छत्तीसगढ़
01 से 07 जून तक मनाया जायेगा “चावल उत्सव”, राशनकार्डधारी परिवारों को एकमुश्त मिलेगा तीन माह का चावल
28 May, 2025 08:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : छत्तीसगढ़ में आगामी 01 से 07 जून 2025 तक ‘चावल उत्सव’ आयोजित किया जाएगा। इस उत्सव के दौरान प्रदेश के 81 लाख से अधिक राशनकार्डधारी परिवारों को जून, जुलाई एवं अगस्तकृतीनों माह का चावल एकमुश्त वितरित किया जाएगा।
राज्य शासन ने इस उद्देश्य से प्रदेश की 13,928 उचित मूल्य दुकानों को चावल का आबंटन जारी कर दिया है। सभी दुकानों में चावल का भण्डारण कार्य तेजी से जारी है ताकि वितरण में किसी प्रकार की बाधा न आए। इस पहल से दूरस्थ और ग्रामीण अंचलों तक समय पर खाद्य उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।
राज्य खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, 1 जून से 7 जून तक चावल उत्सव के दौरान सभी उचित मूल्य दुकानों से चावल का वितरण सुनिश्चित किया जाएगा। इस अवसर पर दुकानों में वितरण संबंधित जानकारी का प्रदर्शन अनिवार्य किया गया है।
सभी जिलों के कलेक्टरों को निर्देशित किया गया है कि चावल वितरण की सूचना स्थानीय स्तर पर विभिन्न प्रचार माध्यमों से व्यापक रूप से प्रसारित की जाए, जिससे प्रत्येक लाभार्थी तक यह जानकारी सुगमता से पहुंचे और वितरण पारदर्शी रहे।
खाद्य विभाग की सचिव रीना बाबासाहेब कंगाले ने आज 28 मई को श्चावल उत्सवश् की तैयारी के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सभी जिला कलेक्टरों, खाद्य अधिकारियों एवं नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधकों के साथ समीक्षा बैठक में निर्देश दिए कि प्रत्येक उचित मूल्य दुकान में समय से पूर्व चावल का समुचित भण्डारण सुनिश्चित किया जाए। चावल का वितरण दुकान स्तर की निगरानी समिति की उपस्थिति में हो, और प्रत्येक लाभार्थी को ई-पॉस मशीन द्वारा बायोमैट्रिक प्रमाणीकरण के पश्चात ही चावल प्राप्त हो। साथ ही लाभार्थियों को वितरित चावल की पावती रसीद अनिवार्य रूप से दी जाए।
खाद्य सचिव कंगाले ने कहा कि इस समग्र प्रक्रिया का उद्देश्य पारदर्शिता, जवाबदेही और लाभार्थी की सुविधा को सुनिश्चित करना है। विभाग द्वारा तकनीक का प्रभावी उपयोग भी सुनिश्चित किया जा रहा है।
मानसून के दौरान प्रदेश की 249 ऐसे उचित मूल्य दुकानें, जो वर्षा ऋतु में पहुंचविहीन हो जाती हैं, उनके लिए भी विशेष तैयारी की गई है। जून माह में ही इन दुकानों में अग्रिम चावल भण्डारण की कार्यवाही पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि वर्षाकाल में भी राशन वितरण अविरत जारी रह सके।
बैठक में नागरिक आपूर्ति निगम की प्रबंध संचालक किरण कौशल और खाद्य विभाग के संचालक रमेश शर्मा उपस्थित थे। इसके अतिरिक्त सभी जिलों के कलेक्टर, खाद्य नियंत्रक, जिला खाद्य अधिकारी तथा जिला प्रबंधक, नागरिक आपूर्ति निगम भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से शामिल हुए।
एक साल, 33 दौरे: CM साय की बस्तर यात्राएं, आदिवासी क्षेत्र को प्राथमिकता का संदेश
28 May, 2025 08:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने एक साल के कार्यकाल में ही बस्तर दौरे के मामले में प्रदेश के सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को पछ़ाड दिया है। बस्तर दौरे की संख्या में विष्णुदेव साय ने अब तक के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए एक साल में ही 33 दौरे किए हैं, जबकि उनके पूर्ववर्ती मुख्यमंत्री इतने कम समय में इतने बार बस्तर नहीं पहुंच पाए। उनकी इस पहल ने न केवल क्षेत्रीय विकास को गति दी है, बल्कि बस्तर के लोगों के साथ मुख्यमंत्री के गहरे संपर्क को भी दर्शाया है।
सीएम साय का प्रमुख बस्तर दौरा
6 जनवरी 2024, जगदलपुर
जगदलपुर के धरमपुरा स्थित क्रांतिकारी डेबरीधुर उद्यानिकी महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र परिसर में भूमकाल आंदोलन के नायक वीर डेबरीधुर की प्रतिमा का और उनके जीवन परिचय पर आधारित शिलालेख का अनावरण किया।
3 फरवरी 2024, नारायणपुर
नारायणपुर जिले के कुहारपारा रामकृष्ण मिशन आश्रम परिसर में आयोजित किसान मेले में शामिल हुए। नारायणपुर जिले में 108 करोड़ रुपए से अधिक लागत के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन भी किया।
5 मार्च 2024, जगदलपुर
बस्तर जिले के चित्रकोट में आयोजित चित्रकोट महोत्सव में शामिल हुए। महोत्सव में अबूझमाड़ के मलखब में पारंगत बच्चों के प्रोत्साहन के लिए 2 लाख रुपए और स्थानीय निवासियों की मांग पर तीरथगढ़ महोत्सव के लिए 5 लाख रुपए और चित्रकोट का समुचित विकास करने की घोषणा की।
1 अगस्त 2024, जगदलपुर
बस्तर जिले में एक पेड़ मां के नाम महावृक्षारोपण अभियान की शुरुआत की।
4 अक्टूबर 2024, बीजापुर
बीजापुर जिला मुख्यालय के मिनी स्टेडियम में आयोजित नक्सल पुनर्वास नीति के अंतर्गत नक्सल पीड़ित परिवार के आश्रितों को शासकीय नियुक्ति आदेश और तेंदूपत्ता बोनस वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए।
15 अक्टूबर 2024, जगदलपुर
जगदलपुर के सिरहासार भवन में विश्वप्रसिद्ध बस्तर दशहरा पर्व के अवसर पर आयोजित मुरिया दरबार को संबोधित किया। 2 करोड़ 99 लाख 78 हजार से अधिक की लागत के बस्तर दसराहा पसरा के विकास कार्य का लोकार्पण किया।
18 नवबर 2024, जगदलपुर
बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक में शामिल हुए, जिसमें टूरिज्म कॉरिडोर बनाने के साथ बस्तर अंचल के पर्यटन के लिए चिन्हित स्थानों को विकसित करने के लिए रणनीति तैयार की गई।
19 नवंबर 2024, बस्तर जिला (सेडवा कैंप)
बस्तर जिले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के सेडवा कैंप में जवानों को संबोधित किया।
15 दिसंबर 2024, जगदलपुर
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के साथ जगदलपुर में छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और असम के उन लोगों से मुलाकात की जो हथियार छोड़कर समाज की मुयधारा में शामिल हो चुके हैं उनसे मुलाकात की।
16 दिसंबर 2024, बीजापुर (गांव गुण्डम)
माओवादी आतंक से प्रभावित बीजापुर जिले के गुण्डम गांव में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महुआ पेड़ के नीचे चौपाल लगाकर ग्रामीणों से आत्मीयतापूर्वक खुलकर चर्चा की। इस मौके पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय उपस्थित थे।
2 जनवरी 2025 जगदलपुर
जगदलपुर के समीप ग्राम कंगोली में वेदमाता गायत्री महाविद्यालय के भूमिपूजन समारोह में शामिल हुए। विद्याभारती संस्था के विकास के लिए 50 लाख रुपए प्रदान करने की घोषणा भी की।
7 अप्रैल 2025, कांकेर
कांकर के ग्राम भिरावाही में गोंडवाना समाज द्वारा आयोजित मरका पंडुम (चौतरई महापर्व) के समापन समारोह में शामिल हुए।
15 अप्रैल 2025, जगदलपुर
बस्तर जिले के ग्राम घाटपदमपुर से प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण अंतर्गत आवास प्लस 2.0 सर्वेक्षण के लिए प्रदेशव्यापी मोर दुआर- साय सरकार महाभियान का शुभारंभ किया।
15 मई 2025 दंतेवाड़ा
दंतेवाड़ा बीजापुर जिले के उसूर तहसील के अंदरुनी गांव गलगम पहुंचे, जहां उन्होंने सीआरपीएफ के जवानों और स्थानीय ग्रामीणों से मुलाकात कर नक्सल विरोधी अभियान की सफलता पर चर्चा की।
गौरेला हादसे में मृत युवक की पहचान, परिवार का राष्ट्रपति कार्यालय से गहरा नाता
28 May, 2025 05:48 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गौरेला पेंड्रा मरवाही । गौरेला के केंवची गांव के रहने वाले बैगा परिवार के लोग आज हादसे का शिकार हो गए। जिसमें एक गिट्टी से भरी ट्रैक्टर का इंजन अनियत्रित होकर पलट गया। हादसे में ट्रैक्टर चालक की मौके पर दर्दनाक मौत हो गई तो वहीं ट्रैक्टर में बैठे तीन लोगों को चोट आई है। जिसमें से एक की हालात गम्भीर है। उसे प्राथमिक उपचार के बाद बिलासपुर रेफर किया गया है। जानकारी के अनुसार, गांव के सरपंच का ट्रैक्टर था और ATR के अंदर काम में लगा हुआ था। फिलहाल, अस्पताल से मिले मेमू के आधार पर गौरेला पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। पूरा मामला गौरेला के वनांचल ग्राम केंवची का है। जहां के सरपंच दुर्गेश सिंह उइके की ट्रैक्टर आमाडोब रिसोर्ट से ATR अचानकमार टाइगर रिजर्व के अंदर स्थित रेझकी गांव के पास चल रहे वन विभाग के रपटा निर्माणकार्य में लगा हुआ था।
ट्रैक्टर आमाडोब रिसोर्ट के बाजू में डंप गिट्टी को ट्रैक्टर से जंगल के अंदर ले जाने के दौरान अप्रशिक्षित चालक से चलवाया जा रहा था। उसी दौरान ट्रैक्टर का इंजन अनियत्रित होकर कच्चे सड़क पर पलट गया। हादसे में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले बैगा आदिवासी सामाज के लोग बैठे हुए थे। मजदूरी में लगे हुए थे। ट्रैक्टर पलटने के बाद सभी को आनन-फानन में जिला अस्पताल लाया गया। जहां पर डॉक्टरों के द्वारा हादसे के दौरान ट्रैक्टर चला रहे मनीष बैगा उम्र 20 साल को मृत घोषित कर दिया। जबकि ट्रैक्टर में मजदूरी करने वाले 3 बैगा समाज के ही राजू बैगा उर्फ पकसु बैगा को सिर और सीने में गंभीर चोट आने के चलते प्राथमिक उपचार के बाद बिलासपुर रेफर कर दिया गया। अखिलेश बैगा उम्र 22 साल के सिर और हाथ में चोट आई है, जबकि अप्रेस बैगा 20 साल को मामूली चोट ही लगी है। वहीं गौरेला पुलिस अस्पताल से मिले मेमू के आधार पर इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।
बसवराजू के बाद माओवादी संगठन में सत्ता संघर्ष! महासचिव पद के लिए देवजी और सोनू मुख्य दावेदार
28 May, 2025 04:41 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश के सबसे घने और अनसुलझे जंगलों में से एक अबूझमाड़ से माओवाद के खात्मे की शुरुआत हो चुकी है. नक्सलियों के सामने अब नेतृत्व का संकट गहराता जा रहा है. वहीं बसवराजू के मारे जाने के बाद उसकी जगह कौन लेगा, इसके लिए अंदरूनी कलह भी चर्चा तेज हो गई है. 21 मई को हुए नक्सल मुठभेड़ में कंपनी नंबर-7 का सफाया हो गया, जिसमें माओवादियों का थिंकटैंक और संगठन का सबसे बड़ा नेता महासचिव बसवराजू भी मारा गया.
नक्सल विरोधी इस अभियान में कुल 28 नक्सली मारे गए, लेकिन माओवाद आंदोलन की सबसे बड़ी क्षति महासचिव के मौत से हुई. अब संगठन में नया महासचिव तय करने को लेकर गहमागहमी तेज हो गई है. सूत्रों की मानें तो नक्सल आंदोलन को 21 मई को तब सबसे बड़ी चोट लगी, जब अबूझमाड़ के घने जंगलों में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में माओवादी महासचिव नंबाला केशव राव उर्फ बसवराजू मारा गया.
यह वही बसवराजू था, जिसे दशकों से नक्सलियों की रणनीति, सैन्य कार्रवाई और आंतरिक अनुशासन का मुख्य सूत्रधार माना जाता था, लेकिन उसकी मौत ने संगठन को सिर्फ एक नेता से ही नहीं, बल्कि दिशा और अभियान से भी वंचित कर दिया है. अब संगठन के सामने सबसे बड़ा सवाल यही है कि बसवराजू की जगह कौन लेगा?
महासचिव की कुर्सी पर मंथन
बस्तर में लंबे समय से रह रहे और नक्सल अभियान को पास से कवर करने वाले पत्रकारों की मानें तो संगठन के भीतर फिलहाल दो प्रमुख नामों की चर्चा है, जिसमें देवजी (चिप्पीरी तिरुपति) और सोनू उर्फ अभय (मल्लोजुला वेणुगोपाल) है. दोनों तेलंगाना के रहने वाले हैं और वर्षों से संगठन के सैन्य और रणनीतिक कार्यों में अहम भूमिका में रहे हैं, लेकिन जानकारों का मानना है कि संगठन में उपजे मतभेद और गुटबाजी के बीच किसी एक नाम पर आम सहमति बनाना मुश्किल फैसला होगा.
रमन्ना की मौत के बाद शुरू हुई कलह अब चरम पर
बस्तर में इन दिनों एक तरफ नक्सलवाद के खात्मे को लेकर चलाए जा रहे ऑपरेशन की चर्चा है तो वहीं दूसरी तरफ माओवादियों के अगला लीडर कौन होगा, इसकी चर्चा हो रही है. जानकारों की मानें तो संगठन की अंदरूनी कलह पहली बार कोरोना काल के दौरान खुलकर सामने आई थी. जब डीकेएसजेडसी सचिव रमन्ना की मौत हुई. उस समय सावित्री (किशनजी की पत्नी), गुडसा उसेंडी और गणेश उइके जैसे दिग्गजों की दावेदारी के चलते नेतृत्व को लेकर महीनों असमंजस बना रहा. वही संकट एक बार फिर माओवादियों के लिए परेशानी खड़ा कर रहा है.
क्या फिर लौटेगा गणपति?
सूत्रों की मानें तो पूर्व महासचिव गणपति (मुपल्ला लक्ष्मण राव) जिसने 2018 में स्वास्थ्य कारणों से पद छोड़ा था, अब एक बार फिर संभावित विकल्प के रूप में देखा जा रहा है. सूत्रों का यह भी कहना है कि वह हाल ही में विदेश से इलाज कराकर लौटा है. अगर केंद्रीय समिति की बैठक में सहमति नहीं बनती है तो उसे कार्यकारी महासचिव की जिम्मेदारी दी जा सकती है.
पोलित ब्यूरो और केंद्रीय समिति का ढांचा भी चरमराया
भाजपा सरकार के माओवाद खात्मे को लेकर तय किया गया समय, उनके लिए काल साबित हो रहा है. नक्सल विरोधी ऑपरेशन में जिस तरह से जवानों को सफलताएं मिल रही हैं, उससे माना जा रहा है कि नक्सल संगठन का ढांचा तेजी से कमजोर हो रहा है. नक्सलवादियों की स्ट्रेटजी और संगठन के बारे में करीब से जानने वालों की मानें तो 12 सदस्यीय पोलित ब्यूरो अब केवल 4 सदस्यों तक सिमट गया है, जबकि 24 सदस्यीय केंद्रीय कमेटी में केवल 11 सदस्य बचे हैं. बसवराजू की मौत ने संगठन की कमर ही नहीं तोड़ी, बल्कि उसकी रणनीतिक क्षमता को भी गहरे संकट में डाल दिया है.
नक्सली पर्चा- ‘अपनों की गद्दारी से मारा गया बसवराजू’
अब तक की सबसे बड़ी सफलता माने जाने वाले इस नक्सल विरोधी अभियान से माओवाद को गहरी चोट पड़ी है. घटना के छह दिन बाद नक्सलियों ने पर्चा जारी कर बताया कि बसवराजू की मौत किसी ऑपरेशन का नतीजा नहीं, बल्कि अंदरूनी गद्दारी का परिणाम था. दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता विकल्प ने पर्चे में छह लोगों को दोषी ठहराया है, जिनके इनपुट पर ऑपरेशन को अंजाम दिया गया.
अब आगे क्या?
बसवराजू के मारे जाने के बाद बौखलाए संगठन में आगे क्या होगा सवाल यही है. क्या नक्सल आंदोलन अपने सबसे बड़े संकट से उबर पाएगा? क्या संगठन एकमत होकर किसी नए नेता को चुन पाएगा? या फिर अंतर्कलह और टूटते ढांचे के बीच यह आंदोलन अपने पतन की ओर और तेजी से बढ़ेगा? एक बात साफ है कि बसवराजू की मौत सिर्फ एक व्यक्ति का अंत नहीं, बल्कि माओवाद के एक युग का अवसान है.
दर्दनाक मौत: सड़क हादसे से बची पत्नी को पति ने ही रॉड से पीटकर उतारा मौत के घाट
28 May, 2025 03:05 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
छत्तीसगढ़ के बालोद में 67 दिन पहले एक महिला स्कूल टीचर की सड़क हादसे में मौत हो गई थी. लेकिन दो महीने बाद अब मामला कुछ और ही निकला है. पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी को सुलझा लिया है. स्कूल टीचर की हत्या उन्हीं के पति ने की थी. पहले अटेम्पट में फेल हुआ तो दूसरी बार लोहे से पीट-पीटकर पत्नी को मार डाला. फिलहाल पुलिस ने आरोपी पति और उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है.
घटना 22 मार्च की है. मोहला ब्लॉक के शेरपार हायर सेकेंडरी में पदस्थ शिक्षिका बरखा वासनिक की हितकसा मार्ग में एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी. लेकिन ये कोई सड़क हादसा था ही नहीं. दरअसल, शिक्षिका की हत्या की गई थी. और हत्या को अंजाम देने वाला और कोई नही बल्कि उसका पति शीशपाल वासनिक था, जिसने अपने दोस्त के साथ अपनी पत्नी की हत्या की थी.
शीशपाल ने उस दिन स्कूटी में सवार अपनी पत्नी को पहले बोलेरो वाहन से टक्कर मारकर कुचलने की कोशिश की. टक्कर के बाद पत्नी की सांस चलती देख उसे लोहे के रॉड से पीट-पीटकर मार डाला. दल्लीराजहरा पुलिस ने आरोपी पति शीशपाल वासनिक को भिलाई के स्पर्श हॉस्पिटल से गिरफ्तार किया है. तो वहीं, दोस्त याहुद्दीन को साइबर की टीम ने पकड़ा है.
पुलिस ने घटना में इस्तेमाल में लाई गई सफेद रंग की बोलेरो वाहन और लोहे की राड को जब्त कर लिया है. वहीं, दोनों आरोपी को एक दिन की पुलिस रिमांड में लिया गया है. आज यानि बुधवार को दल्लीराजहरा पुलिस दोनों आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर ले सकती है,
आरोपी पति 3 माह से कर रहा था रेकी
22 मार्च महिला शिक्षिका बरखा वासनिक स्कूल की छुट्टी के बाद प्यून के साथ घर लौट रही थी. इस दौरान दल्लीराजहरा थाना क्षेत्र के हितकसा गांव के मंदिर के पास अज्ञात वाहन ने उसे चपेट में ले लिया. शिक्षिका की मौके पर मौत हो गई. वहीं उनके स्कूल की महिला चपरासी गंभीर रूप से घायल हो गई. पहली नजर में यह सड़क हादसा लगा. शिक्षिका की मौत पर परिजनों ने संदेह जताया और शिकायत की. उन्होंने हत्या की आशंका जताई. परिजनों ने थाने से लेकर एसपी के कार्यालय के चक्कर काटे, जिस पर पुलिस ने घटना की तहकीकात शुरू की.
सीसीटीवी फुटेज, बोलेरो नम्बर और स्कूल के बच्चों के दिए जा रहे बयान के बाद पुलिस को मामले की दोबारा जांच शुरू करनी पड़ी. जांच में पता चला कि पति-पत्नी के बीच अनबन थी. दोनों के बीच रिश्ते अच्छे नहीं थे. पत्नी बच्चों को लेकर दुर्ग में अलग रह रही थी. इस बात से इंजीनियर पति शीशपाल नाराज था. शीशपाल ने पत्नी को मारने की साजिश रची. बरखा के आने-जाने की टाइमिंग, रास्ता और रोजमर्रा की आदतों की रेकी कर हत्या की. बताया जा रहा है कि शीशपाल करीबन 3 महीने से अपनी पत्नी की रेकी कर रहा था.
तलाक तक नौबत आ गई थी
बरखा की बहन प्रियंका डाहट की मानें तो बरखा और पति शिशपाल के एक दूसरे से अच्छे संबंध नहीं थे. इनकी शादी 28 अप्रैल 2016 को हुई थी, इनके दो बच्चे है, एक 8 साल की बेटी और 7 साल का बेटा. शीशपाल वासनिक भिलाई राधिका नगर का रहने वाला है. वह विद्युत विभाग में एई के पद पर पदस्थ है. शीशपाल शादी के बाद से ही दहेज को लेकर बरखा को प्रताड़ित करता रहा है. कई बार इनके बीच अनबन वाद-विवाद हुआ है. आरोप है कि शीशपाल बरखा से मारपीट भी करता था. एक बार तो मामला तलाक तक भी आ पहुंचा ता. न्यायालय में तलाक की अर्जी भी लग गई. शीशपाल ने ही तलाक का केस लगाया था.
बैंक से 8 लाख का लोन निकाला
लेकिन फिर आपसी में राय मशवरा होकर तलाक की अर्जी वापस ले ली गई, शीशपाल ने बरखा के नाम से भिलाई के चंद्रा मौर्या टॉकीज के सामने एचडीएफसी बैंक से 8 लाख का पर्सनल लोन भी निकाला है. लोन की किश्त बरखा के सैलरी से कटती थी. लोन की राशि पटाने बरखा शीशपाल को बार-बार कहती थी. उन्होंने आगे बताया कि जब-जब बरखा और शीशपाल के बीच अनबन होती थी, तो बरखा दुर्ग स्थित अपने मायके में बच्चों के साथ रहती थी.
इस पूरे घटनाक्रम की दल्लीराजहरा थाने में पदस्थ विवेचना महिला पुलिस कर्मी नर्मदा कोठारी ने की. उन्होंने इस पूरे मामले में मृतका के बच्चे सहित सड़क हादसे में घायल हुई महिला चपरासी एवं परिजनों का बयान लिया. फिर शीशपाल को गिरफ्तार कर लिया गया.
दोस्त को 60 हजार रुपये दिए
आरोपी शीशपाल ने अपने दोस्त को 60 हजार रुपये दिए थे. उसने भी हत्या में शीशपाल की मदद की. जिस दिन यह घटना घटी उसे समय स्कूटी के पीछे में सवार महिला चपरासी बेहोश हो गई थी, जिसे रास्ते में चलते हुए तहसीलदार ने पानी डालकर होश में लाया था. अगर उसे समय महिला चपरासी होश में रहती तो इस मामले का खुलासा पहले ही हो जाता. बताया यह भी जा रहा है कि पति आरोपी साइको किस्म का है. फिलहाल उसके खिलाफ आगामी कार्रवाई जापी है.
सीएम विष्णुदेव साय ने रायगढ़ को दी 330 करोड़ की विकास योजनाएं, लोगों में खुशी की लहर
28 May, 2025 03:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायगढ़ । सुशासन तिहार के मौके पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज रायगढ़ जिलेवासियों को 330 करोड़ 29 लाख रुपए की लागत से 24 विभिन्न विकास कार्यों की सौगात दी। इनमें 220 करोड़ रुपए की लागत के 17 लोकार्पण एवं 110 करोड़ रुपए लागत के 7 कार्यों का भूमिपूजन शामिल है। मुख्यमंत्री की विशेष पहल पर रायगढ़ जिले में अनेक महत्वपूर्ण सड़कों के निर्माण कार्य पूर्ण हुए हैं। मुख्यमंत्री ने जिन प्रमुख कार्यों का लोकार्पण किया उनमें 93 करोड़ 59 लाख रुपए की लागत से रायगढ़-धरमजयगढ़ मार्ग का चौड़ीकरण एवं नवीनीकरण कार्य लंबाई 56 कि.मी., 65 करोड़ 19 लाख रुपए की लागत से पूंजीपथरा से तमनार मिलुपारा मार्ग लंबाई 27.50 कि.मी. (सी.सी.रोड) लंबाई 26 कि.मी., 16 करोड़ 92 लाख 37 हजार रुपए की लागत से जिला रायगढ़ के कसडोल-भैसगढ़ी-बडग़ांव होते हुए बरलिया तक सड़क मरम्मत/ निर्माण लंबाई 14.40 कि.मी., 8 करोड़ 71 लाख रुपए की लागत से कोड़ातराई-पुसौर-सूरजगढ़ मार्ग का उन्नयन लंबाई 8.30 कि.मी., 7 करोड़ 95 लाख रुपए की लागत से बड़े भण्डार-उमरिया-पुसौर-रेंगालपाली मार्ग लंबाई 7.425 कि.मी. तथा 93 लाख 15 हजार रुपए की लागत से जिला रायगढ़ में परिवहन कार्यालय का भवन निर्माण कार्य का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने जिन प्रमुख कार्यों का भूमिपूजन और शिलान्यास किया, उनमें 97 करोड़ 52 लाख रुपए की लागत से जिला रायगढ़ में इंटी ग्रेटेड स्पोर्ट्स काम्पलेक्स भवन का निर्माण कार्य, 3 करोड़ 92 लाख रुपए की लागत से गोतमा-कोतासुरा मार्ग लंबाई 3.50 कि.मी.का निर्माण कार्य, 2 करोड़ 71 लाख रुपए की लागत से ग्राम-औरदा, शा.पू.मा.वि.से शास.गोदाम तक मार्ग लंबाई 2 कि.मी. का निर्माण कार्य, 1 करोड़ 27 लाख रुपए की लागत से भूतपूर्व सैनिक कल्याण एकीकृत परिसर-सह-मेडिकेयर परिसर रायगढ़ के निर्माण कार्य एवं 75 लाख 23 हजार रुपए की लागत से विकासखण्ड धरमजयगढ़ में शा.हाईस्कूल गेरसा का भवन निर्माण कार्य शामिल है।
"बस्तर की माटी से पद्मश्री तक: पंडी राम मंडावी को मिला राष्ट्रीय सम्मान"
28 May, 2025 02:01 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर। देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने बस्तर अंचल के गढ़बेंगाल निवासी पंडीराम मंडावी को वर्ष 2025 के पद्मश्री सम्मान से अलंकृत किया गया है। यह सम्मान उन्हें जनजातीय वाद्य यंत्र निर्माण और काष्ठ शिल्प कला के क्षेत्र में उनके अद्भुत एवं उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रदान किया गया है। मंडावी द्वारा पारंपरिक गोंड और मुरिया समाज की सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने और आगे बढ़ाने के लिए किए गए प्रयासों ने न केवल बस्तर की कला को राष्ट्रीय मंच दिया, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत भी प्रस्तुत किया है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मंडावी को बधाई देते हुए कहा कि यह सम्मान छत्तीसगढ़ की जनजातीय प्रतिभा और सांस्कृतिक समृद्धि का गौरवपूर्ण प्रतीक है। उन्होंने कहा कि मंडावी जैसे कलाकारों ने अपनी साधना से यह सिद्ध किया है कि हमारी मिट्टी की कला विश्वपटल पर छा सकती है। यह पद्मश्री सम्मान बस्तर की लोकपरंपरा, शिल्प और सांस्कृतिक चेतना को राष्ट्रीय गौरव दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
"फोन पर पीड़िता से की गंदी डिमांड, सरपंच की हरकतें आईं सामने"
28 May, 2025 12:31 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बालोद । बालोद जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक सरपंच ने महिला को आंगनबाड़ी सहायिका पद की भर्ती के लिए अश्लील डिमांड की है। नाम लिस्ट चस्पा होने से पहले सरपंच ने महिला को फोन कर अपनी डिमांड बताई। जिले के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के एक गांव से ऐसा मामला सामने आया है। आंगनबाड़ी सहायिका पद की भर्ती के लिए सरपंच ने महिला से पैसे तो मांगे वो भी कलेक्टर और अन्य अधिकारी का नाम लेकर वहीं गरीब महिला जो कि विधवा है। उससे अश्लील डिमांड भी कर डाली। महिला के घर में कोई भी पुरुष नहीं है। अपने तीन छोटे बच्चों और सास के साथ अकेली रहती है। महिला ने काम करने के उद्देश्य से आंगनबाड़ी सहायिका के पद पर भरा था। नाम लिस्ट चस्पा होने के ठीक पहले सरपंच ने महिला को फोन कर इस तरह उल जलूल डिमांड की महिला ने कुछ बातचीत के अंश भी रिकॉर्ड कर रखें हैं। पूरे मामले में रिकॉर्डिंग की जांच और पीड़िता की शिकायत के आधार पर आरोपी सरपंच के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
थाने पहुंची पीड़ित महिला
अब पूरा मामला थाने पहुंच चुका है और पीड़ित महिला ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है, महिला ने बताया कि सरपंच ने कहा पैसे दो या मेरे साथ वो सब करो लेकिन मैं इतनी गिरी हुई नहीं हूं कि इस तरह नौकरी के लिए किसी के साथ गलत काम करने लग जाऊं। पीड़ित महिला ने बताया कि वो सरपंच को कड़ा जवाब देना चाहती हूं। भले गरीब हूं लेकिन सम्मान के लिए लड़ना गलत नहीं है। कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रही हूं और थाने में शिकायत दर्ज करा रही हूं। पूरा मामला ग्राम पड़कीभाट के सरपंच का है। पुलिस द्वारा भारतीय न्याय संहिता की धारा 62, 75(2) और 318 (3) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
मोबाइल रिकॉर्ड की जांच
पीड़ित महिला ने बताया कि 14 मई को 5 बजकर 35 मिनट पर सरपंच लुपेंद्र भोला यादव का सबसे पहला फोन आया था और वो कहने लगा क्या दोगी मुझे, जिसके बाद पुलिस ने
ढाबे पर भोजन कर आमजन से मिले सीएम साय, बोले- 'यह औपचारिकता नहीं, आत्मीयता है'
28 May, 2025 12:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायगढ़: छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णु देव साय का एक अलग अंदाज देखने को मिला. वे दिनभर की व्यस्तता के बाद खाना-खाने के लिए एक ढाबे में अचानक पहुंच गए. यहां आमजनों के बीच बैठकर भोजन किया. सीएम के पहुंचने की खबर मिलते ही पूरा प्रशासनिक अमला भी मौके पर पहुंच गया. सीएम के इस अंदाज की हर कोई तारीफ कर रहा है. दरअसल सीएम साय मंगलवार को रायगढ़ जिले के दौरे पर गए हुए थे. यहां लौटते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सिमगा में एक साधारण से ढाबा में रुके और वहां बैठकर स्थानीय व्यंजन का स्वाद लिया. सुशासन तिहार के अंतर्गत दिनभर की व्यस्त दिनचर्या के बावजूद उन्होंने ढाबे में भोजन किया और आमजन से सहजता से संवाद स्थापित किया.
लोगों से बातचीत कर जाना हाल
मुख्यमंत्री साय ने ढाबा में मौजूद लोगों से आत्मीयता से बातचीत की, हालचाल जाना और उनकी बातों को ध्यानपूर्वक सुना. न कोई तामझाम, न कोई सुरक्षा का दिखावा- बस एक जननेता की तरह लोगों के बीच बैठकर उन्होंने विश्वास और अपनापन बांटा. इस दृश्य ने वहां मौजूद हर व्यक्ति के मन में मुख्यमंत्री की सरलता और जमीन से जुड़ेपन की एक मजबूत छवि बनाई.
लोगों ने सीएम के साथ फोटो भी खिंचवाई
सिमगा स्थित आनंद ढाबे पर आम नागरिकों ने भी मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर हर्ष व्यक्त किया और कहा कि यह उनकी नेतृत्व शैली की सादगी और जनभावनाओं से जुड़ाव का प्रतीक है. भोजन के दौरान कई लोगों ने उनके साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं और उत्साहपूर्वक उनसे बातचीत की. इस अवसर पर मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह और मुख्यमंत्री के सचिव पी दयानंद सहित अन्य अधिकारी एवं स्थानीय ग्रामीण मौजूद थे.
राज्यपाल रमेन डेका ने ‘एक पेड़ माँ के नाम‘ अभियान के तहत किया वृक्षारोपण
27 May, 2025 11:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : राज्यपाल रमेन डेका ने अपने कोंडागांव जिला के प्रवास के दौरान जिला कार्यालय परिसर में ‘एक पेड़ माँ के नाम‘ अभियान के तहत मौलके पौधे का रोपण किया। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव डॉ सी आर प्रसन्ना, कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना और एसपी अक्षय कुमार उपस्थित थे।
विष्णु के सुशासन में लोगों को अपनी समस्याओं के निराकरण का भरोसा : अरुण साव
27 May, 2025 11:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : उप मुख्यमंत्री तथा बेमेतरा जिले के प्रभारी मंत्री अरुण साव आज सुशासन तिहार के अंतर्गत बेमेतरा के ग्राम जेवरी में आयोजित समाधान शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने जेवरी के हायर सेकंडरी स्कूल प्रांगण में आयोजित समाधान शिविर में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में सरकार लोगों की समस्याओं का निराकरण उनके द्वार तक पहुंचकर कर रही है। हमारी सरकार जनता के प्रति जवाबदेह है। सुशासन तिहार में पूरे राज्य में 40 लाख आवेदन आए हैं जो इस बात को दर्शाता है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सुशासन में लोगों को अपनी समस्याओं के निराकरण का भरोसा है। सरकार गांवों, गरीबों और किसानों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। विधायक दीपेश साहू और छत्तीसगढ़ तेलघानी विकास बोर्ड के अध्यक्ष जितेंद्र साहू भी समाधान शिविर में शामिल हुए।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने समाधान शिविर में जेवरी और आसपास के गांवों के लिए 70 लाख रुपए के कार्यों की घोषणा की। इनमें जेवरी और बैजलपुर ग्राम पंचायत में गौरव पथ के लिए 10-10 लाख रुपए, जेवरी में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 6 लाख रुपए तथा फरी, खिलोरा और अमोरा ग्राम पंचायतों में सीसी सड़क निर्माण के लिए 8 लाख रुपए शामिल हैं। उन्होंने फरी (तेलाईकुड़ा) में 6 लाख रुपए, डुंडा में 2 लाख रुपए एवं निनवा, रजकुड़ी (भीमपुरी), कंतेली और फरी ग्राम पंचायतों में 12 लाख रुपए की लागत से मुक्तिधाम निर्माण की भी घोषणा की।
उप मुख्यमंत्री समाधान शिविर में हुए शामिल
उप मुख्यमंत्री समाधान शिविर में हुए शामिल
उप मुख्यमंत्री साव ने समाधान शिविर में कहा कि यहां शिविर में सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित हैं। लोगों को अलग-अलग भटकने की जरूरत नहीं है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सभी गारंटियों को सरकार पूरा कर रही है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 18 महीने में 18 लाख आवास स्वीकृत हुए हैं। अभी सर्वेक्षण जारी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी, बोनस वितरण तथा महतारी वंदन योजना के माध्यम से माताओं-बहनों को आर्थिक संबल प्रदान किया जा रहा है।
साव ने समाधान शिविर में विभिन्न विभागों के स्टॉलों का अवलोकन कर योजनाओं की जमीनी पहुंच एवं लाभान्वित हितग्राहियों के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने दिव्यांग रामकृष्ण मार्कण्डेय को ट्राइसिकल सौंपा। साव ने हितग्राहियों को राशन कार्ड, नोनी सुरक्षा पासबुक, आयुष्मान ‘वय वंदन’ कार्ड, महिला-बाल विकास योजनाओं के प्रमाण पत्र और किसानों को स्प्रेयर भी प्रदान किया। उन्होंने बच्चों का अन्नप्राशन कराया और गर्भवती महिलाओं को पोषण किट वितरित किया।
उप मुख्यमंत्री समाधान शिविर में हुए शामिल
उप मुख्यमंत्री समाधान शिविर में हुए शामिल
जेवरी में आयोजित समाधान शिविर में क्लस्टर के 12 ग्राम पंचायतों के रहवासियों के आवेदनों और मांगो का निराकरण किया गया। बेमेतरा के कलेक्टर रणवीर शर्मा, पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू, पूर्व विधायक अवधेश चंदेल और बेमेतरा जनपद पंचायत की अध्यक्ष हेमा दिवाकर सहित अनेक जनप्रतिनिधि और ग्रामीण बड़ी संख्या में समाधान शिविर में मौजूद थे।
सरगुजा के तीन खिलाड़ियों का छत्तीसगढ़ के नेटबॉल टीम में हुआ चयन
27 May, 2025 09:12 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य के युवाओं को अपनी खेल प्रतिभा निखारने के लिए भरपुर अवसर मिल रहा है। राज्य के खिलाड़ी लगातार राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए चयनित हो रहे हैं।
मध्यप्रदेश के इंदौर में 28 मई से 31 मई तक आयोजित होने वाली 4 थी सब-जूनियर फर्स्ट फाइव व 2 री सब-जूनियर मिक्स नेटबॉल राष्ट्रीय प्रतियोगिता में सरगुजा नेटबॉल संघ के तीन खिलाड़ियों का छत्तीसगढ़ टीम में चयन हुआ है। राष्ट्रीय कोच राजेश प्रताप सिंह ने बताया कि सरगुजा जिला नेटबॉल संघ से बालक वर्ग से अमन ठाकुर तथा बालिका वर्ग में संजना मिंज और नैन्सी बिंद का चयन हुआ है। सरगुजा नेटबॉल खिलाड़ी लगातार जिले व राज्य का नाम रोशन कर रहे हैं। सरगुजा जिला से चयनित तीनों खिलाड़ियों को राज्य नेटबॉल संघ के पदाधिकारी के साथ सरगुजा जिला बास्केटबाल संघ परिवार ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
सुशासन तिहार: आम जनता की समस्याओं के निराकरण का एक सशक्त माध्यम: उद्योग मंत्री देवांगन
27 May, 2025 09:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : प्रदेश के उद्योग, वाणिज्य व श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन ने आज अधिकारियों से कहा कि वे सुशासन तिहार के समापन के पश्चात आगे भी जनसमस्याओं के प्रति निरंतर सवेदनशील रहते हुए उनकी समस्याओं के त्वरित निराकरण का कार्य एलर्ट मोड पर जारी रखें, हमारी सरकार ने सुशासन को सर्वोच्च स्थान पर रखा है, प्रदेश में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के कार्यभार सम्हालने के पश्चात् राज्य में एक बार फिर सुशासन स्थापित हुआ है, भ्रष्ट्राचार मुक्त शासन प्रशासन की संकल्पना को मूर्त रूप मिला है, हम सबको मिलकर इसे निरंतर बनाए रखना है।
इस आशय के विचार उद्योग मंत्री देवांगन ने आज नगर पालिक निगम कोरबा के सर्वमंगला नगर जोन में आयोजित समाधान शिविर के दौरान कही। प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ राज्य में संचालित किए जा रहे सुशासन तिहार-2025 के अंतर्गत आज नगर पालिक निगम कोरबा के सर्वमंगला नगर जोन कार्यालय में समाधान शिविर का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर उद्योग मंत्री देवांगन ने शिविर में लगाए गए नगर पालिक निगम कोरबा के विभिन्न विभागों व जिले के विभिन्न विभागों के स्टालों का निरीक्षण किया तथा विभिन्न विभागों को प्राप्त मांग व शिकायत संबंधी आवेदनों के निराकरण की समीक्षात्मक जानकारी ली। समाधान शिविर को संबोधित करते हुए उद्योग मंत्री देवांगन ने अपने उद्बोधन में आगे कहा कि यह हम सबका सौभाग्य है कि देश में लगातार तीसरी बार नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने, उनके कुशल नेतृत्व में भारत ने विश्व पटल पर अपनी जो सशक्त पहचान बनाई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को धन्यवाद है कि वे लगातार जनता के हितों की चिंता करते हैं, लोगों की समस्याएं त्वरित रूप से दूर हो, उनकी विकास संबंधी मांगे पूरी हो, उन्हें आवश्यक सुविधाएं सुगम रूप से मुहैया हो, इस दिशा में उनके द्वारा लगातार शासन प्रशासन को मार्गदर्शन मिल रहा है और इसी का परिणाम है, यह सुशासन तिहार-2025 का आयोजन।
उद्योग मंत्री देवांगन ने कहा कि सर्वमंगला नगर जोन में निगम से संबंधित 676 आवेदन मिले, इनमें से 672 का निराकरण हो चुका, यह एक बड़ी उपलब्धि है, यह एक बानगी है, सुशासन तिहार की सफलता की। उन्होंने कहा कि जब-जब हमारी सरकार बनती है अधिकतम जनकल्याण के कार्य होते हैं, डॉ.रमन सिंह जब प्रदेश के मुख्यमंत्री थे तो गरीबों को मुफ्त में चावल देने वाली उनकी सरकार विश्व की पहली सरकार थी, उस वक्त मैं महापौर था, उन्हीं के आशीर्वाद से गली-गली में सी.सी.रोड, नाली, बिजली, पानी, सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं पर ऐतिहासिक कार्य कराए गए थे, जिनके साक्षी हम सब हैं। इस मौके पर उद्योग मंत्री देवांगन ने केन्द्र व राज्य सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी उपस्थित नागरिकों को दी।
मात्र 15 माह में कोरबा में हुए ऐतिहासिक कार्य
इस अवसर पर महापौर संजूदेवी राजपूत ने अपने उद्बोधन में कहा कि उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन के मार्गदर्शन में मात्र 15 माह में कोरबा में ऐतिहासिक कार्य हुए हैं तथा उनके द्वारा लगभग 400 करोड़ रूपये के विकास कार्याे की स्वीकृतियॉं विभिन्न मदों के अंतर्गत दिलाई गई हैं। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, नगरीय प्रशासन मंत्री व उपमुख्यमंत्री अरूण साव तथा उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन के मार्गदर्शन में कोरबा का तेजी से विकास होगा, हमारा कोरबा समस्यामुक्त शहर का स्वरूप लेगा, यह आश्वस्त करती हूॅं।
सुशासन तिहार में लाखों समस्याएं दूर की गई
इस मौके पर वरिष्ठ पार्षद नरेन्द्र देवांगन ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह हम सबके लिए प्रसन्नता व गौरव का विषय है कि सुशासन तिहार के दौरान प्रदेश में आमजनता की लाखों समस्याएं दूर की गई हैं तथा उनकी विकास संबंधी मांगों को पूरा किया गया है, उन्होने कहा कि अधिकारी अब अपने आफिस में बैठकर नहीं बल्कि जनता के बीच खुद जाकर उनकी समस्याओं का निराकरण करा रहे हैं, वास्तव में राज्य की जनता के आशीर्वाद से जब से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार ने राज्य की बागडोर संभाली है, तब से प्रदेश में सुशासन का मार्ग प्रशस्त हुआ तथा भ्रष्ट्राचार के दरवाजे बंद हुए
हितग्राहियों को श्रम व राशन कार्ड - समाधान शिविर के दौरान उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन ने आज हितग्राही पारसबाई मरार को श्रद्धांजलि योजना का चेक प्रदान किए जाने के साथ ही हितग्राही प्रेम कुमार, गंगोत्री चौहान, सुलोचना देवी साहू, बरदाना एक्का, अनसुईया देवी व रीना पूरी को राशन कार्ड प्रदान किए। इसी प्रकार सुखमनियादेवी को श्रमकार्ड तथा दुर्गेश्वरी देवी, अनीता सतनामी, सुन्नत बेगम, मनीषा सिंह को मजदूर कार्ड प्रदान किए गए, वहीं मानकीबाई व पारस बाई को श्रवण यंत्र प्रदान किया गया व एक अन्य वरिष्ठ महिला नागरिक को छड़ी प्रदान की गई।
इस अवसर पर आयुक्त विनय मिश्रा के साथ ही पार्षद नरेन्द्र देवांगन, भानुमति जायसवाल, बहत्तर सिंह, आरती सिंह, रामाधार पटेल, प्रेमकुमार साहू, मण्डल अध्यक्ष मनीष मिश्रा, नरेन्द्र पाटनवार, आकाश श्रीवास्तव सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
मंत्रालय में अधिकारियों ने स्वर्गीय अरूण कुमार को दी श्रद्धांजलि
27 May, 2025 09:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : छत्तीसगढ़ के पहले मुख्य सचिव रहे अरूण कुमार का कल निधन हो जाने पर आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में शोक सभा आयोजित कर दो मिनट का मौन रखा गया एवं अधिकारियों ने अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए। अधिकारियों ने उनके शासकीय सेवा के दौरान किए गए कार्यों को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। कुमार को छत्तीसगढ़ राज्य गठन के समय 30 अक्टूबर 2000 राज्य के प्रथम मुख्य सचिव नियुक्त किया गया था। इस दौरान नवगठित राज्य के लिए यह समय बहुत महत्वपूर्ण था, ऐसे समय में उन्होंने मुख्य सचिव के रूप में छत्तीसगढ़ राज्य के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए। अधिकारियों ने कुमार के साथ अपनी कार्य अनुभव के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए उनके व्यक्तित्व एवं उनकी उत्कृष्ठ प्रशासनिक क्षमता के बारे में बताया।
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्य सचिव सुयोग्य कुमार मिश्रा ने स्वर्गीय अरूण कुमार को श्रद्धांजलि देते हुए उनके साथ प्रशासनिक काम-काज का अनुभव और व्यक्तित्व के बारे में बताया। अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू ने कुमार के साथ कार्य अनुभव के बारे में बताया कि वे उस समय धमतरी जिले के कलेक्टर थे। साहू ने बताया कि उनके मुख्य सचिव बनने के बाद धान खरीदी एवं आपदा प्रबंधन संबंधी कलेक्टरों की मिटिंग थी। साहू ने उन्हें एक कुशल प्रशासनिक अधिकारी बताते हुए उनके व्यक्तित्व के बारे में जानकारी दी। इसी तरह से अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार पिंगुआ ने बताया कि अरूण कुमार जब मुख्य सचिव थे तब वे जांजगीर-चापा जिले के कलेक्टर थे। उन्होंने उस समय उनके प्रशासनिक कार्यों एवं कुशलता के बारे में अपने विचार व्यक्त करते हुए उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए अपनी श्रद्धासुमन अर्पित किए और उनके परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की।
अपर मुख्य सचिव ऋचा शर्मा ने भी अपने अनुभव बताते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रद्धांजलि सभा का संचालन करते हुए प्रमुख सचिव निहारिका बारिक सिंह ने पूर्व मुख्य सचिव अरूण कुमार को अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए। प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा ने बताया कि वे भारतीय प्रशासनिक सेवा में नियुक्ति के बाद दुर्ग जिले में पदस्थ थे और इस दौरान उन्हें पूर्व मुख्य सचिव कुमार से मिलने का अवसर मिला था। इसी तरह से पूर्व आईएएस एस.के.तिवारी, दिनेश श्रीवास्तव और आर.एस.विश्वकर्मा, सचिव कमलप्रीत सिंह, सचिव अंकित आनंद, सचिव शहला निगार, संभागायुक्त महादेव कावरे सहित अन्य अधिकारियों ने अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए।
लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर ने अपना पूरा जीवन आम जनता की सेवा के लिए समर्पित किया: उद्योग मंत्री देवांगन
27 May, 2025 09:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रायपुर : उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन ने कहा है कि पुण्यश्लोका, लोकमाता, न्यायप्रिय शासिका देवी अहिल्याबाई होल्कर के लिए उनकी जनता का हित सर्वाेपरि था। उनका सारा जीवन संघर्षाे में बीता, किन्तु उन्होंने अपने सिद्धांतों व आदर्शों के साथ कभी समझौता नहीं किया, देवी अहिल्याबाई एक धर्मप्रिय व न्यायप्रिय शासिका थी, जब न्याय करने की बात आई तो उन्होने अपने पुत्र को भी दण्डित किया। मंत्री देवांगन ने कहा कि देवी अहिल्याबाई जैसी महान हस्तियां सदैव अमर रहती हैं, उनके शरीर का अवसान अवश्य हो जाता है किन्तु उनके महान कार्य, उनकी यशोगाथा सदैव जिंदा रहती है।
इस आशय के विचार उद्योग मंत्री देवांगन ने आज नगर पालिक निगम कोरबा द्वारा आयोजित देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती समारोह के दौरान कही। नगर पालिक निगम कोरबा द्वारा घण्टाघर स्थित सियान सदन में लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जन्म जयंती समारोह का आयोजन किया गया।
समारोह को संबोधित करते हुए उद्योग मंत्री देवांगन ने आगे कहा कि लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर के महान कार्यों की बदौलत आज हम 300 साल बाद भी उन्हें पूरी श्रद्धा व गरिमा के साथ याद कर रहे हैं, देवी अहिल्याबाई ने अपने शासन के दौरान जनता के हितों के सर्वाेच्च स्थान पर रखा तथा जनता के लिए अपना सब कुछ समर्पित करने के लिए वे संकल्पित रहती थी, मैं इस मौके पर लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर को श्रद्धासुमन अर्पित करता हॅूं। इस मौके पर उद्योग मंत्री देवांगन ने सियान सदन के विस्तार के संबंध में कहा कि’’ हमने बनाया है - हम ही संवारेंगे’’ की तर्ज पर निश्चित रूप से सियान सदन का विस्तार किया जाएगा, यहां सुविधाएं बढ़ाई जाएगी, उन्होंने कहा कि सदन के वरिष्ठ नागरिकों की इच्छा का सम्मान करते हुए सियान सदन में ए.सी. की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है, आगे भी वरिष्ठ नागरिकों की इच्छा का मान रखते हुए उनकी इच्छा के हिसाब से सियान सदन का विस्तार किया जाएगा।
महापौर मती संजूदेवी राजपूत ने अपने उद्बोधन में कहा कि रानी अहिल्याबाई अपनी प्रजा का पालन अपने संतान के समान करती थी, वे प्रजा के सुख-दुख का पूरा ध्यान रखती थी। उन्होंने कहा कि वीरांगना, पुण्यश्लोका, लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर एक ऐसी बेटी जिसने अपने पिता की उम्मीदों को साकार किया, एक ऐसी पत्नी जिसने अपने पति के आदर्शाे को अपने जीवन का संकल्प बना लिया, एक ऐसी रानी जिसने अपनी प्रजा को ही अपने संतान के रूप में देखा और एक ऐसी शासिका जिसने शत्रुओं को दिखा दिया कि स्नेह और प्रेम जहां एक स्त्री को समर्पण की मूर्ति बना देता है। इस मौके पर वरिष्ठ नागरिक राजेश सिंह ने भी समारोह को संबोधित किया तथा देवी अहिल्याबाई होल्कर के महान कार्यों का स्मरण किया।