-दो नहीं 10-10 मुख्यमंत्री को बनाने में कंधा लगाए हैं, ये मुख्यमंत्री बनने के लिए इतना मेहनत नहीं कर रहे हैं. ये पसीना इसलिए बहा रहे हैं कि एक सपना लेकर आए हैं कि अपने जीवन काल में एक ऐसा भी दिन देखें जब इसी बिहार में हरियाणा-पंजाब और गुजरात से लोग मजदूरी करने आएं, तब मानेंगे कि बिहार में विकास हुआ.
जनता से पूछते हुए उन्होंने कहा कि होना चाहिए कि नहीं होना चाहिए, जरा सभी लोग बताइए. उन्होंने कहा कि आपको अगर मेरा सुझाव ठीक लगा तो एक बार हाथ उठाकर सुझाव दीजिए. बिहार में इसी तरह के बदलाव का अभियान चलना चाहिए.
बिहार में नई परंपरा शुरू हुई है
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि हम कानून का पालन करने वाले लोग हैं और हम उनसे पूछते हैं कि अगर मैं आपके निर्देशों का पालन नहीं करूंगा तो वे क्या करेंगे. उन्होंने कहा कि हमारे पास इस बारे में कोई आदेश नहीं है, हमें पहले पूछना चाहिए. जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश जी ने यहां अच्छी सड़कें बनाई हैं और ऐसा पूरे बिहार में होना चाहिए.
यह बिहार में नई परंपरा शुरू हुई है, दो दिन पहले राहुल गांधी बिहार में थे. ऐसी चीजें बिहार में आम नहीं थीं. मुझे नहीं लगता कि नीतीश कुमार ऐसे आदेश दे सकते हैं, राज्य में अधिकारियों का जिस तरह का ‘जंगल राज’ चल रहा है.
बिहार सरकार की अनोखी पहल: 40 डिग्री से ज्यादा तापमान पर महिलाओं को मिलेगा पैसा
22 May, 2025 12:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जरूरत से ज्यादा गर्मी किसे पसंद होती है? किसी को भी नहीं. कुछ लोगों के पास तो गर्मी भगाने के लिए AC की सुविधा होती है. लेकिन हर किसी की इनकम इतनी नहीं होती कि वो AC का खर्च उठा पाएं. ऐसे में मजबूरी में उन्हें तपती गर्मी में भी काम करना ही पड़ता है. मगर बिहार में महिलाओं के लिए नई स्कीम लागू हो रही है. इसके मुताबिक, अगर तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा होगा तो महिलाओं को राहत के तौर पर पैसा मिलेगा.
बिहार में 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान वाले प्रत्येक दिन असंगठित क्षेत्र की करीब डेढ़ लाख महिला कामगारों को 300-300 रुपये मिलेंगे. इनमें घरेलू कामगार, खेती, पशुपालन, सिलाई-कढ़ाई से जुड़ी असंगठित क्षेत्र की कामकाजी महिलाएं शामिल हैं.
राज्य के आठ जिलों पटना, गया, मुंगेर, भागलपुर, बांका, कटिहार, पूर्णिया और सीवान की महिलाओं को इसका फायदा मिलेगा. इसके लिए इन महिलाओं को हीटवेव इंश्योरेंस (मौसम बीमा) कराना होगा. जलवायु परिवर्तन के कारण इनकी आमदनी कम होने को ध्यान में रखकर यह बीमा शुरू किया गया है. बिहार में पहली बार पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर यह बीमा शुरू हो रहा है.
अप्रैल से सितंबर तक के लिए यह बीमा होगा. इसकी पहल गुजरात के अहमदाबाद स्थित ट्रेड यूनियन संगठन सेल्फ इंप्लायड वीमेन एसोसिएशन (सेवा) ने की है. इसकी संस्थापक प्रसिद्ध गांधीवादी इला भट्ट रही हैं. इस संगठन से देशभर में 30 लाख महिलाएं जुड़ी हैं. भविष्य में बिहार में इसका विस्तार भी हो सकता है. इन महिलाओं को राहत देने के लिए सेवा ने अंतरराष्ट्रीय संस्था सीआरए यानी क्लाइमेट रिजिलिएंस फॉर ऑल की मदद से यह परियोजना शुरू की है.
ICICI बैंक से होता है भुगतान
बीमित महिलाओं को भुगतान आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) के माध्यम से होता है. पिछले साल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र में इसकी शुरुआत की गई थी. इससे जुड़ी महिलाओं को 1600 से दो हजार रुपये इसके तहत मिले थे. इस साल बिहार के साथ ही यूपी, असम और जम्मू-कश्मीर राज्यों को भी इस इंश्योरेंस प्रोजेक्ट से जोड़ा गया है. हर जिले का अधिकतम तापमान अलग-अलग सामान्य तौर पर 40 डिग्री से अधिक तापमान की स्थिति में महिलाओं को हीटवेव इंश्योरेंस से कवर करने की योजना है, लेकिन बिहार के चुने गए हर जिले में अधिकतम तापमान के लिए अलग-अलग मानदंड रखे गए हैं, जो इस प्रकार है-
नि:शुल्क है बीमा की ये प्रक्रिया
इस साल हीटवेव इंश्योरेंस की सुविधा पाने के लिए असंगठित क्षेत्र की कामकाजी महिलाओं को 300 रुपये शुल्क देकर बीमा के लिए आवेदन देने की प्रक्रिया शुरू की गयी थी, किंतु बाद में इसे नि:शुल्क कर दिया गया है. हर महीने 40 डिग्री से ऊपर तापमान वाले दिनों की गणना कर बीमित महिलाओं के खाते में प्रतिदिन 300 रुपये के हिसाब से राशि डाल दी जाएगी. ट्रेड यूनियन खुद ही मौसम विभाग या अन्य आंकड़ों के आधार पर अधिकतम तापमान की गणना कर महिलाओं के खाते में राशि डाल देगा.
डेढ़ लाख महिलाएं जोड़ने का लक्ष्य
सेवा के जिला स्थित कार्यालय में होगा बीमासभी आठ जिलों में संगठन के कार्यालय में जाकर हीटवेव इंश्योरेंस कराने के लिए असंगठित क्षेत्र की महिलाओं को पहले सेवा संगठन का सदस्य बनाना होगा. इसके बाद उन्हें आधार कार्ड, बैंक खाता का नंबर, मोबाइल नंबर देना होगा. तभी बीमा की सुविधा मिलेगी. पटना में फ्लैट नंबर 30, अटल पार्क, पाटलिपुत्र गोलंबर के समीप कार्यालय है. जलवायु परिवर्तन की मार का असर असंगठित क्षेत्र की कामकाजी महिलाओं पर कम करने के लिए हीटवेव इंश्योरेंस की यह योजना शुरू की गई है. बिहार की डेढ़ लाख महिलाओं को इससे जोड़े जाने का लक्ष्य है.