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चीन का घातक प्लान.....अमेरिकी युवाओं को चीन बुलाकर उनका ब्रेन वॉश कर रहा
28 Feb, 2024 10:21 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बीजिंग । चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के अमेरिका के खिलाफ नए प्लान का खुलासा हुआ है। जिनपिंग अमेरिकी युवाओं को सीसीपी के एजेंट बनाने की तैयारी के तहत उनका चीन बुला कर ब्रेन वॉश किया जा रहा है। इस गुप्त योजना के तहत करीब पांच अमेरिकी छात्र समूहों ने जनवरी में बीजिंग की यात्राएं पूरी कीं, जो अगले पांच वर्षों में विनिमय और अध्ययन कार्यक्रमों के लिए 50,000 युवा अमेरिकियों को चीन में आमंत्रित करने की चीनी नेता जिनपिंग की योजना की शुरुआत का प्रतीक है। जिनपिंग ने पिछले साल सैन फ्रांसिस्को की अपनी यात्रा के दौरान चीन-अमेरिका संबंधों को बढ़ाने के महत्व पर जोर देकर इस युवा मित्रता योजना की घोषणा की थी। अमेरिका में विद्वान चिंता व्यक्त कर रहे हैं कि ये विनिमय कार्यक्रम एक अधिक भयावह उद्देश्य की पूर्ति कर रहे हैं, जो प्रभावी रूप से अमेरिकी युवाओं को सीसीसीपी के अनजाने एजेंटों में बदल रहे हैं। जैसा कि चीन के सिटीजन पावर इनिशिएटिव्स के रिसर्च फेलो जेनेट टोंग और राइट स्टेट यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाले अर्थशास्त्री इवान ओसबोर्न के एक टिप्पणी लेख में उल्लिखित है, इन यात्राओं के कार्यक्रम में प्राचीन चीनी संस्कृति और व्यंजनों का नियमित अनुभव, आधुनिक लोगों का दौरा शामिल है।
रिपोर्ट के अनुसार कथित तौर पर मेजबान चीनी छात्रों के साथ बातचीत के माध्यम से, अमेरिकी प्रतिभागी तेजी से जुड़े और उन्हें विवादास्पद चीनी सोशल मीडिया ऐप, वीचैट डाउनलोड करने के लिए भी प्रोत्साहित किया गया। अमेरिका के विद्वानों को डर है कि सीसीपी का अंतिम लक्ष्य समर्थकों की एक ऐसी पीढ़ी तैयार करना है जो वैश्विक प्रभुत्व के लिए जिनपिंग के दृष्टिकोण के साथ वैचारिक रूप से जुड़े हों। उन्होंने चेतावनी दी है कि इन कार्यक्रमों का उद्देश्य निर्दोष अमेरिकी युवाओं में लाल जीन पैदा करना है, जिससे उन्हें सीसीपी के सत्तावादी मॉडल के लिए अनजाने उपकरण में बदल दिया जा सके।
रिपोर्ट में बताया गया कि यह रणनीति अफ्रीकी देशों के भीतर सीसीपी के लिए नए एजेंटों को तैयार करने के लिए वित्तीय प्रोत्साहन और यौन प्रलोभन दोनों का इस्तेमाल करती है।वर्तमान में, पांच साल के भीतर 50,000 अमेरिकी युवाओं को चीन का अनुभव कराने की शी की योजना का उद्देश्य युवाओं से शुरुआत करना है, जो अमेरिका में सीसीपी एजेंटों की पहचान करना और उन्हें विकसित करना है।
उन्होंने अमेरिकी जनता से आग्रह किया कि वे इस बारे में बेहद सतर्क रहें और सीसीपी के धोखे को अपने बच्चों की आंखों पर पट्टी न बांधने दें और उनके दिलों में जहर न भरने दें।उन्होंने कहा कि सीसीपी अफ्रीकी देशों से कई युवा छात्रों को चीन लाने में भारी निवेश कर रही है। इन व्यक्तियों को उदार जीवन-यापन भत्ते प्रदान किए जाते हैं।
नदी में बचाव अभियान पर निकले के दो पुलिस अधिकारियों की मौत
28 Feb, 2024 09:19 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लीमा । पेरू के दक्षिणी अरेक्विपा क्षेत्र में माजेस नदी में बचाव अभियान पर निकले पेरू राष्ट्रीय पुलिस दल दो सदस्यों की नाव पलटने से मौत हो गई। देश के आंतरिक मंत्रालय ने बताया सात अधिकारी नाव पर सवार थे और उन तीन खनिकों में से एक की तलाश कर रहे थे जो कुछ दिन पहले नदी के किनारे गायब हो गए थे। अन्य पांचों को मामूली चोटों के कारण स्थानीय अस्पताल ले जाया गया। नाव पलटने के कुछ घंटों बाद पर्सी कोरोनेल कोंडोरी और जॉर्ज मार्केज़ मार्टिनेज के शव पाए गए।
गाजा में कब रुकेगी लड़ाई! बाइडन ने बता दी तारीख
28 Feb, 2024 08:19 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन । अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने उम्मीद जाहिर है कि गाजा में अगले सप्ताह की शुरुआत में संघर्ष विराम शुरू हो सकता है। मिस्र, कतर, अमेरिका, फ्रांस और अन्य देशों के प्रतिनिधियों ने फिलिस्तीनी क्षेत्र में बिगड़ते मानवीय संकट के दौरान इजरायल और हमास के लिए मध्यस्थ के रूप में काम किया है, शत्रुता को समाप्त करने और हिरासत में लिए गए इजरायली बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने का प्रयास किया है। न्यूयॉर्क की यात्रा के दौरान जब राष्ट्रपति बाइडेन से पूछा गया कि ऐसा समझौता कब शुरू हो सकता है, तब उन्होंने जवाब दिया कि मेरे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मुझसे कहते हैं कि हम करीब हैं, हम करीब हैं, हम अभी तक पूरा नहीं हुए हैं। बाइडेन ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि अगले सोमवार तक हम युद्धविराम कर लेने वाले हैं। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा जेक सुलिवन ने बताया कि सप्ताहांत में पेरिस में बैठक में कई दलों के प्रतिनिधियों गाजा में सत्तारूढ़ समूह हमास को छोड़कर इस बात पर सहमति बनी कि अस्थायी युद्धविराम के लिए बंधक समझौते की मूल रूपरेखा कैसी होगी।
न्यूजीलैंड की नई सरकार ने तंबाकू-सिगरेट पर लगे प्रतिबंध को हटाने की घोषणा की
27 Feb, 2024 03:27 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
न्यूजीलैंड की नई सरकार तंबाकू की बिक्री पर लगे प्रतिबंध को हटाने जा रहा है। रिसर्चर और प्रचारकों द्वारा सरकार को तंबाकू से होने वाले मौतों के बारे में दी गई चेतावनी के बावजूद मंगलवार को सरकार ने इस पर लगे प्रतिबंध को हटाने की घोषणा की है।
ये इसी साल जुलाई से लागू हो जाएगा। इसके साथ ही स्मोक्ड तंबाकू उत्पादों में निकोटीन सामग्री में कटौती की जाएगी और तंबाकू खुदरा विक्रेताओं की संख्या 90% से अधिक कम हो जाएगी।
धूम्रपान को कम करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध
अक्टूबर में चुनी गई नई गठबंधन सरकार ने पुष्टि की कि मंगलवार को तत्काल कार्रवाई की जाएगी। इस बीच सहयोगी स्वास्थ्य मंत्री केसी कॉस्टेलो ने कहा कि गठबंधन सरकार धूम्रपान को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन इस आदत को हतोत्साहित करने और इससे होने वाले नुकसान को कम करने के लिए एक अलग नियामक दृष्टिकोण अपना रही है।
कॉस्टेलो ने कहा, 'मैं लोगों को धूम्रपान छोड़ने में मदद करने के लिए उपलब्ध उपकरणों को बढ़ाने के लिए जल्द ही कैबिनेट में उपायों का एक पैकेज लाऊंगी।' उन्होंने कहा कि युवा लोगों के वेपिंग करने को लेकर भी नियमों को कड़ा किया जाएगा।
इस फैसले की हो रही आलोचना
न्यूजीलैंड में स्वास्थ्य परिणामों पर इसके संभावित प्रभाव को लेकर इस फैसले की भारी आलोचना हुई है। साथ ही इसका माओरी और पसिफिका आबादी पर अधिक प्रभाव पड़ सकता है,क्योंकि यह उच्च धूम्रपान दर वाले समूह हैं।
धूम्रपान कम करने के तरीकों का अध्ययन करने वाले एक समूह के सह-निदेशक होक ने कहा 'बड़े पैमाने पर किए गए परीक्षणों से पता चलता है कि इससे धूम्रपान करने वालों के बीच धूम्रपान छोड़ने की दर तेजी से बढ़ेगी और युवा लोगों के लिए धूम्रपान करना कठिन हो जाएगा।'
अंटार्कटिक क्षेत्र में एवियन इन्फ्लुएंजा मामलों की पुष्टि, वैज्ञानिकों ने कहा......
27 Feb, 2024 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वैज्ञानिकों ने अंटार्कटिका पर अत्यधिक रोगजनक एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस (HPAIV) की उपस्थिति की पुष्टि की है, और पारिस्थितिक आपदा की आशंका जताई है। वैज्ञानिकों ने कहा कि पहली बार अंटार्कटिका की मुख्य भूमि पर घातक प्रकार के बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है, जो दक्षिणी क्षेत्र की विशाल पेंगुइन कॉलोनियों के लिए संभावित खतरा है।
अर्जेंटीना के हायर काउंसिल फॉर साइंटिफिक इन्वेस्टिगेशन (सीएसआईसी) ने रविवार को कहा, "यह खोज पहली बार दर्शाती है कि अत्यधिक रोगजनक एवियन इन्फ्लुएंजा वायरस दूरी और प्राकृतिक बाधाओं के बावजूद अंटार्कटिका तक पहुंच गया है जो इसे अन्य महाद्वीपों से अलग करते हैं।"
सीएसआईसी ने कहा कि 24 फरवरी को मृत स्कुआ समुद्री पक्षियों के नमूनों में वायरस की मौजूदगी की पुष्टि की गई थी, जो अर्जेंटीना के वैज्ञानिकों को अंटार्कटिक बेस प्रिमावेरा के पास पाए गए थे। जेंटू पेंगुइन सहित आसपास के द्वीपों पर मामलों के बाद अंटार्कटिक प्रायद्वीप पर पुष्टि किए गए मामले ने क्षेत्र में H5N1 एवियन फ्लू के खतरे को उजागर किया है, जिसने हाल के महीनों में दुनिया भर में पक्षियों की आबादी को नष्ट कर दिया है।
सीएसआईसी ने एक बयान में कहा, "विश्लेषण से निर्णायक रूप से पता चला है कि पक्षी एवियन इन्फ्लूएंजा के एच5 उपप्रकार से संक्रमित थे और मृत पक्षियों में से कम से कम एक में अत्यधिक रोगजनक एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस था।"
अंटार्कटिक महाद्वीप और आस-पास के द्वीपों पर सैकड़ों-हजारों पेंगुइन कसकर भरी कॉलोनियों में इकट्ठा होते हैं, जिससे घातक वायरस आसानी से फैल सकता है। अंटार्कटिक अनुसंधान पर वैज्ञानिक समिति के डेटा ने अनुसंधान आधार पर एक अब पुष्टि किए गए मामले को भी दिखाया।
ऋषि सुनक ने पार्टी के खिलाफ इस्लामोफोबिया के आरोपों को किया खारिज, कहा......
27 Feb, 2024 10:50 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को सोमवार को इस्लामोफोबिया के आरोपों के खिलाफ कंजर्वेटिव पार्टी के लोगों का बचाव करने के लिए मजबूर होना पड़ा। इस्लामोफोबिया से आशय इस्लाम और मुस्लिमों से भय और उनके प्रति घृणा से है। लंदन के मेयर सादिक खान के खिलाफ एक टोरी सांसद की टिप्पणी के बाद से विवाद बढ़ गया है।
सुनक से एक साक्षात्कार के दौरान पूछा गया कि क्या कंजर्वेटिव पार्टी में इस्लामोफोबिक प्रवृत्ति है, क्योंकि सांसद ली एंडरसन को पिछले सप्ताह टोरी पार्टी से यह कहने के लिए निलंबित कर दिया गया था कि इस्लाम समर्थकों ने पाकिस्तानी मूल के खान पर नियंत्रण हासिल कर लिया है।
खान विपक्षी लेबर पार्टी के सदस्य हैं, जिन्होंने एंडरसन की टिप्पणी को इस्लामोफोबिक, नस्लवादी और इस्लाम विरोधी करार दिया था।
इस्लामोफोबिया पर खुलकर बोले सुनक
सुनक पर इस मुद्दे पर ध्यान देने और पूर्व पार्टी सहयोगी की टिप्पणियों की निंदा करने का दबाव बढ़ रहा था। जब उनसे पूछा गया कि क्या कंजर्वेटिव पार्टी में इस्लामोफोबिया की समस्या है, इस पर उन्होंने कहा कि नहीं, बिल्कुल नहीं। मेरा विचार है कि हम सभी पर, खासतौर पर संसद में चुनकर आए लोगों पर जिम्मेदारी है कि अपनी बहस को इस दिशा में नहीं बढ़ाएं जो दूसरों के लिए नुकसान पहुंचाने वाली हो।
ली एंडरसन के विवादास्पद बयान के बारे में पूछे जाने पर प्रधानमंत्री ने कहा कि ली के बयान स्वीकार्य नहीं थे। वे गलत थे और इसलिए उन्हें निलंबित कर दिया गया।
इजरायली सेना ने गाजा में बड़े हमले करते हुए 40 फलस्तीनी लड़ाकों को मार गिराया, प्रधानमंत्री ने दिया इस्तीफा
27 Feb, 2024 10:40 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गाजा में सोमवार को इजरायली सेना ने बड़े हमले करते हुए गाजा सिटी में 30 से ज्यादा फलस्तीनी लड़ाकों को मार गिराया जबकि खान यूनिस शहर में 10 से ज्यादा लड़ाके मारे गए हैं।
पट्टी के विभिन्न इलाकों में जारी इजरायली कार्रवाई में सोमवार को कुल 90 लोग मारे गए हैं। इस बीच गाजा को लेकर पड़ रहे दबाव से क्षुब्ध फलस्तीनी प्राधिकार (PA) के प्रधानमंत्री मुहम्मद शतायेह ने इस्तीफा दे दिया है।
अमेरिकी नेताओं की पीए के राष्ट्रपति से कई बार हुई बात
गाजा पट्टी की सत्ता से हमास को दूर करने के लिए अमेरिका ने कई हफ्ते पहले से रूपरेखा बनानी शुरू कर दी है। अमेरिका चाहता है कि गाजा में युद्ध के बाद पीए वहां पर नरमपंथी सरकार बनाए और इसका इजरायल के साथ टकराव न हो। इस सिलसिले में अमेरिकी नेताओं की पीए के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से कई बार बात हुई है।
पीए बीते कई वर्षों से फलस्तीनी आबादी की बहुलता वाले वेस्ट बैंक की सत्ता में है। लेकिन पीए के प्रधानमंत्री शतायेह अमेरिकी योजना से सहमत नहीं थे और सोमवार को उन्होंने इस्तीफा दे दिया। राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं किया है और उन्हें कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में कार्य करने के लिए कहा है।
फलस्तीनी लड़ाके और हथियारों का जखीरा किया बरामद
इस बीच इजरायली सेना ने गाजा के खान यूनिस शहर के सबसे बड़े नासेर अस्पताल का कब्जा छोड़ दिया है। सेना ने बताया है कि वहां से उसने करीब 200 फलस्तीनी लड़ाके गिरफ्तार किए हैं और हथियारों का जखीरा बरामद किया है।
जब्त किए गए हथियार दवाओं के बॉक्स में छिपाकर लाए गए थे और उन्हें उन्हीं में रखा गया था। इजरायली सेना ने बताया कि उसकी कार्रवाई के दौरान अस्पताल में पूरे समय चिकित्सा संबंधी गतिविधियां जारी रहीं।
इजरायल का लेबनान में मध्य में हमला
इजरायल ने सोमवार को लेबनान के मध्य में हवाई हमला किया। इस हमले में ईरान समर्थित सशस्त्र संगठन हिजबुल्ला के दो लड़ाके मारे गए हैं। अक्टूबर 2023 से हिजबुल्ला के साथ जारी झड़पों में इजरायल का लेबनान में यह सबसे लंबी दूरी का हमला है।
इजरायल ने यह हमला तब किया जब उसके एक हमलावर ड्रोन को हिजबुल्ला लड़ाकों ने मार गिराया। इजरायली सेना ने कहा है कि उसके लड़ाकू विमानों ने लेबनान की बेका घाटी में हिजबुल्ला के एयर डिफेंस सिस्टम को निशाना बनाकर उन्हें बर्बाद कर दिया।
खुद को आग लगाकर अमेरिकी सैनिक ने किया गाजा नरसंहार का विरोध
26 Feb, 2024 05:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तेल अवीव । एक सैनिक ने वॉशिंगटन स्थित इजरायली दूतावास के बाहर खुद को आग लगाकर गाजा में हो रहे नरसंहार का विरोध किया है। मिली जानकारी के अनुसार यहां एक अमेरिकी एयरफोर्स के सैनिक ने खुद को आग लगा दी। वह बार-बार यही कह रहा था कि मैं गाजा में हो रहे नरसंहार का हिस्सा नहीं बनूंगा। फिलिस्तीन को आजाद किया जाना चाहिए। फ्री फिलिस्तीन। उसने बताया कि वह अमेरिकी एयरफोर्स का जवान है और कैमरे के सामने आत्मदाह करने जा रहा है। वह गाजा में हो रहे अत्याचार को बर्दाश्त नहीं कर सकता। एक रिपोर्ट के मुताबिक आत्मदाह करने वाले शख्स का नाम सार्वजनिक नहीं किया गया है। आत्मदाह के बाद तत्काल वहां मौजूद सुरक्षाबलों ने आग बुझाने की कोशिश की। हालांकि शख्स बुरी तरह झुलस गया और उसकी हालत गंभीर बताई गई है। रिपोर्ट के मुताबिक शख्स जब आत्मदाह करने के लिए दूतावास के सामने पहुंचा तो वहां मौजूद सुरक्षाबलों ने उससे बात करने की कोशिश की। सुरक्षाबलों ने मदद करने की भी बात कही, लेकिन इतने में ही उसने खुद को आग लगा ली।
इस दौरान सैनिक ने आत्मदाह करते हुए खुद ही वीडियो भी बनाया जिसे बाद में सोशल मीडिया से हटा दिया गया। जिसे ट्वीच नाम के सोशल मीडिया अकाऊंट से आत्महाद की लाइव स्ट्रीमिंग की थी। अभी तक यह नहीं स्पष्ट हो पाया है कि वह वास्तव में वह सैनिक था या नहीं। अगर था तो अब भी सेवा में है या फिर रिटायर हो चुका है। यहां गौरतलब है कि वैसे तो अमेरिका गाजा में सीजफायर की वकालत करता रहा लेकिन 20 फरवरी को यूएनएससी की बैठक में उसने गाजा में तुरंत सीजफायर के प्रस्ताव को खारिज कर दिया।
भारत को मनाने में जुटा कनाडा; शुरु हो सकती है डब्ल्यूटीओ की बातचीत
26 Feb, 2024 04:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ओटावा । कनाडा एक बार फिर भारत को मनाने में जुटा हुआ है। अब शायद डब्ल्यूटीओ की बातचीत शुरु हो सकती है। बता दें कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद से भारत और कनाडा के बीच रिश्तों में तल्खी जारी है। इसके चलते दोनों देशों के बीच कुछ समझौतों पर भी रोक लगी है। भारत और कनाडा के बीच व्यापार समझौते पर भी पिछले छह महीने से बातचीत बंद है। अब इसे फिर से शुरू करने को लेकर भी कोई समयसीमा नहीं बताई गई है। अब बताया जा रहा है कि दोनों देश बातचीत को फिर से शुरू करने को लेकर उच्च स्तरीय संपर्क फिर से स्थापित कर सकते हैं। दरअसल इस सप्ताह विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) की मंत्रिस्तरीय बैठक होनी है। इस दौरान दोनों देशों के नेता बातचीत शुरू करने को लेकर पहल कर सकते हैं। इस संबंध में कनाडा की एक्सपोर्ट इंटरनेशनल ट्रेड एंड इकनॉमिक डेवलपमेंट मिनस्टर मैरी एनजी ने रविवार को एक इंटरव्यू में इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों में मैं डब्ल्यूटीओ जाऊंगी। वहीं अपने अपने समकक्ष से मुलाकात करूंगी।
इस दौरान उनका इशारा वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की ओर था। चार दिवसीय डब्ल्यूटीओ मंत्रिस्तरीय बैठक सोमवार से अबू धाबी में आयोजित की जा रही है जिसमें भारत की ओर से पीयूष गोयल जाएंगे। बता दें कि अर्ली प्रोग्रेस ट्रेड एग्रीमेंट (ईपीटीए) पर नए सिरे से चर्चा अधर में है। इसको लेकर कनाडाई मंत्री ने कहा, हमने इस मुद्दे पर कोई निर्णय नहीं लिया है। मैरी एनजी के भारत दौरे के दौरान मार्च 2022 में ईपीटीए को लेकर वार्ता शुरू हुई थी। लेकिन उसी साल अगस्त के अंत में इसे रोक दिया गया था। इसके कुछ समय बाद ही कनाडाई संसद में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर गंभीर आरोप लगाए थे।
उस समय ट्रूडो ने 18 जून को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों के शामिल होने का आरोप लगाया था। अब कनाडा की व्यापार मंत्री ने कहा कि मुझे यह देखकर खुशी हो रही है कि कनाडाई उद्यमों और भारत के बीच गतिविधि जारी है। इसके अलावा, हम स्वतंत्र रूप से हो रही जांच को लेकर भी उत्साहजनक हैं। मंत्री के बयान से पहले कनाडा के सस्केचेवान प्रांत के प्रमुख स्कॉट मो ने भारत का दौरा किया था। इससे संकेत मिलते हैं कि दोनों देशों के बीच व्यापार संबंधों को मजबूत करने के लिए फिर से बातचीत शुरू गई है।
साल के अंत तक शुरू होगा शाहपुर कंडी प्रोजेक्ट
26 Feb, 2024 02:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चंडीगढ़ । रावी नदी पर शाहपुर कंडी प्रोजेक्ट इस साल के अंत तक पूरा हो जाएगा। यह प्रोजेक्ट 206 मेगावाट बिजली उपलब्ध कराएगा। वहीं, इसका बैराज पाकिस्तान को जा रहा 1150 क्यूसेक पानी पंजाब और जम्मू-कश्मीर को देगा। गत बुधवार रात से प्रोजेक्ट की झील में जल भंडारण का काम शुरू कर दिया गया है।हालांकि, इसे निर्धारित लेवल तक भरने में करीब 90 दिन लगेंगे। पठानकोट जिले में रणजीत सागर बांध से नीचे स्थापित हो रही इस परियोजना से उपलब्ध होने वाला पानी पंजाब में 5000 हेक्टेयर और जम्मू-कश्मीर में 32000 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई में सहायक होगा।पाकिस्तान जा रहे पानी को रोकने के लिए बांध निर्माण का काम पूरा हो चुका है, जिसमें जल भंडारण की क्षमता 4.23 ट्रिलियन घन मीटर फुट है। वहीं, बिजली निर्माण के लिए पावर हाउस तैयार किए जा रहे हैं। रणजीत सागर बांध से छोड़े गए पानी का उपयोग इस परियोजना के लिए बिजली पैदा करने के लिए किया जाना है। पिछले साल केंद्रीय जल आयोग के अधिकारियों ने इस परियोजना की समीक्षा करते हुए इसके पूरा होने का समय जुलाई 2022 तय किया था।अब पंजाब और जम्मू-कश्मीर से मुख्य सचिव इस परियोजना की प्रगति पर निगरानी रखे हुए हैं। पंजाब के मुख्य सचिव ने परियोजना के कामकाज पर संतोष जताते हुए उम्मीद जताई है कि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो इस साल के अंत तक परियोजना में बिजली उत्पादन शुरू हो जाएगा। इससे पहले कोविड के समय इस परियोजना का काम लंबे समय तक रुका रहा था।
हरियाणा विधानसभा में नफे सिंह राठी को दी श्रद्धांजलि
26 Feb, 2024 01:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरियाणा विधानसभा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक नफे सिंह राठी को श्रद्धांजलि दी। पूर्व विधायक की कल बहदुरगढ़ में हत्या कर दी गई थी।2000 के हरियाणा विधान सभा में नफे सिंह राठी को कड़ी टक्कर देने वाले उस समय कांग्रेस के प्रत्याशी रहे और राष्ट्रीय किसान नेता रमेश दलाल ने आशंका जाहिर की है कि नफे सिंह राठी की हत्या के पीछे कोई बड़ी सुनियोजित साजिश अवश्य है।जिस प्रकार घटना को अंजाम दिया गया और ट्रेंड शार्प शुटर्स को इस घृणित कांड में लगाया गया।उससे साफ जाहिर होता है कि हत्या के पीछे बहुत बड़ी राजनीतिक साजिश भी हो सकती है। चुनाव के नजदीक सरे आम जनता के बीच एक राजनैतिक नेता की हत्या बिना प्रभावशाली राजनैतिक नेताओं के संरक्षण के बिना संभव नहीं हो सकती।
रमेश दलाल ने कहा कि घटना के समय और स्थान से एक गहरी साजिश की बू आ रही है। दलाल के अनुसार हत्यारे इतने बेखौफ तभी हो सकते हैं जब उनके पीछे कोई बड़ी शक्तिशाली और प्रभावशाली मदद का भरोसा हो।रमेश दलाल ने कहा कि पुलिस हत्या के पीछे की साजिश को तुरंत बेनकाब करे क्योंकि राजनेतिक नेता की इस तरह सारे आम बेखौफ तरीके से की गई हत्या से पूरे हरियाणा में असुरक्षा का डर फेल गया है।यदि हत्या के पीछे साजिश को जल्दी ही बेनकाब नही किया गया तो अपराधियों के हरियाणा प्रांत में होशले बुलंद होंगे। रमेश दलाल ने कहा की वे इस दुख की घड़ी में नफे सिंह राठी के परिवार के साथ खड़े है और निजी रूप से मेरे लिए आघात है क्योंकि मेने अपने एक कॉलेज के साथी को खोया है।
फ्रांस ने मुस्लिम धर्मगुरू को देश से निकाला
26 Feb, 2024 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पेरिस । फ्रांस की एमैनुएल मैक्रों सरकार ने इमाम महजूब महजूबी को देश से निकाल दिया है। इस मुस्लिम धर्मगुरू ने फ्रांस के राष्ट्रीय ध्वज यानी नेशनल फ्लैक को शैतानी या राक्षस जैसा दिखने वाला बताया था। होम मिनिस्टर गेराल्ड डार्मेनिन ने इमाम को देश से निकालने के फैसले की जानकारी दी। कहा- इस तरह के सभी लोगों को यह समझ लेना चाहिए कि इस देश में कट्टरता किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
महजूबी मूल रूप से ट्यूनीशिया का रहने वाला है और फ्रांस के मुस्लिम समुदाय में काफी लोकप्रिय है। इसके पहले भी उसने कई भडक़ाउ बयान दिए हैं। शुक्रवार को उसने फ्रांस के नेशनल फ्लैग को तीन रंग वाला शैतान बताया था। कुछ देर बाद सरकार ने उसकी गिरफ्तारी के आदेश दिए। इसके करीब 10 घंटे बाद ही सरकार ने लिखित बयान जारी किया। कहा- महजूबी को देश से निकलने के आदेश दिए हैं।
होम मिनिस्टर ने कहा- इस तरह के किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा। किसी को गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए। हम इस तरह के मामलों से सख्ती से निपटेंगे। इसके पहले भी इस इमाम ने समाज को भडक़ाने वाले बयान दिए हैं।
न्यूयॉर्क में भारतीय पत्रकार की मौत
26 Feb, 2024 10:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ई-बाइक की बैटरी से 6 मंजिला इमारत में आग लगी; बचने के लिए लोग खिड़कियों से कूदे
न्यूयॉर्क। अमेरिका के न्यूयॉर्क में रिहायशी इमारत में आग लगने से एक भारतीय पत्रकार की मौत हो गई। भारतीय दूतावास ने रविवार को इसकी जानकारी दी। भारतीय दूतावास ने कहा कि 2& फरवरी को हार्लेम इलाके में एक अपार्टमेंट में आग लग गई थी। इसमें 27 साल के फाजिल खान की मौत हो गई। हमें दुख है। हम उसके परिवार के संपर्क में हैं। उनका शव भारत पहुंचाने के लिए हर संभव मदद करने की कोशिश करेंगे। न्यूयॉर्क फायर डिपार्टमेंट के मुताबिक, ई-बाइक में लगने वाली लिथियम-आयन बैटरी की वजह से इमारत में आग लगी थी। 17 अन्य लोग हादसे में घायल हुए थे।
साउथ कैरोलीना में ट्रम्प ने हेली को हराया
26 Feb, 2024 09:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वॉशिंगटन । अमेरिका में इस साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले रिपब्लिकन और डेमोके्रटिक पार्टी में उम्मीदवारी के लिए इलेक्शन चल रहे हैं। इस दौरान रविवार सुबह (भारतीय समयानुसार) साउथ कैरोलीना रा’य के चुनावों में रिपब्लिकन पार्टी से पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने जीत दर्ज की है। ट्रम्प को 60.1 प्रतिशत वोट मिल चुके हैं, जबकि भारतीय मूल की निक्की हेली को &9.2 प्रतिशत वोट हासिल हुए। दूसरी तरफ 4 फरवरी को डेमोक्रेटिक पार्टी के प्राइमरी चुनाव हुए थे। इसमें जो बाइडेन जीत हुई थी। उन्हें 96.& प्रतिशत वोट मिले थे। वहीं दूसरे नंबर पर रहे डीन फिलिप्स को सिफ 2.0 प्रतिशत ही वोट मिले थे।
मालदीव की पूर्व रक्षा मंत्री बोलीं, भारत हमेशा हमारा मददगार
26 Feb, 2024 08:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मालदीव । मालदीव की पूर्व रक्षा मंत्री मारिया दीदी ने कहा है कि मालदीव गलत वजहों से भारत और खासकर वहां के सोशल मीडिया प्लेटफॉम्र्स पर चर्चा में है। मीडिया हाउस फस्र्टफोस्ट के डिफेंस समिट में मारिया ने कहा- हम लोग ऐसे नहीं हैं। हमें विदेशियों का मालदीव आना पसंद है। हम सभी लोगों को मालदीव आने का न्योता देते हैं।मारिया 2018 से 202& तक मोहम्मद सोलिह की सरकार के दौरान मालदीव की रक्षा मंत्री थीं। उन्होंने कहा- जलवायु परिवर्तन मालदीव के अस्तित्व के लिए खतरा है। जब एशिया में सुनामी आई थी तब हमें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। उस वक्त भारत पहला देश था जो हमारी मदद के लिए आगे आया था। इसके अलावा भारतीय सेना ने भी हमेशा हमारी मदद की है। आज मालदीव में चीनी जहाज मौजूद है। हम नहीं चाहते कि हम किसी ऐसी परिस्थिति में फंस जाए, जो हमें जंग में धकेल दे।पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा- देश और क्षेत्र की भलाई के लिए हमें पड़ोसी देशों के साथ स्थिरता और दोस्ती बनाए रखना जरूरी है। जब हमारी मालदीव डेमोक्रैटिक पार्टी सत्ता में थी, तब हम हमेशा पड़ोसियों के साथ बेहतर संबंध बनाते थे। दरअसल, & जनवरी को पीएम मोदी लक्षद्वीप के दौरे पर गए थे, जिसकी तस्वीरें वायरल हुई थी। इसके बाद लोग सोशल मीडिया पर मालदीव की बजाय लक्षद्वीप घूमने की बात करने लगे थे। इसके जवाब में मालदीव के तीन मंत्रियों ने क्करू मोदी और भारत के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी।