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लडकी को है पानी से एलर्जी, छूते ही होने लगती है खुजली
8 Mar, 2024 04:30 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंदन । एक लडकी ऐसी है जिसे पानी से एलर्जी है। यह लडकी पानी को छूती है तो उसे खुजली होने लगती है। लड़की का दावा है कि उसे पानी छूने से एलर्जी है। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक लड़की साउथ कैरोलिना की रहने वाली है और एक अजीब मेडिकल कंडीशन से गुजर रही है।
22 साल की लॉरेन मोंटेफुस्को के मुताबिक उसे पानी से ऐसी एलर्जी है कि नहाने के बाद आधे-एक घंटे तक उसे ज़बरदस्त खुजली होती है। सुनने में ये काफी अजीब लग रहा है लेकिन लड़की का दावा है कि उसे रोज़ाना ऐसी परिस्थिति को झेलना पड़ता है।लॉरेन मोंटेफुस्को का कहना है कि उसके लिए ज़िंदगी काफी मुश्किल है। जब वे 12 साल की थीं, तभी उन्हें ये बीमारी हुई, जो बढ़ती ही चली गई। 15 साल में उन्होंने पहली बार डॉक्टर को दिखाया था। तब उन्हें पता चला कि ये एक बीमारी है। इसके बाद वो नहाने से बचने लगीं। ज्यादातर वक्त वो बॉडी वाइप्स का इस्तेमाल करती हैं और ड्राई शैंपू से काम चलाती हैं।
नहाने के बाद लगने वाली ठंडी हवा उनकी खुजली को और बढ़ा देती है। ये खुजली भी उनकी त्वचा पर ऊपर से न होकर गहराई से होती, जो बाहर दिखाई नहीं देती लेकिन अंदर ही अंदर तकलीफ देती है।लॉरेन को जो बीमारी है उसे एक्वाजेनिक अर्टिकेरिया कहते हैं। ये एक किस्म का चर्मरोग है, जिसके दुनिया भर में सिर्फ 37 मामले ही सामने आए हैं। ये सिर्फ पानी नहीं बल्कि पानी में डाले वाले कैमिकल से ज्यादा उभरती है।
चांद पर न्यूक्लियर प्लांट बनाने की तैयारी में रूस-चीन
8 Mar, 2024 11:33 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। चीन और रूस मिलकर चांद पर परमाणु प्लांट बनाना चाहते हैं। इसके लिए दोनों मिलकर काम करेंगे। रूसी स्पेस एजेंसी रॉसकॉसमॉस के सीईओ यूरी बोरिसोव ने कहा कि 2033-35 में रूस और चीन मिलकर चांद की सतह पर न्यूक्लियर पावर प्लांट लगाएंगे।
बोरिसोव ने कहा कि इस न्यूक्लियर पावर प्लांट को चांद की सतह तक पहुंचाने के लिए रूस न्यूक्लियर पावर से चलने वाला रॉकेट ज्यूस बनाएगा। ये एक कार्गो रॉकेट होगा और पूरी तरह से ऑटोमैटिक होगा। इसे चलाने के लिए इंसान की जरूरत नहीं होगी, सिर्फ लॉन्चिंग पर इंसानों को ध्यान देना होगा।
परमाणु हथियार नहीं भेज रहे
बोरिसोव ने कहा कि यह न्यूक्लियर पावर प्लांट ऑटोमेटेड मोड में तैनात किया जाएगा। चांद पर पावर प्लांट लगाने के दौरान किसी भी इंसान को चांद पर नहीं भेजा जाएगा। पावर प्लांट बनाने की तकनीक पूरी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट में टेक्निकल लूनर रोवर रहेंगे, जो रिसर्च करेंगे। साथ ही रोबोट्स रहेंगे। हम एनर्जी के लिए न्यूक्लियर प्लांट चांद पर लगा रहे हैं। अंतरिक्ष में किसी तरह का परमाणु हथियार नहीं भेज रहे हैं। स्पेस में न्यूक्लियर हथियार नहीं होने चाहिए।
रूस अंतरिक्ष में हमला करने वाले वेपन्स बना रहा
हाल ही में अमेरिका ने कहा था कि रूस अंतरिक्ष में हमला करने वाले वेपन्स बना रहा है। कुछ दिन पहले व्हाइट हाइस ने पुष्टि की थी कि रूस एंटी सैटेलाइट वेपन्स बना रहा है। एंटी सैटेलाइट हथियार से सैटेलाइट्स को मार गिराया जा सकता है। दूसरे शब्दों में कहें तो इन हथियारों से सैटेलाइट को तबाह किया जा सकता है। इससे कम्युनिकेशन, नेविगेशन, निगरानी समेत कई सुविधाएं बंद हो जाएंगी। अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक रूस ने यह हथियार अमेरिका के सैटेलाइट नेटवर्क को खत्म करने के लिए डिजाइन किया है। हालांकि रूसी उप-विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने अंतरिक्ष में परमाणु हथियार तैनात करने की अमेरिकी रिपोर्टों का खंडन किया है। साथ ही इसे मनगढ़ंत कहानी बताया है।
हम भारत और पाकिस्तान के बीच ‘‘सार्थक और शांतिपूर्ण सबंध’’ चाहता है अमेरिका
8 Mar, 2024 10:32 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन । अमेरिका ने कहा है कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच ‘‘सार्थक और शांतिपूर्ण सबंध’’ देखना चाहता है, लेकिन यह भी स्पष्ट करना चाहता है कि बातचीत का तरीका, दायरा और प्रकृति दोनों पड़ोसी देशों को तय करना है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने यह टिप्पणी भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पाकिस्तान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को दूसरी बार पद की शपथ लेने पर दी गई बधाई के संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में की।
मिलर ने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर हम प्रधानमंत्री के बयान का स्वागत करता है। अमेरिका, भारत और पाकिस्तान के संबंध को महत्व देता है और चाहता है कि यह संबध सार्थक और शांतिपूर्ण हो।’’ एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘हम भारत और पाकिस्तान के बीच सार्थक और शांतिपूर्ण बातचीत का स्वागत करेंगे, लेकिन किसी भी बातचीत की गति, दायरा और प्रकृति भारत और पाकिस्तान को तय करना होगा।’’
हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक मीडिया टाइकून को राजद्रोह की सजा
8 Mar, 2024 09:31 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हांगकांग । हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक मीडिया टाइकून को लोकतंत्र समर्थक नारों के लिए 40 महीने की जेल की सजा सुनाई है।
बता दें कि हांगकांग में लोकतंत्र के समर्थन में आवाज उठाई जा रही है और चीन के खिलाफ लंबे समय से विरोध प्रदर्शन भी किए जा रहे है। जिमी लाइ की गिरफ्तारी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत की गई थी।
जिमी लाइ की मीडिया कंपनी नेक्स्ट डिजिटल ने लोकतंत्र समर्थक समाचार पत्र एप्पल डेली प्रकाशित किया था। पिछले साल इसके शीर्ष अधिकारियों, संपादकों और पत्रकारों की गिरफ्तारी के बाद प्रकाशन को बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा। वहीं चीन ने जिमी को दंगा समर्थक करार दिया था और उनके समाचार पत्र पर नफरत और हांग कांग और चीन की सरकारों की आलोचना करने का आरोप लगया गया था। जिमी लाइ हांगकांग में चल रहे लोकतंत्र आंदोलन के पक्के समर्थक माने जाते हैं।
वर्ष 2019 में हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक आंदोलन के तहत व्यापक स्तर पर हुए विरोध प्रदर्शन के बाद बीजिंग द्वारा लगाए गए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत जिमी लाइ की गिरफ्तारी हुई थी।
टर्किश रेड क्रिसेंट ने अब तक का सबसे बड़ा सहायता शिपमेंट गाजा भेजा
8 Mar, 2024 08:26 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अंकारा । तुर्की के किज़िले (रेड क्रिसेंट) ने मिस्र के रास्ते गाजा को अपना अब तक का सबसे बड़ा सहायता शिपमेंट भेजा है, जिसमें लगभग 3,000 टन भोजन, दवा और उपकरण लेकर एक जहाज मिस्र के अल-अरिश बंदरगाह के लिए रवाना हुआ है।
किज़िले के प्रमुख फातमा मेरिक यिलमाज़ ने प्रसारक सीएनएन तुर्क को बताया कि सहायता पहुंचाने के लिए जहाज मिस्र की दो यात्राएं करेगा, जो बड़े पैमाने पर दान के माध्यम से एकत्र की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके बाद इसे लगभग 200 ट्रकों में गाजा के सीमावर्ती शहर राफा में ले जाया जाएगा, जहां दस लाख से अधिक लोगों ने शरण ले रखी है। सहायता में आटा, स्वच्छता उत्पाद, खाने के लिए तैयार भोजन, एम्बुलेंस और पोर्टेबल रसोई शामिल हैं।
उन्होंने कहा, हमारे पास दूसरे जहाज को भी भरने के लिए लगभग पर्याप्त सहायता एकत्र हो गई है। एक बार जब जहाज यहां लौट आएगा, तो हम इसे फिर से भर देंगे और जहाज फिर से रमजान के मध्य में 26 तारीख (मार्च) के आसपास जाएगा।
तुर्की पहले ही गाजा को डिलीवरी के लिए मिस्र को हजारों टन की सहायता भेज चुका है।
चीन में मैग्लेव ट्रेन का सफल टेस्ट, 623 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ी ट्रेन
7 Mar, 2024 05:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बीजिंग । चीन ने अब मैग्नेटिकली लैविटेटेड यानी मैग्लेव ट्रेन का सफल परीक्षण किया है। चाइना एयरोस्पेस साइंस एंड इंडस्ट्रीज कारपोरेशन के मुताबिक पिछले साल अक्टूबर माह में उन्होंने मैग्लेव ट्रेन का टेस्ट लिया था। इस दौरान इसकी स्पीड 623 किलोमीटर प्रति घंटा मापी गई थी। अब तक की सबसे तेज ट्रेन की रफ्तार का नया रिकॉर्ड अपने नाम किया है। उनका कहना है कि अब वह इस गति को 3 गुना ज्यादा बढ़ाने में लगे हुए हैं। चीन का सपना मैग्लेव ट्रेनों को हवाई जहाज की गति से भी तेज चलाने का है। इससे पहले सुपरकंडक्टिंग मैग्लेव तकनीक का 380 मीटर ट्रैक पर परीक्षण किया गया था। इस दौरान इसकी गति 145 मील प्रति घंटे यानी 234 किलोमीटर प्रति घंटे मापी गई थी। रिपोर्ट के मुताबिक सीएएसआईसी ने अपने अगले चरण में ट्रेन की स्पीड को 621 मील प्रति घंटे यानी 1,000 किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ाने का प्लान बनाया है। बता दें कि मैग्लेव ट्रेन इलेक्ट्रोमैग्नेटिक ऊर्जा की वजह से पटरी से कोई 10 मिलीमीटर ऊपर हवा में चलती हैं। रफ्तार को बढ़ाने के लिए ट्रेन को खास तरह से डिजाइन लो-वैक्यूम ट्यूब से गुजारा जाता है। सीएएसआईसी ने कहा है कि इस टेस्ट से साबित हो गया है कि व्हीकल ट्यूब और ट्रैक अच्छी तरह से एक साथ काम कर सकते हैं, जिससे भारी मैग्लेव व्हीकल लगातार ऊपर उठे रहते हैं।
13 साल की लडकी को लगी सर्जरी की लत, पढाई भी छोड दी, कराई 100 सर्जरी
7 Mar, 2024 04:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंदन। चीन के जेजियांग प्रांत की रहने वाली झाउ चुना नाम की लड़की को 13 साल की उम्र में ही प्लास्टिक सर्जरी का ख्याल आ गया था। वो एक इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ती थी और अपनी सूरत को लेकर उसे कॉम्प्लेक्स रहता था।
चूंकि उसकी मां काफी सुंदर थी, ऐसे में लड़की खुद को कमतर मानने लगी। ऐसे में उसने अपनी मां से इज़ाजत लेकर अपनी पलकों की सर्जरी कराई। इसके बाद से तो उसे सर्जरी की लत लग गई और अपनी पसंदीदा चाइनीज़ हिरोइन की तरह दिखने के लिए उसने धड़ाधड़ सर्जरी करानी शुरू कर दी। आपको जानकर हैरानी होगी कि लड़की ने सर्जरी के चक्कर में अपना स्कूल तक छोड़ दिया। उसने अब तक 100 सर्जरी कराई हैं और इसमें से कुछ तो ऐसी हैं, जिसमें काफी दर्द भी होता है। वो बताती है कि इससे उसे डर भी लगता था लेकिन वो सुंदर दिखना चाहती है।
हालात ये हो गए कि माता-पिता ने भी बेटी को पहचानने से इनकार कर दिया। उसे अपने माता-पिता के 4.6 करोड़ रुपये से ज्यादा पैसे सर्जरी में फूंक डाले। आखिरकार डॉक्टरों ने बताया कि अगर वो एक और सर्जरी कराएगी कि तो बात उनकी जान पर बन आएगी, तब जाकर लड़की ने ये सनक छोड़ी है। बता दें कि दुनिया में तरह-तरह के लोग होते हैं। कुछ लोगों को सब कुछ नेचुरल यानि कुदरत का दिया हुआ ही पसंद होता है तो कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिन्हें भगवान की दी हुई सूरत तक पसंद नहीं होती है। ऐसे लोग उसे भी बदलने के लिए मेडिकल साइंस का सहारा लेते हैं।
सीएम मनोहर लाल आज देंगे 3385 करोड़ की सौगात
7 Mar, 2024 03:50 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चंडीगढ़। हरियाणा के लोगों को आज 656 नई परियोजनाएं मिलेंगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल पंचकूला से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से 386 परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे, जबकि 270 परियोजनाओं का शिलान्यास होगा। इन परियोजनाओं पर 3385 करोड़ रुपये खर्च होंगे।पंचकूला में राज्य स्तरीय कार्यक्रम के अलावा जिला स्तर पर भी परियोजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिनमें स्थानीय सांसद-विधायक मौजूद रहेंगे। सबसे ज्यादा परियोजनाएं सीएम सिटी करनाल को मिली हैं और इसके बाद सिरसा व महेंद्रगढ़ को। फरीदाबाद और पलवल के हिस्से में सबसे कम परियोजनाएं आई हैं।डेढ़ दर्जन से अधिक सरकारी विभागों से जुड़ी इन परियोजनाओं से आमजन को काफी फायदा होगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पूरे राज्य को एक इकाई मानकर समान विकास किया है। इस बार के बजट में भी इनमें से कई परियोजनाओं का प्रविधान है। विकास की यह गति इसी तरह से जारी रहेगी।
प्लॉट बेचने के नाम पर शख्स से 84 लाख रुपये की धोखाधड़ी
7 Mar, 2024 03:43 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गुरुग्राम। डीएलएफ फेस तीन निवासी एक व्यक्ति के साथ प्लॉट बेचने के नाम पर 84 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई। आरोपितों ने डीएलएफ द्वारा आवंटित किए गए प्लॉट को पीड़ित व्यक्ति को बेच दिया और कब्जा भी दे दिया।चारदीवारी बनाने के बाद व्यक्ति को कोर्ट से आए नोटिस में यह जानकारी मिली कि आरोपितों ने पहले ही यह प्लॉट किसी दूसरे को बेच दिया था। पुलिस आयुक्त से शिकायत के बाद बुधवार को थाने में केस दर्ज किया गया।डीएलएफ फेस तीन निवासी ईश्वर यादव ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उन्होंने दिल्ली के रणजीत नगर निवासी सुदेश खन्ना व उनके बेटे तुषार खन्ना से यह प्लॉट जून 2023 में खरीदा था। तब आरोपितों ने कहा था कि उन्हें यह प्लॉट डीएलएफ ने 1991 में अलाट किया था।इसके कागज इनके पास नहीं थे। क्योंकि प्लॉट खाली था और किसी के नाम पर म्यूटेशन नहीं था तो डीएलएफ से दोबारा इसके कागजात तुषार खन्ना के नाम पर कर दिए गए। ईश्वर ने 2023 में प्लॉट खरीदने से पहले डीएलएफ से भी पूछताछ की और तसल्ली के बाद उन्होंने 84 लाख रुपये में प्लॉट खरीद लिया।
तीसरे विश्व यूद्ध की आहट: अमेरिका रूस पर कर सकता है हमला
7 Mar, 2024 11:21 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मॉस्को। रूसी रक्षा मंत्रालय का दावा है कि अमेरिका अपने सहयोगी देशों का एक सैन्य गठबंधन बनाकर रूस पर हमला कर सकता है। अमेरिका के नेतृत्व में जॉइंट ऑपरेशनल फोर्स रूस के अहम सैन्य ठिकानों पर ग्लोबल स्ट्राइक कर सकते हैं। अमेरिकी और पश्चिमी देशों के हमले में फाइटर जेट और अलग-अलग तरह की मिसाइलों के साथ रूस पर अचानक और ज़ोरदार हमला होगा। पश्चिमी सैन्य गठबंधन का लक्ष्य एक साथ किए गए हमले में रूसी ठिकानों को तबाह करने का होगा। रूस के रक्षा मंत्रालय ने एक ऐसा खुलासा किया है, जिससे पूरी दुनिया में सनसनी मच गई है। रूसी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक़ दो साल से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध में जल्द ही सबसे खतरनाक मोड़ आने वाला है।
रूस-यूक्रेन युद्ध में पश्चिमी देशों के हरसंभव मदद के बावजूद यूक्रेन पीछे हटने को मजबूर है। रूस को रोकने के लिए नाटो सहयोगियों की तरफ से अलग-अलग तरह के प्रस्ताव दिए जा रहे हैं। फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां ने नाटो सैनिकों को यूक्रेन भेजने का प्रस्ताव दिया था। जर्मनी के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के हाल में लीक हुए आडियो के मुताबिक़ क्रीमिया पुल को उड़ाने के लिए जर्मनी में रणनीति बनाई जा रही थी। रूस का मानना है कि लगातार हो रही पराजय से अमेरिका एवं पश्चिमी देशों में बैचेनी है और ऐसे में एक सैन्य गठबंधन के नाम पर अमेरिका अपने कुछ सहयोगी देशों के साथ मिलकर रूस पर स्ट्राइक कर सकता है। अमेरिका और पश्चिमी देशों के इस सैन्य रणनीति का खुलासा रूसी रक्षा मंत्रालय ने अपने आधिकारिक पत्रिका में किया है। रूसी रक्षा मामलों के जानकारों के मुताबिक़ रूस और नाटो की सीधी जंग से पहले इस तरह का एक बड़ा और सरप्राइज़ हमला होने की बहुत अधिक संभावना है। अमेरिका के नेतृत्व में ज्वाइंट ऑपरेशनल फ़ोर्स बनाने की बात लगभग वैसी ही है जैसा कि मध्य-पूर्व में हूती विद्रोहियों से निपटने के लिए अमेरिका और सहयोगी देशों ने ओपरेशन गार्जियन बनाया है। जानकारों का मानना है कि इस तरह का गठबंधन अमेरिका या पश्चिमी देशों को यूक्रेन जंग में सीधी एंट्री का मौका भी दे देगी और नाटो के सभी देशों को इस युद्ध में शामिल होने की बाध्यता भी नहीं होगी।
चीन 60 करोड़ कैमरों से करेगा नागरिकों की जासूसी
7 Mar, 2024 10:18 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बीजिंग। चीन की सबसे खास बात ये है वहां सरकार के खिलाफ बोलने की अनुमति नहीं है। सरकार ने जो कानून लागू किया है उसे चुपचाप मानना ही पड़ेगा। इसलिए कहा जाता है कि चीन में लोकतंत्र नहीं है। राष्ट्रपति शी जिनपिंग को हमेशा कुर्सी जाने का डर सताता है। इसलिए वे अपने अफसरों और नागरिकों की जासूसी कराने में ज्यादा विश्वास करते हैं। अब चांद से अपने नागरिकों की जासूसी की योजना तैयार की गई है। इसके लिए 60 करोड़ कैमरे लगाए जाएंगी।
चीन चंद्रमा से अपने लोगों की निगरानी की योजना बना रहा है। सर्विलांस का ये मून मिशन चीन की सत्ता को अगले पचास साल तक बनाए रखने के लिए किया जा रहा है। चीन का मून मिशन चांग-ई 2007 से चल रहा है और अब चीन ने मून मिशन का दायरा बढ़ा दिया है। मिली जानकारी के अनुसार, चीन के नागरिकों की अब चांद से जासूसी की जाएगी। इसके साथ ही ड्रैगन अपने दुश्मन देशों पर भी यहां से नजर रख सकता है। चीन पहले भी अपने नागरिकों की जासूसी करता था।चीन की राष्ट्रीय निगरानी प्रणाली “स्काईनेट प्रोजेक्ट के तहत देशभर में सार्वजनिक स्थानों पर 20 करोड़ से अधिक कैमरे तैनात हैं, जोकि ‘लाइव निगरानी और रिकॉर्डिंग’ करते हैं। यह दुनिया का सबसे बड़ा निगरानी नेटवर्क है, इसे चीन की रक्षा करने वाली आंखें” कहा जाता है।
चीन के राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन के वैज्ञानिकों ने कहा कि स्काईनेट को चंद्रमा पर ले जाने की चीन की योजना उसके प्रस्तावित अंतर्राष्ट्रीय चंद्र अनुसंधान स्टेशन की दीर्घकालिक स्थिरता और सुरक्षा सुनिश्चित करने की इच्छा से उभरी है। चांद पर चीन का बेस डिज़नीलैंड से भी बड़ा है, जोकि 3.7 मील में फैला है और इसमें एक कमांड सेंटर, एक पावर स्टेशन, एक संचार केंद्र, वैज्ञानिक सुविधाएं और रोबोटों का एक बेड़ा शामिल है. इसके पास रिमोट सेंसिंग, नेविगेशन और संचार के लिए अपने स्वयं के उपग्रह भी होंगे। चीन की तरफ से कहा गया है कि स्काईनेट प्रणाली एक प्राचीन चीनी कहावत में निहित है, जो सर्वव्यापी न्याय के सिद्धांत का प्रतीक है. इसमें कहा गया है कि कानून सर्वदर्शी है और गलत काम करने वालों को अंततः प्रतिशोध का सामना करना पड़ेगा। चीन की तरफ से कहा जाता है कि यह अपराधियों पर नजर रखने के लिए है, लेकिन शी जिनपिंग इसका उपयोग अपने खिलाफ उठने वाली आवाज को दबाने और अपने दुश्मनों पर नजर रखने के लिए करते हैं। चीन ने इस प्रोग्राम का नाम स्काईनेट दिया है और यह एआई-संचालित चिप्स से लैस होंगे। स्काईनेट में 60 करोड़ से अधिक कैमरों को यूज किया जाएगा। बताया जा रहा है कि हर व्यस्क चीनी नागरिक की निगरानी के लिए कम से कम दो कैमरे होंगे और यह देश के हर कोने को कवर करेगा। ये कैमरे (जिनमें से प्रत्येक का वजन केवल 100 ग्राम) एआई-संचालित चिप्स से लैस होंगे जो “संदिग्ध लक्ष्यों की स्वतंत्र रूप से पहचान करेंगे और उसको टॉरगेट करेंगे। बताया गया है कि कुछ भी संदिग्ध होने पर सिस्टम तुरंत अलार्म सिग्नल भेजा और उचित प्रतिक्रिया उपाय शुरू करेगा। हालांकि यह नहीं बताया गया है कि यह उपाय क्या होंगे।
यूरोप में फैल रही पैरेट फीवर नाम की जानलेवा बीमारी
7 Mar, 2024 09:17 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
नई दिल्ली। यूरोप के कई देशों में एक जानलेवा बीमारी फैल रही है। वल्र्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने इस बीमारी को पैरेट फीवर नाम दिया है। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि ये बेहद खतरनाक है। इससे अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक पैरेट फीवर पक्षियों में पाए जाने वाले एक बैक्टीरिया की वजह से फैल रहा है। अगर इस बैक्टीरिया से संक्रमित पक्षी किसी इंसान को काट लेता है या उसके संपर्क में आता है तो वो शख्स बीमार पड़ जाता है। हालांकि यह बीमारी संक्रमित जानवरों को खाने से नहीं फैलती है।
अमेरिकी मीडिया ने अपनी रिपोर्ट में डब्ल्यूएचओ के हवाले से लिखा है कि पैरेट फीवर को सिटाकोसिस के नाम से भी जाना जाता है। इसने यूरोपीय देशों में रहने वाले लोगों को बुरी तरह प्रभावित किया है। साल 2023 की शुरुआत में भी इस बीमारी से लोग संक्रमित हुए थे, लेकिन अब इससे लोगों की जान जाने लगी है।
डब्ल्यूएचओ के अनुसार ऑस्ट्रिया में 2023 में 14 मामलों की पुष्टि हुई थी, लेकिन इस साल अब तक मार्च में ही 4 मामले सामने आ चुके हैं। कुल मामले 18 हो गए। वहीं, डेनमार्क में 27 फरवरी तक 23 मामलों की पुष्टि हुई थी। जर्मनी में 2023 में 14 मामले सामने आए थे। इस साल अब तक 5 मामले सामने आए हैं। कुल 19 मामले हो गए हैं। अब तक 3 देशों में कुल 60 लोग पैरेट फीवर से संक्रमित पाए गए हैं। नीदरलैंड में भी 21 मामले सामने आए हैं। डब्ल्यूएचओ क ने कहा कि हाल ही मिले अधिकांश मामले पालतू या जंगली पक्षियों के संपर्क में आने से सामने आए हैं।
कई रिसर्च में सामने आया है कि जलवायु परिवर्तन से बीमारियां फैल रही हैं। निचली और गर्म जगहों पर रहने वाले जानवर बढ़ते तापमान को झेल नहीं पा रहे हैं इसलिए ऊंची और ठंडी जगहों की तरफ माइग्रेट हो रहे हैं। इनके साथ बीमारियां भी उन इलाकों तक पहुंच रही हैं, जहां पहले नहीं थीं। इंसानों ने डेवलपमेंट के नाम पर जंगलों को काटकर यहां घर और इंडस्ट्रीज बना लीं। इस कारण हमारा जानवरों, मच्छरों, बैक्टीरिया, फंगस से संपर्क बढ़ गया है। दूसरी तरफ ये सभी जीव-जंतु खुद को बदलती क्लाइमेट कंडीशन्स के अनुकूल बना रहे हैं और हमारे वातावरण में ही रह रहे हैं। इनसे कई बीमारियां फैल रही हैं, जो हमारे जीवन के लिए खतरनाक हैं। इंसान अपने जीवन के लिए कई जीवों पर निर्भर करते हैं। वो सर्वाइवल के लिए इन्हें खा लेते हैं। इससे होता ये है कि इंसान इन जीवों में पनपने वाले बैक्टीरिया या इनसे फैलने वाली बीमारियों के डायरेक्ट कॉन्टैक्ट में आ जाते हैं। इधर, बढ़ते तापमान का दंश झेलने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। हर साल करीब 2 करोड़ लोग जलवायु परिवर्तन के चलते विस्थापित होते हैं। ये सभी फैक्टर्स बीमारियों के फैलने के लिए उपयुक्त परिस्थितियां बना रहे हैं। पहले खत्म हुई और नई बीमारियां दोनों ही बढ़ती जा रही हैं। इससे डेथ रेट बढ़ रहे हैं। ऐसे में रिसर्चर्स इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि क्लाइमेट चेंज हमारी उम्र पर भी असर डाल रहा है। वल्र्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक, मौसम में होने बदलावों का असर तेजी से इंसानों के जीवन पर हो रहा है। 2030 से 2050 तक केवल मलेरिया या दूषित पानी से होने वाली बीमारियों से ढाई लाख मौतें हो सकती हैं।
भारतवंशी निक्की 14 राज्यों में हारीं
7 Mar, 2024 08:16 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वॉशिंगटन। अमेरिका में नवंबर 2024 में प्रेसिडेंशियल इलेक्शन यानी राष्ट्रपति चुनाव होने वाला है। इसके पहले डेमोक्रैट और रिपब्लिकन पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवारों का चुनाव कर रही हैं। तस्वीर निक्की हेली और ट्रम्प की है। अमेरिका में राष्ट्रपति कैंडिडेट चुनाव चल रहा है। इस इलेक्शन प्रोसेस में एक शब्द इस्तेमाल किया जाता है- सुपर ट्यूजडे। इसमें भारतीय समयानुसार आज 15 राज्यों में वोटिंग हुई। रिपब्लिकन पार्टी से डोनाल्ड ट्रम्प ने 14 राज्यों में जीत हासिल कर भारतवंशी निक्की हेली को हराया है। वहीं, डेमोक्रेटिक पार्टी से बाइडेन सभी 15 राज्यों में जीते हैं। इधर, बाइडेन का कहना है कि अगर ट्रम्प जीते तो वो अमेरिका को अंधकार और हिंसा में धकेल देंगे।
दिनदहाड़े रिटायर्ड कर्नल के परिवार पर बदमाशों ने किया हमला
6 Mar, 2024 05:54 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पंचकूला में दिनदहाड़े हत्या का मामला सामने आया है। पंचकूला के सेक्टर 2 में घर में घुसकर एक रिटायर्ड कर्नल के पिरवार पर तीन अज्ञातों ने जानलेवा हमला कर दिया।हमलावरों ने तेजधार हथियारों से वार किया। हमले में रिटायर्ड कर्नल राज कृष्ण शर्मा की पत्नी सुशीला शर्मा की मौत हो गई। वहीं रिटायर्ड कर्नल आरके शर्मा की हालत भी बेहद गंभीर बताई जा रही है।पंचकूला के निजी अस्पताल में इलाज जारी है। हमलावरों ने घर में काम कर रही नौकरानी संतोष पर भी तेजधार हथियार से हमला किया। हमले में नौकरानी भी गंभीर रूप से घायल हो गई। घटना के बाद मौके पर पंचकूला पुलिस के आला अधिकारी मौजूद रहे। पुलिस आगे की कार्रवाई शुरू कर जांच में जुट गई है।
बंद घर से लाखों के आभूषण व नकदी चोरी
6 Mar, 2024 05:39 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरियाणा । सोनीपत के ककरोई रोड स्थित श्याम नगर में चोर बंद घर के ताले तोडक़र लाखों रुपये के आभूषण और 75 हजार रुपये की नकदी चोरी कर ले गए। पीड़ित परिवार जब वापस लौटा तो चोरी का पता लगा। जिस पर पुलिस को अवगत कराया गया। सिटी थाना पुलिस ने चोरी का मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस क्षेत्र में लगे सीसीटीवी खंगाल रही है।श्याम नगर निवासी दिलबाग सिंह ने बताया कि उनके भाई सुरेंद्र सिंह सेक्टर-23 में रहते है। वह अपने घर पर ताला लगाकर 4 मार्च को अपने परिवार साथ अपने भाई के घर पर गए थे। जब वह 5 मार्च को वापस लौटे तो देखा कि बाहर व अंदर दोनों स्थानों पर गेट के ताले टूटे थे। जब उन्होंने अंदर जाकर देखा तो सामान बिखरा मिला।उन्होंने अलमारी की जांच की तो उसमें से 75 हजार रुपये की नकदी, सोने की चेन, हार, तीन अंगूठी, कानों की बालियां, मंगलसूत्र, चांदी का हथफूल, दो जोड़ी पाजेब व दो जोड़ी चुटकी चोरी मिले। उन्होंने अपने स्तर पर जांच के बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण करने के बाद चोरी का मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस टीम क्षेत्र में लगे सीसीटीवी खंगाल रही हैं।