हरियाणा में मौसम की मार, फसलें हुईं चौपट, किसानों की बढ़ी चिंता
Haryana: प्रदेश में तेजी से मौसम में बदलाव के साथ ही बादलवाही रही। शुक्रवार को कई जिलों में छिटपुट बूंदाबांदी हुई। वहीं यमुनानगर में वर्षा होने के साथ ही नकटी नदी में एक 66 वर्षीय किसान ठाकुर सिंह की डूबने से मौत हो गई।
वहीं प्रदेश में मौसम विज्ञानियों ने आने वाले दिनों भी वर्षा होने की संभावना व्यक्त की है। साथ ही इससे तापमान में भी गिरावट दर्ज की जा सकती है। पिछले कुछ दिनों से लगातार वर्षा होने से हिसार के हांसी-नारनौंद क्षेत्र में खेतों में पानी भर गया। इससे करीब छह हजार एकड़ में फसल खराब हो गई।
मौसम विज्ञान विभाग की ओर से मानसून के लगातार सक्रिय रहने की बात कही गई है। विज्ञानियों के अनुसार 18 जुलाई को भी हवा में नमी रहने से कई जिलों में छिटपुट बूंदाबांदी हुई।
यमुनानगर के कुछ इलाकों व नूंह में तेज वर्षा हुई। वहीं प्रदेश के नारनौल, सिरसा और सोनीपत में हल्की वर्षा हुई। प्रदेश में लगातार हो रही वर्षा का असर खेतों पर भी पड़ा है। खेत में खड़ी हजारों एकड़ भूमि में पानी भर गया है। इसका सीधा प्रभाव कपास की फसल पर पड़ा है।
यमुनानगर के साढौरा में 70 एमएम वर्षा
यमुनानगर जिले में वीरवार को कहीं बादल खूब बरसे तो कहीं सूखा रहा। वर्षा से धान व गन्ना उत्पादक किसानों को काफी फायदा मिला। सबसे अधिक साढौरा तहसील क्षेत्र में 70 एमएम वर्षा दर्ज की गई। यमुनानगर के कई क्षेत्रों में अल सुबह वर्षा शुरू हो गई।
वहीं गांव कल्याणपुर अंटारी निवासी 66 साल के किसान ठाकुर सिंह नकटी नदी में अचानक आए पानी की उफनती लहरों में बह गया जिससे उसकी मौत हो गई। वीरवार को उसका शव नदी की पटरी के पास पेड़ में फंसा मिला। वहीं जीटी बेल्ट के कई जिलों में बादलवाही रही तो कहीं धूप खिली रही।
इन जिलो में आज भी वर्षा की संभावना
सिरसा, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, मेवात, पलवल, पंचकूला, अंबाला, यमुनागनर, फतेहाबाद, जींद, रोहतक, झज्जर, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, पानीपत व सोनीपत।