महाराष्ट्र
खाद्य सुरक्षा में चूक, Zepto का मुंबई गोदाम सील, लाइसेंस भी निलंबित
2 Jun, 2025 05:44 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई के धारावी में जेप्टो के गोदाम में खाने की चीजों पर फंगस, एक्सपायरी सामान मिलने के बाद खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ज़ेप्टो (Zepto) के लाइसेंस को निलंबित कर दिया है. FDA ने जिस किराना कार्ट टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के गोदाम में छापेमारी की थी वो गोल्ड फील्ड प्लाजा बिल्डिंग में पहली मंजिल पर है. टीवी 9 भारतवर्ष की टीम जब वहां पहुंची तो गोदाम के मैन गेट पर बाहर से ताला लगा था और र पूरे परिसर की साफ सफाई का काम चल रहा था.
इस दौरान पूरे फ्लोर पर सब्जियां, दूध, दही और अन्य पेरेशिबल सामान बिखरे पड़े थे. वहीं मुख्य दरवाजे पर किराना कार्ट टेक्नोलॉजीज कंपनी का बोर्ड भी हटा दिया गया था. FdA ने 2 दिन तक इसी गोदाम में छापेमारी की और ग्राहकों के स्वास्थ्य और नियमों, मानकों की अनदेखी का आरोप लगाया और गोदाम का लाइसेंस अगले आदेश तक निलंबित कर दिया. वहीं इस गोदाम और स्टोर के नीचे ज़ेप्टो कंपनी की कई टू व्हीलर गाड़ियां खड़ी थी जो ऑनलाइन ऑर्डर आने पर सामान की डिलीवरी करती हैं. जिस जगह पर गाड़िया खड़ी थीं उसके के आसपास काफी गंदगी थी.
‘खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता हमारी प्राथमिकता’
इस बीच ज़ेप्टो कंपनी ने भी इस पूरे घटनाक्रम पर अपना आधिकारिक बयान जारी किया है. ज़ेप्टो प्रवक्ता का कहना है कि ज़ेप्टो में खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता के उच्चतम मानकों को बनाए रखना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. हमने पहले ही आंतरिक जांच शुरू कर दी है और संबंधित अधिकारियों के साथ मिलकर पूर्ण और त्वरित अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए कार्य कर रहे हैं.
प्रवक्ता ने कहा कि हम चिन्हित खामियों को सुधारने और अपनी प्रक्रियाओं को और अधिक मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि उपभोक्ताओं को सर्वोत्तम और सबसे सुरक्षित गुणवत्ता वाले उत्पाद प्रदान किए जा सकें. उन्होंने कहा कि हम सभी आवश्यक सुधारात्मक कदम उठा रहे हैं ताकि नियामक दायित्वों और लागू कानूनों के अनुरूप जल्द से जल्द संचालन फिर से शुरू किया जा सके.
ज़ेप्टो के अन्य स्टोर आउटलेट्स पर FDA की नजर
सूत्रों के अनुसार FDA द्वारा ज़ेप्टो के अन्य स्टोर आउटलेट्स पर भी निगरानी रखी जा रही है. धारावी स्थित ज़ेप्टो स्टोर को 10 मार्च 2025 को लाइसेंस प्राप्त हुआ था. बाकी क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर भी नियमित निरीक्षण जारी हैं और FDA द्वारा समय-समय पर जांच की जाएगी. ज़ेप्टो टीम ने अब एफडीए से संपर्क किया है ताकि संचालन दोबारा शुरू करने के लिए समन्वय किया जा सके।
बीते शनिवार रात को हुई छापेमारी की जानकारी मंत्री योगेश कदम के ऑफिस से प्राप्त हुई थी. होने के बाद किए गए थे।ज़ेप्टो स्टोर का लाइसेंस रद्द नहीं, निलंबित किया गया है।ज़ेप्टो टीम ने अब एफडीए से संपर्क किया है ताकि संचालन दोबारा शुरू करने के लिए समन्वय किया जा सके.
‘लाइसेंस रद्द नहीं निलंबित किया गया है’
FDA कमिश्नर राजेश नार्वेकर का कहना है कि ज़ेप्टो के गोदाम पर हमने जांच की, इस दौरान कई बातें सही नहीं थी, साफ सुथरा एनवायरमेंट नहीम था, गोदाम में कई जगहों पर गंदगी थी. उन्होंने कहा कि इसलिए FDA ने कार्यवाही की और लाइसेंस निलंबित कर दिया. उन्होंने ये साफ किया है कि ज़ेप्टो स्टोर का लाइसेंस रद्द नहीं किया गया है बल्कि निलंबित किया गया है.उन्होंने बताया कि कुछ जगह पर पानी था, कुछ जगह प्रोडक्ट में फंगस थे, कुछ जगह पर कूलिंग जितनी चाहिए थी वो नहीं थी.
कमिश्नर ने कहा कि अभी ये कार्रवाई सिर्फ धारावी गोदाम को लेकर की गई है इसके अलावा किसी और जगह पर ज़ेप्टो के लाइसेंस निलंबित नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि हमने 15 दिन का इम्प्रूवमेंट का नोटिस दिया है जिसके बाद उन्हें अपील में आना होगा जिसमें जो कमियां है वो इम्प्रूव करके उन्हें आना होगा. उन्होंने कहा कि अगर वो मेडिकल ग्राउंड पर और समय मांगते है तो उस ग्राउंड को चेक करके उन्हें समय देना है या नहींयेप्राधिकरण तय करेगा.
इसके साथ ही एफएसएसएआई के नियम का भी उल्लंघन किया गया इसलिए भी कार्रवाई हुई. कमिश्नर ने कहा कि नोटिस दिया गया हैजिसके मुताबिक जो कमियां ग्राहक स्वस्थ, सुरक्षा और हाइजीन नियमों को लेकर पाई गई हैं उसमें सुधार किया जाता है तो आगे FDA ए डिपार्टमेंट ज़ेप्टो के लाइसेंस को नियमित भी कर सकता है.
लाडकी बहीण योजना में गड़बड़ी करने वालों पर गिरी गाज, सरकार ने वापस मांगे पैसे
2 Jun, 2025 05:26 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महाराष्ट्र सरकार ने गरीब महिलाओं के लिए लाडकी बहीण योजना की शुरुआत की थी. इसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं की मदद करना था. हालांकि इस योजना का लाभ कुछ ऐसी महिलाओं ने लिया है, जो सरकारी नौकरी कर रही थीं. अब इसको लेकर सरकार ने सख्त कदम उठाया है. महाराष्ट्र सरकार ने लाडकी बहीण योजना में हेराफेरी पर सरकारी महिला कर्मचारियों से सरकारी योजना के पैसे वापस लेने का निर्णय लिया है.
सरकार ने इन महिलाओं पर सरकारी योजना का दुरुपयोग माना गया है और सरकार ने अब ऐसी सरकारी महिला कर्मचारियों को चिन्हित किया है. जिन्होंने सरकारी पद पर रहते हुए गरीब महिलाओं की इस योजना के तहत हर महीने 1500 रुपये प्राप्त किये हैं.
महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने इस बारे में साफ कहा है कि सरकारी नौकरी करने वाली महिलाओं को लाडकी बहीण योजना का लाभ नहीं लेना चाहिए था. अब उनसे वसूली जरूर की जाएगी. वहीं कई सरकारी विभागों ने वसूली की प्रक्रिया शुरू कर दी है, अन्य विभागों को भी जल्द निर्देश दिए जाएंगे.
केवल ये महिलाएं ले सकती हैं लाभ
लाडकी बहीण योजना गरीब महिलाओं की मदद के लिए शुरू की गई थी. पात्र महिलाओं को हर महीने ₹1,500 की वित्तीय सहायता मिलती है. योजना का लक्ष्य: महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना, स्वास्थ्य व पोषण में सुधार करना है. इस योजना में पात्रता की जो शर्तें है उसके मुताबिक महिला की उम्र: 21 से 65 वर्ष होनी चाहिए. आय सीमा: वार्षिक पारिवारिक आय ₹2.5 लाख से कम होना चाहिए. विवाहित, अविवाहित, तलाकशुदा, विधवा, परित्यक्त, निराश्रित महिलाएं इस योजना की पात्र हैं.
महिलाओं से वसूली जाएगी राशि
इस योजना की बड़ी शर्त ये है की लाभार्थी महिला सरकारी कर्मचारी नहीं होनी चाहिए (क्योंकि इनकी आय सीमा पात्रता से अधिक है) लाड़की बहिन योजना के लाभार्थियों को लेकर जो जांच चल रही है. उसमें सामने आया है कि अब तक 2,652 महिला सरकारी कर्मचारियों ने अवैध रूप से इस योजना का लाभ लिया. इन कर्मचारियों से ₹3.58 करोड़ की वसूली की जाएगी. ये महिलाएं अगस्त 2024 से अप्रैल 2025 के बीच लाभ प्राप्त करती रहीं हैं. हर महिला ने अब तक करीब ₹13,500 का लाभ लिया है.
कैसे सामने आया पूरा भ्रष्टाचार
महाराष्ट्र के सामान्य प्रशासन विभाग ने कर्मचारियों का डेटा IT विभाग और UID (आधार) आधारित सत्यापन से जांच किया था. अब तक 1.2 लाख कर्मचारियों की जांच हो चुकी है, जिसमे 2656 सरकारी महिला कर्मचारी फर्जी लाभार्थी पाई गई है जबकि शेष 6 लाख महिला कर्मचारियों की जांच और सत्यापन बाकी है.
वही दूसरी तरफ राज्य सरकार ने 7.7 लाख ऐसी महिलाओं के भुगतान रोक दिए हैं, जो दो योजनाओं (लाडकी बहीण व नमो शेतकरी) का एक साथ लाभ ले रही थीं. आने वाले समय में ये आंकड़ा और बढ़ेगा. डिफॉल्टर कर्मचारियों को स्वेच्छा से राशि लौटाने की अपील की गई है, अन्यथा कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है. सरकार ने इसे गंभीर सेवा आचरण उल्लंघन माना जा रहा है.
महाराष्ट्र में हिंदी पर नया विवाद, मंत्री प्रताप सरनाईक के बयान से सियासी तूफान
31 May, 2025 05:29 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महाराष्ट्र में हिंदी को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने हिंदी को लेकर ऐसा बयान दिया है, जिससे राज्य में सियासी बवाल मच गया है. शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) और मनसे ने उनके बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है.
सरनाईक ने कहा, “हिंदी अब मुंबई की बोलचाल की भाषा बन गई है. हिंदी हमारी प्यारी बहन है.” उनके बयान से मराठी भाषी नाराज हैं. उनके बयान से विवाद पैदा हो गया है.
प्रताप सरनाईक ने यह बयान मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान दिया. उन्होंने कहा कि हिंदी अब मुंबई की बोलचाल की भाषा बन गई है. हिंदी हमारी प्यारी बहन है. हिंदी अब मुंबई की बोलचाल की भाषा बन गई है.
बोलचाल की भाषा बन गई है हिंदी
उन्होंने कहा कि हम मराठी को अपनी मातृभाषा कहते हैं, लेकिन कभी-कभी हम हिंदी और कभी-कभी अंग्रेजी बोलते हैं. इसीलिए हिंदी अब बोलचाल की भाषा बन गई है. ठाणे और मीरा भयंदर मेरे निर्वाचन क्षेत्र हैं. जनता से बात करते समय वह शुद्ध मराठी में बोलते हैं.
उन्होंने कहा किजब मैं मीरा भयंदर जाता हूं, तब मेरे मुंह से स्वतः ही हिंदी निकल जाती है. आजकल हम कहते हैं कि मराठी हमारी मातृभाषा है, हमारी मां है, लेकिन हिंदी हमारी प्यारी बहन है.
संजय राउत ने परिवहन मंत्री पर बोला हमला
संजय राउत ने परिवहन मंत्री के बयान को लेकर आलोचना की. उन्होंने कहा कि बालासाहेब ठाकरे ने मराठी लोगों के उत्थान और कल्याण के लिए शिवसेना की स्थापना की, ताकि वे मराठी लोगों के रूप में आत्मसम्मान के साथ आगे बढ़ सकें और यही लोग अब कहते हैं कि हम बालासाहेब ठाकरे के वारिस हैं.
उन्होंने कहा किउनके नेताओं से पूछें कि क्या उनकी कोई भूमिका है? क्या मराठी संदर्भ में यही आपकी मुख्य भूमिका है? वे जो सोचते हैं, वही भाजपा की सोच है. मैं बार-बार कहता हूं कि उनकी पार्टी के नेता और प्रमुख अमित शाह हैं. इसलिए राउत ने तंज कसते हुए कहा कि ये लोग वही बात कहते हैं जो शाह कहते हैं.
मनसे ने भी परिवहन मंत्री को घेरा
प्रताप सरनाईक के बयान पर मनसे की ओर से भी कड़ी प्रतिक्रिया आई है. मनसे नेता यशवंत किलेदार ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को अपने मंत्रियों को समझाना चाहिए. हम यह स्वीकार नहीं कर सकते हैं कि वोटों की खातिर मराठी और मुंबई को कलंकित किया जाएगा और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के रूप में हम महाराष्ट्र और मराठी लोगों के लिए लड़ते रहेंगे.
उन्होंने कहा कि मेरे राजा, राज्य, मुंबई और मेरे पिता के पूर्वजों की भाषा मराठी है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि क्या प्रताप सरनाईक को पता है कि मुंबई भी मराठी लोगों की है. इससे पहले उनके मंत्री हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा दिए जाने की बात करते रहे थे.
गडकरी बोले – ई-रिक्शा लाने के लिए 10 बार भी कानून तोड़ना पड़े तो तोड़ेंगे
31 May, 2025 05:22 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की पुस्तक ‘संघतिल मानवी व्यवस्थापन’ (संघ में मानव प्रबंधन) का शुक्रवार को विमोचन किया गया. यह किताब आरएसएस के ऑपरेशनल स्टाइल, वहां कैसे काम होता है इस पर जोर देती है. इस मौके पर आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील अंबेकर भी मौजूद रहे. इस दौरान गडकरी ने बताया कि 11 साल पहले उन्होंने ई-रिक्शा लाने के लिए अहम कदम उठाए और कैसे सोच लिया था कि ई-रिक्शा लाने के लिए 1 बार नहीं 10 बार भी कानून को तोड़ना पड़ेगा तो तोड़ेंगे.
आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील अंबेकर ने किताब को लेकर कहा,अक्सर, हमारे जीवन में सकारात्मक प्रभावों का महत्व बाद में ही पता चलता है. नितिन गडकरी ने अपनी पुस्तक के जरिए आसान भाषा का इस्तेमाल करते हुए आरएसएस के लोकाचार और कार्यशैली का प्रभावी ढंग से दुनिया के सामने रखा है.
“राजनीति पैसा कमाने का धंधा नहीं”
किताब के विमोचन के मौके पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि पैसा कमाना गुनाह नहीं है, मैं सभी कार्यकर्ताओं को बताता हूं कि पैसा कमाना चाहिए, लेकिन राजनीति पैसा कमाने का धंधा नहीं है. केंद्रीय मंत्री गडकरी ने आगे कहा मैं प्रमाणित तौर पर कहता हूं कि मैं इंजीनियरिंग की एडमिशन क्वालीफाई नहीं कर पाया, 12वीं क्लास में 52% अंक मिले थे.
ई-रिक्शा के लिए उठाया अहम कदम
एक घटना का जिक्र करते हुए गडकरी ने कहा की ज्यादा विचार करता तो सरकारी नौकर बनते, वो डेयरडेविल है, निर्णय करने का ढांढस रखता हूं, यह उनकी कैपिटल है, गडकरी ने कहा कि उनके जीवन का सबसे बड़ा काम साइकिल रिक्शा की जगह ई-रिक्श लाना रहा ,क्योंकि साइकिल रिक्शा में मानव, मानव को खींचता था वह काफी कष्टदायक था, 2014 में जब वो पहली बार मंत्री बने तो वो सोचने लगे कि 1 करोड़ व्यक्ति आदमी आदमी को खींचता है, दीनदयाल उपाध्याय ने कहा था कि ये मानवी शोषण है ,जिस दिन यह बंद होगा ,वह देश के लिए सुनहरा दिन होगा, गडकरी ने कहा कि उन्होंने सोच लिया था कि इसके लिए एक बार नहीं 10 बार कानून तोड़ना पड़ेगा तो तोड़ेंगे.
ई-रिक्शा पर कानूनी लड़ाई को याद करते हुए गडकरी ने कहा, महात्मा गांधी ने एक बार कहा था कि अगर आप किसी गरीब व्यक्ति की मदद कर रहे हैं, तो आप एक बार नहीं बल्कि 10 बार कानून तोड़ सकते हैं. मैंने भी ऐसा ही करने का फैसला किया.
गडकरी ने कहा कि इलेक्ट्रिक रिक्शा ने एक आदमी के दूसरे आदमी को खींचने वाली “अमानवीय” प्रथा को खत्म कर दिया है, क्योंकि बड़ी संख्या में साइकिल रिक्शा चालक इलेक्ट्रिक वाहन चलाने लगे हैं. उन्होंने कहा, यह मेरे जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने कहा कि ई-रिक्शा पर स्विच करने से लगभग एक करोड़ लोगों को फायदा हुआ.
महादेव जानकर के मंच पर जुट सकते हैं राहुल गांधी, शरद पवार और अखिलेश यादव
30 May, 2025 07:31 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव शनिवार को भाजपा के पूर्व सहयोगी और राष्ट्रीय समाज पक्ष के संस्थापक महादेव जानकर द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मंच साझा कर सकते हैं. महादेव जानकर ने अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती समारोह के अवसर पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया है. इस कार्यक्रम में इंडिया गठबंधन के ये तीन वरिष्ठ नेता शिरकत कर सकते हैं.
2016-19 में भाजपा के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रहे महादेव जानकर को 2024 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने नजरअंदाज कर दिया, जिसके बाद उन्होंने अलग रास्ता चुना है.
धनगर समुदाय से ताल्लुक रखने वाले महादेव जानकर तब से कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी गठबंधन की ओर कदम बढ़ा रहे हैं.
अहिल्याबाई की 300वीं जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन
उन्होंने होल्कर वंश की रानी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के अवसर पर भव्य समारोह का आयोजन किया है, जिसकी जड़ें धनगर समुदाय में हैं.
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी, शरद पवार और अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय राजधानी में होलकर रानी की जयंती मनाने के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करने के उनके निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है.
महादेव जानकर ने कहा कि उन्होंने राजद नेता तेजस्वी यादव और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन को भी निमंत्रण दिया है, लेकिन उन्होंने अभी तक कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति की पुष्टि नहीं की है.
महाराष्ट्र के कई जिलों में धनगर समुदाय की मौजूदगी
महाराष्ट्र के सोलापुर, सांगली, बारामती, परभणी, सतारा लोकसभा सीटों पर धनगर समुदाय की अच्छी खासी मौजूदगी है और यह 25-30 से अधिक विधानसभा सीटों के नतीजों को प्रभावित कर सकता है.
जानकर ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बारामती से राकांपा नेता सुप्रिया सुले के खिलाफ राजग उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था और लगभग 70,000 मतों के अंतर से हार गए थे.
महादेव जानकर को दिवंगत गोपीनाथ मुंडे और बाद में उनकी बेटी पंकजा मुंडे का करीबी माना जाता था. हालांकि, भाजपा के साथ उनके संबंध खराब हो गए, क्योंकि पार्टी ने धनगर नेता गोपीनाथ पडलकर को बढ़ावा दिया, जो 2024 के विधानसभा चुनावों में विधायक चुने गए.
महाराष्ट्र ATS ने हनी ट्रैप मामले में ठाणे से किया बड़ा खुलासा
30 May, 2025 07:19 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
ऑपरेशन सिंदूर के बाद ATS ने दर्जनों पाकिस्तानी जासूसों को पकड़ा है. इस कड़ी में शुक्रवार को महाराष्ट्र एटीएस ने ठाणे से ‘हनी ट्रैप’ में फंसे एक जूनियर इंजीनियर को गिरफ्तार किया है. यह आरोपी पाकिस्तानी ऑपरेटिव को भारत की गोपनीय जानकारी देता था. पुलिस आरोपी को 2 जून तक हिरासत में लेकर पूछताछ करेगी.
इस मामले में एटीएस दो अन्य आरोपियों की भी तलाश कर रही है, जिसमें एक पाकिस्तानी ऑपरेटिव और एक भारतीय नागरिक शामिल हैं. इसके अलावा 3 राज्यों में 4 जासूस पकड़े जा चुके हैं जो सोशल मीडिया के जरिये पाकिस्तान में भारत की खुफिया जानकारी पहुंचाते थे.
आरोपी को जानिए
महाराष्ट्र एटीएस ने एक 27 वर्षीय जूनियर इंजीनियर रवींद्र वर्मा को गिरफ्तार किया है. आरोपी ठाणे में किराए के मकान में रहता था. वह मुम्बई की एक निजी कंपनी में कार्यरत था, जो रक्षा प्रतिष्ठानों के लिए काम करती है. एटीएस के अनुसार, आरोपी को एक पाकिस्तानी खुफिया एजेंट ने ‘हनी ट्रैप’ में फंसा लिया था और वह उस व्यक्ति के जरिए भारत की खुफिया जानकारी हासिल करता था.
व्हाट्सएप के जरिए पकड़ा गया जासूस
महाराष्ट्र एटीएस ने बताया कि उन्हें एक खास व्हाट्सएप नंबर के बारे में जानकारी मिली थी. उस नंबर का आईपी एड्रेस चेक करने पर पता चला कि वह नंबर पाकिस्तानी ऑपरेटिव द्वारा संचालित किया जा रहा था. एटीएस ने इस मामले पर कार्रवाई करते हुए आरोपी से पूछताछ की और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया. पाकिस्तानी ऑपरेटिव ने महिला की फर्जी पहचान बनाकर फेसबुक पर आरोपी को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी. इसके बाद दोनों व्हाट्सएप पर बातचीत करने लगे और आरोपी ने संवेदनशील जानकारी साझा की. जांच में सामने आया है कि आरोपी को ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के जरिए पैसे भी मिले थे.
2 जून तक रहेगा पुलिस कस्टडी में
आरोपी को गिरफ्तार कर ठाणे की अदालत में पेश किया गया. जिसके बाद उसे 2 जून तक पुलिस कस्टडी में रखा गया है. आरोपी के खिलाफ 28 मई को ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट और BNS की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस अब उसके मोबाइल फोन और सोशल मीडिया अकाउंट्स की भी जांच कर रही है. एटीएस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या उस पाकिस्तानी ऑपरेटिव ने किसी और को भी फंसाया है. इस मामले में एटीएस दो अन्य आरोपियों की भी तलाश कर रही है, जिसमें एक पाकिस्तानी ऑपरेटिव और एक भारतीय नागरिक शामिल हैं.
इससे पहले भी महाराष्ट्र में पकड़े जा चुके हैं कई जासूस
ऑपरेशन सिंदूर से पहले भी महाराष्ट्र में कई पाकिस्तानी जासूस पकड़े जा चुके हैं. 9 मार्च को मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स के ठेका कर्मचारी कल्पेश बालकर (31) को फेसबुक और व्हाट्सएप के जरिए पाकिस्तानी ऑपरेटिव को जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. डीआरडीओ वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर (59) को 2023 में गिरफ्तार किया गया, जो पाकिस्तानी ऑपरेटिव से भारत की खुफिया जानकारी साझा करते थे. अक्टूबर 2020 में नासिक स्थित हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड में सहायक पर्यवेक्षक दीपक शिरसाठ (41) को पाकिस्तानी आईएसआई एजेंट को जानकारी देने के आरोप में एटीएस ने गिरफ्तार किया.
यरवदा जेल से फिर गिरफ्तारी, डॉ. अजय टावरे पर किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट का आरोप
29 May, 2025 05:14 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
पुणे पोर्श केस का आरोपी डॉक्टर अजय टावरे अब एक नए कांड में फंस गया है. अजय टावरे पर आरोप है कि वह किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट चला रहा था. अजय टावरे को गुरुवार को पुणे पुलिस ने इस केस के सिलसिले में जेल से ही गिरफ्तार कर लिया गया. डॉ. अजय टावरे पोर्श केस में ही इस समय यरवदा जेल में बंद है. उसने ही 17 साल के नाबालिग लड़के को बचाने के लिए उसके ब्लड सैंपल के साथ छेड़छाड़ की थी. आरोप था कि इससे लिए उसे मोटी रकम दी गई थी.
DCP (क्राइम) निखिल पिंगले ने बताया कि गुरुवार को किडनी रैकेट केस में डॉ. अजय टावरे को गिरफ्तार किया गया है. पूछताछ के बाद आज ही उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा. DCP ने बताया कि एक निजी अस्पताल रूबी हॉल क्लीनिक में 2022 किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट चलाया जा रहा था. 2022 में डॉ. अजय टावरे क्षेत्रीय प्राधिकरण समिति के प्रमुख थे, जिन्होंने रूबी हॉल क्लीनिक में किडनी ट्रांसप्लांट को मंजूरी दी थी.
3 साल पहले का केस, अब हुई कार्रवाई
मई 2022 में पुलिस ने उसी वर्ष मार्च में किए गए प्रत्यारोपण के दौरान कदाचार के आरोपों के बाद रूबी हॉल क्लीनिक के प्रबंध ट्रस्टी और कर्मचारियों सहित 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. जांचकर्ताओं के अनुसार, कोल्हापुर की एक महिला को एक पुरुष किडनी प्राप्तकर्ता की पत्नी के रूप में झूठ बोलने के लिए 15 लाख रुपए देने का वादा किया गया था. उसने अपनी किडनी एक युवती को दान कर दी, जबकि युवती की मां ने अपनी किडनी उस आदमी को दान कर दी.
यह एक अवैध जोड़ी अंग ट्रांसफर था. धोखाधड़ी कुछ दिनों बाद तब सामने आई, जब महिला ने पैसे के विवाद के बाद अपनी असली पहचान बताई. इसी किडनी रैकेट में अजय टावरे की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई, जिसके बाद पुलिस ने डॉ. अजय टावरे पर मामला दर्ज किया और आज उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
यरवदा जेल में बंद है आरोपी डॉक्टर
डॉक्टर अजय टावरे इस समय पुणे की यरवदा जेल में बंद है. वह पुणे के ससून जनरल अस्पताल का पूर्व चिकित्सा अधीक्षक रह चुका है, लेकिन पुणे पोर्श केस में नाबालिग को बचाने में इसका भी बहुत बड़ा रोल था. घटना के बाद जब नाबालिग को पुलिस मेडिकल के लिए हॉस्पिटल ले गई तो इसने पैसे के लालच में नाबालिग का ब्लड सैंपल ही बदल दिया, जिससे उसकी मेडिकल रिपोर्ट में अल्कोहल की पुष्टि ही नहीं हुई, जबकि नाबालिग ने नशे में इंजीनियर युवक-युवती को टक्कर मारी थी.
पालतू कुत्ते ने काटा पड़ोसी को, मुंबई कोर्ट ने मालिक को 4 महीने की सजा सुनाई
29 May, 2025 05:10 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में एक व्यक्ति के पालतू कुत्ते ने उसके पड़ोसी को काट लिया. ये मामला शहर के वर्ली स्थित अपार्टमेंट का है. अब इस मामले में कोर्ट ने 40 साल के व्यक्ति को चार महाने की कठोर कारावास की सजा सुनाई है, साथ ही 40 हजार रुपये का जुर्माना भी लगया है. इस मामले में आरोपी व्यक्ति का नाम ऋषभ पटेल है. कोर्ट ने उसे जानबुझकर चोट पहुंचाने और पालतू जानवर के साथ लापरवाही बरतने के आरोप में दोषी ठहराया है.
इस मामले में पीड़ित का नाम रमेश शाह है. ये घटना वर्ली स्थित अपार्टमेंट में उस समय घटी जब वहां लिफ्ट का दरवाजा खुला. जानकारी के अनुसार, पीड़ित रमेश शाह, उनका देढ़ साल का बेटा और घरेलू नौकर अनुज सिंह चौथी मंजिल से नीचे आ रहे थे. इसी दौरान रमेश शाह ने ऋषभ पटेल से कहा कि उनका बेटा कुत्तों से डरता है. इसलिए वो थोड़ी देर लिफ्ट में चढ़ने से रुक जाएं, लेकिन पटेल ने रमेश शाह की बात को अनसुना कर दिया औऱ अपने कुत्ते हस्की को जबरन खींचते हुए लिफ्ट में प्रवेश कर लिया.
कोर्ट ने क्या कहा?
इसके बाद हस्की ने रमेश शाह की बांह पर काट लिया. फिर वो अपने बेटे और नौकर के साथ बाहर निकल गए, लेकिन ऋषभ पटेल ने उनका पीछा करते हुए कहा कि उनको जो करना है कर लें. फिर शाह ने अपना इलाज करवाया. बाद में पुलिस में शिकायत दी. इस पूरे मामले में मजिस्ट्रेट सुहास भोसले ने कहा कि सासीटीवी में साफ तौर पर आरोपी को अपने कुत्ते को जबरन लिफ्ट में घसीटते देखा जा सकता है. इससे साफ पता चलता है कि उसे न तो लिफ्ट में मौजूद लोगों की चिंता थी और न ही अपने पालतू जानवर की. कोर्ट ऐसे काम के लिए वो आरोपी से बहुत नरमी से पेश नहीं आ सकती.
इस मामले की सुनावाई के दौरान पीड़ित और उनके नौकर ने बयान दिए. बचाव पक्ष की ओर से इलाज में देरी करने और शुरुआती तौर पर ऐंटी-रेबीज इंजेक्शन न लेने की बात कही गई और बचाव की कोशिश की गई, लेकिन कोर्ट ने गवाहों के बयान को विश्वसनीय माना और आरोपी को सजा सुना दी.
संजय राउत ने सरकार की वीर सावरकर सम्मान योजना पर सवाल उठाए
28 May, 2025 03:37 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने वीर सावरकर की बैरिस्टर डिग्री बहाल करवाने की सरकार की पहल का स्वागत किया है. हालांकि, उन्होंने कई सवाल भी खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि वीर सावरकर को अब भारत रत्न मिलना चाहिए. राउत का बयान ऐसे समय में आया है जब 27 मई को भारत सरकार नें 139 लोगों को पद्म पुरस्कार प्रदान किए गए. आज यानी 28 मई को विनायक दामोदर सावरकर की जयंती है.
राउत ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के समय अंग्रेजों ने वीर सावरकर की बैरिस्टर डिग्री जब्त कर ली थी, फिर भी देश उन्हें “बैरिस्टर सावरकर” कहता है. हम सब उनका सम्मान करते हैं. अगर सरकार 10 साल बाद उनकी डिग्री बहाल करवाने जा रही है, तो यह अच्छी बात है. हम इसका स्वागत करते हैं, लेकिन यह भी पूछा जाना चाहिए कि अभी तक उनको भारत रत्न क्यों नहीं दिया गया जबकि ये सम्मान देश के कई लोगों को मिल चुका है. उन्होंने कहा कि इसका जवाब न देवेंद्र फडणवीस के पास है, न अमित शाह के पास और न ही प्रधानमंत्री मोदी के पास है.
शिवाजी के वाघनख असली हैं या नकली पता नहीं…
वहीं ऐतिहासिक चीजों की भारत वापसी का सिलसिला जारी है. इस पर राउत ने हाल ही में महाराष्ट्र लाए गए शिवाजी के वाघनख पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने अफजल खान का वध किया था. उन्होंने जिस वाघनख से अफजल को मारा था, उसे करोड़ों रुपये में लंदन से लाया गया, चुनाव से पहले ये वाघनख महाराष्ट्र में गांव-गांव घुमाए गए थे, लेकिन ये असली हैं या नकली इसका किसी को पता नहीं है. वाघनख अभी कहां हैं, इसका भी कुछ पता नहीं है.
उन्होंने कहा कि अब सरकार नागपुर के राजा भोसले की तलवार को 70 से 80 लाख रुपये में लाने वाली है. संजय राउत ने एक बार फिर न केवल वीर सावरकर को भारत रत्न देने की मांग की है बल्कि सरकार से कुछ गंभीर सवाल भी किए हैं.सरकार इन सवालों को कितना गंभीरता से लेती है ये देखने वाली बात होगी.
पुणे की छात्रा को हाई कोर्ट ने परीक्षाओं के लिए तत्काल रिहाई का आदेश दिया
28 May, 2025 03:34 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
मुंबई हाई कोर्ट ने भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे संघर्ष पर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के आरोप में गिरफ्तार पुणे की 19 साल की इंजीनियरिंग स्टूडेंट को जमानत पर तत्काल रिहा करने का आदेश दिया. ताकि वो अपनी कॉलेज की परीक्षाओं में शामिल हो सके. जस्टिसगोडसे ने कहा कि यह क्या है? आप एक छात्रा का जीवन बर्बाद कर रहे हैं? यह किस तरह का आचरण है? कोई कुछ ऐसा व्यक्त करता है कि आप छात्रा का जीवन बर्बाद करना चाहते हैं? आप उसे कैसे बाहर कर सकते हैं? क्या आपने स्पष्टीकरण मांगा?
न्यायमूर्ति गौरी गोडसे और न्यायमूर्ति सोमशेखर सुंदरसन की अवकाशकालीन पीठ ने कहा कि यह पूर्णतया शर्मनाक है कि सरकार ने छात्रा के साथ कट्टर अपराधी जैसा व्यवहार किया है. अदालत ने छात्रा को तत्काल जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया. साथ ही यह भी कहा कि छात्रा को गिरफ्तार ही नहीं किया जाना चाहिए था, क्योंकि उसने तुरंत पोस्ट डिलीट कर दिया था. इसके अलावा छात्रा ने पश्चाताप भी किया था और माफी भी मांगी थी.
छात्रा की स्वतंत्रता छीन ली गई
याचिका पर सुनवाई करते हुए अदालत ने छात्रा को गिरफ्तार करने और बाहर करने के लिए महाराष्ट्र पुलिस और कॉलेज प्रशासन को कड़ी फटकार लगाई. छात्रा की वकील फरहाना शाह ने सोमवार को तत्काल सुनवाई की अपील की, जिसमें चल रही सेमेस्टर परीक्षाओं का हवाला देते हुए कहा कि छात्रा की स्वतंत्रता छीन ली गई है.
कॉलेज के वकील ने तर्क दिया कि वह पुलिस एस्कॉर्ट के साथ परीक्षा दे सकती है. अदालत ने इस तर्क पर आपत्ति जताते हुए कहा कि वह अपराधी नहीं है. कॉलेज पर कड़ी फटकार लगाते हुए कोर्ट ने कहा कि एक शैक्षणिक संस्थान का उद्देश्य क्या है? क्या इसका उद्देश्य केवल शैक्षणिक रूप से शिक्षा देना है? आपको एक छात्र को सुधारने की आवश्यकता है या उसे अपराधी बनाने की? हम समझते हैं कि आप कुछ कार्रवाई करना चाहते हैं, लेकिन आप उसे परीक्षा देने से नहीं रोक सकते. उसे बचे हुए तीन पेपर देने दें.
मराठा समाज की सामाजिक क्रांति, फिजूलखर्ची और दहेज के खिलाफ एकजुटता
27 May, 2025 04:25 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महाराष्ट्र में वैष्णवी हगवणे के सुसाइड मामले के बाद पूरे मराठा समुदाय ने एक बेहतरीन सामाजिक पहल की शुरुआत की है. उन्होंने शादी-विवाह में होने वाली फिजूलखर्ची को रोकने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है, जिससे किसी दूसरी वैष्णवी को दहेज के कारण सुसाइड न करना पड़े. इसे लेकर मराठा समुदाय के प्रमुख नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं की एक बैठक हुई, जिसमें उन्होंने शादी को सिंपल तरीके से करने और दहेज जैसी कुप्रथा को खत्म करने का संकल्प लिया.
दरअसल, यह पहल एक दुखद घटना के बाद की गई, जिसमें एनसीपी के निष्कासित नेता राजेंद्र हगवणे की बहू वैष्णवी ने दहेज उत्पीड़न के कारण आत्महत्या कर ली थी.
बैठक में कांग्रेस के इकाई अध्यक्ष अरविंद शिंदे, एनसीपी (एसपी) के नेता अंकुश काकड़े, विधायक चेतन तुपे, पूर्व महापौर राजलक्ष्मी भोसले, पूर्व नगरसेवक श्रीकांत शिरोले, एनसीपी (एसपी) शहर इकाई के अध्यक्ष प्रशांत जगताप और मराठा कोटा कार्यकर्ता राजेंद्र कोंधारे जैसे प्रमुख लोग शामिल हुए. इस बैठक में कई अहम प्रस्ताव पारित किए गए, जिनमें शादी में फिजूलखर्ची रोकना, सास-ससुर को बहू के सम्मान के लिए जागरूक करना और माता-पिता को अपनी बेटियों के उत्पीड़न के खिलाफ समर्थन देने के लिए प्रेरित करना शामिल है.
सिंपल शादियां करो, नहीं तो होगा सामाजिक बहिष्कार
बैठक में यह तय किया गया कि मराठा समुदाय अब बहुत ताम-झाम वाली शादियों का पार्ट नहीं बनेगा. श्रीकांत शिरोले ने कहा, ‘वैष्णवी की दुखद घटना ने पूरे समुदाय को झकझोर दिया है. हम अब एक ऐसा मंच बनाएंगे, जो सिंपल शादियों को बढ़ावा देगा और फिजूलखर्ची को रोकेगा.’
कांग्रेस नेता अरविंद शिंदे ने बताया कि समुदाय ने उन परिवारों का सामाजिक बहिष्कार (Social Boycott) करने का फैसला किया है, जो अपनी बहुओं का उत्पीड़न करते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे परिवारों से कोई अपनी बेटी का रिश्ता नहीं करेगा. उन्होंने यह भी बताया कि मिडिल क्लास फैमिलीस अक्सर अमीरों की नकल में खर्चीली शादियां करती हैं, जिससे उन पर आर्थिक बोझ पड़ता है. कई बार लोग अपनी प्रोपर्टी बेचकर या कर्ज लेकर शादी करते हैं, जिसे समुदाय अब रोकना चाहता है.
सास-ससुर को जागरूक करने की जरूरत
पूर्व महापौर राजलक्ष्मी भोसले ने कहा कि सास और ननद को अपनी बहू को बेटी की तरह मानने के लिए जागरूक करना जरूरी है. उन्होंने कहा, ‘महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की जरूरत है, ताकि वे अपने हक के लिए खड़ी हो सकें.’ साथ ही, उन्होंने यह भी जोड़ा कि बहुओं को यह भरोसा होना चाहिए कि उत्पीड़न की स्थिति में उनके माता-पिता उनका साथ देंगे.
वैष्णवी मामले में जांच पर होगी सबकी नजर
मराठा कोटा कार्यकर्ता मनोज जारांगे ने वैष्णवी के परिवार से मुलाकात की और पुलिस से इस मामले की जांच को गंभीरता से लेने की मांग की. उन्होंने कहा, ‘वैष्णवी की आत्महत्या के मामले की जांच से यह साबित होगा कि होम डिपार्टमेंट कितना प्रभावी है. अगर दोषियों को सजा नहीं मिली, तो यह पूरे राज्य में आक्रोश पैदा करेगा.’ जारांगे ने दहेज प्रथा को सामाजिक बुराई बताते हुए इसे पूरी तरह खत्म करने की अपील की.
क्या है वैष्णवी हगवणे का पूरा मामला
वैष्णवी ने 16 मई को पुणे जिले के पिंपरी-चिंचवड के बावधन में अपने ससुराल में आत्महत्या कर ली थी. उनके परिवार का आरोप है कि राजेंद्र हगवणे और उनके रिश्तेदारों ने वैष्णवी से 2 करोड़ रुपये की जमीन की मांग की थी. जबकि शादी में वैष्णवी के परिवार ने 51 तोला (595 ग्राम) सोना, चांदी और एक एसयूवी दी थी. लेकिन फिर भी ससुराल वालों का पेट नहीं भरा और वे उसका उत्पीड़न करते रहे. पुलिस ने राजेंद्र हगवणे, उनके बेटे शशांक, पत्नी लता, बेटी करिश्मा और बेटे सुशील को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा, पांच अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया, जो राजेंद्र और उनके बेटे को छिपाने में मदद कर रहे थे.
मानसून का रिकॉर्ड समय से पहले आगमन, मुंबई-ठाणे में भारी बारिश का अलर्ट
27 May, 2025 04:21 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून अपनी सामान्य तारीख से 16 दिन पहले मुंबई पहुंच गया है और 1950 के बाद से पहली बार इसका इतनी जल्दी आगमन हुआ है. जिसके साथ ही मई में सबसे ज्यादा बारिश का 107 साल का रिकॉर्ड टूट गया. वहीं बारी बारिश की वजह से बिगड़े हालातों के बीच आईएमडी ने रेड अलर्ट जारी किया है.
मौसम विभाग ने मंगलवार (27 मई) यानी आज और भी भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है. आईएमडी ने पूर्वानुमान के साथ कहा कि मुंबई, ठाणे समेत आसपास के इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है.
हाई टाइड का अलर्ट
बता दें कि मुंबई में सोमवार रात 11 बजे 4.1 मीटर की हाई टाइड समुद्र में आया. जिसके बाद लगभग 13 फीट ऊंची लहरें समुद्र में उठती दिखाई दीं. इसकी वजह से मुंबई और आसपास के जिलों में जोरदार बारिश फिर शुरू हो गई. रायगढ़, ठाणे और पालघर में भी बारिश हुई. मुंबई को लेकर मौसम विभाग ने पहले ही अलर्ट जारी किया था. सोमवार दिनभर मुंबई में जोरदार बारिश हुई, जिससे जगह-जगह पानी भर गया.
वहीं वर्ली मेट्रो स्टेशन में भी पानी भरने का वीडियो सामने आया था. IMD ने अलर्ट जारी करते हुए कहा था कि अभी दो दिनों तक बारिश से राहत मिलने वाली नहीं है. बताया जा रहा है कि मुंबई में मई के महीने में हुई बारिश ने 107 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है.
मौसम विभाग ने बताया है कि आज (मंगलवार) दोपहर 12 बजकर 14 मिनट पर 4.92 मीटर की पहली हाई टाइड समुद्र में आएगी. इस दौरान 15 फीट की ऊंची लहरें समुद्र में उठ सकती हैं. वहीं आज रात 11 बजकर 54 मिनट पर 4.08 मीटर की हाई टाइड आएगी. ऐसे में आज का दिन भी मुंबई और आसपास के जिलों के लिए मुसीबत भरा हो सकता है.
तीन दिनों में मुंबई पहुंचेगा मानसून
हर साल बेसब्री से इंतजार किए जाने वाला मानसून इस बार रविवार (25 मई) को दक्षिण कोंकण क्षेत्र में दाखिल हो गया है. मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार, मानसून की उत्तर सीमा अब महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के देवगढ़ तक पहुंच चुकी है. अनुमान है कि अगले तीन दिनों के भीतर मानसून मुंबई में दस्तक देगा.
इस साल मानसून ने अंडमान निकोबार द्वीप समूह में समय से एक हफ्ते पहले और फिर केरल में भी तय तारीख से पहले दस्तक दी. इसके बाद रविवार को मानसून ने तेज गति से आगे बढ़ते हुए कर्नाटक की तटीय रेखा और गोवा को पार कर महाराष्ट्र में प्रवेश किया है. देवगढ़ तक इसकी पहुंच हो चुकी है.
अब जब मानसून दक्षिण कोंकण में पहुंच गया है, तो इसके मध्य अरब सागर से होते हुए मुंबई तक पहुंचने के लिए अनुकूल परिस्थितियां बन चुकी हैं. मौसम विभाग का कहना है कि अगले तीन दिनों में मानसून न सिर्फ मुंबई, बल्कि पूरे कोंकण क्षेत्र को कवर करेगा, यानी 30 मई या 1 जून तक मानसून मुम्बई में दाखिल हो सकता है.
मेट्रो स्टेशन में भरा पानी
मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (एमएमआरसी) को भूमिगत आचार्य अत्रे चौक स्टेशन पर पानी भरने की सूचना मिलने के बाद परिचालन स्थगित करना पड़ा. मेट्रो स्टेशन के अंदर जलभराव से 33 किलोमीटर लंबे कोलाबा-बीकेसी-आरे जेवीएलआर भूमिगत मेट्रो कॉरिडोर पर भूमिगत मेट्रो स्टेशन के निर्माण की गुणवत्ता एवं मानसून की तैयारियों को लेकर चिंताएं पैदा हो गई हैं.
हफ्ते भर बारिश का अनुमान
मुंबई, ठाणे और पालघर जिलों के लिए भारतीय मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है, जबकि रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. हालांकि, 29 मई के बाद बारिश की तीव्रता में कुछ कमी आने की संभावना जताई गई है. मुंबई और उपनगरों में अगले दो दिनों तक आसमान में घने बादल छाए रहने और कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ मध्यम से भारी बारिश होने का अनुमान है. मौसम विभाग ने नागरिकों को सतर्क रहने की अपील की है.
16 साल बाद जल्दी पहुंचा मानसून
बता दें कि मानसून ने शनिवार को केरल में दस्तक दी, जो 2009 के बाद से भारत की मुख्य भूमि पर इतनी जल्दी इसका पहली बार आगमन है. उस साल मानसून 23 मई को केरल में पहुंचा था. दक्षिण-पश्चिम मानसून आमतौर पर एक जून तक केरल में प्रवेश करता है, 11 जून तक मुंबई पहुंचता है और 8 जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लेता है. यह 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से लौटना शुरू कर देता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से लौट जाता है.
मुंबई में कब-कब आया मानसून
आईएमडी के मुंबई कार्यालय के अनुसार, 1950 से उपलब्ध आंकड़ों से पता चलता है कि मुंबई में मानसून का इतना जल्दी पहली बार आगमन हुआ है. पिछले साल मानसून 25 जून को मुंबई पहुंचा था. इससे पहले के वर्षों में, यह 2022 में 11 जून, 2021 में 9 जून, 2020 में 14 जून और 2019 में 25 जून को पहुंचा था.
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मानसून के आगमन की तारीख का कुल मौसमी वर्षा से कोई सीधा संबंध नहीं है. केरल या मुंबई में जल्दी या देर से आने वाले मानसून का मतलब यह नहीं है कि यह देश के अन्य हिस्सों में भी जल्दी पहुंच जाएगा. यह बड़े पैमाने पर परिवर्तनशीलता और वैश्विक, क्षेत्रीय और स्थानीय विशेषताओं पर निर्भर करता है.
महाराष्ट्र में मूसलाधार बारिश का कहर, मुंबई-ठाणे-रायगढ़ में रेड अलर्ट जारी
26 May, 2025 04:46 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महाराष्ट्र के कई इलाकों में देर रात से ही तेज बारिश हो रही है. मूसलाधार बारिश की वजह से आईएमडी ने मुंबई, ठाणे और रायगढ़ के लिए दोपहर 12.38 बजे रेड अलर्ट जारी किया है. इन इलाकों में ज्यादा बारिश की चेतावनी दी गई है. लगातार बारिश के कारण यहां सड़कों पर जलभराव और ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी हुई है. खासकर दक्षिण मुंबई में ट्रेनें देरी से चल रही हैं. नरीमन पॉइंट में सुबह 9-10 बजे के बीच 104 मिमी बारिश दर्ज की गई.
मध्य रेलवे और हार्बर लाइन की ट्रेनों को पटरियों पर पानी भर जाने के कारण रुकावट का सामना करना पड़ा, जबकि पश्चिमी रेलवे ज्यादातर सामान्य रूप से चलती रही. सड़कों पर बसों के रूट डायवर्जन किए गए. साथ ही कुछ रूट पर बसें बंद रहीं. महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे स्थिति की समीक्षा करने के लिए दोपहर 2 बजे बीएमसी के आपदा नियंत्रण कक्ष का दौरा करेंगे. इस बीच, तकनीकी समस्या के कारण मुंबई मेट्रो लाइन-3 की सेवाएं वर्ली स्टेशन तक सीमित हैं.
प्री मानसून 15 दिन पहले आ गया
आपदा प्रबंधन मंत्री मंत्री गिरीश महाजन ने कहा कि प्री-मानसून बारिश 15 दिन पहले ही आ गई है. उन्होंने कहा कि कम समय में ही बहुत ज्यादा बारिश हो गई है. 10-11 जून तक यहां बारिश की उम्मीद नहीं है. मुंबई में सुबह की तेज बारिश के कारण कोलाबा में सबसे ज्यादा बारिश हुई. एनडीआरएफ की टीम को भी तैनात कर दी गई है.
उन्होंने कहा कि मुंबई में 26 मई को सुबह 8.30-11.30 बजे के बीच काफी बारिश हुई, जिसमें कोलाबा में 105.2 मिमी बारिश हुई. बांद्रा (68.5 मिमी), जुहू एयरपोर्ट (63.5 मिमी) और सांताक्रूज़ (55 मिमी) जैसे दूसरे क्षेत्रों में भी तेज बारिश हुई. तेज बारिश इस मौसम की सबसे शुरुआती उच्च तीव्रता वाली बारिशों में से एक है, जिसमें कोलाबा में केवल 3 घंटे में 100 मिमी बारिश का आंकड़ा पार हो गया.
सोमवार की सुबह ठाणे से मुंबई जाने वाले यात्रियों को देरी का सामना करना पड़ा क्योंकि मानसून की पहली बारिश के बीच उपनगरीय ट्रेन सर्विस में देरी हो गईं.
5 जून को आना था मानसून
दक्षिण-पश्चिम मानसून रविवार को सिंधुदुर्ग और आसपास के क्षेत्रों सहित महाराष्ट्र के कई हिस्सों में प्रवेश कर गया है. मानसून 5 जून को अपने सामान्य समय से 10 दिन पहले पहुंच गया है. यह समय से पहले आगमन 1960 के बाद से केवल सातवीं बार है जब राज्य में मई में आगमन हुआ है. 1990 में सबसे पहले 20 मई को दर्ज किया गया था. पुणे में आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक एसडी सनप के अनुसार, अगले तीन दिनों में पुणे और मुंबई में मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं. तटीय कोंकण और मध्य महाराष्ट्र में ज्यादा बारिश दर्ज की गई, जिससे नासिक से कोल्हापुर तक के इलाके भीग गए.
पालघर में दर्दनाक हादसा: चिकन की हड्डी गले में फंसी, युवती की मौत
26 May, 2025 04:40 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
महाराष्ट्र के पालघर में एक युवती की मौत हो गई. युवती के गले में चिकन का एक पीस फंस गया था, जिस वजह से उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी और ये परेशानी देखते ही देखते बढ़ती चली गई. हालांकि युवती को अस्पताल ले जाया गया. लेकिन युवती ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया. चिकन की एक हड्डी युवती के गले में फंस गई थी, जिसकी वजह से युवती सांस नहीं ले पा रही थी.
युवती अपने प्रेमी के साथ एक रेस्टोरेंट में गई थी. वहां दोनों ने बिरयानी का ऑर्डर दिया. दोनों ने खूब शौक से बिरयानी खाई. लेकिन इसी बीच बिरयानी खाते समय चिकन का एक पीस युवती के गले में फंस गया और उसे सांस लेने में दिक्कत होने लगी. चिकन का पीस काफी समय तक युवती के गले में फंसा रहा. ऐसे में वह मौके पर ही बेहोश होकर गिर पड़ी.
अस्पताल पहुंचने से पहले तोड़ा दम
इसके बाद युवती को तुरंत अस्पताल ले जाया गया. लेकिन डॉक्टरों ने युवती का चेकअप करने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. उसने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया था. मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया. अब पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. युवती के शव को पुलिस ने अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया. लड़की की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया.
पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
इस मामले को लेकर पुलिस इंस्पेक्टर विजया गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि मृतक युवती की उम्र 27 वर्ष थी. अभी आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया गया है. हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार भी किया जा रहा है. रिपोर्ट आने के बाद साफ पता चल जाएगा कि युवती की मौत चिकन का पीस फंसने से ही हुई है या फिर इसके पीछे कोई साजिश तो नहीं थी. इसके साथ ही पुलिस इसकी भी जांच कर रही है कि कहीं किसी तरह की कोई लापरवाही तो नहीं की गई है.
गुजरात और महाराष्ट्र में कोरोना की वापसी, JN.1 वैरिएंट पर नजर
24 May, 2025 04:34 PM IST | GRAMINBHARATTV.IN
कोरोना वायरस के बढ़ते मामले फिर से टेंशन देने लगे हैं. सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों में कोरोना के नए मामले तेजी से सामने आने लगे हैं. इस महामारी को लेकर लोगों को आगाह किया जा रहा है. थाईलैंड में एक हफ्ते के अंदर कोरोना के 50 हजार नए मामले सामने आ चुके हैं जबकि भारत में भी लगातार नए मामले आ रहे हैं. अकेले गुजरात में कोरोना के 50 नए मामले सामने आए हैं.
जहां तक भारत की बात है तो यहां पर कोविड-19 के जेएन.1 वैरिएंट के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. महाराष्ट्र और गुजरात के अलावा केरल, दिल्ली और अन्य राज्यों में नए केस सामने आ रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों को अलर्ट रहने का निर्देश जारी कर दिए हैं. जेएन.1 वैरिएंट के लक्षणों में ठंड लगना, खांसी, बुखार और सिरदर्द शामिल हैं
महाराष्ट्र के बाद गुजरात में बढ़े मामले
पिछले 24 घंटों में अकेले महाराष्ट्र में 45 नए मामले सामने आए हैं. जिसमें 35 केस तो मुंबई से ही हैं. जनवरी से लेकर अब तक राज्य में कुल 6819 लोगों की कोरोना जांच की गई जिसमें से 210 लोग पॉजिटिव पाए गए. मुंबई में कुल 183 मरीजों में से 81 ठीक हो गए हैं जबकि अन्य लोगों में हल्के लक्षण ही हैं.
महाराष्ट्र की तरह गुजरात में भी कोरोना के मामलों की संख्या में तेजी आई है. अब यहां पर 50 से ज्यादा केस हो चुके हैं. पिछले एक दिन में 24 नए केस सामने आए हैं जिसमें अहमदाबाद में अकेले ही 17 नए मामले हैं, फिलहाल 5 लोग यहां पर अस्पताल में भर्ती हैं.
थाईलैंड ही चीन, हांगकांग, सिंगापुर में भी बढ़े मामले
राजधानी दिल्ली में भी 23 एक्टिव मामले चल रहे हैं. इसी तरह कर्नाटक में 9 महीने के बच्चे को कोरोना हो गया है तो उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में कोरोना के 4 नए मामले सामने आए हैं. देश में इस समय कोरोना के 257 मामले हैं. जिसमें केरल (95), तमिलनाडु (66) और महाराष्ट्र (56) 3 सबसे प्रमुख राज्य हैं.
इसी तरह थाईलैंड में स्थिति खराब होती दिख रही है, यहां पर महज एक हफ्ते में कोरोना के 50 हजार से ज्यादा नए केस सामने आए हैं. स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि तेजी से फैल रहे ओमिक्रॉन XEC वेरिएंट (Omicron XEC variant) की वजह से कोरोना के मामलों में उछाल आया है, खास बात यह है कि अभी यह चरम पर नहीं पहुंचा है. इसके अलावा चीन, हांगकांग और सिंगापुर में कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं.
2 से 3 महीने तक रहेगी ये लहर
डिपार्टमेंट ऑफ डिसीज कंट्रोल के प्रवक्ता जुराई वोंगसावत के अनुसार, 11 से 17 मई के बीच देशभर में 49,065 नए मामले दर्ज किए गए, जबकि 18 मई से अब तक 12,524 नए मामले सामने आए हैं. बैंकॉक पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, थाईलैंड के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, ओमिक्रॉन के हाल के सबवैरिएंट XEC को वृद्धि का मुख्य कारण माना जा रहा है, जो मौसमी इन्फ्लूएंजा की तुलना में सात गुना तेजी से फैलता रहा है.
हालांकि, बड़े स्तर पर वैक्सीनेशन और एंटी-वायरल ट्रीटमेंट की वजह से मृत्यु दर काफी कम है और यह करीब 0.02% बनी हुई है. हालांकि अधिकारी जनता से लगातार अनुरोध कर रहे हैं कि वे कमजोर समूहों, जैसे कि बुज़ुर्गों, पुरानी बीमारियों से पीड़ित लोगों, गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों की सुरक्षा में मदद करें. सांस संबंधी दिक्कतों का सामना करने वाले लोग घरों पर ही बने रहे.
कहा जा रहा है कि वर्तमान लहर के 2 से 3 महीनों तक जारी रहने की उम्मीद है, हालांकि अगर लोग इस मामले सतर्कता बरतते हैं तो कोरोना के मामलों में जल्द ही कमी भी आ सकती है. थाईलैंड सरकार मई और अगस्त के बीच कमजोर लोगों के लिए फ्री में वैक्सीनेशन शुरू कर रहा है, जबकि बूस्टर डोज मुफ्त में नहीं होंगे.