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देश में पिछले पांच दशक में सबसे ज्यादा बरोजगारी: प्रियंका कक्कड़
3 Jan, 2024 12:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने रोजगार और बेरोजगारी के स्तर को लेकर केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के नौ साल के कार्यकाल में देश में बेरोजगारी दर पिछले पांच दशक में सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बयानों और बेरोजगारी के स्तर को लेकर उपलब्ध आंकड़ों के आधार पर यह दावा किया है। मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान आप प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने झारखंड में पीएम मोदी की 2014 में एक जनसभा में दिए भाषण को लेकर कहा कि उस समय उन्होंने झारखंड की महिलाओं की दुर्दशा, युवाओं में व्याप्त बेरोजगारी और उनकी महानगरों में स्थिति का जिक्र करते हुए चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था कि बीजेपी की सरकार बनी तो वो झारखंड में ही रोजगार के अवसर पैदा करेंगे। ताकि यहां की महिलाओं व अकुशल श्रमिकों को दूसरे शहरों जाकर रहने के की जलालत न झेलनी पड़े। प्रिंयका कक्कड़ ने मोदी सरकार के नौ साल के कार्यकाल के दौरान स्थिति सुधरने के बजाय और ज्यादा खराब हुए हैं। उन्होंने कहा कि 2023 में दिल्ली में टैक्सी ड्राइवर, पनवारी की दुकान या घर में वर्तन मांजने वाली माताओं और बहने आज भी राजधानी से बाहर के ही हैं। मोदी सरकार ने साल 2014 में मेक इन इंडिया योजना की शुरुआत की थी। इस योजना पर 450 करोड़ का खर्च भी किया। इसके पीछे मोदी सरकार ने दो मकसद तय किए थे। पहला साल 2022 तक मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर का जीडीपी में योगदान 25 प्रतिशत तक पहुंचाना। 10 करोड़ जॉब्स पैदा करना। प्रियंका कक्कड़ ने सवाल उठाते हुए पूछा कि साल 2014 में मैन्यूपफक्चरिंग सेक्टर का जीडीपी में 17 फीसदी योगदान था। साल 2019 में घटकर 13.6 प्रतिशत हो गया। साल 2022 में यह और घटकर 13.32 प्रतिशत रह गया। यह दिखाता है कि हमारे देश में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर भारी संकट में है। उन्होंने कहा कि मोदी राज में जितना योगदान मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का जीडीपी में योगदान है, उतना योगदान तो 1970 में भी था। साफ है कि मोदी सरकार के कार्यकल में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का योगदान पिछले पांच दशक में सबसे कम है।
संपर्क में रहने की अवधि बढ़ा सकती कोविड संक्रमण की संभावना को
3 Jan, 2024 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंदन । एक्सपोज़र के बाद सार्स-कोव-2 ट्रांसमिशन की संभावना को समझने के लिए ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने इंग्लैंड और वेल्स में 70 लाख संपर्कों के साथ एनएचएस कोविड ऐप के डेटा का उपयोग किया। ताजा अध्ययन से पता चला है कि निकटता से अधिक, कोविड वाले लोगों के संपर्क में रहने की अवधि संक्रमण की संभावना को बढ़ा सकती है।
अधिक दूरी पर लंबे एक्सपोज़र से नजदीकी दूरी पर कम एक्सपोज़र के समान जोखिम है। रिपोर्ट किए गए सकारात्मक परीक्षण से पुष्टि किए गए संचरण की संभावना शुरू में एक्सपोज़र की अवधि (1.1 प्रतिशत प्रति घंटा) के साथ रैखिक रूप से बढ़ी और कई दिनों तक बढ़ती रही। हालांकि अधिकांश संपर्क कम अवधि के थे, ट्रांसमिशन आमतौर पर एक घंटे से लेकर कई दिनों तक चलने वाले एक्सपोज़र के परिणामस्वरूप हुआ था।
संपर्कों में परिवारों का योगदान लगभग 6 प्रतिशत था, पर प्रसारण में हिस्सेदारी 40 प्रतिशत थी। ऑक्सफोर्ड के मेडिसिन विभाग के लुका फेरेटी ने कहा, “पर्याप्त तैयारी के साथ, डिजिटल संपर्क अनुरेखण के आधार पर सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को सूचित करने वाले जोखिम के गोपनीयता-संरक्षण वाले सटीक विश्लेषण, एक नए रोगज़नक़ के उभरने के कुछ सप्ताह के भीतर किए जा सकते हैं।” अध्ययन में अप्रैल 2021 और फरवरी 2022 के बीच ऐप से 70 लाख कोविड संपर्कों का विश्लेषण किया गया, जिसमें 2.3 करोड़ घंटे का एक्सपोज़र और 2,40,000 सकारात्मक परीक्षण शामिल थे।
आतंकवादियों ने छह नाईयों का अपहरण कर हत्या की
3 Jan, 2024 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पेशावर । पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में अज्ञात आतंकवादियों ने छह नाईयों का अपहरण कर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि यह घटना अफगानिस्तान की सीमा से लगे खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के मीर अली इलाके में हुई। पुलिस ने कहा कि पीड़ित पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के थे।
स्थानीय बाजार में नाई की दुकानें चलाते थे। उन्होंने कहा कि उनका एक दिन पहले अपहरण कर लिया गया और उनके शव मंगलवार को बरामद किए गए। हालांकि, किसी ने तुरंत हत्याओं की जिम्मेदारी नहीं ली।
छह नाइयों की गोली मारकर हत्या करने वाले अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने तलाश शुरू कर दी है। उत्तरी वजीरिस्तान की ताजा घटना तब हुई जब उसी प्रांत में अज्ञात आतंकवादियों ने पांच मजदूरों की हत्या कर दी, जब वे अपने तंबू में थे। यह वीभत्स कृत्य उस समय में हुआ है, जब प्रांत बढ़ते आतंकवाद के कारण बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति से जूझ रहा है। आतंकवादी कृत्यों में वृद्धि विशेष रूप से पूर्व आदिवासी क्षेत्र में बढ़ रही हैं, जिसमें सेना और पुलिस पर हमलों के साथ-साथ लक्षित हत्याएं भी शामिल हैं। हालांकि, बन्नू और डेरा इस्माइल खान के आसपास का क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हुआ है।
रनवे पर दो विमानों की टक्कर, पांच की मौत
3 Jan, 2024 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
टोक्यो । टोक्यो के हनेडा हवाई अड्डे पर तटरक्षक विमान के साथ संभावित टक्कर के बाद जापान एयरलाइंस के एक विमान में आग लग गई। एयरलाइन ने कहा कि सभी 379 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों को सुरक्षित बाहर निकाल दिया गया है। तटरक्षक विमान के चालक दल के छह सदस्यों में पांच की मौत हो गई है। हवाई अड्डे के प्रवक्ता ने बताया कि घटना के बाद हनेडा ने सभी रनवे बंद कर दिए हैं।
जापान टाइम्स के मुताबिक, तटरक्षक विमान सोमवार को मध्य जापान में आए 7.6 तीव्रता के भूकंप से प्रभावित क्षेत्र की मदद के लिए आपूर्ति ले जाने के मिशन पर था। एनएचके के फुटेज में विमान के इंजन क्षेत्र के पास से आग की लपटें निकलती दिख रही हैं और दमकलकर्मी आग पर काबू पा रहे हैं। दमकल की करीब 70 गाडिय़ों को भेजा गया। लेकिन, शाम साढ़े छह बजे (स्थानीय समय) तक विमान लगभग पूरी तरह आग की लपटों में घिर चुका था। हनेडा के सभी रनवे शाम करीब छह बजे बंद कर दिए गए। कुछ उड़ानों को चिबा प्रांत के नरिता हवाई अड्डे की ओर मोड़ा जा रहा है।
मामले की जांच कर रहा परिवहन मंत्रालय
देश की समाचार एजेंसी क्योदो न्यूज के मुताबिक, जापान एयरलाइंस ने बताया कि यात्री विमान या तो रनवे पर दूसरे विमान से टकरा गया या उतरने के बाद टैक्सीवे से टकरा गया। भूमि, बुनियादी ढांचा, परिवहन और पर्यटन मंत्रालय ने कहा कि वह मामले की जांच कर रहा है।
जापान के भूकंप में अब तक 48 की मौत
3 Jan, 2024 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
टोक्यो । जापान के इशिकावा में नए साल के दिन 7.6 की तीव्रता का भूकंप आया। जापान टुडे के मुताबिक इससे अब तक 48 लोगों की मौत हो चुकी है, वहां 140 आफ्टरशॉक भी दर्ज किए गए हैं। इनकी तीव्रता 3.4 से 4.6 के बीच रही है।
इशिकावा में 200 इमारतें जलकर खाक हो चुकी हैं। 32,500 घरों में बिजली नहीं है। यहां एक और भूकंप की चेतावनी जारी की गई है। जापान में भूकंप के बाद कई ट्रेन, फ्लाइट रद्द कर दी गई हैं। नोटो इलाके में सबसे ज्यादा तबाही मची है। यहां एयरपोर्ट के रनवे, टर्मिनल और एक्सेस रोड को काफी नुकसान पहुंचा है। इसके चलते यहां से सारी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।
भूकंप से 1.3 मीटर खिसकी जमीन
भूकंप से जापान के नोटो इलाके की जमीन एपिसेंटर से 1.3 मीटर तक पश्चिम की तरफ खिसक गई है। ये जानकारी जापान की जीएसआई ने दी है। भूकंप प्रभावित इलाकों में लोगों की मदद करने के लिए जापान की सेल्फ डिफेंस फोर्स के 10 हजार कर्मचारी तैनात किए जाएंगे। फोर्स को सबसे पहले नोटो इलाके में भेजा जाएगा।
एक लाख लोगों से घर खाली कराए
जापान की सरकार ने एक लाख लोगों को घर खाली करने के आदेश दिए। इन्हें सुरक्षित जगहों पर भेजा गया है। हालांकि, सुनामी की चेतावनी वापस लिए जाने के बाद काफी लोग अपने घर लौट रहे हैं।
जापान में दो विमानों के बीच हुई टक्कर से एक प्लेन में लगी आग, यात्रियों को निकाला गया सुरक्षित
2 Jan, 2024 05:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जापान में जोरदार भूकंप के बाद एक बार फिर एक बड़ी अनहोनी की खबर सामने आ रही है। जापान एयरलाइंस के एक विमान के साथ एक तटरक्षक विमान के बीच टक्कर के बाद टोक्यो के हानेडा हवाई अड्डे के रनवे पर आग लग गई। निप्पॉन टीवी ने इसकी जानकारी दी। सार्वजनिक प्रसारणकर्ता एनएचके पर लाइव फुटेज में विमान की खिड़कियों से आग की लपटें निकलती दिखाई दीं। जापान एयरलाइंस के एक प्रवक्ता ने कहा कि होक्काइडो के शिन-चिटोस हवाई अड्डे से उड़ान भरने वाला विमान 300 से अधिक यात्रियों को ले जा रहा था।
स्थानीय टीवी वीडियो में दिखाया गया कि जापान एयरलाइंस का एक विमान जब रनवे पर चढ़ रहा था तो उसमें से बड़ी मात्रा में आग निकली। इसके बाद विंग के आसपास के क्षेत्र में आग लग गई।
विमान में आग लगने के बाद यात्रियों को निकाला गया सुरक्षित
एयरलाइन ने कहा कि सभी 379 यात्रियों और चालक दल को निकाल लिया गया है। सार्वजनिक प्रसारणकर्ता एनएचके पर लाइव फुटेज में दिखाया गया कि विमान सड़क से नीचे फिसलते ही आग की लपटों में घिर गया और अग्निशमन दल आग बुझाने की कोशिश कर रहे थे।
जापान में एक दिन में 155 बार हिली धरती, भूकंप से अब तक 24 लोगों की हुई मौत
2 Jan, 2024 11:58 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
जापान में नए साल के दिन आए शक्तिशाली भूकंप में कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई है। पुलिस और स्थानीय अधिकारियों ने मंगलवार तड़के भूकंप के कारण ढही हुई इमारतों के मलबे से शव को बाहर निकाला। समाचार एजेंसी रायटर ने यह जानकारी दी है। मालूम हो कि जापान में नए साल के दिन सोमवार को 7.6 की तीव्रता वाला भूकंप आया, जिसमें कई इमारतें जमींदोज हो गईं।
हजारों घरों की बिजली गुल
वहीं, भूकंप के कारण हजारों घरों की बिजली गुल हो गई और कई तटीय क्षेत्रों के निवासियों को ऊंचे स्थानों पर भागने के लिए मजबूर होना पड़ा। भूकंप के कारण जापान के पश्चिमी समुद्री तट के साथ-साथ पड़ोसी दक्षिण कोरिया में भी एक मीटर से ऊंटी लहरें उठीं।
रनवे में दरार आने से हवाई संचालन बंद
भूकंप के कारण रनवे में दरार आने के बाद एक स्थानीय हवाई अड्डे को बंद कर दिया गया है। रायटर ने स्थानीय ब्रॉडकास्टर एनटीवी के हवाले से बताया कि इशिकावा प्रान्त के शिका टाउन में एक इमारत ढहने से एक बुजुर्ग व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं, क्योडो न्यूज ने प्रीफेक्चुरल क्राइसिस मैनेजमेंट टीम का हवाला देते हुए कहा कि इशिकावा में चार लोगों की मौत हो गई है, जिसमें 50 साल के एक पुरुष और महिला, एक युवा लड़का और 70 साल का एक आदमी शामिल है।
शाम चार बजे के बाद लगे 21 झटके
मालूम हो कि इशिकावा तट और नजदीकी प्रांतों में शाम चार बजे के बाद चार से अधिक की तीव्रता वाले 21 झटके लगे। इनमें से एक की तीव्रता 7.6 रही। भूकंप के बाद सुनामी की एक मीटर तक ऊंची लहरें उठ रही हैं। प्रभावित क्षेत्र के लोग दहशत में हैं। वहीं,
अगले तीन दिनों में आ सकते हैं बड़े भूकंप
जापानी सार्वजनिक प्रसारक एनएचके टीवी ने चेतावनी दी कि सुनामी की लहरें पांच मीटर ऊंचाई (16.5 फीट) तक पहुंच सकती हैं। लोग जितनी जल्दी हो सके ऊंचे स्थानों या इमारतों में शरण ले लें। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी का कहना है कि अगले दो या तीन दिनों में इस क्षेत्र में और बड़े भूकंप आ सकते हैं।
97 हजार लोगों को सुरक्षित पर जाने की दी गई सलाह
जानकारी के मुताबिक, 1 दिन में 155 बार भूकंप महसूस किए गए, जिसमें 7.6 की तीव्रता वाला भूकंप सबसे खतरनाक साबित हुआ। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने मुताबिक, भूकंप की वजह से लगभग 33,000 घरों में बिजली नहीं है और प्रमुख राजमार्गों सहित देश भर में कई महत्वपूर्ण मार्ग बंद हैं। होंशू द्वीप के पश्चिमी तट पर नौ प्रान्तों में रह रहे 97 हजार लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी गई है।
अमेरिका के लॉस एंजिल्स में न्यू ईयर पार्टी में हुई फायरिंग, तीन लोगों की मौत
2 Jan, 2024 11:42 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नए साल का आगाज होते ही अमेरिका में एक बार फिर गोलीबारी की घटना सामने आई है। लॉस एंजिल्स में अलग-अलग क्षेत्रों में हुई गोलीबारी की घटना में तीन लोगों की मौत हो गई है।
न्यू ईयर पार्टी के दौरान गोलीबारी
अधिकारियों ने बताया कि लॉस एंजिल्स शहर के एक व्यावसायिक इलाके में न्यू ईयर पार्टी चल रही थी। पार्टी के दौरान हुई गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई और आठ अन्य घायल हो गए।
पुलिस ने क्या कहा
पुलिस ने बताया कि सोमवार देर रात करीब एक बजे गोलीबारी की आवाजें सुनाई दी थी। जिसके बाद मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने लोगों को भागते हुए देखा। इस दौरान कई लोग घायल अवस्था में सड़क पर ही पड़े मिले।
महिला और व्यक्ति की हुई गोलीबारी में मौत
पुलिस ने बताया कि एक पुरुष और महिला की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। अधिकारियों ने शुरुआत में बताया था कि तीन लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, हालांकि, बाद में आठ लोगों के घायल होने की जानकारी सामने आई। बताया जा रहा है कि यह गोलीबारी एक पार्टी में विवाद के कारण हुई। फिलहाल किसी भी संदिग्ध के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
हॉथोर्न में एक महिला की हुई मौत
इस बीच, लॉस एंजिल्स काउंटी शेरिफ विभाग ने बताया कि एक अन्य गोलीबारी की घटना हॉथोर्न शहर में सामने आई, जिसमें एक महिला की मौत हो गई और चार अन्य लोग घायल हो गए। बता दें कि पीड़ितों में से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है और तीन अन्य की हालत स्थिर है।
दक्षिण कोरिया के विपक्षी नेता ली जे-म्युंग पर हमलावर ने चाकू से गर्दन पर किया वार, गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती
2 Jan, 2024 11:23 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
दक्षिण कोरिया के विपक्षी नेता ली जे-म्युंग पर मंगलवार को दक्षिणपूर्वी शहर बुसान की यात्रा के दौरान एक अज्ञात व्यक्ति ने हमला कर उन्हें घायल कर दिया। बुसान के आपातकालीन अधिकारियों ने कहा कि ली पर उस समय हमला किया गया, जब वह शहर में एक नए हवाई अड्डे के निर्माण स्थल का दौरा कर रहे थे।
अधिकारियों की ओर से कहा गया कि मुख्य विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रमुख ली होश में हैं लेकिन उनकी सटीक स्थिति क्या है। इसकी अभी जानकारी नहीं है। दक्षिण कोरियाई मीडिया ने प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से कहा कि व्यक्ति ने ली की गर्दन को घायल करने के लिए चाकू जैसे हथियार का इस्तेमाल किया। ली 2022 का राष्ट्रपति चुनाव राष्ट्रपति यूं सुक येओल से मामूली अंतर से हार गए थे।
गंभीर हालत में ली को ले जाया गया अस्पताल
पार्टी के एक अधिकारी और अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि ली को गंभीर हालत में स्थानीय विश्वविद्यालय अस्पताल ले जाया गया है। न्यूज एजेंसी योनहैप के मुताबिक, हमलावर की उम्र 50 से 60 साल के बीच थी। योनहैप ने कहा कि ली पर एक प्रस्तावित हवाईअड्डे की साइट का दौरा करते समय एक अज्ञात व्यक्ति ने हमला किया था। रिपोर्ट के अनुसार, हमले में उनकी गर्दन पर लगभग 1 सेमी की चोट आई है। योनहैप के मुताबिक, जिस अज्ञात हमलावर ने ली पर हमला किया था, उसने उनके नाम का कागज का मुकुट पहना था। बताया जा रहा है कि हमलावर ऑटोग्राफ मांगने के लिए ली के पास आया, फिर अचानक आगे बढ़ा और ताबड़तोड़ चाकू से उनपर हमला कर दिया।
योनहैप ने कहा कि तुरंत एक्शन दिखाते हुए हमलावर को घटनास्थल पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। वाईटीएन टेलीविजन पर और एक्स पर पोस्ट किए गए एक अन्य वीडियो क्लिप में एक शख्स को ली पर हमला करते हुए देखा गया। इस हमले के बाद विपक्षी नेता जमीन पर गिर पड़े। सामने आई तस्वीरों में ली आखें बंद किए जमीन पर लेटे हुए देखे जा रहे हैं। वहीं, उनके साथ मौजूद लोग उनकी गर्दन को रूमाल से साफ करते हुए दिख रहे हैं। ली तो घायल हालत में तुरंत अस्पताल ले जाया गया।
राष्ट्रपति यूं सुक येओल ने हमले की निंदा की
विपक्षी नेता ली पर हुए हमले की राष्ट्रपति यूं सुक येओल ने निंदा की है। राष्ट्रपति ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह एक अस्वीकार्य कृत्य है। राष्ट्रपति कार्यालय ने ली के लिए गहरी चिंता व्यक्त की और सर्वोत्तम देखभाल करने का निर्देश दिया है, ताकि वह शीघ्र स्वस्थ हो सकें।
विपक्षी नेता पर रिश्वतखोरी का चल रहा मुकदमा
बता दें कि, ली जब पर इस समय एक विकास परियोजना के लिए कथित रिश्वतखोरी का मुकदमा चल रहा है। यह मामला उस समय का है, जब वह सियोल के निकट सेओंगनाम के मेयर थे। ली ने आरोपों को "काल्पनिक" और "राजनीतिक साजिश" बताते हुए किसी भी गलत काम से इनकार किया था। ली ने अगस्त 2022 से मुख्य विपक्षी दल का नेतृत्व किया है। दक्षिण कोरिया के अगले संसदीय चुनाव अप्रैल में होने हैं। हालांकि, बंदूक रखने पर सख्त प्रतिबंध है। दक्षिण कोरिया में अन्य हथियारों से जुड़ी राजनीतिक हिंसा का इतिहास रहा है।
ली के पूर्ववर्ती सोंग यंग-गिल पर 2022 में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में एक हमलावर ने हमला किया था। उस समय हमलावर ने उनके सिर पर एक कुंद वस्तु घुमा दी थी, जिससे उनके सिर पर घाव हो गया था। वहीं, तत्कालीन रूढ़िवादी विपक्षी दल की नेता पार्क ग्यून-हे पर भी 2006 में एक कार्यक्रम में चाकू से हमला किया गया था। जिससे उनके चेहरे पर घाव हो गया था। बाद में उन्हें सर्जरी करानी पड़ी थी। पार्क ग्यून-हे राष्ट्रपति भी रह चुकी हैं।
पाकिस्तान में जेयूआई-एफ प्रमुख फजलुर रहमान के काफिले पर हमला
1 Jan, 2024 06:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बंदूकधारियों ने जेयूआई-एफ प्रमुख फजलुर रहमान के काफिले पर घात लगाकर हमला किया जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान के काफिले पर 31 दिसंबर को हमला किया गया। क्योंकि अज्ञात बंदूकधारियों ने डेरा इस्माइल खान में पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) नेता के काफिले पर गोलीबारी की। घटनाक्रम से परिचित लोगों ने बताया कि यह आकलन करना जल्दबाजी होगी कि हमलों का नेतृत्व किसने किया, लेकिन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) और उन तत्वों की ओर उंगली उठाई जो नहीं चाहते कि 8 फरवरी को चुनाव हों।
पाकिस्तानी गृह मंत्रालय ने भी 29 दिसंबर को खतरे का अलर्ट जारी किया था। शुरुआती जांच से पता चला है कि मौलाना फजलुर रहमान के काफिले की दो गाड़ियां थीं जो ईंधन भरने के लिए यारक टोल प्लाजा पर आई थीं, जबकि टोल प्लाजा पर हमला चल रहा था। घटनाक्रम से परिचित लोगों ने बताया कि एक गोली एक वाहन पर लगी, लेकिन रहमान वाहन में नहीं थे और अब्दुल अपने गांव में थे। उनकी पार्टी के प्रवक्ता आतिफ गौरी ने हमले की निंदा कर तत्काल जांच की मांग की। उन्होंने बताया कि खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में उनकी पार्टी के लिए कोई समान अवसर नहीं है।
साल के पहले दिन 7.4 तीव्रता के भूकंप से हिला जापान
1 Jan, 2024 05:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
टोकियो । उत्तर-मध्य जापान में रिक्टर स्केल पर 7.4 तीव्रता का भूकंप आया, जिसके बाद अधिकारियों को उत्तर-पश्चिमी तट के लिए सुनामी की चेतावनी जारी करनी पड़ी। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (जेएमए) के अनुसार, भूकंप इशिकावा और आसपास के प्रांतों में आया, जिसमें से एक की प्रारंभिक तीव्रता 7.4 थी। रिपोर्ट के अनुसार, जेएमए द्वारा इशिकावा, निगाटा और टोयामा प्रांत के पश्चिमी तटीय क्षेत्रों में सुनामी की चेतावनी जारी है। रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप के झटके राजधानी टोक्यो और कांटो क्षेत्र में महसूस किए गए।
रिपोर्ट के अनुसार, सुनामी की चेतावनी के बाद 5 मीटर तक की लहरों की आशंका के कारण लोगों से तटीय क्षेत्रों को जल्दी से छोड़ने और इमारतों के शीर्ष या ऊंची भूमि पर जाने का आग्रह किया गया था। इशिकावा में वाजिमा शहर के तट पर 1 मीटर से अधिक ऊंची लहरें टकराईं। अभी तक किसी नुकसान या हताहत की कोई रिपोर्ट नहीं है। रिपोर्ट में बताया कि होकुरिकु इलेक्ट्रिक पावर ने कहा कि वह अपने परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में किसी भी अनियमितता की जांच कर रहा है।
बच निकला हमास का आतंकी याह्या सिनवार, इजरायली सेना ने ढहाई सुरंग
1 Jan, 2024 11:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तेल अवीव । इजरायली सेना ने हमास के सबसे बड़े आतंकी याह्या सिनवार के गढ़ मे सेंध लगाई है। हालांकि वह बच निकला है, लेकिन जिस सुरंग में उसका ठिकाना था, उसे ढहा दिया गया है। इस तरह से इजरायली सेना को एक बड़ी कामयाबी मिली है। इस मामले में आईडीएफ ने शुक्रवार को कहा कि उसके सैनिकों ने उत्तरी गाजा में हमास आतंकी याह्या सिनवार के एक गुप्त अपार्टमेंट का पता लगा लिया है। इसने नीचे एक बड़ी सुरंग प्रणाली है, जिसे ध्वस्त कर दिया गया। आईडीएफ का दावा है कि वह लगातार याह्या सिनवार के करीब पहुंच रहा है। हालांकि अभी भी हमास लीडर सेना की पकड़ से दूर बना हुआ है। 14वीं आर्मड ब्रिगेड ने शुक्रवार को गाजा शहर के बाहरी इलाकों में ठिकाने वाले अपार्टमेंट का पता लगाया। बाद में इसकी जांच के दौरान एक सुरंग शाफ्ट भी मिला।
आईडीएफ ने कहा कि उसे अपार्टमेंट में महत्वपूर्ण सबूत मिले हैं, जिससे यह निष्कर्ष निकलता है कि सिनवार इसे ठिकाने के तौर पर इस्तेमाल कर रहा था। सुरंग का शाफ्ट करीब 20 मीटर गहरा था। सुरंग कई शाखाओं में बंटी थी, जिसकी लंबाई 218 मीटर थी। अंडरग्राउंड टनल में एयर फिल्टर, पाइपलाइन, विश्राम और प्रार्थना कक्ष और अन्य उपकरण थे। हमास के आतंकी लंबे समय तक इन बिलों में छिपे रहें, इसलिए यह सारी व्यवस्था की गई थी। इजरायल पर 7 अक्टूबर के हमले के बाद पहली बार सिनवार ने अपना सार्वजनिक बयान जारी किया। इसमें हमास की उपलब्धियों के बारे में बताया गया। सिनवार के बयान से पहले इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने नए सिरे से धमकी जारी की थी।
रक्षा मंत्री ने कहा था कि सिनवार जल्द ही हमारी बंदूकों के सामने होगा। 18 दिसंबर को इजरायली मीडिया की ओर से आई एक रिपोर्ट में कहा गया था कि हाल के दिनों में सेना दो सुरंगों तक पहुंचने में कामयाब रही, जहां पहुंचने से ठीक पहले सिनवार छिपा था। दिसंबर 14 को बाइडेन प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने संवाददाताओं से कहा कि यह कहा जा सकता है कि सिनवार के गिनती के दिन बचे हैं। युद्ध शुरू होने के बाद से ही सिनवार खान यूनिस में छिपा है। 1989 में दो इजरायली सैनिकों के अपहरण और हत्या के लिए इजरायल द्वारा चार आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर मॉरीशस के सांसद ने की मोदी की तारीफ
1 Jan, 2024 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पोर्ट लुईस । अयोध्या में हो रहे राम मंदिर निर्माण पर मॉरीशस के सांसद महेंद्र गंगाप्रसाद ने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि केवल पीएम मोदी ही अयोध्या को फिर से सुर्खियों में ला सकते थे, जैसा उन्होंने किया है। मॉरीशस में लेबर पार्टी के सांसद गंगाप्रसाद इस समय भारत यात्रा पर हैं। उन्होंने कहा कि आप कल्पना नहीं कर सकते कि मुझे कितना गर्व महसूस हो रहा है, जैसे आपमें से अधिकांश और हिंदू धर्म के अधिकांश मॉरीशसवासी बहुत खुश और गौरवान्वित हैं कि आज रामजी का मंदिर उसी स्थान पर है जहां उनका जन्म हुआ था। मॉरीशस के सांसद गंगाप्रसाद ने कहा कि मैं ईमानदारी से कह सकता हूं कि केवल मोदी ही अयोध्या को फिर से सुर्खियों में ला सकते थे, जैसा उन्होंने किया है। और जिस तरह से मंदिर बन रहा है और बनाया गया है, आपने जो किया उसके लिए हमें मोदी जी पर गर्व है। गंगप्रसाद ने शिक्षा क्षेत्र में पीएम मोदी के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में शिक्षा क्षेत्र फला-फूला है और हम इसे हर क्षेत्र में देख सकते हैं।
बेहतर पढ़ाई करके छात्र विश्वविद्यालयों और स्कूलों से बाहर आ रहे थे। वे नए भारत, नई शिक्षा प्रणाली को प्रतिबिंबित करते हैं और इसके लिए, मुझे मोदीजी और उनकी लागू की जा रही शैक्षिक नीतियों को बधाई देना होगा। सांसद गंगाप्रसाद ने पीएम मोदी को करिश्माई नेता बताते हुए कहा कि वह एक ऐसे नेता हैं जो अपने तरीके से अद्वितीय हैं और उन्होंने भारत, भारत की नियति और भारत की छवि को बदल दिया है। उन्होंने कहा कि आज, लोग भारत की ओर देखते हैं, और मुझे लगता है कि एक व्यक्ति जो हमारे आभार और हमारी प्रशंसा का पात्र है, वह नरेंद्र मोदी हैं, जिन्होंने जो कुछ भी किया है उसके लिए। मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि उनके कार्यकाल में भारत का भविष्य बहुत उज्ज्वल है जैसा कि आज है।
भारत-मॉरीशस संबंधों पर बात करते हुए गंगाप्रसाद ने कहा कि रिश्ते को और मजबूत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम मॉरीशसवासियों का भारत के साथ हमेशा बहुत अच्छा रिश्ता रहा है और मोदी के कार्यकाल में यह रिश्ता और मजबूत हो रहा है। और मैं इसके लिए नरेंद्र मोदी का आभारी हूं। गंगाप्रसाद ने कहा कि मोदी है तो मुमकिन है। यहां पर अयोध्या शहर भव्य राम मंदिर में भगवान श्रीराम की प्रतिष्ठा समारोह के लिए तैयार हो रहा है।
अमेरिका ने गुआम में तैनात किया महाशक्तिशाली ब्रह्मास्त्र थाड
1 Jan, 2024 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन । गुआम में छह और थाड एयर डिफेंस सिस्टम तैनात करने का फैसला अमेरिका ने लिया है। चीन और उत्तर कोरिया की ओर से संभावित खतरों को देखते हुए अमेरिका ने पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र को मजबूत करने के लिए ये कदम उठाया है। गुआम में तैनात टास्क फोर्स टैलोन के कमांडर कर्नल जोनाथन स्टैफोर्ड ने कहा कि ये सिस्टम विभिन्न मिसाइल-रक्षा सुविधाओं में सबसे अधिक विकसित है। कमांडर ने स्टैफोर्ड ने बताया है कि छह टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस के साथ-साथ लॉन्चर्स, रडार, कमांड, कम्युनिकेशन गियर और दर्जनों बख्तरबंद वाहन भी तैनात किए हैं। गुआम में अमेरिका की ओर से ये कदम चीन और उत्तर कोरिया जैसे संभावित विरोधियों से खतरों के चलते उठाया गया है, जिसमें बैलिस्टिक, क्रूज और हाइपरसोनिक मिसाइलों सहित विभिन्न प्रकार की मिसाइलें शामिल हैं। मिसाइल डिफेंस एजेंसी का अनुमान है कि ये पूरी प्रणाली, जिसमें द्वीप में 20 साइटें शामिल हैं, 2027 तक चालू हो जाएंगी।
बता दें कि वर्तमान में साइट एक्सकैलिबर में तैनात सैनिक पुनर्निर्मित शिपिंग कंटेनरों के भीतर काम करते हैं। कर्नल स्टैफोर्ड ने इस बात पर जोर दिया कि यहां टास्क फोर्स टैलोन के लिए दीर्घकालिक आधार के रूप में काम किया जाएगा, जिसमें मोटर पूल और मुख्यालय भवन जैसी आवश्यक सुविधाओं की योजना चल रही है। अमेरिका के लिए पिछले दो दशकों में गुआम उसकी रणनीति की धुरी के रूप में उभरा है। चीन की सैन्य क्षमताओं और महत्वाकांक्षाओं के विस्तार के कारण इसका महत्व बढ़ गया है। रक्षा अधिकारी दक्षिण चीन सागर के निकटतम अमेरिकी क्षेत्र गुआम को शक्ति प्रदर्शन और क्षेत्र की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में देखते हैं।
वहीं ओकिनावा, उत्तरी फिलीपींस और ताइवान को शामिल करने वाली पहली द्वीप श्रृंखला के भीतर गुआम एक महत्वपूर्ण और अपरिहार्य केंद्र बना हुआ है। अमेरिका के थाड मिसाइल सिस्टम बैलिस्टिक मिसाइलों को मार गिराने के लिए डिजाइन किया गया है। इस सिस्टम में शामिल मिसाइलों में सिंगल स्टेज रॉकेट इंजन का इस्तेमाल किया जाता है। सिस्टम बैलिस्टिक मिसाइलों को उनकी उड़ान के शुरुआती दौर में ही गिराने में सक्षम है। यह सिस्टम हिट टू किल तकनीक पर काम करता है, मतलब यह मिसाइलों को रोकने और भटकाने के बजाय उनको नष्ट कर देता है। इसी वजह से इसे तैनात किया गया है।
जॉर्जिया मेलोनी को मिले मैन ऑफ द ईयर ने पैदा किया नया विवाद
1 Jan, 2024 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रोम। इटली की पहली महिला प्रधान मंत्री जॉर्जिया मेलोनी को इटली के एक अखबार ने मैन ऑफ द ईयर चुना है। हालांकि पदवीं मिलने के बाद लोगों ने उनसे इसे वापस लौटाने का अनुरौध किया है। इससे नया विवाद पैदा हो गया है। अखबार ने पीएम मेलोनी की तारीफ में लिखा है कि उन्होंने दुनिया में छिड़े युद्ध के बीच एक ऐसे देश में लड़ाई जीती है, जहां पुरुष प्रधान समाज पर हावी है। हालांकि अखबार द्वारा पीएम मेलोनी को यह पदवीं दी जाने के बाद विवाद खड़ा हो गया है। कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और विपक्षी नेताओं का आरोप है कि यह पदवीं खुद पुरुष श्रेष्ठता दर्शाती है। कइयों ने पीएम से सोशल मीडिया के जरिए अनुरोध किया है कि वह इस उपाधि को अस्वीकार कर दें। बता दें कि मेलोनी दो महीने पहले तब चर्चा में आई थीं, जब उन्होंने अपने पति एंड्रिया जियाम्ब्रुनो से 10 साल पुराना रिश्ता तोड़ दिया था। दरअसल, एड्रिया ने एक टीवी चैनल से बातचीत में महिलाओं के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
इटली के एक अखबार ने अपने संपादकीय में पीएम जॉर्जिया मेलोनी को साल 2023 की मैन ऑफ द ईयर के लिए चुना है। ब्रदर ऑफ इटली पार्टी की नेता जॉर्जिया मेलोनी ने पूर्व पीएम मारियो द्रागी को बड़े अंतर से मात देकर सितंबर 2022 में पीएम पद का चुनाव जीता था। इसी के साथ इटली में दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली बार दक्षिण पंथी सरकार सत्ता के शीर्ष पर पहुंची। मेलोनी को पूर्व तानाशाह मुसोलिनी का समर्थक माना जाता है। वह खुद कई बार मुसोलिनी को अपना आइडल कह चुकी हैं। इटली में दक्षिणपंथी समर्थन करने वाले एक अखबार ने मेलोनी को मैन ऑफ द ईयर के लिए चुना है। महिला अधिकार कार्यकर्ताओं और कई महिला राजनेताओं ने इसे पुरुष प्रधान सोच कहकर निंदा की है। एलेन्ज़ा वर्डी ई सिनिस्ट्रा के एक सांसद एलिसबेटा पिकोलोटी ने फेसबुक पर लिखा कि मेलोनी को इस उपाधि को अस्वीकार कर देना चाहिए क्योंकि यह केवल पुरुष प्रधान सोच को दिखाता है।
अखबार ने मेलोनी की तारीफ में लिखा है कि युद्ध के इस समय में, हमने एक ऐसी नेता को चुना है, जिसने दिखाया कि वह लड़ाई लड़ना जानती हैं। हमारे लिए जॉर्जिया मेलोनी मैन ऑफ द ईयर हैं क्योंकि उन्होंने अलग सोच अपनाकर लिंग भेद की लड़ाई जीती है। उन्होंने पुरुष सोच वालों का अहंकार तोड़ा और महिलाओं की पराजय वाली भावना को खत्म किया है। बता दें कि दो महीने पहले भी मेलोनी चर्चा में आई थीं, जब उन्होंने अपने पति ए़ंड्रिया जियाम्ब्रुनो से दस साल पुराने रिश्ते को तोड़ने की घोषणा की थी।