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अमेरिका में पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए मुश्किलें बढ़ीं, हार्वर्ड बना केंद्र
23 May, 2025 06:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रशासन के एक फैसले से हार्वर्ड विश्वविद्यालय में पढ़ रहे हजारों अंतरराष्ट्रीय के भविष्य पर संकट खड़ा हो गया है। ट्रंप प्रशासन ने हार्वर्ड के स्टूडेंट एंड विजिटर एक्सचेंज प्रोग्राम को रद कर दिया है।
होमलैंड सुरक्षा विभाग ने यूनिवर्सिटी को 72 घंटे का समय दिया है। इस समयसीमा के भीतर हार्वर्ड को मांगी गई जानकारियां उपलब्ध करानी हैं। होमलैंड सुरक्षा सचिव क्रिस्टी नोएम ने इसे अमेरिका के सभी शैक्षणिक संस्थानों के लिए चेतावनी कहा है।
ट्रंप प्रशासन ने हार्वर्ड के सामने 6 कठोर शर्तें रखी हैं:
विश्वविद्यालय परिसर या उसके बाहर में किसी गैर अप्रवासी छात्र द्वारा की गई अवैध गतिविधि के रिकॉर्ड उपलब्ध कराना
पिछले 5 साल में हार्वर्ड में एनरोल किसी गैर अप्रवासी छात्र द्वारा परिसर या उसके बाहर की गई किसी खतरनाक या हिंसक गतिविध के रिकॉर्ड उपलब्ध कराना
पिछले 5 साल में यूनिवर्सिटी परिसर या उसके बाहर गैर अप्रवासी छात्र द्वारा अन्य छात्रों या यूनिवर्सिटी कर्मचारियों को धमकी देने के रिकॉर्ड उपलब्ध कराना
पिछले 5 साल में यूनिवर्सिटी परिसर या उसके बाहर गैर अप्रवासी छात्र द्वारा अन्य छात्रों या विश्वविद्यालय कर्माचारियों के अधिकारों के हनन संबंधी रिकॉर्ड देना
पिछले 5 साल में यूनिवर्सिटी में एनरोल गैर अप्रवासी छात्रों के सभी अनुशासनात्मक रिकॉर्ड उपलब्ध कराना
पिछले 5 साल में यूनिवर्सिटी परिसर में गैर-आप्रवासी छात्र से जुड़ी किसी भी प्रोटेस्ट से जुड़े रिकॉर्ड देना
788 भारतीय छात्र कर रहे पढ़ाई
ट्रंप प्रशासन ने साफ कर दिया है कि हार्वर्ड को ये सभी रिकॉर्ड चाहे आधिकारिक हो या अनौपचारिक, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड और ऑडियो या वीडियो फुटेज शामिल हैं, 72 घंटे के भीतर उपलब्ध कराने होंगे।
बता दें कि हार्वर्ड दुनिया का एक नामी शैक्षणिक संस्थान है। हार्वर्ड के विभिन्न स्कूलों में करीब 10,158 अंतरराष्ट्रीय छात्र पढ़ते हैं। 2024-25 के अकेडमिक रिकॉर्ड के अनुसार, भारत के करीब 788 छात्र यूनिवर्सिटी में एनरोल्ड हैं।
Gen-Z का सुस्त विरोध: बिस्तर में लेटकर कर रहे 996 वर्क कल्चर का बहिष्कार
23 May, 2025 01:41 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चीन की जेनरेशन-Z यानी नई पीढ़ी अब सड़कों पर नहीं, बल्कि अपने बिस्तरों में लेटे हुए सरकार और व्यवस्था के खिलाफ विरोध जता रही है. ये युवा खुद को ‘रैट पीपल’ कह रहे हैं. ये ऐसे लोग हैं जो दिनभर बिस्तर में पड़े रहते हैं, मोबाइल पर स्क्रॉल करते हैं, खाना ऑर्डर करते हैं और बाहर की दुनिया से कटे रहते हैं. यह विरोध का एक नया तरीका है जो थकान, असुरक्षा और रोजगार की कमी के खिलाफ एक चुप्पा लेकिन सशक्त विरोध जताने का तरीका बनकर उभरा है.
चीन के लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे Douyin (टिकटॉक का चीनी संस्करण), वीबो और रेडनोट पर रैट पीपल अपने बिस्तर पर लेटकर वीडियो और फोटो खींच कर शेयर कर रहे हैं. Zhejiang की एक महिला नियमित रूप से अपने दिन का हॉरिजॉन्टल शेड्यूल शेयर करती है. दोपहर में उठना, घंटों स्क्रॉलिंग, खाने के लिए बिस्तर से उठना और फिर वापस लेट जाना. उसके वीडियो लाखों लाइक्स पा रहे हैं और कई लोग खुद को उससे भी ज्यादा सुस्त रैट मानते हैं.
इस विरोध के जरिए क्या क्रांति होगी?
2010 के दशक में चीन में मशहूर हुआ 996 कल्चर. यानि सुबह 9 से रात 9 तक हफ्ते में छह दिन काम करने की संस्कृति अब युवाओं में असंतोष पैदा कर रहा है. पहले लाइंग फ्लैट और अब रैट पीपल ट्रेंड यह बताते हैं कि चीन की युवा पीढ़ी अब इस व्यस्त, अनुत्पादक और थका देने वाले माहौल से दूर हट रही है. यह विरोध न केवल सरकार के प्रति, बल्कि पूरी आर्थिक व्यवस्था के प्रति निराशा का प्रतीक बनता जा रहा है.
मनोवैज्ञानिक थकावट
विशेषज्ञों का मानना है कि यह व्यवहार ‘आलस्य’ नहीं, बल्कि दिशा और उद्देश्य की थकावट का परिणाम है. जब युवा लगातार रिजेक्शन झेलते हैं और अवसर न के बराबर मिलते हैं, तो मानसिक स्वास्थ्य पर असर होता है. रैट बनना उनके लिए आत्मरक्षा का तरीका बन गया है. एक धीमी जिंदगी जीकर वे अपने नियंत्रण को वापस पाने की कोशिश कर रहे हैं.
हालांकि लंबे समय तक इस जीवनशैली में बने रहना युवाओं को और पीछे ले जा सकता है. मनोचिकित्सकों का सुझाव है कि यह समय खुद को फिर से समझने और नई दिशा तय करने का हो सकता है. छोटे कदमों से शुरुआत कर युवा फिर से काम की दुनिया में लौट सकते हैं. एक दिन में एक सकारात्मक निर्णय, एक छोटी नौकरी, या सिर्फ बाहर निकलना भी बदलाव की शुरुआत हो सकती है.
रूस में ड्रोन अटैक से मचा हड़कंप, भारतीय सांसदों की फ्लाइट लटकी रही आसमान में
23 May, 2025 01:27 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पाकिस्तानी आतंकवादियों की पोल खोलने रूस पहुंचे भारतीय डेलिगेशन के विमान को राजधानी मॉस्को में चक्कर लगाना पड़ गया. दरअसल, DMK सांसद कनिमोई के नेतृत्व वाला डेलिगेशन ने जैसे ही मॉस्को में एंटर किया, वैसे ही यूक्रेन ने ड्रोन अटैक कर दिया. यूक्रेन के ड्रोन अटैक की वजह से मॉस्को के सभी एयरपोर्ट पर विमानों की आवाजाही रोक दी गई.
रूस के इस फैसले की वजह से भारतीय डेलिगेशन का विमान कई मिनटों तक हवा में ही चक्कर काटने लगा. आखिर में जब ग्रीन सिग्नल हुआ, तो विमान को मॉस्को में लैंड कराया गया.
मॉस्को में भारतीय राजदूत ने किया स्वागत
फ्लाइट लैंड होने के बाद सभी सांसदों को मॉस्को में भारत के राजदूत विनय कुमार ने स्वागत किया. सभी सांसदों का काम रूस की सरकार, वरिष्ठ सांसदों, अधिकारियों और एक्सपर्ट को पाकिस्तान में पल रहे आतंकवादियों के बारे में जानकारी देना है.
कनिमोई का कहना है कि रूस से पहले ही भारत के रिश्ते बेहतरीन हैं. रूस को हम बताएंगे कि कैसे पाकिस्तान के आतंकवादी दुनिया के लिए खतरा बनता जा रहा है.
पुतिन को पहले से है इस बात का डर
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में डोनाल्ड ट्रंप के साथ बातचीत में कहा था- जब भी कोई दूसरे देश के सरकारी डेलिगेशन रूस आना चाहते हैं, तब यूक्रेन मॉस्को पर ड्रोन अटैक कर देता है.
पुतिन के मुताबिक यूक्रेन जानबूझकर यह करता है, जिससे बाकी दुनिया से रूस का संपर्क न रहे. लोग इस डर से रूस आना छोड़ दें.
यूक्रेन ने नहीं दिया है कोई जवाब
मॉस्को में भारतीय सांसदों के प्रतिनिधिमंडल के मॉस्को में एंट्री के वक्त ड्रोन अटैक को लेकर यूक्रेन ने कोई जवाब नहीं दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन के ड्रोन अटैक से डरकर रूस ने 3 एयरपोर्ट को बंद कर दिया है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि यूक्रेन ने भारी संख्या में रूस पर ड्रोन अटैक किया है. सिर्फ 22 मई को रूस ने यूक्रेन के 250 से ज्यादा ड्रोन को मार गिराया.
Dog Lover का खौफनाक चेहरा! महिला ने गोद लिया कुत्ता मारकर खाया
23 May, 2025 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चीन से एक दिल को झकझोर कर देने वाला मामला सामने आया है। चीन में एक महिला ने शेल्टर से आवारा कुत्तों को गोद लिया, अब इसको लेकर उसके खिलाफ जांच चल रही है। दरअसल उसने कुत्तों को लेने के बाद उन्हें मारकर, पकाकर उनके खा लिया। साथ ही महिला ने स्वंय वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट भी किया।
महिला की पहचान झिक्सुआन के रूप में हुई है, महिला ने खुद को एक पशु प्रेमी (Dog lover) बताया और मैसेजिंग एप के जरिए लियाओनिंग प्रांत के कई आश्रयों तक पहुंच बनाई। उसने कुत्ते खरीदते समय दावा था किया कि वह आवारा कुत्तों को एक सुरक्षित घर देना चाहती थी। लेकिन उसने ऐसा नहीं किया वो सीधा कुत्तों को रसोई में ले गई।
कुत्ते का मांस तैयार कर बनाया वीडियो
चीनी सोशल मीडिया पर वायरल स्क्रीनशॉट में झिक्सुआन को कुत्ते का मांस तैयार करते हुए खुद के वीडियो पोस्ट करते हुए दिखाया गया है। एक कैप्शन में उन्होंने लिखा, कुत्ते का मांस लगभग तैयार है। बारिश के दिनों में ड्रिंक के साथ खाने के लिए एकदम सही। दूसरे कैप्शन में उन्होंने लिखा, बच्चा मांस खाते हुए दिखाई दे रहा है, ये बच्चे के लिए सबसे अच्छा।
हालांकि चीन के ज्यादातर हिस्सों में कुत्ते का मांस खाना गैरकानूनी नहीं है और दक्षिण में यूलिन जैसी जगहों पर अभी भी इसे मनाया जाता है। लेकिन पालतू जानवरों के बढ़ते चलन और लोगों के बदलते नजरिए के बीच यह प्रथा लगातार विवादास्पद होती जा रही है। महिला की इस हरकत के बाद वीबो जैसे प्लेटफॉर्म पर लोगों ने अपने रिएक्शन दिए हैं।।
लोगों ने दिए ऐसे रिएक्शन
रिपोर्ट में कहा गया है कि एक यूजर ने लिखा, 'झिक्सुआन जैसे लोग घृणित हैं। उन बेचारे आवारा कुत्तों को लगा कि उन्हें एक प्यारा घर मिल गया है, लेकिन उन्हें सीधे नरक में ले जाया गया।' एक अन्य ने मजबूत पशु संरक्षण कानूनों की मांग करते हुए पूछा, 'चीन कब ऐसे लोगों को दंडित करने के लिए कानून बनाएगा जो जीवन के प्रति इतनी घोर उपेक्षा दिखाते हैं?' अधिकारियों ने पुष्टि की है कि ज़िक्सुआन ने कुत्ते का मांस पकाया और खाया था।
पाकिस्तानी लिंक्स वाले यूट्यूबरों की बढ़ेगी मुश्किल: ज्योति मल्होत्रा के बाद CM सैनी ने दिए जांच के निर्देश
23 May, 2025 10:11 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा का पाकिस्तान कनेक्शन सामने आने के बाद हरियाणा सरकार एक्शन में आ गई है। सीएम नायब सिंह सैनी ने अब सभी यूट्यूबरों की जांच का आदेश दिया है। इसके तहत हरियाणा सरकार उन यूट्यूबर्स पर कार्रवाई करेगी। जिनके पाकिस्तान से किसी भी प्रकार के संबंध मिलेंगे। हरियाणा सरकार ने आदेश में स्पष्ट कहा है कि अगर किसी यूट्यूबर के चैनल पर पाकिस्तान से लाइक और कमेंट मिल रहे हैं तो उसे बैन किया जाएगा। इसके बाद हरियाणा के नूंह में साइबर टीम ने पड़ताल भी शुरू कर दी है। यह टीम उन सभी यूट्यूबर्स की पहचान उजागर करेगी। जो किसी भी रूप में पाकिस्तान से संबंध रखते हैं। दूसरी ओर पाकिस्तान को खुफिया जानकारी मुहैया कराने के आरोप में गिरफ्तार अरमान और तारीफ से राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियां कड़ी पूछताछ में जुटी हैं।
हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने जारी किया आदेश
दरअसल, हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने बीते मंगलवार को एक आदेश जारी किया। इसमें कहा गया कि हरियाणा से संचालित सभी यूट्यूब चैनलों की पड़ताल की जाए। इसके बाद ऐसे यूट्यूब चैनलों पर प्रतिबंध लगाया जाए। जिनका कनेक्शन पाकिस्तान से निकलता है। साथ ही सभी यूट्यूबरों के लिए एक एसओपी यानी स्टैंडर्ड ऑपरेटिव प्रोसीजर बनाया जाए।
हरियाणा की एसीएस यानी एडिशनल चीफ सेक्रेटरी डॉ. सुमिता मिश्रा ने बताया कि प्रउदेश में जो भी यूट्यूब चैनल चल रहे हैं। उनका रिकॉर्ड खंगाला जाएगा। साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर पैनी नजर रखने के लिए स्पेशल बनाने की बात कहते हुए स्पष्ट किया कि जो भी यूट्यूब चैनल किसी भी तरह से पाकिस्तान के साथ जुड़े हैं और भारत में स्लीपर सेल के रूप में काम कर रहे हैं। अब हरियाणा सरकार उनपर सख्त कार्रवाई करेगी।
पाकिस्तान का गुणगान नहीं सहन करेगी हरियाणा सरकार
हरियाणा सरकार की एसीएस डॉ. सुमिता मिश्रा का कहना है कि हरियाणा सरकार प्रदेश के किसी भी यूट्यूबर का पाकिस्तानी गुणगान सहन नहीं करेगी। इसके लिए सरकार की ओर से गृह विभाग और पुलिस को स्पष्ट आदेश दिया गया है कि देश में आतंकी हमले कराने वाले देश की तारीफ करने वाले यूट्यूब चैनलों की अलग-अलग लिस्ट तैयार की जाए। जो लोग पाकिस्तान का गुणगान करते हैं। उनपर सख्त एक्शन लिया जाए।
सरकार के आदेश में ये भी कहा गया है कि जो यूट्यूबर पाकिस्तान जाकर वहां की तारीफ करते हैं और देश में पाकिस्तान के प्रति माहौल बनाते हैं। उन्हें किसी भी हाल में छोड़ा न जाए। इसके साथ ही जो यूट्यूबर सिर्फ भारत सरकार की आलोचना करते हैं और भारत सरकार का पॉजिटिव पक्ष नहीं बताते। उनपर भी सख्त एक्शन लिया जाए। इसके अलावा सीमा पार पाकिस्तान से लाइक कमेंट मिलने वाले यूट्यूबरों पर एक्शन लिया जाए।
नूंह हिंसा के वीडियो को पाकिस्तान से मिले लाइक्स और भड़काऊ कमेंट्स
हरियाणा सरकार के सूत्रों की मानें तो दो साल पहले हुई नूंह में हिंसा के वीडियो को पाकिस्तान से जमकर लाइक और भड़काऊ कमेंट्स मिले थे। यह वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म यूट्यूब पर अपलोड किए गए थे। इन वीडियो और तस्वीरों को पाकिस्तान के नागरिकों की ओर से न सिर्फ शेयर किया गया, बल्कि इसमें की गई टिप्पणियों में भी भड़काऊ बातें लिखी गईं थी। अब पुलिस ऐसे यूट्यूब चैनलों और उन्हें संचालित करने वालों की गहन जांच करने की तैयारी में है।
जासूसी में पकड़े गए व्यक्तियों के बैंक खातों की जांच
पुलिस सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए अरमान और तारीफ से बुधवार को पुलिस और राष्ट्रीय सुरक्षा जांच एजेंसी (NIA) ने पूछताछ की। इस दौरान दोनों के बैंक खातों की जानकारी भी जुटाई गई। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि उनके खातों में विदेशों से संदिग्ध स्रोतों से धनराशि भेजी गई हो सकती है। संदेह है कि देश की सुरक्षा संबंधी गोपनीय जानकारी के बदले उन्हें दुबई या अन्य देशों से पैसे मिले होंगे।
पाकिस्तान दूतावास से नकद राशि मिलने की भी जांच
सूत्रों का कहना है कि आरोपी समय-समय पर दिल्ली स्थित पाकिस्तान दूतावास भी जाया करते थे, जहां उनकी मुलाकात पाकिस्तानी अधिकारियों – दानिस, आसिफ बलौच और जाफर से होती थी। आशंका जताई जा रही है कि वे भारत से लोगों को वीजा दिलाने का झांसा देकर लाते थे और बदले में पाकिस्तान की खुफिया जानकारी साझा करते थे। संभव है कि इसके एवज में उन्हें नकद धनराशि भी दूतावास से मिली हो। पुलिस इस पहलू को भी जांच के दायरे में रख रही है।
ज्योति मल्होत्रा से पूछताछ में अहम खुलासे
दरअसल, हरियाणा के हिसार की रहने वाली यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में पुलिस ने रिमांड पर लिया है। सुरक्षा एजेंसियां लगातार उससे पूछताछ कर रही हैं और अब तक उसके सभी विदेश दौरों की जानकारी जुटाई जा चुकी है। जांच एजेंसियों ने ज्योति से पाकिस्तान हाई कमीशन में कार्यरत कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से संपर्क को लेकर भी पूछताछ की है। जानकारी के अनुसार, वीजा आवेदन के दौरान ज्योति की मुलाकात दानिश से हुई थी। जो बाद में आतंकी गतिविधियों में संलिप्त पाया गया।
हिसार एसपी शशांक कुमार सावन ने बताया कि पाकिस्तानी एजेंसियां ज्योति को एक एसेट की तरह इस्तेमाल कर रही थीं। ताकि वह पाकिस्तान की छवि को अंतरराष्ट्रीय मंच पर बेहतर दिखा सके। उन्होंने यह भी बताया कि ज्योति पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों के संपर्क में थी और वह कई बार पाकिस्तान व चीन की यात्राएं कर चुकी है। उन्होंने बताया कि सिर्फ ज्योति ही नहीं, बल्कि कुछ अन्य सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स भी पाक एजेंसियों के संपर्क में थे। इस संबंध में भी जांच जारी है। फिलहाल आज ज्योति की रिमांड का अंतिम दिन है।
'बंधक जैसा महसूस कर रहा हूं', मोहम्मद यूनुस का बड़ा बयान
23 May, 2025 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बांग्लादेश। पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में एक बार फिर से उथल-पुथल मचा है और फिर से सत्ता में फेरबदल के संकेत मिल रहे हैं। देश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस इस्तीफा दे सकते हैं। बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति को देखते हुए यूनुस ने इस्तीफा देने की इच्छा जताई है।
क्यों इस्तीफा देना चाहते हैं यूनुस?
एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश की मौजूदा स्थिति को देखते हुए मोहम्मद यूनुस का कहना है कि उनका राजनीतिक पार्टियों के साथ मिलकर काम करना मुश्किल होता जा रहा है।
इस बीच छात्र नेता और नेशनल सिटिजन पार्टी के प्रमुख नाहिद इस्लाम ने मोहम्मद यूनुस के इस्तीफे की बात को लेकर कहा कि हम सुबह से यह खबर सुन रहे हैं। इसलिए मैं उनसे इस मामले पर चर्चा करने गया था।
नहीं मिल रहा राजनीतिक दलों का समर्थन
नाहिद इस्लाम ने कहा, "मोहम्मद यूनुस इस्तीफे के बारे में सोच रहे हैं और वह बंधक जैसा महसूस कर रहे हैं। उनका कहना है कि वह मौजूदा स्थिति में काम नहीं कर सकते हैं।" उन्होंने कहा कि मोहम्मद यूनुस का कहना है कि जब तक राजनीतिक दल आम सहमति तक नहीं पहुंचते, वह काम नहीं कर पाएंगे।
नाहिद इस्लाम ने कहा कि अगर यूनुस को समर्थन नहीं मिलेगा तो उनका पद पर बने रहने का तर्क नहीं है। अगर राजनीतिक पार्टी चाहती है कि वह अभी इस्तीफा दें तो वह क्यों रुकेंगे, जब उन्हें किसी भी तरह का आश्वासन नहीं मिलेगा।
सेना प्रमुख ने दिया अल्टीमेटम
बता दें, इससे एक दिन पहले बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान ने मोहम्मद यूनुस को कड़ी चेतावनी देते हुए दिसंबर तक चुनाव कराने का अल्टीमेटम दिया था।
पिछले साल अगस्त में बांग्लादेश की तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना के तख्तापलट और भागकर भारत आ जाने के बाद मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का मुखिया बनाया गया था।
हरियाणा-पंजाब हाईकोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी, दोपहर 2 बजे तक बंद
22 May, 2025 04:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरियाणा एवं पंजाब हाईकोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी मिली है. इस धमकी के बाद हाईकोर्ट को दोपहर बाद दो बजे तक के लिए बंद कर दिया गया है. पुलिस ने हाईकोर्ट की ओर जाने वाले सभी मार्गों को सील कर दिा है. चूंकि पास में पंजाब विधानसभा और सेक्रेटिएट भी है, इसलिए सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई है. हालात को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियों ने हाईकोर्ट को खाली करा लिया है. सघन तलाशी अभियान जारी है.
इस बीच हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने वकीलों और फरियादियों को सतर्क रहने की अपील की है. बार की ओर से सभी वकीलों और फरियादियों से आग्रह किया गया है कि पूरे कैंपस में कहीं भी कोई लावारिश चीज या संदिग्ध आदमी दिखे तो तत्काल बार आफिस को सूचित करें. उधर, हाईकोर्ट ने हालात को देखते हुए लंच तक के लिए अदालती काम काज को स्थगित कर दिया है. जांच और सर्च अभियान पूरा होने के बाद अदालती कार्रवाई लंच के बाद दोपहर दो बजे से दोबारा से शुरू की जाएगी.
विधानसभा और सचिवालय में भी अलर्ट
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में बम की धमकी के बाद पंजाब विधानसभा और सचिवालय की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है. ये दोनों इमारतें भी हाईकोर्ट के पास ही हैं. वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं. इसी क्रम में चंडीगढ़ स्थित इलांते मॉल को भी खाली कराया गया है. सुरक्षा एजेंसियां यहां भी चप्पे चप्पे को स्कैन करने की कोशिश कर रही है. इसी के साथ पुलिस की साइबर शाखा धमकी देने वाली की पहचान में जुटी है.
बार सचिव ने की सहयोग की अपील
इसके लिए संबंधित डायवर्जन और डंप खंगालने की कोशिश कर रही है. बार सेक्रेट्री गगनदीप जम्मू के मुताबिक कैंपस में सुरक्षा के लिए हर जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं. पुलिस एवं अन्य सुरक्षा एजेंसियां पूरे कैंपस में सर्च ऑपरेशन चला रहीं है. उन्होंने इस काम में सुरक्षा एजेंसियों का सहयोग करने की अपील की है. फिलहाल हाईकोर्ट परिसर में मौजूद हरेक व्यक्ति की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है. इसलिए कैंपस को खाली कराया गया है.
भारत की कार्रवाई से झल्लाया पाकिस्तान, भारतीय उच्चायोग के स्टाफ को किया निष्कासित
22 May, 2025 12:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इस्लामाबाद । पाकिस्तान सरकार ने गुरुवार को भारतीय उच्चायोग के एक कर्मचारी को निष्कासित करने का एलान किया। पाकिस्तान ने यह कार्रवाई भारत की कार्रवाई के विरोध में की। भारत ने बुधवार को पाकिस्तानी उच्चायोग के एक स्टाफ को अवांछित घोषित करते हुए निष्कासित कर दिया था। भारत ने पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी को 24 घंटे के भीतर देश छोड़ने का फरमान सुनाया था। भारत की कार्रवाई से झल्लाया पाकिस्तान भी अब बिना किसी ठोस सबूत के भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है।
भारत ने 13 मई को भी पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी को किया था निष्कासित
इससे पहले 13 मई को भी भारत ने पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी को अवांछित घोषित करते हुए निष्कासित कर दिया था। इन अधिकारियों पर जासूसी के आरोप लगे हैं। नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी दूतावास में एक अधिकारी दानिश को तो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। दानिश के तार ही जासूसी के आरोप में पकड़ी गई भारतीय यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा और पंजाब और हरियाणा से गिरफ्तार कई जासूसों से जुड़े पाए गए हैं।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान में छिड़ा संघर्ष
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया। पहलगाम आतंकी हमले में आतंकियों ने 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या कर दी। इसके जवाब में भारत ने 6-7 मई की रात पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों पर हमला कर कई आतंकियों को ढेर कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान ने भी भारत के शहरों को निशाना बनाते हुए हमले किए, लेकिन भारत ने उन हमलों को रोक दिया। जिसके बाद पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने का नाकाम प्रयास किया। भारतीय पक्ष ने पाकिस्तानी कार्रवाइयों का कड़ा जवाब दिया। 10 मई को दोनों देशों के बीच संघर्षविराम हो गया।
इस्राइली दूतावास के दो कर्मचारियों की हत्या; ट्रंप बोले- नफरत और कट्टरपंथ के लिए यहां जगह नहीं
22 May, 2025 11:29 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन। वाशिंगटन में इस्राइली दूतावास के दो कर्मचारियों की गोली मार कर हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड को एफबीआई के फील्ड ऑफिस से कुछ कदम की दूरी पर स्थित कैपिटल यहूदी संग्रहालय के पास अंजाम दिया गया। होमलैंड सुरक्षा सचिव ने इस बारे में जानकारी दी है। होमलैंड सिक्योरिटी सेक्रेटरी क्रिस्टी नोएम ने बताया कि वॉशिंगटन में इस्राइली दूतावास के दो कर्मचारियों की बुधवार शाम को यहूदी संग्रहालय के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई। फिलहाल संदिग्ध को हिरासत में ले लिया गया है। मेट्रोपॉलिटन पुलिस प्रमुख पामेला स्मिथ ने प्रेस कांफ्रेस में बताया कि बुधवार शाम को जब दो इस्राइली कर्मी एक पुरुष और एक महिला, कैपिटल यहूदी संग्रहालय में एक कार्यक्रम से बाहर निकल रहे थे, तभी संदिग्ध हमलावर वहां पहुंचा और उन पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं।
स्मिथ ने बताया कि संदिग्ध की पहचान शिकागो निवासी 30 वर्षीय एलियास रोड्रिगेज के रूप में हुई है। उसे गोलीबारी से पहले संग्रहालय के बाहर घूमते हुए देखा गया था। गोलीबारी के बाद वह संग्रहालय में चला गया और कार्यक्रम सुरक्षाकर्मियों ने उसे हिरासत में ले लिया। इस दौरान संदिग्ध ने गोली मारने के बाद फ्री फलस्तीन के नारे भी लगाए। वहीं, अमेरिका में इस्राइल के राजदूत येचिएल लीटर ने कहा कि मारा गया जोड़ा सगाई करने वाला था। उसका अगले सप्ताह येरुशलम में शादी की योजना थी। वहीं, अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी ने हत्या के बारे में बताया कि जब गोलीबारी हुई उस वक्त वह पूर्व न्यायाधीश जीनिन पिरो के साथ घटनास्थल पर ही थीं। वे वाशिंगटन में अमेरिकी अटॉर्नी के रूप में कार्य करती हैं और जिनका कार्यालय इस मामले पर मुकदमा चलाएगा।
नफरत और कट्टरपंथ के लिए अमेरिका में कोई जगह नहीं
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड जे ट्रंप ने भी इन हत्याओं पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने पीड़ितों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि ये हत्याएं साफ तौर पर यहूदी-विरोधी भावना पर आधारित हैं। नफरत और कट्टरपंथ के लिए अमेरिका में कोई जगह नहीं है। बहुत दुख की बात है कि ऐसी चीजें हो सकती हैं। इस बीच, एफ.बी.आई. निदेशक काश पटेल ने बताया कि मुझे और मेरी टीम को आज रात कैपिटल यहूदी संग्रहालय के बाहर और हमारे वाशिंगटन फील्ड ऑफिस के पास डाउनटाउन डी.सी. में हुई गोलीबारी के बारे में जानकारी दी गई है। हम इसे लेकर एम.पी.डी. के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और अधिक जानकारी जुटा रहे हैं। उन्होंने पीड़ितों के प्रति संवेदनाएं जताते हुए कहा कि हम इस बारे में जरूरी अपडेट देते रहेंगे।
इस्राइल के राष्ट्रपति आइजैक हर्ज़ोग ने दी प्रतिक्रिया
इस्राइल के राष्ट्रपति आइजैक हर्ज़ोग ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह घृणा और यहूदी विरोधी भावना का एक घृणित कृत्य है, जिसने इस्राइली दूतावास के दो युवा कर्मचारियों की जान ले ली है। हमारी संवेदनाएं मारे गए लोगों के प्रियजनों के साथ हैं और हमारी प्रार्थनाएं घायलों के साथ हैं। मैं राजदूत और दूतावास के सभी कर्मचारियों को अपना पूरा समर्थन देता हूं। उन्होंने आगे कहा कि हम डीसी और पूरे अमेरिका में यहूदी समुदाय के साथ खड़े हैं। अमेरिका और इस्राइल अपने लोगों और हमारे साझा मूल्यों की रक्षा के लिए एकजुट रहेंगे। आतंक और नफ़रत हमें नहीं तोड़ पाएगी।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताई आंखो-देखी
वहीं, एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि जब उसने गोलियों की आवाज सुनी तो बाहर आकर देखा। उन्हें एक आदमी कुछ ज्यादा ही परेशान दिख रहा था। फिर लोग उसकी मदद के लिए आए और उसे पानी लाकर दिया, यह सोचकर कि उसे मदद की ज़रूरत है। उन्हें नहीं पता था कि वह संदिग्ध था। बाद में जब पुलिस आई, तो उसने फ्री फलस्तीन के नारे लगाना शुरु कर दिया।
वहीं, संयुक्त राष्ट्र में इस्राइल के राजदूत डैनी डैनन ने इस गोलीबारी को यहूदी विरोधी आतंकवाद का घृणित कृत्य करार दिया है। डैनन ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि हमें विश्वास है कि अमेरिकी अधिकारी इस आपराधिक कृत्य के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि इस्राइल दुनिया भर में अपने नागरिकों और प्रतिनिधियों की रक्षा के लिए दृढ़ता से काम करना जारी रखेगा।
भारत ने पाकिस्तान के हाई कमीशन अधिकारी को 24 घंटे में निकाले जाने का दिया अल्टीमेटम
21 May, 2025 10:23 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत ने नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में कार्यरत एक अधिकारी को अवांछित व्यक्ति (persona non grata) घोषित किया है और उसे 24 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया है। यह कार्रवाई बुधवार को की गई, क्योंकि अधिकारी पर अपने आधिकारिक दर्जे के अनुरूप गतिविधियों में शामिल होने का आरोप था, जिसे विदेश मंत्रालय ने राजनयिक गरिमा के खिलाफ माना।
पाकिस्तान उच्चायोग को डिमार्शे किया जारी
बता दें कि भारत सरकार ने पाकिस्तान उच्चायोग को एक डिमार्शे (औपचारिक राजनयिक पत्र) जारी कर सूचित किया कि उनके एक अधिकारी को “अवांछित व्यक्ति” घोषित किया गया है। उच्चायोग को स्पष्ट रूप से बताया गया कि उक्त अधिकारी को 24 घंटे के भीतर भारत छोड़ना होगा।
13 मई को एक अधिकारी को किया था निष्कासित
इसके अलावा, 13 मई को भी भारत ने एक अन्य पाकिस्तानी अधिकारी दानिश को कथित जासूसी गतिविधियों के कारण निष्कासित किया था और उसे भी 24 घंटे में देश छोड़ने का निर्देश दिया गया था। दरअसल, दानिश का कनेक्शन पाकिस्तानी जासूस ज्योति मल्होत्रा के साथ था। ज्योति पाकिस्तान उच्चायोग में आयोजित इफ्तार पार्टी में शामिल हुई थी।
जासूसों की गिरफ्तारी के बाद लिया एक्शन
पाकिस्तानी अधिकारी को 24 घंटे में देश छोड़ने का आदेश जासूस ज्योति मल्होत्रा और कई अन्य लोगों की पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तारी के बाद दिया गया है। यह गिरफ्तारी भारतीय सशस्त्र बलों के ऑपरेशन सिंदूर और भारतीय शहरों और सैन्य प्रतिष्ठानों पर पाकिस्तान के हमलों के प्रयास के जवाब में देश में जासूसी नेटवर्क पर कार्रवाई के दौरान की गई थी।
हरियाणा पुलिस को NHRC का अल्टीमेटम, प्रोफेसर की गिरफ्तारी पर मांगी विस्तृत रिपोर्ट
21 May, 2025 05:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने को लेकर गिरफ्तार हुए अशोका यूनिवर्सिटी के राजनीति विज्ञान विभाग के HoD और प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने प्रोफेसर की गिरफ्तारी और हिरासत में रिमांड के संबंध में एक मीडिया रिपोर्ट पर स्वत: संज्ञान लिया है. उन्हें 18 मई को गिरफ्तार किया गया था और तब से वो हिरासत में हैं. हालांकि, बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें अंतरिम जमानत दे दी.
NHRC ने पाया कि रिपोर्ट में प्रोफेसर के मानवाधिकारों और स्वतंत्रता का उल्लंघन हुआ है. हरियाणा के पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर एक हफ्ते के अंदर मामले में विस्तृत रिपोर्ट तलब की है. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी), भारत को हरियाणा में अशोक विश्वविद्यालय (एक डीम्ड विश्वविद्यालय) के एक प्रोफेसर की गिरफ्तारी और हिरासत में रिमांड के संबंध में 20 मई, 2025 की एक समाचार रिपोर्ट मिली है.
NHRC ने क्या कहा?
आयोग ने कहा है कि रिपोर्ट, जिसमें उन आरोपों को बताया गया है जिनके आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया है, वो खुलासा करती है कि प्रोफेसर के मानवाधिकारों और स्वतंत्रता का उल्लंघन किया गया है. इसलिए, इसने रिपोर्ट की गई घटना का स्वत: संज्ञान लेने के लिए इसे उपयुक्त मामला माना है. इसी के चलते NHRC ने हरियाणा के पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर एक हफ्ते के अंदर मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.
सुप्रीम कोर्ट ने दी अंतरिम जमानत
अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर को सुप्रीम कोर्ट से बुधवार को अंतरिम जमानत मिल गई है. प्रोफेसर की ओर से गिरफ्तारी के खिलाफ दाखिल याचिका पर कोर्ट ने उन्हें अंतरिम जमानत दे दी. साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा सरकार को नोटिस भी जारी किया है. इस के साथ ही बयान की जांच के लिए SIT टीम का गठन करने का निर्देश भी दिया गया है.
प्रोफेसर ने क्या टिप्प्णी की थी?
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर प्रोफेसर ने टिप्पणी की थी. उन पर कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के योगदान को कमतर आंकने और सोशल मीडिया पर टिप्पणी करके ऑपरेशन सिंदूर को सांप्रदायिक मकसद से जोड़ने का आरोप है. बीजेपी के युवा मोर्चा के महासचिव योगेश जठेरी की शिकायत पर FIR दर्ज हुई थी. सोनीपत पुलिस ने FIR दर्ज की थी और प्रोफेसर को गिरफ्तार कर लिया गया था.
8 मई को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ने कर्नल सोफिया कुरैशी की तारीफ करने वाले हिंदुत्ववादियों के अंतर्विरोध पर टिप्पणी की थी. प्रोफेसर ने कहा था कि कर्नल कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने जो प्रेस ब्रीफिंग की थी उसका प्रतीकात्मक चेहरा तो महत्वपूर्ण था, लेकिन इसे जमीनी हकीकत में बदलना होगा, वरना ये सिर्फ पाखंड है.
कासगंज में मगरमच्छों को शव खिलाने वाला हत्यारा राजस्थान से गिरफ्तार
21 May, 2025 04:59 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से लेकर हरियाणा-राजस्थान तक 50 से अधिक लोगों की हत्या करने और इनके शवों को यूपी के कासगंज में मगरमच्छों को खिलाने वाले दुर्दांत राक्षस ‘डॉक्टर डेथ’ को गिरफ्तार कर लिया गया है. सात मामले में उम्र कैद के बाद एक मामले में फांसी का इंतजार कर रहा यह सीरियल किलर अगस्त 2024 में तिहाड़ जेल से पैरोल पर बाहर आया. इसके बाद से ही फरार चल रहा था. हालांकि दिल्ली पुलिस ने करीब छह महीने बाद राजस्थान के दौसा स्थित एक आश्रम से अरेस्ट कर लिया है. इस आश्रम में वह पुजारी बनकर रह रहा था.
आइए, जानते हैं कि आखिर कौन है ये डॉक्टर डेथ, जिसकी गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस ने राहत की बड़ी सांस ली है? जी हां, हम बात कर रहे हैं दिल्ली के कुख्यात आयुर्वेदिक डॉक्टर देवेंद्र शर्मा की. 1998 से 2004 के बीच देवेंद्र शर्मा का नाम किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट में आया था. इस मामले में उसकी गिरफ्तारी हुई और उसने 125 से अधिक अवैध ट्रांसप्लांट के केस कबूल किए थे. इससे पहले देवेंद्र शर्मा ने 1994 में गैस एजेंसी की डीलरशिप ली थी. हालांकि इसमें घाटा हुआ तो इसने मानव अंगों की तस्करी शुरू कर दी थी. इस प्रकार हत्या की ताबड़तोड़ वारदातों को अंजाम देते हुए यह कब खूंखार सीरियल किलर बन गया, इसे खुद पता नहीं चला.
50 से अधिक मर्डर का आरोप
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक डॉक्टर डेथ के रूप में कुख्यात देवेंद्र शर्मा पर 50 से अधिक मर्डर का आरोप है. इनमें से अब तक 8 मामलों में यह दोषी भी साबित हो चुका है. इनमें भी 7 मामलों में इसे उम्रकैद हुई है, जबकि हरियाणा के गुरुग्राम में हुए मर्डर के एक मामले में इसे फांसी की सजा हुई है. इन्हीं मामलों में यह दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद था. अगस्त 2023 में यह पैरोल पर तिहाड़ जेल से बाहर आया था और फरार हो गया था. इससे पहले वह साल 2020 में भी पैरोल पर बाहर आकर फरार हुआ था और सात महीने बाद पकड़ा गया.
ऐसे करता था अपराध
पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस बदमाश को हत्या की सनक सवार थी. इसके लिए वह खासतौर पर टैक्सी चालकों को निशाना बनाता था. वह टैक्सी बुक करता और फिर ड्राइवर की हत्या करने के बाद उसके शव को उत्तर प्रदेश के कासगंज में मगरमच्छों के लिए मशहूर हजारा नहर में डाल देता था. वहां पलक झपकते मगरमच्छ शवों को खा जाते थे, इसलिए आरोपी के खिलाफ पुलिस को सुराग नहीं मिल पाता. वहीं टैक्सियों को ब्लैक मार्केट में बेच देता था.
पुजारी बनकर काट रहा था फरारी
अगस्त 2024 में पैरोल जंप करने के बाद देवेंद्र शर्मा ने धर्म का चोला ओढ़ लिया था. वह दौसा के एक आश्रम में पुजारी बनकर फरारी काटने लगा. इधर, दिल्ली पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रैस करने और उसे पकड़ने के लिए आधा दर्जन से अधिक टीमें बना दीं. इन टीमों ने बड़ी मुश्किल से उसकी लोकेशन को ट्रैक किया और उसे पकड़ने के लिए दौसा के आश्रम में पहुंची. इस दौरान आरोपी आश्रम में धार्मिक प्रवचन करता मिला. पुलिस ने उसी हाल में उसे दबोच लिया है.
जयशंकर की नीदरलैंड यात्रा सफल, द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देने पर बनी सहमति
21 May, 2025 04:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नीदरलैंड्स के प्रधानमंत्री डिक स्कूफ ने मंगलवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ व्यापार, प्रौद्योगिकी और सुरक्षा के क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने पर बातचीत की और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई का समर्थन किया।
जयशंकर के साथ बैठक के बाद डिक स्कूफ ने कहा कि वह जल्द ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नीदरलैंड्स में स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं। मोदी को 13 से 17 मई तक क्रोएशिया, नार्वे और नीदरलैंड्स की यात्रा करनी थी, लेकिन पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के कारण यह यात्रा रद कर दी गई।
जयशंकर ने पीएम स्कूफ को कहा धन्यवाद
वार्ता के दौरान जयशंकर ने आतंकवाद के खिलाफ नीदरलैंड्स के दृढ़ रुख के लिए प्रधानमंत्री डिक स्कूफ को धन्यवाद दिया। विदेश मंत्री के साथ अपनी बैठक के बारे में स्कूफ ने कहा कि पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के खिलाफ भारत की लड़ाई के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया है। उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि यह सभी पक्षों के लिए अच्छी बात है कि भारत और पाकिस्तान के बीच हिंसा और नहीं बढ़ी है।
नीदरलैंड्स के प्रधानमंत्री ने कहा कि बदलती दुनिया में नीदरलैंड्स और भारत दोनों के लिए एक-दूसरे पर भरोसा करना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, 'हमने अपनी रणनीतिक साझेदारी के बारे में भी बात की। यह व्यापार, नई प्रौद्योगिकी, कृषि और सुरक्षा सहित क्षेत्रों में नीदरलैंड्स और भारत के बीच दीर्घकालिक सहयोग से संबंधित है।'
तीन देशों की यात्रा पर जयशंकर
जयशंकर तीन देशों की यात्रा के पहले चरण में सोमवार को यहां पहुंचे। वह डेनमार्क और जर्मनी भी जाएंगे। वहीं, विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने भारत-नीदरलैंड्स संबंधों में बढ़ती रणनीतिक समानता पर संतोष व्यक्त किया तथा द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की।
'टेक इट डाउन एक्ट' लागू, ऑनलाइन अश्लीलता पर अमेरिका की सख्त कार्रवाई शुरू
21 May, 2025 04:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन। ऑनलाइन अश्लील सामग्रियों पर अंकुश लगाने एवं बच्चों पर इसके प्रतिकूल प्रभाव को रोकने के उद्देश्य से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक महत्वपूर्ण कानून 'टेक इट डाउन एक्ट' पर हस्ताक्षर किए हैं।
यह कानून अमेरिका के पहले नए संघीय कानूनों में से एक
यह कानून अमेरिका के पहले नए संघीय कानूनों में से एक है, जिसका उद्देश्य एआइ-जनित सामग्री से होने वाले संभावित नुकसान को दूर करना है क्योंकि यह तकनीक तेजी से आगे बढ़ रही है।
मेलानिया ट्रंप द्वारा समर्थित है यह कानून
अमेरिका की प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप द्वारा समर्थित इस कानून को ऐतिहासिक माना जा रहा है। इसके तहत अब बिना सहमति के अश्लील तस्वीरें प्रसारित करना अवैध माना जाएगा।
48 घंटों के भीतर अश्लील वीडियो हटाना जरूरी होगा
रिपोर्ट के अनुसार, इस कानून के अनुसार अगर कोई किसी को बिना उसकी सहमति के ऑनलाइन - रीयल अथवा एआइ जनित अश्लील तस्वीरें साझा करता है या ऑनलाइन पोस्ट करता है तो इसे अवैध माना जाएगा तथा ऐसी तस्वीरों के बारे में अधिसूचित किए जाने के 48 घंटों के भीतर तकनीकी प्लेटफार्म को इन्हें हटाना जरूरी होगा।
हमें अपने बच्चों की सुरक्षा करनी चाहिए- व्हाइट हाउस
इस आशय के बाबत व्हाइट हाउस ने अपने एक्स पोस्ट पर लिखा, ''आज रोज गार्डन में राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप ने टेक इट डाउन एक्ट पर हस्ताक्षर करके इसे कानून बना दिया - प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप द्वारा समर्थित एक ऐतिहासिक कानून। हमें अपने बच्चों की सुरक्षा करनी चाहिए!''
मेलानिया ने भी अपने एक्स पोस्ट पर लिखा, ''आज, 'टेक इट डाउन एक्ट' के माध्यम से हम इस बात की पुष्टि करते हैं कि हमारे बच्चों की भलाई हमारे परिवारों और अमेरिका के भविष्य के लिए अति महत्वपूर्ण है। मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि 'बी बेस्ट' (सर्वश्रेष्ठ बनो) के मूल्य देश के कानून में परिलक्षित होंगे।''
अश्लील डीपफेक के मामले बढ़ रहे
गौरतलब है कि हाल के वर्षों में मशहूर पॉप गायिका टेलर स्विफ्ट से लेकर एलेक्जेंड्रिया ओकासियो-कोर्टेज और देश भर की हाई स्कूल की लड़कियां भी गैर-सहमति वाले अश्लील डीपफेक की शिकार हुई हैं। अश्लील डीपफेक में कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग करके किसी व्यक्ति के चेहरे को नग्न शरीर पर के साथ जोड़ दिया जाता है।
रिपोर्ट के अनुसार, इस कानून से जहां एक ओर पोर्न और गैर-सहमति वाले एआइ-जनरेटेड यौन चित्रों से पीडि़तों को राहत मिलेगी, वहीं दूसरी ओर उन तकनीकी प्लेटफार्म के लिए जवाबदेही भी बढ़ेगी जहां इस तरह की सामग्री साझा की जाती है।
बच्चों की रीयल, एआइ-जनरेटेड तस्वीरों पर बैन
साथ ही, इस तरह की गतिविधियों के लिए मुकदमा भी चलाया जाएगा। पहले, संघीय कानून ने बच्चों की रीयल, एआइ-जनरेटेड तस्वीरों को बनाने या साझा करने पर रोक लगा दी थी। लेकिन, वयस्क पीड़ितों की सुरक्षा के लिए राज्य के अनुसार कानून अलग-अलग थे और पूरे देश में मौजूद नहीं थे।
मुकेश और नीता अंबानी को मिला वैश्विक परोपकारियों में स्थान
21 May, 2025 01:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
न्यूयॉर्क। अंबानी दंपती दुनिया के शीर्ष परोपकारियों में शामिल हैं। मंगलवार को जारी की गई परोपकार के क्षेत्र की 100 सबसे प्रभावशाली शख्सियतों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी, रिलायंस फाउंडेशन की संस्थापक चेयरपर्सन नीता अंबानी, विप्रो के पूर्व चेयरमैन अजीम प्रेमजी और जीरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामत के नाम हैं।
अंबानी दंपती ने 2024 में 407 करोड़ रुपये का दान दिया
टाइम रिपोर्ट के अनुसार यह सूची बयां करती है कि कैसे ये लोग उन जरूरतमंदों को मदद कर रहे हैं, जिन्हें मदद की सबसे अधिक जरूरत है। मुकेश अंबानी और नीता अंबानी की प्रशंसा करते हुए लिखा गया है कि दंपती ने लाखों भारतीयों के हित के लिए सामाजिक पहल में बढ़-चढ़ कर दान दिया है। अंबानी दंपती ने 2024 में 407 करोड़ रुपये का दान दिया।
रिलायंस फाउंडेशन ने लाखों विद्यार्थियों की मदद की
रिलायंस फाउंडेशन ने लाखों विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति के लिए धन मुहैया कराया। महिलाओं के कौशल को निखारने के लिए मदद पहुंचाई। मुकेश और नीता अंबानी करोड़ों लोगों को सशक्त बना रहे हैं।
टाइम रिपोर्ट ने कहा कि प्रेमजी भारत के सबसे परोपकारी लोगों में से एक हैं। उन्होंने शिक्षा प्रणाली में व्यवस्थित सुधार के लिए दान दिया है। प्रेमजी 'गिविंग प्लेज' यानी अपनी संपत्ति का बड़ा हिस्सा दान देने की प्रतिबद्धता पर हस्ताक्षर करने वाले पहले भारतीय हैं।
उन्होंने 2013 में अपनी कंपनी विप्रो के 29 अरब डॉलर से अधिक के शेयर के साथ उस फाउंडेशन को दान कर दिया, जिसे उन्होंने लगभग 25 साल पहले शुरू किया था। टाइम ने कहा कि प्रेमजी 2023-2024 में शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य क्षेत्रों से संबंधित 940 संगठनों को 109 मिलियन अमरीकी डॉलर दिए गए।
निखिल कामत भी इस लिस्ट में शामिल
इस सूची में जीरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामत भी शामिल हैं, जो 2023 में 36 साल की उम्र में 'गिविंग प्लेज' पर हस्ताक्षर करने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय बने। उन्होंने पर्यावरण और शैक्षिक परियोजनाओं के लिए लाखों डॉलर दान किए और खुद की पहल, 'यंग इंडिया फिलैंथ्रोपिक प्लेज' (वाईआइपीपी) शुरू की। इसके तहत, 45 वर्ष से कम आयु के उन भारतीयों से अनुरोध किया गया है कि जिनके पास 10 करोड़ डॉलर से अधिक की संपत्ति है, वे अपनी संपत्ति का कम से कम 25 प्रतिशत दान करें।
सूची में फुटबाल खिलाड़ी डेविड बेकहम, माइकल ब्लूमबर्ग, ओप्रा विन्फ्रे, वारेन बफे, मेलिंडा गेट्स, प्रिंस विलियम और राजकुमारी कैथरीन, जैक मा जैसी हस्तियां शामिल हैं।