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पाकिस्तान में जेयूआई-एफ प्रमुख फजलुर रहमान के काफिले पर हमला
1 Jan, 2024 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बंदूकधारियों ने जेयूआई-एफ प्रमुख फजलुर रहमान के काफिले पर घात लगाकर हमला किया जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान के काफिले पर 31 दिसंबर को हमला किया गया। क्योंकि अज्ञात बंदूकधारियों ने डेरा इस्माइल खान में पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) नेता के काफिले पर गोलीबारी की। घटनाक्रम से परिचित लोगों ने बताया कि यह आकलन करना जल्दबाजी होगी कि हमलों का नेतृत्व किसने किया, लेकिन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) और उन तत्वों की ओर उंगली उठाई जो नहीं चाहते कि 8 फरवरी को चुनाव हों।
पाकिस्तानी गृह मंत्रालय ने भी 29 दिसंबर को खतरे का अलर्ट जारी किया था। शुरुआती जांच से पता चला है कि मौलाना फजलुर रहमान के काफिले की दो गाड़ियां थीं जो ईंधन भरने के लिए यारक टोल प्लाजा पर आई थीं, जबकि टोल प्लाजा पर हमला चल रहा था। घटनाक्रम से परिचित लोगों ने बताया कि एक गोली एक वाहन पर लगी, लेकिन रहमान वाहन में नहीं थे और अब्दुल अपने गांव में थे। उनकी पार्टी के प्रवक्ता आतिफ गौरी ने हमले की निंदा कर तत्काल जांच की मांग की। उन्होंने बताया कि खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में उनकी पार्टी के लिए कोई समान अवसर नहीं है।
साल के पहले दिन 7.4 तीव्रता के भूकंप से हिला जापान
1 Jan, 2024 05:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
टोकियो । उत्तर-मध्य जापान में रिक्टर स्केल पर 7.4 तीव्रता का भूकंप आया, जिसके बाद अधिकारियों को उत्तर-पश्चिमी तट के लिए सुनामी की चेतावनी जारी करनी पड़ी। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (जेएमए) के अनुसार, भूकंप इशिकावा और आसपास के प्रांतों में आया, जिसमें से एक की प्रारंभिक तीव्रता 7.4 थी। रिपोर्ट के अनुसार, जेएमए द्वारा इशिकावा, निगाटा और टोयामा प्रांत के पश्चिमी तटीय क्षेत्रों में सुनामी की चेतावनी जारी है। रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप के झटके राजधानी टोक्यो और कांटो क्षेत्र में महसूस किए गए।
रिपोर्ट के अनुसार, सुनामी की चेतावनी के बाद 5 मीटर तक की लहरों की आशंका के कारण लोगों से तटीय क्षेत्रों को जल्दी से छोड़ने और इमारतों के शीर्ष या ऊंची भूमि पर जाने का आग्रह किया गया था। इशिकावा में वाजिमा शहर के तट पर 1 मीटर से अधिक ऊंची लहरें टकराईं। अभी तक किसी नुकसान या हताहत की कोई रिपोर्ट नहीं है। रिपोर्ट में बताया कि होकुरिकु इलेक्ट्रिक पावर ने कहा कि वह अपने परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में किसी भी अनियमितता की जांच कर रहा है।
बच निकला हमास का आतंकी याह्या सिनवार, इजरायली सेना ने ढहाई सुरंग
1 Jan, 2024 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तेल अवीव । इजरायली सेना ने हमास के सबसे बड़े आतंकी याह्या सिनवार के गढ़ मे सेंध लगाई है। हालांकि वह बच निकला है, लेकिन जिस सुरंग में उसका ठिकाना था, उसे ढहा दिया गया है। इस तरह से इजरायली सेना को एक बड़ी कामयाबी मिली है। इस मामले में आईडीएफ ने शुक्रवार को कहा कि उसके सैनिकों ने उत्तरी गाजा में हमास आतंकी याह्या सिनवार के एक गुप्त अपार्टमेंट का पता लगा लिया है। इसने नीचे एक बड़ी सुरंग प्रणाली है, जिसे ध्वस्त कर दिया गया। आईडीएफ का दावा है कि वह लगातार याह्या सिनवार के करीब पहुंच रहा है। हालांकि अभी भी हमास लीडर सेना की पकड़ से दूर बना हुआ है। 14वीं आर्मड ब्रिगेड ने शुक्रवार को गाजा शहर के बाहरी इलाकों में ठिकाने वाले अपार्टमेंट का पता लगाया। बाद में इसकी जांच के दौरान एक सुरंग शाफ्ट भी मिला।
आईडीएफ ने कहा कि उसे अपार्टमेंट में महत्वपूर्ण सबूत मिले हैं, जिससे यह निष्कर्ष निकलता है कि सिनवार इसे ठिकाने के तौर पर इस्तेमाल कर रहा था। सुरंग का शाफ्ट करीब 20 मीटर गहरा था। सुरंग कई शाखाओं में बंटी थी, जिसकी लंबाई 218 मीटर थी। अंडरग्राउंड टनल में एयर फिल्टर, पाइपलाइन, विश्राम और प्रार्थना कक्ष और अन्य उपकरण थे। हमास के आतंकी लंबे समय तक इन बिलों में छिपे रहें, इसलिए यह सारी व्यवस्था की गई थी। इजरायल पर 7 अक्टूबर के हमले के बाद पहली बार सिनवार ने अपना सार्वजनिक बयान जारी किया। इसमें हमास की उपलब्धियों के बारे में बताया गया। सिनवार के बयान से पहले इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने नए सिरे से धमकी जारी की थी।
रक्षा मंत्री ने कहा था कि सिनवार जल्द ही हमारी बंदूकों के सामने होगा। 18 दिसंबर को इजरायली मीडिया की ओर से आई एक रिपोर्ट में कहा गया था कि हाल के दिनों में सेना दो सुरंगों तक पहुंचने में कामयाब रही, जहां पहुंचने से ठीक पहले सिनवार छिपा था। दिसंबर 14 को बाइडेन प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने संवाददाताओं से कहा कि यह कहा जा सकता है कि सिनवार के गिनती के दिन बचे हैं। युद्ध शुरू होने के बाद से ही सिनवार खान यूनिस में छिपा है। 1989 में दो इजरायली सैनिकों के अपहरण और हत्या के लिए इजरायल द्वारा चार आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर मॉरीशस के सांसद ने की मोदी की तारीफ
1 Jan, 2024 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पोर्ट लुईस । अयोध्या में हो रहे राम मंदिर निर्माण पर मॉरीशस के सांसद महेंद्र गंगाप्रसाद ने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि केवल पीएम मोदी ही अयोध्या को फिर से सुर्खियों में ला सकते थे, जैसा उन्होंने किया है। मॉरीशस में लेबर पार्टी के सांसद गंगाप्रसाद इस समय भारत यात्रा पर हैं। उन्होंने कहा कि आप कल्पना नहीं कर सकते कि मुझे कितना गर्व महसूस हो रहा है, जैसे आपमें से अधिकांश और हिंदू धर्म के अधिकांश मॉरीशसवासी बहुत खुश और गौरवान्वित हैं कि आज रामजी का मंदिर उसी स्थान पर है जहां उनका जन्म हुआ था। मॉरीशस के सांसद गंगाप्रसाद ने कहा कि मैं ईमानदारी से कह सकता हूं कि केवल मोदी ही अयोध्या को फिर से सुर्खियों में ला सकते थे, जैसा उन्होंने किया है। और जिस तरह से मंदिर बन रहा है और बनाया गया है, आपने जो किया उसके लिए हमें मोदी जी पर गर्व है। गंगप्रसाद ने शिक्षा क्षेत्र में पीएम मोदी के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में शिक्षा क्षेत्र फला-फूला है और हम इसे हर क्षेत्र में देख सकते हैं।
बेहतर पढ़ाई करके छात्र विश्वविद्यालयों और स्कूलों से बाहर आ रहे थे। वे नए भारत, नई शिक्षा प्रणाली को प्रतिबिंबित करते हैं और इसके लिए, मुझे मोदीजी और उनकी लागू की जा रही शैक्षिक नीतियों को बधाई देना होगा। सांसद गंगाप्रसाद ने पीएम मोदी को करिश्माई नेता बताते हुए कहा कि वह एक ऐसे नेता हैं जो अपने तरीके से अद्वितीय हैं और उन्होंने भारत, भारत की नियति और भारत की छवि को बदल दिया है। उन्होंने कहा कि आज, लोग भारत की ओर देखते हैं, और मुझे लगता है कि एक व्यक्ति जो हमारे आभार और हमारी प्रशंसा का पात्र है, वह नरेंद्र मोदी हैं, जिन्होंने जो कुछ भी किया है उसके लिए। मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि उनके कार्यकाल में भारत का भविष्य बहुत उज्ज्वल है जैसा कि आज है।
भारत-मॉरीशस संबंधों पर बात करते हुए गंगाप्रसाद ने कहा कि रिश्ते को और मजबूत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम मॉरीशसवासियों का भारत के साथ हमेशा बहुत अच्छा रिश्ता रहा है और मोदी के कार्यकाल में यह रिश्ता और मजबूत हो रहा है। और मैं इसके लिए नरेंद्र मोदी का आभारी हूं। गंगाप्रसाद ने कहा कि मोदी है तो मुमकिन है। यहां पर अयोध्या शहर भव्य राम मंदिर में भगवान श्रीराम की प्रतिष्ठा समारोह के लिए तैयार हो रहा है।
अमेरिका ने गुआम में तैनात किया महाशक्तिशाली ब्रह्मास्त्र थाड
1 Jan, 2024 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन । गुआम में छह और थाड एयर डिफेंस सिस्टम तैनात करने का फैसला अमेरिका ने लिया है। चीन और उत्तर कोरिया की ओर से संभावित खतरों को देखते हुए अमेरिका ने पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र को मजबूत करने के लिए ये कदम उठाया है। गुआम में तैनात टास्क फोर्स टैलोन के कमांडर कर्नल जोनाथन स्टैफोर्ड ने कहा कि ये सिस्टम विभिन्न मिसाइल-रक्षा सुविधाओं में सबसे अधिक विकसित है। कमांडर ने स्टैफोर्ड ने बताया है कि छह टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस के साथ-साथ लॉन्चर्स, रडार, कमांड, कम्युनिकेशन गियर और दर्जनों बख्तरबंद वाहन भी तैनात किए हैं। गुआम में अमेरिका की ओर से ये कदम चीन और उत्तर कोरिया जैसे संभावित विरोधियों से खतरों के चलते उठाया गया है, जिसमें बैलिस्टिक, क्रूज और हाइपरसोनिक मिसाइलों सहित विभिन्न प्रकार की मिसाइलें शामिल हैं। मिसाइल डिफेंस एजेंसी का अनुमान है कि ये पूरी प्रणाली, जिसमें द्वीप में 20 साइटें शामिल हैं, 2027 तक चालू हो जाएंगी।
बता दें कि वर्तमान में साइट एक्सकैलिबर में तैनात सैनिक पुनर्निर्मित शिपिंग कंटेनरों के भीतर काम करते हैं। कर्नल स्टैफोर्ड ने इस बात पर जोर दिया कि यहां टास्क फोर्स टैलोन के लिए दीर्घकालिक आधार के रूप में काम किया जाएगा, जिसमें मोटर पूल और मुख्यालय भवन जैसी आवश्यक सुविधाओं की योजना चल रही है। अमेरिका के लिए पिछले दो दशकों में गुआम उसकी रणनीति की धुरी के रूप में उभरा है। चीन की सैन्य क्षमताओं और महत्वाकांक्षाओं के विस्तार के कारण इसका महत्व बढ़ गया है। रक्षा अधिकारी दक्षिण चीन सागर के निकटतम अमेरिकी क्षेत्र गुआम को शक्ति प्रदर्शन और क्षेत्र की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में देखते हैं।
वहीं ओकिनावा, उत्तरी फिलीपींस और ताइवान को शामिल करने वाली पहली द्वीप श्रृंखला के भीतर गुआम एक महत्वपूर्ण और अपरिहार्य केंद्र बना हुआ है। अमेरिका के थाड मिसाइल सिस्टम बैलिस्टिक मिसाइलों को मार गिराने के लिए डिजाइन किया गया है। इस सिस्टम में शामिल मिसाइलों में सिंगल स्टेज रॉकेट इंजन का इस्तेमाल किया जाता है। सिस्टम बैलिस्टिक मिसाइलों को उनकी उड़ान के शुरुआती दौर में ही गिराने में सक्षम है। यह सिस्टम हिट टू किल तकनीक पर काम करता है, मतलब यह मिसाइलों को रोकने और भटकाने के बजाय उनको नष्ट कर देता है। इसी वजह से इसे तैनात किया गया है।
जॉर्जिया मेलोनी को मिले मैन ऑफ द ईयर ने पैदा किया नया विवाद
1 Jan, 2024 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रोम। इटली की पहली महिला प्रधान मंत्री जॉर्जिया मेलोनी को इटली के एक अखबार ने मैन ऑफ द ईयर चुना है। हालांकि पदवीं मिलने के बाद लोगों ने उनसे इसे वापस लौटाने का अनुरौध किया है। इससे नया विवाद पैदा हो गया है। अखबार ने पीएम मेलोनी की तारीफ में लिखा है कि उन्होंने दुनिया में छिड़े युद्ध के बीच एक ऐसे देश में लड़ाई जीती है, जहां पुरुष प्रधान समाज पर हावी है। हालांकि अखबार द्वारा पीएम मेलोनी को यह पदवीं दी जाने के बाद विवाद खड़ा हो गया है। कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और विपक्षी नेताओं का आरोप है कि यह पदवीं खुद पुरुष श्रेष्ठता दर्शाती है। कइयों ने पीएम से सोशल मीडिया के जरिए अनुरोध किया है कि वह इस उपाधि को अस्वीकार कर दें। बता दें कि मेलोनी दो महीने पहले तब चर्चा में आई थीं, जब उन्होंने अपने पति एंड्रिया जियाम्ब्रुनो से 10 साल पुराना रिश्ता तोड़ दिया था। दरअसल, एड्रिया ने एक टीवी चैनल से बातचीत में महिलाओं के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
इटली के एक अखबार ने अपने संपादकीय में पीएम जॉर्जिया मेलोनी को साल 2023 की मैन ऑफ द ईयर के लिए चुना है। ब्रदर ऑफ इटली पार्टी की नेता जॉर्जिया मेलोनी ने पूर्व पीएम मारियो द्रागी को बड़े अंतर से मात देकर सितंबर 2022 में पीएम पद का चुनाव जीता था। इसी के साथ इटली में दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली बार दक्षिण पंथी सरकार सत्ता के शीर्ष पर पहुंची। मेलोनी को पूर्व तानाशाह मुसोलिनी का समर्थक माना जाता है। वह खुद कई बार मुसोलिनी को अपना आइडल कह चुकी हैं। इटली में दक्षिणपंथी समर्थन करने वाले एक अखबार ने मेलोनी को मैन ऑफ द ईयर के लिए चुना है। महिला अधिकार कार्यकर्ताओं और कई महिला राजनेताओं ने इसे पुरुष प्रधान सोच कहकर निंदा की है। एलेन्ज़ा वर्डी ई सिनिस्ट्रा के एक सांसद एलिसबेटा पिकोलोटी ने फेसबुक पर लिखा कि मेलोनी को इस उपाधि को अस्वीकार कर देना चाहिए क्योंकि यह केवल पुरुष प्रधान सोच को दिखाता है।
अखबार ने मेलोनी की तारीफ में लिखा है कि युद्ध के इस समय में, हमने एक ऐसी नेता को चुना है, जिसने दिखाया कि वह लड़ाई लड़ना जानती हैं। हमारे लिए जॉर्जिया मेलोनी मैन ऑफ द ईयर हैं क्योंकि उन्होंने अलग सोच अपनाकर लिंग भेद की लड़ाई जीती है। उन्होंने पुरुष सोच वालों का अहंकार तोड़ा और महिलाओं की पराजय वाली भावना को खत्म किया है। बता दें कि दो महीने पहले भी मेलोनी चर्चा में आई थीं, जब उन्होंने अपने पति ए़ंड्रिया जियाम्ब्रुनो से दस साल पुराने रिश्ते को तोड़ने की घोषणा की थी।