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राष्ट्रपति मुर्मू ने मॉरिशस के पीएम जुगनौथ से की मुलाकात
12 Mar, 2024 11:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मॉरिशस के दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने मॉरिशस के प्रधानमंत्री जुगनौथ से मुलाकात की। राष्ट्रपति के साथ मुलाकात के दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की गई। दोनों नेताओं ने भारत और मॉरीशस के बीच ऐतिहासिक और गहरी साझेदारी को और गति प्रदान करने के तरीकों पर बात की। मुलाकात के दौरान, राष्ट्रपति ने उन्हें रूपे कार्ड उपहार में दिया, जिसे हाल ही में मॉरीशस में लॉन्च किया गया है।
विदेश मंत्रालय ने किया ट्वीट
गौरतलब है कि, मुर्मू तीन दिवसीय राजकीय यात्रा पर यहां पहुंचीं हैं। इस दौरान वह मंगलवार को मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगी। एक्स पर पोस्ट करते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत-मॉरीशस साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और मॉरीशस के पीएम कुमार जुगनौथ ने टी-टी बैठक की। बता दें, इससे पहले राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने मॉरीशस समकक्ष पृथ्वीराज सिंह रूपुन से मुलाकात की। भारत और मॉरिशस के बीच दीर्घकालिक और बहुआयामी द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति मुर्मू और प्रधानमंत्री जुगनाथ संयुक्त रूप से मॉरीशस के साथ भारत की जीवंत विकास साझेदारी की बढ़ती और बहुमुखी प्रकृति को प्रदर्शित करने वाली चौदह भारत सहायता प्राप्त परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे।
पीएम मोदी ने पिछले माह शुरू की थी सेवा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने श्रीलंका के राष्ट्रपति रनिल विक्रमसिंघे और मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रवींद जगन्नाथ के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मॉरीशस और श्रीलंका में डिजिटल भुगतान कनेक्टिविटी का शुभारंभ किया था। दोनों देशों में यूपीआई सेवाओं का शुभारंभ करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हिंद महसागर क्षेत्र के तीनों देशों के लिए आज एक विशेष दिन है। हम अपने ऐतिहासिक संबंधों को आधुनिक डिजिटल तरीके से जोड़ रहे हैं। यह लोगों से किए गए विकास के वादों का एक सबूत है। फिनटेक कनेक्टिविटी से न केवल सीमा पार लेनदेन में मदद मिलेगा, बल्कि सीमा पार रिश्ते भी मजबूत होगा। यूपीआई के पास अब नई जिम्मेदारी है।
अजीत डोभाल ने बेंजामिन नेतन्याहू से की मुलाकात
12 Mar, 2024 11:18 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने आज भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात की। मुलाकाता के दौरान बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा पट्टी में चल रही लड़ाई की जानकारी अजीत डोभाल के साथ साझा की। दोनों देशों की ओर से बंधकों को रिहाई और मानवीय सहायता के मुद्दे पर भी चर्चा हुई।
इस मुलाकात की जानकारी इजरायल के प्रधानमंत्री की सोशल मीडिया हैंडल एक्स के जरिए दी गई। इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के निदेशक, प्रधानमंत्री के विदेश नीति सलाहकार और इजराइल में भारतीय राजदूत ने भी हिस्सा लिया।
युद्धविराम पर जोर दे रहा हमास
रमजान के महीने में हमास प्रमुख ने एक बार फिर गाजा में युद्धविराम की मांग पर जोर दिया है। हमास प्रमुख इस्माइल हानियेह ने रविवार को कहा कि हम गाजा में युद्धविराम के समझौते को पूरा करने के लिए इजरायल के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि गाजा में युद्धविमार को लेकर कई बार मध्यस्थता विफल रही है। मैं स्पष्ट रूप से कहता हूं कि गाजा में युद्धविराम के लिए किसी भी समझौते पर बात नहीं बनने के लिए इजरायल की जिम्मेदारी है, लेकिन इसके बावजूद हम युद्धविराम पर बातचीत जारी रखने के लिए तैयार हैं।
गाजा में रमजान का महीना, भूखे कर रहे रोजे
गाजा में रमजान के पवित्र महीने की शुरुआत हो चुकी है और भूखे-बेघर फलस्तीनियों ने बमबारी और गोलाबारी के बीच रोजे शुरू कर दिए हैं। पांच महीने से जारी युद्ध को रुकवाने के लिए वार्ता चल रही है लेकिन उसके सफल होने के आसार बहुत कम हैं।
ध्वस्त हो चुकी इमारतों के बीच खाली जगह तलाशकर वहां नमाज पढ़ी जा रही है और साथ मिलकर रोजे खोले जा रहे हैं। कई स्थानों पर मुश्किलों के बीच बच्चों के नाचने-गाने की आवाज सुनाई दे रही हैं तो लाउडस्पीकरों पर अजान भी गूंज रही है। इन लोगों के लिए महज पांच महीनों में बदले हालात दुस्वप्न सरीखे हैं। सात अक्टूबर, 2023 को हमास की हरकत के बाद हुए इजरायली हमलों ने सब कुछ बदलकर रख दिया है।
चीन में कोयला खदान दुर्घटना में पिछले 24 घंटों में 12 लोगों की हुई मौत
12 Mar, 2024 11:03 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
चीन में कोयला खदान दुर्घटना मामले थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। पिछले 24 घंटों में चीन में दो अलग-अलग कोयला खदान दुर्घटनाओं में 12 लोगों की मौत हो गई है। सरकारी प्रसारक सीसीटीवी ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि शांक्सी प्रांत के झोंगयांग काउंटी में एक कंपनी के स्वामित्व वाला भूमिगत कोयला बंकर सोमवार आधी रात ढह गया, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई और दो लापता हो गए।
बचाव अभियान कार्य जारी है और मलबे से मजदूरों को निकाला जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, बंकर का स्वामित्व ताओयुआन जिनलॉन्ग कोल इंडस्ट्री कंपनी लिमिटेड के पास है।
कोयला खदान दुर्घटनाओं से हुई कई मौत
शांक्सी में यह घातक दुर्घटना उसके खनन सुरक्षा नियामक द्वारा पिछले महीने एक नोटिस जारी करने के बाद हुई है। चीन के शीर्ष उत्पादक कोयला खदान क्षेत्र में 2023 में मौतों में वृद्धि देखी गई। सीसीटीवी की सोमवार देर शाम की रिपोर्ट के अनुसार, चीन के पूर्वी अनहुई प्रांत में हुइहे एनर्जी की कोयला खदान में गैस विस्फोट के बाद अलग से सात लोग मृत पाए गए और दो लापता पाए गए।
2023 में, चीन में घातक कोयला खदान दुर्घटनाओं के मद्देनजर खान सुरक्षा प्रशासन को मौजूदा कानून में सुधार करना पड़ा। चीन में घातक कोयला खदान दुर्घटना कोई नई बात नहीं है। इससे पहले, पिछले महीने, मध्य चीन के पिंगडिंगशान में एक दुर्घटना में 10 लोगों की मौत हो गई, जिसके बाद स्थानीय अधिकारियों को सुरक्षा जांच करनी पड़ी।
निजी पार्टी में गोलीबारी...... तीन लोगों की मौत
11 Mar, 2024 05:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
अर्कंसां । अमेरिका के आर्कंसा राज्य में निजी पार्टी के दौरान गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हुई और कई अन्य लोग घायल हो गए हैं। जोन्सबोरो पुलिस ने बताया कि जब अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे तब कई पीड़ित घायल अवस्था में मिले, जिन्हें गोलियां लगी थीं। हमलावर के परिचित एक पुरुष और एक महिला की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि घटना में हमलावर की भी मौत हो गई। एक अन्य महिला घायल हुई है जो हमलावर की परिचित है।
पुलिस ने बताया कि घटना में तीन अन्य लोग भी घायल हुए हैं जिनका हमलावर से कोई संबंध नहीं है। गोलीबारी में घायल एक अन्य व्यक्ति को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
छोटा निजी विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से 5 की मौत
11 Mar, 2024 04:15 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन । अमेरिका में ग्रामीण वर्जीनिया में एक छोटे हवाई अड्डे के पास एक छोटा निजी विमान दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद जल गया, जिससे उसमें सवार सभी पांच लोगों की मौत हो गई। वर्जीनिया पुलिस ने बताया कि दोहरे इंजन वाला आईएआई एस्ट्रा 1125’ दुर्घनाग्रस्त होकर ‘हॉट स्प्रिंग्स’ में हवाई अड्डे की सड़क के पास पेड़ों के बीच गिर गया, जिससे एक बच्चे और पायलट सहित चार वयस्कों की मौत हो गई। पुलिस और अन्य आपातकर्मी दोपहर लगभग तीन बजे हुए इस हादसे के बाद बाथ काउंटी में दुर्घटनास्थल पर पहुंचे। राज्य पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि विमान के दुर्घटनाग्रस्त होकर गिरते ही उसमें आग लग गई।
प्रेमिका की हत्या के मामले में आया अजीब ट्वीस्ट,प्रेमी बोला- मुझे याद नहीं
11 Mar, 2024 11:33 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
टेक्सास। टेक्सास का रहने वाला 36 वर्षीय जॉन पॉलोस ने बताया कि बगल के बिस्तर पर अपनी प्रेमिका 23 वर्षीय वेलेंटीना ट्रैस्पलासियोस के गले में एक पट्टी (नेक बेल्ट) लगी थी, कपल ने इसे सेक्स टॉय के रूप में इस्तेमाल किया था। उसके बाद का उसे कुछ याद नहीं आ रहा था। दरअसल, ट्रेस्पलासिओस को जनवरी 2023 में मृत पाया गया था। पॉलोस ने अदालत को बताया, ‘मैंने वेलेंटीना को जगाने की कोशिश की, लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया। जब मैंने शुरू में उसे देखा, तो मुझे तुरंत पता चल गया कि कुछ गड़बड़ है। वह पीली पड़ गई थी। मैं पूरी तरह से टूट गया, यही एक लड़की थी जिससे मैं प्यार करता था और वह इस दुनिया में नहीं रही।’
अमेरिका के दक्षिणी राज्य टेक्सास के कोर्ट में हत्या का अजीबोगरीब मामला सामने आया है। दरअसल, प्रेमिका की हत्या के आरोपी ने कोलंबिया की राजधानी बोगोटा की एक अदालत को बताया कि प्रेमिका के शव को सूटकेस में भरकर कूड़ेदान में फेंकने की बात याद है, लेकिन नशीली दवाओं के नशे में उसका गला घोंटने की बात उसे याद नहीं है।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोर्ट को बताया, ‘वे दोनों 2022 में एक डेटिंग ऐप पर मिले थे। उनका रोमांस नौ महीने रहा, वह ट्रेस्पलासियोस से मिलने और उससे शादी करने के लिए कोलंबिया गया था। मैं उससे प्यार करता था, ऐसे में उस व्यक्ति की हत्या करने की कल्पना कैसे कर सकते हैं, जिससे आप प्यार करते थे।’ प्रेमिका उससे 13 साल छोटी थी।
उसने बताया कि वह ट्रैस्पलासिओस के साथ ड्रग्स लिया था और इसे दूर करने के लिए शराब का इस्तेमाल पिया, लेकिन 22 जनवरी, 2023 को ड्रग्स लेने के बाद उसकी निर्णय क्षमता और याददाश्त दोनों को खराब हो गया। उसने कहा, ‘वेलेंटीना से मिलने से पहले मैंने कभी भी ड्रग्स नहीं लिया था। मैं बताता हूं क्या हुआ होगा? मैं नशीली दवाओं के प्रभाव में था, शराब के प्रभाव में था…, मैं उस समय पूरी तरह से सचेत नहीं था, और मुझे नहीं पता कि मैंने ऐसा किया, मुझे नहीं पता कि उसने ऐसा किया या नहीं।’उसने अपनी प्रेमिका के शव को ठिकाने लगाने और भागने की बात स्वीकार की, जिसके लिए उसने अपनी घबराई हुई स्थिति को जिम्मेदार ठहराया। बोगोटा के मुख्य हवाई अड्डे के पास एक बेघर व्यक्ति ने उसका शव देखा, जिसने पुलिस को इंफॉर्म किया। मिली जानकारी के अनुसार, शव परीक्षण में पाया गया कि ट्रेस्पलासियोस की मौत ‘मैकेनिकल एस्फिक्सिया’ या ‘गला घोंटने’ से हुई।
एक चौथाई सदी गुजरी और कितना इंतजार, यूएन में भारत की खरी-खरी
11 Mar, 2024 10:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
न्यूयॉर्क। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने न्यूयॉर्क में 78वें सेशन की अनौपचारिक बैठक में हिस्सा लिया। यहां उन्होंने अपने संबोधन में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आवश्यक सुधारों की तत्काल जरूरत पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि एक चौथाई सदी गुजर चुकी है और कितना इंतजार करना होगा।
न्यूयॉर्क में 78वें सेशन की अनौपचारिक बैठक में हिस्सा लेते हुए रुचिरा कंबोज ने कहा कि इन सुधारों पर एक दशक से ज्यादा समय से चर्चा ही चल रही है, लेकिन परिणाम नहीं निकला है। कंबोज ने अपने संबोधन में कहा कि करीब एक चौथाई सदी गुजर चुकी है, दुनिया और हमारी आने वाली पीढ़ियां अब और इंतजार नहीं कर सकतीं। उन्होंने सवाल किया कि उन्हें और कितना इंतज़ार करना होगा?
इसी के साथ कंबोज ने संयुक्त राष्ट्र में सुधारों की शुरुआत में विलंब होने पर सवाल उठाए और कहा कि वर्ष 2000 में मिलेनियम शिखर सम्मेलन में वर्ल्ड लीडर्स ने सिक्योरिटी काउंसिल के सभी पहलुओं में व्यापक सुधार लाने के प्रयासों को तेज करने का संकल्प लिया था। इसके साथ ही उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि आगामी वर्ष में संयुक्त राष्ट्र की 80वीं वर्षगांठ होने वाली है और सितंबर में एक महत्वपूर्ण शिखर सम्मेलन होने जा रहा है, ऐसे मौकों पर इन जरूरी सुधारों को पेश किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें अफ्रीका सहित युवा और भावी पीढ़ियों की आवाज पर गौर करते हुए सुधार को आगे बढ़ाना चाहिए, जहां ऐतिहासिक अन्याय में सुधार करने की मांग और भी मजबूत हो रही है।
कंबोज ने अधिक समावेशी दृष्टिकोण अपनाने का प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए, सुझाव दिया है कि यूएनएसी के विस्तार को केवल गैर-स्थायी सदस्यों तक सीमित करने से इसकी संरचना में असमानताएं बढ़ने का खतरा हो जाएगा। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि नए स्थायी सदस्यों को समीक्षा के दौरान निर्णय हो जाने तक वीटो का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
भारत के सुझावों का परिषद के स्थाई सदस्य यूनाइटेड किंगडम ने ट्वीट करते हुए समर्थन किया है। ब्रिटेन ने सोशल प्लेटफार्म में पोस्ट करते हुए कहा है कि सुरक्षा परिषद को वर्तमान दुनिया का अधिक प्रतिनिधि होना चाहिए। हम इसके विस्तार का समर्थन करते हैं और एक अधिक विविध, प्रभावी परिषद देखना चाहते हैं। ब्राजील, जर्मनी, भारत और जापान यानी जी4 देशों के पास स्थायी सीट्स होनी चाहिए और उनके लिए स्थायी प्रतिनिधित्व होना चाहिए।
मालदीव ने तुर्किये से खरीदे मिलिट्री ड्रोन्स
11 Mar, 2024 09:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
माले । भारत से तनाव के बीच मालदीव ने पहली बार तुर्किये से मिलिट्री ड्रोन खरीदे हैं। इनका इस्तेमाल समुद्री सीमा की सुरक्षा के लिए किया जाएगा। मालदीव की मीडिया अधाधू न्यूज के मुताबिक, ये ड्रोन्स 3 मार्च को मालदीव डिलिवर किए गए, जो फिलहाल नूनु माफारू इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर मौजूद हैं।
मालदीव की सरकार ने अब तक ड्रोन्स खरीदने को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। फ्लाइट रडार वेबसाइट के मुताबिक, एयरक्राफ्ट तुर्किये के टेकिडाग से मालदीव एयरपोर्ट पहुंचा था। टेकिडाग में तुर्किये की ड्रोन बनाने वाली कंपनी बायकर बेयरेकतार कंपनी का शिपमेंट सेंटर है। इसके बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि तुर्किये ने मालदीव को अपने टीबी2 ड्रोन सप्लाई किए हैं।
300 करोड़ बजट रखा
इससे पहले अधाधू ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि राष्ट्रपति मुइज्जू की सरकार ने ड्रोन खरीदने के लिए बजट में से 300 करोड़ से ज्यादा रुपए आवंटित किए हैं। मालदीव के रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि सरकार सडक़, समुद्र और हवाई रास्ते से देश की सुरक्षा में सेना की मदद के लिए आधुनिक उपकरण खरीद रही है।
चीन में अब एक नहीं तीन बच्चे ही अच्छे
11 Mar, 2024 08:30 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
बीजिंग । चीन की कम्युनिस्ट पार्टी 1980 के दशक में बनाई अपनी ही वन चाइल्ड पॉलिसी के नामोनिशान मिटाने में जुटी है। दशकों तक वहां लोगों को एक ही बच्चा पैदा करने के लिए मजबूर किया गया। दीवारों पर स्लोगन और जमकर एक बच्चा पैदा करने के लिए प्रचार किया गया। सख्त नियम बनाए गए। अब उन्हें मिटाया जा रहा है।
चीन वन चाइल्ड पॉलिसी से टू चाइल्ड पॉलिसी और अब थ्री चाइल्ड पॉलिसी की तरफ बढ़ रहा है। यानी अब लोगों को 3 बच्चे पैदा करने के लिए कहा जा रहा है। 2020 और 2024 की वुहान में परिवार नियोजन से जुड़ी कलाकृति देखिए, इसमें 2020 में सिर्फ एक बच्चे की कलाकृति अब इसमें 2 बच्चों को जोड़ दिया गया है।
लगातार दूसरे साल कम हुई आबादी
2023 में चीन की आबादी लगातार दूसरी बार कम हुई है। पिछले साल चीन के नेशनल बर्थ रेट में रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई। चीन में साल 2023 में 90 लाख बच्चे पैदा हुए, जबकि साल 2022 में वहां 95 लाख बच्चे पैदा हुए थे। नेशनल ब्यूरो स्टेटिस्टिक्स के मुताबिक चीन में साल 2022 में बर्थ रेट 6.67 प्रतिशत था, जो साल 2023 में घटकर 5.7 प्रतिशत रह गया। इसका मतलब यह हुआ कि चीन में जहां साल 2022 में कुल हजार लोगों पर 6.67 बच्चों को जन्म होता था वो 2023 में घटकर 6.39 रह गया।
क्या थी चीन की वन चाइल्ड पॉलिसी
चीन में माओ के शासन में वहां की जनसंख्या 54 करोड़ से बढक़र 94 करोड़ तक पहुंच गई थी। ऐसे में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने जनसंख्या नीति में बदलाव करने का फैसला किया। 1978 में सरकार ने एक प्रस्ताव पास किया। इसके तहत लोगों को एक बच्चा पैदा करने की बात के लिए कहा गया। चीन में बड़े स्तर पर कैंपेन चलाए गए। 1979 में वन-चाइल्ड पॉलिसी को लागू कर दी गई। इसे बढ़ावा देने के लिए अलग-अलग तरह के कदम उठाए गए। सिचुआन प्रांत में ऐसे कपल्स को अधिक राशन दिया जाता था, जो एक ही बच्चा पैदा करने की शपथ ले चुके हो। 1979 में जिनके पास बच्चा था, वैसे कपल्स को ‘सर्टिफिकेट ऑफ ऑनर’ दिया गया। 1982 में चीन ने इसे अपने संविधान में शामिल कर लिया। बर्थ कंट्रोल हर चीनी नागरिक की जिम्मेदारी कर दी गई। इसके बाद वन चाइल्ड पॉलिसी को आक्रामक होकर लागू किया गया। वन-चाइल्ड पॉलिसी का असर ये हुआ कि जिन कपल्स को लडक़ी होती थी, वे या तो उसे मार देते या कहीं दूर छोड़ आते। कई बच्चियों को देह व्यापार में धकेल दिया गया। इसके अलावा, चीन के सेक्स रेशियो में भी भयानक असमानता आई। अगर किसी कपल के एक से ज्यादा बच्चा होता सरकारी उन पर जुर्माना लगाती। जो जुर्माना नहीं दे पाते अधिकारी ऐसे बच्चों को अपने साथ ले जाते थे। एक से अधिक बच्चे पैदा करने पर नौकरी छीन ली जाती थी। कई मामलों में जेल भी भेज दिया जाता था। जबरन गर्भपतात और नसबंदी की व्यवस्था तो आम थी।
छात्र ने की बहस गुस्साए प्रोफेसर ने चला दी बंदूक
10 Mar, 2024 05:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ढाका । आपने सुना होगा कि शिक्षकों को छात्रों को पढ़ाते वक्त धैर्य से काम लेना चाहिए। उनकी ये ज़िम्मेदारी होती है कि वे इसतरह नागरिक बनाएं, जो न सिर्फ अपनी जिंदगी में आगे बढ़ें बल्कि अपने देश का नाम रोशन करें। हालांकि हम जिस शिक्षक के बारे में बात रहे हैं वे इससे बिल्कुल ही विपरीत है। टीचर की बातों से कई बार छात्र सहमत नहीं होते हैं। कई बार बहस भी कर लेते हैं, लेकिन शायद ही आपने सुना होगा कि कोई इसके बदले छात्र पर गोली चला दे। एक ऐसी ही घटना बांग्लादेश से सामने आई है। यहां पर क्लास में बैठा टीचर इतना ज्यादा उग्र हो गया कि बहस कर रहे छात्र पर सीधा बंदूक निकालकर गोली दाग थी।
ये घटना एक मेडिकल कॉलेज में घटी। रिपोर्ट के मुताबिक यहां 23 साल का एक लड़का अपनी ओरल परीक्षा दे रहा है। तभी कॉलेज के एक प्रोफेसर रेहान शरीफ से उसकी बहस होने लगी। टीचर का पारा इतना बढ़ की उसने सीधे बंदूक निकाली और छात्र पर गोली चला दी। ये गोली छात्र के दाहिने घुटने को टार्गेट करके मारी गई थी लेकिन गनीमत ये रही कि गोली जेब में मौजूद मोबाइल पर लग गई। हालांकि छात्र इतना जख्मी हुआ कि उस अस्पताल में भर्ती कराकर सर्जरी करनी पड़ी।
रिपोर्ट के मुताबिक टीचर ने गोली क्लास में मौजूद 45 छात्रों के बीच चलाई थी। इसकारण छात्र की मदद के लिए कुछ छात्र दौड़े, जबकि कुछ ने टीचर को कमरे में बंद कर दिया। पुलिस ने फिलहाल टीचर को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पता चला कि उसके पास से एक और बंदूक थी। टीचर के बैग में 81 गोलिया, 4 मैगजीन, 2 चाकू और 10 खंजर भी बरामद हुए हैं।
समुद्री कछुए का मांस खाने से आठ बच्चों सहित महिला की मौत
10 Mar, 2024 04:45 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पेम्बा । पेम्बा द्वीप पर समुद्री कछुए का मांस खाने से आठ बच्चों और एक महिला की मौत हुई और 78 अन्य लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया। जंजीबार के लोग समुद्री कछुए का मांस बड़े चाव से खाते हैं, जबकि इसकारण अक्सर खाद्य विषाक्तता के कारण मौत होने की घटनाएं सामने आती हैं।
मकोआनी जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. हाजी बाकरी ने बताया कि जहरीला भोजन करने से एक महिला की मौत हुई। उन्होंने बताया कि समुद्री कछुए का मांस खाने से जिन बच्चों की मौत हुई, उनमें इस महिला का भी एक बच्चा शामिल था। उन्होंने बताया कि इन लोगों ने कछुए का मांस खाया था। बाकरी ने बताया कि प्रयोगशाला में जांच से पुष्टि हुई है कि सभी लोगों ने समुद्री कछुए का मांस खाया था।
पूर्वी अफ्रीकी देश तंजानिया के अर्ध-स्वायत्त क्षेत्र जंजीबार के अधिकारियों ने आपदा प्रबंधन टीम भेजी, जिसने लोगों से समुद्री कछुओं का मांस नहीं खाने का आग्रह किया।
फ्लू से अमेरिका में अब तक 100 से अधिक बच्चों की मौत!
10 Mar, 2024 11:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लॉस एंजिल्स । अमेरिका में सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के आंकड़ों के अनुसार इस सीजन में अमेरिका में अब तक फ्लू से 100 से अधिक बच्चों की मौत हो गई है। एक रिपोर्ट के अनुसार देश के कुछ हिस्सों में मौसमी इन्फ्लूएंजा बढ़ा है। सीडीसी का अनुमान है कि इस सीज़न में अब तक फ्लू से कम से कम 28 मिलियन लोग बीमार भी हुए हैं। सीडीसी के अनुसार 2 मार्च को समाप्त नवीनतम सप्ताह में 10 हजार से अधिक रोगियों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
नीरव मोदी को ब्रिटिश अदालत का आदेश, बैंक ऑफ इंडिया को 8 मिलियन डॉलर चुकाये
10 Mar, 2024 10:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
लंदन । एक बड़े कानूनी घटनाक्रम में, लंदन में हाई कोर्ट ने ब्रिटेन की टेम्ससाइड जेल में बंद हीरा व्यापारी नीरव मोदी के खिलाफ एक सारांश निर्णय जारी किया, इसमें नीरव मोदी को भारत के बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) को 8 मिलियन डॉलर चुकाने का निर्देश दिया। यह निर्णय बैंक द्वारा मोदी की दुबई स्थित कंपनी, फायरस्टार डायमंड एफजेडई को दी गई ऋण सुविधा से संबंधित है।
रिपोर्ट के अनुसार अदालत का फैसला बैंक ऑफ इंडिया को दुबई इकाई से वसूली प्रक्रिया शुरू करने में सक्षम बनाता है, इसमें नीरव मोदी की वैश्विक संपत्तियों और परिसंपत्तियों की संभावित नीलामी भी शामिल है। बैरिस्टर टॉम बेस्ली और रॉयड्स विथी किंग के सॉलिसिटर मिलन कपाड़िया के नेतृत्व में बीओआई के प्रतिनिधियों ने सफलतापूर्वक तर्क दिया कि मोदी के पास कोई व्यवहार्य बचाव नहीं था, जिससे मुकदमे की आवश्यकता में बाधा उत्पन्न हुई। अदालत को बताया गया, नीरव मोदी ने दावे पर बचाव दायर किया है और उनके वकील को वर्तमान आवेदन की एक प्रति दी गई थी, लेकिन उन्होंने इसका जवाब नहीं दिया। 8 मिलियन डॉलर की राशि में मूलधन और अर्जित ब्याज दोनों शामिल हैं।
2018 में बैंक की पुनर्भुगतान की मांग के बाद, मोदी अपने वित्तीय दायित्वों को पूरा करने में विफल रहे, इसकारण उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हुई। दुबई में फायरस्टार डायमंड एफजेडई के स्थान को देखते हुए, यूके अदालत के सारांश निर्णय में उस क्षेत्राधिकार में प्रवर्तनीयता के लाभ हैं। इस बीच, अपने असफल प्रत्यर्पण मामले में अवैतनिक कानूनी बिलों का सामना कर रहे नीरव मोदी ने लंदन में बार्किंगसाइड मजिस्ट्रेट की अदालत को सूचित किया कि उनकी संपत्ति भारत सरकार द्वारा जब्त कर ली गई है, जिससे उन्हें धीरे-धीरे अपना बकाया चुकाने के लिए परिचितों से उधार लेना होगा।
जरदारी बने पाकिस्तान के 14वें राष्ट्रपति
10 Mar, 2024 09:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के नए राष्ट्रपति के तौर पर आसिफ अली जरदारी को चुन लिया गया है। पाकिस्तान के 14वें राष्ट्रपति के तौर पर जरदारी शपथ लेंगे। जरदारी को दोनों सदनों में बहुमत हासिल हुआ है, जबकि तीन प्रांतों में उन्हें भारी बहुमत हासिल है।
गौरतलब है कि पाक के 14वें राष्ट्रपति के तौर पर चुने गए जरदारी को करीब एक दशक तक जेल में रहना पड़ा था। दरअसल उनकी पत्नी और पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या के बाद उन्हें भ्रष्टाचार और हत्या के आरोप में 11 साल जेल में रहना पड़ा था। यह अलग बात है कि उन पर दोष सिद्ध नहीं हो सका और अब मौजूदा वक्त में जरदारी को राष्ट्रपति चुनाव में भारी बहुमत हासिल हुआ है और उन्होंने बहुत ही आसान जीत दर्ज की है। संसद के दोनों सदनों के साथ ही देश का चार में से तीन प्रांतों की विधानसभाओं में उन्हें बहुमत हासिल हुआ है। इस प्रकार जरदारी कुल 411 वोट हासिल कर राष्ट्रपति का चुनाव जीत गए हैं, वहीं उनके प्रतिद्वंद्वी महमूद अचकजई को महज 181 वोट से संतुष्ट होना पड़ा। इसे जरदारी का नया राजनीतिक जन्म बताया जा रहा है।
वैसे देखा जाए तो आसिफ अली जरदारी पाकिस्तान के दूसरी बार राष्ट्रपति बने हैं। इससे पहले जरदारी 2008 से 2013 के बीच 11वें राष्ट्रपति के तौर पर कार्य कर चुके थे। खास बात यह है कि जरदारी पाकिस्तान के ऐसे पहले राष्ट्रपति हो गए हैं जो कि लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित हुए।
राहत सामग्री में दबकर 5 की मौत
10 Mar, 2024 08:45 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
गाजा। गाजा में राहत सामग्री की डिलिवरी के दौरान हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई। एयरक्राफ्ट से गाजा पट्टी पर राहत सामग्री के बॉक्स गिराए गए, लेकिन कई बॉक्स के पैराशूट ही नहीं खुले। ये तेज रफ्तार से लोगों पर गिर गए। 10 लोग घायल भी हैं। हादसा 8 मार्च को अल-शती रिफ्यूजी कैंप के पास हुआ। यहां राहत सामग्री लेने के लिए हजारों की तादाद में लोग मौजूद थे। 7 अक्टूबर को शुरू हुई इजराइल-हमास जंग के बीच गाजा में लाखों फिलिस्तीनी भुखमरी का सामना कर रहे हैं। 30 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका और जॉर्डर एयरक्राफ्ट्स के जरिए फिलिस्तीनियों तक राहत सामग्री पहुंचा रहे हैं। हालांकि, हादसा किस की राहत सामग्री गिराते समय हुआ यह साफ नहीं हो पाया है।