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मस्क पर कानूनी शिकंजा! ट्विटर डील को लेकर कोर्ट में होगी पूछताछ
9 Mar, 2025 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सैन फ्रांसिस्को । एलन मस्क को 3 अप्रैल को वॉशिंगटन डीसी में निवेशकों के वकीलों के सामने पेश होना होगा। एक रिपोर्ट के अनुसार यह मामला 2022 में ट्विटर की खरीद से जुड़ा है। निवेशकों का आरोप है कि मस्क ने जानबूझकर डील को टालमटोल किया और कंपनी की आलोचना कर ट्विटर के शेयर गिरा दिए। इससे उन्हें सस्ते में सौदा करने का मौका मिला। पहले मस्क के वकील उनकी गवाही को लेकर राजी नहीं थे, लेकिन अब उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया है। मस्क ने ट्विटर खरीद को लेकर कई बार अपना फैसला बदला, जिससे निवेशकों को नुकसान हुआ। आखिरकार, कानूनी लड़ाई के बाद उन्होंने 44 अरब डॉलर में ट्विटर खरीदा और इसे एक्स क्राप नाम से रीब्रांड कर दिया। इस बीच, मस्क अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के सलाहकार के रूप में भी काम कर रहे हैं और अपनी कई कंपनियों से जुड़े कानूनी मामलों में उलझे हुए हैं। सैन फ्रांसिस्को की एक संघीय अदालत ने दिसंबर 2023 में एलन मस्क की उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने एक केस को रद्द करने की मांग की थी। जज ने कहा कि मस्क के बयान वास्तविक स्थिति से काफी अलग थे। अमेरिकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) ने जनवरी में मस्क पर केस दर्ज किया था। एसईसी का आरोप है कि मस्क ने ट्विटर में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की जानकारी समय पर नहीं दी और शेयरों को गुपचुप तरीके से कम कीमत पर खरीदते रहे। इस वजह से कई निवेशकों ने अपने शेयर सस्ते में बेच दिए और उन्हें 150 मिलियन डॉलर (करीब 1,200 करोड़ रुपये) का नुकसान हुआ। यह मामला यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट, नॉर्दर्न डिस्ट्रिक्ट ऑफ कैलिफोर्निया (सैन फ्रांसिस्को) में चल रहा है।
ग्रीस में दो साल पहले के रेल हादसे पर अब फिर हुआ हंगामा
9 Mar, 2025 09:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
एथेंस । ग्रीस के दो शहरों में 2023 में हुए रेल हादसे को लेकर हिंसा भड़क गई। हिंसा के दौरान राजधानी एथेंस में संसद के बाहर बमबारी की गई। पुलिस ने हिंसक प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस और स्टन ग्रेनेड दागे और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया।
ग्रीस की संसद में शुक्रवार को रेल हादसे को लेकर अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। हालांकि विपक्ष का प्रस्ताव फेल हो गया। इसके बाद हादसे पर राजनीतिक जवाबदेही की मांग कर देश भर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। ग्रीक पुलिस ने कहा कि 61 लोगों को हिरासत में लिया है। ग्रीस के टेम्पे शहर में 28 फरवरी 2023 को हुए रेल हादसे में 57 लोग मारे गए थे। विपक्षी आरोप लगा रहे हैं कि सरकार रेल सुरक्षा प्रणाली की विफलता की जिम्मेदारी संभालने में नाकाम रही।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने रोक दी वित्तीय मदद, फटेहाल हो गया नेपाल
9 Mar, 2025 09:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
काठमांडू। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के वित्तीय मदद रोकने से नेपाल की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। नेपाल सरकार मौजूदा खर्चों को पूरा करने में असमर्थ है, हालात इतनी खराब हो चुकी हैं कि नेपाल सरकार को देश के लोगों से लोन लेना पड़ रहा है। नेपाल पर सार्वजनिक कर्ज तेजी से बढ़ रहा है। अब यह बोझ दोगुना हो गया है। चालू वित्त वर्ष के पहले 7 महीनों में सार्वजनिक कर्ज में करीब 2 लाख करोड़ रुपए की वृद्धि हुई है।
कर्ज प्रबंधन कार्यालय के अनुसार, बीते साल के जुलाई में सार्वजनिक कर्ज 24.034 लाख करोड़ रुपए था, जो फरवरी तक बढ़कर 26.011 लाख करोड़ रुपए हो गया। नेपाल में सरकारी कर्ज बढ़कर देश के जीडीपी का 45.77 प्रतिशत है। एक दशक पहले तक यह आंकड़ा जीडीपी का 22 प्रतिशत था। वहीं, कुल कर्ज में विदेशी कर्ज 50.87 प्रतिशत है, घरेलू कर्ज 49.13 प्रतिशत है।
दरअसल यूएसएआईडी के 95 अरब रुपए के कार्यक्रमों के स्थगित होने से स्वास्थ्य, शिक्षा और कृषि प्रभावित हुई है। मिलेनियम चैलेंज कॉरपोरेशन (एमसीसी) परियोजना भी अमेरिकी सहयोग बंद होने के बाद रुक गई है। इस साल सरकार 18.063 लाख करोड़ रुपए का बजट लागू कर रही है, लेकिन संसाधनों की कमी के कारण बजट में करीब दस प्रतिशत की कटौती की गई है। पिछले सप्ताह सरकार ने नागरिक बचत बांड के माध्यम से 3.5 अरब रुपए का कर्ज जारी किया।
सरकार ने चालू वित्त वर्ष में 5 खरब 47 अरब रुपये का सार्वजनिक ऋण जुटाने का लक्ष्य रखा है, लेकिन चुकौती के लिए केवल 4 खरब 2 अरब रुपए आवंटित किए हैं। अर्थशास्त्रियों का मानना है कि देश में सरकारी लोन चेतावनी के स्तर पर पहुंच गया है। सुशासन विशेषज्ञ डॉ. ठाकुर प्रसाद भट्ट ने कहा कि सार्वजनिक ऋण में वृद्धि से नेपाल की अर्थव्यवस्था को खतरा हो सकता है। ऋण का सही क्षेत्रों में प्रभावी उपयोग नहीं हो रहा है, जिससे समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति केपी शर्मा ओली की सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। बिगड़ती आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए सरकार ने एक आर्थिक सुधार सुझाव आयोग का गठन किया है, लेकिन सुधार के कोई संकेत नहीं मिले हैं।
ग्रुप से हटाने पर एडमिन की हत्या
9 Mar, 2025 08:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पेशावर। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा राज्य की राजधानी पेशावर में व्हाट्सअप ग्रुप से निकाले जाने से नाराज एक व्यक्ति ने ग्रुप एडमिन की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने शनिवार को बताया कि यह घटना पेशावर के बाहरी इलाके रेगी में हुई। अभी तक आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर है। पुलिस के मुताबिक मुश्ताक अहमद नाम के व्हाट्सअप एडमिन ने अशफाक खान को ग्रुप से बाहर कर दिया था। इसके बाद दोनों के बीच विवाद हो गया था। दोनों मिलकर विवाद खत्म करने के लिए राजी हो गए थे, लेकिन अशफाक ने मिलते ही मुश्ताक की गोली मारकर हत्या कर दी। अभी तक यह नहीं पता नहीं चल पाया है कि अशफाक को ग्रुप से क्यों हटाया था।
यूक्रेन पर रूस का हमला जारी, 12 की मौत, सऊदी अरब में बातचीत से पहले बढ़ी हिंसा
8 Mar, 2025 03:47 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पूर्वी यूक्रेन में रूसी हमलों ने 12 लोगों की जान ले ली, जिसमें डोनेट्स्क क्षेत्र में डोब्रोपिलिया पर हुए हमले में 11 लोग मारे गए और खार्किव में एक ड्रोन हमले में एक व्यक्ति की मौत हुई. यह हमले तब हुए जब अमेरिका और यूक्रेन के वार्ताकार सऊदी अरब में युद्धविराम वार्ता के लिए तैयार हो रहे हैं.
रूसी हमलों के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस पर नए बैंकिंग प्रतिबंध और टैरिफ लगाने की चेतावनी दी. ट्रंप ने रूस और यूक्रेन को युद्ध समाप्त करने के लिए बातचीत करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि रूस से निपटना यूक्रेन की तुलना में आसान हो सकता है.
यूक्रेन और रूस के बीच तनाव
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की सऊदी अरब में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ बातचीत करेंगे. इस बैठक का उद्देश्य रूस और यूक्रेन के बीच युद्धविराम और शांति समझौते की दिशा में कदम उठाना है. रूस ने यूक्रेन की ऊर्जा और गैस उत्पादन सुविधाओं पर हमले किए, जिससे यूक्रेन के कई क्षेत्रों में गंभीर नुकसान हुआ. यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार, रूस आम यूक्रेनियों को नुकसान पहुंचाने के लिए इन सुविधाओं को निशाना बना रहा है.
अमेरिका और यूक्रेन वार्ता
हाल के मतभेदों के बावजूद, अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ ने कहा कि सऊदी अरब में होने वाली वार्ता में रूस और यूक्रेन के बीच प्रारंभिक युद्धविराम और शांति समझौते के लिए रूपरेखा पर चर्चा होगी.
ठोस समाधान की उम्मीद चुनौतीपूर्ण
यूक्रेन में जारी रूसी हमले और ऊर्जा सुविधाओं पर बमबारी के बीच, सऊदी अरब में अमेरिका और यूक्रेनी वार्ताकारों के बीच शांति वार्ता एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है. हालांकि, ट्रंप की ओर से रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों और टैरिफ के बीच इस तनावपूर्ण स्थिति में किसी ठोस समाधान की उम्मीद करना चुनौतीपूर्ण होगा.
ट्रंप के तेवर से डरा पाकिस्तान, लश्कर और जैश जैसे संगठनों की फंडिंग रोकने का लिया फैसला
8 Mar, 2025 03:27 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ट्रंप के सत्ता में आने के बाद सभी आतंकवादी संगठन डरे हुए हैं. इतना ही नहीं, आतंकियों के पनाहगार पाकिस्तान जैसे देश भी ट्रंप के तेवर से परेशान है, ऐसे में हाल ही पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार ने प्रतिबंधित संगठनों को किसी भी प्रकार की आर्थिक सहायता या दान देने के खिलाफ सख्त चेतावनी जारी की है. गृह विभाग ने शुक्रवार को एक अपडेटेड लिस्ट जारी कर नागरिकों से अपील की कि वे केवल रजिस्टर्ड और कानूनी रूप से मान्य चैरिटी संगठनों को ही दान करें. इस सूची में हाफिज सईद के नेतृत्व वाले लश्कर-ए-तैयबा, जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन सहित कई अन्य संगठनों को प्रतिबंधित समूहों के रूप में नामित किया गया है.
पाकिस्तान में प्रतिबंधित संगठनों की सूची तैयार करने की प्रक्रिया 14 अगस्त 2001 को शुरू हुई थी, जब लश्कर-ए-झांगवी और सिपाह-ए-मुहम्मद पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगाया गया था. इसके बाद 14 जनवरी 2002 को जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, सिपाह-ए-सहाबा पाकिस्तान, तहरीक-ए-इस्लामी और तहरीक-ए-निफाज-ए-शरीयत-ए-मोहम्मदी को भी प्रतिबंधित कर दिया गया.
पंजाब सरकार का कड़ा रूख
पंजाब सरकार ने स्पष्ट किया कि प्रतिबंधित संगठनों को कोई भी दान देना आतंकवाद-रोधी अधिनियम 1997 के तहत अपराध माना जाएगा. ऐसे संगठनों को सहायता देने वाले व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. सरकार ने यह भी कहा कि पंजाब में सभी चैरिटी संगठनों को पंजाब चैरिटी कमीशन में पंजीकृत होना अनिवार्य है, और नागरिकों को केवल उन्हीं संगठनों को दान देना चाहिए जो आधिकारिक रूप से प्रमाणित हैं.
आतंकवादी संगठनों पर प्रहार
गृह विभाग ने जनता को निर्देश दिया है कि वे यह सुनिश्चित करें कि उनका दान जरूरतमंदों तक पहुंचे न कि आतंकवादी संगठनों के हाथों में जाए. सभी पंजीकृत संगठनों की जानकारी पंजाब चैरिटी कमीशन की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध कराई गई है। सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि यदि उन्हें किसी भी संगठन द्वारा संदिग्ध गतिविधियां, धोखाधड़ी, आतंकवाद या देश-विरोधी कार्यों में लिप्त होने की सूचना मिले तो वे तुरंत गृह विभाग को सूचित करें. प्रतिबंधित संगठनों द्वारा धन संग्रह की किसी भी जानकारी को टोल-फ्री नंबर 0800-11111 या हेल्पलाइन नंबर 042-99214871 और 042-99214872 पर रिपोर्ट किया जा सकता है. सरकार ने साथ ही दोहराया कि दान केवल कानूनी रूप से पंजीकृत चैरिटी संगठनों को ही किया जाना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह धन आतंकवादी संगठनों के पास न पहुंचे.
नेपाल में आज दो बार कांपी धरती, म्याग्दी जिले में महसूस हुआ पहला झटका
8 Mar, 2025 03:20 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत के पड़ोसी देश नेपाल में जहां एक तरफ सियासी हलचल मची हुई है. वहीं, दूसरी तरफ शनिवार को दो अलग-अलग क्षेत्रों में दो बार हल्की तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए. सुबह के समय लोगों को यह झटके महसूस हुए. हालांकि, भूकंप से किसी तरह के नुकसान की तत्काल कोई सूचना नहीं है.
नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप निगरानी केंद्र के अनुसार, राजधानी काठमांडू से करीब 300 किलोमीटर दूर बागलुंग जिले में सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर भूकंप आया. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.1 थी और इसका केंद्र जिले का खुखानी इलाका था.
दो बार कांपी नेपाल की धरती
भूकंप निगरानी केंद्र ने बताया कि भूकंप सुबह तड़के 3.14 बजे बागलुंग से करीब 40 किलोमीटर दूर म्याग्दी जिले में आया. केंद्र ने कहा कि रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4 मापी गई इसका केंद्र म्याग्दी जिले का मुरी इलाका था. हालांकि, 4 तीव्रता के भूकंप को हल्का माना जाता है. जबकि 6 से 9 तीव्रता के भूकंप को खतरनाक माना जाता है. भूकंप का केंद्र मयागडी जिले का मुरी इलाका था.
पहले भी डोली थी धरती
नेपाल में इससे पहले 28 फरवरी को भी धरती कांपी थी. शुक्रवार तड़के 6.1 तीव्रता का भूकंप आया था. यह भूकंप काफी तेज था जिससे लोगों के घरों के पंखे, खिड़की, दरवाजे हिल गए थे और वो दहशत के चलते जाग गए थे. राष्ट्रीय भूकंप निगरानी और अनुसंधान केंद्र ने पुष्टि की कि भूकंप का केंद्र काठमांडू से लगभग 65 किमी पूर्व में सिंधुपालचौक जिले के भैरवकुंड में था. भूकंप स्थानीय समयानुसार देर रात 2:51 बजे आया था, जिससे नेपाल के मध्य और पूर्वी क्षेत्रों में दहशत फैल गई थी.
क्यों आते हैं नेपाल में भूकंप?
नेपाल सबसे सक्रिय टेक्टोनिक क्षेत्रों (भूकंपीय क्षेत्र IV और V) में से एक में स्थित है, जो देश को भूकंप के लिए बेहद संवेदनशील बनाता है. यही वजह है कि अक्सर देश में भूकंप दर्ज किए जाते हैं. हिमालयी राष्ट्र में अब तक का सबसे भयानक भूकंप 2015 में आया था, जिसके दौरान 7.8 तीव्रता के भूकंप में 9,000 से अधिक लोग मारे गए थे और 1 मिलियन से अधिक बिल्डिंग को नुकसान पहुंचा था.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बयान: भारत ने अपने टैरिफ में कटौती पर सहमति जताई
8 Mar, 2025 03:16 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को भारत की टैरिफ व्यवस्था पर हमला करते हुए कहा कि ''उच्च टैरिफ'' के कारण भारत को कुछ भी बेचना लगभग असंभव है। हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि भारत अपने टैरिफ में उल्लेखनीय कटौती करने के लिए सहमत हो गया है।
कथित तौर पर इसलिए क्योंकि आखिरकार कोई उनके किए की पोल खोल रहा है। व्हाइट हाउस से राष्ट्रीय स्तर पर प्रसारित अपने संबोधन में ट्रंप ने उन मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया, जिन्हें उनका प्रशासन जल्द ही लागू करने जा रहा है।
आप भारत में कुछ भी नहीं बेच सकते- ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत हम पर भारी शुल्क लगाता है। भारी शुल्क। आप भारत में कुछ भी नहीं बेच सकते। वैसे, वह कटौती के लिए सहमत हो गया है। वह अब अपने शुल्कों में कटौती करना चाहता है, क्योंकि कोई तो उनके किए की पोल खोल रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने कहा कि उन्होंने कनाडा और मेक्सिको को क्षेत्रीय मुक्त व्यापार समझौते के अनुरूप वस्तुओं पर अपने नए 25 प्रतिशत टैरिफ से छूट दी है, क्योंकि वह आटो निर्माताओं की मदद करना चाहते थे। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि यह छूट एक अल्पकालिक उपाय है और समय के साथ टैरिफ बढ़ सकता है।
पारस्परिक टैरिफ दो अप्रैल से लागू होंगे
फॉक्स बिजनेस नेटवर्क द्वारा प्रसारित एक साक्षात्कार में ट्रंप ने कहा, मुझे लगा कि ऐसा करना उचित होगा और इसलिए मैंने उन्हें इस छोटी अवधि के लिए थोड़ी छूट दी। प्रेट्र के अनुसार, ओवल ऑफिस में कुछ कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करते हुए ट्रंप ने इस बात को दोहराया कि अमेरिकी वस्तुओं पर शुल्क लगाने वाले देशों पर पारस्परिक टैरिफ दो अप्रैल से लागू होंगे।
हम भारत चीन पर पारस्परिक टैरिफ लगाएंगे- ट्रंप
आगे कहा कि दो अप्रैल को हम एक बड़ा कदम उठाने जा रहे हैं। भारत, चीन या कोई भी देश जो वास्तव में ज्यादा शुल्क लगाता है, हम उस पर पारस्परिक टैरिफ लगाएंगे। मैं आपको बताता हूं कि उच्च टैरिफ वाला देश कौन सा है-यह कनाडा है। कनाडा हमारे दुग्ध उत्पाद और अन्य उत्पादों के लिए हमसे 250 प्रतिशत शुल्क लेता है। वह लकड़ी और ऐसी चीजों पर बहुत अधिक टैरिफ लगाता है। और फिर हमें उसकी लकड़ी की जरूरत नहीं है। हमारे पास उसकी तुलना में अधिक लकड़ी है।
फायरिंग स्क्वाड से मौत की सजा, 2010 के बाद अमेरिका में पहली बार हुआ ऐसा
8 Mar, 2025 01:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन। अक्सर आपने सुना होगा कि किसी को मौत की सजा सुनाई जाती है तो उसको फांसी दी जाती है। लेकिन ये सिर्फ भारत में है, दुनिया के अलग-अलग देशों में अलग-अलग तरीकों से मृत्युदंड दिया है। जैसे इरान में चौराहे पर पत्थर मारकर, अमेरिका में जहरीला इंजेक्शन देकर आदि तरीकों से ऐसा किया जाता है। वहीं, अमेरिका में एक व्यक्ति को फायरिंग स्क्वाड द्वारा मृत्युदंड दिया गया।
15 वर्षों में संयुक्त राज्य अमेरिका में पहली बार ऐसा हुआ
फायरिंग स्क्वाड का मतलब गोलियां मारकर दी जाने वाली सजा से है। जेल अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण कैरोलिना के एक व्यक्ति को अपनी पूर्व प्रेमिका के माता-पिता की हत्या के लिए शुक्रवार को फायरिंग स्क्वाड द्वारा मौत की सजा दी गई, जो कि 15 वर्षों में संयुक्त राज्य अमेरिका में पहली बार ऐसा हुआ था।
पूर्व प्रेमिका के माता-पिता की हत्या कर दी थी
67 वर्षीय ब्रैड सिगमन, जिसने 2001 में बेसबॉल बैट से डेविड और ग्लेडिस लार्के की हत्या करने की बात कबूल की थी। उसको राज्य की राजधानी कोलंबिया में ब्रॉड रिवर करेक्शनल इंस्टीट्यूशन में फायरिंग स्क्वाड द्वारा मृत्युदंड दिया गया। इसकी जानकारी जेल की प्रवक्ता क्रिस्टी शैन ने दी। सिगमन ने अंतिम समय में मृत्युदंड पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध किया था, लेकिन इसे अस्वीकार कर दिया गया।
दक्षिण कैरोलिना के गवर्नर हेनरी मैकमास्टर ने भी क्षमादान के लिए उसकी अपील को खारिज कर दी थी। सिगमन के पास घातक इंजेक्शन, फायरिंग स्क्वाड या इलेक्ट्रिक चेयर के बीच से किसी एक को चुनने का विकल्प था। लेकिन सिगमन ने फायरिंग स्क्वाड को चुना था।
स्पेसएक्स स्टारशिप अंतरिक्षयान में विस्फोट, एफएए ने दी उड़ानों में बाधा की जानकारी
8 Mar, 2025 11:00 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन। स्पेसएक्स स्टारशिप अंतरिक्षयान में हुए विस्फोट से लगभग अमेरिका की 240 उड़ानें बाधित हुईं और अंतरिक्ष मलबे की चिंताओं के कारण उनमें से दो दर्जन से अधिक विमानों को डायवर्ट करना पड़ा ताकि कोई हादसा न हो। इसकी जानकारी अमेरिकी संघीय उड्डयन प्रशासन (एफएए) ने शुक्रवार को दी। यह स्पेसएक्स प्रक्षेपण का दूसरा लगातार असफल परीक्षण था।
28 उड़ानों को डायवर्ट किया गया
एफएए ने गुरुवार को फ्लोरिडा के चार हवाई अड्डों - मियामी, फोर्ट लॉडरडेल, ऑरलैंडो और पाम बीच के लिए उड़ान भरने वाले विमानों के लिए ग्राउंड स्टॉप जारी किया, जो लगभग एक घंटे तक चला। एफएए ने कहा कि इस घटना के परिणामस्वरूप 171 प्रस्थान विलंबित हुए, 28 उड़ानों को डायवर्ट किया गया, और 40 हवाई उड़ानों को औसतन 22 मिनट तक रोका गया, जबकि एजेंसी का मलबा प्रतिक्रिया क्षेत्र सक्रिय था। जिससे 171 विमानों में औसतन 28 मिनट की देरी हुई।
स्टारशिप विफलता की जांच की जाएगी
एफएए ने कहा कि वह स्पेसएक्स से स्टारशिप वाहन के नुकसान की दुर्घटना जांच करने की मांग कर रहा है। पिछले महीने, एफएए ने गुरुवार की परीक्षण उड़ान के लिए स्पेसएक्स के लॉन्च लाइसेंस को मंजूरी दे दी थी, जबकि कंपनी की पिछली स्टारशिप विफलता की जांच अभी भी जारी है।
सोशल मीडिया पर वीडियो में दक्षिण फ्लोरिडा और बहामास के पास शाम के समय आसमान में आग के मलबे को देखा जा सकता है। मिशन के स्पेसएक्स लाइव स्ट्रीम में दिखाया गया कि स्टारशिप अपने इंजन बंद होने के साथ अनियंत्रित रूप से घूमने के तुरंत बाद अंतरिक्ष में टूट गई।
प्रक्षेपण के कुछ ही मिनटों बाद अंतरिक्ष में स्टारशिप पर नियंत्रण खो दिया
रिपोर्ट के मुताबिक, एलन मस्क की स्पेसएक्स ने गुरुवार को प्रक्षेपण के कुछ ही मिनटों बाद अंतरिक्ष में स्टारशिप पर नियंत्रण खो दिया, जिसके कारण इंजन बंद हो गए, जैसा कि कंपनी के लाइव स्ट्रीम में दिखाया गया, जिसके कुछ ही मिनटों बाद सोशल मीडिया पर कई वीडियो में दक्षिण फ्लोरिडा और बहामास के निकट शाम के आसमान में अंतरिक्ष यान का आग के गोले जैसा मलबा दिखाई दिया।
हरियाणा के पंचकूला में भारतीय वायुसेना का जगुआर लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त
7 Mar, 2025 10:44 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरियाणा के पंचकूला में भारतीय वायुसेना का जगुआर लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है. बताया जा रहा है कि विमान ने प्रशिक्षण उड़ान के लिए अंबाला एयरबेस से उड़ान भरी थी. समय रहते पायलट विमान से बाहर निकलने में सफल रहा है. भारतीय वायुसेना के अधिकारी ने कहा कि घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं.
जानकारी के मुताबिक, हादसे का शिकार हुआ लड़ाकू विमान पहाड़ी क्षेत्र मोरनी के बालदवाला गांव के नजदीक गिरा है. घटना के बाद आसपास के गांव में अफरा-तफरी मच गई. फाइटर जेट का पायलट पैराशूट के जरिए सुरक्षित नीचे उतर गया. घटना की सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई है.
घटना को लेकर वायुसेना ने जारी किया बयान
घटना को लेकर भारतीय वायुसेना ने बयान जारी किया है. वायुसेना ने कहा है कि एक जगुआर विमान आज नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान अंबाला में सिस्टम में खराबी आने के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया है. पायलट ने विमान को सुरक्षित रूप से बाहर निकलने से पहले जमीन पर किसी भी बस्ती से दूर ले गया. दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए भारतीय वायुसेना ने जांच के आदेश दे दिए हैं.
शिवपुरी में क्रैश हुआ था मिराज
बता दें कि इससे पहले मध्य प्रदेश के शिवपुरी में एयरफोर्स का फाइटर प्लेन क्रैश हो गया है. घटना शिवपुरी जिले के बहरेटा सानी गांव की थी जहां लड़ाकू विमान क्रैश हुआ था. विमान के जमीन पर गिरने के बाद उसमें आग लग गई थी. हालांकि, समय रहते पायलट पैराशूट के जरिए खुद को निकालने में सफल रहा था. इसके बाद उसने फोन करके हादसे की जानकारी अपने साथियों को दी थी. हादसा वायुसेना के मिराज-2000 लड़ाकू विमान के साथ हुआ जो कि एक ट्रेनर विमान था.
कुछ सालों में क्रैश की कई घटनाएं
एक तरफ वायुसेना खुद को अपग्रेड करने और ताकतवर बनाने में जुटी है, लेकिन दूसरी ओर उसे लगातार इस तरह के हादसों का भी सामना करना पड़ रहा है. वायुसेना अपने कई विमानों को लेटेस्ट तकनीकों से लैस भी कर रहा था. पिछले कुछ सालों में वायुसेना को इस तरह के कई हादसों का सामना करना पड़ा है. अधिकतर हादसों में विमान पूरी तरह से जलकर नष्ट हो गए हैं.
फ्रांस में 80 साल पुराने बम मिलने से रेलवे सेवाओं में रुकावट, सुरक्षा पर बढ़ी चिंता
7 Mar, 2025 03:49 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
यूक्रेन और रूस के बीच जंग को लेकर फ्रांस फ्रंटफुट पर है. फ्रांस ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और व्लादिमीर पुतिन का खुलकर विरोध किया है. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रॉ ने यूक्रेन को हरसंभव मदद करने की बात कही है. मैक्रॉ ने कहा है कि परमाणु हथियार चलाने की भी नौबत आएगी तो उससे चुकेंगे नहीं.
इसी बीच फ्रांस की राजधानी पेरिस में एक 80 साल पुराना बम मिला है. पेरिस के गारे डू नॉर्ड रेलवे स्टेशन के पास यह बम मिला है. बम मिलने के बाद फ्रांस में हड़कंप मचा हुआ है. सुरक्षा को देखते हुए पूरे इलाके को सील कर दिया गया है.
फ्रांस के परिवहन मंत्री का कहना है कि यह बम सबसे व्यस्ततम इलाके में मिला है. बम कहां से आया है और क्या मकसद है, इसकी जांच की जा रही है.
दूसरे विश्व युद्ध के समय का बम
शुरुआती जानकारी के मुताबिक पेरिस में जो बम मिला है, वो दूसरे विश्व युद्ध के समय का है. फ्रांसीसी राष्ट्रीय रेलवे कंपनी एसएनसीएफ के अनुसार सेंट-डेनिस के उपनगर में नियमित रखरखाव कार्य के दौरान रात में पटरियों के बीच में विस्फोटक उपकरण पाया गया.
पहले तो बम को निष्क्रिय किया गया और फिर इसकी जांच की गई. जांच के दौरान पाया गया कि इस तरह के बम का उपयोग 1945 में द्वितीय विश्वयुद्ध के वक्त किया गया था.
बम मिलने की वजह से पेरिस के करीब 7 लाख यात्रियों को आज असुविधा का सामना करना पड़ा है. पुलिस और बम निरोधक दस्ता इलाके की छानबीन में जुटा हुआ है.
रूस और अमेरिका के साथ था फ्रांस
द्वितीय विश्वयुद्ध 1940 से लेकर 1945 तक चला था. एक तरफ अमेरिका, रूस, ब्रिटेन के साथ फ्रांस जैसे देश मोर्चे पर लड़ रहा था तो दूसरी तरफ जर्मनी और इटली जैसे देश इनके खिलाफ बिगुल फूंक रखा था.
आखिर में जापान पर अमेरिका ने बम गिरा दिया, जिसके बाद युद्ध पर पूर्णविराम लग गया. फ्रांस और अमेरिका के इस गठबंधन को द्वितीय विश्वयुद्ध के वक्त मित्र देशों की संज्ञा दी गई थी.
बुद्धा एयरलाइंस के विमान में बड़ा हादसा टला, बिना पहिए के काठमांडू पहुंची फ्लाइट
7 Mar, 2025 03:43 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नेपाल में बुद्धा एयरलाइंस के एक विमान को पायलट ने बिना पहिए के ही रनवे पर उतार दिया. इसकी जानकारी मिलते ही यात्रियों से लेकर एयरलाइंस तक में हड़कंप मच गई. आनन-फानन में विमान को जमीन पर भेजा गया और लोगों को सुरक्षित निकालने की कवायद की गई. विमान में 63 यात्री सवार थे.
रिपोर्ट के मुताबिक बुद्धा एयरलाइंस का एक विमान महोतारी के जनकपुर से काठमांडू तक के लिए उड़ान भरी थी. विमान को जब काठमांडू के रनवे पर उतारा गया तो पता चला कि उसमें पहिया ही नहीं है. खबर सुनते ही अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए.
बाद में एयरलाइंस ने सीनियर टेक्निशियन की मदद से विमान को सुरक्षित लैंड करवाया. जानकारों का कहना है कि लगातार एक ही विमान के परिचालन की वजह से यह नौबत आई. जिस विमान में घटना हुई है, वो बुधवार को कम से कम 8 बार काठमांडू से जनकपुर की आवाजाही की थी.
उड़ान भरते वक्त टूटकर गिरा पहिया
शुरुआती जांच के मुताबिक जनकपुर में जब विमान उड़ान भर था, तभी रनवे पर उसका पहिया टूट गया. दिलचस्प बात है कि इसकी भनक भी पायलट को नहीं लगी. एक घंटे बाद जब विमान को लैंड कराने की कोशिश की गई तो पायलट को पहिया न होने के बारे में जानकारी मिली.
रिपोर्ट के मुताबिक विमान के आगे का 2 पहिया टूटकर जनकपुर में ही रह गया. बुद्धा एयरलाइंस ने मामले में अफसोस जताया है और सख्त कार्रवाई की बात कही है. 72 सीटर वाले इस विमान में 63 यात्री सवार थे.
नेपाल का सबसे बड़ा घरेलू एयरलाइंस है बुद्धा
बुद्धा को नेपाल का सबसे बड़ा घरेलू एयरलाइंस माना जाता है. 1996 में इसकी स्थापना की गई थी. बुद्धा एयरलाइंस नेपाल के भीतर घरेलू उड़ानों के साथ-साथ काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से भारत के वाराणसी के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी संचालित करती है.
नेपाल में बुद्धा एयरलाइंस को विश्वसनीय एयरलाइंस माना जाता रहा है, लेकिन जिस तरीके से काठमांडू में यह घटना हुई है, उससे आने वाले दिनों में एयरलाइंस की मुश्किलें बढ़ सकती है.
ट्रंप प्रशासन का बड़ा कदम, सीआईए में छंटनी की योजना, संघीय सरकार का आकार घटाने की कोशिश
7 Mar, 2025 03:17 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
यूएसएआईडी (USAID) में बड़े पैमाने पर छंटनी के बाद अब अमेरिकी सरकार संघीय खुफिया एजेंसी सीआईए में भी छंटनी की तैयारी कर रही है। रिपोर्ट के अनुसार, सीआईए से बड़े पैमाने पर कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की तैयारी है और खासकर वे कर्मचारी निशाने पर हैं, जो हाल के वर्षों में सीआईए में भर्ती हुए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बीते दो साल में जिन कर्मचारियों को नौकरी पर रखा गया है, उनके काम की समीक्षा हो रही है।
बड़े पैमाने पर हो सकती है सीआईए में छंटनी
जिन कर्मचारियों के व्यवहार में कोई कमी पाई जाती है या फिर उनका काम संतोषजनक नहीं है तो उन्हें नौकरी से निकाल दिया जाएगा। सीआईए में छंटनी भी ट्रंप प्रशासन की उन कोशिशों का हिस्सा है, जिसमें संघीय सरकार के आकार को कम किया जा रहा है। हालांकि यूएसएआईडी की तरफ सीआईए में बहुत बड़े पैमाने पर लोगों की नौकरी नहीं जाएगी, लेकिन सीआईए को भी नहीं बख्शा गया है। सीआईए के नवनियुक्त निदेशक जॉन रेटक्लिफ ने भी वादा किया है कि वे सीआईए में आमूल-चूल बदलाव करेंगे।
एलन मस्क बोले- संघीय कर्मचारियों की छंटनी के लिए वे जिम्मेदार नहीं
अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने कहा है कि सरकार के आकार को कम करने के प्रयासों के तहत हजारों संघीय कर्मचारियों की छंटनी के लिए वे जिम्मेदार नहीं हैं। उन्होंने इस सप्ताह निजी बातचीत में कहा कि कर्मचारियों की छंटनी का फैसला विभिन्न संघीय एजेंसियों पर छोड़ दिए गया है। एक रिपब्लिकन सांसद ने कहा कि एलन मस्क को कर्मचारियों को काम पर रखने और नौकरी से निकालने का अधिकार नहीं है। गौरतलब है कि संघीय खर्च को कम करने लिए रिपब्लिकन सांसद एलन मस्क के नेतृत्व वाले सरकारी दक्षता विभाग की तारीफ कर रहे हैं, लेकिन निजी तौर पर वे इसे लेकर चिंतित भी हैं कि हजारों लोगों की जिस तरह से नौकरी जा रही है, उसका असर समाज पर पड़ेगा।
अमेरिका ने मेक्सिको और कनाडा को दी राहत, 2 अप्रैल तक टैरिफ से छूट
7 Mar, 2025 02:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को घोषणा की कि मेक्सिको से आयातित अधिकांश वस्तुओं पर 25 प्रतिशत शुल्क एक महीने के लिए स्थगित कर दिया गया है। यह निर्णय मैक्सिको के राष्ट्रपति के साथ वार्ता के बाद लिया गया। वहीं, कनाडा को भी 2 अप्रैल तक कुछ वस्तुओं पर टैरिफ नहीं देना होगा। दोनों देशों को यह छूट उन वस्तुओं के लिए दी गई है जो यूनाइटेड स्टेट्स-मेक्सिको कनाडा समझौते के तहत आती हैं।
राष्ट्रपति ट्रंप ने गुरुवार को उन कागजातों पर हस्ताक्षर किए, जो मेक्सिको और कनाडा के उन सभी टैरिफ को लगभग एक महीने के लिए टाल देंगे, जो USMCA मुक्त व्यापार संधि के अंतर्गत आते हैं।
टैरिफ पर कटौती कर सकता है अमेरिका: लुटनिक
अमेरिकी वाणिज्य सचिव हावर्ड लुटनिक ने पहले ही संकेत दे दिया था कि राष्ट्रपति कुछ टैरिफ में कटौती कर सकते हैं। लुटनिक ने कहा था कि राष्ट्रपति 5 मार्च की शुरुआत में कनाडा और मेक्सिको पर लगाए गए 25 प्रतिशत टैरिफ में से कुछ को कम कर सकते हैं।
लुटनिक ने जोर देकर कहा कि पारस्परिक शुल्क, जिसमें अमेरिका उन देशों पर आयात कर लगाता है जो अमेरिकी निर्यात पर शुल्क लगाते हैं, दो अप्रैल से लागू होंगे। लुटनिक के बयान के तुरंत बाद अमेरिकी बाजारों में थोड़ी स्थिरता आई।
ट्रंप के फैसलों से वित्तीय बाजार में हलचल मची हलचल
यह दूसरी बार है जब ट्रंप ने फरवरी की शुरुआत में आयात पर अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा के बाद एक महीने की देरी की है।
ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर कहा- ''हम सीमा पर अवैध प्रवासियों को अमेरिका में प्रवेश करने से रोकने और फेंटानिल को रोकने के लिए मिलकर कड़ी मेहनत कर रहे हैं।'' वैसे ट्रंप के बार-बार बदलते टैरिफ के खतरों ने वित्तीय बाजारों को हिला दिया है, उपभोक्ताओं के विश्वास को कम किया है। साथ ही कई व्यवसायों को एक अनिश्चित वातावरण में डाल दिया है। इससे भर्ती और निवेश में देरी हो सकती है।"
ट्रूडो ने दिए संकेत- भविष्य में अमेरिका से ट्रेड वॉर रहेगा
गुरुवार को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने संकेत दिया कि उन्हें आशंका है कि उनका देश भविष्य में अमेरिका के साथ ट्रेड वार रहेगा। ''
ट्रूडो ने ट्रंप प्रशासन के टैरिफ एक माह के लिए स्थगित करने के कदम को ''उम्मीद की किरण'' तो बताया, लेकिन साथ ही कहा कि इसका मतलब है कि शुल्क अभी भी लागू हैं और इसलिए हमारी प्रतिक्रिया भी जारी रहेगी। उन्होंने दोहराया कि जब तक कनाडाई वस्तुओं पर अनुचित अमेरिकी शुल्क हटा नहीं लिए जाते, तब तक हम अपने जवाबी शुल्क से पीछे नहीं हटेंगे।
अमेरिकी ने मंगलवार (04 मार्च) से ही कनाडा और मेक्सिको से आयातित वस्तुओं पर 25 फीसदी टैरिफ लगा दिया है। वहीं, अमेरिका ने चीनी वस्तुओं पर 20 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की है। इसके बदले तीनों देश ने अमेरिका के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने की घोषणा की है।