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ब्रिटेन में मिला पानी पर जासूसी कैमरा, रूस पर शक
7 Apr, 2025 02:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दुनियाभर में जासूसी कराने में रूस और उसके राष्ट्र्पति व्लादिमीर पुतिन की सानी नहीं है. यूक्रेन से जंग के बीच जासूसी का जो नया तरीका सामने आया है, उससे पूरे यूरोप में हड़कंप मचा है. दरअसल, ब्रिटेन में पानी पर एक जासूसी कैमरा मिला है, जो रूस का बताया जा रहा है. रूस ने अब तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
ब्रिटेन की अखबार टेलीग्राफ के मुताबिक ब्रिटेन के परमाणु संयत्र के पास एक कैमरा मिला है. यह कैमरा पानी के ऊपर और नीचे लगा था. पहली बार ब्रिटेन में जासूसी का यह नया तरीका देखा गया है. पूरे मामले में ब्रिटेन की आर्मी 2 प्वॉइंट की जांच कर रही है. पहला, यह कैमरा लगाया कैसे गया और दूसरा इसे लगाया किसने?
परमाणु पनडुब्बी की निगरानी
ब्रिटेन के अधिकारियों का कहना है कि रूस के ये जासूसी कैमरे परमाणु पनडु्ब्बी की निगरानी के मद्देनजर लगाया गया था. रूस के ये अधिकारी जानना चाह रहे थे कि ब्रिटेन में परमाणु पनडुब्बी की हलचल किस तरह की है?
जंग में परमाणु पनडुब्बी को काफी अहम माना जा रहा है. ब्रिटेन के वैनगार्ड परमाणु पनडुब्बी को सबसे खतरनाक हथियार माना जाता है. माना जा रहा है कि इसकी ही रेकी के लिए पानी के ऊपर कैमरे लगवाए गए थे.
रूस के खिलाफ ब्रिटेन का खुला मोर्चा
यूक्रेन और रूस जंग में व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ ब्रिटेन ने खुला मोर्चा खोल रखा है. जब अमेरिका ने यूक्रेन को मदद देने से इनकार किया, तब ब्रिटेन और फ्रांस ने यूरोपीय यूनियन की बड़ी बैठक बुला ली. यह बैठक ब्रिटेन की राजधानी लंदन में बुलाई गई थी. इस बैठक में पुतिन के खिलाफ सभी ने मिलकर लड़ने का प्रण लिया था.
इसके बाद से ही अंटलांटिक और बाल्टिक एरिया में रूस ने मोर्चा खोल दिया. हाल ही में नॉर्वे के पास रूस की एक पनडुब्बी देखी गई थी. कहा जा रहा है कि रूस की ये पनडुब्बी केबल तारों को काटने का काम करती है.
ब्रिटेन के अधिकारियों को डर है कि इसी पनडुब्बी के जरिए पानी में निगरानी कैमरे लगाए गए.
सऊदी अरब के नए यात्रा प्रतिबंध1 3अ लप्रै से मध्य जून तक प्रभावी होंगे
7 Apr, 2025 02:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सऊदी अरब सरकार ने नए यात्रा प्रतिबंध लागू किए हैं. जिसमें भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश समेत 14 देशों के ऊपर ये प्रतिबंध लगाए गए हैं. विभिन्न मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक यह प्रतिबंध 13 अप्रैल से मध्य जून तक लागू रहेगा, यानी हज यात्रा पूरी होने तक ये प्रतिबंध जारी रहेंगे.
सऊदी में हज यात्रा के दौरान दुनिया भर से आने वाले लोगों की संख्या काफी बढ़ जाती है और वो लोग भी मक्का मदीना पहुंच जाते हैं, जिनके पास हज वीजा नहीं है. जिसकी वजह हज मंत्रालय के इंतजाम में रुकावट पैदा हो जाती है. पिछले साल ऐसे ही हज में संख्या बढ़ने और अधिक गर्मी की वजह से एक हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी.
कौन से वीजा होंगे सस्पेंड?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नए दिशा-निर्देशों के तहत उमरा वीजा, बिजनेस विजिट वीजा और फैमिली विजिट वीजा को निलंबित कर दिया गया है. सऊदी अरब के वीजा प्रतिबंध से भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों के उन लोगों को निराशा हुई है, जो इन वीजा की मदद से हज के समय मक्का और मदीना जाना चाहते थे.
सऊदी क्राउन प्रिंस के निर्देश के बाद उठाया कदम
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने अधिकारियों को सख्त वीज़ा विनियमन सुनिश्चित करने का आदेश दिया है ताकि देश में हज यात्रा सुचारू और सुरक्षित तरीके से पूरी हो.
सऊदी अरब के अधिकारियों ने कहा कि यह कदम लोगों को बिना रजिस्ट्रेशन के हज करने से रोकेगा. अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि अन्य देशों के नागरिक उमरा वीजा या विजिट वीजा के साथ सऊदी अरब आते हैं और पवित्र मक्का में हज करने के लिए अवैध रूप से वहां रुकते हैं.
किन देशों पर लगा प्रतिबंध
सऊदी अरब ने करीब 13 देशों के वीजा को सस्पेंड किया हैं, जिसमें भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, मिस्र, इंडोनेशिया, इराक, नाइजीरिया, जॉर्डन, अल्जीरिया, सूडान, इथियोपिया, ट्यूनीशिया और यमन शामिल
मेक्सिको में मासूम बच्ची में हुई बर्ड फ्लू की पुष्टी, अस्पताल में भर्ती
6 Apr, 2025 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मैक्सिको सिटी,। मैक्सिको सिटी के पश्चिमी राज्य दूरांगो की 3 साल बच्ची में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। यहां इस वायरस का यह पहला मानव मामला है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि टाइप ए एच5एन1 इन्फ्लूएंजा अमेरिका में जानवरों और कुछ लोगों के जरिए से फैल रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान में कहा कि बच्ची को आहुइला राज्य के पास स्थित टोरेऑन के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसे शुरुआत में फ्लू-रोधी दवा दी गई थी। बयान में कहा गया है कि अभी यह पता नहीं चल पाया है कि बच्ची वायरस की चपेट में कैसे आई।
क्रीवी रीह पर रूसी मिसाइल हमले में 16 लोगों की मौत
6 Apr, 2025 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कीव । यूक्रेन के क्रीवी रीह पर रूसी मिसाइल हमले में छह बच्चों सहित करीब 16 लोगों की मौत हुई हैं, जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए। वहीं खार्किव में ड्रोन से भी हमले किए गए। ड्रोन हमले में पांच लोगों की मौत हो गई। यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने लिखा कि रूसी मिसाइल हमले के बाद क्रिवी रिह में बचाव अभियान जारी है। अब तक, छह बच्चों सहित 16 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। खार्किव में, लक्षित रूसी ड्रोन हमले के बाद पूरे दिन बचाव प्रयास जारी रहे। छह शाहेद ड्रोन द्वारा जानबूझकर किया गया हमला। दुख की बात है कि पाँच लोग मारे गए। चौंतीस घायल हो गए। सभी परिवारों और प्रियजनों के प्रति मेरी संवेदनाएँ।
उन्होंने कहा, ये हमले आकस्मिक नहीं हो सकते, रूसियों को ठीक से पता है कि वे क्या कर रहे हैं। वे जानते हैं कि ये ऊर्जा सुविधाएँ हैं जिन्हें रूस द्वारा अमेरिकी पक्ष से किए गए वादे के तहत हमलों से बचाया जाना चाहिए। हर रूसी वादा मिसाइलों या ड्रोन, बम या तोपखाने के साथ टूट जाता है। कूटनीति का उनके लिए कोई मतलब नहीं है। राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा कि युद्धविराम पहले ही हो सकता था, लेकिन रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने अस्वीकार कर दिया है। इस बीच, 23 से 25 मार्च तक, अमेरिका ने सऊदी अरब के रियाद में रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडलों के साथ विशेषज्ञ-स्तरीय चर्चा की। ये द्विपक्षीय बैठकें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा रूसी राष्ट्रपति पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के साथ उच्च स्तरीय चर्चा के बाद हुईं। वार्ता मुख्य रूप से काला सागर में सुरक्षा, वाणिज्यिक समुद्री गतिविधि की सुरक्षा, ऊर्जा अवसंरचना संरक्षण और स्थायी शांति को बढ़ावा देने के लिए व्यापक कूटनीतिक प्रयासों पर केंद्रित थी।
अमेरिका के एक अस्पताल में करीब 10 नर्सों को ब्रेन ट्यूमर हुआ
6 Apr, 2025 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन । अमेरिका के मासुचूसट्स से एक बेहद हैरान करने वाला मामला आया है। यहां अस्पताल में एक ही फ्लोर पर काम करने वाली करीब 10 नर्सों को ब्रेन ट्यूमर हुआ है। अस्पताल में 1 अप्रैल को जब एक ही फ्लोर पर काम करने वाली कम से कम 11 नर्सों का इंटरव्यू लिया गया, तब ये बात सामने आई। पांचवीं मंजिल पर मैटरनिटी केयर सेंटर चलता है।
पता चला कि इस फ्लोर पर काम करने वाली पांच नर्सों को ब्रेन ट्यूमर हो गया है। इसके पहले भी 6 नर्सों को ब्रेन ट्यूमर हुआ था। हाल ही में एक नर्स को ब्रेन ट्यूमर हुआ है। एक नर्स ने कहा कि पहले भी कई नर्सों के साथ यह दिक्कत हो चुकी है। रिपोर्ट के मुताबिक पहले भी कई नर्स ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी करवा चुकी हैं। उन्हें अस्पताल की तरफ से ज्यादा मदद भी नहीं दी जाती है।
एक नर्स ने बताया कि अस्पताल का प्रशासन इसपर गौर नहीं कर रहा है और कोई सुधार नहीं किया जा रहा है। यह चिंता की बात है कि यहां के स्टाफ में ब्रेन ट्यूमर के मामले बढ़ रहे हैं। यह केवल संयोग नहीं हो सकता है। इसके पीछे की वजह पता लगाना जरूरी है। सीडीसी की गाइडलाइन का पालने करते हुए अस्पताल ने रेडिएशन और आसपास के माहौल की जांच करावा दी है। इसके बाद अस्पताल ने कहा कि यहां के पर्यावरण में किसी तरह की दिक्कत नहीं है जिससे कि ब्रेन ट्यूमर हो जाए।
जानकारों का कहना है कि रेडिएशन के आयनाइजेशन की वजह से इस तरह के ट्यूमर हो सकते हैं। लेकिन गौर करने वाली बात यह भी है कि अगर इस तरह का रेडिएशन होता है, तब पूरे शरीर को प्रभावित करता है। कई तरह के कैंसर हो सकते हैं। यह केवल ब्रेन को प्रभावित नहीं करता। अगर रेडिएशन सीधा सिर पर लगता है, तब ब्रेन ट्यूमर का ही खतरा रहता है। अस्पताल के अधिकारियों का कहना है कि पांचवीं मंजिल पर किसी तरह का अतिरिक्त रेडिएशन नहीं हो रहा है। अधिकारियों का कहना है कि अस्पताल के पीने के पानी की भी नियमित जांच होती है। अस्पताल ने कहा कि लंबे समय तक मास्क पहनने से भी ब्रेन ट्यूमर होने का कोई खतरा अब तक पता नहीं चला है।
नेपाल के पूर्व डिप्टी पीएम रबि लामिछाने गिरफ्तार
6 Apr, 2025 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
काठमाडू। नेपाल के पूर्व उप-प्रधानमंत्री रबि लामिछाने को आधी रात काठमांडू स्थित उनके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। वे करोड़ों रुपए की सहकारी ठगी मामले में गिरफ्तार किया गया है। उन्हें इस मामले में जमानत मिली हुई थी लेकिन तुलसीपुर हाईकोर्ट ने शुक्रवार को इसे रद्द कर दिया।
न्यायालय के फैसले के बाद लामिछाने कहा कि उनके साथ अन्याय हो रहा है। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट की कॉपी मिले बिना ही पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने उनके बेडरूम तक में घुस गई। रबि लामिछाने पुष्म कमल दल की सरकार में 2024 में देश के उप-प्रधानमंत्री थे। राजनीति में आने से पहले वह देश के चर्चित पत्रकार थे। उन्होंने 2022 में राजनीति में एंट्री की थी। उन्होंने राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के गठन की घोषणा की और उसी साल चुनाव लड़ा था।
पाकिस्तान में आतंकवादियों का पाक आर्मी के लिए सिरदर्द बनना, आर्मी की छवि हुई धूमिल
5 Apr, 2025 08:24 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
आतंकवादियों ने पाकिस्तानी सुरक्षाबलों को तगड़ी चपत लगाई है. इसके साथ ही सुरक्षा के लिए भी बड़ा खतरा पैदा कर दिया. ये आतंकवादी सुरक्षा कैमरे चुरा लिए और अब उसे बेचकर मोटी कमाई कर रहे हैं. आतंकवादी इन कैमरों को बेचने के लिए फेसबुक मार्केटिंग प्लेस का इस्तेमाल कर रहे हैं. आतंकियों की इस करतूत से पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और फौज की हर तरफ खिल्ली उड़ रही है.
खैबर पख्तूनख्वा के डेरा इस्माइल खान के नजदीक टोंक जिले में अनेक जगहों पर अजीबोगरीब मामला सामने आया है. इस इलाके में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने बड़े पैमाने पर सुरक्षा के लिए कैमरे लगाए थे. दिलचस्प है कि जो कैमरे लगाए गए थे, उनकी निगरानी का काम भी कुछ कैमरों के द्वारा किया जा रहा था. आतंकवादियों ने पिछले महीने के अंतिम दिनों में टोंक जिले की मुख्य सड़कों पर लगे कुछ कैमरे चुरा लिए. उसके बाद सुरक्षा बलों के कैंपों के नजदीक लगे भी अनेक सुरक्षा कैमरे चोरी हो गए.
फेसबुक मार्केटिंग के जरिये बेच रहे कैमरे
पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने इस चोरी को रूटिंन चोरी की तरह लिया, लेकिन उनका मजाक तब उड़ने लगा जब अचानक आतंकवादियों ने उनके इन कैमरों को फेसबुक मार्केटिंग के जरिए बेचना शुरू कर दिया. फेसबुक मार्केटिंग पर इन आतंकवादियों ने बाकायदा इन कैमरे की विशेषता बताते हुए कि वह कितनी तरह से फोटो लेते हैं, कितने एंगल पर घूम सकते हैं आदि. आतंकवादियों ने बाकायदा उनका महत्व बताते हुए उनके दाम लगाने शुरू कर दिए. दिलचस्प है कि फेसबुक मार्केटिंग पर आम लोगों ने मोलभाव करना भी शुरू कर दिया.
एक्शन में पाकिस्तान आर्मी
मामला सामने आने के बाद पाकिस्तानी सुरक्षा वालों ने आनन-फानन में इन कैमरों की चोरी होने का मुकदमा दर्ज कराया. इसके बाद मामले की जांच शुरू हुई, लेकिन अभी तक न तो कैमरे चोरी करने वाले चोर पकड़े गए हैं और न ही फेसबुक पर उन्हें बेचने वाले आतंकवादी. सुरक्षा एजेंसियां इन फेसबुक पेजों को बंद कराकर उनकी जांच कर रही है. ध्यान रहे कि इसके पहले भी फेसबुक पर पाकिस्तान के डाकुओं ने बड़े पैमाने पर अपना प्रचार शुरू किया था, जिसे लेकर सुरक्षा बलों को बेहद परेशानी हुई थी. सुरक्षा बलों द्वारा की गई सख्ती के बाद डाकुओं के फेसबुक अकाउंट बंद कर दिए गए थे. फिलहाल इस नए प्रकरण से पाकिस्तानी सुरक्षा बलों की सोशल मीडिया पर बड़े पैमाने पर पाकिस्तान में ही खिल्ली उड़ाई जा रही है.
शराब पीने के बाद दोस्त की हत्या, हरियाणा में तीन युवकों पर हत्या का आरोप
5 Apr, 2025 06:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरियाणा चरखी दादरी के गांव कन्हेटी में एक युवक का शव मिलने से हड़कंप मच गया. यवुक ने दोस्तों के साथ रात को शराब पी और सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में शव मकान के पीछे पड़ा मिला है. सूचना मिलने पर पुलिस टीम, एफएसएल टीम ने मौके पहुंचकर घटना का मुआयना किया. मृतक के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने 3 लोगों पर हत्या का केस दर्ज करते हुए आगामी कार्रवाई कर दी है. मृतक की पहचान गांव कन्हेटी निवासी करीब 25 वर्षीय विक्रम के रूप में हुई है.
विक्रम राजस्थान में प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता था. जानकारी के मुताबिक, कन्हेटी गांव में बंद पड़े मकान के पास संदिग्ध परिस्थितियों में युवक का शव देख ग्रामीणों ने इसकी सूचना गांव के सरपंच को दी, जिसके बाद पुलिस को बुलाया गया. शव की सूचना मिलने पर पुलिस व एफएसएल टीम मौके पर पहुंची. टीम के निरीक्षण के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए चरखी दादरी सिविल अस्पताल भेजा गया है.
बंद मकान की छत पर पी थी शराब
पुलिस के मुताबिक, विक्रम और उसके दोस्त कृष्ण, संदीप व साहिल ने बीती रात को नरेंद्र के बंद मकान की छत पर शराब पी थी. रात को शराब पीने के दौरान दोस्तों ने ही विक्रम को धक्का देकर छत से गिराकर हत्या कर दी. पुलिस ने मौके से शराब की खाली बोतलें भी बरामद की है. मृतक के पिता बलबीर की शिकायत पर उसके साथ शराब पीने वाले दोस्तों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर आगामी कार्रवाई की जा रही है.
मां से फोन पर की थी बात
पुलिस ने बताया कि मृतक के परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक विक्रम ने गुरुवार रात अपनी मां से फोन पर बात हुई थी. उस दौरान विक्रम ने बताया था कि वो अपने दोस्तों के साथ है. ऐसे में जब रात में वो घर नहीं पहुंचा और उसकी मां ने कॉल की तो मोबाइल बंद आया तो परिजनों को उसकी चिंता हुई. पुलिस का कहना है कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है.
सिद्धार्थ की शहादत पर मंगेतर सोनिया का दर्द, पार्थिव शरीर देखकर नहीं रोक पाई खुद को
5 Apr, 2025 06:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरियाणा के रेवाड़ी में लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव का शुक्रवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. शहीद सिद्धार्थ के सम्मान में हाथों में तिरंगा लिए कई पूर्व सैनिक और भारी संख्या में लोग अंतिम संस्कार वाली जगह पहुंचे थे. सिद्धार्थ गुजरात में जगुआर लड़ाकू विमान दुर्घटना में शहीद हो गए थे. लोगों ने सिद्धार्थ के पार्थिव शरीर पर फूल बरसाए. इस दौरान सिद्धार्थ की मंगेतर सोनिया भी मौजूद थीं.सिद्धार्थ और सोनिया की 10 दिन पहले ही सगाई हुई थी. वहीं दोनों की 2 नवंबर को शादी होनी थी.
अंतिम विदाई पर फूट-फूटकर रोई मंगेतर
शहीद सिद्धार्थ का पार्थिव शरीर देखते ही सोनिया जोर-जोर से रोने लगीं. वह बार-बार रोते हुए कहती रही कि प्लीज एक बार मुझे उसकी शक्ल दिखा दो. सिद्धार्थ के पार्थिव शरीर से लिपटकर सोनिया बार बार यही कर रही थीं कि बेबी तू आया नहीं मुझे लेने.. तू बोलकर गया था कि तुझे लेने आऊंगा. ऐसे में सोनिया को रोता देख वहां मौजूद हर किसी की आंखें भर आईं. सोनिया और सिद्धार्थ का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
विमान दुर्घटना में हो गए शहीद
सिद्धार्थ (28) बुधवार रात जामनगर वायुसेना स्टेशन के पास विमान दुर्घटना में शहीद हो गए थे. सिद्धार्थ पूर्व सैनिकों के परिवार से थे, उनके पिता सुशील भारतीय वायुसेना में सेवा दे चुके थे तथा उनके दादा और परदादा भी सेना में रहे थे. सिद्धार्थ यादव के पिता सुशील यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा, हमें उसपर हमेशा गर्व रहेगा. वह एक मेधावी छात्र था. मेरे पिता और दादा भी सेना में ही थे. मैं भी एयरफोर्स में था. उसने एक जान बचाते हुए अपनी जान गंवाई है. दुख इस बात का है कि वो मेरा इकलौता बेटा था. सिद्धार्थ की एक छोटी बहन है. उन्होंने बताया कि सिद्धार्थ की पिछले सप्ताह 23 मार्च को सगाई हुई थी और 31 मार्च को जामनगर एयरफोर्स स्टेशन पहुंचे थे.
कमांडिंग एयर ऑफिसर ने दी जानकारी
सिद्धार्थ यादव के पिता सुशील यादव ने कहा, कमांडिंग एयर ऑफिसर ने कल रात 11 बजे के आसपास फोन किया और इस दुर्घटना के बारे में हमें बताते हुए कहा कि एक एयरक्राफ्ट क्रैश हुआ है और एक पायलट को रेस्क्यू कर लिया गया है और दूसरे पायलट हमारे बेटे की मौत हो गई है.
ईरान में सैन्य ताकत बढ़ाने के बावजूद आम जनता आर्थिक संकट से जूझ रही है
5 Apr, 2025 05:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ईरान में इस्लामिक सरकार जहां एक ओर युद्ध की संभावनाओं को देखते हुए अपने सैन्य बलों को मजबूत करने में जुटी है, वहीं आम जनता आर्थिक संकट से जूझ रही है. देश की मुद्रा की कीमत आधी हो चुकी है, महंगाई आसमान छू रही है और बेरोजगारी 70 प्रतिशत के पार पहुंच गई है. राष्ट्रपति मसऊद पेजेशकियान के कार्यभार संभालने के बाद से हालात और बिगड़े हैं.
पिट्सबर्ग यूनिवर्सिटी के सेंटर ऑफ गवर्नेंस एंड मार्केट्स के वरिष्ठ शोधकर्ता मोहम्मद मशीन चियान के मुताबिक, ईरानी सरकार इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) और सैन्य अभियानों पर खर्च को प्राथमिकता दे रही है. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों से जीवन स्तर लगातार गिर रहा था, लेकिन पिछले एक साल में यह स्थिति त्रासदी बन गई है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राष्ट्रपति पेजेशकियान ने आम लोगों के लिए कोई ठोस राहत योजना बजट में शामिल नहीं की.
सेना के लिए खोल दिया खजाना
सरकार ने नए वर्ष के लिए सैन्य बजट में 200 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है, जबकि राजस्व बढ़ाने के लिए करों में इजाफा किया जा रहा है. मुद्रा की हालत इतनी खराब है कि अमेरिकी वित्त सचिव स्कॉट बेसेंट ने हाल में कहा कि अगर मैं ईरानी होता, तो तुरंत अपनी सारी जमा राशि रियाल से बाहर निकाल लेता. वहीं, तेल बिक्री से होने वाली आमदनी भी अब इतनी नहीं रह गई है कि सरकार पेंशन जैसी बुनियादी जिम्मेदारियों को पूरा कर सके.
सबसे बुरे दौर से गुजर रहा ईरान
वियना इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल इकनॉमिक स्टडीज के अर्थशास्त्री मेहदी गोदसी ने कहा कि मौजूदा आर्थिक संकट, इस्लामिक क्रांति के बाद से ईरान के सबसे बुरे दौर को दर्शाता है. यहां तक कि ईरान-इराक युद्ध के आठ वर्षों में भी स्थिति इतनी खराब नहीं थी. उन्होंने कहा कि देश की नीतियों का मकसद अब केवल सत्ता में बने रहना है, जिसके लिए युद्ध और क्षेत्रीय तनाव को बढ़ावा दिया जा रहा है.
तेल बेचकर इतना कमाया
ईरान की अर्थव्यवस्था काफी हद तक तेल निर्यात पर निर्भर है. हालांकि 2024 में तेल से 54 अरब डॉलर की आमदनी हुई, लेकिन अमेरिकी प्रतिबंधों और निर्यात पर लगाए गए लक्ष्यों ने इस आय को अस्थिर बना दिया है. अगर निर्यात पूरी तरह रुकता है, तो सरकार डॉलर की आपूर्ति नहीं कर पाएगी, जिससे ईंधन और खाद्य पदार्थों की कीमतों में और उछाल आएगा. ऐसे में पेट्रोल पर दी जा रही सब्सिडी भी खत्म हो सकती है.
अगर पेट्रोल के दाम बढ़ते हैं, तो 2019 जैसी व्यापक विरोध प्रदर्शन की आशंका बन सकती है, जब अचानक कीमत बढ़ने पर देश भर में हिंसा भड़क उठी थी. सैकड़ों लोगों की मौत हुई और हजारों गिरफ्तार किए गए थे. विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार भी अगर सरकार जनता के हितों को नजरअंदाज करती रही, तो विरोध की नई लहर उठ सकती है. युद्ध की आशंका और आर्थिक कुप्रबंधन के इस दौर में, ईरानी नेतृत्व पर दबाव बढ़ता जा रहा है.
तुर्की ने इजराइल से साफ किया, सीरिया में टकराव नहीं चाहता
5 Apr, 2025 05:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तुर्की और इजराइल के बीच लंबे समय से तनावपूर्ण संबंध रहे हैं. हालांकि अब तुर्की ने साफ कर दिया है कि वह सीरिया में इजराइल से किसी भी प्रकार का टकराव नहीं चाहता. तुर्की के विदेश मंत्री हाकान फिदान ने ब्रसेल्स में नाटो की बैठक के दौरान कहा कि इजराइली हमले सीरिया की स्थिरता को नुकसान पहुंचा रहे हैं और इससे आईएसआईएस जैसी आतंकी ताकतों को फिर से उभरने का मौका मिल रहा है.
फिदान ने दो टूक कहा कि तुर्की सीरिया में किसी तरह की सीधी भिड़ंत नहीं चाहता. उन्होंने इजराइल के उन सैन्य हमलों की आलोचना की जो हाल के हफ्तों में सीरियाई सैन्य ठिकानों पर किए गए हैं. उनका कहना था कि ये हमले तुर्की और सीरिया की साझा रणनीति को कमजोर कर रहे हैं, जिसका मकसद आईएसआईएस और कुर्दिश वर्कर्स पार्टी (PKK) जैसे आतंकवादी संगठनों को खत्म करना है.
इजराइल से घबराया तुर्की
तुर्की पहले ही गाजा पर इजराइल के हमलों को नरसंहार करार दे चुका है और उसके खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अदालत में भी याचिका दाखिल की है. इसके अलावा तुर्की ने इजराइल के साथ अपने सभी व्यापारिक संबंध भी समाप्त कर दिए हैं. हालांकि सीरिया में स्थिति को लेकर तुर्की का रुख सतर्क है, क्योंकि उसका मानना है कि इजराइल की कार्रवाइयों से पूरे क्षेत्र में अस्थिरता और संघर्ष बढ़ सकता है.
सीरिय पर बैकफुट पर तुर्की
तुर्की ने हाल ही में अमेरिका के साथ हुई बातचीत के बाद संकेत दिए हैं कि वह सीरिया पर लगे पश्चिमी प्रतिबंधों को हटाने के पक्ष में है, ताकि वहां पुनर्निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो सके. फिदान ने कहा कि नई सीरिया के लिए एक नए नजरिए की जरूरत है और तुर्की इसके लिए अपने सहयोगियों से लगातार संपर्क में है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अगर सीरिया और इजराइल के बीच कोई आपसी समझ बनती है, तो तुर्की उसमें दखल नहीं देगा.
रूस यूक्रेन युद्ध में अहम भूमिका
यूक्रेन युद्ध को लेकर भी तुर्की ने संतुलन बनाए रखा है. रूस और यूक्रेन दोनों से अच्छे संबंध रखने वाला तुर्की संभावित शांति वार्ता की मेजबानी को तैयार है. फिदान ने अमेरिका से उम्मीद जताई कि वह ईरान से भी बातचीत के जरिए समाधान निकाले. उन्होंने कहा कि राजनयिक तरीके ही अब मध्य पूर्व को युद्ध की आग से बचा सकते हैं. ऐसे में तुर्की फिलहाल इजराइल से टकराव के बजाय रणनीतिक संयम और कूटनीति की राह पर आगे बढ़ता दिख रहा है.
वॉशिंगटन में माइक्रोसॉफ्ट के जश्न में हंगामा, एआई तकनीक को लेकर कर्मचारियों का गुस्सा फूटा
5 Apr, 2025 04:54 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
माइक्रोसॉफ्ट की 50वीं वर्षगांठ समारोह के दौरान बवाल हो गया. यहां कर्मचारियों ने इजराइली सेना को एआई टेक्नोलॉजी दिए जाने पर विरोध किया. इस वजह से वॉशिंगटन में आयोजित कंपनी की 50वीं वर्षगांठ के जश्न में हंगामे जैसे हालात बन गए. विरोध प्रदर्शन उस समय शुरू हुआ, जब माइक्रोसॉफ्ट एआई के CEO मुस्तफा सुलेमान कंपनी के सह-संस्थापक बिल गेट्स और पूर्व CEO स्टीव बाल्मर कंपनी के AI प्रोडक्ट, उससे जुड़े अपडेट के बारे में जानकारी दे रहे थे.
कंपनी के कर्मचारियों के विरोध करने के पीछे की वजह कंपनी की तरफ से इस्राइली सेना को AI तकनीक की आपूर्ति करने की बात है. इस वजह से टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री के इस कदम के खिलाफ फलस्तीन समर्थकों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने विरोध शुरू कर दिया. इस दौरान वहां जमकर नारेबाजी की गई.
कंपनी नरसंहार को चिंगारी देने का काम कर रही
इस दौरान एक कर्मचारी इब्तिहाल अबूसाद ने चिल्लाते हुए कहा कि आपको शर्म आनी चाहिए. जब वह तेजी से मंच की ओर बढ़ीं तो सुलेमान ने अपना भाषण रोक दिया. उन्होंने कहा कि आप दावा करते हैं कि आप AI का उपयोग अच्छे के लिए करना चाहते हैं, लेकिन माइक्रोसॉफ्ट इस्राइली सेना को AI हथियार बेचता है. 50 हजार लोग मारे गए हैं. कंपनी हमारे घर में हो रहे इस नरसंहार को चिंगारी देने का काम कर रही है. ये सरासर गलत है.
पूरी माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के हाथ खून से सने- कर्मचारी
कर्मचारियों के विरोध पर CEO मुस्तफा सुलेमान ने कहा कि विरोध जताने के लिए धन्यवाद, मैं आपकी बात सुन रहा हूं. इसके बाद गुस्साए कर्मचारियों ने कहा कि सुलेमान और पूरी माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के हाथ खून से सने हैं. उसने मंच पर केफियेह स्कार्फ भी फेंका. यह स्कार्फ फलस्तीनी लोगों के प्रति समर्थन का प्रतीक बन गया है. बाद में अबुसाद को कार्यक्रम स्थल से बाहर निकाल दिया. विरोध में स्कार्फ फेंकने वाले कर्मचारी ने कहा कि फिलहाल उसकी कंपनी से किसी तरह की कोई बातचीत नहीं हुई है. इसके साथ ही वह अपनी कंपनी के पोर्टल पर लॉगिन भी नहीं कर पा रहा है. ऐसे में ये अनुमान लगाया जा रहा है कि उसे कंपनी से निकाल दिया गया है.
क्या है विरोध की वजह
कर्मचारियों के गुस्से की वजह एसोसिएटेड प्रेस की तरफ से छपी एक रिपोर्ट है, जिसमें पता चला है कि गाजा और लेबनान में हाल के युद्धों के दौरान बमबारी के लिए सही जगह को सिलेक्ट करने और बमबारी करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट और ओपन AI का यूज किया गया है.
अफगानिस्तान में दावा: 140 साल का है शख्स, तालिबान ने शुरू की जांच
5 Apr, 2025 12:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अफगानिस्तान में एक शख्स ने दावा किया है कि वो 140 साल का है. इस हिसाब से ये दुनिया में इतने दिनों तक जिंदा रहने वाला इकलौता शख्स है. अब तालिबान ने इस शख्स के इस दावे की जांच शुरू कर दी है. देश के पूर्वी खोस्त प्रांत में रहने वाले अकेल नजीर नाम के इस शख्स कहना है कि उसका जन्म 1880 के दशक में हुआ था, हालांकि उसके पास अपने दावे का समर्थन करने के लिए कोई डॉक्यूमेंट नहीं है.
नजीर ने कहा कि 1919 में तीसरे एंग्लो-अफगान युद्ध के दौरान वो 30 साल के थे. उन्होंने कहा कि युद्ध खत्म होने के बाद राजा अमानुल्लाह खान के साथ उन्होंने जश्न मनाया था. ये अफगान नेता थे, जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ अभियान शुरू किया था.
नजीर ने कहा कि सभी लोग खुश थे और उन्होंने राजा अमानुल्लाह खान को अंग्रेजों को भगाने के लिए धन्यवाद दिया. कई नेता हमारे साथ राष्ट्रपति भवन गए थे, लेकिन अब उन सभी की मौत हो चुकी है. उन्होंने कहा कि वो कई पीढ़ियों वाले परिवार के साथ रहते हैं और वे दुनिया के सबसे बुजुर्ग व्यक्ति हैं. नजीर के पोते ख्याल वजीर ने कहा कि मैं 50 साल का हूं. वे मेरे दादा हैं और मेरे पोते-पोतियां भी हैं.
जांच के बाद करेंगे रजिस्ट्रेशन
नजीर के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रांत के तालिबान प्रवक्ता मुस्तगफर गुरबाज ने कहा कि उनकी उम्र सही है या नहीं इसकी पुष्टि करने के लिए एक विशेष नागरिक पंजीकरण दल को लगाया गया है.
गुरबाज ने कहा कि यदि डॉक्यूमेंट या मूल्यांकनों से इसे सही पाया जाता है तो हम उन्हें दुनिया के सबसे बुजुर्ग शख्स के रूप में रजिस्टर करने के लिए काम करेंगे.
साथ ही अगर इसे सही पाया जाता है तो वे अब तक के सबसे बुजुर्ग व्यक्ति का खिताब अपने नाम कर लेंगे. यह रिकॉर्ड जीन कैलमेंट के नाम है, जिनका जन्म 1875 में हुआ था और 122 साल बाद 1997 में उनका निधन हो गया.
कनाडा के रॉकलैंड में भारतीय नागरिक की चाकू से हत्या, संदिग्ध गिरफ्तार
5 Apr, 2025 12:39 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कनाडा के रॉकलैंड में एक भारतीय नागरिक की चाकू मारकर हत्या कर दी गई है. पुलिस ने एक संदिग्ध हमलावर को गिरफ्तार कर लिया है. भारतीय दूतावास ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है और पीड़ित परिवार को हर संभव मदद देने का वादा किया है. दूतावास स्थानीय समुदाय के साथ मिलकर काम कर रहा है.
कनाडा में भारतीय दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि ओटावा के पास रॉकलैंड में चाकू घोंपकर एक भारतीय नागरिक की दुखद मौत से हम बहुत दुखी हैं. पुलिस ने बताया है कि एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है. हम शोक संतप्त परिजनों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए एक स्थानीय सामुदायिक संघ के माध्यम से निकट संपर्क में हैं.
इस मर्डर को लेकर स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के की मानें तो क्लेरेंस-रॉकलैंड में आज सुबह एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई और दूसरे व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि यह वही घटना है जिसका उल्लेख भारतीय दूतावास ने अपने पोस्ट में किया है. सीबीसी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, ओंटारियो प्रांतीय पुलिस ने रॉकलैंड निवासियों को क्षेत्र में पुलिस की मौजूदगी में इस तरह की घटनाओं पर खौफ बना हुआ है.
जांच में जुटी पुलिस
चाकूबाजी की घटना के बाद से ही इलाके में तनाव का माहौल है, हर जगह भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है. भारतीय दूतावास के इंटरफेयर के बाद मामले में पुलिस और सख्त हो गई है. यही कारण है कि इसकी जांच की जा रही है कि आखिर क्यों हमलावर ने युवक को निशाना बनाया है. इसके साथ ही इस बात की भी छानबीन की जा रही है कि कहीं कोई पिछली दुश्मनी तो नहीं या फिर कोई और बात है. पुलिस की टीम पूरे मामले में हर एंगल से जांच कर रही है.
पति के मसाज सेंटर जाने के प्रस्ताव पर पत्नी ने पुलिस से करवाई रेड, फिर जो हुआ...
4 Apr, 2025 10:08 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शादी जैसा पवित्र रिश्ता एक दूसरे के भरोसे पर टिका होता है. लेकिन क्या हो अगर आपका पार्टनर ही आपको धोखा दे दे, वो भी शादी के बाद. जी हां, ऐसा ही एक मामला हरियाणा के पानीपत से सामने आया है. यहां एक युवक ने स्कूल टाइम की अपनी गर्लफ्रेंड से शादी की. जैसे ही दुल्हन ससुराल पहुंची उसे पता चला कि पति का स्पा सेंटर है, जहां देह व्यापार का धंधा चलता है. लेकिन परिवार की खातिर वो चुप रही.
बाद में पति ने तो अपनी पत्नी को भी नहीं बख्शा. शादी के 8 साल बाद उसने पत्नी से कहा कि अब तुम्हें भी स्पा सेंटर में वही करना होगा, जो बाकी की लड़कियां करती हैं. पत्नी ने कहा- मैं यह सब नहीं करूंगी. इस बारे में पुलिस को भी बताऊंगी. बाद में पत्नी ने पति के स्पा सेंटर में रेड मरवा दी. पत्नी की इस हरकत से पति बौखला गया. उसने पत्नी को जान से मार डालने की कोशिश की.
मामला पानीपत की नलवा कॉलोनी का है. यहां एक पति ने अपनी पत्नी ज्योति को जबरदस्ती जहरीली गोलियां खिलाकर हत्या करने की कोशिश की. इतना ही नहीं, सास ने भी अपनी बहू की जान लेने में सहयोग दिया. सास ने बहू का मुंह पकड़ा और बेटे ने एक के बाद एक 6 गोलियां मुंह में ठूंस दीं.
पति का कई महिलाओं से अवैध संबंध
ज्योति ने बताया कि उसका पति मुजफ्फरनगर में स्पा सेंटर की आड़ में देह व्यापार का धंधा चलाता है. वह उससे भी इस धंधे में शामिल होने के लिए कह रहा था. लेकिन ज्योति ने साफ इनकार कर दिया और स्पा सेंटर पर रेड मरवा दी. इसी बात से नाराज पति और सास ने ज्योति की हत्या की साजिश रच डाली. पानीपत के सिविल अस्पताल में उपचाराधीन ज्योति ने बताया कि उसके पति के कई महिलाओं के साथ अवैध संबंध हैं और कई बार अलग-अलग लड़कियों को उनके कमरे में भी सुला चुका है.
समझौता कर लेने का दबाव बनाया
ज्योति के भाई ने बताया कि उनके जीजा सुनील इस वारदात के बाद पानीपत में उनसे मिलने आए थे और धमकी देकर गए हैं कि या तो इस मामले को खत्म करके समझौता कर लो, नहीं तो मुझे जेल जाना पड़ेगा और फिर सबको गोली मारकर जेल में जाऊंगा. पीड़िता के भाई ने बताया कि पुलिस ने शिकायत के बाद FIR तो दर्ज कर ली है, लेकिन आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की है. उन्होंने कहा कि अगर हमें न्याय नहीं मिला तो हम अंबाला में अनिल विज से भी मिलेंगे. उन्होंने कहा कि हम न्याय के लिए अपनी जान तक कुर्बान कर सकते हैं.