मध्य प्रदेश
जल स्त्रोतों के संरक्षण एवं संवर्धन के कार्य हो रहे हैं प्राथमिकता से
20 Apr, 2025 11:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : प्रदेश में जल गंगा संवर्धन अभियान में जल स्त्रोतों के संरक्षण एवं संवर्धन कार्य में प्राथमिकता में किये जा रहे है। जनसामान्य को जल संरचनाओं के संरक्षण किये जाने की शपथ भी दिलाई जा रही है। बच्चों को विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से जल के महत्व, जलवायु परिवर्तन के दुषप्रभाव और पौधरोपण के महत्व के बारे में जानकारी दी जा रही है।
जल की एक-एक बूंद सहेजने की कवायद
राजगढ़ जिले मेंजल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में एक-एक जल संरचना का जीर्णोद्धार कर उनमें बरसात के एवं सतही पानी को सहेजने की कवायद की जा रही है। कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा इस कार्य में व्यक्तिगत रूचि ले रहे हैं। कलेक्टर के निर्देश पर रविवार को जिले के 25 गांवों में विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा उनके अधीनस्थ अमले, ग्रामीण क्षेत्र में पदस्थ अमले एवं स्थानीय नागरिकों के साथ मिलकर जल संरचनाओं के जीर्णोद्धार के लिए श्रमदान का अभियान चलाया गया। अभियान में तालाब, परकोलेशन टेंक, कुएं एवं बावडियों की श्रमदान से साफ-सफाई एवं जीर्णोद्धार का कार्य किया गया।
विधायक ने तालाब में श्रमदान कर जीर्णोद्धार की अलख जगाई
विदिशा जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान के माध्यम से आने वाली पीढ़ी को प्रचूर जल मात्रा व जल स्त्रोत की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए विशेष पहल की जा रही है। सिरोंज विधायक उमाकांत शर्मा ने रविवार को ग्राम पगरानी के तालाब में जल गंगा संवर्धन अभियान के कार्यो की शुरूआत करते हुए तालाब के जीर्णोद्धार की अलख जगाई हैं। उन्होंने गैंती फावडा से तालाब के गहरीकरण को मूर्तरूप देने के कार्य की शुरूआत की। विधायक शर्मा की पहल पर स्थानीय ग्रामीणों ने श्रमदान में बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी निभाई और ग्राम के तालाब के जीर्णोद्धार, साफ सफाई जैसे कार्य अपने हाथों से करने की शपथ ली। विधायक शर्मा ने इस दौरान विधायक निधि से पांच लाख रूपए की राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि इस राशि से पगरानी के तालाब का कायाकल्प और ऐसे छोटे बडे सभी कार्य पूरे किए जाएं। आवश्यकता पडती है तो राशि और उपलब्ध कराई जाएंगी।
विद्यालयों में आयोजित किये जा रहे कार्यक्रम
उमरिया जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत लोगों में जल के प्रति जन जागरूकता लाने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जिले की विभिन्न स्कूलों में कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है एवं बच्चों को जल संरक्षण करने का मूल मंत्र दिया जा रहा है। जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत शासकीय हाई स्कूल में बच्चों के जल संरक्षण को लेकर नदी को जानो की थीम पर पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की गई।
"जल है प्रकृति का अमूल्य उपहार"
शहडोल जिले में "जल है प्रकृति का अमूल्य उपहार बचाओ इसे, यही है जीवन का आधार" पर केन्द्रित करते हुए जल गंगा संवर्धन अभियान 30 जून 2025 तक चलाया जा रहा है। जनसामान्य को जल के एक एक बूंद को सहेजने के लिए संदेश दिया जा रहा है। जिले के जनपद पंचायत सोहागपुर के ग्राम पड़मनियां के बड़का तालाब में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जल के एक एक बूंद को सहेजने के लिए सफाई कार्य तथा तालाब के किनारे से गाद भी निकाली गई।
जिले में संचालित की जा रही अनेक गतिविधियां
सीहोर जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत जिले भर में जल संरक्षण से संबंधित अनेक गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। अभियान में नागरिकों को को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए दीवार लेखन, जागरूकता रैली, पोस्टर बैनर, ग्राम सभाएं, कलश यात्राएं सहित अनेकों गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। अभियान के तहत जिले के अनेक ग्रामों में कूप मरम्मत, तालाब जीर्णोद्धार, डैम की साफ-सफाई सहित अनेक कार्य किए जा रहे हैं तथा नागरिकों को जल संरक्षण की शपथ भी दिलाई जा रही है।
मिट्टी के सकोरे पक्षियों के पीने के पानी की अच्छी तरकीब
बालाघाट में जिला एवं सत्र न्यायाधीश व अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्राणेष कुमार प्राण के मुख्य आतिथ्य में जिला न्यायालय परिसर बालाघाट में पंच-ज अभियान अंतर्गत पक्षियों के पानी पीने के लिए मिट्टी के सकोरे लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश प्रसारित किया गया। साथ ही बताया गया कि पक्षियों के लिए पानी के सकोरे लगाना एक सरल लेकिन प्रभावी तरीका है। जिससे पर्यावरण को संरक्षित किया जा सकता है। यह न केवल पक्षियों को प्यास बुझाने में मदद करता है, बल्कि जैव विविधता को बढ़ावा देता है, और पक्षियों के संरक्षण में मदद करता है।
तालाब की गाद निकासी कार्य का हुआ भूमि-पूजन
सिंगरौली जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान चलाकर जल संरचनाओं जिनमें ताबाल, बाबड़ियो, नदियो की साफ सफाई कर उनको नया स्वरूप दिया जा रहा है। जिले में नवीन जल संरचनाओं का निर्माण भी कराया जा रहा है। इसके साथ आम लोगो को रूफ वाटर हर्वेस्टिंग, हैन्डो पम्पो के समीप सोकपिट आदि का निर्माण कराने के लिये प्रेरित भी किया जा रहा है। सिंगरौली जिलें में कलेक्टर चन्द्रशेखर शुक्ला की पहल पर विकास खंड चितरंगी के ग्राम पंचायत डाला में जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत तालाब की गाद निकाली गई। ग्राम पंचायत भाउ खाड़ मे तालाब पर श्रमदान, संगोष्ठी बैठक, जागरूकता रैली शपथ और गीत के माध्यम से अभियान में आम लोगो को अपना सहयोग देने के लिए प्रेरित किया गया।
ग्राम पंचायत बाजीतपुरा में प्राचीन बावड़ी की कराई गई साफ-सफाई
टीकमगढ़ जिले में सभी नगरीय निकायों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जल स्रोतों के संरक्षण और स्वच्छ बनाए रखने के उद्देश्य से तालाबों तथा जल स्त्रोतों की साफ-सफाई की जा रही है। इसी क्रम में जनपद पंचायत जतारा की ग्राम पंचायत बाजीतपुरा में स्थित प्राचीन बावड़ी की साफ-सफाई कराई गई। साथ ही जिले में स्थित जल-स्त्रोतों की साफ-सफाई कराई गई। अभियान में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, स्वंय-सेवी संस्थाओं, जन अभियान परिषद के सदस्यों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा जिले की सभी नगरीय निकायों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जल स्रोतों के संरक्षण और स्वच्छ बनाए रखने के उद्देश्य से तालाबों तथा जल स्त्रोतों की साफ-सफाई की जा रही है।
छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा में हो रही है ब्लू बेरी की फसल
20 Apr, 2025 11:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : छिंदवाड़ा जिले के विकासखंड अमरवाड़ा ब्लॉक में लगभग 135 एकड में ब्लू बेरी की सफल खेती की जा रही है। जिले में ब्लू बेरी का रकबा बढ़ने की और भी उम्मीद है। कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने पिछले दिनों विकासखंड अमरवाड़ा में डी.जे. एग्रोविजन प्राइवेट लिमिटेड चिमऊआ फार्म का दौरा किया। उन्होंने चौरई के ग्राम देवरी में बन रहे ब्लू बेरी के दूसरे प्लांट का अवलोकन भी किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व मे विश्व का सबसे सफल चीता पुनर्वास अभियान : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
20 Apr, 2025 10:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मालवा क्षेत्र के मंदसौर में गाँधी सागर अभयारण्य की भूमि पर प्रभास और पावक चीतों को खुले बाड़े में छोड़ा। चीतों के फर्राटे के साथ 20 अप्रैल, रविवार का दिन मालवा की भूमि के लिए ऐतिहासिक दिवस के रूप मे दर्ज हो गया। देश में पहली बार अंतर्राज्यीय स्तर पर चीतों का पुनर्वास हुआ है। यह दोनों चीते आज श्योपुर कूनो से मंदसौर के गांधी सागर अभयारण्य पहुंचे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने समारोह पूर्वक इन चीतों को खुले बाड़े में छोड़ा। यहां पर्याप्त संख्या में चीतल चिंकारा और छोटे जानवर हैं। दोनों 6 वर्षीय युवा चीते कूनो राष्ट्रीय उद्यान में खुले में ही घूम कर शिकार कर रहे थे। इसलिए इन्हें सीधे खुले बाड़े में छोड़ा गया है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि चीता प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विश्व में सबसे अधिक सफल मध्यप्रदेश में हुआ है। पुनर्वास के बाद श्योपुर के कूनो में दुनिया में सबसे अधिक चीतों का जन्म हुआ है। मालवा की भूमि पर हम चीतों का स्वागत करते हैं। चीतों के आने से मंदसौर और नीमच जिलों मे पर्यटन की संभावनाओं को पंख लग जायेंगे। राजस्थान और मध्यप्रदेश के सीमावर्ती जिलों में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। स्थानीय लोगों को रोजगार के नये अवसर मिलेंगे, उनके जीवन स्तर में भी सुधार होगा। पर्यटकों की संख्या बढ़ने से अर्थव्यवस्था में भी सुधार होगा। वन्य पर्यावरण की दृष्टि से मध्यप्रदेश की धरा पर चीतों का सफलतापूर्वक पुनर्वास किया गया है।
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, सांसद सुधीर गुप्ता, विधायक अनिरुद्ध मारू, हरदीप सिंह डंग, पूर्व केंद्रीय मंत्री सत्य नारायण जटिया, अपर मुख्य सचिव वन अशोक वर्नवाल, संभाग आयुक्त संजय गुप्ता और वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी असीम श्रीवास्तव के साथ बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।
प्रभास और पावक का कूनो से गाँधी सागर अभयारण्य का सफर
श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क से गांधीसागर अभयारण्य के लिए दो नर चीते प्रभास और पावक को 20 अप्रैल, रविवार की सुबह रवाना किया गया था। सीसीएफ उत्तम कुमार शर्मा और डॉक्टर ओंकार अचल सहित 20 लोगों की टीम चीतों के साथ गाँधी सागर अभयारण्य पहुंची। यह टीम गांधी सागर में 7 दिन रुकेगी। इस दौरान वह स्थानीय स्टाफ को चीतों की देख-रेख के गुर सिखाएगी।
इन चीतों को अलग-अलग वाहनों में लाया गया है, जो श्योपुर, बारां, कोटा और झालावाड़ होते हुए मंदसौर पहुंचे। वाहन और पिंजरे को कूनो नेशनल पार्क में सैनिटाइज किया गया था। गांधी सागर अभयारण्य में 37 किमी का एक बाड़ा बनाया गया है। आपात स्थिति से निपटने के लिए इमरजेंसी सुविधाओं वाला वाहन और मेडिकल टीम भी साथ रहीl
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गांधी सागर में 2 चीतों के छोड़े जाने के अवसर पर दी प्रदेश के नागरिकों को बधाई
20 Apr, 2025 09:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश के गांधी सागर अभयारण्य में चीतों के छोड़े जाने पर प्रदेशवासियों को बधाई दी है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गाँधी सागर अभयारण्य में 2 चीते छोड़े जाने का अवसर प्रसन्नता का विषय है। इस लुप्त प्रायः प्रजाति के वन्य प्राणी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से सितंबर 2022 में मध्यप्रदेश में पहली बार लाया गया था। अब इन चीतों का कुनबा बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मंदसौर जिले के गाँधी सागर अभयारण्य में 2 चीतों को छोड़ा जाना एक महत्वपूर्ण कदम है। "चीता प्रोजेक्ट" मध्यप्रदेश की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा में कहा कि इस परियोजना का उद्देश्य भारत में चीतों की संख्या बढ़ाना और उनकी प्रजाति को बचाना है। इसमें हमें सफलता भी मिल रही है। गाँधी सागर अभयारण्य प्रदेश का दूसरा ऐसा स्थान है, जहाँ चीतों को बसाया जा रहा है। वन्य जीव पर्यटन की दृष्टि से आज एक ऐतिहासिक दिन है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि चीतों की संख्या बढ़ाने के लिए दक्षिण अफ्रीका, केन्या और बोत्सवाना से चीतों को लाकर मध्यप्रदेश के जंगलों में बसाया जा रहा है। श्योपुर जिले के कूनो नेशनल पार्क में वर्तमान में 26 चीते हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि दुनिया के अन्य देशों में भी चीता पुनर्स्थापन के प्रयास हुए लेकिन उतनी सफलता नहीं मिल सकी। भारत में यह प्रोजेक्ट सफल हो रहा है। यहां चीतों की सर्वाइवल की दर अन्य देशों की अपेक्षा सर्वाधिक है। मध्यप्रदेश के वन और वातावरण चीतों के अनुकूल है। प्रदेश में कूनो के बाद गांधी सागर भी इनका घर बन रहा है। गाँधी सागर पश्चिमी मध्यप्रदेश में स्थित एक वन्य अभयारण्य है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यह अभयारण्य प्रदेश के उज्जैन संभाग में मंदसौर और नीमच जिले में फैला हुआ है। कई सौ साल पहले क्षेत्र में जरूर चीते रहे भी होंगे। विलुप्त होने के वर्षों बाद अब उनका पुनः आगमन वन्य जीव पर्यटन के लिए भी शुभ है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गांधी सागर अभयारण्य शैल चित्रों के लिए विश्व प्रसिद्ध चतुर्भुज नाला का हिस्सा है। निश्चित ही क्षेत्र में पर्यटन बढ़ेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विरासत के संरक्षण के साथ-विकास के मंत्र पर मध्यप्रदेश कार्य कर रहा है।
विद्यार्थियों ने बनाई अखबार की रद्दी से थैलियां और मेंहदी के कोन
20 Apr, 2025 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : धार जिला मुख्यालय पर स्थित महर्षि सांदीपनि (सीएम राइज) विद्यालय में रविवार को "सहृदय, सीखें, सृजन करें, समाज से जुड़ें" थीम पर आधारित ग्रीष्मकालीन शिविर का शुभारंभ राष्ट्रगान एवं मां सरस्वती के पूजन के साथ हुआ। इस अवसर पालकगण भी उपस्थित थे। कक्षा केजी से लेकर 10 वीं तक के लगभग 200 से अधिक विद्यार्थियों ने प्रथम दिन शिविर में सहभागिता की। विद्यालय के प्राचार्य डॉ. स्मृति रत्न मिश्र ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर शिविर का विधिवत शुभारंभ किया। कक्षा 8 वीं की छात्राओं ने सरस्वती वंदना का गायन किया। इसके बाद शिक्षक राकेश मुकाती द्वारा विद्यार्थियों और शिक्षकों को मेडिटेशन करवाया गया। शिविर में प्राचार्य डॉ. मिश्र ने मोबाइल के दुष्प्रभावों के बारे में विद्यार्थियों को बताया। उन्होंने कहा कि मोबाइल से ज्ञानवर्धक बातें सीखें और रील बनाने के चक्कर में न पड़ें। यदि रील बनाना ही है तो पढ़ाई लिखाई और अच्छी गतिविधियों की बनाएं।
ये गतिविधियां सीखी विद्यार्थियों ने
शिविर के प्रथम दिन रविवार को विद्यालय का माहौल रोज से अलग होकर उत्साहपूर्ण था। परंपरागत कक्षा शिक्षण से अलग हटकर रोचक गतिविधियां करते हुए लगभग 200 से अधिक विद्यार्थियों ने विभिन्न रोजगारपरक गतिविधियां करते हुए इन विधाओं का प्रशिक्षण प्राप्त किया। यह प्रशिक्षण उन्हें खेल-खेल में और रोचक तरीके से दिया गया दिया गया। विद्यार्थियों को समूह में बांटकर उन्हें अखबार के रद्दी कागज से थैलियां बनाना सिखाया गया। इसके बाद विद्यार्थियों ने स्वयं अनेको थैलियां बनाई। कुछ विद्यार्थियों के समूह ने आर्ट एवं क्राफ्ट की बारीकियां सीखी तो कुछ ने पेंटिंग की। छात्राओं के एक समूह ने मेहंदी की डिजाइन बनाना और मेंहदी के कोन बनाना सीखा। इसके अलावा स्थानीय खेलकूद में भी अनेक विद्यार्थियों ने भाग लिया।
प्रदर्शनी में बेचेंगे विद्यार्थी अपनी बनाई सामग्री
दस दिवसीय शिविर के दौरान विद्यार्थियों के द्वारा प्रतिदिन जो विभिन्न प्रकार की सामग्री बनाई जायेगी उन सभी को अंतिम दिन प्रदर्शनी लगाकर विक्रय किया जायेगा। इससे विद्यार्थी के अंदर एक स्वावलंबन की भावना पैदा होगी और भविष्य में वे शिविर में सीखी गई विधाओं को विस्तृत रूप देकर उसे अपना रोजगार भी बना सकेंगे।
मंदसौर-नीमच जिले में एक भी खेत नहीं रहेगा सिंचाई से वंचित : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
20 Apr, 2025 09:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मंदसौर और नीमच जिले के हर खेत को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रदेश को दी गई दो बड़ी राष्ट्रीय नदी जोड़ों परियोजना से पूरा मालवा क्षेत्र भी लाभान्वित होगा। किसानों को सोलर पम्प देकर उन्हें बिजली बिल से मुक्ति दिलाई जायेगी। किसान अब खुद सोलर प्लांट से बिजली उत्पादन करेंगे। अधिक बिजली उत्पादन होने की स्थिति में किसानों से सरकार बिजली भी खरीदेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव रविवार को नीमच जिले के जावद में महर्षि सांदीपनि विद्यालय का लोकार्पण कर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 785 करोड़ रूपये की लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन भी किया। साथ ही मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप वितरित किये।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जावद में बने महर्षि सांदीपनि विद्यालय का भवन बहुत ही अद्भुत और सर्व सुविधा युक्त हैं। सांदीपनि विद्यालय परियोजना मध्यप्रदेश शासन की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जो गरीब वर्ग के विद्यार्थियों को भी विश्व-स्तरीय गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के प्रधानमंत्री मोदी के विज़न के साथ प्रारंभ की गई है। सांदीपनि विद्यालयों में सर्व संसाधन युक्त अधोसंरचना विकसित की गई है। इस विद्यालय में 1 कि.मी. से 15 कि.मी. दूरी से आने वाले बच्चों के लिए परिवहन सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई है। विद्यार्थियों के समग्र विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विषयवार शिक्षकों के साथ-साथ संगीत शिक्षक, नृत्य शिक्षक, कम्प्यूटर शिक्षक, खेल शिक्षक, मनोवैज्ञानिक, कॅरियर काउंसलर आदि भी नियुक्त किये गये है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किया सुविधि रेयॉन्स प्राइवेट लिमिटेड यूनिट मोरवन, का भूमि-पूजन
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सुविधि रेयॉन्स प्राइवेट लिमिटेड का भूमि-पूजन किया। इस परियोजना से नीमच को राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर टेक्सटाइल हब के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। यह परियोजना 31 हेक्टेयर क्षेत्र में 350 करोड़ रुपये के निवेश से विकसित की जाएगी, जिससे लगभग 2000 प्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे। यह इकाई “फार्म टू फैशन” की अवधारणा को रूप देगी, जिसमें कच्चे माल की खरीद किसानों से लेकर फिनिश्ड फैब्रिक तक की संपूर्ण प्रक्रिया स्थानीय स्तर पर संपन्न होगी। यह एक पूर्णतः एकीकृत टेक्सटाइल पार्क होगा, जिसमें 168 आधुनिक लूम्स, 30,000 स्पिंडल्स और तीन प्रोसेसिंग हाउस स्थापित किए जाएंगे। नीमच अब टेक्सटाइल क्षेत्र में नया इतिहास लिखने को तैयार है, जो मध्यप्रदेश को आत्मनिर्भर भारत के सपने की ओर अग्रसर करेगा।”
मुख्यमंत्री ने की कई महत्वपूर्ण घोषणाएं
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने घोषणा करते हुए कहा कि सुखानंद तीर्थ स्थल को धार्मिक पर्यटन का केंद्र बनाया जाएगा। थड़ोद स्थित हाई स्कूल को हायर सेकेंडरी स्कूल में उन्नयन किया जाएगा। सिंगोली स्थित स्वास्थ्य केंद्र का परीक्षण कर उन्नयन की कार्यवाही होगी। जावद में स्थित स्वास्थ्य केंद्र को 100 बिस्तरीय कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि एशिया में चीते प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई है। मध्यप्रदेश ने इस प्रोजेक्ट में एक नया रिकॉर्ड बनाया है। प्राणियों के लिए भी सरकार ने चिंता की है। चीते की मध्यप्रदेश में अच्छी ग्रोथ देखने को मिली है। गांधीसागर में वन्य प्राणियों से लोगों को रोजगार मिलेगा। पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इको सिस्टम अच्छा बनेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम में 10वीं और 12वीं कक्षा के मेधावी विद्यार्थियों को लैपटॉप प्रदान किए।
सांसद सुधीर गुप्ता ने कहा कि मध्यप्रदेश नई दिशा की तरफ आगे बढ़ रहा है। प्रत्येक सप्ताह कुछ न कुछ नया देखने को मिल रहा है। आज नागरिकों के लिए बहुत ही खुशियों का अवसर है। शिक्षा के क्षेत्र में भारी बदलाव हुए हैं। सनातन संस्कृति, कृषि, उद्योग, शिक्षा के लिए सरकार ने काम किया है। साइबर तहसील के माध्यम से सारे काम ऑनलाइन हो रहे हैं। मध्यप्रदेश में रीजनल कॉन्क्लेव आयोजित किये गये। इसके साथ ही चीता आने से गांधी सागर अभयारण्य में पर्यटन की संभावना को नए पंख लगे हैं। पर्यटन का खजुराहो एक मार्ग था, अब दूसरा मार्ग नीमच से शुरू हुआ है।
जवाद विधायक ओमप्रकाश ने कहा कि जावद की विकास परंपरा हमेशा आगे बढ़ने की रही है। आज जीवन में सबसे बड़ी खुशी का अवसर है। नीमच में उद्योग के निवेश से रोजगार की अपार संभावनाएं बढ़ेगी। और यह सब सरकार की प्रयासों संभव हुआ है। इस अवसर पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री सत्यनारायण जटिया, विधायक दिलीप सिंह परिहार सहित जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी, विद्यार्थी और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद रहे।
औषधीय वनस्पति की राजधानी नीमच- मंदसौर को चीता प्रोजेक्ट और औद्योगिक गतिविधियों के विस्तार से मिलेगी नई पहचान: मुख्यमंत्री डॉ. यादव
20 Apr, 2025 07:47 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और नेतृत्व में जारी विकास प्रक्रिया से मध्यप्रदेश का परिदृश्य निरंतर बदल रहा है। स्कूल शिक्षा हो, पर्यटन हो या औद्योगिक गतिविधियों का विस्तार सभी क्षेत्रों में प्रदेश प्रगति पथ पर अग्रसर है। सभी जिलों में विकास और जनकल्याण गतिविधियों के लिए अनुकूल वातावरण विद्यमान है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव नीमच जिले के रामपुरा में आयोजित विकास कार्यों के लोकार्पण-शिलान्यास कार्यक्रम में जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नीमच-मंदसौर क्षेत्र राजस्थान का द्वार है और रामपुरा का प्राकृतिक सौंदर्य अभिभूत करने वाला है। औषधीय वनस्पति की राजधानी नीमच- मंदसौर को चीता प्रोजेक्ट और औद्योगिक गतिविधियों के विस्तार से नई पहचान मिलेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की पहल पर मध्यप्रदेश में चीतों का पुनर्वास आरंभ हुआ। गांधी सागर क्षेत्र में चीतों के आने से मंदसौर-नीमच क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों का विस्तार होगा और रोजगार के नए अवसर निर्मित होंगे, गांवों में होमस्टे जैसी सुविधाएं विकसित होंगी। स्थानीय व्यंजनों की पहचान वैश्विक स्तर पर बनेगी। इन सब गतिविधियों की ओर विश्व, आशा और जिज्ञासा से देख रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नीमच और मानसा में छोटे ट्रैक्टरों को स्वच्छता रथ के रूप में विकसित करने की पहल की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि औषधीय वनस्पतियों की खेती के लिए मंदसौर, नीमच राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध है, इसके लिए यहां के किसान अभिनंदनीय हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि किसानों से 2600 रुपए प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीदा जा रहा है। यह किसानों की बेहतरी के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता की अभिव्यक्ति है। प्रदेश निरंतर प्रगति पथ पर अग्रसर है, इसी का परिणाम है कि वर्तमान में प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय 1,53,280 रुपए है। यह प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में "सबका साथ-सबका विकास" की भावना से चलने का परिणाम है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गांधी सागर डैम का निर्माण 1960 में हुआ। जिसके कारण कई गांव डूबे, लेकिन डैम के आसपास के गांव को न तो पानी लेने की सुविधा दी गई और न ही सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई गई। राज्य सरकार ने गांधी सागर डैम के जल से सब ओर सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने का निर्णय लिया। जनता की बेहतरी के हर संभव प्रयास के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि औद्योगिक गतिविधियों के विस्तार और रोजगार के अवसर निर्मित करने के लिए संभाग स्तर पर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया। सरकार के प्रयासों से 12 प्रतिशत की तेज गति से औद्योगिक विकास दर चल रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रामपुरा में सामुदायिक स्वास्थ्य केद्र के नवीन भवन निर्माण एवं रामपुरा नगर की सभी आंतरिक सड़कों के निर्माण की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि रामपुरा में रेस्ट हाउस भी बनाया जायेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा विकास के बदलते दौर में अब प्रदेश में जंगल भी आबाद हो रहे हैं। जियो और जीने दो की भावना विकसित हो रही है।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश मे चीता प्रोजेक्ट सफल हो रहे हैं। दुनिया में सबसे अधिक टाइगर देश में है और देश में भी सबसे ज्यादा मध्यप्रदेश में है। गांधी सागर अभयारण्य में आज दो चीते आजाद किये जा रहे हैं। अगले महीने चार चीते और लाकर छोड़ें जाएंगे। चीतों की बढ़ती संख्या के साथ ही क्षेत्र के पर्यटन में भी अभूतपूर्व वृद्धि होगी। क्षेत्र के युवाओं और लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
स्वराज शूटिंग की वस्त्र निर्माण इकाई का लोकार्पण
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मेसर्स स्वराज शूटिंग द्वारा नीमच में 150 करोड़ की लागत से स्थापित वस्त्र निर्माण इकाई का लोकार्पण किया। प्रथम चरण में इस वस्त्र निर्माण इकाई में 750 महिलाओं को रोजगार मिल रहा है।
3 साल में 32 लाख किसानों को सोलर पंप देंगे
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सरकार द्वारा आगामी 3 साल में प्रदेश के 32 लाख किसानों को सिंचाई सुविधा के लिए सोलर पंप दिए जाएंगे। किसानों को 5 रूपये में बिजली कनेक्शन भी देंगें। आयुष्मान योजना के तहत कार्डधारी परिवारों को पीएमश्री एअर एंबुलेंस की सुविधा भी प्रदान की जा रही है।
प्रदेश में हो रहे हैं रोजगार परक उद्योग स्थापित
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में रोजगार परक उद्योग स्थापित हो रहे हैं। इसमें वस्त्र निर्माण, धागा निर्माण उद्योगों में प्रति श्रमिक 5 हजार रूपये प्रतिमाह सरकार संबंधित उद्योगों को देगी। इससे महिलाओं के लिए रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि रामपुरा का प्राकृतिक सौंदर्य देखकर हर किसी की की आखें चौंधिया जाती है। मुख्यमंत्री ने स्वच्छता के लिए ग्राम पंचायतों को स्वच्छता रथ प्रदान करने की सराहना भी की। साथ ही ग्राम पंचायतों के सरपंचों को स्वच्छता रथ की चाबियां प्रदान की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विभिन्न हितग्राही मूलक स्वरोजगार योजनाओं के हितग्राहियों को हितलाभ वितरित किए। मुख्यमंत्री के रामपुरा आगमन पर लोकनृत्य कलाकारों ने स्वागत किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम स्थल पर लगी विकास प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
उप मुख्यमंत्री श्री जगदीश देवड़ा और पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री सत्यनारायण जटिया ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर सांसद श्री सुधीर गुप्ता, विधायक श्री अनिरुद्ध मारू, श्री दिलीप सिंह परिहार, श्री हरदीप सिंह डंग, पूर्व विधायक मंदसौर श्री यशपालसिंह सिसोदिया, घुमक्कड़ अर्ध घुमक्कड़ विकास अभिकरण के अध्यक्ष श्री बाबूलाल बंजारा सहित जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।
भाजपा-कांग्रेस में पानी को लेकर महासंग्राम, जेल भेजे गए नेता प्रतिपक्ष
20 Apr, 2025 06:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इंदौर: जिले के हीरानगर थाना क्षेत्र में पानी टैंकर को लेकर शनिवार देर रात भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में झड़प का मामला सामने आया. आरोप है कि कांग्रेस नेता ने साथियों के साथ मिलकर भाजपा नेता पर हमला कर दिया. हमले में बीजेपी नेता घायल हो गए हैं. पुलिस ने कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज कर कई लोगों को गिरफ्तार किया था. इसके बाद नगर निगम नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे सहित कांग्रेस नेताओं को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन सभी को जेल भेज दिया गया है.
कोर्ट ने 3 आरोपियों को भेजा जेल
भाजपा नेता कपिल पाठक ने हीरानगर थाना में कांग्रेस नेता चिंटू चौकसे सहित 8 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चिंटू चौकसे और 2 अन्य लोगों को गिरफ्तार कर कोर्ट के सामने पेश किया. जहां से कोर्ट ने कांग्रेस नेता सहित तीनों को जेल भेज दिया है. पुलिस मामले में आगे की जांच में जुटी हुई है.
8 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
दरअसल, शनिवार देर रात हीरानगर थाना क्षेत्र में पानी टैंकर को लेकर कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं में विवाद हो गया. ऐसा आरोप है कि मामले की जानकारी मिलने पर कांग्रेस नेता और इंदौर नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे अपने कुछ साथियों के साथ मौके पर पहुंचे. वहां मौजूद भाजपा कार्यकर्ता कपिल पाठक पर हमला कर दिया. घटना में कपिल पाठक के सिर और अन्य जगहों पर गंभीर चोटें लगी है. इस मामले में हीरानगर पुलिस ने कांग्रेस नेता चिंटू चौकसे सहित कुल 8 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था.
नेता प्रतिपक्ष सहित कई गिरफ्तार
पुलिस ने मामले में फौरन कार्रवाई करते हुए कांग्रेस नेता और इंदौर नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों की मेडिकल जांच कराने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. मामले में अधिक जानकारी देते हुए एडिशनल डीसीपी राम स्नेही मिश्रा ने कहा, "प्रारंभिक तौर पर पानी के टैंकर को लेकर भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ता आमने-सामने हुए थे. दोनों के बीच खींचतान हुई है. कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे समेत आठ लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया गया है और कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया है.
विदिशा में अवैध पत्थर खनन का खेल, छापेमारी कर खदानों में लगाए CCTV, 4 वनरक्षक सस्पेंड
20 Apr, 2025 05:42 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
विदिशा: जिले के गंजबासौदा उदयपुर क्षेत्र में वन विभाग ने अवैध पत्थर खनन पर बड़ी कार्रवाई की है. दरअसल, बताया जा रहा है कि लंबे समय से वन विभाग की जमीन पर अवैध रूप से खनन किया जा रहा था. जिस पर वन विभाग ने छापेमारी की कार्रवाई की. कार्रवाई के दौरान जेसीबी मशीनों की मदद से खनन कर निकाले गए अवैध पत्थर फर्शियों को नष्ट किया गया. वहीं, मौके पर से 2 ट्रक और 4 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को भी जब्त किया गया है.
4 वनरक्षक किए गए निलंबित
इस मामले में कार्रवाई करने के लिए वन विभाग ने 7 रेंज के 60 से अधिक वन रक्षक और अधिकारियों की टीम गठित की थी. जिसके बाद करीब 10 वर्ग किलोमीटर में फैली अवैध खदानों पर छापामार कार्रवाई की गई. इस गतिविधि में वन विभाग के ही 4 वनरक्षक शामिल पाए गए, जिन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.वहीं, विभाग ने सख्त कार्रवाई करते हुए 4 स्थानीय लोगों के विरूद्ध भी एफआईआर दर्ज की है. इसके साथ ही अवैध उत्खनन पर लगाम लगाए जाने के लिए संवेदनशील बीटों में सीसीटीवी लगवाए गए हैं.
वृक्षारोपण अभियान चलाने की योजना
वन मंडल अधिकारी हेमंत यादव ने बताया कि "जिस जमीन पर अतिक्रमण कर खनन किया जा रहा था, उसे अब अतिक्रमण मुक्त कर वन भूमि के रूप में विकसित किया जाएगा. इसके तहत उस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण अभियान चलाने की योजना है. जिससे पर्यावरण को पुनः संतुलित किया जा सके."
मप्र में सितम बनकर टूटेगी गर्मी
20 Apr, 2025 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
खजुराहो, नौगांव-गुना में पारा 44 के पार...28 शहरों में 40 डिग्री से ज्यादा रहा तापमान, अगले 5 दिन ऐसा ही मौसम
भोपाल। मप्र में इस साल रिकॉर्डतोड़ गर्मी पड़ेगी। मप्र में शुक्रवार को सीजन में पहली बार दिन का पारा 44 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया। खजुराहो और नौगांव में तापमान क्रमश: 44.6 डिग्री और 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गुना में यह 44.3 डिग्री रहा। प्रदेश के बड़े शहर- भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर भी सीजन के सबसे गर्म रहे। ग्वालियर में तापमान 43 डिग्री, उज्जैन में 42.8 डिग्री, भोपाल में 42.2 डिग्री, जबलपुर में 42.1 डिग्री और इंदौर में 41.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शुक्रवार को 28 शहरों में पारा 40 डिग्री या इससे अधिक रहा। ऐसा सीजन में पहली बार हुआ है, जब इतने शहरों में भीषण गर्मी पड़ी है।मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को रतलाम, सागर-सीधी में 43.8 डिग्री, दमोह में 43.6 डिग्री, सतना-शाजापुर में 43.1 डिग्री, नर्मदापुरम-रीवा में 42.6 डिग्री, टीकमगढ़ में 42.3 डिग्री, शिवपुरी-रायसेन में 42 डिग्री, मंडला में 42 डिग्री, धार में 41.9 डिग्री, उमरिया में 41.7 डिग्री, खरगोन में 41.4 डिग्री, मलाजखंड में 41 डिग्री, सिवनी में 40.4 डिग्री, बैतूल में 40.2 डिग्री, खंडवा में 40.1 डिग्री और छिंदवाड़ा में 40 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिक वीएस यादव ने बताया कि दिन के तापमान में बढ़ोतरी के साथ रात में भी गर्मी बढ़ी है। अगले 5 दिन तक ऐसा ही मौसम रहेगा।
ऐसा रहेगा अप्रैल का दूसरा पखवाड़ा
उत्तर-पश्चिमी हवाओं के जोर पकडऩे के साथ इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा, नर्मदापुरम संभागों में न्यूनतम तापमान 25 से 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। पूरे प्रदेश में दिन में अधिकतम तापमान 42 से 44 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। 2 से 3 दिन लू चल सकती है। हल्की बारिश होने की संभावना है। न्यूनतम तापमान पूरे प्रदेश में सामान्य से 3-4 डिग्री अधिक यानि 27 से 30 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा। दिन के साथ रातें भी गर्म हो जाएंगी। ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग में पारा 43-45 डिग्री जबकि इंदौर, उज्जैन-भोपाल सहित बाकी प्रदेश में 41 से 44 डिग्री सेल्सियस तापमान रह सकता है। साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम की वजह से अप्रैल के आखिरी में 3 से 4 दिन तक लू का असर रह सकता है।
पहले-दूसरे सप्ताह में तेज गर्मी और बारिश
अप्रैल के पहले और दूसरे सप्ताह में तेज गर्मी और बारिश का दौर बना रहा। पहले सप्ताह में सभी संभागों में सामान्य से 2-3 डिग्री ज्यादा 21-24 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, दिन में पश्चिमी गर्म हवाओं के कारण अधिकतम तापमान इंदौर, सागर और नर्मदापुरम संभागों में सामान्य से ज्यादा 39 से 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। उज्जैन, भोपाल, ग्वालियर समेत बाकी संभागों में यह 41 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। पहले सप्ताह रतलाम में लू चल चुकी है। वहीं, बाकी शहरों में गर्म हवाओं से गर्मी बढ़ी रही। दूसरे सप्ताह में पूरे प्रदेश में तेज आंधी, बारिश, ओले और गरज-चमक की स्थिति बनी रही। प्रदेश के 80 प्रतिशत हिस्से में बारिश हुई। दूसरी ओर, कुछ जिलों में गर्मी का असर भी रहा।
अब हीट वेव चलेगी
अप्रैल-मई में हीट वेव का असर ज्यादा होने से मध्यप्रदेश में मार्च से गर्मी के सीजन की शुरुआत हो जाती है। इसी ट्रेंड के अनुसार अगले 3 महीने तेज गर्मी पड़ेगी। मौसम विभाग ने मई तक 15 से 20 दिन हीट वेव चलने का अनुमान जताया है। अप्रैल-मई में 30 से 35 दिन तक गर्म हवा चल सकती है। अप्रैल में दूसरे पखवाड़े में अलग-अलग जिलों में हीट वेव का असर देखने को मिलेगा। मप्र में अप्रैल के दूसरे पखवाड़े से गर्मी का असर तेज होने लगता है। महीने के आखिरी दिनों में तो तापमान रिकॉर्ड तोड़ देता है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर के 10 साल की डेटा बेस्ड स्टडी में सामने आया कि भोपाल-इंदौर में पारा 43 डिग्री तक पहुंचा जबकि जबलपुर में आंकड़े ने 44 डिग्री को छू लिया। ग्वालियर में तो तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है। पिछले तीन साल इन शहरों में तेज गर्मी पड़ी। इस बार भी तापमान में बढ़ोतरी की संभावना है।
1996 में पड़ी थी सबसे ज्यादा गर्मी, बारिश भी हुई
अप्रैल में गर्मी के ट्रेंड की बात करें तो भोपाल में 29 अप्रैल 1996 को अधिकतम तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस पहुंचा था। इस महीने भोपाल में बारिश-आंधी के आसार भी बनते हैं। यही कारण है कि पिछले कुछ सालों से अप्रैल में बारिश का दौर चल रहा है। 20 अप्रैल 2013 को भोपाल में 24 घंटे के भीतर 30.8 मिमी यानी एक इंच से ज्यादा बारिश हुई थी। वहीं, 2023 में 22.6 मिमी पानी गिरा था। 17-18 अप्रैल को तापमान 40.9 डिग्री सेल्सियस रहा था।
नाबालिग को निर्वस्त्र कर पीटते हुए वीडियो बनाने वाले बदमाशो की तलाश जारी
20 Apr, 2025 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पीड़ित से खुद को बाप कहलवा रहा था अरबाज
एमपी नगर से किडनेप कर बिलखिरिया ले जाकर की थी बेरहमी से मारपीट
भोपाल। राजधानी में नाबालिग को निर्वस्त्र कर उसके साथ बेल्ट, थप्पड़ और चप्पल से बेरहमी से मारपीट करने वाले मुख्य बदमाश अरबाज सहित उसके अन्य साथियो की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है। आरोपियों ने किशोर की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो में मारपीट कर किशोर से बुलवाया जा रहा है, की अरबाज भाई हमारे बाप हैं। आरोपियो ने नाबालिग को एमपी नगर से अगवा किया और उसे जर्बदस्ती अपने साथ अजनाल डैम बिलखिरिया ले जाकर मारपीट की। घटना 22 मार्च की रात की बताई गई है। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद इसकी जानकारी किशोर के परिवार वालो को लगी और वह उसे लेकर गौतम नगर थाने पहुंचे। गौतम नगर पुलिस ने आरोपियो के खिलाफ अपहरण, मारपीट समेत पाक्सो एक्ट की धाराओं में जीरो पर प्रकरण दर्ज कर केस डायरी एमपी नगर पुलिस को भेज दी। पुलिस के मुताबिक गौतम नगर इलाके में रहने वाला साढ़े 16 साल का नाबालिग निजी काम करता है। उसने पुलिस को बताया कि उसके भाई शाहरुख की साल 2021 में नारियलखेड़ा में हत्या हुई थी। शाहरुख भाई का दोस्त नदीम बच्चा अपराध में जेल में बंद है।
किशोर नदीम से मिलने जेल जाता था। इस दौरान जेल में बंद आदतन बदमाश अरबाज ने उसे देख लिया। अरबाज और नदीम बच्चा की रजिंश चलती है। अरबाज जेल से छूटकर आया और नाबालिग की जानकारी जुटा ली। बीती 22 मार्च को पीड़ित किशोर चेतक ब्रिज के पास एक कैफे के पास खड़ा था, उसी समय अरबाज, शानू और अलताफ सहित उसके अन्य साथी वहॉ पहुंचे। उन्होनें उसे धमकाते हुए जर्बदस्ती बाइक पर बिठाया और बिलखिरिया थाने के सामने से अजनाल डैम लेकर पहुंचे। डैम के पास ले जाकर आरोपियो ने उसे नग्न कर चप्पल, बेल्ट से जमकर मारपीट की। इस बीच बदमाश गालियां देते हुए नाबालिग से कहलवाते रहे कि कहो अरबाज हमारा बाप है। फरियादी किशोरी ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने उसे धमकी दी कि अगर पुलिस में शिकायत की तो उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने के साथ ही जान से मार देंगे। बदमाशो की मारपीट और धमकी के डर से उसने पुलिस में शिकायत नहीं की। दो दिन पहले आरोपियों ने उसकी पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होने के बाद परिजन उसे लेकर पुलिस के पहुंच गये। पुलिस ने बताया कि आरोपी अरबाज इन दिनो किसी अपराधिक प्रकरण में जेल में बंद है। पुलिस वारदात में शामिल उसके अन्य साथी बदमाशो की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है।
दागदार जांच के बाद हो गए बेदाग
20 Apr, 2025 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
एजेंसियों की कमजोर जांच से बड़े किरदारों पर नहीं आई आंच
भोपाल। मप्र सहित देशभर में इनदिनों राजधानी भोपाल के सबसे चर्चित मामलों में शामिल सौरभ शर्मा कांड चर्चा में है। जब यह मामला सामने आया तो संभावना जताई गई कि इसमें बड़े-बड़े रसूखदार नप जाएंगे। लेकिन लोकायुक्त इस मामले में 60 दिन में चालान पेश नहीं कर पाया और सौरभ शर्मा को जमानत मिल गई। इसी तरह अन्य रसूखदार भी तकरीबन बच निकले हैं। इस तरह का यह प्रदेश का पहला मामला नहीं है, बल्कि व्यापमं, हनी ट्रैप, ई-टेंडरिंग जैसे कई चर्चित मामलों में बड़े किरदार साफ बच निकले हैं। दरअसल, जांच एजेंसियों की कमजोर जांच के कारण बड़े किरदारों पर आंच नहीं आ पाई है और दागदार जांच के बाद बेदाग हो गए।
गौरतलब है कि प्रदेश में कई घोटाले देशभर में चर्चा में रहे और उनसे राजनीति में भी भूचाल आया। इससे पूरा भरोसा लग रहा था, भले देर से ही सही पर घोटालों में शामिल अधिकारी, नेता और अन्य किरदार जांच के घेरे में आएंगे। उन्हें सजा मिलेगी। मामले कोर्ट में पहुंचे पर कहीं केस कमजोर होने तो कहीं साक्ष्य के अभाव में टिक नहीं पाए। कुछ तो जांच के घेरे से ही बच गए। व्यापमं फर्जीवाड़ा मामले में कई बड़े नेताओं के नाम आए। कुछ जेल भी गए, पर कोर्ट से वे बरी हो गए। ऐसी ही स्थित बहुचर्चित हनी ट्रैप मामले की है। इसमें भी कई अधिकारियों और नेताओं के नाम सामने आए थे, पर वे जांच की परिधि में ही नहीं आए। ई-टेंडरिंग के मामलें में ईडी ने कार्रवाई की। कमल नाथ सरकार पर कई सवाल उठे। कई जगह छापे पड़े लेकिन किसी का कुछ नहीं बिगड़ा। व्यापमं में पीएमटी और परिवहन आरक्षक भर्ती सहित कई परीक्षाओं में गड़बड़ी हुई थी। इसमें भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों से जुड़े कई बड़े नेता, मेडिकल कालेज संचालक आदि के नाम आए थे।
सीबीआई जांच भी नहीं आई काम
व्यापमं फर्जीवाड़े में मप्र स्पेशल टास्क फोर्स के बाद मामले जांच सीबीआई ने अपने हाथ में ले ली। इस पूरे मामले में मुख्य कड़ी में रहे कई किरदार साफ बच गए। पूर्व विधायक एवं याचिकाकर्ता पारस सखलेचा का कहना है कि व्यापमं मामले में सीबीआई ने पक्षपातपूर्ण कार्यवाही की है। सारे बड़े लोगों को एक-एक कर बचाया जा रहा है। हमने सीबीआई को कुछ मूल बिदुओं पर शिकायत की थी, जिस पर जांच नहीं की। इससे रैकेटियर बच रहे हैं। इसमें निजी मेडिकल कालेज संचालक भी शामिल हैं। सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका लगाई है, जो लंबित है। 900 पेज की याचिका है, जिसमें मैंने कहा है कि सीबीआई मेरी शिकायतों पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है। अगर सीबीआइ को लगता है कि निर्णय सही नहीं हो रहा है तौ वह अपील क्यों नहीं कर रही है।
इन मामलों में भी बच गए रसूखदार
केवल व्यापमं ही नहीं बल्कि कई मामलों की जांच में रसूखदार बच निकले हैं। हनी ट्रैप मामले में कई अधिकारियों का नाम उछला, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। पहली बार 17 सितंबर 2019 में सामने आए हनी ट्रैप मामले में चार आइएएस अधिकारियों की सहित कई बड़े लोगों के नाम आए था। जांच के लिए एसआइटी गठित की गई। एडीजी स्तर के छह अधिकारी अलग-अलग समय में इसके प्रमुख रहे। शुरुआत में तो 15 दिन के भीतर ही तीन एसआइटी चीफ बदल दिए गए। अभी तक जांच के नाम पर एसआइटी की भूमिका कोर्ट के सामने मध्यस्थ जैसी ही रही। यही कारण है कि हनी ट्रैप में घिरे कई अधिकारी साफ बच गए। ईडी दिल्ली ने भी मामले में प्रकरण कायम किया, पर कोई प्रगति नहीं दिख रही है। हनी ट्रैप में ब्लैकमेलिंग की शिकायत करने वाले ननि के तत्कालीन इंजीनियर हरभजन का चार माह पहले निधन हो चुका है। वहीं प्रदेश में ई-टेंडर घोटाला वर्ष 2018 में सामने आया था। यह टेंडर लगभग 3000 करोड़ के थे। तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसकी जांच ईओडब्ल्यू को सौंपी थी। इसके बाद कांग्रेस की कमल नाथ सरकार आने पर मामले में तेजी से कार्रवाई हुई। तत्कालीन जल संसाधन मंत्री डा.नरोत्तम मिश्रा के पीए वीरेंद्र पांडे और निर्मल अवस्थी को भी आरोपित बनाया गया था। बाद में वर्ष 2022 में ईओडब्ल्यू ने साक्ष्य के अभाव में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विशेष कोर्ट में खात्मा रिपोर्ट प्रस्तुत की थी। परीक्षण के बाद जनवरी 2024 में कोर्ट ने खात्मा लगाने से मना करते हुए दोबारा जांच के लिए कहा था। अभी जांच चल रही है। इसी तरह माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में भी कांग्रेस की कमल नाथ सरकार के दौरान भर्ती में घोटाला उजागर हुआ था। मामले में तत्कालीन कुलपति बीके कुठियाला सहित 20 लोगों को आरोपित बनाया गया था। इसमें नियम विरुद्ध भर्तियों के अतिरिक्त विश्वविद्यालय की राशि का निजी कामों में उपयोग का आरोप था। इसमें भी ईओडब्ल्यू द्वारा मामले में खात्मा रिपोर्ट कोर्ट में प्रस्तुत किया था। इसे कोर्ट ने अस्वीकार कर जांच करने के लिए कहा था। दोबारा जांच के बाद अंतिम रूप से मामले में खात्मा लग गया है।
मप्र में मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट
20 Apr, 2025 10:28 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नए चेहरों के साथ कुछ पूर्व मंत्रियों को मिल सकती है जगह
भोपाल। मप्र में इनदिनों मंत्रिमंडल में फेरबदल की अटकलें तेज हो गई हैं. भाजपा संगठन के उच्च पदस्थ सूत्र इस बात की तस्दीक कर रहे हैं कि मोहन सरकार में कुछ मंत्रियों को बाहर किया जाएगा, वहीं कुछ नए चेहरे शामिल किए जाएंगे। मोहन मंत्रिमंडल में इस वक्त मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव समेत 31 मंत्री हैं। इस तरह मंत्रिमंडल में मंत्रियों के चार पद रिक्त हैं। संगठन की कोशिश है कि कुछ पुराने और कुछ नए चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाए। बस केंद्रीय नेतृत्व की हरी झंडी मिलने का इंतजार है। भाजपा सूत्रों का कहना है कि प्रदेश सरकार के मंत्रियों की परफॉर्मेंस रिपोर्ट हर महीने तैयार की जा रही है। सत्ता और संगठन की कोशिश है कि जिन मंत्रियों की रिपोर्ट निरंतर खराब है उनकी जगह मंत्रिमंडल में नए चेहरों को शामिल किया जाए। उधर, मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट की खबर लगते ही दावेदारों ने सक्रियता बढ़ा दी है। सूत्रों का कहना है कि सीएम डॉ. मोहन यादव जब-जब दिल्ली दौरे पर जाते है मप्र में सियासी सरगर्मियां तेज हो जाती हैं। दावा किया जा रहा है कि केंद्रीय नेतृत्व से हरी झंडी मिलते ही प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। दरअसल, पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट है, तो मध्य प्रदेश में भी इस बात की चर्चा शुरू हो गई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव मंत्रियों के प्रदर्शन के आधार पर मंत्रिमंडल विस्तार कर सकते हैं।
कुछ मंत्रियों की कुर्सी खतरे में
मप्र में परफारमेंस के आधार पर कुछ मंत्रियों की कुर्सी खतरे में बताई जा रही है। इससे मंत्रियों के दिलों की धडक़नें तेज हैं। साथ ही राज्य में चार पांच विधायकों को मंत्री बनाए जाने की चर्चा भी चल रही है। बताया जा रहा है कि संभावित दावेदार मंत्री बनने के लिए दिल्ली से भोपाल तक की परिक्रमा में जुटे हुए हैं। दरअसल, प्रदेश में मोहन यादव सरकार को डेढ़ वर्ष होने जा रहा है, लेकिन राजनीतिक नियुक्तियां नहीं हुई हैं। उधर, मंत्रिमंडल विस्तार का भी नेताओं को इंतजार है। पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, जयंत मलैया, हरिशंकर खटीक, ब्रजेंद्र प्रताप सिंह और संजय पाठक को अपना नंबर आने की संभावना दिख रही है। सूत्रों का कहना है कि अभी प्राथमिकता प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की नियुक्ति है, इसलिए यह काम इस प्रक्रिया के पूरा होने के बाद मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के पहले हो सकता है। उधर, राजनीतिक नियुक्तियां भी अब की जाएंगी। इसको लेकर संगठन स्तर पर कई बार चर्चा भी हो चुकी है। इसमें कुछ पूर्व विधायकों को समायोजित भी किया जाएगा। अभी इनके पास कोई काम नहीं है।
क्षेत्रीय संतुलन साधने पर जोर
भाजपा सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार में क्षेत्रीय संतुलन साधने के हिसाब कुछ पूर्व मंत्रियों को फिर मौका दिया जा सकता है। उनके अलावा कांग्रेस से भाजपा में आए छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा सीट से विधायक कमलेश शाह भी प्रतीक्षारत हैं। रामनिवास रावत के मंत्रिमंडल से त्याग पत्र देने के बाद मोहन कैबिनेट में मुख्यमंत्री सहित 31 मंत्री हैं। नियम के अनुसार 35 मंत्री हो सकते हैं। मंत्री बनने के लिए पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह, संजय पाठक, ब्रजेंद्र प्रताप सिंह सहित अन्य पूर्व मंत्री सत्ता और संगठन में अपने संपर्कों के माध्यम से प्रयासरत भी हैं। संभावना जताई जा रही है कि रिक्त स्थानों की पूर्ति हो सकती है। कुछ मंत्रियों को खराब प्रदर्शन के आधार पर विश्राम भी दिया जा सकता है। वहीं सूत्रों के अनुसार पूर्व वित्त और वाणिज्यिक कर मंत्री जयंत मलैया को छठवें राज्य वित्त आयोग का अध्यक्ष बनाया जा सकता है। पांचवें वित्त आयोग की अनुशंसाएं अप्रैल 2026 तक के लिए हैं। आयोग विभिन्न स्तरों पर चर्चा के बाद स्थानीय निकायों को दी जाने वाली राशि के संबंध में अनुशंसा करेगा।
इनको लॉटरी लगने का इंतजार
मप्र में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा के बीच कुछ पूर्व मंत्रियों को फिर से मंत्री बनने की आस जगी है। इनमें गोपाल भार्गव नौ बार के विधायक हैं। उमा भारती, बाबूलाल गौर और शिवराज सरकार में लगातार मंत्री रहे। बुंदेलखंड के कद्दावर नेता है। भूपेंद्र सिंह एक बार के सांसद और पांच बार के विधायक हैं। शिवराज सरकार में लगातार आठ वर्ष मंत्री रहे हैं। बुंदेलखंड क्षेत्र में इनकी मजबूत पकड़ है। जयंत मलैया बुंदेलखंड क्षेत्र से आते हैं। आठ बार के विधायक हैं। सुंदरलाल पटवा से लेकर शिवराज सरकार तक में मंत्री रहे हैं। वित्त, वाणिज्यिक कर और जल संसाधन विभाग में काम करने का लंबा अनुभव है। ब्रजेंद्र प्रताप सिंह पांच बार के विधायक हैं। दो बार मंत्री रह चुके हैं। हरिशंकर खटीक भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष रहने के साथ संगठन में काम कर चुके हैं। चार बार के विधायक। शिवराज सरकार में मंत्री भी रहे हैं। वहीं कई अन्य विधायक भी हैं जो मंत्री बनने की आस लगाए हुए हैं।
रस मलाई खाने से बिगड़ी लोगों की सेहत
20 Apr, 2025 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मंदसौर। जिले के ग्राम फतेहगढ़ में शादी समारोह में भोजन के बाद लगभग 125 लोगों की तबीयत बिगड़ गई। मंदसौर जिला अस्पताल से पहुंची टीम ने गांव के शासकीय स्कूल को ही अस्पताल बनाकर लोगों का उपचार किया। दोपहर तक लोगों की हालत में सुधार होने लगा था। बताया जा रहा है कि रस मलाई मिठाई खाने वाले लोग बीमार हुए हैं। इधर पहले विधायक विपिन जैन व बाद में सांसद सुधीर गुप्ता भी गांव में पहुंचे। सांसद गुप्ता ने सीएमएचओ के मौके पर नहीं पहुंचने पर नाराजगी भी जताई।
देश में पहली बार चीतों की शिफ्टिंग, आज कूनो छोड़ गांधी सागर आएंगे पावक और प्रभाष
20 Apr, 2025 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में बसाए गए चीतों को रविवार को गांधी सागर अभ्यारण्य में नया घर मिलने जा रहा है. चीता प्रोजेक्ट का विस्तार करते हुए 20 अप्रैल को कूनों से दो नर चीतों को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव गांधी सागर अभ्यारण्य में छोड़ेंगे. बता दें कि देश में पहली बार चीतों की शिफ्टिंग की जा रही ही. वहीं अगले माह बोत्सवाना और केन्या से 4-4 चीते लाए जाएंगे. यानी कुल 8 चीते मध्य प्रदेश लाए जाएंगे. सीएम हाउस में केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री और मुख्यमंत्री की उपस्थिति में हुई चीता प्रोजेक्ट की बैठक में इसका निर्णय लिया गया है. बैठक में एनटीसीए के अधिकारी भी मौजूद थे.
कूनो में खुलेगा पशु चिकित्सालय और रेस्क्यू सेंटर
बैठक के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि, ''कूनो सेंचुरी के लिए रोड कनेक्टिविटी को और बेहतर किया जाएगा. ग्वालियर से कूनो के लिए सीधी कलेक्टिविटी होनी चाहिए. इसके अलावा एयर कनेक्टिविटी की कोशिश की जाएगी. चीतों को बसाए जाने के बाद कूनो में पर्यटकों की संख्या दोगुनी हुई है. कूनों में इंटरनेशनल स्तर का पशु चिकित्सालय और रेस्क्यू सेंटर भी खोला जाएगा. यहां कूनो के चीतों के इलाज के साथ-साथ क्षेत्र के गौवंश के उपचार में भी मदद मिलेगी. कूनो में राज्य आजीविका मिशन के तहत दीदी कैफे संचालित किए जाएंगे.''
10 किंग कोबरा लाए जाएंगे
मुख्य मंत्री ने बताया कि, ''प्रदेश के जंगलों में जहरीले सांपों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए किंग कोबरा को बसाया जाना जरूरी है. इसके लिए पहले चरण में 10 किंग कोबरा को मध्य प्रदेश लाने पर विचार हो रहा है. इसके अलावा सरकार किंग कोबरा और दुर्लभ प्रजाति के कछुओं के संरक्षण के लिए भी योजनाबद्ध तरीके से काम कर रही है.''
देश में चीतों की पहली बार शिफ्टिंग
18 फरवरी 2023 को दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते कूनो राष्ट्रीय उद्यान में लाए गए थे. इनमें से 5 साल के पावक और साढ़े पांच साल के प्रभाष को गांधी सागर में शिफ्ट किया जा रहा है. यह देश के अंदर चीतों की पहली शिफ्टिंग है. रविवार 20 अप्रैल को केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव के साथ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इन दोनों चीतों को गांधी सागर के बाड़े में छोड़ेंगे. चीतों के लिए गांधी सागर अभ्यारण बेहतर जगह मानी जा रही है.
वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट सुदेश बाघमारे ने बताया कि, ''कूनो के बाद मंदसौर का गांधी सागर अफ्रीकी चीतों के लिए अनुकूल और आदर्श जगह है. यहां की जलवायु में चीतों का सर्वाइवल रेट भी अधिक है. ऐसे में यदि सरकार इसी तरह चीतों को बसाने का प्रयास जारी रखेगी, तो जल्द ही चीतों के मामले में भी मध्य प्रदेश की पहचान दुनिया में होगी. चीतों यहां खुली हवा में शिकार कर सकेंगे.''