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इजराइली फोर्स का दावा 2 बंधक बच्चों को हमास ने गला दबाकर बेरहमी से हत्या की
23 Feb, 2025 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गाजा । इजराइली फोर्स ने दावा किया कि हमास ने 2 बंधक बच्चों एरियल और केफिर बिबास की गला दबाकर बेरहमी से हत्या की। इसके बाद हमास ने अपनी क्रूरता छिपाने के लिए कहा कि ये बच्चे हवाई हमले में मारे गए। इजराली डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने फोरेंसिक रिपोर्ट के हवाले से इसका दावा किया। केफिर 9 महीने और एरियल बिबास 4 साल का था, जब उन्हें बंधक बनाया गया। आईडीएफ ने आरोप लगाया कि हमास ने इन दोनों भाइयों की हत्या छिपाने की कोशिश की।
हमास ने 7 अक्टूबर को यार्डेन बिबास, पत्नी शिरी और उनके दोनों बेटों को किडनैप किया था। 20 फरवरी को मां शिरी बिबास और उनके दोनों बच्चों के शव इजराइल को सौंपे थे। बच्चों के पिता इसी महीने 1 फरवरी को हमास की कैद से आजाद हुए थे।
हमास ने नवंबर 2023 में दावा किया था कि शिरी और उनके दोनों बच्चों की इजराइली बमबारी में मौत हो चुकी है। हालांकि, इजराइल ने कभी भी हमास के इस दावे को नहीं माना। इजराइल ने यही कहा कि हमास ने ही बिबास का परिवार को बंधक बना रखा है।
वुहान लैब में फिर मिला खतरनाक वायरस, बढ़ा महामारी का डर
22 Feb, 2025 05:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दुनिया में एक बार फिर तबाही मच सकती है. चीन में कोरोना की तरह एक और नया वायरस मिला है. इसके जानवर से इंसान में फैलने का खतरा है. यह नया वायरस चीन के वुहान लैब में मिला है. कोरोना ने जो तबाही मचाई थी, उसे भला कौन भूल सकता है. इस वायरस के मिलने से वहां एक बार फिर से हड़कंप मच गया है और लोगों को फिर वही डर सताने लगा है. रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के रिसर्चर्स ने इस नए वायरस की खोज की है. यह वायरस मानव स्वास्थ्य के लिए एक नए खतरे का संकेत है.
रिपोर्ट के मुताबिक, यह वायरस उन्हीं रिसेप्टर के जरिए सेल यानी कोशिकाओं में एंट्री करता है, जैसे कोरोना वायरस करता है. यह वायरस मनुष्यों और अन्य स्तनधारियों के शरीर में पाए जाने वाले प्रोटीन से जुड़कर कोशिकाओं को संक्रमित करता है. इस नए वायरस को मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम यानी MERS नाम से भी जाना जाता है.
2600 लोगों में MERS वायरस की पुष्टि
रिपोर्ट के मुताबिक, 2012 से मई 2024 तक लगभग 2600 लोगों में MERS वायरस की पुष्टि की गई है. इस वायरस ने जिन लोगों को संक्रमित किया, उन में से 36 फीसदी लोगों की मौत हो गई. विश्व स्वास्थ्य संगठन की वेबसाइट के मुताबिक, इसके अधिकतर मामले सऊदी अरब में पाए गए हैं. वुहान वायरस रिसर्च सेंटर चमगादड़ों में पाए जाने वाले कोरोना वायरस पर अपने काम के लिए जाना जाता है.
कोरोना ने पूरी दुनिया में बरपाया था कहर
ऐसा कहा जाता है कि कोरोना वायरस भी चीन के वुहान लैब से ही लीक हुआ था. इसके बाद इसने पूरी दुनिया में तबाही मचाई. कोरोना की वजह से लाखों लोगों की जान चली गई. चीन के वुहान लैब में बने कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में कहर बरपाया था.
दुनियाभर में 1.5 करोड़ से ज्यादा लोगों की मौत
कोरोना वायरस से दुनियाभर में 1.5 करोड़ से ज्यादा लोगों की मौत हुई. ज्यादातर मौतें दक्षिण पूर्व एशिया, यूरोप और अमेरिका में हुईं. डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार भारत में कोविड से 47 लाख मौतें हुईं. मगर भारत ने WHO के इस आंकड़े पर एतराज जताया था. भारत सरकार का कहना है कि जनवरी 2020 से दिसंबर 2021 तक देश में सिर्फ 4 लाख 80 हजार मौतें ही हुई हैं.
बड़ी खबर: इजरायल और हमास के बीच 6 बंधकों और 600 फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई पर समझौता
22 Feb, 2025 04:26 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Israel-Hamas Ceasefire: हमास शनिवार (22 फरवरी) को इजरायल के छह और बंधकों को रिहा करेगा. इसके बदले में इजरायल 600 फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई करेगा. इजरायल यह कदम एक गलत पहचान वाले शव की वापसी से उत्पन्न विवाद के बावजूद उठा रहा है, जिसने संघर्ष विराम को पटरी से उतारने की धमकी दी थी.
हमास के अधिकारियों के अनुसार, सीजफायर समझौते के पहले चरण में 33 बंधकों की रिहाई की योजना बनाई गई थी, जिनमें से अंतिम छह बंधक शनिवार को सौंपे जाने की उम्मीद है. इन बंधकों में एलिया कोहेन, ताल शोहम, ओमर शेम तोव, ओमर वेनकर्ट शामिल हैं, जिन्हें 7 अक्टूबर, 2023 के हमले के दौरान हमास के बंदूकधारियों ने पकड़ा था. अन्य दो बंधक हिशाम अल-सईद और अवेरा मेंगिस्टु, जिन्हें एक दशक पहले गाजा में अज्ञात परिस्थितियों में पकड़ लिया गया था.
फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई
इसके बदले, इजरायल की ओर से 602 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने की उम्मीद है. यह लेन-देन की प्रक्रिया कई जटिलताओं के बावजूद जारी है. गुरुवार को इजरायल ने हमास पर संघर्ष विराम का उल्लंघन करने का आरोप लगाया, जब एक अज्ञात शव सौंपा गया, जिसे बंधक शिरी बिबास के अवशेषों के रूप में लौटाया जाना था.
शवों की गलत पहचान का विवाद
हमास ने यह दावा किया कि शिरी बिबास के अवशेष इजरायली हवाई हमले के मलबे में मिले अन्य मानव अवशेषों के साथ मिल गए थे. हमास ने शुक्रवार को एक और शव सौंपा, जिसकी पहचान की पुष्टि के लिए इजरायली फोरेंसिक अधिकारी जांच करने की तैयारी कर रहे थे. बिबास परिवार 7 अक्टूबर के हमले के बाद अपहरण कर लिया गया था और उनके अवशेषों की गलत पहचान ने इजरायली जनता में आक्रोश उत्पन्न किया है.
हमास और इजरायल के आरोप
इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास पर शव लौटाने में विफल रहने के लिए पूरी कीमत चुकाने की धमकी दी थी, लेकिन वह संघर्ष विराम से पीछे हटने से बच गए. वहीं, हमास ने भी इजरायल पर गाजा में आवश्यक सहायता आपूर्ति को अवरुद्ध करने का आरोप लगाया, जिससे संघर्ष विराम का उल्लंघन हुआ.
गाजा में भविष्य की अनिश्चितता
हमास ने संघर्ष के दौरान इजरायल पर हमला कर 1,200 से अधिक लोगों की हत्या की और 251 बंधकों को ले लिया. इज़रायली अभियान के दौरान, फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, 48,000 से अधिक लोग मारे गए और अधिकांश क्षेत्र मलबे में तब्दील हो गया, जिससे सैकड़ों हज़ार लोग अस्थायी आश्रयों में रहने को मजबूर हो गए.
गाजा का भविष्य और ट्रंप का प्रस्ताव
गाजा के भविष्य को लेकर असहमति और भी बढ़ गई है, खासकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस प्रस्ताव के बाद जिसमें उन्होंने गाजा को अमेरिकी नियंत्रण में एक रिसॉर्ट में बदलने की योजना पेश की थी. इस प्रस्ताव ने पूरे क्षेत्र में आक्रोश और असहमति को जन्म दिया है, जिससे संघर्ष विराम के दीर्घकालिक स्थायित्व पर संदेह बना हुआ है.
ब्राजील के सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, 'रंबल' पर राष्ट्रव्यापी रोक
22 Feb, 2025 03:39 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ब्राजील के सर्वोच्च न्यायालय ने माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पुराना नाम ट्विटर) के बाद अब वीडियो-शेयरिंग प्लेटफॉर्म 'रंबल' पर कार्रवाई की है। 'रंबल' पर राष्ट्रव्यापी रोक लगा दी गई है। सुप्रीम कोर्ट के जज ने शुक्रवार को दक्षिण अमेरिकी राष्ट्र में वीडियो-शेयरिंग प्लेटफॉर्म रंबल को निलंबित करने का आदेश दिया। फैसला अदालत के आदेशों का पालन नहीं करने को लेकर सुनाया गया।
'रंबल ने बार-बार और जानबूझकर आदेश का पालन नहीं किया'
जस्टिस एलेक्जेंडर डी मोरेस ने गुरुवार को रंबल को ब्राजील में एक कानूनी प्रतिनिधि का नाम बताने के लिए 48 घंटे का समय दिया था, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला है। जज ने कहा कि रंबल ने बार-बार और जानबूझकर आदेश का पालन नहीं किया है। उसने ब्राजील के कानूनी आदेश और न्यायपालिका के अधीन नहीं होने की कोशिश की है।
कोर्ट ने रंबल पर उठाए सवाल
उन्होंने कहा कि रंबल ने जिन फैसलों को नजरअंदाज किया है, उनमें से एक है ब्राजील के कानून के भगोड़े एलन डॉस सैंटोस का अकाउंट हटाना। वह 2020 से संयुक्त राज्य अमेरिका में रह रहा है और पूर्व राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो का कट्टर समर्थक है। डी मोरेस ने अपने फैसले में कहा कि ब्राजील के क्षेत्र में रंबल इंक के प्रतिनिधित्व की नियमितता का कोई सबूत नहीं है।
रंबल ने भी बयान जारी किया
इस बीच रंबल ने एक बयान में कहा कि उसे ब्राजील में अभूतपूर्व सेंसरशिप का सामना करना पड़ रहा है। डी मोरेस की ओर से सुनाया गया निलंबन का फैसला संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में रहने वाले राजनीतिक असंतुष्टों को सेंसर करने से हमारे इनकार के जवाब में आई है। कंपनी ने कहा कि वह कार्रवाई से लड़ने के लिए सभी कानूनी रास्ते तलाश रही है।
'एक्स' पर भी की थी कार्रवाई
डी मोरेस वही न्यायाधीश हैं, जिन्होंने बीते अगस्त में दुनिया के सबसे अमीर शख्सों में शामिल एलन मस्क के 'एक्स' प्लेटफॉर्म पर इसी तरह के कारणों से प्रतिबंध लगाया था। न्यायाधीश ने यह भी फैसला सुनाया कि 'एक्स' तब तक निलंबित रहेगा] जब तक कि वह उनके आदेशों का पालन नहीं करता। उन्होंने वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क या VPN का उपयोग करके इसे एक्सेस करने वाले लोगों या कंपनियों के लिए प्रतिदिन 50,000 रीसिस ($8,900) का जुर्माना भी निर्धारित किया था।
मस्क के बेटे की शरारत से ट्रंप असहज, बदला गया ऑफिस का डेस्क
22 Feb, 2025 02:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड के पदभार ग्रहण करने के बाद दुनिया के सबसे अमीर लोगों में से एक और टेस्ला के मालिक एलन मस्क, अपने बेटे के साथ ट्रंप से मिलने के लिए उनके ऑफिस पहुंचे थे। इस दौरान एलन मस्क के बेटे की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी।
इस मुलाकात के दौरान जब डोनाल्ड ट्रंप अपनी चेयर पर बैठे थे, तो वहां पास में खड़ा एलन मस्क का बेटा खुद में ही मग्न था। ट्रंप और एलन मस्क की मुलाकात में सबसे ज्यादा चर्चा एलन मस्क का बेटा X Æ A-Xii ही रहा। मस्क के बेटे का नाम काफी दिलचस्प है।
मस्क के बेटे ने डेस्क से पोंछी नाक
ट्रंप के साथ इस मुलाकात का जो वीडियो सामने आया है, उसमें एलन मस्क का बेटा अजीब आवाजें निकालता और नाक खुजलााते हुए नजर आ रहा है। वीडियो में एक जगह देखा जा सकता है कि, मस्क का बेटा नाक में उंगली कर रहा है और 145 साल पुरानी रेजोल्यूट डेस्क के पास में ही खड़ा है।
अब ट्रंप ने इस डेस्क को C&O डेस्क से बदल दिया है। हालांकि ट्रंप ने इसे अस्थायी बदलाव कहा है। अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्रुथ सोशल पर नए डेस्क के साथ ओवल ऑफिस की एक तस्वीर भी उन्होंने साझा की है। हालांकि अभी ये साफ नहीं है कि, एलन मस्क के बेटे की वजह से डेस्क गया है या नहीं।
सोशल मीडिया पर दी गई जानकारी
सोशल मीडिया पर फोटो पोस्ट कर कैप्शन में लिखा है, "चुनाव के बाद राष्ट्रपति को 7 डेस्क में से एक को चुनने का विकल्फ दिया जाता है। यह डेस्क C&O काफी मशहूर भी है और इसका इस्तेमाल राष्ट्रपति जॉर्ज एच. डब्ल्यू. बुश और अन्य लोगों के लिए व्हाइट हाउस में अस्थायी रूप से रखा गया है। रेजोल्यूट डेस्क को मरम्मत की जरूरत है और वो बेहद जरूरी काम है। इसलिए इसे एक सुंदर टेबल से रिप्लेस किया गया है"।
हालांकि, जब से इस बदली हुई डेस्क की खबर सामने आई है, तब से ये कहा जा रहा है कि मस्क के बेटे ने नाक में उंगली डालने के बाद डेस्क से पोंछी थी। शायद इसलिए इसे बदला गया है।
हरियाणा नगर निगम चुनाव में प्रचार तेज, मुख्यमंत्री सैनी ने यमुनानगर में रोड शो किया
22 Feb, 2025 02:26 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सीएम सैनी: हरियाणा नगर निगम चुनाव के लिए प्रचार जोरों शोरों से चल रहा है। इसी सिलसिले में हरियाणा के मुख्यमंत्री शनिवार को भाजपा मेयर प्रत्याशी के लिए प्रचार करने यमुनानगर पहुंचे हैं। जगाधरी में सीएम सैनी ने रोड शो निकाला।
यमुनानगर के जगाधरी में शनिवार को मुख्यमंत्री नायब सैनी पहुंचे हैं। जगाधरी के पंजाबी धर्मशाला से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी रोड शो किया। इस दौरान उन्होंने सबसे पहले उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारी व सदस्यों को पार्टी का पटका पहनकर सदस्यता ग्रहण कराई। उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष महेंद्र मित्तल व उनके साथ अन्य सदस्यों को भाजपा की सदस्यता ग्रहण कराई।
यमुनानगर में मुख्यमंत्री सैनी का रोड शो
रोड शो के दौरान मेयर प्रत्याशी सुमन बहमनी, पूर्व कैबिनेट मंत्री कंवरपाल गुर्जर भी साथ रहे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का यह रोड शो हनुमान मंदिर, प्यारा चौक, मधु चौक, शहीद भगत सिंह चौक फव्वारा चौक होते हुए अग्रसेन चौक रेलवे स्टेशन रोड से होते हुए वापस वर्कशॉप रोड यमुनानगर पर से होते हुए बाईपास तक जाएगा।
रेवाड़ी में फिरौती मांगने वाले बदमाश को पुलिस ने क्यू गर्ल टी-शर्ट और स्कर्ट पहनाकर घुमाया
22 Feb, 2025 01:55 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरियाणा के रेवाड़ी में बदमाश को क्यूट गर्ल लिखी टी-शर्ट और स्कर्ट पहनाने के मामले में कोर्ट ने पुलिस को फटकार लगाई. बदमाश रोहित उर्फ कालिया को पुलिस ने गुरुवार को दस लाख रुपये की फिरौती मांगी मांगने के मामले में गिरफ्तार किया था. इसके बाद पुलिस ने शाम को आरोपी को पूरे बाजार में लड़कियों वाली स्कर्ट और क्यू गर्ल लिखी टी-शर्ट पहनाकर घुमाया था. इस दौरान भारी पुलिस बल भी मौजूद था. रेवाड़ी जिले की एक फोटो इन दिनों तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें एक बदमाश को पुलिस स्कर्ट और क्यू गर्ल लिखी टी-शर्ट पहनाकर परेड कराती हुई नजर आ रही है. पकड़े गए आरोपी ने सज्जन नाम के एक शख्स से 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी. जिसके बाद उसने पुलिस में अपनी शिकायत दर्ज कराई थी. पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
क्यू गर्ल लिखी टी-शर्ट पहनाकर बदमाश को घुमाया
इसके बाद शाम को क्राइम ब्रांच थाने की पुलिस ने आरोपी को लड़कियों के कपड़े पहनाकर बीच बाजार घुमाया. बदमाश को पहनाई गई टी-शर्ट पर क्यू गर्ल लिखा हुआ था. साथ ही उसके हथकड़ी लगी हुई थी. इस दौरान भारी पुलिस बल भी मौके पर मौजूद था. इस पूरी घटना के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गए. वायरल फोटो और वीडियो आपत्ति जताते हुए एक वकील की तरफ से शनिवार को ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास आदित्य सैनी की अदालत में इस मामले को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी.
कोर्ट ने पुलिस को लगाई फटकार
कोर्ट ने मामले में फोटो-वीडियो देखकर पुलिस के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई है. साथ ही कोर्ट ने आरोपी को एक दिन की पुलिस रिमांड में भेजा है. इस पूरे प्रकरण के बाद शिकायतकर्ता वकील ने अपनी शिकायत वापस ले ली है. कोर्ट में बदमाश रोहित उर्फ कालिया की पैरवी करने के लिए वकील हेमंत कुमार लूथरा पेश हुए थे.
काश पटेल बने FBI के नौवें डायरेक्टर, शपथ ग्रहण में बगल में खड़ी थी उनकी गर्लफ्रेंड
22 Feb, 2025 01:05 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
डोनाल्ड ट्रंप के भारतवंशी दोस्त कश्यप प्रमोद विनोद, काश पटेल ने शुक्रवार को अमेरिका की सबसे बड़ी जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) के डायरेक्टर की शपथ ले ली हैं. काश पटेल ने भगवत गीता पर हाथ रख कर शपथ ली. वह एजेंसी को लीड करने वाले नौवें व्यक्ति बने हैं. शपथ ग्रहण समारोह के मौके पर काश पटेल के बगल में खड़ी एक महिला भी नजर आईं, जिनको देखने के बाद सब के जहन में आया होगा कि यह कौन हैं? दरअसल, यह काश पटेल की गर्लफ्रेंड एलेक्सिस विल्किंस हैं. काश पटेल का जन्म 1980 में न्यूयॉर्क में एक गुजराती परिवार में हुआ था. शपथ ग्रहण समारोह के दौरान FBI के नए डायरेक्टर, काश पटेल ने कहा, मैं अमेरिकी सपने को जी रहा हूं और जो कोई भी सोचता है कि अमेरिका का सपना मर गया है, वो यहां देखे. शपथ ग्रहण के मौके पर काश पटेल की गर्लफ्रेंड और उनका परिवार भी मौजूद रहा.
बगल में खड़ी रहीं विल्किंस
जिस दिन काश पटेल के नाम पर FBI का डायरेक्टर बनने के लिए मुहर लगी उस दिन भी उनकी गर्लफ्रेंड उनके साथ मौजूद थीं. वहीं शपथग्रहण समारोह में भी गर्लफ्रेंड एलेक्सिस विल्किंस दिखाई दीं. शपथग्रहण समारोह पर विल्किंस सफेद ड्रेस में दिखाई दीं और शपथ लेने के समय वो काश पटेल के साइड में खड़ी थीं. साथ ही उनके चेहरे पर काश पटेल के लिए गर्व साफ दिखाई दे रहा था. उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर भी इस लम्हे की वीडियो शेयर की.
कौन हैं गर्लफ्रेंड एलेक्सिस विल्किंस?
एलेक्सिस विल्किंस एक फेमस कंट्री सिंगर, लेखक और कमेंटेटर हैं. साथ ही वो रिपब्लिकन प्रतिनिधि अब्राहम हमादे के लिए प्रेस सचिव के रूप में भी काम करती हैं. वो ‘प्रेगेरू’ जोकि अमेरिकी मूल्यों को बढ़ावा देने वाला एक प्लेटफॉर्म है. वो उस में भी अहम रोल निभाती हैं. विल्किंस अमेरिका के अरकंसास में पली बढ़ी. उन्होंने अपनी जिंदगी का शुरुआती समय इंग्लैंड और स्विट्जरलैंड में बिताया. अपने सिंगिग करियर में, विल्किंस को सारा इवांस और गॉड ब्लेस द यूएसए के ली ग्रीनवुड के लिए अपने शुरुआती एक्ट के लिए भी जाना जाता है. कैपिटल हिल पर रिपब्लिकन प्रतिनिधि और कंजरवेटिव पॉलिटीकल सर्किट में योगदान के लिए भी जानी जाती हैं. एलेक्सिस विल्किंस सोशल मीडिया प्लेटफार्म रंबल पर ‘बिटवीन द हेडलाइंस’ नाम का एक पॉडकास्ट भी होस्ट करती हैं.
काश पटेल और विल्किंस की लव स्टोरी
जिस कपल को इस समय हम एक साथ एक दूसरी की कामयाबी में गर्व करते देख रहे हैं. उनके रिश्ते की शुरुआत 2023 से हुई. रिपोर्ट के मुताबिक, काश पटेल और विल्किंस की मुलाकात साल 2022 में पहली बार हुई थी. इस मुलाकात के बाद दोनों के ऊपर ही धीरे-धीरे प्यार का रंग चढ़ता चला गया. कथित तौर पर पहली बार दोनों अक्टूबर 2022 में एक कंजरवेटिव रीअवेक अमेरिकन इवेंट में मिले थे. इसी के बाद दोनों ने साल 2023 में एक दूसरे को डेट करना शुरू कर दिया था. पटेल और विल्किंस के रिश्ते को अब दो साल से ज्यादा समय हो गया है.
अफगानिस्तान में 15 मिनट के अंतराल पर महसूस हुए दो भूकंप के झटके, लोग घर छोड़कर भागे
22 Feb, 2025 12:27 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
Earthquakes: अफगानिस्तान में शनिवार तड़के 15 मिनट के अंतराल पर 4.2 और 4.5 तीव्रता के दो भूकंप झटके महसूस किए गए। भूकंप के झटकों से घबराकर लोग घर छोड़कर भाग निकले। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, पहला भूकंप भारतीय मानक समय (IST) सुबह 4:20 बजे आया। यह अक्षांश 36.21 N और देशांतर 71.22 E पर दर्ज किया गया। भूकंप 100 किलोमीटर की गहराई पर आया। 'X' पर एक पोस्ट में, NCS ने कहा, "एम का ईक्यू: 4.5, पर: 22/02/2025 04:20:01 IST, अक्षांश: 36.21 एन, लंबाई: 71.22 ई, गहराई: 100 किमी, स्थान: अफगानिस्तान।”
रिक्टर स्केल पर 4.2 तीव्रता
वहीं ठीक 15 मिनट पर दूसरा भूकंप आया। NCS के मुताबिक, भूकंप रिक्टर पैमाने पर 4.2 तीव्रता पर दर्ज किया गया। यह सुबह शनिवार की सुबह 4:33 बजे (IST) आया और 150 किलोमीटर की गहराई पर 36.44 उत्तर और 70.90 ई अक्षांश पर दर्ज किया गया। NCS ने 'X' पर अपना विवरण भी साझा किया। जिसमें लिखा गया, "एम का ईक्यू: 4.2, दिनांक: 22/02/2025 04:33:34 IST, अक्षांश: 36.44 उत्तर, लंबाई: 70.90 पूर्व, गहराई: 150 किमी, स्थान: अफगानिस्तान।"
मंगलवार को भी आया था भूकंप
इससे पहले मंगलवार तड़के अफगानिस्तान में रिक्टर स्केल पर 4.3 तीव्रता का भूकंप आया था। संयुक्त राष्ट्र कार्यालय के अनुसार, अफगानिस्तान मौसमी बाढ़, भूस्खलन और भूकंप सहित प्राकृतिक आपदाओं के प्रति अत्यधिक संवेदनशील बना हुआ है। यूएनओसीएचए ने कहा कि अफगानिस्तान में बार-बार आने वाले भूकंप से कमजोर समुदायों को नुकसान होता है। जो पहले से ही दशकों के संघर्ष और अल्प-विकास से जूझ रहे हैं और एक साथ कई झटकों से निपटने के लिए उनकी ताकत अब कम रह गया है। अफगानिस्तान में शक्तिशाली भूकंपों का इतिहास रहा है और हिंदू कुश पर्वत श्रृंखला एक भूगर्भिक रूप से सक्रिय क्षेत्र है जहां हर साल भूकंप आते हैं। अफगानिस्तान भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटों के बीच कई फ़ॉल्ट लाइनों पर स्थित है, जिनमें से एक फ़ॉल्ट लाइन सीधे हेरात से भी होकर गुजरती है।
ब्राजील के शीर्ष न्यायालय का फैसला, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर 1.4 मिलियन डॉलर का जुर्माना
21 Feb, 2025 05:11 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ब्राजील के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश, एलेक्जेंडर डी मोरेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) के लिए बुधवार को एक अहम आदेश जारी किया। इसके तहत उन्होंने एक्स को 8.1 मिलियन ब्राज़ीलियाई रीसिस (करीब 1.4 मिलियन अमेरिकी डॉलर) का जुर्माना भरने का आदेश दिया। यह जुर्माना तब लगाया गया जब एक्स ने अदालत के आदेश के बावजूद एलन डॉस सैंटोस के प्रोफ़ाइल से संबंधित पंजीकरण डेटा देने से इनकार कर दिया।
एक्स ने डाटा से किया था इनकार
बता दें कि डी मोरेस ने जुलाई 2024 में आदेश दिया था कि एक्स और मेटा को सैंटोस के एकाउंट को ब्लॉक करने, उसे प्रतिबंधित करने और उसका डेटा प्रदान करने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए। एक्स ने इस आदेश का पालन करते हुए एकाउंट तो ब्लॉक किया, लेकिन यह दावा किया कि उसके पास डेटा नहीं है क्योंकि यह डेटा एकत्र नहीं किया गया था और उपयोगकर्ता का ब्राजील से कोई तकनीकी संबंध नहीं था।
हालांकि, न्यायाधीश ने इस तर्क को खारिज कर दिया। इसके बाद, एक्स को डेटा देने में नाकाम रहने पर अगस्त 2024 में 100,000 ब्राज़ीलियन रीसिस (करीब 17,500 अमेरिकी डॉलर) का दैनिक जुर्माना लगाया गया। अक्टूबर तक यह जुर्माना बढ़कर 8.1 मिलियन रीसिस हो गया।
एक्स ने जुर्माने के खिलाफ की थी अपील
एक्स ने इस जुर्माने के खिलाफ अपील की थी, लेकिन बाद में उसने अदालत को सूचित किया कि वह जुर्माना भरने को तैयार है। अदालत ने बुधवार के फैसले में कंपनी को तुरंत पूरी राशि का भुगतान करने का आदेश दिया। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि एक्स ने न्यायालय के अनुरोध के अनुसार पंजीकरण डेटा प्रदान किया या नहीं।
वहीं पिछले वर्ष, डी मोरेस ने एक्स के खिलाफ एक और कदम उठाया था जब कंपनी ने ब्राज़ील में अपने सारे कर्मचारियों को निकालने की योजना बनाई थी। तब उन्होंने देश में एक्स के कानूनी प्रतिनिधि को गिरफ़्तारी की धमकी दी थी। ब्राज़ील के कानून के अनुसार, विदेशी कंपनियों को देश में एक स्थानीय कानूनी प्रतिनिधि नियुक्त करना पड़ता है, ताकि वे अदालत के फैसले प्राप्त कर सकें और त्वरित कार्रवाई कर सकें, जैसे कि खाते हटाना।
मस्क और न्यायाधीश डी मोरेस के बीच विवाद
गौरतलब है कि सोशल मीडिया के मालिक एलन मस्क और पूर्व राष्ट्रपति बोल्सोनारो के आलोचक, न्यायाधीश डी मोरेस के बीच अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, दक्षिणपंथी विचारधारा वाले खातों और गलत सूचना को लेकर काफी विवाद हो चुका है। मस्क ने डी मोरेस को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दुश्मन और अपराधी कहा था। बावजूद इसके, डी मोरेस के फैसलों को उनके साथियों ने बार-बार बरकरार रखा है, जिनमें एक्स के राष्ट्रव्यापी बंद और जुर्माने के आदेश भी शामिल हैं।
हेलीकॉप्टर दुर्घटना से दहला इडाहो, एक शख्स की मौत, दूसरा घायल
21 Feb, 2025 04:57 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इडाहो। अमेरिका में विमान के बाद अब हेलीकॉप्टर दुर्घटना हुई है। अमेरिका के इडाहो में एक जमे हुए जलाशय पर हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया। हादसे में एक व्यक्ति की मौत हुई है और एक अन्य घायल है।
बोनविले काउंटी शेरिफ कार्यालय ने बताया कि पहले बचाव दल स्नोमोबाइल के सहारे घटनास्थल पर पहुंचा। यहां हेलीकॉप्टर के अंदर दो लोगों को पाया। इनमें से एक व्यक्ति की मौत हो चुकी थी जबकि दूसरा घायल था। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। उम्मीद है कि वह बच जाएगा।
शेरिफ कार्यालय ने बताया कि इलाके को सुरक्षित कर लिया गया है। फेडरल एविएशन एसोसिएशन और नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड को सूचित कर दिया है। शेरिफ कार्यालय के अनुसार इलाके में एक बिजली की लाइन गिरी पाई गई है। हादसे की जांच की जा रही है।
भारतीय-अमेरिकी काश पटेल ने रचा इतिहास, बने FBI के पहले भारतीय मूल के निदेशक
21 Feb, 2025 03:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन। अमेरिकी सीनेट ने काश पटेल को संघीय जांच ब्यूरो (FBI) के नए निदेशक के रूप में मंजूरी दे दी। इसके साथ ही 44 वर्षीय पटेल एफबीआई का प्रमुख बनने वाले पहले भारतीय अमेरिकी बन गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, काश पटेल को 51/49 वोट के साथ सीनेट की मंजूरी मिल गई।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संघीय जांच ब्यूरो के नौवें निदेशक के रूप में काश पटेल की पुष्टि करने के लिए आधिकारिक तौर पर आयोग पर हस्ताक्षर किए हैं।
व्हाइट हाउस ने जारी किया बयान
व्हाइट हाउस ने एक्स पर पोस्ट किया कि एफबीआई निदेशक के रूप में काश पटेल की पुष्टि अखंडता को बहाल करने और कानून के शासन को बनाए रखने के राष्ट्रपति ट्रम्प के एजेंडे को क्रियान्वित करने में एक महत्वपूर्ण कदम है। एफबीआई अमेरिकी लोगों की सेवा करेगी और अपने मुख्य मिशन पर फिर से ध्यान केंद्रित करेगी।
ट्रंप के वफादार समर्थक हैं काश पटेल
काश पटेल ट्रंप के एक वफादार समर्थक माने जाते हैं और उन्होंने उनके पहले कार्यकाल में भी अहम भूमिका निभाई थी। आईएएनएस के अनुसार पटेल ने अमेरिकी सरकार के भीतर "डीप स्टेट" के रूप में वर्णित तंत्र को खत्म करने की सक्रिय रूप से वकालत की है।
गुजराती मूल का है परिवार
बता दें कि काश पटेल का जन्म न्यूयॉर्क में एक गुजराती अप्रवासी परिवार में हुआ था, जो कि पूर्वी अफ्रीका से 1980 में न्यूयॉर्क के क्वींस में आकर बस गए थे। उनका परिवार मूल रूप से वडोदरा का रहने वाला है। हालांकि, माता-पिता माता-पिता यूगांडा में रहते थे। पटेल ने कानून की डिग्री हासिल की है और फ्लोरिडा में पब्लिक डिफेंडर के रूप में अपना करियर शुरू किया। यहां उन्होंने राज्य और संघीय अदालतों में लोगों का प्रतिनिधित्व किया।
ट्रंप के पिछले कार्यकाल में भी मिली थी अहम भूमिका
काश पटेल को डोनाल्ड ट्रम्प के पहले कार्यकाल के दौरान भी अहम जिम्मेदारी मिली और वह रूस की जांच के FBI के संचालन में हाउस रिपब्लिकन में शामिल थे।
उन्होंने एक विवादास्पद GOP ज्ञापन का मसौदा तैयार करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसमें ट्रम्प के 2016 के राष्ट्रपति अभियान की FBI की जांच में पक्षपात का आरोप लगाया गया था। यह दस्तावेज, जिसे अमेरिकी मीडिया द्वारा "काश मेमो" के रूप में संदर्भित किया गया था, रूस की जांच के आसपास के पक्षपातपूर्ण संघर्ष में विवाद का एक महत्वपूर्ण बिंदु बन गया।
डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा बयान- ब्रिक्स के बारे में अब सुनाई नहीं देता
21 Feb, 2025 01:07 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि हमारी टैरिफ की धमकी के बाद ब्रिक्स (BRICS) संगठन टूट गया है। ट्रंप ने कहा कि ब्रिक्स देश हमारे डॉलर को बर्बाद करने की कोशिश में जुटे थे।
यह संगठन डॉलर के मुकाबले नई मुद्रा बनाना चाहता था। मगर मैंने आते ही सबसे पहले कहा कि अगर किसी भी ब्रिक्स देश ने डॉलर के खिलाफ कदम उठाय तो उस पर 150 फीसदी टैरिफ लगाएंगे। हमें आपका सामान नहीं चाहिए। इसके बाद ब्रिक्स देश टूट गए।
मुझे नहीं पता ब्रिक्स के साथ क्या हुआ?
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि 150 प्रतिशत टैरिफ की धमकी के बाद हमने ब्रिक्स के बारे में नहीं सुना है। मुझे नहीं पता कि उनके साथ क्या हुआ?
लगातार धमकी देने में जुटे ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति का पदभार संभालने से पहले ही ब्रिक्स देशों के धमकी दी थी। इसके बाद उन्होंने जनवरी महीने में अपनी धमकी दोहराई। बाद में 13 फरवरी को ट्रंप ने कहा था कि अगर ब्रिक्स देशों ने डॉलर के मुकाबले कोई अन्य मुद्रा को अपनाने की कोशिश की तो अमेरिका उन पर 100 फीसदी टैरिफ लगाएगा।
150 फीसदी टैरिफ की धमकी
रिपब्लिकन गवर्नर्स एसोसिएशन की बैठक में डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिक्स पर अमेरिकी डॉलर को कमजोर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया। ट्रंप ने कहा कि यह संगठन टूट गया है। उन्होंने ब्रिक्स देशों ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका को टैरिफ लगाने की नई धमकी दी। ट्रंप ने डॉलर के खिलाफ कोई भी कदम उठाने पर संगठन के देशों पर 150 प्रतिशत तक टैरिफ लगाने की धमकी दी है।
ब्रिक्स के बारे में जानें
ब्रिक्स दुनिया का एक बड़ा अंतरराष्ट्रीय संगठन है। मौजूदा समय में ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, मिस्र, इथियोपिया, इंडोनेशिया, ईरान और संयुक्त अरब अमीरात जैसे 10 देश शामिल है। ब्रिक्स की स्थापना साल 2006 में हुई थी।
पहले इसका नाम ब्रिक था। मगर 2010 में दक्षिण अफ्रीका के इसमें शामिल होने के बाद नाम ब्रिक्स पड़ा। ब्रिक्स का मुख्यालय चीन के शहर शंघाई में है। अगर ताकत की बात करें तो ब्रिक्स दुनिया का तीसरा सबसे शक्तिशाली संगठन है।
ट्रंप के बाद अब मस्क ने भी उठाए सवाल, जेलेंस्की की पुरानी तस्वीरों पर मचा बवाल
21 Feb, 2025 01:03 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
डोनाल्ड ट्रंप के बाद उनके सहयोगी और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने भी यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की पर हमला बोला है। मस्क ने रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच 2022 में जेलेंस्की और उनकी पत्नी द्वारा एक मैग्जीन के लिए करवाए गए फोटोशूट की तस्वीरें शेयर करके उनकी कड़ी आलोचना की है।
जेलेंस्की और पत्नी ने मैग्जीन के लिए करवाई फोटोशूट
मस्क ने लिखा कि जब वहां युद्ध के मोर्चे पर इतने बच्चे मर रहे थे, तब यह इस काम में मग्न थे। मैग्जीन के लिए कराई इस फोटोशूट में राष्ट्रपति वलोदिमीर जेलेंस्की और उनकी पत्नी ओलेना जेलेंस्की की तस्वीरें शामिल थीं। मैग्जीन ने इस फोटो को पोट्र्रेट आफ ब्रेवरी- यूक्रेन की प्रथम महिला ओलेना जेलेंस्की के नाम से निकाला था। उस समय पर छपे इस फीचर का उद्देश्य युद्ध की परिस्थिति को लेकर यूक्रेनी लोगों का जागरुक करना था।
हालांकि, इस फोटोशूट के समय को लेकर कई जगहों पर काफी आलोचना हुई थी। इस फोटोशूट के लिए जेलेंस्की पहले भी आलोचना का सामना कर चुके हैं। इससे पहले रिपब्लिकन नेता लारेन बोएबर्ट ने भी इस पर कई सवाल उठाए थे।
जेलेंस्की को कोई फर्क नहीं पड़ता...
मस्क ने जेलेंस्की को सवालों के घेरे में खड़ा करते हुए कहा था कि हम यूक्रेन की मदद करने के लिए 60 अरब डालर की सहायता भेज चुके हैं। लेकिन लगता है जेलेंस्की को ज्यादा फर्क नहीं पड़ता वह तो अपनी पत्नी के साथ फोटोशूट करवाने में व्यस्त हैं।
इस तस्वीर को लेकर कई लोगों ने जहां जेलेंस्की की आलोचना की तो कई ने उनका बचाव भी किया था। हालांकि मस्क द्वारा इस फोटो पर टिप्पणी करने के बाद यह एक बार फिर से सुर्खियों में आ गई है।
पानीपत में प्रेम जाल में फंसाकर युवक का किडनैपिंग, 20 लाख की फिरौती की मांग
21 Feb, 2025 01:01 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरियाणा के पानीपत से प्रेम जाल में फंसाकर किडनैपिंग का मामला सामने आया है. यहां एक युवती ने चार दोस्तों संग मिलकर सोशल मीडिया पर देहरादून निवासी युवक से दोस्ती की. फोन नंबर एक्सचेंज किए फिर दोनों के बीच अफेयर चल पड़ा. युवक उस युवती के प्यार में इस कदर दीवाना हो गया कि उसके कहने पर वो पानीपत पहुंच गया. युवती ने उसे कहा था कि वो उसके साथ होटल में समय बिताना चाहती है.
युवक बिना कुछ सोचे समझे पानीपत के मून होटल पहुंच गया. लेकिन वहां जो कुछ भी उसके साथ होने वाला था वो उससे अंजान था. युवक ने होटल में रूम बुक किया फिर बाहर ही अपनी गर्लफ्रेंड का इंतजार करने लगा. गर्लफ्रेंड आई तो दोनों रूम में एंटर होने लगे. लेकिन तभी वहां चार लड़के आ धमके. उन्होंने दोनों को जबरन कार में बैठाया. फिर लड़की को तो बाद में छोड़ दिया लेकिन लड़के को अपने साथ ही रखा. फिर उसके परिजनों से 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी. लेकिन पानीपत पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए मात्र 30 घंटों में अपहरण की गुत्थी सुलझा ली. सीआईए-2 की टीम ने इस वारदात का पर्दाफाश कर 4 आरोपियों को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है. लेकिन पूरे मामले की मास्टरमाइंड यानि युवक की गर्लफ्रेंड अभी फरार है. उसकी तलाश जारी है.
स्कॉर्पियो गाड़ी में किया किडनैप
डीएसपी सतीश वत्स ने बताया, मंगलवार शाम करीब 4 बजे सूचना मिली कि सिवाह गांव स्थित मून होटल में एक युवक और युवती पहुंचे. तभी अचानक चार लड़के उन्हें स्कॉर्पियो गाड़ी में जबरन डालकर अगवा कर लिया और फरार हो गए. वारदात की खबर मिलते ही पुलिस हरकत में आई और तेजी से जांच शुरू की. एसपी लोकेंद्र सिंह के मार्गदर्शन में सीआईए-2 टीम ने त्वरित कार्रवाई की. चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
लड़की अभी भी फरार
सतीश वत्स ने बताया, इस दौरान हैरान करने वाली कहानी सामने आई. पता चला कि लड़की इस पूरे प्लान की मास्टरमाइंड है. उसी ने चार दोस्तों के साथ मिलकर युवक को प्रेम जाल में फंसाया था. फिलहाल युवती फरार है. उसकी तलाश जारी है. जल्द ही युवती को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा.