ख़बर
दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे पुराना बैंक
1 Mar, 2024 04:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
न्यूयॉर्क । अमेरिका के बैंकिंग इतिहास में सबसे पुराना और सबसे बड़ा बैंक जेपी मॉर्गन है। इस बैंक का 225 साल पुराना इतिहास है। 225 सालों में लगभग 1200 बैंकों का अधिगृहण कर चुका है। मार्केट कैप के हिसाब से यह दुनिया का सबसे बड़ा बैंक है। यह बैंक आपदा में अवसर खोजता है। अमेरिका में बैंक बहुत जल्दी डूबते हैं। ऐसे समय में इस बैंक के लिए यह एक अवसर होता है। अमेरिका में 2000 के बाद से अभी तक लगभग 25 बड़े बैंक असफल हुए हैं। जो बाद में जेपी मॉर्गन बैंक का हिस्सा बन गए।
1799 में न्यूयॉर्क में इस बैंक की शुरुआत हुई थी। इस बैंक ने भी कई बार मुसीबतों का सामना किया। 1871, 1903 और 1907 में इस बैंक को भी बड़े-बड़े संकटों का सामना करना पड़ा। लेकिन हर झटके से यह बाहर निकल कर आया। अभी तक इस बैंक में 1200 से ज्यादा बैंक और अन्य वित्तीय संस्थाओं का अधिग्रहण किया जा चुका है। इस बैंक का कारोबार सारी दुनिया के देशों में फैला हुआ है।
अमेरिका को भरोसा, भारत की मेजबानी में क्वाड बेहतर काम करेगा
1 Mar, 2024 11:05 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन। व्हाइट हाइट की प्रेस सचिव कैरिन जीन पियरे ने कहा कि क्वाड ने पिछले तीन वर्षों में जो सफलता हासिल की है, इससे राष्ट्रपति जो बाइडन काफी खुश हैं। हमें उम्मीद है कि भारत की मेजबानी में भी यह सफलता कायम रहेगी।
भारत 2024 में क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा, इस लेकर अमेरिका उत्साहित है। व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस पर बात की। व्हाइट हाइट की प्रेस सचिव पियरे ने कहा कि क्वाड ने पिछले तीन वर्षों में जो सफलता हासिल की है, इससे राष्ट्रपति बाइडन काफी खुश हैं। हमें उम्मीद है कि भारत की अध्यक्षता में भी यह गति बरकरार रहेगी। क्वाड की सफलता सिर्फ अमेरिका के लिए नहीं बल्कि भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के बारे में है। हिंद-प्रशांत क्षेत्र स्वतंत्र हों, खुले हों और समृद्ध हों यही क्वाड का साझा दृष्टिकोण है। पियरे ने कहा कि क्वाड इंडो पैसिफिक क्षेत्र को लाभ पहुंचा रहा है। इसलिए 2024 में भी हम इस प्रगति को जारी रखना चाहते हैं।
45 साल बाद पाकिस्तान में पूर्व पीएम भुट्टो को दी गई फांसी पर छिड़ी जंग
1 Mar, 2024 10:05 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इस्लामाबाद । पाकिस्तान में इन दिनों 45 साल पहले पूर्व पीएम जुल्फिकार अली भुट्टो को दी गई फांसी की सजा पर जंग छिड़ी हुई है। लंबे अरसे से पूर्व पीएम भुट्टो की फांसी के फैसले को गलत बताया जाता रहा है। अब मामले में अर्जी दाखिल की गई तब 9 जजों की संवैधानिक बेंच में मामले की बहस चल रही है। मांग है कि भले ही पूर्व पीएम भुटटों की जिंदगी नहीं लौटाई जा सकती, लेकिन उन्हें दोषी ठहराने के फैसले की समीक्षा हो सकती है। शीर्ष अदालत ने संकेत दिया है कि सोमवार तक इस मामले में बहस समाप्त हो सकती है। इस बीच सुनवाई के दौरान अदालत में एमिकस क्यूरी यानी न्याय मित्र के तौर पर पेश सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज मंजूर मलिक ने इस फैसले को न्याय की हत्या करार दिया।
उन्होंने कहा कि यह ट्रायल ऑफ मर्डर नहीं था बल्कि मर्डर ऑफ ट्रायल था। उन्होंने अदालत से अपील कर कहा कि वे इस ऐतिहासिक गलती में सुधार करे। केस की सुनवाई चीफ जस्टिस काजी फैज इसा की अगुवाई वाली 9 जजों की बेंच कर रही है। दरअसल पूर्व पीएम भुट्टो को लाहौर हाई कोर्ट ने 18 मार्च, 1978 को फांसी की सजा दी थी। उन्हें पीपीपी के संस्थापक सदस्यों में से एक अहमद रजा कसूरी की हत्या का आदेश देने पर यह सजा दी गई थी। इस फैसले को बाद में सुप्रीम कोर्ट ने भी 4-3 के बहुमत से बरकरार रखा था और जिया उल हक के शासनकाल में उन्हें 4 अप्रैल, 1978 को ही फांसी दी गई थी। पूर्व पीएम भुट्टो को पसंद करने वालों की पाकिस्तान में बड़ी तादाद है। खासतौर पर उनकी पार्टी पीपीपी के सैकड़ों समर्थक उसमें शामिल हैं। 2008 से 2013 के दौरान पाकिस्तान में जब पीपीपी की हुकूमत थी, तब आसिफ अली जरदारी ने भुट्टो को मिली फांसी की सजा पर समीक्षा की अर्जी डाली थी।
बता दें कि आसिफ अली जरदारी राष्ट्रपति रहे हैं और वे जुल्फिकार अली भुट्टो के दामाद हैं। भुट्टो के नाती बिलावल भुट्टो जरदारी भी राजनीति में हैं। जुल्फिकार की तरह ही उनकी बेटी बेनजीर भुट्टो की भी पाकिस्तान की सरेआम हत्या कर डाली गई थी।
इस मामले में बहस के दौरान एमिकस क्यूरी ने भुट्टो को मिली सजा पर सवाल उठाए। उन्होंने एक अहम सवाल उठाकर कहा कि कसूरी की हत्या का आदेश देने का आरोप भुट्टो पर लगता है। लेकिन जब केस चला तब एक गवाह मसूद महमूद का बयान लिया और उन्होंने माना कि भुट्टो ने आदेश दिया था। लेकिन दूसरे गवाह का बयान नहीं लिया गया क्योंकि उसका दावा कुछ अलग था। उन्होंने कहा कि मसूद महमूद भी उसी जिले का था, जहां के कसूरी थी।
हिंद महासागर में चीन के खिलाफ मोदी सरकार ने कर दी सर्जिक स्ट्राइक
1 Mar, 2024 09:04 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मॉरीशस । भारत हिंद महासागर में अपने समुद्री विस्तार की दिशा में एक बड़ा कदम उठाने को तैयार है। गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनौथ ने बहुप्रतीक्षित अगालेगा हवाई पट्टी और एक जेटी का शुभारंभ किया। अगालेगा हवाई पट्टी साथ ही जेटी न केवल मॉरीशस और भारत दोनों को समुद्री डोमेन जागरूकता देगी, बल्कि अफ्रीका के पूर्वी समुद्री तट के साथ-साथ दक्षिण पश्चिम हिंद महासागर के मिशनों पर भारतीय नौसेना के युद्धपोतों के लिए परिचालन बदलाव की भी अनुमति देगी। हवाई पट्टी पर बोइंग पी-8आई मल्टीमिशन विमान उतर सकता है। हवाई पट्टी 3 किमी लंबी है और भारी-लिफ्ट सी-17, मध्यम-लिफ्ट आईएल-76 और सी-130 हरक्यूलिस और बोइंग पी-8आई निगरानी और पनडुब्बी रोधी युद्ध को भी संभाल सकती है।
बताया जाता हैं कि भारतीय नौसेना के 50 से अधिक अधिकारी और कर्मी पहले से ही रणनीतिक द्वीप पर तैनात हैं, और दोनों देश अगालेगा द्वीप पर जनशक्ति की संख्या को और बढ़ाने की योजना बना रहे हैं। हालाँकि इन घटनाक्रमों के बारे में आधिकारिक विवरण अज्ञात है, लेकिन अंदरूनी सूत्रों का सुझाव है कि ड्यूकम बंदरगाह सुविधा पहले से ही चालू है, जो भारतीय जहाजों के लिए रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल सेवाएं प्रदान करती है। इसी तरह, उत्तरी अगालेगा द्वीप समूह में हवाई पट्टी जल्द ही चालू होने वाली है, जिससे मॉरीशस के समुद्री सुरक्षा प्रयासों को महत्वपूर्ण सहायता मिलेगी, जिसमें उसकी पर्यटन संपत्तियों की सुरक्षा भी शामिल है।
घाना में एलजीबीटीक्यू अधिकारों से जुड़े विवादास्पद विधेयक पर वोटिंग
1 Mar, 2024 08:01 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अक्करा । घाना की संसद में एलजीबीटीक्यू अधिकारों को गंभीर रूप से प्रतिबंधित करने के लिए एक विवादास्पद विधेयक पारित करने के लिए वोटिंग की गई है। इस कदम की मानव अधिकार कार्यकर्ताओं ने निंदा की। विधेयक को कानून में प्रवेश करने से पहले अभी भी राष्ट्रपति द्वारा मान्य होना है, जो पर्यवेक्षकों का मानना है कि दिसंबर में आम चुनाव से पहले इसकी संभावना नहीं है। कार्यकर्ता समूहों ने मानव यौन अधिकार और पारिवारिक मूल्य विधेयक को मानवाधिकारों के लिए झटका बताकर राष्ट्रपति नाना अकुफो-एडो की सरकार से इस अस्वीकार करने का आग्रह किया है।
लेकिन इस विधेयक को घाना में व्यापक समर्थन प्राप्त है, जहां अकुफो-एडो ने कहा है कि उनके सत्ता में रहने के दौरान समलैंगिक विवाह की अनुमति कभी नहीं दी जाएगी। आम तौर पर समलैंगिक विरोधी विधेयक के रूप में जाना जाता है, इस कानून को ईसाई, मुस्लिम और घाना के पारंपरिक नेताओं के गठबंधन से प्रायोजन प्राप्त हुआ, जिसे संसद के सदस्यों के बीच पर्याप्त समर्थन मिला। धार्मिक पश्चिम अफ्रीकी राष्ट्र में समलैंगिक यौन संबंध पहले से ही अवैध है, लेकिन एलजीबीटीक्यू लोगों के खिलाफ भेदभाव आम है, लेकिन औपनिवेशिक युग के कानून के तहत किसी पर भी मुकदमा नहीं चलाया गया है। विधेयक के प्रावधानों के तहत, एलजीबीटीक्यू यौन कृत्यों में भाग लेने वालों को छह महीने से तीन साल तक की कैद की सजा हो सकती है।
सीएम भगवंत मान ने लिवर इंस्टीट्यूट का किया लोकार्पण
29 Feb, 2024 05:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चंडीगढ़।मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरुवार को पंजाब के पहले इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर एंड बिलियरी साइंसेस को मोहाली में लोगों को समर्पित कर दिया। पंजाब सरकार ने बजट सत्र- 2022 में इसे लेकर घोषणा की थी।मोहाली के फेज बी-1 में स्थापित यह संस्था हैपेटोलोजी के क्षेत्र में सुपर-स्पेशलिटी केयर, प्रशिक्षण और अनुसंधान संबंधी अति-आधुनिक बुनियादी ढांचे से लैस है। इस इंस्टीट्यूट की स्थापना 40 करोड़ रुपये से अधिक की लागत के साथ की गई है। इसमें 80 डॉक्टर, 150 स्टाफ नर्सें और 200 ग्रुप-डी कर्मचारियों समेत 450 के करीब स्टाफ होगा। हैपेटोलोजी पीजीआई चंडीगढ़ के पूर्व प्रोफेसर और प्रमुख प्रोफेसर वरिंदर सिंह को संस्था का डायरेक्टर नियुक्त किया गया है।
इस मौके पर स्थानीय विधायक कुलवंत सिंह समेत कई नेता एवं अधिकारी तथा वरिष्ठ डॉक्टर मौजूद थे। इस मौके पर मान ने कहा कि वह लगभग 10 साल मोहाली में फेज 3बी1 रहे और मोहाली से उनका पुराना रिश्ता है। यहां उनके पड़ोसी ब्रिगेडियर भी हैं। प्रोटोकॉल के चलते अक्सर उन्हें लोगों से मिलने से रोक लिया जाता है। रस्सियां लगा दी जाती हैं। मान ने कहा कि उन्हें लोगों ने जिताया है फिर भी उन्हें लोगों के नजदीक नहीं जाने देते।उन्होंने कहा कि पहले मुख्यमंत्री का हौव्वा बनाया हुआ होता था। पहले मंत्री पांच साल घरों में कुंडी लगा अंदर बैठे रहे। बाद में लोगों ने बाहर से कुंडा लगा दिया और 20-25 सालों के लिए ताले लगा दिए। मान ने कहा कि उन्हें लोगों ने प्यार दिया है। उसी से वह मुख्यमंत्री बने हैं। लोग जब चाहें तब बंदा अर्श और जब चाहें बंदा फर्श पर होता है।
मान ने पुरानी सरकारों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि किसी साजिश के तहत सभी सरकारी इकाईयां खत्म कर दी गई थी। सरकारी स्कूलों में पढ़ाई नहीं होती थी। प्राइवेट स्कूलों को कहा जाता था कि वह उन्हें कस्टमर देंगे। आम परिवार का बच्चा इतनी महंगी शिक्षा नहीं ले पाता था। वहीं सरकारी अस्पताल खत्म कर दिए। ऐसे में या तो आदमी को बीमारी से मर जाना पड़ता था या भारी रकम खर्च इलाज करवाना पड़ता था। मान ने कहा कि उन्हें पता है, उनके सामने एक कैंसर का मरीज खुद परिवार से कह रहा था कि मुझे मरने दो मगर एक-दो किले जो जमीन है वह न बेचना। मान ने कहा कि उनकी सरकार ने अस्पताल, स्कूल बनवाए और स्टाफ भर्ती किया। पिछली सरकारों के दौरान धरने देते कई उम्मीदवार ओवरएज हो गए थे। ऐसे में नौकरी के लिए आयु 37 से बढ़ा कर 45 साल की गई।
Accident:सड़क किनारे वीडियो शूट कर रहे दो फोटोग्राफर को ट्रक ने कुचला
29 Feb, 2024 04:57 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरियाणा । छछरौली में ताज फार्म के सामने बुधवार की देर रात दर्दनाक दुर्घटना हो गई। गति से आ रहे ट्रक ने सड़क किनारे खड़े तीन युवकों को कुचल दिया। तीनों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान गुलाबनगर निवासी 25 वर्षीय कर्ण, अंबाला के दूधला मंडी निवासी 26 वर्षीय शिव पूजन व कांसापुर निवासी 30 वर्षीय अरूण के रूप में हुई है।मृतकों में कर्ण व शिवपूजन फोटोग्राफी करते थे। वह शादी समारोह में फोटोग्राफी करने के लिए आए हुए थे। जिस समय दुर्घटना हुई। वह सड़क किनारे खड़े वीडियो शूट कर रहे थे। बुधवार को छछरौली के ताज फार्म में गुप्ता पैलेस के मालिक अखिल गुप्ता का शादी समारोह था।जिसमें झंडा चौक निवासी मनीष कुमार के पास फोटोग्राफर की बुकिंग थी। इस समारोह में उसके साथ शिव पूजन व कर्ण भी काम पर आए हुए थे। दोनों पैलेस के बाहर हाईवे के किनारे खड़े होकर वीडियो शूट कर रहे थे। उनके पास ही शादी समारोह में आया अरूण भी खड़ा था।तभी छछरौली की ओर से लापरवाही ट्रक लेकर चालक आया। जिसने ताज फार्म के सामने से आ रहे ट्रक को साइड से टक्कर मारी। गति अधिक होने की वजह से चालक ट्रक पर नियंत्रण नहीं रख सका और वह अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खड़े कर्ण, शिव पूजन व अरूण के ऊपर चढ़ गया। जिसमें तीनों की मौके पर ही मौत हो गई।
भारतीयों के लिए इटली में नौकरी का मौका, 151,000 श्रमिकों की डिमांड
29 Feb, 2024 11:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
रोम । इटली से भारतीयों के लिए नौकरी का ऑफर आया है। जानकारी के अनुसार वहां से 151,000 श्रमिकों की डिमांड आई है। बता दें कि यूरोप के सबसे औद्योगिकृत देशों में से एक इटली श्रमिकों की कमी का सामना कर रहा है। इस कारण इटली ने विदेशी नागरिकों को 151,000 वर्क परमिट उपलब्ध कराए हैं। ये श्रमिक दुनियाभर के देशों से काम करने के लिए इटली बुलाए जाएंगे। वहीं, गैर-मौसमी श्रमिकों के लिए कम से कम 61,250 कार्य परमिट आरक्षित किए गए हैं, जबकि स्व-रोज़गार विदेशी श्रमिकों के लिए 700 स्थान आरक्षित हैं। इटली के इस वर्क परमिट का सबसे ज्यादा फायदा भारत को मिल सकता है। भारत पूरी दुनिया में स्किल्ड और अनस्किल्ड वर्कफोर्स उपलब्ध कराने के मामले में अव्वल देश माना जाता है। एक रिपोर्ट में बताया गया है कि विदेशी कामगारों को पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर वर्क परमिट दिया जाएगा। इतालवी सरकार ने गैर-मौसमी श्रमिकों की दो श्रेणियों के लिए कम से कम 89,050 कोटा स्थानों की घोषणा की है। जिन देशों के इटली के साथ द्विपक्षीय या प्रवासन समझौते हैं, उनके गैर-मौसमी कर्मचारी 18 मार्च से वर्क परमिट के लिए आवेदन कर सकेंगे। जिन देशों का इटली के साथ कोई समझौता नहीं है, उनके गैर-मौसमी कर्मचारी 21 मार्च से आवेदन जमा कर सकते हैं।
इटली में सबसे ज्यादा डॉक्टरों, नर्सों और फिजियोथेरेपिस्ट जैसे सबसे अधिक मांग वाले व्यवसायों में अत्यधिक कुशल श्रमिकों की भी आवश्यकता है। भारत में ऐसे उम्मीदवारों की संख्या करोड़ों में है। ऐसे में भारत के योग्य उम्मीदवारों को सबसे ज्यादा फायदा हो सकता है। पहले से ही दुनियाभर के देशों में भारत के डॉक्टर, नर्स और फिजियोथेरेपिस्ट सर्विस कर रहे हैं। ऐसे में इटली के रूप में उनके पास नया विकल्प भी मिलेगा। बता दें कि भारत के कामगारों की मांग पूरी दुनिया में बढ़ रही है। पिछले साल ही इजरायल ने बड़ी संख्या में भारतीय कामगारों को अपने देश नौकरी के लिए आमंत्रित किया था। अब भारतीय श्रमिकों के जत्थे इजरायल पहुंचने भी शुरू हो गए हैं। इसके अलावा ताइवान ने भी भारत के साथ श्रमिकों को लेकर समझौता किया है।
1 मार्च को खुल जाएगा अबू धाबी का हिंदू मंदिर, सभी धर्मों के लोग जा सकेंगे
29 Feb, 2024 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अबू धाबी । यूएई की राजधानी अबू धाबी में बना हिंदू मंदिर 1 मार्च को दर्शनों के लिए खोल दिया जाएगा। इसमें सभी धर्मों के लोग जा सकेंगे। यहां पत्थर के बने पहले हिंदू मंदिर का फरवरी की शुरुआत में पीएम मोदी ने उद्घाटन किया था। अब इस मंदिर को जनता को पूरी तरह से खोलने का फैसला लिया गया है। मंदिर के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक 1 मार्च को यह जनता के लिए खुल जाएगा। 700 करोड़ रुपये की लागत से बना यह मंदिर सप्ताह में छह दिन, सोमवार को छोड़कर, सुबह 9 बजे से रात 8 बजे तक जनता के लिए खुला रहेगा। बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था की ओर से इसे बनाया गया है। यह मंदिर 27 एकड़ में फैला हुआ है। पीएम मोदी ने 14 फरवरी को भव्य मंदिर का उद्घाटन किया था, जिसमें 5000 से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया।
जानकारी के अनुसार 15 फरवरी से 29 फरवरी तक वीआईपी मेहमानों के साथ अग्रिम पंजीकरण कराने वाले विदेशी भक्तों को मंदिर में जाने की इजाजत दी गई थी। मंदिर को बनाने में 18 लाख ईंटों और 1.8 लाख घन मीटर बलुआ पत्थर का इस्तेमाल किया गया। यह मंदिर अयोध्या के राम मंदिर की तरह नागर शैली की वास्तुकला से बना है। बीएपीएस हिंदू मंदिर वर्तमान में पूरे खाड़ी क्षेत्र में सबसे बड़ा मंदिर बताया जा रहा है। यह मंदिर सभी धर्मों के लोगों के लिए खुला है। मंदिर के लिए किसी तरह का टिकट नहीं है। लेकिन एप पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
धरती के करीब से गुजरा स्टेडियम के आकार का विशाल उल्कापिंड
29 Feb, 2024 09:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वॉशिंगटन । हाल ही में एक स्टेडियम के आकार का उल्कापिंड धरती के करीब से गुजरा है। यदि यह टकरा जाता तो महाप्रलय निश्चित ही था। इसे नासा के शक्तिशाली रडार सिस्टम ने देखा है जिसकी तस्वीरें जारी की गई हैं। यह एस्टेरॉयड 2008 ओएस7 है जो दो फरवरी को 29 लाख किमी की सुरक्षित दूरी से पृथ्वी के पास से गुजरा। यह पृथ्वी और चंद्रमा की दूरी से लगभग 7.5 गुना ज्यादा है। इस विशालकाय अंतरिक्ष चट्टान से हमारे ग्रह को नुकसान पहुंचने का कोई खतरा नहीं था। नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी के वैज्ञानिकों ने एस्टेरॉयड की तस्वीरों की एक शृंखला बनाने के लिए गोल्डस्टोन सोलर सिस्टम रडार का इस्तेमाल किया। इस नए अवलोकन ने उल्कापिंड के आकार को समझने में मदद की। इस महीने करीब आने से पहले यह काफी दूर था, जिस कारण ज्यादातर ग्रहीय राडार प्रणालियों के लिए इसकी तस्वीर बनाना बेहद मुश्किल था।
बताया जाता है कि उल्कापिंड 2008 ओएस7 हर 2.6 साल में सूर्य की एक परिक्रमा पूरी करता है। यह सूर्य के सबसे निकट शुक्र की कक्षा के भीतर से गुजरता है और सबसे दूर मंगल की कक्षा से बाहर निकलता है। जेपीएल ने नए अवलोकनों के बाद एक बयान में कहा कि 2008 ओएस7 को इसके आकार और पृथ्वी के करीब से गुजरने के कारण संभावित रूप से खतरनाक की श्रेणी में रखा गया है। लेकिन अब यह अगले 200 साल तक हमारे ग्रह के इतने करीब नहीं आएगा। पृथ्वी के करीब की वस्तुओं की नियमित खोज के दौरान 2008 में इसे देखा गया था। तब वैज्ञानिकों का अनुमान था कि यह उल्कापिंड लगभग 200 से 500 मीटर चौड़ा होगा। हालांकि नए अवलोकन में इसकी सटीक जानकारी सामने आ गई है।
मालदीव से रवाना हुआ चीन का जासूसी जहाज
29 Feb, 2024 08:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
माले । चीन का रिसर्च जहाज मालदीव से रवाना हो गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले हफ्ते चीन का 4500 टन वाला हाई टेक रिसर्च जहाज मालदीव पहुंचा था, जो बुधवार को वहां से रवाना हुआ।
इस लेकर आधिकारिक तौर पर कहा गया कि चीनी जहाज जियांग यांग होंग 3 अपने कर्मियों के रोटेशन और पुनःपूर्ति के लिए एक पोर्ट कॉल करने के लिए मालदीव आया था। जानकारी में बताया कि 22 फरवरी को माले में डॉकिंग के बाद जियांग यांग होंग 03 मालदीव के विशेष आर्थिक क्षेत्र की सीमा पर लौट आया है। हालांकि, माले बंदरगाह से जाने करने के बावजूद ट्रैकिंग साइटों ने दो दिन पहले हुलहुमाले के पास जहाज का आखिरी संकेत दिखाया है। हुलहुमाले माले से लगभग 10 किमी उत्तर पूर्व में है। जहाज 23 फरवरी को माले के पश्चिम में लगभग 7.5 किमी दूर थिलाफुशी में ठहरा हुआ था। रिपोट्स के मुताबिक, ऐसी संभावना जताई जा रही है कि जहाज ने 22 जनवरी को माले के रास्ते में ट्रैकिंग सिस्टम को बंद दिया होगा।
जियांग यांग होंग 03 को साल 2016 में चीन के राज्य महासागरीय प्रशासन के बेड़े में शामिल किया गया था। इस जहाज की लंबाई 100 मीटर और वर्तमान में इसका वजह 4,500 टन है। चीन 2019 से इस जहाज का इस्तेमाल डिस्टेंट वाटर और डीप सी सर्वे के लिए करता है। इससे पहले 5 जनवरी को श्रीलंका ने चीनी जहाज को अपने जल क्षेत्र में दाखिल नहीं होने दिया था।
ट्रंप से पिछड़ रहे बाइडन, अब मिशेल ओबामा के नाम पर चर्चा
28 Feb, 2024 05:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वॉशिंगटन । अमेरिका में इस साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले रिपब्लिकन नेता और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बढ़ती लोकप्रियता के बीच डेमोक्रेटिक पार्टी जो बाइडन के विकल्पों पर भी विचार कर रही है। ताजा सर्वे में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की पत्नी मिशेल अब काफी बुजुर्ग (81) हो चुके बाइडन की जगह लेने के मामले में सबसे उम्मीदवार पसंदीदा बनकर उभरी हैं। सर्वे में 20 फीसदी डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रशंसकों ने मिशेल ओबामा को वोट दिया है। यह सर्वे उस समय पर आया है जब ट्रंप के विजय रथ का घोड़ा तेजी से दौड़ रहा है और वह कभी भी रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार घोषित किए जा सकते हैं।
हालिया पोल के अनुसार, पूर्व अमेरिकी प्रथम महिला मिशेल ओबामा 2024 के चुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवार के रूप में राष्ट्रपति जो बाइडन को बदलने के लिए डेमोक्रेटिक मतदाताओं की पहली पसंद हैं। सर्वेक्षण से पता चला कि 48 प्रतिशत डेमोक्रेटिक मतदाताओं ने नवंबर चुनाव से पहले पार्टी के लिए एक और उम्मीदवार खोजने की इच्छा व्यक्त की, जबकि 38 फीसदी असहमत थे। हालांकि, केवल 33 प्रतिशत का मानना था कि मतपत्र में बदलाव की संभावना है। बाइडन को बदलने के विकल्पों में मिशेल ओबामा को सबसे अधिक वोट मिले, जिन्होंने 20 प्रतिशत वोट हासिल किए।
मिशेल के पति बराक ओबामा ने 2009 से 2017 तक अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया है। मिशेल को कई बार राजनीति में प्रवेश करने और राष्ट्रपति पद के लिए दौड़ने के लिए प्रोत्साहित किया गया है। हाल ही में एक साक्षात्कार में मिशेल ने आगामी 2024 राष्ट्रपति चुनाव के बारे में चिंता व्यक्त की थी और लोकतंत्र को हल्के में नहीं लेने के महत्व पर जोर दिया था। साल 2024 के चुनाव में संभावित रूप से बाइडन और ट्रंप के बीच फिर से मुकाबला होने की उम्मीद है, क्योंकि बाइडन ने अपनी उम्र को लेकर चिंताओं के बावजूद फिर से चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त की है, जबकि कानूनी चुनौतियों के बावजूद ट्रंप की लोकप्रियता काफी ज्यादा बनी हुई है।
इसके पहले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मिशिगन प्राइमरी चुनाव में जीत हासिल की है। बाइडन ने मिनेसोटा से डीन फिलिप्स को हराया, जो डेमोक्रेटिक प्राइमरी में उन्हें टक्कर दे रहे थे। वहीं ट्रंप ने मिशिगन प्राइमरी में जीत के साथ ही अब तक पांच प्राइमरी चुनाव में जीत दर्ज की है। मिशिगन में उनका मुकाबला संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व राजदूत निक्की हेली से था।
1 से 3 मार्च तक बारिश व ओलावृष्टि की भी संभावना
28 Feb, 2024 05:04 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरियाणा।पश्चिमी विक्षोभ के असर से मंगलवार को प्रदेश में कहीं-कहीं बूंदाबांदी हुई थी। इसके अलावा ज्यादातर हिस्सों में दिन भर बादल छाए रहे। बूंदाबांदी व बादलवाही के कारण प्रदेश के औसत अधिकतम तापमान में 1.4 डिग्री की गिरावट आई। मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि बुधवार सुबह तक पश्चिमी विक्षोभ आगे गुजर गया है।डॉ. चंद्रमोहन ने कहा कि इसके बाद अब 29 फरवरी की रात एक मध्यम श्रेणी का पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। इसके प्रभाव से प्रदेश में 1 से 3 मार्च के दौरान तेज हवाओं के साथ बारिश और कहीं-कहीं ओलावृष्टि की संभावना भी रहेगी। इसे लेकर भारतीय मौसम विभाग ने 1 मार्च को येलो और 2 मार्च को ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि इस माह 7 से 8 पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होंगे, जिससे तापमान में उतार-चढ़ाव होता रहेगा। 29 फरवरी की रात सक्रिय होने वाले पश्चिमी विक्षोभ के लौटने के बाद फिर से ठंड बढ़ेगी और धुंध भी लौटेगी। इस विक्षोभ के तुरंत बाद 5 मार्च को एक और विक्षोभ आएगा, जिससे मौसम परिवर्तनशील रहेगा।
खुदाई में मिले दो नर कंकाल,मध्ययुगीन नजर आते हैं दोनों कंकाल
28 Feb, 2024 04:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंदन । इटली के प्रेसारो उरबिनो प्रांत के तटीय शहर फानो में एक चौराहे पर नवीनीकरण का काम चल रहा था। वहां सड़क बनाई जानी थी, तभी खुदाई के दौरान श्रमिकों को धरती के नीचे से खट-खट की आवाज सुनाई दी। पहले तो उन्हें लगा कि शायद कोई पत्थर टकरा गया हो। लेकिन अंदर ऐसी चीज मिली कि देखकर सबकी आंखें फटी की फटी रह गईं। धरती के अंदर 2 कंकाल मिले।
पुरातत्वविद् इलारिया वेनानज़ोनी के अनुसार, दोनों कंकाल मध्ययुगीन नजर आते हैं। इसमें से एक वयस्क का है और दूसरा बच्चे का है। शुरुआती जांच से पता चला कि एक कंकाल मादा का है और ऐसा लग रहा है कि कोई मां अपने बच्चे को गोद में लिए जैसे कब्र में समा गई हो। वेनानज़ोनी ने कहा, यह संभव है कि परिवार का कोई सदस्य बच्चे को गोद में लिए हुए है। ऐसा लगता है कि बच्चा अनंत नींद में सो गया है, और मां उसकी के साथ है, जिसकी नजर अपने बच्चे पर है।
वैज्ञानिकों के मुताबिक, दोनों कंकालों के डीएनए विश्लेषण से यह पता चलेगा कि क्या सच में यह महिला उस बच्चे की मां है या नहीं। लेकिन जिस तरह वह बच्चे को गोद में लेकर सो रही है, ऐसा लग रहा कि सच में वह मां ही होगी। हो सकता है कि यहां कोई घर पहले रहा हो, और घर के अंदर ही इन्हें दफन किया गया हो। अब तक की छानबीन से हमें पता चला कि मध्यकाल के दौरान वहां कॉन्वेंट से जुड़ा एक चर्च बनाया गया था। पिछले महीने, यूक्रेन के एक कब्रिस्तान में अंधकार युग के कंकालों की खोज की गई थी, जिनके पैरों में लकड़ी की बाल्टियाँ थीं और उनके गले में छल्ले थे। कीव के पास 1,000 साल पुराने कब्रिस्तान में 100 से अधिक कंकाल भी मिले हैं। साइंटिस्ट को उम्मीद है कि इसका डीएनए विश्लेषण होगा तो काफी कुछ चौंकाने वाला निकलेगा। जो मानव सभ्यता के विकास के बारे में हमें नई राह देगा।
अमेरिका को गाजा युद्धविराम की उम्मीद
28 Feb, 2024 11:22 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन। अमेरिका को लग रहा है कि इजराइल और हमास के बीच चल रही जंग अगले माह से खत्म हो जाएगी। अमेरिकी राष्ट्रपति जो वाइडेन ने इस आशय के संकेत भी दिए हैं। बाइडेन ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि हमास द्वारा बंधक बनाए गए इजरायली बंधकों को मुक्त कराने के लिए बातचीत के समापन पर चार मार्च तक गाजा में युद्धविराम प्रभावी हो जाएगा। पत्रकारों ने उनसे पूछा कि उन्हें कब संघर्ष विराम की उम्मीद है, तो उन्होंने कहा, सप्ताहांत तक, मेरे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मुझसे कहते हैं कि हम इसके करीब हैं। मुझे उम्मीद है कि अगले सोमवार तक संघर्ष विराम हो जाएगा। बाइडेन न्यूयॉर्क में थे और उन्होंने एक आइसक्रीम स्टोर पर रुकते हुए ये टिप्पणी की। इजरायली वार्ताकार मिस्र और कतर के मध्यस्थों के साथ बंधक वार्ता के लिए दोहा में हैं। इजरायली युद्ध कैबिनेट ने पिछले सप्ताहांत छह सप्ताह के संघर्ष विराम के बदले में 40 बंधकों की रिहाई को मंजूरी दे दी, जो रमजान की शुरुआत में प्रभावी हो सकता है।