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यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की का बड़ा बयान, पुतिन जल्द ही मर जाएंगे
27 Mar, 2025 03:12 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बड़ा बयान दिया है। जेलेंस्की ने दावा किया है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जल्द ही मर जाएंगे और इससे दोनों देशों के बीच के युद्ध का अंत हो जाएगा। द मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, पेरिस में एक इंटरव्यू के दौरान जेलेंस्की ने यह बयान दिया है। जेलेंस्की ने यह बयान ऐसे समय दिया है जब रूसी राष्ट्रपति पुतिन के स्वास्थ्य को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।
जेलेंस्की ने क्या कहा?
बुधवार को फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ बैठक के बाद जेलेंस्की ने मीडिया से बात करते हुए कहा, (पुतिन) जल्द ही मर जाएंगे, और यह एक तथ्य है फिर इस युद्ध का भी अंत हो जाएगा।' जेलेंस्की ने पुतिन की सेहत को लेकर टिप्पणी ऐसे वक्त में की है जब यूक्रेन और रूस ने ऊर्जा ठिकानों पर हमले 30 दिनों के लिए रोकने पर सहमति जताई है।
जेलेंस्की ने रूस पर लगाया आरोप
पेरिस में मीडिया से बात करते हुए यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रूस पर शांति के प्रयासों के बावजूद 'संघर्ष को लंबा खींचने' का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, 'रूस चाहता है कि यह युद्ध जारी रहे, वो इसे लंबा खींच रहा है। हमें रूस पर दबाव बनाने की जरूरत है ताकि युद्ध सच में समाप्त हो जाए।'
इस बीच यह भी बता दें कि, पिछले कई महीनों से रूसी राष्ट्रपति पुतिन के स्वास्थ्य को लेकर अफवाहों का बाजार गर्म है। रूसी नेता के लगातार खांसने और उनके हाथ-पैरों में झटके के वीडियो सामने आने के बाद इन अफवाहों को और हवा मिली है। 2022 में एक वीडियो सामने आया था जिसमें पुतिन अपने पूर्व रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु के साथ बैठक कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने सामने की टेबल को पकड़ रखा था और वो अपनी कुर्सी पर झुके हुए बैठे थे। कई रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि पुतिन पार्किंसन रोग और कैंसर से पीड़ित हैं। हालांकि, इन रिपोर्टों की पुष्टि नहीं की जा सकी है और क्रेमलिन ने भी इन दावों का खंडन किया है।
कब शुरू हुई जंग?
24 फरवरी 2022 को रूस ने यूक्रेन पर पूरी तरह से हमले शुरू कर दिए थे जिससे जंग की शुरुआत हुई थी। रूसी सेना ने यूक्रेन के कई शहरों पर हमले किए थे जिनमें कीव, खारकीव और मारियुपोल शामिल थे। यूक्रेन ने इसका जोरदार विरोध किया जिसके बाद संघर्ष तेजी से एक बड़े युद्ध में बदल गया। रूस के आक्रमण के शुरुआती घंटों में अफरातफरी के बीच, अफवाहें फैलीं कि यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की देश छोड़कर भाग गए हैं लेकिन ऐसा नहीं था। जंग अब भी जारी है।
पाकिस्तान के खिलाफ बलूचिस्तान में जोया बलूच की चुनौती, पीएम और सेना प्रमुख को निशाना बनाया
27 Mar, 2025 02:29 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पाकिस्तान के खिलाफ बलूचिस्तान में लगातार विरोध-प्रदर्शन तेज होता जा रहा है. समी दीन और महरंग बलूच की गिरफ्तारी के बाद बलूच मूवमेंट को जोया बलूच के रूप में नया चेहरा मिल गया है. 11 साल की जोया लगातार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और सेना प्रमुख के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है. कहा जा रहा है कि जोया के जरिए बलूच के नेता पूरे मूवमेंट को नई धार देने में जुट गए हैं.
पाकिस्तानी सेना और सरकार के खिलाफ जोया के भाषणों को खूब शेयर किया जा रहा है. जोया अपने भाषण में पाकिस्तान सरकार को दहशतगर्द तो सेना को जुल्मी बताकर निशाना साध रही है.
पहले जानिए कौन है जोया बलूच?
11 साल की जोया बलूच एक्टिविस्ट जहीर बलूच की बेटी है. जहीर बलूच 2015 में पाकिस्तान के हब सिटी से गायब हो गए. परिवार का कहना है कि सुरक्षा बलों ने उसे किडनैप कर लिया. उसके बाद से जहीर अब तक घर नहीं लौटे. जहीर के समर्थन में क्वैटा से लेकर कराची तक विरोध प्रदर्शन किया गया.
पहले जहीर के लिए उनकी बहन विरोध प्रदर्शन करती थीं, लेकिन अब 11 साल की बेटी जोया ने मोर्चा थाम लिया है. जोया हर प्रोटेस्ट में अपने पिता को वापस दिलाने की मांग करती हैं. जोया का हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वे लोगों के साथ वी वांट जस्टिस (मुझे न्याय चाहिए) का नारे लगा रही थी.
मंच से जोया का दमदार भाषण
एक वायरल वीडियो में जोया कहती है- हमे दहशहगर्द कहा जा रहा है, लेकिन असली दहशतगर्त तो सत्ता में है. हमारे लोगों को घरों से उठाया जा रहा है, उसका जवाब कौन देगा? जोया अपना अधिकांश भाषण बलूच के स्थानीय भाषा में ही देती है.
इतना ही नहीं, प्रदर्शन के दौरान जोया अपने हाथों में अपने पिता जहीर बलूच की एक पोस्टर भी साथ रखती है. जोया का कहना है कि मैं जिस उम्र में पढ़ना चाहती थी, उस उम्र में अपने पिता को खोज रही हूं. यह कैसा देश है?
पाकिस्तान के खिलाफ विरोध तेज
बलूचिस्तान में एक तरफ जहां बलोच लिबरेशन आर्मी ने सेना के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. वहीं बलूच मूवमेंट के नेता भी लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. इन नेताओं का कहना है कि बलूच में संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही है. लगातार उनके लोगों को घर से अपहरण कर ले जाया जा रहा है.
1948 में पाकिस्तान का हिस्सा बन चुके बलूचिस्तान में लंबे वक्त से आजादी की मांग की जा रही है. वहीं पाकिस्तान का कहना है कि बलूच को आजाद नहीं किया जाएगा. बलूच में लगातार हो रहे दमन को लेकर यूनाइटेड नेशन ने भी पाकिस्तान को लताड़ लगाई है.
किम जोंग उन ने AI तकनीक से आत्मघाती ड्रोन बनाए, सेना को उन्नत बनाने की योजना
27 Mar, 2025 02:13 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन दुनिया को तबाह करने पर उतारू हैं. वह एक से बढ़कर एक घातक हथियार बना रहे हैं. उन्होंने अपने मुल्क के लोगों की जिंदगी तबाह कर दी है. वह परमाणु हथियार बना चुके हैं. वह कथित अमेरिकी प्रभुत्व को चुनौती देने के लिए किसी भी हद तक जाने की बात करते हैं. अब इस तानाशाह ने एआई की मदद से एक घातक हथियार बनाया है. उनका इस हथियार की बदौलत तबाही लाने की योजना है. रिपोर्ट के मुताबिक किम जोंग उन ने एआई तकनीक से लैस आत्मघाती ड्रोन बनवाए हैं.
उत्तरी कोरिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी के मुताबिक किम ने कहा कि आधुनिक हथियारों के विकास में मानव रहित उपकरण और एआई तकनीक को सबसे ज्यादा महत्व देना चाहिए. उत्तर कोरिया के इस गैरजिम्मेदाराना व्यवहार से दुनिया बौखला गई है. अमेरिका सहित तमाम पश्चिम देश उत्तर कोरिया पर लगाने लगाने के लिए कई तरह के प्रतिबंध लगा चुके हैं.
केसीएनए के मुताबिक किम जोंग उन ने नए और उन्नत जासूसी ड्रोन का भी निरीक्षण किया. ये ड्रोन जमीन और समुद्र पर दुश्मन के ठिकानों और गतिविधियों का पता लगाने में सक्षम हैं. किम ने कहा कि हमें सेना को आधुनिक बनाने के लिए मानव रहित उपकरणों और एआई को प्राथमिकता देनी चाहिए. उन्होंने यह भी जोर दिया कि सैन्य इस्तेमाल के लिए स्मार्ट ड्रोनों की होड़ में आगे रहने के लिए लंबे समय तक चलने वाला एक मजबूत राष्ट्रीय कार्यक्रम बनाना जरूरी है.
राज्य मीडिया ने तस्वीरें जारी कीं, जिनमें एक ड्रोन को टैंक जैसे लक्ष्य पर हमला करते और उसमें विस्फोट करते दिखाया गया. किम अपने सहायकों के साथ एक बड़े ड्रोन के पास खड़े दिखे, जो आकार में सामान्य लड़ाकू विमान से बड़ा लग रहा था. इसके अलावा किम एक चार इंजन वाले बड़े विमान के पास भी नजर आए, जिसके ऊपर रडार लगा था. यह विमान हवा में जल्दी चेतावनी देने वाला (एयरबोर्न अर्ली वॉर्निंग) विमान बताया जा रहा है, जो उत्तरी कोरिया की पुरानी हवाई रक्षा प्रणाली को बेहतर कर सकता है.
आत्मघाती ड्रोन
उत्तरी कोरिया ने ड्रोन विकसित करने पर जोर दिया है, जिसमें आत्मघाती ड्रोन भी शामिल हैं. माना जा रहा है कि यह प्रोजेक्ट पिछले एक साल से रूस के साथ बढ़ती सैन्य साझेदारी का हिस्सा है. रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग में उत्तर कोरिया के सैनिकों को ड्रोन युद्ध में शामिल होने की खबरें हैं, जिससे उन्हें जंग के मैदान का अनुभव मिल रहा है.
किम ने अलग से जासूसी, खुफिया जानकारी जुटाने, इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग और हमले के लिए नए विकसित उपकरणों का भी निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि इन तकनीकों को तेजी से विकसित करना और सेना में शामिल करना जरूरी है. उत्तरी कोरिया का यह कदम उसकी सैन्य ताकत को बढ़ाने की कोशिश का हिस्सा माना जा रहा है.
पिछले कुछ समय से उत्तरी कोरिया और रूस के बीच सैन्य सहयोग बढ़ा है. विशेषज्ञों का मानना है कि रूस उत्तरी कोरिया को ड्रोन तकनीक में मदद दे रहा हो सकता है. इससे पहले अगस्त 2024 में भी किम ने आत्मघाती ड्रोनों का परीक्षण देखा था और कहा था कि सेना को जल्द से जल्द इनसे लैस करना चाहिए.
ईरान में भूकंप के 2 झटके, क्या ये परमाणु परीक्षण से जुड़े थे?
27 Mar, 2025 01:53 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ईरान में पिछले दिनों में भूकंप के 2 झटके लगे हैं. दोनों ही झटके उन इलाकों में लगे हैं, जहां यूरेनियम रखा हुआ है. भूकंप के दोनों ही झटकों की तीव्रता रिक्टर स्केल लगभग 5 थी. ईरान के नतांज़ परमाणु संयंत्र के पास गुरुवार को 5.0 तीव्रता का भूकंप आया, ये भूकंप बदरूद इलाके में महसूस किया गया. दोनों ही भूकंप के बाद ईरान अधिकारियों ने कहा कि परमाणु सुविधाओं को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.
ऐसे में यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या ईरान ने परमाणु बम बना लिया है, ये भूकंप कही ईरान के अंडर ग्राउंड परमाणु परीक्षण के तो नहीं थे. क्योंकि अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा पहले ही दावा कर चुकी है कि ईरान ने परमाणु हथियार बनाने लायक यूरेनियम भंडार इकट्ठा कर लिया है. अगर ये सच है, तो अमेरिका और इजराइल के लिए ये बड़ा झटका होगा.
परमाणु बम पर बना सस्पेंस
ईरान के परमाणु प्रोग्राम का दौरा करने गई UN की परमाणु टीम ने एक रिपोर्ट में कहा था कि डील पर बात हो न हो लेकिन ईरान परमाणु तैयार करने के करीब पहुंच गया है. अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट में भी ईरान के परमाणु जल्द बना लेने की बात कही गई है. साथ ही ईरान के कुछ नेताओं ने भी दावा किया है कि हम किसी समय परमाणु बम बना सकते हैं. ऐसे में ये भूकंप आना इस बात का संकेत हो सकते हैं कि ईरान परमाणु परीक्षण कर रहा है.
मध्य पूर्व में इस समय ईरान की प्रॉक्सीज के खिलाफ अमेरिका और इजराइल ने मोर्चा खोला हुआ है. यमन के हूतियों पर अमेरिका हमले कर रहा है और ईरान को भी ट्रंप चेतावनी दे चुके हैं. ऐसे में ईरान परमाणु परीक्षण कर अपनी ताकत दिखा सकता है और भविष्य में किसी भी खतरे का मुकाबले करने के लिए सक्षम हो सकता है.
रूस का मिल रहा साथ
कुछ जानकारों का मानना है कि ईरान के परमाणु प्रोग्राम को रूस का पूरा साथ मिल रहा है. रूस की तरफ से ईरान के परमाणु कार्यक्रम की पैरवी की गई है. पिछले एक महीने में रूस के वरिष्ठ अधिकारियों का लगातार ईरान का दौरा हो रहा है. फरवरी के आखिर में रूस के विदेश मंत्री भी ईरान गए थे. कुछ खबरों में दावा किया गया है कि ईरान एक एक्सपर्ट रूसी विज्ञानिकों की पूरी मदद कर रहे हैं.
कुआलालंपुर में एयर एशिया विमान की इमरजेंसी लैंडिंग, इंजन में आग लगने से 171 यात्री सुरक्षित
27 Mar, 2025 01:00 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कुआलालंपुर। मलेशिया से चीन जाने वाले एयर एशिया के एक विमान को उड़ान भरने के कुछ ही समय के बाद वापस कुआलालंपुर लैंड कराया गया, इसके पीछे का कारण है कि इस विमान के एक इंजन में आ लग गई थी।
मलेशियाई अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि चीन के शेन्जेन जाने वाले एयर एशिया के एक विमान AK128 के इंजन में आग लगने के कारण कुआलालंपुर वापल लौट आया और उसे सुरक्षित रूप से उतारा गया। इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। सेलंगोर राज्य अग्निशमन विभाग ने एक बयान जारी कर कहा, चीन के शेन्जेन के लिए रवाना हुई फ्लाइट में बुधवार को रात 9.59 बजे उड़ान भरने के कुछ ही समय के बाद 'न्यूमेटिक डक्टिंग' के फटने के कारण दाहिने इंजन में आग लगने के बाद कुआलालंपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर वापस लौट आई।
171 यात्री और चालक दल थे सवार
विभाग ने कहा, विमान के इन-बिल्ट सिस्टम ने आग को पूरी तरह से बुझा दिया था। विमान में 171 यात्री और चालक दल सवार थे, सभी सुरक्षित हैं। अग्निशमन विभाग के कर्मियों ने सभी यात्री और चालक दल को सुरक्षित विमान से बाहर निकाला और आगे कोई आग न भड़के, ये सुनिश्चित करने के लिए जांच की गई।
ट्रंप ने विदेशों से बनी कारों पर भारी टैरिफ लगाया, दुनियाभर में व्यापारिक तनाव बढ़ने की आशंका
27 Mar, 2025 12:48 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को ऑटो आयात पर भारी टैरिफ की घोषणा की है। व्हाइट हाउस ने जानकारी दी कि ट्रंप ने विदेशी निर्मित वाहनों पर 25 प्रतिशत टैरिफ की घोषणा की है। वहीं, ट्रंप के इस कदम से ऑटो सेक्टर में खलबली मच सकती है क्योंकि ट्रंप का यह कदम व्यापारिक साझेदारों के साथ तनाव को बढ़ाने वाला है।
2 अप्रैल से प्रभावी होगा यह टैरिफ
ट्रंप ने व्हाइट हाउस में कहा कि हम जो करने जा रहे हैं, वह उन सभी कारों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाना है जो संयुक्त राज्य अमेरिका में नहीं बनी हैं। यदि वे संयुक्त राज्य अमेरिका में बनी हैं, तो उन पर कोई टैरिफ नहीं लगेगा। यह कदम 2 अप्रैल से प्रभावी होगा और विदेशी निर्मित कारों और हल्के ट्रकों पर मौजूदा टैरिफ के अलावा प्रभाव डालेगा।
ईयू ने की निंदा
यूरोपीय संघ प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की सभी ऑटो आयातों पर 25 प्रतिशत नए टैरिफ की घोषणा की निंदा की। वॉन डेर लेयेन ने एक बयान में कहा कि मुझे यूरोपीय ऑटोमोटिव निर्यात पर टैरिफ लगाने के अमेरिकी फैसले पर गहरा अफसोस है। उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ "अपने आर्थिक हितों की रक्षा करते हुए बातचीत के जरिए समाधान तलाशना जारी रखेगा।"
इससे पहले कनाडा और चीन से आयात सामान पर लगाया टैरिफ
जनवरी में राष्ट्रपति पद पर लौटने के बाद से ट्रंप ने पहले ही प्रमुख अमेरिकी व्यापारिक साझेदारों कनाडा, मैक्सिको और चीन से आयात पर टैरिफ लगा दिया है। ट्रंप ने स्टील और एल्यूमीनियम आयात पर 25 प्रतिशत शुल्क भी लगा दिया है।
शुल्कों से जूझ रहे व्यवसायों के लिए एक और झटका
अतिरिक्त शुल्क नीति अनिश्चितता और पहले के शुल्कों की लहरों से जूझ रहे व्यवसायों के लिए एक और झटका होगा, जिसके बारे में अर्थशास्त्रियों ने चेतावनी दी थी कि इससे उत्पादकों की लागत बढ़ सकती है। यदि कंपनियां उन्हें वहन करने में असमर्थ हैं, तो ये लागत अंततः उपभोक्ताओं पर डाली जा सकती है।
प्रमुख वाहन निर्माता फोर्ड के शेयरों में 1.8 प्रतिशत की गिरावट आई है, जबकि जनरल मोटर्स के शेयरों में 1.9 प्रतिशत की गिरावट आई। ऑटोमोबाइल उद्योग के अलावा, ट्रम्प फार्मास्यूटिकल्स और सेमीकंडक्टर जैसे उद्योगों पर व्यापक क्षेत्र-विशिष्ट टैरिफ लगाने पर भी नजर रख रहे हैं।
मंदी आने की आशंका
बुधवार को ऑटो पर की गई घोषणा दो अप्रैल से पहले की गई है, जिसे ट्रंप ने दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के लिए "मुक्ति दिवस" करार दिया है। ट्रंप की व्यापार योजनाओं पर अनिश्चितता तथा इससे मंदी आने की आशंका ने वित्तीय बाजारों को हिलाकर रख दिया है, तथा टैरिफ के प्रभावों की आशंकाओं के कारण हाल के महीनों में उपभोक्ताओं का विश्वास भी गिरा है।
नूंह में डीसी काफिले की पीसीआर वैन 250 फीट गहरी खाई में गिरी, हादसा टला
26 Mar, 2025 05:51 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरियाणा के नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका उपमंडल से मंगलवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई. अरावली पहाड़ी क्षेत्र के रवा गांव में अवैध खनन की शिकायत मिलने के बाद जिला उपायुक्त विश्राम मीणा निरीक्षण के लिए पहुंचे थे. इस दौरान उनके काफिले में शामिल एक पुलिस पीसीआर वैन का ब्रेक फेल हो गया, जिसके बाद गाड़ी 250 फीट गहरी खाई में जा गिरी.
250 फीट गहरी खाई में गिरने से गाड़ी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है, लेकिन राहत की बात ये रही कि कोई जनहानि नहीं हुई. पुलिस ड्राइवर ने समय रहते गाड़ी से कूदकर अपनी जान बचा ली, जिसके चलते एक बड़ा हादसा होने से टल गया. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक डीसी विश्राम मीणा को नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका उपमंडल में राजस्थान की सीमा से सटे रवा गांव में अरावली पहाड़ी क्षेत्र में अवैध खनन की शिकायतें मिली थीं. इन शिकायतों की जांच और निशानदेही के लिए डीसी ने खनन विभाग, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और पुलिस विभाग के अधिकारियों के साथ एक संयुक्त निरीक्षण का फैसला किया.
गाड़ी के ब्रेक फेल हो गए थे
इस काफिले में पुलिस की पीसीआर वैन भी शामिल थी, जो सुरक्षा और सहायता के लिए मौजूद थी. जब निरीक्षण पूरा होने के बाद काफिला वापस लौट रहा था. उसी दौरान फिरोजपुर झिरका थाने की पीसीआर वैन को ड्राइवर बैक कर रहा था. इसी बीच अचानक गाड़ी के ब्रेक फेल हो गए. ढलान वाली सड़क पर गाड़ी को रोकने की कोशिश की गई, लेकिन खड़ी चढ़ाई और तकनीकी खराबी के चलते गाड़ी डिसबैलेंस हो गई.
250 फीट गहरी खाई में गिरी
इस दौरान ड्राइवर और आसपास मौजूद लोगों ने गाड़ी को रोकने की पूरी कोशिश की, लेकिन उसे रोका नहीं जा सका. ड्राइवर ने अपनी जान बचाने के लिए गाड़ी से छलांग लगा दी और पीसीआर वैन करीब 250 फीट गहरी खाई में जा गिरी. खाई में गिरने के बाद पीसीआर वैन पूरी तरह चकनाचूर हो गई. वहीं पुलिस विभाग ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए वाहन की तकनीकी जांच शुरू कर दी है. ताकि ये पता लगाया जा सके कि ब्रेक फेल होने की वजह क्या थी.
अधिकारियों को निर्देश दिया गया
फिरोजपुर झिरका उपमंडल के कई गांव, जो राजस्थान की सीमा से सटे हैं. लंबे समय से अवैध खनन की चपेट में हैं. स्थानीय लोगों और पर्यावरण कार्यकर्ताओं की ओर से बार-बार शिकायतें मिलने के बाद प्रशासन ने इस पर कार्रवाई शुरू की है. डीसी विश्राम मीणा ने निरीक्षण के दौरान खनन स्थलों की निशानदेही की और संबंधित विभागों को सख्त निर्देश दिए कि अवैध गतिविधियों पर रोक लगाई जाए. प्रशासन के मुताबिक यह एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसा था, लेकिन गनीमत रही कि कोई घायल नहीं हुआ. पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि आगे इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए वाहनों की नियमित जांच की जाए.
हरियाणा में फैमिली आईडी में उम्र की गलती, पति ने सरकारी दफ्तरों में की कई बार शिकायत
26 Mar, 2025 05:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरियाणा के महेंद्रगढ़ में एक पति इन दिनों सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहा है. पति का कहना है कि फैमिली आईडी में उसकी पत्नी की उम्र 125 साल दिखाई गई है. इस गलती को ठीक करवाने के लिए वो सरकारी दफ्तरों के कई चक्कर काट चुका है, मगर पत्नी की DOB सही नहीं की गई. इस कारण उसे सरकारी योजनाओं का लाभ लेने और अन्य कार्यों में दिक्कत आ रही है.
हरियाणा सरकार ने प्रदेश में फैमिली आईडी को मुख्य दस्तावेजों में शामिल किया हुआ है. प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न योजनाओं का लाभ पहुंचाने के अलावा बिजली का नया कनेक्शन लेने सहित अन्य किसी भी योजना को शुरू करने के लिए फैमिली आईडी मांगी जाती है. उसी आईडी के डेटा से ही योजनाओं का लाभ मिलता हैय वृद्धा अवस्था पेंशन भी फैमिली आईडी में 60 साल की उम्र पूरी हो जाने के बाद से शुरू होती है.
पत्नी की उम्र पति से दोगुनी
नारनौल में मोहल्ला खड़खड़ी के रहने वाले श्याम सुंदर अपनी फैमिली आईडी को लेकर परेशान हैं. श्याम सुंदर ने बताया कि उनकी फैमिली आईडी में उसकी उम्र 60 साल दर्ज है, जिसके तहत उनका जन्म 17 मई 1965 दर्शाया गया है. वहीं, इसी आईडी में उनकी पत्नी की उम्र 125 साल दर्ज है. उनकी पत्नी का जन्म 1 जनवरी 1900 दर्ज है.
काफी जगह हो रही परेशानी
उन्होंने बताया कि इस आईडी में गलत जानकारी होने के कारण उन्हें काफी जगह परेशानी होती है. कोई भी सरकारी योजना का वे सही से लाभ नहीं ले पा रहे हैं. उसने अपनी और अपनी पत्नी की एक ही फैमिली आईडी बनवाई हुई है, उनके बच्चों की फैमिली आईडी अलग है.
अधिकारियों के काटे कई चक्कर
उन्होंने बताया कि वह अपनी फैमिली आईडी को ठीक करवाने के लिए कई बार डीआरडीए में संबंधित अधिकारियों के चक्कर लगा चुके हैं, मगर उनकी आईडी में हुई त्रुटी ठीक ही नहीं हो रही. फैमिली आईडी में गलती होने के प्रदेश के रोहतक समेत अन्य जिलों में ऐसे कई मामले आ चुके हैं.
"पाकिस्तान को आईएमएफ से राहत, महंगाई में कमी, 36.43 हजार करोड़ रुपये का नया कर्ज"
26 Mar, 2025 01:37 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ऐसा लगता है कि रमजान के महीने में पाकिस्तान पर खुदा मेहरबान हो गया है. पड़ोसी देश तेजी से गुरबत के दिन से बाहर निकल रहा है. उसकी आर्थिक सेहत पटरी पर आने लगी है. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि बीते कुछ महीनों में इस मुल्क के खजाने में धन की वर्षा हो रही है. मुल्क तात्कालिक तौर पर आर्थिक संकट से उबरता हुआ दिख रहा है. दरअसल, पाई-पाई को मोहताज हो चुकी पाकिस्तान की सरकार को पिछले दिनों वहां की अदालतों से बड़ी राहत मिली. उसे एक अदालती फैसले से एक झटके में करीब 35 अरब रुपये मिल गए. वहां की दो बड़ी अदालतों ने सरकार के एक फैसले को सही बताते हुए बैंकों की विंडफॉल इनकम पर टैक्स को मंजूरी दे दी. अब आईएमएफ से भी बड़ी राहत मिली है.
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने घोषणा की कि उसने पाकिस्तान के साथ एक नए 1.3 अरब डॉलर (36.43 हजार करोड़ रुपये) के कर्ज कार्यक्रम पर सहमति बनाई है. साथ ही, मौजूदा राहत पैकेज की समीक्षा भी की गई है, जिसके तहत अगर मंजूरी मिलती है तो पाकिस्तान को 1 अरब डॉलर (लगभग 28 हजार करोड़ रुपये) और मिलेंगे. यह नया कर्ज 28 महीने का होगा और इसका मकसद पाकिस्तान को क्लाइमेट चेंज से निपटने और उसकी चुनौतियों को कम करने में मदद करना है.
आईएमएफ ने अपने बयान में कहा कि इस नए कार्यक्रम और मौजूदा कर्ज की समीक्षा को अभी फंड के कार्यकारी बोर्ड से मंजूरी मिलनी बाकी है. हालांकि, बोर्ड की मंजूरी आमतौर पर औपचारिक प्रक्रिया होती है, जिसके बाद फंड जारी कर दिया जाता है.
पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था में सुधार
पाकिस्तान 2023 में कर्ज चुकाने में डिफॉल्ट के कगार पर पहुंच गया था. उस वक्त देश में राजनीतिक संकट चल रहा था और अर्थव्यवस्था भी बुरी हालत में थी. इससे देश का कर्ज का बोझ इतना बढ़ गया कि उसे संभालना मुश्किल हो गया था. उस समय आईएमएफ ने 7 अरब डॉलर का राहत पैकेज देकर पाकिस्तान को डिफॉल्ट से बचाया था. इसके बाद से देश की अर्थव्यवस्था में कुछ सुधार हुआ है. महंगाई दर कम हुई है और विदेशी मुद्रा भंडार में भी बढ़ोतरी देखी गई है.
लेकिन यह 7 अरब डॉलर का पैकेज, जो 1958 के बाद से पाकिस्तान का 24वां आईएमएफ कर्ज था, कुछ सख्त शर्तों के साथ आया था. इन शर्तों में पाकिस्तान को अपनी इनकम टैक्स को बेहतर करने और बिजली सब्सिडी को कम करने जैसे कदम उठाने थे. बिजली क्षेत्र में भारी नुकसान के चलते सरकार को सब्सिडी देनी पड़ती थी, जिसे अब कम करना जरूरी हो गया था.
आईएमएफ ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान की सरकार इन शर्तों को मानने के लिए तैयार है. सरकार धीरे-धीरे अपने कर्ज को कम करने की योजना पर काम कर रही है. इसके लिए सख्त मॉनेटरी पॉलिसी, खर्च में कटौती और सुधारों पर जोर दिया जा रहा है. यह सब मौजूदा 37 महीने के कार्यक्रम की दूसरी समीक्षा के तहत हो रहा है.
पाकिस्तान में बढ़ गया भरोसा
आईएमएफ के मिशन प्रमुख नाथन पोर्टर ने अपने बयान में कहा कि पिछले 18 महीनों में, पाकिस्तान ने मुश्किल वैश्विक माहौल के बावजूद अपनी अर्थव्यवस्था को स्थिर करने और भरोसा बहाल करने में बड़ी प्रगति की है. उन्होंने यह भी बताया कि इस दौरान देश ने कई चुनौतियों का सामना किया, लेकिन फिर भी हालात बेहतर करने की कोशिश की.
यह नया कर्ज खास तौर पर जलवायु परिवर्तन से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए है. पाकिस्तान में हाल के सालों में बाढ़ और दूसरी प्राकृतिक आपदाओं ने भारी तबाही मचाई है, जिससे अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगा. इस कर्ज से सरकार को ऐसी आपदाओं से निपटने के लिए बेहतर तैयारी करने और बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में मदद मिलेगी.
दक्षिण कोरिया में आगजनी से 18 मौतें, अधिकारियों को बुझाने में आई मुश्किलें
26 Mar, 2025 01:17 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तानाशाह किम जोंग उन के दुश्मन देश दक्षिण कोरिया में पिछले 24 घंटे में 18 लोगों की मौत हो गई है. ये सभी मौतें न तो किसी हमले की वजह से और न ही उत्तर कोरिया की मिसाइल अटैक की वजह से हुई है. कोरियाई देश के इन सभी मौतों के लिए हवा को जिम्मेदार बताया जा रहा है.
दक्षिण कोरिया के एंडोग शहर के आसपास भीषण आग लग गई. इसे बूझाने में कोरियाई अधिकारियों के पसीने छूट गए. कोरिया आंतरिक विभाग के मुताबिक इस आगजनी में 18 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. 19 घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
हवा की वजह से लगी आग
कोरिया सरकार के मुताबिक हवा की वजह से जंगल में भीषण आग लग गई. सरकार का कहना है कि शुष्क मौसम और तेज हवा ने चिंगारी को भड़काया, जिसके कारण तुरंत आग पर काबू नहीं पाया जा सका. आग की वजह से कोरिया सरकार ने बड़ी क्षति की बात कही है.
सरकार ने जो अनुमान व्यक्त किया है, उसके मुताबिक आग लगने की वजह से 17,400 हेक्टेयर यानी 43,000 एकड़ से अधिक भूमि जल गई है. वहीं इस आग की वजह से 1,300 साल पुराने बौद्ध मंदिर सहित सैकड़ों संरचनाएं नष्ट हो गईं.
55 हजार परिवार दरबदर
दक्षिण कोरिया के स्थानीय मीडिया के मुताबिक आग लगने की वजह से 5500 परिवार को पलायन करना पड़ा है. आग बूझाने के लिए लगभग 9,000 अग्निशमन कर्मियों के साथ-साथ 130 से अधिक हेलीकॉप्टर और सैकड़ों वाहनों को तैनात किया गया था.
इधर, उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया के भीषण आग से सबक लेते हुए अपने सभी हवाई अड्डों के बाहर के जंगलों को जलाने का फैसला किया है. उत्तर कोरिया सरकार का कहना है कि सूखी वनस्पतियों की वजह से आग लग जाती है, जिससे बड़ा नुकसान उठाना पड़ता है.
बता दें कि दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया एक दूसरे के खिलाफ लगातार मोर्चा खोले हुए है. उत्तर कोरिया ने कुछ दिन पहले अमेरिका और दक्षिण कोरिया को मिसाइल अटैक की धमकी दी थी.
1980 के दशक में दोनों देश आमने-सामने आ भी चुका है. हथियारों के मद्देनजर उत्तर कोरिया काफी मजबूत स्थिति में है. वहीं दक्षिण कोरिया को अमेरिका जैसे सुपरपावर जैसे देशों का साथ मिला हुआ है.
ईरान ने अंडरग्राउंड मिसाइल सिटी का किया खुलासा, अमेरिका को ताकत का संदेश
26 Mar, 2025 12:57 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
तेहरान: ट्रंप प्रशासन लगातार ईरान को धमकी दे रहा है. हूती विद्रोहियों पर हमले के बाद भी ट्रंप प्रशासन ने सीधी धमकी ईरान को दी. लेकिन ईरान भी कच्चा खिलाड़ी नहीं है. उसने अब अमेरिका को अपनी ताकत दिखा दी है. ईरान ने जमीन के नीचे बसा एक मिसाइल सिटी दिखाया है. ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने मंगलवार को अपने एयरोस्पेस बलों के लिए एक अंडरग्राउंड सिटी का अनावरण किया है, जिसमें हजारों सटीक मिसाइलें हैं. ईरान के सरकारी टेलीविजन ने बताया कि अंडरग्राउंड सिटी में खैबर शेकन, गदर, सेज्जिल, इमाद और हज कासेम सहित कई मिसाइलें शामिल हैं. इससे पहले 10 जनवरी को IRGC कमांडरों ने एक अंडरग्राउंड मिसाइल बेस का दौरा किया था, जिसका मकसद सीधे तौर पर दुश्मनों को डराना था.
मंगलवार को आए वीडियो में ईरान के सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल मोहम्मद हुसैन बघेरी और IRGC के एयरोस्पेस कमांडर अमीर अली हाजीजादेह नजर आते हैं. दोनों गर्व से अपनी मिसाइलें दिखा रहे हैं. इनमें से कई मिसाइलें ऐसी हैं, जिसके जरिए पिछले साल इजरायल पर हमला किया गया था. मंगलवार को जब ईरान ने नया वीडियो फुटेज जारी किया तो इसमें उसकी कमजोरी भी नजर आई. दरअसल सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात ये रही कि सभी मिसाइलें एक लंबी खुली सुरंग में रखी है. इसमें कोई भी मजबूत दरवाजा या सुरक्षा दीवारें नहीं हैं. अगर एक भी हमला हुआ तो कोई भी दीवार या गैप न होने से एक के बाद एक धमाके होंगे.
अमेरिका भी बढ़ा रहा ताकत
ईरान ने यह वीडियो तब जारी किया है, जब कथित तौर पर डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को एक नया परमाणु समझौता करने के लिए दो महीने की मोहलत दी है. ट्रंप ने कहा है कि या तो ईरान नया समझौता करे, या फिर अंजाम भुगतने को तैयार रहे. ट्रंप पहले ही 2018 में ओबामा प्रशासन के परमाणु समझौते को ठुकरा चुके हैं. ट्रंप ईरान को यमन के हूती विद्रोहियों का मुख्य समर्थक मानते हैं. हूतियों पर हमले के साथ ही ट्रंप ने मिडिल ईस्ट में अपनी ताकत बढ़ानी शुरू कर दी है. अमेरिका ने यूएसएस कार्ल विंसन और यूएसएस हैरी एस ट्रूमैन जैसे युद्धपोतों को तैनात किया है. दर्जनों एफ-35 के भी क्षेत्र में आने का संकेत है. रिपोर्ट के मुताबिक बी-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर्स को हिंद महासागर में मौजूद डिएगो गार्सिया भेजा जा रहा है, जो गहरी सुरंगों को तबाह कर सकता है.
"अमेरिका की पहल: रूस-यूक्रेन युद्ध विराम के लिए अस्थायी समझौते की ओर बढ़े कदम"
26 Mar, 2025 12:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महीनों से जारी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध विराम की कोशिशों का असर दिखने लगा है. अमेरिका ने मंगलवार को कहा कि वह यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध रोकने और दोनों पक्षों के साथ अलग-अलग वार्ता में ब्लैक सी में सुरक्षित शिप ट्रांस्जिट करने के लिए एक अस्थायी समझौते पर पहुंच गया है.
हालांकि ये अस्थायी समझौता है, लेकिन इसने स्थायी युद्ध विराम की उम्मीद जगा दी है. क्रेमलिन ने कुछ पश्चिमी प्रतिबंधों को हटाने की शर्त पर इस सौदे को सशर्त बना दिया है. ये ऐलान तब किया जब अमेरिका ने सीमित युद्ध विराम की दिशा में संभावित कदमों पर सऊदी अरब में यूक्रेनी और रूसी डेलिगेशन के साथ तीन दिनों की वार्ता पूरी की है.
समझौते पर जेलेंस्की क्या बोले?
इस समझौते के बाद भी एक व्यापक शांति समझौता अभी भी दूर दिखाई दे रहा है. इस समझौते को यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने 3 साल पुराने युद्ध के शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में शुरुआती ‘सही कदम’ बताया है और इस पहल की प्रशंसा की है.
जेलेंस्की ने मीडिया से कहा, “ये पहले कदम हैं – बिल्कुल पहले नहीं बल्कि शुरुआती – इस राष्ट्रपति प्रशासन की ओर से युद्ध को पूरी तरह से खत्म करने और पूर्ण युद्ध विराम की संभावना के साथ-साथ एक स्थायी और निष्पक्ष शांति समझौते की दिशा में कदम है.”
रूस की प्रतिक्रिया
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि रूसी पक्ष ब्लैक सी इनिशिएटिव को फिर से शुरू करने का समर्थन करता है, हालांकि इसे सभी के लिए ज्यादा स्वीकार्य प्रारूप में शुरू किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा, “हम ब्लैक सी इनिशिएटिव को किसी न किसी रूप में वापस लाने का समर्थन करते हैं, जो सभी के लिए बेहतर हो.” उन्होंने आगे कहा कि रियाद में वार्ता के दौरान इस मुद्दे पर प्राथमिकता के रूप में चर्चा की गई है.
"पूर्वी फ्रांस में फ्रांसीसी वायु सेना के दो जेट की टक्कर, पायलट और यात्री सुरक्षित"
26 Mar, 2025 12:29 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
फ्रांस में एक बड़ा विमान हादसा हुआ है. मंगलवार को पूर्वी फ्रांस के सेंट-डिजियर के हाउते-मार्ने के पास एक प्रशिक्षण के दौरान दो फ्रांसीसी वायु सेना के विमान हवा में टकरा गए, ये विमान फ्रांसीसी वायु सेना अल्फा जेट थे. फ्रांस वायुसेना ने बताया कि जेट में सवार दो पायलट और एक यात्री विमान से बाहर निकलने में कामयाब रहे और वह पूरी तरह सुरक्षित हैं.
कुछ पोस्ट और फ्रांसीसी अधिकारियों के शुरुआती बयानों के मुताबिक इसमें शामिल विमान एलीट पैट्रॉइल डी फ्रांस एरोबैटिक टीम के अल्फा जेट थे, ये जेट टक्कर के समय एक प्रशिक्षण उड़ान भर रहे थे, तभी हादसे का शिकार हो गए. इस हादसे को अपनी आंखों से देखने वाले लोग हैरान है, वीडियो फुटेज से भी ये यकीन कर पाना मुश्किल है कि इतनी बड़ी दुर्घटना के बाद भी कोई हताहत नहीं हुई है. हालांकि विमान में गिरने के बाद आग लग गई.
चश्मदीदों ने क्या बताया?
चश्मदीदों ने बताया कि विमान के टक्कर लगते ही, दो पैराशूट को खुलते हुए देखा गया, जो दर्शाता है कि पायलट बाहर निकल गए, हालांकि बचाव अभियान जारी रहने के वजह से ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई है. दुर्घटना ने पास की एक फैक्ट्री में आग लगा दी, जिससे जमीन पर संभावित हताहतों या नुकसान की चिंता बढ़ गई.
आखिरी वक्त बाहर आए पायलट
प्लेन टक्कराने के मौके में मौजूदों लोगों के बयानों और कुछ तस्वीरों से साफ पता चल रहा है कि विमान पायलट ऐन वक्त पर प्लेन से बाहर निकला है. अगर पैराशूट खोलने में थोड़ी भी देर होती, तो बड़ी अनहोनी हो सकती थी.
सरकार का कांग्रेस विधायक विनेश फोगाट को ऑफर : कैश, प्लॉट या सरकारी नौकरी का चुनाव
26 Mar, 2025 11:46 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी की अध्यक्षता में मंगलवार (25 मार्च) को कैबिनेट बैठक हुई. इस दौरान की अहम फैसले लिए गए. बैठक में सरकार ने कांग्रेस विधायक और रेसलर विनेश फोगाट को सिल्वर मेडल के इनाम के बदले 3 विकल्प दिए हैं. विनेश को 4 करोड़ कैश, प्लाट या फिर सरकारी नौकरी का ऑफर दिया गया है. दरअसल सरकार ने पेरिस ओलंपिक में सिल्वर मेडल मुकाबले तक पहुंचने के बाद विनेश का सम्मान करने की घोषणा की थी. हालांकि फाइनल में मैच में 100 ग्राम बढ़े वजन की वजह से विनेश मुकाबला नहीं खेल पाई थी.
हरियाणा सरकार ने विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले खिलाड़ियों के बराबर लाभ देने की घोषणा की थी. सिल्वर मेडल की नीति के तहत 3 तरह के लाभ मिलते हैं. इनमें नकद पुरस्कार के रूप में 4 करोड़ रुपए, ग्रुप ए OSP नौकरी, और HSVP का प्लाट. चूंकि विनेश फोगाट अब विधायक हैं, ऐसे में उक्त तीनों लाभ में से वो क्या लेना चाहती हैं, इसलिए उनसे विकल्प के बारे में पूछा जाएगा.
बैठक में लिए गए अन्य फैसले
हरियाणा फैसला किया कि अब आत्मनिर्भर कपड़ा नीति 2022-25 की अवधि को बढ़ाकर 18 दिसंबर, 2026 तक किया जाएगा.
कैपिटल इन्वेस्टमेंट सब्सिडी योजना के तहत सेंक्शन किए जाने प्रोजेक्ट की संख्या पर कैपिंग को हटाने का भी निर्णय हुआ. इस नीति में पहले ये प्रावधान था कि 86 प्रोजेक्टों को मंजूरी दी जाएगी, जबकि अब इस सीमा को हटा दिया गया है.
करदाताओं की बकाया राशि की वसूली के लिए ‘हरियाणा एकमुश्त निपटान योजना 2025’ के संशोधित प्रारूप को मंजूरी दी गई. इस योजना को 23 जनवरी को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में मंजूरी दी गई थी, लेकिन हितधारकों के कुछ सुझाव मिलने के बाद उचित संशोधन किए गए.
नई योजना का प्रस्ताव छोटे करदाताओं को लाभ देने के लिए किया गया है. इस योजना के तहत, 10 लाख रुपए तक के बकाया टैक्स पर एक लाख रुपए की छूट मिलेगी. यह योजना 180 दिनों तक लागू रहेगी.
सरकारी विभागों की तर्ज पर नगर निकायों में ग्रुप ए, बी, सी और डी के पदों के वर्गीकरण को मंजूरी दी गई.
ग्रुप ए और बी के बराबर के सभी पद अब हरियाणा लोक सेवा आयोग (एचपीएससी) के माध्यम से भरे जाएंगे. जबकि ग्रुप सी और डी के पद हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) के माध्यम से भरे जांएगे. इस निर्णय से निकायों के कर्मचारियों को अन्य सरकारी विभागों के कर्मचारियों की तरह अनेक लाभ मिलेंगे, जिनमें पदोन्नति में आरक्षण आदि शामिल.
हरियाणा मिल्क प्लांट एसोसिएशन और मिल्क प्लांट मालिकों पर दुग्ध सेस के भुगतान में देरी होने पर 2 प्रतिशत चक्रवृद्धि ब्याज प्रति माह की दर से यानी 24% जुर्माना लगता था. ऐसे उनके अनुरोध को मानते हुए सरकार ने निर्णय लिया है कि अब दुग्ध सेस के भुगतान में देरी होने पर जुर्माने की राशि पर 12 प्रतिशत की दर से साधारण ब्याज लगेगा.
बैठक में हरियाणा मुर्रा भैंस और अन्य दुधारू पशु नस्ल नियम, 2002 में संशोधन को मंजूरी दी गई.
सभी निकायों को स्टेट फाइनेंस कमिशन के तहत विकास कार्यों के लिए 587 करोड़ रुपए की राशि भी जारी की गई.
इसके अलावा ऑनलाइन माध्यम से शहरी स्थानीय निकाय विभाग की वेबसाइट और अन्य पोर्टल का भी शुभारंभ किया गया,
सरकार ने गत 17 मार्च को प्रस्तुत किए गए राज्य बजट 2025-26 स्थानीय सरकारों को आर्थिक स्वतंत्रता देते हुए अपने स्तर पर आमदनी के नए तरीके और व्यवस्था बनाने की पहल की.
सरकार ने नगर निगम के मेयर का मानदेय बढ़ाकर 30 हजार रुपए किया है. सीनियर डिप्टी मेयर का मानदेय बढ़ाकर 25,000 रुपए, डिप्टी मेयर का मानदेय बढ़ाकर 20,000 रुपये और पाषर्दों का मानदेय बढ़ाकर 15,000 रुपए किया गया. इसके साथ ही नगर परिषद और नगर पालिकाओं के अध्यक्षों और सदस्यों के मानदेय में भी उल्लेखनीय वृद्धि की गई है.
दक्षिण कोरिया में लगी आग, 130 हेलीकॉप्टर और हजारों दमकल कर्मी भी असफल
26 Mar, 2025 08:50 AM IST | GRAMINBHARATTV.IN
सियोल। दक्षिण कोरिया के जंगलों में भीषण आग लगी है। अब तक इसमें 16 लोगों की जान जा चुकी है। और 19 लोग झुलसे हैं। शुष्क मौसम और तेज हवाओं ने आग को और प्रचंड बना दिया है। 1300 साल पुराना बौद्ध मंदिर भी जलकर राख हो गया है। भीषण आग ने अभी तक 43000 एकड़ जमीन को अपनी चपेट में ले लिया है। प्रशासन ने अंडोंग समेत अन्य शहरों और कस्बों के लोगों को अपने घर खाली करने का आदेश दिया है। दमकल कर्मी आग बुझाने में जुटे हैं। मगर अभी पूरी तरह से सफलता नहीं मिली है।
पांच जगह लगी भीषण आग
दक्षिण कोरिया में पांच अलग-अलग स्थानों पर जंगल में भीषण आग लगी है। कोरिया वन सेवा के मुताबिक शनिवार को सानचियोंग में आग की चपेट में आने से चार दमकल कर्मियों की जान गई है। कार्यवाहक प्रधानमंत्री हान डक-सू ने आग को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास करने करने की बात कही है। उन्होंने लोगों से भी सतर्कता बरतने को कहा है।
5500 लोगों को घर छोड़ना पड़ा
अंडोंग और उसके पड़ोसी उइसियोंग व सानचियोंग काउंटियों तथा उल्सान शहर के 5500 से ज्यादा लोगों को अपने घरों को छोड़ना पड़ा है। दक्षिण कोरिया के आंतरिक एवं सुरक्षा मंत्रालय के मुताबिक आग ने यहां सबसे भीषण रूप धारण कर रखा है। उइसोंग काउंटी में लगी आग तेजी से आगे फैल रही है। अब अंडोंग और उइसोंग काउंटी के अधिकारियों ने कई गांवों और अंडोंग विश्वविद्यालय के पास रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने का आदेश दिया है।
130 हेलीकॉप्टर आग बुझाने में जुटे
अधिकारियों का कहना है कि दमकल कर्मियों ने काफी हद तक आग बुझा दी थी। मगर शुष्क मौसम और तेज हवाओं के कारण आग ने दोबारा प्रचंड रूप धारण कर लिया। आग बुझाने में लगभग 9,000 दमकल कर्मी, 130 से अधिक हेलीकॉप्टर और सैकड़ों वाहनों की मदद ली जा रही है।
7वीं शताब्दी का मंदिर नष्ट
कोरिया हेरिटेज सर्विस के अधिकारियों के मुताबिक उइसोंग में लगी आग ने 1300 साल पुराने बौद्ध मंदिर गौंसा को तबाह कर दिया है। इस मंदिर लकड़ी का बना था। इसे 7वीं शताब्दी में बनाया गया था। हालांकि यहां किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। मंदिर तक आग पहुंचने से पहले ही भगवान बुद्ध की प्रतिमा और कुछ राष्ट्रीय धरोहरों को निकाल लिया गया था।
2600 कैदियों को दूसरी जगह भेजा जा रहा
आग की वजह से योंगदेओक शहर में सड़कों को बंद कर दिया गया है। चार गांवों के लोगों से अपने घरों को छोड़ने को कहा गया है। चेओंगसोंग काउंटी की एक जेल से लगभग 2600 कैदियों को दूसरी जगह भेजा जा रहा है। हालांकि दक्षिण कोरिया के न्याय मंत्रालय ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की।