उत्तर प्रदेश
पिता की हैवानियत का बेटा बना गवाह, पुलिस ने दर्ज की शिकायत
22 May, 2025 12:07 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के सीबीगंज इलाके में रहने वाले एक परिवार की कहानी इन दिनों चर्चा का विषय बन गई है. बेटे ने पुलिस को जो तहरीर दी, उसके मुताबिक उसके पिता रोज शराब पीकर घर आते हैं और मां को मारते हैं. बेटे का आरोप है कि यह कोई नई बात नहीं है. बल्कि लंबे समय से ऐसा हो रहा है. कई बार उसने खुद देखा है कि उसके पापा नशे की हालत में मां को बेरहमी से पीटते हैं. पुलिस ने बेटे की शिकायत पर पिता के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है. पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
दरअसल, बेटे ने अपने पिता पर यह भी आरोप लगाया है कि वह बरेली की एक कैंफर फैक्ट्री में काम करते हैं और जो सैलरी मिलती है, वह किसी दूसरी महिला पर खर्च कर देते हैं. न तो घर का खर्च उठाते हैं और न ही बच्चों की पढ़ाई की चिंता करते हैं. बेटे ने कहा कि घर में खाने के लाले पड़े हैं. लेकिन उसके पिता उस महिला के लिए सब कुछ हाजिर रखते हैं. यह बात उसे बहुत चुभती है.
बेटे ने बताया कि 19 मई की रात फिर से पिता शराब पीकर घर आए और मां से झगड़ा करने लगे. इस बार उन्होंने हद पार कर दी और मां को इतनी बुरी तरह मारा कि वह घायल हो गईं. मां की हालत देखकर बेटे का दिल दहल गया. उसी रात उसने फैसला किया कि अब और चुप नहीं बैठेगा.
थाने पहुंच दर्ज कराई FIR
मां के आंसुओं को देखकर बेटे ने हिम्मत जुटाई और सीधा सीबीगंज थाने पहुंचा. वहां उसने अपने ही पिता के खिलाफ घरेलू हिंसा और मारपीट की धाराओं में रिपोर्ट लिखवाई. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और तुरंत केस दर्ज कर शुरू कर दी. मां का मेडिकल भी कराया गया. जिससे उसकी चोटों की पुष्टि हो सके. पुलिस का कहना है कि अब मामले की गहराई से जांच की जाएगी और दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
बेटे की हिम्मत की हो रही सराहना
बरेली में इस खबर के सामने आने के बाद लोग बेटे की हिम्मत की तारीफ कर रहे हैं. बहुत कम बच्चे ऐसे होते हैं जो अपने मां-बाप के घरेलू झगड़ों में न्याय का रास्ता अपनाते हैं. बेटे ने साबित कर दिया कि जब बात अन्याय की हो, तो खून का रिश्ता भी इंसाफ के रास्ते में नहीं आना चाहिए.
बिजली कटौती से त्रस्त यूपी, झांसी का परिवार राहत के लिए पहुंचा एटीएम
22 May, 2025 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश में पड़ रही चिलचिलाती गर्मी ने लोगों के दिन का चैन और रात का सुकून छीन लिया है. रही सही बिजली की अघोषित कटौती पूरी किए दे रही है. आलम यह है कि नोएडा, गाजियाबाद और लखनऊ जैसे बड़े शहरों में भी रात में 8 से 10 बार बिजली कटौती हो रही है. वहीं छोटे शहरों और गांवों का हाल तो और भी बुरा है. बिजली की इस कटौती से परेशान झांसी के एक परिवार ने तो एटीएम में शरण ले ली है. इस परिवार का वीडियो सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर किया है.
अखिलेश यादव ने इस वीडियो को एक्स और फेसबुक एकाउंट पर शेयर करते हुए उत्तर प्रदेश के बिजली विभाग पर सवाल उठाते हुए तंज कसा है. उन्होंने लिखा है कि ‘बिजली कटौती के मारे एटीएम जा पहुंचे बेचारे, उप्र बिजली विभाग, जिसकी खुद की बत्ती गुल है. कोई है?’ अखिलेश यादव का यह पोस्ट खूब शेयर किया जा रहा है. हालांकि बिजली विभाग के अधिकारी अभी भी बिजली कटौती की बात मानने को तैयार नहीं है. उनका कहना है कि लोड बढ़ने की वजह से फाल्ट की शिकायतें लगातार आ रही है. जहां कहीं भी इस तरह की दिक्कत आ रही है, फाल्ट को ठीक कर दोबारा से बिजली की आपूर्ति की जा रही है.
क्या है वायरल वीडियो में
सोशल मीडिया में वायरल हो रहा वीडियो झांसी में बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी के पास स्थित सेंट्रल बैंक के एटीएम का है. इस एटीएम में एक ही परिवार के पांच लोग जमीन पर चटाई बिछाकर सोते नजर आ रहे हैं. इस एटीएम में लाइट भी जल रही है और एसी भी चल रहा है. इस परिवार का कहना है कि लगातार बिजली कटौती होने की वजह से उनके घर में अंधेरा है और गर्मी के मारे बुरा हाल हो रहा है. ऐसे में थोड़ी देर चैन की नींद सोने के लिए वह रात में यहां एटीएम में आ जाते हैं.
विद्युत निगम ने दी सफाई
उधर, वायरल वीडियो पर झांसी विद्युत वितरण मंडल के एक्सईएन मोहम्मद सगीर ने सफाई दी है. कहा कि गर्मी की वजह से बिजली की खपत बढ़ गई है. इसकी वजह से इंफ्रास्ट्रक्चर पर लोड बढ़ रहा है और फाल्ट की शिकायतें तेजी से बढ़ी हैं. उन्होंने बताया कि इन समस्याओं को दूर करने के लिए फील्ड स्टॉफ की संख्या बढ़ाई जा रही है. बिजली निगम की पूरी कोशिश है कि जल्द से जल्द फाल्ट को दूर किया जाए. इसके लिए लाइनों की लगातार मॉनिटरिंग भी कराई जा रही है.
देवर-भाभी के इश्क के आगे झुके घरवाले, रचाई शादी
22 May, 2025 11:50 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देवर-भाभी का रिश्ता भाई-बहन या दोस्तों जैसा होता है. मगर कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इन रिश्तों का लिहाज नहीं करते. ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर से सामने आया है. यहां एक युवती शादी करते ससुराल आई. 7 ही दिन में उसका मोह पति से भंग हो गया. दुल्हन को अब पति नहीं बल्कि अपना देवर भाने लगा था. देवर को भी भाभी से इश्क हो गया. बस फिर क्या था, दोनों शादी करने की जिद करने लगे.
घर वालों को जब इसका पता चला तो खूब हंगामा हुआ. न तो देवर और न ही भाभी एक दूसरे से अलग होना चाह रहे थे. दोनों की बस यही जिद थी कि रहेंगे तो साथ में. नहीं तो किसी और के साथ भी नहीं रहेंगे. फिर क्या, घर वालों को भी उनके प्यार के सामने घुटने टेकने पड़ गए. फिर दोनों की शादी करवा दी गई.
मामला अंबेडकरनगर के हंसवर थाना क्षेत्र के एक गांव का है. पांच मई को यहां रहने वाले एक युवक की शादी गांव से महज तीन किलोमीटर दूर रहने वाली युवती के साथ तय हुई थी. धूमधाम से दोनों ने सात फेरे लिए और शादी के बाद विवाहित ससुराल आ गई. इसी दौरान उसकी नजरें देवर से लड़ गईं. शादी के सात दिन में ही देवर भाभी का प्यार परवान चढ़ गया. शादी को एक हफ्ते ही हुए थे कि विवाहिता अपने मायके लौटी तो वहां पहुंचते ही पति को लेकर उसका मूड बदल गया.
पति संग रहने से किया इनकार
विवाहिता ने अब पति के बजाय देवर के साथ जिंदगी बिताने का फैसला ले लिया था. उसने अपनी इच्छा परिवार से बताई तो खलबली मच गई. पंचायत बुलाई गई. देवर को बुलाया गया तो उसने भी अपनी भाभी के साथ जीने मरने की कसमें खा लीं. विवाद बढ़ने लगा तो मामला थाने तक जा पहुंचा. वहां पर भी दुल्हन ने सरेआम अपने पति के साथ रहने से इनकार कर दिया. देवर और भाभी ने एक साथ जीवन बिताने का निर्णय लिया. मामला पारिवारिक होने के चलते पुलिस ने किसी भी कार्रवाई से इनकार कर दिया.
छोटे बेटे की बीवी बनकर आई
इसके बाद भाभी-देवर सामाजिक बंधनों को तोड़कर एक दूसरे के हो गए. परिवार ने फिर उनकी शादी के लिए इजाजत दे दी. जहां सात दिन पहले तो बड़े बेटे की बहू बनकर ससुराल आई थी. अब छोटे बेटे की बीवी बनकर ससुराल में रह रही है. पुलिस ने कहां- दोनों बालिग हैं. परिवार के लोग भी कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करना चाहते थे. इसलिए मामले का वहीं निपटारा कर दिया गया.
गाजीपुर अपहरण कांड: कोर्ट के आदेश पर तीनों पर केस दर्ज, जांच शुरू
22 May, 2025 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से रिश्तों को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला के पांच साल के बच्चे का अपहरण किसी और ने नहीं बल्कि उसी के बहन-बहनोई ने किया. इस अपहरण के मामले उसका भाई भी शामिल था. इस मामले में कोर्ट ने तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है. पुलिस ने गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
गाजीपुर के जमानिया थाना क्षेत्र के देवैथा गांव में रहने वाली पुष्पा देवी ने आरोप लगाया है कि उसकी सगी बहन और बहनोई 2 फरवरी को उसके घर पर आए और 5 साल के बच्चे को अगवा कर भाग गए. इस बारे में उसने अपने पति को बताया और फिर बहन-बहनोई की तलाश शुरू कर दी. तलाशी के दौरान पता चला कि वह अपने घर पर भी नहीं हैं. इसके बाद पुष्पा ने अपने सगे भाई को भी फोन किया. भाई ने बताया कि उसके घर पर भी बहन और बहनोई मौजूद नहीं है.
पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
पीड़ित परिवार ने इस संबंध में 7 फरवरी 2025 को जमानिया थाने में एक शिकायत पत्र दिया, लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की. उसने अपने बहन-बहनोई का लोकेशन ट्रेस कराया तो पता चला कि वह फिरोजपुर जनपद के रामराज शाहपुर गांव में है. उसने अपने शिकायत पत्र में आरोप लगाया है कि मेरे पांच साल के बच्चे का अपहरण बहन और बहनोई ने किया है. उन्होंने यह अपहरण पैसा वसूलने के लिए किया है.
भाई ने किया अभद्र व्यवहार
यदि हम पैसा नहीं दे पाते हैं तो वह उसकी हत्या कर देंगे. बावजूद इसके जमानिया कोतवाली पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. तब 10 फरवरी 2025 को पुलिस अधीक्षक को भी रजिस्टर डाक से पत्र दिया और उसके बाद वह अपने मायके गई, जहां उसके भाई संजय ने भी उसे अपशब्द कहते हुए घर से भगा दिया. पीड़िता को जब पुलिस से कोई न्याय नहीं मिला तो थक हारकर पीडित ने कोर्ट का सहारा लिया.
कोर्ट के आदेश के बाद दर्ज हुआ मुकदमा
उसके बाद अपर न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट ने कोतवाली पुलिस जमानिया को मुकदमा दर्ज कर विवेचना करने का आदेश दिया. जिसके क्रम में जमानिया कोतवाली पुलिस ने पीड़िता के भाई-बहन और बहनोई के के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कार्रवाई शुरू कर दी है.
विवाह पंजीकरण प्रक्रिया में सुधार जरूरी: इलाहाबाद हाई कोर्ट
22 May, 2025 11:26 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार को उत्तर प्रदेश मैरिज रजिस्ट्रेशन रूल्स, 2017 में संशोधन करने का निर्देश दिया है, ताकि विवाहों की “वैधता और पवित्रता” बनाए रखने के लिए एक मजबूत और सत्यापन योग्य तंत्र तैयार किया जा सके. जस्टिस विनोद दिवाकर ने यह प्रक्रिया पूरी करने के लिए 6 महीने का वक्त दिया है.
कोर्ट की ओर से यह निर्देश फर्जी दस्तावेजों के सहारे फर्जी शादियों को रजिस्टर्ड कराने में शामिल एक संगठित गिरोह को लेकर चिंताएं लगातार बढ़ती जा रही हैं. कोर्ट ने यह निर्देश घर से भागे जोड़ों की ओर से दाखिल 124 याचिकाओं पर सुनवाई के बाद दिया.
पंजीकरण के नियमों का पालम सख्ती से होः HC
सुनवाई के बाद कोर्ट ने कहा, “विवाह पंजीकरण का काम देखने वाले सभी डिप्टी रजिस्टार्स 14 अक्टूबर, 2024 की अधिसूचना के तहत जारी निर्देशों का सख्ती से पालन करेंगे.” अक्टूबर 2024 की अधिसूचना में अधिकारियों को यह तय करने के निर्देश जारी किए गए थे कि यूपी में विवाह पंजीकरण के दौरान वर और वधू का आधार-आधारित प्रमाण पत्र, बायोमेट्रिक डेटा और दोनों पक्षों के फोटो के साथ-साथ 2 गवाहों के फोटो की जरूरत होगी.
इसके अलावा यह भी निर्देश दिया गया था कि उम्र का सत्यापन डिजिलॉकर, सीबीएसई, यूपी बोर्ड, सीआरएस, पासपोर्ट, पैन, ड्राइविंग लाइसेंस और सीआईएससीई जैसे कई आधिकारिक पोर्टलों के जरिए से किया जाए. साथ ही यह भी निर्धारित किया गया कि शादी कराने वाले ‘पंडित’ को पंजीकरण के दौरान रजिस्ट्रार ऑफिस में शारीरिक रूप से उपस्थित होना अनिवार्य है.
शादी के लिए भागे जोड़ों पर भी लागू होंगे: HC
कोर्ट ने स्थिति साफ करते हुए कहा कि ये अंतरिम निर्देश उन सभी शादियों पर भी खासतौर पर लागू होंगे जहां लड़का और लड़की घर से भागे हों और फिर अपने परिजनों की सहमति के बगैर ही शादी कर ली.
कोर्ट ने कहा कि यदि दोनों ओर के परिजन पंजीकरण के समय मौजूद हैं, तो अधिकारी अपने विवेक से, विवाह की वास्तविकता के बारे में संतुष्ट होने के बाद इन शर्तों को पूरी तरह या आंशिक रूप से माफ भी कर सकता है.
अपने 44 पन्नों के आदेश में, बेंच ने सुरक्षा की मांग करने वाले भगोड़े जोड़ों की ओर से दाखिल 125 याचिकाओं पर विचार करते हुए कहा कि कई मामलों में कोर्ट ने देखा है कि विवाह प्रमाण पत्र ऐसे समाजों द्वारा जारी किए जाते हैं जो अस्तित्व में ही नहीं हैं, और हाई कोर्ट से सुरक्षा आदेश प्राप्त करने के लिए ऐसे नकली प्रमाण पत्र जारी कर दिए जाते हैं.
12 मई, 2025 के अपने आदेश में, कोर्ट ने यह भी कहा कि गवाह के रूप में नामित व्यक्ति भी काल्पनिक पाए गए हैं, आधार सहित उनके विवरण जाली हैं, और ऐसे प्रमाण पत्र जारी करने वाली संस्थाओं या संगठनों के पास उनके उपनियमों के तहत कोई कानूनी अधिकार नहीं है. कई मामलों में तो वास्तव में कई शादी समारोह हुआ ही नहीं है.
दूसरे बाइपास निर्माण की प्रक्रिया शुरू, भूमि अधिग्रहण की तैयारी तेज
21 May, 2025 01:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गोपालगंज: जिला मुख्यालय के समीप दूसरे बाइपास के निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। इसके तहत जल्द ही निजी जमीनों का अधिग्रहण किया जाएगा।
इसके लिए भूमि सर्वे का कार्य तेज कर दिया गया है। तमाम प्रक्रिया को पूर्ण करने के बाद जमीन के अधिग्रहण का कार्य किया जाएगा।
इसके पूर्व भू-स्वामित्व का दावा करने वाले लोगों को चिह्नित किया जाएगा। ताकि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी की जा सके।
जानकारी के अनुसार, गत चार जनवरी 2025 को प्रगति यात्रा के क्रम में सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शहर के दूसरे बाइपास के निर्माण योजना की घोषणा की थी।
बाद में बिहार राज्य मंत्रिमंडल ने बाइपास निर्माण को लेकर प्रशासनिक स्वीकृति देते हुए प्रस्तावित प्राक्कलन राशि भी आवंटित कर दिया।
शहर के दूसरे बाइपास का निर्माण एनएच 27 पर जिले के मांझागढ़ प्रखंड के दानापुर से शुरू होकर मांझा, देवापुर व कबिलासपुर बाजार होते हुए एनएच 531 में सदर प्रखंड के तुरकहां तक किया जाना है।
इस बाइपास सड़क की कुल लंबाई 12.600 किलोमीटर होगी। इसके निर्माण पर 01 अरब 26 करोड़ 54 लाख 85 हजार की राशि खर्च होगीशहर के दूसरे बाइपास का निर्माण एनएच 27 पर जिले के मांझागढ़ प्रखंड के दानापुर से शुरू होकर मांझा, देवापुर व कबिलासपुर बाजार होते हुए एनएच 531 में सदर प्रखंड के तुरकहां तक किया जाना है।
बाइपास से जुड़ेगी दो सड़कें
शहर के दूसरे बाइपास में दो सड़कों का जुड़ाव होगा। बाइपास का 2.30 किलो मीटर पथांश दानापुर-मांझा पथ पर है।
जिसको ग्रामीण कार्य विभाग से पथ निर्माण विभाग को हस्तांतरित कर दिया है। इस पथ के निर्माण के लिए पर्याप्त विभागीय भूमि उपलब्ध नहीं होने के कारण ही भू-अर्जन की आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
इसके अलावा बाइपास का शेष पथांश 10.30 किलोमीटर की सड़क जल संसाधन विभाग की विशुनपुरा वितरणी नहर और सारण मुख्य नहर के तटबंध पर स्थित है।
ऐसे में पथ निर्माण कार्य के लिए पर्याप्त सरकारी भूमि उपलब्ध है। बाइपास निर्माण को लेकर पथ निर्माण विभाग प्रमंडल गोपालगंज की ओर से निविदा की प्रक्रिया पूर्ण की जा सकी है।
शहर का रिंग-रोड होगा तैयार
शहर के पूर्वी-दक्षिण दिशा में दूसरा बाइपास बनने से जिला मुख्यालय के गोपालगंज का रिंग रोड तैयार हो जाएगा। इसके पूर्व शहर के पश्चिमी दिशा में थावे-गोपालगंज बाइपास का निर्माण कराया गया था।
शहर के पश्चिमी-उत्तरी दिशा में एनएच 27 और एलिवेटेड रोड भी है। जिससे दो तरफ से शहर को बाहर-बाहर निकलने की सुविधा उपलब्ध है। वहीं, शहर के तीसरे हिस्से में कोई बाइपास सड़क नहीं है।
अब पूर्वी-दक्षिण दिशा में दूसरा बाइपास बनने से शहर के बाहरी हिस्से में सभी दिशाओं में बाहर-बाहर से गुजरने के लिए सड़क की सुविधा होगी और इसतरह से शहर कर रिंग रोड पूरा हो जाएगा।
नवगछिया: बिजली अधिकारी बनकर भेजा फर्जी लिंक, व्यापारी से ठगे 87 हजार रुपये
21 May, 2025 01:07 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नवगछिया: सिमरा वार्ड संख्या 6 के रहने वाले मकई व्यवसायी जितेंद्र कुमार पोद्दार साइबर ठगी के शिकार हो गए। बिजली विभाग का अधिकारी बनकर एक अज्ञात कॉलर ने उनसे स्मार्ट मीटर अपडेट करने के नाम पर 13 रुपए का रिचार्ज मांगा और व्हाट्सएप पर एक लिंक भेजा। लिंक खोलते ही उनके खाते से कुल 87 हजार रुपए चार किस्तों में उड़ गए।
स्मार्ट मीटर अपडेट कराने के नाम पर ठगी
पीड़ित जितेंद्र पोद्दार ने बताया कि वह सुबह अपनी दुकान के लिए निकलने की तैयारी कर रहे थे, तभी एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को बिजली विभाग का अधिकारी बताया और कहा कि स्मार्ट मीटर अपडेट करना जरूरी है।
लिंक पर क्लिक करते ही खाता हो गया खाली
इसके लिए व्हाट्सएप पर एक लिंक भेजा गया, जिसे खोलते ही उनकी बैंक डिटेल्स साइबर ठग के पास पहुंच गई। पीड़ित ने बताया कि कुछ ही मिनटों में उनके खाते से 87 हजार रुपए कट गए। जब तक उन्हें इस फ्रॉड का एहसास हुआ, तब तक उनका खाता पूरी तरह से खाली हो चुका था।
पीड़ित ने थाने में दर्ज कराई शिकायत
इसके बाद उन्होंने तुरंत स्थानीय बैंक को सूचना दी और ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई। इसके साथ ही नवगछिया साइबर थाना में भी आवेदन दिया है।
इस संबंध में नवगछिया साइबर थाना के पदाधिकारी ने बताया कि आवेदन प्राप्त हो गया है और पीड़ित के खाते से ट्रांजैक्शन को होल्ड कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। लोगों से अपील की गई है कि किसी भी अज्ञात लिंक या कॉल से सतर्क रहें और बैंकिंग से जुड़ी कोई भी जानकारी साझा न करें।
बिहार को बड़ी सौगात: जल्द शुरू होगी वॉटर मेट्रो, ट्रैफिक से मिलेगी राहत
21 May, 2025 12:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार में वॉटर मेट्रो की शुरुआत होने जा रही है. ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है, जो नेशनल और इंटरनेशनल जलमार्ग से बिहार में गंगा को जोड़ेगा. इससे बिहार के लोगों को ट्रैफिक से निजात मिलेगी. इसी साल अगस्त में पटना मेट्रो के फर्स्ट फेज का परिचालन शुरू होगा. इसके बाद वॉटर मेट्रो को चलाने की तैयारी शुरू होगी.
ये वॉटर मेट्रो उत्तर बिहार को NIT के पटना मेट्रो स्टेशन से जोड़ेगी. ये रोज यात्रा करने वाले लोगों के साथ-साथ पर्यटकों के लिए भी सुविधाजनक साबित होगी. इसके लिए केरल के कोच्चि मेट्रो रेल लिमिटेड के तीन ऑफिशियल की टीम पटना पहुंची. उन्होंने चार दिन तक इस योजना का प्रारूप तय किया और गंगा में कई जगहों की प्राइमरी स्टडी की.
ये जल क्षेत्र भी हैं शामिल
जिन जगहों का ऑफिशियल टीम ने अध्ययन किया. उनमें उत्तर में गंडक, सोनपुर, हाजीपुर, कोनहरा, दानापुर, दीघा, बिदुपुर, गायघाट, पहलेजा घाट जैसे जल क्षेत्र शामिल हैं. ये जानकारी डायरेक्टर अरविंद कुमार ने दी और बताया कि सरकार की मदद से केरल सरकार केरल के कोच्चि शहर में सस्ते दाम पर वॉटर ट्रांसपोर्टेशन सर्विस लोगों के लिए उपलब्ध करा रही है.
इन राज्यों में भी शुरू करने की योजना
वॉटर मेट्रो की योजना की शुरुआत गंडक से मेट्रो चलाकर की जाएगी, जिसे पटना मेट्रो स्टेशन से जोड़ने की तैयारी है. यही नहीं बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, महाराष्ट्र जैसे राज्यों में भी वॉटर मेट्रो की शुरुआत करने की योजना है. इन राज्यों के कुछ चुनिंदा शहर प्रयागराज, वाराणसी, अयोध्या, गांधी नगर, श्रीनगर, जम्मू कश्मीर, बंगाल, गोवा, असम के ढुबरी व गुवाहाटी, मंगलुरु, कर्नाटक, महाराष्ट्र के मुंबई व वसई, अंडमान निकोबार, लक्षद्वीप शामिल हैं.
कितना होगा वॉटर मेट्रो का किराया?
वहीं गंगा के साथ ब्रह्मपुत्र नदी, डल झील, अंडमान और लक्षद्वीप में द्वीपों को भी इसमें जोड़ा जाएगा वॉटर मेट्रो के किराए को लेकर निदेशक ने बताया कि वॉटर मेट्रो का किराया 20 से 40 रुपये तक होगा. ऐसे में वॉटर मेट्रो का किराया दिल्ली मेट्रो से कम होगा. दिल्ली मेट्रो का अधिकतम किराया 60 रुपये है. लेकिन वॉटर मेट्रो का अधिकतम किराया 40 रुपये हैं. इस वॉटर मेट्रो में 50 यात्री के बैठने और उनके साथ 50 यात्री खड़े होकर सफर कर सकते हैं. यानी 100 यात्रियों के सफर करने की व्यवस्था है. IWAI डायरेक्टर ने बताया कि गंगा में वॉटर मेट्रो चलाने के लिए एक मीटर से कम पानी की जरूरत है.
सुपौल में सास-बहू की अनोखी जोड़ी, रिश्ते की नई परिभाषा बनी कहानी
21 May, 2025 12:44 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आमतौर पर सास और बहू के रिश्ते को लेकर कई तरह की बातें सामने आती हैं. कई बार सास बहू में खटपट की भी बात सामने आती है, लेकिन बिहार राज्य के सुपौल जिले से एक अनोखी खबर आई है. यहां एक सास ने अपनी बहू के लिए ऐसी पहल की है, जिसकी लोग खुले दिल से सराहना कर रहे हैं. सास और बहू का यह वीडियो अब तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
बिहार के शिक्षा विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार राज्य के सुपौल जिले के छातापुर प्रखंड के कटहरा पंचायत की एक सास ने ऐसा प्रेरणादायक कदम उठाया है, जिसकी खूब सराहना हो रही है. यहां सास अपनी नई बहू को नौवीं कक्षा में एडमिशन दिलाने के लिए खुद स्कूल पहुंच थी.छातापुर प्रखंड के कटहरा पंचायत स्थित मध्य विद्यालय, कटहरा में रहने वाली एक महिला अपनी बहू को लेकर के स्कूल पहुंच गई.
बहू को स्कूल में एडमिशन कराने पहुंची साल
महिला का कहना था कि उसकी बहू का एडमिशन नौवीं कक्षा में ले लिया जाए. स्कूल की टीचर स्मिता ठाकुर ने जब इस अनोखे दृश्य को देखा तो उन्होंने इसे अपने मोबाइल से शूट कर लिया. देखते ही देखते सास और बहू की अनोखी बॉन्डिंग वाला यह वीडियो वायरल हो गया. वीडियो के वायरल होने के बाद लोगों ने कई कमेंट भी किया है, जिसमें वह सास के सोच की सराहना कर रहे हैं. सास का कहना था कि शिक्षा जीवन में बहुत जरूरी है.
‘शादी से पहले ही तय हो गया था सबकुछ’
बहू का बाल विवाह हो गया, लेकिन अब मेरी जिम्मेदारी है कि मेरी बहू पढ़ी-लिखी हो. समाज के तानों को दरकिनार करते हुए उन्होंने अपनी बहू को शिक्षित करने की प्राथमिकता दी है. उद्देश्य केवल यही है कि वह आत्मनिर्भर बने. सास और बहू की इस अनोखी कहानी को शिक्षा विभाग की तरफ से भी प्रोत्साहित किया गया है. सास ने बताया कि शादी से पहले ही सब कुछ तय हो गया था.
बिहार: समधी-समधन पहुंचे कोर्ट शादी करने, परिजनों ने बीच सड़क पर की धुनाई
21 May, 2025 12:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अलीगढ में सास और होने वाले दामाद की खबर से तो लोग वाकिफ ही थे लेकिन बिहार से भी एक अनोखी खबर है. यहां एक समधी और समधन लव मैरिज करने के लिए कोर्ट पहुंच गये. जैसे ही लोगों को इस बात की जानकारी लगी तो लोगों ने दोनों समधी और समधन की जमकर पिटाई कर दी.
पूरा मामला सासाराम जिले के निबंधन कार्यालय में सामने आया जहां उस समय अजीबो गरीब स्थिति हो गई जब एक तीन बच्चों का बाप और चार बच्चों की मां शादी करने कोर्ट पहुंच गए. दोनों के परिजनों को जब इस बात की भनक लगी तो वे लोग भी कोर्ट पहुंच गए और इसके बाद बीच सड़क पर ही हाई वोल्टेज ड्रामा शुरू हो गया.
कोर्ट मैरिज के लिए पहुंचे थे समधी-समधन
मामला सासाराम नगर थाना क्षेत्र के पुरानी जीटी रोड का है. बता दें कि दोनों रिश्ते में समधी और समधन होने वाले थे. शिवसागर थाना क्षेत्र के धनवा गांव के रहने वाले दयाशंकर राम अपनी पुत्री की शादी डालमिया नगर थाना क्षेत्र के न्यू डिलियां निवासी धर्मशिला देवी के पुत्र के साथ तय किए थे. एक साल पहले दोनों पक्ष में शादी तय हुई, लेकिन इसी बीच लड़की के पिता दयाशंकर सिंह और लड़के की मां धर्मशिला देवी के बीच मोबाइल फोन पर बातचीत होने लगी. धीरे-धीरे दोनों के बीच प्रेम संबंध हो गया. बताया जा रहा है कि इससे पूर्व दोनों ने कहीं मंदिर में शादी भी कर ली है और मंगलवार को कोर्ट में शादी करने के लिए पहुंच थे.
शादी की भनक मिलते हीं पहुंचे परिजन
मिली जानकारी के अनुसार जब शादी की सूचना दयाशंकर राम के परिजन और धर्मशिला देवी के पति सुनील राम को लगी तो वे लोग भी रजिस्ट्री ऑफिस के पास पहुंच गए और दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया. दोनों शादी करने पर अड़े हुए थे. इसके बाद दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाना शुरू कर दिया.
दोनों तरफ से चलने लगे जूते-चप्पल
शादी की भनक मिलते हीं मौके पर पहुंचे दोनों पक्ष के परिजनों ने आरोप-प्रत्यारोप के बीच एक दूसरे पर चप्पल जूते की बौछार कर दी. बीच सड़क पर हो रहे इस ड्रामे को पास में मौजूद पुलिसकर्मियों ने रोकना चाहा लेकिन फिर भी दोनों के ऊपर जूते चप्पल चलते रहे. इस दौरान लगभग एक घंटे तक बीच सड़क पर ड्रामा चला और दयाशंकर राम की चप्पलों से जमकर पिटाई हुई.
दोनों परिवारों के बीच पंचायती पर बनी सहमति
प्राप्त जानकारी के अनुसार दयाशंकर राम की दो पत्नियां पहले हीं मर चुकी है. अब उसकी तीन संतानें हैं. जिसमें वह अपनी बड़ी पुत्री की शादी धर्मशिला देवी के पुत्र से तय कर दिए थे, लेकिन बाद में धर्मशिला देवी से ही उनका संबंध हो गया. इधर धर्मशिला देवी का कहना है कि उसका पति सुनील नाम उसके साथ मारपीट करता है. ऐसे में वह अपने होने वाले समधी दया शंकर राम के साथ हीं शादी करना चाहती है. वहीं विवाद बढ़ता देख दोनों के परिजन इकट्ठा हुए और उन्होंने फिर एक ऑटो में सभी को बैठाकर परिवारिक पंचायती के लिए लेकर चले गए.
बोकारो: नहाने गए तालाब में डूबे चार लोग, गांव में पसरा मातम
21 May, 2025 12:35 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड के बोकारो जिला के गम्हरिया गांव में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां मंगलवार को तालाब में नहाने के क्रम में चार लोगों की डूबने से मौत हो गई. मृतकों में बोकारो जिला परिषद कार्यालय कर्मचारी दिनेश दास की पत्नी लता दास, उनकी बड़ी बेटी शिखा किशोर (14 वर्षीय), 9 वर्षीय बेटी तन्वी किशोर के साथ-साथ गम्हरिया गांव के ही रहने वाले सुधीर दास की पत्नी शांति देवी की डूबने से मौत हो गई.
जानकारी के मुताबिक, बोकारो जिला परिषद कार्यालय के कर्मचारी दिनेश दास अपनी पत्नी लता दास और दोनों बेटियां शिखा किशोर और तन्वी किशोर के साथ छुट्टियां मनाने और एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए गम्हरिया गांव आए हुए थे.
मां और दो बेटियों की मौत
मंगलवार को लता दास अपनी दोनों बेटियों के साथ गांव के ही एक तालाब के समीप कपड़े धोने और स्नान करने के लिए पहुंची थीं. कपड़े धोने के बाद दोनों बेटियों के साथ मां लता दास तालाब में नहाने लगी. इसी क्रम में पैर फिसलने से तीनों गहरे पानी में चले गए और तीनों डूबने लगे. इसी बीच, तालाब के समीप मौजूद शांति देवी नामक महिला जब तीनों को गहरे पानी में डूबते हुए देखी तो वह उनलोगों को बचाने के लिए तालाब में उतर गई और डूब गई. एक-एक कर चारों लोगों की तालाब में डूब कर मौत हो गई.
चार लोगों की मौत से गांव में पसरा मातम
कड़ी मशक्कत के बाद सभी को तालाब से बाहर निकल कर आनन फानन में इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां जांच के बाद डॉक्टर ने सभी को मृत घोषित कर दिया. एक ही परिवार की दो बेटियों सहित उनकी मां और गांव के रहने वाली एक अन्य महिला शांति देवी की असमय तालाब में डूब कर भी मौत से पूरे गांव में मातम पसर गया. मामले की सूचना मिलने के बाद बरमसिया ओपी की पुलिस भी गांव पहुंची और चारों मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में भेजा. पूरे मामले की तहकीकात में जुट गई है.
बिजनौर: अब गुलदार नहीं, टाइगर से कांप रहे किसान, खेतों में जाने से डर
21 May, 2025 12:31 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश में बिजनौर के किसान अब तक गुलदार (लेपर्ड) की दहशत में थे, वहीं अब खेतों में टाइगर दिखने के बाद उनकी जान हलक में आ गई है. जिम कार्बेट नेशनल पार्क, अमानगढ टाइगर पार्क, राजाजी नेशनल एलीफेंट एंड टाइगर पार्क, हस्तिनापुर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी से घिरे बिजनौर में कई दिन से टाइगर जोड़ों को खुले में घूमते देखा जा रहा है. इनके डर से किसान अपने खेतों की रखवाली करने भी नहीं जा पा रहे हैं. हालात को देखते हुए वन विभाग और प्रशासन भी अलर्ट हो गया है.
जिला प्रशासन और वन विभाग ने जिले के 100 गांवों को लेपर्ड-टाइगर हाईरिस्क क्षेत्र घोषित किया है.स्थानीय लोगों के मुताबिक जिले में पहले से गुलदारों का बसेरा है. इन गुलदारों के हमले में बीते तीन साल के अंदर 70 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं ढाई सौ से अधिक लोग घायल भी हुए हैं. अब नई दहशत टाइगर जोड़ों की वजह से सामने आई है. बीते दो तीन दिनों में टाइगर जोड़े खेतों में चहलकदमी करते नजर आ रहे हैं. इससे किसानों में भय की स्थिति बनी हुई है. ऐसे हाल में किसानों को खेती के काम से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है.
कालागढ़ वन क्षेत्र से निकले टाइगर
बताया जा रहा है कि ये टाइगर जोड़ा कार्बेट टाइगर पार्क की कालागढ वन रेंज से निकल कर बिजनौर के अफजलगढ के खेतों में आए हैं. मंगलवार की सुबह भी ये टाइगर भिक्कावाला गांव के खेतों में घूमते देखे गए. इन्हें देखकर खेतों में काम कर रहे किसान-मजदूर भाग खड़े हुए. वन्य जीव विशेषज्ञों के मुताबिक इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है और जंगल में बने पानी के श्रोत सूखने की कगार पर हैं. ऐसे में प्यास बुझाने के लिए टाइगर, भालू, हिरन, गुलदार आदि वन्यजीव पानी की तलाश में जंगल से बाहर भटक रहे हैं.
100 गांव लेपर्ड टाइगर बाहुल्य क्षेत्र घोषित
वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जिले के खेतों में इस समय 500-600 तेंदुए खेतों में घूम रहे हैं. वहीं अब टाइगर भी दिखाई देने लगे हैं. हालात को देखते हुए बिजनौर की डीएम जसजीत कौर ने वन विभाग के अधिकारियों के साथ मीटिंग की. उन्होंने अधिकारियों को हिंसक वन्य जीवों से निपटने के उपाय करने और इसके लिए डीपीआर तैयार करने को कहा है. इसके लिए उन्होंने जन जागरुकता अभियान भी शुरू करने को कहा है. डीएम के मुताबिक बिजनौर की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि यहां नदी, नहरें, रिजर्व और सोशल फॉरेस्ट बहुतायत में होने के कारण वन्य जीवों को भरपूर पोषण और संरक्षण मिलता है. जिससे उनकी आबादी भी लगातार बढ रही है. फिलहाल सौ गावों को चिन्हित कर लेपर्ड और टाइगर बाहुल्य क्षेत्र घोषित किया गया है.
लखनऊ: युवती ने बीच सड़क पर युवक को चप्पल से पीटा, वीडियो वायरल
21 May, 2025 12:27 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ है. इसमें एक युवती बाइक चलगा रहे युवक तो चप्पल से पीटती दिखी. युवक बाइक चला रहा था और युवती उसे चप्पल से पीटे जा रही थी. तभी दाएं से तो कभी बाएं से. चप्पल पिटाई की ये घटना खुर्रम नगर इलाके की बताई जा रही है.
वीडियो में युवती के गुस्से में युवक को चप्पल से पीटने की घटना साफ दिख रही है. इस दौरान युवक बाइक चलाने में व्यस्त है. वीडियो को किसी राहगीर ने रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर अपलोड किया, जिसके बाद यह तेजी से वायरल हो गया. 20 सेकंड के वीडियो में युवक 14 बार चप्पल से पिटता दिखा. सोशल मीडिया पर इस वीडियो को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं. कुछ लोग इसे मजाकिया मान रहे हैं, जबकि अन्य ने सार्वजनिक स्थान पर इस व्यवहार की निंदा की है.
कई यूजर्स ने तो घटना के पीछे के कारणों पर सवाल उठाए हैं. हालांकि, इस घटना का सटीक कारण अभी तक सामने नहीं आया है. लखनऊ पुलिस ने वायरल वीडियो का संज्ञान लिया है. खुर्रम नगर थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और वीडियो में दिख रहे युवक-युवती की पहचान करने की कोशिश की जा रही है. पुलिस ने लोगों से अपील की है कि बिना तथ्यों की जांच किए इस तरह के वीडियो को शेयर करने से बचें.
लोग दे रहे प्रतिक्रियाएं
सोशल मीडिया पर एक यूजर ने लिखा- पिटने और पीटने की कोई जगह नहीं होती. एक ने लिखा- जरूर पति ने पत्नी से कुछ कह दिया होगा. तभी उसकी पिटाई हो रही है. तीसरे युवक ने लिखा- झगड़े के लिए क्या जगह चुनी है. वाह!. एक अन्य यूजर ने लिखा- जरूर बाबू ने कुछ दिलवाया नहीं होगा. तभी गर्लफ्रेंड नाराज हो गई. इस तरह के कई मजेदार कमेंट लोग इस वीडियो पर लिख रहे हैं.
गाजीपुर: दुकानों के बाहर रखे नमक पर चोर की नजर, रात में करता था साफ
21 May, 2025 12:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चोरी तो आपने बहुत सारी सुनी होगी, लेकिन नमक की चोरी शायद ही आपको सुनने को मिली हो, लेकिन उत्तर प्रदेश के गाजीपुर ऐसा हुआ है. ये घटना सीसीटीवी में कैद भी हो गई. मामला गाजीपुर कोतवाली इलाके का है. यहां शेखपुर मुहल्ले का रहने वाला एक युवक दुकानदारों के दुकान बंद करने के बाद रात के अंधेरे में दुकान के बाहर रखी हुई नमक की बोरियों को पिछले एक साल से चुराकर पांच से दस किमी की दूरी में बेचने का काम कर कर रहा था.
दुकानदारों ने इसकी पुलिस में शिकायत भी की थी. वहीं 19 तारीख को सीसीटीवी में दिखने वाला चोर एक दुकान में चिकन खरीद रहा था, तब व्यापारियों ने उसे पड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. बताया जा रहा है कि ये चोर सिर्फ एक इलाके में चोरी नहीं करता था, बल्कि वह अपने इलेक्ट्रॉनिक रिक्शा से शहर के साथ ही जंगीपुर कठवा मोड़ के अलावा अन्य कई इलाकों में भी दुकानों से नमक की बोरियों को अपने रिक्शा में रखकर चला जाता था.
चोर अपने साथ रिश्तेदार को भी रखता था साथ
इसके लिए वह अपने साथ अपने एक अन्य रिश्तेदार को भी लेकर चलता था, जिससे चोरी करने में उसे आसानी होती थी. नमक की चोरी से दुकानदार परेशान थे. चोरी के इस क्रम में एमएएच इंटर कॉलेज इलाके के एक दुकानदार के यहां भी नमक की चोरी हो गई, लेकिन उस चोरी का वीडियो सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया, जिसे दुकानदार ने संभाल कर रखा हुआ था. उसने अपने अन्य व्यापारी साथियों को भी चोर की वीडयो भेज दी थी. फिर सभी उसकी शिनाख्त करने में लगे थे.
व्यापार मंडल ने की कार्रवाई की मांग
इसी दौरान कोतवाली इलाके में ही चिकन की खरीदारी करते समय एक व्यापारी को नमक की चोरी करने वाला युवक दिख गया, जिसके बाद अन्य व्यापारियों ने उसे पकड़ा और पुलिस के हवाले कर दिया. चोर के पकड़े जाने के बाद व्यापार मंडल ने चोरी करने वाले युवक खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर कोतवाली पहुंचा. बता दें चोर के खिलाफ चोरी की शिकायत कोतवाली में 22 जुलाई 2024 को लिखित रूप में भी दी गई थी. उसके पहले ही 13 जुलाई को नमक चुराते समय एमएएच इंटर कॉलेज के पास स्थित किराने की दुकान पर लगे सीसीटीवी कैमरे में चोरी करते हुए उसका वीडियो कैद हो गया था.
काशीदास पूजन में हुआ हादसा, बांस छूते ही दौड़ा करंट, सात लोग झुलसे
21 May, 2025 12:08 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में काशीदास पूजन के आयोजन में बांस लगाने के दौरान ऊपर से गुजर रहे हाइटेंशन तार से दर्दनाक हादसा हो गया. सात लोग करंट की चपेट में आकर अचेत हो गए. चार लोगों की मौत हो गई है. जबकि, तीन लोग मऊ चिकित्सालय में भर्ती करवाए गए हैं. उनकी हालत गंभीर बनी हुई है.
घटना गाजीपुर के मरदह थाना के नरवर गांव की है. हादसे में जान गंवाने वालों में छोटेलाल यादव (35), रविंद्र यादव उर्फ कल्लू (29), गोरख यादव (23) और अमन यादव (19) शामिल हैं. सभी की मौत मौके पर ही हो गई. दर्दनाक हादसे की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को एंबुलेंस की सहायता से अस्पताल भिजवाया.
जानकारी के अनुसार, मरदह थाना के पिपनार गांव में काशीदास बाबा की पूजा की तैयारी के दौरान झंडा लगा रहे सात लोग हाइटेंशन तार की चपेट में आ गए. हादसे में चार लोगों की मौत हो गई. वहीं, तीन लोग गंभीर रूप से झुलस गए. मृतकों में रविंद्र यादव, अजय यादव, छोटेलाल, अमन यादव शामिल हैं। वहीं, अमेरिका यादव, संतोष यादव, जितेंद्र यादव गंभीर हैं, जिनका इलाज चल रहा है. मृतकों में रविंद्र यादव उत्तर प्रदेश पुलिस में कान्स्टेबल था. वह आंबेडकर नगर जनपद में तैनात था.
बांस हाइटेंशन लाइन से टच हुआ
बुधवार की सुबह करीब साढ़े छह बजे लोग काशीदास पूजन की तैयारी कर रहे थे. सबह 11 बजे से आयोजन होता तय था. इस पूजा में आसपास के जिले के लोग भी हजारों की संख्या में इकट्ठा हुए थे. पूजन में मंडप बनाने के लिए कुछ लोग बांस काटकर ला रहे थे. तभी बांस का ऊपरी हिस्सा हाइटेंशन लाइन से टच हो गया.
घटनास्थल पर मच गई चीख-पुकार
इस हादसे में एक बाद एक लोग झुलसते गए. चीख-पुकार सुन आसपास के लोग इकट्ठा हो गए. घायलों को मऊ जिले के फातिमा अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां चिकित्सकों ने चार लोगों को मृत घोषित कर दिया. वहीं, गंभीर रूप से घायलों का इलाज जारी है. मिली जानकारी के अनुसार काशी दास बाबा के इस पूजा में आज समाजवादी पार्टी के बड़े नेता के आने की भी जानकारी थी.