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ट्रंप प्रशासन ने विदेशी छात्रों को भेजा वीजा रद्द होने का ईमेल
20 Apr, 2025 10:51 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वॉशिंगटन। अमेरिकी सरकार ने कई विदेशी छात्रों को वीजा रद्द होने का मेल भेजा था। इस मेल के जरिए छात्रों को अमेरिका छोड़ने के लिए कहा था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इनमें से 50 फीसदी छात्र भारतीय हैं। अमेरिकन इमिग्रेशन लॉयर्स एसोसिएशन (एआईएलए) ने 327 छात्रों की जानकारी एकत्र की है। इनमें से 50 फीसदी से ज्यादा छात्र भारतीय हैं। भारत के बाद दूसरा नंबर चीन का है। इस सूची में शामिल 14 फीसदी छात्र चीनी हैं। अमेरिकी विदेश विभाग पिछले चार महीनों से विदेशी छात्रों के डेटा की जांच कर रहा है। इसके जरिए इजराइल के खिलाफ और हमास के समर्थन में प्रदर्शन करने वाले विदेशी छात्रों का वीजा रद्द किया जा रहा है।
अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो के मुताबिक 26 मार्च तक 300 से ज्यादा हमास समर्थक छात्रों का एफ-1 वीजा रद्द कर चुके हैं। इसमें कई भारतीय छात्र भी हैं। अमेरिकी सरकार एआई ऐप ‘कैच एंड रिवोक’ की मदद से ऐसे छात्रों की पहचान कर रही है। विदेश मंत्री रुबियो के मुताबिक 26 मार्च तक 300 से ज्यादा हमास समर्थक छात्रों का एफ-1 वीजा रद्द किया जा चुका है। इसमें कई भारतीय छात्र भी शामिल हैं।
इस ऐप की मदद से सबसे पहले 5 मार्च को तुर्किये की एक छात्रा की पहचान की गई थी। उसने सोशल मीडिया पर फिलिस्तीन के समर्थन में पोस्ट किया था, जिसके बाद अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने उसका वीजा रद्द कर दिया था। यह मेल कई यूनिवर्सिटी के छात्रों को भेजा गया है। इसमें हार्वर्ड, कोलंबिया, येल, कैलिफोर्निया और मिशिगन यूनिवर्सिटी जैसे मशहूर संस्थान हैं। हालांकि कितनी यूनिवर्सिटीज के कितने छात्रों को यह मेल भेजा गया है, इसकी जानकारी अभी सामने नहीं आई है।
ईमेल में छात्रों से कहा गया कि उनका एफ-1 वीजा अमेरिका के इमिग्रेशन एंड नेशनैलिटी एक्ट के तहत रद्द कर दिया है। अब अगर वे अमेरिका में रहते हैं तो उन पर जुर्माना लगाया जा सकता है, उन्हें हिरासत में लिया जा सकता है या उन्हें डिपोर्ट किया जा सकता है। ईमेल में यह भी बताया गया है कि छात्रों को उनके देशों के अलावा दूसरे देशों में भी भेजा जा सकता है। इसलिए बेहतर है कि छात्र खुद ही अमेरिका छोड़ दें।
गाजा पर इजराइली हमले में 64 की मौत
20 Apr, 2025 09:50 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गाजा।गाजा में इजराइली एयरस्ट्राइक में अब तक 64 लोगों की मौत हो गई, जबकि सैकड़ों घायल हैं। जैसे-जैसे मलबा हटाया जा रहा है, मरने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। गाजा सरकार के मुताबिक बीते 18 महीने की लड़ाई में अबतक गाजा के 61 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। वहीं यूएन ने चेतावनी देते हुए कहा कि गाजा में हजारों लोग पर भूखे मरने का जोखिम है।
गाजा में लगातार इजराइली गोलीबारी, हवाई हमले और नाकाबंदी की वजह से लोग मानसिक तौर पर बुरी तरह से टूट चुके हैं। कई लोगों अपने बच्चों को पेट भर खाना खिलाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इजरायली सैनिकों वेस्ट बैंक में हेब्रोन के फव्वार रिफ्यूजी कैंप में 8 फिलिस्तीनियों को गिरफ्तार किया। सैनिकों ने यहां कई घरों पर छापे मारे गए और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया और तोडफ़ोड़ की।
वल्र्ड हेरिटेज साइट पर को निशाना बना रहा इजराइल
दक्षिणी गाजा में कुवैती हॉस्पिटल के चाइल्ड रोग एक्सपर्ट हेजम मुसलेह ने मीडिया को बताया कि इजराइली हमलों की वजह से बच्चों को गंभीर स्वास्थ्य संकट का सामना करना पड़ रहा है। दूसरी तरफ ग्लोबल हेरिटेज डे पर ह्यूमन राइट्स ग्रुप अल-हक ने बताया कि इजराइल सेना ने कई फिलिस्तीनी सांस्कृतिक स्थलों को निशाना बनाया है, जिनमें कुछ को यूनेस्को ने वल्र्ड हेरिटेज साइट के तौर पर लिस्ट किया था। मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक वेस्ट बैंक के उत्तरी बेथलहम में स्थित अल-मखरौर इलाका जिसे 2014 में यूएन की वल्र्ड हेरिटेज लिस्ट में जोड़ा था पर भी इजराइली कब्जे का खतरा बढ़ता जा रहा है।
इजराइल ने गाजा के राफा को घेरा
इजराइली सेना ने राफा का बाकी गाजा से संपर्क काट दिया है। रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने 12 अप्रैल को इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि इजराइली डिफेंस फोर्स ने मोराग कॉरिडोर पर कब्जा कर लिया है, जिससे राफा का गाजा पट्टी से संपर्क टूट गया है। मोराग कॉरिडोर दक्षिणी गाजा में एक रास्ता है जो उसे गाजा पट्टी से अलग करता है। काट्ज ने गाजा के लोगों को धमकी देते हुए कहा कि यह हमास को भगाने और सभी बंधकों को रिहा कर जंग को खत्म करने का आखिरी मौका है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो ये सब गाजा के दूसरे इलाके में भी होना शुरू हो जाएगा।
बांग्लादेश में हिंदू नेता की पीट-पीटकर हत्या
20 Apr, 2025 08:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दो बाइक पर 4 लोग घर से किडनैप कर ले गए; अधमरी हालत में वैन से घर भिजवाया
ढाका । बांग्लादेश में अज्ञात लोगों ने एक बड़े हिंदू नेता की हत्या कर दी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भाबेश चंद्र रॉय (58) को गुरुवार दोपहर को उनके घर से किडनैप किया गया और पीट-पीटकर मार डाला गया। वे बांग्लादेश पूजा उद्यापन परिषद की बीराल इकाई के उपाध्यक्ष थे। हिंदू समुदाय में उनकी बड़ी पकड़ थी। पुलिस ने बताया कि वे ढाका से कुछ 330 किमी दूर दिनाजपुर के बसुदेवपुर गांव के रहने वाले थे।
भाबेश चंद्र रॉय की पत्नी शांतना ने बताया कि गुरुवार को करीब 4:30 बजे उनके पति को एक फोन आया था। फोन करने वाला सिर्फ यह जानना चाहता था कि भाबेश घर पर हैं या नहीं। इसके करीब आधे घंटे बाद दो बाइक पर सवार चार लोग उनके घर आए और भाबेश को जबरदस्ती उठाकर ले गए। चश्मदीदों के मुताबिक, उन्हें पास के नराबाड़ी गांव ले जाया गया और वहां बेरहमी से पीटा गया। गुरुवार शाम को ही हमलावरों ने भाबेश को बेहोश हालत में वैन से उनके घर भिजवा दिया। पहले उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, फिर दिनाजपुर मेडिकल कॉलेज भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
हरियाणा के हांसी में पशुगणना से चौंकाने वाला खुलासा: भैंसें हो रहीं कम
19 Apr, 2025 02:54 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हांसी: उपमंडल में दूध-दही के खानपान में कमी देखी जा रही है, जिसका सीधा कारण क्षेत्र में पशुओं की घटती संख्या है। हाल ही में हुई पशुगणना के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। वर्ष 2020 में जहां हांसी क्षेत्र में कुल 1,53,651 पशु थे, वहीं 2025 की गणना में यह संख्या घटकर 1,51,746 रह गई है। यानी 4 सालों में 1905 पशुओं की कमी दर्ज की गई है।
तेजी से घट रही है भैंसों की संख्या
सबसे ज्यादा गिरावट भैंसों की संख्या में देखने को मिली है। वर्ष 2020 में 1,15,328 भैंस थीं, जो अब घटकर 1,03,467 रह गई हैं। यानी कुल 11,861 भैंसें कम हुई हैं। इसके उलट गायों की संख्या में मामूली बढ़ोतरी हुई है। 2020 में जहां 31,297 गायें थीं, अब यह संख्या बढ़कर 33,106 हो गई है।
पशुपालक अपना रहे हैं दूसरा व्यवसाय
पशु अस्पताल हांसी के एसडीओ जगबीर ढांडा ने बताया कि इस बार भैंसों की संख्या में भारी गिरावट आई है, जबकि गाय, बकरी, भेड़ और सुअरों की संख्या में वृद्धि हुई है।
उन्होंने बताया कि पहले जो लोग दूध बेचने का काम करते थे, उन्होंने अब दूसरे व्यवसायों की ओर रुख कर लिया है, जिससे पशुपालन में गिरावट आई है। लोग अब भैंस की जगह गाय पालना ज्यादा पसंद कर रहे हैं क्योंकि गाय का दूध सस्ता होता है और उसकी मांग भी ज्यादा है। यही कारण है कि भैंसों की संख्या में तेज गिरावट आई है।
स्थानीय लोगों का जीवन प्रभावित
पशुगणना में 11, 861 भैंस कम नई पशुगणना के अनुसार 1,809 गायें बढ़ी हैं, 11,861 भैंस कम हुई हैं, 2,936 बकरियां बढ़ी हैं, 4,304 भेड़ें बढ़ी हैं और वहीं 907 सुअरों की संख्या में वृद्धि हुई है। हांसी क्षेत्र के 88 गांवों में पशुओं की यह गणना की गई है।
यहां 25 बड़े व छोटे मिलाकर कुल 27 पशु अस्पताल हैं, जो पशुओं के इलाज और देखरेख के लिए कार्यरत हैं। पशुपालन में यह गिरावट न केवल स्थानीय लोगों के जीवन यापन को प्रभावित कर रही है, बल्कि क्षेत्र की पारंपरिक खानपान संस्कृति पर भी असर डाल रही है।
गणना के बाद अब पशुपालन क्षेत्र की मिली विस्तृत जानकारी पशुधन गणना से पशुपालकों और पशुपालन विभाग को पशुओं की संख्या, नस्ल, उत्पादकता, उम्र, स्वास्थ्य, और पशुपालन के रुझान की विस्तृत जानकारी मिल गई हैं।
इससे अब यह तय किया जा सकेगा कि क्षेत्र में कितनी मात्रा में दवाइयों, ब्रिडिंग सेवाओं, टीकाकरण और अन्य सुविधाओं की आवश्यकता होगी। इसके अलावा अब गणना के अनुसार नए पशु अस्पताल खोलने पर भी निर्णय लिया जाएगा।
वर्ष 2020 की पशुगणना गाय - 31,297, भैंस- 1,15,328, बकरी - 3,154, भेड़ - 2,890, सुअर - 982 । वर्ष 2025 की पशुगणना गाय - 33,106, भैंस - 1,03,467 बकरी - 6,090 भेड़ - 7,194सूअर - 1,889
नूंह में आज से तब्लीगी जमात का जलसा शुरू, मौलाना साद होंगे शामिल
19 Apr, 2025 02:18 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरियाणा के नूंह में आज यानी शनिवार से तब्लीगी जमात का जलसा शुरू होने वाला है. इस जलसे में मौलाना हजरत साद शिरकत करेंगे. नूंह के फिरोजपुर झिरका में 3 दिन तक यह जलसा आयोजित किया जाएगा. इस जलसे की तैयारियां पूरी कर ली गई है. वक्फ कानून विवाद के बीच हरियाणा के नूंह में जलसा किया जा रहा है. इस जलसे में बीफ बिरयानी पर रोक रहेगी. साथ ही करीब 5 लाख लोगों के इस में शामिल होने की उम्मीद है.
नूंह के फिरोजपुर झिरका में 19 अप्रैल से शुरू होकर यह जलसा 20 और 21 अप्रैल तक चलेगा. जलसे में बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य, दमकल, पार्किंग, सुरक्षा से लेकर सभी तरह के बेहतर इंतजाम किए गए हैं.
जलसे के लिए कैसे इंतजाम
तबलीगी जमात के इस जलसे में जमात के साथ-साथ जिला प्रशासन भी तैयारियां कर रहा है. लक्ष्मी नारायण एसडीएम फिरोजपुर झिरका ने आयोजन कमेटी के अलावा उपमंडल स्तर के अधिकारियों से बातचीत कर कार्यों का जायजा लिया और जरूरी दिशा निर्देश जारी किए.
इस जलसे के लिए तकरीबन 20 एकड़ से ज्यादा के एरिया में टेंट से लेकर बाकी सभी तरह का इंतजाम किया जा रहा है. साथ ही इस में 5 लाख से अधिक लोग इस इस्लामिक जलसे में शिरकत कर सकते हैं. तकरीबन 1000 से अधिक वॉलिंटियर तबलीगी जमात की तरफ से लगाए गए हैं, हालांकि पुलिस विभाग ट्रैफिक व्यवस्था को चाक चौबंद बनाए रखने से लेकर सुरक्षा के इंतजामों में जुटी हुई दिखाई देगी.
जलसे के चलते लक्ष्मी नारायण एसडीएम फिरोजपुर झिरका ने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को पीने के पानी, बिजली विभाग को 24 घंटे बिजली सप्लाई करने, नगर निकाय विभाग को रास्तों से अतिक्रमण हटाने, पुलिस विभाग को सुरक्षा करने, दमकल विभाग को किसी भी स्थिति से निपटने के अलावा संबंधित विभागों को जरूरी दिशा निर्देश जारी किए हैं.
जलसे के लिए दिशा-निर्देश जारी
नूंह मुस्लिम बाहुल्य जिला है. यहां अक्सर इस्लामी जलसे होते रहते हैं, लेकिन इस बार होने वाले हजरत मौलाना साद के जलसे को लेकर कुछ खास व्यवस्था की गई है. खुले में लाखों की भीड़ शौच न जाए, इसके लिए भी उचित व्यवस्था जलसा स्थल के आसपास की गई है. सबसे खास बात ये है कि जलसे का आयोजन करने वाली कमेटी ने दो टूक कह दिया है कि अगर किसी ने अपने वाहन की गलत जगह पार्किंग की या फिर किसी भी तरह का अवरोध पैदा किया तो पुलिस विभाग ऐसे वाहनों का चालान करने से लेकर इम्पाउंड तक कर सकता है.
अमन-शांति की दुआ की जाएगी
जलसा स्थल तक कई अलग-अलग नए मार्ग बना दिए गए हैं. दर्जन भर से अधिक जमीन पर टेंट का इंतजाम कर दिया गया है. इस्लामी जलसे में अंतिम दिन 21 अप्रैल को मुल्क में अमन, शांति और तरक्की के लिए भी दुआ की जाएगी. कुल मिलाकर इस्लामी जलसे का मकसद यही है कि इंसान बुराइयों को छोड़कर अच्छाई के रास्ते पर चले और किसी को किसी तरह का कोई दुख ना दे.
क्या है तब्लीगी जमात
तब्लीगी जमात की स्थापना साल 1926 में दिल्ली के निजामुद्दीन में हुई थी. इसके संस्थापक मौलाना इलियास कांधलवी हैं. इस जमात का मकसद इस्लाम का प्रचार-प्रसार है. तब्लीगी जमात 150 से ज्यादा देशों में फैली हुई है.
अमेरिका में वीज़ा रद्द होने वालों में 50% भारतीय छात्र, बढ़ी चिंता
19 Apr, 2025 01:34 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अमेरिकी सरकार ने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय छात्रों पर कार्रवाई की थी। विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने छात्र वीज़ा धारकों की पहचान करने और उनकी जांच करने के लिए 'कैच एंड रिवोक' कार्यक्रम की घोषणा की थी, जिसमें यहूदी-विरोधी या फिलिस्तीनियों और हमास के समर्थन के सबूतों के लिए उनके सोशल मीडिया पर निगरानी रखना भी शामिल था।
इस कार्रवाई के बाद बहुत सारे अंतरराष्ट्रीय छात्रों का वीजा रद किया गया है और इसमें सबसे ज्यादा भारतीय छात्र शामिल हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, संगठन द्वारा हाल ही में एकत्र किए गए 327 वीजा निरस्तीकरणों में से आधे भारतीय छात्रों के हैं।
50 प्रतिशत छात्र हैं भारतीय
रिपोर्ट, जिसका टाइटल है 'अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के खिलाफ आव्रजन प्रवर्तन कार्रवाई का दायरा', इसमें बताया गया है कि वीजा रद होने वाले छात्रों की लिस्ट में 50 प्रतिशत छात्र भारत से थे, जबकि 14 प्रतिशत चीन से थे। डेटा में अन्य देशों में दक्षिण कोरिया, नेपाल और बांग्लादेश शामिल हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग और आव्रजन एवं सीमा शुल्क प्रवर्तन (ICE) पिछले चार महीनों से विदेशी छात्रों के डेटा जिसमें उनकी सक्रियता भी शामिल है उसकी जांच कर रहे हैं। कुछ लोगों का आरोप है कि यह जांच आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग करके की जाती है, जिसके कारण बिना किसी आपराधिक इतिहास वाले या कैम्पस विरोध प्रदर्शनों से जुड़े छात्रों को गलत तरीके से निशाना बनाया जा सकता है।
स्टूडेंट एंड एक्सचेंज विजिटर इनफोर्मेशन सिस्टम (SEVIS) एक पोर्टल है जिसका उपयोग अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग (DHS) द्वारा अंतर्राष्ट्रीय छात्रों और विनिमय कार्यक्रम आगंतुकों पर नज़र रखने के लिए किया जाता है।
F-1 वीजा वाले छात्र हो रहे शिकार
रिपोर्ट के अनुसार, एसईवीआईएस प्रणाली में 4,736 अंतरराष्ट्रीय छात्रों की वीजा स्थिति समाप्त कर दी गई, जिनमें से अधिकांश के पास F-1 वीजा था। एआईएलए ने इन प्रशासनिक कार्रवाइयों को अभूतपूर्व बताया, जिससे कई कानूनी सवाल उठे हैं जिनके लिए मुकदमेबाजी की आवश्यकता हो सकती है।
इन वीज़ा निरस्तीकरणों का प्रभाव महत्वपूर्ण है, 327 मामलों में से 50 प्रतिशत वैकल्पिक व्यावहारिक प्रशिक्षण (OPT) धारकों के हैं। OPT F-1 वीज़ा पर अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को 12 महीने तक अमेरिका में काम करने की अनुमति देता है।
इन अमेरिकी राज्य हैं सबसे ज्यादा प्रभावित
वीजा रद होने के कारण ये छात्र अब काम करने में असमर्थ हैं। वीजा रद होने से सबसे ज्यादा प्रभावित अमेरिकी स्टेट टेक्सास, कैलिफोर्निया, न्यूयॉर्क, मिशिगन और एरिजोना हैं।
हालांकि, विश्वविद्यालय के बयानों और स्कूल अधिकारियों के साथ बातचीत के अनुसार, मार्च के अंत से अब तक अमेरिकी कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और विश्वविद्यालय प्रणालियों में लगभग एक हजार अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के वीजा रद कर दिए गए हैं या उनकी कानूनी स्थिति समाप्त कर दी गई है।
अपना कानूनी दर्जा खोने वाले बहुत से छात्र भारत और चीन से हैं, जो अमेरिकी कॉलेजों में पढ़ने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों में से आधे से ज़्यादा हैं। लेकिन वकीलों ने कहा कि छात्रों की बर्खास्तगी सिर्फ़ दुनिया के किसी एक हिस्से तक सीमित नहीं है।
भारत सरकार ने कहा- कर रहे हैं जांच
भारत सरकार ने इस मामले पर संज्ञान लिया है। विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "हमें पता है कि कई भारतीय छात्रों को उनके एफ-1 वीजा स्टेटस के बारे में अमेरिकी सरकार से संदेश मिला है। हम इस मामले की जांच कर रहे हैं। हमारा दूतावास और वाणिज्य दूतावास छात्रों के संपर्क में हैं।"
कविता और पोस्टर से जताया विरोध, रूसी अदालत ने सुनाई जेल की सजा
19 Apr, 2025 01:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रूस की एक अदालत ने यूक्रेन युद्ध का विरोध करने वाली दरिया कोजीरेवा को दो वर्ष आठ महीने की जेल की सजा सुनाई है। कोजीरेवा 19वीं सदी की कविता और भित्तिचित्रों के माध्यम से युद्ध का विरोध कर रही थी।
रूसी सेना को बदनाम करने का दोषी पाया
19 वर्षीय कोजीरेवा को रूसी सेना को बदनाम करने का दोषी पाया गया, क्योंकि उसने चौराहे पर यूक्रेनी कविता की पंक्तियों वाला पोस्टर लगाया था, हालांकि कोजीरेवा ने खुद को निर्दोष बताया तथा अपने विरुद्ध दर्ज मामले को मनगढ़ंत मामला करार दिया।
रूसी मानवाधिकार समूह मेमोरियल के अनुसार, कोजीरेवा उन 234 लोगों में से एक हैं जिन्हें रूस में युद्ध-विरोधी रुख के कारण जेल में डाला गया है।
गाजा में फिर मौत बरसी, इजराइली हमलों में 25 लोगों की जान गई
19 Apr, 2025 11:29 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गाजा में शुक्रवार को इजराइली हवाई हमलों में बच्चों सहित कम से कम 25 लोग मारे गए. उधर इजराइल में अमेरिका के नए राजदूत माइक हकाबी ने यरूशलम में पहली बार सार्वजनिक कार्यक्रम में भाग लिया. नासिर अस्पताल के कर्मियों ने बताया कि दक्षिणी शहर खान यूनिस में तीन हमलों में 15 लोग मारे गए, जिनमें एक गर्भवती महिला भी शामिल है. इंडोनेशियन अस्पताल के चिकित्सा कर्मियों ने बताया कि मृतकों में शामिल 10 लोग जबालिया शरणार्थी शिविर से हैं. इजराइली हमले तेज होने के बाद गाजा में एक दिन पहले कई लोग मारे गए थे.
इजराइल में अमेरिका के राजदूत माइक हकाबी शुक्रवार को वेस्टर्न वाल पहुंचे जो यरूशलम के पुराने शहर में यहुदियों का एक प्रमुख प्रार्थना स्थल है. हकाबी ने दीवार पर एक प्रार्थना पत्र को भी अटैच किया जिस बारे में उन्होंने बताया कि इसे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने हाथों से लिखा है.
यरूशलम में शांति के लिए प्रार्थना पत्र
हकाबी ने बताया कि ट्रंप ने उन्हें यरूशलम में शांति के लिए उनके प्रार्थना पत्र को लेकर जाने को कहा था. हकाबी ने यह भी कहा कि हमास की गिरफ्त में मौजूद शेष सभी बंधकों को वापस लाने के लिए हर कोशिश की जा रही है. गाजा में 18 महीने से जारी युद्ध के महत्वपूर्ण समय में हकाबी का आगमन हुआ है. अमेरिका सहित अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थ युद्ध विराम को फिर से पटरी पर लाना चाहते हैं.
इजराइल का नया प्रस्ताव अस्वीकार
इजराइल की मांग है कि हमास कोई युद्ध विराम शुरू होने से पहले और भी बंधकों की रिहाई करे और आखिरकार क्षेत्र को खाली करने के लिए सहमत हो. इजराइल ने कहा है कि उसकी योजना गाजा के अंदर बड़े सुरक्षा क्षेत्रों पर अपना नियंत्रण स्थापित करने की है. हमास के बातचीत प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख खलील अल-हय्या ने गुरुवार को कहा था कि समूह ने इजराइल के नए प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है.
फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई
उन्होंने हमास के इस रुख को दोहराया कि वह और भी फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई, गाजा से इजराइली सैनिकों की पूर्ण वापसी और एक स्थायी युद्ध विराम के बदले में ही बंधकों को मुक्त करेगा, जैसा कि जनवरी में हुए युद्ध विराम समझौते में कहा गया था. हमास के पास वर्तमान में 59 बंधक हैं और माना जा रहा है कि इनमें से 24 जिंदा हैं.
कनाडा में हिंसा का शिकार बनी भारतीय छात्रा, गोली लगने से मौके पर ही मौत
19 Apr, 2025 11:21 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कनाडा में भारतीय लोगों की हत्या का सिलसिला लगातार जारी है, पिछले दिनों एक युवक के मर्डर के बाद अब भारतीय छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. छात्रा को उस समय गोली मारी गई जब वह अपने काम पर जा रही थी. उसी दौरान वो बस का इंतजार कर रही थी. यही एक कार सवार ने उस पर गोली चला दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
भारतीय छात्रा जिसका नाम हरसिमरत रंधावा है, उसकी हत्या कनाडा के हैमिल्टन शहर में हुई. जो वहां के मोहॉक कॉलेज में अपनी पढ़ाई कर रही थी. इस घटना के भारतीय दूतावास ने मामले पर पूरी मदद का भरोसा दिया है.
इस पूरे मामले पर टोरंटो में भारतीय दूतावास ने एक पोस्ट में कहा कि हैमिल्टन, ओंटारियो में भारतीय छात्राहरसिमरत रंधावा की दुखद मौत से हम बहुत दुखी हैं. अधिकारी ने कहा कि स्थानीय पुलिस के अनुसार, वह एक निर्दोष पीड़ित थी, जिसको मौत दो लोगों की आपसी लड़ाई में गई है. पूरे मामले की जांच अभी चल रही है. उन्होंने आगे कहा कि हम उसके परिवार के साथ संपर्क में हैं और हर तरीके से मदद कर रहे हैं.
कैसे लगी छात्रा को गोली?
हैमिल्टन पुलिस ने भारतीय छात्रा की मौत के मामले में बताया कि सीसीटीवी की जांच की गई तो पाया गया कि ये दो लोगों की लड़ाई का नतीजा है, ऐसा इसलिए क्योंकि एक काली कार में सवार युवक ने सफेद सेडान पर गोली चलाई थी. एक गोली बस स्टॉप पर खड़ी छात्रा के सीने में लग गई, जिससे उसकी मौत हो गई. पुलिस गोलीबारी करने वालों आरोपियों की तलाश में लगी हुई है.
इस महीने दो भारतीयों की हत्या
हैमिल्टन पुलिस ने बताया कि स्थानीय समयानुसार शाम करीब 7.30 बजे उन्हें गोलीबारी की सूचना मिली थी. जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो उसने हरसिमरत को सीने में गोली लगी हुई थी और बहुत ज्यादा खून बह चुका था. पुलिस ने तुरंत उसे अस्पताल भेजा, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी. इस घटना से पहले 5 अप्रैल को भी एक भारतीय युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. कनाडा में अप्रैल महीने में भारतीय मूल के 2 लोगों की हत्या की गई है.
यूरोप में मौसम की मार, इटली में बाढ़ तो स्विट्जरलैंड में बर्फबारी से तबाही
19 Apr, 2025 10:50 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
यूरोप के कई हिस्सों में प्राकृतिक आपदाएं कहर बनकर टूट पड़ी हैं. उत्तरी इटली में भारी बारिश और उसके कारण आई बाढ़ से अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, स्विट्जरलैंड में भारी बर्फबारी के चलते कई क्षेत्रों का संपर्क बाकी दुनिया से कट गया है और कई इलाकों में बिजली गुल हो गई है.
इटली के पाइडमॉन्ट, साउथ टायरोल और लोम्बार्डी जैसे उत्तरी इलाके इस बार की मूसलधार बारिश से सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं. वालदाग्नो शहर के पास, जो वेनिस और लेक गार्डा के बीच स्थित है, एक कार बाढ़ के पानी में बह गई जिसमें पिता और पुत्र की मौत हो गई. वहीं, ट्यूरिन के पास एक 92 वर्षीय वृद्ध का शव उनके घर से बरामद किया गया है.
नदियों के किनारों पर भी अलर्ट
बारिश के चलते कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चला गया है और कुछ स्थानों पर नदियां अपने किनारों को पार कर गई हैं, जिससे कई क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति बन गई है. दर्जनों लोगों को राहत और बचाव दलों द्वारा सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. कुछ इलाकों में बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप हो चुकी है. स्थिति को देखते हुए पाइडमॉन्ट प्रशासन ने तत्काल €5 मिलियन (लगभग $5.7 मिलियन) की आपातकालीन सहायता मुहैया कराई है.
ईस्टर वीकेंड से पहले बड़ी आपदा
ईस्टर वीकेंड से ठीक पहले आई इस आपदा ने यातायात व्यवस्था को भी बुरी तरह प्रभावित किया है। इटली, ऑस्ट्रिया और स्विट्ज़रलैंड के बीच की कई रेल और सड़क सेवाएं बाधित हो गई हैं. वहीं, स्विट्ज़रलैंड के कई हिस्से भारी बर्फबारी के कारण कट गए हैं. लोकप्रिय स्की रिसॉर्ट जेरमैट का बाकी इलाकों से संपर्क टूट चुका है और वहां भी बिजली की आपूर्ति बाधित हो गई है.
क्या हैं इटली के हालात
अधिकारियों के अनुसार, सिम्पलोन पास और ग्रेट सेंट बर्नार्ड टनल जैसे अहम मार्ग बंद कर दिए गए हैं. पहाड़ों पर एक मीटर से अधिक ताजी बर्फ गिरने के कारण हिमस्खलन का खतरा बेहद बढ़ गया है. साथ ही बर्फ की वजह से पेड़ों के गिरने का भी खतरा बना हुआ है. स्विट्ज़रलैंड और इटली के इन इलाकों में अभी भी राहत और बचाव कार्य जारी हैं.
अल्पसंख्यकों पर बर्बरता: बांग्लादेश में हिंदू नेता की निर्मम हत्या
19 Apr, 2025 10:40 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ हो रही हिंसा खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. यहां समय-समय पर अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है. तख्तापलट के बाद से कई हिंदुओं की हत्या तो कई जेल में बंद हैं. अब उत्तरी बांग्लादेश के दिनाजपुर जिले में हिंदू समुदाय के एक प्रमुख नेता को घर से किडनैप किया और बेरहमी से पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी गई.
पुलिस की माने तो हिंदू नेता भाबेश चंद्र रॉय का शव गुरुवार को उनके घर से किडनैप के महज कुछ ही घंटों बाद मिला. रॉय बांग्लादेश पूजा उडजापान परिषद की बिराल इकाई के उपाध्यक्ष थे और इलाके में हिंदू समुदाय के बीच उनका प्रभाव था.
घर से उठा ले गए किडनैपर?
भाबेश चंद्र रॉय की पत्नी शांतना के अनुसार, वह गुरुवार को अपने घर पर ही मौजूद थे, उन्हें शाम करीब 4:30 बजे एक कॉल आया था. रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने दावा किया कि कॉल यह पता लगाने के लिए किया गया था कि रॉय अपने घर पर मौजूद हैं या नहीं. पत्नी ने बताया कि वो अपहरण करके पास के ही गांव ले गए थे. जहां उनके साथ बेरहमी से मारपीट की. बाद में हमलावरों ने भाबेश को एक वैन में लाकर उसके घर के बाहर डाल दिया.
घर वालों ने जैसे ही घर के बाहर रॉय को पड़ा हुआ देखा तुरंत अस्तपाल ले गए जहां डॉक्टरों ने रॉय को मृत घोषित कर दिया. इस पूरे मामले पर पुलिस ने कहा कि हम आरोपियों की तलाश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस संदिग्धों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए काम कर रही है.
बांग्लादेश में इस तरह की कई घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी है, जब हिंदू परिवारों और उनके घरों को निशाना बनाया गया हो. शेख हसीना के जाने के बाद से ही बांग्लादेश में इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं. इसके बाद भी वहां की हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं.
दर्दनाक हादसा: अमेरिका में हिट-एंड-रन का शिकार हुई भारतीय छात्रा
19 Apr, 2025 10:28 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अमेरिका में मास्टर डिग्री की पढ़ाई कर रही गुंटूर की एक छात्रा की टेक्सास के डेंटन सिटी में हिट-एंड-रन की घटना में मौत हो गई. वह अपनी एक दोस्त के साथ घर लौट रही थी. शुक्रवार को उसके परिवार के सदस्यों ने यह जानकारी दी. वी. दीप्ति 12 अप्रैल को कैरिल अल लागो ड्राइव के 2300 ब्लॉक के पास पैदल जा रही थी, तभी एक तेज रफ्तार वाहन ने उसे और उसकी सहेली स्निग्धा को टक्कर मार दी.
स्निग्धा भी गुंटूर जिले की ही रहने वाली है. दीप्ति के सिर में गंभीर चोटें आईं और 15 अप्रैल को उसकी मौत हो गई. स्निग्धा की सर्जरी हो रही है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है. दीप्ति के इस साल मई में डिग्री प्राप्त करने की उम्मीद थी. उसकी मां ने गुरुवार को उससे बात की थी.
फोन करने का किया था वादा
दीप्ति के पिता हनुमंत राव ने बताया कि उन्होंने उससे बात की थी, लेकिन वह क्लास में जाने की जल्दी में थी, इसलिए उसने रविवार को फोन करने की बात कही थी. हालांकि यह आखिरी कॉल साबित हुई. उन्होंने कहा कि सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद, उसका शव शनिवार (आज) को अमेरिका से लाया जाएगा और सोमवार सुबह तक हैदराबाद पहुंचने की उम्मीद है.
खेत बेचकर भेजा था अमेरिका
उन्होंने बताया कि परिवार ने उसकी शिक्षा का खर्च उठाने के लिए खेत बेच दिए थे और अगले महीने उसके ग्रेजुएशन समारोह में शामिल होने की योजना बनाई थी. वह यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ टेक्सास में एमएस कर रही थी. दीप्ति नरसारावपेट इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक ग्रेजुएट थी. अमेरिका में तेलुगु संघ औपचारिकताओं में सहायता कर रहे हैं.
ट्रंप बोले – रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म करने की कोशिशों में नहीं मिल रहा सहयोग
19 Apr, 2025 10:23 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत अब ऐेसे स्तर पर पहुंच चुकी है, जिसमें कुछ निष्कर्ष निकलना चाहिए, लेकिन दोनों में से कोई भी देश उनके (ट्रंप) युद्ध खत्म कराने के प्रयासों का समर्थन नहीं कर रहा है.
ट्रंप ने यह टिप्पणी ऐसे समय में की है जब विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने शुक्रवार को चेतावनी देते हुए कहा था कि आने वाले दिनों में अगर रूस और यूक्रेन के बीच वार्ता में कोई प्रगति नहीं हुई तो अमेरिका दोनों देशों के बीच शांति समझौता कराने के प्रयासों को छोड़कर आगे बढ़ सकता है क्योंकि कई महीने तक प्रयास करने के बावजूद अब तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है.
रूस-यूक्रेन पर क्या बोले ट्रंप?
ट्रंप ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा कि अगर किसी कारण से दोनों में से कोई एक पक्ष इसे बहुत कठिन बना देता है तो हम कह देंगे कि आप मूर्ख हैं और फिर हम इसे छोड़ देंगे. यह पूछे जाने पर कि क्या रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन वार्ता में देरी कर रहे हैं तो इसके जवाब में ट्रंप ने कहाकि मुझे लगता है कि ऐसा नहीं है.
अमेरिकी रुख में बदलाव का संकेत
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने गुरुवार को चेतावनी दी कि अगर रूस और यूक्रेन के बीच जल्द ही कोई हल नहीं निकला, तो अमेरिका युद्ध को खत्म करने के लिए वार्ता को कुछ ही दिनों में छोड़ सकता है. ट्रंप की यह चेतावनी अमेरिकी रुख में बदलाव का संकेत है. इससे पहले विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पेरिस में कहा था कि अगर शांति संभव नहीं हुई, तो अमेरिका आगे बढ़ जाएगा.
राष्ट्रपति पुतिन के साथ बातचीत
राष्ट्रपति ट्रंप इस संबंध में रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ भी बातचीत कर चुके हैं, लेकिन युद्धविराम की दिशा में कोई बड़ी सफलता नहीं मिली है. विदेश मंत्री के बातचीत छोड़ने के बयान की पुष्टि के लिए पत्रकारों ने ओवल ऑफिस में ट्रंप से पूछा. इसके जवाब में ट्रंप ने कहा कि हां, बहुत जल्द. कोई तय तारीख नहीं है, लेकिन हम जल्द फैसला करेंगे. हम इसे पूरा करना चाहते हैं.
हरियाणा के नूंह में धार्मिक समागम की तैयारी, तब्लीगी जमात का होगा भव्य जलसा
18 Apr, 2025 06:52 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नूंह: हरियाणा के नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका में 19 से 21 अप्रैल तक आयोजित किए जा रहे तीन दिवसीय तब्लीगी जमात जलसे को लेकर तैयारियां जोरों पर चल रही है। जलसे में तब्लीगी जमात के अमीर मौलाना साद साहब शिरकत करेंगे। इस जलसे में विभिन्न राज्यों के 15 लाख मुस्लिम हिस्सा लेंगे। जलसे को लेकर जहां प्रशासन के साथ बैठकें चल रही है, वहीं स्थानीय लोगों के साथ भी बैठक कर सहयोग मांगा जा रहा है। कमेटी के सदस्यों ने बताया कि जलसे की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। करीब 21 एकड़ भूमि पर पांडाल लगाया गया है। जबकि 100 एकड़ से अधिक जमीन को बैठने के लिए रिजर्व किया गया है। इसके अतिरिक्त यातायात की व्यवस्था के लिए शहर की सभी दिशाओं में 20-20 एकड़ की पार्किंग बनाई गई है। कार्यक्रम स्थल के आस पास पैदल पथ यात्रा रहेगी यातायात की सभी गतिविधियों को बंद रखा जाएगा। पंडाल के बाहर यातायात को लेकर पुलिस के जवान भी तैनात किए जाएंगे। बाकी अंदर का कार्य जमात से जुड़े वालंटियर ही करेंगे।
मेवात में हर वर्ष होता है जलसा
कमेटी की ओर से नियुक्त किए गए मीडिया कोऑर्डिनेटर रफीक मास्टर ने बताया कि मेवात में हर वर्ष जलसा का आयोजन किया जाता है। राजस्थान,उत्तर प्रदेश और दिल्ली सहित कई राज्यों में मेवात के नाम से ही जलसा आयोजित होता है। पिछली बार जलसा का आयोजन राजस्थान के मेवात क्षेत्र में किया गया था। इस बार नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका शहर को चुना गया है। यहां से 60 किलोमीटर अलवर, 60 किलोमीटर कामां, 60 किलोमीटर सोहना इत्यादि जगह, जहां पर मेवात बसता है, यहां से लाखों की संख्या में लोग शामिल होंगे।
क्या है इस जलसे उद्देश्य
तब्लीगी जमात के जलसे का मुख्य उद्देश्य दुनिया और आखिरत के अमन के लिए और दुनिया में रहकर अल्लाह ताआला का हुकुम जिंदगी में लाने और नबी के तरीके पर चलना सिखाया जाता है। इस कार्यक्रम की तैयारी करीब 4 महीने से चल रही थी। लगातार एक्सपर्ट की टीम हर व्यवस्था के ऊपर नजरे बनाए हुए हुई है। ट्रैफिक के लिए एक मैप तैयार किया गया है राजस्थान की ओर से आने वाले लोगों के लिए अलग से पार्किंग की व्यवस्था की गई है तो वहीं दिल्ली की तरफ से आने वाले लोगों के लिए अलग से पार्किंग की व्यवस्था है।
मौलाना साद साहब के साथ काफी मौलाना होंगे शामिलमास्टर रफीक ने बताया कि हजरत निजामुद्दीन से मौलाना साद साहब के साथ काफी मौलाना शामिल होंगे। पूरी जमात वहां से चलेगी जो यहां लोगों को इस्लामिक रास्तों पर चलने के लिए प्रेरित किया जाएगा। सभी व्यवस्थाएं यहां पर कमेटी द्वारा की गई है। यहां कयामगाह, बैतुल खला, वुजु खाना और आरजी मस्जिद बनाने के साथ ही शौचालय की व्यवस्था भी की गई है।
10 साल की बच्ची की बेरहमी से हत्या, आरोपी ने नाले में फेंकी लाश
18 Apr, 2025 03:01 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरियाणा के गुरुग्राम से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां पत्नी की बेरुखी से परेशान पति ने अपनी 10 साल की साली से खौफनाक बदला लिया है. उसने साली की हत्या कर उसकी लाश को नाले में फेंक दिया. पुलिस ने लड़की का शव बरामद कर आरोपी युवक को गिरफ्तार किया है. हत्या के आरोपी ने अपना जुर्म कबूल करते हुए इसे अपनी पत्नी और ससुराल वालों के जरिए की गई बेइज्जती का बदला बताया है.
युवक की पहचान बिहार के मुंगेर निवासी मोहित कुमार के रूप में हुई है. वर्तमान में वह गुरुग्राम के बजघेड़ा में रह रहा था. उसकी 6 साल पहले पहले गुरुग्राम के ओम विहार निवासी युवती से शादी हुई थी. उसके एक बच्चा भी है. शादी के बाद दोनों में मनमुटाव हो गया. मोहित की पत्नी उसे छोड़कर अपने मायके चली गई. उसने पुलिस को बताया कि वह कई बार उसे बुलाता लेकिन वह नहीं आई.
12 अप्रैल को गायब हुई लड़की
पुलिस के अनुसार, 14 अप्रैल को मोहित के ससुरालियों ने अपनी 10 साल की बेटी सानिया की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. बताया गया कि उनकी बेटी 12 अप्रैल से गायब है. उन्होंने अपने दामाद मोहित पर शक जताया. पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर उससे सख्ती से पूछताछ की. मोहित ने अपना गुनाह कुबूल करते हुए सपना की हत्या किए जाने की बात बताई. उसने बताया कि वह अपनी साली को बहला-फुसलाकर अपने घर ले गया. वहां उसने उसका गला दबाकर हत्या कर दी.
लाश को फेंका नाले में
आरोपी मोहित ने बताया कि उसने सानिया की लाश को एक बोरी में बंद कर उसे नाले में फेंक आया. पुलिस ने एसडीआरएफ की मदद से सपना की लाश नाले से निकलवाई. आरोपी ने हत्या के कारण बताया. उसने बताया कि उसकी पत्नी उसके पास नहीं आती. उसने एक बार उसके पिता का गला दबाने की कोशिश की थी. उसके ससुरालवालों ने भी उसकी बेइज्जती की. आरोपी का कहना है कि उसी का बदला लेने एक लिए उसने अपनी साली की हत्या की.