उत्तर प्रदेश
शिवहर के शुभम की प्रेरणादायक कहानी: दिव्यांग होते हुए भी पढ़ने की ललक
5 Mar, 2025 02:12 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपने में जान होती है. पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है… ये लाइनें बिहार के शिवहर के माधोपुर के एक बच्चे पर बिल्कुल सटीक बैठती हैं, जो पैरों से चलने में असमर्थ है और दोनों पैरों से दिव्यांग है, लेकिन उसके अंदर पढ़ने का हौसला है. इसलिए वह अपने हाथों को पैर बनाकर चलता है और पढ़ने के लिए स्कूल जाता है.
शिवहर प्रखण्ड क्षेत्र के माधोपुर अनंत गांव के रहने वाले सुशील पटेल के बेटे शुभम अपने दोनों पैर से चल नहीं सकता. फिर भी उसके अंदर से पढ़ने की ललक है. इसलिए वह हाथ से चलकर कई किलोमीटर तक पढ़ने जाने को मजबूर है. शुभम कुमार कुदरत की मार झेल रहा है. जन्म से ही वह दोनों पैरों से दिव्यांग है, लेकिन अपने हाथ को पैर बनाकर वह जिंदगी की गाड़ी को रोज दौड़ा रहा है.
हाथ ही सब कुछ हैं
शुभम रोज अपनी पीठ पर स्कूल बैग रखकर स्कूल और कोचिंग पढ़ने जाता है. चलते हुए रास्ते में शुभम को काफी परेशानी भी होती है, लेकिन शुभम कभी हार नहीं मानता है. उसका कहना है कि उसके पैर सही नहीं है, लेकिन उसके हाथ ही उसके सब कुछ हैं. शुभम का सपना अच्छे से पढ़-लिखकर एक बड़ा आदमी बनना और जिंदगी में कुछ बड़ा करना है. वह रोज कई किलोमीटर हाथों से चलकर स्कूल और कोचिंग जाता है.
शुभम ने क्या कहा?
शुभम से जब इस बारे में बात की गई तो उसने कहा, मेरा हाथ ही सब कुछ है. मेरा मन है कि मैं पढ़-लिखकर बड़ा आदमी बनूं. लेकिन शुभम न सिर्फ कुदरत की बल्कि गरीबी की भी मार झेल रहा है. फिर भी उसके अंदर पढ़ने की ललक है. वह रोज कई किलोमीटर तक हाथ से चलकर पढ़ने जाता है. शुभम की कोचिंग क्लास की शिक्षिका रूबी देवी कहती हैं कि शुभम रोज कोचिंग पढ़ने आता है.अगर जिला प्रशासन उसे मदद कर देता है तो शुभम बहुत कुछ कर सकता है.
दुमका में डायन के आरोप में भीड़ ने घर में हमला किया, बुजुर्ग की पिटाई से बेटे की मौत
5 Mar, 2025 01:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड की उप राजधानी कहे जाने वाले दुमका में डायन के आरोप में भीड़ ने के घर में हमला कर दिया. घर की महिलाए किसी तरह बचकर भाग गईं. भीड़ ने घर में मौजूद बुजुर्ग पिता और उसके बेटे को पकड़ लिया. उन्हें बिजली के खंभे से बांधकर जमकर पीटा. पिटाई से बेटे की मौत हो गई वहीं, पिता गंभीर रूप से घायल है. इस मामले में पुलिस ने सात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है. पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है.
घटना दुमका जिला के मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत मालभंडारों पंचायत के पकड़िया गांव की है. घटना के मुताबिक, गांववालों ने यहां के रहने वाले पूर्व सैनिक बथन राणा की पत्नी चुड़की पर जादू टोना करने और डायन-बिसाही होने का आरोप लगाया. इसी बीच गांव के लोगों ने उनके घर पर हमला कर दिया. इस दौरान किसी प्रकार घर में मौजूद चुड़की और उसकी बहू तो भीड़ से बचकर भाग गईं. जबकि, घर में मौजूद लगभग 70 वर्षीय बुजुर्ग बथन राणा और उनके बेटे नरेश राणा को भीड़ ने पकड़ लिया.
महिलाओं पर लगाया डायन होने का आरोप
घर की महिलाओं पर डायन होने का आरोप लगाकर भीड़ ने दोनों बाप-बेटे को घर की समीप के ही बिजली के पोल से बांधा फिर उसकी बेरहमी से लाठी-डंडे और लोहे की रॉड से इस कदर पिटाई किया कि दोनों अधमरा हो गए. इस घटना में बेटे नरेश राणा ने दम तोड़ दिया. जबकि, पिता बथन राणा को गंभीर हालत में दुमका जिला के ही फूलों जानू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
घर पर किया हमला
मृतक के परिजनों के मुताबिक, गांव के रहने वाले गुलाब मड़ैया के पिता डबु मड़ैया की तबीयत काफी दिनों से खराब थी. वह लगातार बीमार चल रहे थे. इसी बीच उनके परिजनों के द्वारा यह आरोप लगाया जाना लगा कि चुडकी डायन है और उसी ने काला जादू किया है, जिसकी वजह से उसके पिता की तबीयत सही नहीं हो रही है. इसी आरोप में लगभग सात की संख्या में मौजूद आरोपियों ने जिसमें कुछ महिलाएं भी शामिल थे, उन लोगों के द्वारा पूरी घटना को अंजाम दिया गया है. आरोपियों में गुलाब मड़ैया, डबु मड़ैया, बबलू मड़ैया, चुन्नीलाल मड़ैया सहित अन्य लोग शामिल हैं. इस मामले में दुमका जिला के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में सात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गयी है.
बेटे की मौत, पिता गंभीर
मृतक के परिजनों के मुताबिक, पहले भी डायन-बिसाही की घटना को लेकर दोनों परिवार के बीच विवाद हो चुका था. वर्ष 2024 में आरोपियों के द्वारा परिवार के लोगो के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया था. इसे लेकर पीड़ित परिवार के द्वारा मुफस्सिल थाना में शिकायत किया गया था. हालांकि, उस दौरान पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने में बुलाया और सुलह कर दिया था. आरोपियों ने अपनी गलती को स्वीकार किया था और आगे से मारपीट नहीं करने की बात कही थी.
सीवान जिले में जेल में बंद कैदी ने कोर्ट परिसर स्थित मंदिर में की प्रेमिका से शादी
4 Mar, 2025 06:33 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार की जेल में बंद एक कैदी ने कोर्ट परिसर स्थित मंदिर में गर्लफ्रेंड संग शादी रचाई. शादी में दोनों के परिजनों के अलावा वकील और पुलिस साक्षी के तौर पर मौजूद रहे. शादी के बाद कैदी को फिर स्थानीय मंडलकारा में भेज दिया गया. मामला सीवान जिले का है. शादी रचाने वाला कैदी गोरेयाकोठी थाना क्षेत्र के दुधरा गांव का रहने वाला है. उसका नाम हरेराम सिंह है. जबकि, उसकी प्रेमिका युवती भी उसी के गांव की रहने वाली है. कोर्ट परिसर में हुई इस अनोखी शादी को देखने के लिए काफी संख्या में भीड़ भी मौजूद रही.
हरेराम सिंह और उसकी गर्लफ्रेंड का कई सालों से अफेयर था. दोनों एक-दूसरे से बेपनाह प्रेम करते थे, लेकिन उनके परिजन इस अफेयर से नाखुश थे. जब दोनों ने साथ रहने का फैसला किया तो परिजनों ने हरेराम सिंह के खिलाफ जबरन लड़की के भगाने का मामला दर्ज करा दिया. पुलिस न त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों को बरामद कर लिया और एफआईआर के आरोपित हरेराम सिंह को जेल भेज दिया. मामला न्यायालय में चल रहा था. इधर सोमवार को बंदी हरेराम सिंह ने प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी कमलेश कुमार सिंह के कोर्ट में सुनवाई के लिए पहुंचा. सुनवाई के लिए कोर्ट में पेश होने के बाद न्यायाधीश ने दोनों ही पक्षों के वकीलों की दलील को सुना.
कोर्ट से मिली रजामंदी
फिर दोनों पक्षों की सहमति होने के कारण प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी ने आदेश दिया कि उनकी रजामंदी से ही शादी करा दी जाए. इस आदेश के बाद बंदी को मंदिर में लाया गया, जहां युवती पहले से ही मौजूद थी, एक घंटे के अंदर दोनों की शादी हिन्दू रीति रिवाज के साथ संपन्न करवा दी गई और न्यायालय को भी इसकी सूचना दी गई, इसके बाद युवक को दोबारा जेल भेज दिया गया. इस तरह की शादी की चर्चा दिनभर कोर्ट परिसर व शहर में होती रही. युवक की ओर से अधिवक्ता रूकसाद अहमद व युवती के पक्ष से अधिवक्ता प्रदीप कुमार शर्मा 1 ने अपनी दलीलें रखीं.
पटना में राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस पर सड़क सुरक्षा नियमों के पालन की शपथ दिलाई गई
4 Mar, 2025 06:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आज राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस है. इस मौके पर देश भर में सड़क सुरक्षा पर जागरुकता के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं. बिहार की राजधानी पटना में भी इस अवसर पर समाज कल्याण विभाग की ओर से सुरक्षा नियमों को लेकर एक समारोह आयोजित किया गया. इस दौरान अपर मुख्य सचिव हरजोत कौर ने पटना स्थित पुराना सचिवालय में अधिकारियों और कर्मचारियों को सड़क सुरक्षा नियमों के पालन की शपथ दिलाई.
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव हरजोत कौर ने कहा कि सड़क सुरक्षा हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है. इसके प्रति जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है. हर किसी को अपनी और दूसरों की भी सुरक्षा का ख्याल रखना चाहिए.
सड़कों पर अनुशासित हो कर गाड़ी चलाएं
अपर मुख्य सचिव हरजोत कौर ने इस मौके पर सभी से यातायात नियमों का कड़ाई से पालन करने, हेलमेट और सीट बेल्ट लगाने, गति सीमा का ध्यान रखने और सड़क संकेतों का पालन करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए व्यक्तिगत अनुशासन और सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं.
खुद के साथ परिवार एवं समाज की करें चिंता
अपर मुख्य सचिव हरजोत कौर ने वहां उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों से यह भी कहा कि वे स्वयं सुरक्षित यातायात नियमों का पालन करें और अपने परिवार एवं समाज को भी इसके लिए प्रेरित करें, ताकि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके. इस अवसर पर विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे.
सीएम नीतीश कुमार का विपक्ष पर हमला, बोले- तेजस्वी यादव के पिता को भी हमने ही बनाया
4 Mar, 2025 05:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. इससे पहले नीतीश कुमार सरकार ने सोमवार को 3.17 लाख करोड़ रुपये का अपना अंतिम बजट पेश किया. इस पर बोलते हुए मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा में विपक्ष पर जमकर हमला बोला. वो तेजस्वी यादव पर बरसे. सीएम नीतीश ने कहा, पहले बिहार में क्या था? तुम्हारे (तेजस्वी यादव) पिताजी को भी हम ही बनाए थे. तुम दो बार गड़बड़ किए तो तुमको भी हम हटाए. राजद के काल में कुछ नहीं हुआ. केवल जाति-धर्म का झगड़ा होता था. तुम्हारी जाति के लोग भी मुझसे पूछ रहे थे कि मैं ऐसा क्यों कर रहा हूं लेकिन मैंने फिर भी उन्हीं को बनाया.
सीएम नीतीश ने कहा, हमनेअस्पताल बनाए. सड़कें बनाई और पुलिस बल की संख्या बढ़ाई. अब बिहार के किसी भी हिस्से से 4 घंटे में पटना पहुंचने की सुविधा है. बिहार विधानसभा में विपक्ष के हंगामे और नारेबाजी के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम लोग एक साथ हैं और अब एक ही साथ रहेंगे. उधर, हंगामे के बाद विपक्ष ने वॉकआउट किया.
विपक्ष अंड-बंड बोल रहा था, अब सदन से भाग गया
विधानसभा में बोलते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने 2024 और 2025 के बजट में लगातार बिहार को विशेष पैकेज दिया है. विपक्ष अंड-बंड बोल रहा था और अब सदन से भाग गया है. हम विपक्ष को भी धन्यवाद देते हैं.
अब राज्य में डर और भय का माहौल नहीं है
बिहार विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, पहले समाज में बहुत विवाद होता था. हिंदू-मुस्लिम के बीच बहुत लड़ाई होती थी. पढ़ाई और बिजली की स्थिति बहुत खराब थी. पहले इलाज का इंतजाम नहीं था. जब हम लोग आए और इन सब पर काम किया. अब राज्य में डर और भय का माहौल नहीं है.
पहले शाम के बाद कोई घर से नहीं निकलता था
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यहां पहले शाम के बाद कोई घर से नहीं निकलता था. अब रात के 11 बजे तक चाहे लड़का हो या लड़की हो या महिला हो, सब निकलते हैं. हमने स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में पूरा काम किया. हमने लड़के और लड़कियों के लिए पोशाक योजना शुरू की है.
क्यों जल रहा है धनबाद का घर? रहस्यमयी आग के कारणों पर शोध जारी"
4 Mar, 2025 02:42 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
झारखंड के धनबाद शहर का एक घर इनदिनों रहस्य बन गया. घर मे पूरा परिवार रह रहा है, लेकिन सभी आश्चर्य के साथ भयभीत हो गए हैं. हीरापुर स्थित मास्टर पाड़ा के बनर्जी निवास में बीते पांच दिनों से अजीबोगरीब घटनाएं घट रही हैं. घर में रखे सामानों में अचानक आग लग रही है, लेकिन अब इसके पीछे का कारण अब तक पता नहीं चल पाया है. आग लगने पर फायर ब्रिगेड टीम को बुलाकर तुरंत काबू पा लिया गया,लेकिन अग्निशमन विभाग को भी आग लगने का कारण पता नही चल पाया.
परिवार के लोग ने बताया कि बीते कुछ दिनों से यह रहस्यमयी आग लगने की घटनाएं लगातार हो रही हैं. शनिवार और रविवार को पांच से अधिक बार आग लग चुकी है. स्थिति इतनी भयावह हो गई कि इन्वर्टर की बैटरी तक ब्लास्ट हो गई. परिवार वालों के अनुसार, जमीन गर्म होते ही आग लग जाती है, यहां तक कि बर्तन में रखे चावल, मैगी का पैकेट छूने पर भी आग पकड़ ले रहा है.
आग लगने का नहीं चल सका पता
परिवार वालों ने बताया कि कई कई बार फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया, लेकिन उनके जाने के बाद फिर आग भड़क उठी. परिवार ने इलेक्ट्रिक मिस्त्री को भी बुलाया, लेकिन आग लगने की असली वजह का अब तक कोई पता नहीं चल सका. ऐसे में इस रहस्यमयी आग से पूरा परिवार दहशत में है. साथ ही स्थानीय प्रशासन भी इस अनोखी घटना की जांच में जुट गया है.
दो दिनों तक चली जांच
फायर ब्रिगेड की टीम ने दो दिनों तक घंटों जांच की, लेकिन इसके बावजूद भी किसी तरह का कोई नतीजा नहीं मिल सका. विभाग ने अपनी रिपोर्ट डीसी को सौंप दी है. अब इस घटना की जांच के लिए सिंफर के वैज्ञानिकों को पत्र लिखा गया है. साथ ही एसएसपी को भी जांच की जिम्मेदारी दी गई है. सिंफर देश के नामी शोध संस्थानों में से एक है. ऐसे में अब सिंफर के वैज्ञानिक यह पता लगाएंगे कि घर में रखे सामान में अपने आप आग कैसे लग रही है.
वरमाल के बाद शादी में गहनों के डिब्बे का खुलना बना विवाद, शादी टूटी
4 Mar, 2025 12:35 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में मंडप पर बैठे-बैठे एक शादी टूट गई. दुल्हन पक्ष ने जब दूल्हे द्वारा दिए गए गहने देखे तो बोले- ये तो नकली गहने हैं. बस इसी बात पर विवाद छिड़ गया. घराती-बारातियों में बहस शुरू हो गई. दुल्हन पक्ष ने दूल्हे को बंधक बना लिया. इसके बाद जब वर पक्ष ने दुल्हन पक्ष द्वारा दिए गए पैसे लौटाए, तब जाकर दूल्हे को छोड़ा गया. मामला अहरौला क्षेत्र के इब्राहिमपुर गहजी का है. यहां गांव में शादी में नकली जेवर लाने से नाराज कन्या पक्ष के लोगों ने सोमवार भोर में दूल्हे को बंधक बना लिया. दुल्हन ने ससुराल जाने से इनकार कर दिया. दोनों पक्षों के बीच दिनभर पंचायत चली शाम को साढ़े तीन लाख रुपये देने पर कन्या पक्ष के लोगों ने दूल्हे को छोड़ा. इसके बाद बाराती लौट गए.
जानकारी के मुताबिक, इब्राहिमपुर गहजी गांव के रनहे वाले मुन्ना मद्धेशिया की बेटी माला की शादी मऊ जिले के मोहम्दाबाद गोहना थाना क्षेत्र के चकजाफरी गांव के रहने वाले पिंटू साव के साथ तय हुई थी. पिंटू साव का परिवार हावड़ा पश्चिम बंगाल में रहता है. अंबेडकरनगर जिले के राजेसुल्तानपुर के रहने वाले श्रवण मद्धेशिया ने शादी में मध्यस्थता की थी. रविवार को हावड़ा से बारात अहरौला के इब्राहिमपुर गांव पहुंची.
सराफ से करवाई जांच
कन्या पक्ष के लोगों ने उत्साह के साथ बारातियों का स्वागत किया. वरमाल के बाद जब दुल्हन को दूल्हा पक्ष द्वारा लाए गए गहने पहनाए जाने लगे तो अचानक कुछ ऐसा हुआ कि वहां हंगामा मच गया. दरअसल, दुल्हन पक्ष को लगा कि गहने नकली है. उन्होंने तुरंत सराफ को बुलाकर जेवर की जांच कराई. उसने जेवर को नकली बताया. इसके बाद वर और कन्या पक्ष में विवाद होने लगा.
गहने निकले नकली
जेवर नकली होने पर घरातियों ने बारातियों को रोक लिया. दूल्हा और उसके परिवार के लोगों को बंधक बना लिया. दुल्हन ने ससुराल जाने से इनकार कर दिया. पूरे दिन पंचायत चलती रही. शादी की मध्यस्थता करने वाले श्रवण मद्धेशिया, कन्या पक्ष और वर पक्ष की वार्ता में साढ़े तीन लाख रुपये देने पर समझौता हुआ. कन्या पक्ष के लोगों ने कहा कि रुपये देने के बाद ही दूल्हे को छोड़ा जाएगा. शाम को रुपये देने पर कन्य पक्ष के लोगों ने दूल्हे को छोड़ा.
मोहल्ले वालों ने इफ्तार के दौरान मेडिकल छात्रों के आने पर किया विरोध
4 Mar, 2025 12:19 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के बरेली में एक निजी मेडिकल कॉलेज के छात्र और छात्रा रोजा इफ्तार के लिए अपने दोस्त के कमरे पर पहुंचे. इस दौरान कुछ संगठनों और स्थानीय निवासियों ने इस पर आपत्ति जताते हुए विरोध शुरू कर दिया. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को कंट्रोल किया. पुलिस ने छात्र को हिरासत में लिया और उस पर कार्रवाई की. वहीं छात्रा को उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया.
मामला बरेली के बारादरी थाना क्षेत्र के बीसलपुर रोड स्थित बीडीए कॉलोनी का है. लखीमपुर खीरी निवासी सफिउल्ला बरेली के एक निजी मेडिकल कॉलेज का छात्र है. वह अपनी एक सहपाठी छात्रा के साथ रोज़ा इफ्तार के लिए अपने दोस्त के कमरे पर जाता है. इस बीच स्थानीय संगठनों और निवासियों ने इसका विरोध किया. स्थानीय लोगों का आरोप था कि यह सामाजिक और धार्मिक मान्यताओं के खिलाफ है. स्थिति उस समय और तनावपूर्ण हो गई जब यह पता चला कि छात्रा हिंदू समुदाय की है. इस खबर के बाद क्षेत्र में माहौल गरमा गया और बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए. छात्र को लिया हिरासत में बारादरी थाना प्रभारी धनंजय पांडे ने बताया कि भीड़ को शांत करने के लिए पुलिस ने सख्ती से काम लिया. पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए छात्र को हिरासत में लिया और उस पर शांति भंग की धारा में मामला दर्ज किया. वहीं छात्रा को उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया.
छात्रा के परिजनों की प्रतिक्रिया
छात्रा के परिजनों ने इस मामले में स्थानीय लोगों पर अपनी नाराजगी जताई. कहा कि सहपाठियों का एक साथ रोज़ा इफ्तार करना कोई अपराध नहीं है. उन्होंने इसे अनावश्यक रूप से तूल दिए जाने की बात कही. छात्रा के परिवारवालों ने यह भी कहा कि समाज को ऐसे मामलों में गलत धारणाएं नहीं बनानी चाहिए. बल्कि व्यक्तिगत स्वतंत्रता और मित्रता को समझना चाहिए.
नीतीश का चुनावी मास्टरस्ट्रोक, बजट में महिलाओं के लिए हाट और विवाह मंडप की अहम घोषणाएं!
3 Mar, 2025 04:31 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार विधानसभा में आज कुल 3 लाख 17 हजार करोड़ का बजट पेश किया. वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने इसे पेश किया. इस दौरान कई बड़ी घोषणाएं की गईं. इस साल का बजट पिछले वर्ष की तुलना में 38 हजार 167 करोड़ रुपये अधिक है. बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि इस वर्ष का बजट 3.17 लाख करोड़ का है जबकि 2005 के पहले केवल 23 हजार करोड़ का बजट था.उन्होंने कहा कि बजट का आकार लगातार बढ़ रहा है और बिहार भी बढ़ रहा है. चुनावी साल को देखते हुए इस बजट में 13.69 फीसदी की वृद्धि हुई है. इससे बिहार के विकास को तेज रफ्तार मिलेगी.
वित्त मंत्री ने कहा कि इस साल का बजट पिछले साल के बजट के आकार से 38,169 करोड़ रुपये अधिक है. सम्राट चौधरी ने कहा कि यह बजट बिहार के गरीब, नौजवान, महिला, किसान, वृद्ध सभी की आकांक्षाओं का बजट है. बजट में महिलाओं के लिए बड़ी घोषणाएं की गई हैं.
महिलाओं के लिए कई बड़े ऐलान
वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि महिला सिपाहियों के लिए आवासीय सुविधा और गरीब कन्याओं के लिए विवाह मंडप, बिहार में विकास और सम्मान की नई इबारत लिखी जा रही है.
राज्य के सभी पंचायत में गरीब कन्याओं के विवाह के लिए राज्य सरकार के द्वारा कन्या विवाह मंडप का निर्माण कराया जाएगा.
इसके साथ ही, महिला हाट एवं पिंक टॉयलेट जैसी योजनाएं महिलाओं की अस्मिता और सुरक्षा में अहम साबित होंगी.
बिहार के प्रमुख शहरों में महिला वाहन परिचालन प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की जाएगी, जिसमें प्रशिक्षक भी महिलाएं होंगी.
बजट में किस विभाग को कितने रुपये?
स्वास्थ्य विभाग – 20335 करोड़ रुपये
शहरी और ग्रामीण सड़क- 17908 करोड़ रुपये
गृह विभाग- 17831 करोड़ रुपये
ग्रामीण विकास विभाग 16093 करोड़ रुपये
ऊर्जा विभाग- 13483 करोड़ रुपये
2004-05 में 23 हजार 88 करोड़ का बजट था
वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि 2004-05 में बजट जहां 23 हजार 88 करोड़ रुपये था, वहीं इस साल 2025 में बढ़कर 3 लाख 17 हजार करोड़ रुपये हो चुका है. सम्राट चौधरी ने कहा कि राज्य के 21 कृषि उत्पादन बाजार प्रांगणों के आधुनिकीकरण एवं समुचित विकास के लिए कुल 1.289 करोड़ रुपये की लागत पर योजना का कार्यान्वयन किया जा रहा है. अन्य सभी बाजार समिति प्रांगण को कार्यशील किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि राज्य के सभी जिलों में बस स्टैंड को चरणबद्ध तरीके से आधुनिक रूप से विकसित किया जाएगा.राज्य सरकार द्वारा नेशनल कोऑपरेटिव कन्ज्यूमर फेडरेशन (NCCF), नेफंड इत्यादि से समन्वय कर अरहर, मूंग, उड़द इत्यादि का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) तय करते हुए क्रय किया जाएगा. राज्य के सभी अनुमंडलों एवं सभी प्रखंडों में कोल्ड स्टोरेज की स्थापना चरणबद्ध रूप से की जाएगी.
पेट्रोल टैंकर में शराब तस्करी, बंगाल से बिहार जा रहे तस्कर को पुलिस ने किया गिरफ्तार
3 Mar, 2025 04:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के जमुई जिले से शराब तस्करी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद शराब तस्कर नए-नए तरीके अपनाकर अवैध शराब की तस्करी कर रहे हैं. तस्कर नए-नए हथकंडे अपनाकर पुलिस और प्रशासन को चकमा देने की कोशिश कर रहे हैं. जमुई में पेट्रोल-डीजल टैंकर का इस्तेमाल शराब की तस्करी के लिए कर रहे थे. पुलिस ने इस टैंकर को जब्त कर लिया है और बड़ी मात्रा में शराब बरामद की है.
रविवार सुबह जमुई-चकाई मुख्य मार्ग के डुमरी चेक पोस्ट पर उत्पाद पुलिस ने संदेह के आधार पर एक डीजल-पेट्रोल टैंकर को रोका. ड्राइवर ने टैंकर में पेट्रोल होने की बात कही और पेट्रोल निकालकर भी दिखाया. लेकिन जब स्कैनर से जांच की गई, तो टैंकर के अंदर शराब की बोतलें पाई गईं. टैंकर से 1440 लीटर अवैध शराब बरामद की गई, जिसमें 1341 लीटर बीयर और 99 लीटर विदेशी शराब शामिल थी. बरामद शराब की कीमत लगभग 14 लाख रुपए बताई जा रही है.
पश्चिम बंगाल से की जा रही थी शराब की तस्करी
उत्पाद अधीक्षक सुभाष कुमार ने बताया कि शराब पश्चिम बंगाल से गिरिडीह जिले के चतरो के रास्ते जमुई लाई जा रही थी.होली के त्योहार को देखते हुए शराब तस्कर सक्रिय हुए.इन पर सख्ती बरतने के लिए पुलिस की चार विशेष टीमें गठित की गई हैं, जो लगातार छापेमारी कर रही है.
दो शराब तस्कर गिरफ्तार
इस मामले में दो शराब तस्करों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों की पहचान जहानाबाद जिले के हुलासगंज थाना क्षेत्र के धर्मपुर गांव निवासी चंदन कुमार और संजीत कुमार के रूप में हुई है. पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है, ताकि इस तस्करी के पीछे शामिल बड़े माफियाओं तक पहुंचा जा सके.
उत्पाद विभाग और स्थानीय पुलिस शराब तस्करों के नेटवर्क को खत्म करने के लिए सख्त कार्रवाई कर रही है. पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि गिरफ्तार तस्करों से मिली जानकारी के आधार पर आगे भी छापेमारी अभियान चलाया जाएगा. जिससे अवैध शराब की तस्करी को पूरी तरह से रोका जा सके.
पूर्णिया: शिक्षक और प्रेमिका को स्कूल में पकड़ा, रात के अंधेरे में शिक्षक फरार
3 Mar, 2025 03:26 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के पूर्णिया में एक सरकारी शिक्षक अपने ही स्कूल में प्रेमिका के साथ रासलीला करते हुए पकड़े गया. स्कूल के अंदर से दोनों का शोर सुनकर पड़ोसी जाग गए. हल्ला मचा तो बाकी के गांव वाले भी वहां आ गए. टीचर और उसकी गर्लफ्रेंड को उन्होंने पकड़ लिया. लेकिन रात का फायदा उठाते हुए टीचर वहां से भाग निकला. जबकि, उसकी प्रेमिका ने पूरी बात गांव वालों और पुलिस को बताई कि वो यहां क्यों आई थी. मामला धमदाहा प्रखंड के सरसी थाना क्षेत्र के आदर्श मध्य विद्यालय चंपावती का है, जहां सहरसा निवासी सहायक गुजराल आर्या ने प्रेमिका को मिलने बुलाया था. प्रेमिका भी सहरसा जिले के सोनवर्षा की रहने वाली है. घटना शुक्रवार देर रात की है. स्कूल के अंदर शिक्षक को लड़की के साथ पाकर ग्रामीण आक्रोशित हो गए. नाराज ग्रामीणों ने बाहर से स्कूल का मेन गेट लॉक कर दिया और पुलिस बुला लिया. शनिवार शाम लड़की के परिजनों ने शिक्षक के खिलाफ आवेदन दिया है.
पिछले दरवाजे से भाग निकला प्रेमी
प्रेमिका ने बताया कि दोनों के बीच पिछले 6 साल से अफेयर चल रहा था. वो दोनों अक्सर एक दूसरे से छिपकर मिलते रहते थे. प्रेमिका पिछले 6 महीने से शादी की जिद पर अड़ी थी. लड़का उसकी बात टाल रहा था. इस बात से वो उससे नाराज था. प्रेमी ने इस बार फिर उसे मिलने बुलाया. वो भी प्रेमी के सरकारी स्कूल पहुंच गई. प्रेमी ने स्कूल गेट को अंदर से लॉक कर दिया.आधी रात गए दोनों के बीच शादी को लेकर बहस शुरू हो गई. इस पर लड़के ने शादी से साफ इनकार कर दिया. तेज आवाज सुन ग्रामीण वहां आ पहुंचे और उन्होंने पुलिस बुला लिया. इसके बाद उनका प्रेमी उसे छोड़कर स्कूल के पिछले दरवाजे से भाग निकला.
शिक्षक का मोबाइल बंद आ रहा
मौके पर पहुंची पुलिस प्रेमिका को लेकर थाने चले आई. परिजनों को थाने बुलाकर लड़की को सौंप दिया. परिजनों ने स्थानीय थाना में शिक्षक के खिलाफ आवेदन दिया है. वहीं, इस मामले पर ग्रामीणों ने घटना को निंदनीय बताया. ग्रामीणों ने कहा इससे स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ेगा. विद्यालय के प्रिंसिपल विजय कुमार ने बताया कि घटना स्कूल अवधि के बाद की है, वो कुछ नहीं कह सकते. सहायक शिक्षक का मोबाइल बंद आ रहा है.
बिहार के बजट में 38,169 करोड़ की वृद्धि, वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने किया पेश
3 Mar, 2025 03:12 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार विधानसभा में आज कुल 3 लाख 17 हजार करोड़ का बजट पेश किया. वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने इसे पेश किया. इस दौरान कई बड़ी घोषणाएं की गईं. इस साल का बजट पिछले वर्ष की तुलना में 38 हजार 167 करोड़ रुपये अधिक है. बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि इस वर्ष का बजट 3.17 लाख करोड़ का है जबकि 2005 के पहले केवल 23 हजार करोड़ का बजट था.
उन्होंने कहा कि बजट का आकार लगातार बढ़ रहा है और बिहार भी बढ़ रहा है. चुनावी साल को देखते हुए इस बजट में 13.69 फीसदी की वृद्धि हुई है. इससे बिहार के विकास को तेज रफ्तार मिलेगी. वित्त मंत्री ने कहा कि इस साल का बजट पिछले साल के बजट के आकार से 38,169 करोड़ रुपये अधिक है. सम्राट चौधरी ने कहा कि यह बजट बिहार के गरीब, नौजवान, महिला, किसान, वृद्ध सभी की आकांक्षाओं का बजट है. बजट में महिलाओं के लिए बड़ी घोषणाएं की गई हैं.
महिलाओं के लिए कई बड़े ऐलान
.वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि महिला सिपाहियों के लिए आवासीय सुविधा और गरीब कन्याओं के लिए विवाह मंडप, बिहार में विकास और सम्मान की नई इबारत लिखी जा रही है.
.राज्य के सभी पंचायत में गरीब कन्याओं के विवाह के लिए राज्य सरकार के द्वारा कन्या विवाह मंडप का निर्माण कराया जाएगा.
.इसके साथ ही, महिला हाट एवं पिंक टॉयलेट जैसी योजनाएं महिलाओं की अस्मिता और सुरक्षा में अहम साबित होंगी.
.बिहार के प्रमुख शहरों में महिला वाहन परिचालन प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की जाएगी, जिसमें प्रशिक्षक भी महिलाएं होंगी.
वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि 2004-05 में बजट जहां 23 हजार 88 करोड़ रुपये था, वहीं इस साल 2025 में बढ़कर 3 लाख 17 हजार करोड़ रुपये हो चुका है.
बिहार के औरंगाबाद में लापता बुजुर्ग का शव दफनाने के बाद बेटे ने की शिनाख्त
3 Mar, 2025 03:02 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बिहार के औरंगाबाद में एक अज्ञात शव को दफनाने के बाद उसकी पहचान हुई. मृतक के बेटे ने संबंधित थाने में जाकर अपने पिता की शिनाख्त की और उसके शव को कब्र से बाहर निकलवाया. पुलिस ने शव के कब्र से निकाले जाने के बाद मृतक के परिवार को सौंप दिया है. बेटे ने बताया कि कुछ दिनों से पिता लापता थे. उन्हें खोजने की बहुत की कोशिश, लेकिन वह कहीं नहीं मिले थे. इसके बाद बेटे को बीते दिन एक लावारिस लाश के दफनाने की सूचना मिली थी. औरंगाबाद के फेसर थाने की पुलिस को कुछ दिनों पहले एक बुजुर्ग की लाश मिली थी. पुलिस ने शव के पहचान की बहुत कोशिश की, लेकिन उन्हें उसके बारे में कोई भी नहीं मिली. जिसके बाद फेसर थाने की पुलिस ने जम्होर थाना क्षेत्र के रामपुर गांव स्थित अदरी नदी के किनारे 28 फरवरी लावारिस को दफनाया था. पुलिस को शव के पास ऐसे कोई भी जानकारी नहीं मिली थी जिससे उसकी या फिर उसके परिजनों की जानकारी हो सके.
कई दिन से लापता थे पिता
इसके बाद एक गया जिले के मलपा पंचायत के पूर्व मुखिया संजय पासवान फेसर थाने पहुंचा और वह कहने लगा कि मेरे पिता कई दिनों से लापता है मुझे पिछले दिनों दफनाए गए लावारिस शव की फोटो देखनी है. पुलिस ने संजय को फोटो दिखाई तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई. संजय ने बताया कि यह मेरे पिता है. इनका नाम शिव पासवान है. पिता कई दिनों से लापता थे. लापता होने के बाद से ही उनकी तलाश बिहार, बंगाल और झारखंड राज्य के साथ-साथ कई जगह की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला.
पुलिस ने परिजन का सौंपा शव
पुलिस ने फेसर थाने क्षेत्र में मिले शव को जम्होर थाने क्षेत्र में दफना दिया था. इस बात को लेकर जम्होर थाने क्षेत्र के लोगों के लोगों का काफी विरोध कर रहे थे. उन्होंने इस दौरान पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की थी. मुझे फेसर थाने के द्वारा अश्रात शव के दफनाने की सूचना मिली थी. जिसके बाद में यह पहुंचा. बेटे ने इस दौरान फेसर और जम्होर थाने की पुलिस के साथ कर्मा भगवान पंचायत के मुखिया, पंचायत समिति सदस्य सुनील पासवान, समाजसेवी विमलेश सिंह सहित रामपुर के सभी गांववालों के प्रति अपना आभार व्यक्त किया है. फेसर थानाध्यक्ष वर्षा कुमारी ने बताया कि लावारिस शव की पहचान होने के बाद शव को परिजन को सौंप दिया गया है. मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.
झारखंड में अंधविश्वास के चलते 70 वर्षीय बुजुर्ग की कुल्हाड़ी से हत्या
3 Mar, 2025 02:54 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आधुनिकता के इस दौर में एक तरफ भारत देश चांद तक पहुंच गया है. वहीं, दूसरी तरफ देश के कई राज्यों में आज भी जादू- टोना जैसी सामाजिक कुरीतियों के चलते लोगों की हत्या की जा रही है. ऐसा ही एक अजीबोगरीब मामला झारखंड के गढ़वा जिला से सामने आया है, जहां अंधविश्वास के चलते एक 70 साल के बुजुर्ग की कुल्हाड़ी से काटकर बेरहमी से हत्या कर दी गई है. आरोपी को शक था कि उसके भाई की मौत जादू-टोने के चलते हुई है, जिसे मृतक ने करा था. पुतूर गांव में रहने वाले बुजुर्ग रामधनी बैठा का राजेश्वर बैठा और संजय बैठा के बीच पिछले कई महीनों से डायन बिसाही को लेकर विवाद चल रहा था. इस बीच राजेश्वर के भाई मनोज बैठा की मौत हो गई थी, जो कि होमगार्ड में तैनात थे. इसके बाद राजेश्वर का बुजुर्ग से विवाद और ज्यादा गहरा गया. आरोपी राजेश्वर बैठा को शक था कि उसके भाई की असमय हुई मृत्यु के लिए कहीं ना कहीं वृद्ध रामधनी बैठा जिम्मेदार है.
छुट्टी लेकर गांव पहुंचा था आरोपी
राजेश्वर को शक था कि मनोज बैठा की मौत जादू टोना किए जाने के कारण हुई है और उस पर कालू जादू किसी और ने नहीं बल्कि पड़ोस में रहने वाले रामधन बैठा ने किया था. इसी बीच रविवार को आरोपी राजेश्वर बैठा जो धनबाद पुलिस के जिला बल में कार्यरत है वह छुट्टी लेकर अपने गढ़वा जिला के धुरकी थाना क्षेत्र अंतर्गत अपने गांव पहुंचा और सीधे रामधनी बैठा को खोजते हुए उनके घर पहुंच गया.
काला जादू करने के शव में बुजुर्ग की हत्या
उसने पहले बुजुर्ग के घर में तोड़फोड़ की और फिर इसके बाद उसने रामधनी बैठा की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी. हत्या की खबर फैलते ही इलाके में हड़कंप मच गया. घटना की जानकारी होते ही मौके पर भारी पुलिस बल तुरंत पहुंच गया. धुरकी थाना पुलिस ने मृतक रामधनी के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल गढ़वा भेज दिया है. हत्याकांड के आरोपी राजेश्वर बैठा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस इधर-पकड़ छापेमारी कर रही है.
सादात बाजार में हादसे के बाद गाजीपुर में हंगामा, गुस्साई भीड़ ने डंपर में आग लगाई
3 Mar, 2025 02:31 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में सड़क हादसे के बाद बवाल हो गया. हादसे में एक युवक की जान चली गई, जिसके बाद गुस्साई भीड़ ने हाईवे का निर्माण कर रही कंपनी के वाहनों में तोड़फोड़ कर दी. जिस डंपर से हादसा हुआ उसे आग के हवाले कर दिया. इसके बाद भीड़ धरने पर बैठ गई. देर रात तक हंगामा होता रहा. एसपी सिटी ने मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत किया. गाजीपुर के सादात बाजार होते हुए हाईवे-124 डी का निर्माण कार्य चल रहा है. उसी के निर्माण कार्य में डंपर सहित कई वाहन लगे हुए हैं. कंपनी के एक डंपर की चपेट में आने से कनेरी गांव के रहने वाले चाचा और भतीजे घायल हो गए, जिसमें उपचार के दौरान भतीजे अभय सिंह की मौत हो गई. घटना की खबर मिलने पर परिजन और ग्रामीण नाराज हो गए. उन्होंने घटनास्थल पर पहुंचकर हंगामा कर डाला.
डंपर ने मारी बाइक में टक्कर
जानकारी के अनुसार, कनेरी गांव के रहने वाले प्रचंड सिंह और अभय सिंह रिश्ते में चाचा-भतीजे थे. वह बाइक से कनेरी बाजार की चट्टी पर जा रहे थे. इसी बीच सादात की तरफ से सैदपुर की ओर जा रही अनियंत्रित डंपर ने उनकी बाइक को पीछे से टक्कर मार दी. हादसे में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सैदपुर लाया गया, जहां डॉक्टरों ने भतीजे अभय सिंह को मृत घोषित कर दिया. वहीं, प्रचंड सिंह का इलाज चल रहा है. घटना की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई. गुस्साई भीड़ ने टक्कर मारने वाले डंपर को आग के हवाले कर दिया. भीड़ यही नहीं रुकी, उसने निर्माणधीन संस्था के 20-25 वाहनों में भी तोड़फोड़ कर दी.
धरने पर बैठ गए ग्रामीण
घटना की जानकारी मिलते ही सादात के साथ ही शादियाबाद, सैदपुर और अन्य थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई. इस दौरान गुस्साए ग्रामीण घटनास्थल पर जिला अधिकारी और पुलिस अधीक्षक को बुलाने की मांग करते हुए धरने पर बैठ गए.. ग्रामीणों का धरना रात करीब 9 तक चलता रहा. मौके पर एसपी सिटी ज्ञानेंद्रनाथ प्रसाद पहुंचे, जिसके बाद मामला शांत हुआ. इधर, क्षेत्राधिकार सैदपुर अनिल सिंह ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सैदपुर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा.