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चीन में अब एक नहीं तीन बच्चे ही अच्छे
11 Mar, 2024 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बीजिंग । चीन की कम्युनिस्ट पार्टी 1980 के दशक में बनाई अपनी ही वन चाइल्ड पॉलिसी के नामोनिशान मिटाने में जुटी है। दशकों तक वहां लोगों को एक ही बच्चा पैदा करने के लिए मजबूर किया गया। दीवारों पर स्लोगन और जमकर एक बच्चा पैदा करने के लिए प्रचार किया गया। सख्त नियम बनाए गए। अब उन्हें मिटाया जा रहा है।
चीन वन चाइल्ड पॉलिसी से टू चाइल्ड पॉलिसी और अब थ्री चाइल्ड पॉलिसी की तरफ बढ़ रहा है। यानी अब लोगों को 3 बच्चे पैदा करने के लिए कहा जा रहा है। 2020 और 2024 की वुहान में परिवार नियोजन से जुड़ी कलाकृति देखिए, इसमें 2020 में सिर्फ एक बच्चे की कलाकृति अब इसमें 2 बच्चों को जोड़ दिया गया है।
लगातार दूसरे साल कम हुई आबादी
2023 में चीन की आबादी लगातार दूसरी बार कम हुई है। पिछले साल चीन के नेशनल बर्थ रेट में रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई। चीन में साल 2023 में 90 लाख बच्चे पैदा हुए, जबकि साल 2022 में वहां 95 लाख बच्चे पैदा हुए थे। नेशनल ब्यूरो स्टेटिस्टिक्स के मुताबिक चीन में साल 2022 में बर्थ रेट 6.67 प्रतिशत था, जो साल 2023 में घटकर 5.7 प्रतिशत रह गया। इसका मतलब यह हुआ कि चीन में जहां साल 2022 में कुल हजार लोगों पर 6.67 बच्चों को जन्म होता था वो 2023 में घटकर 6.39 रह गया।
क्या थी चीन की वन चाइल्ड पॉलिसी
चीन में माओ के शासन में वहां की जनसंख्या 54 करोड़ से बढक़र 94 करोड़ तक पहुंच गई थी। ऐसे में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने जनसंख्या नीति में बदलाव करने का फैसला किया। 1978 में सरकार ने एक प्रस्ताव पास किया। इसके तहत लोगों को एक बच्चा पैदा करने की बात के लिए कहा गया। चीन में बड़े स्तर पर कैंपेन चलाए गए। 1979 में वन-चाइल्ड पॉलिसी को लागू कर दी गई। इसे बढ़ावा देने के लिए अलग-अलग तरह के कदम उठाए गए। सिचुआन प्रांत में ऐसे कपल्स को अधिक राशन दिया जाता था, जो एक ही बच्चा पैदा करने की शपथ ले चुके हो। 1979 में जिनके पास बच्चा था, वैसे कपल्स को ‘सर्टिफिकेट ऑफ ऑनर’ दिया गया। 1982 में चीन ने इसे अपने संविधान में शामिल कर लिया। बर्थ कंट्रोल हर चीनी नागरिक की जिम्मेदारी कर दी गई। इसके बाद वन चाइल्ड पॉलिसी को आक्रामक होकर लागू किया गया। वन-चाइल्ड पॉलिसी का असर ये हुआ कि जिन कपल्स को लडक़ी होती थी, वे या तो उसे मार देते या कहीं दूर छोड़ आते। कई बच्चियों को देह व्यापार में धकेल दिया गया। इसके अलावा, चीन के सेक्स रेशियो में भी भयानक असमानता आई। अगर किसी कपल के एक से ज्यादा बच्चा होता सरकारी उन पर जुर्माना लगाती। जो जुर्माना नहीं दे पाते अधिकारी ऐसे बच्चों को अपने साथ ले जाते थे। एक से अधिक बच्चे पैदा करने पर नौकरी छीन ली जाती थी। कई मामलों में जेल भी भेज दिया जाता था। जबरन गर्भपतात और नसबंदी की व्यवस्था तो आम थी।
छात्र ने की बहस गुस्साए प्रोफेसर ने चला दी बंदूक
10 Mar, 2024 05:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ढाका । आपने सुना होगा कि शिक्षकों को छात्रों को पढ़ाते वक्त धैर्य से काम लेना चाहिए। उनकी ये ज़िम्मेदारी होती है कि वे इसतरह नागरिक बनाएं, जो न सिर्फ अपनी जिंदगी में आगे बढ़ें बल्कि अपने देश का नाम रोशन करें। हालांकि हम जिस शिक्षक के बारे में बात रहे हैं वे इससे बिल्कुल ही विपरीत है। टीचर की बातों से कई बार छात्र सहमत नहीं होते हैं। कई बार बहस भी कर लेते हैं, लेकिन शायद ही आपने सुना होगा कि कोई इसके बदले छात्र पर गोली चला दे। एक ऐसी ही घटना बांग्लादेश से सामने आई है। यहां पर क्लास में बैठा टीचर इतना ज्यादा उग्र हो गया कि बहस कर रहे छात्र पर सीधा बंदूक निकालकर गोली दाग थी।
ये घटना एक मेडिकल कॉलेज में घटी। रिपोर्ट के मुताबिक यहां 23 साल का एक लड़का अपनी ओरल परीक्षा दे रहा है। तभी कॉलेज के एक प्रोफेसर रेहान शरीफ से उसकी बहस होने लगी। टीचर का पारा इतना बढ़ की उसने सीधे बंदूक निकाली और छात्र पर गोली चला दी। ये गोली छात्र के दाहिने घुटने को टार्गेट करके मारी गई थी लेकिन गनीमत ये रही कि गोली जेब में मौजूद मोबाइल पर लग गई। हालांकि छात्र इतना जख्मी हुआ कि उस अस्पताल में भर्ती कराकर सर्जरी करनी पड़ी।
रिपोर्ट के मुताबिक टीचर ने गोली क्लास में मौजूद 45 छात्रों के बीच चलाई थी। इसकारण छात्र की मदद के लिए कुछ छात्र दौड़े, जबकि कुछ ने टीचर को कमरे में बंद कर दिया। पुलिस ने फिलहाल टीचर को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पता चला कि उसके पास से एक और बंदूक थी। टीचर के बैग में 81 गोलिया, 4 मैगजीन, 2 चाकू और 10 खंजर भी बरामद हुए हैं।
समुद्री कछुए का मांस खाने से आठ बच्चों सहित महिला की मौत
10 Mar, 2024 04:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पेम्बा । पेम्बा द्वीप पर समुद्री कछुए का मांस खाने से आठ बच्चों और एक महिला की मौत हुई और 78 अन्य लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया। जंजीबार के लोग समुद्री कछुए का मांस बड़े चाव से खाते हैं, जबकि इसकारण अक्सर खाद्य विषाक्तता के कारण मौत होने की घटनाएं सामने आती हैं।
मकोआनी जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. हाजी बाकरी ने बताया कि जहरीला भोजन करने से एक महिला की मौत हुई। उन्होंने बताया कि समुद्री कछुए का मांस खाने से जिन बच्चों की मौत हुई, उनमें इस महिला का भी एक बच्चा शामिल था। उन्होंने बताया कि इन लोगों ने कछुए का मांस खाया था। बाकरी ने बताया कि प्रयोगशाला में जांच से पुष्टि हुई है कि सभी लोगों ने समुद्री कछुए का मांस खाया था।
पूर्वी अफ्रीकी देश तंजानिया के अर्ध-स्वायत्त क्षेत्र जंजीबार के अधिकारियों ने आपदा प्रबंधन टीम भेजी, जिसने लोगों से समुद्री कछुओं का मांस नहीं खाने का आग्रह किया।
फ्लू से अमेरिका में अब तक 100 से अधिक बच्चों की मौत!
10 Mar, 2024 11:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लॉस एंजिल्स । अमेरिका में सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के आंकड़ों के अनुसार इस सीजन में अमेरिका में अब तक फ्लू से 100 से अधिक बच्चों की मौत हो गई है। एक रिपोर्ट के अनुसार देश के कुछ हिस्सों में मौसमी इन्फ्लूएंजा बढ़ा है। सीडीसी का अनुमान है कि इस सीज़न में अब तक फ्लू से कम से कम 28 मिलियन लोग बीमार भी हुए हैं। सीडीसी के अनुसार 2 मार्च को समाप्त नवीनतम सप्ताह में 10 हजार से अधिक रोगियों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
नीरव मोदी को ब्रिटिश अदालत का आदेश, बैंक ऑफ इंडिया को 8 मिलियन डॉलर चुकाये
10 Mar, 2024 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंदन । एक बड़े कानूनी घटनाक्रम में, लंदन में हाई कोर्ट ने ब्रिटेन की टेम्ससाइड जेल में बंद हीरा व्यापारी नीरव मोदी के खिलाफ एक सारांश निर्णय जारी किया, इसमें नीरव मोदी को भारत के बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) को 8 मिलियन डॉलर चुकाने का निर्देश दिया। यह निर्णय बैंक द्वारा मोदी की दुबई स्थित कंपनी, फायरस्टार डायमंड एफजेडई को दी गई ऋण सुविधा से संबंधित है।
रिपोर्ट के अनुसार अदालत का फैसला बैंक ऑफ इंडिया को दुबई इकाई से वसूली प्रक्रिया शुरू करने में सक्षम बनाता है, इसमें नीरव मोदी की वैश्विक संपत्तियों और परिसंपत्तियों की संभावित नीलामी भी शामिल है। बैरिस्टर टॉम बेस्ली और रॉयड्स विथी किंग के सॉलिसिटर मिलन कपाड़िया के नेतृत्व में बीओआई के प्रतिनिधियों ने सफलतापूर्वक तर्क दिया कि मोदी के पास कोई व्यवहार्य बचाव नहीं था, जिससे मुकदमे की आवश्यकता में बाधा उत्पन्न हुई। अदालत को बताया गया, नीरव मोदी ने दावे पर बचाव दायर किया है और उनके वकील को वर्तमान आवेदन की एक प्रति दी गई थी, लेकिन उन्होंने इसका जवाब नहीं दिया। 8 मिलियन डॉलर की राशि में मूलधन और अर्जित ब्याज दोनों शामिल हैं।
2018 में बैंक की पुनर्भुगतान की मांग के बाद, मोदी अपने वित्तीय दायित्वों को पूरा करने में विफल रहे, इसकारण उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हुई। दुबई में फायरस्टार डायमंड एफजेडई के स्थान को देखते हुए, यूके अदालत के सारांश निर्णय में उस क्षेत्राधिकार में प्रवर्तनीयता के लाभ हैं। इस बीच, अपने असफल प्रत्यर्पण मामले में अवैतनिक कानूनी बिलों का सामना कर रहे नीरव मोदी ने लंदन में बार्किंगसाइड मजिस्ट्रेट की अदालत को सूचित किया कि उनकी संपत्ति भारत सरकार द्वारा जब्त कर ली गई है, जिससे उन्हें धीरे-धीरे अपना बकाया चुकाने के लिए परिचितों से उधार लेना होगा।
जरदारी बने पाकिस्तान के 14वें राष्ट्रपति
10 Mar, 2024 09:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के नए राष्ट्रपति के तौर पर आसिफ अली जरदारी को चुन लिया गया है। पाकिस्तान के 14वें राष्ट्रपति के तौर पर जरदारी शपथ लेंगे। जरदारी को दोनों सदनों में बहुमत हासिल हुआ है, जबकि तीन प्रांतों में उन्हें भारी बहुमत हासिल है।
गौरतलब है कि पाक के 14वें राष्ट्रपति के तौर पर चुने गए जरदारी को करीब एक दशक तक जेल में रहना पड़ा था। दरअसल उनकी पत्नी और पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या के बाद उन्हें भ्रष्टाचार और हत्या के आरोप में 11 साल जेल में रहना पड़ा था। यह अलग बात है कि उन पर दोष सिद्ध नहीं हो सका और अब मौजूदा वक्त में जरदारी को राष्ट्रपति चुनाव में भारी बहुमत हासिल हुआ है और उन्होंने बहुत ही आसान जीत दर्ज की है। संसद के दोनों सदनों के साथ ही देश का चार में से तीन प्रांतों की विधानसभाओं में उन्हें बहुमत हासिल हुआ है। इस प्रकार जरदारी कुल 411 वोट हासिल कर राष्ट्रपति का चुनाव जीत गए हैं, वहीं उनके प्रतिद्वंद्वी महमूद अचकजई को महज 181 वोट से संतुष्ट होना पड़ा। इसे जरदारी का नया राजनीतिक जन्म बताया जा रहा है।
वैसे देखा जाए तो आसिफ अली जरदारी पाकिस्तान के दूसरी बार राष्ट्रपति बने हैं। इससे पहले जरदारी 2008 से 2013 के बीच 11वें राष्ट्रपति के तौर पर कार्य कर चुके थे। खास बात यह है कि जरदारी पाकिस्तान के ऐसे पहले राष्ट्रपति हो गए हैं जो कि लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित हुए।
राहत सामग्री में दबकर 5 की मौत
10 Mar, 2024 08:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गाजा। गाजा में राहत सामग्री की डिलिवरी के दौरान हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई। एयरक्राफ्ट से गाजा पट्टी पर राहत सामग्री के बॉक्स गिराए गए, लेकिन कई बॉक्स के पैराशूट ही नहीं खुले। ये तेज रफ्तार से लोगों पर गिर गए। 10 लोग घायल भी हैं। हादसा 8 मार्च को अल-शती रिफ्यूजी कैंप के पास हुआ। यहां राहत सामग्री लेने के लिए हजारों की तादाद में लोग मौजूद थे। 7 अक्टूबर को शुरू हुई इजराइल-हमास जंग के बीच गाजा में लाखों फिलिस्तीनी भुखमरी का सामना कर रहे हैं। 30 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका और जॉर्डर एयरक्राफ्ट्स के जरिए फिलिस्तीनियों तक राहत सामग्री पहुंचा रहे हैं। हालांकि, हादसा किस की राहत सामग्री गिराते समय हुआ यह साफ नहीं हो पाया है।
कचरे पर पेट्रोल डालकर आग लगाते समय चपेट में आई युवती की मौत
9 Mar, 2024 05:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भोपाल। शाहपुरा थाना इलाके में कचरे पर पैट्रौल डालकर आग लगाते समय उसकी चपेट में आकर बुरी तरह झुलसी युवती की उपचार के दौरान मौत हो गई। पुलिस के अनुसार ग्राम पांजरा, थाना देवरी जिला रायसेन की रहने वाली 29 वर्षीय दीक्षा लोधी पिता देवेंद्र लोधी विष्णु हाइटेक सिटी बावड़िया कला में रहती थी। बीती 2 मार्च को वह घर की साफ सफाई करने के बाद इकटठा हुआ गीला कचरा जला रही थी। काफी कोशिशो के बाद भी जब गीले कचरे में आग नहीं लग सकी तब उसने कचरे पर पेट्रोल छिड़क दिया। लेकिन पहले से आग लगाने के प्रयास में कचरे में सुलग रही चिंगारी के कारण अचानक आग का भभका उठा जिसकी चपेट में आकर दीक्षा भी आ गई। उसके चीखने की आवाज सुनकर परिवार वालो ने उसे जैसै-तैसै आग की चपेट से छुड़ाकर उसे इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया जहॉ उसे भर्ती कर उपचार किया जा रहा था। इलाज के दौरान उसकी हालत लगातार नाजूक होती गई आखिरकार बीती रात उसने दम तोड़ दिया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पीएम के बाद परिवार वालो को सौंप दिया है। पुलिस के अनुसार कचरे पर पेट्रोल छिड़कर आग लगाते समय युवती को अनुमान नहीं रहा होगा की पेट्रोल के कारण आग तेजी से भड़कर कर उसे भी अपनी चपेट में ले लेगी। फिलहाल पुलिस आगे की जॉच कर रही है।
तुर्की के हवाई हमले में दो ईराकियों की मौत
9 Mar, 2024 05:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बगदाद। इराक के दुहोक प्रांत में तुर्की के हवाई हमले में दो लोग मारे गए और एक अन्य घायल हो गया। एक कुर्द सुरक्षा सूत्र ने यह जानकारी दी।सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि तुर्की के एक विमान ने सुबह-सुबह उन पर बमबारी की, जब वे प्रांत के शिलाद्ज़ इलाके में अपने गांव के पास एक पहाड़ पर कुछ जड़ी-बूटियां इकट्ठा कर रहे थे।तुर्की सेना अक्सर उत्तरी इराक में कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके) के आतंकवादियों के खिलाफ सीमा पार अभियान चलाती है, खासकर कंदील पर्वत में, जो पीकेके का मेन बेस है।तुर्की, अमेरिका और यूरोपीय संघ द्वारा आतंकवादी संगठन के रूप में घोषित पीकेके ने तीन दशकों से अधिक समय से तुर्की सरकार के खिलाफ विद्रोह छेड़ रखा है।
पाकिस्तान ने चार आतंकियों को मार गिराया
9 Mar, 2024 04:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में सुरक्षा बलों ने एक ऑपरेशन में चार आतंकवादियों को मार गिराया। यह जानकारी सेना ने दी। सेना की मीडिया विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के हवाले से शुक्रवार को बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना पर सेना ने प्रांत के उत्तरी वजीरिस्तान जिले में एक ऑपरेशन शुरू किया। इस दौरान हुई गोलीबारी में चार आतंकवादी मारे गए। मारे गए आतंकियों के पास से हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक बरामद हुए हैं।
अमेरिका ने रुस में रह रहे अपने नागरिकों को लेकर किया अलर्ट जारी
9 Mar, 2024 11:31 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन । अमेरिका ने रूस में रह रहे अपने नागरिकों के लिए सुरक्षा अलर्ट जारी किया है। अगले 48 घंटे बड़े हमले के तहत अमेरिकियों को भीड़ वाले इलाके से दूर रहने का सुझाव दिया गया है। खबर है कि अमेरिका ने रुस में बड़े हमले की चेतावनी दी है।
बता दें कि रुस में अगले हफ्ते राष्ट्रपति चुनाव है, यह देखकर अमेरिका की तरफ से उससे पहले यह अलर्ट आया है। रूस में अमेरिकी दूतावास ने चेतावनी दी कि चरमपंथियों के पास मॉस्को में हमले की आसन्न योजना थी, रूसी सुरक्षा सेवाओं ने कहा कि उन्होंने इस्लामिक स्टेट के अफगान शाखा के एक सेल द्वारा एक आराधनालय में गोलीबारी की योजना को विफल कर दिया है। अमेरिकी दूतावास ने कहा, ‘दूतावास उन रिपोर्टों पर नजर रख रहा है कि चरमपंथियों की मॉस्को में बड़ी सभाओं को निशाना बनाने की आसन्न योजना है, जिसमें संगीत कार्यक्रम भी शामिल हैं, और अमेरिकी नागरिकों को अगले 48 घंटों में बड़ी सभाओं से बचने की सलाह दी जानी चाहिए। सोवियत काल केजीबी के मुख्य उत्तराधिकारी रूस की संघीय सुरक्षा सेवा ने कहा कि उसने आतंकवादी सुन्नी मुस्लिम समूह इस्लामिक स्टेट के एक सेल द्वारा मॉस्को में एक आराधनालय पर हमले को विफल कर दिया है, जिसके कई घंटे बाद उसने अपनी चेतावनी जारी की है। गौरतलब है कि यूक्रेन में युद्ध ने 1962 के क्यूबा मिसाइल संकट के बाद से पश्चिम के साथ रूस के संबंधों में सबसे गहरा संकट पैदा कर दिया है। क्रेमलिन ने अमेरिका पर धन, हथियार और खुफिया जानकारी के साथ यूक्रेन का समर्थन करके रूस के खिलाफ लड़ने का आरोप लगाया है।
चीन बोला- एलएसी पर ज्यादा भारतीय सैनिकों से तनाव बढ़ेगा
9 Mar, 2024 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बीजिंग। चीन ने कहा है कि एलएसी पर ज्यादा भारतीय सैनिकों की तैनाती दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने के लिए सही नहीं है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि हम भारत के साथ मिलकर सीमा और उसके आसपास के क्षेत्रों में शांति और स्थिरता के लिए काम करने को तैयार हैं।
माओ निंग ने आगे कहा- हालांकि, एलएसी को लेकर भारत के कदम शांति स्थापित करने के पक्ष में नहीं हैं। दरअसल कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत ने अपनी पश्चिमी सीमा से करीब 10 हजार सैनिकों को हटाकर उन्हें एलएसी के पास तैनात कर दिया है। हालांकि, अब तक भारतीय सेना या सरकार की तरफ से इसकी पुष्टि नहीं की गई है।
एलएसी पर भारत के साथ स्थिति सामान्य
कुछ दिन पहले ही चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था कि एलएसी बॉर्डर पर भारत के साथ फिलहाल स्थिति सामान्य है। 19 फरवरी को दोनों देशों के बीच 21वें राउंड की कॉर्प्स कमांडर लेवल मीटिंग हुई थी। इस दौरान भारत-चीन के बीच सकारात्मक बातचीत हुई। चीन ने कहा था कि दोनों देशों ने एलएसी को लेकर एक-दूसरे की चिंताओं को ध्यान में रखते हुए हल निकालने पर सहमति जताई। हालांकि, भारत ने कहा था की चुशुल-मोल्डो बॉर्डर पॉइंट पर 21वें राउंड की कॉर्प्स कमांडर-लेवल बैठक में चीन ने देपसांग और डेमचोक के ट्रैक जंक्शन से सेना हटाने की भारत की मांग को ठुकरा दिया।
रमजान के पहले गाजा में सीजफायर मुश्किल
9 Mar, 2024 09:29 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
काहिरा/दोहा । इजराइल और हमास के बीच सीजफायर के लिए चल रही बातचीत बिना किसी फैसले के खत्म हो गई है। यह बातचीत इजिप्ट की राजधानी काहिरा में चल रही थी। अमेरिका, इजिप्ट, कतर, इजराइल और हमास किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सके। सिर्फ एक अच्छी खबर है कि सभी पक्ष अगले हफ्ते बातचीत पर सहमत हो गए हैं।
ज्यादातर पक्ष चाहते थे कि रमजान के पहले सीजफायर हो जाए, लेकिन कुछ बातों पर सहमति नहीं बन सकी। हमास के प्रवक्ता ने माना है कि बातचीत जारी रहेगी, लेकिन इसके लिए तारीख तय नहीं है।
इजिप्ट के एक अफसर ने कहा कि हमास ये तो चाहता है कि रमजान के पहले सीजफायर का ऐलान हो, लेकिन उसकी शर्तें अजीब हैं। फिर भी सुकून इस बात का है कि ये बातचीत अगले हफ्ते जारी रहेगी। हो सकता है रविवार से हम एक बार फिर इस मसले पर विचार करें। दूसरी तरफ, हमास के स्पोक्सपर्सन जिहाद ताहा ने कहा कि सीजफायर के बारे में हम कोई गारंटी नहीं दे सकते। जो लोग बेघर हुए हैं, उन्हें पूरी हिफाजत के साथ घर लौटने की गारंटी मिलनी चाहिए। अगले हफ्ते बातचीत शुरू होगी तो कुछ मुद्दों पर तस्वीर साफ हो जाएगी। इजिप्ट के अफसरों का दावा है कि हमास परमानेंट सीजफायर चाहता है, जबकि बाकी पक्ष चाहते हैं कि 6 हफ्ते का सीजफायर हो और इसके लिए फेज तय किए जाएं। इसके अलावा पहले पहले फेज में वो 40 बंधकों को रिहा करने के मामले में भी खुलकर कोई भरोसा नहीं दिला रहा है।
अमेरिकी संसद में छलका बाइडेन का दर्द, कहा
9 Mar, 2024 08:23 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वॉशिंगटन । अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को संसद के दोनों सदनों को संबोधित किया। चुनाव से पहले आखिरी यूनियन एड्रेस में 81 साल के बाइडेन ने उम्र को लेकर उनकी आलोचना करने वाले लोगों को जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कभी मुझे कहा जाता था कि मैं बहुत छोटा हूं, इसकी वजह से कभी-कभी तो मुझे वोटिंग के लिए सांसदों के एलिवेटर (लिफ्ट) में घुसने नहीं दिया जाता था। अब मुझे कहा जाता है कि मैं बहुत बूढ़ा हूं। चाहे जवान हूं या बूढा मैं हमेशा से सहन करना जानता हूं। अमेरिका के मूल्य यही हैं कि हम सब बराबर पैदा हुए हैं और हमारा अधिकार है कि हमारे साथ पूरी उम्र बराबरी से व्यवहार किया जाए।
अमेरिकी चुनावों में प्रवासी बहुत बड़ा मुद्दा है। ऐसे में बाइडेन ने प्रवासियों पर बात करते हुए कहा कि मैं ट्रम्प की तरह प्रवासियों को राक्षस नहीं मानता। मैं उनकी तरह नहीं कहूंगा कि प्रवासी अमेरिका के खून में जहर घोलने का काम कर रहे हैं। मैं लोगों पर सिर्फ उनके धर्म के आधार पर प्रतिबंध नहीं लगाउंगा। अमेरिका दुनिया के हर कोने से आए लोगों के लिए सुरक्षित जगह है।
बाइडेन ने संबोधन की शुरुआत में कहा कि आज दुनिया में लोकतंत्र और आजादी सबसे ज्यादा खतरे में है। अगर किसी को भी लगता है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन से पीछे हट जाएंगे तो वो गलतफहमी में है। मैं पुतिन को बताना चाहता हूं कि हम यूक्रेन का साथ कभी नहीं छोड़ेंगे और हम रूस के आगे कभी नहीं झुकेंगे। बाइडेन ने संसद के सामने यूक्रेन के लिए एड जारी रखने की अपील की। हम यूक्रेन में अपने सैनिकों को नहीं भेजेंगे। यूक्रेन ने हमसे हथियारों के मामले में सैन्य सहायता मांगी है, जिससे वो रूस का मुकाबला कर सके। ट्रम्प का नाम लिए बिना बाइडेन बोले- पूर्व राष्ट्रपति ने रूस को नाटो देशों के खिलाफ मनमानी करने के लिए उकसाया था। वो पुतिन के आगे झुक गए। इस तरह का बयान बेहद खतरनाक है और इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा।
धरती पर महाविस्फोट हो जाए तो उगलेगी कीमती हीरे
8 Mar, 2024 05:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंदन । वैज्ञानिकों का दावा है कि अगर धरती पर महाविस्फोट हो जाए तो धरती के गर्भ में छूपे हीरों को उगल देगी और चारों ओर खजाना ही खजाना नजर आएगा। इतने हीरे होंगे कि हर शख्स अरबपति बन जाए।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थॉमस गर्नोन ने एक शोध किया। पता चला कि अगर पृथ्वी पर महाविस्फोट हो जाए, तो पृथ्वी के केंद्र से सारे हीरे उड़कर धरती पर आ जाएंगे। उन्होंने इसे किम्बरलाइट विस्फोट कहा, जो छोटे लेकिन काफी शक्तिशाली ज्वालामुखी विस्फोट होते हैं। अगर ये विस्फोट हुआ तो “हीरे के फव्वारे” फूटेंगे और 133 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से डायमंड उड़कर धरती पर आ जाएंगे।शोधकर्ताओं के अनुसार, ज्यादातर डायमंड किम्बरलाइट्स चट्टानों में होते हैं। आमतौर पर इन चट्टानों में लाखों साल बाद विस्फोट होते हैं। तब प्लेटें अलग होने लगती हैं। जैसे 25 मिलियन वर्ष पहले जब सुपरकॉन्टिनेंट गोंडवाना का टूटना शुरू हुआ, तो अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका बने। प्लेटें जब अलग होती हैं तो ऊपरी मेंटल और निचले क्रस्ट की चट्टानों में टक्कर से विस्फोट हेाता है।
इससे ज्यादातर समय हीरों का निर्माण होता है। धरती के गर्भ में लाखों-अरबों वर्षों से हीरे दबे हुए हैं। अगर वास्तव में कोई शक्तिशाली महाविस्फोट हो जाए, तो ये उड़कर धरती की ऊपरी परत पर आ जाएंगे। बता दें कि हमारी दुनिया के ज्यादातर हीरे धरती से नीचे 150 किलोमीटर गहराई में बने हैं और जिन नीले हीरों को देखकर हमारी आंखें चौंथिया जाती हैं, वे तो धरती के सबसे निचले आवरण में चार गुना गहराई तक में पैदा होते हैं।