मध्य प्रदेश
मौसम विभाग की चेतावनी: भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर में तेज आंधी के आसार
11 Apr, 2025 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मध्यप्रदेश में आगामी तीन दिनों तक तेज गर्मी और लू से लोगों को थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने राज्य के 42 जिलों, जिनमें भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन शामिल हैं, उनमें तेज आंधी, बारिश और ओले गिरने की चेतावनी जारी की है। मौसम में बदलाव के चलते दिन और रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जा सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र, भोपाल की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और टर्फ के सक्रिय होने के कारण हो रहा है, जिससे लू का प्रभाव खत्म हो जाएगा और तापमान में गिरावट आएगी।
उत्तर और दक्षिण मध्यप्रदेश में अधिक प्रभाव, 17 जिलों में बदलेगा मौसम
शुक्रवार को मध्यप्रदेश के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों में मौसम ज्यादा प्रभावित रहेगा। खासकर ग्वालियर, चंबल, नर्मदापुरम, रीवा और जबलपुर संभाग के 17 जिलों- श्योपुर, मुरैना, भिंड, ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी, अशोकनगर, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में हल्की बारिश, तेज आंधी और ओले गिरने की संभावना जताई गई है। वहीं, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, सागर और शहडोल संभागों में मौसम साफ रहेगा, हालांकि कुछ स्थानों पर बादल छा सकते हैं और शाम के समय हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। 12 और 13 अप्रैल को भी प्रदेश के अधिकांश जिलों में मौसम परिवर्तन बना रहेगा।
धार और रतलाम में सबसे अधिक गर्मी, तापमान 42 डिग्री पार
गुरुवार को प्रदेश में गर्मी का प्रभाव स्पष्ट रूप से दिखाई दिया, जिसमें धार और रतलाम सबसे गर्म शहरों के रूप में सामने आए। धार में तापमान 42.3 डिग्री और रतलाम में 42.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। खंडवा में 42.1 डिग्री, जबकि गुना और नर्मदापुरम में तापमान 42 डिग्री रहा। इसके अलावा टीकमगढ़ और दमोह में 41.8 डिग्री, सागर में 41.5 डिग्री, खरगोन और नौगांव में 41 डिग्री, मंडला में 40.8 डिग्री, तथा सिवनी और शिवपुरी में 40 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।
बड़े शहरों में भी तेज गर्मी, कहीं-कहीं राहत की फुहारें
राज्य के बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में अधिकतम तापमान 41.3 डिग्री, इंदौर में 40.3 डिग्री, ग्वालियर में 39.6 डिग्री, उज्जैन में 41 डिग्री और जबलपुर में 40.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दूसरी ओर, शिवपुरी में बारिश हुई, जिससे वहां के लोगों को कुछ राहत मिली। इसके अलावा कई शहरों में बादल छाए रहने से मौसम अपेक्षाकृत नरम बना रहा। कुल मिलाकर, प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में मौसम का मिजाज बदला-बदला रहेगा और लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है।
मंत्री सारंग ने करोंद मेट्रो निर्माण कार्य का किया निरीक्षण
10 Apr, 2025 11:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : सहकारिता मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने करोंद चौराहे पर मेट्रो निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने पूरे रूट का दौरा कर व्यापारियों सहित आम नागरिकों से बात की। निरीक्षण में मंत्री सारंग ने उपस्थित अधिकारियों को निश्चित समयावधि में गुणवत्तायुक्त कार्य करने के साथ ही रहवासियों की समस्याओं के निदान के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि मेट्रो परियोजना के साथ करोंद चौराहे पर यातायात एवं नागरिकों के आवागमन में कोई व्यवधान नहीं हो, यह सुनिश्चित किया जाये।
मेट्रो परियोजना के साथ यातायात सुगम बनाने के लिये अधिकारियों को दिये निर्देश
निरीक्षण के दौरान स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों ने मंत्री सारंग को अवगत कराया कि पियर्स निर्माण के चलते की गई बैरिकेडिंग से आवागमन में कठिनाई हो रही है। साथ ही करोंद चौराहे पर ट्रैफिक का अत्यधिक दबाव रहने के कारण दिन के समय जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है।
मंत्री सारंग ने करोंद चौराहे से हाउसिंग बोर्ड तक लगाई गई बैरिकेडिंग के पास सड़क के बाएं ओर बने डक्ट को हटाने के निर्देश दिए, जिससे अतिरिक्त मार्ग उपलब्ध हो सके और ट्रैफिक दबाव कम हो। साथ ही पथ विक्रेताओं को व्यवस्थित ढंग से अन्य स्थान पर स्थानांतरित करने के भी निर्देश अधिकारियों को दिये गए।
4 माह में पियर्स का काम होते ही हटेंगे बैरिकेड्स
मेट्रो अधिकारियों द्वारा जानकारी दी गई कि करोंद चौराहे से निशातपुरा फाटक तक कुल 70 पियर्स का प्रस्तावित निर्माण कार्य प्रगति पर है और इसे आगामी 4 माह में पूर्ण कर लिया जाएगा।
मंत्री सारंग ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा, "निर्धारित समय सीमा में पियर्स निर्माण कार्य पूर्ण कर बैरिकेड्स हटाए जाएं, जिससे नागरिकों को राहत मिल सके। सुरक्षा मानकों का विशेष ध्यान रखा जाए और मेट्रो कॉर्पोरेशन निर्माण कार्य की एक स्पष्ट टाईम लाइन एवं कैलेंडर तैयार करे।"
निरीक्षण के दौरान विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें मेट्रो रेल परियोजना, लोक निर्माण विभाग, नगर निगम, ट्रैफिक पुलिस एवं जिला प्रशासन के प्रतिनिधि शामिल थे।
प्रदेश में जन भागीदारी से चल रहे हैं पानी सहेजने के कार्य
10 Apr, 2025 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : प्रदेश में जल गंगा संवर्धन अभियान जन भागीदारी से निंरतर जारी है। समाज का प्रत्येक तबका इस कार्य में स्वयं को जोड़ रहा है। प्रशासनिक अमला भी समान रूप से इस अभियान में शामिल हो रहा है।
जन सहयोग से चौपड़ा की सफाई की गई
अशोकनगर जिले के ईसागढ़ विकासखंड में माता देवकानी मंदिर के पास चौपड़ा जन भागीदारी से सफाई अभियान में ग्रामीणों ने भागीदारी की। स्थानीय लोगों द्वारा बताया गया कि चौपड़ा प्राचीन जल स्त्रोत रहा है। पहले यह जल स्त्रोत पानी से भरा रहता था। साथ-सफाई के अभाव में अब यह सूखता जा रहा है। जन अभियान परिषद के कार्यकर्ताओं ने ग्रामीणों को शामिल कर चौपड़ा की साफ-सफाई कराई और शपथ दिलाकर भविष्य में भी इसे संरक्षित करने की शपथ दिलाई गई। अशोकनगर जिले में नवांकुर संस्था द्वारा दीवार लेखन से जन सामान्य को जल संरक्षण का महत्व बताया जा रहा है।
सरदारपुर में माही नदी सहित पुराने जल स्त्रोतों का होगा जल संरक्षण
धार जिले के सरदारपुर नगर में एक प्रेरणादायी पहली की शुरूआत हुई। जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत पुरानी उपेक्षित जल स्त्रोतों को पुनर्जीवित करने का बीड़ा प्रशासन और आम नागरिकों ने उठाया है। माही नदी के तट पर अभियान की विधिवत शुरूआत हुई विभिन्न संस्थाओं के स्वयं सेवक श्रमदान कर घाट क्षेत्र की सफाई कर रहे हैं। माही नदी के पास ऐतिहासिक कुआं, शनिदेव मंदिर के पीछे आम के बागीचे में स्थित 3 पुराने कुए, ताल कटोरा मैदान का ब्रिटिश कालीन कुआं और प्राचीन बावड़ी के सफाई कार्य को भी इसके शामिल किया गया है। सरदारपुर की ब्रांड एम्बेसडर डॉ. शीरीन कुरैशी ने नगरवासियों को जल संरक्षण की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि इस पवित्र अभियान को जन आंदोलन का रूप देना है।
प्रसिद्ध कथा वाचक पं. प्रदीप मिश्रा एवं विधायक राय ने किया श्रमदान
सीहोर शहर में सीवन उत्थान समिति के आहवान पर प्रसिद्ध कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा, विधायक सुदेश राय सहित अनेक जन-प्रतिनिधियों एवं नागरिकों ने जल गंगा संवर्धन अभियान में सीवन नदी में श्रमदान किया। श्रमदान के दौरान पं. प्रदीप मिश्रा ने कहा कि नदी का गहरीकरण एक सराहनीय पहल है। सीहोर विधायक सुदेश राय ने कहा कि हम सबका प्रयास होना चाहिए कि सीवन नदी में साल भर पानी का बहाव रहे। उन्होंने कहा कि सीवन नदी के सौंदर्यीकरण के लिये हरसंभव प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने राय परिवार की ओर से इस अभियान के लिये 10 लाख रूपये देने की भी घोषणा की।
बोदरी नदी में जल गंगा संरक्षण अभियान
छिंदवाड़ा शहर की प्रमुख नदी बोदरी है। बोदरी नदी के तट के ग्राम मटकुली में जन भागीदारी से सफाई का कार्य शुरू किया गया। सफाई कार्य में जुड़े कार्यकर्ताओं को जल स्त्रोतों के संरक्षण की शपथ दिलाई गई।
200 वर्ष पुरानी बावड़ी पर श्रमदान
शाजापुर में सुन्दरसी की 200 वर्ष पुरानी बावड़ी पर श्रमदान कर सफाई की गई। श्रमदान में शामिल कार्यकर्ताओं को शपथ दिलाई गई कि हम से अपने क्षेत्र के आस-पास जल स्त्रोतों की सफाई और संरक्षण का कार्य निस्वार्थ भावना से करेंगे। श्रमदान के दौरान यह तय किया गया किइस अभियान में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी विशेष रूप से महिलाओं की भागीदारी को भी सुनिश्चित किया जायेगा।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री पटेल ने दी पौधरोपण के लिए तीन सूत्रीय योजना
10 Apr, 2025 10:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : पंचायत एवं ग्रामीण विकास व श्रम मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने गुरुवार को गुना जिले की ग्राम पंचायत पुरैनी अंतर्गत ग्राम कंजा में स्थित कूनो नदी के उद्गम स्थल पर ‘जल गंगा संवर्धन अभियान’ में सहभागिता कर जल संरक्षण के प्रति जनजागरूकता का संदेश दिया। इस अवसर पर बालिकाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में सिर पर कलश धारण कर यात्रा निकाली। मंत्री पटेल ने सभी बालिकाओं का तिलक कर उनके चरण स्पर्श किए। इसके बाद उन्होंने कूनो नदी के उद्गम स्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों से संवाद करते हुए इस स्थान के ऐतिहासिक महत्व की जानकारी ली।
उद्गम स्थल पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कलश पूजन एवं भूमि-पूजन किया गया। आवन गुरुकुल के आचार्य एवं छात्रों ने मंत्रोच्चार किया। कार्यक्रम में गुना विधायक पन्नालाल शाक्य सहित जनप्रतिनिधिगण एवं अधिकारी उपस्थित रहे।
पौधरोपण के लिए समर्पित दृष्टिकोण रखें
मंत्री पटेल ने कहा कि नदियां सदियों से समाज की जल आवश्यकताओं को पूरा करती आ रही हैं। उन्होंने पौधरोपण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमें ऐसे पौधे लगाने चाहिए जो भू-जल स्तर बनाए रखने में सहायक हों। उन्होंने पौधरोपण के लिए तीन प्रमुख बातों पर बल दिया। उपयुक्त स्थान का चयन पौधों की तार फेंसिंग द्वारा सुरक्षा एवं पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करना। मंत्री पटेल ने कलेक्टर कन्याल को कहा कि, ऐसी शासकीय भूमि का चयन किया जाए जहाँ पौधे सुरक्षित रूप से पनप सकें और एक दिन विशाल वृक्ष बन सकें। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस कार्य के लिये आवश्यक सभी सहयोग उनकी ओर से उपलब्ध कराया जाएगा।
महिला स्व-सहायता समूहों की प्रदर्शनी को मिला प्रोत्साहन
मंत्री पटेल ने मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत स्व-सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों एवं स्थानीय नागरिकों द्वारा उत्पादों की खरीदारी की गई, जिससे समूहों को आर्थिक प्रोत्साहन प्राप्त हुआ। कार्यक्रम के अंत में जनपद पंचायत के फायर फाइटर टैंकर की कार्यक्षमता का प्रदर्शन और उपयोगिता बताई गई।
केंद्रीय मंत्री अमित शाह के मुख्य आतिथ्य में 13 अप्रैल को भोपाल में होगा राज्य स्तरीय सहकारिता सम्मेलन
10 Apr, 2025 10:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : रवीन्द्र भवन, भोपाल में 13 अप्रैल को राज्य स्तरीय सहकारिता सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है। इस आयोजन में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में आयोजित सम्मेलन में सहकारिता के क्षेत्र में मध्यप्रदेश की उपलब्धियों एवं नवाचारों को प्रदर्शित किया जाएगा।
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने गुरूवार को सहकारिता विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सम्मेलन की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की। बैठक में आयोजन की रूपरेखा, कार्यक्रम की व्यवस्थाएं एवं जन सहभागिता को लेकर विस्तृत चर्चा की गई।
सम्मेलन को भव्य और जनोपयोगी बनाने की दिशा में प्राथमिकता
बैठक के दौरान मंत्री सारंग ने कहा कि राज्य स्तरीय सहकारिता सम्मेलन न केवल सहकारी संस्थाओं की उपलब्धियों का उत्सव होगा, बल्कि आने वाले समय की दिशा और दशा तय करने का भी माध्यम बनेगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सम्मेलन की प्रत्येक गतिविधि सुव्यवस्थित, उद्देश्यपूर्ण और जनोपयोगी होनी चाहिए, जिससे सहभागी लाभार्थियों और आमजन को सकारात्मक संदेश जाए।
सम्मेलन में सहकारिता के क्षेत्र में नवाचारों और उपलब्धियों की होगी प्रस्तुति
राज्य स्तरीय सहकारिता सम्मेलन के दौरान सहकारिता के विभिन्न क्षेत्रों में किए गए कार्यों और योजनाओं को प्रदर्शित किया जाएगा। इस अवसर पर मध्यप्रदेश में पैक्स (प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों) के व्यवसाय विविधीकरण के अंतर्गत हुए प्रयासों की लघु फिल्मों के माध्यम से प्रस्तुति दी जाएगी।
सम्मेलन के प्रमुख आकर्षण :
चिन्हित पैक्स के व्यवसाय वृद्धि हेतु स्वीकृत ऋण पत्रों का वितरण।
पैक्स बांगरोद, जिला रतलाम को धर्मकांटा स्थापना हेतु ₹15 लाख का प्रोजेक्ट ऋण (जिला सहकारी केंद्रीय बैंक, रतलाम)।
पैक्स मेंहदवानी, जिला मंडला को कोदो-कुटकी ग्रेडिंग प्लांट स्थापना हेतु ₹60 लाख का प्रोजेक्ट ऋण (जिला सहकारी केंद्रीय बैंक, मंडला)।
पैक्स गोगांवा, जिला खरगोन को सुपर मार्केट निर्माण हेतु ₹120 लाख का ऋण (राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम)।
चिन्हित दुग्ध सहकारी संस्थाओं को माइक्रो एटीएम का वितरण, जिससे ग्रामीण क्षेत्र में डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा मिलेगा।
नए सदस्यों को किसान क्रेडिट कार्ड का वितरण, जिससे वे खेती-बाड़ी के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकेंगे।
एचपीसीएल द्वारा पैक्स सुसनेर, जिला आगर मालवा को पेट्रोल पंप आवंटन का एल.ओ.आई. प्रदान किया जाएगा।
पैक्स सांची, जिला रायसेन और मेजेस्टिक ग्रुप, मंडीदीप के बीच पूसा बासमती धान के कल्टीवेशन और प्रोक्योरमेंट हेतु सीपीपीपी के अंतर्गत अनुबंध किया जाएगा।
जन औषधि केंद्र, पैक्स कुआं, जिला कटनी को ड्रग लाइसेंस का वितरण भी किया जाएगा, जिससे ग्रामीण क्षेत्र में सस्ती एवं सुलभ दवाएं उपलब्ध होंगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने माण्डू का पुरातात्विक वैभव देखा
10 Apr, 2025 10:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को माण्डू में रात्रि विश्राम के बाद गुरूवार सुबह माण्डू के ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक वैभव को देखा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जहाज महल और हिंडोला महल का भ्रमण किया। पुरातत्व विभाग के अधिकारियों द्वारा उन्हें इन ऐतिहासिक धरोहरों के बारे में जानकारी दी गई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विगत रात्रि माण्डू में लाइट एंड साउंड शो के ज़रिए यहां के इतिहास को देखा। इस अवसर पर केन्द्रीय राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर, विधायक धरमपुरी कालूसिंह ठाकुर तथा अन्य जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने देखा खुरासानी इमली का प्राचीन वृक्ष
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने माण्डू में खुरासानी कोठी परिसर में लगे खुरासानी इमली के प्राचीन वृक्ष को देखा। कलेक्टर धार प्रियंक मिश्र ने बताया कि माण्डू में खुरासानी के वृक्ष पाए जाते हैं, जिनमें से कुछ 500 वर्ष से भी अधिक प्राचीन हैं। खुरासानी कोठी परिसर के इस वृक्ष का तना 10.85 मीटर व्यास का है। खुरासानी इमली घना छायादार पेड़ होता है। यह पेड़ अपने भीतर सवा लाख लीटर पानी जमा करके रख सकता है। उल्लेखनीय है कि 14वीं शताब्दी में ये पेड़ लगाए गए थे। कई पेड़ यहां पांच-छ: सौ साल पुराने हैं। पर्यटक माण्डू आने की स्मृति के तौर पर माण्डू की इमली खरीदकर ले जाते हैं। कई आदिवासी परिवारों को इसे बेचने से आय हो रही है। मूलतः यह वृक्ष अफ्रीका, अरब और मेडागास्कर पर पाया जाता है। ये पेड़ अति विशाल हैं, इसकी उम्र हज़ारों साल होती हैं। मराठीभाषी क्षेत्रों में इसे गोरखचिंच (चिंच याने इमली) कहकर सन्त गोरखनाथ से इसका पवित्र सम्बन्ध जोड़ा जाता है।
धरमपुरी में किया माँ नर्मदा का पूजन
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जनप्रतिनिधियों के साथ धरमपुरी में नर्मदा दर्शन कर पूजन किया। धरमपुरी नर्मदा नदी के किनारे बसा हुआ नगर है। यहाँ नर्मदा नदी की दो धाराओं के बीच बेंट नामक एक टापू स्थित है, जहां बिल्वामृतेश्वर महादेव का प्राचीन मंदिर स्थित है। मुख्यमंत्री ने यहां भगवान शिव का अभिषेक किया। मंदिर के निकट महर्षि दधिच की प्रतिमा का पूजन किया। पौराणिक मान्यता अनुसार यहां दधिच ऋषि की समाधि एवं तपस्या स्थली भी है। इसी स्थान पर इन्द्र स्वयं आये थे और दधिचि ऋषि से उन्होंने राक्षस के वध के लिये अस्थियां माँगी थी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बिल्वामृतेश्वर महादेव मंदिर बैंट के हर तरह के संरक्षण के निर्देश अधिकारियों को दिये।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव और केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने 5800 करोड़ रूपए लागत वाली 10 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का किया लोकार्पण एवं भूमि-पूजन
10 Apr, 2025 09:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरूवार को धार जिले के बदनावर के ग्राम खेड़ा में आयोजित कार्यक्रम में 5800 करोड़ रूपए की लागत वाली 10 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं एवं संबद्ध अधोसंरचना निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण किया। केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि मध्यप्रदेश में डबल इंजन की सरकार है। यहां तेजी से विकास हो रहा है। सबको सुखी, समृद्ध और सशक्त बनाने का विजन लेकर मुख्यमंत्री डॉ. यादव बड़ी तेजी से प्रदेश को विकास के पथ पर आगे ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजमार्ग सिर्फ एक मार्ग नहीं, यह जन-जन का जीवन बदलने वाले प्रगति पथ होते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में पिछले 10 सालों में हम देश की अधोसंरचना में व्यापक बदलाव लेकर आए हैं। देश को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना है, इसमें मध्यप्रदेश की भागीदारी भी होगी। म.प्र. में विकास की ललक दिखाई देती है, इसलिए हम इसे देश के विकास का सबसे बड़ा अंशभागी राज्य बनायेंगे।
केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने घोषणा करते हुए कहा कि अगले तीन साल में हम मध्यप्रदेश में उपलब्ध राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क को अमेरिका से अच्छा और सुंदर बनायेंगे। उन्होंने कहा कि अगले एक साल में हम देश में तीन लाख करोड़ रूपए से अधिक के राष्ट्रीय राजमार्ग व अन्य अधोसंरचना निर्माण कार्य पूरे करेंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी देश-प्रदेश के विकास के लिए 4 प्रमुख संसाधनों जल, ऊर्जा, परिवहन और अधोसंरचनात्मक विकास की जरूरत होती है और उन्हें खुशी है कि मध्यप्रदेश इन चारों संसाधनों के विकास पर तेजी से बढ़ रहा है।
केन्द्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव की मांग पर की 6 नई परियोजनाएं मंजूर
केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव की मांग पर मंच से ही केन्द्रीय सड़क निधि से 12 हजार करोड़ रूपए लागत से 400 कि.मी. लंबाई 6 नई राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के निर्माण एवं विकास कार्यों को मंजूरी दी। केन्द्रीय मंत्री ने मध्यप्रदेश में 33 हजार करोड़ रूपए की लागत से एनएचएआई द्वारा निर्मित किए जाने वाले 5 नए ग्रीनफील्ड इकॉनामिक कॉरिडोर निर्माण कार्य, रिंग रोड, एलिवेटेड कॉरीडोर, सेतु एवं अन्य निर्माण कार्यों को भी मंजूरी देते हुए इन निर्माण कार्यों के पूर्ण होने की समय-सीमा भी घोषित की।
राजमार्ग होते हैं हैप्पीनेस लाने वाले हाइवे
केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि सड़क परियोजनाओं के पूरा होने पर क्षेत्र का विकास होगा। युवाओं को रोजगारमिलेगा, गरीबी दूर होगी। किसानों की फसल को अच्छा दाम मिलेगा। रोड कनेक्टिविटी बढ़ेगी और लोगों के जीवन में खुशहाली आएगी। उन्होंने कहा कि राजमार्ग हैप्पीनेस लाने वाले हाई-वे होते हैं। हम मध्यप्रदेश के गांव-गांव को सड़कों से जोड़ेंगे, ताकि यहां सबको शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य उपचार और विकास का लाभ मिले।
सभी राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं से सिंहस्थ-2028 के सफल आयोजन में मिलेगी भरपूर मदद : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि देश में अमृतकाल चल रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ने देश का कायाकल्प करने का जो स्वप्न देखा था, प्रधानमंत्री मोदी अटल जी के उसी स्वप्न को साकार करने की दिशा में अनथक गति से अग्रसर हैं। उन्होंने कहा कि इसी अमृतकाल में हमारा देश, विश्व का सबसे अच्छा देश बनकर उभरेगा। सड़कें विकास का सहज पैमाना होती है। इसलिए गांव-गांव तक रोड कनेक्टिविटी बढ़ाकर हम मध्यप्रदेश की जनता की जिन्दगी में बदलाव लाने की दिशा में तेजी से बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम रोड कनेक्टिविटी बढ़ाकर गांव के साथ-साथ शहरों को भी स्मार्ट सिटी बनाने के लिए प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि इंदौर और भोपाल जल्द ही मेट्रोपॉलिटिन सिटी बनेंगे। ग्रामीण हो या शहरी सभी को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री गडकरी द्वारा मुक्त हृदय से मध्यप्रदेश को 5800 करोड़ रूपए लागत की 10 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की सौगात देने के लिए आभार जताते हुए कहा कि गडकरी देश के राजमार्ग विकास पुरूष हैं। उनके नेतृत्व में देश में तेजी से अधोसंरचनात्मक विकास हो रहा है। उन्होंने कहा कि मालवा अंचल को सीधे तौर पर लाभान्वित करने वाली इन सभी राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं से सरकार को सिंहस्थ-2028 के सफल आयोजन में भरपूर मदद मिलेगी।
ज्योर्तिलिंग महाकालेश्वर, सोमनाथ और ओंकारेश्वर को जोड़ेंगे एक सूत्र में
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हम विरासत से विकास की ओर बढ़ रहे हैं। अपनी विरासतों को समृद्ध कर लोगों को जोड़ रहे हैं। केन्द्र सरकार की मदद से हम महाकालेश्वर ज्योर्तिलिंग को केन्द्र में रखकर इसे गुजरात स्थित सोमनाथ ज्योर्तिलिंग और ओंकारेश्वर से एक सूत्र में जोड़ेंगे। इसके लिए हमने केन्द्र सरकार से मांग की है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार केन्द्र सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ेगी, जिससे विकासरूपी अमृत का सर्वाधिक लाभ मध्यप्रदेश को मिले। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने केन्द्रीय मंत्री से मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गों का नेटवर्क और बढ़ाने की मांग करते हुए अपना विस्तृत मांग पत्र उनके समक्ष रखा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमने जो भी मांगा, केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने हमें समय-समय पर वो सब दिया, पर हम यही नहीं रूकेंगे। प्रदेश के हित में हम नई राष्ट्रीय परियोजनाओं के लिए सतत् मांग करेंगे। सिंहस्थ : 2028 के बेहतर आयोजन और श्रद्धालुओं के सहज और सुगम आवागमन के लिए मध्यप्रदेश में एक स्ट्रांग रोड नेटवर्क की स्थापना के लिए हमेशा प्रयत्नशील रहेंगे।
इन सड़क परियोजनाओं का हुआ भूमि-पूजन और लोकार्पण
केन्द्रीय मंत्री गडकरी और मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने उज्जैन-बदनावर खंड पर नवनिर्मित 4 लेन सड़क, उज्जैन-गरोठ के खेड़ा खजुरिया से सुहागड़ी तक 4/6 लेन ग्रीनफील्ड हाई-वे, उज्जैन-गरोठ के सुहागड़ी से बर्डिया अमरा तक 4/6 लेन ग्रीनफील्ड हाई-वे, जीरापुर-सुसनेर-मध्यप्रदेश एवं राजस्थान बॉर्डर खंड पर पेव्ड शोल्डर के साथ 2 लेन सड़क और बाकानेर घाट पर पेव्ड शोल्डर के साथ अतिरिक्त 3 लेन सड़क का भी लोकार्पण किया। इसी प्रकार संदलपुर-नसरुल्लागंज खंड पर 4-लेन सड़क, चंदेरी-पिछोर खंड पर पेव्ड शोल्डर के साथ 2 लेन सड़क, इंदौर-गुजरात खंड पर 7 फ्लाई ओवर एवं अंडरपास, शाजापुर, कनासिया एवं एमआईडीसी इंडस्ट्रियल एरिया में 3 फ्लाई ओवर, अंडरपास तथा रसलपुर जंक्शन पर फ्लाई ओवर के कार्यों का भूमि-पूजन किया।
भव्य आयोजन के लिये हार्दिक आभार : केन्द्रीय राज्यमंत्री ठाकुर
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर ने जनजातीय आबादी वाले धार जिले के बदनावर के ग्राम खेड़ा में इस भव्य आयोजन के लिए केन्द्रीय मंत्री गडकरी एवं मुख्यमंत्री डॉ. यादव का हृदय से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह हमारा सौभाग्य है। उन्होंने कहा कि धार से तीन ज्योतिर्लिंग जुड़ते हैं। पर्यटन स्थल मांडू और बदनावर में खुले पीएम मित्र पार्क से इस क्षेत्र के विकास को एक नई गति मिलेगी और रोजगार बढ़ेंगे।
नए राष्ट्रीय राजमार्गों से किसान हो रहे समृद्ध : मंत्री विजयवर्गीय
नगरीय विकास एवं आवास तथा धार जिले के प्रभारी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री गडकरी के विजन से देश का अधोसंरचनात्मक परिदृश्य बदल रहा है। देश और प्रदेश में धार्मिक स्थलों की सूरत बदल रही है। उन्होंने कहा कि सिंहस्थ : 2028 के आयोजन के लिए हम केन्द्र सरकार के सतत सम्पर्क में है। केन्द्र सरकार ने नए-नए राष्ट्रीय राजमार्ग बनाकर किसानों को समृद्ध बना दिया है। उन्होंने चित्रकूट धाम के विकास के लिए सतना से चित्रकूट तक 4 लेन सड़क की मांग की, जिसे केन्द्रीय मंत्री ने मंच से मंजूरी दे दी।
मध्यप्रदेश सरकार सड़क निर्माण में गुणवत्ता का रख रही है पूरा ध्यान : मंत्री सिंह
लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने देश में सड़कों का जाल बिछाया है। उन्होंने गडकरी को विकास पुरुष की संज्ञा देते हुए बताया कि जीआईएस-2025 में एनएचएआई ने मध्यप्रदेश सरकार के साथ 1 लाख करोड़ रुपए के विकास कार्यों का एमओयू किया है। अगले तीन वर्षों में यह परियोजनाएं जमीन पर नजर आने लगेंगी। मध्यप्रदेश में रोड निर्माण के लिए अब पेड़ों की कटाई नहीं होगी, जरूरत पड़ने पर उन्हें शिफ्ट किया जाएगा। मध्यप्रदेश सरकार सड़क निर्माण में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नेतृत्व में तकनीक का उपयोग कर रेंडम आधार पर विकास कार्यों का औचक निरीक्षण और सैंपलिंग भी की जा रही है। भविष्य में मध्यप्रदेश विकास कार्यों के लिए अपनी नई पहचान बनाएगा।
केन्द्रीय मंत्री गडकरी, मुख्यमंत्री डॉ. यादव सहित अतिथियों ने विभिन्न सड़क परियोजनाओं के लोकार्पण एवं भूमि-पूजन कार्यों पर केन्द्रित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। कार्यक्रम में अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री नागर सिंह चौहान, सांसद अनीता नागर सिंह चौहान, सांसद सुधीर गुप्ता, सांसद अनिल फिरोजिया, सांसद शंकर लालवानी, सांसद गजेंद्र सिंह पटेल, राज्यसभा सदस्य बंशीलाल गुर्जर, विधायक कालू सिंह चौहान, विधायक नीना वर्मा, विधायक जितेंद्र पंड्या सहित अन्य विधायकगण व स्थानीय जनप्रतिनिधिगण सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रीय ग्रामीणजन उपस्थित थे।
सम्राट विक्रमादित्य की यशोगाथा से परिचित होगी दिल्ली : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
10 Apr, 2025 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा ‘विक्रमोत्सव 2025’ के अंतर्गत देश और प्रदेश की सभी पीढ़ियों को सम्राट विक्रमादित्य के जीवन चरित्र, विशेषकर उनके पराक्रम, शौर्य, दानशीलता, न्यायप्रियता और सुशासन से अवगत कराया जा रहा है। इसी श्रृंखला में दिल्ली में 12 से 14 अप्रैल 2025 तक लाल किला मैदान के माधव दास पार्क में सम्राट विक्रमादित्य महानाट्य का भव्य मंचन किया जाएगा। इसके पहले शुक्रवार 11 अप्रैल को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के मुख्य आतिथ्य में फतेहपुरी, चांदनी चौक से लाल किला तक सम्राट विक्रमादित्य की शोभा यात्रा निकाली जाएगी।
महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ द्वारा आयोजित इस महानाट्य में प्रस्तुति उज्जैन की विशाला सांस्कृतिक एवं लोकहित समिति द्वारा दी जाएगी। महानाट्य का लेखन पद्मडॉ. भगवतीलाल राजपुरोहित और निर्दशन संजीव मालवीय का है। महानाट्य में विक्रमादित्य के जन्म से लेकर सम्राट बनने तक की गाथाएं लगभग 250 कलाकारों द्वारा प्रदर्शित की जाएंगी। महानाट्य के दृश्यों को सजीव बनाने के लिए पालकी, रथ, घोड़ों और एलईडी ग्राफिक्स के स्पेशल इफेक्ट का प्रयोग किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से राज्य सरकार ‘विरासत से विकास’ के ध्येय वाक्य पर काम कर रही है। इसी क्रम में अतीत के गौरवशाली नायकों के जीवन के अलग-अलग पहलुओं को जनता के सामने लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। विक्रम संवत के प्रवर्तक सम्राट विक्रमादित्य का शासन काल भारतीय साहित्य, ज्योतिष, आयुर्वेद, गणित और चिकित्सा विज्ञान का स्वर्णिम युग भी रहा है, जिसे सम्राट विक्रमादित्य महानाट्य के माध्यम से जीवंत कर जनता के बीच प्रस्तुत किया जाएगा।
कार्यक्रम में महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ द्वारा ‘विक्रमादित्यकालीन मुद्रा और मुद्रांक’ की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। भारतीय ऋषि वैज्ञानिक परंपरा पर केंद्रित ‘आर्ष भारत’ प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें 100 से अधिक ऋषियों के जीवन और योगदान को प्रदर्शित किया जाएगा। जनसंपर्क विभाग द्वारा ‘मध्यप्रदेश का विकास एवं उपलब्धियां’ विषय पर और पर्यटन एवं उद्योग विभाग द्वारा भी प्रदर्शनियां लगाई जाएंगी।
मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा कार्यक्रम स्थल में फूडकोर्ट लगाया जाएगा। इसके माध्यम से दर्शक प्रदेश के पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद ले सकेंगे। फूडकोर्ट में प्रदेश के विभिन्न अंचलों के पकवान- बघेलखंडी निमोना, मालवा की कॉर्न पेटिस और भुट्टे की कीस, इंदौरी पोहा और विंध्य की इंद्रहार-कढ़ी-भात उपलब्ध होंगे। प्रदेश के विशिष्ट पेय जैसे सन्नाटा, नींबू पुदीना, आम पना, सब्जा शिकंजी, गुलाब लस्सी, कुल्हड़ चाय, प्रसिद्ध मिष्ठान जैसे मावा बाटी, जलेबी और श्रीअन्न व्यंजन जैसे कोदो भात, कुटकी गुड खीर और सवां खीर भी मेनू में शामिल किए गए हैं।
राज्यपाल पटेल ने राजभवन के प्रवेश द्वार क्रमांक- 1 एवं 2 के जीर्णोद्धार एवं सुदृढ़ीकरण कार्य का किया भूमि-पूजन
10 Apr, 2025 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने गुरुवार को राजभवन के प्रवेश द्वार क्रमांक- 1 एवं 2 के जीर्णोद्धार एवं सुदृढ़ीकरण कार्य का भूमि-पूजन किया। उन्होंने विधि विधान से पूजन अर्चन किया और गेती चलाकर निर्माण कार्य का शुभारंभ किया। भूमि-पूजन कार्यक्रम राजभवन प्रवेश द्वार क्रमांक- 1 पर आयोजित हुआ।
राज्यपाल पटेल ने जीर्णोद्धार एवं सुदृढ़ीकरण कार्य परियोजना की विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि निर्माण एजेंसी कार्य की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दे। कार्य को समय सीमा में पूर्ण करें। राजभवन के प्रवेश द्वार क्रमांक 1 एवं 2 के जीर्णोद्धार एवं सुदृढ़ीकरण कार्य की कुल लागत 66 लाख 32 हजार 900 रुपये है।
इस अवसर पर राज्यपाल के अपर सचिव उमाशंकर भार्गव, विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी अरविंद पुरोहित, लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण यंत्री अवनीन्द्र सिंह, कार्यपालन यंत्री राकेश निगम और एस.डी.ओ. एल. के. गुप्ता, नियंत्रक हाउस होल्ड राजभवन शिल्पी दिवाकर और राजभवन के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
बर्फीली वादियों में दौड़ेगी वंदे भारत
10 Apr, 2025 07:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: अप्रैल की हल्की ठंडक और वसंत की खिलती बहार... हिमालय की बर्फीली चोटियाँ, सेब के पेड़ों पर गुलाबी फूलों की चादर, और मैदानों की हरी घास — यह सब अब सिर्फ कल्पना नहीं रहेगा। क्योंकि अब जल्द ही, यह सब आप अपनी आंखों के सामने, जम्मू कश्मीर के लिए स्पेशल डिजाइंड वंदे भारत ट्रेन में बैठकर देख सकेंगे। जैसे ही ट्रेन पहलगाम की घाटियों से गुजरेगी, हरियाली से सजी वादियाँ, दूर तक फैले चीड़ के जंगल और चरवाहों की झलक आपको एक लम्हे में रोक देंगे। देवदार की खामोशी को चीरती वंदे भारत की रफ्तार — तकनीक और प्रकृति का अद्भुत संगम जल्द ही आपको देखने को मिलेगा।
इंजीनियरिंग का कमाल
"मेक इन इंडिया" के तहत इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) में बनी यह ट्रेन आधुनिक तकनीक और सुविधाओं से लैस है, जो बिजली सी चलती है। मगर सुरक्षित और आरामदायक सफर की मिसाल है। इसका सफर हर भारतीय को गर्व से भर देगा।
क्यों खास है कश्मीर वाली वंदे भारत?
यह वंदे भारत एक्सप्रेस विश्वसनीयता, सुरक्षा और यात्रियों के आराम को सुनिश्चित करने के लिए अत्याधुनिक तकनीक एवं उन्नत सुविधाओं से युक्त है। इस वंदे भारत ट्रेन को कश्मीर घाटी की कठिन जलवायु परिस्थितियों में सुगम यात्रा प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है। जिससे अब हर मौसम में कश्मीर घाटी तक पहुंचना आसान होगा और वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत, क्षेत्र में यात्री सेवाएँ एवं पर्यटन अनुभव बेहतर बनाएगी।
ज़ीरो से नीचे तापमान, फिर भी कनेक्टिविटी बरकरार
जम्मू-कश्मीर जैसे सर्द मौसम वाले क्षेत्र में सुचारू रेल संचालन सुनिश्चित करने के लिए इस वंदे भारत ट्रेन में विशेष तकनीकी सुविधाएँ प्रदान की गई हैं:
सिलिकॉन हीटिंग पैड: यह वॉटर और बायो-टॉयलेट टैंकों में पानी को जमने से रोकेंगे। साथ ही, इनमें ओवरहीट प्रोटेक्शन सेंसर लगे हैं, जो यह सुनिश्चित करता है कि शून्य या माइनस तापमान में भी रेल संचालन सुचारू रूप से हो।
हीटेड प्लंबिंग पाइपलाइन: जीरो डिग्री से भी कम तापमान में सेल्फ-रेगुलेटेड हीटिंग केबल्स पानी को जमने से रोकेंगे।
ऑटो-ड्रेनिंग मैकेनिज्म: प्लंबिंग लाइनों में पानी के जमने की समस्या को रोकेगा, जिससे संचालन में कोई बाधा नहीं आएगी।
यात्रा होगी सुगम और सुरक्षित
कश्मीर की कठिन परिस्थितियों में ड्राइवर की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए इस वंदे भारत ट्रेन में अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया है, जिससे सुगम यात्रा संभव होगी:
एंबेडेड हीटिंग एलिमेंट: फ्रंट लुकआउट ग्लास में लगाए गए यह एलीमेंट सर्द मौसम में विंडशील्ड को डी-फ़्रॉस्ट कर ड्राइवर को क्लियर विज़न प्रदान करेंगे, जिससे सुरक्षित व सुगम ट्रेन संचालन हो सकेगा।
एंटी-स्पॉल लेयर: बर्फबारी या आंधी जैसे कठिन मौसम के दौरान यह लेयर ड्राइवर को सुरक्षित ट्रेन के संचालन में सहायता करेगा।
सुरक्षित और आरामदायक वर्क एनवायरनमेंट: ट्रेन को कठिन मौसम परिस्थितियों से निपटने के लिए स्पेशल रूप से डिज़ाइन किया गया है।
भारतीय रेल की न्यू-एज टेक्नोलॉजी
इस वंदे भारत ट्रेन के सुचारू संचालन और यात्रियों के आराम के लिए कई तकनीकी सुविधाएं सुनिश्चित की गई हैं:
एयर ड्रायर सिस्टम हीटिंग: अत्याधिक ठंड में एयर ब्रेक सिस्टम की दक्षता बनाए रखेगा। साथ ही, हीटिंग, वेंटिलेशन और एयर कंडीशनिंग (HVAC) डक्ट्स द्वारा यात्रियों की आरामदायक यात्रा सुनिश्चित की गई है ।
5 kVA ट्रांसफॉर्मर: ट्रेन के महत्वपूर्ण घटकों के सुचारू संचालन और ठंडे मौसम में उनकी दक्षता बनाए रखने के लिए इसे अंडरफ्रेम में विशेष रूप से स्थापित किया गया है।
पूर्ण वातानुकूलित कोच: सेमी-हाई-स्पीड क्षमताओं (160 किमी प्रति घंटे) से लैस होंगे, जिससे तीव्र और समयबद्ध यात्रा संभव होगी।
आधुनिक सुविधाएँ: चौड़े गैंगवे, स्वचालित प्लग डोर, मोबाइल चार्जिंग सॉकेट, इंफोटेनमेंट सिस्टम और सीसीटीवी जैसी सुविधाएँ यात्रियों के अनुभव को सुगम बनाएंगी।
यात्रा में विकास का अनुभव
कश्मीर घाटी में वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत रेल यात्रा में एक ऐतिहासिक बदलाव का प्रतीक है। यह सेवा सभी मौसमों में निर्बाध कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगी, जो बर्फबारी, कठोर ठंड और कठिन पर्वतीय चुनौतियों को पार कर सुगम यात्रा का भरोसा दिलाती है। आधुनिक सुविधाओं और जलवायु-विशिष्ट अनुकूलन के साथ, यह ट्रेन यात्रियों को बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करेगी। कश्मीर घाटी को सम्पूर्ण देश से अभूतपूर्व रूप से जोड़ने के साथ वंदे भारत एक्सप्रेस भौगोलिक और आर्थिक अंतर को भी समाप्त करेगी।
यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए रेल प्रशासन का सख्त रुख — बीना स्टेशन पर रेलवे मजिस्ट्रेट द्वारा औचक जांच, अव्यवस्थाओं पर त्वरित कार्रवाई
10 Apr, 2025 07:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल, यात्रियों को स्वच्छ, सुरक्षित और नियमबद्ध यात्रा उपलब्ध कराने के लिए रेल प्रशासन लगातार प्रयासरत है। इसी क्रम में रेलवे मजिस्ट्रेट श्री अनुराग खरे द्वारा बीना स्टेशन पर तथा कुछ महत्वपूर्ण ट्रेनों में औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य यात्रियों को दी जा रही सुविधाओं की गुणवत्ता का परीक्षण और रेलवे नियमों के पालन की स्थिति की समीक्षा करना था।
गाड़ी संख्या 12137, 12108, 12618 एवं 12138 की पैंट्री कारों का निरीक्षण करते समय कुछ वेंडर बिना निर्धारित यूनिफॉर्म और गंदे कपड़ों में खाद्य सामग्री बेचते पाए गए। इसके अतिरिक्त पैंट्री कारों में स्वच्छता की स्थिति संतोषजनक नहीं पाई गई। इस संबंध में तुरंत संबंधित कर्मचारियों पर रेल अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई की गई तथा सुधार के निर्देश दिए गए।
स्लीपर एवं एसी कोचों में टिकट चेकिंग के दौरान 68 यात्री बिना वैध टिकट यात्रा करते पाए गए, जिनके विरुद्ध रेलवे अधिनियम की धारा 137 के अंतर्गत कार्रवाई करते हुए ₹33,590 का अर्थदंड वसूला गया। इसके अतिरिक्त कुछ यात्रियों को चलती ट्रेन में पायदान पर खड़े होकर यात्रा करते हुए पकड़ा गया, जिस पर धारा 156 के तहत कार्रवाई की गई। कुछ मामलों में अवैध चैन पुलिंग की घटनाएं भी सामने आईं, जिन पर धारा 141 के अंतर्गत दंडात्मक कदम उठाए गए।
बीना स्टेशन पर स्थित स्टालों का भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में कुछ स्टाल बिना वैध लाइसेंस के खाद्य सामग्री बेचते हुए पाए गए तथा कई स्थानों पर स्वच्छता का अभाव मिला। इन मामलों में धारा 144 और 145 के तहत कार्रवाई करते हुए संबंधित व्यक्तियों पर जुर्माना लगाया गया। रिफ्रेशमेंट रूम के प्रबंधक और एक कर्मचारी पर गंदगी के लिए ₹2500-₹2500 का अर्थदंड लगाया गया।
रेलवे की इस विशेष जांच के दौरान कुल 317 व्यक्तियों के विरुद्ध रेलवे अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों के अंतर्गत कार्रवाई की गई तथा कुल ₹3,16,320 का अर्थदंड वसूला गया।
रेलवे मजिस्ट्रेट श्री अनुराग खरे ने कहा कि यह औचक जांच रेलवे द्वारा यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की गई है। रेल प्रशासन सभी यात्रियों से अपील करता है कि वे नियमों का पालन करें, स्वच्छता बनाए रखें और सुरक्षित यात्रा में सहयोग करें।
मेट्रो के पिलर निर्माण से बढ़ती समस्या, समयसा सुलझाने पहुंचे मंत्री विश्वास सारंग, दिए निर्देश
10 Apr, 2025 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: नरेला विधानसभा क्षेत्र में मेट्रो के पियर्स निर्माण के लिए लगाए गए बैरिकेड्स से यातायात की समस्या के समाधान के लिए मंत्री विश्वास सारंग ने गुरुवार 10 अप्रैल को करोंद क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने रेहड़ी-पटरी वालों को हटाने और रेहड़ी-पटरी वालों को शिफ्ट करने के निर्देश दिए हैं।
दोनों तरफ होता यातायात प्रभावित
दरअसल, नरेला विधानसभा क्षेत्र का अधिकांश हिस्सा मेट्रो से जुड़ा हुआ है। ऐसे में मेट्रो ट्रैक के निर्माण के लिए जगह-जगह पियर्स बनाए जा रहे हैं। जिसके लिए मेट्रो परियोजना की ओर से बैरिकेडिंग की गई है। जिसके कारण दोनों तरफ का यातायात प्रभावित हो रहा है। इससे व्यापारियों और रहवासियों में नाराजगी है।
शिकायत मिलने पर निरीक्षण करने पहुंचे मंत्री
करौंद के व्यापारियों और रहवासियों की यह समस्या मंत्री विश्वास सारंग तक पहुंची। जिसके बाद गुरुवार को मंत्री सारंग ने मेट्रो, पीडब्ल्यूडी, नगर निगम, पुलिस अधिकारियों के साथ यातायात प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया। समस्या जानने के बाद मंत्री सारंग ने कहा कि समस्या का जल्द ही समाधान किया जाएगा।
डक्ट हटाने से करोंद चौराहा पर दबाव होगा कम
मंत्री सारंग ने अफसरों से कहा कि पियर्स का काम जल्दी पूरा करें। बैरिकेड्स में भी सुरक्षा का ध्यान रखा जाए। पीडब्ल्यूडी अफसरों को डक्ट तोड़ने के निर्देश दिए। मंत्री सारंग ने कहा कि डक्ट हटाने से करोंद चौराहा पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा।
मेट्रो अफसरों का कहना- चार महीने में निर्माण पूरा हो जाएगा
मंत्री सारंग ने कहा है कि पूरी टाइमलाइन के साथ कैलेंडर तैयार कर लिया गया है। मेट्रो अफसरों ने भरोसा दिलाया है कि चार महीने के अंदर ये बैरिकेड्स हटा दिए जाएंगे। जिससे ट्रैफिक सुचारू हो जाएगा।
डिमांड और गर्मी के चलते बड़ी दूध की कीमतें, जानिए अब कितने का पड़ेगा?
10 Apr, 2025 02:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्वालियर: भीषण गर्मी के साथ ही महंगाई ने भी रोजमर्रा की चीजों पर अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। लश्कर क्षेत्र में दूध डेयरियों पर दूध के दाम 11 अप्रैल से तीन रुपए प्रति लीटर बढ़ाए जा रहे हैं। 55 रुपए प्रति लीटर बिकने वाला दूध अब 58 रुपए प्रति लीटर मिलेगा। बता दें कि इससे पहले एक अप्रैल से उपनगर ग्वालियर में भी दूध के दाम दो रुपए प्रति लीटर बढ़ाकर 60 रुपए प्रति लीटर कर दिए गए हैं। दूध के दाम में बढ़ोतरी को लेकर मंगलवार को शहर के मध्य स्थित एक निजी होटल में दूध डेयरी व्यवसायी संघ की महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें सभी दूध व्यापारियों ने दूध के दाम तीन रुपए प्रति लीटर बढ़ाने का निर्णय लिया।
दूध उत्पादकों की मांग के बाद बढ़ाए दाम
बैठक में व्यापारियों ने बताया कि पिछले दो साल से दूध के दाम नहीं बढ़ाए गए थे। दूध उत्पादक पिछले कई दिनों से दाम बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। इसी आधार पर दूध के दाम बढ़ाए जा रहे हैं। बैठक में भारतीय दूध डेयरी व्यवसायी संघ के महासचिव नरेंद्र मंडल, हरमीत सिंह सेठी, ग्वालियर अध्यक्ष राहुल पाल, सचिव स्पर्श जैन आदि मौजूद थे।
आवक अभी भी भरपूर
ग्वालियर शहर की दूध डेयरियों पर रोजाना करीब साढ़े चार से पांच लाख लीटर दूध की खपत होती है। गर्मी बढ़ने के बावजूद दूध की आवक अभी भी भरपूर है। 14 अप्रैल से शुरू हो रहे शादियों के सीजन के चलते दूध और दूध से बने उत्पादों की मांग और बढ़ेगी।
बायो सीएनजी प्लांट यूनिट के जरिए 500 टन प्रतिदिन क्षमता का अत्याधुनिक प्लांट संचालित किया जा रहा
10 Apr, 2025 02:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: प्रदेश में नगरीय निकायों में कचरा संग्रहण, परिवहन और प्रसंस्करण सुविधाओं के विकास के लिए नगरीय निकायों को अनुदान दिया जा रहा है। इसके साथ ही केन्द्र सरकार ने प्रदेश के सभी शहरों को कचरा मुक्त बनाने के लिए 5,914 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं।
360 मटेरियल रिकवरी सुविधाएं
प्रदेश के 405 नगरीय निकायों में गीले कचरे का प्रसंस्करण कम्पोस्टिंग इकाइयों के माध्यम से तथा सूखे कचरे का प्रसंस्करण 360 मटेरियल रिकवरी सुविधाओं के माध्यम से किया जा रहा है। इंदौर में गोबरधन बायो सीएनजी प्लांट इकाई के माध्यम से 500 टन प्रतिदिन क्षमता का अत्याधुनिक प्लांट संचालित किया जा रहा है। इंदौर प्लांट से कचरे से संपदा और सर्कुलर इकॉनमी की अवधारणा साकार हुई है। सीएनजी के अलावा इंदौर प्लांट से प्रतिदिन 100 टन उच्च गुणवत्ता वाली खाद भी तैयार की जा रही है। इसका उपयोग इंदौर शहर के आसपास के स्थानीय खेतों में किया जा रहा है। इससे खेतों में रासायनिक खाद की जरूरत कम हुई है।
नगरीय विकास विभाग ने नगरीय निकायों में स्थित विरासती कचरे के निपटान के लिए कार्ययोजना तैयार की है। इस कार्य को आगामी 3 वर्षों में शत-प्रतिशत पूर्ण करने का कार्यक्रम तैयार किया गया है। अब तक प्रदेश में 50 स्थानीय निकायों के विरासती अपशिष्ट प्रसंस्करण का कार्य शत-प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। दूसरे चरण में 108 नगरीय निकायों में विरासती अपशिष्ट प्रसंस्करण का कार्य विभिन्न चरणों में प्रक्रियाधीन है।
स्वच्छ भारत मिशन शहरी 2.0
प्रदेश में स्वच्छ भारत मिशन शहरी 2.0 के अंतर्गत आगामी 5 वर्षों में सभी शहरों को कचरा मुक्त बनाने तथा अपशिष्ट जल प्रबंधन के लिए 4,914 करोड़ रुपए की योजनाओं को भी स्वीकृति मिल गई है। इस कार्य के लिए नगरीय विकास विभाग ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए लगभग 473 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है।
नगरीय विकास एवं आवास विभाग 10 लाख से अधिक जनसंख्या वाले शहरों के लिए ठोस अपशिष्ट प्रबंधन परियोजना की लागत का 50 प्रतिशत, 1 से 10 लाख की जनसंख्या वाले शहरों के लिए 66 प्रतिशत तथा 1 लाख से कम जनसंख्या वाले शहरों के लिए 90 प्रतिशत अनुदान के रूप में उपलब्ध करा रहा है। शेष राशि निकाय एवं सार्वजनिक निजी भागीदारी का अंशदान है। निकायों में प्रतिदिन उत्पन्न होने वाले अपशिष्ट का निपटान निर्धारित प्रक्रियाओं एवं मानदंडों के आधार पर किया जाता है।
ब्लू लाइन के लिए 531 संपत्तियों को हटाने का काम शुरू होगा, इतने गैर-शीर्षक धारक लाइन की जमीन में आते हैं
10 Apr, 2025 01:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: मेट्रो की ब्ल्यू लाइन यानि रत्नागिरी से भदभदा तक प्रस्तावित लाइन में 531 संपत्तियों को हटाने के लिए चिन्हित किया गया है। इन लाइन में 6725 वर्गमीटर की जमीन नॉन टाइटल होल्डर की है। टाइटल होल्डर यानि जिनके पास संपत्ति को लेकर कोई दस्तावेज है, उनके पास 4218 वर्गमीटर जमीन है। इनके अलावा 1249 वर्गमीटर की अतिरिक्त संपत्ति भी प्रभावित होगी।
मेट्रो ब्ल्यू लाइन में ये क्षेत्र होंगे प्रभावित
मेट्रो की ब्ल्यू लाइन के लिए सबसे ज्यादा प्रभावित मिंटोहॉल, प्रभात चौराहा व रोशनपुरा चौराहा होगा। मिंटो हॉल के पास तो रोड का आधा हिस्सा बंद कर यहां सर्वे व पीलर के लिए काम चल रहा है। इसी तरह पुल बोगदा के पास की करीब आधी संपत्तियों- निर्माण प्रभावित होंगे।
लाइन के किनारे जमीन की कीमत तय
भोपाल में मेट्रो लाइन के किनारे जमीन की दरें प्रस्तावित गाइडलाइन में 13 हजार रुपए वर्गमीटर से 40 हजार रुपए वर्गमीटर तक तय की है। आपको मेट्रो लाइन के किनारे रहना है तो अपनी वित्तीय क्षमता के अनुसार तय करें कि कहां जमीन आपको सस्ती मिलेगी। मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट में सबसे महंगी जमीन करोद क्षेत्र में है। गौरतलब है कि मेट्रो की पहली ओरेंज लाइन एम्स से करोद तक बिछाई जा रही है। करीब 14 किमी लंबाई के ट्रैक पर मेट्रो का ट्रायल हो चुका है। गाइडलाइन की दरों पर 19 मार्च तक कलेक्ट्रेट कार्यालय या पंजीयन भवन या फिर ऑनलाइन आपत्ति कर सकते हैं।
गाइडलाइन में क्या खास
हाउसिंग बोर्ड के सबसे महत्वाकांक्षी और वीवीआइपी प्रोजेक्ट तुलसी ग्रीन के निर्मित क्षेत्र की रजिस्ट्री के 71 हजार वर्गमीटर के दर से होगी। इसमें करीब 20 हजार रुपए वर्गमीटर की बढ़ोतरी की गई है। जिला प्रशासन ने मेट्रो के लिए रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म नंबर छह की ओर इरानी डेरे को लगभग हटा दिया है। पूरा बाजार हटाया जा चुका है, लेकिन गाइडलाइन में इसकी दर तय है। इरानी डेरा मार्केट के पीछे वाले हिस्से में आवासीय प्लॉट के लिए 10 हजार रुपए वर्गमीटर तो बने हुए आवासीय मकान के लिए 23 हजार वर्गमीटर की कीमत तय की है। यहां एक हेक्टेयर जमीन की दर 7.60 करोड रुपए तय की।
प्रदेश की पहली सीसी सिक्सलेन कोलार मुख्यमार्ग पर अब प्लॉट 50 हजार रुपए वर्गमीटर तो आवासीय निर्मित मकान 63 हजार वर्गमीटर कीमत का है। टीटी नगर के स्मार्टसिटी प्रोजेक्ट में प्लॉट की दर यथावत 72 हजार वर्गमीटर रखी है, जबकि निर्मित भवन की कीमत 1.08 लाख रुपए है। व्यवसायिक प्लॉट 85 हजार रुपए वर्गमीटर ही रखा गया। लैंड पुलिंग विवाद में उलझे बीडीए के मिसरोद बर्रई में आवासीय प्लॉट के लिए 25 हजार रुपए जबकि निर्मित आवासीय भवन की कीमत 38 हजार रुपए प्रतिवर्गमीटर है। बता दें कि ऑरेंज लाइन के साथ भदभदा-रत्नागिरी के बीच मेट्रो की ब्लू लाइन का काम भी शुरू हो गया है। ये पूरा प्रोजेक्ट 1006 करोड़ रुपए का है। कुल 13 किमी लंबे इस रूट पर 14 स्टेशन भी बनेंगे।
दो तरह से परीक्षण मिट्टी की टेस्टिंग दो तरह से हो रही है। पहला परीक्षण उन जगहों पर हो रहा है, जहां पिलर बनाए जाएंगे। वहीं, दूसरा परीक्षण मेट्रो स्टेशन के नीचे हो रहा है। रायसेन रोड स्थित आईटीआई के सामने और जेके रोड पर पिलर के लिए टेस्टिंग हो चुकी है। वहीं, मिंटो हॉल के सामने स्टेशन के लिए टेस्टिंग शुक्रवार को की गई। इन जगहों पर बनेंगे 14 स्टेशन ब्लू लाइन के लिए कुल 14 स्टेशन बनेंगे। इनमें भदभदा चौराहा, डिपो चौराहा, जवाहर चौक, रोशनपुरा चौराहा, कुशाभाऊ ठाकरे हॉल, परेड ग्राउंड, प्रभात चौराहा, गोविंदपुरा, गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र, जेके रोड, इंद्रपुरी, पिपलानी और रत्नागिरी तिराहा शामिल हैं।
कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर पर भी स्टेशन एक स्टेशन कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर पर भी बनेगा। 14वें स्टेशन के तौर पर बोगदा पुल (इंटरचेंज) सेक्शन बनाया जाएगा। जहां करोंद चौराहा से एम्स के बीच बनने वाली ऑरेंज लाइन और भदभदा चौराहा से रत्नागिरी तिराहा के बीच चलने वाली ब्लू लाइन का इंटरचेंज होगा। यह एक ऐसा सेक्शन होगा, जहां यात्री एक मेट्रो से उतरकर दूसरी में सवार हो सकेंगे। पुल बोगदा के पास का हिस्सा सुभाष नगर से एम्स (प्रायोरिटी ट्रैक) के पास ही है। इसलिए इंटरचेंज सेक्शन पर भी जल्द ही काम शुरू किया जाएगा। ऐसा इसलिए, क्योंकि इंटरचेंज सेक्शन को अभी से डिजाइन करना पड़ेगा।
50 मी. की दर सिर्फ पुराने शहर में
मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट के तहत एम्स से करोद तक 14 किमी में लाइन तय है, लेकिन लाइन से 50 मीटर दायरे में जमीन की कीमत सिर्फ शहर के पुराने हिस्से वाली लाइन पर ही तय की गई। सुभाष ब्रिज, केंद्रीय विद्यालय, एमपी नगर, रानी कमलापति से लेकर अल्कापुरी, एम्स तक अलग से कोई दर तय नहीं की। रोड किनारे वाली दर ही इसमें लागू करना तय किया है।
आपत्ति की प्रक्रिया पूरी करने के बाद केंद्रीय मूल्यांकन समिति ही अंतिम मंजूरी देगी। – कौशलेंद्र विक्रमसिंह, कलेक्टर