नारी विशेष
लंबे-घने बालों के लिए इस्तेमाल Rice Water सीरम, जानें लगाने का सही तरीका
20 Mar, 2025 05:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अगर आप भी यह मानते हैं कि लंबे-घने और काले बाल सिर्फ फिल्मों में देखने को मिलते हैं, तो आप पूरी तरह गलत है। आप हकीकत में भी खूबसूरत और लंबे-घने बाल पा सकते हैं। खास बात यह है कि इसके आपको महंगे हेयर केयर प्रोडक्ट्स की जरूरत नहीं है। आप अपने किचन में मौजूद सिर्फ एक अनाज से ऐसा कर सकते हैं।
जी हां, हम बात कर रहे हैं चावल की, जिसका पानी सिर्फ आपकी स्किन की नहीं, बल्कि आपके बालों को भी मजबूत और चमकदार बना सकता है। सदियों से बालों को हेल्दी बनाने के लिए चावल के पानी का इस्तेमाल किया जा रहा है।
बालों के लिए राइस वॉटर के फायदे-
इसमें विटामिन, मिनरल और अमीनो एसिड होते हैं, तो बालों की मजबूती, बनावट और विकास में सुधार करता है। इसमें मौजूद विटामिन बी और ई, अमीनो एसिड और मिनरल्स आपके स्कैल्प को पोषण देते हैं और बालों के पोर्स को मजबूत बनाते हैं। फर्मेंटेड चावल का पानी इसके फायदों को बढ़ा देता है। यह प्रोसेस इनोसिटोल बनाती है, जो डैमेज बालों को रिपेयर करती है, जिससे बालों का गिरना कम करती है।
कैसे तैयार करने चावल का पानी?
चावल का पानी यानी राइस वॉटर असल में एक स्टार्च रिच लिक्विड है, जो उबले हुए चावल को छानकर या चावल को तब तक उबालकर बनाया जाता है, जब तक कि चावल पानी में पूरी तरह से घुल न जाए। इसका इस्तेमाल सदियों से बालों की देखभाल के लिए किया जाता रहा है। यह बालों का झड़ना कम करने के साथ-साथ बालों को हेल्दी बनाने में भी मदद करता है। आइए जानते हैं हेयरफॉल रोकने के लिए कैसे करें चावल के पानी का इस्तेमाल-
कैसे करें राइस वॉटर का इस्तेमाल-
सबसे पहले ½ कप चावल को अच्छी तरह धो लें। अब इसे 2 कप पानी में तब तक उबालें जब तक यह गाढ़ा न हो जाए, फिर पानी को छान लें।
चावल के पानी को ठंडा होने दें। आप इसे 24 घंटे के लिए सामान्य तापमान पर छोड़ कर फर्मेंट भी कर सकते हैं।
अब साफ और गीले बालों में चावल का पानी लगाएं। इससे स्कैल्प पर मसाज करें और 20-30 मिनट तक लगा रहने दें। आखिर में बालों को पानी से धो लें।
हफ्ते में 1-2 बार चावल के पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि, ज्यादा मात्रा में इसका इस्तेमाल करने से बचें, वरना प्रोटीन की ज्यादा मात्रा होने की वजह से यह बालों को कठोर बना सकता है।
गर्मियों में स्किन का ख्याल: सनस्क्रीन या मॉइस्चराइजर, पहले क्या लगाएं?
19 Mar, 2025 07:39 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गर्मियों में स्किन का खास ख्याल रखना पड़ता है. उमस और तपती धूप की वजह से हमारी स्किन काफी बेजान हो जाती है और स्किन पर टैनिंग आ जाती है. ऐसे में टैनिंग से बचने के लिए अक्सर लोग सनस्क्रीन का इस्तेमाल करते हैं. सनस्क्रीन को चेहरे से लेकर पूरी बॉडी पर लगा सकते हैं. कुछ लोग सबसे पहले सनस्क्रीन लगाते हैं तो कुछ मॉइस्चराइजर. सनस्क्रीन सूरज की हानिकारक यूवी किरणों से त्वचा को बचाता है.
वहीं, मॉइस्चराइजर स्किन को हाइड्रेटेड और हेल्दी रखने में मदद करता है. लेकिन अक्सर लोगों के मन में ये सवाल उठता है कि पहले सनस्क्रीन लगाना चाहिए या मॉइस्चराइजर? अगर आप भी इस कंफ्यूजन में हैं, तो आपको सही तरीके से स्किन केयर करने का तरीका जानना जरूरी है.
सनस्क्रीन और मॉइस्चराइजर का सही स्टेप क्यों जरूरी है?
त्वचा पर स्किन केयर प्रोडक्ट्स सही लेयर में लगाने से उनका असर ज्यादा बेहतर होता है. अगर आप गलत ऑर्डर में स्किन केयर रूटीन फॉलो करते हैं, तो स्किन को पूरा फायदा नहीं मिल पाता और प्रोडक्ट अपना असर दिखाने में असफल हो सकते हैं. ऐसे में ये जानना जरूरी है कि पहले सनस्क्रीन लगाना चाहिए या मॉइस्चराइजर.
पहले मॉइस्चराइजर लगाएं या सनस्क्रीन?
स्किन केयर का पहना स्टेप फेस क्लीन करना है. इसके लिए आप फेस वॉश या क्लींजर से चेहरा धो लें. अगर आप टोनर या कोई स्किन सीरम लगाते हैं, तो इसे मॉइस्चराइजर से पहले लगाएं. इसके बाद आपको मॉइस्चराइजर लगाना है. ये त्वचा को हाइड्रेट करने और उसकी नमी बरकरार रखने में मदद करता है. ये स्किन को स्मूद बनाकर मेकअप और सनस्क्रीन के लिए बेस का काम करता है. इसके बाद आपको सनस्क्रीन लगानी चाहिए. क्योंकि सनस्क्रीन का काम स्किन की ऊपरी परत पर सुरक्षा कवच बनाने का होता है. अगर आप पहले सनस्क्रीन लगाएंगे और फिर मॉइस्चराइजर, तो यह सनस्क्रीन का असर कम कर सकता है.
सनस्क्रीन लगाने के लिए जरूरी टिप्स
SPF 30 या उससे ज्यादा वाला सनस्क्रीन चुनें. सनस्क्रीन को मॉइस्चराइजर के बाद लगाएं और मेकअप करने से पहले इसे 5-10 मिनट तक सेट होने दें. हर 2-3 घंटे में सनस्क्रीन को दोबारा लगाएं, खासकर अगर आप धूप में ज्यादा समय बिता रहे हैं. अगर आपकी स्किन ऑयली है, तो जेल बेस्ड या मैट सनस्क्रीन चुनें. सर्दियों में भी सनस्क्रीन लगाना न भूलें, क्योंकि UV किरणें हर मौसम में त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती हैं.
माथे पर चंदन का तिलक: यह आपकी त्वचा और सेहत के लिए कैसे फायदेमंद है?
19 Mar, 2025 07:32 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चंदन का इस्तेमाल ज्यादातर पूजा पाठ में किया जाता है. इसके अलावा ये स्किन के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है, इसलिए ब्यूटी प्रोडक्ट्स में भी चंदन का इस्तेमाल किया जाता है. लोग माथे पर चंदन का तिलक तो लगाते हैं. आप माथे पर चंदन का लेप भी लगा सकते हैं, जिससे कई फायदे होते हैं. इसमें कई एंजाइम और पोषक तत्व होते हैं, इसलिए चंदन का इस्तेमाल पेट से जुड़ी समस्याओं जैसे पेचिश, गैस्ट्रिक आदि के लिए भी किया जाता है. चंदन का तेल भी काफी फायदेमंद होता है. चंदन औषधीय गुणों की मात्रा की बात करें तो यह चंदन की क्वालिटी और इसके टाइप (सफेद चंदन, लाल चंदन, पीला चंदन) पर निर्भर करता है.
चंदन की सुगंध सुखद अहसास करवाती है. वहीं इसके गुण ब्यूटी के साथ ही हेल्थ के लिए भी फायदे होते हैं. इसका इस्तेमाल कई तरह से किया जा सकता है. लोग चंदन के तेल को घर में सुगंध के लिए भी यूज करते हैं. फिलहाल जान लेते हैं चंदन का लेप माथे पर लगाने से किन समस्याओं से राहत मिल सकती है.
गर्मी में सिरदर्द से राहत
चंदन ठंडी तासीर का होता है, इसलिए इसका माथे पर लेप लगाने से गर्मियों में होने वाले सिरदर्द से काफी राहत मिलती है और मसल्स का तनाव भी कम हो जाता है. इसकी सुगंध से मन भी शांत होता है और बेचैनी कम होती है.
बॉडी टेम्परेचर होता है कम
गर्मी के दिनों में बॉडी टेम्परेचर बढ़ जाने की समस्या काफी देखने को मिलती है. नॉर्मल बुखार हो तो भी ऐसे में माथे पर चंदन का लेप लगाने से काफी राहत मिलती है और शरीर का तापमान भी कम हो जाता है.
अनिद्रा से मिलती है राहत
माथे पर चंदन का लेप लगाना उन लोगों के लिए भी फायदेमंद रहता है, जिन्हें रात में नींद न आने की समस्या कम होती है. जिससे आप ज्यादा एक्टिव और तरोताजा महसूस करते हैं.
एकाग्रता बढ़ती है
माथे पर चंदन का लेप लगाने से ठंडक मिलती है और स्ट्रेस दूर होता है, जिससे नेगेटिव थॉट्स से निकलने में भी मदद मिलती है और एकाग्रता भी बढ़ती है. इसकी सुगंध भी आपको रिलैक्स दिलाती है.
ब्रेन के लिए फायदेमंद
चंदन का माथे पर लेप स्ट्रेस दूर करता है, अनिद्रा से राहत दिलाता है, एकाग्रता बढ़ाता है, साथ ही इसका अरोमा नर्वस सिस्टम को रिलैक्स दिलाता है. इसकी सूदिंग और एंटीइंफ्लामेटरी प्रॉपर्टीज ओवर ऑल ब्रेन हेल्थ को इंप्रूव करती हैं.
मेंहदी में केमिकल्स से बचें, जानें नेचुरल इंग्रीडिएंट्स से कैसे बनाएं सुरक्षित मेंहदी
18 Mar, 2025 03:52 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मेंहदी भारतीय कल्चर और परंपरा का एक अहम हिस्सा है. चाहे कोई त्योहार हो, शादी या फिर कोई खास मौका, मेहंदी के बिना हर खुशी अधूरी लगती है. महिलाएं और लड़कियां अपने हाथों और पैरों पर खूबसूरत मेंहदी डिजाइन्स लगवाना पसंद करती हैं. लेकिन अक्सर बाजार की मेंहदी में केमिकल्स मिले होते हैं, जिससे स्किन को नुकसान हो सकता है और रंग भी ज्यादा गहरा नहीं आता.
अगर आप चाहती हैं कि आपकी मेंहदी का रंग गहरा और लंबे समय तक टिकने वाला हो, तो घर पर नेचुरल इंग्रीडिएंट्स से बनी मेंहदी का इस्तेमाल करें. इसमें ना सिर्फ कोई हार्मफुल केमिकल होगा, बल्कि ये आपकी स्किन के लिए भी फायदेमंद होगी. इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि कैसे घर पर आसानी से नेचुरल मेंहदी बनाई जा सकती है और कौन-कौन से नेचुरल चीजें इसमें मिलाने से रंग गहरा और खूबसूरत आता है.
घर पर मेंहदी कैसे बनाएं ?
सबसे पहले, आपको प्योर और नेचुरल मेंहदी की जरूरत होगी. आप मार्केट से ऑर्गेनिक मेंहदी पाउडर ले सकती हैं या फिर अगर आपके पास मेंहदी का पौधा है, तो उसकी पत्तियों को सुखाकर पाउडर बना सकती हैं. इसके बाद आपको गहरा रंग लाने के लिए कुछ चीजों की जरूरत पड़ेगी, जिसमें आंवला ले सकते हैं. इसमें मौजूद नेचुरल एलिमेंट मेंहदी के रंग को और ज्यादा गहरा बनाने में मदद करते हैं. वहीं आप नींबू के रस का भी इस्तेमाल कर सकती हैं, इसमें नेचुरल एसिड होता है जो मेहंदी में गहरा रंग लाने में मदद करता है. इसके अलावा आप मेंहदी के पेस्ट में चाय या कॉफी मिलाएं. इससे मेहंदी का रंग और ज्यादा डार्क हो जाता है.
घर पर मेंहदी बनाने की विधि
स्टेप 1: मेंहदी पाउडर तैयार करें
अगर आपके पास ताजी मेंहदी की पत्तियां हैं, तो उन्हें अच्छे से धोकर धूप में सुखा लें. जब पत्तियां पूरी तरह से सूख जाएं, तो उन्हें पीसकर महीन पाउडर बना लें. अगर आपके पास मेंहदी पाउडर है, तो आप सीधे इसका इस्तेमाल भी कर सकती हैं.
स्टेप 2: मेंहदी पेस्ट बनाएं
एक कटोरी में मेंहदी पाउडर लें. उसमें 1 चम्मच आंवला पाउडर, 1 चम्मच नींबू का रस और 1 चम्मच कॉफी पाउडर डालें. अब चाय का पानी या लौंग का पानी डालकर धीरे-धीरे गाढ़ा पेस्ट बना लें. इस पेस्ट को कम से कम 6-8 घंटे या पूरी रात के लिए ढककर रख दें, ताकि इसका रंग और अच्छा हो जाए.
स्टेप 3: मेंहदी लगाने से पहले करें ये उपाय
मेंहदी लगाने से पहले हाथों को अच्छे से धो लें ताकि स्किन पर कोई ऑयल या गंदगी न रहे.हाथों और पैरों पर हल्का नीलगिरी का तेल या सरसों का तेल लगा लें, इससे मेंहदी का रंग और ज्यादा गहरा आएगा. अब तैयार की गई मेंहदी को कोन में भरकर डिजाइन बनाना शुरू करें.
मेंहदी का रंग गहरा करने के लिए खास टिप्स
.मेंहदी लगने के बाद तुरंत हाथ न धोएं कम से कम 6-8 घंटे के लिए मेंहदी को लगा रहने दें, ताकि रंग पूरी तरह से स्किन में समा जाए.
.मेंहदी सूखने के बाद चीनी और नींबू का मिश्रण लगाएं. चीनी और नींबू के का पेस्ट लगाने से मेंहदी का रंग ज्यादा डार्क और टिकाऊ हो जाएगा.
.मेंहदी को छुड़ाने के लिए पानी का इस्तेमाल न करें, बल्कि सरसों के तेल या हल्के गर्म सरसों के तेल से रगड़कर छुड़ाएं. इससे रंग ज्यादा समय तक टिका रहेगा.
.जब मेंहदी सूख जाए, तो लौंग को तवे पर गर्म करें और हाथों को उसके धुएं में हल्का गरम करें. इससे मेंहदी का रंग और गहरा आएगा.
पराठों पर किस मक्खन का इस्तेमाल करें: सफेद या पीला? जानें फायदे और नुकसान
18 Mar, 2025 03:43 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इंडियन फूड्स में पराठों की खास जगह है. भारत के ज्यादातर घरों में सुबह की शुरुआत गरमा-गरम पराठों के साथ ही होती है. चाहे आलू पराठा हो, मूली पराठा हो, या तवे पर बना हुआ सादा पराठा. इनका स्वाद तब और बढ़ जाता है जब इस पर मक्खन डाला जाए. लेकिन जब मक्खन की बात आती है, तो अक्सर ये सवाल उठता है कि सफेद मक्खन (हाथ से बना देसी मक्खन) और पीला मक्खन (मार्केट में मिलने वाला प्रोसेस्ड मक्खन) में से कौन-सा ज्यादा फायदेमंद है?
कुछ लोग सफेद मक्खन को ज्यादा हेल्दी मानते हैं, तो कुछ को पीले मक्खन का स्वाद पसंद आता है. ऐसे में ये समझना जरूरी है कि दोनों मक्खनों में क्या अंतर है, कौन सा सेहत के लिए ज्यादा अच्छा है, और पराठों के साथ खाने के लिए किसको सिलेक्ट करना चाहिए. इस आर्टिकल में हम इसी के बारे में बताएंगे.
सफेद मक्खन और पीले मक्खन में क्या अंतर है?
1. बनने का तरीका- सफेद मक्खन ट्रेडिशनल तरीके से घर पर निकाले गए मलाई या छाछ को मथकर बनाया जाता है. इसे देसी मक्खन भी कहा जाता है. वहीं, पीला मक्खन क्रीम से बनाया जाता है और इसे प्रोसेस करने के दौरान उसमें कुछ एडिटिव्स और नमक मिलाया जाता है, जिससे इसका स्वाद और रंग बदल जाता है.
2. स्वाद और बनावट- सफेद मक्खन काफी लाइट और क्रीमी टेक्सचर का होता है. वहीं मार्केट वाला पीला मक्खन ज्यादा स्मूद और नमकीन होता है. साथ ही इसका कलर भी चेंज होता है.
3. न्यूट्रिशनल वैल्यू- सफेद मक्खन में नेचुरल फैट, विटामिन A, D, E, और K होता है और ये जल्दी पच जाता है. वहीं, पीला मक्खन भी पोषक तत्वों से भरपूर होता है, लेकिन इसमें ज्यादा नमक और प्रिजर्वेटिव्स हो सकते हैं, जो इसे लंबे समय तक ताजा बनाए रखते हैं.
सफेद मक्खन के फायदे
ये डाइजेशन के लिए अच्छा होता है और आसानी से पच जाता है. जिससे पेट की समस्याओं से बचने में भी मदद मिलती है. वहीं ये नेचुरल और ऑर्गेनिक होता है क्योंकि इसमें किसी तरह के प्रिजर्वेटिव्स या केमिकल नहीं होते. ये इम्यूनिटी बढ़ाने में भी हेल्पफुल है. साथ ही सफेद मक्खन में हेल्दी फैटी एसिड होते हैं, जो स्किन और हेयर हेल्थ के लिए फायदेमंद होते हैं. आयुर्वेद भी सफेद मक्खन को हेल्दी डाइट का हिस्सा मानता है.
पीले मक्खन के फायदे
ये विटामिन A से भरपूर होता है जिससे ये आंखों और त्वचा के लिए अच्छा होता है. एनर्जी बूस्टर का काम करता है . खाने का स्वाद बढ़ाता है. इसलिए जब भी इसे पराठों के ऊपर लगाया जाता है तो ये एक अलग ही मजा देता है. ज्यादा समय तक स्टोर किया जा सकता है.
पराठों के साथ कौन सा मक्खन ज्यादा बेहतर?
अगर आप हेल्दी और नेचुरल ऑप्शन चाहते हैं तो सफेद मक्खन ज्यादा अच्छा है क्योंकि ये बिना किसी मिलावट के तैयार होता है और शरीर को ज्यादा फायदा पहुंचाता है.वहीं, अगर आपको नमकीन और ज्यादा फ्लेवर वाला मक्खन पसंद है तो पीला मक्खन पराठों के स्वाद को और भी टेस्टी बना सकता है. अगर आपका मेटाबॉलिज्म कमजोर है और पाचन से जुड़ी दिक्कतें रहती हैं तो सफेद मक्खन खाना बेहतर रहेगा, क्योंकि ये हल्का और जल्दी पचने वाला होता है. वहीं, अगर आपको झटपट एनर्जी चाहिए तो पीला मक्खन भी एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है, लेकिन इसे ज्यादा क्वांटिटी में खाना सही नहीं होगा.
जन्नत जुबैर और श्वेता तिवारी के समर लुक्स से पाएं स्टाइलिश टिप्स
18 Mar, 2025 03:09 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गर्मियों का मौसम आते ही न सिर्फ स्किन केयर और डाइट में बदलाव की जरूरत होती है, बल्कि ड्रेसिंग स्टाइल भी कंफर्टेबल और स्टाइलिश होना चाहिए. तपती धूप और उमस भरे मौसम में जहां हैवी फैब्रिक और टाइट कपड़े परेशानी बढ़ा सकते हैं, वहीं हल्के और ब्रेथेबल आउटफिट्स आपको कूल और क्लासी लुक दे सकते हैं. बॉलीवुड और टीवी इंडस्ट्री की कई एक्ट्रेसेस भी समर फैशन को अपनाते हुए कूल और एलिगेंट लुक में नजर आती हैं.
श्वेता तिवारी से लेकर जन्नत जुबैर तक टीवी एक्ट्रेसेस की तरह गर्मियों में अपने स्टाइलिश और कम्फर्टेबल ड्रेसिंग सेंस से ट्रेंड सेट करती हैं. अगर आप भी समर फैशन को फॉलो करना चाहती हैं, तो इन एक्ट्रेसेस के लुक से इंस्पिरेशन लेकर अपनी वॉर्डरोब अपडेट कर सकती हैं. तो आइए जानते हैं 5 ऐसी ड्रेस स्टाइल्स, जो आपको इस गर्मी में कूल और क्लासी लुक देंगी.
1. फ्रंट कट ड्रेस
गर्मियों में फ्रंट कट ड्रेस पहन आप कंफर्टेबल के साथ ही स्टाइलिश लुक भी पास सकती हैं. गर्मियों में ये ड्रेस आपको एक कंफर्टेबल लुक देती है, क्योंकि ये एयरफ्लो बनाए रखती है और स्किन फ्रेंडली होती है. आप इसे कैजुअल आउटिंग, ब्रंच डेट या वेकेशन पर जाने के लिए पहन सकती हैं. ये हर ओकेशन के लिए एक परफेक्ट ऑप्शन है. श्वेता तिवारी ने भी काफी प्यारी प्रिंटेड फ्रंट कट मैक्सी ड्रेस पहनी है जो गर्मियों के लिए परफेक्ट है.
2. फ्रिल या रफल ड्रेस
टीवी एक्ट्रेस जन्नत जुबैर ने येलो कलर की फ्रिल शॉर्ट ड्रेस पहनी है. इसका फैब्रिक भी कॉटन का है . रफल और फ्रिल ड्रेस आपको एक स्टाइलिश और ग्रेसफुल लुक देने के साथ-साथ गर्मियों में कंफर्ट भी देती है. ये लाइटवेट और फ्लोई होता है, जिससे बॉडी को फ्रेश और रिलैक्स्ड फील करती है. आप भी इस गर्मी में जन्नत जैसी ये ड्रेस कैरी कर सकती हैं.
3. शॉर्ट समर ड्रेसेस
अगर आप कूल और कंफर्टेबल रहना चाहती हैं, तो शॉर्ट समर ड्रेसेस परफेक्ट चॉइस हो सकती हैं. ये स्टाइलिश के साथ-साथ ट्रेंडी और यूथफुल लुक भी देती हैं. कई एक्ट्रेसेस गर्मियों में इस तरह की ड्रेसिस पहनती हैं. एक्ट्रेस रीम समीर ने पिंक कलर की शॉर्ट ड्रेस पहनी है, आप इससे भी गर्मियों के लिए आइडिया ले सकती हैं. ये ड्रेस आपको क्यूट और कंफर्टेबल लुक देगी.
4. मैक्सी ड्रेस
गर्मियों में मैक्सी ड्रेस का ट्रेंड हमेशा इन रहता है. दिव्यांका त्रिपाठी भी मैक्सी ड्रेस पहनना काफी पसंद करती हैं. उनकी ये प्रिंटेड मैक्सी ड्रेस से भी आइडिया ले सकती हैं. गर्मियों में मैक्सी ड्रेस आपको एक कंफर्टेबल लुक देती है, क्योंकि ये लाइटवेट होती हैं और फ्लोई होती है. आप इसे कैजुअल आउटिंग, ब्रंच डेट या वेकेशन पर जाने के लिए पहन सकती हैं. ये हर ओकेशन के लिए एक परफेक्ट ऑप्शन है.
5. मिडी ड्रेस
गर्मियों के लिए मिडी ड्रेस भी एक अच्छा ऑप्शन है. जिया शंकर भी इस तस्वीर में मिडी ड्रेस में नजर आ रही हैं. मिडी ड्रेस काफी कंफर्टेबल होती हैं और अगर आप कॉटन फैब्रिक की मिडी पहनती हैं तो ये आपकी स्किन को काफी अच्छा फील करवाती है. इस ड्रेस के साथ आप शूज कैरी कर अपने लुक को कंफर्टेबल के साथ ही ट्रेंडी और स्टाइल बना सकती हैं.
गर्मियों में फैशन के साथ-साथ कंफर्ट का भी ध्यान रखना जरूरी होता है. अगर आप स्टाइलिश दिखने के साथ-साथ हल्का और कूल महसूस करना चाहती हैं, तो मैक्सी ड्रेस, मिडी ड्रेस और रफल ड्रेसिस को अपने वॉर्डरोब में जरूर शामिल करें .
योगा मैट का महत्व: सिर्फ एक्सेसरी नहीं, एक जरूरत है, जानिए इसके पीछे का विज्ञान
17 Mar, 2025 12:47 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
योगा न केवल फिजिकल बल्कि मेंटली और स्पिरिचुअल हेल्थ को भी संतुलित रखने में मदद करता है. शरीर को हेल्दी रखने के लिए योग के कई आसान किए जाते हैं. जब भी कोई योग करता है तो उसके लिए एक खास मैट का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि योगा हमेशा मैट पर ही क्यों किया जाता है? आखिर इसके पीछे कौन-सा साइंस और ट्रेडिशनल रीजन छिपा हुआ है?
अगर आप भी योगाभ्यास करते हैं या करने की सोच रहे हैं, तो आपको ये समझना जरूरी है कि योगा मैट सिर्फ एक एक्सेसरी नहीं, बल्कि एक जरूरत है. पहले के समय में लोग योगा करने के लिए कुशा घास, चटाई या फिर लकड़ी के तख्तों का इस्तेमाल करते थे, लेकिन आज के समय में योगा मैट का ट्रैंड है. चलिए जानते हैं कि इसके पीछे की वजहें.
1. बैलेंस और ग्रिप बनाए रखने में हेल्पफुल
योग करते समय शरीर को बैलेंस में रखना बहुत जरूरी होता है, खासकर जब आप खड़े होकर या बैलेंसिंग पोज कर रहे होते हैं. योगा मैट की सतह नॉन-स्लिप होती है, जिससे आपको फिसलने से बचाव मिलता है और पोज को सही तरीके से करने में मदद मिलती है.
2. कुशनिंग और जॉइंट सपोर्ट देता है
योगा में कई पोज ऐसे होते हैं, जिनमें शरीर के जोड़ों पर दबाव पड़ता है, जैसे कि घुटनों के बल बैठना, प्लैंक करना या कोहनियों के सहारे टिकना. लेकिन योगा मैट की कुशनिंग से दबाव कम होता है और जोड़ों को सपोर्ट मिलता है, जिससे आपको दर्द या चोट लगने का खतरा नहीं रहता.
3. हाइजीन बनाए रखता है
अगर आप सीधे जमीन पर योग करते हैं, तो धूल-मिट्टी, बैक्टीरिया और एलर्जी के पार्टिकल आपके शरीर से कॉन्टैक्ट में आ सकते हैं. खासकर अगर आप किसी पब्लिक प्लेस या पार्क में योग कर रहे हैं, तो ये समस्या और बढ़ सकती है. योगा मैट एक बैरियर की तरह काम करता है और आपको साफ-सुथरा योग करने में मदद करता है.
4. कंफर्टेबल एक्सपीरियंस देता है
कुछ योगासन में घुटनों, कोहनियों और पैरों पर अधिक दबाव पड़ता है, जिससे आपको तकलीफ हो सकती है. लेकिन योगा मैट इस परेशानी को कम करता है और एक कंफर्टेबल सरफेस देता है, जिससे आप लंबे समय तक बिना किसी इनकन्वीनियंस के योग कर सकते हैं.
क्या बिना योगा मैट के योग किया जा सकता है?
अगर आपके पास योगा मैट नहीं है, तो आप पूराने तरीकों जैसे कि कुशा घास की चटाई, सूती दरी या लकड़ी के फर्श पर योग कर सकते हैं. लेकिन ध्यान रखें कि बिना मैट के योग करते समय आपको ज्यादा सावधानी बरतनी होगी, ताकि आपको चोट न लगे और आप अपने शरीर की एनर्जी को बैलेंस रख सकें.
चेहरे की खूबसूरती में आइब्रो का अहम रोल, जानिए माइक्रोब्लैडिंग से कैसे पाएं परफेक्ट आइब्रो
17 Mar, 2025 12:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चेहरे की खूबसूरती में आइब्रो का अहम रोल अदा करती है. घनी, शेप में सही बनी हुई और परफेक्ट आइब्रो फेस कट को उभारने के साथ-साथ आपकी पर्सनालिटी को भी निखारती है. लेकिन अगर आपकी आइब्रो हल्की, कम घनी या असमान है, तो शायद आप इसे बेहतर बनाने के लिए कई ब्यूटी ट्रीटमेंट्स ट्राई करने के बारे में सोच रही होंगी. इन्हीं में से एक बेहद पॉपुलर ट्रीटमेंट है माइक्रोब्लैडिंग.
आजकल कई बॉलीवुड और टीवी सेलेब्स भी इस ट्रीटमेंट को अपनाकर अपनी आइब्रो को परफेक्ट लुक दे रही हैं. लेकिन माइक्रोब्लैडिंग क्या है? ये कैसे की जाती है और क्या ये आपके लिए सही ऑप्शन हो सकता है? आइए इस आर्टिकल आपको इस ट्रीटमेंट के बारे में विस्तार से बताते हैं.
माइक्रोब्लैडिंग ट्रीटमेंट क्या है?
माइक्रोब्लैडिंग एक सेमी-पर्मानेंट टैटू टेक्नीक है, जिसमें आपकी नेचुरल आइब्रो को घना और अट्रैक्टिव दिखाने के लिए पिगमेंट इम्प्लांट किया जाता है. ये ट्रीटमेंट एक खास तरह की फाइन ब्लेड और पिगमेंट का यूज करके किया जाता है, जिससे आइब्रो के बीच छोटे-छोटे हेयर स्ट्रोक्स बनाए जाते हैं. ये बिल्कुल नेचुरल आइब्रो के जैसे दिखते हैं, जिससे आपका लुक आर्टिफिशियल नहीं बल्कि रियल लगता है. माइक्रोब्लैडिंग को उन लोगों के लिए बेस्ट माना जाता है, जिनकी आइब्रो कम घनी है या जो बार-बार आइब्रो पेंसिल या बाकी मेकअप प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से बचना चाहते हैं.
माइक्रोब्लैडिंग ट्रीटमेंट का प्रोसेस क्या है
ये ट्रीटमेंट करीब 2-3 घंटे का होता है, जिसमें कई स्टेप्स फॉलो किए जाते हैं. इसका पहला स्टेप है कंसल्टेशन यानी आइब्रो को शेप देना. इसमें सबसे पहले ब्यूटी एक्सपर्ट आपकी आइब्रो का शेप, फेस कट और स्किन टोन देखकर परफेक्ट शेप डिसाइड करते हैं. ट्रीटमेंट के दौरान दर्द कम हो, इसके लिए आइब्रो एरिया पर नंबिंग क्रीम लगाई जाती है. इसके बाद आउटलाइन डिजाइन की जाती है, जिसमें स्पेशल पेंसिल से आइब्रो का शेप ड्रॉ किया जाता है, जिससे क्लाइंट को फाइनल लुक का अंदाजा हो जाए.
फिर शुरू होता है माइक्रोब्लैडिंग प्रोसेस. इसमें एक फाइन ब्लेड का इस्तेमाल करके स्किन की ऊपरी परत में हल्की कटिंग की जाती है और उसमें पिगमेंट डाला जाता है. आखिर में हीलिंग प्रोसेस होता है. इसमें ट्रीटमेंट के बाद कुछ दिनों में आइब्रो की स्किन हल्की छिलने लगती है और कुछ हफ्तों में फाइनल रिजल्ट दिखने लगता है.
माइक्रोब्लैडिंग के फायदे
ये ट्रीटमेंट आपकी आइब्रो को परफेक्ट, नेचुरल और डिफाइन्ड लुक देता है. साथ ही सेमी पर्मानेंट होता है. ऐसे में ये मेकअप का झंझट खत्म कर देता है और लगभग 1-2 साल तक रहता है. इसे कराने से पलकें नेचुरल और घनी लगती हैं. तो जो लोग आइब्रो हेयर लॉस से परेशान हैं, उनके लिए ये एक बेहतरीन ऑप्शन है. ये वाटरप्रूफ होता है, जिससे पसीने या बारिश में भी आपकी आइब्रो खराब नहीं होती.
किन लोगों को माइक्रोब्लैडिंग नहीं करानी चाहिए?
जिनकी स्किन बहुत सेंसिटिव हो या जिन्हें जल्दी स्किन एलर्जी होती हो उन्हें ये ट्रीटमेंट लेने से बचना चाहिए. इसके अलावा जो डायबिटीज, स्किन डिजीज या ब्लड क्लॉटिंग डिसऑर्डर से ग्रसित हैं. जो प्रेग्नेंट या ब्रेस्टफीडिंग कर रही हैं. जिनकी स्किन बहुत ऑयली होती है, उनके लिए रिजल्ट जल्दी फेड हो सकता है.
बदलते मौसम में बढ़ी डैंड्रफ की समस्या, जानिए इसे कम करने के प्राकृतिक तरीके
17 Mar, 2025 12:21 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बदलते मौसम का असर सिर्फ सेहत पर ही नहीं बल्कि बालों और स्किन पर भी दिखाई देता है. इस समय बालों में डैंड्रफ की समस्या और स्कैल्प का ऑयली होना बहुत आम है. लेकिन कई बार डैंड्रफ की समस्या बहुत ज्यादा बढ़ जाती है और इसके कारण ऑयली स्कैल्प, खुजलीऔर हेयर फॉल जैसे समस्या का सामना करना पड़ता है. ऐसे में डैंड्रफ को कम करना जरूरी है.
आजकल बाजार में महंगे – महंगे हेयर केयर प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं जो डैंड्रफ से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकते हैं. लेकिन अगर कोई व्यक्ति नेचुरल तरीके से डैंड्रफ को कम करना चाहता है तो आप घर में मौजूद कुछ चीजों का उपयोग इसके लिए कर सकते हैं. इससे डैंड्रफ को कम करने में मदद मिल सकती है.
नारियल तेल
नारियल तेल में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं, जो स्कैल्प को हेल्दी रखने में मदद करते हैं. इसे स्कैल्प की मसाज करने और बालों पर लगाने से डैंड्रफ की समस्या को कम करने में मदद मिल सकती है. इस स्कैल्प पर लगाएं और हल्के हाथों से मसाज करें और 1 से 3 घंटे के बाद शैंपू करें. इसे आप हफ्ते में दो बार उपयोग कर सकते हैं.
नीम के पत्ते
नीम के पत्ते स्कैल्प को हेल्दी रखने में मदद करते हैं. ये बैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन से बचाव करते हैं. ऐसे में नीम की पत्तियों को उबालकर उसका पानी ठंडा होने के लिए रख दें और स्कैल्प पर लगाएं. इससे भी डैंड्रफ को कम करने में मदद मिल सकती है. इसके अलावा आप नीम के पत्ते का हेयर मास्क बनाकर बी लगा सकते हैं. जैसे कि आप नीम की कुछ पत्तियों को धोने के बाद उसे पीसकर पेस्ट बना लें. इसके बाद इसमें नारियल तेल मिलाकर पेस्ट बनाएं इसे 15 से 20 मिनट तक बालों पर लगाएं रखने के बाद शैंपू करें.
टी ट्री ऑयल
टी ट्री ऑयल में एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो डैंड्रफ की समस्या को कम करने में मदद कर सकते हैं. इसे नारियल तेल में मिलाकर स्कैल्प पर लगाएं और 30 मिनट बाद शैंपू से हेयर वॉश करें. इसे आप हफ्ते में दो बार अपने बालों पर लगा सकते हैं. लेकिन अगर टी ट्री ऑयल या किसी तरह की नेचुरल चीज बालों पर पहली बार लगा रहे हैं तो पेच टेस्ट जरूर करें.
नियमित रूप से हेयर वॉश
बालों को हफ्ते में 2 बार जरूर शैंपू से धोएं, क्योंकि स्कैल्प पर जमी गंदगी जैसे की धूल और ऑयल डैंड्रफ का कारण बन सकती है. साथ ही माइल्ड शैंपू का उपयोग करें. साथ ही बालों को नेचुरली सूखने दें.
स्किन को निखारने और हेल्दी रखने में बेहद असरदार है डबल क्लेंजिंग
14 Mar, 2025 12:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मेकअप बेशक चेहरे की खूबसूरती बढ़ा देता है, लेकिन अगर इसे सही तरह से रिमूव न किया जाए, तो ये कई सारी स्किन समस्याओं की भी वजह बन सकता है। वैसे तो मार्केट में कई अलग-अलग कंपनियों के मेकअप रिमूवर मौजूद हैं, लेकिन एक दूसरा तरीका भी है, जिससे आप चेहरे को गहराई से साफ कर सकती हैं, जो है डबल क्लेंजिंग। महज दो से पांच मिनट के इस प्रोसेस से आप चेहरे को बेदाग रख सकती हैं। सबसे पहले तो जानते हैं क्या है डबल क्लेंजिंग और उसके बाद इसे करने का तरीका।
क्या है डबल क्लेंजिंग?
डबल क्लेंजिंग चेहरे को साफ करने का ही एक प्रोसेस है, लेकिन थोड़ा अलग तरह से। जो दो चरणों में पूरा किया जाता है। कई बार एक बार चेहरे की साफ-सफाई इतनी कारगर नहीं होती, लेकिन दो बार सफाई करने से चेहरे के पोर्स में जमी गंदगी, ऑयल और बैक्टीरिया की आसानी से सफाई हो जाती है। इसे प्रोसेस को करने के लिए पहले ऑयल बेस्ड क्लेंजर की जरूरत होती है। वहीं दूसरी बार जेल बेस्ड क्लींजर का इस्तेमाल किया जाता है। जिससे कई सारे फायदे मिलते हैं। त्वचा का निखार बढ़ता है, स्किन डीप क्लीन होती है और तो और इससे बढ़ती उम्र के असर को भी थामने में मदद मिलती है।
ऐसे करें डबल क्लेंजिंग
क्लेंजिंग के लिए ऑयल बेस्ड क्लेंजर का इस्तेमाल करें। उंगलियों की मदद से इसे चेहरे पर लगाएं।
इससे चेहरे की 5 से 10 सेकेंड तक मसाज करें।
इसके बाद गीले तौलिए या वेट वाइप्स से चेहरे को साफ करें।
आंखों के नीचे और लिप्स के आसपास और फोरहेड को कलीन करें।
इसके बाद चेहरे को नॉर्मल पानी से धो लें।
चेहरे को साफ करने के लिए फेसवॉश लगाएं। इससे एक्स्ट्रा ऑयल निकल जाएगा, जो कील-मुहांसों की वजह बनते हैं।
होली पार्टी को बनाएं और भी खास, गुजिया और ठंडाई के साथ ये व्यंजन भी शामिल करें
14 Mar, 2025 09:20 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
होली व्यंजन: होली का त्योहार लोग अपने परिवार, रिश्तेदार, दोस्त और पड़ोसियों से साथ मिलकर मनाते हैं. इस दिन घरों में कई तरह के स्वादिष्ट मिठाइयां और पकवान बनाए जाते हैं. ऐसे में होली पर रंगों के साथ ही गाने, ड्रांस और स्वादिष्ट व्यंजन से इस त्योहार का मजा दोगुना हो जाता है. जब घर पर कोई मेहमान आता है तो उसे बिना कुछ खिलाएं तो नहीं जाने दिया जाता है. वहीं कई लोग एक साथ मिलकर होली सेलिब्रेट करते हैं. ऐसे में खाना स्वादिष्ट होना बहुत जरूरी है. होली पर ज्यादातर लोग ठंडाई और गुजिया बनाते हैं लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसी स्वादिष्ट चीजों ते बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें आपको मेन्यू में जरूर शामिल करना चाहिए. यह व्यंजन आपको मेहमानों को भी काफी पसंद आएंगे. आइए जानते हैं इनके बारे में
मालपुआ
होली के दिन मालपुआ बनाना भी सही रहेगा. इसे बनाने के लिए सबसे पहले तो आटे को छान लें. शक्कर, सौंफ और इलायची को दरदरा पीस लें. अब दो गिलास पाने में इन चीजों का पाउडर डालकर मिक्स करें. इसके बाद आटा लें और इसमें थोड़ा-थोड़ा कर शक्कर वाला पानी डालकर मिक्स करें. इसके बाद आटे का स्मूध घोल बना लें. ध्यान रखें बैटर गाढ़ा होना चाहिए. इसमें आप आवश्यकतानुसार पानी डालें. अब एक फ्लैट पैन में तेल गर्म करें और इसे धीमी आंच पर चम्मच की मदद से बैटर डालें. अब इसे सुनहरा ब्राउन होने तक पलट-पलट कर तलें. अब इसे पटेल में निकाल कर कटोरी से दबाएं ताकि उसका एक्स्ट्रा ऑयल निकल जाए. लीजिए मालपुआ बनकर तैयार है.
बादाम फिरनी
आप होली के दिन बादाम फिरनी भी बना सकते हैं. इसे बनाने के लिए सबसे पहले तो 3 से 4 घंटे तक बादाम को भिगोकर रख दें. चावल को भी 1 घंटे तक पानी में भिगो दें. इसके बाद बादाम को छील लें और मिक्सी में पीसकर पेस्ट बना लें. इसके बाद चावल को भी मिक्सी में पीस लें. अब एक पैन में दूध गर्म करें. उबाला आने के बाद पिसे हुए चावल का पेस्ट इसमें डालें और चलाते रहें. दूध गाढ़ा होने पर बादाम का पेस्ट डालकर उसे चलाते रहें. जब यह थोड़ा गाढ़ा हो जाए तो इसमें शुगर, इलायची पाउडर और केसर डालकर मिक्स करें. इसको नॉर्मल ठंडा होने के लिए फ्रिज में रखें. उसके बाद ठंडी-ठंडी बादाम फिरनी को सर्व करें.
पानी पुरी
पानी पुरी तो ज्यादातर लोगों को पसंद होती है. इसे बनाने के लिए धनिया, पुदीना, हरी मिर्च, अदरक को मिक्सी में डालकर अच्छी तरह से पीस लें. इसमें नींबू का रस, भुना जीरा पाउडर, काला नमक, चीनी, और नमक डालकर अच्छे से मिला लें. फिर इस इसे छानकर उसमें ठंडा पानी मिलाएं. आप चाहें तो चाट मसाला भी डाल सकते हें. इसके बाद पानी को ठंडा करने के लिए फ्रिज में रख सकते हैं. पानी पुरी के लिए पानी बनकर तैयार है.
पुरी रेसेपी: एक बर्तन में सूजी, मैदा, बेकिंग सोडा, और नमक डालकर अच्छे से मिला लें. थोड़ा-थोड़ा पानी डालकर आटा गूंद लें. ध्यान रखें कि आटा नरम और चिकना होना चाहिए. अब आटे की छोटी-छोटी लोइयां बना लें और उन्हें बेलन से बेलकर छोटी-छोटी गोल पुरी बना लें. एक कढ़ाई में तेल गर्म करें और इन पुरियों को डालकर कुरकुरा और सुनहरा होने तक तल लें. तली हुई पुरियों को तेल से निकालकर इसका एक्सट्रा ऑयल निकाल लें. उबले आलू और उबले चने को अच्छे से मैश कर लें. इसमें लाल मिर्च पाउडर, हल्दी, धनिया पाउडर, जीरा पाउडर, और नमक डालकर अच्छे से मिला लें. आप हरा धनिया भी डाल सकते हैं. एक प्लेट में तैयार पानी पुरी रखें. प्रत्येक पुरी में एक चम्मच आलू और चने का मिश्रण डालें. फिर उस पर ताजा तैयार पानी डालें और तुरंत सर्व करें.
होली पर घर पर बनाएं सब्जियों से मिठाई, जानें कौन-सी सब्जियां हैं उपयुक्त
14 Mar, 2025 08:52 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Vegetable Sweets: होली का त्योहार बहुत ही उत्साह और धूम-धाम से सेलिब्रेट किया जाता है. लोग एक दूसरे अपने रिश्तेदारों, पड़ोसियों और दोस्तों के घर जाकर एक दूसरे को रंग लगाते हैं. इसी के साथ ही इन दिन घरों में कई तरह पकवान बनाएं जाते हैं. जिसमें गुझिया, मालपुआ, दही भल्ले, पकोड़े, कचौड़ी, पापड़ी चाट, ठंडाई के अलावा भी कई तरह की ड्रिंक्स और मिठाई शामिल है. लेकिन आज के समय में ज्यादातर लोग मिठाई दुकानों से बनी बनाई लाकर खाना पसंद करते हैं. लेकिन आप घर पर भी मिठाई बना सकते हैं. बल्कि आप कई सब्जियों से स्वादिष्ट मिठाई बनाकर मेहमानों को खिला सकते हैं. इसे बनाना भी बहुत आसान है. इसके साथ ही आप अपने मुताबिक सामग्री जैसे कि मीठा और कई चीजों का उपयोग कर सकते हैं. ये शुद्ध भी होगी. आप इन सब्जियों से स्वादिष्ट मिठाई बना सकते हैं.
लौकी का हलवा
आपने गाजर, सूजी या आटे के हलवे का बारे में तो कई बार सुना होगा है. लेकिन आप लौकी का भी हलवा बना सकते हैं. इसे बनाने के लिए सबसे पहले तो लौकी को कद्दूकसकरउसका पानी निकाल लें इसके बाद इसे प्रेशर कुकर में डालकर एक सीटी लगवाए. फिर गैस पर कढ़ाई गर्म होने के लिए रखें और इसमें घी गर्म होने दें.
इसके गर्म होने के बाद इसमें उबली हुई लौकी डालकर अच्छे से भून लें. इसको चलाते रहें ताकि ये कढ़ाई पर न चिपके. इसके बाद इसमें चीनी डालें, आप चाहें तो गुड़ भी डाल सकते हैं. इसके बाद इसे चलाते रहें. करछी की मदद से चलाते रहें. जब इसका पानी सूख जाएं तो उसमें दूध डालें और कुछ देर के लिए बराबर चलाते रहें. अब इसमें मावा डालें और सर्व करें.
गाजर की बर्फी
गाजर की बर्फी बनाने के लिए सबसे पहले तो गाजर को धोकर कद्दूकस कर लें. अब इसे ढ़ाई में डालें. इसमें 2 कप दूध डालें और धीमी आंच पर पकने दें. गाजर को दूध में अच्छी तरह से पकने दें, जब तक दूध लगभग सूख न जाएं. जब गाजर और दूध अच्छे से मिलकर पक जाएं और दूध थोड़ा सूख जाए, तब उसमें चीनी डालें. अब मिश्रण को अच्छे से मिला लें. चीनी के पूरी तरह से घुलने और मिश्रण गाढ़ा तक इस पकाएं. अब उसमें 2 से 3 बड़े चम्मच घी डालें और अच्छे से मिला लें.
फिर इलायची पाउडर डालकर मिश्रण को कुछ और मिनट तक पकने दें. मिश्रण गाढ़ा और घी छोड़ने लगेगा. जब मिश्रण अच्छे से गाढ़ा हो जाए, तो एक थाली में निकाल लें. लेकिन इसे पहले थाली पर घी लगा लें. इसे फैला लें और हल्का सा दबाकर सेट कर लें. अब इसके ऊपर कटे हुए बादाम और पिस्ता डालें. मिश्रण को ठंडा होने दें, फिर इसे मनचाहे आकार में काटें और सर्व करें.
परवल की मिठाई
घर पर परवल की मिठाई भी बनाई जा सकती हैं. इसे बनाने के लिए सबसे पहले तो परवल को अच्छे से धोकर छील लें. इसके बाद इसे बीच में से काट लें और बीज को निकाल लें. अब परवल को पानी में उबलने के लिए रखें. इसे 70 प्रतिशत पकने के बाद गैस बंद कर दें परवल को एक छलनी में निकाल लें ताकि उसका पानी निकल जाए. इसके बाद गैर पर पानी रखें और उसमें चीनी डालें और चाशनी बनाने के लिए रख दें. अब थोड़ा सा ग्रीन कलर और इलायची पाउडर भी इसमें डालें.
जब चाशनी बनकर तैयार हो जाए तो उसमें परवल डालकर कुछ देर तक पकाएं और फिर गैस बंद कर दें. अब परवल को चार से पांच घंटे तक चाशनी में डूबा कर रखें. अब खोया लें और उसमें कटे हुए मेवे मिलाकर फिलिंग तैयार कर लें. अब चाशनी में परवल निकालकर एक-एक करके उसमें खोया और मेवे का पेस्ट डालें. इसके बाद इसमें ऊपर कटे हुआ पिस्ता डालें और सर्व करें.
इस आसान विधि से घर पर बनाएं बेसन और सूजी से बनाएं स्वादिष्ट टिक्की
10 Mar, 2025 06:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सूजी और बेसन से बनी टिक्की का शानदार स्वाद काफी पसंद किया जाता है. अक्सर चटपटा खाने का दिल करता है, ऐसे में गर्मागर्म सूजी-बेसन की टिक्की को ब्रेकफास्ट में या फिर दिन में स्नैक्स के तौर पर खाया जा सकता है. आसानी से तैयार होने वाली सूजी बेसन की टिक्की बच्चों के बीच भी काफी लोकप्रिय है. बच्चों के टिफिन बॉक्स में भी सूजी-बेसन टिक्की को रखा जा सकता है. इस रेसिपी को बनाना भी आसान है. सूजी और बेसन से तैयार होने वाली इस टिक्की को बिना आलू के भी बना सकते हैं.
सामग्री :
1 कप बेसन
1/2 कप सूजी
1/4 कप दही
1 छोटी चम्मच हल्दी पाउडर
1 छोटी चम्मच जीरा पाउडर
1/2 छोटी चम्मच लाल मिर्च पाउडर
1/2 छोटी चम्मच अमचूर पाउडर
नमक स्वाद अनुसार
1/2 कप हरा धनिया (बारीक कटा हुआ)
1/2 कप पानी
तेल (तलने के लिए)
विधि :
सबसे पहले एक बड़े बर्तन में बेसन, सूजी, हल्दी, जीरा पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, अमचूर पाउडर और नमक डालें। अब इसमें दही और थोड़ा पानी डालकर एक गाढ़ा बैटर तैयार करें।
बैटर को अच्छी तरह से मिलाकर थोड़ा गूंथ लें। ध्यान रहे कि बैटर न ज्यादा गाढ़ा हो, न ज्यादा पतला। अगर जरूरत हो तो थोड़ा और पानी डाल सकते हैं।
एक कड़ाही या तवे में तेल गरम करें। तेल में थोड़ी सी पानी की बूँद डालकर यह चेक करें कि तेल गर्म है या नहीं।
अब हाथों में थोड़ा तेल लगाकर बैटर से छोटे-छोटे गोले बना लें और उन्हें चपटा करके टिक्की का आकार दें।
अब इन टिक्कियों को गरम तेल में डालें और दोनों साइड से गोल्डन ब्राउन होने तक तलें।
तैयार बेसन और सूजी की टिक्की को हरे धनिये की चटनी या टमाटर के सॉस के साथ गरमागरम परोसें।
गर्मी में इन 4 नेचुरल टिप्स को करें फॉलो, हर कोई पूछेगा खूबसूरती का राज
10 Mar, 2025 06:39 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गर्मी की शुरुआत धीरे-धीरे हो रही है। गर्मी बढ़ने के साथ ही स्किन से जुड़ी कई समस्याएं भी अपना रंग दिखाने लगती हैं। चिलचिलाती धूप, उमस और पसीना न सिर्फ त्वचा को बेजान बना सकते हैं, बल्कि टैनिंग, पिंपल्स और डलनेस जैसी परेशानियां भी बढ़ सकती है। सर्दी खत्म हाेने के बाद जब तापमान तेजी से बढ़ता है तो हमारी स्किन को एक्स्ट्रा केयर की जरूरत होती है। इससे चेहरे का नेचुरल ग्लो बना रहता है। गर्मी में चिलचिलाती धूप के कारण सनबर्न और समय से पहले झुर्रियां आने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में जरूरी है कि हम अभी से अपनी स्किन केयर रूटीन को बदल लें। अपने आपको गर्मी के लिए तैयार कर लें। सही स्किन केयर टिप्स अपनाकर आप न सिर्फ अपनी स्किन को हेल्दी और ग्लोइंग बनाए रख सकते हैं, बल्कि तेज धूप और पसीने से होने वाली परेशानियों से भी बच सकते हैं। आज हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे कि आप कैसे अपनी स्किन का ख्याल रखें। आइए जानते हैं विस्तार से-
पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं: गर्मियों में स्किन को हाइड्रेटेड रखने के लिए आपको ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की जरूरत होती है। इससे आप स्किन की जलन, मुहांसे और रैशेज से बच सकते हैं। इसके लिए नियमित रूप से कम से कम 4 लीटर पानी जरूर पिएं। आप अगर चार लीटर पानी पीते हैं तो त्वचा हाइड्रेट रहेगी ही, इसके साथ ही आपका वजन भी कम होगा।
चेहरे पर लगाएं शहद और गुलाब जल: एक बाउल में एक चम्मच शहद लें। इसमें गुलाब जल मिला लें। दोनों चीजों को अच्छी तरह से मिक्स कर लें। अब इसे चेहरे पर लगाएं और 15-20 मिनट के लिए छोड़ दें। इसके बाद सादे पानी से चेहरे को धो लें। इससे आपकी त्वचा में नमी बरकरार रहेगी।
खीरे का रस: गर्मियों में बाजार में खीरे की भरमार होती है। सलाद के रूप में खीरे का खूब इस्तेमाल किया जाता है। खीरा न सिर्फ सेहत के लिए अच्छा माना जाता है बल्कि स्किन को भी हाइड्रेट रखने में मदद करता है। आप चाहें तो खीरे का जूस भी पी सकती हैं। या फिर इसे रात में सोते समय अपने चेहरे पर भी लगा सकती हैं।
स्किन को रखें मॉइस्चराइज: मौसम कोई भी हो त्वचा को हेल्दी रखने के लिए मॉइस्चराइज करना बेहद जरूरी होता है। गर्मी में भी त्वचा को मॉइश्चराइज करने की सलाह दी जाती है। इससे त्वचा में नमी बनी रहती है। आपको नहाने के तुरंत चेहरे पर मॉइस्चराइजर जरूर लगाना चाहिए।
संतरे के छिलकों से बनाएं फेस सीरम, आपकी त्वचा को निखारने में करेंगे मदद
3 Mar, 2025 06:28 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
संतरा न केवल स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है, बल्कि यह त्वचा के लिए भी काफी लाभदायक हो सकता है। संतरे के छिलके में विटामिन-सी, एंटीऑक्सीडेंट्स और अन्य पोषक तत्व होते हैं, जो त्वचा को चमकदार बनाने, मुंहासों को कम करने और त्वचा की बनावट में सुधार करने में मदद करते हैं।
संतरे के छिलके से फेस सीरम बनाना एक आसान और नेचुरल तरीका है, जिसे आप घर पर ही तैयार कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि यह कैसे बनाया जाता है।
संतरे के छिलके से फेस सीरम कैसे बनाएं?
सामग्री:
संतरे के छिलके (सूखे हुए)
गुलाब जल या एलोवेरा जेल
विटामिन ई कैप्सूल (वैकल्पिक)
छोटी कटोरी और चम्मच
ब्लेंडर या मिक्सर
साफ और सूखी शीशी (सीरम स्टोर करने के लिए)
बनाने की विधि:
सबसे पहले संतरे के छिलकों को अच्छी तरह धोकर साफ कर लें। फिर इन्हें किसी सूखी जगह पर रखकर 2-3 दिन के लिए सूखने दें। छिलके पूरी तरह सूख जाने के बाद, उन्हें ब्लेंडर में डालकर महीन पाउडर बना लें।
ब्लेंडर में पिसे हुए छिलकों को एक महीन छलनी से छान लें, ताकि कोई बड़े टुकड़े न रह जाएं। इससे सीरम का टेक्सचर स्मूद और बेहतर होगा।
एक छोटी कटोरी में संतरे के छिलके का पाउडर लें और इसमें थोड़ा-सा गुलाब जल या एलोवेरा जेल मिलाएं। इसे तब तक मिलाएं जब तक कि यह एक गाढ़ा पेस्ट न बन जाए। आप चाहें तो इसमें एक विटामिन-ई कैप्सूल का तेल भी मिला सकते हैं, जो त्वचा को एक्स्ट्रा पोषण देगा।
तैयार सीरम को एक साफ और सूखी शीशी में डालकर रख लें। इसे ठंडी और सूखी जगह पर स्टोर करें। इस सीरम को लगभग 1-2 सप्ताह तक इस्तेमाल किया जा सकता है।
सीरम को इस्तेमाल करने से पहले अपने चेहरे को अच्छी तरह साफ कर लें।
अपनी उंगलियों की मदद से थोड़ा-सा सीरम लेकर इसे चेहरे पर हल्के हाथों से लगाएं।
इसे 15-20 मिनट तक लगा रहने दें और फिर ठंडे पानी से धो लें।
इस सीरम का इस्तेमाल सप्ताह में 2-3 बार कर सकते हैं।
संतरे के छिलके के फेस सीरम के फायदे
त्वचा की चमक बढ़ाएं- संतरे के छिलके में मौजूद विटामिन-सी त्वचा को निखारने में मदद करता है।
मुंहासों को कम करें- इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा के पोर्स को साफ करते हैं और मुंहासों को कम करते हैं।
त्वचा को मॉइश्चराइज करें- गुलाब जल और एलोवेरा जेल त्वचा को हाइड्रेट रखते हैं।
इन बातों का ध्यान रखें
अगर आपकी त्वचा सेंसिटिव है, तो पहले पैच टेस्ट कर लें।
सीरम को धूप से दूर रखें और इसे ज्यादा दिनों तक स्टोर न करें।
संतरे के छिलके से बना यह फेस सीरम त्वचा के लिए एक नेचुरल और असरदार उपाय है। इसे नियमित रूप से इस्तेमाल करने पर आपकी त्वचा चमकदार और स्वस्थ दिखेगी।