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स्कूल बस में विस्फोट से मचा कोहराम, मासूमों की गई जान
21 May, 2025 12:38 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में बुधवार को बड़ा हादसा सामने आया है. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, बलूचिस्तान प्रांत में सुबह एक स्कूल बस ब्लास्ट की चपेट में आ गई, इस हादसे में 4 बच्चों की मौत हो गई और 38 बच्चे घायल हो गए हैं. पाकिस्तान के डिप्टी कमिश्नर के हवाले से बताया कि यह विस्फोट खुजदार जिले में हुआ. बस को तब टारगेट किया गया जब वो जीरो प्वाइंट के पास थी. दशती ने कहा कि विस्फोट में चार बच्चों की मौत हो गई है और घायलों के शवों को नजदीकी अस्पताल में ले जाया गया है.
इस हादसे के बाद गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने विस्फोट की कड़ी निंदा की. अखबार ने उनके हवाले से कहा, “मासूम बच्चों को निशाना बनाने वाले जानवर किसी भी तरह की नरमी के लायक नहीं है. नकवी ने आगे कहा कि दुश्मन ने मासूम बच्चों को निशाना बनाकर बेहद बर्बरतापूर्ण काम किया है.
कैसे हुआ हादसा
अधिकारियों के हवाले से बताया गया कि दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान में एक सुसाइड बॉम्बर कार ने सुबह के समय एक स्कूल बस को टक्कर मार दी और इसी के बाद बस में विस्फोट हुआ और इस नापाक हरकत के शिकार मासूम बच्चे हो गए और 4 बच्चों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया.
इस हमले के बाद अभी तक किसी भी ग्रुप ने इस विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन संदेह बलूच अलगाववादियों पर जताया जा रहा है जो अक्सर क्षेत्र में सुरक्षा बलों और नागरिकों को निशाना बनाते हैं.
मामले की जांच जारी
बस के ब्लास्ट होने के बाद पुलिस, फ्रंटियर कोर (एफसी) और कानून एजेंसियों के कर्मी जांच के लिए सबूत इकट्ठा करने के लिए घटना स्थल पर पहुंच गए हैं. हालांकि, मामले की जांच जारी है, डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि शुरुआती जांच से संकेत मिलता है कि यह हमला एक आत्मघाती विस्फोट था.
BLA पर शक की सुई
बलूचिस्तान में लंबे समय से विद्रोह देखा जा रहा है, जिसमें बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) सहित कई अलगाववादी समूह हमले कर रहे हैं. अमेरिका ने 2019 में बीएलए को एक आतंकवादी संगठन के रूप में नामित किया है.
इससे पहले 6 मई को, पाकिस्तानी सेना ने कहा था कि बलूचिस्तान में उनके वाहन पर एक तात्कालिक विस्फोटक उपकरण की चपेट में आने से उनके सात सैनिक मारे गए थे. उन्होंने कथित तौर पर कहा कि बीएलए के सदस्यों ने दक्षिण-पश्चिमी प्रांत बलूच में उनके सैनिकों के वाहन को निशाना बनाया.
व्यापारिक विवाद पर पीछे हटा बांग्लादेश, भारत से टकराव नहीं चाहता
21 May, 2025 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पाकिस्तान की हालत से सबक लेते हुए बांग्लादेश ने भारत के साथ चल रही व्यापारिक तनातनी में झुकने का फैसला किया है. हालात को और बिगड़ने से रोकने के लिए बांग्लादेश ने साफ कर दिया है कि वह किसी भी तरह की जवाबी कार्रवाई नहीं करेगा. बांग्लादेश सरकार का मानना है कि भारत के साथ व्यापार में तनाव दोनों देशों के लिए नुकसानदेह है और इस विवाद को बातचीत से सुलझाना चाहिए.
बांग्लादेश के वाणिज्य सचिव ने बुधवार को एक अहम बैठक के बाद कहा है कि हमारी कोशिश है कि हालात और न बिगड़ें. हम किसी भी तरह की जवाबी कार्रवाई में नहीं पड़ेंगे. यह बैठक अलग-अलग मंत्रालयों, विभागों, एजेंसियों और कारोबारी संगठनों के साथ की गई थी, ताकि मौजूदा हालात पर विचार किया जा सके.
तनाव की शुरुआत कैसे हुई?
13 अप्रैल को बांग्लादेश ने भारत से यार्न (कपास से बने धागे) के आयात पर चार जमीनी बॉर्डर से रोक लगा दी थी. इसके जवाब में भारत ने बांग्लादेशी रेडीमेड गारमेंट्स की ट्रांसशिपमेंट सुविधा को रोक दिया. इसके बाद 17 मई को भारत ने बांग्लादेश से जमीनी सीमा से कपड़े, प्रोसेस्ड फूड, फर्नीचर और दूसरी चीज़ों के आयात पर रोक लगा दी. भारत, चीन के बाद बांग्लादेश का दूसरा सबसे बड़ा आयातक देश है.
“बैठिए, बात कीजिए और हल निकालिए”
सचिव ने कहा कि भारत को बातचीत के लिए पहले ही एक औपचारिक पत्र भेजा गया है और वाणिज्य सचिव स्तर की बैठक का प्रस्ताव दिया गया है. उन्होंने कहा कि हम तो सिर्फ इतना कह रहे हैं कि बैठिए बात कीजिए और हल निकालिए. बैठक में मौजूद एक व्यापारी ने सरकार से अपील की है कि भारत से जमीनी सीमा के जरिए आयात पर लगे प्रतिबंध को कम से कम तीन महीने के लिए टालने की गुजारिश की जाए ताकि पेंडिंग माल को क्लियर किया जा सके. उनके मुताबिक पिछले 10 महीनों में बांग्लादेश ने करीब 3.5 लाख टन सामान भारत से जमीनी रास्ते के जरिए मंगवाया है क्योंकि समुद्री रास्ते से आयात करना महंगा पड़ता है.
बांग्लादेश को भारत से क्या-क्या चाहिए होता है?
बांग्लादेश भारत से कच्चा माल, वस्त्र, मशीनरी, कृषि उत्पाद, खाद्य पदार्थ, केमिकल, चावल, सब्जियां, डेयरी और बहुत सारी जरूरत की चीजें मंगाता है. पिछले वित्तीय वर्ष में दोनों देशों के बीच कुल व्यापार $10.56 अरब डॉलर का रहा, जिसमें बांग्लादेश ने केवल $1.56 अरब डॉलर का निर्यात किया जबकि $9 अरब डॉलर का सामान भारत से आयात किया.
बांग्लादेश को SAARC के तहत ‘साउथ एशियन फ्री ट्रेड एरिया’ (SAFTA) समझौते के चलते भारत में जीरो ड्यूटी का फायदा भी मिलता है. फिलहाल बांग्लादेश सरकार इंतजार कर रही है कि भारत बैठक के लिए हामी भरे। अगर बातचीत होती है, तो इस तनाव का समाधान जल्दी निकल सकता है. लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ, तो दोनों तरफ़ के कारोबारियों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है.
चावल की कीमतों पर बयान बना संकट, मंत्री को छोड़नी पड़ी कुर्सी
21 May, 2025 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चावल पर देना पड़ा इस्तीफा… बिहार से लेकर पश्चिम बंगाल तक भारत के भी कई हिस्सों में चावल की खपत काफी ज्यादा है और बड़ी तादाद में भारत के कुछ हिस्सों में लोग चावल खाना पसंद करते हैं और इसकी डिमांड हाई है. भारत की ही तरह जापान में भी चावल की डिमांड काफी ज्यादा है और इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कृषि मंत्री के जब चावल की पैदावार और कीमत को लेकर शब्द गड़बड़ाएं तो घमासान इस हद तक बढ़ गया कि उन्हें इस्तीफा तक देना पड़ गया.
दरअसल, जापान में चावल की खपत ज्यादा है लेकिन इन दिनों वहां पर चावल की कीमत आसमान छू रही है जिसको लेकर देश में लोगों के बीच हाहाकार देखा जा रहा था और चावल की कीमत को लेकर लोगों के बीच रोष दिखाई दे रहा था. वहीं, दूसरी तरफ जहां कीमत आसमान छू रही है वहीं, स्पलाई की भी शोर्टेज है. इसी बीच मंत्री का ऐसा बयान सामने आया कि लोग आग बबूला हो गए और उनको इस्तीफा ही देना पड़ा. इसी बीच चलिए जानते हैं कि मंत्री ने क्या बयान दिया था.
कृषि मंत्री ने क्या बयान दिया?
देश में चावल की कमी होने के चलते कृषि मंत्री ताकू ईटो ने रविवार को सरकारी भंडारित चावल के वितरण में तेजी लाने पर एक स्पीच दे रहे थे. इसी दौरान, कृषि मंत्री ताकू ईटो ने इसी दौरान एक ऐसी बात कह दी जो उन के लिए मुसीबत बन गई. कृषि मंत्री ने कहा, मैंने खुद कभी चावल नहीं खरीदे हैं. सच कहूं तो, मेरे समर्थक मुझे काफी चावल देते हैं. मेरे घर में मेरी पैंट्री में इतना चावल है कि मैं इसे बेच सकता हूं.
पीएम ने क्या कहा?
मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए, जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने भी कृषि मंत्री के बयान से किनारा कर लिया है. उन्होंने मंत्री के बयान को लेकर कहा कि यह टिप्पणियां चावल की बढ़ती कीमतों से जूझ रहे उपभोक्ताओं और चावल उगाने के लिए कड़ी मेहनत करने वाले किसानों दोनों के लिए बेहद आक्रामक थीं. साथ ही उन्होंने कहा कि मंत्री को ईमानदारी से माफी मांगनी चाहिए और चावल की कीमतों को स्थिर करने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए.
जापान के कृषि मंत्री ने चावल खरीदने के बारे में दिए अपने बयान के बाद पहले माफी मांगी और इसी के बाद उन्होंने बुधवार को इस्तीफा दे दिया. प्रधान मंत्री कार्यालय में अपना इस्तीफा सौंपने के बाद ईटो ने कहा, “मैंने ऐसे समय में बेहद अनुचित टिप्पणी की जब लोग चावल की बढ़ती कीमतों से जूझ रहे हैं. ईटो ने कहा कि प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है.
कृषि मंत्री ने मांगी माफी
ईटो ने कहा, मैंने सोचा कि मेरे लिए इस पद पर बने रहना उचित नहीं है” साथ ही उन्होंने कहा, सरकार को चावल की कीमत की चुनौतियों से निपटने की जरूरत है. इसी के साथ जहां ईटो ने लोगों से माफी मांगी वहीं उसी के साथ उन्होंने अपने बयान को लेकर भी सफाई दी और कहा कि वो खुद चावल खरीदते हैं और चावल उन्हें गिफ्ट नहीं किए जा रहे हैं.
जापान के कृषि मंत्रालय के अनुसार, चावल की कीमतें 11 मई तक सप्ताह में फिर से बढ़ीं. देश भर में लगभग 1,000 सुपरमार्केट में चावल के 5 किलोग्राम बैग की औसत कीमत 4,268 येन ($29.5) थी, जो पिछले हफ्ते से 54 येन या 1.3 प्रतिशत तक ज्यादा है और पिछले साल की समान अवधि के दौरान दर्ज 2,108 येन के दोगुने से भी ज्यादा है.
हरियाणा में दिल दहला देने वाली वारदात, नाबालिगों ने मिलकर की दोहरी हत्या
20 May, 2025 05:29 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कैथल: सदर थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी नाबालिग चाचा-भतीजा की हत्या करने के मामले में डीएसपी हेड क्वार्टर बीरभान ने टीम के साथ गांव के ही सात नाबालिगों को पकड़ लिया है। पकड़े गए सभी आरोपित 14 से 16 साल के ही हैं। सभी को मंगलवार को किशोर न्यायालय में पेश करने के बाद बाल सुधार गृह में भेज दिया गया है।
इस मामले में एक मृतक के पिता की शिकायत पर गांव के ही नौ आरोपितों के विरुद्ध एससी एसटी एक्ट और हत्या की धाराओं के तहत सदर थाना में केस दर्ज किया गया था। दो अन्य आरोपितों को पकड़ने के लिए प्रयास किया जा रहा है। इस पूरे मामले को लेकर डीएसपी बीरभान ने जानकारी दी है।
हुक्का पीते बनाई थी हत्या का प्लान
पूछताछ के दौरान यह भी सामने आया है कि आरोपितों ने वारदात के दिन 18 मई को स्कूल से घर आने के बाद हत्या की योजना बनाई थी। सभी आरोपित गांव में ही हुक्का पी रहे थे और इसी दौरान इस योजना को बनाया गया था।
वारदात के लिए पहले ही मोटरसाइकिल के चेन सेट को लोहे की पाइप पर बेल्डिंग करवा कर तैयार किया हुआ था। योजना के अनुसार एक युवक बाइक पर दोनों मृतकों को पार्टी करने का बहाना बनाकर अपने साथ धनौरी ड्रेन के पास ले गया था।
क्यों की थी हत्या, रंजिश आया सामने
तय योजना के अनुसार वहां अन्य आरोपित पहले ही खड़े थे। बताया जा रहा है कि आरोपितों ने शाम को ही दोनों की हत्या कर दी थी। इसके बाद सभी गांव में आ गए थे। जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपितों और मृतकों के बीच कुछ दिन पहले भी तकरार हुई थी।
लड़कियों से छेड़छाड़ को लेकर चार दिन पहले भी आरोपित मृतकों के घर उलहाना देने के लिए गए थे। मृतकों पर आरोप लगाए थे कि वे उनकी बहनों को गली से आते जाते छेड़ते हैं और अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं। इसी बात की रंजिश को लेकर ही दोनों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी।
हिसार में यूट्यूबर बनी जासूस! ज्योति मल्होत्रा से आईएसआई मॉड्यूल का खुलासा
20 May, 2025 04:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरियाणा के हिसार में पकड़ी गई यूट्यूबर और जासूस हसीना ज्योति मल्होत्रा से अब तक हुई पूछताछ में कई बड़े खुलासे हुए हैं. इसमें सबसे बड़ा खुलासा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के बड़े मॉड्यूल को लेकर है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक ज्योति मल्होत्रा इस मॉड्यूल का हिस्सा थी और उसके जरिए ही इस मॉड्यूल का खुलासा हुआ है. मामले की जांच जैसे जैसे आगे बढ़ रही है, पाकिस्तान के जासूसी नेटवर्क का भी खुलासा होता जा रहा है. इसमें साफ हो गया है कि पाकिस्तान कैसे तकनीक का इस्तेमाल अपने जासूसी नेटवर्क को चलाने के लिए कर रहा था.
ज्योति मल्होत्रा से एनआईए, आईबी और हरियाणा पुलिस की संयुक्त टीम पूछताछ कर रही है. अब तक की पूछताछ में पता चला है कि इस मॉड्यूल को विशेष मकसद से तैयार किया गया था. यह मकसद भारत की खुफिया जानकारी एकत्र कर पाकिस्तान में बैठे हैंडलर को भेजना, सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान की एक झूठी तस्वीर पेश करना और भारत में रह कर भारत सरकार व भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को कठघरे में खड़ा करना शामिल है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक इन सभी तथ्यों के सामने आने के बाद भी ज्योति तथ्यों को छिपाने और जांच टीम को गुमराह करने की कोशिश कर रही है.
पुलिस को गुमराह कर रही ज्योति मल्होत्रा
दरअसल ज्योति मल्होत्रा ने अब तक पाकिस्तानी खुफिया ऑपरेटिव दानिश और शाकिर के साथ अपने व्यक्तिगत संबंधों को लेकर सही जानकारी नहीं दी है. बल्कि हर बार इस संबंध में एक नया झूठ बोलने की कोशिश कर रही है. जांच एजेंसियों को उसके मोबाइल फोन कुछ ऐसे ऐप मिले हैं, जिनमें किए चैट 24 घंटे के अंदर डिलीट हो जाते हैं. ज्योति ने इन ऐप के जरिए ढेर सारे फोटो और वीडियो शेयर किए हैं. ऐसे में पुलिस ने सारा डेटा रिकवर करने के लिए मोबाइल फोन को फोरेंसिक लैब भेज दिया है. इसमें यह भी पता करने की कोशिश हो रही है कि कौन-कौन से फोटो और वीडियो किन-किन लोगों को भेजे गए हैं.
ज्योति की यात्रा कितनी धार्मिक?
ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान के अलावा चीन, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, दुबई, थाईलैंड, नेपाल और भूटान आदि देशों की भी धार्मिक यात्रा कर चुकी है. इस दौरान उसने वीडियो भी बनाए हैं. अब जांच एजेंसियां यह पता करने की कोशिश कर रही हैं कि उसकी यह यात्राएं कितनी धार्मिक रही हैं. दरअसल इन यात्राओं में बनाए गए वीडियो के पैटर्न को जांच एजेंसियों ने इंटरसेप्ट किया है. इसमें पता चला है कि ज्योति के वीडियो में धार्मिक बातें कम, और सीमा पर सुरक्षा इंतजामों की जानकारी ज्यादा होती है. कई वीडियो में तो उसने यहां सैन्य तैनाती का भी ब्यौरा देने की कोशिश की है. ऐसा ही पैटर्न उसके अफगानिस्तान बॉर्डर से जुड़े ब्लॉग में भी देखने को मिला है.
इन यात्राओं पर खास नजर
जांच एजेंसियों को ज्योति की पाकिस्तान यात्रा के अलावा बांग्लादेश और चीन की यात्रा पर खास नजर है. दरअसल पहली ज्योति 17 मई 2014 को बैसाखी के बहाने पाकिस्तान गई थी. वह कार्यक्रम तो 10 दिन में ही खतम हो गया था, लेकिन ज्योति 20 दिनों तक पाकिस्तान में रही थी.वहां से वापस लौटने के अगले ही महीने वह चीन गई. ऐसे में पुलिस यह पता करने की कोशिश कर रही है कि पाकिस्तान में वह कहां कहां गई और किस किससे मिली. इसके अलावा चीन यात्रा का कार्यक्रम पाकिस्तान में ही बना या भारत लौटने के बाद बना.
फोरेंसिक जांच में भी हुए खुलासे
पुलिस ने ज्योति के दो मोबाइल और एक लैपटॉप को फोरेंसिक लैब भेजा था. इसकी कुछ हद तक रिपोर्ट आई है. इसमें पता चला है कि उसने पठानकोट, नाथू ला पास और अरुणाचल प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों में कई संदिग्ध वीडियो बनाए थे. उसके स्मार्टफोन और लैपटॉप की लोकेशन हिस्ट्री, फोटो मेटा डाटा और क्लाउड स्टोरेज से भी कई संदिग्ध गतिविधियों का खुलासा हुआ है. वहीं कॉल डिटेल में एक पाकिस्तान के नंबर के अलावा दिल्ली स्थित पाकिस्तान एंबेसी के कई नंबरों का भी रिकार्ड मिला है. मोबाइल से डिलीट किए कई तस्वीरों और वीडियो में बीएसएफ मूवमेंट, रडार लोकेशन और हाई सिक्योरिटी जोन की भी जानकारी मिली है. उसके जीमेल अकाउंट को भी कई बार पाकिस्तानी IP एड्रेस से लॉग-इन किया गया है.
जहां सामान्य पाकिस्तानी भी जा सकते, वहां के भी वीडियो
ज्योति मल्होत्रा के मोबाइल और लैपटॉप से पाकिस्तान में ऐसे ऐसे स्थानों के वीडियो मिले हैं, जहां सामान्य पाकिस्तानी भी नहीं जा सकते. मेटा डाटा रिकॉर्ड के मुताबिक जून 2023, नवंबर 2023 और अप्रैल 2024 में ज्योति ने पाकिस्तान यात्रा के दौरान इन जगहों पर पहुंची थी. यही नहीं, कश्मीर यात्रा भी इसकी प्रायोजित है. इस यात्रा में इसने एक कश्मीरी यूट्यूबर की पहचान पाकिस्तान में बैठे हैंडलर से कराई थी. यही नहीं, उसने पाकिस्तान और चीन से सटे अति संवेदनशील इलाकों के भी वीडियो बनाकर अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अपलोड किया था.
युद्ध रोकना चाहते हैं जेलेंस्की, लेकिन रूस की मंशा पर उठाए सवाल
20 May, 2025 04:21 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इस समय दुनिया की नजरें रूस-यूक्रेन युद्ध विराम वार्ता पर टिकी हुई हैं। इसी सिलसिले में सोमवार को यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समेत कई यूरोपीय नेताओं के साथ बात की। इस युद्ध विराम वार्ता के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रूस के इरादों पर अविश्वास जताते हुए कहा कि हम तो युद्ध खत्म करना चाहते हैं, लेकिन रूस इसके लिए तैयार है या नहीं, ये पता नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि यूक्रेन बिना किसी शर्त के पूरी तरह से युद्ध विराम चाहता है। लेकिन इस मामले में रूस का इरादा साफ दिखाई नहीं दे रहा है।
यूक्रेन को ज्ञापन भेजना चाहता है रूस
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने युद्ध विराम वार्ता को लेकर रूस की नियत पर संदेह जाहिर किया है। इसके साथ ही जेलेंस्की ने इस बात पर भी जोर दिया कि रूस पूरी मजबूती के साथ अपनी बात पर खरा उतरे और अपने वादे को पूरा करें। जेलेंस्की ने कहा कि वह रूस के सिद्धांतों के बारे में नहीं जानते। लेकिन अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप के साथ बातचीत से उन्होंने ये समझा कि रूस का पक्ष यूक्रेन को एक ज्ञापन भेजना चाहता है। जिसमें वह बताएंगे कि वे सिद्धांतों को किस तरह देखते हैं। इसमें वह ये भी बताएंगे कि वे न केवल युद्ध विराम देखना चाहते हैं बल्कि कुछ और सिद्धांत भी चाहते हैं।
रूस पर यूक्रेन को भरोसा नहीं
इस दौरान उन्होंने कहा कि वह इस बात पर भरोसा करते हैं कि हर कोई युद्ध विराम में बहुत रुचि रख रहा है। इस युद्ध में बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है। वह सच में इस युद्ध को खत्म करना चाहते हैं। लेकिन उन्हें यकीन नहीं है कि रूस इसके लिए तैयार है या नहीं। उन्होंने कहा कि उन्हें रूस पर भरोसा नहीं रहा है। वह चाहते हैं कि पहले चरण में युद्ध विराम के लिए तैयार हो जाएं।
युद्ध विराम के बाद क्या होगा अगला कदम
इस दौरान यूक्रेन के राष्ट्रपति ने ग्लोबल पार्टनर्स के साथ लगातार हो रही बातचीत को भी अंडरलाइन किया। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा अपने सभी पार्टनर्स, अमेरिका और यूरोपीय लोगों के साथ सारी बात शेयर करता हूं। मुझे बहुत खुशी हुई जब राष्ट्रपति ट्रंप ने बिना किसी शर्त के पूर्ण युद्ध विराम का प्रस्ताव रखा। हम इसके लिए तैयार थे क्योंकि ये हमारे सिद्धांत हैं। पहले युद्ध विराम और इसके बाद कैदियों की अदला-बदली।
सैफुल्लाह के बाद अब अब्दुल वाहिद ढेर, 'सीक्रेट किलर' का ऑपरेशन जारी
20 May, 2025 01:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा का एक और आतंकी मारा गया है। रविवार को सिंध प्रांत में बंदूकधारियों ने लश्कर के एक प्रमुख आतंकवादी अब्दुल वाहिद कुंभो को गोलियों से भून दिया। भारत में कई आतंकी हमलों के सूत्रधार लश्कर आतंकवादी रजाउल्ला निजामनी खालिद उर्फ अबू सैफुल्ला खालिद भी एक दिन पहले ही सिंध में मारा गया था।
सैफुल्ला खालिद ने भारत में कई बड़े आतंकवादी हमलों की रची थी साजिश
एक के बाद एक कई साथियों के मारे जाने से लश्कर आतंकियों में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों ने इस बात को स्वीकार किया है कि इस महीने के शुरू में भारत द्वारा चलाए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद पाकिस्तान के कई हिस्सों में लश्कर आतंकवादियों की हत्या में वृद्धि हुई है।
सैफुल्ला खालिद ने भारत में कई बड़े आतंकवादी हमलों की साजिश रची थी और अंतत: वह सिंध प्रांत में बस गया था, जहां उसे पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों द्वारा पूरी सुरक्षा प्रदान की गई थी।
मतली इलाके में हथियारबंद लोगों ने अब्दुल वाहिद को उतारा मौत के घाट
वहीं अब्दुल वाहिद खुद को एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में पेश करता था। वह लश्कर-ए-तैयबा के राजनीतिक मोर्चे मिल्ली मुस्लिम लीग का सदस्य था। सिंध प्रांत के बादिन जिले के मतली इलाके में हथियारबंद लोगों ने उसे मौत के घाट उतार दिया। स्थानीय एजेंसियों ने बताया कि अब्दुल वाहिद की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि ताहिर नाम का एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया।
पुलिस अधिकारियों ने सिंध राष्ट्रवादी संगठन- सिंध देश क्रांति सेना के सदस्य गुलाम शब्बीर और रफाकत नाम के दो लोगों को इस सिलसिले में गिरफ्तार किया है। सिंध देश क्रांति सेना एक सिंधी राष्ट्रवादी संगठन है, जिसकी प्रांत के अंदरूनी इलाकों में मजबूत उपस्थिति है। संगठन के कुछ सदस्य बलूच लिबरेशन आर्मी से भी जुड़े हुए हैं।
पाकिस्तानी मीडिया में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों की हत्याओं की खबरें नहीं आ रही हैं, जबकि यह देश की सरकार और सुरक्षा बलों के लिए बड़ी समस्या बन गई है। इस्लामाबाद ने पहले भी नई दिल्ली पर आरोप लगाया है कि वह पाकिस्तान के विभिन्न हिस्सों में हत्याओं को अंजाम देने के लिए अफगानिस्तान स्थित लड़ाकों का इस्तेमाल कर रही है।
फरीदाबाद में दिल दहला देने वाली घटना: दोस्तों की हैवानियत से युवक की जान गई
20 May, 2025 01:44 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरियाणा में एक दिल दहला देने वाली घटना हुई है. यहां के फरीदाबाद में चार दोस्तों ने नहाते समय अपने एक अन्य दोस्त के प्राइवेट पार्ट में सबमर्सिबल पाइप डाल दिया. फिर प्रेशर से पानी चला दिया. इस घटना में युवक के प्राइवेट पार्ट में बहुत चोटें आईं, जिससे उसकी मौत हो गई. पुलिस ने इस मामले में दो दोस्तों की गिरफ्तारी की, जबकि दो दोस्त अभी फरार हैं, जिनकी खोजबीन पुलिस कर रही है. मृतक की पहचान मनोज चौहान के रूप में हुई है.मनोज फरीदाबाद के सेक्टर-58 की संजय कालोनी का रहने वाला था. पुलिस ने बताया कि उसके चार दोस्त हैं. इनके नाम अतिंदर, कार्तिक संदीप और राहुल है. ये सभी 30 साल से कम उम्र के हैं. इन्होंने कथित तौर पर मनोज की हत्या कर दी. मनोज के एक फॉर्महाउस में नहाते समय आरोपियों ने उसके प्राइवेट पार्ट सबमर्सिबल पाइप डालकर प्रेशर के साथ पानी चला दिया. इस वजह से मनोज के प्राइवेट प्रार्ट में काफी चोटे आईं. अस्पताल में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया.
हत्या से संबंधित धाराओं में मामला दर्ज
मृतक के भाई की शिकायत पर सेक्टर-58 थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस ने हत्या से संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया है. मृतक के भाई ने थाने में की शिकायत में बताया कि 17 मई की सुबह मनोज को अतिंदर, कार्तिक संदीप और राहुल एक फॉर्महाउस पर ले गए थे. इसके बाद वो घायल हालत में मनोज को घर लाए. मृतक के भाई ने अपनी शिकायत में ये भी दावा किया कि उसके भाई ने उसे मरने से पहले बताया था कि क्या घटना हई है.
पूछताछ में आरोपियों ने क्या बताया
पुलिस ने इस मामले में संजय कालोनी के ही रहने वाले संदीप और राहुल की गिरफ्तारी की है. फरार चल रहे अतिंदर और कार्तिक की खोजबीन की जा रही है. पुलिस के मुताबिक, पुछताछ के दौरान गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि वो मृतक के दोस्त हैं. 16 मई को एक शादी थी, जिसमें वो सभी गए थे. इसके बाद 17 मई वो सभी एक फॉर्म हाउस पर प्रेश होने गए, जहां नहाते समय संदीप ने मनोज को पकड़ा और राहुल ने कथित तौर पर उसके प्राइवेट पार्ट में सबमर्सिबल पाइप डाला
इतिहास बना विवाद की जड़, तुर्की और ग्रीस के बीच फिर भड़की तनातनी
20 May, 2025 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तुर्की इस समय सुर्खियों में बना हुआ है, भारत से पंगा लेने के बाद देश नाटो के ही सदस्य ग्रीक से पंगा ले रहा है और इतिहास को लेकर दोनों देश भिड़ गए हैं. दोनों देश एक दूसरे पर वार-पलटवार कर रहे हैं. दरअसल, तुर्की औग ग्रीक के बीच साल 1919 में एक युद्ध हुआ था. इस युद्ध की ग्रीक ने एनिवर्सरी मनाई और इस युद्ध में मारे गए पोंटिक ग्रीक को याद करते हुए तुर्की पर अत्याचार के आरोप लगाए. इसी के बाद तुर्की की तरफ से भी रिएक्शन सामने आया है. देश ने सोमवार को “निराधार पोंटिक आरोपों” की वर्षगांठ पर ग्रीक अधिकारियों की तरफ से दिए गए बयानों की निंदा की.
तुर्की ने ग्रीस से लिया पंगा
तुर्की ने ग्रीक पर इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने और द्विपक्षीय संबंधों को कमजोर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया. इसको लेकर तुर्की के विदेश मंत्रालय ने एक लिखित बयान में कहा, हम निराधार ‘पोंटिक’ आरोपों की सालगिरह के बहाने ग्रीक अधिकारियों की तरफ से दिए गए बयानों की निंदा करते हैं, जो ऐतिहासिक तथ्यों से कोसों दूर है.
तुर्की ने ग्रीक की तरफ से लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया. साथ ही उन्हें आरोपों को “काल्पनिक” बताया. तुर्की ने कहा, इसका मकसद 19 मई, 1919 को मुस्तफा कमाल अतातुर्क के नेतृत्व में शुरू किए गए तुर्की के स्वतंत्रता संग्राम को बदनाम करना है.
तुर्की ने ग्रीक पर लगाए आरोप
तुर्की ने ग्रीस पर तंज करते हुए आरोप लगाया कि ग्रीक इतिहास को उल्टा पढ़ रहा है, इसी के साथ युद्ध को लेकर देश पर लगाए गए आरोपों को निराधार बताया. जहां ग्रीक ने पोंटिक ग्रीक का जिक्र छेड़ा, वहीं तुर्की ने अनातोलिया इलाके का जिक्र किया. मंत्रालय ने कहा कि यह एक “ऐतिहासिक रियालिटी” है कि ग्रीक सेना ने “अनातोलिया में अत्याचार” किए.
मंत्रालय ने जांच आयोग की एक रिपोर्ट और लॉज़ेन की संधि के अनुच्छेद 59 का हवाला दिया, जिसमें ग्रीक की तरफ से युद्ध के कानूनों का उल्लंघन किया जाना दर्ज किया गया.
मंत्रालय ने ग्रीक अधिकारियों से साथ ही कहा कि जनता को लुभाने के लिए ऐतिहासिक घटनाओं का शोषण करने की अपनी नीति को त्याग दें साथ ही ग्रीक को साल 1821 याद दिलाया और कहा कि त्रिपोलित्सा नरसंहार (Tripolitsa Massacre) से शुरू होने वाले तुर्क और बाकी जातीय समूहों के खिलाफ किए गए क्रूर अपराधों” को याद रखें.
रिश्तों को संभालने की कोशिश
जहां एक तरफ तुर्की ने ग्रीक से पंगा लिया. वहीं, रिश्तों को संभालने की कोशिश भी की. तुर्की की तरफ से जारी बयान में आखिर में कहा गया, ऐसी पहल जो इतिहास की दुश्मनी को फिर से उजागर करती है और हमारे देशों के बीच संबंधों को नुकसान पहुंचाने का मकसद रखती है, जो हाल के सालों में एक साथ आगे बढ़ रहे हैं. ऐसी पहल को समाप्त किया जाना चाहिए.
ग्रीक ने क्या कहा था?
दोनों देशों के बीच वार-पलटवार का सिलसिला तब शुरू हुआ जब ग्रीक के राष्ट्रपति ने 1919 में तुर्की के साथ हुए युद्ध को याद किया और तुर्की को टारगेट करते हुए उसके अत्याचारों को लेकर कमेंट किया. राष्ट्रपति कॉन्स्टेंटिनो तासौलास ने सोमवार (19 मई) को पोंटिक नरसंहार की सालगिरह मनाई. ग्रीक-तुर्की के साथ हुए इस नरसंहार को पोंटिक नरसंहार कहता है. इसी के चलते ग्रीक ने तुर्की पर नरसंहार करने और अत्याचार करने के आरोप लगाए. इसी पर तुर्की ने ग्रीक से पंगा मोल ले लिया.
ग्रीक ने आधिकारिक तौर पर 1914 और 1923 के बीच काला सागर तट पर रहने वाले 370,000 यूनानियों की हत्या को 1994 में नरसंहार के रूप में मान्यता दी, और 19 मई को स्मरण के वार्षिक दिन के रूप में नामित किया.
चुनाव में गड़बड़ी के आरोप में शेख हसीना के खिलाफ नया मामला दर्ज
20 May, 2025 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना को राहत की सांस लेने का मौका ही नहीं मिल रहा है. एक के बाद एक बांग्लादेश की नई सरकार हसीना पर मुश्किलों को बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. अब हसीना पर देश में 2 नए केस दर्ज कर लिए गए हैं. हालांकि, इससे पहले हसीना की पार्टी पर आसमान तब टूटा था जब देश की अंतरिम सरकार ने पार्टी को आधिकारिक रूप से बैन कर दिया था और इसी के साथ उनको चुनाव लड़ने से भी कोसों दूर कर दिया है.
शेख हसीना पर दर्ज किए गए केस उस समय से जुड़े हैं जब देश में छात्र आंदोलन छिड़ गया था और हिंसक हो गया था. इसी दौरान एक शख्स की गोली लग कर मौत हो गई थी और अब इसी शख्स की मां ने शेख हसीना और अवामी लीग के बाकी नेताओं पर केस दर्ज कराया है.
किस मामले में केस दर्ज
पिछले साल जिस समय छात्र आंदोलन छिड़ा था तभी 20 जुलाई को नारायणगंज के शिमराइल इलाके में छात्र विरोध प्रदर्शन के दौरान जूता फैक्ट्री में काम करने वाले सजल मियां (20) की गोली लगने से मौत हो गई थी. इसी को लेकर अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ-साथ 61 अवामी लीग नेताओं और कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दायर किया गया है.
आरोपियों में पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल, एएल महासचिव ओबैदुल कादर, नारायणगंज नगर निगम की पूर्व मेयर सेलिना हयात आइवी, पूर्व विधायक शमीम उस्मान और नजरूल इस्लाम बाबू, शमीम के बेटे इम्तिनान उस्मान अयोन और भतीजे अजमेरी उस्मान शामिल हैं.
ऑफिसर इन-चार्ज शाहीनूर आलम ने कहा, यह केस पीड़ित सेजल की मां रूना बेगम ने शुक्रवार रात को नारायणगंज के सिद्धिरगंज पुलिस स्टेशन में दर्ज कराया था.
कैसे हुई मौत
जानकारी के मुताबिक, सजल की मौत प्रोटेस्ट के दौरान हुई थी. पिछले साल 20 जुलाई को भेदभाव विरोधी आंदोलन में सजल शामिल हुए थे, तभी एक अवामी लीग के शख्स ने ढाका-चट्टोग्राम हाईवे पर डच-बांग्ला बैंक क्षेत्र के पास छात्रों पर कथित तौर पर गोलियां चलाईं. इसी अंधाधुंध गोलीबारी के दौरान सजल को पेट में गोली लगी थी, गोली लगने के फौरन बाद उसको अस्पताल ले जाया गया था लेकिन उस ने अस्पताल में दम तोड़ दिया.
शिकायतकर्ता ने दावा किया है कि अवामी लीग के डायरेक्शन पर अटैक किया गया था, जिसमें शेख हसीना और बाकी शीर्ष नेताओं के शामिल होने तक का दावा किया गया है.
किस मामले में दर्ज किया गया दूसरा केस?
इस केस के साथ शेख हसीना पर एक और केस दर्ज किया गया है. भुयापुर के कमरुल हसन ने तंगेल न्यायिक मजिस्ट्रेट रुमेलिया सिराजम की अदालत में एक मामला दायर किया, जिसमें हसीना और 193 और लोगों पर साल 2024 में “डमी चुनाव” आयोजित करने और वोट में धांधली का आरोप लगाया है.
193 आरोपियों में पूर्व मंत्री मुहम्मद अब्दुर रज्जाक, पूर्व विधायक सोटो मोनिर, पूर्व सीईसी काजी हबीबुल अवल, पूर्व आईजीपी चौधरी अब्दुल्ला अल-मामून और पूर्व तंगेल डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद शाहिदुल इस्लाम शामिल हैं.
युद्ध विराम को तैयार रूस, पुतिन बोले- यूक्रेन करे व्यावहारिक समझौता
20 May, 2025 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से दो घंटे से ज्यादा समय तक फोन पर बात की। यूक्रेन युद्ध की समाप्ति के सिलसिले में हुई इस वार्ता में पुतिन ने कहा कि रूस युद्ध समाप्ति के लिए तैयार है लेकिन इसके लिए यूक्रेन को व्यावहारिक समझौते की ओर बढ़ना होगा।
दोनों नेताओं के बीच चार महीने में टेलीफोन पर हुई यह तीसरी वार्ता थी। इस वार्ता में भी मुख्य मुद्दा यूक्रेन युद्ध ही रहा। भारतीय समयानुसार देर रात हुई इस वार्ता को रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने स्पष्ट और अर्थपूर्ण बताया है। कहा कि रूस शांति समझौते के लिए तैयार है। लेकिन इसके लिए दोनों पक्षों को समान रूप से प्रयास करने होंगे।
व्हाइट हाउस ने नहीं जारी किया कोई आधिकारिक बयान
अमेरिकी राष्ट्रपति के कार्यालय व्हाइट हाउस ने वार्ता को लेकर विस्तृत बयान अभी जारी नहीं किया है। लेकिन वार्ता से पहले राष्ट्रपति ट्रंप ने सोमवार का दिन रचनात्मक होने की उम्मीद जताई थी। ट्रंप यूक्रेन राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के अतिरिक्त यूरोपीय देशों के प्रमुख नेताओं से भी टेलीफोन पर वार्ता करेंगे।
पुतिन शांति वार्ता को लेकर गंभीर नहीं: वेंस
इस बीच अमेरिका के उप राष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा है कि यूक्रेन युद्ध को लेकर राष्ट्रपति ट्रंप के बहुत खुले विचार हैं। अगर उन्हें लगता है कि पुतिन शांति वार्ता को लेकर गंभीर नहीं हैं तो वह (ट्रंप) यूक्रेन में शांति के लिए प्रयास छोड़ देंगे। जबकि रूसी राष्ट्रपति के कार्यालय क्रेमलिन ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति ने ट्रंप को इस्तांबुल में पिछले हफ्ते यूक्रेन के साथ हुई वार्ता के ¨बदुओं के बारे में बताया और उन पर सहमति बनाए जाने की आवश्यकता जताई।
ट्रंप से वार्ता के बाद क्या बोले पुतिन?
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बातचीत के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने युद्ध विराम पर अपनी स्थिति व्यक्त की है, और मैंने अपनी ओर से यह भी कहा कि रूस भी यूक्रेनी संकट के शांतिपूर्ण समाधान का पक्षधर है। हमें बस शांति की ओर बढ़ने के सबसे प्रभावी तरीकों का निर्धारण करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हम अमेरिकी राष्ट्रपति से सहमत हैं कि रूस संभावित भविष्य की शांति संधि पर एक ज्ञापन पर यूक्रेनी पक्ष के साथ काम करने के लिए तैयार है और सुझाव देगा, जिसमें कई मुद्दों को परिभाषित किया गया है, जैसे कि समझौते के सिद्धांत, संभावित शांति समझौते की शर्तें और इसी तरह, एक निश्चित अवधि के लिए संभावित युद्ध विराम सहित, यदि उचित समझौते होते हैं।
वार्ता पर क्या बोले अमेरिकी राष्ट्रपति?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हमने व्लादिमीर पुतिन से ढाई घंटे बात की। मुझे लगता है कि कुछ प्रगति हुई है। वहां बहुत भयानक स्थिति है, हर हफ़्ते 5000 युवा मारे जा रहे हैं। इसलिए उम्मीद है कि हमने कुछ किया है। हमने ज़्यादातर यूरोपीय देशों के प्रमुखों से भी बात की है और हम इस पूरे मामले को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं।
हेग में डच विदेश मंत्री से मिले जयशंकर, द्विपक्षीय संबंधों को दी नई दिशा
20 May, 2025 08:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हेग। विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने सोमवार को हेग में अपने डच समकक्ष कैस्पर वेल्डकंप के साथ चर्चा की। उन्होंने पहलगाम हमले की कड़ी निंदा करने और आतंकवाद के खिलाफ शून्य सहिष्णुता के समर्थन के लिए नीदरलैंड्स को सराहते हुए आभार जताया।
विदेश मंत्री मे एक्स पर दी जानकारी
जयशंकर ने बैठक के बाद एक्स पर पोस्ट में कहा कि हमने द्विपक्षीय साझेदारी को गहरा करने और यूरोपीय संघ के साथ सहयोग पर व्यापक चर्चा की। विदेश मंत्री नीदरलैंड्स, डेनमार्क और जर्मनी के छह दिवसीय दौरे के पहले चरण में सोमवार को हेग पहुंचे थे।
भारत की चल रही कूटनीतिक पहल का हिस्सा है ये दौरा
विदेश मंत्रालय के अनुसार, जयशंकर का यह दौरा भारत की चल रही कूटनीतिक पहल का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य रणनीतिक संबंधों को गहरा करना और प्रमुख यूरोपीय साझीदारों के साथ सहयोग बढ़ाना है।
इस दौरे के दौरान विदेश मंत्री तीन देशों के नेतृत्व से मिलेंगे और द्विपक्षीय संबंधों और आपसी रुचि के क्षेत्रीय और वैश्विक मामलों पर अपने समकक्षों के साथ चर्चा करेंगे।
इज़राइल की मंजूरी से गाज़ा में पहुंचेगी मदद, 20 लाख लोगों को मिलेगी राहत
19 May, 2025 04:43 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गाजा में 3 महीने से जारी इजराइली प्रतिबंध के बाद सोमवार को इजराइल थोड़ी रियायत दी है. इजराइल ने गाजा में सीमित बैसिक ऐड ले जाने की परमिशन दे दी है. जिसके बाद नरसहांर और भुखमरी से पीड़ित फिलिस्तीनियों को कुछ राहत मिलने की उम्मीद है. पिछले हफ्ते हमास के सीनियर अधिकारी महमूद मरदावी ने बताया कि वह वाशिंगटन के साथ ऐड एंट्री को लेकर एक समजौते पर पहुंच गए हैं.
मरदावी के बयान के बाद ही हमास ने अमेरिकन होस्टेज एडन अलेक्जेंडर को रिहा कर दिया था. मानवीय सहायता के बारे में बताते हुए, प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि भुखमरी का संकट गाजा में इजराइल के नए सैन्य हमले को खतरे में डाल देगा और उनके मंत्रिमंडल ने 2 मिलियन से अधिक लोगों के क्षेत्र में ‘बुनियादी’ मात्रा में भोजन की अनुमति देने के निर्णय को मंजूरी दे दी है.
हालांकि, गाजा में ये सहायता कब तक पहुंचनी शुरू होगी, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है. सहायता कार्यकर्ताओं की आपत्तियों के बावजूद, इजराइल एक नई सहायता प्रणाली लागू करने की कोशिश कर रहा है. नेतन्याहू ने कहा कि इजराइल यह सुनिश्चित करने के लिए काम करेगा कि सहायता आतंकवादियों तक न पहुंचे.
इजराइल ने शुरू किया नया ऑपरेशन
सीजफायर और बंधकों की रिहाई के लिए जारी वार्ता के बीच रविवार को इजराइल ने कहा कि उसने अपने नए हमले में ‘व्यापक’ नए जमीनी अभियान शुरू किए हैं. जिसके बाद अस्पतालों और चिकित्सकों ने बताया कि हमले में कम से कम 103 लोग मारे गए, जिनमें दर्जनों बच्चे शामिल हैं. बमबारी के कारण उत्तरी गाजा के मुख्य अस्पताल को भी बंद हो गए हैं.
इजराइली सेना ने हाल ही में हजारों रिजर्व सैनिकों को बुलाया है. सेना के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल इयाल ज़मीर ने कहा कि योजनाओं में पट्टी को ‘विच्छेदित’ करना शामिल है.
डील पर नहीं बन रही बात
कई बार कोशिश के बाद भी हमास और इजराइली समझौते तक नहीं पहुंच पाए हैं. इजराइल चाहता है कि हमास एक अस्थायी युद्ध विराम पर सहमत हो जाए जिससे गाजा से बंधकों को छोड़ाया जाए लेकिन जरूरी नहीं कि इससे युद्ध समाप्त हो जाए. हमास का कहना है कि वह किसी भी समझौते के तहत इजराइली सेना की पूरी तरह वापसी और युद्ध को समाप्त करने का रास्ता चाहता है.
पाकिस्तान दौरे पर गई यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा, वीडियो से खुली जासूसी की परतें
19 May, 2025 04:28 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को लेकर अब नए-नए खुलासे हो रहे हैं. आरोप है कि ज्योति भारत की खूफिया जानकारी पाकिस्तान को भेजती थी. हालांकि, उसका पाकिस्तान कई बार जाना हुआ, जिसका वीडियो खुद उसने अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया हुआ है. ज्योति मल्होत्रा ने इसी साल 19 मार्च को एक वीडियो अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया था. ये वीडियो ज्योति के पाकिस्तान टूर का था. इस वीडियो को देखने से पता चलता है कि वो पाकिस्तान के लाहौर में कई जगहों पर गई और वहां के लोगों से मिली. इस दौरान उसने कई सामान भी खरीदे.
ज्योति के लाहौर वाले वीडियो ब्लॉग में दिखता है कि उसने जूते खरीदें, फिर अपने लिए कुरते लिए. साथ ही समोसे भी खाएं. उसने नारंगी का जूस खरीकर पीया. ज्योति अनारकली बाजार गई और सूट खरीदा. साथ ही सूरमा भी खरीदा. चने की दाल से बनी कचोड़ी भी खरीदकर खाई. ज्योति लाहौर के एक मंदिर में भी गई. वहां पर उसने पूजा-अर्चना की. इस दौरान लोगों ने फूलों की वर्षा कर उसका स्वागत किया.
जब दुकानदार ने कम कर दिया रेट
वीडियो में ज्योति कई पाकिस्तानी लोगों से मिलती दिखती है. वीडियो में दिखता है कि एक दुकानदार ने कपड़े खरीदते हुए उसे ऑफर भी दिया. रेट को कम करते हुए दुकानदार ने ज्योति को कपड़े दिए. दुकानदार ज्योति से कहता है कि आप हमारी मेहमान हैं. इसलिए हम ये ऑफर आपको दे रहे हैं.
कौन है जासूस हसीना ज्योति मल्होत्रा?
ज्योति मल्होत्रा हरियाणा के हिसार की रहने वाली है. उसके पिता हरीश मल्होत्रा बिजली निगम के कर्मचारी थे, जोकि अब रिटायर्ड हैं. हरीश मल्होत्रा का अपनी पत्नी से तलाक हो चुका है. ज्योति ने बीए तक पढ़ाई की. उसने गुरुग्राम की एक कंपनी में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी भी की. कोरोना की वजह से लॉकडाउन हुआ तो उसने नौकरी छोड़ दी और एक यूट्यूबर बन गई. इसी दौरान वह पाकिस्तानी एंबेसी में तैनात अफसर दानिश के संपर्क में आई. दानिश के जरिए वह पाकिस्तानी इंटेलिजेंस के अफसर शाकिर राणा से संपर्क में आई. आरोप है कि शाकिर ने ही ज्योति को जासूसी की ट्रेनिंग दिलाई है.
हरियाणा में एक और जासूस कनेक्शन, नूंह से धरे गए दो संदिग्ध, बड़ा खुलासा
19 May, 2025 04:24 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरियाणा के हिसार में पकड़ी गई जासूस हसीना ज्योति मल्होत्रा के बाद एक्शन में आई हरियाणा पुलिस ने नूंह जिले से भी दो जासूसों को अरेस्ट किया है. इनमें एक जासूस तारीफ ने भारत के अंदर पाकिस्तान द्वारा कराए जा रहे जासूसी नेटवर्क का खुलासा किया है. तावड़ू के रहने वाले तारीफ के मुताबिक पहले वह पाकिस्तानी अफसरों को मोबाइल के सिम कार्ड उलब्ध कराता था, लेकिन बाद में उनके कहने पर सैन्य जानकारियां भी उपलब्ध कराईं. तारीफ फिलहाल हरियाणा पुलिस की गिरफ्त में है.
आसिफ ने बताया कि वह पहले पाकिस्तान एंबेसी के अफसर आसिफ बलोचा के संपर्क में था. उसने आसिफ बलोचा को मोबाइल फोन के दो सिमकार्ड उपलब्ध कराए थे. कहा कि आसिफ की मदद से वह पाकिस्तान भी गया, वहां से लौटकर आने पर उसे पाकिस्तान का वीजा चाहने वालों को लाने की जिम्मेदारी दी. डील किया था कि पाकिस्तान जाने वालों से होने वाली वसूली के पैसे में से दोनों आधा-आधा बांट लेंगे. तारीफ के मुताबिक उसने अब तक 8- 10 लोगों को पाकिस्तान भेजा है.
2024 से कर रहा जाफर के लिए काम
तारीफ के मुताबिक 2024 में आसिफ बलोच ने उसे फोन कर मिलने के लिए बुलाया. उस समय उसने बताया कि उसका कभी भी यहां से ट्रांसफर हो सकता है. इसलिए उसने जाफर नामक अधिकारी से परिचय कराया. इसके बाद उसने जाफर के भी कहने पर उसे दो सिमकार्ड दिया. साथ ही जाफर के जरिए भी उसने कई लोगों को पाकिस्तान भेजा. इस वह खुद भी तीन बार वीजा लेकर पाकिस्तान घूमने गया. बताया कि इस बार लौटने पर जाफर ने उसे बड़ा टास्क दे दिया.
सिरसा एयरबेस में की जासूसी
उसने कहा कि अब केवल सिमकार्ड देने से काम नहीं चलेगा. अब उसे बड़ा काम करना होगा. इसके बाद जाफर ने एयर फोर्स बेस सिरसा की निगरानी करने और गोपनीय सूचना उसे देने की जिम्मेदारी दी. तारीफ ने बताया कि बीते डेढ़ साल में उसने जाफर को ढेर सारी सूचनाएं दी है. यह सारी सूचनाएं वाट्सऐप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए उसे भेजी है. पुलिस ने डिटेल निकली तो पता चला कि ढेर सारी सूचनाएं पाकिस्तानी नंबर पर भेजने के बाद डिलीट कर दी गई है.
कौन है पाकिस्तान का जासूस तारीफ?
हरियाणा पुलिस के मुताबिक पाकिस्तान का जासूस तारीफ मूल रूप से नूंह जिले में तावड़ू के कांगरका गांव का रहने वाला है. पांच भाइयों में वह अपनी माता पिता की दूसरी औलाद है. उसकी शादी दिल्ली के चांदनहोला में 10 साल हुई. इसकी वजह से वह अक्सर दिल्ली आता जाता रहता था. इसी क्रम में उसका पाकिस्तान एंबेसी जाना हुआ, जहां पहले वह बलोच और अब जाफर के संपर्क में आया. एंबेसी के इन अधिकारियों के इशारे पर ही वह सैन्य ठिकानों की जासूसी कर रहा था. तारीफ के दो बच्चे हैं. उसने दिखावे के लिए इलाके में झोला छाप डॉक्टर की पहचान बना रखी है. उसकी अंसल फार्म हाउस के पास एक क्लिनिक भी है.