खेल
डी गुकेश ने कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट जीता
22 Apr, 2024 12:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत के 17 वर्षीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने टोरंटो में चल रहे कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट जीतकर इतिहास रच दिया। इसके साथ ही वह 40 साल पहले महान गैरी कास्पारोव द्वारा बनाए गए रिकॉर्ड को तोड़ते हुए विश्व खिताब के लिए सबसे कम उम्र के चैलेंजर बन गए। गुकेश कैंडिडेट्स चेस टूर्नामेंट जीतने वाले सबसे युवा खिलाड़ी भी बने।वह विश्वनाथन आनंद के बाद कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट जीतने वाले दूसरे भारतीय भी हैं। गुकेश ने 14वें और अंतिम राउंड में अमेरिकी हिकारू नाकामुरा के साथ आसान ड्रॉ खेला और टूर्नामेंट को 14 में से नौ अंकों के साथ समाप्त किया। कैंडिडेट्स शतंरज टूर्नामेंट विश्व चैंपियन के लिए चुनौती तय करने के लिए आयोजित किया जाता है।
इस जीत के साथ ही गुकेश मौजूदा विश्व चैंपियन चीन के डिंग लिरेन को इस साल के आखिर में होने वाले मुकाबले में चुनौती दे सकेंगे। चेन्नई के इस युवा चेस खिलाड़ी ने कास्पारोव के रिकॉर्ड को काफी हद तक बेहतर कर दिया। रूस के पूर्व महान कास्पारोव 22 साल के थे जब उन्होंने 1984 में हमवतन अनातोली कारपोव के साथ भिड़ने के लिए क्वालिफाई किया था।गुकेश ने जीत के बाद कहा, 'बहुत राहत मिली और बहुत खुशी हुई। मैं फैबियो कारुआना और इयान नेपोमनियाच्ची के खेल को भी फॉलो कर रहा था (ये दोनों भी दावेदार थे और एक अलग मैच में एक दूसरे से भिड़ रहे थे)। इसके बाद मैंने एक और खिलाड़ी ग्रेगोरज गाजेव्स्की से बातचीत की, मुझे लगता है कि इससे मदद मिली।'
गुकेश ने टूर्नामेंट जीतने के साथ 88,500 यूरो (लगभग 78.5 लाख रुपये) का नकद पुरस्कार भी जीता। उम्मीदवारों की कुल पुरस्कार राशि 5,00,000 यूरो थी। गुकेश महान विश्वनाथन आनंद के बाद यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट जीतने वाले दूसरे भारतीय बने। पांच बार के विश्व चैंपियन आनंद की जीत 2014 में हुई थी।
भारत के सबसे युवा ग्रैंडमास्टर हैं गुकेश, विश्व खिताब से बस कुछ कदम दूर
22 Apr, 2024 12:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चेन्नई के 17 वर्षीय डी गुकेश ने प्रतिष्ठित कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में दूसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी के रूप में हिस्सा लिया था। हालांकि, अब कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट के अंतिम दौर में हिकारू नाकामुरा के खिलाफ ड्रॉ खेलने के बाद वह इस टूर्नामेंट के सबसे कम उम्र के विजेता बन गए हैं। इतना ही नहीं, वह विश्व शतरंज चैंपियनशिप में प्रतिस्पर्धा करने वाला सबसे कम उम्र का खिलाड़ी भी बन गए हैं। वह कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट जीतने वाले दुनिया के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी भी बन गए और विश्वनाथन आनंद के बाद यह टूर्नामेंट जीतने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए। नाकामुरा के खिलाफ ड्रॉ खेलने के बाद उनका टूर्नामेंट जीतना तय नहीं था। सबकुछ बियो कारुआना और इयान नेपोमनियाच्ची के बीच चल रहे अन्य मैच पर टिका था। इन दोनों में से जीतने वाला खिलाड़ी गुकेश के साथ टाई ब्रेकर खेलता। हालांकि, भाग्य गुकेश पर महरबान था, क्योंकि कारुआना और नेपोमनियाच्ची ने ड्रॉ खेला और गुकेश सबसे ज्यादा नौ अंक लेकर शीर्ष पर आ गए और टूर्नामेंट अपने नाम किया।
शतरंज की दुनिया की नई सनसनी 17 वर्षीय गुकेश ने अपने करियर में कई बार दुनिया को चौंकाया है। वह इस छोटी सी उम्र में कई रिकॉर्ड बना चुके हैं। वह 12 साल, सात महीने, 17 दिन की उम्र में भारत के सबसे युवा ग्रैंडमास्टर बन गए थे और दुनिया के सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर का टैग केवल 17 दिनों से चूक गए थे। उन्होंने पिछले साल पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद को पछाड़कर 36 साल बाद पहली बार देश के शीर्ष रैंकिंग खिलाड़ी के रूप में प्रवेश किया। अब उन्होंने उस प्रभावशाली सूची में एक और उपलब्धि जोड़ दी है। कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट जीतने के साथ ही गुकेश 40 साल पहले महान गैरी कास्पारोव द्वारा बनाए गए रिकॉर्ड को तोड़ते हुए विश्व खिताब के लिए सबसे कम उम्र के चैलेंजर बन गए। रूस के पूर्व महान कास्पारोव 22 साल के थे जब उन्होंने 1984 में हमवतन अनातोली कारपोव के साथ भिड़ने के लिए क्वालिफाई किया था। अब गुकेश इस साल के आखिर में विश्व चैंपियन चीन के डिंग लिरेन को चुनौती पेश करेंगे।
कारूआना से ड्रॉ के बाद गुकेश दूसरे स्थान पर, प्रगनानंदा और गुजराती हारे
19 Apr, 2024 01:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ग्रैंडमास्टर डी गुकेश कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट के 11वें दौर में शीर्ष वरीयता प्राप्त फेबियानो कारूआना से ड्रॅा के बाद संयुक्त दूसरे स्थान पर खिसक गए जबकि भारत के ही आर प्रगनानंदा और विदित गुजराती को पराजय का सामना करना पड़ा।प्रगनानंदा को अमेरिका के हिकारू नकामूरा और गुजराती को रूस के इयान नेपोम्नियाश्चि ने हराया। अन्य मुकाबलों में फ्रांस के फिरोजा अलीरजा ने अजरबैजान के निजात अबासोव को हराया। टूर्नामेंट में अब तीन दौर ही बचे हैं और नेपोमनियाच्ची लगातार तीसरी बार खिताब के प्रबल दावेदार लग रहे हैं।रूस पर प्रतिबंध लगा होने से वह फिडे के ध्वज तले खेल रहे हैं। उन्होंने 11 में से सात अंक लेकर एकल बढ़त बना ली। कारूआना, नाकामूरा और गुकेश उनसे आधा अंक पीछे हैं। प्रगनानंदा के 5.5 और गुजराती के पांच अंक हैं।महिला वर्ग में चीन की झोंग्यी तान को एकल बढ़त मिल गई है जबकि उनकी हमवतन टी लेइ दूसरे स्थान पर है। भारत की आर वैशाली ने शीर्ष वरीयता प्राप्त रूस की अलेक्जेंड्रा गोरियाश्किना को हराया जबकि कोनेरू हंपी ने बुल्गारिया की नूरगुल सलीमोवा को मात दी।
घुटने की चोट के कारण श्रीशंकर ओलंपिक से हुए बाहर
19 Apr, 2024 12:52 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंबी कूद के दिग्गज खिलाड़ी मुरली श्रीशंकर ट्रेनिंग के दौरान घुटने की चोट के कारण पेरिस ओलंपिक से बाहर हो गए हैं और उन्हें सर्जरी करानी पड़ेगी जिसके कारण वह पूरे 2024 सत्र में नहीं खेल पाएंगे। एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता श्रीशंकर ने 2023 एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 8.37 मीटर के प्रयास से रजत पदक जीतते हुए पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया था।इस 25 वर्षीय खिलाड़ी को शंघाई/सुझोउ और दोहा में क्रमश: 27 अप्रैल और 10 मई को लगातार दो डायमंड लीग प्रतियोगिता के साथ अपने सत्र की शुरुआत करनी थी, लेकिन मंगलवार को ट्रेनिंग के दौरान उन्हें चोट लगी और उनका ओलंपिक में हिस्सा लेने का सपना टूट गया।श्रीशंकर के पिता एस. मुरली ही उनके कोच हैं। श्रीशंकर का कहना है कि उनके शरीर को उनके पिता उनसे बेहतर समझते हैं। श्रीशंकर के पिता पूर्व ट्रिपल जंप एथलीट थे और दक्षिण एशियाई खेलों में रजत पदक विजेता रहे हैं। 1992 एशियाई जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में उनकी मां के.एस. बिजिमोल 800 मीटर रेस में रजत पदक जीती थीं।
बिंदिया ने विश्वकप में जीता कांस्य पदक
3 Apr, 2024 05:08 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीतने वाली वेटलिफ्टर बिंदिया रानी देवी ने ओलंपिक क्वालिफायर विश्वकप में शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीत लिया। उन्होंने मंगलवार को 55 भार वर्ग में कुल 196 किलो वजन उठाकर पदक जीता। राष्ट्रमंडल खेलों के बाद से लगातार चोटिल चल रहीं बिंदिया भी मीराबाई के साथ सेंटलुई (अमेरिका) इलाज कराने गई थीं। वह भी मीरा की तरह पुनर्वास से गुजर कर यहां वापसी कर रही थीं। मणिपुर की लिफ्टर ने स्नैच में अच्छी शुरुआत नहीं की। उन्होंने यहां 83 किलो की सिर्फ एक लिफ्ट पास की। वह छठे स्थान पर थीं। क्लीन एंड जर्क में उन्होंने 113, 116 की लिफ्ट पास की। रजत जीतने के लिए उन्होंने 119 की लिफ्ट का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं रहीं। बिंदिया ने कांस्य जरूर जीता है, लेकिन उनका पेरिस ओलंपिक का टिकट मुश्किल है। वह अगले माह जारी होने वाली ओलंपिक क्वालिफिकेशन की रैंकिंग में नीचे हैं।
डेब्यू सीजन में हैरी केन ने रचा इतिहास, तोड़ा पुराना रिकॉर्ड
17 Mar, 2024 12:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हैरी केन ने डेब्यू सीजन में सर्वाधिक गोल करने का 60 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया, जबकि जमाल मुसियाला ने दो बार गोल किया जिससे बायर्न म्यूनिख ने शनिवार को डार्मस्टेड में 5-2 से जीत दर्ज की। स्पर्स से आने के बाद से 26 लीग खेलों में 31 गोल के साथ, केन ने जर्मन दिग्गज उवे सीलर को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने 1963-64 में हैम्बर्ग के लिए 30 गोल किए थे। मुसियाला ने भी टीम की इस जीत में सहायता की, जिससे बायर्न की बुंडेसलीगा खिताब की रक्षा करने की उम्मीदें एक बार फिर जीवित हो गई। बायर्न फिलहाल बायर लीवरकुसेन से सात अंक पीछे हैं।
बायर्न के कप्तान मैनुएल नेउर ने कहा, "हम इसमें बने हुए हैं। हमने कुछ मौके पाने के लिए कड़ी मेहनत की और हमने उन्हें हासिल कर लिया।" हालांकि, वह डार्मस्टेड के खिलाफ उनकी टीम के खाते में आए दो गोल से निराश दिखे। गोलकीपर ने कहा, "हम सभी को इस पर काम करने की जरूरत है।"
दोनों टीमों के बीच जारी इस मैच में डार्मस्टेड ने 28 मिनट के खेल के बाद बायर्न को चौंका दिया था। टिम स्कार्के ने अपनी टीम को जर्मन चैंपियन के खिलाफ एक अविश्वसनीय उलटफेर की उम्मीद दिला दी थी। हालांकि, केन ने बायर्न को हाफ टाइम से पहले ही बढ़त दिला दी, मुसियाला के 36वें मिनट के गोल में मदद की और फिर अपना एक गोल किया। दूसरे हाफ के बीच में मुसियाला ने एक और गोल किया। सर्ज ग्नब्री ने बेंच से बाहर आने के तुरंत बाद गोल करके जीत पक्की कर दी। बायर्न के मैथिस टेल और डार्मस्टेड के ऑस्कर विल्हेमसन दोनों ने स्टॉपेज टाइम में गोल किया।
इंग्लिश प्रीमियर लीग में ब्रेंटफोर्ड पर जीत से शीर्ष पर पहुंचा आर्सेनल
11 Mar, 2024 02:01 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
काई हैवर्त्ज के अंतिम क्षणों में किए गए गोल की बदौलत आर्सेनल ने इंग्लिश प्रीमियर लीग में न सिर्फ ब्रेंटफोर्ड को 2-1 से पराजित किया बल्कि अंक तालिका में शीर्ष स्थान पर कब्जा भी जमा लिया। हैवर्त्ज ने 86वें मिनट में आर्सेनल के लिए विजयी गोल किया। इससे पहले डेकलान राइस ने 19वें मिनट में आर्सेनल के लिए और योआने विस्सा ने पहले हाफ के स्टापेज समय में ब्रेंटफोर्ड के लिए गोल किया था। आर्सेनल ने इस जीत के साथ शीर्ष पर मौजूद लिवरपूूल पर एक अंक की बढ़त बना ली है। रविवार की रात लिवरपूल और मैनचेस्टर सिटी के बीच खेला जाने वाला मुकाबला अगर बराबरी पर छूटता है तो गोल औसत के आधार पर आर्सेनल की अंक तालिका में बढ़त कायम रहेगी।
2024 में आर्सेनल की यह लगातार आठवीं जीत है। पिछले चार मैचों में 21 गोल करने वाला आर्सेनल इस मैच में पिछला प्रदर्शन नहीं दोहरा पाया। 19वें मिनट में बेन व्हाइट के क्रास पर राइस ने हेडर के जरिए गोल किया। ब्रेंटफोर्ड को बराबरी गोलकीपर एरोन राम्सडेल की गलती से मिली। राम्सडेल ने काफी समय तक अपने पास गेंद रखी। विस्सा ने उनके क्लियरेंस को ब्लाक किया। गेंद विस्सा से टकराकर खाली पड़े गोल में चली गई। हालांकि उन्होंने दूसरे हाफ में दो बेहतरीन बचाव भी किए। 74वें मिनट में राइस को गोल करने का शानदार अवसर मिला, लेकिन दूर से लिया गया उनका शॉट क्रासबार से टकराकर बाहर निकल गया।आर्सेनल के दूसरे गोल में भी बेन व्हाइट ने भूमिका निभाई। उनके पास पर हेवट्र्ज ने गोल किया। कोच माइक आर्टेटा ने कहा कि हमें जीत के लिए संघर्ष करना पड़ा, लेकिन वह टीम के प्रदर्शन से संतुष्ट हैं। ब्रेंटफोर्ड ने पिछले पांच मैचों से जीत हासिल नहीं की है। ब्रेंटफोर्ड रेलिगेशन जोन से सिर्फ पांच अंक ऊपर है।
हालैंड के गोल से मैनचेस्टर सिटी लगातार सातवीं बार क्वार्टर फाइनल में
8 Mar, 2024 01:54 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मैनचेस्टर सिटी ने कोपेनहेगन को दूसरे चरण में 3-1 से हराकर लगातार सातवीं बार चैंपियंस लीग फुटबाल के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया। तीन हफ्ते पहले मैनचेस्टर सिटी ने पहले चरण में दो गोल की बढ़त हासिल कर ली थी। मैनचेस्टर सिटी ने पहले हाफ में 3-1 की बढ़त बना ली थी। नौ मिनट के अंदर मैनुएल अकांजी (05वां मिनट), जूलियन अल्वारेज (09) ने दो गोल कर टीम का पलड़ा भारी कर दिया था। तीसरा गोल एर्लिंग हालैंड (45+3) ने गोल किया।टूर्नामेंट में सर्वाधिक स्कोर करने वालों में अब नॉर्वे के हालैंड छह गोल के साथ हैरी केन और काइलिन म्बापे के साथ संयुक्त रूप से बराबरी पर हैं। उनका यह सभी टूर्नामेंटों में मिलाकर 29वां गोल रहा। हालैंड ने अक्तूबर के बाद पहली बार लगातार तीसरे मैच में गोल किया है। कोपेनहेगन की ओर से एकमात्र गोल एलयोनोसी ने 29वें मिनट में किया था। मैनचेस्टर सिटी इस बार चैंपिंयंस लीग के दावेदारों में शामिल है। उसके साथ इंटर, आर्सेनल और रियल मैडि्रड भी दावेदारी में हैं। गुआरडिओला की टीम का अब प्रीमियर लीग में रविवार को लिवरपूल से मुकाबला होना है। मैनचेस्टर सिटी के मैनेजर गुआरडिओला ने कहा- हम उन टीमों में हैं जो खुद पर भरोसा करती हैं। महत्वपूर्ण यह है कि हम लगातार सातवें साल क्वार्टर फाइनल में हैं।
अवनि लेखड़ा, मनीष नरवाल की अगुवाई में 31 भारतीय शूटर पैरा विश्व कप में उतरेंगे
8 Mar, 2024 01:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
टोक्यो पैरालंपिक की स्वर्ण पदक विजेता अवनि लेखड़ा और मनीष नरवाल की अगुवाई में 31 भारतीय शूटर शुक्रवार से कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में शुरू होने जा रहे पैरा विश्वकप में भारतीय चुनौती की अगुवाई करेंगे। पेरिस पैरालंपिक क्वालिफाइंग इस विश्वकप में 20 पैरालंपिक कोटा दांव पर होंगे।भारत पहली बार किसी पैरा शूटिंग विश्वकप की मेजबानी कर रहा है, जिसमें 44 देशों के 267 शूटर शिरकत करने जा रहे हैं। इनमें 10 मीटर एयरराइफल एसएच-1 में 2008 बीजिंग पैरालंपिक की स्वर्ण पदक विजेता स्लोवाकिया की वेरोनिका वादोविकोवा के अलावा भारतीय शूटर रुद्रांश खंडेलवाल, सिंहराज अधाना शामिल हैं। विश्वकप में रूस के शूटर तटस्थ खिलाड़ी के रूप में खेलेंगे।
Weightlifting:देश के अंदर ही प्रशिक्षकों को तैयार करेगा विदेशी कोच
4 Mar, 2024 05:44 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अब तक भारतीय खिलाड़ियों की ओलंपिक, एशियाई खेलों की तैयारियां के लिए विदेशी प्रशिक्षक अनुबंधित किए जाते रहे हैं, लेकिन भारतीय वेटलिफ्टिंग महासंघ अपने प्रशिक्षकों को विदेशी कोच से तैयार कराने की परंपरा आगे बढ़ाना जा रहा है। वेटलिफ्टिंग महासंघ ने 2028 के लॉस एंजिलिस ओलंपिक तक भारतीय प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए मिस्र के जाने वेटलिफ्टिंग कोच और एजुकेटर अहमद अवाद अहमद हसन को अनुबंधित किया है। हसन के इस सप्ताह भारत आने की उम्मीद है।वेटलिफ्टिंग महासंघ ने प्रशिक्षकों को तैयार करने के लिए विदेशी प्रशिक्षक अविनाश पांडु को पहले भी अनुबंधित किया था, लेकिन वह कुछ माह तक ही रुके। इसके बाद से यह योजना बंद हो गई थी। अब इसे सिरे चढ़ाने के लिए अहमद अवाद अहमद हसन को अनुबंधित किया जा रहा है।
अहमद एनआईएस, पटियाला में रहेंगे। हालांकि उनका सीनियर टीम की तैयारियों से कोई मतलब नहीं होगा। महासंघ की पहल पर वह देश के विभिन्न राज्यों में जाकर लेवल-1, 2, 3 के कोर्स आयोजित करेंगे।भारतीय प्रशिक्षकों को वह वेटलिफ्टिंग की नई तकनीकि और चोट से बचाव के तरीकों के बारे में बताएंगे। यही नहीं उनकी अगुवाई में देश में वेटलिफ्टिंग की प्रतिभाओं को भी ढूंढा जाएगा, जिन्हें उत्कृष्टता केंद्रों (एनसीओई) में रखा जाएगा। अहमद मिस्र की दैमिएत्ता यूनिवर्सिटी में सहायक प्रोफेसर रह चुके हैं और वर्तमान में मिस्र के राष्ट्रीय स्पोर्ट्स सेंटर में कार्यरत है। उनकी अगुवाई में एनआईएस के डिप्लोमा कोर्स का सिलेबस में भी बदलाव किया जाएगा।
भारतीय महिला हॉकी टीम की कोच ने दिया अपने पद से इस्तीफा
24 Feb, 2024 03:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारतीय महिला हॉकी टीम की मुख्य कोच यानेक शॉपमैन ने राष्ट्रीय महासंघ द्वारा सम्मान और अहमियत नहीं दिए जाने का दावा करके हंगामा करने के कुछ दिन बाद शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। डच कोच ने 2021 में सोर्ड मरीन की जगह ली थी, जिन्होंने टीम को टोक्यो ओलंपिक में ऐतिहासिक चौथे स्थान पर पहुंचाया था।शॉपमैन का अनुबंध इस साल पेरिस ओलंपिक के बाद अगस्त में समाप्त होना था, लेकिन उनकी हालिया आलोचनात्मक टिप्पणियों के बाद उम्मीद की जा रही थी कि वह इस पद पर जारी नहीं रहेंगी। हॉकी इंडिया (एचआई) ने बताया कि 46 वर्षीय कोच ने ओडिशा में एफआईएच हॉकी प्रो लीग के घरेलू चरण में टीम का अभियान खत्म होने के बाद हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की को अपना इस्तीफा सौंप दिया।हॉकी इंडिया ने इस मामले पर प्रेस रिलीज जारी कर कहा, 'हाल ही में ओलंपिक क्वालिफायर में निराशा के बाद उनके इस्तीफे ने हॉकी इंडिया के लिए महिला हॉकी टीम के लिए एक उपयुक्त मुख्य कोच की तलाश का मार्ग प्रशस्त कर दिया है जो 2026 में अगले महिला विश्व कप और 2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक के लिए भारतीय टीम को तैयार कर सके।'
जावी अलोंसो की टीम बायर लेवरकुसेन ने रचा इतिहास
24 Feb, 2024 03:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जर्मनी के फुटबॉल क्लब बायर लेवरकुसेन ने इतिहास रच दिया है। उसने बुंदेसलिगा में शुक्रवार को मेन्ज के खिलाफ 2-1 से जीत हासिल की। उसने इस सीजन में सभी क्लब टूर्नामेंट में लगातार 33 मैच में नहीं हारने का रिकॉर्ड बनाया। लेवरकुसेन के कोच स्पेन के पूर्व खिलाड़ी जावी अलोंसो हैं। उनकी कोचिंग में टीम ने बार्यन म्यूनिख का रिकॉर्ड तोड़ दिया। लेवरकुसेन की टीम बार बुंदेसलिगा जीतने के करीब भी पहुंच गई है।लेवरकुसेन के लिए मेन्ज के खिलाफ पहला गोल इंग्लैंड के क्लब आर्सेनल से आए स्विट्जरलैंड के ग्रानिट जाका ने किया। उन्होंने तीसरे मिनट में ही गोल दाग दिया। जाका के गोल के चार मिनट बाद मेन्ज ने बराबरी का गोल कर दिया। उसके लिए डोमिनिक कोर ने सातवें मिनट में स्कोर किया। हाफटाइम तक मैच 1-1 की बराबरी पर रहा। उसके बाद दूसरे हाफ में लेवरकुसेन ने बढ़त बना ली। उसके लिए रॉबर्ट एंड्रिच ने 68वें मिनट में गोल किया। इसके बाद मुकाबले में कोई गोल नहीं हुआ और लेवरकुसेन ने मैच को जीत लिया।लेवरकुसेन ने बुंदेसलिगा के अलावा अन्य टूर्नामेंट को मिलाकर इस सीजन में कुल 33 मैच खेले हैं। इस दौरान उसने 29 मैच जीते हैं और चार ड्रॉ रहे हैं। इससे पहले बायर्न म्यूनिख की टीम 2019 से 2020 के बीच लगातार 32 मैच में नहीं हारी थी। इसमें चैंपियंस लीग में जीत भी शामिल है। लेवरकुसेन ने इस सीजन में बुंदेसलिगा के अलावा डीएफबी पोकल और यूरोपा लीग टूर्नामेंट में हिस्सा लिया है।
साइकिलिस्ट सरिता गुवाहाटी ने एशियाई चैंपिनशिप में जीता स्वर्ण
23 Feb, 2024 04:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
माता-पिता का जिक्र छिड़ते ही सरिता की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। झारखंड के जिले लोहरदगा की रहने वाली साइकिलिस्ट सरिता को उम्मीद जग पड़ी है कि एशियाई चैंपिनशिप में जीता गया स्वर्ण शायद उनके माता-पिता की किस्मत को बदल दे।बुधवार को टीम स्प्रिंट का स्वर्ण जीतने वाली सरिता के माता-पिता मजदूर हैं। दोनों घरों में काम कर परिवार को पाल रहे हैं। पांच बहनों में सबसे छोटी सरिता के दो भाई भी हैं। इतना बड़ा परिवार होने के कारण माता-पिता के लिए दो वक्त की रोटी भी जुटाना मुश्किल है। सरिता कहती हैं कि वह अपने माता-पिता को अच्छी जिंदगी देना चाहती हैं और इसके लिए वह साइकिलिंग में और अच्छा करने की कोशिश करेंगी।
तीन वर्ष पहले तक सरिता ने साइकिलिंग के बारे में सुना भी नहीं था कि यह कोई खेल भी होता है। वह तो एथलेटिक्स की 400 मीटर इवेंट में राज्य चैंपियन बन चुकी थीं और इसी खेल में ऊंची उड़ान का सपना बुन रही थीं, लेकिन 2021 में कोच दीपक हेंबराम ने उन्हें खेलो इंडिया के ट्रायल देने के लिए कहा। ये ट्रायल एथलेटिक्स के लिए नहीं बल्कि साइकिलिंग थे। हालांकि उन्हें ट्रायल में साइकिल नहीं चलानी थी बल्कि 800 मीटर की दौड़ लगानी थी। जिला और राज्य स्तरीय ट्रायल जीतने के बाद सरिता का दिल्ली के फाइनल ट्रायल के लिए चयन हुआ और यहां उन्होंने पहली बार खेलों में प्रयोग होने वाली साइकिल देखी।जुलाई, 2021 में सरिता ने साइकिलिंग की तैयारी शुरू की। 2022 की राष्ट्रीय चैंपियनशिप में उन्होंने रजत पदक जीता और 2023 में सरिता गुवाहाटी राष्ट्रीय चैंपियनशिप में तीन स्वर्ण जीतकर सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुनी गईं। अब उन्होंने निया, जेना, सबीना के साथ मिलकर टीम स्प्रिंट का एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण जीता।
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में शूटर ने 10 मीटर एयर राइफल में दर्ज की श्रेष्ठता
22 Feb, 2024 01:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हांगझोऊ एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता शूटर ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर ने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में दोहरा स्वर्ण पदक अपने नाम किया। गुरुनानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर के ऐश्वर्य ने पहले 10 मीटर एयर राइफल का व्यक्तिगत स्वर्ण जीता। इसके बाद उन्होंने विदित जैन और मनप्रीत सिंह बसरा के साथ मिलकर इस स्पर्धा का टीम स्वर्ण भी अपने नाम किया। जैन यूनिवर्सिटी का इन खेलों में दबदबा जारी है। सात स्वर्ण पदक के साथ यह यूनिवर्सिटी पदक तालिका में शीर्ष पर है।
जैन यूनिवर्सिटी को बास्केबाल का स्वर्ण
ऐश्वर्य 10 मीटर एयर राइफल के क्वालिफाइंग दौर में दूसरे स्थान पर रहे, लेकिन फाइनल में उन्होंने 252 का स्कोर कर एम उमामहेश को 2.1 के अंतर से हराया। 1871.7 के कुल योग के साथ जीएनडीयू ने इस स्पर्धा का टीम स्वर्ण भी जीता। ऐश्वर्य ने कहा कि वह अपने प्रदर्शन से संतुष्ट हैं। उन्होंने गे्रनाडा विश्वकप में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था, लेकिन यहां उन्होंने अपनी कमियों पर काम किया। जैन यूनिवर्सिटी ने महिला बास्केटबाल के फाइनल में मद्रास यूनिवर्सिटी को 68-58 से हराकर स्वर्ण पदक जीता।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को कबड्डी का स्वर्ण
चार स्वर्ण, छह रजत और आठ कांस्य के साथ चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी दूसरे स्थान पर है। वेटलिफ्टिंग में सावित्रीबाई फुले यूनिवर्सिटी की तृप्ति माने ने 76 भार वर्ग में 177 किलो वजन के साथ स्वर्ण जीता। इसी यूनिवर्सिटी के अभिजीत दिसाले ने 89 भार वर्ग में 302 किलो वजन उठाकर स्वर्ण जीता। जीएनडीयू के सुरिंदर पाल ने रजत जीता। महिला कबड्डी के फाइनल में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने भारती विद्यापीठ को 34-32 से हराकर स्वर्ण जीता।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल ने खेलो इंडिया शीतकालीन खेलों का उद्घाटन किया
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को चौथे खेलो इंडिया शीतकालीन खेलों का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे और खेलों से जुड़ी सुविधाओं के मिलने से इस केंद्र शासित प्रदेश ने खेलों के क्षेत्र में काफी प्रगति की है। सिन्हा ने केंद्र शासित प्रदेश के शहरों और गांवों में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने की सरकार के प्रयासों की भी जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जम्मू कश्मीर में खेलों के क्षेत्र में नए युग की शुरुआत हुई है। अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे और सुविधाओं से खेल क्षेत्र को भारी प्रोत्साहन मिला है। इस अवसर पर केंद्रीय खेल एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक भी उपस्थित थे।
बेटियों ने एशियाई साइक्लिंग चैंपियनशिप में देश को दिलाया पहला स्वर्ण पदक
22 Feb, 2024 01:05 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बेटियों ने एशियाई साइक्लिंग चैंपियनशिप में भारत को स्वर्णिम शुरुआत दिलाई। आईजी स्टेडियम वेलड्रोम में बुधवार को जूनियर वर्ग में सरिता कुमारी, निया सेबेस्टियन, जायना मोहम्मद अली पीरखान और सबीना ने स्प्रिंट इवेंट में मजबूत कोरिया को हराकर चैंपियनशिप में देश का पहला स्वर्ण पदक दिलाया। भारत ने चैंपियनशिप के पहले दिन एक स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य पदक जीता। भारत ने एक रजत पैरा टीम स्प्रिंट इवेंट में, दूसरा रजत पुरुषों की जूनियर टीम स्प्रिंट इवेंट में जीता, जबकि कांस्य पदक लड़कियों की जूनियर टीम परस्यूट इवेंट में मिला।
अंतिम रेस में कोच ने बदला रायडर
स्प्रिंट टीम के कोच राहुल के मुुताबिक उन्होंने रणनीति के तहत तीसरी और अंतिम रेस में सबीना की जगह पर जायना को उतारा, जिसका फायदा मिला। जायना थकी हुई नहीं थीं, जिसके चलते भारत ने 53.383 सेकंड का समय निकाला, जो कोरियाई रायडरों से बेहतर था। राहुल के मुताबिक उन्होंने पहली दो रेस में सरिता, निया और सबीना को उतारा था। तीसरी रेस में कोरिया रायडर के फाल्स स्टार्ट का भी भारतीय टीम को फायदा मिला। केरल की निया ने कहा कि एशिया की सबसे मजबूत टीम को हराना किसी सपने के सच होने जैसा है।
18 देश शिरकत कर रहे हैं
सीनियर और जूनियर वर्ग में हो रही पेरिस ओलंपिक क्वालिफाइंग इस चैंपियनशिप में 18 देश शिरकत कर रहे हैं। पैरा टीम स्प्रिंट में अरशद शेख, जलालुद्दीन अंसारी, बासवाराज की टीम को फाइनल में मलयेशिया से हार का सामना करना पड़ा। जूनियर वर्ग की पुरुष टीम स्प्रिंट में नारायण महतो, सैयद खालिद बागी, एम वताबा मितेई की तिकड़ी ने 47.93 सेकंड का समय लिया, लेकिन कोरियाई टीम ने उनसे बेहतर समय निकालकर स्वर्ण जीता। जूनियर परस्यूट में हर्षिता जाखड़, सुहानी कुमारी, जेपी धन्याधा, भूमिका ने ताइवान को हराकर कांस्य जीता। द. कोरिया ने स्वर्ण और कजाखस्तान ने रजत जीता।