उत्तर प्रदेश
औरंगजेब ने कितने मंदिर तोड़े? समाजवादी नेता के बयान पर उठे सवाल
7 Mar, 2025 10:51 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इन दिनों देश की राजनीति में औरंगजेब को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है. इसका मुख्य कारण समाजवादी पार्टी के विधायक अब्बू आजमी का औरंगजेब की तारीफ करना है. उन्होंने औरंगजेब को एक कुशल शासक बताया था. ऐसा कहा जाता है कि औरंगजेब ने अपने शासनकाल में 1000 से ज्यादा मंदिरों को तोड़कर वहां पर मस्जिद बनाई थी, लेकिन देश में एक ऐसा भी मंदिर था जहां से औरंगजेब को वापस लौटना पड़ा था. भारत के इतिहास में ऐसी हजारों घटनाएं है, जो कि औरंगजेब को क्रुर शासक बताती है. औरंगजेब ने भारत पर 1658 से 1707 तक राज किया है. इस दौरान उसने यहां तरह-तरह से लोगों पर अत्याचार किया है. इसमें सबसे बड़ी घटनाएं हिंदू मंदिरों को तोड़कर उनपर मस्जिद का निर्माण करवाना था. कहा जाता है कि औरंगजेब ने अपने शासनकाल के दौरान एक हजार से ज्यादा मंदिरों को तोड़ा था.
औरंगजेब की सेना हुई थी बेहोश
इस दौरान जब औरंगजेब मंदिरों को तोड़ते हुए काशी के बाद भगवान राम की तपोस्थली चित्रकूट पहुंचा गया. यहां इसकी सेना ने मंदाकिनी नदी के किनारे रामघाट तट पर स्थित महाराजधिराज मत्यगजेंद्रनाथ मंदिर में शिवलिंगों को हथौड़ा से हटाने की कोशिश की, जिसे ब्रह्मा जी ने स्थापित किया था. शिवलिंग पर हथौड़ा लगाते ही औरंगजेब के सेनापति सहित पूरी सेना बेहोश हो गई.यह सब देखते ही औरंगजेब बेहद घबरा गया.
बालाजी मंदिर पहुंचा
इसके बाद वह भागते हुए मतगजेंद्रनाथ मंदिर से कुछ दूर स्थित बालाजी मंदिर पहुंचा. मत्यगजेंद्रनाथ मंदिर के पुजारी विपिन तिवारी ने बताया ने कि इस दौरान बालाजी मंदिर के संत बालक दास से औरंगजेब ने अपनी सेना को ठीक करने की बात प्रर्थाना की. इसके बाद संत बालक दास ने औरंगजेब से कहा कि तुम एक ताम्रपत्र में लिखकर दो कि दोबारा चित्रकूट में मंदिरों को नहीं तोड़ोगे. अगर तुम ऐसा लिखकर देते हो मैं तुम्हें इस समस्या का समाधान बताऊंगा.
औरंगजेब ने मंदिर को दान की हजारों बीघा जमीन
यह बात सुनते ही औरंगजेब ने संत की बात मान ली. इसके बाद महंत ने कहा कि तुम यहां से 10 किलोमीटर दूर चले जाओ, तुम्हारी सेना की जान बच जाएगी. इसके बाद संत ने औरंगजेब को भभूत भी दी थी जिसे लगाने के बाद औरंगजेब सहित उसकी पूरी सेना ठीक हो गई थी. औरंगजेब ने बालाजी मंदिर के तामपत्र पर हजारों बीघा जमीन दान कर दी थी और बाद में उसे बनवाया भी था. इस घटना के प्रमाण आज भी मत्यगजेंद्रनाथ मंदिर और बालाजी मंदिर में मौजूद है.
1691 की बताई जा रही घटना
मत्यगजेंद्रनाथ मंदिर में स्थापित शिवलिंग में आज भी हथौडे़ के निशान देखे जा सकते हैं. वहीं, बालाजी मंदिर में आज भी औरंजेब का ताम्रपत्र मौजूद है, जिसमें उसने हजारों बीघा जमीन मंदिर के नाम की थी. बालाजी देश के एकलौता मंदिर है, जिसे औरंगजेब ने तोड़ा नहीं बल्कि बनाया था. ऐसा दावा बालाजी मंदिर के महंत भुवनदास महराज का है, जो इस घटना को 1691 की बता रहे हैं.
बिहार में औरंगजेब मुद्दे पर सियासी हलचल तेज, अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने बीजेपी पर लगाए आरोप
6 Mar, 2025 05:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
औरंगजेब को लेकर दिए गए बयान के बाद बिहार में सियासी हलचल तेज हो गई है. NDA और महागठबंधन के नेताओं में जुबानी जंग भी शुरू हो गई है. इसी बीच राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के मुख्य सचेतक व विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन की प्रतिक्रिया आई है. गुरुवार 06 मार्च को उन्होंने कहा कि बिहार में औरंगाबाद या कहीं का भी नाम बदलने की जरूरत नहीं जो औरंगजेब के नाम पर है. औरंगजेब मुद्दा नहीं है. आरजेडी विधायक ने कहा कि चुनावी साल में BJP जानबूझकर बिहार में समाज को बांटने वाला तनाव फैलाने वाला मुद्दा उठा रही है. यह सब एजेंडा यहां नहीं चलेगा. इतिहास में हमने औरंगजेब की प्रशंसा भी सुनी है और दूसरा पहलू भी सुना है.
हंगामे के बाद सस्पेंड
बता दें कि महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी ने औरंगजेब की तारीफ करते हुए कहा था कि वो निर्दीय शासक नहीं थे. उनके बयान के बाद हंगामा खड़ा हुआ, तो उन्हें महाराष्ट्र विधानसभा से सस्पेंड कर दिया गया. इसके बाद से औरंगजेब को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है.
जेडीयू विधायक ने खालिद अनवर को बताया देशद्रोही
दूसरी तरफ औरंगजेब पर जेडीयू में भी खींचतान तेज हो गई है. एमएलसी खालिद अनवर के बयान पर जेडीयू विधायक संजीव कुमार ने हमला बोला. कहा कि हमारी पार्टी के विधान पार्षद खालिद अनवर देशद्रोही हैं. उनको पाकिस्तान भेज देना चाहिए. औरंगजेब क्रूर शासक था. उसके पक्ष में बोलना देशद्रोह वाला काम है. BJP की मांग का समर्थन करता हूं. औरंगजेब के नाम पर बिहार में जितनी जगहें हैं सबका नाम बदला जाए.
बजट को लेकर भी हमलावर हुए थे शाहीन
इससे पहले बिहार के बजट को लेकर भी विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने नीतीश सरकार को घेरा था. उन्होंने दावा किया था ये NDA सरकार का अंतिम बजट है. अगले साल तेजस्वी यादव बजट पेश करेंगे. बिहार में सरकार नाम की कोई चीज न होने से अराजकता की स्थिति बनी है. नीतीश सरकार वेंटिलेटर पर है. सिपाही से लेकर डीजीपी तक कोई नियंत्रण करने वाला या देखने वाला नहीं है. पूरे प्रदेश में भ्रष्टाचार मचा हुआ है. राज्य में क्राइम बढ़ता जा रहा है. विपक्षी दल जन सरोकार के मुद्दे मजबूती से उठाएंगे और बिहार में अराजकता की स्थिति नहीं रहने देंगे.
तेजस्वी यादव का बड़ा ऐलान: महागठबंधन सरकार बनने पर शराबबंदी कानून में होगा बदलाव
6 Mar, 2025 05:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी तो शराबबंदी कानून में बदलाव किया जाएगा. गुरुवार 06 मार्च को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बड़ा ऐलान किया. तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारी सरकार आई, तो ताड़ी को 2016 में बने शराबबंदी अधिनियम से हम इसे बाहर करेंगे. हालांकि तेजस्वी यादव ने साफ कहा कि हम नशा मुक्ति से कोई समझौता नहीं करेंगे. उन्होंने ताड़ी को नेचुरल बताया.
पासी समाज के बुजुर्ग ने तेजस्वी से बताई थी परेशानी
2016 में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद बिहार में इसी अधिनियम के तहत ताड़ी पर भी प्रतिबंध लग गया था. तेजस्वी यादव ने कहा कि हम जब कार्यकर्ता दर्शन संवाद यात्रा पर थे. इस दौरान एक खेत में गए. वहां एक पासी समाज के बुजुर्ग ने हमसे कहा कि हमारा सिर्फ और सिर्फ एक ही व्यवसाय ताड़ी बेचना था. ताड़ी के बंद हो जाने के बाद घर चलाना मुश्किल हो रहा है. महंगाई बढ़ गई है.
फिलहाल बिहार में बंद है ताड़ी... बेचने पर गिरफ्तारी
तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्होंने बुजुर्ग से पूछा कि नीरा योजना के तहत क्या आपको लाभ नहीं मिला? इस पर उस बुजुर्ग ने कहा कि यह योजना फ्लॉप है. तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में दो फीसद आबादी पासी समाज की है. ये समाज आज परेशानी में है. तेजस्वी यादव की पासी समाज के लिए यह बड़ी घोषणा है. बता दें कि ताड़ी बिहार में फिलहाल बंद है. इसे बेचने पर गिरफ्तारी होती है.
200 यूनिट फ्री बिजली देने का वादा
दूसरी ओर तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी तो 200 यूनिट फ्री बिजली दी जाएगी. बिहार में 100% डोमिसाइल नीति लागू की जाएगी. सरकारी नौकरी के लिए फॉर्म भरते हैं तो उस फॉर्म का पैसा नहीं देना पड़ेगा.
बाबूलाल मरांडी बने झारखंड बीजेपी विधायक दल के नेता, चंपाई सोरेन ने जताई शुभकामनाएं
6 Mar, 2025 05:05 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड बीजेपी के अध्यक्ष और पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी को बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया. पूर्व सीएम चंपाई सोरेन ने उन्हें इस पद के लिए चुने जाने पर बधाई दी. इस जिम्मेदारी के लिए चुन जाने के बाद मरांडी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का आभार जताया. उन्होंने पर्यवेक्षक केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और राज्यसभा सांसद के लक्ष्मण का भी आभार जताया. उन्होंने कहा कि विधायकों के प्रति मैं भी आभार प्रकट करता हूं.
मैं अपनी तरफ से पूरी मेहनत करूंगा- मरांडी
बाबूलाल मरांडी ने कहा, "जो भी जिम्मेदारी दी गई है, मैं अपनी तरफ से पूरी मेहनत करूंगा. मिलकर संगठन को और कैसे मजबूत किया जा सकता है. उस दिशा में अपनी पूरी क्षमताके साथ 24*7 काम करूंगा. मेरी पूरी कोशिश रहेगी कि सदन के अंदर या सदन के बाहर नेतृत्व करूं. सबको साथ लेकर चलने की मैं कोशिश करूंगा."
'कमियों को दूर करेंगे'
इसके आगे उन्होंने कहा, "राज्य की समस्यों को हम सरकार से लड़ाई जारी रखेंगे. पार्टी के विधायकों और सीनियर नेताओं का मार्गदर्शन मिलता रहेगा. इस चुनाव में जो कमियां रही हैं, उसे पूरा किया जाएगा."
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने क्या कहा?
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि विधायक दल की बैठक में विधायक दल के नेता के रूप में प्रस्ताव मांगे गए थे. इस बैठक में बाबूलाल मरांडी के नाम का प्रस्ताव रखा गया जिस पर सर्वसम्मति बनी. उन्होंने आम लोगों के जीवन में परिवर्तन लाने के लिए संघर्ष किया है. उनके नेतृत्व में हमारे विधायक झारखंड के हितों की रक्षा करेंगे और पीएम मोदी के विकसित झारखंड के लक्ष्य को पूरा करेंगे.
धनवार सीट से हैं विधायक
धनवार सीट से विधायक बाबूलाल मरांडी झारखंड की सियासत में बड़ा चेहरा माने जाते हैं. वो झारखंड के पहले सीएम भी रहे हैं. साल 2000 से 2003 तक वो इस पद पर रहे. 1998 में वो सांसद बने. 1998-99 के दौरान केंद्रीय पर्यावरण एवं वन राज्य मंत्री की भूमिका निभाई. 1999 में फिर लोकसभा सांसद बने. 1999-2000 के दौरान फिर केंद्रीय पर्यावरण एवं वन राज्य मंत्री बने. 2004 में भी सांसद चुने गए. 22 मई 2006 को उन्होंने लोकसभा से इस्तीफा दे दिया. अक्टूबर 2006 14वीं लोकसभा के लिए हुए उपचुनाव में फिर जीत गए. 2009 में चौथी बार सांसद बने.
भागलपुर में दरोगा के घर से पिस्टल, लैपटॉप और जेवरात चोरी, पेट खराब होने से घर में भूल गए थे हथियार
6 Mar, 2025 04:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भागलपुर: भागलपुर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक दरोगा पिस्टल और कारतूस लिए बिना ही रेड पर निकल गए. इसी बीच चोर ने उनके घर पर धावा बोल दिया और पिस्टल , कारतूस और लैपटॉप समेत जेवरात लेकर फरार हो गए हैं. मामले की जानकारी होने के बाद एसपी ने दरोगा पर कार्रवाई करते हुए उसे सस्पेंड कर दिया है. पुलिस ने दरोगा की शिकायत दर्ज कर चोरों की तलाश शुरू कर दी है.
दरोगा की लापरवाही पर एसएसपी का एक्शन
भागलपुर के औद्योगिक प्रक्षेत्र थाना क्षेत्र में रहने वाले एक दरोगा के घर से चोर पिस्टल, कारतूस और लैपटॉप सहित जेवरात चुरा कर ले गए हैं. चोरी के मामले में दरोगा के लिखित आवेदन पर औद्योगिक थाना में केस दर्ज किया गया है. मामले में पुलिस चोरों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है, वहीं दरोगा की लापरवाही मानते हुए एसएसपी ने उन्हें सस्पेंड कर दिया है. घटना को लेकर SI ने बताया कि वह 2 मार्च को रात्रि गश्ती पर गए थे.
अलमारी में रख दी थी पिस्टल और कारतूस
इसी दौरान रात के 11:30 बजे उन्हें शौच लगी तो वह रानी तालाब स्थित कृष्ण बिहारी गली नंबर 1 में किराए के मकान में पेट्रोलिंग के दौरान दलबल और गाड़ी के साथ पहुंच गए. कमरे में पहुंचने के बाद उन्होंने अपनी वर्दी उतारकर अपनी पिस्टल और कारतूस को गोदरेज की अलमारी में बंद कर दिया. शौच के बाद हाथ धोते समय उन्हें थाना से कॉल आया. इसमें उन्होंने लूटी हुई बाइक और आरोपी को गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की बात कही गई है.
दरोगा ने बिना पिस्टल और कारतूस के की छापेमारी
इसके बाद हड़बड़ी में वह वर्दी पहनकर बिना सरकारी रिवाल्वर और कारतूस लिए ही निकल गए. इसके बाद उन्होंने इशाकचक थाना के सहयोग से लूट कांड मामले में छापेमारी कर आरोपी को माल के साथ गिरफ्तार कर लिया है. इसके बाद एक और छापेमारी को पूरा करने के बाद वह पेट्रोलिंग पर लौट गए. पेट्रोलिंग के दौरान वह अपने मोहल्ले होकर गुजर रहे थे, जहां उन्होंने देखा कि उनके घर का दरवाजा टूटा हुआ है.
एसपी ने SI को किया संस्पेड
अलमारी का ताला भी टूटा था. जांच के दौरान पता चला कि उनका सर्विस पिस्टल, 35 राउंड कारतूस सहित, एक सरकारी लैपटॉप, निजी लैपटॉप, सोने की चेन, अंगूठी और पत्नी की शैक्षणिक प्रमाण पत्र समेत कई सामान गायब थे. सरकारी पिस्टल और कारतूस चोरी होने के मामले में औद्योगिक थाना में तैनात सब इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है. जिले के पुलिस कप्तान हृदयकांत ने उनकी लापरवाही को मानते हुए यह कार्रवाई की है.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
घटना की रात दरोगा बिना पिस्टल के ही दो-दो जगह छापेमारी करने चले गए थे और जब वह घर वापस लौटे तो उन्हें पिस्टल और कारतूस के चोरी होने की जानकारी मिली. हालांकि, कुछ CCTV फुटेज में संदिग्ध दिख रहे हैं. मामले को लेकर एसपी हृदयकांत ने बताया कि अभी जांच चल रही है. फिलहाल दरोगा को सस्पेंड कर दिया गया है.
शराब पीने और महंगे शौक पूरे करने के लिए लूटपाट करने वाले तीन अपराधी पकड़े गए
6 Mar, 2025 02:32 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आगरा: आगरा पुलिस ने वाहन चोरी और लूट की वारदात को अंजाम देने वाले तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. ये आरोपी शराब पीने और अपने महंगे शौक पूरे करने के लिए राहगीरों को लूटते थे और चोरी की गई गाड़ियों को बेच देते थे. पुलिस सर्विलांस और SOG टीम की सक्रियता से इनका अपराध ज्यादा दिनों तक नहीं चल सका और सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ गए.
शराब पीने के लिए लूट की वारदात को दिया अंजाम !
गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने कबूल किया कि 18 फरवरी को आगरा के दिल्ली गेट इलाके में एक कंपाउंडर को लूटकर उसकी बाइक छीन ली थी. कंपाउंडर दीपांशु राजपूत अपनी बाइक (UP 80 GX 6665) से संजय पैलेस जा रहे थे, तभी तीनों ने उन्हें रोका मारपीट की और उनका पर्स, मोबाइल और बाइक लूट ली. आरोपियों ने कहा कि हम लोग पैदल शराब पीने जाएंगे क्या? इसलिए तेरी बाइक अब हमारी हो गई.
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में यूजी कोर्सेस के लिए एडमिशन प्रक्रिया शुरू
6 Mar, 2025 02:19 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
प्रयागराज: भारत के पुराने विश्वविद्यालयों में से एक, इलाहाबाद विश्वविद्यालय को “पूर्व का ऑक्सफोर्ड” कहा जाता है. यही वजह है कि यहां दुनिया भर से छात्र पढ़ने के लिए आते हैं. वहीं, अधिकतर लोगों का सपना होता है कि वे इलाहाबाद विश्वविद्यालय में दाखिला लेकर आगे की पढ़ाई करें. अगर आप भी यहां एडमिशन लेना चाहते हैं तो प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं. इस बारे में डिटेल में जानकारी यहां पायी जा सकती है.
सीयूईटी के जरिए होगा प्रवेश
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2025-2026 के लिए स्नातक के 16 पाठ्यक्रमों में कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET UG-2025) के जरिए प्रवेश होगा. इसके लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू हो चुका है. डिटेल आप वेबसाइट से पता कर सकते हैं, संक्षेप में जानकारी यहां से ली जा सकती है.
इसमें बीकॉम, बीएससी (गणित व जीव विज्ञान), पांच वर्षीय परिवार एवं समुदाय विज्ञान, बीसीए, बीसीए-एमसीए (डाटा साइंस), बीवोक (सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, खाद्य प्रसंस्करण), बीए, बीए एलएलबी, बीएफए, बीपीए, बीवोक (मीडिया प्रोडक्शन), बीए (मीडिया अध्ययन), बीबीए-एमबीए (इंटीग्रेटेड पाठ्यक्रम), पांच वर्षीय आपदा प्रबंधन एवं पर्यावरण अध्ययन में सीयूईटी के स्कोर के आधार पर प्रवेश मिलेगा.
लजार के पास से तीन सक्रिय हैंड ग्रेनेड और दो डेटोनेटर बरामद
6 Mar, 2025 02:12 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लखनऊः यूपी एसटीएफ और पंजाब पुलिस की टीम ने बब्बर खालसा इंटरनेशनल(बीकेआई)और आईएसआई से जुड़े आतंकी लजार मसीह को यूपी के कौशांबी जिले से गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया. यूपी एसटीएफ और पंजाब पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में लजार मसीह की गिरफ्तारी हुई है. जर्मनी से चलाए जा रहे है बब्बर खालसा इंटरनेशनल के प्रमुख स्वर्ण सिंह उर्फ जीवन फौजी के संपर्क में लजार मसीह थी. इसके अलावा लजार पाकिस्तान में आईएसआई एजेंटों के संपर्क में भी था.
लजार के पास से तीन एक्टिव हैंड ग्रेनेड, दो एक्टिव डेटोनेटर, एक विदेशी पिस्टल, 13 कारतूस, सफेद रंग का एक्सप्लोसिव पाउडर, गाजियाबाद के पते का आधार कार्ड और मोबाइल फोन बरामद किया है. गिरफ्तार आतंकी 24 सितंबर 2024 को ज्यूडिशियल कस्टडी से फरार हो गया था. गुरुवार सुबह 10 बजे मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में आतंकी को पेश किया जाएगा. पंजाब पुलिस लजार मसीह को ट्रांजिट रिमांड पर लेगी. वहीं यूपी STF भी रिमांड मांग सकती है. शुरुआती जांच में दो धार्मिक स्थलों को निशाना बना रहा था आतंकी. आतंकी के निशाने पर था महाकुंभ और अयोध्या. कड़ी सुरक्षा के चलते आतंकी का मिशन हुआ फेल.
रांची में मिली सिर कटी लाश की मिस्ट्री सुलझी, राजस्थान के व्यापारी की हत्या का खुलासा
6 Mar, 2025 01:43 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रांची: राजस्थान के जोधपुर से झारखंड पहुंचे एक व्यापारी का पैसों की खातिर कत्ल कर दिया गया. फिर सिर काटकर रांची में गाड़ दिया और धड़ को खूंटी जिले में ठिकाने लगाया. व्यापारी का नाम पुखराज था. वह 27 लाख रुपया नकद लेकर 40 क्विंटल डोडा (अफीम) खरीदने के लिए झारखंड पहुंचा था. उसका संपर्क नशे का कारोबार करने वाले राज नामक व्यक्ति से हुआ था. राज पहले व्यापारी पुखराज को अपने साथ लेकर रांची के नामकुम थाना क्षेत्र अंतर्गत सुकरीडीह गांव पहुंचा. वहां, आनंद मुंडा और हरसिंह मुंडा नामक दो व्यक्तियों से उसकी मुलाकात करवाई. व्यापारी ने उन्हें बताया कि डोडा खरीदने के लिए वो 27 लाख रुपये नकद लेकर आया है. हालांकि, डोडा उपलब्ध नहीं होने के कारण यह डील पूरी नहीं हो पा रही थी. लेकिन, 27 लाख नकद रुपया देखकर तीनों आरोपियों की नियत डोल गई. फिर तीनों ने मिलकर एक हत्याकांड की ऐसी वारदात को अंजाम दिया. जिससे झारखंड से लेकर राजस्थान तक हड़कंप मच गया.
हत्यारे ने 50 किलोमीटर दूर फेंका धड़
तीनों आरोपियों ने मिलकर योजनाबद्ध तरीके से पहले व्यवसाय पुखराज की हथौड़े से उसके सिर पर वार कर उसकी हत्या कर डाली. इसके बाद उसके सिर को काट कर अलग कर दिया और रांची के ही नामकुम क्षेत्र के सुकरीडीह गांव के ही एक अरहर के खेत में ले जाकर गाड़ दिया. फिर पुलिस को गुमराह करने के उद्देश्य से उसके धड़ को तीनों मिलाकर लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर खूंटी जिला के मरंगहादा थाना क्षेत्र के जामुंडीह मोड़ के समीप के जंगल में ले जाकर फेंक दिया.
टुकड़ों में ठिकाने लगाई लाश
सिर और धड़ दो अलग-अलग जिलों में फेंका गया था तो आरोपियों को लगा कि शायद पुलिस इस मामले का कभी उद्वेदन ही नहीं कर पाएगी. 28 फरवरी को खूंटी जिला के मारंगहादा थाना क्षेत्र में मिली सिर कटी लाश मामले को लेकर एक SIT टीम का गठन किया गया था. SIT टीम ने विभिन्न तकनीकी पहलुओं का इस्तेमाल करते हुए और एफएसएल की मदद से मृतक की पहचान राजस्थान के जोधपुर जिला के रहने वाले पुखराज के रूप में की.
ऐसे किया हत्याकांड का पर्दाफाश
इसके बाद विभिन्न तकनीकी पहलुओं के आधार पर यह जानकारी जुटाई की राजस्थान से झारखंडआने के बाद पुखराज कहां-कहां गया था. अंततः खूंटी जिला की पुलिस ने इस ब्लाइंड मिस्टीरियस मर्डर केस का आखिरकार उद्वेदन करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिसमें नामकुम थाना क्षेत्र के सुकरीडीह गांव के रहने वाले आनंद मुंडा और हरसिंह मुंडा शामिल हैं. दोनों आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने सुकरीडीह गांव के ही अरहर के खेत से ही मृतक व्यवसाय पुखराज के कटे हुए सिर को भी बरामद कर लिया. साथ ही साथ हत्या में उपयोग किए गए कुल्हाड़ी, हथौड़ा और लगभग 5 लाख नकद भी बरामद किया है.
बरेली में भव्य फ्लावर शो, 7 से 9 मार्च तक दो लाख से अधिक फूलों के पौधे लगाए जाएंगे
6 Mar, 2025 01:01 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में इस बार एक भव्य और ऐतिहासिक फ्लावर शो का आयोजन किया जा रहा है. यह आयोजन 7 मार्च से 9 मार्च तक चलेगा, जिसमें दो लाख से अधिक फूलों के पौधे लगाए जाएंगे. शो अपनी भव्यता और अनूठे फूलों की प्रजातियों के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है. इसमें दुनिया भर की विभिन्न प्रजातियों के फूल देखने को मिलेंगे. जिससे यह शो बेहद खास बन जाएगा. इस अनूठे आयोजन का मुख्य आकर्षण रामायण वाटिका होगी जिसे बरेली विकास प्राधिकरण (BDA) ने तैयार किया है. बरेली विकास प्राधिकरण ने इस खास फ्लावर शो के लिए रामायण वाटिका का निर्माण किया है, जो आध्यात्मिक और सांस्कृतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण है. इस वाटिका को खासतौर पर भगवान श्रीराम के वनवास की कथा को दर्शाने के लिए तैयार किया गया है. इसमें न केवल सुंदर फूलों से सजे बगीचे होंगे. बल्कि धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व के प्रतीक भी मौजूद रहेंगे. फ्लावर शो के तहत इस वाटिका में फूलों से केदारनाथ मंदिर की सुंदर आकृति बनाई जाएगी.
कैबिनेट मंत्री करेंगे आयोजन का उद्घाटन
इसके अलावा, एक विशाल शिवलिंग भी फूलों से तैयार किया जाएगा, जो श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेगा. यह वाटिका भगवान श्रीराम के वनवास के विभिन्न पड़ावों को फूलों के माध्यम से चित्रित करेगी. जिससे यह न केवल एक दर्शनीय स्थल होगा. बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से भी लोगों को जोड़ने का काम करेगा. बता दे कि इस ऐतिहासिक फ्लावर शो का उद्घाटन उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह और वन मंत्री डॉ. अरुण कुमार करेंगे.
‘हजारों लोगों के शामिल होने की उम्मीद’
दोनों ही मंत्री इस आयोजन को विशेष महत्व दे रहे हैं. लगातार बरेली विकास प्राधिकरण के सचिव और दोनों मंत्रियों से संपर्क कर रहे हैं. क्योंकि यह न केवल पर्यावरण और जैव विविधता को प्रोत्साहित करता है. बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को भी संजोने का भी प्रयास करता है. बीडीए के उपाध्यक्ष आईएएस मणिकंदन ए ने कहा है कि फ्लावर शो को भव्य बनाने के लिए विशेष तैयारियां की जा रही हैं और इसमें हजारों लोगों के आने की उम्मीद है.
रामायण वाटिका
बरेली का यह ऐतिहासिक फ्लावर शो रामगंगा नगर में आयोजित किया जाएगा. रामायण वाटिका को भी यहीं पर विकसित किया गया है. यह स्थान पहले से ही एक सुंदर और हरियाली से भरपूर क्षेत्र माना जाता है, और फ्लावर शो के आयोजन के बाद इसकी भव्यता और भी बढ़ जाएगी. फ्लावर शो में हजारों पर्यटकों के आने की संभावना जताई जा रही है. न केवल बरेली, बल्कि आसपास के जिलों और राज्यों से भी लोग इस अनूठे आयोजन को देखने के लिए आएंगे.
क्या है कार्यक्रम के आयोजित करने का उद्देश्य?
धार्मिक और प्राकृतिक सौंदर्य को एक साथ समाहित करने वाले इस आयोजन की पूरे उत्तर प्रदेश में चर्चा हो रही है. इस भव्य आयोजन का मुख्य उद्देश्य प्रकृति और पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करना है. फूलों की सुंदरता को दर्शाने के साथ-साथ यह आयोजन आध्यात्मिक महत्व को भी उजागर करेगा. रामायण वाटिका में लगने वाले फूल और पौधे इस बात का प्रतीक हैं कि प्रकृति और धर्म का गहरा संबंध है.
कानपुर में पत्नी के मोबाइल में कॉल रिकॉर्डिंग ऐप डालने पर पति की हुई बेइज्जती, थाने पहुंचा
6 Mar, 2025 12:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के कानपुर में शक के चलते एक पति ने ऐसी हरकत कर दी, जिसका पता लगने के बाद पत्नी ने उसे खूब पीटा. डर के मारे पति थाने पहुंचा. वहां जाकर उसने पुलिस से कहा- मुझे मेरी बीवी से बचाओ. पुलिस ने उसकी पत्नी को थाने बुलाया. पत्नी ने पति की हरकत बताई तो पुलिस भी दंग रह गई. एक घंटे तक थाने में बहसबाजी चलती रही. पुलिस ने बड़ी मुश्किल से दोनों में समझौता करवाया. कानपुर के बिठूर इलाके में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी के मोबाइल में कॉल रिकॉर्डिंग ऐप इंस्टाल कर दी थी. जब पत्नी को इस बारे में पता चला तो उसने गुस्से में आकर बेलन से पति की जबरदस्त कुटाई कर डाली. इसके बाद पति थाने पहुंचा तो पत्नी ने वहां भी उसको ट्रेलर देना शुरू कर दिया. आखिरकार पुलिस ने दोनों को समझा-बुझाकर घर भेज दिया.
मंधाना में फैक्ट्री में काम करने वाला युवक अपनी पत्नी के साथ किराए पर रहता है. उसे शक था कि जब वह फैक्ट्री चला जाता है तो उसकी पत्नी मोबाइल पर किसी से बात करती है. शायद उसका किसी से अफेयर है. इसी को लेकर उसने अपने दोस्त से मोबाइल में रिकॉर्डिंग का सिस्टम समझा, फिर जब एक रोज पत्नी बाथरूम गई तो चुपचाप पत्नी के मोबाइल में कॉल रिकॉर्डिंग ऐप इंस्टाल कर दिया. इसके बाद उसने यह सोचकर मोबाइल चुपचाप पत्नी के पास रख दिया कि पत्नी जिससे भी बात करेगी, उसकी रिकॉर्डिंग सुनने को मिल जाएगी. फिर खुद वो फैक्ट्री में ड्यूटी पर चला गया. जब लौटकर आया तो उसका दिमाग सीधे पत्नी के मोबाइल पर गया. वह पत्नी का मोबाइल लेकर छत पर गया और दिनभर में किस-किस से बात हुई, उसकी रिकॉर्डिंग सुनने लगा. इधर घर में मोबाइल न मिलने पर पत्नी उसको ढूंढ़ते हुए छत पर पहुंच गई. पत्नी ने देखा कि पति मोबाइल में रिकॉर्डिंग सुन रहा है.
बेलन से कर दी पति की कुटाई
इसको लेकर दोनों में बहस हो गई. पत्नी का गुस्सा इतना बढ़ गया कि उसने बेलन उठाकर पति की कुटाई कर दी और घर से निकाल दिया और कहा कि अब घर में घुसना मत. पत्नी की पिटाई से डरा पति सीधे बिठूर थाने पहुंचा, जहां उसकी कंप्लेंट सुनते ही थानेदार भी असमंजस में पड़ गए कि वे इसकी रिपोर्ट लिखें या उसके परिवार में समझौता कराएं, क्योंकि अगर पति की रिपोर्ट लिख लेते हैं तो पत्नी पर कार्रवाई करनी पड़ती, फिर दोनों का साथ रहना मुश्किल था.
मोबाइल से डिलीट करवाई ऐप
ऐसे में थानेदार ने उसकी पत्नी को थाने बुलवाया. जहां दोनों को सामने बैठाकर एक दूसरे की शिकायत सुनी. पत्नी ने आरोप लगाया कि पति मुझ पर शक करते हैं. इस दौरान करीब 1 घंटे की पंचायत के बाद थानेदार ने पति को समझाया कि तुम पत्नी पर शक मत करो, उसका मोबाइल छूना गलत है. उस पर विश्वास करो. इस दौरान पति ने अपनी गलती मान ली, जिसके बाद दोनों को राजी खुशी घर भेज दिया गया. थानेदार ने अपने सामने मोबाइल में जो कॉल रिकॉर्डिंग ऐप इंस्टाल की गई थी, उसे डिलीट करवा दिया गया.
झारखंड में नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति जल्द, बीजेपी विधायक दल के नेता चुनने के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त
6 Mar, 2025 12:05 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार के गठन के करीब तीन महीने बाद राज्य को नेता प्रतिपक्ष अब जल्द मिल जाएगा. झारखंड विधानसभा में BJP विधायक दल का नेता चुनने के लिए भूपेंद्र यादव और के लक्ष्मण को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है. सूत्रों के मुताबिक झारखंड के लिए नियुक्त किए गए पर्यवेक्षक गुरुवार को रांची जा सकते हैं. झारखंड BJP विधायक दल की बैठक के लिए भूपेंद्र यादव और के लक्ष्मण रांची जाएंगे. बताया जा रहा है कि गुरुवार 06 मार्च शाम को विधायक दल की बैठक हो सकती है. इसमें चर्चा के बाद विधायक दल के नेता का चयन किया जाएगा.
BJP के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने की घोषणा
मौजूद समय में भूपेंद्र यादव केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में वन और पर्यावरण मंत्री हैं. वहीं, डॉ के लक्ष्मण ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं और सांसद भी हैं. इस संबंध में BJP के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने घोषणा की है. इस बारे में प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस बारे में जानकारी दी गई है.
BJP के नेतृत्व वाला एनडीए मुख्य विपक्षी दल
अरुण सिंह ने एक बयान में कहा, "BJP के संसदीय बोर्ड ने झारखंड विधानसभा में विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और पार्टी के ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद के लक्ष्मण को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है." झारखंड में विधानसभा चुनाव पिछले साल नवंबर में हुए थे. BJP के नेतृत्व वाला एनडीए प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल है.
BJP विधायकों का सदन से वॉकआउट
उधर, झारखंड विधानसभा में बुधवार 05 मार्च को राज्य बजट पर वाद-विवाद के बीच प्रमुख विपक्षी दल BJP के विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया. इसके बाद BJP के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने सदन के बाहर मीडिया से बात करते हुए स्पीकर रबींद्रनाथ महतो पर विपक्ष के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि स्पीकर मनमाने तरीके से सदन चलाना चाहते हैं.
संभल में उपद्रवियों द्वारा फेंकी गई ईंटों से बनेगी पुलिस चौकी
6 Mar, 2025 11:58 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के संभल में दो पुलिस चौकियों का निर्माण किया जा रहा है. इन्हें बनाने के लिए उन ईंटों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिनका इस्तेमाल उपद्रवियों ने पथराव के दौरान किया था. इन ईंटों को पुलिस प्रशासन द्वारा नगर पालिका से जब्त किया गया है, जिसके बाद इन्हें पुलिस चौकी के निर्माण में इस्तेमाल किया जाएगा. यह दोनों चौकियां संभल के दीपा सराय और हिंदूपुरा खेड़ा में बनाई जा रही हैं. बीते वर्ष 24 नवंबर को संभल जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान बवाल हो गया था. मस्जिद दोबारा सर्वे पर मुस्लिम समुदाय के लोग भड़क गए थे. उन्होंने पुलिस पर पथराव, फायरिंग और आगजनी कर डाली. फायरिंग की घटना में चार लोगों की मौत हो गई थी. पुलिस ने बल पूर्वक उपद्रवियों को खदेड़ने के बाद ईंटों और रोड़ों को जब्त करा लिया था. उन ईंटों का इस्तेमाल पुलिस चौकी के निर्माण में किया जाएगा.
संभल में बनेंगी 38 पुलिस चौकियां और आउटपोस्ट
पुलिस के मुताबिक, संभल जिले के हिंसा प्रभावित एवं संवेदनशील इलाकों में 38 पुलिस चौकियां और आउटपोस्ट बनाए जाएंगे. बीते 24 नवंबर को संभल के दीपासराय और हिंदूपुर खेड़ा इलाके में सर्वाधिक हिंसा हुई थी. उपद्रवियों ने यहां जमकर पथराव, फायरिंग और आगजनी की थी. इसमें चार लोगों की हिंसा में मौत हुई थी. जबकि, एक मजिस्ट्रेट और 29 पुलिसकर्मी घायल हुए थे. हिंसा के बाद नगरपालिका की सफाई में पुलिस पर फेंके गए 6 ट्रॉली ईंट-पत्थर मिले थे, जिन्हें नगर पालिका ने उठवा कर रख लिया था.
जिनसे ईंटों से हुआ पथराव, उन्हीं से होगा निर्माण
हिंसा प्रभावित और हिंसा की आशंका वाले इलाकों में पुलिस प्रशासन पुलिस चौकियां और आउटपोस्ट बना रही है, जिसमें एक सत्यवृत पुलिस चौकी का निर्माण जल्द पूरा होने वाला है. वहीं, हिंदूपुरखेड़ा और दीपासराय में पुलिस दो और पुलिस चौकियां बनवा रही है, जहां काम शुरु हो गया है. इन इलाकों में पुलिस पर चलाए गए ईंट पत्थरों को ही पुलिस चौकियों में लगवाया जा रहा है. नगर पालिका इन ईंट-पत्थरों को ट्राली से भर कर दीपासराय और हिंदूपुरखेड़ा में भेजे हैं.
पवन सिंह ने कहा, "लड़ेंगे ना भैया, जब कदम रख दे लेने बानी" - क्या है पूरा मामला?
5 Mar, 2025 07:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रुपहले पर्दे पर जलवा बिखेरने के बाद ढेरों फिल्मी हस्तियां राजनीति के मैदान पर भी अपनी छाप छोड़ने को बेताब रहती हैं. इसमें कई को शानदार कामयाबी भी हासिल हुई है, लेकिन कई की शुरुआत अच्छी नहीं रही. हिंदी या दक्षिण सिनेमा के अलावा भोजपुरी सिनेमा के भी कई स्टार राजनीति में कामयाब होते रहे हैं. भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह को अपनी कामयाबी का इंतजार है, अब वह बिहार में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमाने जा रहे हैं.
पिछले साल लोकसभा चुनाव में हार का सामना करने वाले भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह ने मंगलवार को कहा कि वह इस साल के आखिर में बिहार में होने वाला विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमाएंगे. पवन सिंह ने झारखंड के जमशेदपुर में अपनी एक फिल्म के प्रचार के दौरान एक सवाल के जवाब में यह बात कही.
जीत से ज्यादा मेरी हार पर चर्चाः पवन सिंह
पवन सिंह से जब यह पूछा गया कि क्या वह बिहार में विधानसभा चुनाव लड़ेंगे? इस पर उन्होंने कहा, “मैंने बोला था ना बहुत पहले, कि मेरी जीत से ज्यादा चर्चा मेरी हार की है.” पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव के दौरान वह बिहार के काराकाट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े थे. हालांकि तब उन्हें भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-माले के उम्मीदवार राजा राम सिंह से हार का सामना करना पड़ा था.
उन्होंने भोजपुरी में जवाब देते हुए कहा, “लड़ेंगे ना भैया, जब कदम रख दे लेने बानी, तब पीछे ना हटब.” यह पूछे जाने पर कि क्या वह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल होंगे तो उन्होंने कहा, “यह तो समय बताएगा, अभी मैं कुछ नहीं बोल सकता.”
2024 में लड़े थे लोकसभा चुनाव पवन सिंह
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले पवन सिंह बीजेपी में ही थे. पार्टी ने आम चुनाव के दौरान उन्हें पश्चिम बंगाल की आसनसोल लोकसभा सीट से मैदान में उतारा था, लेकिन इस पर वहां काफी बवाल हो गया. फिर उन्होंने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए वहां से चुनाव लड़ने से मना कर दिया.
इसके बाद फिर वह एनडीए के उम्मीदवार और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ काराकाट लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में उतर गए थे. उनके इस फैसले से नाराज बीजेपी ने 22 मई को पवन सिंह को ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों और पार्टी की छवि खराब करने’ के लिए निष्कासित कर दिया था.
दूसरी ओर, बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने पिछले दिनों एक टीवी चैनल को पवन सिंह के पार्टी के संपर्क में होने से जुड़े सवाल पर कहा था, “दिलीप जायसवाल एक ऐसा अध्यक्ष है जो सबको साथ लेकर पार्टी चलाएगा. मेरा किसी से कोई परहेज नहीं होगा और जो भी मेरी पार्टी की विचारधारा के साथ जुड़कर काम करना चाहता है और वह पार्टी को आगे बढ़ने का काम करेगा, हम उस पर जरूर विचार करेंगे.”
8 हजार स्कूलों में एक टीचर, 100 स्कूलों में छात्र न होने की चौंकाने वाली रिपोर्ट
5 Mar, 2025 07:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने सरकारी स्कूलों को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक राज्य में करीब 8 हजार स्कूल ऐसे हैं जहां पर सिर्फ एक ही टीचर की तैनाती है. ऐसे में शिक्षा व्यवस्था पर कई सवाल भी उठाए जा रहे हैं. यह सरकारी आंकड़े शिक्षामंत्री ने जारी किए हैं. इन स्कूलों में फिलहाल लाखों छात्र पढ़ रहे हैं. जिनका भविष्य चंद टीचर्स के हाथ में है. विधानसभा में एक सवाल के जवाब में ये आंकड़े सामने आए हैं.
दरअसल झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार में शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन से विधानसभा में सवाल किया गया था जिसमें सरकारी स्कूलों से संबंधित जानकारी मांगी गई थी. राज्य सरकार द्वारा संचालित सरकारी स्कूलों पर सवाल किया गया था. विधानसभा में उसी सवाल का जवाब देते हुए शिक्षामंत्री रामदास सोरेन ने यह जवाब दिया है. शिक्षामंत्री ने कहा है कि राज्य में कुल 7,930 ऐसे सरकारी स्कूल हैं जहां पर सिर्फ एक ही टीचर तैनात है.
शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने लिखित जवाब में बताया कि इन 7,930 सरकारी स्कूलों में कुल 3.81 लाख बच्चे वर्तमान में पढ़ रहे हैं. शिक्षा मंत्री ने एक और बड़े सवाल का जवाब देते हुए कहा है कि राज्य में कुल 103 ऐसे भी स्कूल हैं जहां पर किसी छात्र ने एडमिशन नहीं लिया हुआ है. इन स्कूलों में कुल 17 टीचर पदस्थ हैं. जिन क्षेत्रों में सरकारी स्कूलों में छात्र नहीं हैं वहां पर राज्य सरकार की ओर से ‘स्कूल चलो अभियान’ चलाया है.
कैसे हुआ ये खुलासा
झारखंड में लगातार चल रही टीचर्स की कमी की वजह से बीजेी विधायक राज सिन्हा ने विधानसभा में यह सवाल पूछा था. इसी सवाल के जवाब में यह लिखित उत्तर शिक्षा मंत्री की ओर से दिया गया है. शिक्षा मंत्री ने यह भी बताया है कि राज्य में फिलहाल 26,000 सहायक टीचर्स की भर्ती प्रक्रियाधीन है.