मध्य प्रदेश
गौ-शालाओं से मध्यप्रदेश में गौ-सेवा की लिखेंगे नई इबारत : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
12 Apr, 2025 09:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश में गौ-संरक्षण और संवर्धन की दिशा में राज्य सरकार द्वारा तेजी से संकल्पबद्ध होकर कार्य किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प को पूरा करने के लिए गौ-शालाओं के विस्तार के लिए योजनाबद्ध रूप से प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में गौ-शालाओं के माध्यम से गौ-सेवा की नई इबारत लिखी जाएगी और प्रदेश में नई दुग्ध क्रांति लाई जाएगी। इससे दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के साथ ही दुग्ध उत्पादकों की आमदनी में भी वृद्धि की जाएगी। हमारा प्रयास है कि दुग्ध उत्पादकों को दुग्ध के बेहतर दाम मिले। इस दिशा में हम तेजी से प्रयास कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव शनिवार को इंदौर जिले के महू-मण्डलेश्वर मार्ग पर स्थित आशापुरा में प्रदेश में हाईटेक कामधेनु गौ-शाला के भूमि-पूजन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस गौ-शाला में 10 हजार गायों के पालन-पोषण की व्यवस्था रहेगी। यह गौ-शाला लगभग 25 हेक्टेयर क्षेत्र में बनाई जा रही है। इस गौ-शाला का निर्माण इंदौर नगर निगम द्वारा किया जायेगा। इसकी देखरेख की जिम्मेदारी भी नगर निगम ही संभालेंगी। गौ-शाला के संचालन में संत समाज का सहयोग भी लिया जायेगा। गौ-शाला के संचालन में समाजसेवी नि:स्वार्थ भाव से गौ-सेवा के कार्यों में जुड़ सकेंगे। गायों के पालन और संरक्षण के लिये सभी जरूरी सुविधाएं गौ-शाला में रहेंगी। गौ-शाला क्षेत्र में सघन पौध-रोपण भी किया जायेगा। कार्यक्रम में महापौर पुष्यमित्र भार्गव, राज्यसभा सदस्य सु कविता पाटीदार, विधायक सु उषा ठाकुर, जिला पंचायत अध्यक्ष मती रीना सतीश मालवीय, सुमित मिश्रा, श्रवण चावड़ा, निरंजन सिंह चौहान सहित जनप्रतिनिधि और स्वामी अच्युतानंद जी महाराज विशेष रूप से मौजूद रहे।
दुग्ध उत्पादकों को मिलें बेहतर दाम
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में सभी वर्ग की बेहतरी के लिए राज्य सरकार द्वारा संकल्पबद्ध होकर प्रयास किये जा रहे हैं। प्रदेश की अर्थव्यवस्था कृषि आधारित है। कृषि क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए राज्य शासन द्वारा निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। हमारी सरकार दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के भी निरंतर प्रयास कर रही है। साथ ही हमारे प्रयास है कि दुग्ध उत्पादकों को दुग्ध के बेहतर दाम मिले। अभी देश के कुल दुग्ध उत्पादन का 9 प्रतिशत उत्पादन मध्यप्रदेश में है, इसे बढ़ाकर 20 प्रतिशत करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में निराश्रित गौ-वंश की समस्याओं का समाधान गौ-शालाओं के माध्यम से किया जा रहा है। प्रदेश के सभी बड़े नगरों में हजारों गौ-वंश क्षमता की गौ-शालाएँ स्थापित कर उनका बेहतर संचालन सुनिश्चित किया जा रहा है। इंदौर में भी अब 10 हजार गौ-वंश क्षमता की अत्याधनिक सुविधाओं से युक्त गौ-शाला बनायी जा रही है। यह कामधेनु गौ-शाला अद्भुत होगी। उन्होंने कहा कि गौ-शालाओं के विकास में शासन के साथ समाज की सहभागिता भी सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने आहवान किया की समर्पण और सेवा भाव के साथ समाज का हर वर्ग गौ-शाला के संचालन में सहयोग के लिये भागीदार बने। राज्य शासन द्वारा गौ-शालाओं के विकास और विस्तार में किसी भी तरह की कमी नहीं आने दी जायेगी।
गौ-माता की सेवा हमारी संस्कृति एवं संस्कारों का अहम हिस्सा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गौ-माता की सेवा हमारी संस्कृति एवं संस्कारों का अहम हिस्सा है। गौ-माता में 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास होता है, जो हमारे लिये पूजनीय है। उन्होंने कहा कि गौ-वंश के संरक्षण और संवर्धन के लिये राज्य शासन निरंतर प्रयासरत है। हमने यह वर्ष गौ-माता की सेवा को समर्पित किया है। गौ-वंश को बढ़ावा देने के लिये डॉ. भीमराव अम्बेडकर के नाम से योजना प्रारंभ की गयी है। इस योजना में गौ-वंश पालकों को अनुदान दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि गौ-संरक्षण एवं गौ-संवर्धन के लिये मध्यप्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है। प्रदेश में स्वावलंबी गौ-शालाओं की स्थापना नीति-2025 बनायी गयी है। निराश्रित गौ-वंश की समस्या का समाधान गौ-शालाओं की स्थापना से किया जा रहा है।
गौ-सेवा कर, बछिया को दुलारा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम के प्रारंभ में गौमाता का पूजन कर गौ-ग्रास भी खिलाया। मुख्यमंत्री ने बछिया को गोद में लेकर स्नेह से दुलार किया। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने अपने सम्बोधन में कहा कि मध्यप्रदेश में हर क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में विकास की नयी इबारत लिखी जा रही है। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा गौ-वंश के संरक्षण एवं संवर्धन के लिये कृत संकल्पित होकर कार्य किये जा रहे हैं। हातोद स्थित गौ-शाला का कायाकल्प किया गया। इसे उच्च सुविधाओं से युक्त किया गया है। इससे गायों की संख्या बढ़कर 650 से 2 हजार हो गयी। इंदौर देश की एकमात्र ऐसी नगर निगम होगी जहाँ गौ-सेवा के लिये सवा सौ बीघा भूमि पर गौ-शालाये होंगी। स्वामी अच्चुतानंदजी महाराज ने कहा कि गौ-रक्षा की दिशा में यह सबसे बड़ा प्रकल्प है। यह गौ-शाला देश की अन्य गौ-शालाओं के लिये उत्कृष्ट उदाहरण बनेगी। गौ-वंश का संरक्षण एवं संवर्धन अब जन-आंदोलन बन गया है।
सर्वसुविधा युक्त होगी कामधेनु गौ-शाला आशापुरा (महू)
नगर निगम इंदौर द्वारा महू तहसील के आशापुरा ग्राम में कामधेनु गौ-शाला का निर्माण प्रारंभ किया गया है। इस गौ-शाला के लिए कलेक्टर इंदौर द्वारा लगभग 25 हेक्टेयर भूमि आवंटित कर गौ-वंश के संवर्धन हेतु नगर निगम इन्दौर के अधिपत्य में दी गयी है। उक्त भूमि पर नगर निगम इंदौर द्वारा गौ-वंश संवर्धन के उददेश्य से कार्य योजना तैयार की गई है। इसमें कुल 10 हजार गौ-वंश के लिये लगभग 8 शेड बनाये जायेंगे। प्रत्येक शेड के साथ में गौ-वंश के सुगम विचरण हेतु खुला स्थान रहेगा। परिसर में गौ-वंश के आहार भण्डारण हेत भूसाघर एवं दानाघर का प्रावधान किया गया है। बीमार गौ-वंश की देखभाल हेतु विशेष सविधाओं से युक्त पृथक शेड का निर्माण किया जायेगा। हरे चारे की बुआई हेतु खुली कृषि भूमि का भी प्रावधान रखा गया है। सड़क के दोनों ओर तालाब के चारों ओर एवं अन्य निर्धारित स्थान पर सघन पौध-रोपण किया जायेगा। परिसर में एक गौ-पूजन केन्द्र का निर्माण किया जायेगा। पानी की पर्याप्त व्यवस्था की जायेगी। अन्य जरुरी कार्य भी कराये जायेंगे।
अंबेडकर जयंती के दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित, 14 अप्रैल को ये सभी रहेंगे बंद
12 Apr, 2025 08:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से बड़ी खबर आ रही है। जहां अंबेडकर जयंती पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। जिसमें सभी सरकारी कार्यालय, सरकारी-निजी स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे। अंबेडकर जयंती के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है।
भारत सरकार के उक्त ज्ञापन के अनुक्रम में परक्राम्य लिखत अधिनियम 1881 की धारा-25 के स्पष्टीकरण द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए राज्य सरकार एतद्द्वारा डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर सोमवार 14 अप्रैल 2025 को संपूर्ण मध्य प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश घोषित करती है।
चलती ट्रेन से गिरते ही आरपीएफ जवान ने थामा हाथ, बचाई यात्री की जान
12 Apr, 2025 06:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल स्टेशन पर प्रधान आरक्षक नितिन अमरोही की सतर्कता से टली बड़ी दुर्घटना
भोपाल: मंडल रेल प्रबंधक श्री देवाशीष त्रिपाठी के मार्गदर्शन में पश्चिम मध्य रेलवे, भोपाल मंडल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। इसी क्रम में भोपाल रेलवे स्टेशन पर एक सतर्क रेल सुरक्षा बल जवान द्वारा दिखाई गई फुर्ती और संवेदनशीलता ने एक यात्री की जान बचा ली।
गाड़ी संख्या 20103 गोरखपुर एक्सप्रेस जब भोपाल स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 2 से रवाना हो रही थी, उस समय विदिशा निवासी राहुल सिंह राजपूत, जो स्लीपर कोच के पायदान पर बैठा था, असंतुलित होकर नीचे गिरने लगा। प्लेटफॉर्म पर ड्यूटी पर तैनात रेल सुरक्षा बल के प्रधान आरक्षक नितिन अमरोही ने स्थिति की गंभीरता को तुरंत भांपते हुए बिना एक पल गंवाए तेजी से कार्रवाई की। उन्होंने गिरते हुए यात्री को थाम लिया और उसे ट्रेन के नीचे जाने से बचाते हुए सुरक्षित स्थान पर खींच लिया।
इस साहसिक प्रयास के कारण यात्री को किसी भी प्रकार की शारीरिक चोट नहीं आई। यदि यह त्वरित प्रतिक्रिया नहीं होती, तो यह घटना एक बड़ी दुर्घटना में बदल सकती थी। यह कार्य न केवल RPF की सतर्कता का प्रमाण है, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। इस संबंध में वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री सौरभ कटारिया ने बताया, "रेलवे में यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रधान आरक्षक नितिन अमरोही द्वारा दिखाई गई तत्परता अत्यंत सराहनीय है और यह समस्त सुरक्षा बल के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत करती है।"
पश्चिम मध्य रेलवे यात्रियों से अपील करता है कि यात्रा के दौरान कोच के दरवाजे या पायदान पर बैठने से परहेज करें और हमेशा अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें। आपकी सतर्कता और रेलवे की सजगता मिलकर ही एक सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित कर सकती है।
गोरखपुर खंड में नॉन इंटरलॉकिंग कार्य के चलते पुणे-गोरखपुर-पुणे एक्सप्रेस ट्रेन निरस्त
12 Apr, 2025 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: गोरखपुर कैंट खंड के बीच तीसरी लाइन के निर्माण कार्य के तहत नॉन इंटरलॉकिंग कार्य किए जाने के कारण भोपाल मंडल से गुजरने वाली पुणे-गोरखपुर-पुणे एक्सप्रेस अपने निर्धारित तिथियों में निरस्त रहेंगी
गाड़ी संख्या 11037 पुणे–गोरखपुर एक्सप्रेस दिनांक 17 अप्रैल, 24 अप्रैल एवं 01 मई 2025 को निरस्त रहेगी। वहीं, वापसी दिशा की गाड़ी संख्या 11038 गोरखपुर–पुणे एक्सप्रेस दिनांक 19 अप्रैल, 26 अप्रैल एवं 03 मई 2025 को निरस्त की जाएगी।
यात्रियों से अनुरोध है कि असुविधा से बचने के लिए रेलवे द्वारा अधिकृत रेलवे पूछताछ सेवा NTES/139 से गाड़ी की सही स्थिति की जानकारी प्राप्त करके तदनुसार यात्रा प्रारम्भ करें। उक्त विशेष ट्रेनों के विस्तृत समय और ठहराव की विस्तृत जानकारी हेतु कृपया www.enquiry.indianrail.gov.in पर जाएं या NTES ऐप डाउनलोड करें।
हनुमान जन्मोत्सव पर बाबा महाकालेश्वर मंदिर में हुई विशेष भस्म आरती
12 Apr, 2025 04:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उज्जैन: उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर आज विशेष भस्मआरती की गई. इसमें बाबा महाकाल ने बजरंगबली के स्वरूप में भक्तों को दर्शन दिए. भक्तों ने बाबा महाकाल के जयकारों के साथ भगवान हनुमान के नारे भी लगाए। इधर, उज्जैन के हनुमान मंदिरों में सुबह से ही दर्शनार्थियों की भीड़ लगी हुई है. सुबह मंदिरों में अभिषेक पूजा की गई और शाम को महाआरती और भंडारे का आयोजन किया जाएगा. शाम 6 बजे महाकाल मंदिर परिसर स्थित बाबा बाल हनुमान मंदिर से भगवान की शोभा यात्रा निकलेगी।
हनुमान जन्मोत्सव को लेकर धर्मधानी उज्जैन में उल्लास है. महाकाल मंदिर परिसर स्थित बाल हनुमान, गढ़कालिका स्थित कुमारेश्वर हनुमान, जेसी मिल परिसर स्थित बाल हनुमान मंदिर में भगवान का विशेष श्रृंगार किया गया है. आज सुबह अभिषेक, पूजन के बाद भोग लगाकर जन्म आरती की गई।
आंबापुरा में बनेगा नगर भोज का विश्व रिकॉर्ड
आंबापुरा स्थित प्राचीन जयवीर हनुमान मंदिर में हनुमान जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। अगले दिन रविवार 13 अप्रैल को नगर भोज होगा। संयोजक सुनील चावंड ने बताया कि 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं को टेबल-कुर्सियों पर बैठाकर दाल, बाफला, लड्डू की महाप्रसादी परोसी जाएगी। इस बार यह आयोजन गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने जा रहा है। इसके लिए गोल्डन बुक की टीम रविवार सुबह उज्जैन पहुंचेगी।
दक्षिणमुखी पंचमुखी हनुमान
चिमनगंज मंडी स्थित कमल कॉलोनी स्थित दक्षिणमुखी पंचमुखी हनुमान मंदिर में विशेष सजावट कर बजरंगबली का प्रकटोत्सव मनाया जा रहा है। शाम 7.30 बजे महाआरती की जाएगी और प्रसाद वितरित किया जाएगा।
6 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ रेप और हत्या मामले में जज ने कुछ यू बयां की दोषी को फांसी की सजा
12 Apr, 2025 03:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सिवनी मालवा: सिवनी मालवा के नयापुरा में 6 साल की मासूम बच्ची से दुष्कर्म और हत्या के मामले में शुक्रवार को कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए महज 88 दिन में बच्ची को न्याय दिलाया। महिला जज ने आरोपी को फांसी की सजा सुनाई। इस घटना को रिकॉर्ड किया गया और महज 88 दिन में फैसला सुनाया गया और आरोपी पर 3 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया और बच्ची के माता-पिता को 4 लाख रुपए का मुआवजा देने का आदेश दिया गया।
सोती हुई बच्ची को उठा ले गया था आरोपी
2 जनवरी 2025 की रात 6 साल की मासूम से दुष्कर्म और हत्या की घटना सामने आई है। आरोपी अजय बाडिवा उर्फ धुर्वे ने इस वारदात को अंजाम दिया। वह पीड़िता के मामा के घर में पलंग के नीचे सो रहा था, जहां बच्ची आई हुई थी। जब बच्ची की मां और मामा ने उसे घर से बाहर निकाल दिया तो वह रात में फिर घर में घुस गया और सो रही बच्ची को उठाकर जंगल में ले गया। वहां उसने नहर के किनारे बच्ची के साथ दुष्कर्म किया और उसकी हत्या कर दी। जिला अभियोजन अधिकारी राजकुमार नेमा ने इस मामले की जानकारी दी है। 2 जनवरी की रात आरोपी अजय बाडिवा (धुर्वे) घर में सो रही बच्ची को जंगल में ले गया। नहर के किनारे उसने उसके साथ दुष्कर्म किया और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। जिला अभियोजन अधिकारी राजकुमार नेमा ने बताया कि 2 जनवरी 2025 को बच्ची अपने मामा के घर आई थी। आरोपी उसी घर में पलंग के नीचे सो रहा था, जिसे बच्ची की मां और मामा ने भगा दिया। अजय ने जाते समय कहा कि मुझे एक बच्ची दे दो। इसके बाद मां ने बच्ची को सुला दिया। कुछ देर बाद आरोपी बच्ची को उठाकर ले गया। जंगल में ले जाकर दुष्कर्म किया और उसकी हत्या कर दी। बच्ची की मां ने आरोपी पर शक जताया था। पुलिस ने उसी रात आरोपी को गांव से गिरफ्तार कर लिया। उसने दुष्कर्म कर हत्या करना कबूल कर लिया। जज ने फैसले में बच्ची के दर्द पर एक कविता भी लिखी...
सरकार की ओर से विशेष लोक अभियोजक मनोज जाट ने पैरवी की। सिवनी मालवा के अधिवक्ताओं ने आरोपियों का केस न लड़ने का ऐलान किया था। लोगों ने आरोपियों को फांसी की सजा दिलाने के लिए प्रदर्शन भी किया।
जज की कविता... हां, एक और निर्भया:
2 और 3 जनवरी की थी वो दरमियानी रात जब कोई नहीं था मेरे साथ। इठलाती, नाचती छः साल की परी थी, मैं अपने मम्मी-पापा की लाडली थी। सुला दिया था उस रात बड़े प्यार से मां ने मुझे घर पर, पता नहीं था नींद में मुझे ले जाएगा।। “वो” मौत का साया बनकर। जब नींद से जागी तो बहुत अकेली और डरी थी मैं, सिसकियां लेकर मम्मी-पापा को याद बहुत कर रही थी मैं। न जाने क्या-क्या किया मेरे साथ, मैं चीखती थी, चिल्लाती थी, लेकिन किसी ने न सुनी मेरी आवाज़। थी गुड़ियों से खेलने की उम्र मेरी, पर उसने मुझे खिलौना बना दिया। “वो” भी तो था तीन बच्चों का पिता, फिर मुझे क्यों किया अपनों से जुदा। खेल-खेलकर मुझे तोड़ दिया, फिर मेरा मुंह दबाकर, मसला हुआ झाड़ियों में छोड़ दिया। हां मैं हूं निर्भया, हां फिर एक निर्भया, एक छोटा सा प्रश्न उठा रही हूं जो नारी का अपमान करे क्या इंसाफ निर्भया को मिला वह मुझे मिल सकता है। -तबस्सुम खान, विशेष न्यायाधीश
न्यायाधीश ने बच्ची के दर्द पर लिखी कविता
बताया जा रहा है कि बच्ची की मां और मामा ने आरोपी अजय को भगा दिया था, लेकिन जाने से पहले उसने कहा था कि बच्ची मुझे दे दो। इसके बाद मां ने बच्ची को सुला दिया और कुछ देर बाद आरोपी बच्ची को उठाकर जंगल में ले गया और दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी। बच्ची की मां ने आरोपी पर शक जताया था। पुलिस ने उसी रात आरोपी को गांव से गिरफ्तार कर लिया। उसने दुष्कर्म कर हत्या करने की बात कबूल कर ली। जज ने फैसले में बच्ची के दर्द पर कविता भी लिखी...
सरकार की ओर से विशेष लोक अभियोजक मनोज जाट ने पक्ष रखा। सिवनी मालवा के वकीलों ने आरोपियों का केस न लड़ने का ऐलान किया था। लोगों ने आरोपियों को फांसी की सजा दिलाने के लिए प्रदर्शन भी किया था।
राज्य स्तरीय सहकारी सम्मेलन को लेके मंत्रालय में सम्मेलन की तैयारियों की समीक्षा करते मंत्री विश्वास सारंग
12 Apr, 2025 03:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 के अंतर्गत आयोजित होने वाला राज्य स्तरीय सहकारिता सम्मेलन रविवार 13 अप्रैल को दोपहर 12 बजे रवींद्र भवन ऑडिटोरियम में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के मुख्य आतिथ्य एवं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में होगा। सम्मेलन में सांसद वीडी शर्मा विशिष्ट अतिथि होंगे। सहकारिता मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने शुक्रवार को मंत्रालय में सम्मेलन की तैयारियों की समीक्षा की।
बैठक में पशुपालन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) लखन पटेल, अपर मुख्य सचिव अशोक वर्णवाल, प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव, सहकारिता, पशुपालन, नगर निगम, पुलिस एवं जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। मंत्री सारंग ने निर्देश दिए कि कार्यक्रम सुव्यवस्थित हो, इसके लिए अलग-अलग कार्यों के लिए अलग-अलग अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जाए। साथ ही एक कंट्रोल रूम बनाया जाए, जिसके लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाए।
उन्होंने बैठक व्यवस्था, पास, आमंत्रण पत्र, वाहन पार्किंग के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मंत्री सारंग ने गर्मी की तीव्रता को देखते हुए पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को सौंपी गई जिम्मेदारियों की सूची बनाने को भी कहा। उन्होंने आयोजन स्थल पर मेडिकल टीम और पावर बैक-अप रखने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि सम्मेलन में राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के अध्यक्ष मीनेश शाह, मुख्य सचिव अनुराग जैन, केंद्रीय सहकारिता सचिव डॉ. आशीष कुमार भूटानी भी शामिल होंगे।
झाबुआ में टेम्पो ट्रेक्स पलटा, 4 की मौत, 7 घायल, 2 गंभीर
12 Apr, 2025 02:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झाबुआ: मध्य प्रदेश के झाबुआ में पेटलावद के रायपुरिया थाना क्षेत्र के बोलासा घाट पर शुक्रवार रात करीब 11 बजे एक यात्री वाहन (टेंपो ट्रैक्स) पलटने से एक महिला समेत तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में 8 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। एक अन्य व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई। इस तरह मरने वालों की संख्या 4 हो गई है। सभी घायलों को पेटलावद सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में 2 की हालत ज्यादा गंभीर है, जिन्हें गुजरात के दाहोद रेफर किया गया है। पेटलावद थाना प्रभारी दिनेश शर्मा ने बताया कि सभी लोग धार जिले के रहने वाले हैं। ये लोग परिवार के एक सदस्य के जहर खाने पर उसे इलाज के लिए पेटलावद सिविल अस्पताल ले जा रहे थे। इस दौरान बोलासा घाट पर चालक का संतुलन बिगड़ गया और वाहन पलट गया।
हादसे में इन लोगों की मौत
डुरु हटीला, नानसिग भाभोर, परमू हटीला, रेमा बाई पति केनू हटीला।
विक्रमोत्सव के अंतर्गत आज राजधानी दिल्ली में हुआ 'विक्रमादित्य महानाट्य' का महामंचन
12 Apr, 2025 01:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उज्जैन: 2000 के दशक की शुरुआत की एक अनूठी सांस्कृतिक पहल की शुरुआत उज्जैन की पावन धरती पर "सम्राट विक्रमादित्य महामंचन" के रूप में हुई। यह महानाटक सिर्फ एक ऐतिहासिक चरित्र का स्मरण नहीं था, बल्कि एक ऐसे युग की पुनर्स्थापना थी जिसे भारतीय संस्कृति, न्याय और नैतिकता का प्रतीक माना जाता है। इस नाटक की सबसे दिलचस्प बात यह रही कि सम्राट महेंद्रादित्य (विक्रमादित्य के पिता) की भूमिका को डॉ. मोहन यादव ने खुद जीवंत कर दिया।
नाटक के समय किसी ने सोचा भी नहीं था कि मंच पर आया यह युवक भविष्य में मध्य प्रदेश के विक्रमादित्य की तरह एक नेता, सांस्कृतिक संरक्षक और जन प्रतिनिधि के रूप में पहचाना जाएगा। डॉ. यादव के संस्कृति और साहित्य के प्रति इसी प्रेम ने उन्हें सत्ता के शीर्ष पर पहुंचा दिया। सत्ता में आने के बाद भी उनका रुझान सिर्फ नाटक तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि उन्होंने नाटक को सामाजिक जागरूकता और सांस्कृतिक पुनर्जागरण का माध्यम बना दिया।
विक्रमदर्शिता प्राधिकरण से हुई शुरुआत
मुख्यमंत्री डॉ. यादव जब उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष बने तो उन्होंने विकास को केवल अधोसंरचना निर्माण तक सीमित नहीं रखा। उन्होंने सम्राट विक्रमादित्य के दृष्टिकोण से उज्जैन नगर को इतिहास, आस्था और आधुनिकता के संगम नगर के रूप में देखा। उनकी पहल पर नगर में चार दिशाओं में भव्य प्रवेश द्वार बनाए गए, जो चार युगों के प्रतीक हैं। यह कार्य न केवल स्थापत्य की दृष्टि से अभिनव था, बल्कि सांस्कृतिक चेतना को भी जागृत करता था। उज्जैन को देश का पहला ऐसा नगर बनने का गौरव प्राप्त हुआ, जिसमें संस्कृति का स्वागत दिशा-प्रेरित प्रवेश द्वारों से किया गया।
विक्रम विश्वविद्यालय को नई पहचान
मुख्यमंत्री डॉ. यादव का अगला महत्वपूर्ण कार्य सम्राट विक्रमादित्य के नाम पर स्थापित विक्रम विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना था। उन्होंने न केवल विश्वविद्यालय में शोध और शैक्षणिक गुणवत्ता को बढ़ावा देने की योजना बनाई, बल्कि सम्राट विक्रमादित्य के साहित्य, न्याय दर्शन और सांस्कृतिक मूल्यों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने की दिशा में विशेष प्रयास भी शुरू किए।
लाल किले से राष्ट्रव्यापी मंच तक
अब जबकि डॉ. यादव सत्ता और संस्कृति के बीच सेतु बन चुके हैं, तो उन्होंने अपने पुराने सांस्कृतिक अभियान को उत्थान के नए आयाम पर ले जाने का संकल्प लिया है। उनके नेतृत्व में टीम अब पूरे देश में सम्राट विक्रमादित्य की भव्य नाट्य प्रस्तुति के लिए तैयार है। सम्राट विक्रमादित्य के जीवन और दर्शन पर आधारित यह नाट्य लाल किले जैसे ऐतिहासिक स्थल पर मंचित होकर राष्ट्रीय गौरव और सांस्कृतिक विरासत को पुनर्स्थापित करेगा और सांस्कृतिक उत्थान के नए आयाम स्थापित करेगा।
"सम्राट विक्रमादित्य" सिर्फ इतिहास के पात्र नहीं हैं, वे भारतीय मानस के आदर्श पुरुष हैं। डॉ. मोहन यादव ने उन्हें सुशासन के प्रेरणास्रोत में तब्दील कर दिया है। उनका अभियान सिर्फ उज्जैन या मध्य प्रदेश तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे भारत में सांस्कृतिक चेतना की लौ जलाने वाला है। जब लाल किले की प्राचीर पर विक्रमादित्य की गाथा गूंजेगी, तो यह सिर्फ नाट्य प्रस्तुति नहीं होगी। यह भारतीय अस्मिता का उत्सव होगा।
इंदौर पश्चिमी रिंग रोड: 12 गांवों की जमीन का सर्वे शुरू, मुआवजे पर सहमति न बनने से रुका था काम
12 Apr, 2025 12:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इंदौर: प्रशासन और किसानों के बीच मुआवजे पर सहमति बनने के बाद पश्चिमी रिंग रोड में आने वाली निजी जमीन का सर्वे कार्य शुरू कर दिया गया है। हातोद तहसील में सबसे पहले शुरू हुआ सर्वे कार्य गुरुवार को पूरा हो गया। तीन दिन में तहसील के 12 गांवों की 164.8870 हेक्टेयर निजी जमीन का सर्वे कर रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। अब देपालपुर और सांवेर तहसील के 14 गांवों की 307.1829 हेक्टेयर जमीन का सर्वे कार्य होगा। पश्चिमी रिंग रोड निर्माण के लिए इंदौर जिला प्रशासन और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा सर्वे कार्य शुरू कर दिया गया है। शिप्रा से पीथमपुर नैट्रेक्स तक बनने वाली 64 किलोमीटर लंबी पश्चिमी रिंग रोड में अब किसानों को नई गाइडलाइन के अनुसार दोगुना मुआवजा दिया जाएगा। इस पर सहमति बनने के बाद सर्वे किया जा रहा है।
हातोद के गांवों से होकर गुजरेगी सड़क
हातोद तहसील में मंगलवार से सर्वे शुरू कर दिया गया। सड़क में आने वाली 158.1178 हेक्टेयर और 6.7692 हेक्टेयर अतिरिक्त निजी भूमि का सर्वे कार्य पूरा हो चुका है। सड़क हातोद तहसील के 12 गांवों की 174.3415 हेक्टेयर भूमि से होकर गुजर रही है। इसमें 164.8870 हेक्टेयर निजी और 9.4545 हेक्टेयर सरकारी भूमि शामिल है। सरकारी भूमि का सर्वे पहले ही पूरा हो चुका है। अब एनएचएआई के भूमि अधिग्रहण के लिए सक्षम प्राधिकारी (सीएएलए) द्वारा निजी भूमि का सर्वे किया जा रहा है।
472 हेक्टेयर निजी भूमि का होगा सर्वे
वेस्ट रिंग रोड इंदौर जिले की तीन तहसीलों की 570.5678 हेक्टेयर भूमि से होकर गुजर रही है। इसमें 472.0699 हेक्टेयर निजी और 98.1829 हेक्टेयर सरकारी भूमि शामिल है। निजी भूमि का सर्वे कार्य एक साल से बंद था, लेकिन अब सर्वे किया जा रहा है।
998 किसानों की जमीन
पश्चिमी रिंग रोड तीन तहसीलों के 26 गांवों से होकर गुजर रही है। इन गांवों के 998 किसानों की जमीन सड़क की जद में आ रही है। इसमें 864 किसानों की जमीन मुख्य सड़क के लिए और 134 किसानों की जमीन अतिरिक्त सड़क के लिए अधिग्रहित की जानी है। सबसे ज्यादा 512 किसान सांवेर तहसील के हैं। जबकि 333 हातोद और 153 किसान देपालपुर तहसील के हैं।
सर्वे का काम पूरा
हातोद तहसील में सर्वे का काम पूरा हो चुका है। तीन दिन में 12 गांवों की सैकड़ों हेक्टेयर जमीन का सर्वे का काम पूरा कर लिया गया। सर्वे के दौरान राजस्व विभाग और एनएचएआई के अधिकारी मौजूद रहे। - रवि वर्मा, एसडीएम हातोद
क्रिकेट के नाम पर करोड़ों का खेल, IPL सट्टा रैकेट में पांच गिरफ्तार
12 Apr, 2025 11:55 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नर्मदापुरम नगर पालिका के कर्मचारी और कुछ स्थानीय नेताओं के बेटे भोपाल के बागसेवनिया थाना क्षेत्र में किराये का कमरा लेकर आईपीएल का सट्टा बुक करते हुए पकड़े गए हैं। यह लोग पहले भी नर्मदापुरम में सट्टा खिलाते हुए पकड़े जा चुके हैं, जिस कारण आईपीएम का मैच शुरू होते ही पुलिस इनकीनिगरानी करने में लगी थी। स्थानीय पुलिस से बचने के लिए नपा कर्मचारी और नेताओं के बेटे, रईशजादे भोपाल आकर सट्टा बुक कर रहे थे। बागसेवनिया की एक पॉश कॉलोनी में किराये के कमरे में यह सभी अवैध कारोबार कर रहे थे। स्थानीय पुलिस को भनक लगी तो छापा मारा। छापे में ज्यादा राशि तो बरामद नहीं हुई है, लेकिन जो इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट्स, मोबाइल और लिखापढ़ी के कागज मिले हैं, उनके मुताबिक यह गिरोह करोड़ों का सट्टा एक सीजन के आईपीएल मैच में बुक करता था। सभी आरोपी कभी साथ में तो कभी अलग-अलग वाहनों से प्रतिदिन सट्टा बुक करने भोपाल आते थे और देर रात या अल सुबह वापस नर्मदापुरम लौट जाते थे।
बागसेवनिया थाने के उप निरीक्षक मुकेश स्थापक ने बताया कि अरन्या इंक्लेव स्थिक एक घर में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का सट्टा बुक करते हुए कृष्णा शर्मा, तरुण शर्मा, दीपक बोहरे, सत्यम तिवारी और अर्पित उपाध्याय को पकड़ा गया है। पूछताछ में सभी ने नर्मदापुरम का रहने वाला बताया है। सभी अलग-अलग संस्थान व व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। पुलिस सूत्रों की मानें तो इनमें से दीपक बोहरे नर्मदापुरम नगर पालिका का कर्मचारी है, दो स्थानीय नेताओं के बिगड़ैल बेटे हैं। आरोपियों ने सट्टा बुक करने के लिए ही भोपाल में किराये का फ्लैट लिया था। पांचों के पास से एक डायरी मिली है। इसमें लाखों का हिसाब-किताब सामने आया है। मोबाइल की जांच के बाद पुलिस ने खाईवाल प्रकाश गुप्ता, लालू चौकसे और ऋषि सराठे के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज किया है।
बिना वेरिफिकेशन दिया था किराये पर
उप निरीक्षक स्थापक ने बताया कि आरोपियों ने बिना पुलिस कराए ही किराये का मकान लेना बताया है। अब उस मकान के मालिक से संपर्क किया जा रहा है। मकान मालिक को नोटिस जारी कर पूछा जाएगा कि उसने बिना पुलिस वेरीफिकेशन कराए मकान किराए पर क्यों दिया था, जिसमें अवैध गतिविधियां होना पाई गई है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर मकान मालिक के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज किया जाएगा।
तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने बाइक को मारी टक्कर, दो की मौके पर मौत
12 Apr, 2025 11:51 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सीहोर जिले के समीपस्थ ग्राम जहांगीरपुरा रोड पर शुक्रवार रात नौ बजे एक गंभीर सड़क हादसा हो गया। तेज रफ्तार ट्रैक्टर चालक ने वाहन को लापरवाही से चलाते हुए एक बाइक सवार को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में बाइक पर सवार एक आठ वर्षीय बच्चे सहित दो की मौके पर ही मौत हो गई। इसके साथ ही बाइक पर सवार मृतक की पत्नी और एक मासूम गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जानकारी के अनुसार ग्राम बड़ी मुंगावली थाना मंडी निवासी रामचरण (40) पिता राम प्रसाद पुरवइया अपनी पत्नी लीला बाई और दो भतीजे अभ्यांश (8) पिता बैजनाथ और आयुष (12) निवासी ग्राम बैराबल थाना कालापीपल के साथ बाइक पर सवार होकर रिश्तेदारी में मुंडन के कार्यक्रम में ग्राम जहांगीरपुरा पहुंचे थे। बताया जाता है कि कार्यक्रम के पश्चात शुक्रवार को रात नौ बजे के करीब चारों बाइक पर सवार होकर वापस अपने गांव मुंगावली जा रहे थे। इसी दौरान जहांगीरपुरा के पास रपटे के समीप एक तेज रफ्तार अज्ञात ट्रैक्टर चालक ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि रामचरण और मासूम अभ्यांश की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, बाइक पर सवार लीलाबाई और उसका भतीजा आयुष गंभीर रूप से घायल हो गए। चीख पुकार की आवाज सुनकर लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी।
घायलों को पहुंचाया अस्पताल, हालत गंभीर
घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को तत्काल अस्पताल भिजवाया गया। वहीं, दोनों मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए मर्चुरी में रखवाया गया है। पुलिस ने तेज रफ्तार ट्रैक्टर ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इस मामले में कोतवाली थाना प्रभारी रविन्द्र यादव ने बताया कि ट्रैक्टर और बाइक की टक्कर में दो लोगों की मौत हुई है। जिसमें एक बच्चा भी शामिल है। पुलिस मामले में ट्रैक्टर चालक की तलाश कर रही है। शीघ्र ही उसे गिरफ्तार कर जेल भिजवाया जाएगा।
15 अप्रैल तक राहत तय, बारिश और ओलों से मौसम हुआ खुशगवार
12 Apr, 2025 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शनिवार सुबह इंदौर समेत मध्यप्रदेश के कई जिलों में मौसम ने करवट ली। इंदौर के कई क्षेत्रों में बारिश के साथ ओले भी गिरे। अचानक बदले इस मौसम ने लोगों को भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों से राहत दी है। मौसम विभाग के अनुसार अब 15 अप्रैल तक तेज गर्मी और लू का कोई अलर्ट नहीं है। आने वाले चार दिनों तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश, ओले, आंधी और गरज-चमक की संभावना बनी रहेगी। इससे पहले शुक्रवार को भी ग्वालियर समेत कई शहरों में बारिश दर्ज की गई, जबकि भोपाल में बादल छाए रहने से तापमान में गिरावट देखी गई।
इन जिलों में आज भी बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी
मौसम विभाग ने शनिवार को इंदौर, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में ओले गिरने की संभावना जताई है। वहीं भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, नर्मदापुरम, उज्जैन, रीवा, शहडोल और सागर संभाग के कुल 31 जिलों में तेज आंधी और बारिश की चेतावनी जारी की गई है। प्रदेश के कई हिस्सों में मौसम के बदले मिजाज ने न केवल तापमान में गिरावट लाई है, बल्कि गर्मी से राहत दिलाते हुए लोगों को ठंडक का अहसास भी कराया है।
तापमान में गिरावट, लू का असर नहीं
मौसम विभाग, भोपाल की वरिष्ठ वैज्ञानिक के अनुसार, वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ, दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन और दो ट्रफ के सक्रिय रहने के कारण प्रदेश का मौसम पूरी तरह बदल गया है। इसी वजह से 15 अप्रैल तक लू का असर नहीं रहेगा। दिन और रात दोनों के तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी। शुक्रवार को भी प्रदेश के कई जिलों में तेज गर्मी और लू से थोड़ी राहत मिली थी। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर समेत कई जगहों का पारा 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ गया है।
बादल और बारिश ने मौसम को बनाया सुहावना
प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में मौसम ने अलग-अलग रूप दिखाए। भोपाल में सुबह से ही बादल छाए रहे, जबकि ग्वालियर में हल्की बारिश ने मौसम को ठंडा कर दिया। शाम के समय रीवा, अनूपपुर, मुरैना, सीहोर, शहडोल और मऊगंज में भी मौसम पूरी तरह से बदल गया। बारिश और ठंडी हवाओं ने गर्मी से राहत दी और लोगों ने मौसम का लुत्फ उठाया। मौसम विभाग ने संकेत दिए हैं कि प्रदेश में ऐसा ही मौसम 15 अप्रैल तक बने रहने की संभावना है।
वक्फ बिल का पोस्टर दिखाकर किया विरोध, मोती मस्जिद में वक्फ बिल के खिलाफ हुआ प्रदर्शन
11 Apr, 2025 07:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: शुक्रवार 11 अप्रैल को भोपाल की मोती मस्जिद पर वक्फ बिल के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। शहर भर से युवा पोस्टर लेकर प्रदर्शन में पहुंचे। सुरक्षा के लिए पुलिस और क्यूआरएफ अलर्ट पर रही।
इकबाल मैदान में प्रदर्शन की नहीं मिली अनुमति
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रदर्शन के बाद अब मध्य प्रदेश मुस्लिम त्यौहार कमेटी ने वक्फ बिल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कमेटी ने शुक्रवार की नमाज के बाद भोपाल के इकबाल मैदान में इकट्ठा होने का ऐलान किया था, लेकिन कमेटी को प्रदर्शन की अनुमति नहीं मिली।
वक्फ बिल को ना कहने के पोस्टर लेकर आए
एमपी मुस्लिम त्यौहार कमेटी ने शहर की मोती मस्जिद के पास प्रदर्शन शुरू किया। जुमे की नमाज के बाद लोग प्रदर्शन के लिए जुटने लगे। वे हाथों में हैशटैग (#) के साथ वक्फ बिल को ना कहने के पोस्टर लेकर पहुंचे। कुछ वकील हाथों में संविधान की किताब लेकर पहुंचे।
कहते कुछ और करते कुछ और
प्रदर्शन में पहुंचे एक वकील ने कहा- वक्फ बिल पहले भी गरीबों के लिए था और अब भी है। आपने संसद में अमित शाह का बयान सुना होगा। जिसमें उन्होंने कहा था कि कोई भी हिंदू वक्फ कमेटी में नहीं होगा, लेकिन बाद में उन्होंने बयान बदल दिया। वे कहते कुछ हैं और करते कुछ हैं।
पहाड़ों के बीच प्रगति का सेतु ‘अंजी खड्ड’
11 Apr, 2025 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल: जब घाटियां गहरी होती हैं और पहाड़ रास्ता रोकते हैं, तब इंसान के सपने ऊंचे हो जाते हैं। कश्मीर के दिल तक पहुंचने के इन्हीं ऊंचे सपनों ने फिर से एक नई कहानी को जन्म दिया है। ये कहानी एक पुल की है जो सिर्फ लोहे और केबल से नहीं, हिम्मत और हुनर से भी बना है। ये कहानी है भारत के पहले केबल-स्टेड रेलवे ब्रिज- अंजी खड्ड ब्रिज की जो जम्मू-कश्मीर की चुनौतीपूर्ण घाटियों के बीच, अंजी नदी की गहरी खाई को पाटता है। कटरा और रियासी के बीच कनेक्टिविटी को एक नया आयाम देने जा रहा यह अद्भुत संरचना भारतीय इंजीनियरिंग के आत्मविश्वास और कौशल की मिसाल है।
यह ब्रिज उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (USBRL) परियोजना का महत्वपूर्ण हिस्सा है जो कटरा-बनिहाल रेल खंड में बनाया गया है। ऊबड़-खाबड़ रास्ते और कठिन भौगोलिक परिस्थितियाँ जैसी सभी सीमाओं को पार कर यह ब्रिज घाटी को देश के बाकी हिस्सों से और मजबूती के साथ जोड़ रहा है।
आकर्षक डिजाईन के साथ बने इस ब्रिज का निर्माण कार्य सिर्फ 11 महीने में ही पूरा कर लिया गया है जो नदी तल से 331 मीटर ऊंचाई पर स्थित है जबकि नीव से 193 मीटर ऊंचा एक मजबूत सेंट्रल पायलन पर टिका हुआ है, जो इसकी पूरी संरचना को संतुलन में रखता है। अंजी खड्ड ब्रिज, चिनाब ब्रिज के बाद भारत का दूसरा सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज भी है। इस ब्रिज को 96 केबलों के सहारे बनाया गया है जिनका कुल वजन 849 मीट्रिक टन और कुल लंबाई 653 किलोमीटर है। 725 मीटर लम्बे इस ब्रिज की संरचना में 8,215 मीट्रिक टन स्टील का इस्तेमाल किया गया है।
मौजूदा आवश्यकताओं के मद्देनजर बने इस ब्रिज से जम्मू-कश्मीर के विकास के तार जुड़े हुए हैं। यह ब्रिज घाटी के दूर-दराज इलाकों मेंं बसे गांवों और कस्बों का बड़े शहरों के साथ सीधा संपर्क स्थापित करता है जिससे विकासशील जगहों पर चिकित्सा, शिक्षा और अन्य सुविधाओं की उपलब्धता आसान हो जाएगी। बेहतर कनेक्टिविटी के वजह से स्थानीय लोगों लिए रोज़गार के नए अवसरो का सृजन होगा साथ ही घाटी में व्यापार और पर्यटन को भी जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा।
● पुल की कुल लंबाई: 725 मीटर
● नदी के तल से ऊंचाई: 331 मीटर
● सेंट्रल पायलन की ऊंचाई: 193 मीटर
● केबल की संख्या: 96
● केबल का कुल वजन: 849 मीट्रिक टन
● केबल की कुल लंबाई: 653 किलोमीटर
● निर्माण में कुल स्टील का इस्तेमाल: 8,215 मीट्रिक टन